Riky007
उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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# 48
चैपटर-15 6 जनवरी 2002, रविवार, 17:30;
‘सुप्रीम’ मंथर गति से उस रहस्यमय द्वीप से दूर होता जा रहा था। सारे यात्री शाम होने की वजह से डेक को खाली कर अपने रूम की ओर जाने लगे।
सुयश अब भी डेक पर खड़ा था। वह शांत भाव से उछलती हुई लहरों को देख रहा था। उसके साथ जेनिथ, तौफीक, ऐलेक्स, क्रिस्टी , अलबर्ट, असलम, जैक, जॉनी, ब्रैंडन और ड्रेजलर भी खड़े थे।
“कैप्टन इस द्वीप का रहस्य समझ में नहीं आ रहा है।“ जेनिथ ने कहा।
“मिस जेनिथ, वैसे ‘सुप्रीम’ पर जितनी घटनाएं अभी तक घटी हैं। अगर हम वह सब समझने की कोशिश भी करें तो भी हम उसे नहीं समझ सकते। इसलिए अच्छा यही है इस सिर्फ अपने आप को खतरों से बचाने की कोशिश करें ना कि घट रही घटनाओं के पीछे दिमाग लगाने की।“ सुयश ने कहा।
“आप सही कह रहे हैं कैप्टेन।“ इस बार क्रिस्टी ने बोलते हुए कहा- “बीती बातों को भूलकर आगे आने वाले समय के बारे में हमें सोचना चाहिए।“
“वैसे कैप्टन, आपका ऐमू के बारे में क्या ख्याल है?“ तौफीक ने सुयश को ऐमू की याद दिलाते हुए कहा।
ऐमू का नाम सुन सुयश को झटका लगा-
“ऐमू......ऐमू के बारे में तो मैं भूल ही गया था.........ब्रैंडन जरा जा कर देखो ऐमू इस समय कहां है?“ ब्रैंडन सुयश की बात सुन उस ओर चल दिया, जिधर ऐमू को रखा गया था।
“वैसे ऐमू भी कम रहस्यमय नहीं है। क्यों कि वह आया था उसी द्वीप की दिशा से ही।“ ऐलेक्स ने कहा।
“जाने क्यों मुझे बार-बार ऐसा लगता है कि वो ऐमू हमें सिर्फ भटकाने के लिए ही आया था। क्यो कि जब से हम उस सुनहरे मानव के इशारे की दिशा में चले थे, हम पर कोई मुसीबत नहीं आयी थी। पर ऐमू की दिशा में चलते ही हमें पुनः वह द्वीप मिल गया।“ असलम ने कहा।
“एक बात हमने और नोटिस की कैप्टेन।“ क्रिस्टी ने कहा- “वह ऐमू जबसे हमें दिखा था, हम उसे पकड़ने की कोशिश कर रहे थे। पर वह पकड़ में नहीं आ रहा था। लेकिन जाने क्यों आपको देखते ही, वह आपको ‘दोस्त मिल गया-दोस्त मिल गया ‘ कहते हुए, आपके पास आ गया। इन सारी बातों में कुछ ना कुछ तो रहस्य है ही ?“
“यह बात तो मैंने भी महसूस की थी।“ ऐलेक्स ने क्रिस्टी की बात पर मुहर लगाई।
ये लोग बात करने में व्यस्त थे, पर असलम अपनी आंखों पर दूरबीन चढ़ा, दूर-दूर तक सागर की लहरों को देख रहा था। अचानक उसे बहुत दूर बादलों की एक टुकड़ी दिखाई दी। असलम ने अपनी दूरबीन को पुनः एडजस्ट करके उस दिशा में देखा-
“माई गॉड! कैप्टेन हमें शिप को वापस मोड़ना होगा।“ सभी हैरानी से असलम को देखने लगे।
“कैप्टेन हम जिस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, उस ओर काफी दूरी पर मुझे कुछ काले बादल से नजर आ रहे हैं। मुझे लगता है आगे मौसम बहुत खराब है। हमें उस दिशा में नहीं बढ़ना चाहिए।“ असलम ने दूरबीन आंखों पर चढ़ाए-चढ़ाए ही अपनी बात कम्प्लीट की।
सुयश ने लगभग झपटने के अंदाज में असलम से दूरबीन छीन ली व उस दिशा में देखने लगा जिधर अभी असलम देख रहा था। बादल बहुत ही खतरनाक दिख रहे थे।
