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Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

Iron Man

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# 42 .

“वो यह कि हमें इतना परेशान होने की जरूरत नहीं है कि हमें किनारा मिलेगा कि नहीं ? क्यों कि शैफाली के सपनों के हिसाब से हम समुद्र में तो नहीं मरने वाले। हमें किनारा जरुर मिलेगा.........और वहां पर जंगली आदिवासियों के रूप में जीवन भी होगा। अब यह बात अलग है कि..........?“ कहते-कहते असलम ने अपनी बात अधूरी छोड़ दी।

“कि......।“ ब्रैंडन ने ‘कि ‘ शब्द पर जोर देकर असलम से बात पूरी करवानी चाही।

“कि वह रहस्यमय द्वीप कहीं फिर से हमारी राह में ना आ जाए और हमें उसी पर जाना पड़े।“ असलम ने अपनी बात को पूरा किया।

असलम की बात का मतलब समझ कर वहां खड़े सभी के शरीर में एक
झुरझुरी सी उठी।

“कहीं ऐसा तो नहीं कि कोई विचित्र शक्ति हमें शैफाली के माध्यम से कोई मैसेज देना चाह रही है।“ ब्रैंडन ने अपने शब्दों पर रहस्य की चाशनी लपेटते हुए कहा।

“फिलहाल तो हम इसे, मात्र एक भविष्य में घटने वाली घटना को देख सकने वाले सपने ही समझें तो बेहतर रहेगा और वैसे भी पूरे विश्व में बहुत से ऐसे लोग रहे हैं जो भविष्य में घटने वाली घटना को पहले से ही सपनों के माध्यम से देख लेते थे। अब्राहिम लिंकन ने भी अपनी मौत का दृश्य पहले से ही सपने में देख लिया था। वैज्ञानिक इस विषय पर लगातार शोध कर रहे हैं।“

“वैज्ञानिक इसे छठी इंद्रिय का मामला बताते हैं। पर वह छठी इंद्रिय क्या है? ये अभी तक वह पूरी तरह से पता नहीं लगा पाएं हैं और जहां तक मेरा ख्याल है कि जिस दिन सपनों का रहस्य पता चल जाएगा, उस दिन वैज्ञानिक ‘टाइम मशीन‘ की कल्पना को भी साकार कर सकेंगे। क्यों कि मेरा यह मानना है कि जिस व्यक्ति की सेंस पॉवर बहुत स्ट्रांग हो जाती है, वह अपने मस्तिष्क से निकलती ऊर्जा के साथ, अपना सूक्ष्म शरीर भी बाहर निकाल सकता है। और सूक्ष्म शरीर पर ना तो समय का कोई प्रभाव पड़ता है और ना ही दूरी का। इसी के कारण जब हम कल्पनाओं में खो जाते हैं, तो सेकेंड भर के समय में भी हजारों -लाखों किलोमीटर का फासला तय कर लेते हैं। ठीक उसी तरह जब सूक्ष्म शरीर में बहुत ज्यादा ऊर्जा प्रवाहित हो जाती है, तो वह समय को आगे या पीछे कर, हमें उस समय के घटना क्रम में लिए जाता है। इसे हम ‘टाइम-स्लिप‘ भी कहते हैं। पूरे विश्व में सैकड़ों ऐसे उदाहरण हैं जो टाइम-स्लिप के द्वारा स्लिप होकर बीते काल में या फिर भविष्य में चले गए। लौटने पर उन्होंने वहां पर देखी घटना व वातावरण का जिक्र भी किया। जिसे कि वैज्ञानिक पूर्ण रुप से समझ नहीं पाए। मुझे तो शैफाली में भी कुछ वैसी ही शक्तियां दिखाई देती हैं।“ सुयश ने अपने तर्कों से पूरा विज्ञान ही उड़ेल दिया।

“मुझे लगता है सर, कि हमें एक बार फिर शैफाली से मिलकर कुछ और जानने की कोशिश करनी चाहिए। हो सकता है कि कोई नया क्लू मिल जाए?“ ब्रैंडन ने कहा।

“हूं....!“ सुयश ने हुंकारी भरते हुए ब्रैंडन की बात पर सहमति जताई-
“कहना तो तुम्हारा ठीक है। लेकिन फिलहाल अब हमें अपने कमरों की ओर चलना चाहिए। क्यों कि बहस में पूरी रात बीत चुकी है और कुछ ही देर में एक नई सुबह होने वाली है। शैफाली से हम कल मिलेंगे।“

इतना कहकर सुयश ने एक बार फिर अंधकारमय समुद्र को देखा और फिर अपने रूम की ओर चल दिया।

6 जनवरी 2002, रविवार, 08:30; “सुप्रीम”

एक नई सुबह हो चुकी थी। नीले आसमान पर कहीं-कहीं सफेद बादलों की टुकड़ी दिखाई दे रही थी।
वह सुबह भी बाकी सुबह की तरह सामान्य थी। धीरे-धीरे यात्रियों का जमावड़ा डेक पर लगने लगा था। वक्त सूर्य के समान सात घोड़ों के रथ पर सवार हो तेजी से भाग रहा था।

कुछ लोगों पर जैसे इन खतरों से कोई प्रभाव नहीं पड़ा था, क्यों कि वह इतने खतरनाक माहौल में भी हंसी मजाक करते नजर आ रहे थे। शायद वह अपनी जिंदगी के अंतिम पल हंस के बिताना चाहते थे। इसी भीड़ में जैक और जॉनी बैठे थे।

“क्या सोच रहे हो जैक?“ जॉनी ने नशे भरी आवाज में लड़खड़ाते हुए कहा।

“मैं सोच रहा हूं कि कल तुमने वास्तव में लॉरेन व रोजर को देखा था या.......।“
कहते हुए जैक ने अपनी बात को अधूरा छोड़ दिया।

“या...........।“ जॉनी ने ‘या ‘ शब्द पर जोर देते हुए ना समझने वाले भाव में कहा।

“या फिर तुम सबसे झूठ बोल रहे थे।“ ये शब्द कहते-कहते जैक के चेहरे पर मुस्कुराहट के भाव आ गये।

“मैं.......मैं.....भला किसी से झूठ क्यों बोलूंगा ?“ जॉनी के शब्दों में गुस्सा उभरा।

“या फिर नशे की वजह से तुम्हें उन्हें पहचानने में कोई गलती हुई हो।“ जैक ने दोबारा जॉनी पर तंज कसा।

“अबे तू क्या मुझे नशेड़ी समझता है, मैंने वास्तव में लॉरेन व रोजर को देखा था।“ कहते कहते जॉनी अपनी कुर्सी से उठ खड़ा हुआ।

“बैठ जा भाई।“ जैक ने जॉनी को जबरदस्ती बैठाते हुए कहा- “तू हर बार पीकर कोई ना कोई बवाल खड़ा कर देता है। देखो सब लोग घूर-घूर कर इधर ही देख रहे हैं।

“अच्छा.....ये बता कि क्या कोई लड़की भी मुझको देख रही है?“ जॉनी ने नशे में बहकते हुए पूछा।

