मर्द भी कितना सीधा होता है, बीबी हो या नौकरानी, हर अंदाज में, उतने ही प्यार से चोदता है, कोई भेदभाव नहीं करता
क्या बात कही है आपने , एकदम मर्द हो तो ऐसा , सर्वधर्म समभाव ,... आपकी कहानी में इरोटिका के साथ साथ जो ऐसे हीरे जवाहरऐसी बातें जाती हैं न ,
जैसे पिंकी या रजनी का मन करता होगा
बार बार , लगातार
वैसे मेरा भी मन इस तरह की लाइनों को एक बार पढ़कर नहीं भरता ,
' तुम मेरे पास होते हो गोया ,
जो दूसरा कोई नहीं होता '
मोमिन की इन लाइनों के लिए ग़ालिब ने कहा था उनका पूरा दीवान न्योछावर ,
और आपकी तो हर पोस्ट में ऐसी लाइनों की लाइन लगी रहती है जिसपर
मेरी जैसी कमज़र्फ कलम घसीट लिखने वालियों को तो छोड़ दीजिये जो बड़े बड़े लेखक हैं इस फोरम के उन सबकी सारी पोस्टें तराजू के एक पलड़े पर और आपकी ये लाइन एक पलड़े पर , शर्तिया आपकी ये लाइन भारी पड़ेगी ,
आप इन्तजार तो बहुत कराते हैं , लेकिन
इन्तजार का फ़ल बहुत मीठा होता है , .... कोई पिंकी से पूछे