• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest शरीफ बाप और उसकी शैतान बेटी

rajeshsurya

Member
380
326
63
Baap beti mein deductions best hai
 

Dharmendra Kumar Patel

Nude av or dp not allowed. Edited
3,270
6,365
158
बहुत ही शानदार रोमांटिक अपडेट
 

Ting ting

Ting Ting
434
1,566
139
फिर मेरे दिमाग में एक और प्लान आ गया तो मैंने सोचा कि क्यों ना अभी गरम लोहे पर चोट की जाए तो मैंने पापा से कहा कि पापा आज छुट्टी है,

मैं स्कूटर चलाना सीखना चाहती हूँ, खाना हम बाद में खाएंगे चलिए आप मुझे अभी स्कूटर सिखाएं।
photo-1553514029-1318c9127859

मैं चाहती थी कि जब पापा पीछे बैठे तो उनका लंड मेरी चूत को स्पर्श करे और अगर एक बार ऐसा हो गया तो शायद पापा खुद पर कंट्रोल न रखें और मुझे चोद डालें।

मैंने जल्दी से दूसरे कपड़े पहन लिए , मैंने अपने मन में तो पापा को पटाना के लिए यह सब किया था तो मैंने एक छोटी सी स्कर्ट और एक हलकी सी टी शर्ट पहनी थी।
female-portrait.jpg

पापा ने मुझे टालने की कोशिश करते हुए कहा कि बाइक मैं तुम्हे बाद मैं सिखा दूंगा तो मैंने कहा कि नहीं अभी चली तो वो कहने लगे कि अच्छा पेंट तो पहन लूं तो मैंने कहा कि सिर्फ कुर्ता पहन लिया पायजामा तो आपने पहचाना ही है आपका कहीं बाहर तो जाना नहीं है जो पेंट पेहननी है.

मैं नहीं चाहती थी कि पापा पेंट पहने क्यों कि पेंट में लंड उतना खुले से नहीं घूम सकता जितने की पैजामे में।

हमारे घर से थोड़ी दूरी पर ही एक ग्राउंड था जहां पे लोग घूमते थे लेकिन दिसंबर की वजह से वो 12 बजे से पहले वहां नहीं आते थे और अभी तो 8 बजे थे तो मैं और पापा वहां चले गए पापा के लिए।

वहां जा कर पापा पीछे बैठ गए और मुझे आगे बैठने को कहा तो मैं जान बुझ कर उनसे चिपकी हुई बैठ गई मैंने देखा कि मुझे उनके लंड ने टच नहीं किया था मतलब अभी वो शांत था।
drive-a-scooter-to-the-nature-with-your-friends-on-a-weekend-vacation.jpg

पापा ने मेरी दोनो बाहों के साइड से स्कूटर का हेंडल पकड़ा और मुझे भी हेंडल पकड़ने को कहा और फिर मुझे स्कूटर सिखाने लगे मैं जान भूज कर अपने बाजू दबा देती थी ताकि पापा के बाजू मेरे मुम्मों को टच करने लगें ऐसा करने से मुझे अब मेहसूस हो रहा था कि पापा का लंड खड़ा है होने लगा है मुझे अपनी पीठ पर कोई चीज़ टच करती महसूस हो रही थी।

अब मैं पापा के लंड पर बैठना चाहती थी तो कोई बहाना ढूंढने लगी।

मैं थोड़ा बहुत स्कूटर चलाती थी लेकिन ये पापा को नहीं पता था।
illustration-of-couple-riding-on-motor-scooter-against-sky.jpg

मैंने एक स्कीम सोची और फिर मैंने अपनी चप्पल नीचे गिरा दी और स्कूटर रोक कर कहा कि पापा मैं चप्पल ले कर आई।

जब मैं चपल लेकर आई तो मैंने चोरी से देखा कि पापा का लंड फफक रहा है। मैं जान भुज कर पापा के पेट से सट कर बैठ गई

