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Incest संस्कारी परिवार की बेशर्म कामुक रंडियां। अंदर छुपी हवस जब सामने आयी ।

किस तरह की कहानी चाहते हैं आप , Tell me your taste .


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जल्दी से अपडेट दें....
वेरी eagerly ...
फ़ॉर सो हॉर्नी......
उपासना अपने पापा
पूजा बहन के ससुर..
साड़ी में फुल एन्जॉय.....

इंतज़ार समाप्त करें...
 

Rachit Chaudhary

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Rachit Chaudhary

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Update 14


उधर जापान में राकेश और शालिनी घूमने गए हुए थे ।

पहले दिन राकेश ने अपना काम खत्म किया ।
दूसरे दिन राकेश एक लास्ट मीटिंग करना चाहता था अपने कैंडिडेट्स के साथ में तो उसने शालिनी से कहा - आप वेट करना मेरा मैं 3:00 बजे तक आ जाऊंगा और फिर घूमने चलेंगे।

ऐसा कहकर राकेश सुबह ही मीटिंग के लिए निकल गया।
अब होटल में अकेली शालनी थी ।
तभी उसकी एक सहेली का फोन आया जिसका नाम साक्षी था ।
साक्षी -हेलो ।
शालिनी- हेलो कैसी है तू , बड़े दिनों के बाद याद किया।

साक्षी - क्या याद किया यार अकेली थी तो तेरी याद आ रही थी । सोचा फोन ही कर लूं और बता क्या चल रहा है लाइफ में।

शालीनी- मैं जापान घूमने के लिए आई हुई हूं भाई के साथ।

साक्षी- चलो करो मजे फिर जापान में।

शालिनी - तुम अकेली क्यों हो तुम्हारा बॉयफ्रेंड नहीं है क्या साथ में ।

ऐसा इसलिए पूछा शालिनी ने क्योंकि साक्षी अपने बॉयफ्रेंड के साथ ही रहती थी।

साक्षी कहने लगी कि मेरे भैया आए हुए हैं तीन-चार दिन के लिए तो अभी उन्हीं के साथ हूं।

शालिनी शरारती अंदाज में बोली - फिर तो तुझे रात में नींद भी नहीं आती होगी क्योंकि बिना चुदे सोना तेरी आदत नहीं है ।

साक्षी बोली कि मैंने आज तक तुमसे कुछ नहीं छुपाया है शालिनी , बात दरअसल यह है कि मेरे भैया रात मुझे चोद चुके हैं । और उन्होंने मुझे बड़े ही ताबड़तोड़ तरीके से चोदा है ।

इतना सुनकर शालीनी के मुंह से निकला क्या तूने अपने भाई के साथ ??

तो साक्षी हंसकर कहने लगी -इसमें मेरी गलती नहीं थी मैं सोई हुई थी और भाई ने मुझे सोते हुए चोदना स्टार्ट कर दिया ।

शालिनी कहने लगी कि तुझे शर्म नहीं आई अपने भाई के साथ यह सब करते हुए ।

साक्षी - इसमें शर्म कैसी जब चूत को लंड चाहिए होता है तो वह चाहे फिर किसी का भी हो ,वह उस लंड का स्वागत कर लेती है ।

यह सुनकर शालिनी गर्म होने लगी और उसने अपनी चूत पर हाथ रख दिया।
म साक्षी से पूछने लगी कि क्या तुझे मजा आया अपने भाई के साथ

साक्षी बोली - पूछ मत यार मेरे भाई ने मुझे पूरी रात सोने नहीं दिया इतना जम के चोदा है ।

तभी अचानक साक्षी बोली कि भैया आ गए हैं मैं बाद में बात करती हूं ऐसा कह कर उसने फोन रख दिया।

उधर शालीनी भी गरम हो चुकी थी और उसने अपनी चूत पर हाथ फेरना शुरू कर दिया । उसके दिमाग में पता नहीं क्या आया वह पूरी नंगी होकर बेड पर लेट गई और अपनी चूत में उंगली करने लगी ।

उधर दूसरी तरफ जैसे ही राकेश होटल से बाहर निकला अचानक उसे कॉल आया की मीटिंग अटेंड करने की कोई जरूरत नहीं है सर काम हो चुका है । बाकी सब मैं संभाल लूंगा ।

राकेश तुरंत सोचने लगा कि चलो काम भी खत्म हुआ।
वापस होटल की तरफ मुड़ गया ।

जैसे ही अपने रूम पर पहुंचा अचानक उसने देखने का फैसला किया शालीनी क्या कर रही है उसने खिड़की के होल से झांक कर कर देखा तो उसे विश्वास ही नहीं हुआ।

उसकी बहन बेड पर नंगी पड़ी हुई थी हुई थी उसकी चूत दिख नहीं रही थी क्योंकि चूत पर घने बाल थे। उन काले काले बालों में ढकी हुई अपनी चूत में शालिनी उंगली किए जा रही थी।

IMG_20200319_233020.md.jpg

तभी राकेश के दिमाग में एक प्लान आया और उसने उस होल से अपने मोबाइल का कैमरा लगाकर फोटो क्लिक कर लिया ।

और फिर कॉल किया शालिनी को जैसे ही राकेश का कॉल दिखा शालिनी ने फोन उठाया ।

राकेश बोला की शालीनी काम हो गया है चलो कहीं घूमने चलते हैं मीटिंग कैंसिल हो गई है, मैं आ रहा हूं ।

ऐसा कहकर राकेश ने फोन रख दिया जैसे शालिनी ने यह सुना वह हड़बड़ाती हुई जल्दी से खड़ी हुई और अपने कपड़े पहनने लगी ।

उसने एक जींस और टॉप पहन लिया।
जैसा कि दोस्तों आप जानते ही हैं कि शालीनी जैसे भी कपड़े पहनती थी उसकी जांघों में फस जाते थे , वह जींस भी टाइट ही थी जो उसकी गांड को निकाल कर बाहर शेप में दिखा रही थी ।

राकेश ने दरवाजे पर नोक किया और शालिनी ने दरवाजा खोला ।

अंदर आकर राकेश बेड पर बैठ गया जिस बेड पर उसकी बहन नंगी होकर चूत में उंगली डाल रही थी ।

राकेश ने घूमने का प्लान बनाया और दोनों घूमने के लिए निकल गए ।

राकेश गाड़ी ड्राइव कर रहा था और शालिनी उसके बराबर में बैठी हुई थी ।

तभी अचानक राकेश ने कहा - शालिनी तुम्हारी शादी कर देनी चाहिए ।

राकेश के मुंह से ऐसी बात सुनकर शालिनी झेंपती हुई बोली नहीं भैया अभी मैं शादी नहीं करूंगी ।

