• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest संस्कारी परिवार की बेशर्म कामुक रंडियां। अंदर छुपी हवस जब सामने आयी ।

किस तरह की कहानी चाहते हैं आप , Tell me your taste .


  • Total voters
    753

Rachit Chaudhary

B a Game Changer ,world is already full of players
1,038
2,347
159
Excellent update Bhai.

Lagta hai ye upasana ka hi plan th.jisse karan Shalini ne apne bhai ko marna chaha.

Waiting for next update
Nahi aisa nhi h.... Kahani padhte rahiye pta chal jayega
 

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
40,645
103,260
304
Update 25.

********
दोस्तों आज बहुत ज्यादा समय लगा पोस्ट करने में और उसकी वजह है स्टोरी में pics add करना । पूरा एक घंटा लगता है फ़ोटो लगाने में ही । तो मेरी कहानी का आनंद लेते हुए support भी करना। चलो शुरू करते है आज की update ।
********

रक्षाबंधन का दिन है आज ।
शालिनी घूमने आयी हुई थी । जैसे ही शालिनी सुबह hotel रूम में सोकर उठी तो उसने सोचा कोई न्यूज़ ही देख ली जाए क्या चल रहा है दुनिया मे ।

शालिनी ने रिमोट उठाया और TV चला दिया ।
TV की स्क्रीन चलते ही उसपर दिखाया जा रहा था कि दुनिया मे किस तरह लोग रक्षाबंधन का उत्सव मना रहे है ।

शालिनी की आंखे नम हो गयी क्योंकि वो मन ही मन सोचने लगी - मेरा भी एक भाई था जिसे मैंने खुद ही मौत के घाट उतार दिया ।
मैंने ये नही किया होता तो मैं भी आज किसी की कलाई पर राखी बाँधती ।
तभी शालिनी अपने पिछले साल वाले राखी वाले दिन की यादों में खोती चली गयी । जब उसने राकेश को राखी बांधी थी ।
शालिनी अपने यादों में डूबती चली गयी ।

आगे कहानी यादों में चलेगी _____________________________
आज रक्षाबंधन है और शालिनी बड़ी चहकती हुई सी नजर आरही है ।
उसने तुरंत बैड से उठकर राकेश के कमरे की तरफ दौड़ लगाई लेकिन वो अचानक पता नही क्या सोचकर रुक गयी ।

शालिनी ने सोचा कि आज रक्षाबंधन के दिन मैं बिना नहाए बिना नहाए भैया के सामने नहीं जाऊंगी ।
ऐसा सोच कर कर शालिनी वापस कमरे की तरफ मुड़ी और कमरे में आकर सोचने लगी - भईया के सामने थाली सजाकर ही जाऊंगी ।

उधर राकेश भी आज उत्साहित था । वह सोच रहा था अपनी प्यार सी बहन को क्या गिफ्ट देना चाहिए ।
उसने सोचा कि अपनी बहन को एक सोने की रिंग, कपड़े और उसे एक नई कार गिफ्ट करेगा ।
ऐसा सोचकर राकेश ने हाथ मुँह धोये और पार्किंग की तरफ चल दिया ।
पार्किंग से गाड़ी निकालकर सीधा मार्किट पहुंचा । राकेश ने एक सोने की रिंग पैक कराई । फिर एक मॉल में घुसा । वह शालिनि के लिए कपड़े देखने लगा ।

अब राकेश के सामने सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि उसे साइज नही पता था शालिनि का ।
उसने एक जीन्स टॉप सेलेक्ट किये क्योंकि शालिनि ज्यादातर जीन्स टॉप ही पहनती थी ।
राकेश ने 30 साइज का टॉप और 32 साइज की जीन्स पैक करा ली क्योंकि राकेश ने सोचा कि शालिनि का साइज ज्यादा से ज्यादा 30* होगा । लेकिन उस बेचारे को क्या पता था कि शालिनि का साइज इतना है ।

कपड़े लेकर राकेश घर आया । आकर नहाया धोया । और इंतजार करने लगा शालिनि का।

तभी उपासना अंदर आते हुए राकेश से बोली - जी आपकी बहन नीचे आपका इंतजार कर रही राखी बांधने के लिए ।

राकेश - हां बस चलता हूँ।

शालिनि ने आज एक लाल रंग का कुर्ता पहना हुआ था जिसकी लालिमा उड़के चेहरे पर भी फैली हुई थी । कुर्ता उसको घुटनों से थोड़ा ऊपर तक था और उस कुर्ते में साइड कट ज्यादा लंबे थे जो साइड में पेट पर से ही कटे हुए थे ।
उसके नीचे शालिनि ने सफेद रंग की लैगिंग पहनी हुई थी जो बेहद ही तंग थी ।


IMG-20200806-184743

उसने एक सफेद रंग का पतला सा दुपट्टा भी लिया हुआ था ।
दुपट्टा तो नाम के लिए ही था क्योंकि ये दुपट्टा उसने बस एके कंधे पर लटकाया हुआ था ।

बेहद ही प्यारी लग रही थी शालिनि red and white वाले कपड़ो में ।
बाल आज उसने बिल्कुल खुले छोड़े हुए थे जो उसकी कमर तक ही थे ।


IMG-20200806-183024

राकेश नीचे आया तो शालिनि उसकी तरफ देखकर मुस्कुराते हुए बोली - आइये भईया।

राकेश ने आकर शालिनि को गले से लगाया । लेकिन राकेश को अपनी छाती में कुछ चुभता सा महसूस हुआ ।
राकेश को महसूस हुआ कि उसकी बहन अब छोटी नही रही वह बड़ी हो गयी है ।

राकेश की कलाई पर शालिनि ने रखी बांधी , उसके माथे पर हल्दी चंदन का टीका किया ।
फिर दोनों बहन भइया ने एक दूसरे का मुंह मीठा कराया ।
जब राकेश ने शालिनि को घेवर खिलाने के लिए उसके मुह की तरफ अपना हाथ बढ़ाया तो कुछ पलों के लिए राकेश ठिठक सा गया ।
उसकी वजह ये थी क्योंकि उपासना के होंठ इतने प्यारे लग रहे थे जैसे शर्बत के दो प्याले हों । वाकई में शालिनि ने होंठों पर ऐसी लिपस्टिक लगाई थी जिससे होंठ गीले गीले दिखें ।


IMG-20200806-181436

राकेश ने लड्डू खिलाया शालिनि मुंह खोलकर पूरा लड्डू एक साथ मुह के अंदर ले गयी । यह नजारा देखकर राकेश के संस्कारों की धज्जियां उड़ गयीं ।

IMG-20200806-181518

हां दोस्तों शालिनि का वो प्यारा सा चुदासा सा चेहरा देखकर राकेश के मन में गंदे विचार आने लगे ।
राकेश ने सोचा काश इन खूबसूरत होठों पर मेरा लंड होता तो जीते जी मैं स्वर्ग में होता ।
मेरा वीर्य इन होठो की मादकता और सुंदरता में चार चांद लगा देता ।

IMG-20200806-181608

फिर उपासना को एक साथ खाँसी उठी लड्डू खाकर तो राकेश ने उसे पानी पिलाया ।
अब तो राकेश के मन मे भूकंप आगया था । अपने दिमाग मे चल रहे इस भूचाल की वजह से राकेश की आंखों में वासना अपना नाच करने लगी । उसकी आंखें लाल होने लगी ।
उपासना के होठों से पानी की बूंदे ऐसी सजी हुई थी जैसे कह रही हो कि इन जूसी होंठो पर से हमे भी चूस लो ।


IMG-20200806-181449

फिर दोनों भाई बहन गपशप करने लगे ।

शालिनि - अच्छा भइया मैने आपको राखी बांधी अपने अपनी बहन को एक भी रुपया अब तक नही दिया ।

राकेश- तुम्हे पैसे चाहिए तो ये लो ।
ऐसा कहकर राकेश ने ने शालिनी की तरफ अपना पर्स पड़ा है शालिनी ने राकेश कब पर पर अपने हाथ में लेकर उसमें से 20000 रुपए निकाल लिए


राकेश बोला- मेरी प्यारी बहन मैं तुम्हारे लिए और भी कुछ गिफ्ट लाया हूं।

शालिनी एक साथ खुश होते हुए बोली - हां जल्दी दीजिए मुझे मैं भी तो देखूं अपनी प्यारी बहन के लिए क्या गिफ्ट लेकर आए हैं भइया।

राकेश- वो तो मेरे कमरे में रखे हुए हैं , मेरे कमरे से मैं लेकर आता हूं ।

राकेश अपने कमरे में आया । शालिनी के लिए राकेश ने अपने कमरे में आकर कपड़े और रिंग उठाएं लेकिन वह नई कार के पेपर कहीं पर रखकर भूल गया था जिस वजह से उसे ढूंढने में समय लगा।

कार के पेपर ढूंढने में राकेश को 20 मिनट लग गए लगभग 20 मिनट बाद राकेश रिंग , कपड़े और गाड़ी के पेपर लेकर शालिनि के पास आया ।

राकेश ने देखा शालिनी किसी से फोन पर बात कर रही है , लेकिन उसे आता देखकर शालिनी ने फोन रख दिया और उछलकर राकेश की तरफ भागी ।

शालिनि- दीजिये भैया दीजिए । मैं भी तो देखूं क्या गिफ्ट लिया है आपने मेरे लिए।

शालिनी ने देखा एक गिफ्ट में उसे रिंग मिली है ।
दूसरा पैकिंग उसने खोली जिसमें नई लंबोर्गिनी गाड़ी के पेपर थे ।

IMG-20200806-190211

शालिनी बड़ी ही खुशी और जोश से बोली - भैया हो तो आपके जैसा लेकिन तभी उसने तीसरी पैकिंग खोली जिसमें नए जींस टॉप देखकर शालिनी थोड़ी सी झिझक गई क्योंकि उसे पता था कि भैया को तो मेरा साइज ही नहीं पता है।
कपड़े या तो छोटे होंगे या बड़े होंगे । फिटिंग करानी होगी ।

शालिनी शर्मा कर तीनों गिफ्ट अपनी गोद में उठाए हुए अपने कमरे की तरफ चलने लगी ।
तभी राकेश बोला- यह तो सरासर बेईमानी है, मेरी प्यारी बहन ।

शालिनी- अब क्या बेईमानी कर दी भैया ।

राकेश बोला- तुमने गिफ्ट तो ले लिए लेकिन इन्हें यूज़ करके भी तो दिखाओ।
मुझे गाड़ी भी चला कर दिखाना । मुझे रिंग भी पहन कर दिखाना , मुझे कपड़े भी पहन कर दिखाना । जिससे मुझे भी खुशी हो सके ।

शालिनी बोली - इसमें तो कोई बड़ी बात नहीं है भैया । यह मैं अभी पहन कर आती हूं।


शालिनी अपने कमरे में चली गई तभी राकेश की नजर मेज पर पड़ी जहां शालिनी का मोबाइल रखा हुआ था ।
मोबाइल की स्क्रीन अभी तक ऑफ नहीं हुई थी , बंद नहीं हुई थी जिससे कि मोबाइल का लॉक भी नहीं लगा था ।

शालिनी लॉक करना भूल गई थी राकेश के दिमाग में पता नहीं क्या आया उसने एक साथ झट से वह मोबाइल उठा लिया , क्योंकि कुछ ही पलों में मोबाइल ऑटोमेटिक लॉक हो जाता । लेकिन राकेश ने ऐसा नहीं होने दिया ।

राकेश ने कॉल डिटेल्स में देखा शालिनी को किसी नए नंबर से फोन आया था । जब राकेश अपने कमरे में था । फिर राकेश ने शालिनी के मोबाइल में फाइल मैनेजर खोला, जिसमें उसे कॉल रिकॉर्डिंग का फोल्डर दिखा। उसने ओपन किया तो देखा कि इसमें सबसे ऊपर जो फाइल थी वह अभी 20 मिनट पहले की थी । जिसका मतलब साफ था कि जिससे शालिनी ने बात की है यह उसी की कॉल रिकॉर्डिंग है ।
राकेश ने वह रिकॉर्डिंग प्ले कर दिया।

हेलो
शालिनी- हेलो

सहेली - आज तो रक्षाबंधन है ।अपने प्यारे भाई को राखी बांध दी तूने।


शालिनी- हां मैंने तो बांध दी। भैया मेरे लिए गिफ्ट लेने गए हैं ।


सहेली- तूने अभी जो अपना एक फोटो पोस्ट किया है वह आज ही का है क्या ।


शालिनि- हां मैंने अभी-अभी एक फोटो क्लिक करके पोस्ट किया था । तुमने देख लिया क्या ।


सहेली - भाई को राखी बांधने जा रही हो या अपने आशिक से मिलने जा रही हो , जो ऐसे कपड़े पहने हैं ।


शालिनी हैरानी से - तू सुधरेगी नहीं । इसमें कपड़ों वाली क्या बात है। सही तो पहने हैं ।


सहेली- क्या सही पहने हैं ।अपना कुर्ता तो देख तेरी चूतड़ों के नीचे ही खत्म हो जाता है । और उस पर तूने वह लेगिंग पहनी हुई है जो तेरी मोटी मोटी जांघों को छुपाने की जगह और ज्यादा दिखा रही है और तू बोल रही है कि सही कपड़े तो पहने हैं । मुझे तो नहीं लगता कि तूने सही पहने हैं ।


IMG-20200806-184908

शालिनी - अच्छा कमीनी चल मुझसे गलती हो गई अब तो तू खुश है ।


सहेली - मैं तो खुश ही हूं , लेकिन मैं यह सोच रही हूं कि अगर यही गलती तेरे भाई से हो गई ।


शालिनी- क्या मतलब है तेरा ।


सहेली - मेरा मतलब है कि जब तू ऐसे कपड़े पहन कर भाई के सामने जाएगी तो तुझे लगता है क्या कि तेरे जैसी 30 साल की घोड़ी में उसे अपनी बहन नजर आएगी ।


शालिनि- शर्माते हुए- अब तू ज्यादा दिमाग ना खराब कर । कम से कम आज रक्षाबंधन के दिन तो ऐसी बातें ना कर। मैं जैसी भी हूं अपने भाई को बहन ही नजर आऊंगी। घोड़ी तो तू नजर आती होगी तेरे भाई को । तू लगती भी घोड़ी जैसी ही है ।


सहेली- लेकिन इतना नहीं लगती जितना तू लगती है। तुझे बड़ा विश्वास है अपने भाई पर यह विश्वास तेरा बिल्कुल गलत है। तेरा ही नहीं पूरी दुनिया में जितनी भी बहने हैं सबको यह गलतफहमी है कि उनका भाई उन्हें बहन की नजर से देखता है । असलियत तो यह है कि जो भी भाई अपनी बहन की मटकती हुई गांड को देखेगा तो जाहिर सी बात है की है तो आखिर वह भी इंसान ही । बहन की गांड में ही ऐसा क्या अलग होगा आखिर बहन की गांड भी तो ऐसी ही होगी ना जैसी सब लड़कियों की होती है। और आजकल लड़कियों की मटकती हुई गांड देखकर मर्दों के लंड खड़े हो जाते हैं तो तेरे भाई का क्यों नहीं होगा । उसका भी खड़ा हो जाएगा ।


IMG-20200806-184846

शालिनी- तेरे उपदेश सुन सुन कर तो मेरा दिमाग खराब हो जाता है । मुझे बस इतना पता है कि मैं अपने भाई की प्यारी बहन हूं ।


सहेली - !मैं भी तो यही कह रही हूं कि सब लड़कियां यही समझती है कि मैं तो अपने भाई की प्यारी बहन हूं लेकिन असलियत में ऐसा नहीं होता। जब तेरे जैसी प्यारी बहन इतनी सज संवर कर अपने जिस्म को इस तरह तंग पजामी में फसाकर भाई के सामने चहल कदमी करेगी तो पता है आजकल के भाई क्या सोचते हैं ? आजकल के भाई सोचते हैं की गांड तो मेरी बहन की भी जबरदस्त है इसका भी कोई बॉयफ्रेंड होगा जो मेरी बहन की चूत लेता होगा । कौन और कैसा होगा वह आदमी जो मेरी बहन के ऊपर चढ़ता होगा और मेरी बहन भी कम नहीं लग रही नीचे से गांड उठा उठा कर लंड लेती होगी।


शालिनी - अच्छा तो तुझे बड़ा ज्ञान है तो अपना ज्ञान अपने पास रख। मुझे बता कि तेरी जिंदगी कैसी चल रही है अपने बॉयफ्रेंड के साथ ।


सहेली- मेरा तो ब्रेकअप हो गया यार वह लड़का सही नहीं था। मतलब गुंडा टाइप का था। अब मेरी तो किस्मत तेरी तरह नहीं है ना यार ।


शालिनी - क्यों इसमें किस्मत की क्या बात हुई । मुझे तो कोई बुराई नजर नहीं आती तुम्हारी किस्मत में ।


सहेली - तुझे नजर आएगी क्यों जब तेरा दिल करता है अपने बॉयफ्रेंड को चढ़ा लेती है अपने ऊपर । मेरे से पूछ कैसे गुजरता है एक-एक दिन बिना लंड जाए पर तेरे तो मजे हैं शालिनी इतनी बार चुद चुद कर तुझ में निखार भी आ गया है ।


IMG-20200806-183356

शालिनी - ऐसा नहीं है यार मैं भी रोज नहीं ले पाती लंड। 2 दिन हो गए मुझे भी बिना चुदे और आज रक्षा बंधन है तो कल ही जाऊंगी ऑफिस ।


सहेली- तुझे तो 2 दिन बहुत लंबे लग रहे हैं मेरी लाडो रानी लगता है तुझे लंड का ज्यादा ही चस्का लग गया है । और गलती तेरी भी नहीं है तेरे बॉयफ्रेंड ने अच्छी खासी मेहनत की है तेरे ऊपर चढ़ कर तभी तो तू आज इतना गदरा गई है कि जब तू गुजरती है तो तेरी गांड के दीवाने हो जाते हैं लोग । अच्छा एक बात बताओ तेरी गांड मटकती ही ज्यादा है या तू जानबूझकर मटका कर चलती है ।


शालिनी - तू पूरी एक नंबर की बदमाश है पर क्या करूं तू मेरी सबसे प्यारी सहेली है । तुझसे मैंने अपनी जिंदगी की हर बात शेयर की है तो यह भी करूंगी । मैं अपनी गांड बिल्कुल भी मटका कर नहीं चलती लेकिन मैं क्या करूं मेरी गांड थोड़ा पीछे की तरफ ज्यादा निकल गई है जिस वजह से लोगों को लगता है कि मैं गांड मटका कर चल रही हूं । उन्हें क्या पता की चूत चोद चोद कर भारी हो गई है यह गांड । एक पैर भी आगे रखो तो पूरी गांड एक तरफ झुक जाती है ।


Screenshot-2020-04-21-14-27-30-004-com-miui-gallery

सहेली - गांड तो झुकेगी ही लाडो रानी जब खीरे जैसा लंड रोज अपनी चूत में लोगी ।


शालिनी - बस करना यार क्यों गर्म करने में लगी हुई है ।


सहेली - अब तो गरम होगी ही क्योंकि तेरी जवानी लंडों से पीटने लायकहो गयी है ।


शालिनि - अब इतनी गिर गई हूं क्या मैं कि मेरी पिटाई लंड से करवाएगी।


सहेली- इस में गिरने वाली बात नहीं है मेरी लाडो रानी क्योंकि तेरे जैसी गदरायी हुई लौंडिया अगर लंडों से ना पिटे तो वह अपनी जुबानी काबू में नहीं कर सकती । तेरी जवानी को काबू में करने के लिए एक साथ 3, 4 लंडों को मेहनत करनी पड़ेगी तब जाकर तेरी जैसी लौंडिया ठंडी होती है ।


Screenshot-2020-04-21-14-30-53-224-com-miui-gallery

शालिनि- अब मुझे तू ज्यादा गर्म ना कर वरना मैं अभी अपने बॉयफ्रेंड को बुलाकर अपने ऊपर चढ़ा लूंगी ।


सहेली - चढ़ा लेना तो रोका किसने है । वैसे भी तेरे जैसी लौंडिया के ऊपर चढ़ते हुए लोग ही अच्छे लगते हैं । वैसे मैंने सुना है तेरा भाई जो है राकेश यह भी रंडियां चोदने जाता है ।