और इस बार उनका लंड मेरे चूतड़ों के नीचे दब गए तो पापा बोले सुमन कैसे बैठी हो जरा आगे हो कर बैठो तो मैंने कहा कि आगे तो बहुत ही थोड़ी सी जगह है और स्कूटर चलाने लगी।

पापा का लंड मेरे चूतड़ों के नीचे ही दबा हुआ था फनकार रहा था मुझे बहुत अच्छा लग रहा था मेरी चूत गीली हो रही थी। लेकिन मैं तो अंजान बनी बैठी थी जैसे कुछ पता ही नहीं हो कि उनका लंड मैं दबा के बैठी हूँ।
young-pretty-girl-driving-scooter-european-city_85574-5502.jpg

मैंने पापा से कहा कि आप हेंडल छोड़ दीजिए मैं चलाती हूं तो मैं धीरे-धीरे स्कूटर चलाने लगी और पापा ने दोनों हाथों से मेरी कमर पकड़ ली और अंजाने में ही उनसे मेरे स्तन टच हो गए तो मुझे लगा कि पापा अपना कंट्रोल खो रहे हैं क्योंकि मैंने महसूस किया कि उनके हाथ मेरे मुम्मों को हल्का हल्का टच करने की कोशिश कर रहे थे.

मैं तो यही चाहती थी कि मुझे और क्या चाहिए था। पापा का लंड अभी भी मेरी चूतड़ों के नीचे फंस रहा था। मैंने पापा से कहा कि एक मिनट जरा आप हैंडल को पकड़ लीजिये ताकि मैं जरा ठीक हो कर बैठ जाऊं और मैं थोड़ा और पीछे को हो कर बैठ गई ताकि उनका लंड मेरे नीचे से निकल न पाए।

अब शायद पापा समझ गए थे कि मैं भी उनसे चुदवाना चाहती हूँ, या कम से कम मैं उनके लौड़े का मजा तो ले ही रही हूँ , इस लिए वो भी चुपचाप बैठे रहे और उनका लौड़ा मेरे चूतड़ों के नीचे ही दबा रहा. वो बोले कुछ नहीं और मजा लेते रहे.

पापा मेरे को नंगी तो देख ही चुके थे और उनकी भी भावनाएं मेरे लिए काफी हद तक बदल तो चुकी ही थी, तो उन्होंने भी शायद यही सोचा की मौका मिल रहा है तो लगे हाथ वो भी मजे ले ही लें. और शायद वो भी सोच रहे थे कि इस तरह यदि उनकी प्यारी बेटी गर्म हो जाये तो शायद उन्हें भी इसके आगे यानि मुझे चोद पाने का मौका मिल जाये.

आखिर मेरी मम्मी भी तो कई दिन से गयी हुई थी तो पापा को भी चुदाई किये कई दिन हो गए थे. वो भी तो चूत मारने का कोई मौका ढूंढ ही रहे थे.

अब मेरे दिमाग में तेजी से सोच रहा था कि क्या करें जिस से बात थोड़ी और आगे को बढ़ सके.

अचानक मेरे दिमाग में एक आइडिया आया।

मैंने पापा से पूछा- पापा , यहां टॉयलेट किधर है, मुझे जाना है।

जबकि मुझे पता था कि वहां कोई टॉयलेट नहीं है।

पापा बोले- बेटा, यहां तो कोई टॉयलेट नहीं है। तुम्हें बाहर खुले में ही करना पड़ेगा।

मैंने नखरा दिखाते हुए कहा- ना बाबा ना … खुले में कैसे करूंगी।

इस पर पापा ने कहा- क्या हुआ बेटा। यहाँ कोई भी तो नहीं है. तुम थोड़ा साइड में स्कूटर ले लो और वहां झाडीओं के पास जा कर कर लो।
73608367_005_febc.jpg

मैंने कहा- नहीं में वहां अकेली कैसे अकेली जाऊँगी, मुझे डर लग रहा है।

तब पापा ने कहा- कोई बात नहीं बेटा, कोई चिंता की बात नहीं है, अच्छा ऐसा करते हैं की मैं भी पेशाब कर लूँगा. ठण्ड है न तो मुझे भी पेशाब आ रहा है. चलो दोनों बाप बेटी कर लेते हैं.

