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Incest ससुर बहु की रासलीला

Rajizexy

Punjabi Doc
Supreme
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304
बारिश का मौसम आ चूका था और पदमिनी को बारिश बहुत पसंद हे ,उस दिन सुबह पदमिनी ने मुझसे कहा पापा २-3 दिन के लिए जयपुर चलते हे ,वंहा अभी बारिश हो रही हे ,हम गुलाबी नगरी में एश करके आते हे ,मेने कहा जैसी मेरी जान की इच्छा ,मेने अगले दिन सुबह के टिकट बुक करवाए और अगले दिन सुबह की फ्लाइट से जयपुर पहुंच गए ,जयपुर एयरपोर्ट पर उतरते ही तेज बारिश ने हमारा स्वागत किया पद्मिनी बारिश को देखकर खिल उठी।
मेरी पदमिनी ने मिनी स्कर्ट और टॉप पहन रखा था जब वो झुकती तो उसकी काली पेंटी के दर्शन हो जाते।
मेरा लंड तो वंही सलामी देने लगा इच्छा हुई यही एयरपोर्ट पर इसे लिटाकर इसकी माँ बहन चोद दू ,पद्मिनी मेरे मनोभावों को समझ गयी और हसने लगी ,उसने कहा मेरी जान सबर तो रखो होटल चलते ही सबसे पहले अपनी चूत में आपका लोडा लुंगी।
मुझे पदमिनी की यही बात अच्छी लगती थी वो खुद भी चुदने का पूरा मजा लेती थी तो मुझे भी चुदाई का पूरा आनंद देती थी।
एयरपोर्ट से हम सीधे मानसरोवर स्तिथ ग्रैंड हय्यात होटल में पहुंच गए मेने एक सूट रूम लिया और रूम में घुसने के साथ ही पदमिनी को अपनी बांहो में जकड कर उसको चूमने लगा। मेने पद्मिनी के स्कर्ट के नीचे से अपना हाथ डालकर उसकी हिप्स पे हाथ फिरते हुए अपनी उंगलियाउसकी पेंटी में डालदी , और उसके गुलाबी होंठो को अपने होठों से चूमने लगा हम दोनो ने बड़ी है कामुकता के साथ एक दूसरे को किस करना शुरू कर दिया, मेरी पदमिनी

बहुत ही उतेजित हो गयी थी उसने फिर मेरे सीने पे चूमना शुरू कर दिया वो मेरे कंधो पे , गरदन पे वो चूमने लगी और अपने एक पैर की जांघो को घुटनों से मोड़ कर मेरी जांघ पे घिसने लगी , मेने शॉर्ट्स पहना था मेरी जांघो के बाल पदमिनी की जांघो के स्पर्श से खड़े हो गए थे। व्हाइट शॉर्ट्स में मेरा लंड खड़ा हो गया था और लंड के आगे का भाग शॉर्ट्स के इलास्टिक जहा ब्रांड नेम jockey लिखा था वहां से बाहर आ गया था वो पदमिनी की नाभि को कभी उसके नाभि की नीचे के भाग को छू रहा था एक दो वीर्य की बूंदे निकली हुई थी जिस सेमेरे लोडे का उपर का भाग चमक रहा था ,मेने पदमिनी का ड्रेस निकल दिया अब वो सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी उस की परफेक्ट कमर और हिप्स का भाग बहुत ही आकर्षक लग रहा था ,मेने पदमिनी की कमर को अपने हाथों से पकड़ा था और उसे अपनी और खीचते हुएमें कभी किस कररहा था कभी उसके स्तनों को अपनी छाती से लगा रहा था , मेने कहा पद्मिनी ” यु लुक्स सो अमेजिंग “ तुम्हारा फिगर तुम्हारी गोरी स्किन तुम्हारे स्तन बहुत ही परफेक्ट है ऐसा लगता है कि तुम किसी की वाइफ नही लेकिन कॉलेज गर्ल जैसी लग रही हो”मेने धीरे से पदमिनी की ब्रा को निकाल दिया और एक हाथ को उसकी पैंटी में डालकर पदमिनी की गांड की क्रेक में उंगलिया घुमने लगेपदमिनी को बहुत ही गुदगुदी सी हो रही थी वो कभी कभी अपनी गांड को जटके मार के हिल रही थी उसके स्तन मेरी जांघो पे दबे हुए झूल रहे थे , मेने पदमिनी को को अचानक उठा लिया और अपनी गोद मे उठाकर बेड की तरफ लेगया हम दोनो एक दूसरे को आंखों में आंखे डालकर देख रहे थे ,मेने पदमिनी को को धीरे से बेड पर लेटाया और खड़े होते हीपद्मिनी की काली पेंटी को निकाला और उसकीचूत को देखते हुए उसपे हाथ फिराने लगा
मेने अपनी एक उंगली को पदमिनी की चूत में डालापदमिनी के मुह से अहह की आवाज निकल गयी।

मेने पदमिनी की गांड को दोनो हाथों से पकड़कर उसे उपर की और धकेला और पदमिनी के दोनों पैरों के बीच बैठगया और पदमिनी कि चूत पर किस करने लगा पदमिनी ने अपने दोनों हाथों सेमेरे सर का सिर पकड़ लिया और मेरे बालो को सहलाने लगी ,में बहुत ही धीरे धीरे पदमिनी की चूत को चूसने लगा पदमिनी अहह अहह पापा I can't control myself sir “ ऐसी आवाजे कर रही थी।

थोड़ी देर तक पदमिनी कि चूत को चूसने के बाद में पदमिनी पे लेट गया और दोनों ने एक दूसरे को चूमना शरू किया दोनो के होंठ एक दूसरे के होंठ को चूम नही रहे थे लेकिन चूस रहे थे।


पद्मिनी ने धीरे सेमेरे लंड को पकड़ कर चूत के होंठो के बीच रखा और मेने धीरे से अपने लोडे का आगे का भाग उसकी चूत में घुसाया