“हां देख तो रही है।“ जैक ने एक दिशा की ओर देखते हुए कहा।

“वह दिखने में कैसी है?“ जॉनी ने बिना उस तरफ देखे हुए ही पूछा।

“बहुत सुंदर! और उसकी स्माइल तो बहुत ही अच्छी है। उसकी आंखें नीली.......बाल सुनहरे और होंठ गुलाबी हैं।“ जैक ने लड़की की खूबसूरती में तारीफों के पुल बांध दिए-
“और वो ले......वह इसी तरह आ रही है।“

“क्याऽऽऽऽ इसी तरफ आ रही है।“ कहते हुए जॉनी ने एक तगड़ा पैग बनाया और एक ही साँस में पी गया।

“वो पास आ रही है।“ जैक ने फुसफुसाते हुए कहा- “अब वो बिल्कुल तुम्हारे पीछे है।“

जैक ने आखिरी के शब्द बोलते हुए जॉनी को धीरे से ‘थम्ब्स-अप‘ का इशारा किया और ‘बेस्ट ऑफ लक‘ बोल उठ कर खड़ा हो गया।


जॉनी इतना पीने के बाद अब पूरी तरह जोश में था। उसने धीरे से गले को खंखारा, अपने गले में लगी ‘बो ‘ को सही किया व एक झटके से पीछे मुड़ते हुए बोला -“एक्सक्यूज मी.......!“

लेकिन बाकी की बात उसके गले में रह गई। क्यों कि उसके पीछे लगभग xx-साल की एक बच्ची खड़ी थी ।

“आपने मुझसे कुछ कहा अंकल?“ छोटी लड़की ने भोलेपन से अपनी नीली-नीली आंखों से जॉनी को देखते हुए पूछा ।

जॉनी ने घबरा कर अपना सिर इस तरह दाएं-बाएं हिलाया, जैसे वह उसका सिर ना होकर किसी घड़ी का पेंडुलम हो। छोटी लड़की यह सुनकर आगे चली गयी।
अब जॉनी तुरंत जैक की ओर वापस घूमा।

“क्यों बेऽऽऽऽ....... तूने मुझसे झूठ क्यों बोला ?“ जॉनी के शब्दों में गुस्सा भरा था।

“मैंने......... मैंने कहां झूठ बोला। तुम मुझसे लड़की के बारे में पूछ रहे थे। उसकी उम्र के बारे में नहीं।“ जैक ने पूरा मजा लेते हुए जवाब दिया।

“बड़ी मुश्किल से थोड़ी चढ़ी थी..... ..सब उतार दी।“ जॉनी बड़बड़ाते हुए पुनः पैग बनाने लगा- “एक तो वैसे ही जब से उस साले रोजर को देखा है........साऽऽऽऽली चढ़ती ही नहीं है और तू भी मुझसे ही मजाक में लगा है।“

“अच्छा एक बात बता।“ जॉनी ने पुनः पैग गले के नीचे उतारते हुए कहा-
“यार हम लोगों के मरने के बाद उस दौलत का क्या होगा जो हमने एक साथ मिलकर लूटी.....?“

लेकिन इससे पहले कि जॉनी के मुंह से कुछ और गलत निकलता, जैक ने तुरंत मुंह पर उंगली रखते हुए, जॉनी को चुप रहने का इशारा किया- “श्ऽऽऽऽऽऽऽ श्ऽऽऽऽ...... अबे मरवायेगा क्या ? सबके सामने क्यों चिल्ला रहा है?“

“अच्छा छोड़ दौलत को........यह बता कि उससे.......बात हुई या नहीं ? कहीं ऐसा ना हो जाए.......कि वो हमारे बारे में......सबको बता दे?“ जॉनी ने चिंता व्यक्त की।

“टेंशन मत ले..।“ जैक ने इधर-उधर देखा और फिर अपने शब्दों में रहस्य
को भरते हुए कहा- “अगर वह हमारे बारे में किसी को बताएगा, तो वह खुद ही फंस जाएगा।“

“अरे हां......यह तो मैंने सोचा ही नहीं था। अब आज से उसके बारे में चिंता करना बंद।“

कहते हुए जॉनी धीरे से उठा और उस दिशा में चल दिया जिधर उसने अभी-अभी क्रिस्टी को जाते हुए देखा था।



जारी रहेगा_________✍️
Shaandar jabardast Romanchak Update 👌 💓
Jhoony ka popat bana diya 🤣 🤣
Dono lootre hai yaha bhi kuchh plan banaye hai 😏
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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Shaandar jabardast Romanchak Update 👌 💓
Jhoony ka popat bana diya 🤣 🤣
Dono lootre hai yaha bhi kuchh plan banaye hai 😏
Bilkul bhai, kuch to khichdi pak rahi hai inke mind me, per kya ye log safal honge? Johnny to hai hi popat waise😂 Thanks for your valuable review bhai :thanx:
 

Iron Man

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# 43 .
6 जनवरी 2002, रविवार, 15:35; “सुप्रीम”

धीरे-धीरे दोपहर हो गयी। बहुत से यात्री लंच करके पुनः डेक पर आ गए। ऐलेक्स भी डेक पर बैठा क्रिस्टी के अजीब से स्वभाव के बारे में सोच रहा था। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्रिस्टी से क्या बात करे? जब वह क्रिस्टी से दूर रहता था तो हमेशा उसके बारे में सोचता रहता, पर जब क्रिस्टी उसके सामने आती तो वह घबराहट की वजह से सब कुछ भूल जाता था।

उसे इस खतरनाक भूल-भुलैया रूपी रास्ते से ज्यादा खतरनाक क्रिस्टी का रुप लग रहा था। वह समझ नहीं पा रहा था कि वह क्या करे? अभी ऐलेक्स इस उलझन में उलझा ही था कि तभी उसे सामने से क्रिस्टी आती दिखाई दी।

“क्या हुआ ऐलेक्स?“ क्रिस्टी ने पास आकर सामने की कुर्सी पर बैठते हुए कहा- “तुम इतना परेशान से क्यों हो ?“

“परेशान!......और मैं.....नहीं तो... ..मैं भला क्यों परेशान होने लगा ?“ ऐलेक्स ने घबराकर कहा।

“तो फिर तुम मुझसे बात क्यों नहीं करते? अब तो मैंने जान भी लिया है कि तुम गलत आदमी नहीं हो।“ क्रिस्टी ने हवा से माथे पर आए बालों को उंगली से पीछे करते हुए कहा।

“नहीं....नहीं। ऐसी कोई बात नहीं है। दरअसल मैं इस समय शिप के बारे में सोच रहा था।“ ऐलेक्स ने पुनः घबराए से लहजे में कहा।

“शिप के बारे में?“ क्रिस्टी ने बनावटी गुस्सा दिखाते हुए कहा- “तुम्हारे सामने इतनी खूबसूरत लड़की बैठी है और तुम शिप के बारे में सोच रहे हो।......अच्छा बताओ, तुम्हें मेरी इन खूबसूरत आंखों में क्या दिखाई दे रहा है?“ क्रिस्टी ने थोड़ा आगे झुकते हुए ऐलेक्स की आंखों में आंखें डालते हुए पूछा।

“तुम्हारी आंखों में.....।“ ऐलेक्स ने बड़ी मुश्किल से क्रिस्टी की आंखों में देखा। क्रिस्टी को इतना पास पा वह फिर से नर्वस हो गया।