(पता नहीं पापा को सच में पेशाब आया था या वो भी मेरी तरह कोई चाल चल रहे थे )

हम दोनों एक साइड में चले गए जहाँ कोई नहीं आता था और वो जगह सुनसान थी.

मैंने कहा- आप यहीं रहियेगा, मैं आ रही हूं.

और फिर मैं एक तरफ बढ़ गई और एक ऐसी जगह चुनी जहाँ से पापा मुझे देख सकते थे.

जानबूझ कर मैं ऐसी जगह में पेशाब करना चाह रही थी ताकि मैं इन्हें अपनी गांड दिखा सकूं।

एक झाडी के पास पहुंच कर मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो पापा मुझे देख रहे थे।

मैंने कहा- प्लीज़ जाइयेगा मत!

पापा ने कहा- ठीक है।

फिर मैंने अपनी स्कर्ट को ऊपर कर लिया और पैंटी को नीचे तक खिसका दिया ,और जानबूझकर बैठने में थोड़ा टाइम लिया ताकि पापा मेरी गोरी-गोरी गांड देख सकें।
89648049_001_e6ef.jpg

और फिर धीरे से बैठ कर पेशाब करने लगी, साथ में मेरी नंगी गांड की नुमाइश करने लगी।
57723953_004_940a.jpg

मेरे पेशाब करने में छरछराहट की आवाज भी सन्नाटे में गूँज रही थी।
88717696_002_a7a3.jpg

मैंने पापा को आवाज दे कर कहा "पापा आप भी पेशाब कर लीजिये ताकि फिर आप के पेशाब करने में समय खराब न हो.
40499877_006_ffca.jpg

पापा तो मेरी गांड देखने में मस्त थे , मेरी आवाज़ सुन कर पापा ने भी वहीँ खड़े खड़े अपना पैजामा खोला और वहीं खड़े खड़े अपना लण्ड बाहर निकाल लिया और पेशाब करने लगे.

पापा मेरी नंगी गांड देखते हुए पेशाब करने की कोशिश कर रहे थे, पर पापा का लौड़ा तो पहले से ही टाइट था और अब अपनी प्यारी बेटी की गांड के दर्शन करने से और भी टाइट हो चूका था तो उनके लण्ड से पेशाब बहुत ही काम स्पीड से निकल रहा था.

पेशाब करने के बाद मैं खड़ी हो गई और एक बार फिर लेगिंग ऊपर करने में थोड़ा समय लिया ताकि एक बार और पापा मेरी गांड देख सकें।
77482837_009_e32f.jpg

फिर एकदम से पापा की तरफ घूम गयी जैसे मुझे पता ही न हो कि पापा वहीं खड़े हो कर पेशाब कर रहे थे.

पापा का लौड़ा मेरी ओर तना हुआ और तीर की तरह खड़ा था. मेरे अचानक उठने और उनकी तरफ घूम जाने के कारण पापा को लण्ड को पाजामे में करने और ढंकने का मौका ही नहीं मिल पाया.
751120.jpg

वो एकदम से घबरा से गए और लंड को पजामे के अंदर करने की कोशिश करने लगे।

उनका लंड अभी पजामेके बाहर था ही और खड़ा था जिसे वे पजामे के अंदर डालने की कोशिश कर रहे थे।

पर मुझे लगा की पापा इतनी तेजी से फिर भी अपना लण्ड अंदर नहीं कर रहे थे जितना करना चाहिए था.

मैं समझ गई थी कि वे जानबूझकर अपना लंड मुझे दिखा रहे हैं।
749660.jpg

तो मैं भी आंखें फाड़े उनका लंड देख रही थी।

पापा ने जब मुझे कुछ भी बोलते या कोई इतराज करते न देखा तो उन्होंने बड़े ही आराम से और धीरे धीरे अपना लण्ड पूरा समय ले कर पजामे में अंदर किया और इतनी देर मैंने भी पापा के लण्ड के खूब दर्शन किये.