राकेश ने कहा चलो जैसी तुम्हारी मर्जी मैं इसलिए कह रहा था क्योंकि तुम्हारी उम्र भी अब 30-31 साल हो गई है और इस उम्र में शादी कर लेनी चाहिए ।

अपने भाई के मुंह से ऐसी बातें सुनकर शालिनी शर्मा गई और सीधी देखने लगी रोड की तरफ ।

कुछ देर दोनों खामोश रहे फिर शालीनी ने कहा चलो भैया कुछ खा लेते हैं।

फिर दोनों एक रेस्टोरेंट में गए रेस्टोरेंट में जाकर दोनों ने अपने लिए खाना ऑर्डर किया ।
और फिर आपस में बातें करने लगे ।

राकेश - शालिनी मेरे जाने के बाद आज तुमने क्या किया।

राकेश के मुंह से ऐसा सवाल सुनते ही शालिनी के माथे पर पसीना आ गया । वह हकलाते हुए बोली - कुछ नहीं भैया आपके जाने के बाद मैं अपनी फ्रेंड से बात कर रही थी।

शालिनी नहीं ये तो बोल दिया लेकिन उसके दिमाग में सवालों का समंदर हिलोरे लेने लगा कि भैया ने ऐसा क्यों पूछा ।कहीं भैया को पता तो नहीं चल गया वह ऐसा सोच ही रही थी कि तभी राकेश ने दूसरा तीर मारा।

राकेश - तभी मैं तुमसे कह रहा था कि तुम्हें शादी कर लेनी चाहिए ।

अब तो शालिनी की हालत ऐसी हो चली थी कि काटो तो खून नहीं ।

शालिनी समझ चुकी थी कि दाल में कुछ काला जरूर है। लेकिन शालीनी ने खामोश रहना ही उचित समझा।

फिर उन्होंने मूवी देखने का प्लान बनाया और शाम को 8:00 बजे घूम कर वापस आ गए ।

होटल में आते ही राकेश नहाने चला गया लेकिन शालिनी की हालत आज पूरे दिन खराब रही। वह यही सोचती रही कि भैया को कैसे पता चला ।
तभी अचानक उसकी नजर राकेश के मोबाइल पर पड़ी उसने सोचा कि दिन में राकेश ने जो उसकी फोटो खींची है वह ले लेती हूँ । ऐसा सोचकर उसने मोबाइल का लॉक खोला और गैलरी ओपन की जो उसकी पिक्स थी फोटोस थी वह उन्हें सेलेक्ट करने लगी ।

जैसे ही सेलेक्ट करते करते करते नीचे आई तो उसके होश ही उड़ गए क्योंकि नीचे वाली फोटो में वह नंगी बेड पर लेटी हुई थी और अपनी झांटो से भरी हुई चूत में उंगली कर रही थी ।



IMG_20200319_233114.md.jpg

राकेश के मोबाइल में यह फोटोस देख कर उसे समझते देर नहीं लगी कि राकेश ने सब कुछ देख लिया है ।
उसने अपनी फोटोस भी नहीं ली और चुपचाप मोबाइल वहीं पर रख दिया ।

अब शालिनी सोचने लगी यदि भैया गुस्सा होते हैं तो उससे इस तरह हंसकर बात नहीं करते ,जिस तरह दिनभर उन्होंने की है ।

इससे यह तो साफ होता है कि भैया मुझ पर गुस्सा नहीं है। तो फिर मेरी फोटो खींचने का क्या मतलब है सोचने लगी कि देखते हैं क्या होता है तभी राकेश निकल कर आ गया।

उसे बैठी देखकर राकेश कहने लगा - शालिनी तुम भी नहा लो फिर डिनर करेंगे ।

शालिनी एक साथ जैसे नींद से जागी हो ।
शालिनी इतना ही बोल पाई - ज-जी भइया ।

शालिनी नहाने के लिए चली गई करीब आधे घंटे बाद जैसे ही शालिनी निकली राकेश को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ कि वह जो देख रहा है सच है या कोई सपना।

क्योंकि शालिनी पूरी तैयार हो कर निकली थी ।

शालिनी ने एक हाफ निकर और ऊपर एक वाइट कलर का टॉप पहना हुआ था ।
टॉप इतना कसा हुआ था कि उसके दोनों बूब्स उसे फाड़ने को उतारू थे । नीचे निकर भी कसा हुआ था जो कि उसकी चूत का शेप साफ-साफ देखा जा सकता था ।
इतने कसे हुए और छोटे कपड़े पहन कर लग रहा था कि शालीनी ने राकेश से चुदने का प्लान बना लिया है ।
उसके होठों पर डार्क लिपस्टिक लगी हुई थी जो कह रही थी कि चूस चूस कर मेरे लिपस्टिक हटा दो ।

राकेश ने अपनी नजर हटाते हुए शालिनी से कहा - बड़ी हॉट लग रही हो ।

शालिनी - यह सुनकर शरमाते हुए बोली भैया आप भी कुछ भी बोलते हो। और ऐसा कह कर वह डाइनिंग टेबल पर दोनों आमने सामने बैठ गए।

दोनों ने खाना खाया और फिर थोड़ा पार्क में टहलने के लिए निकल गए ।

पार्क में और भी कई शादीशुदा जोड़ा थे जो टहल रहे थे। कुछ लफंगे लड़के भी थे ।
राकेश का सिगरेट पीने का मन था और वह शालिनी के सामने सिगरेट नहीं पीता था । तो उसने शालीनी से कहा

राकेश - शालीनी तुम थोड़ा सा घूमो मैं तब तक इधर बैठ कर एक सिगरेट पीता हूं ।

ऐसा कहकर राकेश बैठ गया और शालिनी आगे की तरफ चल दी। तकरीबन 50 मीटर आगे ही जैसे वह गयी वहां कुछ लफंगे लड़के खड़े थे जो सिगरेट पी रहे थे।

उनमें से एक लड़का शालीनी को देखकर बोला - what a bitch .

