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Romance ❤️स्पंदना❤️

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Sidd19

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❤️चौथा अपडेट ❤️
~~~~~~~~~~~
अगले दिन अंतस घर से अपने माँ बाप से इजाजत लेकर ऑफिस के लिए निकला l बस्ती से बाहर शेयर ऑटो से आगे एक चौक पर उतर जाता है l वहाँ पर सफेद रंग की एक स्ट्रेच लिमोनीयोस कार खड़ी थी l अंतस इधर उधर अपनी नजरें घुमाता है और जाकर कार के पास खड़ा हो जाता है l कार का दरवाजा खुल जाता है l अंतस अंदर जाकर सीट पर बैठ जाता है l दरवाजा बंद हो जाता है और गाड़ी चलने लगती है l अंतस के सामने जेडी बैठा हुआ था l

जेडी - तो, अंतस! जैसा कि हमारे बीच डील हुआ था, मैंने तुम्हारे सारे काम ऑल मोस्ट निपटा दिए l
अंतस - जी थैंक्यू l
जेडी - हमारे डील में, मेरे तरफ़ से जो इन्वेस्टमेंट कमिटमेंट था, वह मैंने पूरा कर दिया है l
अंतस - जी, जानता हूँ l अब मेरी बारी, और मैं, पुरी तरह से तैयार हूँ l
जेडी - ह्व़ाट, तो तुम तैयार हो l
अंतस - जी, जैसा कि मैंने कहा था, उसे पूरा करने में पीछे नहीं हटुंगा l
जेडी - हाँ, जानता हूँ, भरोसा है मुझे तुम पर l बहुत कम पैसों में तुमने डील की है l इसलिए तो तुम्हारा इज़्ज़त कर रहा हूँ, और तुम्हारे परिवार के सारे उलझनों को सुलझाने के लिए जो भी करना पड़ा मैंने किया l
अंतस - जी, मैं उसके लिए आभार हूँ, बोलिए कब चलना है, मैं तैयार हूँ l
जेडी - (मुस्कराता है) तुम तैयार हो, यही काफी है, फ़िलहाल अभी छह महीने का वक़्त मिल गया है l इसलिए मैं तुमसे मिलने आया हूँ, ईन छह महीनों में तुम क्या करना चाहोगे l
अंतस - दीदी अपनी घर चली जाए तो मैं कुछ सोचूँ l
जेडी - तुम उसकी फिक्र मत करो, आज तुम्हें ख़बर मिल जाएगी और शाम तक या फिर कल तक शायद तुम्हारा जीजा तुम्हारी दीदी को ले जाए l
अंतस - (सोच में पड़ जाता है)
जेडी - क्या सोचने लगे
अंतस - कल तक अगर दीदी चली जाती है, तो छह महीने तक मेरा यहाँ रहना शायद ठीक नहीं होगा l
जेडी - तो
अंतस - क्या मैं बाहर, मतलब ऑउट ऑफ ओड़िशा, कहीं जा सकता हूँ (जेडी खामोश रहता है और अंतस की ओर घूर कर देखने लगता है) मैं कहीं भाग नहीं जाऊँगा, बस अपने माता पिता के सामने रहना नहीं चाहता, पता नहीं उनके सामने कब मैं कमजोर पड़ जाऊँ
जेडी - ह्म्म्म्म, ठीक है सिर्फ दो मिनट में इंतजाम किए देता हूँ (जेडी एक मोबाइल निकाल कर अंतस को देता है) यह तुम्हारे लिए ही लिया गया था, अपनी पुरानी मोबाइल से सीम निकाल कर इसमें डाल लो l जब हमें छह महीने का वक़्त मिला तो तुम्हारे लिए यह ले लिया था l (अंतस मोबाइल ले लेता है, जेडी एक क्रेडिट कार्ड निकाल कर उसे देता है) यह कार्ड रख लो, डेविट कम क्रेडिट कार्ड है, जितना चाहे पैसे उठा सकते हो, खर्च कर सकते हो l अब तुम इंडीया में जहां जाना चाहो जा सकते हो, यह मोबाइल और यह कार्ड तुम्हारा लोकेशन बताता रहेगा l (अंतस जेडी से वह कार्ड रख लेता है) और कुछ..?
