• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest सबका लाड़ला

Devil Baba

FUCK YOU
81
1,221
114
Hello..दोस्तों... मैं हूं Devil...

ये मेरी पहली कहानी हैं...वैसे आज ही मैं इस साईट पर आया हूँ...
वैसे मैंने ये कहानी पहले किसी दूसरी साईट पर भी पोस्ट करी हैं.लेकिन वहां पर पूरी नहीं हुई...
उस साईट मे कुछ प्रॉब्लम हो गई,और मैं भी अपनी id भूल गया.
मैं कोई राइटर नहीं हूं..हो सकता है बहुत से लोगों को कहानी पंसद ना आये...but कोशिश पूरी होगी
तो आशा हैं कि ये कहानी आप सब को पसंद आयेगी...

ये एक कहानी काल्पनिक है
 
Last edited:

Xabhi

"Injoy Everything In Limits"
10,210
42,632
174
* अपडेट - 33


भाभी - अब आप ही मेरे पति, मेरे सबकुछ हो...
मुझ पर ये अहसान कीजिए...

मैने अपनी उंगलियों मे सिंदूर लिया और भाभी की माँग भर दी..
वो पूरे पैर छुने लगी...
मै- ये आप क्या कर रही है भाभी...
पंकज भाभी - अपने पति के पैर छू रही हू, और आप मुझे भाभी मत बोलिए, आप मुझे मेरे नाम से बुलाईए.
मै- ठीक है अकेले मे नाम से बुला लुंगा मेरी जान...

फिर मै रूम आ गया और फ्रेश होने चला गया, फ्रेश होकर नाश्ता किया...
मै नाश्ता करके छोटी ताईजी के घर पर गया तो वहा पर राकेश भाई और ताऊजी भी थे तो मै कुछ देर रूक कर वापिस आ गया...
फिर खेत मे चला गया रोशनी काकी से मिलने, पर वो वहाँ पर नहीं मिली, तो मै घर पर आ गया..
कुछ देर बाद खाना खाया...
बाकी सब लोग जो शादी थी, उसमे चले गये... मेरा मन नहीं था जाने का मैने मना कर दिया.. सब शाम को थोडा लेट आने वाले थे...
और मै अपने रूम मे आ गया, मै बेड पर लेटा गया...
कुछ देर बाद मेरी लाडली खुशी आ गई..
मै- तु यहाँ पर, शादी मे नहीं गई...
खुशी - नहीं गई वो कल मेरा एग्जाम है.
एक सवाल समझ मे नहीं आ रहा है आप मेरी मदद करो ना
मै - इधर ला मेरी गुड़िया,
मैने उसे वो सवाल समझा दिया और वैसा ही सवाल उसे हल करने के लिए दिया... वो हल करने लगी...

खुशी ने टी शर्ट और स्कर्ट पहना हुआ था...
मुझे खुशी की गोरी चिकनी जांघे दिख रही थी, जिन्हें देखकर मेरा मन ललचा गया...


369-xforum-desidownload-15
मेरे मन मे कुछ होने लगा... मेरा लंड टाईट होने लगा था...
मैने अपना ध्यान वहाँ से हटा लिया...

फिर खुशी ने मुझे सवाल हल करके दिखाया जो एकदम सही था...
खुशी मेरे लगे लग गई और मेरे गाल पर किस करने लगी
खुशी - Thanku चाचा...
इससे खुशी मेरी गोद मे आ गई... मैने भी उसे कस के गले लगा लिया, जिससे उसके संतरे मेरे सीने से दब गये...
खुशी के मुंह से सिसकी निकल गई...
मैने भी उसके गाल पर किस कर लिया...

उसकी अनचुदी चुत मेरे लंड पर टिक गई, उसकी गर्मी पाकर वो भी खड़ा हो गया, जिससे वो खुशी की चुत और गांड पर चुभने लगा...
इसका असर खुशी की सील पैक चुत पर होने लगा, उसे पता नहीं चला की क्या हो रहा है पर उसे अजीब सा आनंद छाने लगा...
खुशी - चाचा ये क्या चुभ रहा मेरे नीचे...
खुशी ने मेरे लंड पर हाथ रख दिया, आपकी ये नुनी इतनी बड़ी क्यों है...
मै- ये बडो़ की बड़ी ही होती है...
खुशी - मुझे देखनी है
मै- क्यो देखनी है..
खुशी - मुझे देखनी है ये इतनी बड़ी क्यों हैं,
उसने मेरा पजामा और अंडरवीयर नीचे कर दिया, मेरा लंड उछल कर बाहर आ गया...
मेरा लंड एकदम टाईट होकर सीधा खड़ा था...

खुशी - इतना बड़ा और मोटा...
चाचा मै इसे छू कर देखु...
मै- मेरी रानी तुझे पुछने की क्या जरूरत है...
खुशी ने मेरे लंड को अपने हाथों से पकड़ लिया...
खुशी - चाचा ये गर्म क्यों है.

मै- ये गर्म ही होता है... इसे ऊपर नीचे करो
खुशी मेरे लंड को ऊपर नीचे करने लगी, मेरा लंड हल्के -2 झटके देने लगा.
खुशी - ये ऐसे क्यों कर रहा है..
मै- इसे अच्छा लग रहा है इसलिए...

मै खुशी के गाल पर किस करते हुए - मेरी गुड़िया भी बड़ी हो गई है,
खुशी - क्या चाचा आप भी, अभी तो मैं बहुत छोटी हूँ.

मै- पर मुझे तो लगता है कि तू बड़ी हो गयी है, मुझे तो तेरी सब चीजें बड़ी लग रही है...

खुशी - मुझे तो नहीं लगता...
और खुशी खड़ी हो गई
खुशी - ये देखिए...
मै- तुझे पता नहीं चल रहा है..
खुशी - सच्ची मे
मै- हा
खुशी - मेरा क्या -2 बड़ा हो रहा है...
मैने खुशी के संतरो पर हाथ रख दिया... खुशी को करंट सा लगा...
मै- ये देख बड़े हो गए है...
खुशी शरमाने लगी-क्या चाचा आप भी... और क्या बड़ा हुआ है.
मै- तु अपने कपड़े निकाल दे फिर मै तुझे सब दिखा दुंगा...
खुशी को हल्की -2 खुमारी छाने लगी थी तो उसने कहा...
खुशी - ठीक है, पर मेरी एक शर्त है, आप भी अपने कपड़े उतारो साथ मै...

मैने कहा ठीक है...
खुशी ने अपनी टी शर्ट ऊतारी दी उसके संतरे मेरे सामने आ गये... उसके चुचे एकदम तने हुए थे, उन पर हल्के-2 उभरते हुए पिंक निप्पल मेरी जान ले रहे थे..
उसने अपनी स्कर्ट उतार दी... उसकी चुत बिल्कुल एक दम छोटी पाव रोटी की तरह खूब फूली हुई थी…..चुत मे उपर से नीचे तक धागे के जैसी एक बारीक लकीर बनी हुई थी जो कि उसके अब तक बिना चुदि होने की गवाही दे रही थी.


369-xforum-desidownload-33
खुशी - आप भी कपड़े ऊतारो
मैने भी अपनी टी शर्ट उतार दी...
खुशी - वाह.. चाचा आपकी बॉडी तो बहुत अच्छी है, हीरो की तरह...
मै- तु भी किसी हिरोइन से कम नहीं है.
खुशी मेरी बात सुनकर शरमा गई और खुश हो गई...