शालिनी हैरान होते हुए- अब तू बिल्कुल हद पार कर रही है कमीनी । मेरे भाई को तो बदनाम मत कर।


सहेली - अरे नहीं मेरी एक फ्रेंड है जो तेरे भाई की कंपनी में काम करती है। वह बता रही थी कि उसे डेट पर ले गया था तेरा भाई और पूरी रात चोद कर सुबह वापस लाया था ।


शालिनी हैरान होते हुए - मेरा भाई ऐसा नहीं हो सकता मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा कि भैया ऐसे भी हो सकते हैं । और क्या बताया तेरी फ्रेंड ने।


सहेली- वह तो यही कह रही थी कि उसे लेकर गया था रात भर इतनी बुरी तरह रगड़ा कि बेचारी सुबह को चल भी नहीं पा रही थी। कह रही थी राकेश का लोड़ा ज्यादा बड़ा तो नहीं है लेकिन चूत की कुटाई बड़े अच्छे तरीके से करता है । तो इस हिसाब से तो शालिनी तुम दोनों भाई बहन ही बड़े चुदक्कड़ हो। तेरी चूत को लंड की प्यास रहती है और तेरे भाई के लंड को चूत की प्यास रहती है ।


शालिनी- तुझसे तो कोई जीत ही नहीं सकता। अब मैं क्या बोलूं मैं तुम्हें, हां हैं दोनों भाई बहन चुदक्कड़।


सहेली- तुझे और तेरे भाई के बीच में यदि कंपटीशन कराया जाए तो कौन पहले हारेगा कहना मुश्किल है ।


शालिनी - अब यह भी तू ही बता दे क्योंकि मेरी बात तो तू कभी मानती नहीं है ।


सहेली - मुझे तो लगता है तू ही जीतेगी क्योंकि तेरी जवानी जब तक पूरे दिन ना चुदे तब तक तुझे चैन नहीं मिलता। उसके लोड़े को तो तू निचोड़ लेगी शेरनी । वैसे तेरा मन भी तो कर रहा होगा कि अपने भाई को निचोड़ ले , अपने ऊपर चढ़ा ले ।


शालिनी - मेरा मन तो नहीं कर रहा लेकिन यदि तुझे मेरे ऊपर चढ़वाना ही है तो बेशक चढ़ा दे । तुझे शर्मिंदा नहीं करूंगी तेरी बात रखूंगी । मैं अपनी गांड और चूत को भींच भींचकर कर अपने भाई के लंड को निचोड़ लुंगी ।


Screenshot-2020-04-21-14-38-41-972-com-miui-gallery

सहेली - तेरा मन करता है क्या अपने भाई के लंड को देखने का ।



शालिनी - अब तो देखने का ही नहीं मुंह में लेने का भी मन कर रहा है । पता नहीं कैसा होगा मेरे भाई का लोड़ा । अपनी बहन की प्यास बुझा भी पाएगा या नहीं । मैं भी तो नहीं कह सकती कि भाई तेरी बहन प्यासी है आकर प्यास बुझा दे मेरी। तेरी बहन अपनी आंखों में तेरा लंड लिए घूम रही है दे दे उसे यह लंड । और चोद दे अपने ही घर में अपनी इस बहन को ।



सहेली - तो चुदवाने का मन है अपने भाई से मेरी लाडो रानी का ।



शालिनी - अगर भाई कहे तो मैं तो खुला न्योता दे दूंगी कि आजा अपनी बहन की फटी हुई चूत में अपने लंड का झंडा गाड़ दे क्योंकि मेरी सील तोड़ना तो तेरे नसीब में नहीं था भाई लेकिन इस चुदी चुदाई चूत को चोद कर ही अपना मन बहला ले। पूरी जान से चोद अपनी बहन को ----------------------- अच्छा चल ठीक है मैं बाद में बात करती हूं भैया आ रहे है।

सहेली - bye ।


रिकॉर्डिंग खत्म हो चुकी थी और राकेश की आंखें वासना में जलने लगी।
लेकिन उसे आत्मग्लानि और अपने ऊपर जलालत महसूस होने लगी कि मैं कैसा भाई हूं अपनी ही बहन की चूत और गांड के सपने देख रहा हूं ।
मेरे जैसे भाई को मर जाना चाहिए । मैं भाई होने के नाम पर कलंक हुं।
अगर हर घर में ऐसा भाई हो तो बहनों की इज्जत एक रंडी से ज्यादा नहीं रह जाएगी । मुझे ऐसा नहीं होना चाहिए। मुझे पूरी दुनिया में कम से कम अपनी बहन को तो बहन समझ लेना चाहिए ।
मैं इतना भी बुरा कैसे हो सकता हूं कि पूरी दुनिया भर में सिर्फ अपनी बहन को एक अच्छी नजर से ना देख सकूं । मैं इतना भी बुरा कैसे हो सकता हूं।
कम से कम इंसानियत नाम की कोई तो चीज होगी मेरे अंदर और यह सब विचार राकेश के दिमाग में कौंधने लगे । राकेश को बेहद गुस्से का अनुभव हो रहा था क्योंकि वह नहीं चाहता था कि जिस धर्मवीर सिंह ने उन दोनों भाई बहन को इतने प्यार से पाला है, अच्छी शिक्षा दी है, अच्छे संस्कार दिए हैं और इतनी मेहनत करने के बाद अपने बच्चों को एक सज्जन इंसान बनाया है ।
लेकिन मेरी बहन तो इस कलयुग की एक हिस्सा बन चुकी है वह तो अपने भाई के लिए इतने गंदे विचारों को अपनी सहेली से साझा कर रही है ।
इसका मतलब मुझसे हजारों गुना ज्यादा मेरी बहन गलत है और मेरी बहन को मुझे सही रास्ते पर लाना चाहिए। लेकिन मेरी बहन ने इतनी बड़ी गलती की है तो उसे उसकी सजा भी मिलनी चाहिए ।


राकेश अपने हाथ में शालिनी का मोबाइल लेकर बैठे हुए यह सब सोच ही रहा था कि तभी उसे मोबाइल में शालिनी का चेहरा दिखाई दिया ।


राकेश के आश्चर्य की सीमा न रही उसे समझते देर न लगी कि शालिनि बिल्कुल उसके पीछे खड़ी है और शालिनी ने उसे रिकॉर्डिंग सुनते हुए देख लिया है ।


हां दोस्तों बिल्कुल ऐसा ही हुआ था जब राकेश रिकॉर्डिंग सुन रहा था तो तब तक शालिनि कपड़े पहन कर आ चुकी थी ।
शालिनी ने कपड़े पहन तो लिए थे लेकिन उसे काफी मशक्कत करनी पड़ी थी उन्हें पहनने के लिए । क्योंकि उसके भाई ने उपहार जो दिया था शालिनी को । शालिनि समझ गई कि भाई को मेरा साइज पता नहीं है इसलिए छोटे कपड़े ले आया लेकिन भाई को कैसे बताऊं इन कपड़ों में मेरी गांड और मेरे चूचे नहीं आएंगे । लेकिन अब क्या करूं पहनने तो पड़ेंगे ही और शालिनी उन्हीं कपड़ो को पहनकर आ चुकी थी ।


IMG-20200806-184803
टॉप में से उसकी चूची इतने फंसे हुए दिख रहे थे कि उसके चुचों की निप्पल टॉप में से साफ पता की जा सकती थी। और जींस तो उसकी गांड पर और उसकी जांघों पर ऐसी चिपक चिपक गई थी जैसे अभी कुछ समय पहले लैगिंग चिपकी हुई थी। और इस बेहद टाइट जींस को शालिनी के नितंब फाड़ने को बेताब थे।

IMG-20200806-184934

शालिनी ने आकर जब अपने भाई को कुछ सुनते हुए देखा उसके मोबाइल में तो वह चुपचाप पीछे से उसके पास आ गई। और जब उसने सुना कि उसकी सहेली से जो अभी उसकी बात हुई थी वह रिकॉर्डिंग चल रही है और भाई सुन रहा है तो उसके पैरों के नीचे से मानों जमीन ही निकल गई ।

शालिनी को समझ नहीं आया कि वह क्या करें क्या ना करें ।
शालिनी को इतनी शर्म लग रही थी कि उसे लग रहा था की जमीन फट जाए जाए और मैं उस में समा जाऊं लेकिन तभी उसका चेहरा राकेश को मोबाइल की स्क्रीन पर दिखता है, जिस वजह से राकेश ने झटके से अपना सर पीछे पलट कर देखा ।


जब उसने देखा कि उसकी बहन कपड़े पहन कर आ चुकी है और मैंने इतना बड़ा साइज लिया था कपड़ों का लेकिन वह कपड़े भी इसके बदन पर चिपके हुए हैं। फूल तो गई है मेरी बहन वह सोचने लगा ।


IMG-20200806-183333

शालिनी की हालत आप समझ सकते हैं दोस्तों बिल्कुल भीगी बिल्ली की तरह अपने आपको जींस टॉप में फंसाये हुए खड़ी हुई थी ।
शालिनी के पास बोलने के लिए कुछ नहीं था क्योंकि उसकी बेशर्मी राकेश सुन चुका था , राकेश सुन चुका था कि मेरी बहन लंडों के लिए कितनी पागल है ।

IMG-20200806-184917

राकेश ने शालिनि के पास आकर उसके बालों को अपने हाथ से पकड़ कर खींचा जिस वजह से शालिनी का चेहरा ऊपर की तरफ उठ गया और उसका मुंह थोड़ा सा खुल गया ।


राकेश गुस्से में बोला- यह गुल खिलाती है मेरी बहन । अगर मेरी बहन को लंड की इतनी इतनी ही जरूरत थी तो घर में बताया क्यों नहीं। अब तक तेरी शादी करवा देते । लेकिन तू इतनी गिरी हुई निकली जितनी मैं सोच भी नहीं सकता ।


शालिनी पर इन बातों से पहाड़ से टूट चुका था उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था क्या बोले या ना बोले । ऊपर से राकेश की इतनी खुल्लम खुल्ला भाषा से शालिनी पानी पानी हो गई।


राकेश फिर बोला मैं तुझे छोटी बहन समझकर अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता रहा और तूने क्या किया तूने लोड़े खाए ।
अपनी चूत को अपनी शादी से पहले ही फड़वा लिया और ऊपर से अब तो इतनी गिर गई कि तुझे अपने भाई में भी लंड नजर आने लगा ।
गलती तेरी नहीं है शालिनी गलती तो इस गांड की है।

ऐसा कह कर राकेश ने पूरी जान से शालिनी की गांड पर थप्पड़ मारा जिससे जींस में फंसे हुए चूतड़ भी हिल गए ।


Screenshot-2020-04-21-14-31-00-915-com-miui-gallery

राकेश बोला- हां गलती इस गांड की है जो तूने इतनी चौड़ी कर ली है कि इसे अपने ऊपर हर वक्त एक मर्द चाहिए । जो तेरी गांड पर चढ़कर तेरी मस्ती झाड़ सके । तेरे चूतड़ों में अपना लंड फसा कर तुझे ठंडी कर सके ।


शालिनी यह सब सुनकर गरम भी हो गई थी और शर्मिंदा भी लेकिन हद तब हो गई जब राकेश ने शालिनी के बालों को और नीचे की तरफ खींचते हुए उसे खड़े-खड़े झुका दिया ।

राकेश उसके आगे खड़ा होकर अपनी बेल्ट खोलने लगा ।

शालिनी को समझते देर न लगी कि अब क्या होने वाला है इसलिए शालिनी अपना सर उठाने लगी लेकिन राकेश ने अपना हाथ उसके सर पर रख कर कर उसे झुकी हुई रहने पर मजबूर कर दिया ।


राकेश - तुझे लंड देखना था ना अपने भाई का ना देखना था ना अपने भाई का ना अपने भाई का । अब दिखा तू मुझे अपनी चूत की भूख। तू अपने भाई के लंड को निचोड़ने की बात कर रही थी ना, तो ले अब निचोड़ । तेरे जैसी गरम कुतियाओं को ही ठंडा किया है मैंने । तेरे जैसी रंडियों की गर्मी उतारी है मैंने। मुझे तो पता ही नहीं था की एक हराम रंडी मेरे घर में भी पल रही है।
मैं तो तुझे बच्ची समझता था लेकिन तू तो दो बच्चों की मां को भी मात देने वाली लंडखोर औरत निकली ।

Screenshot-2020-06-03-13-50-58-431-com-miui-gallery
समझ नहीं आता तुझे लड़की कहूं या औरत क्योंकि लड़की कुंवारी होती है और लड़की तो तू रही नहीं और औरत शादीशुदा होती है तो शादी भी तूने नहीं की । अब समझ नहीं आ रहा तुझे नाम क्या दूं तुझे नाम क्या दूं ।
तेरी जवानी को आज मैंने ढीला ना कर दिया कर दिया दिया ना कर दिया कर दिया दिया तो मैं तेरा भाई नहीं ।
तेरी जांघो के बीच की गर्मी अपने लोड़े से ना निकाली तो मैं तेरा भाई नहीं।
जो राखी तूने अपने तूने अपने भाई को बांधी है उसकी कसम तेरी हालत आज ऐसी कर दूंगा की इतने सेक्सी कपड़े पहन कर कर अपनी गांड मटकाती हुई तू कभी मेरे पास नहीं आएगी । मेरे लोड़े से तू दूर भागेगी वह दर्द आज मैं तुझे दूंगा दूंगा।


राकेश ने अपने लंड लंड बाहर निकाला और सीधा शालिनी के मुंह की तरफ कर दिया ।

शालिनी मैं अपने होंठ नहीं खोलें ।
राकेश अपने लंड का दबाव शालिनी के होठों पर बनाए हुए था लेकिन शालिनी अपने होठों को बिल्कुल भी नहीं खोल रही थी ।

ऐसा लग रहा था जैसे राकेश के लंड के सुपाड़े और शालिनी के रचे हुए जूसी होठों के बीच कोई युद्ध चल रहा हो ।

IMG-20200806-181627


राकेश समझ गया था कि शालिनी बेशक चुदक्कड़ रांड हो लेकिन यहां पर सती सावित्री ही बनेगी । क्योंकि घर मे लड़कियां जितनी सती सावित्री और संस्कारी बनकर दिखाती है अंदर से उनमें लंड की उतनी ही ज्यादा भूख होती है , उतनी ही ज्यादा चुदासी और चुदक्कड़ होती हैं । ये बात मेरे घर मे ही नही बल्कि हर किसी के घर मे यही होता है जिन्हें हम सीधी साधी संस्कारी लड़की समझते है उनके अंदर एक बेशर्म रंडी छुपी होती है जिन्हें बस एक मौका चाहिए अपनी चूतों में लंड लेने का । यही कुछ सोचते हुए राकेश के मन मे विचार आया । यह अपने होंठ नहीं खोलेगी और मेरा लंड अंदर नहीं जाएगा ।



यह सोचते हुए राकेश ने एक हाथ से अपने लंड को शालिनी के होठों पर रगड़ते हुए दूसरे हाथ को झुकी हुई शालिनी के कूल्हों पर मारा।


राकेश के हाथ की धाप इतनी तेज थी कि शालिनी अपनी गांड पर पड़े हुए थप्पड़ की वजह से आगे की तरफ गिरने को हुई जिससे लंड पर उसके होंठो का दबाव बढ़ गया । जैसे ही गांड पर थप्पड़ पड़ा शालिनि का मुंह खुला aaaahhhh और राकेश का लोड़ा उसके मुंह में चला गया ।


Screenshot-2020-04-21-14-28-37-425-com-miui-gallery
लंड मुंह में जाते ही राकेश ने शालिनी का सर पकड़ा और अपने चूतड़ों में पूरी जान इकट्ठी करके एक जोरदार झटका मारा ।
राकेश ने देखा कि शालिनि के लिपस्टिक लगे हुए होंठ उसके लोड़े के बिल्कुल जड़ में उसके लंड पर किसी रबड़ की तरह चढ़े हुए हैं ।

IMG-20200806-182625

कुछ सेकंड तक ऐसे ही दबाए रखने के बाद राकेश ने आधा लौड़ा बाहर किया और फिर जोरदार झटका मारा । इतनी जोरदार मुंह चुदाई से शालिनि का मुँह सन गया था । शालिनी का ही थूक उसके होठों के चारों तरफ फैल गया ।

IMG-20200806-182635

राकेश किसी पिस्टन की भांति अपना लोड़ा स्पीड से उसके मुंह में अंदर बाहर करते हुए शालिनी की गांड को हाथो से पीटने लगा ।


शालिनी को भी अजीब एहसास हो रहा था अपनी गांड पर थप्पड़ खाते हुए लोड़े को मुंह में लेने का ।


राकेश ने लंड को बाहर निकाला और उसके गालों पर मारने लगा ।
शालिनी के थूक में सना हुआ लंड जब शालिनी के गालों पर पड़ता तो थूक के दाग उसके गालों पर रह जाते । धीरे धीरे पूरा मुह शालिनी का अपने ही थूक से सन गया। शालिनी की आंखों का काजल उसके गालों पर लगकर गालों को काला कर रहा था ।

IMG-20200806-182649

दूसरी तरफ शालिनी के मुंह से उसके थूक की लार नीचे टपक रही थी जो उसके टॉप में फंसे चुचों पर गिर रही थी ।


अपनी बहन का मुंह किसी रंडी की तरह चोदने लगा था राकेश।
मुंह में लंड डालकर राकेश शालिनी के गालों पर थप्पड़ भी लगा रहा था और लौड़ा भी अंदर बाहर कर रहा था ।
मस्त मुँह चुदाई चल रही थी लेकिन तभी गेट पर बैल बजी ।


दोनों फुर्ती से अलग हुए ।
राकेश हिदायत देते हुए अलग हुआ कि या तो सुधर जाना अगर दोबारा मुझे लगा कि तुम नहीं सुधरी हो तो तुम्हारी वह हालत करूंगा कि तुम्हें अपने आप पर शर्म आएगी और राकेश ने खड़ी हुई शालिनी की गांड पर लात मारी और उसे उसके कमरे में जाने को कहा ।

गांड पर लात लगते ही शालिनि फर्श पर गिर गयी और उसके मुँह से राकेश के लंड का पानी और शालिनि के थूक का मिश्रण फर्श पर टपक रहा था ।

IMG-20200806-181536
शालिनी अपनी गांड पर राकेश की लात खाकर अपने कमरे में आ गई ।


जब राकेश ने गेट खोला तो सामने धर्मवीर था जो से रक्षाबंधन की बधाई दे रहा था ।

राकेश ने अपने चेहरे पर खुशी के भाव लाते हुए अपने पापा से गपशप करनी शुरू की । लगा जैसे कुछ हुआ ही ना हो ।


शालिनी अपने कमरे में आकर सोचने लगी यह क्या हो गया?? क्या भाई अब आगे कुछ करेगा या नहीं । भाई ने मुझे वार्निंग दी है। आज के बाद मुझे सुधारना होगा ।
यह सब सोचते हुए शालिनी अपनी लाइफ जीने लगी लेकिन उसके बाद कभी भी राकेश ने उसे गंदी नजर से नहीं देखा और ना ही शालिनि से कभी कुछ कहा। आज 1 साल हो गया है और मैंने अपने ही भाई को मार दिया।

मुझे अपने भाई को मारना नहीं चाहिए था लेकिन मेरे भाई का मरना जरूरी था वरना मैं अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाती ।
भाई मरना तो तुम्हें था मेरे लिए ना सही उपासना के लिए , अगर उपासना आपकी बीवी ना होती तो आपकी जान नहीं जाती मेरे प्यारे भाई । लेकिन उपासना भाभी के लिए आपको मारना जरूरी था।
इसलिए मैंने आपको मार दिया मुझे माफ करना आपकी प्यारी बहन हूँ मैं और हमेशा रहूंगी ।


ऐसा सोचते हुए शालिनी अपनी यादों से बाहर आ गई _______________


**********
दोस्तों आज की सारी अपडेट शालिनि की यादों में ही निकल गयी ।
कहानी जारी रहेगी ।
अपने सुझाव जरूर दीजिएगा साथ मे ये भी बताना की इस कहानी को पढ़ने वाले लोग कहाँ कहाँ से हैं ।
साथ बने रहने के लिए आपका दिल से धन्यवाद ।
आपका प्यारा भाई- रचित

***********
:reading:
 

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
40,645
103,260
304
Update 25.

