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Incest सबका लाड़ला

Devil Baba

FUCK YOU
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Hello..दोस्तों... मैं हूं Devil...

ये मेरी पहली कहानी हैं...वैसे आज ही मैं इस साईट पर आया हूँ...
वैसे मैंने ये कहानी पहले किसी दूसरी साईट पर भी पोस्ट करी हैं.लेकिन वहां पर पूरी नहीं हुई...
उस साईट मे कुछ प्रॉब्लम हो गई,और मैं भी अपनी id भूल गया.
मैं कोई राइटर नहीं हूं..हो सकता है बहुत से लोगों को कहानी पंसद ना आये...but कोशिश पूरी होगी
तो आशा हैं कि ये कहानी आप सब को पसंद आयेगी...

ये एक कहानी काल्पनिक है
 
Last edited:

Devil Baba

FUCK YOU
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* अपडेट - 33


भाभी - अब आप ही मेरे पति, मेरे सबकुछ हो...
मुझ पर ये अहसान कीजिए...

मैने अपनी उंगलियों मे सिंदूर लिया और भाभी की माँग भर दी..
वो पूरे पैर छुने लगी...
मै- ये आप क्या कर रही है भाभी...
पंकज भाभी - अपने पति के पैर छू रही हू, और आप मुझे भाभी मत बोलिए, आप मुझे मेरे नाम से बुलाईए.
मै- ठीक है अकेले मे नाम से बुला लुंगा मेरी जान...

फिर मै रूम आ गया और फ्रेश होने चला गया, फ्रेश होकर नाश्ता किया...
मै नाश्ता करके छोटी ताईजी के घर पर गया तो वहा पर राकेश भाई और ताऊजी भी थे तो मै कुछ देर रूक कर वापिस आ गया...
फिर खेत मे चला गया रोशनी काकी से मिलने, पर वो वहाँ पर नहीं मिली, तो मै घर पर आ गया..
कुछ देर बाद खाना खाया...
बाकी सब लोग जो शादी थी, उसमे चले गये... मेरा मन नहीं था जाने का मैने मना कर दिया.. सब शाम को थोडा लेट आने वाले थे...
और मै अपने रूम मे आ गया, मै बेड पर लेटा गया...
कुछ देर बाद मेरी लाडली खुशी आ गई..
मै- तु यहाँ पर, शादी मे नहीं गई...
खुशी - नहीं गई वो कल मेरा एग्जाम है.
एक सवाल समझ मे नहीं आ रहा है आप मेरी मदद करो ना
मै - इधर ला मेरी गुड़िया,
मैने उसे वो सवाल समझा दिया और वैसा ही सवाल उसे हल करने के लिए दिया... वो हल करने लगी...

खुशी ने टी शर्ट और स्कर्ट पहना हुआ था...
मुझे खुशी की गोरी चिकनी जांघे दिख रही थी, जिन्हें देखकर मेरा मन ललचा गया...


https://i.ibb.co/1T9Wgx7/369-xforum-desidownload-15.jpg
मेरे मन मे कुछ होने लगा... मेरा लंड टाईट होने लगा था...
मैने अपना ध्यान वहाँ से हटा लिया...

फिर खुशी ने मुझे सवाल हल करके दिखाया जो एकदम सही था...
खुशी मेरे लगे लग गई और मेरे गाल पर किस करने लगी
खुशी - Thanku चाचा...
इससे खुशी मेरी गोद मे आ गई... मैने भी उसे कस के गले लगा लिया, जिससे उसके संतरे मेरे सीने से दब गये...
खुशी के मुंह से सिसकी निकल गई...
मैने भी उसके गाल पर किस कर लिया...

उसकी अनचुदी चुत मेरे लंड पर टिक गई, उसकी गर्मी पाकर वो भी खड़ा हो गया, जिससे वो खुशी की चुत और गांड पर चुभने लगा...
इसका असर खुशी की सील पैक चुत पर होने लगा, उसे पता नहीं चला की क्या हो रहा है पर उसे अजीब सा आनंद छाने लगा...
खुशी - चाचा ये क्या चुभ रहा मेरे नीचे...
खुशी ने मेरे लंड पर हाथ रख दिया, आपकी ये नुनी इतनी बड़ी क्यों है...
मै- ये बडो़ की बड़ी ही होती है...
खुशी - मुझे देखनी है
मै- क्यो देखनी है..
खुशी - मुझे देखनी है ये इतनी बड़ी क्यों हैं,
उसने मेरा पजामा और अंडरवीयर नीचे कर दिया, मेरा लंड उछल कर बाहर आ गया...
मेरा लंड एकदम टाईट होकर सीधा खड़ा था...

खुशी - इतना बड़ा और मोटा...
चाचा मै इसे छू कर देखु...
मै- मेरी रानी तुझे पुछने की क्या जरूरत है...
खुशी ने मेरे लंड को अपने हाथों से पकड़ लिया...
खुशी - चाचा ये गर्म क्यों है.

मै- ये गर्म ही होता है... इसे ऊपर नीचे करो
खुशी मेरे लंड को ऊपर नीचे करने लगी, मेरा लंड हल्के -2 झटके देने लगा.
खुशी - ये ऐसे क्यों कर रहा है..
मै- इसे अच्छा लग रहा है इसलिए...

मै खुशी के गाल पर किस करते हुए - मेरी गुड़िया भी बड़ी हो गई है,
खुशी - क्या चाचा आप भी, अभी तो मैं बहुत छोटी हूँ.

मै- पर मुझे तो लगता है कि तू बड़ी हो गयी है, मुझे तो तेरी सब चीजें बड़ी लग रही है...

खुशी - मुझे तो नहीं लगता...
और खुशी खड़ी हो गई
खुशी - ये देखिए...
मै- तुझे पता नहीं चल रहा है..
खुशी - सच्ची मे
मै- हा
खुशी - मेरा क्या -2 बड़ा हो रहा है...
मैने खुशी के संतरो पर हाथ रख दिया... खुशी को करंट सा लगा...
मै- ये देख बड़े हो गए है...
खुशी शरमाने लगी-क्या चाचा आप भी... और क्या बड़ा हुआ है.
मै- तु अपने कपड़े निकाल दे फिर मै तुझे सब दिखा दुंगा...
खुशी को हल्की -2 खुमारी छाने लगी थी तो उसने कहा...
खुशी - ठीक है, पर मेरी एक शर्त है, आप भी अपने कपड़े उतारो साथ मै...

मैने कहा ठीक है...
खुशी ने अपनी टी शर्ट ऊतारी दी उसके संतरे मेरे सामने आ गये... उसके चुचे एकदम तने हुए थे, उन पर हल्के-2 उभरते हुए पिंक निप्पल मेरी जान ले रहे थे..
उसने अपनी स्कर्ट उतार दी... उसकी चुत बिल्कुल एक दम छोटी पाव रोटी की तरह खूब फूली हुई थी…..चुत मे उपर से नीचे तक धागे के जैसी एक बारीक लकीर बनी हुई थी जो कि उसके अब तक बिना चुदि होने की गवाही दे रही थी.


https://i.ibb.co/LPbDTZZ/369-xforum-desidownload-33.jpg
खुशी - आप भी कपड़े ऊतारो
मैने भी अपनी टी शर्ट उतार दी...
खुशी - वाह.. चाचा आपकी बॉडी तो बहुत अच्छी है, हीरो की तरह...
मै- तु भी किसी हिरोइन से कम नहीं है.
खुशी मेरी बात सुनकर शरमा गई और खुश हो गई...

मैने खुशी को अपनी गोद मे बैठा लिया, उसका मुँह मेरे मुँह के बिल्कुल पास था...
मेरा लंड उसकी चुत पर रगड़ खा रहा था, खुशी के मुँह से सिसकी निकल गई, उसे एक अलग ही मजा आ रहा था

मै- देख तेरे गाल कितने बड़े हो गए है, और मै उसके गालो को चुसने लगा...
तेरे होठं भी बड़े हो गए है और मैने अपने होठ उसके होठों पर रख दिये, उसने हटने की बिल्कुल कोशिश नहीं की, तो मै उसके होठों को अपने होठों मे लेके चुसने लगा, इससे खुशी को कंरट सा लगा, वो भी मेरा साथ देने लगी...
हम 2 मिनट तक किस करते रहे...

मै- कैसा लगा मेरी जान...
खुशी - मेरे पूरे शरीर मे गुदगुदी सी होने लगी, बहुत अच्छा लगा.
मै- अब तुम लेट जाओ...
खुशी के चुचे एकदम गोरे थे….अभी उसकी चूचियो पर निप्पल अभी ठीक से बाहर नहीं आए थे लेकिन दोैनो चुचे बड़े ज़रूर हो गये थे...
और मैने झुक कर खुशी की एक चूची को अपने मूह मे भर लिया और दूसरी को अपनी मुट्ठी मे लेकर दबाने लगा...

आज जिंदगी मे पहली बार किसी ने खुशी की चूचियो को दबाया था….जिससे वो उन्माद मे वो बावरी सी हो गयी.
उसके शरीर मे करंट सा दौड़ने लगा...