हालाँकि मैंने पहले भी कई बार पापा का लैंड देखा था पर आज पहली बार पापा के सामने उनकी जानकारी में उनका खड़ा हुआ लौड़ा देखा. और पापा ने भी मुझे लण्ड ठीक से दिखाया था.
570835.jpg

यह निष्चय ही हमारे आपसी संबंधों में एक अगले स्तर की कारवाही थी.

मैंने अपनी गांड दिखा कर और पापा ने अपना लण्ड दिखा कर यह तो बता ही दिया था की हम बाप बेटी असल में क्या चाहते हैं.

बस अब देर थी तो बाप बेटी के संबंधों की समाज की आपसी दिवार गिरने की.

पापा का लण्ड देख कर मैं हल्का मुस्कुरा दी।
760242.jpg

उधर पापा को तो जैसी इसी बात का इंतज़ार था, मेरी मुस्कराहट देख कर,उनके दिल में यदि कोई छोटा मोटा डर था भी तो निकल गया.

पापा भी मुस्कुरा पड़े।

वो भी समज रहे थे कि मैं और पापा दोनों अब खुलकर मजे लेना चाह रहे हैं।

इस पेशाब करने के वाकये ने माहौल को सेक्सी बना दिया था।

मेरी चूत से भी पानी निकल कर मेरी पैंटी को हल्का-हल्का गीला कर रहा था इसलिए मैं भी शर्म लाज छोड़ कर मजे लेने का मूड आ चुकी थी।

फिर थोड़ी देर बाद हम घर आ गये। पापा सोफे पर बैठ गए और मैं उनके लिए पानी लेने चली गई लेकिन अपनी गांड को इतना हिलाते हुए गयी की मेरी हिलती हुई गांड देख कर पापा का मन डोल जाए।
photo-1567516364473-233c4b6fcfbe

फिर हम अपने अपने कमरे में चले गये।






 

Motaland2468

Well-Known Member
3,574
3,709
144
फिर मेरे दिमाग में एक और प्लान आ गया तो मैंने सोचा कि क्यों ना अभी गरम लोहे पर चोट की जाए तो मैंने पापा से कहा कि पापा आज छुट्टी है,

मैं स्कूटर चलाना सीखना चाहती हूँ, खाना हम बाद में खाएंगे चलिए आप मुझे अभी स्कूटर सिखाएं।
photo-1553514029-1318c9127859

मैं चाहती थी कि जब पापा पीछे बैठे तो उनका लंड मेरी चूत को स्पर्श करे और अगर एक बार ऐसा हो गया तो शायद पापा खुद पर कंट्रोल न रखें और मुझे चोद डालें।

मैंने जल्दी से दूसरे कपड़े पहन लिए , मैंने अपने मन में तो पापा को पटाना के लिए यह सब किया था तो मैंने एक छोटी सी स्कर्ट और एक हलकी सी टी शर्ट पहनी थी।
female-portrait.jpg

पापा ने मुझे टालने की कोशिश करते हुए कहा कि बाइक मैं तुम्हे बाद मैं सिखा दूंगा तो मैंने कहा कि नहीं अभी चली तो वो कहने लगे कि अच्छा पेंट तो पहन लूं तो मैंने कहा कि सिर्फ कुर्ता पहन लिया पायजामा तो आपने पहचाना ही है आपका कहीं बाहर तो जाना नहीं है जो पेंट पेहननी है.

