जहाँ न पहुंचे रवि , तहाँ पहुंचे कवि ,
और जहाँ न पहुंचे कवि ,... गेस करने की कोई जरूरत नहीं है , हम सबके हीरो , हमारे पसंदीदा लेखक , अशोक जी , ...
अगर सट्टा लगता तो शेफाली के गहनों जादू के खिलाफ शायद कोई ही दांव लगाता ,
अगर शेफाली के गहने नीलाम होते तो यहीं इसी फोरम पर हाथों हाथ लाखों में बिक जाते ,
अगर पिछले पार्ट के बाद कोई प्रतियोगिता होती अगला पार्ट गेस करने की , ... तो मैं पक्का गेस करती की कोई भी सही गेस नहीं कर पायेगा ,
आपको एक वार्निंग देनी चाहिए , ...शार्प कर्व अहेड , ...
एकदम जबरदस्त टर्न और अब हम सब सारे कैरेक्टर्स को एक नयी निगाह से देखेंगे ,
गनीमत है आप डिटेक्टिव , मिस्ट्री नहीं लिखते वरना अब तक लोग अगाथा क्रिस्टी और शर्लाक होम्स को भूल चुके होते।
जस्ट अद्भुत , ( भूत या भूतनी नहीं )