“ओ....नो.....आगे तो मौसम बहुत ही खराब है। इतने भयानक बादल तो मैंने अपनी पूरी जिंदगी में नहीं देखे। बहुत ही जबरदस्त तूफान आने के आसार हैं। अगर हमारा शिप इस तूफान में फंस गया, तो हमारा बचना बिल्कुल ना मुमकिन है। हवा का बहाव भी हमारी तरफ है और वह बहुत तेज भी है। अगर इसी तरह हमारा शिप चलता रहा तो तूफान 35 से 40 मिनट में हम तक पहुंच जाएगा।..........असलम तुरंत वॉकी-टॉकी सेट दो।“ इतना कहकर सुयश ने असलम की ओर हाथ बढ़ाया।
असलम ने जेब से वॉकी-टॉकी सेट निकालकर सुयश के हाथों में रख दिया। सुयश ने वॉकी-टॉकी सेट के एरियल को खींचकर बाहर निकाला और उसे ऑन कर दिया।
“हैलो......कंट्रोल रूम। मैं कैप्टेन सुयश बोल रहा हूं।“
“हैलो....यस कैप्टेन।“ दूसरी तरफ से आवाज आयी।
“तुरंत अपने शिप को विपरीत दिशा में मोड़ लो। हम से लगभग 40 मील दूर एक भयंकर तूफान तेजी से हमारी तरफ बढ़ रहा है।“ सुयश ने कहा।
“तूफान......वह भी 40 मील दूर... ... असंभव।“ उधर से एक महीन आवाज सुनाई दी- “कैप्टेन हमारा तूफान की सूचना देने वाला यंत्र बिल्कुल सामान्य बता रहा है। शायद आपको किसी ने गलत सूचना दे दी है। हमारे यंत्र के हिसाब से अभी दूर-दूर तक मौसम साफ है।“
“मैं जो कह रहा हूं वह करो......।“ सुयश ने लगभग चिल्लाने वाले स्वर में कहा- “तूफान हमें बिल्कुल साफ दिखाई दे रहा है......शिप को तुरंत मोड़ो।“
“ओ.के. सर।“ उधर से घबराई आवाज आयी।
इतना कहकर सुयश ने वॉकी-टॉकी का स्विच ऑफ कर दिया और पुनः तूफान को देखने लगा, जो अब बिना दूरबीन के नार्मल आँखों से भी दिखने लगा था।
तभी ‘सुप्रीम’ को एक झटका लगा और वह मुड़ना शुरू हो गया। बादल बहुत तेजी से ‘सुप्रीम’ की ओर बढ़ रहे थे। अब तो घनघोर काले बादलों के बीच कड़कती हुई बिजली भी सभी को साफ दिख रही थी। बादल के गरजने का शोर भी थोड़ा-थोड़ा सुनाई देने लगा था।
तभी ब्रैंडन दौड़ता हुआ वहां पहुंचा, पर अब उसकी नजरें उस भयंकर तूफान पर थीं, जो साक्षात मौत बनकर उनकी तरफ तेजी से बढ़ रही थीं।
“क्या हुआ ब्रैंडन? ऐमू कहां है?“ सुयश ने भयभीत ब्रैंडन की ओर देखते हुए पूछा।
“ऐमू अपनी जगह पर नहीं है कैप्टेन, सिक्योरिटी के लोगों का कहना है कि उन्होंने उसे मिर्चे और टमाटर खिलाए और उस पर बराबर नजर भी रखे हुए थे। तभी उन्होंने बाहर शोर की आवाज सुनी। यह आवाज उस भीड़ से हो रही थी, जिसने उस द्वीप को देख लिया था। सिक्योरिटी के लोग भी अपनी इच्छा को दबा नहीं पाये और उस द्वीप को देखने चले गए। लेकिन जब वह वापस लौटे तो ऐमू अपनी जगह से गायब था।“
“मुझको पता था कि वह अब नहीं मिलेगा। क्यों कि उसका काम पूरा हो चुका है। उसने हमें पुनः भटका दिया है।“ सुयश ने कहा।
‘सुप्रीम’अब फुल स्पीड से चल रहा था और काले बादल उसका किसी भूत की तरीके से पीछा कर रहे थे।
“यह बादल तो हमें किसी बूमरैंग या फिर इंद्रधनुष की भांति, तीन तरफ से घेर रहे हैं।“ जॉनी जिसका नशा अब पूरी तरह से उड़ चुका था, बादलों को देखता हुआ बोला।
