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Thnxx bhaiKoi bat nahi bhai....aur 13 din e hai may mahina ka... wait kar lenge
Dekhate hai kitna kamyaab hua anujAnuj ki to nikal padi bhai. Aur Sonal ka intejaar bhi khatm hua.
Shurkiya mitrANice update. Waiting for next
धन्यवाद दोस्तAcha laga ke aap updated rahenge asha karta hu ki aapka laptop jaldi thik ho jaye keep posting we will always in support.
Thanxxx bhaiNice update
Superb update tha dost...papa ka character ka aap missing karte ja rahe ho... waiting more
Kya aap daily update de paate ho????![]()
TEeno bhai milkar Nisha ki bajate maja aa ja ta try Karo ye sin
Bhai pdf ko text me karne ke liye internet par ilovepdf karke ek sight hai bhai,aap waha se MS Word me convert kar sakte hai
superb update waiting for next
Nice update. Waiting for next update
इंतजार है अगले अपडेट का
Anuj ki to nikal padi bhai. Aur Sonal ka intejaar bhi khatm hua.
अपडेट 138 पोस्ट कर दिया गया हैNice update
Superb update tha dost... waiting more...UPDATE 138
पिछले अपडेट मे आपने पढा कि एक ओर जहा सोनल ने अनुज के ना रहने पर राज को रात मे चुदवाने के लिए बुला लिया । वही अनुज आज कुछ उम्मीद लिये अपने चाचा के य्हा गया है रात बिताने ।
तो देखते है आगे क्या होता है ।
लेखक की जुबानी
अनुज और राहुल इस वक़्त अपने कमरे मे बिस्तर पर बैठे हुए थे। सामने मोबाइल पर थ्रीसोम सेक्स की म्यूट वीडियो चल रही थी । मतलब साफ था कि दोनो रात के लिए तैयारिया कर रहे थे।
वीडियो मे इस समय DOUBLE PENETRATION का सीन चल रहा था और दोनो लण्ड ने निशा के गाड़ के सुराख मे घुसने की इच्छा हो रही थी ।
अनुज - यार तुने दीदी की गाड भी ली है क्या ?
राहुल - नही यार अभी इतना जल्दी कैसे वो मान जायेगी । सुना है बहुत दर्द होता है पहली बार मे
अनुज- फिर हम लोग एक साथ कैसे करेंगे ।
राहुल हसता हुआ - वो दीदी मेरा लण्ड मुह मे लेती है ना ,,,तो एक एक लोग बारी बारी से चुत मे पेलेन्गे
अनुज थोडा हिचक कर - अच्छा सुन , यार कन्डोम लेले क्या
राहुल हस कर - अबे साले तु तो ऐसे बोल रहा है कि जैसे दीदी की चुत मे झ्देगा
अनुज - नही नही वो बहुत रिस्की है ,
राहुल - और क्या हम दोनो मस्त ऐसे ही दीदी को घुटनो के बल बैठाकर उन्के चेहरे पर अपना बीज गिरायेंगे ,,,देख ऐसे ही
राहुल उस पोर्न वीडियो मे आखिरी सीन को अनुज को दिखाता है जिससे अनुज का जोश और भी बढ जाता है ।
अनुज अपना लण्ड मसलते हुए - भाई मै तो पागल हो जाउन्गा , सीई आअह्ह्ह निशाआ दिदीई
राहुल अनुज की तडप देख कर हस रहा था ।
तभी अनुज के दिमाग मे एक बात आई जिस्से उस्का सारा जोश कुछ पल के लिए ठहर गया
अनुज - यार दीदी मान जायेगी ना मुझसे चुदवाने के लिए,,,