अंतस - जी एक ऑफिस ऑर्डर चाहिए, मम्मी पापा को यकीन दिलाने के लिए,
जेडी - ह्म्म्म्म समझ गया, मिल जाएगा, और कुछ...?
अंतस - जी नहीं, अब तक आपने जो किया उसका मैं आभारी रहूँगा l
जेडी - सिर्फ आभारी ही नहीं, तुम्हें जिंदा भी रहना है l चुस्त, दुरुस्त, तंदुरुस्त रहना है l
अंतस - जी,
जेडी - और हाँ, शराब और शबाब से भी दूर ही रहना है l
अंतस - जी,
जेडी - देखो अंतस, मैं जानता हूँ, तुम्हारे लिए यह कितना मुश्किल भरा वक़्त है, पर फैसला तुमने अपनी मर्जी से लिया है
अंतस - जी, मैं जानता हूँ और मैंने उसकी कीमत भी ले ली है l
जेडी - तुम एक बात समझ लो, यह दुनिया कुछ लोगों के लिए बड़ी हो सकती है पर, जब कोई मुझसे अपना जुबान हार जाता है मैं उसके लिए दुनिया बहुत छोटी कर देता हूँ, और जिंदगी, वह तो छोटी होती ही है l (अंतस जेडी की ओर देख रहा था) मैं तुम्हारे पीछे कोई जासूस नहीं लगाऊंगा, क्यूँकी तुम अलग हो, पर फिर भी तुमने कुछ भी उल्टा सीधा किया तो मैं तुम्हारी दुनिया बहुत छोटी और बदत्तर कर दूँगा l
अंतस - जी जानता हूँ,
जेडी - तुम दिल के बहुत अच्छे हो, पर तुम किसी से दिल मत लगा बैठना और ना ही किसीसे दिल बहलाना l
अंतस - जी, मैं जानता हूँ
जेडी - गुड, और हाँ, इंडीया में कहीं भी रहो l पर अपने माँ बाप से मिलने हर महीने तीन चार दिन के लिए आते रहना l
अंतस - जी,

चलती लीमोनियस रुक जाती है अंतस उतर जाता है l अंतस के उतर ने के बाद गाड़ी का दरवाजा बंद हो जाता है और लीमोनियस आगे बढ़ जाती है l

मैनेजर - सर, यह भुवनेश्वर में रहना नहीं चाहता, इसका मतलब कहीं भाग तो नहीं जाएगा
जेडी - नहीं, नहीं भागेगा,
मैनेजर - इतना क्यूँ भरोसा कर रहे हैं उसपर
जेडी - मैंने उसे सौ करोड़ की ऑफर की थी l पर उसने सिर्फ एक करोड़ ही लिया l अपने पैरेंट्स और अपने बहनों के वास्ते l
मैनेजर - फिर भी आपने उसे उससे ज्यादा ही दे रहे हैं l
जेडी - कुछ लोग अपने जुबान और इरादों के पक्के होते हैं l यह उनमें से एक है l
मैनेजर - क्या हम उसके पीछे आदमी छोड़ें l
जेडी - नहीं, उसकी कोई जरूरत नहीं l


~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

लीमोनियस से उतर कर अंतस सड़क पर नजरें दौड़ता है l अपना नया मोबाइल निकालता है और अपनी पुरानी मोबाइल से सिम निकाल कर नए मोबाइल में डालता है l पुरानी मोबाइल को देखता है

फ्लैशबैक
~~~~~

