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Fantasy सुप्रीम

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
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# 16
1 जनवरी 2002, मंगलवार, 05:30;

सुयश आँख बंदकर कुर्सी पर बैठा था। मगर वह अभी भी बहुत तेजी से कुछ सोच रहा था।कुछ देर सोचते रहने के पश्चात, सुयश ने अपनी आँखें खोलीं। सुयश की नजर रोजर पर पड़ी। रोजर, असलम के साथ शिप के चालक दल को गाइड करने में लगा दिखायी दिया।

लेकिन इससे पहले कि शिप के चालक दल के सदस्य, शिप को स्टार्ट कर, सही रुट पर ला पाते। एक अजीब सी आवाज ने, फिर से सभी को आश्चर्य में डाल दिया।

“झर ....ऽऽ झर.....ऽऽ झर.....ऽऽ झर.....ऽऽ।“

“यह आवाज कैसी है?“ सुयश का व्याकुल स्वर कंट्रोल रूम में गूंज उठा।

सभी के कान अब सिर्फ और सिर्फ उस आवाज को सुनने में लगे थे। धीरे-धीरे वह आवाज तेज होती जा रही थी। एकाएक सुयश सहित सभी के दिमाग में एक स्वर गूंज उठा-“खतरा ऽऽऽऽ।“

“रोजर! तुरंत शिप के आसपास की लाइट्स को ऑन करो । क्विक.....।“ सुयश ने घबराकर कहा।

वह विचित्र आवाज धीरे-धीरे तेज होती जा रही थी और अब उसने तेज होते- होते भयानक रूप ले लिया था। इससे पहले कि यह लोग कुछ और समझ पाते।

शिप को एक तेज झटका लगा और वह बिना स्टार्ट किए ही चल पड़ा। रोजर ने झपट कर तुरंत शिप के बाहर की सारी सर्च लाइट ऑन कर दी।

“कैप्टन! कोई अंजाना खतरा हमारे शिप की ओर तेजी से मंडरा रहा है।“ असलम ने अपनी जुबान को अपने सूख चुके होठों पर फिराते हुए, डरे स्वर में कहा -

“हमारा शिप बिना स्टार्ट किए ही किसी दिशा में जा रहा है।“

अब सभी की निगाहें किसी अंजानी आशंका से, शिप के विंड स्क्रीन पर चिपक गईं। शिप की सर्च लाइट का दायरा सीमित होने के कारण, वह सभी शिप के ज्यादा आगे देख पाने में असमर्थ थे। शिप मंथर गति से आगे बढ़ रहा था और वह आवाज लगातार अभी भी तेज हो रही थी। अचानक शिप की सर्च लाइट ने, इन सभी को जो नजारा दिखाया, उसको देखते ही सभी के हाथ-पैर एका एक फूलते से नजर आए।

“भंवर...............।“ सुयश एका -एक चीख उठा। उन्हें कुछ दूरी पर, एक विशालकाय भंवर बनती नजर आयी। जो अपना दायरा लगातार बढ़ाती जा रही थी।

उसी भंवर के तीव्र बहाव के कारण, समुंदर का पानी भी तेजी से भंवर की ओर खिं च रहा था और उसी के साथ खिंच रहा था ‘सुप्रीम’ भी। इतनी विशालकाय भंवर को देख, एक पल के लिए सभी की सांसे रुक सी गईं। उधर शिप लगातार भंवर की ओर बढ़ रहा था। सभी लोगों के मौत के इस सम्मोहन को सुयश की आवाज ने तोड़ा-

“जल्दी करो........ शिप को स्टार्ट करो..... वरना यह अंजानी मौत हमें निगल जायेगी।“ सुयश के इतना कहते ही, संज्ञा शून्य हो चुके सभी व्यक्ति, अचानक हरकत में आ गए।

रोजर व असलम तेजी से शिप के कंट्रोल्स से छेड़-छाड़ करके उसे स्टार्ट करने की कोशिश करने लगे। अब सभी की निगाहें उस विशालकाय भंवर पर थीं, जो तेजी से शिप के बीच का दायरा कम करने में लगी हुई थी।

तभी ‘घर्र-घर्र‘ की तेज आवाज करते हुए, शिप का इंजन स्टार्ट हो गया। इंजन को स्टार्ट हो ते देख, सुयश चीख उठा-


“मोड़ो ऽऽऽऽऽ...जल्दी से शिप को मोड़ कर, भंवर से दूर जाने की कोशिश करो। ......वरना हम इसमें फंस जाएंगे.......और फंसने के बाद, इतनी बड़ी भंवर से हमारा बचकर निकल पाना असंभव होगा।“ भंवर की धाराएं, किसी शिकारी की तरह तेजी से शिप की ओर बढ़ रहीं थीं।

“कैप्टन!“ रोजर ने चिल्ला कर कहा-
“बिना स्पीड में लाए, इतने बड़े शिप को मोड़ना असंभव है और भंवर भी अब हमसे ज्यादा दूर नहीं है। जल्दी बताइए कैप्टेन अब हम क्या करें?“

लेकिन इससे पहले कि सुयश, रोजर को कोई जवाब दे पाता, जहाज को एक और तेज झटका लगा और वह भंवर की बाहरी कक्षा में प्रवेश कर गया। अब सुप्रीम, भंवर की धाराओं के हिसाब से धीरे-धीरे घूमना शुरू हो गया था। लहरों का शोर अब अपने चरमोत्कर्ष पर था। यह भयावह शोर सुनकर, शिप के अधिकांश यात्री भी जाग चुके थे और इस शोर का मतलब निकालने की चेष्टा कर रहे थे।


रोजर, असलम के साथ, बार-बार शिप को उस भयानक भंवर से निकालने की कोशिश कर रहा था। लेकिन शिप के स्पीड में ना होने के कारण, भंवर धाराएं उसे पुनः अंदर की ओर धकेल रही थीं। इस भयानक स्थिति में शिप, लहरों से अठखेलियां कर रहा था।

“रोजर! शिप को पहले भंवर से निकालने की कोशिश मत करो।“ सुयश इस भयानक परिस्थिति में भी तेजी से अपने दिमाग का इस्तेमाल कर रहा था-


“क्यों कि भंवर से निकलने के चक्कर में, शिप स्पीड नहीं पकड़ पा रहा है। और जब तक शिप स्पीड में नहीं आएगा , तब तक वह इस विशालकाय भंवर से निकल भी नहीं पाएगा। पहले धाराओं के मोड़ के हिसाब से, शिप को मोड़ते हुए, शिप की स्पीड बढ़ाने की कोशिश करो और जब शिप फुल स्पीड में आ जाए तो उसे एक झटके से भंवर से बाहर निकालने की कोशिश करो।“

“लेकिन सर, अगर हमने इस तरीके से शिप की स्पीड को बढ़ाने की कोशिश की तो हम भंवर के और अंदर चले जाएंगे और वहां पर भंवर का खिंचाव केंद्र की ओर, और ज्यादा होगा। फिर शायद यह भी हो जाए कि हम....... उससे निकल ही ना पाएं।“ असलम में मरी-मरी आवाज में कहा।

“मैं जैसा कहता हूं वैसा करो। समय बहुत कम है। इसलिए अपना दिमाग मत लगाओ“ सुयश ने बिल्कुल दहाड़ते हुए स्वर में कहा। तुरंत रोजर व असलम सुप्रीम को भंवर की धाराओं के मोड़ के हिसाब से मोड़ने में जुट गए।

कुछ भंवर के केंद्र की वजह से और कुछ धाराओं के अनुकूल चलते रहने के कारण, शिप की स्पीड लगातार बढ़ती जा रही थी। आखिरकार शिप फुल स्पीड में आ ही गया। लेकिन तब तक वह भंवर के केंद्र के काफी नजदी क पहुंच चुका था।

ए.सी . वाले कमरे में होने के बावजूद भी सभी के चेहरे पसीने से भीग गए थे।

ड्रेजलर जो कि शिप का ‘हेल्मसमैन‘ था और शिप को स्टेयरिंग व्हील के द्वारा चलाता था। उसकी नजरें सुयश के अगले आदेश का इंतजार कर रहीं थीं। सुयश की नजरें सिर्फ और सिर्फ शिप के स्पीडो मीटर पर थीं। जैसे ही स्पीडो मीटर ने फुल का इंडीकेशन दिया, सुयश ने चीख कर कहा-