(वो english में बोल रहे थे पर मैं हिंदी में लिखूंगा ताकि पाठकों को पूरी फीलिंग आ सके)

दूसरा बोला - निकर तो देख साली का अगर थोड़ा सा और टाइट होता तो फट जाता ।

तीसरा बोला - अबे ये कोई चुदक्कड़ रंडी होगी । ये हम चारो का लंड एक साथ खा जाएगी ।



IMG_20200301_050838.md.jpg


ये सब सुनकर शालीनी शरम से पानी पानी हो गयी । लेकिन तभी उसकी नजर उन लड़कों की तरफ गयी जिनमे से एक के मुह से जोरदार चीख निकली थी।

दरअसल राकेश ने उसके मुँह पर एक जोरदार रहपटा जड़ दिया था। तभी दूसरा राकेश को पीछे से पकड़ने लगा लेकिन राकेश ने अपना सर उसके मुँह पर मारकर उसकी नाक ही तोड़ दी।
वो चारो एक साथ राकेश से लड़ने आये राकेश ने चीता जैसी फुर्ती दिखाते हुए उछलकर एक लड़के के कंधे पर पैर रखा और बाकी दो लड़कों के मुह पर जोरदार लात मारी जिससे वो गिर गए और जिसके कंधे पर राकेश खड़ा था उसके मुह पर भी अपने जूते की जोरदार हील मारी ।

चारो लड़के लहूलुहान हो चुके थे तभी पुलिस आगयी ।
पुलिस ने तुरंत राकेश और उन चारों लड़को को पकड़ लिया।
राकेश ने पुलिस को सकरी घटना बताई और अपना ID card दिखाया ।

आइडेंटिटी कार्ड देखते ही पुलिस वालों ने राकेश से मांफी मांगी और कहा हम आशा करते है कि आगे से किसी भी भारतीय के साथ ऐसा नही होगा ।

पुलिस उन लड़कों को पकड़कर थप्पड़ बजाती हुई ले गयी ।

अब राकेश और शालीनी वापस hotel में आगये ।
कुछ देर तक खामोशियों का सन्नाटा रहा फिर शालीनी ने चुप्पी तोड़ी ।

शालीनी - भईया अपने तो आज किसी साउथ मूवी के एक्टर की तरह उनका बैंड बजा दिया ।

राकेश - मेरी बहन को कोई इस तरह बोलेगा तो क्या मैं चुपचाप देखता रहू ।

शालीनी - आखिर भाई भी तो मेरा है मेरा है ।

राकेश- कोई तुम्हारे body parts के बारे में ऐसे बोलेगा तो मैं खामोश क्यों रहूंगा ।

शालीनी ये सुनकर शर्मा गयी वक जानती थी राकेश किस body parts की बात कर रहा है ।

राकेश ने अपना पासा फेंकते हुए कहा - उन सालों की खिड की बहन ऐसी नही होगी तब ही साले बोलते है ।

शालीनी - उनकी बहन ऐसी नही होगी मतलब भइया।

राकेश - अरे मतलब तुम्हारे जैसी नही होगी जैसी तुम हो गदरायी हुई ।

शालीनी इस सीधे वार से सुर्ख लाल हो गयी उसके पास बोलने के लिये कुछ नही था।

राकेश - क्या हुआ शालीनी तुम चुप क्यों हो गयी ।

शालीनी - कुछ नही भइया । जाने दो उनको , मैं सोने जा रही हूं ऐसा कहकर शालीनी बैडरूम में चली गयी।

उसके दिमाग मे कई सवाल घूम रहे थे जैसे कि राकेश के मोबाइल में उसकी नंगी फ़ोटो और फिर राकेश का इस तरह से बात करना।
अचानक शालीनी के मुह से निकला - नही ऐसा नही हो सकता ।
मेरा भाई मुझे ही चोदने के बारे में कैसे सोच सकता है ।

उसके दिमाग मे एक आईडिया आया ये पता करने का।

उसने तुरंत वो कसे हुए निक्कर और टोप उतारे। ब्रा और पैंटी भी उतार दी। फिर उसने एक ट्रांसपेरेंट नाइटी पहनी जो बिल्कुल पारदर्शी थी । उसके चुचों के निप्पल उसमे साफ नजर आरहे थे। गांड पर से हल्का सा टाइट हो गयी थी जिससे कि दोनों चूतड़ बिल्कुल साफ साफ दिख रहे थे।
वो एक शार्ट नाइटी थी जिसमे ऊपर से मोटी मोटी आधी चुचियाँ दिख रही थी और नीचे जांघो पर ही खत्म हो जाती थी ।
उसे पहनकर शालीनी बैड पर कंबल ओढ़कर लेट गयी ।
आधे घंटे बाद राकेश आया सोने के लिए तो उसने शालीनी को आवाज लगाई ।




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लेकिन शालीनी तो नींद का बहाना करकर लेटी थी । शालीनी कि तरफ से कोई आवाज नही आई ।

राकेश - लगता है बहनजी बिना gud night बोले ही सो गई ।
ऐसा कहकर राकेश बैड पर लेट गया अपनी शर्ट उतारकर ।
दोनों एक ही कंबल में लेटे थे।
शालीनी सोच रही थी कि राकेश अब कुछ करेगा और वो इंतजार कर रही थी।

*********

इससे आगे की कहानी next update में।
कहानी जारी रहेगी दोस्तो। और साथ मे सुझाव भी साझा कर सकते है।

मुझे सपोर्ट करने के लिए आपको दिल से धन्यवाद ।

*********
 

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
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Update 13.

Hi Dosto kaise ho ap I think tadap rahe honge sab next update k liye...jyada na tadapte hue anand lijiye is update ka.

Chaliye badhate h is kahani ko age
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जैसे ही उपासना की नजर चीख निकली की नही ये नही हो सकता।
तभी धर्मवीर ने देखा कि कौन है खिड़की पर ।

जैसे ही धर्मवीर उठकर चला तभी दरवाजे पर से तालियों की आवाज आने लगी ।

उपासना की बहन पूजा (राकेश की साली) और उपासना के पापा सोमनाथ जी खड़े थे।

यह देखकर धर्मवीर की आंखों के सामने अंधेरा छा गया ।
साथ मे उपासना भी चुन्नी से अपने आपको ढंकते हुए बैठी बैड पर ।

सोमनाथ जी ने गुर्राते हुए कहा कि मैंने सोचा भी नही था मैं अपनी बेटी की शादी एक ऐसे परिवार में कर रहा हूँ जहां हैवान रहते हैं।
धर्मवीर और उपासना चुपचाप बैठे देख रहे थे।

सोमनाथ - मैं अब इस घर मे एक भी पल नही रुक सकता।
उपासना - पापाजी इसमें हमारी गलती नही है ये मैं आपको बताना चाहती हूं।
ऐसा कहते हुए उपासना ने नजरें नीची कर ली तभी उपासना की बहन पूजा अपने पापा सोमनाथ से बोली ।

पूजा - पापाजी अभी तो काफी रात हो गयी है , हम सुबह जलड़ी ही निकल लेंगे।

ऐसा कहकर पूजा सोमनाथ जी का हाथ पकड़कर कमरे से बाहर की तरफ निकलने लगी ।

तबतक धर्मवीर कपड़े पहनकर उनके पीछे पीछे चल दिया और आगे आकर हाथ जोड़ते हुए बोला ।

धर्मवीर - समधी जी आप मुझे गलत न समझे मैने एक बाप होने का फर्ज निभाया है, मैं जानता हूँ इसमे गलती आपकी बेटी उपासना की नही मेरे बेटे राकेश की है। लेकिन दोनों बच्चे हमारे अपने ही तो है, इन्ही बच्चो से हमारा सबकुछ है।
मैं आपको सारी बात बताऊंगा उसके बाद जो सजा आप मुझे देना चाहें मुझे मंजूर होगी ।