शाम का वक़्त था, घर पर अंतस एंप्लॉयमेंट न्यूज पेपर में अपने लिए नौकरी ढूंढ रहा था l तभी उसका फोन बजने लगता है l फोन पर उसका दोस्त संतोष था l अंतस फोन पीक करता है

अंतस - हाँ, बोल, क्या हुआ
संतोष - (घबराई हुए आवाज में) अंतस, यार मेरी बहन को यहाँ छेड़ रहे हैं, मैं अकेला हूं, बचा ले यार
अंतस - क्या, कहाँ है अभी तु...
संतोष - अपने मुहल्ले के xxx रोड़ पर

अंतस पेपर बेड पर फेंक कर बाहर निकल जाता है l पीछे लक्ष्मी उसे पुकारती रह जाती है l अंतस भागते हुए वहाँ पहुँच जाता है l देखता है दूसरे मुहल्ले का माधो संतोष की बहन का दुपट्टे को लेकर अपने मुहल्ले के लड़के के साथ आपस में फेंक कर खेल रहे थे l दुपट्टे को लाने के लिए संतोष इधर उधर भाग रहा था और उसकी बहन एक जगह दुबकी रो रही थी l आसपास लोग खड़े होकर तमाशा देख रहे थे l एक लड़का दुपट्टा को दूसरे लड़के की ओर फेंकता है तो अंतस बीच में आकर पकड़ लेता है l सभी लड़कों का ध्यान अंतस की ओर जाता है l

माधो - अरे, पात्रपडा का हीरो आ गया, (उसके साथी ओ हो कर चिल्लाने लगते हैं)

अंतस दुपट्टा लेकर संतोष को देता है l संतोष दुपट्टा लेकर अपनी बहन के पास जाता है और उसे दे देता है l

माधो - ओए, अंतस यह मेरा और इनके बीच का मामला है l तु क्यूँ अपना सिर फोड़ने आ गया l
अंतस - तु अपना दादागिरी की दुकान कहीं और जाकर खोल l इंसान बन और कुत्तागिरी छोड़ l
माधो - हाँ साले छोड़ दूँगा, तु बस एक दिन के लिए मेरा सच्ची मुच्ची का साला बन जा l वैसे भी तेरे जीजा ने चूस के फेंक ही दिया है l

अंतस गुस्से में माधो के मुहँ पर मुक्का जड़ देता है l माधो कुछ कदम पीछे जाकर गिर जाता है l इतने में माधो के साथी अंतस को पकड़ लेते हैं पर अंतस गुस्से में पागल हो गया था, अंतस और उन लोगों के बीच मुठभेड़ शुरू हो जाता है l अंतस सब पर भारी पड़ने लगता है l एक एक कर माधो के साथी वहाँ से भाग जाते हैं l माधो अकेला रह जाता है l अंतस उसे बुरी तरह घसीट पीटने लगता है l झगड़ा इस कदर बढ़ चुका था कि लोग जो अब तक तमाशा देख रहे थे वे भी भाग गए थे l बस कुछ बाइक्स खड़ी थीं पर लोग वहाँ से नदारद थे l थोड़ी देर बाद खून से सना माधो जमीन पर गिर कर कराह रहा था l अंतस चारों ओर देखता है वहाँ पर लोग ही नहीं संतोष और उसकी बहन भी नहीं थे, पर एक कार खड़ी थी l अंतस उस कार के पास जाता है आगे ड्राइवर था पीछे एक लड़की बैठी थी, जिसका चेहरा साफ नहीं दिख रहा था l

अंतस - (ड्राइवर से) क्या आप मेरी मदत करेंगे
ड्राइवर - कैसी मदत
अंतस - (माधो की ओर इशारा करते हुए) वह लड़का बहुत घायल है, क्या उसे मेडिकल ले जाने में मेरी मदत करेंगे l
ड्राइवर - नहीं बिल्कुल नहीं, तुम अपने झगड़े में हमें क्यूँ घसीट रहे हो, जाओ कोई ऑटो कर लो या एम्बुलेंस को बुलाओ l
लड़की - (जो पीछे बैठी थी, जिसका चेहरा साफ नहीं दिख रही थी ) कोई बात नहीं, आप उस लड़के को लेकर आइए, मैं सामने बैठ जाती हूँ, आप उसे लेकर पीछे बैठ जाइए l

जब तक अंतस माधो को उठा कर गाड़ी तक लाता है तब तक लड़की आकर सामने ड्राइवर के पास बैठ चुकी थी l अंतस पिछली सीट पर माधो को लेकर बैठ जाता है l ड्राइवर गाड़ी स्टार्ट कर आगे ले जाने लगता है l