“टर्न!“ सुयश के ऐसा कहते ही ड्रेजलर ने पूरी ताकत से स्टेयरिंग व्हील घुमाया। फुल स्पीड से चल रहे शिप को एक जोरदार झटका लगा और वह चौथी कक्षा की भंवर धाराओं पर एका एक ऐसे चढ़ गया, मानों वह लहरों पर से छलांग लगा कर उड़ जाना चाहता हो। शिप की स्पीड फुल होने की वजह से, एकदम से मोड़ते ही , वह लहरों से टकरा कर, हवा में उछल सा गया। एक क्षण के लिए सबकी सांसें रुक सी गईं। शिप पूरा का पूरा हवा में था और फिर एक छपाक की आवाज करते हुए दोबारा पानी में गिर गया।

पानी में गिरते ही शिप को इतना जोरदार झटका लगा कि कइयों के मुंह से चीख निकल गई। कई लोग अपने स्थान से गिर पड़े। यहां तक कि ड्रेजलर का हाथ भी स्टेयरिंग व्हील से छूट गया। लेकिन फिर तुरंत ही ड्रेजलर ने अपनी बॉडी को नियंत्रित कर, दोबारा से शिप का कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया।

उधर पूरे शिप पर चीख-पुकार का बाजार गर्म हो गया था। किसी यात्री की समझ में नहीं आ रहा था कि ये सब क्या हो रहा है? इधर सुयश का चेहरा अब किसी चट्टान की तरीके से सख्त हो गया। उसकी निगाहें लगातार, विंडस्क्रीन पर उछल-उछल कर गिर रही लहरों पर पड़ रही थी।

शिप अब भंवर से थोड़ा सा निकलने में कामयाब हो गया था। मगर मुसीबत अभी खत्म नहीं हुई थी। सभी की आंखें फिर से सुयश के चेहरे की ओर थीं। और सुयश की नजरें भंवर की धाराओं की ओर थीं।

एकाएक ही सुयश ने फिर टर्न का इशारा किया। ड्रेजलर ने दोबारा शिप के स्टेयरिंग व्हील को पूरी ताकत से मोड़ा। शिप एक बार फिर तेजी से भंवर धारा पर चढ़ा। लहरों ने सुप्रीम को पुनः ऊपर उछाल दिया। किस्मत ने एक बार फिर उनका साथ दिया और सुप्रीम की सागर की सतह पर सेफ लैडिंग हुई। इसी तरह 1 और कोशिश करने के बाद सुप्रीम, भंवर के तिलस् चक्रव्यूह से बचकर बाहर निकलने में सफल हो गया।

ड्रेजलर लगातार शिप को भंवर से दूर भगाए जा रहा था। मानो उसे डर हो कि शिप फिर से कहीं, भंवर में ना फंस जाए। तिलस्मी भंवर से काफी आगे निकलने के बाद, जब ड्रेजलर को यह महसूस हो गया कि अब वह मौत से दूर हैं, तो उसने ‘सुप्रीम’ को रोक दिया।

ड्रेजलर की सांसें धौंकनी की तरह चल रही थी। वह अपनी सीट से उठा और कंट्रोलरुम के फर्श पर ही जमीन पर लेट गया। वह अपनी सांसें नियंत्रित करने की कोशिश करने लगा। सुयश ने भी अपने माथे पर बह आया पसीना पोंछा और तुरंत जेम्स हुक को शिप पर हुई टूट-फूट को चेक करने के लिए भेज दिया।

एक सहायता दल को छोटे-छोटे ग्रुप बनाकर, शिप के यात्रियों की मरहम पट्टी करने के लिए भेज दिया गया। क्यों कि शिप के बार-बार उछलने के कारण, यात्रियों को काफी चोटें भी आ गई थीं। सुयश ने एक बार पुनः माइक पर एनाउंस करके, सभी यात्रियों को शिप की स्थिति से अवगत करा दिया और उन्हें यह भी बता दिया कि अब वह सभी खतरे से बाहर हैं।

कंट्रोल रूम में अब सभी के चेहरे पर विजयी मुस्कान थी और होती भी क्यों ना ? आखिर उन्होंने मौत पर विजय जो पाई थी।






जारी रहेगा....…..✍️
Shaandar mysterious adventurous update 👌
 

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
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# 17.
1 जनवरी 2002, मंगलवार, 07:30;

विशालकाय भंवर से बच जाने के बाद भी सुयश के चेहरे पर सोच के भाव विद्यमान थे। सुयश को सोच में पड़ा देख, आखिरकार असलम से ना रहा गया और वह बोल उठा-

“क्या बात है कैप्टन? अब तो सारे खतरे टल गए हैं, फिर अब आप इतना परेशान क्यों दिख रहे हैं?“

“एक खतरा टल जाने से इतना खुश होने की जरूरत नहीं है। माना कि फौरी तौर पर अभी खतरा टल गया है। पर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम लोग जिस स्थान पर खड़े हैं, वह दुनिया का सबसे खतरनाक क्षेत्र है। बारामूडा त्रिकोण.....यह नाम अपने आप में मौत का पर्याय है और जब तक हम लोग इस क्षेत्र से निकल नहीं जाते, तब तक खतरा हमारे सिर पर मंडराता रहेगा। वह किसी भी रूप में हम पर अटैक कर सकता है। इसलिए सबसे पहले खुशियां मनाना छोड़, हमें इस खतरनाक क्षेत्र से बाहर निकलने के बारे में सोचना चाहिए।“

“तो इसमें इतना सोचने की क्या जरूरत है?“ रोजर ने गंभीरता की चादर ओढ़ते हुए कहा-

“आपका प्लान तो फुलप्रूफ है। अब हमें शिप को आपके प्लान के मुताबिक मोड़कर अपने वास्तविक रास्ते पर ले आना चाहिए।“

“अब हम सुप्रीम को प्लान के मुताबिक नहीं मोड़ सकते।“ सुयश ने रोजर के चेहरे पर एक गहरी निगाह डालते हुए कहा।

“पर क्यों ? आपका प्लान तो फुलप्रूफ है।“ रोजर ने कहा।

“फुलप्रूफ था ।“ सुयश ने एक गहरी सांस लेते हुए कहा-

“क्यों कि तब हमें अपने शिप की स्थिति का पूर्ण ज्ञान था, कि हम किस जगह पर हैं। लेकिन भंवर में घूमने और उससे बचकर निकलते समय, हम यह नहीं जान पाये कि अब हम अपनी वास्तविक स्थिति से कितना दूर हैं? हमें तो यह भी नहीं पता कि हमने भंवर में पहुंचकर कितने चक्कर लगाए? और जब हम उस भंवर से निकलें तो हमारा शिप किस दिशा में था ?“
यह सुनते ही जैसे सभी को सांप सूंघ गया । एकाएक मुस्कुराते हुए चेहरे डर के कारण सफेद हो गए।

“इसका तो यह भी मतलब हो सकता है, कि हम बारामूडा त्रिकोण के इस रहस्यमय क्षेत्र से निकलने के प्रयास में, इसके और अंदर आ गए हों।“ लारा ने चिंतित स्वर में कहा।

“यकीनन ऐसा हो सकता है।“ सुयश ने जवाब दिया-
“शिप पर बार-बार आने वाले, इन विचित्र खतरों से तो यही जान पड़ता है।“

“अब हमें क्या करना चाहिए?“

रोजर के शब्दों में छिपी व्याकुलता को सभी ने साफ महसूस किया। सुयश एक बार पुनः सोच में पड़ गया। सभी खामोश होकर उसके अगले निर्णय का इंतजार करने लगे।

“हेली कॉप्टर!“ सुयश के मुंह से खुशी भरे स्वर निकले-

“हमें हेलीकॉप्टर का उपयोग करना होगा । शायद हम लोग अपने वास्तविक मार्ग से ज्यादा दूरी पर ना हों और आसपास ही कोई और शिप आ-जा रहा हो, जिससे हमें असली रास्ते का पता चल जाए।“