मैने खुशी को अपनी गोद मे बैठा लिया, उसका मुँह मेरे मुँह के बिल्कुल पास था...
मेरा लंड उसकी चुत पर रगड़ खा रहा था, खुशी के मुँह से सिसकी निकल गई, उसे एक अलग ही मजा आ रहा था

मै- देख तेरे गाल कितने बड़े हो गए है, और मै उसके गालो को चुसने लगा...
तेरे होठं भी बड़े हो गए है और मैने अपने होठ उसके होठों पर रख दिये, उसने हटने की बिल्कुल कोशिश नहीं की, तो मै उसके होठों को अपने होठों मे लेके चुसने लगा, इससे खुशी को कंरट सा लगा, वो भी मेरा साथ देने लगी...
हम 2 मिनट तक किस करते रहे...

मै- कैसा लगा मेरी जान...
खुशी - मेरे पूरे शरीर मे गुदगुदी सी होने लगी, बहुत अच्छा लगा.
मै- अब तुम लेट जाओ...
खुशी के चुचे एकदम गोरे थे….अभी उसकी चूचियो पर निप्पल अभी ठीक से बाहर नहीं आए थे लेकिन दोैनो चुचे बड़े ज़रूर हो गये थे...
और मैने झुक कर खुशी की एक चूची को अपने मूह मे भर लिया और दूसरी को अपनी मुट्ठी मे लेकर दबाने लगा...

आज जिंदगी मे पहली बार किसी ने खुशी की चूचियो को दबाया था….जिससे वो उन्माद मे वो बावरी सी हो गयी.
उसके शरीर मे करंट सा दौड़ने लगा...

मैने उसके अर्ध विकसित निपल्स को मूह मे लेकर चुभालना शुरू कर दिया और दूसरी चूची को थोड़ा तेज़ी से दबाना चालू कर दिया...
जिससे खुशी के आनंद की सीमा बढ़ती गयी... और उसकी चुत गीली होने लगी, ऐसा खुशी के साथ पहली बार हुआ...

खुशी - आआआअहह….चाचा….बहुत गुदगुदी हो रही है, जब आप मेरा दूध चूस्ते हो तो...
मै- अच्छा नहीं लग रहा?
खुशी - बहुत अच्छा लग रहा है.. ऐसा मजा पहले कभी नहीं आया...

मैने खुशी की दोनो जाँघो को फैला कर उसकी चुत को देखने लगा...
तो खुशी - चाचा ऐसे मत देखो मुझे शरम आ रही है...

मै अपना मुँह नीचे ले जाने लगा...
तो खुशी बोली - चाचा ये गंदी जगह है, मैं यहां से मुतती हूँ...
आप यहाँ पर मुँह मत लगाईए...
मै- अरे!मेरी भोली गुड़िया रानी ये गंदी जगह नहीं ये तो बहुत अच्छी जगह है...
मैने अपना मूह खुशी की चुत पर लगा दिया... इस सुखद हमले से खुशी सीत्कार उठी...उसकी चुत पूरी गिली हो गई...

खुशी के शरीर मे कंरट सा दौड़ने लगा...
खुशी - आआअहह…..ऊऊहह…माआ…….हाआआं चाचा ये आपने क्या किया... बहुत अच्छा लग रहहा है...

मैं खुशी की पाव रोटी के जैसे फूली चुत को चूसे जा रहा था... मै उसकी चुत मे अपनी जीभ डालने लगा... खुशी के हाथ मेरे सिर पर आ गये...
खुशी अब झड़ने के करीब थी... वो मेरे सिर को हटाने लगी....

खुशी - आआह.. चाचा हटाए मुझे पेशाब आने वाला है
मै अब खुशी की चुत को जोर -2 से चुसने लगा...

उसने बेड शीट को कसके मुट्ठी मे भींच लिया, उसकी कमर हवा मे ऊठ गई और वो चलाते हुए झड़ने लगी...
मैने उसका सारा पानी पी लिया...
उसका पानी हल्का खट्टा था, आज तक जितने पानी पिया थे उनमें सबसे मस्त था...

खुशी आँख बंद किये हुए लेटी थी, मैने उससे पूछा क्या हुआ मेरी रानी...
खुशी - सॉरी चाचा मैने आपके मुंह मे पेशाब कर दिया...
मै- मेरी भोली तुने पेशाब नहीं किया, वो तो तेरा पानी था इसका मैने चुत कि तरफ इशारा किया...

खुशी - इसका पानी, कैसा पानी
मै- जब हम बडे होते है तब ऐसा पानी आता है...
मै- इसका नाम क्या है,
खुशी - वैजाइना
मै- और
खुशी - और पता नहीं
मै- इसे चुत कहते है, तु ये नाम किसी को बताना मत
ये बता मजा आया...
खुशी - बहुत ज्यादा, आखिर मे सबसे ज्यादा मजा आया... ऐसा लगा जैसे मै हवा मे उड़ रही हू...
आप बहोत अच्छे है चाचा
वैसे चाचा आपके इसमे से पानी आता है...
मै- हा आता है ना, ये लंड है , तु चुसेगी मेरे लंड को...

खुशी का मन था पर वो शरम से कुछ नहीं बोली

अपडेट - 34

खुशी का मन था पर वो शरम से कुछ नहीं बोली

मैने उसका हाथ लंड पर रख दिया,
ले तु भी इसे पकड, सहला और इसे लॉलिपॉप की तरह चुसो...
खुशी धीरे -2 लंड को सहलाने लगी, उसके नरम -2 हाथ लगते ही लंड उछलने लगा...
उसने मुस्कुराते हुए मैरे गरम सुपाडे़ को अपने होठों मे कैद कर लिया... और लॉलिपॉप की तरह चुसने लगी,
वो लंड को धीरे -2 मुँह मे लेने लगी...मेरा मुसल उसके मुँह मे बड़ी मुश्किल से जा रहा था... पर उसने 3इंच तक मुँह मे कर लिया...


369-xforum-desidownload-18
मै- अब इसे ऊपर नीचे करते हुए चुसो...
वो धीरे -2 चुसने लगी... जिससे मेरी जान निकलने लगी... इतना पहले नहीं आया था...
वो लगातार चुसती जा रहीं थी, अब मेरा सब्र जवाब दे रहा था,मैने अपने हाथ उसके सिर पर रख दिया और धीरे -2 धक्के मारने लगा...
मेरा लंड उसके मुँह की गर्मी पाकर झड़ने ही वाला था... मैने उसके सिर को हल्का सा मेरे लंड पर दबा दिया जिससे उसे परेशानी ना हो...
मेरा लंड उसके मुँह मे पिचकारीया मारने लगा, आज ज्यादा मात्रा मे मेरा वीर्य निकल रहा था,
पिचकारिया सीधे उसके गले से टकरा रही थी, जिससे मेरा माल उसके पेट मे जाने लगा
आज ज्यादा मात्रा मे मेरा वीर्य निकल रहा था, उसका मुँह पुरा भर गया और वीर्य बाहर निकलने लगा...
मैने आखरी पिचकारी उसके मुँह मे मारी और लंड को बाहर निकाल लिया...
वो वीर्य को बाहर निकालने वाली थी तो मै बोला... इसे बाहर मत गिरा इसे पूरा पीले...
ये बहुत अच्छा होता है... और वो पी गई...

मै- कैसा लगा मेरी रानी...
खुशी - आपका ये जिसके मजा आया लेकिन ये आपके मेरे मुँह मे क्यों गिराया..
मै- ये मेरा वीर्य था, ये बहुत अच्छा होता है... तुझे इसका टेस्ट कैसा लगा...
खुशी - पहले तो उल्टी जैसा हुआ, पर बाद मे अच्छा लगा...