********
दोस्तों आज बहुत ज्यादा समय लगा पोस्ट करने में और उसकी वजह है स्टोरी में pics add करना । पूरा एक घंटा लगता है फ़ोटो लगाने में ही । तो मेरी कहानी का आनंद लेते हुए support भी करना। चलो शुरू करते है आज की update ।
********

रक्षाबंधन का दिन है आज ।
शालिनी घूमने आयी हुई थी । जैसे ही शालिनी सुबह hotel रूम में सोकर उठी तो उसने सोचा कोई न्यूज़ ही देख ली जाए क्या चल रहा है दुनिया मे ।

शालिनी ने रिमोट उठाया और TV चला दिया ।
TV की स्क्रीन चलते ही उसपर दिखाया जा रहा था कि दुनिया मे किस तरह लोग रक्षाबंधन का उत्सव मना रहे है ।

शालिनी की आंखे नम हो गयी क्योंकि वो मन ही मन सोचने लगी - मेरा भी एक भाई था जिसे मैंने खुद ही मौत के घाट उतार दिया ।
मैंने ये नही किया होता तो मैं भी आज किसी की कलाई पर राखी बाँधती ।
तभी शालिनी अपने पिछले साल वाले राखी वाले दिन की यादों में खोती चली गयी । जब उसने राकेश को राखी बांधी थी ।
शालिनी अपने यादों में डूबती चली गयी ।

आगे कहानी यादों में चलेगी _____________________________
आज रक्षाबंधन है और शालिनी बड़ी चहकती हुई सी नजर आरही है ।
उसने तुरंत बैड से उठकर राकेश के कमरे की तरफ दौड़ लगाई लेकिन वो अचानक पता नही क्या सोचकर रुक गयी ।

शालिनी ने सोचा कि आज रक्षाबंधन के दिन मैं बिना नहाए बिना नहाए भैया के सामने नहीं जाऊंगी ।
ऐसा सोच कर कर शालिनी वापस कमरे की तरफ मुड़ी और कमरे में आकर सोचने लगी - भईया के सामने थाली सजाकर ही जाऊंगी ।

उधर राकेश भी आज उत्साहित था । वह सोच रहा था अपनी प्यार सी बहन को क्या गिफ्ट देना चाहिए ।
उसने सोचा कि अपनी बहन को एक सोने की रिंग, कपड़े और उसे एक नई कार गिफ्ट करेगा ।
ऐसा सोचकर राकेश ने हाथ मुँह धोये और पार्किंग की तरफ चल दिया ।
पार्किंग से गाड़ी निकालकर सीधा मार्किट पहुंचा । राकेश ने एक सोने की रिंग पैक कराई । फिर एक मॉल में घुसा । वह शालिनि के लिए कपड़े देखने लगा ।

अब राकेश के सामने सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि उसे साइज नही पता था शालिनि का ।
उसने एक जीन्स टॉप सेलेक्ट किये क्योंकि शालिनि ज्यादातर जीन्स टॉप ही पहनती थी ।
राकेश ने 30 साइज का टॉप और 32 साइज की जीन्स पैक करा ली क्योंकि राकेश ने सोचा कि शालिनि का साइज ज्यादा से ज्यादा 30* होगा । लेकिन उस बेचारे को क्या पता था कि शालिनि का साइज इतना है ।

कपड़े लेकर राकेश घर आया । आकर नहाया धोया । और इंतजार करने लगा शालिनि का।

तभी उपासना अंदर आते हुए राकेश से बोली - जी आपकी बहन नीचे आपका इंतजार कर रही राखी बांधने के लिए ।

राकेश - हां बस चलता हूँ।

शालिनि ने आज एक लाल रंग का कुर्ता पहना हुआ था जिसकी लालिमा उड़के चेहरे पर भी फैली हुई थी । कुर्ता उसको घुटनों से थोड़ा ऊपर तक था और उस कुर्ते में साइड कट ज्यादा लंबे थे जो साइड में पेट पर से ही कटे हुए थे ।
उसके नीचे शालिनि ने सफेद रंग की लैगिंग पहनी हुई थी जो बेहद ही तंग थी ।


IMG-20200806-184743

उसने एक सफेद रंग का पतला सा दुपट्टा भी लिया हुआ था ।
दुपट्टा तो नाम के लिए ही था क्योंकि ये दुपट्टा उसने बस एके कंधे पर लटकाया हुआ था ।

बेहद ही प्यारी लग रही थी शालिनि red and white वाले कपड़ो में ।
बाल आज उसने बिल्कुल खुले छोड़े हुए थे जो उसकी कमर तक ही थे ।


IMG-20200806-183024

राकेश नीचे आया तो शालिनि उसकी तरफ देखकर मुस्कुराते हुए बोली - आइये भईया।

राकेश ने आकर शालिनि को गले से लगाया । लेकिन राकेश को अपनी छाती में कुछ चुभता सा महसूस हुआ ।
राकेश को महसूस हुआ कि उसकी बहन अब छोटी नही रही वह बड़ी हो गयी है ।

राकेश की कलाई पर शालिनि ने रखी बांधी , उसके माथे पर हल्दी चंदन का टीका किया ।
फिर दोनों बहन भइया ने एक दूसरे का मुंह मीठा कराया ।
जब राकेश ने शालिनि को घेवर खिलाने के लिए उसके मुह की तरफ अपना हाथ बढ़ाया तो कुछ पलों के लिए राकेश ठिठक सा गया ।
उसकी वजह ये थी क्योंकि उपासना के होंठ इतने प्यारे लग रहे थे जैसे शर्बत के दो प्याले हों । वाकई में शालिनि ने होंठों पर ऐसी लिपस्टिक लगाई थी जिससे होंठ गीले गीले दिखें ।


IMG-20200806-181436

राकेश ने लड्डू खिलाया शालिनि मुंह खोलकर पूरा लड्डू एक साथ मुह के अंदर ले गयी । यह नजारा देखकर राकेश के संस्कारों की धज्जियां उड़ गयीं ।

IMG-20200806-181518

हां दोस्तों शालिनि का वो प्यारा सा चुदासा सा चेहरा देखकर राकेश के मन में गंदे विचार आने लगे ।
राकेश ने सोचा काश इन खूबसूरत होठों पर मेरा लंड होता तो जीते जी मैं स्वर्ग में होता ।
मेरा वीर्य इन होठो की मादकता और सुंदरता में चार चांद लगा देता ।

IMG-20200806-181608

फिर उपासना को एक साथ खाँसी उठी लड्डू खाकर तो राकेश ने उसे पानी पिलाया ।
अब तो राकेश के मन मे भूकंप आगया था । अपने दिमाग मे चल रहे इस भूचाल की वजह से राकेश की आंखों में वासना अपना नाच करने लगी । उसकी आंखें लाल होने लगी ।
उपासना के होठों से पानी की बूंदे ऐसी सजी हुई थी जैसे कह रही हो कि इन जूसी होंठो पर से हमे भी चूस लो ।


IMG-20200806-181449

फिर दोनों भाई बहन गपशप करने लगे ।

शालिनि - अच्छा भइया मैने आपको राखी बांधी अपने अपनी बहन को एक भी रुपया अब तक नही दिया ।

राकेश- तुम्हे पैसे चाहिए तो ये लो ।
ऐसा कहकर राकेश ने ने शालिनी की तरफ अपना पर्स पड़ा है शालिनी ने राकेश कब पर पर अपने हाथ में लेकर उसमें से 20000 रुपए निकाल लिए


राकेश बोला- मेरी प्यारी बहन मैं तुम्हारे लिए और भी कुछ गिफ्ट लाया हूं।

शालिनी एक साथ खुश होते हुए बोली - हां जल्दी दीजिए मुझे मैं भी तो देखूं अपनी प्यारी बहन के लिए क्या गिफ्ट लेकर आए हैं भइया।

राकेश- वो तो मेरे कमरे में रखे हुए हैं , मेरे कमरे से मैं लेकर आता हूं ।

राकेश अपने कमरे में आया । शालिनी के लिए राकेश ने अपने कमरे में आकर कपड़े और रिंग उठाएं लेकिन वह नई कार के पेपर कहीं पर रखकर भूल गया था जिस वजह से उसे ढूंढने में समय लगा।

कार के पेपर ढूंढने में राकेश को 20 मिनट लग गए लगभग 20 मिनट बाद राकेश रिंग , कपड़े और गाड़ी के पेपर लेकर शालिनि के पास आया ।

राकेश ने देखा शालिनी किसी से फोन पर बात कर रही है , लेकिन उसे आता देखकर शालिनी ने फोन रख दिया और उछलकर राकेश की तरफ भागी ।

शालिनि- दीजिये भैया दीजिए । मैं भी तो देखूं क्या गिफ्ट लिया है आपने मेरे लिए।

शालिनी ने देखा एक गिफ्ट में उसे रिंग मिली है ।
दूसरा पैकिंग उसने खोली जिसमें नई लंबोर्गिनी गाड़ी के पेपर थे ।

IMG-20200806-190211

शालिनी बड़ी ही खुशी और जोश से बोली - भैया हो तो आपके जैसा लेकिन तभी उसने तीसरी पैकिंग खोली जिसमें नए जींस टॉप देखकर शालिनी थोड़ी सी झिझक गई क्योंकि उसे पता था कि भैया को तो मेरा साइज ही नहीं पता है।
कपड़े या तो छोटे होंगे या बड़े होंगे । फिटिंग करानी होगी ।

शालिनी शर्मा कर तीनों गिफ्ट अपनी गोद में उठाए हुए अपने कमरे की तरफ चलने लगी ।
तभी राकेश बोला- यह तो सरासर बेईमानी है, मेरी प्यारी बहन ।

शालिनी- अब क्या बेईमानी कर दी भैया ।

राकेश बोला- तुमने गिफ्ट तो ले लिए लेकिन इन्हें यूज़ करके भी तो दिखाओ।
मुझे गाड़ी भी चला कर दिखाना । मुझे रिंग भी पहन कर दिखाना , मुझे कपड़े भी पहन कर दिखाना । जिससे मुझे भी खुशी हो सके ।

शालिनी बोली - इसमें तो कोई बड़ी बात नहीं है भैया । यह मैं अभी पहन कर आती हूं।


शालिनी अपने कमरे में चली गई तभी राकेश की नजर मेज पर पड़ी जहां शालिनी का मोबाइल रखा हुआ था ।
मोबाइल की स्क्रीन अभी तक ऑफ नहीं हुई थी , बंद नहीं हुई थी जिससे कि मोबाइल का लॉक भी नहीं लगा था ।

शालिनी लॉक करना भूल गई थी राकेश के दिमाग में पता नहीं क्या आया उसने एक साथ झट से वह मोबाइल उठा लिया , क्योंकि कुछ ही पलों में मोबाइल ऑटोमेटिक लॉक हो जाता । लेकिन राकेश ने ऐसा नहीं होने दिया ।

राकेश ने कॉल डिटेल्स में देखा शालिनी को किसी नए नंबर से फोन आया था । जब राकेश अपने कमरे में था । फिर राकेश ने शालिनी के मोबाइल में फाइल मैनेजर खोला, जिसमें उसे कॉल रिकॉर्डिंग का फोल्डर दिखा। उसने ओपन किया तो देखा कि इसमें सबसे ऊपर जो फाइल थी वह अभी 20 मिनट पहले की थी । जिसका मतलब साफ था कि जिससे शालिनी ने बात की है यह उसी की कॉल रिकॉर्डिंग है ।
राकेश ने वह रिकॉर्डिंग प्ले कर दिया।

हेलो
शालिनी- हेलो

सहेली - आज तो रक्षाबंधन है ।अपने प्यारे भाई को राखी बांध दी तूने।


शालिनी- हां मैंने तो बांध दी। भैया मेरे लिए गिफ्ट लेने गए हैं ।


सहेली- तूने अभी जो अपना एक फोटो पोस्ट किया है वह आज ही का है क्या ।


शालिनि- हां मैंने अभी-अभी एक फोटो क्लिक करके पोस्ट किया था । तुमने देख लिया क्या ।


सहेली - भाई को राखी बांधने जा रही हो या अपने आशिक से मिलने जा रही हो , जो ऐसे कपड़े पहने हैं ।


शालिनी हैरानी से - तू सुधरेगी नहीं । इसमें कपड़ों वाली क्या बात है। सही तो पहने हैं ।


सहेली- क्या सही पहने हैं ।अपना कुर्ता तो देख तेरी चूतड़ों के नीचे ही खत्म हो जाता है । और उस पर तूने वह लेगिंग पहनी हुई है जो तेरी मोटी मोटी जांघों को छुपाने की जगह और ज्यादा दिखा रही है और तू बोल रही है कि सही कपड़े तो पहने हैं । मुझे तो नहीं लगता कि तूने सही पहने हैं ।


IMG-20200806-184908

शालिनी - अच्छा कमीनी चल मुझसे गलती हो गई अब तो तू खुश है ।


सहेली - मैं तो खुश ही हूं , लेकिन मैं यह सोच रही हूं कि अगर यही गलती तेरे भाई से हो गई ।


शालिनी- क्या मतलब है तेरा ।


सहेली - मेरा मतलब है कि जब तू ऐसे कपड़े पहन कर भाई के सामने जाएगी तो तुझे लगता है क्या कि तेरे जैसी 30 साल की घोड़ी में उसे अपनी बहन नजर आएगी ।


शालिनि- शर्माते हुए- अब तू ज्यादा दिमाग ना खराब कर । कम से कम आज रक्षाबंधन के दिन तो ऐसी बातें ना कर। मैं जैसी भी हूं अपने भाई को बहन ही नजर आऊंगी। घोड़ी तो तू नजर आती होगी तेरे भाई को । तू लगती भी घोड़ी जैसी ही है ।


सहेली- लेकिन इतना नहीं लगती जितना तू लगती है। तुझे बड़ा विश्वास है अपने भाई पर यह विश्वास तेरा बिल्कुल गलत है। तेरा ही नहीं पूरी दुनिया में जितनी भी बहने हैं सबको यह गलतफहमी है कि उनका भाई उन्हें बहन की नजर से देखता है । असलियत तो यह है कि जो भी भाई अपनी बहन की मटकती हुई गांड को देखेगा तो जाहिर सी बात है की है तो आखिर वह भी इंसान ही । बहन की गांड में ही ऐसा क्या अलग होगा आखिर बहन की गांड भी तो ऐसी ही होगी ना जैसी सब लड़कियों की होती है। और आजकल लड़कियों की मटकती हुई गांड देखकर मर्दों के लंड खड़े हो जाते हैं तो तेरे भाई का क्यों नहीं होगा । उसका भी खड़ा हो जाएगा ।


IMG-20200806-184846

शालिनी- तेरे उपदेश सुन सुन कर तो मेरा दिमाग खराब हो जाता है । मुझे बस इतना पता है कि मैं अपने भाई की प्यारी बहन हूं ।


सहेली - !मैं भी तो यही कह रही हूं कि सब लड़कियां यही समझती है कि मैं तो अपने भाई की प्यारी बहन हूं लेकिन असलियत में ऐसा नहीं होता। जब तेरे जैसी प्यारी बहन इतनी सज संवर कर अपने जिस्म को इस तरह तंग पजामी में फसाकर भाई के सामने चहल कदमी करेगी तो पता है आजकल के भाई क्या सोचते हैं ? आजकल के भाई सोचते हैं की गांड तो मेरी बहन की भी जबरदस्त है इसका भी कोई बॉयफ्रेंड होगा जो मेरी बहन की चूत लेता होगा । कौन और कैसा होगा वह आदमी जो मेरी बहन के ऊपर चढ़ता होगा और मेरी बहन भी कम नहीं लग रही नीचे से गांड उठा उठा कर लंड लेती होगी।


शालिनी - अच्छा तो तुझे बड़ा ज्ञान है तो अपना ज्ञान अपने पास रख। मुझे बता कि तेरी जिंदगी कैसी चल रही है अपने बॉयफ्रेंड के साथ ।


सहेली- मेरा तो ब्रेकअप हो गया यार वह लड़का सही नहीं था। मतलब गुंडा टाइप का था। अब मेरी तो किस्मत तेरी तरह नहीं है ना यार ।


शालिनी - क्यों इसमें किस्मत की क्या बात हुई । मुझे तो कोई बुराई नजर नहीं आती तुम्हारी किस्मत में ।


सहेली - तुझे नजर आएगी क्यों जब तेरा दिल करता है अपने बॉयफ्रेंड को चढ़ा लेती है अपने ऊपर । मेरे से पूछ कैसे गुजरता है एक-एक दिन बिना लंड जाए पर तेरे तो मजे हैं शालिनी इतनी बार चुद चुद कर तुझ में निखार भी आ गया है ।


IMG-20200806-183356

शालिनी - ऐसा नहीं है यार मैं भी रोज नहीं ले पाती लंड। 2 दिन हो गए मुझे भी बिना चुदे और आज रक्षा बंधन है तो कल ही जाऊंगी ऑफिस ।


सहेली- तुझे तो 2 दिन बहुत लंबे लग रहे हैं मेरी लाडो रानी लगता है तुझे लंड का ज्यादा ही चस्का लग गया है । और गलती तेरी भी नहीं है तेरे बॉयफ्रेंड ने अच्छी खासी मेहनत की है तेरे ऊपर चढ़ कर तभी तो तू आज इतना गदरा गई है कि जब तू गुजरती है तो तेरी गांड के दीवाने हो जाते हैं लोग । अच्छा एक बात बताओ तेरी गांड मटकती ही ज्यादा है या तू जानबूझकर मटका कर चलती है ।


शालिनी - तू पूरी एक नंबर की बदमाश है पर क्या करूं तू मेरी सबसे प्यारी सहेली है । तुझसे मैंने अपनी जिंदगी की हर बात शेयर की है तो यह भी करूंगी । मैं अपनी गांड बिल्कुल भी मटका कर नहीं चलती लेकिन मैं क्या करूं मेरी गांड थोड़ा पीछे की तरफ ज्यादा निकल गई है जिस वजह से लोगों को लगता है कि मैं गांड मटका कर चल रही हूं । उन्हें क्या पता की चूत चोद चोद कर भारी हो गई है यह गांड । एक पैर भी आगे रखो तो पूरी गांड एक तरफ झुक जाती है ।


Screenshot-2020-04-21-14-27-30-004-com-miui-gallery

सहेली - गांड तो झुकेगी ही लाडो रानी जब खीरे जैसा लंड रोज अपनी चूत में लोगी ।


शालिनी - बस करना यार क्यों गर्म करने में लगी हुई है ।


सहेली - अब तो गरम होगी ही क्योंकि तेरी जवानी लंडों से पीटने लायकहो गयी है ।


शालिनि - अब इतनी गिर गई हूं क्या मैं कि मेरी पिटाई लंड से करवाएगी।


सहेली- इस में गिरने वाली बात नहीं है मेरी लाडो रानी क्योंकि तेरे जैसी गदरायी हुई लौंडिया अगर लंडों से ना पिटे तो वह अपनी जुबानी काबू में नहीं कर सकती । तेरी जवानी को काबू में करने के लिए एक साथ 3, 4 लंडों को मेहनत करनी पड़ेगी तब जाकर तेरी जैसी लौंडिया ठंडी होती है ।


Screenshot-2020-04-21-14-30-53-224-com-miui-gallery

शालिनि- अब मुझे तू ज्यादा गर्म ना कर वरना मैं अभी अपने बॉयफ्रेंड को बुलाकर अपने ऊपर चढ़ा लूंगी ।


सहेली - चढ़ा लेना तो रोका किसने है । वैसे भी तेरे जैसी लौंडिया के ऊपर चढ़ते हुए लोग ही अच्छे लगते हैं । वैसे मैंने सुना है तेरा भाई जो है राकेश यह भी रंडियां चोदने जाता है ।


शालिनी हैरान होते हुए- अब तू बिल्कुल हद पार कर रही है कमीनी । मेरे भाई को तो बदनाम मत कर।