सुयश के शब्दों को सुनकर, सभी के चेहरे पर हजार वाट का बल्ब जल गया। तब तक जेम्स हुक अपनी टीम को खराबी ढूंढने में लगाकर वापस आ गये थे। तुरंत सुयश, रोजर, असलम, लारा, ब्रैंडन व जेम्स हुक हेली पैड की ओर चल दिए। हेली पैड, शिप के पिछले हिस्से में डेक के पास था।

“कैप्टेन!“ रोजर ने सुयश से सवाल किया- “एक बात समझ में नहीं आई कि हमारे सारे इलेक्ट्रॉनिक यंत्र कैसे ब्लास्ट हो गए?“

“इसको समझने के लिए किसी विज्ञान की जरुरत नहीं है“ जेम्स हुक ने रोजर को देखते हुए कहा-

“जितने भी इलेक्ट्रॉनिक यंत्र होते हैं, वह सभी लो-फ्रीक्वेंसी पर चलते हैं, जबकि विद्युत चुम्बकीय तरंगें हाई-फ्रीक्वेंसी पर चलती हैं। इसलिए जब भी कभी कोई इलेक्ट्रानिक यंत्र, विद्युत चुम्बकीय तरंगों के बीच आता है, वह तीव्र ऊष्मा छोड़ता है। और ऊष्मा अधिक बढ़ जाने के कारण इलेक्ट्रानिक यंत्र जल जाता है।“

“और हमारा दिशा सूचक यंत्र कैसे खराब हो गया ?“ ब्रैंडन ने अपना नॉलेज बढ़ाने के उद्देश्य से जेम्स हुक से पूछा- “वह तो इलेक्ट्रानिक यंत्र नहीं होता।“

“दिशा सूचक यंत्र की चुम्बकीय सुई, पृथ्वी के चुम्बकत्व द्वारा आकर्षित होती है, जिसके कारण वह लगातार उत्तरी ध्रुव दर्शाती है। पर विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र के अंदर, दिशा सूचक यंत्र की चुम्बकीय सुई अपना चुम्बकत्व का गुण खो देती है। इसलिए वह हमेशा गलत दिशा बताने लगती है।“ यह कहकर जेम्स हुक ने ब्रैंडन को देखा पर ब्रैंडन उनकी बातों से संतुष्ट था।

“कहीं ऐसा ना हो कि हमारा हेलीकॉप्टर भी खराब हो गया हो।“ रोजर ने शंका भरे स्वर में पूछा-

“क्यों कि वह भी इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों से कार्य करता है।“

“जिस समय इस क्षेत्र में तीव्र विद्युत चुम्बकीय तरंगें फैलीं, उस समय हेलीकॉप्टर बंद पड़ा था। इसलिए मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हेली कॉप्टर इस समय सही अवस्था में होगा।“
जेम्स हुक ने कहा- “और अब यह क्षेत्र पूर्ण रूप से विद्युत चुंबकीय तरंगों से मुक्त है, यह मैं अभी साबित कर देता हूं।“

कहते-कहते जेम्स हुक ने अपनी जेब से 1 जोड़ी , छोटा वॉकी-टॉकी सेट निकाला और उस सेट का एक पीस रोजर को पकड़ा दिया।

“यह एक वॉकी-टॉकी सेट है। यह भी एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक यंत्र होता है। यह बहुत ही पॉवरफुल है। खुले समुद्र में इसकी बात करने की क्षमता , लगभग 50 नॉटिकल माइल तक है। जिस समय शिप के ऊपर से वह रहस्यमयी यान निकला, यह मेरी जेब में था, पर ऑफ था। मेरा पूरा विश्वास है कि यह सही काम करेगा और अगर यह सही चल गया तो समझिए कि हेलीकॉप्टर भी सही स्थिति में होगा।“

यह कहकर जेम्स हुक ने वॉकी-टॉकी सेट को ऑन कर दिया। वॉकी-टॉकी सेट चेक करने पर बिल्कुल सही कार्य कर रहा था। तब तक बात करते-करते यह सारे लोग शिप के पिछले डेक पर पहुंच गये।

कुछ आगे बढ़ने पर, लकड़ी का बना एक खूबसूरत सा कॉटेज दिखाई दिया। सभी उस विशालकाय कॉटेज में प्रवेश कर गए। लकड़ी का वह कॉटेज, अंदर से भी खूबसूरत था। कॉटेज के बीचो-बीच में एक हेली पैड बना था, जिस पर लाल रंग का एक छोटा सा, परंतु सुंदर हेलीकॉप्टर खड़ा दिखायी दिया। उस टू-सीटर हेलीकॉप्टर पर, इंग्लिश के बड़े व सुनहरे अक्षरों में “सुप्रीम” लिखा था।

कॉटेज में एक किनारे पर एक बड़ी सीइलेक्ट्रॉनिक मशीन लगी थी, जिसके सामने एक ऑपरेटर खड़ा, उन मशीनों से छेड़छाड़ कर, कुछ चेक करता दिखायी दिया। सुयश को देखते ही, वह तुरंत सावधान की मुद्रा में खड़ा हो गया। लेकिन उसके चेहरे के भाव बता रहे थे कि वह भी कुछ परेशान सा है और निश्चय ही यह परेशानी भी, उस रहस्यमई यान से संबंधित थी। क्यों कि उस इलेक्ट्रॉनिक मशीन के आसपास, बिखरा कांच और टूटे हुए यंत्रों की स्थिति, इस बात का द्योतक थी कि यहां पर भी विद्युत चुंबकीय तरंगों का प्रकोप हुआ था।

“ऑपरेटर!“ रोजर ने ऑपरेटर को देखते हुए पूछा-
“क्या हेलीकॉप्टर उड़ने वाली पोजी शन में है?“

“यस सर!“ ऑपरेटर ने जवाब दिया-
“हेलीकॉप्टर तो रेडी है। पर कुछ यंत्रों में खराबी आ जाने के कारण, कॉटेज की छत व दीवारों को हटाने वाला, रिमोट कंट्रोल सही काम नहीं कर रहा है। इसलिए फिलहाल हेलीकॉप्टर सही होने के बाद भी, उड़ान नहीं भर सकता है।“

“डैम इट!“ सुयश ने सीधे हाथ का मुक्का बना कर, अपने बाएं हाथ के पंजे पर, गुस्से से मारते हुए कहा।

“अब क्या किया जाए सर?“ रोजर ने चिन्तित स्वर में सुयश की ओर देखते हुए कहा। सुयश कुछ देर सोचने के पश्चात, जेम्स हुक की ओर घूमकर बोला-

“मिस्टर जेम्स हुक, हमारे इस कॉटेज की दीवारें व छत फोल्ड होकर, कमल की पंखुड़ी की तरह खुलती हैं। इसकी छत में छोटे-छोटे फोल्डिंग ज्वाइंट्स हैं। आप तुरंत इन फोल्डिंग ज्वाइंट्स को खुलवाकर इसकी छत हटवा दीजिए।“

जेम्स हुक ने तुरंत कुछ लोगों को छत के फोल्डिंग ज्वाइंट्स को खोलने में लगा दिया। लगभग 45 मिनट के अथक परिश्रम के बाद, सभी हेलीपैड के ऊपर की छत खोलने में सफल हो गए।

“रोजर!“ सुयश ने रोजर को संबोधित करते हुए कहा-

“तुम तुरंत एक पायलट के साथ इस हेलीकॉप्टर से जाओ और देखो, शायद आप-पास से जाता हुआ, कोई और शिप दिखाई दे जाए या फिर कोई और सुराग मिल जाए। जिससे यह पता चल जाए कि हम इस समय किस जगह पर हैं? और हां यह वॉकी-टॉकी सेट भी लेते जाओ। इससे मेरे कांटेक्ट में रहना और मुझे सारी सूचना देते रहना ।“

यह कहते हुए सुयश ने जेम्स हुक से, वॉकी-टॉकी सेट लेकर, रोजर को दे दिया। रोजर, सुयश से वॉकी-टॉकी सेट लेकर, पायलट के साथ, हेलीकॉप्टर में प्रवेश कर गया।

हेलीकॉप्टर में बैठने के साथ, रोजर ने एक नजर वहां खड़े सभी लोगों पर मारी और फिर सुयश की तरफ देखते हुए, एक झटके से ‘थम्बस्-अप‘ की स्टाइल में अपना अंगूठा, जोश के साथ झटका देकर उठाया और फिर धीरे से पायलट की ओर देखकर, उसे हेलीकॉप्टर को उड़ाने का इशारा किया।

थोड़ी ही देर में, एक गड़गड़ाहट के साथ, हेलीकॉप्टर रोजर को लेकर आसमान में था।




जारी रहेगा........✍️
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# 27 .