मेरे लंड पर कुछ वीर्य लगा रह गया था...
मैं - वहाँ से एक कपड़ा ला इसे साफ कर लेता हू...
खुशी - मै हू ना..
और वो मेरे लंड को चाटने लगी और सुपाडे़ को चुसने लगी...
उसने पूरा माल चाट लिया और मेरे लंड को पूरा साफ कर दिया...
मै- मेरी रानी तो बहुत समझदार है,

खुशी - चाचा आज बहुत मजा आया
मै- जब मेरा लंड तेरी चुत मे जायेगा तो और भी मजा आयेगा...
खुशी - सच..
मै - हा..
खुशी - पर वहां पर जाने पर तो बहुत दर्द होता है ना...
मै- तुझे कैसे पता...
खुशी ने अपनी गर्दन झुका ली...
मै- बोल तुझे ये सब कैसे पता चला...
खुशी - वो.. वो चाचा मेरी एक फ्रेंड है उसने बताया था की जब ये घुसता है तो बहुत दर्द होता है...
मै- अच्छा!उसे कहाँ से पता चला...
खुशी - वो उसका एक बॉयफ्रेंड है, वो उसके साथ ये सब कर.......
मै- और क्या बताया उसने..
खुशी - उसने कहा की वहाँ से खून निकलता है...
मै- ये नहीं बताया की बाद मे मजा भी आता है...
खुशी - हा बताया कि बाद मे बहुत मजा आता है... लेकिन मुझे बहुत डर लगता है...

मै- तेरा भी कोई बॉयफ्रैंड है...
वो मेरी तरफ देखने लगी...
खुशी - नहीं है...
मै- क्यो, बनाया नहीं या कोई पसंद नहीं आया...
खुशी कुछ नहीं बोली...
मै- बता तो...
खुशी - वो बनाया नहीं...
मै- कोई पंसद नहीं आया क्या...
खुशी गर्दन नीचे किये हुए ही - वो पंसद तो है पर...
मै-पर क्या.. कौन है वो, नाम क्या है...

खुशी - आप है...
और खुशी ने आँखे बंद कर ली...मैरे चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई...
मै- क्या बोली फिर से बोल...
खुशी - वो..वो... मुझे आप पसंद हो...

मैने उसका चेहरा अपने हाथों मे ले लिया...
मै- तो चाचा को अपना बॉयफ्रैंड बनाना चाहती है...
खुशी - वो.. वो..
मै- वो.. वो.. क्या, ठीक से बोल..
खुशी - हहहहा...

मै- पर मुझे ऐसी गर्लफ्रेंड नहीं चाहिए जो अपनी आंखें बंद करले और मेरी तरफ देखे नहीं...

खुशी ने झट से अपनी आँखें खोल ली...
खुशी - लो खोल ली, आप मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बनायेगे..
मै- हा मेरी रानी...
और मैने उसके होठों पर एक किस कर दिया...

खुशी - आप बहुत अच्छे हो...
मै- कितना अच्छा हू...
खुशी - बहुत.. बहुत.. ज्यादा अच्छे
उसने मेरे होठों पर किस कर लिया...
मैने उसे बांहों मे भर लिया और लेट गया, वो मेरे ऊपर भी...

वो मेरे सीने पर अपना सिर रखकर कर लेट गई, कुछ देर तक हम ऐसे ही लेटे रहे,
वो अपनी चुत को मेरे लंड पर घिसने लगी...
मै- क्या कर रही है, खुशी...
खुशी - बहुत अच्छा लग रहा है, आपका ये कितना गर्म है...
मुझे ये अपनी इसमें लेना है...
मै- क्या लेना है किसमे, सही से बोल
खुशी - मुझे शरम आ रही है...
मै- अभी हम अकेले हैं, अब हम बॉयफ्रैंड - गर्लफ्रेंड है...
खुशी - सच हा...
मै- हा, लेकिन मेरी कुछ शर्तें है, तु वो मानेगी तभी मै बॉयफ्रैंड रहूँगा वरना नहीं
खुशी- क्या शर्तें...

मै-
पहली शर्त ये कि - तु सबके सबके सामने पहले जैसी ही रहेगी, ऐसा कुछ नहीं करेगी जिससे दिक्कत हो.
दूसरी शर्त - तु ये बात किसी भी नहीं बतायेगी..
और तीसरी शर्त ये कि - तु मेरी हर बात मानेगी, मै जो कहूंगा वो करेगी तु...मैं जैसा चाहें वैसा और जो चाहें वो सब कुछ करेगी बिना सवाल के

खुशी - मुझे आपकी तीनों शर्तें मंजूर है... मै हमेशा आपकी बात मानुंगी... पक्का प्रोमिस...
अब तो आप बनेंगे ना मेरे बॉयफ्रैंड
मै- हा मेरी जान...
खुशी - थैंक्यू मैरे सोना...
मै- क्या बोली...
खुशी - अभी तो मै आपकी गर्लफ्रेंड हू ना आपको कुछ भी बुला सकती हू... मेरे राजा मेरे सोना

मै- सिर्फ अकेले मे, किसी के सामने नहीं...

खुशी - सोना, मुझे आपका लंड मेरी चुत मे लेना है...
मै- तुझे तो डर लगता है ना..
खुशी - मुझे तो फिर भी लेना है चाहे कितना भी दर्द हो...
और आपने बोला ना की दर्द एक बार होता है बाद मे बहुत मजा आता है...
मै- हा मेरी रानी मजा तो आता है, पर तुम ये अभी नहीं ले सकती...
खुशी - क्यो नही ले सकती, मुझे तो अभी लेना है...
मै- मैने बोला ना, नहीं...
खुशी - क्यो तो...
मै- मैने क्या कहा था कि तु मेरी हर बात मानेगी...

* अपडेट - 35


मै- मैने क्या कहा था कि तु मेरी हर बात मानेगी...तुने प्रोमिस किया था ना...
खुशी - ठीक है जैसा आप कहे...
वो उदास हो गई...
मै- मेरी जान ऐसे उदास मत हो... मेरी बात समझ अभी तु थोड़ी सी और बड़ी हो जा फिर ले लेना, थोड़े समय रूक जा...

खुशी - कितने समय..
मै- कुछ महिने रूक जा, फिर मै खुद तेरी इस चुत मे लंड डालकर चोदुंगा...
और इतने टाइम मे मै तुझे ऐसे मजे देते रहुगा तेरी चुत को चुसकर
अब मुस्कुरा दे ऐसी अच्छी नहीं लगती...

खुशी - मेरे सोना मेरी चुत मे खुजली हो रही है...
मै- अच्छा अभी इसका ईलाज करता हू...

मुझे एक आइडिया आया और मै दो डेयरी मिल्क चॉकलेट ले आया... और खुशी को लेटा दिया...
खुशी - आप क्या कर रहे है..
मै- मेरी जान तु बस देखती जा...

मैने चॉकलेट को उसके होठों पर, उसके गोरे -2 चुचों पर, उसके पतले कमसिन पेट पर, उसकी छोटी सी नाभि पर और उसकी चुत पर लगा दी...
थोड़ी चॉकलेट मैने मुंह मे ली...
मै उसके होठों पर किस करने लगा, वो भी मेरा भरपूर साथ दे रही थी... वो मेरे बालों को सहलाने लगी...