“हां बताओ ना....... तुम्हें मेरी आंखों में क्या दिख रहा है?“ क्रिस्टी ने थोड़ा जिद्दी अंदाज में कहा।

“तुम्हारी आंखों में.............. अरे यह क्या ?“ अचानक ऐलेक्स ने बड़ी अजीब सी आवाज में कहा।

“क्या हुआ मेरी आंखों में?“ क्रिस्टी की आवाज की शोखी बरकरार थी।

“यह तो कोई परिंदा लगता है।“

“मेरी आंखों में परिंदा ?“ क्रिस्टी ने चैंककर ऐलेक्स को देखा।

“अरे नहीं.......तुम्हारी आंखों में नहीं। वहां देखो आसमान पर।“ ऐलेक्स ने कहते हुए आसमान की तरफ एक ओर इशारा किया।

अब क्रिस्टी का चेहरा भी उस ओर घूम गया। आसमान में दूर कहीं से उड़कर, उसी तरफ आता हुआ एक पक्षी दिखाई दिया।

“यह तो कोई पक्षी लग रहा है।“ क्रिस्टी ने कहा।

अब ऐलेक्स उठकर डेक की उस साइड की ओर चल दिया, जिस तरफ वह पक्षी आता दिखाई दे रहा था। क्रिस्टी भी अब ऐलेक्स के पीछे चल दी। अब तक डेक पर खड़ी जेनिथ सहित कई लोगों की नजर उस पक्षी पर पड़ चुकी थी। ऐलेक्स और क्रिस्टी भी वहां पर पहुंच गए।

“उस पक्षी ने अपने पंजे में शायद कोई चीज पकड़ रखी है?“ जेनिथ ने उस दिशा की ओर देखते हुए कहा।

तब तक उड़ता हुआ वह पक्षी, शिप की डेक पर लगी रेलिंग पर आकर बैठ गया। वह एक लंबी पूंछ वाला पहाड़ी तोता था, जिसके पैर में एक लगभग 4 मीटर लंबी डोरी बंधी थी।

“यह तो तोता लगता है।“ जेनिथ ने तोते को देखते हुए कहा- “पर इसके पैर में बंधी यह डोरी कैसी है?“

“लगता है यह किसी जगह पर बंधा हुआ था और यह वहां से डोरी तोड़कर भाग आया है।“ क्रिस्टी ने अपने विचार व्यक्त किए।

“समुद्र में पक्षी उसी स्थान पर बैठता है, जहां पर जमीन हो।“ जेनिथ ने तोते को देखते हुए कहा- “इसका मतलब कि यह तोता जिस दिशा से आया है, उस तरफ जमीन है और वह बहुत ज्यादा दूर नहीं है क्यों कि साधारणतया तोता वह पक्षी है, जो आसमान में उड़ते समय बहुत ज्यादा दूरी तय नहीं करता है।“

“एक बात और भी है।“ क्रिस्टी ने तोते के पैर में बंधी डोरी पर एक नजर मारते हुए कहा- “इसके पैर में डोरी भी बंधी है और किसी पक्षी के पैर में डोरी कोई इंसान ही बांध सकता है। इसका साफ मतलब है कि यह जहां से आया है। वहां पर इंसान भी है और जीवन भी।“

“हमें इस तोते को पकड़ना चाहिए। शायद इससे हमें कुछ और बातें भी पता चल जाएं।“ ऐलेक्स ने एक नजर जेनिथ पर डालते हुए कहा।

“तुम बिल्कुल ठीक कह रहे हो ऐलेक्स।“ जेनिथ ने ऐलेक्स की बातों का समर्थन करते हुए कहा- “पर हमें इस बात की सूचना कैप्टेन को भी दे देनी चाहिए।“

यह कहकर जेनिथ ने कुछ दूर खड़े एक सिक्योरिटी गार्ड को अपने पास बुलाया और उसे कैप्टन तक सूचना पहुंचाने को कह दिया।

अब जेनिथ की नजर एक बार फिर उस तोते पर पड़ी। उधर ऐलेक्स चुपचाप दबे पाँव उस तोते की ओर बढ़ा। ऐलेक्स की नजर तोते के पैर में बंधी डोरी पर थी। तोता भी अब ध्यान से ऐलेक्स को पास आते हुए देख रहा था। तोते के पास पहुंचकर ऐलेक्स ने उसके पैर में बंधी डोरी पर छलांग लगा दी।

मगर तोता पहले से ही सावधान था। वह तेजी से अपने स्थान से, पंख फड़फड़ा कर हवा में उड़ गया। आसमान में उड़ते हुए वह जोर से चिल्लाया- “ऐमू से धोखा..... ऐमू से धोखा..।“

“अरे यह तोता तो काफी तेज है और यह तो बहुत साफ..बोल रहा है।“ क्रिस्टी ने आश्चर्य से भरते हुए कहा।

“इसका मतलब यह है कि यह जहां से आया है, वहां पर सभ्य इंसान बसते हैं।“ जेनिथ ने भी आश्चर्य व्यक्त किया- “अब तो इसे पकड़ना और भी जरूरी हो गया है।“

अब तोता उड़ कर दूसरी जगह पर बैठ गया। लेकिन अब उसकी निगाहें लगातार उस भीड़ पर थीं, जो उसे घूर रही थी। धीरे-धीरे उस तोते को देखने के लिए डेक पर भीड़ बढ़ती जा रही थी।

इस बार ऐलेक्स ने धीरे से जेनिथ को इशारा किया। ऐलेक्स का इशारा समझ जेनिथ एक लंबा राउंड लगा कर तोते के दूसरी साइड में पहुंच गयी। इस बार ऐलेक्स सामने से व जेनिथ पीछे से तोते की ओर बढ़े।

तोते की निगाहें आगे बढ़ते हुए ऐलेक्स पर थीं। ऐलेक्स भी कोई ना कोई हरकत करके तोते का ध्यान अपनी ओर लगाए हुए था। जिसका फायदा उठा कर जेनिथ दबे पांव डोरी की ओर बढ़ने लगी।

डोरी अब जेनिथ से मात्र 1 मीटर की दूरी पर थी। तभी अचानक उस तोते को किसी के पीछे होने का एहसास हुआ। जैसे ही जेनिथ डोरी पर झपटी, तोता बिना एक सेकेंड गंवाए पुनः आसमान में था।

“धोखा.... ऐमू से धोखा......नहीं पकड़ पाओगे......नहीं पकड़ पाओगे।“ तोता आसमान में उड़ते हुए चिल्लाया।

अब तो जैसे तोते को कोई खेल मिल गया हो। वह बार-बार इधर-उधर बैठ रहा था और सारी भीड़ उसे पकड़ने का प्रयास कर रही थी। लेकिन पकड़ नहीं पा रही थी। तभी सुयश, ब्रैंडन और असलम के साथ भागा-भागा डेक पर आ पहुंचा।

सुयश की लाल आंखें इस बात का सबूत थीं कि वह ठीक से सो नहीं पाया है। वह विचित्र तोता इस समय पानी की टंकी पर बैठा, वहां खड़ी भीड़ को घूर रहा था। सुयश ने उस विचित्र तोते को देखा। तोते को देखते ही सुयश का दिमाग बहुत तेजी से चलने लगा उसे एक बार फिर शैफाली के सपने याद आने लगे क्यों कि शैफाली ने अपने सपनों में एक पहाड़ी तोते का भी जिक्र किया था।