सोमनाथ ने ऐसा सुना तो उसके दिल मे कुछ दया के भाव आये और वो ऊपर वाले फ्लोर की तरफ चल दिया ।
तीनों सोमनाथ, धर्मवीर और पूजा लिफ्ट से न जाकर सीढ़ियों से चल रहे थे । आगे आगे सोमनाथ और पूजा थे पीछे पीछे धर्मवीर चल रहा था ।

चलते चलते जैसे ही धर्मवीर की नजर पूजा पर पड़ी उसका मुह खुला का खुला रह गया ।
उसने देखा कि पूजा तो उपासना को भी पीछे छोड़ गई है अपनी जवानी की तुलना में।
धर्मवीर ने ध्यान से देखा कि पूजा चलते वक्त बिल्कुल ऐसी लगती है जैसे दो बच्चो की मां हो ।पूजा को देखकर कोई नही कह सकता कि वो कुंवारी है।
पूजा के चूतड़ों का हिलना ही बता रहा था कि उसने एक नही कई सारे लंडो के बीच मे खेल खेले हैं । उपासना की गांड में पूजा के मुकाबले काफी कसाव था शादीशुदा होने के बावजूद भी । जबकि पूजा की गांड में वो कसाव नही था जो कंवारी लड़कियों में होता है। पूजा की गांड कुछ ढीली और फैली हुई सी प्रतीत हो रही थी ।
उसकी जांघो को सही से तो नही देख पाया धर्मवीर क्योंकि सलवार ढीली थी पर इतना उसने सोच लिया था कि गांड के हिसाब से जांघे मोटी होंगी जो चूत को छुपकर रखती होंगी ।


इतना सोचते सोचते सभी ऊपर पहुंच गए ।

तीनों जाकर हॉल में बैठ गए।

धर्मवीर सोमनाथ जी के सामने बैठा था और पूजा साइड में। स्टूल रखा हुआ था उस पर जैसे ही पूजा बैठी तो पूजा के चूतड़ दोनों तरफ फैल गए और स्टूल उसके चूतड़ों में धंस गया ।

यह देखकर धर्मवीर के मुंह में पानी आ गया सोचने लगा काश इस स्टूल की जगह मेरा मुह होता , तभी सोमनाथ जी ने धर्मवीर की ओर देखते हुए पूछा कि मैं जानना चाहता हूं आखिर बात क्या है ।

इस घर में चल क्या रहा है है रहा है है ।

धर्मवीर खामोश होते हुए कुछ सोचने लगा और फिर बोलने लगा - बात दरअसल ऐसी है समधी जी कि मेरा बेटा कोई नपुंसक नहीं है, मेरा बेटा हष्टपुष्ट है, लंबा तगड़ा है किंतु उसके वीर्य में बच्चे पैदा करने की काबिलियत नहीं है।
और यह बात मुझे आज ही पता चला फिर उसने सारी बातें सोमनाथ जी को बताई कि किस तरह उस बाबा ने उन्हें बताया ।
घर डूबने से लेकर आने वाले भविष्य की भविष्यवाणी को बताते हुए सारी बातें बताई धर्मवीर ने।

कुछ देर खामोशी छाई रही।
पूजा अपनी नजरें झुका के बस टेबल को देख रही थी ।
रात का 1:00 बज रहा था ।

खामोशी को तोड़ते हुए सोमनाथ जी ने कहा- मैं आपकी बात से सहमत हूं समधी जी।
देखा जाए तो अपने घर की इज्जत को घर में ही रखा है।
और मुझे इससे कोई भी शिकायत नहीं है। ऐसा कहते हुए सोमनाथ में खड़े होकर धर्मवीर के कंधे पर अपना हाथ रखा।

सोमनाथ जी बोले चाय पीने का मन कर रहा है बेटा पूजा तुम जाकर चाय बना लो ।
पूजा चाय बनाने के लिए उठी और किचन की तरफ चलने लगी, उसकी गांड के दोनों तरबूज ऐसे मटक रहे थे कि सोए हुए लंड भी खड़े हो जाए ।

सोमनाथ ने बताया कि वो और उसकी बेटी पूजा इधर रास्ते से गुजर रहे थर तो सोचा उपासना से मिलता चलूं ।
जैसे ही मैन गेट पर आया तो गटर खुला हुआ था। फोन करना फिर जरूरी नही समझा।
और मैं अंदर आया तो ग्राउंड फ्लोर पर कमरे से तेज रोशनी आरही थी । कमरे में खिड़की से देखा तो आप उपासना के मुह में अपना वो फँसा रहे थे।

धरवीर ने जैसे ही सोमनाथ के मुह से ये सुना वो हैरान और अचंभित रह गया ।
धर्मवीर सोचने लगा कि उपासना को चोदते हुए समधी जी ने पूरा देख ही लिया है तो इसमें शर्माना क्या।

धर्मवीर बोला - हां उपासना बेटी का मुंह थोड़ा कम खुल रहा था जिस वजह से थोड़ा टाइट गया ।

सोमनाथ - वैसे बेटी आपको झेल लेगी इसकी उम्मीद बिल्कुल नही थी।

धर्मवीर ऐसी बाते सुनकर थोड़ा खुलकर बात करने के मूड में था ।

धर्मवीर बोला - नही ऐसी उम्मीद आपकी गलत थी क्योंकि उपासना तो मेरे जैसे दो को बराबर टक्कर दे सकती है । बस शुरू में थोड़ा दिक्कत हुई उसे।

सोमनाथ - अच्छा ऐसा क्या दिखा समधी जी को अपनी बहू में ।

धर्मवीर - सोमनाथ जी उपासना की जवानी जिस तरह फटने को बेताब है आप देखकर ही अंदाजा लगा सकते है कि ये बिस्तर पर हारने वाली चीज नही है । ऊपर से ही सुशील और संस्कारी दिखती है पर जब अंदर की रांड जगती है तो पिछवाड़ा उठा उठाकर पूरा लंड लेती है ।

सोमनाथ अपनी बेटी के बारे में ऐसी बात सुनकर गरम हो रहा था क्योंकि उसने भी देखा था किस तरह उपासना पूरा लंड खा गई थी।

सोमनाथ - अब आपकी बहु है कुछ भी कह लीजिए ।

धर्मवीर - हांजी समधी जी देखिए आगे क्या होता है वैसे मैने अपनी ताकत लगाकर बहु के अंदर बीज डाला है।