पदमिनी के मुह से आहह अहह आवाज निकल ने लगी ,,वो मुझे बहुत ही कस के अपनी बाहों में जकड़े हुए थी ,मेने धीरे धीरे पदमिनी को चोदना सुरु किया ,
और में पदमिनी I wan to fuck you hard , I love you my baby “ बोलते हुए जोरो से चोदने लगा
पदमिनी भी बहुत ही उतेजित होकर अपनी गांड को आगे पीछे कर रही थी। मेरा बड़ा लिंग मेरी पदमिनी की चूत को बहुत ही जोरो से अंदर बाहर हो रहा था।

फिर मेने पदमिनी के दोनों पैरों को उठाकर सिर के दोनों तरफ कंधो पे रख दिये और बहुत ही जोर से उछल उछाल करपदमिनी को चोदने लगा

पद्मिनी I m Cumming I m Cummin पापा …. I love youपापा fuck me hard पापा fuck पापा fuck me .. love you big dick .. पापा ahhhh aahhhh बोलती हुई बहुत ही जोरो से चीला चीला कर चुदवा रही थी।

मेने अपनी रफ्तार बढ़ायी और बहुत ही जोरो से चोदने लगे “yes baby I fuck you hard like never before.. u r my baby fuck u fuck u… get my sperm load in your pink pussy .. aahhh ahh..
बोल रहे थे।


पदमिनी ने भी मुझे अपनी बाहो मे कस के जकडा औरकहा आह..बहनचोद जोड़ लगा के चोद ना..लौडे में जान नहीं है मादरचोद..उह..उह..""ओह्ह..मादरचोद..आह..चोद अपनी बहु को जोर लगा के.. हम्म..रंडी बना के चोद.. उफ़्फ़.. और चोद मादरचोद..हाय..आह.." मुझे चोद डालो पूरी बेरहमी से। रंडी बना लो मुझे अपनी। आज इतना चोदो मुझे की मेरी चूत फट जाओ,
और इसी तरह चोदते-चोदते मै उसके गहरी चूत को अपने गाढ़े वीर्य से भर एकदम से उसे अपनी चूत मे मेरे गर्म वीर्य कि फ़ुहार महसुस हुई । पदमिनी भी धीरे धीरे मेरे को चुमने लगी और सहलाने लगी । मेने और 3-4 मिनट तक धक्के मारता रहा और फ़िर में पदमिनी की बाहो मे लिपटकर अपनी साँस सँभालने लगा ।
Nice update 👌 👌 👌
 

juhi gupta

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में सोच ही रहा था की फिर से पदमिनी ने मेरे तने हुए लंड को अपने हाथ में भर लिया. और उसके टोपे को खोल कर देखा. मेरे लंड को गुलाबी सुपारा पानी छोड़-छोड़ कर चिकना हो चुका था. मेरे रसीले लंड को पदमिनी ने एकदम से अपने मुंह में ले लिया और उसको चूसने लगी.

आह्ह … मैं तो पागल सा हो गया. मेरे मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं. दो मिनट के अंदर ही मेरे लंड का वीर्य निकल गया. मेरे वीर्य को पदमिनी अंदर ही पी गई.

अब मेरी बारी थी. मैंने पदमिनी की नंगी चूचियों को अपने हाथों में भर लिया. उनकी चूचियों को हाथ में भर कर दबाने लगा. नर्म चूचियों को दबा कर उनके निप्पल खड़े हो गये. मैंने देखा कि पदमिनी की चूचियों के निप्पल एकदम से लाल हो गये हैं.

पदमिनी सिसकारने लगी. आह्ह … पापा … आप मेरी इस प्यारी सी चुत को मत रुलाओ पापाआआआ,
उन्ह्ह्ह्ह देखिए कैसे मेरी ये गुलाबी चुत आपके उस लम्बे लन्ड को याद करके टेसुए बहा रही है,ह्म्प्फ़्फ़्फ़्फ़ इसे और मत तड़पाओ ........ इस निगोड़ी चुत को अपने लंड से भर दीजिये पापाआआआ.......बुझा दीजिये इसकी प्यास, उन्ह्ह्ह्ह…ह्म्प्फ़्फ़्फ़्फ़… ओहहहहहह यस , मैं आपके उस काले लम्बे लंड को अपनी चुत में लेकर रहूंगी.....ओह्हहहहह ....पापाआआआ आपके लिए मैं कुछ भी करूंगी पापाआआआ.....आइए अपनी पद्मिनी के पास, बुझा दीजिये मेरी चुत की आग को पापाआआआ"
मैंने पदमिनी की टांगों को फैलाया और उनकी चूत पर अपने होंठों को रख दिया. मैं पदमिनी की चूत को चूसने लगा.

उसकी चूत से मस्त सी मदहोश कर देने वाली खुशबू आ रही थी. पदमिनी अब जोर से सिसकारने लगी थी. आह्ह .. स्स्स … यह्ह अअ … ऊऊस्स्स … करके वो काफी गर्म हो चुकी थी.
वो बोली- अब उंगली डाल कर चूसो.

मैंने वैसा ही किया. मैंने पदमिनी की चूत में उंगली डाल दी और चूसने लगा.
मेरे होंठों पर पदमिनी की चूत का रस लग गया था.
मैंने कहा-पदमिनी , गाली दो मुझे.

वो बोली- कुत्ते, जोर से चूस. तेजी के साथ चाट. पूरी घुसा दे अपनी जीभ बहु चोद.
अब मुझे और मजा आने लगा.
वो बोली- चोद दे रंडी की औलाद, अपनी पदमिनी की चूत को फाड़ दे. मुझे चोद कर अपनी रंडी बना ले साले.आज प्लीज आह ओह्ह्ह… मेरे ऊपर कोई रहम मत करो, मेरी चूत फाड़ डालो।

अब मैं भी जोश में आ गया और मेरा लंड भी दोबारा से खड़ा हो चुका था.मेने कहा साली कुतिया...आज तो तुझे ऐसा चोदुंगा कि कई दिनों तक लंगड़ा कर चलेगी लोडी साली.. मैंने पदमिनी की टांगों को फैला दिया और उसकी टांगों के बीच में उसकी लाल हो चुकी फूली हुई चूत पर अपने लंड को रख दिया और लंड से उसको सहलाने लगा.

