* अपडेट - 37
गीता इस समय लाल साड़ी मे थी, साड़ी ज्यादा खास तो नहीं थी...
गीता कोई लगभग 47- 48 साल की औरत थी , फिगर भी अच्छा था मोटे मोटे बोबे और चोडी गांड ,
मै गीता को बैठाकर चल पड़ा...
गीता - बेटा तु तो बड़ा हो गया है...
मै- ताई जी उम्र हो गयी तो बड़ा भी होंऊगा ना
गीता- मैने तुझे बहुत दिनो बाद देखा है, तु हमारे घर को तरफ आता ही नहीं है..
मै- आप बुलाते ही नहीं हो तो कैसे आऊ...
गीता को बाईक पर बैठने से डर लग रहा था, वो मुझ से चिपकी हुई थी... जिससे उसके चुचे मेरी पीठ से रगड़ खा रहे थे...
अपने ख्यालो मे उसके बारे मे सोचने लगा की उसकी चूत मिल जाये तो मजा आ जाये...
मै ताई पर लाईन मारने लगा - मैने भी आपको बड़े दिनों बाद देखा, आप तो वैसी ही हो जवान और सुंदर...
धत... कुछ भी बोलता है बेटा, मै और जवान अब तो उम्र हो गई है... देख बाल सारे सफेद हो गए है...
मै- ताई जी मेरी नजर से देखो, आप जवान हो अभी भी...
हम ताई के घर आ गये, मैने उनको उतारा...
ठीक है तो ताईजी मै चलता हूँ...
गीता - बेटा अंदर तो आ, ऐसे तो कभी नहीं आता है...
मै- ताईजी अभी...
गीता - हा अभी आजा...
हम दोनों अंदर आ गये... ताई मुझे कमरे मे ले गई, मै पंलग पर बैठ गया और ताई मेरे पास बैठ गई...
मै- ताई ताऊ कहाँ पर है...
लाली- वो तो चौकीदारी करते है तो आजकल रात मे करते है...
बेटा एक बात बता सच्ची मै तुझे जवान दिखती हूँ...
मै- हा ताई जी आप जवान भी हो और सुंदर भी
मै ताई के पास खिसक गया, मैने ताई के गालो पर हाथ रख दिये
ये देखिए आपके गाल, आपका चेहरा कितने सुंदर है,मेरा तो मन करता है इनको चुम लुं.
ताईजी एक बार चुम लु...
गीता - हाय राम!बेटा तु कैसी बात कर रहा है, कोई सुन लेगा तो क्या सोचेगा...
मै-सही ही तो बोल रहा हू, और कौन है यहाँ पर देखने वाला...
गीता - नहीं बेटा,
मै- ताई बस एक बार...
मैने ताई के चेहरे को पकड़ लिया और अपने होंठ उसके नरम गालों पर रख दिये...
मै उसकी गाल को मुँह मे लेकर चुसने लगा, मै करीब दो मिनट तक बारी -2 दौनो गालो को चुसता रहा...
फिर मै अलग हो गया, ताई के गाल हल्के लाल हो गये...
ताई का ब्लाउज थोड़ा फटा हुआ था...
ताई ये तेरा ब्लाउज फटा हुआ है, तुम ये पहन के गई शादी मे...
गीता - हा बेटा, मेरा पास जो है बस ये ही है... घर की हालत थोड़ी खराब है, तेरे ताऊ को तो कोई परवाह ही नहीं है...
ताई फिर चुप हो गई...
मैने ताई के चेहरे को हाथों मे ले लिया - ताई ताऊ तो पागल है जो इतनी खुबसूरत पत्नी पर ध्यान नहीं देता, मै होता तो...
गीता - तो क्या बेटा
मै- अगर मै होता तो मै बहुत ख्याल रखता...
लेकिन आप चिंता मत करो मै आपका ध्यान रखुंगा...
ताई मेरी तरफ देखने लगी...
मैने ताई को अपनी तरफ खींच लिया, ताई कुछ नहीं बोली...
मै- ताई आपके होठ कितने अच्छे है, एक बार चुम लु...
ताई अभी भी चुप थी....
मैने अपने होंठ ताई के होंठों से मिला दिये...
मै अब उनका रस पिने लगा, ताई शांत थी, ना तो वो हट रही थी और ना ही साथ दे रही थी...
मैने अपने हाथ ताई के मोटे खरबुजो पर रख दिये औऱ उनको मसलने लगा, जिससे ताई के बदन मे हलचल होने लगी...
मैने ताई के होंठों को चुसते हुए ब्लाउज के बटन खोल दिये, अब ताई के चुचे बिल्कुल नंगे थे...
फिर अचानक से ताई अलग हो गई...
गीता - नहीं बेटा ये तु क्या कर रहा है, ये गलत है... मै तेरी मा की उम्र की हूँ...
मै- पर माँ तो नहीं हो ना...ताई मुझे पता है तुम्हें जरूरत है, तुम दुसरो के बारे मे मत सोचो,वैसे भी किसी को पता कैसे चलेगा...
ताई कुछ नहीं बोली...
मै- मै किसी के साथ जबरदस्ती नहीं करता... अगर तुम नहीं चाहती तो ठीक है...ताईजी मुझे माफ करना मैंने गलत किया उसके लिए...
और मै खड़ा होकर बाहर आ गया, और बुलेट लेकर घर आ गया... अभी तक घरवाले आये नहीं थे... मै अपने कमरे मे आकर सो गया...