सुयश समझ गया कि यह तोता भी उन रहस्यमय घटनाओं की अगली कड़ी है। सुयश की एकटक नजर अब उसे विचित्र तोते पर थी। कुछ देर उसे देखते रहने के बाद, सुयश चलता हुआ पानी की टंकी के नीचे पहुंच गया। तोता बारी-बारी से भीड़ में खड़े सभी लोगों पर नजर दौड़ा रहा था। तभी उसकी निगाह सुयश पर पड़ी।

एक क्षण के लिए वह सुयश को देखता रह गया और फिर उड़ता हुआ खुशी से चिल्लाया-

“दोस्त मिल गया.........दोस्त मिल गया.....ऐमू का दोस्त मिल गया।“ इतना कहकर वह तोता अपने पंख फड़फड़ाते हुए सुयश के कंधे पर आकर बैठ गया।

सभी इस घटना से आश्चर्यचकित रह गये क्यो कि जो तोता आधे घंटे से इन सबको तिगनी का नाच नचाए था वह उड़कर सुयश के कंधे पर इतनी आसानी से क्यों बैठ गया ?

सुयश ने जैसे ही तोते को अपने कंधे पर बैठते हुए देखा, झट से उसके पैर में बंधी डोरी को पकड़ लिया। तोते ने एक नजर गौर से सुयश को देखा और फिर उसके हाथ को, जिसमें वह डोरी पकड़े हुए था। तोता अब फिर से उड़ने की कोशिश करने लगा। वह हवा में अपने पंख फड़फड़ाते हुए चिल्लाया-

“धोखा ....... ऐमू से धोखा..... दोस्त नहीं...... यह ऐमू का दोस्त नहीं....।“ तोता लगातार उड़ने की कोशिश कर रहा था।

तोता फिर तीखी आवाज में चिल्लाया- “छोड़ दे....छोड़ दे..... ऐमू को छोड़ दे....तू दोस्त नहीं....तू ऐमू का दोस्त नहीं।“ उस तोते की आवाज में ना जाने ऐसी क्या बात थी कि सुयश ने एक पल के लिए उस तोते को देखा और फिर उसके दोंनो पंजे पकड़ कर उसके पैर में बंधी डोरी खोल दी।

तोता अब आजाद था। आजादी का एहसास होते ही वह बिना देर किए आसमान में उड़ गया और सुयश के सिर के ऊपर चक्कर काटने लगा-

“छोड़ दिया.....छोड़ दिया......डोरी भी खोल दिया....दोस्त है......दोस्त है..... ऐमू का दोस्त है।“ इतना कहकर वह पुनः सुयश के कंधे पर आकर बैठ गया।

सुयश ने धीरे से अपना बांया हाथ आगे बढ़ाया। वह तोता उछलकर उसकी कलाई पर बैठ गया। विचित्र बात तो यह थी कि उसके पंजों के नाखून, सुयश की कलाई में गड़ नहीं रहे थे।

“यह ऐमू कौन है?“ सुयश ने उस तोते को देखते हुए पूछा।

“ऐमू मैं.....ऐमू मेरा नाम..... मैं ऐमू......तुम ऐमू के दोस्त।“ ऐमू ने अपने पंख फैलाते हुए कहा।

“ये तो काफी समझदार तोता लगता है।“ ऐलेक्स ने ऐमू की ओर देखते हुए कहा।

“काट खाऊंगा..... मैं समझदार नहीं.......मैं तोता नहीं.......मैं ऐमू... ...ये ऐमू का दोस्त।“ ऐमू ने ऐलेक्स पर नाराजगी दिखाते हुए कहा।

“हां...हां हम समझ गये। तुम ऐमू और ये ऐमू के दोस्त।“ जेनिथ ने मुस्कुराते हुए कहा- “लेकिन कुछ और बताओगे?“

“बताऊंगा......बताऊंगा......पहले कुछ खाने को दो......ऐमू भूखा है.. ...पहले खाएगा...... फिर बताएगा।“





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Shaandar jabardast Romanchak Update 👌 💓 💓
Ab tota bhi aa gaya 😏 lagta ye sabka manoranjan karne wala hai 😊
 

Raj_sharma

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Shaandar jabardast Romanchak Update 👌 💓 💓
Ab tota bhi aa gaya 😏 lagta ye sabka manoranjan karne wala hai 😊
Manoranjan nahi bhai, ab bohot jald sabki watt lagne waali hai😂
Thanks brother for your valuable review and support :thanx:
 

Raj_sharma

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# 47 .
“ड्रेजलर, तुम न्यू ईयर की रात उस समय भी कंट्रोल रूम में थे, जब सभी नशे की हालत में हो गए थे और ‘सुप्रीम’ रास्ता भटक गया था?“

“जी हां।“ कहते-कहते ड्रेजलर का सिर शर्म से झुक गया।

“नहीं -नहीं , परेशान मत हो । मैं तुमसे कुछ कहना नहीं चाहता बल्कि तुमसे कुछ पूछना चाहता हूं?“ सुयश ने ड्रेजलर को सिर झुकाते देख कहा।

“पूछिए सर, आप क्या पूछना चाहते हैं?“ ड्रेजलर ने सिर उठाते हुए कहा।
“कुछ नहीं। मुझे बस इतना पूछना है कि उस रात ड्रिंक करने के लिए किसने सबको तैयार किया था ?“ सुयश ने गहरी सांस भरते हुए पूछा।
“ज....जी...वो असलम सर ही ड्रिंक करने के लिए बार-बार रोजर सर से जिद करके उन्हें मना रहे थे। उन्हीं के जिद करने के बाद रोजर सर तैयार हुए थे।“ ड्रेजलर ने याद करते हुए कहा।

“हूं....तो मेरा शक सही था।“ सुयश होठों ही होठों में बड़बड़ाया।

“क्या वह ड्रिंक करने से लेकर अंत तक तुम लोगों के साथ थे?“ सुयश ने पुनः पूछा।

“यह बात मैं तो क्या कोई भी पक्के तौर पर नहीं कह सकता। क्यों कि जब ड्रिंक शुरू हुई तो असलम सर सेलीब्रेट करते हुए सभी को पीने के लिए कह रहे थे। उसके बाद तो किसी को भी स्वयं का होश ही नहीं रहा तो वह भला दूसरे पर क्या ध्यान देता।“

ड्रेजलर के शब्दों को सुन शैफाली के चेहरे पर भी एक गहरी मुस्कान आ गयी। इधर सुयश ख्यालों में उलझा था, उधर कमरे के दरवाजे के बाहर छिप कर खड़ा असलम सुयश के सवाल और ड्रेजलर के जवाब सुन रहा था। अब उसकी आंखों में एक खूनी चमक थी। वह सबकुछ सुनने के बाद वहां से हट गया। पर हटते हुए असलम मन ही मन बुदबुदाया-

“आखिरकार कैप्टेन को पता चल ही गया.....पर अब क्या फायदा। अब तो मेरा काम हो ही चुका है।“