लड़की - (बिना पीछे मुड़े) एक बात पूछूं l
अंतस - जी
लड़की - मैंने देखा, आप इसे मार रहे थे l फिर आप ही इसे हस्पताल लेकर जा रहे हैं l
अंतस - बात दरअसल यह है कि, यह मेरे दोस्त और उसकी बहन के साथ अपने दोस्तों के साथ मिलकर बदतमीजी कर रहा था, मैं बस उन्हें बचाने आया था l
लड़की - कौन दोस्त, कौन लड़की, कोई भी नहीं दिखा l
अंतस - शायद झगड़ा इतना बढ़ेगा मेरे दोस्त ने सोचा नहीं था, अपनी बहन को लेकर चला गया l
लड़की - कमाल है, आपको मुसीबत में छोड़ कर चला गया l
अंतस - नहीं, मुसीबत में तो इसके दोस्त इसे छोड़ कर चले गए l बात एक लड़की की है इतना तो खयाल करना पड़ता ही है l
लड़की - क्या आप अपने दोस्त की बहन के लिए, इसे इस कदर मारे l
अंतस - नहीं, मैं सिर्फ बात चित से सुलझाना चाहता था l पर इसने मेरी बहन पर गंदी बात की, मुझसे सहा नहीं गया l
लड़की - अगर बात ऐसी है तो इसे हस्पताल क्यूँ लेकर जा रहे हैं l
अंतस - है तो यह अपने इलाके का, और मैं इसके माँ बाप को मौसा मौसी बुलाता हूँ l उनके आंखों में अपराधी नहीं बनना चाहता हूँ इसलिए इसे हस्पताल ले जा रहा हूँ l


लड़की कुछ नहीं कहती, हस्पताल आ जाता है l अंतस माधो को लेकर उतर जाता है l कार में बैठी लड़की वहाँ से चली जाती है l