राहुल - हा तु फिकर ना कर ,,
इधर इनकी बाते चल रही थी । वही दुकान मे जंगीलाल अलग ही परेशान था । वो जल्दी से खा पी कर शालिनी को चोदने की योजना बना रहा था ।
थोडी देर बाद खाने के सबको बुलाया गया ।
अनुज राहुल और जन्गीलाल बैठ गये और निशा ने सबको परोसना शुरु कर दिया ।
जन्गीलाल के जहन मे निशा को देखते वाप्स से सुबह वाली बाते चलने लगी और वो फिर उसे उसके निप्प्ल के मोटे उभार को खोजने लगा । मगर इस बार किस्मत ने साथ नही दिया ।
लेकिन जब निशा मुड के किचन मे वाप्स जाने लगी तो उसके हिलते कूल्हो ने जंगीलाल के लण्ड मे हवा भर दी और तुरन्त जंगीलाल की कल्पना मे अपनी बेटी को घोडि बना कर उसकी गाड चोदने की छवि दिखी ।
जंगीलाल ने खुद को झझोरा कि वो ये सब क्या सोच रहा है वो उसकी बेटी है । लेकिन दिमाग के एक कोने मे अपने ही बेटी की गाड़ चोदने की तस्वीर भी उसे अपनी ओर आकर्षित कर रही थी ।
जंगीलाल मन मे - ये सेक्स ने मुझे पागल बना दिया है । मुझे कल ही शहर चले जाना चाहिए और जबतक किसी की ताबड़तोड़ चुदाई नही कर लूंगा तबतक ऐसे ही मेरे दिमाग मे उलुल जलूल बाते आती रहेंगी ।
फिलहाल तो आज शालिनी की चुत लेनी है ,,चाहे जबरदस्ती ही लेनी पडे । हर बार उसकी ही मनमानी नही रहेगी आखिर मै भी पति हू मेरा भी हक है कुछ । हम्म्म्म यही करना होगा आज इसकी चिखे ना निकलवा दी तो कहना हुउह
एक ओर जहा जन्गीलाल अपने ही ख्यालो मे खोया हुआ बडबड़ा रहा था । वही बगल मे बैठे राहुल और अनुज के अरमान कम उचाईया नही छू रहे थे ।
खाने का निवाले को मुह मे चबाते हुए दोनो की निगाहे बस निशा को घुरे जा रही थी ।
निशा तो समझ रही थी इसिलिए वो भी इतरा रही । किचन मे जाते वक़्त अपने कुल्हे ऐसे मटकाती मानो दोनो को झाड़ ही देगी ।
लेकिन उसे क्या पता था कि वो जिन दो छोटे चूजो को दाने का लालच दे रही थी । उस्के बगल मे बैठा मुर्गा भी उसकी हरकते देख कर अपना सिर उठा रहा था ।
निशा को आभास ही नही था कि उसका बाप भी उसकी मदमस्त चाल को निहार रहा है और मन मे क्या क्या तस्वीरे सजा रहा है ।
खाना पीना हूआ और सब लोग अपने अपने कमरे मे गये ।
इधर जंगीलाल ने शालिनी के सामने प्रसताव रखा तो वो मान गयी और उनकी चुदाई शुरु हो गयी ।
वही राहुल और अनुज अपने कमरे मे बैठे हुए निशा का इन्तजार कर रहे थे ।
आधे घन्ते से उपर हो चुका था अनुज तो दो बार दरवाजा खोलकर निशा का कमरा देख चुका था ।
अनुज - भाई दीदी आयेगी ना
राहुल - हा भाई क्यू परेशान है । नही आयेगी तो हम लोग चलेंगे ना हिहिहिही
थोडा समय और बीता तो राहुल को भी लगा कि कही निशा सच मे नही आयेगी ।
अनुज - भाई दीदी के पास ही चले ,,अब रहा नही जा रहा है ।
राहुल - यार दीदी और मम्मी का कमरा अगल बगल है , वहा कैसे करेंगे ।
अनुज - तो तु जा बुला कर ला
राहुल - हा ये ठिक रहेगा