मैं नहीं चाहती थी कि पापा पेंट पहने क्यों कि पेंट में लंड उतना खुले से नहीं घूम सकता जितने की पैजामे में।

हमारे घर से थोड़ी दूरी पर ही एक ग्राउंड था जहां पे लोग घूमते थे लेकिन दिसंबर की वजह से वो 12 बजे से पहले वहां नहीं आते थे और अभी तो 8 बजे थे तो मैं और पापा वहां चले गए पापा के लिए।

वहां जा कर पापा पीछे बैठ गए और मुझे आगे बैठने को कहा तो मैं जान बुझ कर उनसे चिपकी हुई बैठ गई मैंने देखा कि मुझे उनके लंड ने टच नहीं किया था मतलब अभी वो शांत था।
drive-a-scooter-to-the-nature-with-your-friends-on-a-weekend-vacation.jpg

पापा ने मेरी दोनो बाहों के साइड से स्कूटर का हेंडल पकड़ा और मुझे भी हेंडल पकड़ने को कहा और फिर मुझे स्कूटर सिखाने लगे मैं जान भूज कर अपने बाजू दबा देती थी ताकि पापा के बाजू मेरे मुम्मों को टच करने लगें ऐसा करने से मुझे अब मेहसूस हो रहा था कि पापा का लंड खड़ा है होने लगा है मुझे अपनी पीठ पर कोई चीज़ टच करती महसूस हो रही थी।

अब मैं पापा के लंड पर बैठना चाहती थी तो कोई बहाना ढूंढने लगी।

मैं थोड़ा बहुत स्कूटर चलाती थी लेकिन ये पापा को नहीं पता था।
illustration-of-couple-riding-on-motor-scooter-against-sky.jpg

मैंने एक स्कीम सोची और फिर मैंने अपनी चप्पल नीचे गिरा दी और स्कूटर रोक कर कहा कि पापा मैं चप्पल ले कर आई।

जब मैं चपल लेकर आई तो मैंने चोरी से देखा कि पापा का लंड फफक रहा है। मैं जान भुज कर पापा के पेट से सट कर बैठ गई

और इस बार उनका लंड मेरे चूतड़ों के नीचे दब गए तो पापा बोले सुमन कैसे बैठी हो जरा आगे हो कर बैठो तो मैंने कहा कि आगे तो बहुत ही थोड़ी सी जगह है और स्कूटर चलाने लगी।

पापा का लंड मेरे चूतड़ों के नीचे ही दबा हुआ था फनकार रहा था मुझे बहुत अच्छा लग रहा था मेरी चूत गीली हो रही थी। लेकिन मैं तो अंजान बनी बैठी थी जैसे कुछ पता ही नहीं हो कि उनका लंड मैं दबा के बैठी हूँ।
young-pretty-girl-driving-scooter-european-city_85574-5502.jpg

मैंने पापा से कहा कि आप हेंडल छोड़ दीजिए मैं चलाती हूं तो मैं धीरे-धीरे स्कूटर चलाने लगी और पापा ने दोनों हाथों से मेरी कमर पकड़ ली और अंजाने में ही उनसे मेरे स्तन टच हो गए तो मुझे लगा कि पापा अपना कंट्रोल खो रहे हैं क्योंकि मैंने महसूस किया कि उनके हाथ मेरे मुम्मों को हल्का हल्का टच करने की कोशिश कर रहे थे.

मैं तो यही चाहती थी कि मुझे और क्या चाहिए था। पापा का लंड अभी भी मेरी चूतड़ों के नीचे फंस रहा था। मैंने पापा से कहा कि एक मिनट जरा आप हैंडल को पकड़ लीजिये ताकि मैं जरा ठीक हो कर बैठ जाऊं और मैं थोड़ा और पीछे को हो कर बैठ गई ताकि उनका लंड मेरे नीचे से निकल न पाए।

अब शायद पापा समझ गए थे कि मैं भी उनसे चुदवाना चाहती हूँ, या कम से कम मैं उनके लौड़े का मजा तो ले ही रही हूँ , इस लिए वो भी चुपचाप बैठे रहे और उनका लौड़ा मेरे चूतड़ों के नीचे ही दबा रहा. वो बोले कुछ नहीं और मजा लेते रहे.