मैने उसके अर्ध विकसित निपल्स को मूह मे लेकर चुभालना शुरू कर दिया और दूसरी चूची को थोड़ा तेज़ी से दबाना चालू कर दिया...
जिससे खुशी के आनंद की सीमा बढ़ती गयी... और उसकी चुत गीली होने लगी, ऐसा खुशी के साथ पहली बार हुआ...

खुशी - आआआअहह….चाचा….बहुत गुदगुदी हो रही है, जब आप मेरा दूध चूस्ते हो तो...
मै- अच्छा नहीं लग रहा?
खुशी - बहुत अच्छा लग रहा है.. ऐसा मजा पहले कभी नहीं आया...

मैने खुशी की दोनो जाँघो को फैला कर उसकी चुत को देखने लगा...
तो खुशी - चाचा ऐसे मत देखो मुझे शरम आ रही है...

मै अपना मुँह नीचे ले जाने लगा...
तो खुशी बोली - चाचा ये गंदी जगह है, मैं यहां से मुतती हूँ...
आप यहाँ पर मुँह मत लगाईए...
मै- अरे!मेरी भोली गुड़िया रानी ये गंदी जगह नहीं ये तो बहुत अच्छी जगह है...
मैने अपना मूह खुशी की चुत पर लगा दिया... इस सुखद हमले से खुशी सीत्कार उठी...उसकी चुत पूरी गिली हो गई...

खुशी के शरीर मे कंरट सा दौड़ने लगा...
खुशी - आआअहह…..ऊऊहह…माआ…….हाआआं चाचा ये आपने क्या किया... बहुत अच्छा लग रहहा है...

मैं खुशी की पाव रोटी के जैसे फूली चुत को चूसे जा रहा था... मै उसकी चुत मे अपनी जीभ डालने लगा... खुशी के हाथ मेरे सिर पर आ गये...
खुशी अब झड़ने के करीब थी... वो मेरे सिर को हटाने लगी....

खुशी - आआह.. चाचा हटाए मुझे पेशाब आने वाला है
मै अब खुशी की चुत को जोर -2 से चुसने लगा...

उसने बेड शीट को कसके मुट्ठी मे भींच लिया, उसकी कमर हवा मे ऊठ गई और वो चलाते हुए झड़ने लगी...
मैने उसका सारा पानी पी लिया...
उसका पानी हल्का खट्टा था, आज तक जितने पानी पिया थे उनमें सबसे मस्त था...

खुशी आँख बंद किये हुए लेटी थी, मैने उससे पूछा क्या हुआ मेरी रानी...
खुशी - सॉरी चाचा मैने आपके मुंह मे पेशाब कर दिया...
मै- मेरी भोली तुने पेशाब नहीं किया, वो तो तेरा पानी था इसका मैने चुत कि तरफ इशारा किया...

खुशी - इसका पानी, कैसा पानी
मै- जब हम बडे होते है तब ऐसा पानी आता है...
मै- इसका नाम क्या है,
खुशी - वैजाइना
मै- और
खुशी - और पता नहीं
मै- इसे चुत कहते है, तु ये नाम किसी को बताना मत
ये बता मजा आया...
खुशी - बहुत ज्यादा, आखिर मे सबसे ज्यादा मजा आया... ऐसा लगा जैसे मै हवा मे उड़ रही हू...
आप बहोत अच्छे है चाचा
वैसे चाचा आपके इसमे से पानी आता है...
मै- हा आता है ना, ये लंड है , तु चुसेगी मेरे लंड को...

खुशी का मन था पर वो शरम से कुछ नहीं बोली
 

Devil Baba

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खुशी का मन था पर वो शरम से कुछ नहीं बोली

मैने उसका हाथ लंड पर रख दिया,
ले तु भी इसे पकड, सहला और इसे लॉलिपॉप की तरह चुसो...
खुशी धीरे -2 लंड को सहलाने लगी, उसके नरम -2 हाथ लगते ही लंड उछलने लगा...
उसने मुस्कुराते हुए मैरे गरम सुपाडे़ को अपने होठों मे कैद कर लिया... और लॉलिपॉप की तरह चुसने लगी,
वो लंड को धीरे -2 मुँह मे लेने लगी...मेरा मुसल उसके मुँह मे बड़ी मुश्किल से जा रहा था... पर उसने 3इंच तक मुँह मे कर लिया...


https://i.ibb.co/NTjwGVK/369-xforum-desidownload-18.jpg
मै- अब इसे ऊपर नीचे करते हुए चुसो...
वो धीरे -2 चुसने लगी... जिससे मेरी जान निकलने लगी... इतना पहले नहीं आया था...
वो लगातार चुसती जा रहीं थी, अब मेरा सब्र जवाब दे रहा था,मैने अपने हाथ उसके सिर पर रख दिया और धीरे -2 धक्के मारने लगा...
मेरा लंड उसके मुँह की गर्मी पाकर झड़ने ही वाला था... मैने उसके सिर को हल्का सा मेरे लंड पर दबा दिया जिससे उसे परेशानी ना हो...
मेरा लंड उसके मुँह मे पिचकारीया मारने लगा, आज ज्यादा मात्रा मे मेरा वीर्य निकल रहा था,
पिचकारिया सीधे उसके गले से टकरा रही थी, जिससे मेरा माल उसके पेट मे जाने लगा
आज ज्यादा मात्रा मे मेरा वीर्य निकल रहा था, उसका मुँह पुरा भर गया और वीर्य बाहर निकलने लगा...
मैने आखरी पिचकारी उसके मुँह मे मारी और लंड को बाहर निकाल लिया...
वो वीर्य को बाहर निकालने वाली थी तो मै बोला... इसे बाहर मत गिरा इसे पूरा पीले...
ये बहुत अच्छा होता है... और वो पी गई...

मै- कैसा लगा मेरी रानी...
खुशी - आपका ये जिसके मजा आया लेकिन ये आपके मेरे मुँह मे क्यों गिराया..
मै- ये मेरा वीर्य था, ये बहुत अच्छा होता है... तुझे इसका टेस्ट कैसा लगा...
खुशी - पहले तो उल्टी जैसा हुआ, पर बाद मे अच्छा लगा...

मेरे लंड पर कुछ वीर्य लगा रह गया था...
मैं - वहाँ से एक कपड़ा ला इसे साफ कर लेता हू...
खुशी - मै हू ना..
और वो मेरे लंड को चाटने लगी और सुपाडे़ को चुसने लगी...
उसने पूरा माल चाट लिया और मेरे लंड को पूरा साफ कर दिया...
मै- मेरी रानी तो बहुत समझदार है,

खुशी - चाचा आज बहुत मजा आया
मै- जब मेरा लंड तेरी चुत मे जायेगा तो और भी मजा आयेगा...
खुशी - सच..
मै - हा..
खुशी - पर वहां पर जाने पर तो बहुत दर्द होता है ना...
मै- तुझे कैसे पता...
खुशी ने अपनी गर्दन झुका ली...
मै- बोल तुझे ये सब कैसे पता चला...
खुशी - वो.. वो चाचा मेरी एक फ्रेंड है उसने बताया था की जब ये घुसता है तो बहुत दर्द होता है...
मै- अच्छा!उसे कहाँ से पता चला...
खुशी - वो उसका एक बॉयफ्रेंड है, वो उसके साथ ये सब कर.......
मै- और क्या बताया उसने..
खुशी - उसने कहा की वहाँ से खून निकलता है...
मै- ये नहीं बताया की बाद मे मजा भी आता है...
खुशी - हा बताया कि बाद मे बहुत मजा आता है... लेकिन मुझे बहुत डर लगता है...

मै- तेरा भी कोई बॉयफ्रैंड है...
वो मेरी तरफ देखने लगी...
खुशी - नहीं है...
मै- क्यो, बनाया नहीं या कोई पसंद नहीं आया...
खुशी कुछ नहीं बोली...
मै- बता तो...
खुशी - वो बनाया नहीं...
मै- कोई पंसद नहीं आया क्या...
खुशी गर्दन नीचे किये हुए ही - वो पंसद तो है पर...
मै-पर क्या.. कौन है वो, नाम क्या है...

खुशी - आप है...
और खुशी ने आँखे बंद कर ली...मैरे चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई...
मै- क्या बोली फिर से बोल...
खुशी - वो..वो... मुझे आप पसंद हो...

मैने उसका चेहरा अपने हाथों मे ले लिया...
मै- तो चाचा को अपना बॉयफ्रैंड बनाना चाहती है...
खुशी - वो.. वो..
मै- वो.. वो.. क्या, ठीक से बोल..
खुशी - हहहहा...

मै- पर मुझे ऐसी गर्लफ्रेंड नहीं चाहिए जो अपनी आंखें बंद करले और मेरी तरफ देखे नहीं...

खुशी ने झट से अपनी आँखें खोल ली...
खुशी - लो खोल ली, आप मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बनायेगे..
मै- हा मेरी रानी...
और मैने उसके होठों पर एक किस कर दिया...