6 जनवरी 2002, रविवार, 17:15; ‘सुप्रीम’

सुयश जब ड्रेजलर और अलबर्ट के साथ डेक पर पहुंचा तो वहां पर पहले से ही भीड़ लगी थी । सुयश भीड़ को चीरता हुआ आगे की तरफ आ गया। वहां पर असलम पहले से ही दूरबीन लिए खड़ा था। सुयश ने पहले एक बार गहरी निगाहों से असलम को देखा और फिर उससे दूरबीन लेकर अपनी आंखों पर चढ़ा ली। कुछ देर तक देखते रहने के बाद उसने दूरबीन को पुनः असलम के हवाले कर दिया।

“वही है.....बिल्कुल वही रहस्यमई द्वीप है। अब तो इसमें कोई शक नहीं कि हम लोग समुद्र में एक ही स्थान पर भटक रहे हैं।“ सुयश बड़बड़ाया।
“कहीं ऐसा तो नहीं कैप्टेन कि हम लोग भटक ना रहे हों बल्कि यह द्वीप ही चल रहा हो।“ अलबर्ट ने होश उड़ाने वाले अल्फाज बोले।

अलबर्ट की बात सुनकर एक पल के लिए तो सभी सन्न हो गए।

“नहीं-नहीं.....ऐसा तो सोचना भी बेवकूफी है। यह द्वीप पूरी तरह से पत्थरों से बना दिख रहा है। यह कोई आइसबर्ग थोड़ी है, जो पानी पर तैरता रहे।“ सुयश ने अलबर्ट की बात को काटते हुए कहा।

“यह भी तो हो सकता है कि यह पानी पर तैरता कोई विशालकाय जीव हो।“ ऐलेक्स ने तो हद ही पार कर दी।

“आपके भी दिमाग में कैसे-कैसे विचार आते रहते हैं मिस्टर ऐलेक्स। यह इतना विशालकाय है कि यह कोई जीव हो ही नहीं सकता और वैसे भी इस समय विश्व का सबसे बड़ा जीव ब्लू व्हेल है और यह द्वीप तो उसके आकार का हजारों गुना बड़ा है। वैसे भी किसी जीव की पीठ पर पेड़-पौधे तो उग सकते हैं। लेकिन इतनी बड़ी पहाड़ी का होना असंभव है।“ तौफीक का विचार बिल्कुल तर्कसंगत था।

थोड़ी देर तक सभी अपनी-अपनी अटकलें लगाते रहे और फिर जब वो किसी ठोस निष्कर्ष तक नहीं पहुंच सके तो शांत हो कर सुयश की ओर देखने लगे। सुयश लगातार उस रहस्यमय द्वीप को देख रहा था। उसके दिमाग में बहुत तेजी से कुछ चल रहा था।

“अब हमें क्या करना चाहिए कैप्टेन?“ ब्रैंडन ने आखिरकार सुयश को ना बोलते देख पूछ ही लिया।

सुयश ब्रैंडन की आवाज सुन जैसे ख्यालों से बाहर आया- “मैं फिर से किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। हमें इस रहस्यमय द्वीप पर नहीं जाना है, चाहे कुछ भी क्यों ना हो जाए।“

“कुछ भी ?“ असलम ने अजीब सी नजरों से सुयश को देखते हुए कहा।
“हां , कुछ भी।“ सुयश की आवाज में एक दृढ़ विश्वास था।

तभी ब्रैंडन के हाथ में थमा वॉकी टॉकी सेट बज उठा। ब्रैंडन ने बटन दबा कर वॉकी टॉकी सेट को ऑन कर दिया।

“सर....गजब हो गया........हमारे जहाज का सारा ईंधन जहाज में बिखरा पड़ा है। पता नहीं उसे किसने बिखेर दिया। अब हमारे जहाज के टैंक में जितना फ्यूल है। उसी से हमें काम चलाना होगा।“

दूसरी तरफ से आती आवाज को सुन सुयश सहित सबका दिमाग खराब हो गया।

“शिप के टैंक में इस समय कितना फ्यूल है?“ सुयश वॉकी टॉकी सेट पर चीखा।

“हमारे टैंक में मात्र इतना फ्यूल बचा है कि हम इससे ज्यादा से ज्यादा 800 से 900 नॉटिकल माइल्स तक ही जा सकते हैं। इससे ज्यादा नहीं।“ दूसरी तरफ से आवाज आयी।

यह सुनकर सुयश के चेहरे पर परेशानी के भाव नजर आने लगे। ब्रैंडन ने मैसेज सुनकर वॉकी टॉकी सेट को ऑफ कर दिया।

“यह फ्यूल कौन बिखेर सकता है? कौन है ऐसा बेवकूफ जिसे अपनी जान की भी चिंता नहीं ?“ सुयश मन ही मन सोचने लगा।

तभी उसकी निगाहें असलम पर जाकर टिक गयीं। असलम सुयश को अपनी तरफ घूरते देख दूरबीन को आंखों पर लगा कर उस रहस्यमय द्वीप की ओर देखने लगा।

“क्या अब हमें द्वीप पर चलना चाहिए कैप्टेन?“ असलम ने द्वीप की ओर देखते हुए कहा- “क्यों कि अब हमारे पास इस द्वीप पर जाने के सिवा और कोई चारा भी नहीं है।“

“नहीं हम अब भी द्वीप पर नहीं जाएंगे।“ सुयश ने अपने दांत भींचते हुए कहा- “हम अपनी एक आखिरी कोशिश और करेंगे। अभी हमारा शिप लगभग 900 मील तक और जा सकता है।“

“कैप्टन कहीं इस बार हम लोग गलती तो नहीं कर रहे हैं?“ अलबर्ट ने सुयश को समझाया- “क्यों कि जहां तक मैं जानता हूं यह खूनी त्रिकोण लगभग ‘तीन लाख नब्बे हजार‘ वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला है। और फिर पता नहीं हम लोग इस क्षेत्र में कितना अंदर हैं? मात्र 900 मील के सफर में क्या हम इस क्षेत्र से बाहर निकल सकेंगे? मुझे यह बात असंभव सी प्रतीत होती है। तो फिर क्यों ना एक बार रिस्क लेकर इस द्वीप पर चलकर देख ही लिया जाए।“

“बिल्कुल नहीं मिस्टर अलबर्ट।“ सुयश ने सीधे शब्दों में ना कह दिया-
“मैं इस द्वीप पर कभी नहीं जाऊंगा। क्यों कि मेरे कानों में अभी तक रोजर के शब्द व लारा की चीखें सुनाई दे रही हैं। मैं और चीखें नहीं सुनना चाहता। चाहे आप इसे मेरी जिद ही क्यों ना समझे? शिप में सफर कर रहे सभी यात्री की जान मेरे लिए बेशकीमती है। मैं इनकी जान बचाने के लिए अंतिम दम तक कोशिश करूंगा। इसलिए कृपया आप लोग मुझे रोकिए मत। मैं इस ‘खूनी त्रिकोण‘ में छिपे इस रहस्यमय द्वीप से दूर जाने की एक आखिरी कोशिश और करूंगा।“

अब भला सुयश की बात नकारने वाला उस शिप पर कौन था ? हालांकि बहुत से लोग आज कैप्टेन के निर्णय से खुश नहीं थे। लेकिन फिर भी सब चुप रहे। शिप को एक बार फिर दूसरी दिशा में मोड़ लिया गया।




जारी
रहेगा__________✍️
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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Noice, But I guess bhoot to nahi honge my guess is ke Lauren aur roger ke clone ho sakte hai jinhe unki body ke DNA se banaya gaya ho as writer pehle hi mahol bana ke Atlantis ki technology ki baat kar diye hai pehle ke update me :D

Baki suyash ka ab khali apne baal nochna baki chhode ho men Raj_sharma baki to dimag khali ho gaya uska :laughing:

Badhiya update hai ye bhoot wala angle kahani ko for sure aur rochak banayega
Keep it up :applause:

एक दम शानदार अपडेट और फिर से विराम से पहले एक और सस्पेंस का तड़का लगा दिया है!
अब यह चोरी का नया मामला शुरू हो गया है !