पापा मेरे को नंगी तो देख ही चुके थे और उनकी भी भावनाएं मेरे लिए काफी हद तक बदल तो चुकी ही थी, तो उन्होंने भी शायद यही सोचा की मौका मिल रहा है तो लगे हाथ वो भी मजे ले ही लें. और शायद वो भी सोच रहे थे कि इस तरह यदि उनकी प्यारी बेटी गर्म हो जाये तो शायद उन्हें भी इसके आगे यानि मुझे चोद पाने का मौका मिल जाये.

आखिर मेरी मम्मी भी तो कई दिन से गयी हुई थी तो पापा को भी चुदाई किये कई दिन हो गए थे. वो भी तो चूत मारने का कोई मौका ढूंढ ही रहे थे.

अब मेरे दिमाग में तेजी से सोच रहा था कि क्या करें जिस से बात थोड़ी और आगे को बढ़ सके.

अचानक मेरे दिमाग में एक आइडिया आया।

मैंने पापा से पूछा- पापा , यहां टॉयलेट किधर है, मुझे जाना है।

जबकि मुझे पता था कि वहां कोई टॉयलेट नहीं है।

पापा बोले- बेटा, यहां तो कोई टॉयलेट नहीं है। तुम्हें बाहर खुले में ही करना पड़ेगा।

मैंने नखरा दिखाते हुए कहा- ना बाबा ना … खुले में कैसे करूंगी।

इस पर पापा ने कहा- क्या हुआ बेटा। यहाँ कोई भी तो नहीं है. तुम थोड़ा साइड में स्कूटर ले लो और वहां झाडीओं के पास जा कर कर लो।
73608367_005_febc.jpg

मैंने कहा- नहीं में वहां अकेली कैसे अकेली जाऊँगी, मुझे डर लग रहा है।

तब पापा ने कहा- कोई बात नहीं बेटा, कोई चिंता की बात नहीं है, अच्छा ऐसा करते हैं की मैं भी पेशाब कर लूँगा. ठण्ड है न तो मुझे भी पेशाब आ रहा है. चलो दोनों बाप बेटी कर लेते हैं.

(पता नहीं पापा को सच में पेशाब आया था या वो भी मेरी तरह कोई चाल चल रहे थे )

हम दोनों एक साइड में चले गए जहाँ कोई नहीं आता था और वो जगह सुनसान थी.

मैंने कहा- आप यहीं रहियेगा, मैं आ रही हूं.

और फिर मैं एक तरफ बढ़ गई और एक ऐसी जगह चुनी जहाँ से पापा मुझे देख सकते थे.

जानबूझ कर मैं ऐसी जगह में पेशाब करना चाह रही थी ताकि मैं इन्हें अपनी गांड दिखा सकूं।

एक झाडी के पास पहुंच कर मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो पापा मुझे देख रहे थे।

मैंने कहा- प्लीज़ जाइयेगा मत!

पापा ने कहा- ठीक है।

फिर मैंने अपनी स्कर्ट को ऊपर कर लिया और पैंटी को नीचे तक खिसका दिया ,और जानबूझकर बैठने में थोड़ा टाइम लिया ताकि पापा मेरी गोरी-गोरी गांड देख सकें।
89648049_001_e6ef.jpg

और फिर धीरे से बैठ कर पेशाब करने लगी, साथ में मेरी नंगी गांड की नुमाइश करने लगी।
57723953_004_940a.jpg

मेरे पेशाब करने में छरछराहट की आवाज भी सन्नाटे में गूँज रही थी।
88717696_002_a7a3.jpg

मैंने पापा को आवाज दे कर कहा "पापा आप भी पेशाब कर लीजिये ताकि फिर आप के पेशाब करने में समय खराब न हो.
40499877_006_ffca.jpg

पापा तो मेरी गांड देखने में मस्त थे , मेरी आवाज़ सुन कर पापा ने भी वहीँ खड़े खड़े अपना पैजामा खोला और वहीं खड़े खड़े अपना लण्ड बाहर निकाल लिया और पेशाब करने लगे.