खुशी - आप बहुत अच्छे हो...
मै- कितना अच्छा हू...
खुशी - बहुत.. बहुत.. ज्यादा अच्छे
उसने मेरे होठों पर किस कर लिया...
मैने उसे बांहों मे भर लिया और लेट गया, वो मेरे ऊपर भी...

वो मेरे सीने पर अपना सिर रखकर कर लेट गई, कुछ देर तक हम ऐसे ही लेटे रहे,
वो अपनी चुत को मेरे लंड पर घिसने लगी...
मै- क्या कर रही है, खुशी...
खुशी - बहुत अच्छा लग रहा है, आपका ये कितना गर्म है...
मुझे ये अपनी इसमें लेना है...
मै- क्या लेना है किसमे, सही से बोल
खुशी - मुझे शरम आ रही है...
मै- अभी हम अकेले हैं, अब हम बॉयफ्रैंड - गर्लफ्रेंड है...
खुशी - सच हा...
मै- हा, लेकिन मेरी कुछ शर्तें है, तु वो मानेगी तभी मै बॉयफ्रैंड रहूँगा वरना नहीं
खुशी- क्या शर्तें...

मै-
पहली शर्त ये कि - तु सबके सबके सामने पहले जैसी ही रहेगी, ऐसा कुछ नहीं करेगी जिससे दिक्कत हो.
दूसरी शर्त - तु ये बात किसी भी नहीं बतायेगी..
और तीसरी शर्त ये कि - तु मेरी हर बात मानेगी, मै जो कहूंगा वो करेगी तु...मैं जैसा चाहें वैसा और जो चाहें वो सब कुछ करेगी बिना सवाल के

खुशी - मुझे आपकी तीनों शर्तें मंजूर है... मै हमेशा आपकी बात मानुंगी... पक्का प्रोमिस...
अब तो आप बनेंगे ना मेरे बॉयफ्रैंड
मै- हा मेरी जान...
खुशी - थैंक्यू मैरे सोना...
मै- क्या बोली...
खुशी - अभी तो मै आपकी गर्लफ्रेंड हू ना आपको कुछ भी बुला सकती हू... मेरे राजा मेरे सोना

मै- सिर्फ अकेले मे, किसी के सामने नहीं...

खुशी - सोना, मुझे आपका लंड मेरी चुत मे लेना है...
मै- तुझे तो डर लगता है ना..
खुशी - मुझे तो फिर भी लेना है चाहे कितना भी दर्द हो...
और आपने बोला ना की दर्द एक बार होता है बाद मे बहुत मजा आता है...
मै- हा मेरी रानी मजा तो आता है, पर तुम ये अभी नहीं ले सकती...
खुशी - क्यो नही ले सकती, मुझे तो अभी लेना है...
मै- मैने बोला ना, नहीं...
खुशी - क्यो तो...
मै- मैने क्या कहा था कि तु मेरी हर बात मानेगी...

 

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भाभी - अब आप ही मेरे पति, मेरे सबकुछ हो...
मुझ पर ये अहसान कीजिए...

मैने अपनी उंगलियों मे सिंदूर लिया और भाभी की माँग भर दी..
वो पूरे पैर छुने लगी...
मै- ये आप क्या कर रही है भाभी...
पंकज भाभी - अपने पति के पैर छू रही हू, और आप मुझे भाभी मत बोलिए, आप मुझे मेरे नाम से बुलाईए.
मै- ठीक है अकेले मे नाम से बुला लुंगा मेरी जान...

फिर मै रूम आ गया और फ्रेश होने चला गया, फ्रेश होकर नाश्ता किया...
मै नाश्ता करके छोटी ताईजी के घर पर गया तो वहा पर राकेश भाई और ताऊजी भी थे तो मै कुछ देर रूक कर वापिस आ गया...
फिर खेत मे चला गया रोशनी काकी से मिलने, पर वो वहाँ पर नहीं मिली, तो मै घर पर आ गया..
कुछ देर बाद खाना खाया...
बाकी सब लोग जो शादी थी, उसमे चले गये... मेरा मन नहीं था जाने का मैने मना कर दिया.. सब शाम को थोडा लेट आने वाले थे...
और मै अपने रूम मे आ गया, मै बेड पर लेटा गया...
कुछ देर बाद मेरी लाडली खुशी आ गई..
मै- तु यहाँ पर, शादी मे नहीं गई...
खुशी - नहीं गई वो कल मेरा एग्जाम है.
एक सवाल समझ मे नहीं आ रहा है आप मेरी मदद करो ना
मै - इधर ला मेरी गुड़िया,
मैने उसे वो सवाल समझा दिया और वैसा ही सवाल उसे हल करने के लिए दिया... वो हल करने लगी...

खुशी ने टी शर्ट और स्कर्ट पहना हुआ था...
मुझे खुशी की गोरी चिकनी जांघे दिख रही थी, जिन्हें देखकर मेरा मन ललचा गया...


369-xforum-desidownload-15
मेरे मन मे कुछ होने लगा... मेरा लंड टाईट होने लगा था...
मैने अपना ध्यान वहाँ से हटा लिया...

फिर खुशी ने मुझे सवाल हल करके दिखाया जो एकदम सही था...
खुशी मेरे लगे लग गई और मेरे गाल पर किस करने लगी
खुशी - Thanku चाचा...
इससे खुशी मेरी गोद मे आ गई... मैने भी उसे कस के गले लगा लिया, जिससे उसके संतरे मेरे सीने से दब गये...
खुशी के मुंह से सिसकी निकल गई...
मैने भी उसके गाल पर किस कर लिया...

उसकी अनचुदी चुत मेरे लंड पर टिक गई, उसकी गर्मी पाकर वो भी खड़ा हो गया, जिससे वो खुशी की चुत और गांड पर चुभने लगा...
इसका असर खुशी की सील पैक चुत पर होने लगा, उसे पता नहीं चला की क्या हो रहा है पर उसे अजीब सा आनंद छाने लगा...
खुशी - चाचा ये क्या चुभ रहा मेरे नीचे...
खुशी ने मेरे लंड पर हाथ रख दिया, आपकी ये नुनी इतनी बड़ी क्यों है...
मै- ये बडो़ की बड़ी ही होती है...
खुशी - मुझे देखनी है
मै- क्यो देखनी है..
खुशी - मुझे देखनी है ये इतनी बड़ी क्यों हैं,
उसने मेरा पजामा और अंडरवीयर नीचे कर दिया, मेरा लंड उछल कर बाहर आ गया...
मेरा लंड एकदम टाईट होकर सीधा खड़ा था...

खुशी - इतना बड़ा और मोटा...
चाचा मै इसे छू कर देखु...
मै- मेरी रानी तुझे पुछने की क्या जरूरत है...
खुशी ने मेरे लंड को अपने हाथों से पकड़ लिया...
खुशी - चाचा ये गर्म क्यों है.

मै- ये गर्म ही होता है... इसे ऊपर नीचे करो
खुशी मेरे लंड को ऊपर नीचे करने लगी, मेरा लंड हल्के -2 झटके देने लगा.
खुशी - ये ऐसे क्यों कर रहा है..
मै- इसे अच्छा लग रहा है इसलिए...

मै खुशी के गाल पर किस करते हुए - मेरी गुड़िया भी बड़ी हो गई है,
खुशी - क्या चाचा आप भी, अभी तो मैं बहुत छोटी हूँ.

मै- पर मुझे तो लगता है कि तू बड़ी हो गयी है, मुझे तो तेरी सब चीजें बड़ी लग रही है...

खुशी - मुझे तो नहीं लगता...
और खुशी खड़ी हो गई
खुशी - ये देखिए...
मै- तुझे पता नहीं चल रहा है..
खुशी - सच्ची मे
मै- हा
खुशी - मेरा क्या -2 बड़ा हो रहा है...
मैने खुशी के संतरो पर हाथ रख दिया... खुशी को करंट सा लगा...
मै- ये देख बड़े हो गए है...
खुशी शरमाने लगी-क्या चाचा आप भी... और क्या बड़ा हुआ है.
मै- तु अपने कपड़े निकाल दे फिर मै तुझे सब दिखा दुंगा...
खुशी को हल्की -2 खुमारी छाने लगी थी तो उसने कहा...
खुशी - ठीक है, पर मेरी एक शर्त है, आप भी अपने कपड़े उतारो साथ मै...

मैने कहा ठीक है...
खुशी ने अपनी टी शर्ट ऊतारी दी उसके संतरे मेरे सामने आ गये... उसके चुचे एकदम तने हुए थे, उन पर हल्के-2 उभरते हुए पिंक निप्पल मेरी जान ले रहे थे..
उसने अपनी स्कर्ट उतार दी... उसकी चुत बिल्कुल एक दम छोटी पाव रोटी की तरह खूब फूली हुई थी…..चुत मे उपर से नीचे तक धागे के जैसी एक बारीक लकीर बनी हुई थी जो कि उसके अब तक बिना चुदि होने की गवाही दे रही थी.