फिर राहुल धीरे धीरे निशा के कमरे की ओर जाने लगा और अनुज अपने क्मरे के दरवाजे पर खड़ा होकर उसे जाते देख रहा था और लोवर मे अपना लण्ड मसल रहा था।
राहुल निशा के कमरे का दरवाजा धकेला तो वो आसानी से खुल गया और राहुल कमरे मे चल गया ।
इधर अनुज की आंखे चमक उठी और वो खुश हो गया और राहुल के वापस आने का इंतजार करने लगा ।
धीरे धीरे 5 , 8 और फिर 10 मिंट हो गये और हर बीतता पल अनुज की बेचैनी बढा रहा था इसिलिए वो खुद निशा के कमरे की चल दिया ।
उसने जैसे ही कमरे का दरवाजा खोला सामने का नजारा देख कर वो मस्त हो गया । कमरे मे फर्श पर निशा घुटनो के बल होकर राहुल का लण्ड चुस रही थी ।
अनुज का तो जैसे सपना ही सच हो गया । वो बस पोर्न वाली वीडियो के जैसे अपना लण्ड लोवर से बाहर निकाला और निशा को देखते हुए सहलाने लगा ।
निशा ने तो अनुज को दरवाजे पर खड़ा देखा था लेकिन उसने उस वक़्त नजरंदाज कर दिया लेकिन जब अनुज अपना लण्ड बाहर निकाल कर मुठियाने लगा तो मुह मे लण्ड भरे भरे ही निशा की आंखे फटने लगी ।
वो फौरन मुह से राहुल का लण्ड निकाल कर - पागल वहा क्या कर रहा है ,,कही मम्मी पापा बाहर आ गये तो ।
अनुज की भी फटी और वो फौरन कमरे मे आकर दरवाजा बन्द कर दिया ।
फिर तीनो आपस मे मुस्कुराने लगे ।
अनुज खिखी करता हुआ - दीदी मै भी आ जाऊ
निशा मुस्कुराते हुए राहुल का लण्ड सहलाते हुए बस इतरायी और वापस से लण्ड चूसने लगी ।
अनुज ने फिर राहुल को देखा तो उसने पास आने का इशारा किया ।
अनुज चहकता हुआ राहुल के बगल मे आ गया ।
निशा ने तिरछी नरजो से अनुज का तना हुआ लण्ड देखा जो लगभग राहुल के ही बराबर था बस सुपाडा थोडा ज्यादा फुला हुआ था राहुल के मुकाबले ।
निशा राहुल का लण्ड चुसते हुए अनुज के आड़ो को अपनी उन्गलियो से सहलाया ।
अनुज सिसिक पडा - सीईई अह्ह्ह दिदीईईई
राहुल ने फौरन अनुज के मुह पर हाथ रखते हुए - पागल है क्या , पापा मम्मी सुन लेंगे
अनुज धीमी आवाज मे - तो अपने कमरे मे चले अह्ह्ह उम्म्ंम ओह्ह दिदीईईई
अब तक निशा ने अनुज क लण्ड मुह मे भर लिया और सुपाड़े पर जीभ की कलाकारी दिखा रही थी । जिससे अनुज छटपटा रहा था ।
अनुज को सिसकता और आवाज करता देख राहुल ने निशा के गुहार की , कि वो उसके कमरे मे चले ।
कमरे बदलें , जगह बदल गयी
लेकिन माहोल नही बदल सका । निशा यहा भी उसी तरह से दोनो के लण्ड को बारी बारी से चुस रही थी ।
अब यहा अनुज खुल कर अपनी भावनाये आअहे भरता हुआ जाहिर कर रहा था ।
अनुज - ओह्ह्ह दिदीईई ऐसे ही चुसो उम्म्ं मजा आ रहा है अह्ह्ह
इधर निशा अनुज के लण्ड मे बिजी थी तो राहुल ने आगे का प्रोग्राम बढाने लगा ।
उसने एक एक करके अपने कपडे निकाल दिये और अनुज ने भी अपने कपड़े निकालने लगा ।
राहुल नंगा होकर निशा के पीछे गया और उसे उठाने लगा ।
निशा ने भी मुह खोल कर अनुज का लण्ड छोड दिया और खड़ा होते ही राहुल का लण्ड थाम ली ।