सोमनाथ -समधी जी बताना तो नही चाहता पर दिल नही मान रहा अभी कुछ दिन पहले अपनी छोटी बेटी पूजा को एक लड़के के साथ पकड़ा था मैंने। वो लड़का 15 साल का था , उसका लंड लगभग 4 इंच का था।

धर्मवीर यह सुनकर सोचने लगा कि पूजा तो वैसे भी देखने मे औरत ही नजर आती है पूजा पर चढ़ने के ये मौका अच्छा है ।

धर्मवीर - हां पूजा को देखकर ही लगता है कि बेटी की नथ उतार चुका है कोई ।

सोमनाथ - हम्म मुझे भी लगता है ।

पूजा जाकर चाय बनाने लगी तभी सोमनाथ जी ने कहा कि मुझे आपके कार्य से कोई एतराज नहीं है। और यह बात मैं बेटी को भी कहना चाहता हूं कि उसने भी अपने घर की इज्जत के लिए किया है । आप उपासना बेटी को भी बुला लीजिये।
यह सुनते ही धर्मवीर ने उपासना को फोन किया और ऊपर आने को कहा हॉल में ।


उपासना ने डरते हुए आने के लिए हां कह दिया और फोन रख दिया।
उपासना उठी और ऊपर की तरफ चलने लगी लेकिन जैसे ही उठकर वह चलने चलने लगी उसकी आंखों के सामने अंधेरा हो गया ।
क्योंकि एक भयंकर चुदाई उसकी हुई थी उससे खड़ा नहीं हुआ जा रहा था।
उसने जैसे तैसे धीरे धीरे चलना शुरू किया ।
उसने जल्दी से सजे सूट सलवार पहना और लिफ्ट से ऊपर आगयी लड़खड़ाते हुए ।
लिफ्ट से निकल के हॉल की तरफ चली तो उसकी चाल देखकर धर्मवीर ने अपनी गर्दन झुकाली और सोमनाथ का मुंह खुला का खुला रह गया ।

उपासना किसी बुरी तरह से चुदी हुई रंडी की तरह धीरे धीरे उनकी तरफ बढ़ रही थी।
उपासना के चेहरे पर काजल फैल गया था ।उसके होठों का लिपिस्टिक उसके होठों के आसपास था जो कि बिल्कुल हल्का हो गया था ।
जैसे ही टेबल के पास आई उपासना बैठने को बैठते बैठे फिर लड़खड़ा गयी ।

तभी पूजा चाय बना कर ले आई और सब लोग चाय पीने लगे ।

सोमनाथ जी ने उपासना की ओर देखते हुए कहा कि बेटा समधी जी ने मुझे बताया है और इसमें तुम्हारी गलती नहीं है।
मैं तुम्हारे फैसले का स्वागत करता हूं इतना सुनकर चुदी-चुदाई उपासना जो अपनी फटी हुई चूत लेकर वहां बैठी थी वह धीरे से शरमा गई ।

सोमनाथ जी ने माहौल को ज्यादा सीरियस ना बनाते हुए धर्मवीर से कहा कि समधी जी आपने मेरी बच्ची को मार ही डाला ।
उसकी हालत क्या कर दी आपने।

धर्मवीर - सोमनाथ जी आपकी बच्ची ने ही न्योता दिया था हमे तो ।

यह सुनकर पूजा और उपासना दोनों शर्म से लाल हो गयी।

सोमनाथ चलो बेटा तुम हमारे सोने का इंतजाम करो मैं और समधी जी साथ ही सोएंगे आज।

ऐसा सुनकर उपासना और पूजा उठकर चली गयी। जातर वक्त दोनों रंडियों की गांड ऐसे हिचकोले ले रही थी जैसी किसी बड़े तगड़े लौड़े की ख्वाहिश कर रही हों ।

सोमनाथ और धर्मवीर भी अब आपस मे खुलने लगे थे ।
दोनों हॉल में बैठे बातें कर रहे थे आधा घंटा हो चुका था।

उधर कमरे में जाते ही पूजा हंसकर कहने लगी - दीदी आज तो लगता है किसी मर्द से पाला पड़ गया है चाल भी बदल गयी ।

दोस्तो उपासना और पूजा बहन होने के बावजूद आपस मे बहुत फ्रेंडली थी।

उपासना शर्माते हुए।

उपासना - इस मर्द के निचे तू आजाती तो आंखे बाहर आजाती समझ गयी । मैं थी जो झेल गयी ।

पूजा - शर्माते हुए - आंखे तो बाहर नही आती पर पिछवाड़ा जरूर बाहर निकल जाता ।

उपासना - बड़ी बदमाश हो गयी है और तेरी बदमाशी की गवाही तेरे ये ढोल से चूतड़ दे रहे है।

पूजा - चूतड़ तो दीदी आपके भी ढोल से कम नही है । ऐसा लगता है किसी के मुह पर बैठ गयी तो मुह दिखना बैंड हो जाएगा ।

उपासना - चल बाद में बातें करेंगे अपने कमरे में चलकर अब दोनों पापा का बिस्तर लगा दिया है उनको सोने के लिए बोलकर चलते है ।

दोनों उठकर धीरे धीरे हॉल की तरफ आने लगी ।

लेकिन जैसे ही हॉल में आने को मुड़ी अचानक धर्मवीर के हंसने की आवाज आई ।
इतना खुधनुमा माहौल देखकर उपासना पूजा को इशारा करते हुए पीछे को हट गई और दोनों बहन छुपकर सुनने लगी ।

धर्मवीर - बात तो अपने सही कही सोमनाथ जी । दोनों ही बहन एक से बढ़कर एक हैं।

सोमनाथ - तो बताइए समधीजी कैसा लगा मेरा प्लान।

धर्मवीर - प्लान तो अपने ठीक बनाया है लेकिन डर यही है कि पूजा मुझे झेल पाएगी या नही।

सोमनाथ - और मुझे डर उपासना का है कि वो झेल पाएगी अपने पापा को या नही क्योंकि मेरा लंड भले ही आपसे थोड़ा पतला हो लेकिन पूरे दो इंच लंबा है।

धर्मवीर - तो फिर कल दोनों बहनों की चीखें गूंजेंगी इस घर मे। कल दोनों को गोद मे उठा उठा कर बारी बारी से उनकी चूतों का भोसड़ा बनाएंगे दोनों। देखते है कौन सी बहन चुदाई समारोह में लंडों को चूतड़ उठा उठाकर लेगी।

उधर पूजा और उपासना को कानों पर विश्वास नही हो रहा था । की उनके ससुर और पापा मिलकर उनकी चूतों और गांड का छेद चौड़ा करने का प्लान बना रहे त
है।