“मतलब यह है कि कैप्टेन कि जिसने भी लॉरेन को मारा, सुराग वही हटाना चाह रहा होगा और आप जिस तरीके से सुराग की बात कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि वह किसी अपने का होगा। इसका साफ मतलब निकलता है कि लॉरेन का मर्डर उसके अपने बॉयफ्रेंड ने किया है। तभी तो वह लाश के पास से सुराग हटाना चाहता होगा।“ लारा ने कहा।

“हूँ.....!“ सुयश ने धीरे से हुंकारी भरी और फिर जेब से लॉरेन के गले से निकला, रेडियम लॉकेट निकालकर जेनिथ के चेहरे के आगे लहराया-

“मिस जेनिथ जिस समय लॉरेन का मर्डर हुआ, वह यही लॉकेट पहले थी। इस लॉकेट मे रेडियम लगा हुआ है, जो अंधेरे में भी चमकता है और इसी लॉकेट की वजह से कातिल अंधेरे में भी लॉरेन को निशाना बनाने में कामयाब हो गया। क्या आप बता सकती हैं कि लॉरेन के पास यह लॉकेट कब से था ? या फिर इसे किसने उसे दिया था ?“


“सॉरी ! यह लॉकेट मैंने कभी लॉरेन के पास नहीं देखा।“ जेनिथ ने ध्यान से लॉकेट को देखते हुए कहा।

“आप इसे ध्यान से देख कर ही बता रही हैं ना ?“ सुयश की आवाज में थोड़ा सा पैना पन दिख रहा था।

“इसमें भला ध्यान से देखने वाली कौन सी बात है?“ जेनिथ ने सुयश की आँखों में आँखें डालते हुए जवाब दिया-
“इसमें रेडियम है, जो अंधेरे में भी चमकता है और अगर यह लॉकेट पहले से ही लॉरेन के गले में होता तो दिन नहीं तो रात के अंधेरे में तो ये मुझे जरूर नजर आ जाता, क्यों कि हम लोग हमेशा रात में लाइट ऑफ करके सोते थे।“

कोई प्वाइंट ना निकलते देख सुयश ने उस लॉकेट को पुनः अपनी जेब में डाल लिया।

“हाँ तो मिस्टर लारा !“ सुयश पुनः लारा को देखते हुए बोला- “आप का कहना है कि लॉरेन का मर्डर उसके बॉयफ्रेंड ने किया। आपके तर्कों की मैं तारीफ करना चाहूंगा। लेकिन बात फिर से वहीं आकर खड़ी हो गई, कि मर्डर चाहे उसके बॉयफ्रेंड ने किया हो या किसी और ने। वह भला सुराग के साथ लाश को क्यों ले गया ?“

“यह भी तो हो सकता है कैप्टेन!“ अलबर्ट जो कि बहुत देर से इन लोगों की बातें सुन रहा था और समझ रहा था, बोल उठा-

“कि कातिल का सुराग लाश पर कहीं चिन्हित हो, जिसके कारण कातिल लाश को भी उठा ले गया हो।“

“मैं आपके कहने का मतलब नहीं समझा मिस्टर अलबर्ट कि आप किस तरह के चिन्हों की बात कर रहे हैं?“ असलम ने अलबर्ट से उलझे-उलझे से स्वर में कहा।

“आप मेरी ये अंगूठी देख रहे हैं कैप्टेन।“ अलबर्ट ने अपने दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में पहनी हुई अंगूठी को उतार कर सुयश को देते हुए कहा-

“इसको ध्यान से देखिये, आपको इस अंगूठी में क्या खास बात नजर आ रही है?“ सुयश ने आगे बढ़कर अंगूठी को हाथ में ले लिया और उसे ध्यान से देखने लगा।

“शायद इस पर कुछ बहुत ही महीन अक्षरों में लिखा हुआ है।“ सुयश ने इस बार जलते हुए बल्ब के नीचे जा कर उसे गौर से देखा। उस पर लिखा हुआ था- “मारिया की ओर से सप्रेम भेंट।“

“कुछ समझ में आया कैप्टेन?“ अलबर्ट ने अपने चश्मे को ठी क करते हुए कहा ।

“नहीं !“ सुयश ने अपने सिर को अगल-बगल हिलाते हुए कहा।

“यह अंगूठी मेरी पत्नी मारिया ने मुझे वैलेंटाइन डे के दिन भेंट की थी। हो सकता है कि लॉरेन के हाथ में कुछ ऐसी ही अंगूठी हो। जो कि मरने के बाद उसकी उंगलियां अकड़ जाने के कारण कातिल निकाल ना सका हो, इसलिए उसने लाश को ही उठाकर पानी में फेंक दिया हो।“

“पानी में फेंक दिया हो।“ सुयश ने अलबर्ट की इस बात से अपने दिमाग में घंटी सी बजती हुई महसूस की। उसने तुरंत हाथ में पकड़ा रुमाल असलम को पकड़ाया और जेब से कपड़े का वही फटा हुआ टुकड़ा निकाला, जो कि अलबर्ट से बात करते समय, उसे डेक की रेलिंग में फंसा हुआ मिला था। कपड़े को देखते ही वह बड़बड़ा उठा-

“वही है...... बिल्कुल वही है।“ सुयश ने तुरंत आगे बढ़कर जेनिथ के सामने उस कपड़े को लहराते हुए कहा- “क्या आप इस कपड़े के टुकड़े को पहचानती हैं मिस जेनिथ?“

“जी हाँ !“ जेनिथ ने कपड़े के टुकड़े को देखकर ऊपर-नीचे सिर हिलाते हुए जवाब दिया- “यह टुकड़ा उसी कपड़े का है, जो मर्डर के समय लॉरेन पहने हुए थी।

“ओ माई गॉड!“ सुयश को अब अपना सिर घूमता हुआ सा महसूस हो रहा था- “तो मेरा शक सही था। उस समय पानी में गिरने वाली चीज और कुछ नहीं, बल्कि लॉरेन की लाश ही थी। लेकिन यदि वह लॉरेन की लाश थी, तो उसे पानी में फेंककर भागने की बजाय कोई उसे लेकर स्वयं पानी में क्यों कूद गया।“ एक बार फिर सुयश के शंकित निगा हें प्रोफेसर अलबर्ट पर थीं।

“आप मुझे इस तरह से क्यों देख रहे कैप्टन? उस समय मैंने जितनी भी बातें कहीं थीं, वह सभी बिल्कुल सच थीं और यह बात मैं साबित भी कर चुका हूं।“ अलबर्ट ने फिर से सुयश को सफाई देते हुए कहा।

“पर कैप्टन, जो साया हमारे आगे-आगे भाग रहा था, यदि वो लॉरेन की लाश लेकर भाग रहा था और उसने उसे पानी में फेंक दिया तो यह हादसा तो डेक नंबर 16 पर हुआ था, जो कि यहां से काफी दूर है और ब्रूनो लाश के पास सूंघकर हमें डेक नंबर 12 पर लेकर आया। तो फिर लॉरेन की लाश आखिर डेक नंबर 12 से पानी में फेंकी गई या डेक नम्बर 16 से।“