वो तड़पने लगी.
बोली- चोद दे ना हरामी, अब किसका इंतजार कर रहा है!
मैंने भाभी की चूत में लंड को घुसाना शुरू कियाऔर एक झटके में ही पदमिनी की चूत में घुसा दिया.

पदमिनी चीखते हुए गाली देने लगी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… फाड़ दी मेरी चूत हरामी! आराम से डालने के लिए कहा था. ओह........ हा......मादरचोद......हरामी..... और जोर से........ इ्र्र......ई............ ओह.
मेरी चूत अगर ढीली हो गई तो आकाश को पता लग जायेगा. आराम से कर भड़वे. जब से मैंने तेरे लंड को देखा है तब से ही मेरी चूत में गर्मी ही गर्मी रहती हे इसको चोद कर मेरी चूत की गर्मी को शांत कर दे.

अब मैं तेजी के साथपदमिनी की चूत की चुदाई करने लगा. दोनों के मुंह से सिसकारियां निकल रही थीं. दोनों ही चुदाई का मजा लेने लगे. अब मैंनेपदमिनी को घोड़ी बना दिया और पीछे से उसकी चूत में लंड को पेलने लगा.वो कहने लगी मुझे पटक पटक कर चोद … मुझे पटक पटक कर चोद… मेरी चूत फाड़ दे, मुझे चीर डाल, मेरी चूत का भोसड़ा बना दे!

तुम मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दो,

मैंने पदमिनी की चूचियों को अपने हाथों में भर लिया और तेजी से उसकी चूत को फाड़ने लगा. वो भी मस्त हो चुकी थी और पूरे लंड को आराम से चूत में अंदर तक ले रही थी. अब मेरा दम भी फटने लगा था. मैं झड़ने की कगार पर पहुंचने ही वाला था.

तीन-चार शॉट जोर से खींच कर पदमिनी की चूत में घुसाए,मेने कहा साली! एक दम रंडी की तरह मचल रही है कुतीया। सब्र रख अभी तेरी चूत फाड़ूंगा। और मेरे लंड से वीर्य की पिचकारी उसकी चूत में गिरने लगी. पंद्रह मिनट तक चली इस चुदाई में पदमिनी दो बार झड़ गई थी. फिर हम दोनों नंगे ही पड़े रहे और मैं पदमिनी के बोबे चूसते हुए ही उनकी बांहों में ही सो गया.नींद खुली तो पद्मिनी की चूत को खुले देखा तो उसे चाटने का मन कर आया

पांच मिनट तक मैं पदमिनी की चूत को चाटता रहा और फिर वो एकदम से उठ कर बैठ गई.
पदमिनी बोली- आह्ह पापा … बस करो अब, इसमें अपना लंड डाल दो. अब चूसने से काम नहीं चलेगा.

मैंने कहा- जो हुक्म सरकार! बताओ कैसे चुदना पसंद करोगी?
वो बोली- बस जैसे तुम्हारा मन हो, चोद दो मुझे. अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है.
मैंने कहा- कुत्ता और कुतिया वाली पोज कैसी रहेगी?

इतना सुनते ही वो झट से कुतिया वाली पोज में आ गयी. इस पोज में पदमिनी की गांड साफ दिख रही थी. मैं ध्यान से पदमिनी की गांड को देखने लगा. उसकी गांड का छेद देख कर मेरा लंड भी एकदम से टाइट हो गया.हालाँकि उसकी गांड में कई बार मार चूका था लेकिन उसकी गांड का छेद हर बार मुझे उत्तेजित कर देता था ,....क्या गोरे गोल मांसल चूतड हैं पदमिनी के ... भूरी सिकुड़ी सी गाँड़ तो बिलकुल मक्खन जैसी चिकनी है....और ये रेशम जैसी मुलायमचूत तो पूछो ही मत... जितना चुसो उतना और चूसने की इच्छा होती है.वैसे

पदमिनी की गांड का छेद गुलाबी सा था. एकदम छोटा सा. उसके गोरे चूतड़ों के बीच में उसकी गांड का गुलाबी सा छेद बहुत सुंदर दिखाई देता था. कुछ देर तक तो मैं उसको देखता ही रहा. मन तो कर रहा था कि पहले इसकी गांड को अभी फाड़ दूं.और चोदू बाद में

मगर अभी मैं धीरज से काम लेना चाह रहा था. फिर मैंने चूत पर निशाना बनाया और गच्च से उसकी चूत में लंड को घुसा दिया. मैंपदमिनी की चूत में लंड घुसा कर उस पर चढ़ गया. उसके चूचों को दबा दिया.

वो चीखने लगी. मैंने कुत्ते की तरह उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया. कुछ देर के बाद वो खुद ही अपनी गांड को हिलाते हुए अपनी चूत को चुदवाने लगी. अब दोनों के मुंह से सिसकारियां निकल रही थीं.

पदमिनी बोली- आह्ह … और जोर से चोदो पापा . आपके लंड से चुद कर ऐसा लगता है जैसे कि मेरी चूत में मूसल घुसा दिया गया हो. बहुत मजा देता है तेरा लंड.

मैंने कहा- आह्ह … मेरी कुतिया, मुझे भी तेरी चूत चोद कर बहुत मजा आ रहा है.
अब मैं पूरे लंड को बाहर निकाल कर फिर से पूरे लंड को अंदर कर रहा था. इस तरह से पदमिनी की चूत में अंदर तक चोट लग रही थी.



मैंने कहा-पदमिनी , तुम्हे तो बहुत टाइम लग रहा है अब झड़ने में.
वो बोली- साले मादरचोद, दस मिनट से मेरी चूत को रगड़ रहा है, तेरा ध्यान किधर है? मैं दूसरी बार झड़ने जा रही हूं. जोर से चोद कुत्ते. मेने कहा लो मेरा लौड़ा अपनी चूत में , और मेने ज़ोर से धक्का मार कर अपना लौड़ा पूरा पेल दिया, जड़ तक, मेरे बड़े बॉल्ज़ उसकी गाँड़ के छेद से रगड़ने लगे,


अब मेने चुदायी चालू की और धक्कों की स्पीड भी बढ़ाता चला गया, अब में पद्मिनी की चूचियाँ भी दबाने लगा और उसके अंगूर जैसे बड़े निपल्ज़ को भी मसलने लगा,



मेरे हाथ उसके निप्पलों को मसल रहे थे. कभी उसकी चूचियों को दबा रहा था तो कभी उसके निप्पलों को मसल रहा था. फिर मैंने सोचा कि पदमिनी का पानी ऐसे नहीं निकलेगा.
मैंने पदमिनी के निप्पलों को मुंह में भर लिया और जोर से काटने और चूसने लगा.