सोमनाथ - लेकिन कल शाम तक दोनों को इस बारे में कुछ पता नही चलना चाहिए।

धर्मवीर - बिल्कुल पता नही लगेगा सोमनाथ जी इतना तड़पा देंगे कुतियाओ को खड़ी खड़ी मूतने लगेंगी । तड़पकर खुद ही कहेंगी कि-

अपने लंडों से हमारी चूतों को अब भर दो,
अपने लंडों से हमारी चूतों को अब भर दो,
कल क्या हो किसने देखा हमारी चूतों का भोसड़ा आज और अभी करदो।



सोमनाथ - शायरी तो अच्छी करलेते हैं समधीजी। चलिए अब बिस्तर लग गया होगा चलकर बात करते हैं।

ऐसा कहते हुए दोनों खड़े हुए और कमरे की तरफ चलने लगे ।

उधर पूजा और उपासना भी हॉल की तरफ आने लगे अनजान बनते हुए जैसे उन्होंने कुछ नही सुना हो।

पूजा - पापाजी बिस्तर लग गया है । मैं और दीदी भी सोने जा रहे है।

पूजा और उपासना कमरे में आकर ।
उपासना - ले पूजा अब तो तैयार हो जा कल को मेरे ससुर का लौड़ा लेने के लिए।

पूजा यह सुनकर लाल हो गयी और कहने लगी ।
पूजा - आप भी तैयार हो जाइये पापा से चुदने के लिए ।

उपासना- लेकिन पूजा हम भी इतनी आसानी से उनकी बातों में नही आएंगे । जैसे वो हमें खड़ी खड़ी मुताना चाहते है हम भी इतना तड़पाएँगे कि खड़े खड़े ही पानी छोड देंगे उनके लंड।

पूजा - हां ये सही रहेगा दिनभर तड़पाएँगे दोनों को।लेकिन दीदी मेरी चूत पर तो काफी घने बाल है कल मुंहे हेयर रिमूवर दे देना।

उपासना - ये तो और भी अच्छी बात है क्योंकि तू नही जानती मंझे हुए खिलाड़ी जब चोदते हैं तो घनी झांटो में जाता हुआ लंड उन्हें बहुत प्यारा लगता है और ऐसी चुदाई करते है कि रंडी को भी हिलाकर रख दें।

इस तरह दोनों बातें करती हुई कल का इंतजार करते हुए सो गयीं।

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दोस्तों कहानी कैसी चल रही है कोई सुझाव हो तो जरूर देना। कहानी आगे जारी रहेगी। सपोर्ट के लिए दिल से धन्यवाद।
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Awesome update
 

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
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Update 14


उधर जापान में राकेश और शालिनी घूमने गए हुए थे ।

पहले दिन राकेश ने अपना काम खत्म किया ।
दूसरे दिन राकेश एक लास्ट मीटिंग करना चाहता था अपने कैंडिडेट्स के साथ में तो उसने शालिनी से कहा - आप वेट करना मेरा मैं 3:00 बजे तक आ जाऊंगा और फिर घूमने चलेंगे।

ऐसा कहकर राकेश सुबह ही मीटिंग के लिए निकल गया।
अब होटल में अकेली शालनी थी ।
तभी उसकी एक सहेली का फोन आया जिसका नाम साक्षी था ।
साक्षी -हेलो ।
शालिनी- हेलो कैसी है तू , बड़े दिनों के बाद याद किया।

साक्षी - क्या याद किया यार अकेली थी तो तेरी याद आ रही थी । सोचा फोन ही कर लूं और बता क्या चल रहा है लाइफ में।

शालीनी- मैं जापान घूमने के लिए आई हुई हूं भाई के साथ।

साक्षी- चलो करो मजे फिर जापान में।

शालिनी - तुम अकेली क्यों हो तुम्हारा बॉयफ्रेंड नहीं है क्या साथ में ।

ऐसा इसलिए पूछा शालिनी ने क्योंकि साक्षी अपने बॉयफ्रेंड के साथ ही रहती थी।

साक्षी कहने लगी कि मेरे भैया आए हुए हैं तीन-चार दिन के लिए तो अभी उन्हीं के साथ हूं।

शालिनी शरारती अंदाज में बोली - फिर तो तुझे रात में नींद भी नहीं आती होगी क्योंकि बिना चुदे सोना तेरी आदत नहीं है ।

साक्षी बोली कि मैंने आज तक तुमसे कुछ नहीं छुपाया है शालिनी , बात दरअसल यह है कि मेरे भैया रात मुझे चोद चुके हैं । और उन्होंने मुझे बड़े ही ताबड़तोड़ तरीके से चोदा है ।

इतना सुनकर शालीनी के मुंह से निकला क्या तूने अपने भाई के साथ ??

तो साक्षी हंसकर कहने लगी -इसमें मेरी गलती नहीं थी मैं सोई हुई थी और भाई ने मुझे सोते हुए चोदना स्टार्ट कर दिया ।

शालिनी कहने लगी कि तुझे शर्म नहीं आई अपने भाई के साथ यह सब करते हुए ।

साक्षी - इसमें शर्म कैसी जब चूत को लंड चाहिए होता है तो वह चाहे फिर किसी का भी हो ,वह उस लंड का स्वागत कर लेती है ।

यह सुनकर शालिनी गर्म होने लगी और उसने अपनी चूत पर हाथ रख दिया।
म साक्षी से पूछने लगी कि क्या तुझे मजा आया अपने भाई के साथ

साक्षी बोली - पूछ मत यार मेरे भाई ने मुझे पूरी रात सोने नहीं दिया इतना जम के चोदा है ।

तभी अचानक साक्षी बोली कि भैया आ गए हैं मैं बाद में बात करती हूं ऐसा कह कर उसने फोन रख दिया।

उधर शालीनी भी गरम हो चुकी थी और उसने अपनी चूत पर हाथ फेरना शुरू कर दिया । उसके दिमाग में पता नहीं क्या आया वह पूरी नंगी होकर बेड पर लेट गई और अपनी चूत में उंगली करने लगी ।

उधर दूसरी तरफ जैसे ही राकेश होटल से बाहर निकला अचानक उसे कॉल आया की मीटिंग अटेंड करने की कोई जरूरत नहीं है सर काम हो चुका है । बाकी सब मैं संभाल लूंगा ।

राकेश तुरंत सोचने लगा कि चलो काम भी खत्म हुआ।
वापस होटल की तरफ मुड़ गया ।

जैसे ही अपने रूम पर पहुंचा अचानक उसने देखने का फैसला किया शालीनी क्या कर रही है उसने खिड़की के होल से झांक कर कर देखा तो उसे विश्वास ही नहीं हुआ।

उसकी बहन बेड पर नंगी पड़ी हुई थी हुई थी उसकी चूत दिख नहीं रही थी क्योंकि चूत पर घने बाल थे। उन काले काले बालों में ढकी हुई अपनी चूत में शालिनी उंगली किए जा रही थी।