369-xforum-desidownload-33
खुशी - आप भी कपड़े ऊतारो
मैने भी अपनी टी शर्ट उतार दी...
खुशी - वाह.. चाचा आपकी बॉडी तो बहुत अच्छी है, हीरो की तरह...
मै- तु भी किसी हिरोइन से कम नहीं है.
खुशी मेरी बात सुनकर शरमा गई और खुश हो गई...

मैने खुशी को अपनी गोद मे बैठा लिया, उसका मुँह मेरे मुँह के बिल्कुल पास था...
मेरा लंड उसकी चुत पर रगड़ खा रहा था, खुशी के मुँह से सिसकी निकल गई, उसे एक अलग ही मजा आ रहा था

मै- देख तेरे गाल कितने बड़े हो गए है, और मै उसके गालो को चुसने लगा...
तेरे होठं भी बड़े हो गए है और मैने अपने होठ उसके होठों पर रख दिये, उसने हटने की बिल्कुल कोशिश नहीं की, तो मै उसके होठों को अपने होठों मे लेके चुसने लगा, इससे खुशी को कंरट सा लगा, वो भी मेरा साथ देने लगी...
हम 2 मिनट तक किस करते रहे...

मै- कैसा लगा मेरी जान...
खुशी - मेरे पूरे शरीर मे गुदगुदी सी होने लगी, बहुत अच्छा लगा.
मै- अब तुम लेट जाओ...
खुशी के चुचे एकदम गोरे थे….अभी उसकी चूचियो पर निप्पल अभी ठीक से बाहर नहीं आए थे लेकिन दोैनो चुचे बड़े ज़रूर हो गये थे...
और मैने झुक कर खुशी की एक चूची को अपने मूह मे भर लिया और दूसरी को अपनी मुट्ठी मे लेकर दबाने लगा...

आज जिंदगी मे पहली बार किसी ने खुशी की चूचियो को दबाया था….जिससे वो उन्माद मे वो बावरी सी हो गयी.
उसके शरीर मे करंट सा दौड़ने लगा...

मैने उसके अर्ध विकसित निपल्स को मूह मे लेकर चुभालना शुरू कर दिया और दूसरी चूची को थोड़ा तेज़ी से दबाना चालू कर दिया...
जिससे खुशी के आनंद की सीमा बढ़ती गयी... और उसकी चुत गीली होने लगी, ऐसा खुशी के साथ पहली बार हुआ...

खुशी - आआआअहह….चाचा….बहुत गुदगुदी हो रही है, जब आप मेरा दूध चूस्ते हो तो...
मै- अच्छा नहीं लग रहा?
खुशी - बहुत अच्छा लग रहा है.. ऐसा मजा पहले कभी नहीं आया...

मैने खुशी की दोनो जाँघो को फैला कर उसकी चुत को देखने लगा...
तो खुशी - चाचा ऐसे मत देखो मुझे शरम आ रही है...

मै अपना मुँह नीचे ले जाने लगा...
तो खुशी बोली - चाचा ये गंदी जगह है, मैं यहां से मुतती हूँ...
आप यहाँ पर मुँह मत लगाईए...
मै- अरे!मेरी भोली गुड़िया रानी ये गंदी जगह नहीं ये तो बहुत अच्छी जगह है...
मैने अपना मूह खुशी की चुत पर लगा दिया... इस सुखद हमले से खुशी सीत्कार उठी...उसकी चुत पूरी गिली हो गई...

खुशी के शरीर मे कंरट सा दौड़ने लगा...
खुशी - आआअहह…..ऊऊहह…माआ…….हाआआं चाचा ये आपने क्या किया... बहुत अच्छा लग रहहा है...

मैं खुशी की पाव रोटी के जैसे फूली चुत को चूसे जा रहा था... मै उसकी चुत मे अपनी जीभ डालने लगा... खुशी के हाथ मेरे सिर पर आ गये...
खुशी अब झड़ने के करीब थी... वो मेरे सिर को हटाने लगी....

खुशी - आआह.. चाचा हटाए मुझे पेशाब आने वाला है
मै अब खुशी की चुत को जोर -2 से चुसने लगा...

उसने बेड शीट को कसके मुट्ठी मे भींच लिया, उसकी कमर हवा मे ऊठ गई और वो चलाते हुए झड़ने लगी...
मैने उसका सारा पानी पी लिया...
उसका पानी हल्का खट्टा था, आज तक जितने पानी पिया थे उनमें सबसे मस्त था...

खुशी आँख बंद किये हुए लेटी थी, मैने उससे पूछा क्या हुआ मेरी रानी...
खुशी - सॉरी चाचा मैने आपके मुंह मे पेशाब कर दिया...
मै- मेरी भोली तुने पेशाब नहीं किया, वो तो तेरा पानी था इसका मैने चुत कि तरफ इशारा किया...

खुशी - इसका पानी, कैसा पानी
मै- जब हम बडे होते है तब ऐसा पानी आता है...
मै- इसका नाम क्या है,
खुशी - वैजाइना
मै- और
खुशी - और पता नहीं
मै- इसे चुत कहते है, तु ये नाम किसी को बताना मत
ये बता मजा आया...
खुशी - बहुत ज्यादा, आखिर मे सबसे ज्यादा मजा आया... ऐसा लगा जैसे मै हवा मे उड़ रही हू...
आप बहोत अच्छे है चाचा
वैसे चाचा आपके इसमे से पानी आता है...
मै- हा आता है ना, ये लंड है , तु चुसेगी मेरे लंड को...

खुशी का मन था पर वो शरम से कुछ नहीं बोली
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खुशी का मन था पर वो शरम से कुछ नहीं बोली

मैने उसका हाथ लंड पर रख दिया,
ले तु भी इसे पकड, सहला और इसे लॉलिपॉप की तरह चुसो...
खुशी धीरे -2 लंड को सहलाने लगी, उसके नरम -2 हाथ लगते ही लंड उछलने लगा...
उसने मुस्कुराते हुए मैरे गरम सुपाडे़ को अपने होठों मे कैद कर लिया... और लॉलिपॉप की तरह चुसने लगी,
वो लंड को धीरे -2 मुँह मे लेने लगी...मेरा मुसल उसके मुँह मे बड़ी मुश्किल से जा रहा था... पर उसने 3इंच तक मुँह मे कर लिया...


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मै- अब इसे ऊपर नीचे करते हुए चुसो...
वो धीरे -2 चुसने लगी... जिससे मेरी जान निकलने लगी... इतना पहले नहीं आया था...
वो लगातार चुसती जा रहीं थी, अब मेरा सब्र जवाब दे रहा था,मैने अपने हाथ उसके सिर पर रख दिया और धीरे -2 धक्के मारने लगा...
मेरा लंड उसके मुँह की गर्मी पाकर झड़ने ही वाला था... मैने उसके सिर को हल्का सा मेरे लंड पर दबा दिया जिससे उसे परेशानी ना हो...
मेरा लंड उसके मुँह मे पिचकारीया मारने लगा, आज ज्यादा मात्रा मे मेरा वीर्य निकल रहा था,
पिचकारिया सीधे उसके गले से टकरा रही थी, जिससे मेरा माल उसके पेट मे जाने लगा
आज ज्यादा मात्रा मे मेरा वीर्य निकल रहा था, उसका मुँह पुरा भर गया और वीर्य बाहर निकलने लगा...
मैने आखरी पिचकारी उसके मुँह मे मारी और लंड को बाहर निकाल लिया...
वो वीर्य को बाहर निकालने वाली थी तो मै बोला... इसे बाहर मत गिरा इसे पूरा पीले...
ये बहुत अच्छा होता है... और वो पी गई...

मै- कैसा लगा मेरी रानी...
खुशी - आपका ये जिसके मजा आया लेकिन ये आपके मेरे मुँह मे क्यों गिराया..
मै- ये मेरा वीर्य था, ये बहुत अच्छा होता है... तुझे इसका टेस्ट कैसा लगा...
खुशी - पहले तो उल्टी जैसा हुआ, पर बाद मे अच्छा लगा...

मेरे लंड पर कुछ वीर्य लगा रह गया था...
मैं - वहाँ से एक कपड़ा ला इसे साफ कर लेता हू...
खुशी - मै हू ना..
और वो मेरे लंड को चाटने लगी और सुपाडे़ को चुसने लगी...
उसने पूरा माल चाट लिया और मेरे लंड को पूरा साफ कर दिया...
मै- मेरी रानी तो बहुत समझदार है,

खुशी - चाचा आज बहुत मजा आया
मै- जब मेरा लंड तेरी चुत मे जायेगा तो और भी मजा आयेगा...
खुशी - सच..
मै - हा..
खुशी - पर वहां पर जाने पर तो बहुत दर्द होता है ना...
मै- तुझे कैसे पता...
खुशी ने अपनी गर्दन झुका ली...
मै- बोल तुझे ये सब कैसे पता चला...
खुशी - वो.. वो चाचा मेरी एक फ्रेंड है उसने बताया था की जब ये घुसता है तो बहुत दर्द होता है...
मै- अच्छा!उसे कहाँ से पता चला...
खुशी - वो उसका एक बॉयफ्रेंड है, वो उसके साथ ये सब कर.......
मै- और क्या बताया उसने..
खुशी - उसने कहा की वहाँ से खून निकलता है...
मै- ये नहीं बताया की बाद मे मजा भी आता है...
खुशी - हा बताया कि बाद मे बहुत मजा आता है... लेकिन मुझे बहुत डर लगता है...

