ये साले मिल कर मुझको पागल बना रहे है ये मदरबोर्ड के बच्चे
लेखक महोदय कुछ तो अपनी जमीर पर ध्यान दो
इतने दिनो मे रोज एक लाईन लिखते तो भी दो तीन मेगा अपडेट तैयार हो जाते
खैर आपकी व्य्स्तता आपकी अपनी है
अगर नही लिखनी कहानी तो क्लियर कह दो
नही तो ये हर दो दिन मे आकर रिप्लाई मे तारीख पर तारीख देने का क्या मकसद है ।
दुसरो की स्टोरी पढ रहे हो वहा कमेंट आ रहा है लेकिन ये व्यस्तता समझ से परे है ।
चलो मेरी शुभकामनायें आपके साथ है
अब इस थ्रीड को मै इग्नोर करने जा रहा हू क्योकि यहा सर खपाने से कुछ नहीं होगा ।