सहेली - अरे नहीं मेरी एक फ्रेंड है जो तेरे भाई की कंपनी में काम करती है। वह बता रही थी कि उसे डेट पर ले गया था तेरा भाई और पूरी रात चोद कर सुबह वापस लाया था ।


शालिनी हैरान होते हुए - मेरा भाई ऐसा नहीं हो सकता मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा कि भैया ऐसे भी हो सकते हैं । और क्या बताया तेरी फ्रेंड ने।


सहेली- वह तो यही कह रही थी कि उसे लेकर गया था रात भर इतनी बुरी तरह रगड़ा कि बेचारी सुबह को चल भी नहीं पा रही थी। कह रही थी राकेश का लोड़ा ज्यादा बड़ा तो नहीं है लेकिन चूत की कुटाई बड़े अच्छे तरीके से करता है । तो इस हिसाब से तो शालिनी तुम दोनों भाई बहन ही बड़े चुदक्कड़ हो। तेरी चूत को लंड की प्यास रहती है और तेरे भाई के लंड को चूत की प्यास रहती है ।


शालिनी- तुझसे तो कोई जीत ही नहीं सकता। अब मैं क्या बोलूं मैं तुम्हें, हां हैं दोनों भाई बहन चुदक्कड़।


सहेली- तुझे और तेरे भाई के बीच में यदि कंपटीशन कराया जाए तो कौन पहले हारेगा कहना मुश्किल है ।


शालिनी - अब यह भी तू ही बता दे क्योंकि मेरी बात तो तू कभी मानती नहीं है ।


सहेली - मुझे तो लगता है तू ही जीतेगी क्योंकि तेरी जवानी जब तक पूरे दिन ना चुदे तब तक तुझे चैन नहीं मिलता। उसके लोड़े को तो तू निचोड़ लेगी शेरनी । वैसे तेरा मन भी तो कर रहा होगा कि अपने भाई को निचोड़ ले , अपने ऊपर चढ़ा ले ।


शालिनी - मेरा मन तो नहीं कर रहा लेकिन यदि तुझे मेरे ऊपर चढ़वाना ही है तो बेशक चढ़ा दे । तुझे शर्मिंदा नहीं करूंगी तेरी बात रखूंगी । मैं अपनी गांड और चूत को भींच भींचकर कर अपने भाई के लंड को निचोड़ लुंगी ।


Screenshot-2020-04-21-14-38-41-972-com-miui-gallery

सहेली - तेरा मन करता है क्या अपने भाई के लंड को देखने का ।



शालिनी - अब तो देखने का ही नहीं मुंह में लेने का भी मन कर रहा है । पता नहीं कैसा होगा मेरे भाई का लोड़ा । अपनी बहन की प्यास बुझा भी पाएगा या नहीं । मैं भी तो नहीं कह सकती कि भाई तेरी बहन प्यासी है आकर प्यास बुझा दे मेरी। तेरी बहन अपनी आंखों में तेरा लंड लिए घूम रही है दे दे उसे यह लंड । और चोद दे अपने ही घर में अपनी इस बहन को ।



सहेली - तो चुदवाने का मन है अपने भाई से मेरी लाडो रानी का ।



शालिनी - अगर भाई कहे तो मैं तो खुला न्योता दे दूंगी कि आजा अपनी बहन की फटी हुई चूत में अपने लंड का झंडा गाड़ दे क्योंकि मेरी सील तोड़ना तो तेरे नसीब में नहीं था भाई लेकिन इस चुदी चुदाई चूत को चोद कर ही अपना मन बहला ले। पूरी जान से चोद अपनी बहन को ----------------------- अच्छा चल ठीक है मैं बाद में बात करती हूं भैया आ रहे है।

सहेली - bye ।


रिकॉर्डिंग खत्म हो चुकी थी और राकेश की आंखें वासना में जलने लगी।
लेकिन उसे आत्मग्लानि और अपने ऊपर जलालत महसूस होने लगी कि मैं कैसा भाई हूं अपनी ही बहन की चूत और गांड के सपने देख रहा हूं ।
मेरे जैसे भाई को मर जाना चाहिए । मैं भाई होने के नाम पर कलंक हुं।
अगर हर घर में ऐसा भाई हो तो बहनों की इज्जत एक रंडी से ज्यादा नहीं रह जाएगी । मुझे ऐसा नहीं होना चाहिए। मुझे पूरी दुनिया में कम से कम अपनी बहन को तो बहन समझ लेना चाहिए ।
मैं इतना भी बुरा कैसे हो सकता हूं कि पूरी दुनिया भर में सिर्फ अपनी बहन को एक अच्छी नजर से ना देख सकूं । मैं इतना भी बुरा कैसे हो सकता हूं।
कम से कम इंसानियत नाम की कोई तो चीज होगी मेरे अंदर और यह सब विचार राकेश के दिमाग में कौंधने लगे । राकेश को बेहद गुस्से का अनुभव हो रहा था क्योंकि वह नहीं चाहता था कि जिस धर्मवीर सिंह ने उन दोनों भाई बहन को इतने प्यार से पाला है, अच्छी शिक्षा दी है, अच्छे संस्कार दिए हैं और इतनी मेहनत करने के बाद अपने बच्चों को एक सज्जन इंसान बनाया है ।
लेकिन मेरी बहन तो इस कलयुग की एक हिस्सा बन चुकी है वह तो अपने भाई के लिए इतने गंदे विचारों को अपनी सहेली से साझा कर रही है ।
इसका मतलब मुझसे हजारों गुना ज्यादा मेरी बहन गलत है और मेरी बहन को मुझे सही रास्ते पर लाना चाहिए। लेकिन मेरी बहन ने इतनी बड़ी गलती की है तो उसे उसकी सजा भी मिलनी चाहिए ।


राकेश अपने हाथ में शालिनी का मोबाइल लेकर बैठे हुए यह सब सोच ही रहा था कि तभी उसे मोबाइल में शालिनी का चेहरा दिखाई दिया ।


राकेश के आश्चर्य की सीमा न रही उसे समझते देर न लगी कि शालिनि बिल्कुल उसके पीछे खड़ी है और शालिनी ने उसे रिकॉर्डिंग सुनते हुए देख लिया है ।


हां दोस्तों बिल्कुल ऐसा ही हुआ था जब राकेश रिकॉर्डिंग सुन रहा था तो तब तक शालिनि कपड़े पहन कर आ चुकी थी ।
शालिनी ने कपड़े पहन तो लिए थे लेकिन उसे काफी मशक्कत करनी पड़ी थी उन्हें पहनने के लिए । क्योंकि उसके भाई ने उपहार जो दिया था शालिनी को । शालिनि समझ गई कि भाई को मेरा साइज पता नहीं है इसलिए छोटे कपड़े ले आया लेकिन भाई को कैसे बताऊं इन कपड़ों में मेरी गांड और मेरे चूचे नहीं आएंगे । लेकिन अब क्या करूं पहनने तो पड़ेंगे ही और शालिनी उन्हीं कपड़ो को पहनकर आ चुकी थी ।


IMG-20200806-184803
टॉप में से उसकी चूची इतने फंसे हुए दिख रहे थे कि उसके चुचों की निप्पल टॉप में से साफ पता की जा सकती थी। और जींस तो उसकी गांड पर और उसकी जांघों पर ऐसी चिपक चिपक गई थी जैसे अभी कुछ समय पहले लैगिंग चिपकी हुई थी। और इस बेहद टाइट जींस को शालिनी के नितंब फाड़ने को बेताब थे।

IMG-20200806-184934

शालिनी ने आकर जब अपने भाई को कुछ सुनते हुए देखा उसके मोबाइल में तो वह चुपचाप पीछे से उसके पास आ गई। और जब उसने सुना कि उसकी सहेली से जो अभी उसकी बात हुई थी वह रिकॉर्डिंग चल रही है और भाई सुन रहा है तो उसके पैरों के नीचे से मानों जमीन ही निकल गई ।

शालिनी को समझ नहीं आया कि वह क्या करें क्या ना करें ।
शालिनी को इतनी शर्म लग रही थी कि उसे लग रहा था की जमीन फट जाए जाए और मैं उस में समा जाऊं लेकिन तभी उसका चेहरा राकेश को मोबाइल की स्क्रीन पर दिखता है, जिस वजह से राकेश ने झटके से अपना सर पीछे पलट कर देखा ।


जब उसने देखा कि उसकी बहन कपड़े पहन कर आ चुकी है और मैंने इतना बड़ा साइज लिया था कपड़ों का लेकिन वह कपड़े भी इसके बदन पर चिपके हुए हैं। फूल तो गई है मेरी बहन वह सोचने लगा ।


IMG-20200806-183333

शालिनी की हालत आप समझ सकते हैं दोस्तों बिल्कुल भीगी बिल्ली की तरह अपने आपको जींस टॉप में फंसाये हुए खड़ी हुई थी ।
शालिनी के पास बोलने के लिए कुछ नहीं था क्योंकि उसकी बेशर्मी राकेश सुन चुका था , राकेश सुन चुका था कि मेरी बहन लंडों के लिए कितनी पागल है ।

IMG-20200806-184917

राकेश ने शालिनि के पास आकर उसके बालों को अपने हाथ से पकड़ कर खींचा जिस वजह से शालिनी का चेहरा ऊपर की तरफ उठ गया और उसका मुंह थोड़ा सा खुल गया ।


राकेश गुस्से में बोला- यह गुल खिलाती है मेरी बहन । अगर मेरी बहन को लंड की इतनी इतनी ही जरूरत थी तो घर में बताया क्यों नहीं। अब तक तेरी शादी करवा देते । लेकिन तू इतनी गिरी हुई निकली जितनी मैं सोच भी नहीं सकता ।


शालिनी पर इन बातों से पहाड़ से टूट चुका था उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था क्या बोले या ना बोले । ऊपर से राकेश की इतनी खुल्लम खुल्ला भाषा से शालिनी पानी पानी हो गई।


राकेश फिर बोला मैं तुझे छोटी बहन समझकर अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता रहा और तूने क्या किया तूने लोड़े खाए ।
अपनी चूत को अपनी शादी से पहले ही फड़वा लिया और ऊपर से अब तो इतनी गिर गई कि तुझे अपने भाई में भी लंड नजर आने लगा ।
गलती तेरी नहीं है शालिनी गलती तो इस गांड की है।

ऐसा कह कर राकेश ने पूरी जान से शालिनी की गांड पर थप्पड़ मारा जिससे जींस में फंसे हुए चूतड़ भी हिल गए ।


Screenshot-2020-04-21-14-31-00-915-com-miui-gallery

राकेश बोला- हां गलती इस गांड की है जो तूने इतनी चौड़ी कर ली है कि इसे अपने ऊपर हर वक्त एक मर्द चाहिए । जो तेरी गांड पर चढ़कर तेरी मस्ती झाड़ सके । तेरे चूतड़ों में अपना लंड फसा कर तुझे ठंडी कर सके ।


शालिनी यह सब सुनकर गरम भी हो गई थी और शर्मिंदा भी लेकिन हद तब हो गई जब राकेश ने शालिनी के बालों को और नीचे की तरफ खींचते हुए उसे खड़े-खड़े झुका दिया ।

राकेश उसके आगे खड़ा होकर अपनी बेल्ट खोलने लगा ।

शालिनी को समझते देर न लगी कि अब क्या होने वाला है इसलिए शालिनी अपना सर उठाने लगी लेकिन राकेश ने अपना हाथ उसके सर पर रख कर कर उसे झुकी हुई रहने पर मजबूर कर दिया ।


राकेश - तुझे लंड देखना था ना अपने भाई का ना देखना था ना अपने भाई का ना अपने भाई का । अब दिखा तू मुझे अपनी चूत की भूख। तू अपने भाई के लंड को निचोड़ने की बात कर रही थी ना, तो ले अब निचोड़ । तेरे जैसी गरम कुतियाओं को ही ठंडा किया है मैंने । तेरे जैसी रंडियों की गर्मी उतारी है मैंने। मुझे तो पता ही नहीं था की एक हराम रंडी मेरे घर में भी पल रही है।
मैं तो तुझे बच्ची समझता था लेकिन तू तो दो बच्चों की मां को भी मात देने वाली लंडखोर औरत निकली ।

Screenshot-2020-06-03-13-50-58-431-com-miui-gallery
समझ नहीं आता तुझे लड़की कहूं या औरत क्योंकि लड़की कुंवारी होती है और लड़की तो तू रही नहीं और औरत शादीशुदा होती है तो शादी भी तूने नहीं की । अब समझ नहीं आ रहा तुझे नाम क्या दूं तुझे नाम क्या दूं ।
तेरी जवानी को आज मैंने ढीला ना कर दिया कर दिया दिया ना कर दिया कर दिया दिया तो मैं तेरा भाई नहीं ।
तेरी जांघो के बीच की गर्मी अपने लोड़े से ना निकाली तो मैं तेरा भाई नहीं।
जो राखी तूने अपने तूने अपने भाई को बांधी है उसकी कसम तेरी हालत आज ऐसी कर दूंगा की इतने सेक्सी कपड़े पहन कर कर अपनी गांड मटकाती हुई तू कभी मेरे पास नहीं आएगी । मेरे लोड़े से तू दूर भागेगी वह दर्द आज मैं तुझे दूंगा दूंगा।


राकेश ने अपने लंड लंड बाहर निकाला और सीधा शालिनी के मुंह की तरफ कर दिया ।

शालिनी मैं अपने होंठ नहीं खोलें ।
राकेश अपने लंड का दबाव शालिनी के होठों पर बनाए हुए था लेकिन शालिनी अपने होठों को बिल्कुल भी नहीं खोल रही थी ।

ऐसा लग रहा था जैसे राकेश के लंड के सुपाड़े और शालिनी के रचे हुए जूसी होठों के बीच कोई युद्ध चल रहा हो ।

IMG-20200806-181627


राकेश समझ गया था कि शालिनी बेशक चुदक्कड़ रांड हो लेकिन यहां पर सती सावित्री ही बनेगी । क्योंकि घर मे लड़कियां जितनी सती सावित्री और संस्कारी बनकर दिखाती है अंदर से उनमें लंड की उतनी ही ज्यादा भूख होती है , उतनी ही ज्यादा चुदासी और चुदक्कड़ होती हैं । ये बात मेरे घर मे ही नही बल्कि हर किसी के घर मे यही होता है जिन्हें हम सीधी साधी संस्कारी लड़की समझते है उनके अंदर एक बेशर्म रंडी छुपी होती है जिन्हें बस एक मौका चाहिए अपनी चूतों में लंड लेने का । यही कुछ सोचते हुए राकेश के मन मे विचार आया । यह अपने होंठ नहीं खोलेगी और मेरा लंड अंदर नहीं जाएगा ।



यह सोचते हुए राकेश ने एक हाथ से अपने लंड को शालिनी के होठों पर रगड़ते हुए दूसरे हाथ को झुकी हुई शालिनी के कूल्हों पर मारा।


राकेश के हाथ की धाप इतनी तेज थी कि शालिनी अपनी गांड पर पड़े हुए थप्पड़ की वजह से आगे की तरफ गिरने को हुई जिससे लंड पर उसके होंठो का दबाव बढ़ गया । जैसे ही गांड पर थप्पड़ पड़ा शालिनि का मुंह खुला aaaahhhh और राकेश का लोड़ा उसके मुंह में चला गया ।


Screenshot-2020-04-21-14-28-37-425-com-miui-gallery
लंड मुंह में जाते ही राकेश ने शालिनी का सर पकड़ा और अपने चूतड़ों में पूरी जान इकट्ठी करके एक जोरदार झटका मारा ।
राकेश ने देखा कि शालिनि के लिपस्टिक लगे हुए होंठ उसके लोड़े के बिल्कुल जड़ में उसके लंड पर किसी रबड़ की तरह चढ़े हुए हैं ।

IMG-20200806-182625

कुछ सेकंड तक ऐसे ही दबाए रखने के बाद राकेश ने आधा लौड़ा बाहर किया और फिर जोरदार झटका मारा । इतनी जोरदार मुंह चुदाई से शालिनि का मुँह सन गया था । शालिनी का ही थूक उसके होठों के चारों तरफ फैल गया ।

IMG-20200806-182635

राकेश किसी पिस्टन की भांति अपना लोड़ा स्पीड से उसके मुंह में अंदर बाहर करते हुए शालिनी की गांड को हाथो से पीटने लगा ।


शालिनी को भी अजीब एहसास हो रहा था अपनी गांड पर थप्पड़ खाते हुए लोड़े को मुंह में लेने का ।


राकेश ने लंड को बाहर निकाला और उसके गालों पर मारने लगा ।
शालिनी के थूक में सना हुआ लंड जब शालिनी के गालों पर पड़ता तो थूक के दाग उसके गालों पर रह जाते । धीरे धीरे पूरा मुह शालिनी का अपने ही थूक से सन गया। शालिनी की आंखों का काजल उसके गालों पर लगकर गालों को काला कर रहा था ।

IMG-20200806-182649

दूसरी तरफ शालिनी के मुंह से उसके थूक की लार नीचे टपक रही थी जो उसके टॉप में फंसे चुचों पर गिर रही थी ।


अपनी बहन का मुंह किसी रंडी की तरह चोदने लगा था राकेश।
मुंह में लंड डालकर राकेश शालिनी के गालों पर थप्पड़ भी लगा रहा था और लौड़ा भी अंदर बाहर कर रहा था ।
मस्त मुँह चुदाई चल रही थी लेकिन तभी गेट पर बैल बजी ।


दोनों फुर्ती से अलग हुए ।
राकेश हिदायत देते हुए अलग हुआ कि या तो सुधर जाना अगर दोबारा मुझे लगा कि तुम नहीं सुधरी हो तो तुम्हारी वह हालत करूंगा कि तुम्हें अपने आप पर शर्म आएगी और राकेश ने खड़ी हुई शालिनी की गांड पर लात मारी और उसे उसके कमरे में जाने को कहा ।

गांड पर लात लगते ही शालिनि फर्श पर गिर गयी और उसके मुँह से राकेश के लंड का पानी और शालिनि के थूक का मिश्रण फर्श पर टपक रहा था ।

IMG-20200806-181536
शालिनी अपनी गांड पर राकेश की लात खाकर अपने कमरे में आ गई ।


जब राकेश ने गेट खोला तो सामने धर्मवीर था जो से रक्षाबंधन की बधाई दे रहा था ।

राकेश ने अपने चेहरे पर खुशी के भाव लाते हुए अपने पापा से गपशप करनी शुरू की । लगा जैसे कुछ हुआ ही ना हो ।


शालिनी अपने कमरे में आकर सोचने लगी यह क्या हो गया?? क्या भाई अब आगे कुछ करेगा या नहीं । भाई ने मुझे वार्निंग दी है। आज के बाद मुझे सुधारना होगा ।
यह सब सोचते हुए शालिनी अपनी लाइफ जीने लगी लेकिन उसके बाद कभी भी राकेश ने उसे गंदी नजर से नहीं देखा और ना ही शालिनि से कभी कुछ कहा। आज 1 साल हो गया है और मैंने अपने ही भाई को मार दिया।

मुझे अपने भाई को मारना नहीं चाहिए था लेकिन मेरे भाई का मरना जरूरी था वरना मैं अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाती ।
भाई मरना तो तुम्हें था मेरे लिए ना सही उपासना के लिए , अगर उपासना आपकी बीवी ना होती तो आपकी जान नहीं जाती मेरे प्यारे भाई । लेकिन उपासना भाभी के लिए आपको मारना जरूरी था।
इसलिए मैंने आपको मार दिया मुझे माफ करना आपकी प्यारी बहन हूँ मैं और हमेशा रहूंगी ।


ऐसा सोचते हुए शालिनी अपनी यादों से बाहर आ गई _______________


**********
दोस्तों आज की सारी अपडेट शालिनि की यादों में ही निकल गयी ।
कहानी जारी रहेगी ।
अपने सुझाव जरूर दीजिएगा साथ मे ये भी बताना की इस कहानी को पढ़ने वाले लोग कहाँ कहाँ से हैं ।
साथ बने रहने के लिए आपका दिल से धन्यवाद ।
आपका प्यारा भाई- रचित

***********
Awesome Update.
To shalini ka upashna ke sath ek ateet hai jiske karan apne bhai ko maar diya ab wo aage kya karegi aur Rakesh bhi aayega to kya hoga uska ?
 