लारा के विचारों में सोचनीय भाव थे। लारा की इस बात ने तो सुयश के लिए एक सवाल और खड़ा कर दिया। काफी देर तक जब वह कोई और तथ्य के बारे में नहीं सोच पाए तो फिर से उन बातों पर वापस आ गये।
सुयश ने पुनः जेनिथ की ओर इशारा करते हुए कहा- “मिस जेनिथ, क्या आप बता सकती हैं कि लॉरेन कोई अंगूठी पहनती थी या नहीं ?“

“नहीं कैप्टेन, लॉरेन को रत्न विज्ञान में कोई रुचि नहीं थी और ना ही वह किसी प्रकार की कोई अंगूठी पहनती थी।“ जेनिथ ने सुयश को जवाब दिया।

“तो यह भी तो हो सकता है कि उसने शरीर के किसी हिस्से में टैटू बनवा रखा हो। ब्रैंडन ने अपने विचार प्रकट किये।

“जी नहीं ! मैंने तो कभी उसके शरीर पर टैटू का कोई निशान नहीं देखा।“ जेनिथ ने कहा।

“मेरे कहने का मतलब है कि उसके शरीर पर भी किसी तरह का कोई सुराग हो सकता है। जिसकी वजह से कातिल उसकी लाश ले गया।“ अलबर्ट की बातों में दम था।

“आपकी बातें तो मुझे ठीक दिशा में जाती हुई दिखाई दे रही हैं। संभव है कुछ ऐसा ही हुआ हो ? लेकिन इससे एक बात तो बिल्कुल साफ है कि कातिल जो भी है, वह लॉरेन का बहुत खास है और वह शायद उसका बॉयफ्रेंड ही हो।“ सुयश ने कहा।

“लेकिन ये डेक नम्बर 12 और 16 का चक्कर तो कहानी को और ज्यादा उलझा रहा है।“ लारा ने कहा।

“यह भी तो हो सकता है कि पहले लॉरेन के बॉयफ्रेंड का दुश्मन लाश पर कब्जा लेकर, उस सबूतों को अपने पास रखना चाहता हो, और इसी इरादे से वह लॉरेन की लाश के पास गया हो। लेकिन अभी वह तलाशी ले ही रहा हो कि वहां पर लॉरेन का बॉयफ्रेंड आ गया हो, जिसकी वजह से वह दुश्मन स्टोर रूम से भागकर डेक नंबर 12 पर आकर छिप गया हो और उधर लॉरेन का बॉयफ्रेंड लाश को उठा कर डेक नंबर 16 की तरफ गया हो और उसने लाश पानी में फेंक दी हो।“ अलबर्ट के तर्क बहुत सटीक महसूस हो रहे थे।


“आप अपनी बात को स्वयं ही काट रहे हैं मिस्टर अलबर्ट।“ लारा ने बीच में बोलते हुए कहा- “एक तरफ आपने कहा था कि लाश लेकर कोई स्वयं समुद्र में कूद गया था और दूसरी तरफ आप कह रहे हैं कि लॉरेन के बॉयफ्रेंड ने लॉरेन की लाश पानी में फेंक दी हो।“

“देखिये मिस्टर लारा !“ अलबर्ट ने लारा को समझाते हुए कहा- “हमें वास्तविक कहानी की कोई जानकारी नहीं है, इसलिए हम अपने तर्कों द्वारा सिर्फ संभावना व्यक्त कर सकते हैं। हाँ तो मैं कह रहा था।“

अलबर्ट वापस सुयश की ओर मुड़ते हुए बोला- “कि ये भी हो सकता है कि लॉरेन के बॉयफ्रेंड ने शिप के नीचे के फ्लोर पर कहीं किसी रेलिंग से रस्सी जैसा कुछ बांध रखा हो। जब वह लाश लेकर पानी में कूदा तो हम लोग यह समझे कि जो भी चलते शिप से कूदा, वह पानी में डूब गया होगा। जबकि वह नीचे के फ्लोर से बंधी रस्सी पकड़ कर वापस शिप में आ गया हो।“

यह सुनकर किसी के मुंह से कोई शब्द नहीं निकला। जिसका साफ मतलब था कि किसी के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है।

“और कहानी बिल्कुल इससे उल्टी भी हो सकती है। यह भी हो सकता है कि लॉरेन का बॉयफ्रेंड पहले लाश के पास पहुंचा हो और बाद में दुश्मन के आ जाने की वजह से वह डेक नंबर 12 से भागा हो और उसका दुश्मन लॉरेन की लाश लेकर डेक नंबर 16 से पानी में कूदा हो और. ...........।“ कहकर अलबर्ट ने अपने शब्दों को अधूरा छोड़ दिया।

“और.....और.....क्या ? सुयश ने पूछा।

“और यह भी हो सकता है कि उसके दुश्मनों की संख्या अधिक हो और शिप से कुछ दूरी बना कर उनका कोई और शिप या छोटा स्टीमर चल रहा हो। जिससे उन्होंने कूदने वाले आदमी को बचा लिया हो।“ अलबर्ट ने कहा।

किसी और स्टीमर या शिप की बात को सुनकर वहां खड़े सभी व्यक्ति के कान खड़े हो गए। कुछ के चेहरे पर थोड़ी देर के लिए ही सही पर जीवन रूपी खुशी झलकी थी।

अलबर्ट की बात सुनकर असलम थोड़ा सा झुंझला उठा-

“आप संभावना ही व्यक्त करना चाहते हैं तो करिए, पर ये स्टीमर, दूसरा शिप या पनडुब्बी जैसी संभावना मत व्यक्त करिए। क्यों कि यहां पर सभी फंसे हुए हैं। वह कातिल भी और उसके दुश्मन भी। अगर ऐसी स्थिति में आसपास कोई और शिप या स्टीमर होता तो वह सब पहले अपनी जान बचाकर भाग चुके होते। और वैसे भी यह किसी सी.आई.ए. या के.जी.बी. के जासूस की कहानी या कोई साइंस फिक्शन नावेल नहीं है। यह एक रियल लाइफ है।“ असलम ने भड़कते हुए अलबर्ट को अच्छा खासा लेक्चर पिला डाला।

“मिस्टर असलम, मैंने तो यहां पर उड़नतश्तरी जैसी चीज देख ली जो कि शायद करोड़ों आदमियों में से किसी एक ने देखी होगी। तो जब ऐसी चीज दिख सकती है तो फिर यह स्टीमर, शिप या पनडुब्बी की संभावना क्यों व्यक्त नहीं की जा सकती।“

अलबर्ट ने कड़वा सा मुंह बनाते हुए असलम को करारा जवाब दिया। असलम के पास फिलहाल इस बात का कोई जवाब नहीं था।

“आप लोगों को परेशानी के इस दौर में मिल-जुल कर रहना चाहिए, ना कि लड़ते हुए। सो प्लीज, अगर आप सजेशन नहीं दे सकते, तो बोलिए भी मत।“ सुयश ने तुरंत बीच बचाव करते हुए असलम को डांट लगाई।

“हाँ तो मिस्टर अलबर्ट आप कह रहे थे कि लॉरेन का बॉयफ्रेंड लाश के पास पहले गया होगा या फिर बाद में। तो मुझे आपकी बाद वाली संभावना ज्यादा सही लग रही है। क्यों कि ब्रूनो को चकमा देने जैसा काम कोई शातिर अपराधी कर सकता है और वह निश्चित ही लॉरेन का बॉयफ्रेंड रहा होगा। क्यों कि जो व्यक्ति इतनी टेक्नीक से लॉरेन को मार सकता है, वही व्यक्ति ब्रूनो से भी बच सकता है। लेकिन अब सवाल यह है कि यदि लॉरेन का बॉयफ्रेंड लाश के पास पहले गया था और उसके दुश्मन बाद में, तो फिर ब्रूनो को उसके दुश्मनों की महक क्यों नहीं मिली ?“

“यहां पर एक संभावना यह भी हो सकती है कि लॉरेन की लाश उसके दुश्मन कल लेकर भागे थे, जबकि उसका बॉयफ्रेंड आज इस जगह पर आया हो, जब उसे लाश ढूंढने पर ना मिली हो, तो वह डेक नंबर 12 से भाग गया हो और चूंकि बाद में वही आया था, इसलिए ब्रूनो को सिर्फ उसी की खुशबू मिली हो।“ अलबर्ट ने कहा।