IMG_20200319_233020.md.jpg

तभी राकेश के दिमाग में एक प्लान आया और उसने उस होल से अपने मोबाइल का कैमरा लगाकर फोटो क्लिक कर लिया ।

और फिर कॉल किया शालिनी को जैसे ही राकेश का कॉल दिखा शालिनी ने फोन उठाया ।

राकेश बोला की शालीनी काम हो गया है चलो कहीं घूमने चलते हैं मीटिंग कैंसिल हो गई है, मैं आ रहा हूं ।

ऐसा कहकर राकेश ने फोन रख दिया जैसे शालिनी ने यह सुना वह हड़बड़ाती हुई जल्दी से खड़ी हुई और अपने कपड़े पहनने लगी ।

उसने एक जींस और टॉप पहन लिया।
जैसा कि दोस्तों आप जानते ही हैं कि शालीनी जैसे भी कपड़े पहनती थी उसकी जांघों में फस जाते थे , वह जींस भी टाइट ही थी जो उसकी गांड को निकाल कर बाहर शेप में दिखा रही थी ।

राकेश ने दरवाजे पर नोक किया और शालिनी ने दरवाजा खोला ।

अंदर आकर राकेश बेड पर बैठ गया जिस बेड पर उसकी बहन नंगी होकर चूत में उंगली डाल रही थी ।

राकेश ने घूमने का प्लान बनाया और दोनों घूमने के लिए निकल गए ।

राकेश गाड़ी ड्राइव कर रहा था और शालिनी उसके बराबर में बैठी हुई थी ।

तभी अचानक राकेश ने कहा - शालिनी तुम्हारी शादी कर देनी चाहिए ।

राकेश के मुंह से ऐसी बात सुनकर शालिनी झेंपती हुई बोली नहीं भैया अभी मैं शादी नहीं करूंगी ।

राकेश ने कहा चलो जैसी तुम्हारी मर्जी मैं इसलिए कह रहा था क्योंकि तुम्हारी उम्र भी अब 30-31 साल हो गई है और इस उम्र में शादी कर लेनी चाहिए ।

अपने भाई के मुंह से ऐसी बातें सुनकर शालिनी शर्मा गई और सीधी देखने लगी रोड की तरफ ।

कुछ देर दोनों खामोश रहे फिर शालीनी ने कहा चलो भैया कुछ खा लेते हैं।

फिर दोनों एक रेस्टोरेंट में गए रेस्टोरेंट में जाकर दोनों ने अपने लिए खाना ऑर्डर किया ।
और फिर आपस में बातें करने लगे ।

राकेश - शालिनी मेरे जाने के बाद आज तुमने क्या किया।

राकेश के मुंह से ऐसा सवाल सुनते ही शालिनी के माथे पर पसीना आ गया । वह हकलाते हुए बोली - कुछ नहीं भैया आपके जाने के बाद मैं अपनी फ्रेंड से बात कर रही थी।

शालिनी नहीं ये तो बोल दिया लेकिन उसके दिमाग में सवालों का समंदर हिलोरे लेने लगा कि भैया ने ऐसा क्यों पूछा ।कहीं भैया को पता तो नहीं चल गया वह ऐसा सोच ही रही थी कि तभी राकेश ने दूसरा तीर मारा।

राकेश - तभी मैं तुमसे कह रहा था कि तुम्हें शादी कर लेनी चाहिए ।

अब तो शालिनी की हालत ऐसी हो चली थी कि काटो तो खून नहीं ।

शालिनी समझ चुकी थी कि दाल में कुछ काला जरूर है। लेकिन शालीनी ने खामोश रहना ही उचित समझा।

फिर उन्होंने मूवी देखने का प्लान बनाया और शाम को 8:00 बजे घूम कर वापस आ गए ।

होटल में आते ही राकेश नहाने चला गया लेकिन शालिनी की हालत आज पूरे दिन खराब रही। वह यही सोचती रही कि भैया को कैसे पता चला ।
तभी अचानक उसकी नजर राकेश के मोबाइल पर पड़ी उसने सोचा कि दिन में राकेश ने जो उसकी फोटो खींची है वह ले लेती हूँ । ऐसा सोचकर उसने मोबाइल का लॉक खोला और गैलरी ओपन की जो उसकी पिक्स थी फोटोस थी वह उन्हें सेलेक्ट करने लगी ।

जैसे ही सेलेक्ट करते करते करते नीचे आई तो उसके होश ही उड़ गए क्योंकि नीचे वाली फोटो में वह नंगी बेड पर लेटी हुई थी और अपनी झांटो से भरी हुई चूत में उंगली कर रही थी ।



IMG_20200319_233114.md.jpg

राकेश के मोबाइल में यह फोटोस देख कर उसे समझते देर नहीं लगी कि राकेश ने सब कुछ देख लिया है ।
उसने अपनी फोटोस भी नहीं ली और चुपचाप मोबाइल वहीं पर रख दिया ।

अब शालिनी सोचने लगी यदि भैया गुस्सा होते हैं तो उससे इस तरह हंसकर बात नहीं करते ,जिस तरह दिनभर उन्होंने की है ।

इससे यह तो साफ होता है कि भैया मुझ पर गुस्सा नहीं है। तो फिर मेरी फोटो खींचने का क्या मतलब है सोचने लगी कि देखते हैं क्या होता है तभी राकेश निकल कर आ गया।

उसे बैठी देखकर राकेश कहने लगा - शालिनी तुम भी नहा लो फिर डिनर करेंगे ।

शालिनी एक साथ जैसे नींद से जागी हो ।
शालिनी इतना ही बोल पाई - ज-जी भइया ।

शालिनी नहाने के लिए चली गई करीब आधे घंटे बाद जैसे ही शालिनी निकली राकेश को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ कि वह जो देख रहा है सच है या कोई सपना।

क्योंकि शालिनी पूरी तैयार हो कर निकली थी ।

शालिनी ने एक हाफ निकर और ऊपर एक वाइट कलर का टॉप पहना हुआ था ।
टॉप इतना कसा हुआ था कि उसके दोनों बूब्स उसे फाड़ने को उतारू थे । नीचे निकर भी कसा हुआ था जो कि उसकी चूत का शेप साफ-साफ देखा जा सकता था ।
इतने कसे हुए और छोटे कपड़े पहन कर लग रहा था कि शालीनी ने राकेश से चुदने का प्लान बना लिया है ।
उसके होठों पर डार्क लिपस्टिक लगी हुई थी जो कह रही थी कि चूस चूस कर मेरे लिपस्टिक हटा दो ।