Rachit Chaudhary

B a Game Changer ,world is already full of players
1,038
2,347
159
Awesome Update.
To shalini ka upashna ke sath ek ateet hai jiske karan apne bhai ko maar diya ab wo aage kya karegi aur Rakesh bhi aayega to kya hoga uska ?
Iske liye age padhte rahiye sahab
 

Rachit Chaudhary

B a Game Changer ,world is already full of players
1,038
2,347
159

Fiza Khan

New Member
37
115
48
Update 25.

********
दोस्तों आज बहुत ज्यादा समय लगा पोस्ट करने में और उसकी वजह है स्टोरी में pics add करना । पूरा एक घंटा लगता है फ़ोटो लगाने में ही । तो मेरी कहानी का आनंद लेते हुए support भी करना। चलो शुरू करते है आज की update ।
********

रक्षाबंधन का दिन है आज ।
शालिनी घूमने आयी हुई थी । जैसे ही शालिनी सुबह hotel रूम में सोकर उठी तो उसने सोचा कोई न्यूज़ ही देख ली जाए क्या चल रहा है दुनिया मे ।

शालिनी ने रिमोट उठाया और TV चला दिया ।
TV की स्क्रीन चलते ही उसपर दिखाया जा रहा था कि दुनिया मे किस तरह लोग रक्षाबंधन का उत्सव मना रहे है ।

शालिनी की आंखे नम हो गयी क्योंकि वो मन ही मन सोचने लगी - मेरा भी एक भाई था जिसे मैंने खुद ही मौत के घाट उतार दिया ।
मैंने ये नही किया होता तो मैं भी आज किसी की कलाई पर राखी बाँधती ।
तभी शालिनी अपने पिछले साल वाले राखी वाले दिन की यादों में खोती चली गयी । जब उसने राकेश को राखी बांधी थी ।
शालिनी अपने यादों में डूबती चली गयी ।

आगे कहानी यादों में चलेगी _____________________________
आज रक्षाबंधन है और शालिनी बड़ी चहकती हुई सी नजर आरही है ।
उसने तुरंत बैड से उठकर राकेश के कमरे की तरफ दौड़ लगाई लेकिन वो अचानक पता नही क्या सोचकर रुक गयी ।

शालिनी ने सोचा कि आज रक्षाबंधन के दिन मैं बिना नहाए बिना नहाए भैया के सामने नहीं जाऊंगी ।
ऐसा सोच कर कर शालिनी वापस कमरे की तरफ मुड़ी और कमरे में आकर सोचने लगी - भईया के सामने थाली सजाकर ही जाऊंगी ।

उधर राकेश भी आज उत्साहित था । वह सोच रहा था अपनी प्यार सी बहन को क्या गिफ्ट देना चाहिए ।
उसने सोचा कि अपनी बहन को एक सोने की रिंग, कपड़े और उसे एक नई कार गिफ्ट करेगा ।
ऐसा सोचकर राकेश ने हाथ मुँह धोये और पार्किंग की तरफ चल दिया ।
पार्किंग से गाड़ी निकालकर सीधा मार्किट पहुंचा । राकेश ने एक सोने की रिंग पैक कराई । फिर एक मॉल में घुसा । वह शालिनि के लिए कपड़े देखने लगा ।

अब राकेश के सामने सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि उसे साइज नही पता था शालिनि का ।
उसने एक जीन्स टॉप सेलेक्ट किये क्योंकि शालिनि ज्यादातर जीन्स टॉप ही पहनती थी ।
राकेश ने 30 साइज का टॉप और 32 साइज की जीन्स पैक करा ली क्योंकि राकेश ने सोचा कि शालिनि का साइज ज्यादा से ज्यादा 30* होगा । लेकिन उस बेचारे को क्या पता था कि शालिनि का साइज इतना है ।

कपड़े लेकर राकेश घर आया । आकर नहाया धोया । और इंतजार करने लगा शालिनि का।

तभी उपासना अंदर आते हुए राकेश से बोली - जी आपकी बहन नीचे आपका इंतजार कर रही राखी बांधने के लिए ।

राकेश - हां बस चलता हूँ।

शालिनि ने आज एक लाल रंग का कुर्ता पहना हुआ था जिसकी लालिमा उड़के चेहरे पर भी फैली हुई थी । कुर्ता उसको घुटनों से थोड़ा ऊपर तक था और उस कुर्ते में साइड कट ज्यादा लंबे थे जो साइड में पेट पर से ही कटे हुए थे ।
उसके नीचे शालिनि ने सफेद रंग की लैगिंग पहनी हुई थी जो बेहद ही तंग थी ।


IMG-20200806-184743

उसने एक सफेद रंग का पतला सा दुपट्टा भी लिया हुआ था ।
दुपट्टा तो नाम के लिए ही था क्योंकि ये दुपट्टा उसने बस एके कंधे पर लटकाया हुआ था ।

बेहद ही प्यारी लग रही थी शालिनि red and white वाले कपड़ो में ।
बाल आज उसने बिल्कुल खुले छोड़े हुए थे जो उसकी कमर तक ही थे ।


IMG-20200806-183024

राकेश नीचे आया तो शालिनि उसकी तरफ देखकर मुस्कुराते हुए बोली - आइये भईया।

राकेश ने आकर शालिनि को गले से लगाया । लेकिन राकेश को अपनी छाती में कुछ चुभता सा महसूस हुआ ।
राकेश को महसूस हुआ कि उसकी बहन अब छोटी नही रही वह बड़ी हो गयी है ।

राकेश की कलाई पर शालिनि ने रखी बांधी , उसके माथे पर हल्दी चंदन का टीका किया ।
फिर दोनों बहन भइया ने एक दूसरे का मुंह मीठा कराया ।
जब राकेश ने शालिनि को घेवर खिलाने के लिए उसके मुह की तरफ अपना हाथ बढ़ाया तो कुछ पलों के लिए राकेश ठिठक सा गया ।
उसकी वजह ये थी क्योंकि उपासना के होंठ इतने प्यारे लग रहे थे जैसे शर्बत के दो प्याले हों । वाकई में शालिनि ने होंठों पर ऐसी लिपस्टिक लगाई थी जिससे होंठ गीले गीले दिखें ।


IMG-20200806-181436

राकेश ने लड्डू खिलाया शालिनि मुंह खोलकर पूरा लड्डू एक साथ मुह के अंदर ले गयी । यह नजारा देखकर राकेश के संस्कारों की धज्जियां उड़ गयीं ।

IMG-20200806-181518

हां दोस्तों शालिनि का वो प्यारा सा चुदासा सा चेहरा देखकर राकेश के मन में गंदे विचार आने लगे ।
राकेश ने सोचा काश इन खूबसूरत होठों पर मेरा लंड होता तो जीते जी मैं स्वर्ग में होता ।
मेरा वीर्य इन होठो की मादकता और सुंदरता में चार चांद लगा देता ।

IMG-20200806-181608

फिर उपासना को एक साथ खाँसी उठी लड्डू खाकर तो राकेश ने उसे पानी पिलाया ।
अब तो राकेश के मन मे भूकंप आगया था । अपने दिमाग मे चल रहे इस भूचाल की वजह से राकेश की आंखों में वासना अपना नाच करने लगी । उसकी आंखें लाल होने लगी ।
उपासना के होठों से पानी की बूंदे ऐसी सजी हुई थी जैसे कह रही हो कि इन जूसी होंठो पर से हमे भी चूस लो ।


IMG-20200806-181449

फिर दोनों भाई बहन गपशप करने लगे ।

शालिनि - अच्छा भइया मैने आपको राखी बांधी अपने अपनी बहन को एक भी रुपया अब तक नही दिया ।

राकेश- तुम्हे पैसे चाहिए तो ये लो ।
ऐसा कहकर राकेश ने ने शालिनी की तरफ अपना पर्स पड़ा है शालिनी ने राकेश कब पर पर अपने हाथ में लेकर उसमें से 20000 रुपए निकाल लिए


राकेश बोला- मेरी प्यारी बहन मैं तुम्हारे लिए और भी कुछ गिफ्ट लाया हूं।

शालिनी एक साथ खुश होते हुए बोली - हां जल्दी दीजिए मुझे मैं भी तो देखूं अपनी प्यारी बहन के लिए क्या गिफ्ट लेकर आए हैं भइया।

राकेश- वो तो मेरे कमरे में रखे हुए हैं , मेरे कमरे से मैं लेकर आता हूं ।

राकेश अपने कमरे में आया । शालिनी के लिए राकेश ने अपने कमरे में आकर कपड़े और रिंग उठाएं लेकिन वह नई कार के पेपर कहीं पर रखकर भूल गया था जिस वजह से उसे ढूंढने में समय लगा।

कार के पेपर ढूंढने में राकेश को 20 मिनट लग गए लगभग 20 मिनट बाद राकेश रिंग , कपड़े और गाड़ी के पेपर लेकर शालिनि के पास आया ।

राकेश ने देखा शालिनी किसी से फोन पर बात कर रही है , लेकिन उसे आता देखकर शालिनी ने फोन रख दिया और उछलकर राकेश की तरफ भागी ।

शालिनि- दीजिये भैया दीजिए । मैं भी तो देखूं क्या गिफ्ट लिया है आपने मेरे लिए।

शालिनी ने देखा एक गिफ्ट में उसे रिंग मिली है ।
दूसरा पैकिंग उसने खोली जिसमें नई लंबोर्गिनी गाड़ी के पेपर थे ।

IMG-20200806-190211

शालिनी बड़ी ही खुशी और जोश से बोली - भैया हो तो आपके जैसा लेकिन तभी उसने तीसरी पैकिंग खोली जिसमें नए जींस टॉप देखकर शालिनी थोड़ी सी झिझक गई क्योंकि उसे पता था कि भैया को तो मेरा साइज ही नहीं पता है।
कपड़े या तो छोटे होंगे या बड़े होंगे । फिटिंग करानी होगी ।

शालिनी शर्मा कर तीनों गिफ्ट अपनी गोद में उठाए हुए अपने कमरे की तरफ चलने लगी ।
तभी राकेश बोला- यह तो सरासर बेईमानी है, मेरी प्यारी बहन ।

शालिनी- अब क्या बेईमानी कर दी भैया ।

राकेश बोला- तुमने गिफ्ट तो ले लिए लेकिन इन्हें यूज़ करके भी तो दिखाओ।
मुझे गाड़ी भी चला कर दिखाना । मुझे रिंग भी पहन कर दिखाना , मुझे कपड़े भी पहन कर दिखाना । जिससे मुझे भी खुशी हो सके ।

शालिनी बोली - इसमें तो कोई बड़ी बात नहीं है भैया । यह मैं अभी पहन कर आती हूं।


शालिनी अपने कमरे में चली गई तभी राकेश की नजर मेज पर पड़ी जहां शालिनी का मोबाइल रखा हुआ था ।
मोबाइल की स्क्रीन अभी तक ऑफ नहीं हुई थी , बंद नहीं हुई थी जिससे कि मोबाइल का लॉक भी नहीं लगा था ।

शालिनी लॉक करना भूल गई थी राकेश के दिमाग में पता नहीं क्या आया उसने एक साथ झट से वह मोबाइल उठा लिया , क्योंकि कुछ ही पलों में मोबाइल ऑटोमेटिक लॉक हो जाता । लेकिन राकेश ने ऐसा नहीं होने दिया ।

राकेश ने कॉल डिटेल्स में देखा शालिनी को किसी नए नंबर से फोन आया था । जब राकेश अपने कमरे में था । फिर राकेश ने शालिनी के मोबाइल में फाइल मैनेजर खोला, जिसमें उसे कॉल रिकॉर्डिंग का फोल्डर दिखा। उसने ओपन किया तो देखा कि इसमें सबसे ऊपर जो फाइल थी वह अभी 20 मिनट पहले की थी । जिसका मतलब साफ था कि जिससे शालिनी ने बात की है यह उसी की कॉल रिकॉर्डिंग है ।
राकेश ने वह रिकॉर्डिंग प्ले कर दिया।

हेलो
शालिनी- हेलो

सहेली - आज तो रक्षाबंधन है ।अपने प्यारे भाई को राखी बांध दी तूने।


शालिनी- हां मैंने तो बांध दी। भैया मेरे लिए गिफ्ट लेने गए हैं ।


सहेली- तूने अभी जो अपना एक फोटो पोस्ट किया है वह आज ही का है क्या ।


शालिनि- हां मैंने अभी-अभी एक फोटो क्लिक करके पोस्ट किया था । तुमने देख लिया क्या ।


सहेली - भाई को राखी बांधने जा रही हो या अपने आशिक से मिलने जा रही हो , जो ऐसे कपड़े पहने हैं ।


शालिनी हैरानी से - तू सुधरेगी नहीं । इसमें कपड़ों वाली क्या बात है। सही तो पहने हैं ।


सहेली- क्या सही पहने हैं ।अपना कुर्ता तो देख तेरी चूतड़ों के नीचे ही खत्म हो जाता है । और उस पर तूने वह लेगिंग पहनी हुई है जो तेरी मोटी मोटी जांघों को छुपाने की जगह और ज्यादा दिखा रही है और तू बोल रही है कि सही कपड़े तो पहने हैं । मुझे तो नहीं लगता कि तूने सही पहने हैं ।


IMG-20200806-184908

शालिनी - अच्छा कमीनी चल मुझसे गलती हो गई अब तो तू खुश है ।


सहेली - मैं तो खुश ही हूं , लेकिन मैं यह सोच रही हूं कि अगर यही गलती तेरे भाई से हो गई ।


शालिनी- क्या मतलब है तेरा ।


सहेली - मेरा मतलब है कि जब तू ऐसे कपड़े पहन कर भाई के सामने जाएगी तो तुझे लगता है क्या कि तेरे जैसी 30 साल की घोड़ी में उसे अपनी बहन नजर आएगी ।


शालिनि- शर्माते हुए- अब तू ज्यादा दिमाग ना खराब कर । कम से कम आज रक्षाबंधन के दिन तो ऐसी बातें ना कर। मैं जैसी भी हूं अपने भाई को बहन ही नजर आऊंगी। घोड़ी तो तू नजर आती होगी तेरे भाई को । तू लगती भी घोड़ी जैसी ही है ।


सहेली- लेकिन इतना नहीं लगती जितना तू लगती है। तुझे बड़ा विश्वास है अपने भाई पर यह विश्वास तेरा बिल्कुल गलत है। तेरा ही नहीं पूरी दुनिया में जितनी भी बहने हैं सबको यह गलतफहमी है कि उनका भाई उन्हें बहन की नजर से देखता है । असलियत तो यह है कि जो भी भाई अपनी बहन की मटकती हुई गांड को देखेगा तो जाहिर सी बात है की है तो आखिर वह भी इंसान ही । बहन की गांड में ही ऐसा क्या अलग होगा आखिर बहन की गांड भी तो ऐसी ही होगी ना जैसी सब लड़कियों की होती है। और आजकल लड़कियों की मटकती हुई गांड देखकर मर्दों के लंड खड़े हो जाते हैं तो तेरे भाई का क्यों नहीं होगा । उसका भी खड़ा हो जाएगा ।


IMG-20200806-184846

शालिनी- तेरे उपदेश सुन सुन कर तो मेरा दिमाग खराब हो जाता है । मुझे बस इतना पता है कि मैं अपने भाई की प्यारी बहन हूं ।


सहेली - !मैं भी तो यही कह रही हूं कि सब लड़कियां यही समझती है कि मैं तो अपने भाई की प्यारी बहन हूं लेकिन असलियत में ऐसा नहीं होता। जब तेरे जैसी प्यारी बहन इतनी सज संवर कर अपने जिस्म को इस तरह तंग पजामी में फसाकर भाई के सामने चहल कदमी करेगी तो पता है आजकल के भाई क्या सोचते हैं ? आजकल के भाई सोचते हैं की गांड तो मेरी बहन की भी जबरदस्त है इसका भी कोई बॉयफ्रेंड होगा जो मेरी बहन की चूत लेता होगा । कौन और कैसा होगा वह आदमी जो मेरी बहन के ऊपर चढ़ता होगा और मेरी बहन भी कम नहीं लग रही नीचे से गांड उठा उठा कर लंड लेती होगी।


शालिनी - अच्छा तो तुझे बड़ा ज्ञान है तो अपना ज्ञान अपने पास रख। मुझे बता कि तेरी जिंदगी कैसी चल रही है अपने बॉयफ्रेंड के साथ ।


सहेली- मेरा तो ब्रेकअप हो गया यार वह लड़का सही नहीं था। मतलब गुंडा टाइप का था। अब मेरी तो किस्मत तेरी तरह नहीं है ना यार ।


शालिनी - क्यों इसमें किस्मत की क्या बात हुई । मुझे तो कोई बुराई नजर नहीं आती तुम्हारी किस्मत में ।


सहेली - तुझे नजर आएगी क्यों जब तेरा दिल करता है अपने बॉयफ्रेंड को चढ़ा लेती है अपने ऊपर । मेरे से पूछ कैसे गुजरता है एक-एक दिन बिना लंड जाए पर तेरे तो मजे हैं शालिनी इतनी बार चुद चुद कर तुझ में निखार भी आ गया है ।


IMG-20200806-183356

शालिनी - ऐसा नहीं है यार मैं भी रोज नहीं ले पाती लंड। 2 दिन हो गए मुझे भी बिना चुदे और आज रक्षा बंधन है तो कल ही जाऊंगी ऑफिस ।


सहेली- तुझे तो 2 दिन बहुत लंबे लग रहे हैं मेरी लाडो रानी लगता है तुझे लंड का ज्यादा ही चस्का लग गया है । और गलती तेरी भी नहीं है तेरे बॉयफ्रेंड ने अच्छी खासी मेहनत की है तेरे ऊपर चढ़ कर तभी तो तू आज इतना गदरा गई है कि जब तू गुजरती है तो तेरी गांड के दीवाने हो जाते हैं लोग । अच्छा एक बात बताओ तेरी गांड मटकती ही ज्यादा है या तू जानबूझकर मटका कर चलती है ।


शालिनी - तू पूरी एक नंबर की बदमाश है पर क्या करूं तू मेरी सबसे प्यारी सहेली है । तुझसे मैंने अपनी जिंदगी की हर बात शेयर की है तो यह भी करूंगी । मैं अपनी गांड बिल्कुल भी मटका कर नहीं चलती लेकिन मैं क्या करूं मेरी गांड थोड़ा पीछे की तरफ ज्यादा निकल गई है जिस वजह से लोगों को लगता है कि मैं गांड मटका कर चल रही हूं । उन्हें क्या पता की चूत चोद चोद कर भारी हो गई है यह गांड । एक पैर भी आगे रखो तो पूरी गांड एक तरफ झुक जाती है ।


Screenshot-2020-04-21-14-27-30-004-com-miui-gallery

सहेली - गांड तो झुकेगी ही लाडो रानी जब खीरे जैसा लंड रोज अपनी चूत में लोगी ।


शालिनी - बस करना यार क्यों गर्म करने में लगी हुई है ।


सहेली - अब तो गरम होगी ही क्योंकि तेरी जवानी लंडों से पीटने लायकहो गयी है ।


शालिनि - अब इतनी गिर गई हूं क्या मैं कि मेरी पिटाई लंड से करवाएगी।


सहेली- इस में गिरने वाली बात नहीं है मेरी लाडो रानी क्योंकि तेरे जैसी गदरायी हुई लौंडिया अगर लंडों से ना पिटे तो वह अपनी जुबानी काबू में नहीं कर सकती । तेरी जवानी को काबू में करने के लिए एक साथ 3, 4 लंडों को मेहनत करनी पड़ेगी तब जाकर तेरी जैसी लौंडिया ठंडी होती है ।


Screenshot-2020-04-21-14-30-53-224-com-miui-gallery

शालिनि- अब मुझे तू ज्यादा गर्म ना कर वरना मैं अभी अपने बॉयफ्रेंड को बुलाकर अपने ऊपर चढ़ा लूंगी ।


सहेली - चढ़ा लेना तो रोका किसने है । वैसे भी तेरे जैसी लौंडिया के ऊपर चढ़ते हुए लोग ही अच्छे लगते हैं । वैसे मैंने सुना है तेरा भाई जो है राकेश यह भी रंडियां चोदने जाता है ।