मै- तेरा भी कोई बॉयफ्रैंड है...
वो मेरी तरफ देखने लगी...
खुशी - नहीं है...
मै- क्यो, बनाया नहीं या कोई पसंद नहीं आया...
खुशी कुछ नहीं बोली...
मै- बता तो...
खुशी - वो बनाया नहीं...
मै- कोई पंसद नहीं आया क्या...
खुशी गर्दन नीचे किये हुए ही - वो पंसद तो है पर...
मै-पर क्या.. कौन है वो, नाम क्या है...

खुशी - आप है...
और खुशी ने आँखे बंद कर ली...मैरे चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई...
मै- क्या बोली फिर से बोल...
खुशी - वो..वो... मुझे आप पसंद हो...

मैने उसका चेहरा अपने हाथों मे ले लिया...
मै- तो चाचा को अपना बॉयफ्रैंड बनाना चाहती है...
खुशी - वो.. वो..
मै- वो.. वो.. क्या, ठीक से बोल..
खुशी - हहहहा...

मै- पर मुझे ऐसी गर्लफ्रेंड नहीं चाहिए जो अपनी आंखें बंद करले और मेरी तरफ देखे नहीं...

खुशी ने झट से अपनी आँखें खोल ली...
खुशी - लो खोल ली, आप मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बनायेगे..
मै- हा मेरी रानी...
और मैने उसके होठों पर एक किस कर दिया...

खुशी - आप बहुत अच्छे हो...
मै- कितना अच्छा हू...
खुशी - बहुत.. बहुत.. ज्यादा अच्छे
उसने मेरे होठों पर किस कर लिया...
मैने उसे बांहों मे भर लिया और लेट गया, वो मेरे ऊपर भी...

वो मेरे सीने पर अपना सिर रखकर कर लेट गई, कुछ देर तक हम ऐसे ही लेटे रहे,
वो अपनी चुत को मेरे लंड पर घिसने लगी...
मै- क्या कर रही है, खुशी...
खुशी - बहुत अच्छा लग रहा है, आपका ये कितना गर्म है...
मुझे ये अपनी इसमें लेना है...
मै- क्या लेना है किसमे, सही से बोल
खुशी - मुझे शरम आ रही है...
मै- अभी हम अकेले हैं, अब हम बॉयफ्रैंड - गर्लफ्रेंड है...
खुशी - सच हा...
मै- हा, लेकिन मेरी कुछ शर्तें है, तु वो मानेगी तभी मै बॉयफ्रैंड रहूँगा वरना नहीं
खुशी- क्या शर्तें...

मै-
पहली शर्त ये कि - तु सबके सबके सामने पहले जैसी ही रहेगी, ऐसा कुछ नहीं करेगी जिससे दिक्कत हो.
दूसरी शर्त - तु ये बात किसी भी नहीं बतायेगी..
और तीसरी शर्त ये कि - तु मेरी हर बात मानेगी, मै जो कहूंगा वो करेगी तु...मैं जैसा चाहें वैसा और जो चाहें वो सब कुछ करेगी बिना सवाल के

खुशी - मुझे आपकी तीनों शर्तें मंजूर है... मै हमेशा आपकी बात मानुंगी... पक्का प्रोमिस...
अब तो आप बनेंगे ना मेरे बॉयफ्रैंड
मै- हा मेरी जान...
खुशी - थैंक्यू मैरे सोना...
मै- क्या बोली...
खुशी - अभी तो मै आपकी गर्लफ्रेंड हू ना आपको कुछ भी बुला सकती हू... मेरे राजा मेरे सोना

मै- सिर्फ अकेले मे, किसी के सामने नहीं...

खुशी - सोना, मुझे आपका लंड मेरी चुत मे लेना है...
मै- तुझे तो डर लगता है ना..
खुशी - मुझे तो फिर भी लेना है चाहे कितना भी दर्द हो...
और आपने बोला ना की दर्द एक बार होता है बाद मे बहुत मजा आता है...
मै- हा मेरी रानी मजा तो आता है, पर तुम ये अभी नहीं ले सकती...
खुशी - क्यो नही ले सकती, मुझे तो अभी लेना है...
मै- मैने बोला ना, नहीं...
खुशी - क्यो तो...
मै- मैने क्या कहा था कि तु मेरी हर बात मानेगी...
Fantastic update
 

1112

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भाभी - अब आप ही मेरे पति, मेरे सबकुछ हो...
मुझ पर ये अहसान कीजिए...

मैने अपनी उंगलियों मे सिंदूर लिया और भाभी की माँग भर दी..
वो पूरे पैर छुने लगी...
मै- ये आप क्या कर रही है भाभी...
पंकज भाभी - अपने पति के पैर छू रही हू, और आप मुझे भाभी मत बोलिए, आप मुझे मेरे नाम से बुलाईए.
मै- ठीक है अकेले मे नाम से बुला लुंगा मेरी जान...

फिर मै रूम आ गया और फ्रेश होने चला गया, फ्रेश होकर नाश्ता किया...
मै नाश्ता करके छोटी ताईजी के घर पर गया तो वहा पर राकेश भाई और ताऊजी भी थे तो मै कुछ देर रूक कर वापिस आ गया...
फिर खेत मे चला गया रोशनी काकी से मिलने, पर वो वहाँ पर नहीं मिली, तो मै घर पर आ गया..
कुछ देर बाद खाना खाया...
बाकी सब लोग जो शादी थी, उसमे चले गये... मेरा मन नहीं था जाने का मैने मना कर दिया.. सब शाम को थोडा लेट आने वाले थे...
और मै अपने रूम मे आ गया, मै बेड पर लेटा गया...
कुछ देर बाद मेरी लाडली खुशी आ गई..
मै- तु यहाँ पर, शादी मे नहीं गई...
खुशी - नहीं गई वो कल मेरा एग्जाम है.
एक सवाल समझ मे नहीं आ रहा है आप मेरी मदद करो ना
मै - इधर ला मेरी गुड़िया,
मैने उसे वो सवाल समझा दिया और वैसा ही सवाल उसे हल करने के लिए दिया... वो हल करने लगी...

खुशी ने टी शर्ट और स्कर्ट पहना हुआ था...
मुझे खुशी की गोरी चिकनी जांघे दिख रही थी, जिन्हें देखकर मेरा मन ललचा गया...


369-xforum-desidownload-15
मेरे मन मे कुछ होने लगा... मेरा लंड टाईट होने लगा था...
मैने अपना ध्यान वहाँ से हटा लिया...

फिर खुशी ने मुझे सवाल हल करके दिखाया जो एकदम सही था...
खुशी मेरे लगे लग गई और मेरे गाल पर किस करने लगी
खुशी - Thanku चाचा...
इससे खुशी मेरी गोद मे आ गई... मैने भी उसे कस के गले लगा लिया, जिससे उसके संतरे मेरे सीने से दब गये...
खुशी के मुंह से सिसकी निकल गई...
मैने भी उसके गाल पर किस कर लिया...

उसकी अनचुदी चुत मेरे लंड पर टिक गई, उसकी गर्मी पाकर वो भी खड़ा हो गया, जिससे वो खुशी की चुत और गांड पर चुभने लगा...
इसका असर खुशी की सील पैक चुत पर होने लगा, उसे पता नहीं चला की क्या हो रहा है पर उसे अजीब सा आनंद छाने लगा...
खुशी - चाचा ये क्या चुभ रहा मेरे नीचे...
खुशी ने मेरे लंड पर हाथ रख दिया, आपकी ये नुनी इतनी बड़ी क्यों है...
मै- ये बडो़ की बड़ी ही होती है...
खुशी - मुझे देखनी है
मै- क्यो देखनी है..
खुशी - मुझे देखनी है ये इतनी बड़ी क्यों हैं,
उसने मेरा पजामा और अंडरवीयर नीचे कर दिया, मेरा लंड उछल कर बाहर आ गया...
मेरा लंड एकदम टाईट होकर सीधा खड़ा था...

खुशी - इतना बड़ा और मोटा...
चाचा मै इसे छू कर देखु...
मै- मेरी रानी तुझे पुछने की क्या जरूरत है...
खुशी ने मेरे लंड को अपने हाथों से पकड़ लिया...
खुशी - चाचा ये गर्म क्यों है.

मै- ये गर्म ही होता है... इसे ऊपर नीचे करो
खुशी मेरे लंड को ऊपर नीचे करने लगी, मेरा लंड हल्के -2 झटके देने लगा.
खुशी - ये ऐसे क्यों कर रहा है..
मै- इसे अच्छा लग रहा है इसलिए...

