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दिल से धन्यवादfantastic update waiting for next
दिल से धन्यवादfantastic update waiting for next
Super update Rachit. Very very hot and sensitive updateशालिनी- बोलो क्या सौदा है तुम्हारा ।
बलवीर- बताया तो था तुम्हारे कान में कि तुम्हारी गांड मारनी है क्योंकि चूत तो तुम पहले ही फ़ड़वा चुकी हो । मैं जब चाहूं तुम्हें अपने लंड के नीचे रख सकूं । मैं चाहता हूं कि जब मैं चाहूं तब तुम आकर अपनी मूतती हुई चूत को मेरे लंड पर रखो ।
बलवीर के मुंह से इतनी खुल्लम खुल्ला और गंदी जुबान सुनकर शालिनी शरमा गई और साथ में उसे गुस्सा भी आया ।
अपना चेहरा दूसरी तरफ करके गुस्से से अपनी मुट्ठियों को भींचते हुए बोली- तुम्हें अपने बेटी के साथ यह सब करते हुए अच्छा लगेगा क्या ।
बलवीर की आवाज में अब रोब पैदा होने लगा । अपनी रौबदार आवाज में बोला- जब बहन अपनी चूत के सपने दिखा कर अपने भाई को मारने में कोई बुराई महसूस नहीं करती तो फिर मैं ही क्यों बुराई महसूस करूँ। मुझे तो अच्छा ही लगेगा । अब तुम बताओ तुम हां कर रही हो या ना कर रही हो।
बलवीर की आवाज में कोई विनती नजर नहीं आ रही थी शालिनी को। बलवीर तो शौक से पूछ रहा पूछ रहा था कि हां करो या ना करो और शालिनी को ना करने की तो हिम्मत ही नहीं रह गई थी ।
शालिनी अपने दांतो को पीसते हुए गुस्से में बोली - ठीक है मंजूर है मुझे ।
बलवीर - इतना गुस्सा क्यों दिखा रही है मेरी जान । चुदना ही तो है और बदले में तुझे भी तो मेरा लौड़ा मिलेगा अपनी इस भारी भारी गांड में लेने के लिए ।
शालिनी गुस्से से अपनी आंखें लाल कर चुकी थी उसने पूरी जान से अपनी मुट्ठियाँ भींच रखी थी और गुस्से से दातों को पीसते हुए एटीट्यूड में बोली- मुझे इन बेहूदी बातों में कोई दिलचस्पी नहीं है जो करना है जल्दी कर लो।
बलवीर - मेरी जान यह बेहूदगी तो अब झेलनी पड़ेगी और इतनी जल्दी करने की भी क्या पड़ी है । आराम से चुदना। आज तो आरती है हमारे साथ
आने ही वाली होगी वह भी पार्टी से तो आज तो तुझे चोद नहीं पाऊंगा मैं लेकिन घर चल कर मेरे कमरे में आना और रात भर तुझे चोदूंगा मैं । बोल अगर सौदा मंजूर है तो ।
शालिनी अभी भी अपने एटीट्यूड में ही थी गुस्से से अपने हाथों को झटक ते हुए बोली - ठीक है घर चल कर आपका काम हो जाएगा लेकिन तब तक हमारे बीच कोई ऐसी बात नहीं है होगी ।
बलवीर को शालिनी की इस बात पर गुस्सा आ गया उसने सोचा कि उसका सारा चिट्ठा तो मैं खोल चुका हूं लेकिन फिर भी यह मुझे घमंड दिखा रही है। इसको अभी लाइन पर लाता हूं ।
ऐसा सोचते हुए राकेश अपना फोन हाथ में लेते हुए बोला - ठीक है शालिनी तुम अपने एटीट्यूड में ही रहो देखो मैं भी क्या करता हूं । मैं अभी भैया को फोन लगाता हूं और मैं सब कुछ बता रहा हूं । मुझे नहीं करना तुम्हारे साथ कोई सौदा ।