शालिनी हैरान होते हुए- अब तू बिल्कुल हद पार कर रही है कमीनी । मेरे भाई को तो बदनाम मत कर।


सहेली - अरे नहीं मेरी एक फ्रेंड है जो तेरे भाई की कंपनी में काम करती है। वह बता रही थी कि उसे डेट पर ले गया था तेरा भाई और पूरी रात चोद कर सुबह वापस लाया था ।


शालिनी हैरान होते हुए - मेरा भाई ऐसा नहीं हो सकता मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा कि भैया ऐसे भी हो सकते हैं । और क्या बताया तेरी फ्रेंड ने।


सहेली- वह तो यही कह रही थी कि उसे लेकर गया था रात भर इतनी बुरी तरह रगड़ा कि बेचारी सुबह को चल भी नहीं पा रही थी। कह रही थी राकेश का लोड़ा ज्यादा बड़ा तो नहीं है लेकिन चूत की कुटाई बड़े अच्छे तरीके से करता है । तो इस हिसाब से तो शालिनी तुम दोनों भाई बहन ही बड़े चुदक्कड़ हो। तेरी चूत को लंड की प्यास रहती है और तेरे भाई के लंड को चूत की प्यास रहती है ।


शालिनी- तुझसे तो कोई जीत ही नहीं सकता। अब मैं क्या बोलूं मैं तुम्हें, हां हैं दोनों भाई बहन चुदक्कड़।


सहेली- तुझे और तेरे भाई के बीच में यदि कंपटीशन कराया जाए तो कौन पहले हारेगा कहना मुश्किल है ।


शालिनी - अब यह भी तू ही बता दे क्योंकि मेरी बात तो तू कभी मानती नहीं है ।


सहेली - मुझे तो लगता है तू ही जीतेगी क्योंकि तेरी जवानी जब तक पूरे दिन ना चुदे तब तक तुझे चैन नहीं मिलता। उसके लोड़े को तो तू निचोड़ लेगी शेरनी । वैसे तेरा मन भी तो कर रहा होगा कि अपने भाई को निचोड़ ले , अपने ऊपर चढ़ा ले ।


शालिनी - मेरा मन तो नहीं कर रहा लेकिन यदि तुझे मेरे ऊपर चढ़वाना ही है तो बेशक चढ़ा दे । तुझे शर्मिंदा नहीं करूंगी तेरी बात रखूंगी । मैं अपनी गांड और चूत को भींच भींचकर कर अपने भाई के लंड को निचोड़ लुंगी ।


Screenshot-2020-04-21-14-38-41-972-com-miui-gallery

सहेली - तेरा मन करता है क्या अपने भाई के लंड को देखने का ।



शालिनी - अब तो देखने का ही नहीं मुंह में लेने का भी मन कर रहा है । पता नहीं कैसा होगा मेरे भाई का लोड़ा । अपनी बहन की प्यास बुझा भी पाएगा या नहीं । मैं भी तो नहीं कह सकती कि भाई तेरी बहन प्यासी है आकर प्यास बुझा दे मेरी। तेरी बहन अपनी आंखों में तेरा लंड लिए घूम रही है दे दे उसे यह लंड । और चोद दे अपने ही घर में अपनी इस बहन को ।



सहेली - तो चुदवाने का मन है अपने भाई से मेरी लाडो रानी का ।



शालिनी - अगर भाई कहे तो मैं तो खुला न्योता दे दूंगी कि आजा अपनी बहन की फटी हुई चूत में अपने लंड का झंडा गाड़ दे क्योंकि मेरी सील तोड़ना तो तेरे नसीब में नहीं था भाई लेकिन इस चुदी चुदाई चूत को चोद कर ही अपना मन बहला ले। पूरी जान से चोद अपनी बहन को ----------------------- अच्छा चल ठीक है मैं बाद में बात करती हूं भैया आ रहे है।

सहेली - bye ।


रिकॉर्डिंग खत्म हो चुकी थी और राकेश की आंखें वासना में जलने लगी।
लेकिन उसे आत्मग्लानि और अपने ऊपर जलालत महसूस होने लगी कि मैं कैसा भाई हूं अपनी ही बहन की चूत और गांड के सपने देख रहा हूं ।
मेरे जैसे भाई को मर जाना चाहिए । मैं भाई होने के नाम पर कलंक हुं।
अगर हर घर में ऐसा भाई हो तो बहनों की इज्जत एक रंडी से ज्यादा नहीं रह जाएगी । मुझे ऐसा नहीं होना चाहिए। मुझे पूरी दुनिया में कम से कम अपनी बहन को तो बहन समझ लेना चाहिए ।
मैं इतना भी बुरा कैसे हो सकता हूं कि पूरी दुनिया भर में सिर्फ अपनी बहन को एक अच्छी नजर से ना देख सकूं । मैं इतना भी बुरा कैसे हो सकता हूं।
कम से कम इंसानियत नाम की कोई तो चीज होगी मेरे अंदर और यह सब विचार राकेश के दिमाग में कौंधने लगे । राकेश को बेहद गुस्से का अनुभव हो रहा था क्योंकि वह नहीं चाहता था कि जिस धर्मवीर सिंह ने उन दोनों भाई बहन को इतने प्यार से पाला है, अच्छी शिक्षा दी है, अच्छे संस्कार दिए हैं और इतनी मेहनत करने के बाद अपने बच्चों को एक सज्जन इंसान बनाया है ।
लेकिन मेरी बहन तो इस कलयुग की एक हिस्सा बन चुकी है वह तो अपने भाई के लिए इतने गंदे विचारों को अपनी सहेली से साझा कर रही है ।
इसका मतलब मुझसे हजारों गुना ज्यादा मेरी बहन गलत है और मेरी बहन को मुझे सही रास्ते पर लाना चाहिए। लेकिन मेरी बहन ने इतनी बड़ी गलती की है तो उसे उसकी सजा भी मिलनी चाहिए ।


राकेश अपने हाथ में शालिनी का मोबाइल लेकर बैठे हुए यह सब सोच ही रहा था कि तभी उसे मोबाइल में शालिनी का चेहरा दिखाई दिया ।


राकेश के आश्चर्य की सीमा न रही उसे समझते देर न लगी कि शालिनि बिल्कुल उसके पीछे खड़ी है और शालिनी ने उसे रिकॉर्डिंग सुनते हुए देख लिया है ।


हां दोस्तों बिल्कुल ऐसा ही हुआ था जब राकेश रिकॉर्डिंग सुन रहा था तो तब तक शालिनि कपड़े पहन कर आ चुकी थी ।
शालिनी ने कपड़े पहन तो लिए थे लेकिन उसे काफी मशक्कत करनी पड़ी थी उन्हें पहनने के लिए । क्योंकि उसके भाई ने उपहार जो दिया था शालिनी को । शालिनि समझ गई कि भाई को मेरा साइज पता नहीं है इसलिए छोटे कपड़े ले आया लेकिन भाई को कैसे बताऊं इन कपड़ों में मेरी गांड और मेरे चूचे नहीं आएंगे । लेकिन अब क्या करूं पहनने तो पड़ेंगे ही और शालिनी उन्हीं कपड़ो को पहनकर आ चुकी थी ।


IMG-20200806-184803
टॉप में से उसकी चूची इतने फंसे हुए दिख रहे थे कि उसके चुचों की निप्पल टॉप में से साफ पता की जा सकती थी। और जींस तो उसकी गांड पर और उसकी जांघों पर ऐसी चिपक चिपक गई थी जैसे अभी कुछ समय पहले लैगिंग चिपकी हुई थी। और इस बेहद टाइट जींस को शालिनी के नितंब फाड़ने को बेताब थे।

IMG-20200806-184934

शालिनी ने आकर जब अपने भाई को कुछ सुनते हुए देखा उसके मोबाइल में तो वह चुपचाप पीछे से उसके पास आ गई। और जब उसने सुना कि उसकी सहेली से जो अभी उसकी बात हुई थी वह रिकॉर्डिंग चल रही है और भाई सुन रहा है तो उसके पैरों के नीचे से मानों जमीन ही निकल गई ।

शालिनी को समझ नहीं आया कि वह क्या करें क्या ना करें ।
शालिनी को इतनी शर्म लग रही थी कि उसे लग रहा था की जमीन फट जाए जाए और मैं उस में समा जाऊं लेकिन तभी उसका चेहरा राकेश को मोबाइल की स्क्रीन पर दिखता है, जिस वजह से राकेश ने झटके से अपना सर पीछे पलट कर देखा ।


जब उसने देखा कि उसकी बहन कपड़े पहन कर आ चुकी है और मैंने इतना बड़ा साइज लिया था कपड़ों का लेकिन वह कपड़े भी इसके बदन पर चिपके हुए हैं। फूल तो गई है मेरी बहन वह सोचने लगा ।


IMG-20200806-183333

शालिनी की हालत आप समझ सकते हैं दोस्तों बिल्कुल भीगी बिल्ली की तरह अपने आपको जींस टॉप में फंसाये हुए खड़ी हुई थी ।
शालिनी के पास बोलने के लिए कुछ नहीं था क्योंकि उसकी बेशर्मी राकेश सुन चुका था , राकेश सुन चुका था कि मेरी बहन लंडों के लिए कितनी पागल है ।

IMG-20200806-184917

राकेश ने शालिनि के पास आकर उसके बालों को अपने हाथ से पकड़ कर खींचा जिस वजह से शालिनी का चेहरा ऊपर की तरफ उठ गया और उसका मुंह थोड़ा सा खुल गया ।


राकेश गुस्से में बोला- यह गुल खिलाती है मेरी बहन । अगर मेरी बहन को लंड की इतनी इतनी ही जरूरत थी तो घर में बताया क्यों नहीं। अब तक तेरी शादी करवा देते । लेकिन तू इतनी गिरी हुई निकली जितनी मैं सोच भी नहीं सकता ।


शालिनी पर इन बातों से पहाड़ से टूट चुका था उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था क्या बोले या ना बोले । ऊपर से राकेश की इतनी खुल्लम खुल्ला भाषा से शालिनी पानी पानी हो गई।


राकेश फिर बोला मैं तुझे छोटी बहन समझकर अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता रहा और तूने क्या किया तूने लोड़े खाए ।
अपनी चूत को अपनी शादी से पहले ही फड़वा लिया और ऊपर से अब तो इतनी गिर गई कि तुझे अपने भाई में भी लंड नजर आने लगा ।
गलती तेरी नहीं है शालिनी गलती तो इस गांड की है।

ऐसा कह कर राकेश ने पूरी जान से शालिनी की गांड पर थप्पड़ मारा जिससे जींस में फंसे हुए चूतड़ भी हिल गए ।


Screenshot-2020-04-21-14-31-00-915-com-miui-gallery

राकेश बोला- हां गलती इस गांड की है जो तूने इतनी चौड़ी कर ली है कि इसे अपने ऊपर हर वक्त एक मर्द चाहिए । जो तेरी गांड पर चढ़कर तेरी मस्ती झाड़ सके । तेरे चूतड़ों में अपना लंड फसा कर तुझे ठंडी कर सके ।


शालिनी यह सब सुनकर गरम भी हो गई थी और शर्मिंदा भी लेकिन हद तब हो गई जब राकेश ने शालिनी के बालों को और नीचे की तरफ खींचते हुए उसे खड़े-खड़े झुका दिया ।

राकेश उसके आगे खड़ा होकर अपनी बेल्ट खोलने लगा ।

शालिनी को समझते देर न लगी कि अब क्या होने वाला है इसलिए शालिनी अपना सर उठाने लगी लेकिन राकेश ने अपना हाथ उसके सर पर रख कर कर उसे झुकी हुई रहने पर मजबूर कर दिया ।


राकेश - तुझे लंड देखना था ना अपने भाई का ना देखना था ना अपने भाई का ना अपने भाई का । अब दिखा तू मुझे अपनी चूत की भूख। तू अपने भाई के लंड को निचोड़ने की बात कर रही थी ना, तो ले अब निचोड़ । तेरे जैसी गरम कुतियाओं को ही ठंडा किया है मैंने । तेरे जैसी रंडियों की गर्मी उतारी है मैंने। मुझे तो पता ही नहीं था की एक हराम रंडी मेरे घर में भी पल रही है।
मैं तो तुझे बच्ची समझता था लेकिन तू तो दो बच्चों की मां को भी मात देने वाली लंडखोर औरत निकली ।

Screenshot-2020-06-03-13-50-58-431-com-miui-gallery
समझ नहीं आता तुझे लड़की कहूं या औरत क्योंकि लड़की कुंवारी होती है और लड़की तो तू रही नहीं और औरत शादीशुदा होती है तो शादी भी तूने नहीं की । अब समझ नहीं आ रहा तुझे नाम क्या दूं तुझे नाम क्या दूं ।
तेरी जवानी को आज मैंने ढीला ना कर दिया कर दिया दिया ना कर दिया कर दिया दिया तो मैं तेरा भाई नहीं ।
तेरी जांघो के बीच की गर्मी अपने लोड़े से ना निकाली तो मैं तेरा भाई नहीं।
जो राखी तूने अपने तूने अपने भाई को बांधी है उसकी कसम तेरी हालत आज ऐसी कर दूंगा की इतने सेक्सी कपड़े पहन कर कर अपनी गांड मटकाती हुई तू कभी मेरे पास नहीं आएगी । मेरे लोड़े से तू दूर भागेगी वह दर्द आज मैं तुझे दूंगा दूंगा।


राकेश ने अपने लंड लंड बाहर निकाला और सीधा शालिनी के मुंह की तरफ कर दिया ।

शालिनी मैं अपने होंठ नहीं खोलें ।
राकेश अपने लंड का दबाव शालिनी के होठों पर बनाए हुए था लेकिन शालिनी अपने होठों को बिल्कुल भी नहीं खोल रही थी ।

ऐसा लग रहा था जैसे राकेश के लंड के सुपाड़े और शालिनी के रचे हुए जूसी होठों के बीच कोई युद्ध चल रहा हो ।

IMG-20200806-181627


राकेश समझ गया था कि शालिनी बेशक चुदक्कड़ रांड हो लेकिन यहां पर सती सावित्री ही बनेगी । क्योंकि घर मे लड़कियां जितनी सती सावित्री और संस्कारी बनकर दिखाती है अंदर से उनमें लंड की उतनी ही ज्यादा भूख होती है , उतनी ही ज्यादा चुदासी और चुदक्कड़ होती हैं । ये बात मेरे घर मे ही नही बल्कि हर किसी के घर मे यही होता है जिन्हें हम सीधी साधी संस्कारी लड़की समझते है उनके अंदर एक बेशर्म रंडी छुपी होती है जिन्हें बस एक मौका चाहिए अपनी चूतों में लंड लेने का । यही कुछ सोचते हुए राकेश के मन मे विचार आया । यह अपने होंठ नहीं खोलेगी और मेरा लंड अंदर नहीं जाएगा ।



यह सोचते हुए राकेश ने एक हाथ से अपने लंड को शालिनी के होठों पर रगड़ते हुए दूसरे हाथ को झुकी हुई शालिनी के कूल्हों पर मारा।


राकेश के हाथ की धाप इतनी तेज थी कि शालिनी अपनी गांड पर पड़े हुए थप्पड़ की वजह से आगे की तरफ गिरने को हुई जिससे लंड पर उसके होंठो का दबाव बढ़ गया । जैसे ही गांड पर थप्पड़ पड़ा शालिनि का मुंह खुला aaaahhhh और राकेश का लोड़ा उसके मुंह में चला गया ।


Screenshot-2020-04-21-14-28-37-425-com-miui-gallery
लंड मुंह में जाते ही राकेश ने शालिनी का सर पकड़ा और अपने चूतड़ों में पूरी जान इकट्ठी करके एक जोरदार झटका मारा ।
राकेश ने देखा कि शालिनि के लिपस्टिक लगे हुए होंठ उसके लोड़े के बिल्कुल जड़ में उसके लंड पर किसी रबड़ की तरह चढ़े हुए हैं ।

IMG-20200806-182625

कुछ सेकंड तक ऐसे ही दबाए रखने के बाद राकेश ने आधा लौड़ा बाहर किया और फिर जोरदार झटका मारा । इतनी जोरदार मुंह चुदाई से शालिनि का मुँह सन गया था । शालिनी का ही थूक उसके होठों के चारों तरफ फैल गया ।

IMG-20200806-182635

राकेश किसी पिस्टन की भांति अपना लोड़ा स्पीड से उसके मुंह में अंदर बाहर करते हुए शालिनी की गांड को हाथो से पीटने लगा ।


शालिनी को भी अजीब एहसास हो रहा था अपनी गांड पर थप्पड़ खाते हुए लोड़े को मुंह में लेने का ।


राकेश ने लंड को बाहर निकाला और उसके गालों पर मारने लगा ।
शालिनी के थूक में सना हुआ लंड जब शालिनी के गालों पर पड़ता तो थूक के दाग उसके गालों पर रह जाते । धीरे धीरे पूरा मुह शालिनी का अपने ही थूक से सन गया। शालिनी की आंखों का काजल उसके गालों पर लगकर गालों को काला कर रहा था ।

IMG-20200806-182649

दूसरी तरफ शालिनी के मुंह से उसके थूक की लार नीचे टपक रही थी जो उसके टॉप में फंसे चुचों पर गिर रही थी ।


अपनी बहन का मुंह किसी रंडी की तरह चोदने लगा था राकेश।
मुंह में लंड डालकर राकेश शालिनी के गालों पर थप्पड़ भी लगा रहा था और लौड़ा भी अंदर बाहर कर रहा था ।
मस्त मुँह चुदाई चल रही थी लेकिन तभी गेट पर बैल बजी ।


दोनों फुर्ती से अलग हुए ।
राकेश हिदायत देते हुए अलग हुआ कि या तो सुधर जाना अगर दोबारा मुझे लगा कि तुम नहीं सुधरी हो तो तुम्हारी वह हालत करूंगा कि तुम्हें अपने आप पर शर्म आएगी और राकेश ने खड़ी हुई शालिनी की गांड पर लात मारी और उसे उसके कमरे में जाने को कहा ।

गांड पर लात लगते ही शालिनि फर्श पर गिर गयी और उसके मुँह से राकेश के लंड का पानी और शालिनि के थूक का मिश्रण फर्श पर टपक रहा था ।

IMG-20200806-181536
शालिनी अपनी गांड पर राकेश की लात खाकर अपने कमरे में आ गई ।


जब राकेश ने गेट खोला तो सामने धर्मवीर था जो से रक्षाबंधन की बधाई दे रहा था ।

राकेश ने अपने चेहरे पर खुशी के भाव लाते हुए अपने पापा से गपशप करनी शुरू की । लगा जैसे कुछ हुआ ही ना हो ।


शालिनी अपने कमरे में आकर सोचने लगी यह क्या हो गया?? क्या भाई अब आगे कुछ करेगा या नहीं । भाई ने मुझे वार्निंग दी है। आज के बाद मुझे सुधारना होगा ।
यह सब सोचते हुए शालिनी अपनी लाइफ जीने लगी लेकिन उसके बाद कभी भी राकेश ने उसे गंदी नजर से नहीं देखा और ना ही शालिनि से कभी कुछ कहा। आज 1 साल हो गया है और मैंने अपने ही भाई को मार दिया।

मुझे अपने भाई को मारना नहीं चाहिए था लेकिन मेरे भाई का मरना जरूरी था वरना मैं अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाती ।
भाई मरना तो तुम्हें था मेरे लिए ना सही उपासना के लिए , अगर उपासना आपकी बीवी ना होती तो आपकी जान नहीं जाती मेरे प्यारे भाई । लेकिन उपासना भाभी के लिए आपको मारना जरूरी था।
इसलिए मैंने आपको मार दिया मुझे माफ करना आपकी प्यारी बहन हूँ मैं और हमेशा रहूंगी ।


ऐसा सोचते हुए शालिनी अपनी यादों से बाहर आ गई _______________


**********
दोस्तों आज की सारी अपडेट शालिनि की यादों में ही निकल गयी ।
कहानी जारी रहेगी ।
अपने सुझाव जरूर दीजिएगा साथ मे ये भी बताना की इस कहानी को पढ़ने वाले लोग कहाँ कहाँ से हैं ।
साथ बने रहने के लिए आपका दिल से धन्यवाद ।
आपका प्यारा भाई- रचित

***********
Apke words me jadu hai. Please update dijiye
 

Incestlala

Well-Known Member
2,028
3,421
159
S
Update 25.