अब मैंने पूरे जोश के साथ चूत में लंड को पेलना शुरू कर दिया. अबपदमिनी के मुंह से चीखें निकलने लगीं और कहने लगी- आह्ह … अहह बस होने ही वाला है पापा , और जोर से चोद, आह्ह … घुसेड़ दे पूरा लंड मेरी चूत में. फाड़ दे अपनी रंडी बहु की चूत को आज!हाय , बहुत अच्छे. पेलो मेरी चूत को, जोर से पेलो. फाड़ दो मेरी चूत को, आज तो इतनी हसींन चुदाई हो रही है इस छिनाल चूत रानी की. साली को लंड लेने का बहुत शौक था. चोद दो, फाड़ दो आ अ आ आह ह हह.

मैंने कहा- .बहन की लौड़ी..... हरामजादी..... चोद रहा हू न तुझे रंडी की तरंह........ कुतीया साली...... हाय........... मैं आने को हूँ रांड........ झड़ने वाला हूँ..... उफ....
इतना कहने के बाद मैंने 15-20 जोर के शॉट मारे और हम दोनों साथ में ही झड़ने लगे. उम्म्ह… अहह… हय… याह… करके दोनों के मुंह से ही आहें निकलने लगीं.

पदमिनी की चूत मेरे वीर्य से भर गई थी. मैंने अपने लंड को उसकी चूत से बाहर खींच लिया. लंड पूरा भीगा हुआ था. उसने मेरे लंड को चाट कर साफ कर दिया.

फिर वो उठ कर बाथरूम की ओर जाने लगी. जब उठी तो उसकी चूत से मेरा वीर्य और उसकी चूत का पानी दोनों साथ में मिल कर उसकी जांघों से बह रहे थे. उसने अपनी जांघों पर बहते रस को अपनी हथेली से पोंछा और उसको चाटने लगी.उसने कहा आपके लंड में जादू है... जब भी अंदर जाता है... रोम रोम रोमांचित हो उठता है मेरा तो....


मेने भी कहा – कसम से पदमिनी , मैंने आज तक जितनी भी चूत मारी है, तेरी चूत बेस्ट है, और तेरी चुत मारने में सबसे ज्यादा मजा आता है,

उसके बाद वो मुस्कराती हुई बाथरूम में घुस गई. मैं वहीं बेड पर निढाल होकर पड़ा रहा.
 

malikarman

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में सोच ही रहा था की फिर से पदमिनी ने मेरे तने हुए लंड को अपने हाथ में भर लिया. और उसके टोपे को खोल कर देखा. मेरे लंड को गुलाबी सुपारा पानी छोड़-छोड़ कर चिकना हो चुका था. मेरे रसीले लंड को पदमिनी ने एकदम से अपने मुंह में ले लिया और उसको चूसने लगी.

आह्ह … मैं तो पागल सा हो गया. मेरे मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं. दो मिनट के अंदर ही मेरे लंड का वीर्य निकल गया. मेरे वीर्य को पदमिनी अंदर ही पी गई.

अब मेरी बारी थी. मैंने पदमिनी की नंगी चूचियों को अपने हाथों में भर लिया. उनकी चूचियों को हाथ में भर कर दबाने लगा. नर्म चूचियों को दबा कर उनके निप्पल खड़े हो गये. मैंने देखा कि पदमिनी की चूचियों के निप्पल एकदम से लाल हो गये हैं.

पदमिनी सिसकारने लगी. आह्ह … पापा … आप मेरी इस प्यारी सी चुत को मत रुलाओ पापाआआआ,
उन्ह्ह्ह्ह देखिए कैसे मेरी ये गुलाबी चुत आपके उस लम्बे लन्ड को याद करके टेसुए बहा रही है,ह्म्प्फ़्फ़्फ़्फ़ इसे और मत तड़पाओ ........ इस निगोड़ी चुत को अपने लंड से भर दीजिये पापाआआआ.......बुझा दीजिये इसकी प्यास, उन्ह्ह्ह्ह…ह्म्प्फ़्फ़्फ़्फ़… ओहहहहहह यस , मैं आपके उस काले लम्बे लंड को अपनी चुत में लेकर रहूंगी.....ओह्हहहहह ....पापाआआआ आपके लिए मैं कुछ भी करूंगी पापाआआआ.....आइए अपनी पद्मिनी के पास, बुझा दीजिये मेरी चुत की आग को पापाआआआ"
मैंने पदमिनी की टांगों को फैलाया और उनकी चूत पर अपने होंठों को रख दिया. मैं पदमिनी की चूत को चूसने लगा.

उसकी चूत से मस्त सी मदहोश कर देने वाली खुशबू आ रही थी. पदमिनी अब जोर से सिसकारने लगी थी. आह्ह .. स्स्स … यह्ह अअ … ऊऊस्स्स … करके वो काफी गर्म हो चुकी थी.
वो बोली- अब उंगली डाल कर चूसो.

मैंने वैसा ही किया. मैंने पदमिनी की चूत में उंगली डाल दी और चूसने लगा.
मेरे होंठों पर पदमिनी की चूत का रस लग गया था.
मैंने कहा-पदमिनी , गाली दो मुझे.