मै उसके दांतों पर जीभ घिसने लगा जिससे उसका मुँह थोड़ा खुल गया, मैने उसके मुँह मे जीभ डाल दी मेरी लार उसके मुँह मे घुलने लगी.. मैने चॉकलेट भी उसके मुँह मे डाल दी.. वो भी अब अपनी जीभ हिलाने लगी... हम दोनों की जीभ एक दुसरे से उलझ रही थीं...

मैने उसकी जीभ को पकड़ लिया और मुंह मे लेकर चुसने लगा, जिससे खुशी के शरीर मे एक तरंग दौड़ गई, वे मेरे सिर को अपने होठों पर दबाने लगी और मेरे बालों को जोर से सहलाने लगी...
चॉकलेट हम दौनो के मुंह मे ही घुलकर खत्म हो गई...
मैने अपनी जीभ उसके मुँह मे डाल दी तो वे समझ गई और मेरी जीभ को जोर -2 से चुसने लगी..
अब हमारी सांसे भरने लगी थी, मैने खुशी के होठों को छोड़ दिया.. वो जोर -2 से हांफ रही थी.. मै उसके ऊपर ही था...

खुशी - आप हर बार एक अलग मजा देते हो, कितने अच्छे हो मेरे सोना...
मै- आगे तो और भी बहुत मजे आंयेगे, तुम बस मजे लेती जाओ...
मैने अपना मुँह उसकी चॉकलेटी चुचियों पर लगा दिया... और बारी -2 दोनों को चुसने लगा, चुचीयो की चॉकलेट तो साफ हो गई पर वो अब वो लाल हो गये...
फिर मैने अपना मुँह उसकी चुत पर रख दिया और उसे चाटने लगा, वो मजे मे तडपने लगी...
जल्दी ही उसका शरीर झटके खाने लगा और झटको के साथ उसकी चुत ने दम तोड़ दिया...
चॉकलेट के साथ उसका पानी अलग ही टेस्ट दे रहा था...

मैने उसे अपनी बाहों मे उठाया और बाथरूम मे ले गया...
मैने शावर चालु कर दिया, हम दौनो उसमे भीगने लगे... वो इस समय एकदम हॉट लग रही थी...
क्योंकि सके होंठ, उसके चुचे लाल और उसकी चुत हल्की गुलाबी हो गई थी... जिससे वो एकदम किसी पॉर्न स्टार की तरह लग रही थी...

मै उसे किस करने लगा... किस करने के बाद वो मेरे सीने को चुमने लगी और धीरे धीरे नीचे झुकने लगी.

वो अपने पैरो पर बैठ गई और उसने मेरे लंड को पकड़ लिया, और उसे धीरे धीरे आगे पिछे करने लगी...

कुछ देर बाद उसने मेरे लंड के सुपाडे़ को मुंह मे भर लिया...
और किसी रंडी की तरह उसे चुसने लगी... उसे देखकर लग रहा था कि उसे इसमें बहुत मजा आ रहा है...
वो अपनी पूरी ताकत लगा रही थी, मेरा लंड उसके साममे हार गया..
वो ज्यादा देर तक उसके मुँह की गरमी सहन नहीं कर पाया और उसके मुँह मे लावा उगलने लगा...
वो सारा माल पी गई, और लंड को चाट -2 कर साफ कर दिया...

कुछ देर तक हम नहाते रहे.. मै उसके मस्ती और यौवन रस से भरे हुए शरीर के साथ खेलने लगा...


कुछ देर बाद हम बाहर आ गये... फिर हम दौनो बिस्तर पर नंगे ही एक - दुसरे की बांहों मे सो गये...

अपडेट - 36

कुछ देर तक हम नहाने के बाद बाहर आ गये... फिर हम दौनो बिस्तर पर नंगे ही एक - दुसरे की बांहों मे सो गये...

दो घंटे तक हम सोते रहे, फिर मै उठ गया, खुशी मेरे ऊपर ही लेटी थी,
उसका गोरे रेशमी बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था, उसकी हर चीज परफेक्ट थी, कुछ तो परफेक्ट से भी ज़्यादा.
उसके जिस्म को देखकर मेरा मुसल सर उठाने लगा पर मैंने उस पर काबू किया और अपने कपड़े पहनने लगा और खुशी को भी उठा दिया...
बाहर कुछ आवाज आ रही थी, शायद घर वाले आ गये थे...

मै बाहर आ गया, खुशी भी कपड़े पहन कर मेरे पीछे -2 बाहर आ गई...
बाहर आकर पता चला की सब वापिस आये है, घर का और गाय - भैंसों का काम करने रात को वापिस जायेंगे...

मै बुलेट लेके बाहर चला गया... कुछ देर दोस्तों के साथ मजे किये फिर घर आ गया...
सभी शादी मे जाने के लिए तैयार हो रहे थे...
बड़े ताऊजी बोले तु तैयार नहीं हुआ अभी तक...
मै- ताउजी मेरा मन नहीं है जाने का.
बड़ी ताऊजी - क्यों नहीं है, बेटा वो हमारे दोस्त है और दुसरा अपने गाँव के है हमें जाना चाहिए...
तु तैयार हो जा...

थोड़ी देर मे मै तैयार होकर आ गया... पर औरते अभी भी तैयार हो रही थी...
मै पंकज भाभी के पास चला गया ऊपर...
उन्होंने कल जो हम लाये थे उसमे से एक साड़ी पहनी थी, साड़ी उन पर खूब जच्च रही थी...
मैने उनको जाकर बाहों मे भर लिया...
वो चौंक गई...
पंकज - आप भी ना, मुझे तो डरा ही दिया...
मै- इस साड़ी मे आप बहुत सुंदर और एक दम हॉट लग रही है भाभी...
उन्होंने मुंह फेर लिया...
मै- क्या हुआ
पंकज - मुझे आपसे बात नहीं करनी...
मै- क्यों
पंकज - आपने मुझे क्या बुलाया... मैने जो कल बात कही थी वो मजाक मे नहीं कही थी... मैने तन,मन से आपको अपना पति मान लिया है.
मै आपकी पत्नी हूँ...

मै - गलती हो गई मेरी जान माफ करदो
पंकज - आगे से ऐसे मत करिएगा...
मै उसे किस करने लगा...
मै - तुम बहुत रसीली हो पंकज.
वो शरमा जाती है, और मेरे सीने मे अपना मुँह छुपा लेती है...
नीचे से ताईजी की आवाज आती है...
फिर हम दौनो नीचे आ जाते है...

सभी एक गाड़ी मे और ट्रैक्टर मे जा रहे होते है...
मै पंकज को अपनी बुलेट पर बैठा लेता हूँ... सब के निकलने के बाद हम निकलते है...
बाईक पर बैठते ही पंकज मुझसे चिपक जाती है...

हम भी शादी मे पहुँच जाते है, पंकज अंदर चली जाती है...मै ऐसे ही घूमने लगा.

गाँव मे लोगों मे फैशन का इतना चलन नहीं है, सभी नॉर्मल कपड़े ही पहनते है...और इतने पैसे भी कहां होते हैं सब के पास
पर मुझे फैशनेबल रहने का शौक है, मुझे ब्रेंड की समझ है और मै ब्रांडेड चीजें ही यूज करता हू... आज भी मै सबसे अलग और स्मार्ट लग रहा हूँ...

गाँव मे सभी एक दुसरे की मदद करते है, तो मै भी काम मे मदद करने लगा...
अंदर सभी औरतें बैठी हुई थी, मै काम से अंदर गया तो औरते मेरी तरफ देखने लगी... और आपस मे बात करने लगी- की ये कौन है...