********
दोस्तों आज बहुत ज्यादा समय लगा पोस्ट करने में और उसकी वजह है स्टोरी में pics add करना । पूरा एक घंटा लगता है फ़ोटो लगाने में ही । तो मेरी कहानी का आनंद लेते हुए support भी करना। चलो शुरू करते है आज की update ।
********

रक्षाबंधन का दिन है आज ।
शालिनी घूमने आयी हुई थी । जैसे ही शालिनी सुबह hotel रूम में सोकर उठी तो उसने सोचा कोई न्यूज़ ही देख ली जाए क्या चल रहा है दुनिया मे ।

शालिनी ने रिमोट उठाया और TV चला दिया ।
TV की स्क्रीन चलते ही उसपर दिखाया जा रहा था कि दुनिया मे किस तरह लोग रक्षाबंधन का उत्सव मना रहे है ।

शालिनी की आंखे नम हो गयी क्योंकि वो मन ही मन सोचने लगी - मेरा भी एक भाई था जिसे मैंने खुद ही मौत के घाट उतार दिया ।
मैंने ये नही किया होता तो मैं भी आज किसी की कलाई पर राखी बाँधती ।
तभी शालिनी अपने पिछले साल वाले राखी वाले दिन की यादों में खोती चली गयी । जब उसने राकेश को राखी बांधी थी ।
शालिनी अपने यादों में डूबती चली गयी ।

आगे कहानी यादों में चलेगी _____________________________
आज रक्षाबंधन है और शालिनी बड़ी चहकती हुई सी नजर आरही है ।
उसने तुरंत बैड से उठकर राकेश के कमरे की तरफ दौड़ लगाई लेकिन वो अचानक पता नही क्या सोचकर रुक गयी ।

शालिनी ने सोचा कि आज रक्षाबंधन के दिन मैं बिना नहाए बिना नहाए भैया के सामने नहीं जाऊंगी ।
ऐसा सोच कर कर शालिनी वापस कमरे की तरफ मुड़ी और कमरे में आकर सोचने लगी - भईया के सामने थाली सजाकर ही जाऊंगी ।

उधर राकेश भी आज उत्साहित था । वह सोच रहा था अपनी प्यार सी बहन को क्या गिफ्ट देना चाहिए ।
उसने सोचा कि अपनी बहन को एक सोने की रिंग, कपड़े और उसे एक नई कार गिफ्ट करेगा ।
ऐसा सोचकर राकेश ने हाथ मुँह धोये और पार्किंग की तरफ चल दिया ।
पार्किंग से गाड़ी निकालकर सीधा मार्किट पहुंचा । राकेश ने एक सोने की रिंग पैक कराई । फिर एक मॉल में घुसा । वह शालिनि के लिए कपड़े देखने लगा ।

अब राकेश के सामने सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि उसे साइज नही पता था शालिनि का ।
उसने एक जीन्स टॉप सेलेक्ट किये क्योंकि शालिनि ज्यादातर जीन्स टॉप ही पहनती थी ।
राकेश ने 30 साइज का टॉप और 32 साइज की जीन्स पैक करा ली क्योंकि राकेश ने सोचा कि शालिनि का साइज ज्यादा से ज्यादा 30* होगा । लेकिन उस बेचारे को क्या पता था कि शालिनि का साइज इतना है ।

कपड़े लेकर राकेश घर आया । आकर नहाया धोया । और इंतजार करने लगा शालिनि का।

तभी उपासना अंदर आते हुए राकेश से बोली - जी आपकी बहन नीचे आपका इंतजार कर रही राखी बांधने के लिए ।

राकेश - हां बस चलता हूँ।

शालिनि ने आज एक लाल रंग का कुर्ता पहना हुआ था जिसकी लालिमा उड़के चेहरे पर भी फैली हुई थी । कुर्ता उसको घुटनों से थोड़ा ऊपर तक था और उस कुर्ते में साइड कट ज्यादा लंबे थे जो साइड में पेट पर से ही कटे हुए थे ।
उसके नीचे शालिनि ने सफेद रंग की लैगिंग पहनी हुई थी जो बेहद ही तंग थी ।


IMG-20200806-184743

उसने एक सफेद रंग का पतला सा दुपट्टा भी लिया हुआ था ।
दुपट्टा तो नाम के लिए ही था क्योंकि ये दुपट्टा उसने बस एके कंधे पर लटकाया हुआ था ।

बेहद ही प्यारी लग रही थी शालिनि red and white वाले कपड़ो में ।
बाल आज उसने बिल्कुल खुले छोड़े हुए थे जो उसकी कमर तक ही थे ।


IMG-20200806-183024

राकेश नीचे आया तो शालिनि उसकी तरफ देखकर मुस्कुराते हुए बोली - आइये भईया।

राकेश ने आकर शालिनि को गले से लगाया । लेकिन राकेश को अपनी छाती में कुछ चुभता सा महसूस हुआ ।
राकेश को महसूस हुआ कि उसकी बहन अब छोटी नही रही वह बड़ी हो गयी है ।

राकेश की कलाई पर शालिनि ने रखी बांधी , उसके माथे पर हल्दी चंदन का टीका किया ।
फिर दोनों बहन भइया ने एक दूसरे का मुंह मीठा कराया ।
जब राकेश ने शालिनि को घेवर खिलाने के लिए उसके मुह की तरफ अपना हाथ बढ़ाया तो कुछ पलों के लिए राकेश ठिठक सा गया ।
उसकी वजह ये थी क्योंकि उपासना के होंठ इतने प्यारे लग रहे थे जैसे शर्बत के दो प्याले हों । वाकई में शालिनि ने होंठों पर ऐसी लिपस्टिक लगाई थी जिससे होंठ गीले गीले दिखें ।


IMG-20200806-181436

राकेश ने लड्डू खिलाया शालिनि मुंह खोलकर पूरा लड्डू एक साथ मुह के अंदर ले गयी । यह नजारा देखकर राकेश के संस्कारों की धज्जियां उड़ गयीं ।

IMG-20200806-181518

हां दोस्तों शालिनि का वो प्यारा सा चुदासा सा चेहरा देखकर राकेश के मन में गंदे विचार आने लगे ।
राकेश ने सोचा काश इन खूबसूरत होठों पर मेरा लंड होता तो जीते जी मैं स्वर्ग में होता ।
मेरा वीर्य इन होठो की मादकता और सुंदरता में चार चांद लगा देता ।

IMG-20200806-181608

फिर उपासना को एक साथ खाँसी उठी लड्डू खाकर तो राकेश ने उसे पानी पिलाया ।
अब तो राकेश के मन मे भूकंप आगया था । अपने दिमाग मे चल रहे इस भूचाल की वजह से राकेश की आंखों में वासना अपना नाच करने लगी । उसकी आंखें लाल होने लगी ।
उपासना के होठों से पानी की बूंदे ऐसी सजी हुई थी जैसे कह रही हो कि इन जूसी होंठो पर से हमे भी चूस लो ।


IMG-20200806-181449

फिर दोनों भाई बहन गपशप करने लगे ।

शालिनि - अच्छा भइया मैने आपको राखी बांधी अपने अपनी बहन को एक भी रुपया अब तक नही दिया ।

राकेश- तुम्हे पैसे चाहिए तो ये लो ।
ऐसा कहकर राकेश ने ने शालिनी की तरफ अपना पर्स पड़ा है शालिनी ने राकेश कब पर पर अपने हाथ में लेकर उसमें से 20000 रुपए निकाल लिए


राकेश बोला- मेरी प्यारी बहन मैं तुम्हारे लिए और भी कुछ गिफ्ट लाया हूं।

शालिनी एक साथ खुश होते हुए बोली - हां जल्दी दीजिए मुझे मैं भी तो देखूं अपनी प्यारी बहन के लिए क्या गिफ्ट लेकर आए हैं भइया।

राकेश- वो तो मेरे कमरे में रखे हुए हैं , मेरे कमरे से मैं लेकर आता हूं ।

राकेश अपने कमरे में आया । शालिनी के लिए राकेश ने अपने कमरे में आकर कपड़े और रिंग उठाएं लेकिन वह नई कार के पेपर कहीं पर रखकर भूल गया था जिस वजह से उसे ढूंढने में समय लगा।

कार के पेपर ढूंढने में राकेश को 20 मिनट लग गए लगभग 20 मिनट बाद राकेश रिंग , कपड़े और गाड़ी के पेपर लेकर शालिनि के पास आया ।

राकेश ने देखा शालिनी किसी से फोन पर बात कर रही है , लेकिन उसे आता देखकर शालिनी ने फोन रख दिया और उछलकर राकेश की तरफ भागी ।

शालिनि- दीजिये भैया दीजिए । मैं भी तो देखूं क्या गिफ्ट लिया है आपने मेरे लिए।

शालिनी ने देखा एक गिफ्ट में उसे रिंग मिली है ।
दूसरा पैकिंग उसने खोली जिसमें नई लंबोर्गिनी गाड़ी के पेपर थे ।

IMG-20200806-190211

शालिनी बड़ी ही खुशी और जोश से बोली - भैया हो तो आपके जैसा लेकिन तभी उसने तीसरी पैकिंग खोली जिसमें नए जींस टॉप देखकर शालिनी थोड़ी सी झिझक गई क्योंकि उसे पता था कि भैया को तो मेरा साइज ही नहीं पता है।
कपड़े या तो छोटे होंगे या बड़े होंगे । फिटिंग करानी होगी ।

शालिनी शर्मा कर तीनों गिफ्ट अपनी गोद में उठाए हुए अपने कमरे की तरफ चलने लगी ।
तभी राकेश बोला- यह तो सरासर बेईमानी है, मेरी प्यारी बहन ।

शालिनी- अब क्या बेईमानी कर दी भैया ।

राकेश बोला- तुमने गिफ्ट तो ले लिए लेकिन इन्हें यूज़ करके भी तो दिखाओ।
मुझे गाड़ी भी चला कर दिखाना । मुझे रिंग भी पहन कर दिखाना , मुझे कपड़े भी पहन कर दिखाना । जिससे मुझे भी खुशी हो सके ।

शालिनी बोली - इसमें तो कोई बड़ी बात नहीं है भैया । यह मैं अभी पहन कर आती हूं।


शालिनी अपने कमरे में चली गई तभी राकेश की नजर मेज पर पड़ी जहां शालिनी का मोबाइल रखा हुआ था ।
मोबाइल की स्क्रीन अभी तक ऑफ नहीं हुई थी , बंद नहीं हुई थी जिससे कि मोबाइल का लॉक भी नहीं लगा था ।

शालिनी लॉक करना भूल गई थी राकेश के दिमाग में पता नहीं क्या आया उसने एक साथ झट से वह मोबाइल उठा लिया , क्योंकि कुछ ही पलों में मोबाइल ऑटोमेटिक लॉक हो जाता । लेकिन राकेश ने ऐसा नहीं होने दिया ।

राकेश ने कॉल डिटेल्स में देखा शालिनी को किसी नए नंबर से फोन आया था । जब राकेश अपने कमरे में था । फिर राकेश ने शालिनी के मोबाइल में फाइल मैनेजर खोला, जिसमें उसे कॉल रिकॉर्डिंग का फोल्डर दिखा। उसने ओपन किया तो देखा कि इसमें सबसे ऊपर जो फाइल थी वह अभी 20 मिनट पहले की थी । जिसका मतलब साफ था कि जिससे शालिनी ने बात की है यह उसी की कॉल रिकॉर्डिंग है ।
राकेश ने वह रिकॉर्डिंग प्ले कर दिया।

हेलो
शालिनी- हेलो

सहेली - आज तो रक्षाबंधन है ।अपने प्यारे भाई को राखी बांध दी तूने।


शालिनी- हां मैंने तो बांध दी। भैया मेरे लिए गिफ्ट लेने गए हैं ।


सहेली- तूने अभी जो अपना एक फोटो पोस्ट किया है वह आज ही का है क्या ।


शालिनि- हां मैंने अभी-अभी एक फोटो क्लिक करके पोस्ट किया था । तुमने देख लिया क्या ।


सहेली - भाई को राखी बांधने जा रही हो या अपने आशिक से मिलने जा रही हो , जो ऐसे कपड़े पहने हैं ।


शालिनी हैरानी से - तू सुधरेगी नहीं । इसमें कपड़ों वाली क्या बात है। सही तो पहने हैं ।


सहेली- क्या सही पहने हैं ।अपना कुर्ता तो देख तेरी चूतड़ों के नीचे ही खत्म हो जाता है । और उस पर तूने वह लेगिंग पहनी हुई है जो तेरी मोटी मोटी जांघों को छुपाने की जगह और ज्यादा दिखा रही है और तू बोल रही है कि सही कपड़े तो पहने हैं । मुझे तो नहीं लगता कि तूने सही पहने हैं ।


IMG-20200806-184908

शालिनी - अच्छा कमीनी चल मुझसे गलती हो गई अब तो तू खुश है ।


सहेली - मैं तो खुश ही हूं , लेकिन मैं यह सोच रही हूं कि अगर यही गलती तेरे भाई से हो गई ।


शालिनी- क्या मतलब है तेरा ।


सहेली - मेरा मतलब है कि जब तू ऐसे कपड़े पहन कर भाई के सामने जाएगी तो तुझे लगता है क्या कि तेरे जैसी 30 साल की घोड़ी में उसे अपनी बहन नजर आएगी ।


शालिनि- शर्माते हुए- अब तू ज्यादा दिमाग ना खराब कर । कम से कम आज रक्षाबंधन के दिन तो ऐसी बातें ना कर। मैं जैसी भी हूं अपने भाई को बहन ही नजर आऊंगी। घोड़ी तो तू नजर आती होगी तेरे भाई को । तू लगती भी घोड़ी जैसी ही है ।


सहेली- लेकिन इतना नहीं लगती जितना तू लगती है। तुझे बड़ा विश्वास है अपने भाई पर यह विश्वास तेरा बिल्कुल गलत है। तेरा ही नहीं पूरी दुनिया में जितनी भी बहने हैं सबको यह गलतफहमी है कि उनका भाई उन्हें बहन की नजर से देखता है । असलियत तो यह है कि जो भी भाई अपनी बहन की मटकती हुई गांड को देखेगा तो जाहिर सी बात है की है तो आखिर वह भी इंसान ही । बहन की गांड में ही ऐसा क्या अलग होगा आखिर बहन की गांड भी तो ऐसी ही होगी ना जैसी सब लड़कियों की होती है। और आजकल लड़कियों की मटकती हुई गांड देखकर मर्दों के लंड खड़े हो जाते हैं तो तेरे भाई का क्यों नहीं होगा । उसका भी खड़ा हो जाएगा ।


IMG-20200806-184846

शालिनी- तेरे उपदेश सुन सुन कर तो मेरा दिमाग खराब हो जाता है । मुझे बस इतना पता है कि मैं अपने भाई की प्यारी बहन हूं ।


सहेली - !मैं भी तो यही कह रही हूं कि सब लड़कियां यही समझती है कि मैं तो अपने भाई की प्यारी बहन हूं लेकिन असलियत में ऐसा नहीं होता। जब तेरे जैसी प्यारी बहन इतनी सज संवर कर अपने जिस्म को इस तरह तंग पजामी में फसाकर भाई के सामने चहल कदमी करेगी तो पता है आजकल के भाई क्या सोचते हैं ? आजकल के भाई सोचते हैं की गांड तो मेरी बहन की भी जबरदस्त है इसका भी कोई बॉयफ्रेंड होगा जो मेरी बहन की चूत लेता होगा । कौन और कैसा होगा वह आदमी जो मेरी बहन के ऊपर चढ़ता होगा और मेरी बहन भी कम नहीं लग रही नीचे से गांड उठा उठा कर लंड लेती होगी।


शालिनी - अच्छा तो तुझे बड़ा ज्ञान है तो अपना ज्ञान अपने पास रख। मुझे बता कि तेरी जिंदगी कैसी चल रही है अपने बॉयफ्रेंड के साथ ।


सहेली- मेरा तो ब्रेकअप हो गया यार वह लड़का सही नहीं था। मतलब गुंडा टाइप का था। अब मेरी तो किस्मत तेरी तरह नहीं है ना यार ।


शालिनी - क्यों इसमें किस्मत की क्या बात हुई । मुझे तो कोई बुराई नजर नहीं आती तुम्हारी किस्मत में ।


सहेली - तुझे नजर आएगी क्यों जब तेरा दिल करता है अपने बॉयफ्रेंड को चढ़ा लेती है अपने ऊपर । मेरे से पूछ कैसे गुजरता है एक-एक दिन बिना लंड जाए पर तेरे तो मजे हैं शालिनी इतनी बार चुद चुद कर तुझ में निखार भी आ गया है ।


IMG-20200806-183356

शालिनी - ऐसा नहीं है यार मैं भी रोज नहीं ले पाती लंड। 2 दिन हो गए मुझे भी बिना चुदे और आज रक्षा बंधन है तो कल ही जाऊंगी ऑफिस ।


सहेली- तुझे तो 2 दिन बहुत लंबे लग रहे हैं मेरी लाडो रानी लगता है तुझे लंड का ज्यादा ही चस्का लग गया है । और गलती तेरी भी नहीं है तेरे बॉयफ्रेंड ने अच्छी खासी मेहनत की है तेरे ऊपर चढ़ कर तभी तो तू आज इतना गदरा गई है कि जब तू गुजरती है तो तेरी गांड के दीवाने हो जाते हैं लोग । अच्छा एक बात बताओ तेरी गांड मटकती ही ज्यादा है या तू जानबूझकर मटका कर चलती है ।


शालिनी - तू पूरी एक नंबर की बदमाश है पर क्या करूं तू मेरी सबसे प्यारी सहेली है । तुझसे मैंने अपनी जिंदगी की हर बात शेयर की है तो यह भी करूंगी । मैं अपनी गांड बिल्कुल भी मटका कर नहीं चलती लेकिन मैं क्या करूं मेरी गांड थोड़ा पीछे की तरफ ज्यादा निकल गई है जिस वजह से लोगों को लगता है कि मैं गांड मटका कर चल रही हूं । उन्हें क्या पता की चूत चोद चोद कर भारी हो गई है यह गांड । एक पैर भी आगे रखो तो पूरी गांड एक तरफ झुक जाती है ।


Screenshot-2020-04-21-14-27-30-004-com-miui-gallery

सहेली - गांड तो झुकेगी ही लाडो रानी जब खीरे जैसा लंड रोज अपनी चूत में लोगी ।


शालिनी - बस करना यार क्यों गर्म करने में लगी हुई है ।


सहेली - अब तो गरम होगी ही क्योंकि तेरी जवानी लंडों से पीटने लायकहो गयी है ।


शालिनि - अब इतनी गिर गई हूं क्या मैं कि मेरी पिटाई लंड से करवाएगी।


सहेली- इस में गिरने वाली बात नहीं है मेरी लाडो रानी क्योंकि तेरे जैसी गदरायी हुई लौंडिया अगर लंडों से ना पिटे तो वह अपनी जुबानी काबू में नहीं कर सकती । तेरी जवानी को काबू में करने के लिए एक साथ 3, 4 लंडों को मेहनत करनी पड़ेगी तब जाकर तेरी जैसी लौंडिया ठंडी होती है ।


Screenshot-2020-04-21-14-30-53-224-com-miui-gallery

शालिनि- अब मुझे तू ज्यादा गर्म ना कर वरना मैं अभी अपने बॉयफ्रेंड को बुलाकर अपने ऊपर चढ़ा लूंगी ।


सहेली - चढ़ा लेना तो रोका किसने है । वैसे भी तेरे जैसी लौंडिया के ऊपर चढ़ते हुए लोग ही अच्छे लगते हैं । वैसे मैंने सुना है तेरा भाई जो है राकेश यह भी रंडियां चोदने जाता है ।


शालिनी हैरान होते हुए- अब तू बिल्कुल हद पार कर रही है कमीनी । मेरे भाई को तो बदनाम मत कर।