ऐसा कहकर धर्मवीर का नंबर मिलाने लगा बलवीर अपने मोबाइल में ।
यह देख कर तो शालिनी के पैरों के नीचे से जमीन ही खिसक गई ।
उसने जल्दी से बलबीर की तरफ देखकर बोला - नहीं नहीं ऐसा मत करना। मैं तैयार हूं मैंने कब मना किया है तुमको ।
बलवीर अपना मोबाइल सोफे पर रखते हुए- तो इतनी देर से किस चीज का एटीट्यूड दिखा रही है मुझे । जो तुझे बोल दिया कि तुझे चोदना है तो तुझे नहीं पता कैसे चोदा जाता है । तो इस तरह एटीट्यूट दिखाएगी तू तो मुझे तेरा यह सौदा नहीं मानना। मैं भैया को बता दूंगा और पुलिस को भी बता दूंगा। अगर तुझे मेरी बात मंजूर है तो बिना किसी घमंड के बोल ।
शालिनी अब मजबूर हो गई थी पूरी तरह से । उसके सामने कोई ऑप्शन ही नहीं बचा था। वह जमीन की तरफ देखते हुए बोली- मुझे आप का सौदा मंजूर है ।
बलवीर- ठीक है तो फिर मेरे पास आओ ।
शालिनी धीरे धीरे चलती हुई चलती बलवीर के पास आई ।
बलवीर सोफे पर बैठा था शालिनी बलवीर के सामने आकर खड़ी हो गई।
बलवीर - ऐसे क्या खड़ी है अपना चेहरा मेरे चेहरे के करीब ला ।
शालिनी ने झुक कर अपना चेहरा बलवीर के चेहरे के पास किया कि तभी अचानक बलबीर ने अपने भारी भरकम हाथ से शालिनी के दोनों गालों पर एक एक थप्पड़ मारा । थप्पड़ इतना तेज था कि शालिनी गिरने से बची । शालिनि के बाल जो खुले हुए थे वह उड़कर उसके चेहरे पर आ गए।
इतना तेज थप्पड़ मारा था बलवीर ने ।
थप्पड़ मारकर बलवीर बोला - अब बता कैसा लगा तूने भी मुझे ऐसे ही थप्पड़ मारा था ना । अब पता लगा ना जब थप्पड़ लगता है तो कैसा लगता है । मुझे भी ऐसा ही लगा था । अब जो तूने मेरे चेहरे पर थूका है उसे चाट कर साफ कर ।
शालिनी की हालत अब शब्दों में बयां नहीं की जा सकती दोस्तों ।
शालिनी बलवीर के चेहरे को देख ही रही थी ।
बलवीर के चेहरे पर शालिनी ने जो थूका था वह उसके गालों से होते हुए उसके होठों तक आ गया था और उसे चाट कर साफ़ करने को बोला था बलवीर ने।
शालिनी बलवीर के चेहरे को देख ही रही थी बलवीर फिर रौबदार आवाज में बोला - आवाज नहीं आई क्या तुझे । मैंने बोला है जो तूने मेरे मुंह पर थूका है उसे चाट कर साफ़ कर । और यह बातें मैं बार-बार नहीं कहूंगा याद रखना ।
मैं तेरा नौकर नहीं हूं अगर इस बार कोई भी बात मानने में देर की तो समझ लेना क्योंकि मैं तेरी एक नहीं सुनूंगा । चल चाटकर साफ कर मेरा मुंह ।
शालिनी ने जैसे ही यह सुना उसने देर करना उचित नहीं समझा और वह धर्मवीर के चेहरे पर झुक गयी । दोनों की सांसें एक दूसरों की सांसो से मिल गई । दोनों की आंखें मिल गई एक दूसरे की आंखों से ।
तभी शालिनी ने अपनी जीभ निकाली और अपनी आंखें बंद कर लीं।
अपनी आंखें बंद करके शालिनी ने अपनी जीभ से बलवीर के चेहरे को चाटना को चाटना शुरू किया।
शालिनी ने अपनी जीभ से चाटकर बलवीर के गाल को साफ कर दिया और बलवीर के होठों पर भी जीभ से चाटकर लगा थूक साफ कर दिया और फिर खड़ी हो गई ।