“हां यह बात हो सकती है। लेकिन एक बात और समझ में नहीं आई कि आखिर उसके बॉयफ्रेंड ने उसका मर्डर क्यों किया ? सुयश के शब्दों में अभी भी उलझन छिपी थी।

“मुझे तो ये समझ में नहीं आ रहा कि आखिर यह सब बातें उसने मुझसे क्यों छिपाए रखीं ?“ जेनिथ ने धीमे स्वर में कहा।

लेकिन इन सभी बातों का जवाब एक व्यक्ति को छोड़कर, किसी के पास नहीं था। पर इस समय उसके चेहरे पर भी उलझन के भाव थे। शायद कुछ ऐसा था जो कि उसकी समझ में भी नहीं आ रहा था। तभी सुयश को उस रुमाल की याद आई, जो ब्रूनो ने ड्रम के पीछे से ढूंढ कर निकाला था। सुयश ने तुरंत असलम की तरह मुड़कर उसके हाथ में पकड़े रुमाल की ओर इशारा किया।

असलम ने आगे बढ़ कर उस रुमाल को सुयश की ओर बढ़ा दिया। सुयश ध्यान से उलट-पुलट कर उस गहरे नीले रंग के चेकदार रुमाल को देखने लगा। रुमाल से भीनी-भीनी संदल की खुशबू आ रही थी। तभी सुयश की नजर उस रुमाल के ऊपर, दाहिने किनारे पर, बहुत ही खूबसूरत ढंग से, सफेद रंग से कढ़ी एक आकृति पर पड़ी।

आकृति बिल्कुल अंग्रेजी के ‘जे‘ अक्षर की तरह से थी। उस आकृति को देखकर सभी के मुंह से एक ही शब्द निकला-

‘जे‘ “इस ‘जे‘ आकृति का क्या मतलब हो सकता है कैप्टेन?“ लारा ने सुयश की ओर देखते हुए पूछा।

“इसका मतलब कि जो भी लाश को लेकर भाग रहा था या फिर लाश के पास गया था, यह रुमाल उसका है, और उसका नाम ‘जे‘ से शुरू होता है।“ सुयश ने अपना तर्क देते हुए कहा।

अब सभी का ध्यान ‘जे‘ से शुरू होने वाले नामों के बीच घूमने लगा। सुयश के दिमाग में जो नाम सबसे पहले कौंधा, वह था प्राइम सस्पेक्ट का सबसे प्रमुख दावेदार-

“जैक“ “हाँ तो मिस्टर जैक।“ सुयश ने जैक की ओर घूमते हुए उसके चेहरे के आगे रुमाल लहराया-

“कहीं ये रुमाल आपका तो नहीं है? क्यों कि आपका भी निशानेबाजी में तीसरा स्थान था। जो किसी को भी अंधेरे में मारने के लिए बहुत है।“

“मैं..... मैं..... भला लॉरेन को क्यों मारने लगा ?“ जैक ने एकदम से घबराते हुए कहा- “मैं तो उसे ठीक से जानता तक नहीं था और फिर भला उससे मेरी क्या दुश्मनी थी ? जो मैं उसे मारने की सोचता।“





जारी रहेगा.....……✍️
बहुत ही जबरदस्त और उलझनों से भरा अपडेट है भाई मजा आ गया
ये लाॅरेन की हत्या करने वाला और उसे लेकर भागने वाले ने सबको एक प्रकार के जाल में उलझा दिया
अब देखते हैं ये कडी कैसे सुलझती हैं
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 

Raj_sharma

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Sharma ji main jub xossip aur xforum nhi janta tha aur 1ya 2 page story hi janta tha os waqt firt app ki story search hoi tub se main app ka fan hu firt aap hi ki long story padhi chaar paach mahine
Xforum ka pata chala tub se koi na story read kar raha aap ko wo story ka naam to yaad nhi magar bahut hi zaroorat story thi aur first long story pata chala warna main to Google pe ek do page hi story janta tha
And finally thanks a lot 😊 😀 🤠 😊
Koi nahi bhai, meri 4 story hai idhar, jo man kare padho, waise to xforum per sex story hi hai jyadatar, per yaha per maine bina sex ke hi likhi hui hai bhai, or ye wali to jabardast hai, padho or maje lo bhai, waise xforum se badhiya story or kahi nahi milengi tumhe :declare:
 

Raj_sharma

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Raj_sharma

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बहुत ही जबरदस्त और उलझनों से भरा अपडेट है भाई मजा आ गया
ये लाॅरेन की हत्या करने वाला और उसे लेकर भागने वाले ने सबको एक प्रकार के जाल में उलझा दिया
अब देखते हैं ये कडी कैसे सुलझती हैं
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
Uljhane to abhi start hi hui samjho mitra, aage or bhi hai :DLoren ka case itni jaldi nahi suljhne wala:nono:
Thanks brother for your valuable review and support :hug:
 

Raj_sharma

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Raj_sharma

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Luckyloda

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# 27 .

“मतलब यह है कि कैप्टेन कि जिसने भी लॉरेन को मारा, सुराग वही हटाना चाह रहा होगा और आप जिस तरीके से सुराग की बात कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि वह किसी अपने का होगा। इसका साफ मतलब निकलता है कि लॉरेन का मर्डर उसके अपने बॉयफ्रेंड ने किया है। तभी तो वह लाश के पास से सुराग हटाना चाहता होगा।“ लारा ने कहा।

“हूँ.....!“ सुयश ने धीरे से हुंकारी भरी और फिर जेब से लॉरेन के गले से निकला, रेडियम लॉकेट निकालकर जेनिथ के चेहरे के आगे लहराया-

“मिस जेनिथ जिस समय लॉरेन का मर्डर हुआ, वह यही लॉकेट पहले थी। इस लॉकेट मे रेडियम लगा हुआ है, जो अंधेरे में भी चमकता है और इसी लॉकेट की वजह से कातिल अंधेरे में भी लॉरेन को निशाना बनाने में कामयाब हो गया। क्या आप बता सकती हैं कि लॉरेन के पास यह लॉकेट कब से था ? या फिर इसे किसने उसे दिया था ?“


“सॉरी ! यह लॉकेट मैंने कभी लॉरेन के पास नहीं देखा।“ जेनिथ ने ध्यान से लॉकेट को देखते हुए कहा।

“आप इसे ध्यान से देख कर ही बता रही हैं ना ?“ सुयश की आवाज में थोड़ा सा पैना पन दिख रहा था।

“इसमें भला ध्यान से देखने वाली कौन सी बात है?“ जेनिथ ने सुयश की आँखों में आँखें डालते हुए जवाब दिया-
“इसमें रेडियम है, जो अंधेरे में भी चमकता है और अगर यह लॉकेट पहले से ही लॉरेन के गले में होता तो दिन नहीं तो रात के अंधेरे में तो ये मुझे जरूर नजर आ जाता, क्यों कि हम लोग हमेशा रात में लाइट ऑफ करके सोते थे।“

कोई प्वाइंट ना निकलते देख सुयश ने उस लॉकेट को पुनः अपनी जेब में डाल लिया।

“हाँ तो मिस्टर लारा !“ सुयश पुनः लारा को देखते हुए बोला- “आप का कहना है कि लॉरेन का मर्डर उसके बॉयफ्रेंड ने किया। आपके तर्कों की मैं तारीफ करना चाहूंगा। लेकिन बात फिर से वहीं आकर खड़ी हो गई, कि मर्डर चाहे उसके बॉयफ्रेंड ने किया हो या किसी और ने। वह भला सुराग के साथ लाश को क्यों ले गया ?“

“यह भी तो हो सकता है कैप्टेन!“ अलबर्ट जो कि बहुत देर से इन लोगों की बातें सुन रहा था और समझ रहा था, बोल उठा-

“कि कातिल का सुराग लाश पर कहीं चिन्हित हो, जिसके कारण कातिल लाश को भी उठा ले गया हो।“

“मैं आपके कहने का मतलब नहीं समझा मिस्टर अलबर्ट कि आप किस तरह के चिन्हों की बात कर रहे हैं?“ असलम ने अलबर्ट से उलझे-उलझे से स्वर में कहा।