वो बोली- कुत्ते, जोर से चूस. तेजी के साथ चाट. पूरी घुसा दे अपनी जीभ बहु चोद.
अब मुझे और मजा आने लगा.
वो बोली- चोद दे रंडी की औलाद, अपनी पदमिनी की चूत को फाड़ दे. मुझे चोद कर अपनी रंडी बना ले साले.आज प्लीज आह ओह्ह्ह… मेरे ऊपर कोई रहम मत करो, मेरी चूत फाड़ डालो।

अब मैं भी जोश में आ गया और मेरा लंड भी दोबारा से खड़ा हो चुका था.मेने कहा साली कुतिया...आज तो तुझे ऐसा चोदुंगा कि कई दिनों तक लंगड़ा कर चलेगी लोडी साली.. मैंने पदमिनी की टांगों को फैला दिया और उसकी टांगों के बीच में उसकी लाल हो चुकी फूली हुई चूत पर अपने लंड को रख दिया और लंड से उसको सहलाने लगा.

वो तड़पने लगी.
बोली- चोद दे ना हरामी, अब किसका इंतजार कर रहा है!
मैंने भाभी की चूत में लंड को घुसाना शुरू कियाऔर एक झटके में ही पदमिनी की चूत में घुसा दिया.

पदमिनी चीखते हुए गाली देने लगी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… फाड़ दी मेरी चूत हरामी! आराम से डालने के लिए कहा था. ओह........ हा......मादरचोद......हरामी..... और जोर से........ इ्र्र......ई............ ओह.
मेरी चूत अगर ढीली हो गई तो आकाश को पता लग जायेगा. आराम से कर भड़वे. जब से मैंने तेरे लंड को देखा है तब से ही मेरी चूत में गर्मी ही गर्मी रहती हे इसको चोद कर मेरी चूत की गर्मी को शांत कर दे.

अब मैं तेजी के साथपदमिनी की चूत की चुदाई करने लगा. दोनों के मुंह से सिसकारियां निकल रही थीं. दोनों ही चुदाई का मजा लेने लगे. अब मैंनेपदमिनी को घोड़ी बना दिया और पीछे से उसकी चूत में लंड को पेलने लगा.वो कहने लगी मुझे पटक पटक कर चोद … मुझे पटक पटक कर चोद… मेरी चूत फाड़ दे, मुझे चीर डाल, मेरी चूत का भोसड़ा बना दे!

तुम मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दो,

मैंने पदमिनी की चूचियों को अपने हाथों में भर लिया और तेजी से उसकी चूत को फाड़ने लगा. वो भी मस्त हो चुकी थी और पूरे लंड को आराम से चूत में अंदर तक ले रही थी. अब मेरा दम भी फटने लगा था. मैं झड़ने की कगार पर पहुंचने ही वाला था.

तीन-चार शॉट जोर से खींच कर पदमिनी की चूत में घुसाए,मेने कहा साली! एक दम रंडी की तरह मचल रही है कुतीया। सब्र रख अभी तेरी चूत फाड़ूंगा। और मेरे लंड से वीर्य की पिचकारी उसकी चूत में गिरने लगी. पंद्रह मिनट तक चली इस चुदाई में पदमिनी दो बार झड़ गई थी. फिर हम दोनों नंगे ही पड़े रहे और मैं पदमिनी के बोबे चूसते हुए ही उनकी बांहों में ही सो गया.नींद खुली तो पद्मिनी की चूत को खुले देखा तो उसे चाटने का मन कर आया

पांच मिनट तक मैं पदमिनी की चूत को चाटता रहा और फिर वो एकदम से उठ कर बैठ गई.
पदमिनी बोली- आह्ह पापा … बस करो अब, इसमें अपना लंड डाल दो. अब चूसने से काम नहीं चलेगा.

मैंने कहा- जो हुक्म सरकार! बताओ कैसे चुदना पसंद करोगी?
वो बोली- बस जैसे तुम्हारा मन हो, चोद दो मुझे. अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है.
मैंने कहा- कुत्ता और कुतिया वाली पोज कैसी रहेगी?

इतना सुनते ही वो झट से कुतिया वाली पोज में आ गयी. इस पोज में पदमिनी की गांड साफ दिख रही थी. मैं ध्यान से पदमिनी की गांड को देखने लगा. उसकी गांड का छेद देख कर मेरा लंड भी एकदम से टाइट हो गया.हालाँकि उसकी गांड में कई बार मार चूका था लेकिन उसकी गांड का छेद हर बार मुझे उत्तेजित कर देता था ,....क्या गोरे गोल मांसल चूतड हैं पदमिनी के ... भूरी सिकुड़ी सी गाँड़ तो बिलकुल मक्खन जैसी चिकनी है....और ये रेशम जैसी मुलायमचूत तो पूछो ही मत... जितना चुसो उतना और चूसने की इच्छा होती है.वैसे

पदमिनी की गांड का छेद गुलाबी सा था. एकदम छोटा सा. उसके गोरे चूतड़ों के बीच में उसकी गांड का गुलाबी सा छेद बहुत सुंदर दिखाई देता था. कुछ देर तक तो मैं उसको देखता ही रहा. मन तो कर रहा था कि पहले इसकी गांड को अभी फाड़ दूं.और चोदू बाद में

मगर अभी मैं धीरज से काम लेना चाह रहा था. फिर मैंने चूत पर निशाना बनाया और गच्च से उसकी चूत में लंड को घुसा दिया. मैंपदमिनी की चूत में लंड घुसा कर उस पर चढ़ गया. उसके चूचों को दबा दिया.

वो चीखने लगी. मैंने कुत्ते की तरह उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया. कुछ देर के बाद वो खुद ही अपनी गांड को हिलाते हुए अपनी चूत को चुदवाने लगी. अब दोनों के मुंह से सिसकारियां निकल रही थीं.

पदमिनी बोली- आह्ह … और जोर से चोदो पापा . आपके लंड से चुद कर ऐसा लगता है जैसे कि मेरी चूत में मूसल घुसा दिया गया हो. बहुत मजा देता है तेरा लंड.

मैंने कहा- आह्ह … मेरी कुतिया, मुझे भी तेरी चूत चोद कर बहुत मजा आ रहा है.
अब मैं पूरे लंड को बाहर निकाल कर फिर से पूरे लंड को अंदर कर रहा था. इस तरह से पदमिनी की चूत में अंदर तक चोट लग रही थी.