राकेश ने अपनी नजर हटाते हुए शालिनी से कहा - बड़ी हॉट लग रही हो ।

शालिनी - यह सुनकर शरमाते हुए बोली भैया आप भी कुछ भी बोलते हो। और ऐसा कह कर वह डाइनिंग टेबल पर दोनों आमने सामने बैठ गए।

दोनों ने खाना खाया और फिर थोड़ा पार्क में टहलने के लिए निकल गए ।

पार्क में और भी कई शादीशुदा जोड़ा थे जो टहल रहे थे। कुछ लफंगे लड़के भी थे ।
राकेश का सिगरेट पीने का मन था और वह शालिनी के सामने सिगरेट नहीं पीता था । तो उसने शालीनी से कहा

राकेश - शालीनी तुम थोड़ा सा घूमो मैं तब तक इधर बैठ कर एक सिगरेट पीता हूं ।

ऐसा कहकर राकेश बैठ गया और शालिनी आगे की तरफ चल दी। तकरीबन 50 मीटर आगे ही जैसे वह गयी वहां कुछ लफंगे लड़के खड़े थे जो सिगरेट पी रहे थे।

उनमें से एक लड़का शालीनी को देखकर बोला - what a bitch .

(वो english में बोल रहे थे पर मैं हिंदी में लिखूंगा ताकि पाठकों को पूरी फीलिंग आ सके)

दूसरा बोला - निकर तो देख साली का अगर थोड़ा सा और टाइट होता तो फट जाता ।

तीसरा बोला - अबे ये कोई चुदक्कड़ रंडी होगी । ये हम चारो का लंड एक साथ खा जाएगी ।



IMG_20200301_050838.md.jpg


ये सब सुनकर शालीनी शरम से पानी पानी हो गयी । लेकिन तभी उसकी नजर उन लड़कों की तरफ गयी जिनमे से एक के मुह से जोरदार चीख निकली थी।

दरअसल राकेश ने उसके मुँह पर एक जोरदार रहपटा जड़ दिया था। तभी दूसरा राकेश को पीछे से पकड़ने लगा लेकिन राकेश ने अपना सर उसके मुँह पर मारकर उसकी नाक ही तोड़ दी।
वो चारो एक साथ राकेश से लड़ने आये राकेश ने चीता जैसी फुर्ती दिखाते हुए उछलकर एक लड़के के कंधे पर पैर रखा और बाकी दो लड़कों के मुह पर जोरदार लात मारी जिससे वो गिर गए और जिसके कंधे पर राकेश खड़ा था उसके मुह पर भी अपने जूते की जोरदार हील मारी ।

चारो लड़के लहूलुहान हो चुके थे तभी पुलिस आगयी ।
पुलिस ने तुरंत राकेश और उन चारों लड़को को पकड़ लिया।
राकेश ने पुलिस को सकरी घटना बताई और अपना ID card दिखाया ।

आइडेंटिटी कार्ड देखते ही पुलिस वालों ने राकेश से मांफी मांगी और कहा हम आशा करते है कि आगे से किसी भी भारतीय के साथ ऐसा नही होगा ।

पुलिस उन लड़कों को पकड़कर थप्पड़ बजाती हुई ले गयी ।

अब राकेश और शालीनी वापस hotel में आगये ।
कुछ देर तक खामोशियों का सन्नाटा रहा फिर शालीनी ने चुप्पी तोड़ी ।

शालीनी - भईया अपने तो आज किसी साउथ मूवी के एक्टर की तरह उनका बैंड बजा दिया ।

राकेश - मेरी बहन को कोई इस तरह बोलेगा तो क्या मैं चुपचाप देखता रहू ।

शालीनी - आखिर भाई भी तो मेरा है मेरा है ।

राकेश- कोई तुम्हारे body parts के बारे में ऐसे बोलेगा तो मैं खामोश क्यों रहूंगा ।

शालीनी ये सुनकर शर्मा गयी वक जानती थी राकेश किस body parts की बात कर रहा है ।

राकेश ने अपना पासा फेंकते हुए कहा - उन सालों की खिड की बहन ऐसी नही होगी तब ही साले बोलते है ।

शालीनी - उनकी बहन ऐसी नही होगी मतलब भइया।

राकेश - अरे मतलब तुम्हारे जैसी नही होगी जैसी तुम हो गदरायी हुई ।

शालीनी इस सीधे वार से सुर्ख लाल हो गयी उसके पास बोलने के लिये कुछ नही था।

राकेश - क्या हुआ शालीनी तुम चुप क्यों हो गयी ।

शालीनी - कुछ नही भइया । जाने दो उनको , मैं सोने जा रही हूं ऐसा कहकर शालीनी बैडरूम में चली गयी।

उसके दिमाग मे कई सवाल घूम रहे थे जैसे कि राकेश के मोबाइल में उसकी नंगी फ़ोटो और फिर राकेश का इस तरह से बात करना।
अचानक शालीनी के मुह से निकला - नही ऐसा नही हो सकता ।
मेरा भाई मुझे ही चोदने के बारे में कैसे सोच सकता है ।

उसके दिमाग मे एक आईडिया आया ये पता करने का।

उसने तुरंत वो कसे हुए निक्कर और टोप उतारे। ब्रा और पैंटी भी उतार दी। फिर उसने एक ट्रांसपेरेंट नाइटी पहनी जो बिल्कुल पारदर्शी थी । उसके चुचों के निप्पल उसमे साफ नजर आरहे थे। गांड पर से हल्का सा टाइट हो गयी थी जिससे कि दोनों चूतड़ बिल्कुल साफ साफ दिख रहे थे।
वो एक शार्ट नाइटी थी जिसमे ऊपर से मोटी मोटी आधी चुचियाँ दिख रही थी और नीचे जांघो पर ही खत्म हो जाती थी ।
उसे पहनकर शालीनी बैड पर कंबल ओढ़कर लेट गयी ।
आधे घंटे बाद राकेश आया सोने के लिए तो उसने शालीनी को आवाज लगाई ।




IMG_20200301_051247.md.jpg

लेकिन शालीनी तो नींद का बहाना करकर लेटी थी । शालीनी कि तरफ से कोई आवाज नही आई ।

राकेश - लगता है बहनजी बिना gud night बोले ही सो गई ।
ऐसा कहकर राकेश बैड पर लेट गया अपनी शर्ट उतारकर ।
दोनों एक ही कंबल में लेटे थे।
शालीनी सोच रही थी कि राकेश अब कुछ करेगा और वो इंतजार कर रही थी।

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इससे आगे की कहानी next update में।
कहानी जारी रहेगी दोस्तो। और साथ मे सुझाव भी साझा कर सकते है।

मुझे सपोर्ट करने के लिए आपको दिल से धन्यवाद ।

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Awesome update
 

Kabir

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Rachit Chaudhary

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Desi Man

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बहुत बढ़िया अपडेट हैं दोस्त
 

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