सस्पेस तो इस कहानी में कूट कूट कर भरा है आपने !

👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻💐💐💐💐


Bhai sach bolu to story to kal night se lekar parso tak khatam kar sakta hu par it's so interesting ki har part ko enjoy kar ke yaad rakh kar age badh raha hu bura mat mana dost

Afsos ship pr ek aur maut ho gyi kaatil ko pkdna aur muskil ho gya Raj_sharma bhai
Aage dekhte h kya hota h 🤔

Badhiya update

Lab me aag lagane wala loren ka boyfriend ha ye to suyesh ko pata lag gaya lekin ye kon ha abhi bhi raj ha idhar shefali albert ko apni paheliyan me uljhakar use mariya ke gum se bahar nikalne ki koshish kar rahi ha or jaise kast me kaha ki shefali ne emu naam kahin suna hua ha or use dekhkar bruno fir usse dur beth gaya jaise ki use fir kisi ka ahsas hi gaya shefali ke sath or shefali ne kaha ki ye to wahi rahasyamayi dwip ha ab ye konsa naya dwip ha jahan se emu aya ha ye pata nahi kya pata sunhera manav inhe sahi raste per le ja raha ho ya fir emu inhe bhakane ke liye hi aya ho dekhte han

Awesome update
Sefali se help li ja rahi hai lekin kya uski kathin paheliyan koi suljha payega Kyoki lag nhi rha ki wo sidhe sidhe koi solutions dene wali hai

अनेकों जाहिल देशों से आये हुए प्रवासियों ने इन देशों में गंध फैला दी है।
बचपन में मैं सोचता था कि कभी इन देखों में जाऊँगा... कुछ आधुनिक देखने को मिलेगा।
कुछ समय पहले "फ्रांस" गया - स्साला कानपुर जैसी गंध मची हुई थी।
ख़ास समुदायों (नस्लों, धर्मों) के ghetto (बस्तियाँ) - जहाँ से वो ख़ास और परिचित दुर्गन्ध आती है - से भरपूर।
सोचा कि भे*चो* क्या इसी के लिए यहाँ आया!? कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी का भी ऐसा ही हाल सुनने देखने में आया है।

हाँ - मानता हूँ कि कभी इन लोगों (फिरंगियों) ने भी पिछल्ली समाजों पर राज किया था - लेकिन अगर भारत का उदाहरण लें, तो अनेकों व्यवस्थाएँ फिरंगियों की दी हुई हैं।
उनके किये हुए अनेकों निर्माण अभी भी काम कर रहे हैं। संविधान और प्रजातंत्र भी इन्ही देशों से आया - नहीं तो हम आज भी राजशाही और सामंतवादी सोच वाले समाज हैं।

इस बात पर बहुत नहीं लिखूँगा।



बिल्कुल साथ हैं। आपकी भाभी का इस वेबसाइट पर अलग से अकाउंट नहीं है।
मेरा ही अकाउंट वो भी इस्तेमाल करती हैं। अच्छे लेखकों का तो हम हमेशा से ही हौसलाअफ़ज़ाई करते हैं।
आप लिखिए - हम साथ हैं :)

बहुत ही सुंदर लाजवाब और रहस्यमयी अपडेट है भाई मजा आ गया
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा

Aapki story ke baare mein toh bhul hi gye thi...padhte hoon time milne par 🙃

intezaar rahega....

Besabari se intezaar kar rahe hai next update ka Raj_sharma bhai....

mast update

जब तक आप ही लिख लो..... अपडेट :D
मुझे रिव्यू का मूड बनाने दो

भाई वह मजा आ गया इस बार अपडेट में
इस अपडेट से एक बात तो पक्की है कि शैफाली किसी मकसद के चलते आई है इस बरमूडा में बस थोड़ा सा डाउट इसमें भी एक है मुझे क्या सच में शैफाली किस्मत से यहां आई है या उसे लाया गया है
क्योंकि इस बार शैफाली ने जो बताया उससे तो ये लगता है कि कही न कही सुयश भी शैफाली की तरह एक मिस्ट्री का हिस्सा है अब या तो सुयश सच में इन सब से अंजान है या शायद अंजान बन के बैठा है
अब बात करे तो आज के बारे में तो डर के वजह से असलम को आय पसीने की वजह से शैफाली को उसकी खुशबू साफ आ गई जो उसने कत्ल के वक्त महसूस की थी इससे एक बात तो पक्की है हो न हो असलम ने ही कत्ल किया है और अब तो शैफाली के साथ सुयश की नजरों में भी चढ़ गया है असलम
इस बीच ड्रेजल बीच में दौड़ के आया सुयश को खबर देने की शिप फिर से उस द्वीप के पास आ गया है जाने क्यों बार बार शिप द्वीप के पास आ जाता है ऐसा लगता है कप्तान व्योम ने हादसे के वक्त जो देख था वो सच ही था ये द्वीप सच में समुद्र में गोल गोल घूम रहा है शायद यही वजह से शिप ही बार द्वीप के पास आ रहा है
खेर अब सुयश ने खबर के मिलते ही असलम को डेक की तरफ रवाना कर दिया लेकिन शायद असलम को भी शक हो गया है सुयश पर शायद सुयश बाल की खाल तक जरूर जाएगा इसीलिए ड्रजलर को रोक कर उससे कंट्रोल रूम के बारे में जानकारी लेने की तैयारी में है
.
काफी रोमांचकारी एपिसोड रहा ये Raj_sharma भाई

Bhut hi badhiya update
To asalam ke perfume ki khushbu ko sungkar shaifali ko pata chal gaya ki ye vahi perfume ki khushbu hai jo us din khuni ne use kiya tha

बढ़िया

कहानी अब शेफाली के सपने के अनुसार चलने लगी है।

ऐसा लग रहा है जैसे इस रहस्यमई दुनिया में २ शक्तियां काम।कर रही है। एक जो शायद नेगेटिव है और वो उस द्वीप पर है, और दूसरी पॉजिटिव है, जो शायद उस सुनहरे मानव के रूप में आई हो।

खैर फिलहाल तो द्वीप दुबारा से सामने आ गया है, और असलम का राज भी शायद खुले अगले अपडेट में।

:applause:

बहुत ही
सुंदर लाजवाब और रोमांचक अपडेट है भाई मजा आ गया
शेफाली ने जागते हुए ये क्या देख लिया के सबके पसीने छुटने लगे वही लाॅरेन के कत्ल के शक की सुई शेफाली ने दिये तर्क से असलम पर आ गयी सुयश शेफाली के तर्क पर क्या सोचते हैं और ड्रेजलर क्या कहता हैं ये देखते हैं आगे
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा

Are bhaiya 🤔 ye sala dimak ghoom gaya, shefali andi hai, fir suyash ko kaise pahchan sakti hai? Us dweep per tote ko kisne pakad rakha tha? Aslam pakda gaya ab samjho, shefali se bachna asambhav hai👍 awesome update again bhai👌🏻👌🏻👌🏻

Bahut hi umda update he Raj_sharma Bhai,

Supreme ke raste me ek baar fir se wo tairta hua taapu aa gaya he...................