मैंने कहा-पदमिनी , तुम्हे तो बहुत टाइम लग रहा है अब झड़ने में.
वो बोली- साले मादरचोद, दस मिनट से मेरी चूत को रगड़ रहा है, तेरा ध्यान किधर है? मैं दूसरी बार झड़ने जा रही हूं. जोर से चोद कुत्ते. मेने कहा लो मेरा लौड़ा अपनी चूत में , और मेने ज़ोर से धक्का मार कर अपना लौड़ा पूरा पेल दिया, जड़ तक, मेरे बड़े बॉल्ज़ उसकी गाँड़ के छेद से रगड़ने लगे,


अब मेने चुदायी चालू की और धक्कों की स्पीड भी बढ़ाता चला गया, अब में पद्मिनी की चूचियाँ भी दबाने लगा और उसके अंगूर जैसे बड़े निपल्ज़ को भी मसलने लगा,



मेरे हाथ उसके निप्पलों को मसल रहे थे. कभी उसकी चूचियों को दबा रहा था तो कभी उसके निप्पलों को मसल रहा था. फिर मैंने सोचा कि पदमिनी का पानी ऐसे नहीं निकलेगा.
मैंने पदमिनी के निप्पलों को मुंह में भर लिया और जोर से काटने और चूसने लगा.

अब मैंने पूरे जोश के साथ चूत में लंड को पेलना शुरू कर दिया. अबपदमिनी के मुंह से चीखें निकलने लगीं और कहने लगी- आह्ह … अहह बस होने ही वाला है पापा , और जोर से चोद, आह्ह … घुसेड़ दे पूरा लंड मेरी चूत में. फाड़ दे अपनी रंडी बहु की चूत को आज!हाय , बहुत अच्छे. पेलो मेरी चूत को, जोर से पेलो. फाड़ दो मेरी चूत को, आज तो इतनी हसींन चुदाई हो रही है इस छिनाल चूत रानी की. साली को लंड लेने का बहुत शौक था. चोद दो, फाड़ दो आ अ आ आह ह हह.

मैंने कहा- .बहन की लौड़ी..... हरामजादी..... चोद रहा हू न तुझे रंडी की तरंह........ कुतीया साली...... हाय........... मैं आने को हूँ रांड........ झड़ने वाला हूँ..... उफ....
इतना कहने के बाद मैंने 15-20 जोर के शॉट मारे और हम दोनों साथ में ही झड़ने लगे. उम्म्ह… अहह… हय… याह… करके दोनों के मुंह से ही आहें निकलने लगीं.

पदमिनी की चूत मेरे वीर्य से भर गई थी. मैंने अपने लंड को उसकी चूत से बाहर खींच लिया. लंड पूरा भीगा हुआ था. उसने मेरे लंड को चाट कर साफ कर दिया.

फिर वो उठ कर बाथरूम की ओर जाने लगी. जब उठी तो उसकी चूत से मेरा वीर्य और उसकी चूत का पानी दोनों साथ में मिल कर उसकी जांघों से बह रहे थे. उसने अपनी जांघों पर बहते रस को अपनी हथेली से पोंछा और उसको चाटने लगी.उसने कहा आपके लंड में जादू है... जब भी अंदर जाता है... रोम रोम रोमांचित हो उठता है मेरा तो....


मेने भी कहा – कसम से पदमिनी , मैंने आज तक जितनी भी चूत मारी है, तेरी चूत बेस्ट है, और तेरी चुत मारने में सबसे ज्यादा मजा आता है,

उसके बाद वो मुस्कराती हुई बाथरूम में घुस गई. मैं वहीं बेड पर निढाल होकर पड़ा रहा.
Nice
 

Alok

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बहुत खूबसूरत अपडेट जूही जी
 

juhi gupta

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पदमिनी मुझसे कहने लगी पापा में जब आकाश के साथ सोती थी तब में हमेशा ये ही सोचती रहती थी की मेरी आगे की जिंदगी का क्या होगा

मैं बोला- मैं कुछ समझा नहीं पदमिनी
पदमिनी , आकाश अच्छा सेक्स तो नहीं करता है लेकिन मेरी संतुष्टि के बाद भी वह काफी समय तक मेरे साथ फिंगरिंग कर सेक्स करता रहता है जिससे कि मेरी चूत में जलन होने लग जाती है अतः मेरे लिए सेक्स मजे के साथ दर्द का भी समावेश है। मैं अपने पति के साथ साथ में स्खलित होना चाहती थी। स्खलन के समय पर हम एक दूसरे को कसकर पकड़ना चाहते थे। लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है, मेरे अंगुली से स्खलित होने के बावजूद भी आकाश मेरी चूत में अंगुली करता रहता है। में सोचती थी कब हम दोनों साथ स्खलित होंगेकाश, कोई मादरचोद मेरी कमरतोड़ चुदाई कर दे और मेरी मखमल सी रेशमी गाण्ड फाड़ कर मेरी चकाचक जवानी के कस-बल निकाल दे. कोई मतवाला अपना मस्त फनफनाता हुआ लण्ड दोनों ट्टटों समेत मेरीचूत में पेल कर फाड़ डाले और भौंसडा बना दे. मुझे चौपाया बना कर मेरी पौनी-टेल को पकड़ कर सड़क छाप कामुक कुतिया की तरह सड़क के चौराहे पर चोद दे. मेरी न न करने के बावाजूद भी मुझे पकड़ कर पीट पीट कर बेरहमी से गाण्ड के चीथड़े उड़ा दे और चूत की चिन्दी चिन्दी कर दे, मेरा पोर-पोर चटका दे और मेरे कोमल बदन को रोडरोलर की तरह रौंद कर रख दे. कब ये मेरी मनोकामना पूर्ण होगी। दर्द का नामोनिशान नहीं होगा और सेक्स में केवल मजा होगा। आपके बारे में बहुत ख्याली पुलाव पकाया है मैंने। मेने कहा क्या मेरे बारे में ? पद्मिनी बोली हा पापा में जब भी आपको देखती थी में शर्म के मारे बता नहीं पाई लेकिन आपके बारे में मेरी वासना हमेशा मुझ पर हावी रही। जितना प्यारा आपका व्यवहार है उतना ही पाया प्यारा आपका सेक्स होता होगा यह सोच-सोचकर मैंने आपके बारे में कहीं कल्पनाकी