मै खुशी के गाल पर किस करते हुए - मेरी गुड़िया भी बड़ी हो गई है,
खुशी - क्या चाचा आप भी, अभी तो मैं बहुत छोटी हूँ.

मै- पर मुझे तो लगता है कि तू बड़ी हो गयी है, मुझे तो तेरी सब चीजें बड़ी लग रही है...

खुशी - मुझे तो नहीं लगता...
और खुशी खड़ी हो गई
खुशी - ये देखिए...
मै- तुझे पता नहीं चल रहा है..
खुशी - सच्ची मे
मै- हा
खुशी - मेरा क्या -2 बड़ा हो रहा है...
मैने खुशी के संतरो पर हाथ रख दिया... खुशी को करंट सा लगा...
मै- ये देख बड़े हो गए है...
खुशी शरमाने लगी-क्या चाचा आप भी... और क्या बड़ा हुआ है.
मै- तु अपने कपड़े निकाल दे फिर मै तुझे सब दिखा दुंगा...
खुशी को हल्की -2 खुमारी छाने लगी थी तो उसने कहा...
खुशी - ठीक है, पर मेरी एक शर्त है, आप भी अपने कपड़े उतारो साथ मै...

मैने कहा ठीक है...
खुशी ने अपनी टी शर्ट ऊतारी दी उसके संतरे मेरे सामने आ गये... उसके चुचे एकदम तने हुए थे, उन पर हल्के-2 उभरते हुए पिंक निप्पल मेरी जान ले रहे थे..
उसने अपनी स्कर्ट उतार दी... उसकी चुत बिल्कुल एक दम छोटी पाव रोटी की तरह खूब फूली हुई थी…..चुत मे उपर से नीचे तक धागे के जैसी एक बारीक लकीर बनी हुई थी जो कि उसके अब तक बिना चुदि होने की गवाही दे रही थी.


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खुशी - आप भी कपड़े ऊतारो
मैने भी अपनी टी शर्ट उतार दी...
खुशी - वाह.. चाचा आपकी बॉडी तो बहुत अच्छी है, हीरो की तरह...
मै- तु भी किसी हिरोइन से कम नहीं है.
खुशी मेरी बात सुनकर शरमा गई और खुश हो गई...

मैने खुशी को अपनी गोद मे बैठा लिया, उसका मुँह मेरे मुँह के बिल्कुल पास था...
मेरा लंड उसकी चुत पर रगड़ खा रहा था, खुशी के मुँह से सिसकी निकल गई, उसे एक अलग ही मजा आ रहा था

मै- देख तेरे गाल कितने बड़े हो गए है, और मै उसके गालो को चुसने लगा...
तेरे होठं भी बड़े हो गए है और मैने अपने होठ उसके होठों पर रख दिये, उसने हटने की बिल्कुल कोशिश नहीं की, तो मै उसके होठों को अपने होठों मे लेके चुसने लगा, इससे खुशी को कंरट सा लगा, वो भी मेरा साथ देने लगी...
हम 2 मिनट तक किस करते रहे...

मै- कैसा लगा मेरी जान...
खुशी - मेरे पूरे शरीर मे गुदगुदी सी होने लगी, बहुत अच्छा लगा.
मै- अब तुम लेट जाओ...
खुशी के चुचे एकदम गोरे थे….अभी उसकी चूचियो पर निप्पल अभी ठीक से बाहर नहीं आए थे लेकिन दोैनो चुचे बड़े ज़रूर हो गये थे...
और मैने झुक कर खुशी की एक चूची को अपने मूह मे भर लिया और दूसरी को अपनी मुट्ठी मे लेकर दबाने लगा...

आज जिंदगी मे पहली बार किसी ने खुशी की चूचियो को दबाया था….जिससे वो उन्माद मे वो बावरी सी हो गयी.
उसके शरीर मे करंट सा दौड़ने लगा...

मैने उसके अर्ध विकसित निपल्स को मूह मे लेकर चुभालना शुरू कर दिया और दूसरी चूची को थोड़ा तेज़ी से दबाना चालू कर दिया...
जिससे खुशी के आनंद की सीमा बढ़ती गयी... और उसकी चुत गीली होने लगी, ऐसा खुशी के साथ पहली बार हुआ...

खुशी - आआआअहह….चाचा….बहुत गुदगुदी हो रही है, जब आप मेरा दूध चूस्ते हो तो...
मै- अच्छा नहीं लग रहा?
खुशी - बहुत अच्छा लग रहा है.. ऐसा मजा पहले कभी नहीं आया...

मैने खुशी की दोनो जाँघो को फैला कर उसकी चुत को देखने लगा...
तो खुशी - चाचा ऐसे मत देखो मुझे शरम आ रही है...

मै अपना मुँह नीचे ले जाने लगा...
तो खुशी बोली - चाचा ये गंदी जगह है, मैं यहां से मुतती हूँ...
आप यहाँ पर मुँह मत लगाईए...
मै- अरे!मेरी भोली गुड़िया रानी ये गंदी जगह नहीं ये तो बहुत अच्छी जगह है...
मैने अपना मूह खुशी की चुत पर लगा दिया... इस सुखद हमले से खुशी सीत्कार उठी...उसकी चुत पूरी गिली हो गई...

खुशी के शरीर मे कंरट सा दौड़ने लगा...
खुशी - आआअहह…..ऊऊहह…माआ…….हाआआं चाचा ये आपने क्या किया... बहुत अच्छा लग रहहा है...

मैं खुशी की पाव रोटी के जैसे फूली चुत को चूसे जा रहा था... मै उसकी चुत मे अपनी जीभ डालने लगा... खुशी के हाथ मेरे सिर पर आ गये...
खुशी अब झड़ने के करीब थी... वो मेरे सिर को हटाने लगी....

खुशी - आआह.. चाचा हटाए मुझे पेशाब आने वाला है
मै अब खुशी की चुत को जोर -2 से चुसने लगा...

उसने बेड शीट को कसके मुट्ठी मे भींच लिया, उसकी कमर हवा मे ऊठ गई और वो चलाते हुए झड़ने लगी...
मैने उसका सारा पानी पी लिया...
उसका पानी हल्का खट्टा था, आज तक जितने पानी पिया थे उनमें सबसे मस्त था...

खुशी आँख बंद किये हुए लेटी थी, मैने उससे पूछा क्या हुआ मेरी रानी...
खुशी - सॉरी चाचा मैने आपके मुंह मे पेशाब कर दिया...
मै- मेरी भोली तुने पेशाब नहीं किया, वो तो तेरा पानी था इसका मैने चुत कि तरफ इशारा किया...

खुशी - इसका पानी, कैसा पानी
मै- जब हम बडे होते है तब ऐसा पानी आता है...
मै- इसका नाम क्या है,
खुशी - वैजाइना
मै- और
खुशी - और पता नहीं
मै- इसे चुत कहते है, तु ये नाम किसी को बताना मत
ये बता मजा आया...
खुशी - बहुत ज्यादा, आखिर मे सबसे ज्यादा मजा आया... ऐसा लगा जैसे मै हवा मे उड़ रही हू...
आप बहोत अच्छे है चाचा
वैसे चाचा आपके इसमे से पानी आता है...
मै- हा आता है ना, ये लंड है , तु चुसेगी मेरे लंड को...

खुशी का मन था पर वो शरम से कुछ नहीं बोली
Mast update diya bhai ji. Aab kuari ladkiyon ko toh baksh do.
 

Naik

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भाभी - अब आप ही मेरे पति, मेरे सबकुछ हो...
मुझ पर ये अहसान कीजिए...

मैने अपनी उंगलियों मे सिंदूर लिया और भाभी की माँग भर दी..
वो पूरे पैर छुने लगी...
मै- ये आप क्या कर रही है भाभी...
पंकज भाभी - अपने पति के पैर छू रही हू, और आप मुझे भाभी मत बोलिए, आप मुझे मेरे नाम से बुलाईए.
मै- ठीक है अकेले मे नाम से बुला लुंगा मेरी जान...

फिर मै रूम आ गया और फ्रेश होने चला गया, फ्रेश होकर नाश्ता किया...
मै नाश्ता करके छोटी ताईजी के घर पर गया तो वहा पर राकेश भाई और ताऊजी भी थे तो मै कुछ देर रूक कर वापिस आ गया...
फिर खेत मे चला गया रोशनी काकी से मिलने, पर वो वहाँ पर नहीं मिली, तो मै घर पर आ गया..
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बाकी सब लोग जो शादी थी, उसमे चले गये... मेरा मन नहीं था जाने का मैने मना कर दिया.. सब शाम को थोडा लेट आने वाले थे...
और मै अपने रूम मे आ गया, मै बेड पर लेटा गया...
कुछ देर बाद मेरी लाडली खुशी आ गई..
मै- तु यहाँ पर, शादी मे नहीं गई...
खुशी - नहीं गई वो कल मेरा एग्जाम है.
एक सवाल समझ मे नहीं आ रहा है आप मेरी मदद करो ना
मै - इधर ला मेरी गुड़िया,
मैने उसे वो सवाल समझा दिया और वैसा ही सवाल उसे हल करने के लिए दिया... वो हल करने लगी...