Shaifali ne fir se vahi tapu dekha sapne me, emu ke sath sath suyash ko bhi dekha

Tairta Tapu, Udti jhopdi, sunhara aadmi sabkuch to asli me ho hi chuka he.............

ye wala Aslam to vaise bhi nakli hi he..............shaifali ki tark bilkul sahi he.......

Nashe me to sabhi the hi............isi beech is wale aslma ne khun kar diya hoga.........

Keep rocking Bro

इस बार शैफाली ने दिवास्वप्न देखा और वह भी कई लोगों के बीच मे । लेकिन इस बार वह सपनों को जुबान भी दे रही थी इसलिए यह स्वप्न एक तरह से लाइव स्वप्न हो गया था ।
पर मुश्किल यह है कि इन स्वप्न के बारे मे न ही शैफाली को कुछ अता पता है और न ही वहां पर मौजूद लोगों के दिमाग मे कुछ समझ आया है । वैसे मेरे समझ मे भी कुछ नही आया ।
लेकिन एक जो चीज समझ मे आया वह यह कि एक अंधी लड़की इस जहाज पर मौजूद प्रत्येक व्यक्तियों से बेहतर देख सकती है , समझ सकती है , सूंघ सकती है , फील कर सकती है , पजल हल कर सकती है , इनवेस्टिगेशन कर सकती है और वह सभी कार्य कर सकती है जिसे सौ पचास आदमी मिलकर भी न कर पाएं !
असलम एक अपराधी है यह राइटर साहब के प्वाइंट ऑफ भिव से रीडर्स को पहले ही पता चल चुका है । लेकिन उसके अपराध को अपराध साबित करना इस शिप पर मौजूद सभी शख्सियत , सभी लोग , सभी कर्मचारी मे कोई कर सका तो वह शैफाली ही थी । लेकिन आश्चर्य इस बात का है कि हमारे कथित डिटेक्टिव / कैप्टन साहब अभी भी अपने सिर के बाल सहलाने मे लगे है ।

कैप्टन साहब को अब यह मान भी लेना चाहिए कि इस जहाज की मंजिल यह आइलैंड ही है । जब ओखली मे सिर दे ही दिया तो मूसल से डर कैसा !

खुबसूरत अपडेट शर्मा जी ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।

Oh Aslam! Ye nakli wala Aslam ship par kab se hai aur asli wala Aslam ship par aaya hi nahi hai.

Kya sare kand ke pichhe Aslam hai waise ye bahut pahle se lag raha hai Aslam, Aslam yadi katil hai to uska ye kahna ki wo control room mein tha use shak ke ghere mein dalta hai. Kya ship par koi aur bhi hai jo Sandal use karta hai?? Yadi nahi hai to Aslam guilty hai.
Waise ye Aslam ship par real Aslam ke jagah par kyon aaya hai aur ship wale jo khud ko Aslam bata raha hai uska real name kya hai??

Waise Bruno ka mystery kya hai jo wo baar baar Shefali se dur chala jata hai??

Aur ye island par captain uncle ki figure Kahan se aa gayi?? Ab ye scientific story ko chhod kar past life jaisi story lagne lagi hai.

Well Nice 👍 and beautiful ❤️ 😍 update brother.

Shaandar jabardast Romanchak Update 👌 💓 💓
Ab tota bhi aa gaya 😏 lagta ye sabka manoranjan karne wala hai 😊

Waiti

Waiting bro
Update posted friends :declare: give your valuable reviews.
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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# 47 .
“ड्रेजलर, तुम न्यू ईयर की रात उस समय भी कंट्रोल रूम में थे, जब सभी नशे की हालत में हो गए थे और ‘सुप्रीम’ रास्ता भटक गया था?“

“जी हां।“ कहते-कहते ड्रेजलर का सिर शर्म से झुक गया।

“नहीं -नहीं , परेशान मत हो । मैं तुमसे कुछ कहना नहीं चाहता बल्कि तुमसे कुछ पूछना चाहता हूं?“ सुयश ने ड्रेजलर को सिर झुकाते देख कहा।

“पूछिए सर, आप क्या पूछना चाहते हैं?“ ड्रेजलर ने सिर उठाते हुए कहा।
“कुछ नहीं। मुझे बस इतना पूछना है कि उस रात ड्रिंक करने के लिए किसने सबको तैयार किया था ?“ सुयश ने गहरी सांस भरते हुए पूछा।
“ज....जी...वो असलम सर ही ड्रिंक करने के लिए बार-बार रोजर सर से जिद करके उन्हें मना रहे थे। उन्हीं के जिद करने के बाद रोजर सर तैयार हुए थे।“ ड्रेजलर ने याद करते हुए कहा।

“हूं....तो मेरा शक सही था।“ सुयश होठों ही होठों में बड़बड़ाया।

“क्या वह ड्रिंक करने से लेकर अंत तक तुम लोगों के साथ थे?“ सुयश ने पुनः पूछा।

“यह बात मैं तो क्या कोई भी पक्के तौर पर नहीं कह सकता। क्यों कि जब ड्रिंक शुरू हुई तो असलम सर सेलीब्रेट करते हुए सभी को पीने के लिए कह रहे थे। उसके बाद तो किसी को भी स्वयं का होश ही नहीं रहा तो वह भला दूसरे पर क्या ध्यान देता।“

ड्रेजलर के शब्दों को सुन शैफाली के चेहरे पर भी एक गहरी मुस्कान आ गयी। इधर सुयश ख्यालों में उलझा था, उधर कमरे के दरवाजे के बाहर छिप कर खड़ा असलम सुयश के सवाल और ड्रेजलर के जवाब सुन रहा था। अब उसकी आंखों में एक खूनी चमक थी। वह सबकुछ सुनने के बाद वहां से हट गया। पर हटते हुए असलम मन ही मन बुदबुदाया-

“आखिरकार कैप्टेन को पता चल ही गया.....पर अब क्या फायदा। अब तो मेरा काम हो ही चुका है।“

6 जनवरी 2002, रविवार, 17:15; ‘सुप्रीम’

सुयश जब ड्रेजलर और अलबर्ट के साथ डेक पर पहुंचा तो वहां पर पहले से ही भीड़ लगी थी । सुयश भीड़ को चीरता हुआ आगे की तरफ आ गया। वहां पर असलम पहले से ही दूरबीन लिए खड़ा था। सुयश ने पहले एक बार गहरी निगाहों से असलम को देखा और फिर उससे दूरबीन लेकर अपनी आंखों पर चढ़ा ली। कुछ देर तक देखते रहने के बाद उसने दूरबीन को पुनः असलम के हवाले कर दिया।