तभी बड़ी ताईजी बोल पड़ी - ये तो मेरे देवर मुन्ना का लड़का है...
औरत 1- ये तो बड़ा हो गया है...
औरत 2- हा, देख तो कितना लंबा है और शरीर भी अच्छा खासा तगडा़ है...
औरत 3- और सुंदर भी बहुत है...
औरत 1- तो ब्याह कर ले ना इससे...

सभी औरते हंसने लगती है...
औरत 3- कर तो लु पर मै बुढी़ हो गई हूँ, ये तो मेरे बेटे से छोटा है...
मैने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया और काम करने लगा...
थोड़ी देर मे मैंने खाना खाया.. बाकि सब घर वाले लेट आने वाले थे पर मै अभी घर जा रहा था...
मै ताऊजी को बोलकर बाहर आ गया,, मै बाईक स्टार्ट कर ही रहा था कि बड़ी ताईजी आई उनके साथ वो तीसरी औरत भी थी...
बड़ी ताईजी - बेटा तेरी लाली ताई है, इसे इसके घर तक छोड़ देना, अभी अंधेरा बहुत हो गया है...

मै- ठीक है ताईजी छोड़ दुंगा..
परिचय -
Khushi ko uske sarir me chupe us anokhe kaam anand se parichay karana suru kr diya hai Apne hero ne, khushi ki Saheli ne jo apne boyfriend ke sath kiya tha Vo sab khushi ko btaya jiske chalte khushi ko bhi iske bare me thodi jankari ho gyi thi pr apne chacha ke sath ye anokhe kaam krida ko khel kr use parmanand ki anubhuti Hui... Khushi ne apne chacha ko hi apna boyfriend bna liya hai or ab vo apne chacha se hi training le rhi hai kaam krida ki, apne hero ne khushi ko apna virya pilaya vo bhi 2 baar, khaan paan sahi hone ke baad ye extra protein khushi ki khubsurati me 4 chand lga dega, jo ki kuchh hi mahino me dikhne lagega... Pankaj bhabhi bhi pura hak jma rhi hai Apne hero pr, bhabhi kahne pr naraj ho gayi... Ye lali tai ji ko apne hero se sadi karne ka man ho rha tha use dekh kar, pr Vo sab karne ke liye sadi ki kya jarurat hai apne hero ko hint do vo to bina sadi ke hi suhagraat mna lega...
Maza aa gya padh kr bhai superb updates jabarjast sandar
 

Naik

Well-Known Member
20,964
76,621
258
* अपडेट - 35


मै- मैने क्या कहा था कि तु मेरी हर बात मानेगी...तुने प्रोमिस किया था ना...
खुशी - ठीक है जैसा आप कहे...
वो उदास हो गई...
मै- मेरी जान ऐसे उदास मत हो... मेरी बात समझ अभी तु थोड़ी सी और बड़ी हो जा फिर ले लेना, थोड़े समय रूक जा...

खुशी - कितने समय..
मै- कुछ महिने रूक जा, फिर मै खुद तेरी इस चुत मे लंड डालकर चोदुंगा...
और इतने टाइम मे मै तुझे ऐसे मजे देते रहुगा तेरी चुत को चुसकर
अब मुस्कुरा दे ऐसी अच्छी नहीं लगती...

खुशी - मेरे सोना मेरी चुत मे खुजली हो रही है...
मै- अच्छा अभी इसका ईलाज करता हू...

मुझे एक आइडिया आया और मै दो डेयरी मिल्क चॉकलेट ले आया... और खुशी को लेटा दिया...
खुशी - आप क्या कर रहे है..
मै- मेरी जान तु बस देखती जा...

मैने चॉकलेट को उसके होठों पर, उसके गोरे -2 चुचों पर, उसके पतले कमसिन पेट पर, उसकी छोटी सी नाभि पर और उसकी चुत पर लगा दी...
थोड़ी चॉकलेट मैने मुंह मे ली...
मै उसके होठों पर किस करने लगा, वो भी मेरा भरपूर साथ दे रही थी... वो मेरे बालों को सहलाने लगी...

मै उसके दांतों पर जीभ घिसने लगा जिससे उसका मुँह थोड़ा खुल गया, मैने उसके मुँह मे जीभ डाल दी मेरी लार उसके मुँह मे घुलने लगी.. मैने चॉकलेट भी उसके मुँह मे डाल दी.. वो भी अब अपनी जीभ हिलाने लगी... हम दोनों की जीभ एक दुसरे से उलझ रही थीं...

मैने उसकी जीभ को पकड़ लिया और मुंह मे लेकर चुसने लगा, जिससे खुशी के शरीर मे एक तरंग दौड़ गई, वे मेरे सिर को अपने होठों पर दबाने लगी और मेरे बालों को जोर से सहलाने लगी...
चॉकलेट हम दौनो के मुंह मे ही घुलकर खत्म हो गई...
मैने अपनी जीभ उसके मुँह मे डाल दी तो वे समझ गई और मेरी जीभ को जोर -2 से चुसने लगी..
अब हमारी सांसे भरने लगी थी, मैने खुशी के होठों को छोड़ दिया.. वो जोर -2 से हांफ रही थी.. मै उसके ऊपर ही था...

खुशी - आप हर बार एक अलग मजा देते हो, कितने अच्छे हो मेरे सोना...
मै- आगे तो और भी बहुत मजे आंयेगे, तुम बस मजे लेती जाओ...
मैने अपना मुँह उसकी चॉकलेटी चुचियों पर लगा दिया... और बारी -2 दोनों को चुसने लगा, चुचीयो की चॉकलेट तो साफ हो गई पर वो अब वो लाल हो गये...
फिर मैने अपना मुँह उसकी चुत पर रख दिया और उसे चाटने लगा, वो मजे मे तडपने लगी...
जल्दी ही उसका शरीर झटके खाने लगा और झटको के साथ उसकी चुत ने दम तोड़ दिया...
चॉकलेट के साथ उसका पानी अलग ही टेस्ट दे रहा था...

मैने उसे अपनी बाहों मे उठाया और बाथरूम मे ले गया...
मैने शावर चालु कर दिया, हम दौनो उसमे भीगने लगे... वो इस समय एकदम हॉट लग रही थी...
क्योंकि सके होंठ, उसके चुचे लाल और उसकी चुत हल्की गुलाबी हो गई थी... जिससे वो एकदम किसी पॉर्न स्टार की तरह लग रही थी...

मै उसे किस करने लगा... किस करने के बाद वो मेरे सीने को चुमने लगी और धीरे धीरे नीचे झुकने लगी.

वो अपने पैरो पर बैठ गई और उसने मेरे लंड को पकड़ लिया, और उसे धीरे धीरे आगे पिछे करने लगी...

कुछ देर बाद उसने मेरे लंड के सुपाडे़ को मुंह मे भर लिया...
और किसी रंडी की तरह उसे चुसने लगी... उसे देखकर लग रहा था कि उसे इसमें बहुत मजा आ रहा है...
वो अपनी पूरी ताकत लगा रही थी, मेरा लंड उसके साममे हार गया..
वो ज्यादा देर तक उसके मुँह की गरमी सहन नहीं कर पाया और उसके मुँह मे लावा उगलने लगा...
वो सारा माल पी गई, और लंड को चाट -2 कर साफ कर दिया...

कुछ देर तक हम नहाते रहे.. मै उसके मस्ती और यौवन रस से भरे हुए शरीर के साथ खेलने लगा...