पापा मेरी नंगी गांड देखते हुए पेशाब करने की कोशिश कर रहे थे, पर पापा का लौड़ा तो पहले से ही टाइट था और अब अपनी प्यारी बेटी की गांड के दर्शन करने से और भी टाइट हो चूका था तो उनके लण्ड से पेशाब बहुत ही काम स्पीड से निकल रहा था.

पेशाब करने के बाद मैं खड़ी हो गई और एक बार फिर लेगिंग ऊपर करने में थोड़ा समय लिया ताकि एक बार और पापा मेरी गांड देख सकें।
77482837_009_e32f.jpg

फिर एकदम से पापा की तरफ घूम गयी जैसे मुझे पता ही न हो कि पापा वहीं खड़े हो कर पेशाब कर रहे थे.

पापा का लौड़ा मेरी ओर तना हुआ और तीर की तरह खड़ा था. मेरे अचानक उठने और उनकी तरफ घूम जाने के कारण पापा को लण्ड को पाजामे में करने और ढंकने का मौका ही नहीं मिल पाया.
751120.jpg

वो एकदम से घबरा से गए और लंड को पजामे के अंदर करने की कोशिश करने लगे।

उनका लंड अभी पजामेके बाहर था ही और खड़ा था जिसे वे पजामे के अंदर डालने की कोशिश कर रहे थे।

पर मुझे लगा की पापा इतनी तेजी से फिर भी अपना लण्ड अंदर नहीं कर रहे थे जितना करना चाहिए था.

मैं समझ गई थी कि वे जानबूझकर अपना लंड मुझे दिखा रहे हैं।
749660.jpg

तो मैं भी आंखें फाड़े उनका लंड देख रही थी।

पापा ने जब मुझे कुछ भी बोलते या कोई इतराज करते न देखा तो उन्होंने बड़े ही आराम से और धीरे धीरे अपना लण्ड पूरा समय ले कर पजामे में अंदर किया और इतनी देर मैंने भी पापा के लण्ड के खूब दर्शन किये.

हालाँकि मैंने पहले भी कई बार पापा का लैंड देखा था पर आज पहली बार पापा के सामने उनकी जानकारी में उनका खड़ा हुआ लौड़ा देखा. और पापा ने भी मुझे लण्ड ठीक से दिखाया था.
570835.jpg

यह निष्चय ही हमारे आपसी संबंधों में एक अगले स्तर की कारवाही थी.

मैंने अपनी गांड दिखा कर और पापा ने अपना लण्ड दिखा कर यह तो बता ही दिया था की हम बाप बेटी असल में क्या चाहते हैं.

बस अब देर थी तो बाप बेटी के संबंधों की समाज की आपसी दिवार गिरने की.

पापा का लण्ड देख कर मैं हल्का मुस्कुरा दी।
760242.jpg

उधर पापा को तो जैसी इसी बात का इंतज़ार था, मेरी मुस्कराहट देख कर,उनके दिल में यदि कोई छोटा मोटा डर था भी तो निकल गया.

पापा भी मुस्कुरा पड़े।

वो भी समज रहे थे कि मैं और पापा दोनों अब खुलकर मजे लेना चाह रहे हैं।

इस पेशाब करने के वाकये ने माहौल को सेक्सी बना दिया था।

मेरी चूत से भी पानी निकल कर मेरी पैंटी को हल्का-हल्का गीला कर रहा था इसलिए मैं भी शर्म लाज छोड़ कर मजे लेने का मूड आ चुकी थी।

फिर थोड़ी देर बाद हम घर आ गये। पापा सोफे पर बैठ गए और मैं उनके लिए पानी लेने चली गई लेकिन अपनी गांड को इतना हिलाते हुए गयी की मेरी हिलती हुई गांड देख कर पापा का मन डोल जाए।
photo-1567516364473-233c4b6fcfbe

फिर हम अपने अपने कमरे में चले गये।
Mazedaar update bhai
 

iamblob

Member
426
407
64
zabardast story! update ka intzaar rahega!!
 

king1969

Well-Known Member
3,609
4,966
143
Bahut badiya update
 
Top