बलवीर - मैंने तुझे खड़ी होने को कहा जो तू खड़ी हो गई । साली तूने मेरे मुंह पर थूका था मैं भी तेरे मुंह पर थूकुंगा । चल अपना चेहरा मेरे चेहरे के पास ला।
शालिनि अब कुछ बोलने की हालत में नहीं थी शालिनी ने अपना मुंह बलवीर के मुंह पर झुका दिया ।
बलवीर ने अपने हाथों से शालिनी के चेहरे पर से बालों को हटाया और बालों को हाथ से पकड़के पीछे की तरफ पकड़ लिया ।
शालिनी ने अपनी आंखें बंद कर लीं ।
दोस्तों शालिनी बहुत खूबसूरत लड़की थी और इस तरह की खूबसूरत लड़की इस तरह जींस में अपने कूल्हों को फंसा कर अपना चेहरा पास लाकर आंखें बंद कर ले तो आपका भी ईमान डोल जाएगा ।
ऐसी हालत ही बलवीर की थी ।
एक फोन कॉल की वजह से शालिनी जैसी गदरायी हुई भतीजी अपने मुंह पर थूकवाने के लिए झुकी हुई थी ।
बलवीर बोला- मैं तभी थूकूंगा जब तू अपनी जुबान से बोलेगी कि चाचा जी अपनी बेटी के मुंह पर थूक दो ।
अब तो शालिनी की इतनी ज्यादा जलालत की थी बलवीर ने कि शालिनी को भी शर्म आने लगी थी ।
शालिनी अपनी आंखों को बंद किए हुए धीरे से बोली - अब थूक भी दीजिए ना अपनई भतीजी के मुंह पर ।
बलबीर ने अपने मुंह में थूक इकट्ठा किया और शालिनी के मुंह पर थूक दिया।
बलबीर ने ज्यादा थूका था इसलिए शालिनी के दोनों गालों पर होठों पर और आंखों पर बलवीर का थूक फैल गया।
थूक में सना हुआ शालिनी का चेहरा बड़ा ही मादक लग रहा था बलवीर को।
बलवीर बोला - अब बोल चाचा जी मेरे भी चेहरे को चाट कर साफ़ कर दीजिए ।
शालिनी ने अपनी आंखें अपनी आंखें बंद किए हुए बोला - चाचा जी अपनी बेटी के चेहरे से यह थूक तो साफ कीजिए जो आपने थूका है ।
बलबीर ने अपनी जीभ बाहर निकली और शालिनि के चेहरे को चाटना शुरू कर दिया। पूरे चेहरे पर से थूक को चाट कर शालिनि के होठों पर जीभ फिराने लगा बलवीर ।
बलवीर - अच्छा दिखा तो दे कैसी दिखती है अंदर से मेरी भतीजी ।
अपनी चूत किस तरह सजा कर रखी है । अपने इस मोटे पिछवाड़े को खोल कर तो दिखा । मैं भी तो देखूं कैसी दिखती है अंदर से ।
शालिनी ने जैसे ही यह सुना उसने सोचा अगर देर की तो बलवीर फोन कर देगा और मेरा सौदा ठुकरा देगा । शालिनी ने जल्दी से बलवीर की तरफ अपनी पीठ की और जींस का हुक खोलने लगी ।
शालिनी ने अपनी जींस का हुक खोल दिया और दोनों साइड में अपने अंगूठे को फंसाकर अपनी जींस उतारने लगी । इतनी टाइट थी जीन्स कि उसकी गांड से नीचे की तरफ सरक ही नहीं रही थी ।
शालिनी ने जान लगाकर अपनी जींस अपने चूतड़ों से नीचे की ।
जैसे ही जींस नीचे हुई शालिनी के चौड़े चौड़े चूतड़ उछल कर बाहर आ गए।
पेंटी तो दिखी ही नहीं रही थी चूतड़ों के बीच में गायब हो गई थी ।
बलवीर में अपने दोनों हाथ चूतड़ों पर रखें और हल्के हल्के दबाने लगा दबाने लगा फिर चूतड़ों पर पर एक थप्पड़ लगाया और बोला।
बलवीर - मेरी भतीजी ने गांड तो अच्छी खासी बना रखी है। शालिनी तुम्हारी गांड तो लड़कियों की तरह नहीं बल्कि औरतों की तरह चौड़ी है फिर बलवीर ने एक और थप्पड़ उसकी गांड पर लगाया ।