खुशी ने टी शर्ट और स्कर्ट पहना हुआ था...
मुझे खुशी की गोरी चिकनी जांघे दिख रही थी, जिन्हें देखकर मेरा मन ललचा गया...


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मेरे मन मे कुछ होने लगा... मेरा लंड टाईट होने लगा था...
मैने अपना ध्यान वहाँ से हटा लिया...

फिर खुशी ने मुझे सवाल हल करके दिखाया जो एकदम सही था...
खुशी मेरे लगे लग गई और मेरे गाल पर किस करने लगी
खुशी - Thanku चाचा...
इससे खुशी मेरी गोद मे आ गई... मैने भी उसे कस के गले लगा लिया, जिससे उसके संतरे मेरे सीने से दब गये...
खुशी के मुंह से सिसकी निकल गई...
मैने भी उसके गाल पर किस कर लिया...

उसकी अनचुदी चुत मेरे लंड पर टिक गई, उसकी गर्मी पाकर वो भी खड़ा हो गया, जिससे वो खुशी की चुत और गांड पर चुभने लगा...
इसका असर खुशी की सील पैक चुत पर होने लगा, उसे पता नहीं चला की क्या हो रहा है पर उसे अजीब सा आनंद छाने लगा...
खुशी - चाचा ये क्या चुभ रहा मेरे नीचे...
खुशी ने मेरे लंड पर हाथ रख दिया, आपकी ये नुनी इतनी बड़ी क्यों है...
मै- ये बडो़ की बड़ी ही होती है...
खुशी - मुझे देखनी है
मै- क्यो देखनी है..
खुशी - मुझे देखनी है ये इतनी बड़ी क्यों हैं,
उसने मेरा पजामा और अंडरवीयर नीचे कर दिया, मेरा लंड उछल कर बाहर आ गया...
मेरा लंड एकदम टाईट होकर सीधा खड़ा था...

खुशी - इतना बड़ा और मोटा...
चाचा मै इसे छू कर देखु...
मै- मेरी रानी तुझे पुछने की क्या जरूरत है...
खुशी ने मेरे लंड को अपने हाथों से पकड़ लिया...
खुशी - चाचा ये गर्म क्यों है.

मै- ये गर्म ही होता है... इसे ऊपर नीचे करो
खुशी मेरे लंड को ऊपर नीचे करने लगी, मेरा लंड हल्के -2 झटके देने लगा.
खुशी - ये ऐसे क्यों कर रहा है..
मै- इसे अच्छा लग रहा है इसलिए...

मै खुशी के गाल पर किस करते हुए - मेरी गुड़िया भी बड़ी हो गई है,
खुशी - क्या चाचा आप भी, अभी तो मैं बहुत छोटी हूँ.

मै- पर मुझे तो लगता है कि तू बड़ी हो गयी है, मुझे तो तेरी सब चीजें बड़ी लग रही है...

खुशी - मुझे तो नहीं लगता...
और खुशी खड़ी हो गई
खुशी - ये देखिए...
मै- तुझे पता नहीं चल रहा है..
खुशी - सच्ची मे
मै- हा
खुशी - मेरा क्या -2 बड़ा हो रहा है...
मैने खुशी के संतरो पर हाथ रख दिया... खुशी को करंट सा लगा...
मै- ये देख बड़े हो गए है...
खुशी शरमाने लगी-क्या चाचा आप भी... और क्या बड़ा हुआ है.
मै- तु अपने कपड़े निकाल दे फिर मै तुझे सब दिखा दुंगा...
खुशी को हल्की -2 खुमारी छाने लगी थी तो उसने कहा...
खुशी - ठीक है, पर मेरी एक शर्त है, आप भी अपने कपड़े उतारो साथ मै...

मैने कहा ठीक है...
खुशी ने अपनी टी शर्ट ऊतारी दी उसके संतरे मेरे सामने आ गये... उसके चुचे एकदम तने हुए थे, उन पर हल्के-2 उभरते हुए पिंक निप्पल मेरी जान ले रहे थे..
उसने अपनी स्कर्ट उतार दी... उसकी चुत बिल्कुल एक दम छोटी पाव रोटी की तरह खूब फूली हुई थी…..चुत मे उपर से नीचे तक धागे के जैसी एक बारीक लकीर बनी हुई थी जो कि उसके अब तक बिना चुदि होने की गवाही दे रही थी.


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मैने भी अपनी टी शर्ट उतार दी...
खुशी - वाह.. चाचा आपकी बॉडी तो बहुत अच्छी है, हीरो की तरह...
मै- तु भी किसी हिरोइन से कम नहीं है.
खुशी मेरी बात सुनकर शरमा गई और खुश हो गई...

मैने खुशी को अपनी गोद मे बैठा लिया, उसका मुँह मेरे मुँह के बिल्कुल पास था...
मेरा लंड उसकी चुत पर रगड़ खा रहा था, खुशी के मुँह से सिसकी निकल गई, उसे एक अलग ही मजा आ रहा था

मै- देख तेरे गाल कितने बड़े हो गए है, और मै उसके गालो को चुसने लगा...
तेरे होठं भी बड़े हो गए है और मैने अपने होठ उसके होठों पर रख दिये, उसने हटने की बिल्कुल कोशिश नहीं की, तो मै उसके होठों को अपने होठों मे लेके चुसने लगा, इससे खुशी को कंरट सा लगा, वो भी मेरा साथ देने लगी...
हम 2 मिनट तक किस करते रहे...

मै- कैसा लगा मेरी जान...
खुशी - मेरे पूरे शरीर मे गुदगुदी सी होने लगी, बहुत अच्छा लगा.
मै- अब तुम लेट जाओ...
खुशी के चुचे एकदम गोरे थे….अभी उसकी चूचियो पर निप्पल अभी ठीक से बाहर नहीं आए थे लेकिन दोैनो चुचे बड़े ज़रूर हो गये थे...
और मैने झुक कर खुशी की एक चूची को अपने मूह मे भर लिया और दूसरी को अपनी मुट्ठी मे लेकर दबाने लगा...

आज जिंदगी मे पहली बार किसी ने खुशी की चूचियो को दबाया था….जिससे वो उन्माद मे वो बावरी सी हो गयी.
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जिससे खुशी के आनंद की सीमा बढ़ती गयी... और उसकी चुत गीली होने लगी, ऐसा खुशी के साथ पहली बार हुआ...

खुशी - आआआअहह….चाचा….बहुत गुदगुदी हो रही है, जब आप मेरा दूध चूस्ते हो तो...
मै- अच्छा नहीं लग रहा?
खुशी - बहुत अच्छा लग रहा है.. ऐसा मजा पहले कभी नहीं आया...

मैने खुशी की दोनो जाँघो को फैला कर उसकी चुत को देखने लगा...
तो खुशी - चाचा ऐसे मत देखो मुझे शरम आ रही है...

मै अपना मुँह नीचे ले जाने लगा...
तो खुशी बोली - चाचा ये गंदी जगह है, मैं यहां से मुतती हूँ...
आप यहाँ पर मुँह मत लगाईए...
मै- अरे!मेरी भोली गुड़िया रानी ये गंदी जगह नहीं ये तो बहुत अच्छी जगह है...
मैने अपना मूह खुशी की चुत पर लगा दिया... इस सुखद हमले से खुशी सीत्कार उठी...उसकी चुत पूरी गिली हो गई...

खुशी के शरीर मे कंरट सा दौड़ने लगा...
खुशी - आआअहह…..ऊऊहह…माआ…….हाआआं चाचा ये आपने क्या किया... बहुत अच्छा लग रहहा है...

मैं खुशी की पाव रोटी के जैसे फूली चुत को चूसे जा रहा था... मै उसकी चुत मे अपनी जीभ डालने लगा... खुशी के हाथ मेरे सिर पर आ गये...
खुशी अब झड़ने के करीब थी... वो मेरे सिर को हटाने लगी....

खुशी - आआह.. चाचा हटाए मुझे पेशाब आने वाला है
मै अब खुशी की चुत को जोर -2 से चुसने लगा...

उसने बेड शीट को कसके मुट्ठी मे भींच लिया, उसकी कमर हवा मे ऊठ गई और वो चलाते हुए झड़ने लगी...
मैने उसका सारा पानी पी लिया...
उसका पानी हल्का खट्टा था, आज तक जितने पानी पिया थे उनमें सबसे मस्त था...

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खुशी - सॉरी चाचा मैने आपके मुंह मे पेशाब कर दिया...
मै- मेरी भोली तुने पेशाब नहीं किया, वो तो तेरा पानी था इसका मैने चुत कि तरफ इशारा किया...