कुछ देर बाद हम बाहर आ गये... फिर हम दौनो बिस्तर पर नंगे ही एक - दुसरे की बांहों मे सो गये...
Bahot khoob shaandaar update bhai
 

Naik

Well-Known Member
20,964
76,621
258
अपडेट - 36

कुछ देर तक हम नहाने के बाद बाहर आ गये... फिर हम दौनो बिस्तर पर नंगे ही एक - दुसरे की बांहों मे सो गये...

दो घंटे तक हम सोते रहे, फिर मै उठ गया, खुशी मेरे ऊपर ही लेटी थी,
उसका गोरे रेशमी बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था, उसकी हर चीज परफेक्ट थी, कुछ तो परफेक्ट से भी ज़्यादा.
उसके जिस्म को देखकर मेरा मुसल सर उठाने लगा पर मैंने उस पर काबू किया और अपने कपड़े पहनने लगा और खुशी को भी उठा दिया...
बाहर कुछ आवाज आ रही थी, शायद घर वाले आ गये थे...

मै बाहर आ गया, खुशी भी कपड़े पहन कर मेरे पीछे -2 बाहर आ गई...
बाहर आकर पता चला की सब वापिस आये है, घर का और गाय - भैंसों का काम करने रात को वापिस जायेंगे...

मै बुलेट लेके बाहर चला गया... कुछ देर दोस्तों के साथ मजे किये फिर घर आ गया...
सभी शादी मे जाने के लिए तैयार हो रहे थे...
बड़े ताऊजी बोले तु तैयार नहीं हुआ अभी तक...
मै- ताउजी मेरा मन नहीं है जाने का.
बड़ी ताऊजी - क्यों नहीं है, बेटा वो हमारे दोस्त है और दुसरा अपने गाँव के है हमें जाना चाहिए...
तु तैयार हो जा...

थोड़ी देर मे मै तैयार होकर आ गया... पर औरते अभी भी तैयार हो रही थी...
मै पंकज भाभी के पास चला गया ऊपर...
उन्होंने कल जो हम लाये थे उसमे से एक साड़ी पहनी थी, साड़ी उन पर खूब जच्च रही थी...
मैने उनको जाकर बाहों मे भर लिया...
वो चौंक गई...
पंकज - आप भी ना, मुझे तो डरा ही दिया...
मै- इस साड़ी मे आप बहुत सुंदर और एक दम हॉट लग रही है भाभी...
उन्होंने मुंह फेर लिया...
मै- क्या हुआ
पंकज - मुझे आपसे बात नहीं करनी...
मै- क्यों
पंकज - आपने मुझे क्या बुलाया... मैने जो कल बात कही थी वो मजाक मे नहीं कही थी... मैने तन,मन से आपको अपना पति मान लिया है.
मै आपकी पत्नी हूँ...

मै - गलती हो गई मेरी जान माफ करदो
पंकज - आगे से ऐसे मत करिएगा...
मै उसे किस करने लगा...
मै - तुम बहुत रसीली हो पंकज.
वो शरमा जाती है, और मेरे सीने मे अपना मुँह छुपा लेती है...
नीचे से ताईजी की आवाज आती है...
फिर हम दौनो नीचे आ जाते है...

सभी एक गाड़ी मे और ट्रैक्टर मे जा रहे होते है...
मै पंकज को अपनी बुलेट पर बैठा लेता हूँ... सब के निकलने के बाद हम निकलते है...
बाईक पर बैठते ही पंकज मुझसे चिपक जाती है...

हम भी शादी मे पहुँच जाते है, पंकज अंदर चली जाती है...मै ऐसे ही घूमने लगा.

गाँव मे लोगों मे फैशन का इतना चलन नहीं है, सभी नॉर्मल कपड़े ही पहनते है...और इतने पैसे भी कहां होते हैं सब के पास
पर मुझे फैशनेबल रहने का शौक है, मुझे ब्रेंड की समझ है और मै ब्रांडेड चीजें ही यूज करता हू... आज भी मै सबसे अलग और स्मार्ट लग रहा हूँ...

गाँव मे सभी एक दुसरे की मदद करते है, तो मै भी काम मे मदद करने लगा...
अंदर सभी औरतें बैठी हुई थी, मै काम से अंदर गया तो औरते मेरी तरफ देखने लगी... और आपस मे बात करने लगी- की ये कौन है...

तभी बड़ी ताईजी बोल पड़ी - ये तो मेरे देवर मुन्ना का लड़का है...
औरत 1- ये तो बड़ा हो गया है...
औरत 2- हा, देख तो कितना लंबा है और शरीर भी अच्छा खासा तगडा़ है...
औरत 3- और सुंदर भी बहुत है...
औरत 1- तो ब्याह कर ले ना इससे...

सभी औरते हंसने लगती है...
औरत 3- कर तो लु पर मै बुढी़ हो गई हूँ, ये तो मेरे बेटे से छोटा है...
मैने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया और काम करने लगा...
थोड़ी देर मे मैंने खाना खाया.. बाकि सब घर वाले लेट आने वाले थे पर मै अभी घर जा रहा था...
मै ताऊजी को बोलकर बाहर आ गया,, मै बाईक स्टार्ट कर ही रहा था कि बड़ी ताईजी आई उनके साथ वो तीसरी औरत भी थी...
बड़ी ताईजी - बेटा तेरी लाली ताई है, इसे इसके घर तक छोड़ देना, अभी अंधेरा बहुत हो गया है...

मै- ठीक है ताईजी छोड़ दुंगा..
परिचय -
Lagta h ab lali taibka namber h dekhte h raste m kia hota h
Badhiya shaandaar update bhai
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
19,001
45,910
259
अपडेट -16

भाभी - अब उतारो मुझे.. या कुच्छ और इरादा है......

मै - इरादा तो बहुत करने का है....
भाभी - मेरे राजा मन मेरा भी बहुत है, कि आप मुझे प्यार करो
लेकिन टाइम बहुत हो चुका है, माजी खेत से आती ही होगी.
मुझे भाभी की बात सही लगी
मैने भाभी के होठों को चुसा और अपने कपड़े पहन कर बाहर आ गया...
बाहर आते ही मुझे कमला ताई मिल गई.
मै - आ गए ताईजी खेत से
कमला - हा बेटा, आज देर हो गई,, तेरा ताऊ तो नशे में पड़ा है, इसलिए मुझे ज्यादा काम करना पड़ा.

फिर में कमरे मे आ गया, उसके बाद सबके साथ खाना खाया, सभी बच्चे खेलने लगे और मै छोटे ताऊ के घर की तरफ चल पड़ा.
वहाँ पर ताईजी मिली...
मै- बाकी सब कहाँ है.
संतोष ताई - तेरी दादी का सर दर्द कर रहा है तो वे कमरे मे है, बहु राकेश के साथ शहर कपडे लाने गई है, और तेरे ताऊ तो खेत मे ही है.
फिर ताई ने कहा...
संतोष - बेटा तु बैठ मै तेरे ताऊ के पास जा रही हू उनको रोटी देने, और खेत से चारा भी लाना है..
मेने कहा ठीक है ताईजी....
वो खेत मे चली गई..