उसके जिस्म की गर्मी बढ चुकी थी । वो भी चाह रही थी कि अब दोनो मिल कर उसके बदन को प्यार दे ।
राहुल ने पहले निशा का टीशर्ट निकाला और एक चुचो को टेप के उपर से मसलना शुरु कर दिया ।
यहा अनुज की भी लालसा बढ रही थी और वो भी अपना लोवर अंडरवियर निकाल कर निशा के दुसरी ओर आकर उसके चुचे को पकड लिया
दोनो भाई मिल कर अपनी दीदी की दोनो चुचिय एक साथ मसलने लगे ।
ऐसे मे पहली बार निशा ने आअह्ह्ह भरीई और दुसरे हाथ से अनुज का लण्ड भी थाम लिया ।
राहुल ने निशा के होठो को चूसना शुरु कर दिया और वही अनुज ने टेप मे हाथ घुसा कर निशा की नंगी चुचियो का छुने लगा ।
अपनी चचेरी बहन के मुलायम चुचियो का स्पर्श उसे पागल किये जा रहा था और वो निशा की चुचियो को दबा रहा था और उसके कंधे गरदन को चुम भी रहा था ।
जिससे निशा ने कसमसा कर अपने होठो का रुख अनुज की ओर मोड़ लिया और दोनो मे पहली बात गहरा चुंबन शुरु हुआ ।
अनुज के होठो को निशा वैसे ही निचोड़ रही थी जैसे अनुज उसकी चुचिया मसल रहा था
राहुल के हाथ आगे बढे जा रहे थे वो निशा की कमर पर हाथ ले जाकर उसकी कुछ पल उसके गुदाज गाड़ को सह्लया और फिर पीछे जाकर उसका स्कर्ट निकाल दिया ।
निशा ने निचे कोई पैंटी नही पहन रखि ।
राहुल निशा को नंगी गोरी गाड़ देख कर पागल हो गया और उसके दरारो मे मुह दे दिया ।
निशा सिसकी और अनुज के होठो को छोड कर राहुल के जीभ को अपने गाड़ से सुराख पर नाचता मह्सूस करने लगी।
वो थोडा आगे की ओर झुकने लगी तो अनुज ने उसे थामा । उसकी आंखे आधी बन्द थी और चेहरे पर कामुक मुस्कुराहट । मानो गाड़ के छेद पर जो हरकत राहुल दुहरा रहा था वो उसे मदमस्त कर रही थी
अनुज की भी इच्छा हुई कि वो भी निशा को ऐसे ही सुख देगा ।इसिलिए उसने आगे बैठ कर उसकी नंगी मुलायम जांघो को थामते हुए अपना मुह उसकी चुत पर दे दिया ।
अब निशा अकड़ सी गयी ।
पहले ही अपने एडिया उचकाये बडी मुश्किल से खड़ी थी और अनुज की जीभ जब उसके चुत पर नाचने लगी तो उसे पूरी तरह सेअप्नी उन्गियो के भरोसे खड़ा होना पडा ।
दोनो भाई आगे पीछे के छेड़ो को लपालप चाटे जा रहे थे । कभी कभी दोनो की ठूडीया एक दुसरे को छू भी जाती थी लेकिन सुराख से दुरी नही बनाई किसी ने ।
लण्ड फटने को आ चुका था ।
अनुज पहले उठा और निशा को बिस्तर पर लिटा दिया ।
निशा अभी भी टेप पहने हुए थी । लेकिन उसकी चुत अब चमक रही थी । अनुज ने अपना सुपाडा मसला और जान्घे उठा कर लण्ड निशा की चुत पर लगाने लगा ।
राहुल वही फर्श पर बैठा अनुज के कान्फिडेंश को निहार कर मुस्कुरा रहा था । लेकिन अनुज की प्रेरणा तो वो कहानी थी जिसमे हीरो अपनी चचेरि बहन को पेलता है ।
अनुज बिना झिझक के अपना सुपाडा निशा के चुत मे फसा कर हचाक कर आधा लण्ड निशा की चुत मे उतार देता है ।
निशा - औउउच ओह्ह मम्मी उम्म्ंम्ं आराम से उम्म्ं सीईई ओह्ह्ह