खुशी - इसका पानी, कैसा पानी
मै- जब हम बडे होते है तब ऐसा पानी आता है...
मै- इसका नाम क्या है,
खुशी - वैजाइना
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खुशी - और पता नहीं
मै- इसे चुत कहते है, तु ये नाम किसी को बताना मत
ये बता मजा आया...
खुशी - बहुत ज्यादा, आखिर मे सबसे ज्यादा मजा आया... ऐसा लगा जैसे मै हवा मे उड़ रही हू...
आप बहोत अच्छे है चाचा
वैसे चाचा आपके इसमे से पानी आता है...
मै- हा आता है ना, ये लंड है , तु चुसेगी मेरे लंड को...

खुशी का मन था पर वो शरम से कुछ नहीं बोली
Bahot badhiya shaandaar update bhai bhabi ki mang sindoor bhar dia sahi jaa rehe ho
Badhiya shaandaar update bhai
 

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खुशी का मन था पर वो शरम से कुछ नहीं बोली

मैने उसका हाथ लंड पर रख दिया,
ले तु भी इसे पकड, सहला और इसे लॉलिपॉप की तरह चुसो...
खुशी धीरे -2 लंड को सहलाने लगी, उसके नरम -2 हाथ लगते ही लंड उछलने लगा...
उसने मुस्कुराते हुए मैरे गरम सुपाडे़ को अपने होठों मे कैद कर लिया... और लॉलिपॉप की तरह चुसने लगी,
वो लंड को धीरे -2 मुँह मे लेने लगी...मेरा मुसल उसके मुँह मे बड़ी मुश्किल से जा रहा था... पर उसने 3इंच तक मुँह मे कर लिया...


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वो लगातार चुसती जा रहीं थी, अब मेरा सब्र जवाब दे रहा था,मैने अपने हाथ उसके सिर पर रख दिया और धीरे -2 धक्के मारने लगा...
मेरा लंड उसके मुँह की गर्मी पाकर झड़ने ही वाला था... मैने उसके सिर को हल्का सा मेरे लंड पर दबा दिया जिससे उसे परेशानी ना हो...
मेरा लंड उसके मुँह मे पिचकारीया मारने लगा, आज ज्यादा मात्रा मे मेरा वीर्य निकल रहा था,
पिचकारिया सीधे उसके गले से टकरा रही थी, जिससे मेरा माल उसके पेट मे जाने लगा
आज ज्यादा मात्रा मे मेरा वीर्य निकल रहा था, उसका मुँह पुरा भर गया और वीर्य बाहर निकलने लगा...
मैने आखरी पिचकारी उसके मुँह मे मारी और लंड को बाहर निकाल लिया...
वो वीर्य को बाहर निकालने वाली थी तो मै बोला... इसे बाहर मत गिरा इसे पूरा पीले...
ये बहुत अच्छा होता है... और वो पी गई...

मै- कैसा लगा मेरी रानी...
खुशी - आपका ये जिसके मजा आया लेकिन ये आपके मेरे मुँह मे क्यों गिराया..
मै- ये मेरा वीर्य था, ये बहुत अच्छा होता है... तुझे इसका टेस्ट कैसा लगा...
खुशी - पहले तो उल्टी जैसा हुआ, पर बाद मे अच्छा लगा...

मेरे लंड पर कुछ वीर्य लगा रह गया था...
मैं - वहाँ से एक कपड़ा ला इसे साफ कर लेता हू...
खुशी - मै हू ना..
और वो मेरे लंड को चाटने लगी और सुपाडे़ को चुसने लगी...
उसने पूरा माल चाट लिया और मेरे लंड को पूरा साफ कर दिया...
मै- मेरी रानी तो बहुत समझदार है,

खुशी - चाचा आज बहुत मजा आया
मै- जब मेरा लंड तेरी चुत मे जायेगा तो और भी मजा आयेगा...
खुशी - सच..
मै - हा..
खुशी - पर वहां पर जाने पर तो बहुत दर्द होता है ना...
मै- तुझे कैसे पता...
खुशी ने अपनी गर्दन झुका ली...
मै- बोल तुझे ये सब कैसे पता चला...
खुशी - वो.. वो चाचा मेरी एक फ्रेंड है उसने बताया था की जब ये घुसता है तो बहुत दर्द होता है...
मै- अच्छा!उसे कहाँ से पता चला...
खुशी - वो उसका एक बॉयफ्रेंड है, वो उसके साथ ये सब कर.......
मै- और क्या बताया उसने..
खुशी - उसने कहा की वहाँ से खून निकलता है...
मै- ये नहीं बताया की बाद मे मजा भी आता है...
खुशी - हा बताया कि बाद मे बहुत मजा आता है... लेकिन मुझे बहुत डर लगता है...

मै- तेरा भी कोई बॉयफ्रैंड है...
वो मेरी तरफ देखने लगी...
खुशी - नहीं है...
मै- क्यो, बनाया नहीं या कोई पसंद नहीं आया...
खुशी कुछ नहीं बोली...
मै- बता तो...
खुशी - वो बनाया नहीं...
मै- कोई पंसद नहीं आया क्या...
खुशी गर्दन नीचे किये हुए ही - वो पंसद तो है पर...
मै-पर क्या.. कौन है वो, नाम क्या है...

खुशी - आप है...
और खुशी ने आँखे बंद कर ली...मैरे चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई...
मै- क्या बोली फिर से बोल...
खुशी - वो..वो... मुझे आप पसंद हो...

मैने उसका चेहरा अपने हाथों मे ले लिया...
मै- तो चाचा को अपना बॉयफ्रैंड बनाना चाहती है...
खुशी - वो.. वो..
मै- वो.. वो.. क्या, ठीक से बोल..
खुशी - हहहहा...

मै- पर मुझे ऐसी गर्लफ्रेंड नहीं चाहिए जो अपनी आंखें बंद करले और मेरी तरफ देखे नहीं...

खुशी ने झट से अपनी आँखें खोल ली...
खुशी - लो खोल ली, आप मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बनायेगे..
मै- हा मेरी रानी...
और मैने उसके होठों पर एक किस कर दिया...

खुशी - आप बहुत अच्छे हो...
मै- कितना अच्छा हू...
खुशी - बहुत.. बहुत.. ज्यादा अच्छे
उसने मेरे होठों पर किस कर लिया...
मैने उसे बांहों मे भर लिया और लेट गया, वो मेरे ऊपर भी...

वो मेरे सीने पर अपना सिर रखकर कर लेट गई, कुछ देर तक हम ऐसे ही लेटे रहे,
वो अपनी चुत को मेरे लंड पर घिसने लगी...
मै- क्या कर रही है, खुशी...
खुशी - बहुत अच्छा लग रहा है, आपका ये कितना गर्म है...
मुझे ये अपनी इसमें लेना है...
मै- क्या लेना है किसमे, सही से बोल
खुशी - मुझे शरम आ रही है...
मै- अभी हम अकेले हैं, अब हम बॉयफ्रैंड - गर्लफ्रेंड है...
खुशी - सच हा...
मै- हा, लेकिन मेरी कुछ शर्तें है, तु वो मानेगी तभी मै बॉयफ्रैंड रहूँगा वरना नहीं
खुशी- क्या शर्तें...

मै-
पहली शर्त ये कि - तु सबके सबके सामने पहले जैसी ही रहेगी, ऐसा कुछ नहीं करेगी जिससे दिक्कत हो.
दूसरी शर्त - तु ये बात किसी भी नहीं बतायेगी..
और तीसरी शर्त ये कि - तु मेरी हर बात मानेगी, मै जो कहूंगा वो करेगी तु...मैं जैसा चाहें वैसा और जो चाहें वो सब कुछ करेगी बिना सवाल के

खुशी - मुझे आपकी तीनों शर्तें मंजूर है... मै हमेशा आपकी बात मानुंगी... पक्का प्रोमिस...
अब तो आप बनेंगे ना मेरे बॉयफ्रैंड
मै- हा मेरी जान...
खुशी - थैंक्यू मैरे सोना...
मै- क्या बोली...
खुशी - अभी तो मै आपकी गर्लफ्रेंड हू ना आपको कुछ भी बुला सकती हू... मेरे राजा मेरे सोना

मै- सिर्फ अकेले मे, किसी के सामने नहीं...

खुशी - सोना, मुझे आपका लंड मेरी चुत मे लेना है...
मै- तुझे तो डर लगता है ना..
खुशी - मुझे तो फिर भी लेना है चाहे कितना भी दर्द हो...
और आपने बोला ना की दर्द एक बार होता है बाद मे बहुत मजा आता है...
मै- हा मेरी रानी मजा तो आता है, पर तुम ये अभी नहीं ले सकती...
खुशी - क्यो नही ले सकती, मुझे तो अभी लेना है...
मै- मैने बोला ना, नहीं...
खुशी - क्यो तो...
मै- मैने क्या कहा था कि तु मेरी हर बात मानेगी...
Bhateeji bhi n apne chacha ko boy friend bana lia or thoda sa maza bhi le lia
Bahot badhiya shaandaar update bhai
 
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