मै दादी के कमरे की तरफ चला गया... वहाँ पर दादी पंलग पर सो रही थीं... मै उसके पास गया. वो ब्लाउज और घाघरे मे थी...
उसके मोटे मोटे बोबो को देखकर मेरा मन उनको दबाने और पीने का हुआ...
मैने दादी के ब्लाउज के बटन खोल दिये जिससे खरबुजे जैसी मेरी चुचिया मेरे सामने आ गई.. मैने दादी के घाघरे के नाडे को खोलकर धीरे से नीचे खिसका दिया...
मैने दादी की एक चुची को भींचा, दादी थोड़ी सी कसमसाई... वो मेरे हाथ मे पूरी नहीं आई... फिर मे उनको मसलने लगा... जिससे दादी की सिसकारी निकल गई

मै अपना हाथ चुत पर ले गया और दो उंगलियों को दादी की सूखी चुत मे घुसेड दिया...
जिससे दादी को दर्द हुआ और वो हड़बडाकर ऊठ गई... दादी के ऊपर मै था जिस कारण वो उपर नहीं हो पाई...
दादी(दर्द मे) - आआआह... मा... क्या कर रहहहा.. है बेटा...
अपनी आआह.. दादी को मार ही डालेगा क्ययया.. उउउउई.. मा...
मै ऊगलियां अंदर बाहर कर रहा था जिस कारण दादी की लगातार सिसकियां निकल रही थी.

मै तुम्हें कैसे मार सकता हू दादी.., इतना कहा कर मेने अपने होठ उनके लरजते होठों पर रख दिए…

दादी मुझसे कसकर लिपट गयी… मेने उनके नितंबों को अपने हाथों में लेकर कस दिया.. तो वो और ज़ोर से अपनी जांघों को मेरी जांघों से सटाने लगी…

मेरा लंड जो कुच्छ इस दौरान ढीला पड़ गया था.. वो फिरसे अकड़ने लगा और दादी की नाभि में ठोकर मारने लगा…

दादी ने उसे अपनी मुट्ठी में कस लिया और उसे मसल्ते हुए बोली लल्ला ये तुम्हारा मूसल ग़लत रास्ते को ढूंड रहा है.. इसे सम्भालो, नही तो मेरे पेट में ही घुस जाएगा…!

मै - ये अब आपके हवाले है दादी, इसे सही रास्ता दिखना आपका काम है… फिर दादी ने मेरी टीशर्ट निकाल दी और मेरी मजबूत कसरती छाती, जिसपर बाल घने होते जा रहे थे, को सहलाते हुए बोली
पूरे मर्द हो गये हो लल्ला.. क्या मजबूत बना लिया तुमने अपने शरीर को…

एक औरत को ऐसी ही मजबूत छाती चाहिए अपना सर रखने के लिए… बहुत खुश नसीब होगी वो, जिससे तेरा ब्याह होगा...

मे – अभी तो ये आपके लिए है..
ये सुनते ही दादी ने मेरे सीने को चूम लिया और उसे चाटने लगी

मेरे शरीर में सुरसुरी सी होने लगी… और मेने उनको अलग करके उनके दोनो खरबूजों को ज़ोर से मसल दिया…
आअहह……लल्ला.एयाया… इतने ज़ोर से नही रजीईई… हान्ं…प्यार से सहलाते रहो… उफफफफ्फ़…. सीईईईई…ऊहह…

मैने दादी के बोबो पर हाथ रख दिया….. आअहह… क्या मस्त खरबूजे थे दादी के… एकदम गोल-मटोल… बड़े-बड़े, ढीले हो गये थे इस उम्र मे लेकिन फर भी क्या थे वो… जिनपर एक-एक काले अंगूर के दाने जैसे ब्राउन कलर के निपल जो अब खड़े होकर इंच बड़े हो चुके थे…

मेने उन दोनो को अपनी उंगली और अंगूठे में दबाकर मसल दिया….जिससे एक लंबी सी अह्ह्ह्ह…. उनके मूह से निकल गयी..

अब मेने उनकी चुचियों को चूसना, चाटना शुरू कर दिया था, और एक हाथ से मसलने लगा.. दादी मादक सिसकिया लेते हुए… कुच्छ ना कुच्छ बड़बड़ा रही थी…

चूस-चूस कर, मसल-मसल कर मेने उनके दोनो कबूतरों को लाल कर दिया…

जब मेने एक हाथ उनकी बूढी चुत के उपर रखा तो वो पूरी तरह कमरस से तर को चुकी थी… मे उनके पेट को चूमते हुए… उनकी जांघों के बीच बैठ गया..
मैने दादी की चूत पर किस कर लिया….

हइई….लल्ला.. ये क्या करते हो… भला वहाँ भी कोई मूह लगाता है…
मेने झिड़कते हुए कहा… आपको मज़ा आरहा है ना… तो उन्होने हां में सिर हिला दिया …

मेैने फिर कहा तो बस चुप चाप मज़ा लीजिए… मुझे कहाँ क्या करना है वो मुझे करने दीजिए..
वो सहम कर चुप हो गयी.. और आने वाले मज़े में खोने लगी..
मैने उनकी झान्टो के बालों को अपनी मुट्ठी में लेकर हल्के से खींच दिया…


दादी - हइई… बेटटा… खींच क्यों रहे हो…
Wah kya baat Hai cha gaye bhai
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
19,001
45,910
259
* अपडेट - 18


मै दादी के होठ चुमते हुए बोला - दादी पोते से चुदकर कैसा लगा...

दादी - सच बताऊ तो बेटा आज तक इतना मजा मुझे कभी नहीं आया, मन करता है तेरे इस मुसल को अपनी बुढी़ चुत मे ऐसे ही लिये रहू.
मै - चिंता मत कर आज से ये तेरा ही है.
तेरा पोता तुझे कस कस के चोदेगा...
मैने उसके चुतडो को भींच दिया...

दादी -आआआह.. आज से तततु.. मेरा सैया, मेरा राजा मेरा पति है.
आज से मेरा सबकुछ तेरा है....
मै - तेरी चुत और गांड तो है... चुत तो मैने मार ली
तेरी ये करारी गांड भी जल्दी ही फांडुगा.... मैने दादी की गांड के छेद को उंगली से घीसते हुए कहा...

दादी - आआआह... हहहा.. मेरे राजा ये तेरी ही है..
मेरा सब कुछ मै तुझे दे दुंगी... मेरा सबकुछ अब तेरा ही है, और किसी का नहीं...

मै दादी की बात नहीं समझा...
मैने पुछा- क्या सबकुछ दोगी मुझे...

दादी - जो मेरे पास है वो सब...
मै - क्या है तेरे पास...
दादी कुछ सोचते हुए... वो मै तुम्हें कल बताऊंगी और दिखाऊंगी भी....

मैने पूछा अभी ही दिखा दो.....
दादी ने मेरे होठों को चुमते हुए कहा अभी नही कल.. थोड़ा सब्र करो...

दादी - मैने तुम्हे अपना सबकुछ मान लिया है... तु हमेशा मुझे ऐसे प्यार करेगा ना...
मैने हां कहा.. और दादी के होठों को चुसने लगा...दादी मुझसे अलग ही नहीं हो रही थीं, शायद कई सालो बाद चुदाई हुई वो इतनी जबरदस्त इसलिए...
कुछ देर चुसने के बाद दादी चलो उठो देर हो गई है कोई आ जायेगा...
दादी मुझे ऐसे ही सोना है तेरे पास...
मै- मेरी प्यारी चुदक्कड़ रानी मै तेरे पास ही हू.. जब तेरा मन होगा तुझे चोदुंगा...

फिर मै खड़ा हो गया और कपड़े पहनने लगा... दादी ने भी पहन लिये...
हम बाहर आ गये.... फिर ताई भी आ गई और मै घर से बाहर आ गया....
शाम हो गई थी, मुझे खुशी दी थी मै उसके पास चला गया.
वो बोली चाचा आप कहाँ थे..
मैने कहा की दादी के पास था..