इतना कहकर पदमिनी ने मेरी तरफ पीठ कर दी मैं उसके पीछे खड़ा हुआ था, उसके गोरे लंबे शरीर को पूर्ण रूप से पीछे से देख सकता था, उसके पीछे से सेक्सी कंधे, पीठ और कूल्हों के उभार देखकर मैं हिल गया। 26″ की कमर के नीचे 34 के कूल्हे… कितना मनमोहक दृश्य बना रहे थे! मेरा लोडा खड़ा हो गया और पदमिनी की चूत में घुसने को को बेचैन होने लगा।

मैंने पदमिनी को कसकर पकड़ लिया और उसे ज़ोर से गले लगा लिया उसके गोल स्तनों को अपने सीने पर दबाए कारण मैंने उसके शरीर को महसूस किया।

मैंने उसे बेड पर धक्का दे दिया और उसके बाद स्तनों को चूसने लगा।
और हम एक दूसरे को चूसते चाटते रहे। मैंने उसकी पीठ पेट कमर उसका चेहरा, होंठ, टांगें कुछ नहीं छोड़ा। उसकी लंबी टांगें एक अलग ही दृश्य बनाती थी, एक अलग ही प्रकार की उत्तेजना पैदा करती थी। पदमिनी की टांग लंबी थी लेकिन भरी-पूरी थी, उनका मजा अलग था लेकिन इन गोरी टांगों का मजा अलग मैंने उसकी टांगों का एक भी हिस्सा नहीं छोड़ा और पूरी टांगों को चाट चाट कर उसकी वासना को चरम पर पहुंचाने की पूरी कोशिश की।

पदमिनी की गुलाबी चूत चिपचिपा पानी छोड़ने लगी थी. वाह क्या खुशबू थी उसकी चूत की और उसकी चूत में से निकलने वाले पानी की। मैंने उसकी चूत वाले हिस्से पर अपनी जीभ फिराकर उसके उस बाहर आई चिकनाई को साफ किया और और उसकी चूत को चाटने लगा।
पदमिनी ने अपनी टांगें चौड़ी करके तथा मेरे सिर को उसकी चूत के अंदर दबाकर मेरे इस क्रियाकलाप को बढ़ावा दिया। उसने मेरा सिर उसकी चूत में इस तरह से दबा रखा था कि मुझे सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी लेकिन यह तकलीफ आनंद के पीछे कुछ नहीं थी।

पदमिनी ने मुझे 69 का प्रस्ताव रखा और हम सहर्ष 69 की पोजीशन में आ गए। मैं सीधा पीठ के बल नीचे लेट गया, पदमिनी ने अपनी चूत को मेरे मुंह पर रख दिया तथा मेरालंड मुंह में लेकर चूसने चाटने लगी, मेरे मोटे लंड को अपने मुंह में आइसक्रीम की तरह चाट रही थी।मेने कहा अगर तूझे चुदना है तो चूस के मेरे लंड का पानी निकाल और पी... इसके बाद ही चोदूंगा।पदमिनी बोली हां.... हां... चूसूंगी... और पीयूंगी भी.... चुदूंगी भी..पदमिनी की चूत बेतरतीब बह रही थी जिसके परिणामस्वरूप वह लंड को गहरे तक चूस रही थीऔर बीच बीच में बड़बड़ा रही थी मैं निकालूंगी, पीयूंगी और नहाउंगी भी। पर मुझे चोद डालो पूरी बेरहमी से। रंडी बना लो मुझे अपनी। आज इतना चोदो मुझे की मेरी चूत फट जाओ, बिल्कुल वैसे जैसे रंडी चोदते हैं।

करीब आधे घंटे के फोरप्ले के बाद मैंने पदमिनी को घोड़ी बनाया और उसकी मोटी गांड को पकड़कर उसकी चूत में अपना खड़ा लंड पेल दिया जोरदार झटकों से पदमिनी की चूत चुदाई शुरू कर दी। इस प्रक्रिया के दौरान उसकी मोटी गांड पर मेरे हाथ चलते रहे, उन्हें मसलते रहे और मैंने उसकी मोटी गांड को मसलते मसलते लाल कर दिया।

मेरे धक्के इतने तेज थे कि पदमिनी के मुंह से आह की आवाज आने लगी थी। बेड के सामने रखी हुई ड्रेसिंग के दर्पण में मैं पोर्न नायिका को चोदने वाला पोर्न फिल्म का नायक लग रहा था। दर्पण में वह सीधी घोड़ी बनी हुई थी जिसके कारण उसके लटके हुए स्तन मुझे आगे से भी दिखाई दे रहे थे।

उत्तेजना इतनी हो गई थी कि लग रहा था कि मैं अभी छूट जाऊंगा। मैंने सेक्स की पोजीशन बदल ली। मैंने पदमिनी को बेड के एक किनारे पर सीधा लिटा कर उसकी लंबी टांगों को अपने कंधे पर रखा और खड़े-खड़े उसकी चूत में अपना लंड फिर ठेल दिया। अब मेरे झटकों के साथ पदमिनी के हिलते हुए गोल स्तन मुझे नजर आ रहे थे, उन पर केवल मेरा एक ही हाथ पहुंच पा रहा था। मैंने दरिंदों की तरह उसका एक एक स्तन नोच-नोच कर लाल कर दिया।

पदमिनी ने इशारा किया और कहा कि वह मुझे आगोश में लेना चाहती है अतः मैं उसके ऊपर लेट गया और हम दोनों सीधे लेट कर एक दूसरे के साथ चोदन क्रिया पूरे करने लगे। मेरी चुदाई इतनी जंगली थी कि पदमिनी की चूत से जोरदार फच फच की आवाज आने लगी थी।