“वही है.....बिल्कुल वही रहस्यमई द्वीप है। अब तो इसमें कोई शक नहीं कि हम लोग समुद्र में एक ही स्थान पर भटक रहे हैं।“ सुयश बड़बड़ाया।
“कहीं ऐसा तो नहीं कैप्टेन कि हम लोग भटक ना रहे हों बल्कि यह द्वीप ही चल रहा हो।“ अलबर्ट ने होश उड़ाने वाले अल्फाज बोले।

अलबर्ट की बात सुनकर एक पल के लिए तो सभी सन्न हो गए।

“नहीं-नहीं.....ऐसा तो सोचना भी बेवकूफी है। यह द्वीप पूरी तरह से पत्थरों से बना दिख रहा है। यह कोई आइसबर्ग थोड़ी है, जो पानी पर तैरता रहे।“ सुयश ने अलबर्ट की बात को काटते हुए कहा।

“यह भी तो हो सकता है कि यह पानी पर तैरता कोई विशालकाय जीव हो।“ ऐलेक्स ने तो हद ही पार कर दी।

“आपके भी दिमाग में कैसे-कैसे विचार आते रहते हैं मिस्टर ऐलेक्स। यह इतना विशालकाय है कि यह कोई जीव हो ही नहीं सकता और वैसे भी इस समय विश्व का सबसे बड़ा जीव ब्लू व्हेल है और यह द्वीप तो उसके आकार का हजारों गुना बड़ा है। वैसे भी किसी जीव की पीठ पर पेड़-पौधे तो उग सकते हैं। लेकिन इतनी बड़ी पहाड़ी का होना असंभव है।“ तौफीक का विचार बिल्कुल तर्कसंगत था।

थोड़ी देर तक सभी अपनी-अपनी अटकलें लगाते रहे और फिर जब वो किसी ठोस निष्कर्ष तक नहीं पहुंच सके तो शांत हो कर सुयश की ओर देखने लगे। सुयश लगातार उस रहस्यमय द्वीप को देख रहा था। उसके दिमाग में बहुत तेजी से कुछ चल रहा था।

“अब हमें क्या करना चाहिए कैप्टेन?“ ब्रैंडन ने आखिरकार सुयश को ना बोलते देख पूछ ही लिया।

सुयश ब्रैंडन की आवाज सुन जैसे ख्यालों से बाहर आया- “मैं फिर से किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। हमें इस रहस्यमय द्वीप पर नहीं जाना है, चाहे कुछ भी क्यों ना हो जाए।“

“कुछ भी ?“ असलम ने अजीब सी नजरों से सुयश को देखते हुए कहा।
“हां , कुछ भी।“ सुयश की आवाज में एक दृढ़ विश्वास था।

तभी ब्रैंडन के हाथ में थमा वॉकी टॉकी सेट बज उठा। ब्रैंडन ने बटन दबा कर वॉकी टॉकी सेट को ऑन कर दिया।

“सर....गजब हो गया........हमारे जहाज का सारा ईंधन जहाज में बिखरा पड़ा है। पता नहीं उसे किसने बिखेर दिया। अब हमारे जहाज के टैंक में जितना फ्यूल है। उसी से हमें काम चलाना होगा।“

दूसरी तरफ से आती आवाज को सुन सुयश सहित सबका दिमाग खराब हो गया।

“शिप के टैंक में इस समय कितना फ्यूल है?“ सुयश वॉकी टॉकी सेट पर चीखा।

“हमारे टैंक में मात्र इतना फ्यूल बचा है कि हम इससे ज्यादा से ज्यादा 800 से 900 नॉटिकल माइल्स तक ही जा सकते हैं। इससे ज्यादा नहीं।“ दूसरी तरफ से आवाज आयी।

यह सुनकर सुयश के चेहरे पर परेशानी के भाव नजर आने लगे। ब्रैंडन ने मैसेज सुनकर वॉकी टॉकी सेट को ऑफ कर दिया।

“यह फ्यूल कौन बिखेर सकता है? कौन है ऐसा बेवकूफ जिसे अपनी जान की भी चिंता नहीं ?“ सुयश मन ही मन सोचने लगा।

तभी उसकी निगाहें असलम पर जाकर टिक गयीं। असलम सुयश को अपनी तरफ घूरते देख दूरबीन को आंखों पर लगा कर उस रहस्यमय द्वीप की ओर देखने लगा।

“क्या अब हमें द्वीप पर चलना चाहिए कैप्टेन?“ असलम ने द्वीप की ओर देखते हुए कहा- “क्यों कि अब हमारे पास इस द्वीप पर जाने के सिवा और कोई चारा भी नहीं है।“

“नहीं हम अब भी द्वीप पर नहीं जाएंगे।“ सुयश ने अपने दांत भींचते हुए कहा- “हम अपनी एक आखिरी कोशिश और करेंगे। अभी हमारा शिप लगभग 900 मील तक और जा सकता है।“

“कैप्टन कहीं इस बार हम लोग गलती तो नहीं कर रहे हैं?“ अलबर्ट ने सुयश को समझाया- “क्यों कि जहां तक मैं जानता हूं यह खूनी त्रिकोण लगभग ‘तीन लाख नब्बे हजार‘ वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला है। और फिर पता नहीं हम लोग इस क्षेत्र में कितना अंदर हैं? मात्र 900 मील के सफर में क्या हम इस क्षेत्र से बाहर निकल सकेंगे? मुझे यह बात असंभव सी प्रतीत होती है। तो फिर क्यों ना एक बार रिस्क लेकर इस द्वीप पर चलकर देख ही लिया जाए।“

“बिल्कुल नहीं मिस्टर अलबर्ट।“ सुयश ने सीधे शब्दों में ना कह दिया-
“मैं इस द्वीप पर कभी नहीं जाऊंगा। क्यों कि मेरे कानों में अभी तक रोजर के शब्द व लारा की चीखें सुनाई दे रही हैं। मैं और चीखें नहीं सुनना चाहता। चाहे आप इसे मेरी जिद ही क्यों ना समझे? शिप में सफर कर रहे सभी यात्री की जान मेरे लिए बेशकीमती है। मैं इनकी जान बचाने के लिए अंतिम दम तक कोशिश करूंगा। इसलिए कृपया आप लोग मुझे रोकिए मत। मैं इस ‘खूनी त्रिकोण‘ में छिपे इस रहस्यमय द्वीप से दूर जाने की एक आखिरी कोशिश और करूंगा।“

अब भला सुयश की बात नकारने वाला उस शिप पर कौन था ? हालांकि बहुत से लोग आज कैप्टेन के निर्णय से खुश नहीं थे। लेकिन फिर भी सब चुप रहे। शिप को एक बार फिर दूसरी दिशा में मोड़ लिया गया।




जारी
रहेगा__________✍️
शेफाली के हिसाब से तो ये अच्छा विचार है।

फिलहाल जब असलम पर शक है ही तो उसे डिटेन करने में क्या दिक्कत है। सुयश को सबसे पहले यही करना चाहिए।

बढ़िया अपडेट भाई :applause:
 
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