थप्पड़ लगते ही शालिनि के गोल गोल चूतड़ हिलने लगते और शालिनि के मुंह से आउच निकलता
अब बलवीर ने कहा- घूम मेरी तरफ ।
शालिनि के लिए यह बेहद शर्म वाली बात थी क्योंकि बलवीर उसे उसकी चूत देखने की बात कर रहा था लेकिन शालिनी ने अपनी आंखें बंद अपनी आंखें बंद बंद किए हुए बलवीर की तरफ घूम गई ।
बलवीर के तो होश ही उड़ गए शालिनी को देखकर देखकर क्योंकि चूत तो उसे दिख ही ही ही नहीं रही थी उसे तो काली काली झांटे दिख रही थी जिन्होंने चूत को छुपा रखा था। गोरी गोरी मोटी मोटी जांघों के बीच में काली झांटें शालिनी की मादकता में चार चांद लगा रही है ।
अब बलवीर ने शालिनी की जींस को को और नीचे घुटनों तक करना चाहा लेकिन जींस जांघों में बुरी तरह फंसी हुई थी ।
बलवीर ने थोड़ा सा जोर लगा कर थोड़ा सा जोर लगा कर जीन्स नीचे करदी ।
अब बलवीर शालिनि के बिल्कुल सामने सोफे पर बैठा था और शालिनी खड़ी थी खड़ी थी
बलवीर ने अपने दोनों हाथ शालिनी की गांड पर रखें पर रखें गांड पर रखें पर रखें और शालिनी को अपनी तरफ खींचा ।
जैसे ही बलवीर ने अपनी तरफ खींचा तो शालिनी की चूत बलवीर के बिल्कुल मुंह के सामने आ गई गई सामने आ गई गई के सामने आ गई गई सामने आ गई ।
बलवीर बोला- अपनी आंखें खोल खोल ।
शालिनी ने धीरे-धीरे अपनी आंखे खोलीं तो बलवीर बिल्कुल बिल्कुल उसके सामने बैठा था और उसकी आंखों में झांक रहा था ।
फिर बलवीर बोला बोला - अपनी आंखें खोल कर कर कर देख मुझे ।
शालिनी बलवीर के चेहरे को देखने लगी ।
अब बलवीर ने दोबारा से सालीनी की चूत को निहारा और उसके चूतड़ों को हाथों से मसलते हुए अपनी नाक शालिनी की चूत चूत पर लगा दी। बलवीर की पूरी नाक शालिनि की झांटों में घुस गई ।
शालिनि देख रही थी बलवीर का चेहरा अपनी चूत पर लगे हुए।
बलवीर ने अपनी नाक झांटों में घुसा कर एक लंबी सांस खींची और उसके चूतड़ों पर थप्पड़ मारते हुए बोला- चुदने लायक है बिल्कुल । तेरी चूत की खुशबू बता रही है कि तू मेरा लंड आराम से लील लेगी ।
चल बोल अब चाचा जी मेरी चूत को सूंघ लो ।
शालिनी गुस्से से बोली - चाचा जी मेरी चूत को सूंघ लो ।
बलवीर ने दोबारा से अपनी नाक शालिनि की चूत में घुसा दी और फिर लंबी लंबी सांसे लंबी सांसे खींचने लगा और गांड पर थप्पड़ मार कर बोला - तेरा यह गुस्सा लोड़े के नीचे आकर खत्म हो जाएगा खत्म हो जाएगा क्योंकि तेरी चूत की महक बता रही है की चोदने में तू बड़ा मजा देगी ।
बलवीर बोल ही रहा था कि तभी गेट पर दस्तक के साथ आरती की तेज आवाज आई- भैया सो गए क्या ।
बलवीर शालिनी के कूल्हों पर थप्पड़ मारता हुआ बोला- चल तुझे अब मैं मैं घर चल कर ही चोदूंगा। तब तक बचा ले अपनी चूत को फिर तो इसमें अपने लंड से बीज डाल दूंगा मैं । चल बहन-की-लौड़ी दरवाजा खोल और ऐसा बोल कर बलवीर ने शालिनि की गांड पर लात मारी ।