पदमिनी ने एकदम से बहुत ही विकराल रूप धारण कर लिया और वह अपनी गांड उठा-उठा कर मेरे लंड के ऊपर धक्के मारने लगीऔर कहने लगी आहहहहह् उफ् मेरी जान.मेरी चूत फाड़ दो। मेरी आग बुझा दो.... आहहहहह्। और खुद ही अपनी चूत से मेरे लंड को उसकी चूत की जड़ तक पहुंचाने की कोशिश करने लगी. उसकी भावनाओं को समझ कर मैंने भी ने धक्के जोरदार कर दिए में पदमिनी की चीखों से बेपरवाह अपने मूसल को उसकी चूत में पेलना जारी रखता हु ।थोड़ी देर में ,में स्खलित हो गया

पदमिनी ने मुझे अपने आलिंगन में बांध लिया और हम एक दूसरे से चिपक कर थोड़ी देर आराम करने लगे.थोड़ी देर बाद में पदमिनी के बूब्स सहलाने लगा और उसकी



किसी सेक्स पोजीशन को कल्पना कर कर मेरा लंड फिर से तनतनाने लगा. पदमिनी का हाथ मेरे लोडे पर ही था, वह आश्चर्यचकित हुई और बोली- वाह पापा , इतनी जल्दी? आज क्या मेरी चूत अपने मोटे लंड से फाड़ ही डालोगे?
इस पर मैंने उससे कहा- मुझे तुम्हारी गांड का छेद और चौड़ा करना है. अब आओ और अपनी गाँड़ का कमाल दिखाओ मेरी जानेमन।

मैं लेटने वाले सोफे पर लेट गया, पदमिनी भी बेड से उठ कर आई और अपनी चौड़ी सेक्सी गांड मेरे लंड की तरफ करके आगे की तरफ मुंह करके मेरी गोद में बैठ गई और उसकी चूत में मेरालोडा अपने आप प्रविष्ट हो गया. अब वो अपने पांव जमीन पर रखकर खुद ही उन पांव के बल पर ऊपर नीचे होने लगी।

थोड़ी देर में उसकी चूत फिर से गीली हो गई और मेरे लोडे पर चिकनाई आ गई। पदमिनी ने खुद मेरा लंड अपनी चूत से निकालकर मेरे लंड को उसकी गांड के छेद पर टिका दिया। मैं इतना बेसब्र हो गया था कि मैंने अपने हाथ में थोड़ा सा थूक लेकर ही पदमिनी की गांड के छेद के ऊपर लगा लिया और पदमिनी की चूत की चिकनाई से अपनी दो उंगलियां भरकर उसकी गांड के अंदर डाल दी।

जब पर्याप्त मात्रा में उसकी गांड चिकनी हो गई, तब मैंने फिर उसकी गांड को उसी पोजीशन पर ला दिया, अर्थात उसकी गांड के छेद पर मेरा लोडा टिका हुआ था। मैंने पदमिनी के कंधों को ऊपर से पकड़ कर उन्हें नीचे दबाया जिससे कि मेरा चिकना लोडा पदमिनी के गांड में जा धंसा, पदमिनी के मुंह से जोरदार सिसकारी निकल पड़ी किंतु आने वाले क्षण के मजे की उम्मीद में वह अपने पैरों पर जोर लगा कर मेरेलोडे पर बैठ गई जिससे कि मेरा लंड उसकी गांड के छेद के अंदर तक बैठ गया।वो कहने लगी अच्छी तरह से चौदिये, फाड़ दीजिये मेरी निगोड़ी गाण्ड को ऊफऽऽ ईसऽऽऽ ईसऽऽऽ बहुत सताती है साली, मां की लौड़ी, आह मेरे गाण्डू पापा लूट लो मेरी जवानी, और जोर से, येस ओर जोर से वाहऽऽऽ फाड डालोऽऽऽ चौदू, चौद अपनी बहु की चूत को

पदमिनी का चेहरा पूरा लाल हो गया. कुछ क्षण रुक कर सीमा अपने पांव के बल पर ऊपर नीचे होने लगी तथा उसकी गांड में मेरे लोडे को अंदर बाहर करने लगी। थोड़ी देर बाद वह मेरा लंड अपनी गांड में ले ले कर इतना मजा लेने लगी कि उसके धक्के बढ़ गए. मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने उसे बैड पर फिर से घोड़ी बनाया और उसकी गांड में अपना लंड पेल दिया, उसकी गांड और मेरी कमर की टकराहट से जोरदार आवाजें आने लगी।

थोड़ी देर बाद मैं बेसब्र हो गया और अपना लंड निकाल कर उसकी चूत में पेल कर जोरदार चुदाई करने लगा.ये ले भौंसड़ी की, चोद के रख दूंगा, फाड़ के रख दूंगा, साली रंडी कुतिया, तेरी चूत पर बहुत चर्बी चढ़ गई है, ले हरामजादी ले!भौंसड़ी की, आज चौद दूंगा, तेरी ऐसी की तैसी, तेरे जैसी कई रंडियों को मैंने चौदा, साली कुतिया, तेरी चूत फाड़ के तेरे गले में डाल दूंगा, मां की लौड़ी जब पदमिनी की सांस फूली हाय रे मेरे राजा… मेरा तो निकला रे… मैं तो गई… आह्ह्ह्ह्ह्ह’ औरपदमिनी की चूत ने पानी छोड़ दिया. में ने दाने से हाथ हटा दिया और चूत को दबा कर सहलाने लगा. उसकी चूत हल्के हल्के अन्दर बाहर सिकुड़ रही थी और झड़ती जा रही थी., तब मैं भी एक बार फिर उसकी चूत में ही स्खलित हो गया।

पदमिनी ने बेहद प्यार से मुझे गले लगाया और अपने ऊपर लेटा लिया दो बार की घमासान चुदाई के बाद हम बेहद थक चुके थे
 

Alok

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ग़जब।।।
 

Alok

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shameless26

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YOU CAN VERY WELL CONTINUE, YOU HAVE THIS UNCANNY STYLE TO CARRY ON WITH OUT BORING READERS. ADD MORE PLAYERS , FROM WITH IN FAMILY AND OUTSIDE LIKE RENA'S MOTHER, PADMINI'S RELATIVE AND AN OCCASIONAL STANGER FOR THE FUN OF IT.
 
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