“सही कह रहे हो, यह बादल तो बहुत अजीब से हैं।“ जैक ने कहा- “मैने अपनी पूरी जिंदगी में आज तक कभी ऐसे बादल नहीं देखे।“
शिप बहुत तेजी से चल रहा था, पर बादलों की स्पीड उनसे तेज थी। इसलिए वह बहुत तेजी से उनके पास आ रहे थे। तभी सामने वही द्वीप फिर से किसी दैत्याकार जिन्न की भांति दिखाई दिया।
अब हवाएं भी बहुत तेज हो चुकीं थीं। समुद्र की लहरें सैकड़ों फुट ऊपर उछल रहीं थीं। रह-रहकर अजीब सी फ्लैशलाइट बिखेरती बिजली बादलों में कड़क रही थी। घने काले बादलों की वजह से चारों ओर घोर अंधकार हो गया था।
“शिप की सारी सर्च लाइट्स ऑन कर दो......क्विक....मूव........ क्यों कि तूफान बहुत खतरनाक है........ हवा भी बहुत तेज है......जल्दी करो।“ सुयश वॉकी- टॉकी सेट पर तेजी से चीखा।
“कैप्टेन, बादल हमें तीन तरफ से घेर रहें हैं और चौथी दिशा में वही द्वीप है। अब हमारे पास उस द्वीप पर जाने के सिवा और कोई चारा नहीं है। जल्दी आर्डर दीजिए। हमें क्या करना है?।“ असलम ने चिल्लाकर कहा, क्यों कि आंधी और तूफान की वजह से अब आवाज सुनाई नहीं दे रही थी।
सुयश ने एक बार फिर उन पास आ रहे बादलों को देखा और फिर हथियार डालते हुए बोला-
“अगर हम इस तूफान में फंस गये, तो किसी का भी जिंदा बचना मुश्किल है। मोड़ दो....... सुप्रीम को इस रहस्यमय द्वीप की ओर मोड़ दो .....अब हमारे पास कोई चारा नहीं है, द्वीप पर जाने के सिवा।“
सुयश का आर्डर मिलते ही असलम ने तुरंत वह आर्डर कंट्रोल रूम को भेज दिया। अब शिप तेजी से उस रहस्यमय द्वीप की ओर बढ़ने लगा। बादल अब शिप के काफी पास आ गए थे।
हवा में ऊंचे-ऊंचे उछलती समुद्र की लहरों से इतना भयानक शोर हो रहा था, मानो आज प्रलय निश्चित हो। ऐसा लग रहा था कि जैसे वह बादल इनका पीछा कर रहे हों।
शिप के सभी यात्री अपने-अपने कमरों में अपने ईश्वर को याद कर रहे थे। किसी ने भी मौत को इतने पास से नहीं देखा था।
“कैप्टेन हमें लाइफ बोट्स को रेडी कर लेना चाहिए क्यों कि इतना बड़ा शिप द्वीप के किनारे तक नहीं जा सकता।“ अलबर्ट ने चीखते हुए सुयश को समझाया।
अलबर्ट की बात सुन ब्रैंडन ने बिना सुयश के कहे ही अपनी सिक्योरिटी के सारे आदमियों को लाइफ बोट्स उतारने के काम पर लगा दिया। तेजी से सैकड़ों आदमी लाइफ बोट को उतारने में जुट गए।
किसी अंजानी आशंका को सोच शिप के सारे कर्मचारी सभी यात्रियों को लाइफ जैकेट भी बांटने लगे। वह रहस्यमय द्वीप शनैः-शनैः पास आता जा रहा था। बादल अब शिप के ऊपर तक आ गये थे। बिजली की तेज चमक व गड़गड़ाहट सभी के दिलों में दहशत भर रही थी।
सुप्रीम भी अब लहरों का सामना नहीं कर पा रहा था। वह किसी कागज के जहाज की भांति लहरों पर डोल रहा था। सुयश सहित अब सभी की निगाहें सिर्फ और सिर्फ उस रहस्यमय द्वीप पर थीं।
पहले जिस द्वीप से वह दूर भागना चाहते थे, अब उसी के पास जल्द से जल्द पहुंचने के लिए उतावले हो रहे थे। अब द्वीप की दूरी मात्र 3 मील रह गई थी। सभी के दिल अंजानी आशंका के कारण तेजी से धड़क रहे थे। .................................. ...........................................
जारी रहेगा_________