अनुज ने जब निशा की सिसकी सुनी तो उसे खुद पर थोडा गर्व हुआ और अगला ध्क्क्का उसने और करारा लगाया ।इस बार लण्ड निशा की जड़ तक गया और निशा की आंखे बाहर को आने को गयी ।
निशा - उह्ह्ह्ह माआअह्ह उम्म्ं
निशा की तेज सिसकिया सुन कर राहुल भाग कर निशा के बगल मे गया और उसके होथो को चुस्ते हुए उसके चुचे मसलने लगा ।
वही अनुज ये सीन देख कर मानो उसे लगा कि उसे खुली छूट मिल गयी है । अब वो कस कस के ही धक्के लगाने लगा ।
राहुल निशा की सिस्किया अपने मुह मे दबाए उसके टेप को उठा कर उसकी नंगी चुचिया मसलने लगा ।
कभी कभी वो निशा के होठ छोड कर उसके निप्प्ल को मुह मे भर लेता
निशा - ओह्ह येस्स्स येआआ याआ फ़क मी हार्डर हार्डर उह्ह्ह यस्स्स यस्स्स उम्म्म्ं माह्ह्ह ओह्ह
अनुज निशा की सिसकिया सुन कर तेज तेज पेलने लगा , वही राहुल निशा के मुह पर हाथ रख कर उसके निप्प्ल चूसने लगा ।
फिर वो ख्दा हुआ और उसके मुह मे अपना लण्ड भर दिया ।
अनुज ने जब ये सीन देखा कि निशा के मुह मे राहुल का लण्ड है और उसकी चुत मे वो पेल रहा है । तो वो पोर्न वीडियो के सीन याद करके निशा के जांघो को अपने कन्धे पर उथा दिया जिससे उसका लण्ड और गहराई मे जाने लग
निशा राहुल का लण्ड मुह मे भरे हुए उसे गले तक ले जाती और बिच मे मुह से निकाल कर आहे भारती हुई अनुज को उत्तेजित करती ।
लम्बी लण्ड चुसाई और ताबड़तोड़ चुदाई से दोनो चरम पर पहुचने वाले थे । निशा तो दो बार झड़ चुकी थी ।
उसके चेहरे के भाव बिगड़ गये थे ।
अनुज आखिर के ध्क्क्को के साथ - ओह्ह मेरा आयेगाआ उम्म्ंम्ं
राहुल - हा हा भाई आजा उह्ह्ह हा दिदीईई जल्दी निचे आओ
निशा फटाफट निचे फर्श पर घुटने के बल आ गयी । अनुज अपना सुपाडा मुठी मे पकडे हुए था और उसका लण्ड वीर्य उगल्ने को बेताब था । यहा जैसे ही निशा निचे आई ,,अनुज ने सुपाडा से पकड धिली करता है और हलहला कर उसका लण्ड पिचकारी छोडने लगत है और सारा रस निशा के चेहरे पर जाने लगता है ।
इधर राहुल अपनी एडिया उचका कर तेजी से लण्ड सहलाता है और कुछ सेकंड मे वो भी निशा के उपर झड़ने लगता है ।
निशा दोनो के लण्ड को थाम कर बारी बारी से साफ करती है और अपने टेप से अपना मुह साफ करने के लिए उपर उठाती तो उसकी चुचिया फिर से नंगी हो जाती है ।
जिसे देख कर अनुज के मुह मे पानी आ जाता है और ये भी याद आता है कि उसने तो चुचिया चुसी ही नही ।
तो वो निचे झुक कर निशा के चुची को मुह मे भर लेता है ।
निशा हसते हुए - हट कमीना कही का हिहिहिही सब कर लिया तो अब क्या
अनुज - वो दीदी इसे टेस्ट नही किया था हिहिहिही
अनुज की बात पर सब ह्सने लगते है ।
इधर राहुल निशा से एक राउंड और करने के लिए कहता है क्योकि अभी वो चोद नही पाया था ।
निशा उसे पहले किचन से पानी लाने के लिए भेजती है और फिर आगे की प्लानिंग बतायेगी । ऐसा कहकर वो बिस्तर पर जाकर लेट जाती है ।
राहुल अपना लोवर पहन कर किचन से पानी लेने चला जाता है ।
जारी रहेगी