सहेली - अरे नहीं मेरी एक फ्रेंड है जो तेरे भाई की कंपनी में काम करती है। वह बता रही थी कि उसे डेट पर ले गया था तेरा भाई और पूरी रात चोद कर सुबह वापस लाया था ।


शालिनी हैरान होते हुए - मेरा भाई ऐसा नहीं हो सकता मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा कि भैया ऐसे भी हो सकते हैं । और क्या बताया तेरी फ्रेंड ने।


सहेली- वह तो यही कह रही थी कि उसे लेकर गया था रात भर इतनी बुरी तरह रगड़ा कि बेचारी सुबह को चल भी नहीं पा रही थी। कह रही थी राकेश का लोड़ा ज्यादा बड़ा तो नहीं है लेकिन चूत की कुटाई बड़े अच्छे तरीके से करता है । तो इस हिसाब से तो शालिनी तुम दोनों भाई बहन ही बड़े चुदक्कड़ हो। तेरी चूत को लंड की प्यास रहती है और तेरे भाई के लंड को चूत की प्यास रहती है ।


शालिनी- तुझसे तो कोई जीत ही नहीं सकता। अब मैं क्या बोलूं मैं तुम्हें, हां हैं दोनों भाई बहन चुदक्कड़।


सहेली- तुझे और तेरे भाई के बीच में यदि कंपटीशन कराया जाए तो कौन पहले हारेगा कहना मुश्किल है ।


शालिनी - अब यह भी तू ही बता दे क्योंकि मेरी बात तो तू कभी मानती नहीं है ।


सहेली - मुझे तो लगता है तू ही जीतेगी क्योंकि तेरी जवानी जब तक पूरे दिन ना चुदे तब तक तुझे चैन नहीं मिलता। उसके लोड़े को तो तू निचोड़ लेगी शेरनी । वैसे तेरा मन भी तो कर रहा होगा कि अपने भाई को निचोड़ ले , अपने ऊपर चढ़ा ले ।


शालिनी - मेरा मन तो नहीं कर रहा लेकिन यदि तुझे मेरे ऊपर चढ़वाना ही है तो बेशक चढ़ा दे । तुझे शर्मिंदा नहीं करूंगी तेरी बात रखूंगी । मैं अपनी गांड और चूत को भींच भींचकर कर अपने भाई के लंड को निचोड़ लुंगी ।


Screenshot-2020-04-21-14-38-41-972-com-miui-gallery

सहेली - तेरा मन करता है क्या अपने भाई के लंड को देखने का ।



शालिनी - अब तो देखने का ही नहीं मुंह में लेने का भी मन कर रहा है । पता नहीं कैसा होगा मेरे भाई का लोड़ा । अपनी बहन की प्यास बुझा भी पाएगा या नहीं । मैं भी तो नहीं कह सकती कि भाई तेरी बहन प्यासी है आकर प्यास बुझा दे मेरी। तेरी बहन अपनी आंखों में तेरा लंड लिए घूम रही है दे दे उसे यह लंड । और चोद दे अपने ही घर में अपनी इस बहन को ।



सहेली - तो चुदवाने का मन है अपने भाई से मेरी लाडो रानी का ।



शालिनी - अगर भाई कहे तो मैं तो खुला न्योता दे दूंगी कि आजा अपनी बहन की फटी हुई चूत में अपने लंड का झंडा गाड़ दे क्योंकि मेरी सील तोड़ना तो तेरे नसीब में नहीं था भाई लेकिन इस चुदी चुदाई चूत को चोद कर ही अपना मन बहला ले। पूरी जान से चोद अपनी बहन को ----------------------- अच्छा चल ठीक है मैं बाद में बात करती हूं भैया आ रहे है।

सहेली - bye ।


रिकॉर्डिंग खत्म हो चुकी थी और राकेश की आंखें वासना में जलने लगी।
लेकिन उसे आत्मग्लानि और अपने ऊपर जलालत महसूस होने लगी कि मैं कैसा भाई हूं अपनी ही बहन की चूत और गांड के सपने देख रहा हूं ।
मेरे जैसे भाई को मर जाना चाहिए । मैं भाई होने के नाम पर कलंक हुं।
अगर हर घर में ऐसा भाई हो तो बहनों की इज्जत एक रंडी से ज्यादा नहीं रह जाएगी । मुझे ऐसा नहीं होना चाहिए। मुझे पूरी दुनिया में कम से कम अपनी बहन को तो बहन समझ लेना चाहिए ।
मैं इतना भी बुरा कैसे हो सकता हूं कि पूरी दुनिया भर में सिर्फ अपनी बहन को एक अच्छी नजर से ना देख सकूं । मैं इतना भी बुरा कैसे हो सकता हूं।
कम से कम इंसानियत नाम की कोई तो चीज होगी मेरे अंदर और यह सब विचार राकेश के दिमाग में कौंधने लगे । राकेश को बेहद गुस्से का अनुभव हो रहा था क्योंकि वह नहीं चाहता था कि जिस धर्मवीर सिंह ने उन दोनों भाई बहन को इतने प्यार से पाला है, अच्छी शिक्षा दी है, अच्छे संस्कार दिए हैं और इतनी मेहनत करने के बाद अपने बच्चों को एक सज्जन इंसान बनाया है ।
लेकिन मेरी बहन तो इस कलयुग की एक हिस्सा बन चुकी है वह तो अपने भाई के लिए इतने गंदे विचारों को अपनी सहेली से साझा कर रही है ।
इसका मतलब मुझसे हजारों गुना ज्यादा मेरी बहन गलत है और मेरी बहन को मुझे सही रास्ते पर लाना चाहिए। लेकिन मेरी बहन ने इतनी बड़ी गलती की है तो उसे उसकी सजा भी मिलनी चाहिए ।


राकेश अपने हाथ में शालिनी का मोबाइल लेकर बैठे हुए यह सब सोच ही रहा था कि तभी उसे मोबाइल में शालिनी का चेहरा दिखाई दिया ।


राकेश के आश्चर्य की सीमा न रही उसे समझते देर न लगी कि शालिनि बिल्कुल उसके पीछे खड़ी है और शालिनी ने उसे रिकॉर्डिंग सुनते हुए देख लिया है ।


हां दोस्तों बिल्कुल ऐसा ही हुआ था जब राकेश रिकॉर्डिंग सुन रहा था तो तब तक शालिनि कपड़े पहन कर आ चुकी थी ।
शालिनी ने कपड़े पहन तो लिए थे लेकिन उसे काफी मशक्कत करनी पड़ी थी उन्हें पहनने के लिए । क्योंकि उसके भाई ने उपहार जो दिया था शालिनी को । शालिनि समझ गई कि भाई को मेरा साइज पता नहीं है इसलिए छोटे कपड़े ले आया लेकिन भाई को कैसे बताऊं इन कपड़ों में मेरी गांड और मेरे चूचे नहीं आएंगे । लेकिन अब क्या करूं पहनने तो पड़ेंगे ही और शालिनी उन्हीं कपड़ो को पहनकर आ चुकी थी ।


IMG-20200806-184803
टॉप में से उसकी चूची इतने फंसे हुए दिख रहे थे कि उसके चुचों की निप्पल टॉप में से साफ पता की जा सकती थी। और जींस तो उसकी गांड पर और उसकी जांघों पर ऐसी चिपक चिपक गई थी जैसे अभी कुछ समय पहले लैगिंग चिपकी हुई थी। और इस बेहद टाइट जींस को शालिनी के नितंब फाड़ने को बेताब थे।

IMG-20200806-184934

शालिनी ने आकर जब अपने भाई को कुछ सुनते हुए देखा उसके मोबाइल में तो वह चुपचाप पीछे से उसके पास आ गई। और जब उसने सुना कि उसकी सहेली से जो अभी उसकी बात हुई थी वह रिकॉर्डिंग चल रही है और भाई सुन रहा है तो उसके पैरों के नीचे से मानों जमीन ही निकल गई ।

शालिनी को समझ नहीं आया कि वह क्या करें क्या ना करें ।
शालिनी को इतनी शर्म लग रही थी कि उसे लग रहा था की जमीन फट जाए जाए और मैं उस में समा जाऊं लेकिन तभी उसका चेहरा राकेश को मोबाइल की स्क्रीन पर दिखता है, जिस वजह से राकेश ने झटके से अपना सर पीछे पलट कर देखा ।


जब उसने देखा कि उसकी बहन कपड़े पहन कर आ चुकी है और मैंने इतना बड़ा साइज लिया था कपड़ों का लेकिन वह कपड़े भी इसके बदन पर चिपके हुए हैं। फूल तो गई है मेरी बहन वह सोचने लगा ।


IMG-20200806-183333

शालिनी की हालत आप समझ सकते हैं दोस्तों बिल्कुल भीगी बिल्ली की तरह अपने आपको जींस टॉप में फंसाये हुए खड़ी हुई थी ।
शालिनी के पास बोलने के लिए कुछ नहीं था क्योंकि उसकी बेशर्मी राकेश सुन चुका था , राकेश सुन चुका था कि मेरी बहन लंडों के लिए कितनी पागल है ।

IMG-20200806-184917

राकेश ने शालिनि के पास आकर उसके बालों को अपने हाथ से पकड़ कर खींचा जिस वजह से शालिनी का चेहरा ऊपर की तरफ उठ गया और उसका मुंह थोड़ा सा खुल गया ।


राकेश गुस्से में बोला- यह गुल खिलाती है मेरी बहन । अगर मेरी बहन को लंड की इतनी इतनी ही जरूरत थी तो घर में बताया क्यों नहीं। अब तक तेरी शादी करवा देते । लेकिन तू इतनी गिरी हुई निकली जितनी मैं सोच भी नहीं सकता ।


शालिनी पर इन बातों से पहाड़ से टूट चुका था उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था क्या बोले या ना बोले । ऊपर से राकेश की इतनी खुल्लम खुल्ला भाषा से शालिनी पानी पानी हो गई।


राकेश फिर बोला मैं तुझे छोटी बहन समझकर अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता रहा और तूने क्या किया तूने लोड़े खाए ।
अपनी चूत को अपनी शादी से पहले ही फड़वा लिया और ऊपर से अब तो इतनी गिर गई कि तुझे अपने भाई में भी लंड नजर आने लगा ।
गलती तेरी नहीं है शालिनी गलती तो इस गांड की है।

ऐसा कह कर राकेश ने पूरी जान से शालिनी की गांड पर थप्पड़ मारा जिससे जींस में फंसे हुए चूतड़ भी हिल गए ।


Screenshot-2020-04-21-14-31-00-915-com-miui-gallery

राकेश बोला- हां गलती इस गांड की है जो तूने इतनी चौड़ी कर ली है कि इसे अपने ऊपर हर वक्त एक मर्द चाहिए । जो तेरी गांड पर चढ़कर तेरी मस्ती झाड़ सके । तेरे चूतड़ों में अपना लंड फसा कर तुझे ठंडी कर सके ।


शालिनी यह सब सुनकर गरम भी हो गई थी और शर्मिंदा भी लेकिन हद तब हो गई जब राकेश ने शालिनी के बालों को और नीचे की तरफ खींचते हुए उसे खड़े-खड़े झुका दिया ।

राकेश उसके आगे खड़ा होकर अपनी बेल्ट खोलने लगा ।

शालिनी को समझते देर न लगी कि अब क्या होने वाला है इसलिए शालिनी अपना सर उठाने लगी लेकिन राकेश ने अपना हाथ उसके सर पर रख कर कर उसे झुकी हुई रहने पर मजबूर कर दिया ।


राकेश - तुझे लंड देखना था ना अपने भाई का ना देखना था ना अपने भाई का ना अपने भाई का । अब दिखा तू मुझे अपनी चूत की भूख। तू अपने भाई के लंड को निचोड़ने की बात कर रही थी ना, तो ले अब निचोड़ । तेरे जैसी गरम कुतियाओं को ही ठंडा किया है मैंने । तेरे जैसी रंडियों की गर्मी उतारी है मैंने। मुझे तो पता ही नहीं था की एक हराम रंडी मेरे घर में भी पल रही है।
मैं तो तुझे बच्ची समझता था लेकिन तू तो दो बच्चों की मां को भी मात देने वाली लंडखोर औरत निकली ।

Screenshot-2020-06-03-13-50-58-431-com-miui-gallery
समझ नहीं आता तुझे लड़की कहूं या औरत क्योंकि लड़की कुंवारी होती है और लड़की तो तू रही नहीं और औरत शादीशुदा होती है तो शादी भी तूने नहीं की । अब समझ नहीं आ रहा तुझे नाम क्या दूं तुझे नाम क्या दूं ।
तेरी जवानी को आज मैंने ढीला ना कर दिया कर दिया दिया ना कर दिया कर दिया दिया तो मैं तेरा भाई नहीं ।
तेरी जांघो के बीच की गर्मी अपने लोड़े से ना निकाली तो मैं तेरा भाई नहीं।
जो राखी तूने अपने तूने अपने भाई को बांधी है उसकी कसम तेरी हालत आज ऐसी कर दूंगा की इतने सेक्सी कपड़े पहन कर कर अपनी गांड मटकाती हुई तू कभी मेरे पास नहीं आएगी । मेरे लोड़े से तू दूर भागेगी वह दर्द आज मैं तुझे दूंगा दूंगा।


राकेश ने अपने लंड लंड बाहर निकाला और सीधा शालिनी के मुंह की तरफ कर दिया ।

शालिनी मैं अपने होंठ नहीं खोलें ।
राकेश अपने लंड का दबाव शालिनी के होठों पर बनाए हुए था लेकिन शालिनी अपने होठों को बिल्कुल भी नहीं खोल रही थी ।

ऐसा लग रहा था जैसे राकेश के लंड के सुपाड़े और शालिनी के रचे हुए जूसी होठों के बीच कोई युद्ध चल रहा हो ।

IMG-20200806-181627


राकेश समझ गया था कि शालिनी बेशक चुदक्कड़ रांड हो लेकिन यहां पर सती सावित्री ही बनेगी । क्योंकि घर मे लड़कियां जितनी सती सावित्री और संस्कारी बनकर दिखाती है अंदर से उनमें लंड की उतनी ही ज्यादा भूख होती है , उतनी ही ज्यादा चुदासी और चुदक्कड़ होती हैं । ये बात मेरे घर मे ही नही बल्कि हर किसी के घर मे यही होता है जिन्हें हम सीधी साधी संस्कारी लड़की समझते है उनके अंदर एक बेशर्म रंडी छुपी होती है जिन्हें बस एक मौका चाहिए अपनी चूतों में लंड लेने का । यही कुछ सोचते हुए राकेश के मन मे विचार आया । यह अपने होंठ नहीं खोलेगी और मेरा लंड अंदर नहीं जाएगा ।



यह सोचते हुए राकेश ने एक हाथ से अपने लंड को शालिनी के होठों पर रगड़ते हुए दूसरे हाथ को झुकी हुई शालिनी के कूल्हों पर मारा।


राकेश के हाथ की धाप इतनी तेज थी कि शालिनी अपनी गांड पर पड़े हुए थप्पड़ की वजह से आगे की तरफ गिरने को हुई जिससे लंड पर उसके होंठो का दबाव बढ़ गया । जैसे ही गांड पर थप्पड़ पड़ा शालिनि का मुंह खुला aaaahhhh और राकेश का लोड़ा उसके मुंह में चला गया ।


Screenshot-2020-04-21-14-28-37-425-com-miui-gallery
लंड मुंह में जाते ही राकेश ने शालिनी का सर पकड़ा और अपने चूतड़ों में पूरी जान इकट्ठी करके एक जोरदार झटका मारा ।
राकेश ने देखा कि शालिनि के लिपस्टिक लगे हुए होंठ उसके लोड़े के बिल्कुल जड़ में उसके लंड पर किसी रबड़ की तरह चढ़े हुए हैं ।

IMG-20200806-182625

कुछ सेकंड तक ऐसे ही दबाए रखने के बाद राकेश ने आधा लौड़ा बाहर किया और फिर जोरदार झटका मारा । इतनी जोरदार मुंह चुदाई से शालिनि का मुँह सन गया था । शालिनी का ही थूक उसके होठों के चारों तरफ फैल गया ।

IMG-20200806-182635

राकेश किसी पिस्टन की भांति अपना लोड़ा स्पीड से उसके मुंह में अंदर बाहर करते हुए शालिनी की गांड को हाथो से पीटने लगा ।


शालिनी को भी अजीब एहसास हो रहा था अपनी गांड पर थप्पड़ खाते हुए लोड़े को मुंह में लेने का ।


राकेश ने लंड को बाहर निकाला और उसके गालों पर मारने लगा ।
शालिनी के थूक में सना हुआ लंड जब शालिनी के गालों पर पड़ता तो थूक के दाग उसके गालों पर रह जाते । धीरे धीरे पूरा मुह शालिनी का अपने ही थूक से सन गया। शालिनी की आंखों का काजल उसके गालों पर लगकर गालों को काला कर रहा था ।

IMG-20200806-182649

दूसरी तरफ शालिनी के मुंह से उसके थूक की लार नीचे टपक रही थी जो उसके टॉप में फंसे चुचों पर गिर रही थी ।


अपनी बहन का मुंह किसी रंडी की तरह चोदने लगा था राकेश।
मुंह में लंड डालकर राकेश शालिनी के गालों पर थप्पड़ भी लगा रहा था और लौड़ा भी अंदर बाहर कर रहा था ।
मस्त मुँह चुदाई चल रही थी लेकिन तभी गेट पर बैल बजी ।


दोनों फुर्ती से अलग हुए ।
राकेश हिदायत देते हुए अलग हुआ कि या तो सुधर जाना अगर दोबारा मुझे लगा कि तुम नहीं सुधरी हो तो तुम्हारी वह हालत करूंगा कि तुम्हें अपने आप पर शर्म आएगी और राकेश ने खड़ी हुई शालिनी की गांड पर लात मारी और उसे उसके कमरे में जाने को कहा ।

गांड पर लात लगते ही शालिनि फर्श पर गिर गयी और उसके मुँह से राकेश के लंड का पानी और शालिनि के थूक का मिश्रण फर्श पर टपक रहा था ।

IMG-20200806-181536
शालिनी अपनी गांड पर राकेश की लात खाकर अपने कमरे में आ गई ।


जब राकेश ने गेट खोला तो सामने धर्मवीर था जो से रक्षाबंधन की बधाई दे रहा था ।

राकेश ने अपने चेहरे पर खुशी के भाव लाते हुए अपने पापा से गपशप करनी शुरू की । लगा जैसे कुछ हुआ ही ना हो ।


शालिनी अपने कमरे में आकर सोचने लगी यह क्या हो गया?? क्या भाई अब आगे कुछ करेगा या नहीं । भाई ने मुझे वार्निंग दी है। आज के बाद मुझे सुधारना होगा ।
यह सब सोचते हुए शालिनी अपनी लाइफ जीने लगी लेकिन उसके बाद कभी भी राकेश ने उसे गंदी नजर से नहीं देखा और ना ही शालिनि से कभी कुछ कहा। आज 1 साल हो गया है और मैंने अपने ही भाई को मार दिया।

मुझे अपने भाई को मारना नहीं चाहिए था लेकिन मेरे भाई का मरना जरूरी था वरना मैं अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाती ।
भाई मरना तो तुम्हें था मेरे लिए ना सही उपासना के लिए , अगर उपासना आपकी बीवी ना होती तो आपकी जान नहीं जाती मेरे प्यारे भाई । लेकिन उपासना भाभी के लिए आपको मारना जरूरी था।
इसलिए मैंने आपको मार दिया मुझे माफ करना आपकी प्यारी बहन हूँ मैं और हमेशा रहूंगी ।


ऐसा सोचते हुए शालिनी अपनी यादों से बाहर आ गई _______________


**********
दोस्तों आज की सारी अपडेट शालिनि की यादों में ही निकल गयी ।
कहानी जारी रहेगी ।
अपने सुझाव जरूर दीजिएगा साथ मे ये भी बताना की इस कहानी को पढ़ने वाले लोग कहाँ कहाँ से हैं ।
साथ बने रहने के लिए आपका दिल से धन्यवाद ।
आपका प्यारा भाई- रचित

***********
Superb update
 

Rachit Chaudhary

B a Game Changer ,world is already full of players
1,038
2,347
159
Top