“आप मेरी ये अंगूठी देख रहे हैं कैप्टेन।“ अलबर्ट ने अपने दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में पहनी हुई अंगूठी को उतार कर सुयश को देते हुए कहा-

“इसको ध्यान से देखिये, आपको इस अंगूठी में क्या खास बात नजर आ रही है?“ सुयश ने आगे बढ़कर अंगूठी को हाथ में ले लिया और उसे ध्यान से देखने लगा।

“शायद इस पर कुछ बहुत ही महीन अक्षरों में लिखा हुआ है।“ सुयश ने इस बार जलते हुए बल्ब के नीचे जा कर उसे गौर से देखा। उस पर लिखा हुआ था- “मारिया की ओर से सप्रेम भेंट।“

“कुछ समझ में आया कैप्टेन?“ अलबर्ट ने अपने चश्मे को ठी क करते हुए कहा ।

“नहीं !“ सुयश ने अपने सिर को अगल-बगल हिलाते हुए कहा।

“यह अंगूठी मेरी पत्नी मारिया ने मुझे वैलेंटाइन डे के दिन भेंट की थी। हो सकता है कि लॉरेन के हाथ में कुछ ऐसी ही अंगूठी हो। जो कि मरने के बाद उसकी उंगलियां अकड़ जाने के कारण कातिल निकाल ना सका हो, इसलिए उसने लाश को ही उठाकर पानी में फेंक दिया हो।“

“पानी में फेंक दिया हो।“ सुयश ने अलबर्ट की इस बात से अपने दिमाग में घंटी सी बजती हुई महसूस की। उसने तुरंत हाथ में पकड़ा रुमाल असलम को पकड़ाया और जेब से कपड़े का वही फटा हुआ टुकड़ा निकाला, जो कि अलबर्ट से बात करते समय, उसे डेक की रेलिंग में फंसा हुआ मिला था। कपड़े को देखते ही वह बड़बड़ा उठा-

“वही है...... बिल्कुल वही है।“ सुयश ने तुरंत आगे बढ़कर जेनिथ के सामने उस कपड़े को लहराते हुए कहा- “क्या आप इस कपड़े के टुकड़े को पहचानती हैं मिस जेनिथ?“

“जी हाँ !“ जेनिथ ने कपड़े के टुकड़े को देखकर ऊपर-नीचे सिर हिलाते हुए जवाब दिया- “यह टुकड़ा उसी कपड़े का है, जो मर्डर के समय लॉरेन पहने हुए थी।

“ओ माई गॉड!“ सुयश को अब अपना सिर घूमता हुआ सा महसूस हो रहा था- “तो मेरा शक सही था। उस समय पानी में गिरने वाली चीज और कुछ नहीं, बल्कि लॉरेन की लाश ही थी। लेकिन यदि वह लॉरेन की लाश थी, तो उसे पानी में फेंककर भागने की बजाय कोई उसे लेकर स्वयं पानी में क्यों कूद गया।“ एक बार फिर सुयश के शंकित निगा हें प्रोफेसर अलबर्ट पर थीं।

“आप मुझे इस तरह से क्यों देख रहे कैप्टन? उस समय मैंने जितनी भी बातें कहीं थीं, वह सभी बिल्कुल सच थीं और यह बात मैं साबित भी कर चुका हूं।“ अलबर्ट ने फिर से सुयश को सफाई देते हुए कहा।

“पर कैप्टन, जो साया हमारे आगे-आगे भाग रहा था, यदि वो लॉरेन की लाश लेकर भाग रहा था और उसने उसे पानी में फेंक दिया तो यह हादसा तो डेक नंबर 16 पर हुआ था, जो कि यहां से काफी दूर है और ब्रूनो लाश के पास सूंघकर हमें डेक नंबर 12 पर लेकर आया। तो फिर लॉरेन की लाश आखिर डेक नंबर 12 से पानी में फेंकी गई या डेक नम्बर 16 से।“

लारा के विचारों में सोचनीय भाव थे। लारा की इस बात ने तो सुयश के लिए एक सवाल और खड़ा कर दिया। काफी देर तक जब वह कोई और तथ्य के बारे में नहीं सोच पाए तो फिर से उन बातों पर वापस आ गये।
सुयश ने पुनः जेनिथ की ओर इशारा करते हुए कहा- “मिस जेनिथ, क्या आप बता सकती हैं कि लॉरेन कोई अंगूठी पहनती थी या नहीं ?“

“नहीं कैप्टेन, लॉरेन को रत्न विज्ञान में कोई रुचि नहीं थी और ना ही वह किसी प्रकार की कोई अंगूठी पहनती थी।“ जेनिथ ने सुयश को जवाब दिया।

“तो यह भी तो हो सकता है कि उसने शरीर के किसी हिस्से में टैटू बनवा रखा हो। ब्रैंडन ने अपने विचार प्रकट किये।

“जी नहीं ! मैंने तो कभी उसके शरीर पर टैटू का कोई निशान नहीं देखा।“ जेनिथ ने कहा।

“मेरे कहने का मतलब है कि उसके शरीर पर भी किसी तरह का कोई सुराग हो सकता है। जिसकी वजह से कातिल उसकी लाश ले गया।“ अलबर्ट की बातों में दम था।

“आपकी बातें तो मुझे ठीक दिशा में जाती हुई दिखाई दे रही हैं। संभव है कुछ ऐसा ही हुआ हो ? लेकिन इससे एक बात तो बिल्कुल साफ है कि कातिल जो भी है, वह लॉरेन का बहुत खास है और वह शायद उसका बॉयफ्रेंड ही हो।“ सुयश ने कहा।

“लेकिन ये डेक नम्बर 12 और 16 का चक्कर तो कहानी को और ज्यादा उलझा रहा है।“ लारा ने कहा।

“यह भी तो हो सकता है कि पहले लॉरेन के बॉयफ्रेंड का दुश्मन लाश पर कब्जा लेकर, उस सबूतों को अपने पास रखना चाहता हो, और इसी इरादे से वह लॉरेन की लाश के पास गया हो। लेकिन अभी वह तलाशी ले ही रहा हो कि वहां पर लॉरेन का बॉयफ्रेंड आ गया हो, जिसकी वजह से वह दुश्मन स्टोर रूम से भागकर डेक नंबर 12 पर आकर छिप गया हो और उधर लॉरेन का बॉयफ्रेंड लाश को उठा कर डेक नंबर 16 की तरफ गया हो और उसने लाश पानी में फेंक दी हो।“ अलबर्ट के तर्क बहुत सटीक महसूस हो रहे थे।


“आप अपनी बात को स्वयं ही काट रहे हैं मिस्टर अलबर्ट।“ लारा ने बीच में बोलते हुए कहा- “एक तरफ आपने कहा था कि लाश लेकर कोई स्वयं समुद्र में कूद गया था और दूसरी तरफ आप कह रहे हैं कि लॉरेन के बॉयफ्रेंड ने लॉरेन की लाश पानी में फेंक दी हो।“

“देखिये मिस्टर लारा !“ अलबर्ट ने लारा को समझाते हुए कहा- “हमें वास्तविक कहानी की कोई जानकारी नहीं है, इसलिए हम अपने तर्कों द्वारा सिर्फ संभावना व्यक्त कर सकते हैं। हाँ तो मैं कह रहा था।“

अलबर्ट वापस सुयश की ओर मुड़ते हुए बोला- “कि ये भी हो सकता है कि लॉरेन के बॉयफ्रेंड ने शिप के नीचे के फ्लोर पर कहीं किसी रेलिंग से रस्सी जैसा कुछ बांध रखा हो। जब वह लाश लेकर पानी में कूदा तो हम लोग यह समझे कि जो भी चलते शिप से कूदा, वह पानी में डूब गया होगा। जबकि वह नीचे के फ्लोर से बंधी रस्सी पकड़ कर वापस शिप में आ गया हो।“

यह सुनकर किसी के मुंह से कोई शब्द नहीं निकला। जिसका साफ मतलब था कि किसी के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है।

