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Shayari शायरी और गजल™

TheBlackBlood

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
Supreme
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अँधेरा इतना नहीं है कि कुछ दिखाई न दे।
सुकूत ऐसा नहीं है जो कुछ सुनाई न दे।।

जो सुनना चाहो तो बोल उट्ठेंगे अँधेरे भी,
न सुनना चाहो तो दिल की सदा सुनाई न दे।।

जो देखना हो तो आईना-ख़ाना है ये सुकूत,
हो आँख बंद तो इक नक़्श भी दिखाई न दे।।

ये रूहें इस लिए चेहरों से ख़ुद को ढाँपे हैं,
मिले ज़मीर तो इल्ज़ाम-ए-बेवफ़ाई न दे।।

कुछ ऐसे लोग भी तन्हा हुजूम में हैं छुपे,
कि ज़िंदगी उन्हें पहचान कर दुहाई न दे।।

हूँ अपने-आप से भी अजनबी ज़माने के साथ,
अब इतनी सख़्त सज़ा दिल की आश्नाई न दे।।

सभी के ज़ेहन हैं मक़रूज़ क्या क़दीम ओ जदीद,
ख़ुद अपना नक़्द-ए-दिल-ओ-जाँ कहीं दिखाई न दे।।

बहुत है फ़ुर्सत-ए-दीवानगी की हसरत भी,
'वहीद' वक़्त गर इज़्न-ए-ग़ज़ल-सराई न दे।।

______वहीद अख़्तर
 

TheBlackBlood

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
Supreme
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रोज़ ये ख़्वाब डराता है मुझे।
कोई साया लिए जाता है मुझे।।

ये सदा काश उसी ने दी हो,
इस तरह वो ही बुलाता है मुझे।।

मैं खिंचा जाता हूँ सहरा की तरफ़,
यूँ तो दरिया भी बुलाता है मुझे।।

देखना चाहता हूँ गुम हो कर,
क्या कोई ढूँड के लाता है मुझे।।

इश्क़ बीनाई बढ़ा देता है,
जाने क्या क्या नज़र आता है मुझे।।

_____विकास शर्मा राज़
 

TheBlackBlood

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
Supreme
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उसे छुआ ही नहीं जो मिरी किताब में था।
वही पढ़ाया गया मुझ को जो निसाब में था।।

वही तो दिन थे उजालों के फूल चुनने के,
उन्हीं दिनों मैं अंधेरों के इंतिख़ाब में था।।

बस इतना याद है कोई बगूला उट्ठा था,
फिर इस के बाद मैं सहरा-ए-इज़्तिराब में था।।

मिरी उरूज की लिक्खी थी दास्ताँ जिस में,
मिरे ज़वाल का क़िस्सा भी उस किताब में था।।

बला का हब्स था पर नींद टूटती ही न थी,
न कोई दर न दरीचा फ़सील-ए-ख़्वाब में था।।

बस एक बूँद के गिरते ही हो गया आज़ाद,
वो हफ़्त-रंग उजाला जो मुझ हुबाब में था।।


_______विकास शर्मा राज़
 

TheBlackBlood

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
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original v post maru kuch in bade kaviyo ke bich TheBlackBlood :D
Original apan ne apni ek do stories me post kiya hai. Bole to kai saari ghazals post ki hain...ju ne dekha hi nahi to isme apan ki kya galti hai :roll:
 

Adirshi

Royal कारभार 👑
Staff member
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Original apan ne apni ek do stories me post kiya hai. Bole to kai saari ghazals post ki hain...ju ne dekha hi nahi to isme apan ki kya galti hai :roll:
Aapka to original work dekha padha hai Mai mere original work ki baat kar raha tha :redface:
 

Adirshi

Royal कारभार 👑
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तेरी यादों के बाग़ में, मैं शबनम सा चमकता हूँ,
तेरे ख्वाबों की चाँदनी में, मैं तारे सा दमकता हूँ।
तेरे बिना ये दिल मेरा, वीरान सा लगता है,
हर धड़कन तेरे नाम पे, जैसे साज़ सा बजता है।

मेरे आंसुओं की बारिश में, तेरी यादें भीग जाती हैं,
तेरे बिना ये दुनिया, सूनी शाम सी रह जाती है।
तू आ जा मेरी ज़िन्दगी में, जैसे बहारों की लहर,
तेरे बिना ये दिल मेरा, टूटी कश्ती सा रह जाता है।

तेरे बिना ये आँखें, ख़्वाबों से तरसती हैं,
हर पल तेरे बिना, जैसे सदियों सी कटती हैं।
तेरे बिन ये होठ मेरे, खामोशियों में घुल जाते हैं,
तू जो पास नहीं, तो सारे रंग फीके पड़ जाते हैं।

दिल की गलियों में गूँजती है, तेरे कदमों की आहट,
तू जो आए तो, ये दिल बन जाए फिर से इबादत।
तू ही है वो दीपक, जो अंधेरों में जलता है,
तेरे बिना ये जीवन, सहरा सा जलता है।

इक तुझसे है बंधी, मेरी हर साँस की डोर,
तू ही है मेरा जहाँ, तू ही है मेरा शोर।
तेरे बिना ये रूह, अधूरी सी लगती है,
तू ही है वो चाँद, जो मेरे आकाश में सजती है।
 

TheBlackBlood

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
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तेरी यादों के बाग़ में, मैं शबनम सा चमकता हूँ,
तेरे ख्वाबों की चाँदनी में, मैं तारे सा दमकता हूँ।
तेरे बिना ये दिल मेरा, वीरान सा लगता है,
हर धड़कन तेरे नाम पे, जैसे साज़ सा बजता है।

मेरे आंसुओं की बारिश में, तेरी यादें भीग जाती हैं,
तेरे बिना ये दुनिया, सूनी शाम सी रह जाती है।
तू आ जा मेरी ज़िन्दगी में, जैसे बहारों की लहर,
तेरे बिना ये दिल मेरा, टूटी कश्ती सा रह जाता है।

तेरे बिना ये आँखें, ख़्वाबों से तरसती हैं,
हर पल तेरे बिना, जैसे सदियों सी कटती हैं।
तेरे बिन ये होठ मेरे, खामोशियों में घुल जाते हैं,
तू जो पास नहीं, तो सारे रंग फीके पड़ जाते हैं।

दिल की गलियों में गूँजती है, तेरे कदमों की आहट,
तू जो आए तो, ये दिल बन जाए फिर से इबादत।
तू ही है वो दीपक, जो अंधेरों में जलता है,
तेरे बिना ये जीवन, सहरा सा जलता है।

इक तुझसे है बंधी, मेरी हर साँस की डोर,
तू ही है मेरा जहाँ, तू ही है मेरा शोर।
तेरे बिना ये रूह, अधूरी सी लगती है,
तू ही है वो चाँद, जो मेरे आकाश में सजती है।
Waah! Gazab :perfect:
 
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