दरवाजे की तरफ चलदी शालिनी लात खा करम
दरवाजे के पास जाकर शालिनी ने जल्दी से अपनी जींस पहनी और गेट खोला ।
आरती अंदर आते हुए आते हुए- भैया आप अभी तक सोए नहीं । पार्टी में तो आज बहुत मजा आया।
बलवीर - चलो तुमने तो पार्टी कर ली । हम लोग भी कल मिलकर पार्टी करते हैं ।
आरती - हां हां भैया क्यों नहीं .. लेकिन भैया शालिनी क्यों चुप चुप लग रही है ।
शालिनी अपने चेहरे पर मुस्कुराहट लाते हुए- बुआ जी सर में दर्द हो रहा था इसलिए मैं आराम कर रही थी और भैया भी अपना अपना अपने लैपटॉप पर काम कर रहे थे। इस वजह से मैं लेटे लेटे बोर हो रही थी ।
आरती- अच्छा कोई बात नहीं अब मैं आ गयी अब हम लोग गपशप गपशप करेंगे।
दोस्तों रात के 11:00 बजे तक आरती और शालिनी ने टीवी टीवी देखा और फिर सोने लगे लेकिन शालिनी के लिए तो जैसे समय गुजर ही नहीं रहा था था।
शालिनी लेटे-लेटे सोचने लगी कि अब क्या होगा ? चाचा तो बड़ा शातिर है। मेरी वीडियो भी रख ली और अब यह जब मुझे चाहेगा तब चोदेगा । मैं क्या करूं कि मैं इसके इसके चंगुल से निकल सकूं।
ऐसा सोच ही रही थी शालिनी और सोचते-सोचते सो गई गई ।
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दोस्तों कहानी कैसी चल रही है मुझे बताना जरूर साथ देने देने के लिए दिल के लिए दिल देने के लिए दिल के लिए दिल से धन्यवाद ।
आपका अपना - रचित ।
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Thanku suhaniSuper update Rachit. Very very hot and sensitive update
I'm trying to improve it. I hope u will like ahead.Bhai story pasand nahi ah rahi hai. jase story me sex scene lamba hote jai rahe hai. story apas me disconnected feels hoe rahi hai , aise lag rahe hai jose ik nahi das alag alag story pade rahe hoi, ek update durse update se milte hi nahi, surprise is story me kai dale hui hai or repeated hote ai rahe hai,
salini mobile call , rakesh aur balbeer dono na suni , aur phir aphi stroy ki koi progressive nahi lag rahi , surat ma mujhe story achi lagi thi but uske bad story na to progress hui aur na koi improvement hai , is forum me kafie story hai joi popular bhi are aur boring bhi unme sex scene writing same rahti hai bus ladki kai name change kardeta hai aur kuch line add kardeta hai. i am a reader not a writer but i want to read a story which is feels possible and practical.Not 10 aur 12 inch cocks fucking for a night it's just doesn't make sense. Take it as a positive constructive criticism.
Dil se dhanyavadBahot shaandaar mazedaar lajawab garma garan update dost
Kafi achha laga... Dil se dhanyavadBahot shaandaar mazedaar lajawab garma garan update dost