“और कहानी बिल्कुल इससे उल्टी भी हो सकती है। यह भी हो सकता है कि लॉरेन का बॉयफ्रेंड पहले लाश के पास पहुंचा हो और बाद में दुश्मन के आ जाने की वजह से वह डेक नंबर 12 से भागा हो और उसका दुश्मन लॉरेन की लाश लेकर डेक नंबर 16 से पानी में कूदा हो और. ...........।“ कहकर अलबर्ट ने अपने शब्दों को अधूरा छोड़ दिया।

“और.....और.....क्या ? सुयश ने पूछा।

“और यह भी हो सकता है कि उसके दुश्मनों की संख्या अधिक हो और शिप से कुछ दूरी बना कर उनका कोई और शिप या छोटा स्टीमर चल रहा हो। जिससे उन्होंने कूदने वाले आदमी को बचा लिया हो।“ अलबर्ट ने कहा।

किसी और स्टीमर या शिप की बात को सुनकर वहां खड़े सभी व्यक्ति के कान खड़े हो गए। कुछ के चेहरे पर थोड़ी देर के लिए ही सही पर जीवन रूपी खुशी झलकी थी।

अलबर्ट की बात सुनकर असलम थोड़ा सा झुंझला उठा-

“आप संभावना ही व्यक्त करना चाहते हैं तो करिए, पर ये स्टीमर, दूसरा शिप या पनडुब्बी जैसी संभावना मत व्यक्त करिए। क्यों कि यहां पर सभी फंसे हुए हैं। वह कातिल भी और उसके दुश्मन भी। अगर ऐसी स्थिति में आसपास कोई और शिप या स्टीमर होता तो वह सब पहले अपनी जान बचाकर भाग चुके होते। और वैसे भी यह किसी सी.आई.ए. या के.जी.बी. के जासूस की कहानी या कोई साइंस फिक्शन नावेल नहीं है। यह एक रियल लाइफ है।“ असलम ने भड़कते हुए अलबर्ट को अच्छा खासा लेक्चर पिला डाला।

“मिस्टर असलम, मैंने तो यहां पर उड़नतश्तरी जैसी चीज देख ली जो कि शायद करोड़ों आदमियों में से किसी एक ने देखी होगी। तो जब ऐसी चीज दिख सकती है तो फिर यह स्टीमर, शिप या पनडुब्बी की संभावना क्यों व्यक्त नहीं की जा सकती।“

अलबर्ट ने कड़वा सा मुंह बनाते हुए असलम को करारा जवाब दिया। असलम के पास फिलहाल इस बात का कोई जवाब नहीं था।

“आप लोगों को परेशानी के इस दौर में मिल-जुल कर रहना चाहिए, ना कि लड़ते हुए। सो प्लीज, अगर आप सजेशन नहीं दे सकते, तो बोलिए भी मत।“ सुयश ने तुरंत बीच बचाव करते हुए असलम को डांट लगाई।

“हाँ तो मिस्टर अलबर्ट आप कह रहे थे कि लॉरेन का बॉयफ्रेंड लाश के पास पहले गया होगा या फिर बाद में। तो मुझे आपकी बाद वाली संभावना ज्यादा सही लग रही है। क्यों कि ब्रूनो को चकमा देने जैसा काम कोई शातिर अपराधी कर सकता है और वह निश्चित ही लॉरेन का बॉयफ्रेंड रहा होगा। क्यों कि जो व्यक्ति इतनी टेक्नीक से लॉरेन को मार सकता है, वही व्यक्ति ब्रूनो से भी बच सकता है। लेकिन अब सवाल यह है कि यदि लॉरेन का बॉयफ्रेंड लाश के पास पहले गया था और उसके दुश्मन बाद में, तो फिर ब्रूनो को उसके दुश्मनों की महक क्यों नहीं मिली ?“

“यहां पर एक संभावना यह भी हो सकती है कि लॉरेन की लाश उसके दुश्मन कल लेकर भागे थे, जबकि उसका बॉयफ्रेंड आज इस जगह पर आया हो, जब उसे लाश ढूंढने पर ना मिली हो, तो वह डेक नंबर 12 से भाग गया हो और चूंकि बाद में वही आया था, इसलिए ब्रूनो को सिर्फ उसी की खुशबू मिली हो।“ अलबर्ट ने कहा।

“हां यह बात हो सकती है। लेकिन एक बात और समझ में नहीं आई कि आखिर उसके बॉयफ्रेंड ने उसका मर्डर क्यों किया ? सुयश के शब्दों में अभी भी उलझन छिपी थी।

“मुझे तो ये समझ में नहीं आ रहा कि आखिर यह सब बातें उसने मुझसे क्यों छिपाए रखीं ?“ जेनिथ ने धीमे स्वर में कहा।

लेकिन इन सभी बातों का जवाब एक व्यक्ति को छोड़कर, किसी के पास नहीं था। पर इस समय उसके चेहरे पर भी उलझन के भाव थे। शायद कुछ ऐसा था जो कि उसकी समझ में भी नहीं आ रहा था। तभी सुयश को उस रुमाल की याद आई, जो ब्रूनो ने ड्रम के पीछे से ढूंढ कर निकाला था। सुयश ने तुरंत असलम की तरह मुड़कर उसके हाथ में पकड़े रुमाल की ओर इशारा किया।

असलम ने आगे बढ़ कर उस रुमाल को सुयश की ओर बढ़ा दिया। सुयश ध्यान से उलट-पुलट कर उस गहरे नीले रंग के चेकदार रुमाल को देखने लगा। रुमाल से भीनी-भीनी संदल की खुशबू आ रही थी। तभी सुयश की नजर उस रुमाल के ऊपर, दाहिने किनारे पर, बहुत ही खूबसूरत ढंग से, सफेद रंग से कढ़ी एक आकृति पर पड़ी।

आकृति बिल्कुल अंग्रेजी के ‘जे‘ अक्षर की तरह से थी। उस आकृति को देखकर सभी के मुंह से एक ही शब्द निकला-

‘जे‘ “इस ‘जे‘ आकृति का क्या मतलब हो सकता है कैप्टेन?“ लारा ने सुयश की ओर देखते हुए पूछा।

“इसका मतलब कि जो भी लाश को लेकर भाग रहा था या फिर लाश के पास गया था, यह रुमाल उसका है, और उसका नाम ‘जे‘ से शुरू होता है।“ सुयश ने अपना तर्क देते हुए कहा।

अब सभी का ध्यान ‘जे‘ से शुरू होने वाले नामों के बीच घूमने लगा। सुयश के दिमाग में जो नाम सबसे पहले कौंधा, वह था प्राइम सस्पेक्ट का सबसे प्रमुख दावेदार-

“जैक“ “हाँ तो मिस्टर जैक।“ सुयश ने जैक की ओर घूमते हुए उसके चेहरे के आगे रुमाल लहराया-

“कहीं ये रुमाल आपका तो नहीं है? क्यों कि आपका भी निशानेबाजी में तीसरा स्थान था। जो किसी को भी अंधेरे में मारने के लिए बहुत है।“

“मैं..... मैं..... भला लॉरेन को क्यों मारने लगा ?“ जैक ने एकदम से घबराते हुए कहा- “मैं तो उसे ठीक से जानता तक नहीं था और फिर भला उससे मेरी क्या दुश्मनी थी ? जो मैं उसे मारने की सोचता।“





जारी रहेगा.....……✍️
अल्बर्ट ने तो संभावना के अंबार लगा दिए......

इससे सब सुलझाने के बजाय उलझ गए.....


फिर सब नए सिरे से शक़ के दायरे मे है.







जलेबी की तरह सीधी सी कहानी
 

Raj_sharma

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अल्बर्ट ने तो संभावना के अंबार लगा दिए......

इससे सब सुलझाने के बजाय उलझ गए.....


फिर सब नए सिरे से शक़ के दायरे मे है.







जलेबी की तरह सीधी सी कहानी
Jalebhi se bhi tedhi kaho mitra :D
Abhi to or bhi tedhi hone wali hai,
Dekhte jaao:declare: Thank you very much for your wonderful review and support bhai :hug:
 
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