मैने पूछा की क्या हुआ... तो वो बोली मै आपके रूम मे गई थी आप मुझे मिले नहीं... मेरे लिए तो आपके पास टाइम ही नहीं है..
मै- ऐसी बात नहीं है मेरी जान तेरे लिए तो बहुत टाइम है, वो दादी का सर दर्द कर रहा था तो उनके पास था...

मैने खुशी को गोद मे उठा लिया और उसके गालो को चुसनें लगा, उसने भी मेरे गालो पर किस किया...
फिर उसके साथ मै अंदर आ गया...
कुछ टाईम मैने रूम मे बिताया, फिर मनीषा खाना खाने के लिए बुलाने आ गई....
खाना खाकर मै अपने रूम मे आ गया..

मेरे दिमाग मे एक ही बात आ रही कि दादी मुझे क्या देना चाहती है, वो कल मुझे क्या दिखाने वाली है... बहुत देर तक मै सोचता रहा, फिर सो गया...
Bhohot hi Kamuk update
Ab ye dadi kya dene ka bol rahi h
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
19,001
45,910
259
अपडेट -23


दादी- हा तेरे ही है, जो मर्जी आये वो कर.

मैने उन बक्सो को वापिस रख दिया, सब पहले जैसा कर दिया.
मै चाबी दादी को देने लगा.. तो वो बोली मै क्या करूगी अब तु इनका मालिक है.
चांबिया मैने अपने पास रख ली.. और कस्सी को भी पास मे ही एक पेड़ पर टांग दिया.
जब वापिस आया तो दादी झुकी हुई थी, उसकी बड़ी मोटी गांड देखते मेरा लंड सिर उठाने लगा.
मैने दादी को पिछे से पकड़ लिया
दादी आहहह... बेटा क्या कर रहा है.. कोई देख लेगा..
मै- तुने मुझे अपना सब कुछ दे दिया ना मै तुम्हें सब कुछ दुंगा..

मैने दादी के बुढे़ शरीर को गोद मे ऊठ लिया और उसे खेत की कोठरी मे ले आया...
मै दादी को गोद मे लिए रहा उसने कोठरी का दरवाजा बंद कर लिया..
मैने नीचे उतारकर किस करने लगा... और उसके चुचे मसलने लगा...
मैने उसके ब्लाउज और घाघरे को खोलकर उसे नंगी कर दिया और खुद भी नंगा हो गया...

मुन्नी- कैसा लगा तेरी दादी का जीस्म।
मै - साली तू तो रंडी है रखेल है मेरी...
दादी - हां मैं तेरी रंडी हू सिर्फ तेरी ! चोद चोद कर अपनी रखैल बना ले.
मेरा लंड तन कर खड़ा था।

दादी - हाय रे...ये तेरा लंड है या...घोड़े का।
मै - चल अब चुस इसे मुंह में लेके।
दादी - छी.. नही बेटा ये गंदा है, इसको मुँह मे कैसे लु..
मै- मेरी बात नहीं मानेगी...
दादी कुछ नही बोलती है...
वो मेरा लंड अपने हाथ में लेती है।

दादी -अरे ये तेरा लंड तो मेरी मुट्ठी में भी नही आ रहा है.
दादी मुँह मे ले लेती है.

मै - आह हां मेरी रंडी ऐसे ही चुस...
दादी अपना मुहं खोले मेरा लंड अपने हलक तक उतार लेती, जिससे उसे खासी आ जाती है. फिर भी वो चुसती रहती है.

दादी - आह ऐसा लंड मैने अपनी जिंदगी में पहली बार देखा है।

मै - अाह , साली मुझे भी एकदम रंडी मिली है, आह जो कमाल चुसती है।

दादी - तेरी रखेल हू ना तो चुसुगीं ही। कैसा चुस रही है तेरी रंडी दादी।

मै - बोल मत आह मादरचोद , क्या चुसती है... आहहह... तेरी बेटी को चोदु आह...

दादी - पहले मा को तो चोद ले जी भर के.

मै- मां को तो चोदुंगा ही।
दादी - ये तेरा लंड देख कर तो कोइ भी तेरी रंडी बन जाायेगी....।

मैने उसे खाट पर लिटा दीया... और उसके.उपर चढ़ गया, उसकी.चुुुचीयों को अपने द़ातो में दबा कर उपर की तरफ खीचने लगा......

दादी - आ..........आ.......ह, न....ही सो......नू , दर...द कर ...रहा हैईईईई........इआ....मां ...मेरी... चु....चीयांं.।

दादी- .हाय रे द इया, इतना जोर से मत दबा रे बेेरहम......आह,
मै- मेरी रानी.... तेरी चुचीयां तो बवाल हैं..

दादी - आह....इसलिए इतनी जोर जोर से दबाा रहा है ना.भले मेरी हालत कुछ भी हो...।

मै - तुझे मजा नही आपका है...
दादी -हां... आ रहा है पर दर्द भी हो रहा है.

मै- चल अब ज़रा घोड़ी बन.
मुन्नी फटाक से कुतीया बन जती है, मै दादी की मोटी और बडी गांड देखकर पागल हो जाता हू, उस पर जोर से एक थप्पड़ लगता हू.....

दादी- आह .....मा आराम से........
मै- चुप साली एक तो इतनी बडी बडी गांड ले के मेरे लंड मे आग लगाती है और कहती है आराम से .....आज तो तेरी गांड का वो हाल करूंगा की तू जीन्दगी भर अपनी गांड में मेरा लंड लिये घूमेगी ।

मै दादी को सीधा कर देता हू और लंड को उसकी बुढी़ चुत पर रगडता हू, जिससे वो सिसकारी लेने लगती है.

अपने मुसल को मै उसकी चुत पर सैट करता हू और धक्का देता हैू.....

दादी- आआह ...नही ......धीरररे..... आहह... मा...

मै एक जोर का धक्का मरता हू जिससे लंड जड़ तक दादी की चुत मे चला जाता है.

दादी की आवाजे कमरे में गूंजती है.......
दादी-बे......टा रहम ....आह .....मां ......क्या ......करू ......दर्द......

मै - साली तेरी तो चुत कमाल की है......
अब मै धीरे -2 धक्के मारने लगा.. जिससे दादी को मजा आने लगा.. वो मस्ती मे जोर -2 से सिसकियां लेने लगी....

लगातर धक्को ने दादी की चुत को अन्दर तक खोल दिया था ......और वो मेरा लंड आराम से ले रही थी .....उसका दर्द अब कही ना कही सिस्करियो में बदल रही थी। उसकी चुत भी पानी से भर गइ थी ....और मै उसे जोर जोर से चोद रहा था .......फच्च फच्च की आवाज़ पुरे कमरे में गंज रही थी ......।

दादी - आह ..... मज़ा आ रहा .....है.
मैने अपने धक्के अब तेज कर दिये. मै दनादन दादी को चोदने लगा......।

दादी -आ...आ ह.....मजा आ रहा है ..... बेटा....कितना अन्दर डालेगा .....

मै - तूझे कितना अन्दर चाहिये ...

दादी - आह.....तू बहुत ....आह ....अंदर डाल चुका है ......बहुत मज़ा आ रहा है ......।

मै - अब मजा आ रहा है मेरी रंडी ......तभी तो चिल्ला रही थी।


दादी -आह....राजजजा....जोर जोर से चोद फाड़ दे ......आपनी दादी की चुत......आह मुझे पता है .......आइ .........की तू चुत फाड़ सकता है.


इतना सुनते ही मै उसे पूरी जोर से चोदने लगता हूँ
Wah kya Baat Hai bhai. Budhi to must ho gai or sara dhan hero ko sonp diya
 
Top