फ्लैश बैक खत्म
~~~~~~~~

तभी अंतस का नया मोबाइल बजने लगता है l डिस्प्ले में होम दिख रहा था l फोन पर लक्ष्मी थी l

लक्ष्मी - हैलो, बेटा
अंतस - हाँ मम्मा, बोलो
लक्ष्मी - आज का दिन तो बहुत शुभ निकला, तेरे जीजाजी के घर से खबर आया है, आज शाम को आकार तेरे दीदी को ले जाएंगे l
अंतस - वाह मम्मा, यह सच में बहुत खुशी की बात है l
लक्ष्मी - हाँ बेटा, मैं सोच रही थी तेरी दीदी की बिदाई में कुछ दें क्या l
अंतस - मम्मा, आपने दहेज में बहुत कुछ दिया है l
लक्ष्मी - हाँ हाँ दिया है, पर लड़की उसके बाद घर पर ही तो रही है l अब जब बिदा करने का वक़्त आया है तो क्या खाली हाथ भेज दें l पुरानी परंपरा में गौना भी होता था, तो समझ ले हम तेरी दीदी का गौना करा रहे हैं l
अंतस - ठीक है मम्मा, तुम क्या देना चाहते हो l
लक्ष्मी - देख तेरे पापा के पास अभी दस लाख हैं, मै चाहती थी अगर हम कुछ गहने, (अटक अटक कर) मेरा मतलब है एक दो गहने हम दे पाएँ तो, कम से कम एक अंगुठी या कान की बाली
अंतस - समझ गया मम्मा, मैं आज शाम को कुछ ना कुछ ले आऊंगा l
लक्ष्मी - बहुत अच्छा बेटा, जीता रह, अच्छा फोन रखती हूँ और हाँ यह तेरे और मेरे बीच रहनी चाहिए, अपने पापा को भी मात बताना
अंतस - अच्छा ठीक है मम्मा

फोन कट जाता है l अंतस के चेहरे पर एक मुस्कान उभर आती है फिर जैसे ही पुरानी मोबाइल को देखता है मुस्कान गायब हो जाती है और अंतस उस मोबाइल को सड़क के एक किनारे फेंक कर आगे बढ़ जाता है l


~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

गैलरीया मॉल में अंतस पहुँचता है l वहाँ पर एक बड़े ब्रांडेड ज्वेलरी शॉप में पहुँचता है l एक सुंदर सी बाली देख कर उसे खरीदता है और पेमेंट जेडी की दी हुई कार्ड से करता है l कीमत डेढ़ लाख की थी l पैक करा लेने के बाद वह ज्वेलरी की शॉप से निकल कर मॉल के हलचल वाली जगह पर आता है l देखता है एक लड़का अपने हाथ में एक बड़ा सा फ्लावर बुके लेकर नीचे आ रही एस्कालेटर के पास खड़ा था l अंतस की नजर अपने आप एस्कालेटर पर टिक जाता है l एक बहुत ही खूबसूरत लड़की उतर रही थी l सफ़ेद चुड़ीदार पंजाबी लिबास में बेहद ही खूबसूरत लग रही थी l जैसे ही एस्कालेटर से लड़की नीचे आती है वह लड़का उसके सामने घुटने पर बैठ कर लड़की को बुके देते हुए अपने प्यार का इजहार करता है l

लड़का - मैं अपने प्यार का इजहार कर रहा हूँ
यह फूल नहीं मेरा दिल है जो तुम्हें दे रहा हूँ ll

लड़के के साथ उसके जो दोस्त थे सभी ताली बजा कर हौसला अफजाई करते हैं l लड़की पहले तो हैरान होती है फिर मुस्करा कर बुके लेती है l सभी लड़के है है कर चिल्लाने लगते हैं l लड़की सबको हाथ दिखा कर शांत होने के लिए कहती है, सब शांत हो जाते हैं l

लड़की - पसंद आया, तुम्हारा यूँ मुझे प्रपोज करना, पर पूछना चाहूँगी मैं ही क्यूँ और भी तो हैं इस सहर में l
लड़का - अरे यार, तुम बहुत स्पेशल हो, आई मीन यु आर बेस्ट और मैं बेस्ट ही तो डिजर्व करता हूँ l
लड़की - ओ, यु मीन, इस सहर में मैं सबसे बेस्ट हूँ, और तुम
लड़का - मैं, आई थिंक आई एम दी बेस्ट, आई चैलेंज मुझसे बेस्ट तुम्हें इस सहर तो क्या दुनिया में भी नहीं मिलेगा l
लड़की - ओके देन लेटस हाव डील, मैं तुम्हारे प्यार को कुबूल करती हूँ, बट अगर मुझे तुमसे कोई बेहतर मिला तो मैं तुम्हें छोड़ कर उसके साथ चली जाऊँगी l
लड़का - (फीकी हँसी हँसते हुए) हे हे हे, तुम मज़ाक कर रही हो ना l
लड़की - नो नट एट ऑल, तुमने अभी खुदको बेस्ट कहा है और मैं कह रही हूँ मुझे तुमसे कोई बेटर मिला तो मैं उसे चुनूंगी
लड़का - (खीज कर) यु मीन तुम मुझे डीच करोगी l
लकड़ी - ऑफ कोर्स l
लड़का - ह्व़ाट द फक, मैं तो तुम्हें अच्छी लड़की समझता था l
लड़की - अच्छा, इस सहर में मुझे आए दो हफ्ते हुए हैं l आई ग्यारंटी, ना तो तुम मेरे नाम से वाकिफ होगे ना ही मेरे फैमिली बैकग्राउंड से, पर तुम मुझे अच्छी तरह से समझ चुके थे l
लड़का - आर यु सीरियस l
लड़की - क्यूँ तुम्हें किस बात का डाऊट है l
लड़का - साली रांड, तुझे अच्छी लड़की समझ कर तेरे पीछे जुता घिस घिस कर घूमता रहा और अब तु मुझे अपना यह शकल दिखा रही है l
लड़की - मैंने तुझे अपना यह रूप दिखाया, तभी तो बात से और ज़ज्बात से तु अपनी असलियत पर आ गया l
लड़का - साली तेरी तो l

तब तक मॉल के सिक्योरिटी लड़के और उसके साथी को पकड़ लेते हैं और उन्हें घसीटते हुए बाहर ले जाते हैं l लड़की मुड़कर बाहर जाने लगती है l लड़की के बाहर पहुँचते ही अंतस उसके पास पहुँचता है और उसे आवाज देता है l

अंतस - रुकिए, (लड़की रुक जाती है, अंतस उसके पास पहुँचती है) मैं आपसे एक बात पूछना चाहता हूँ, अगर आप बुरा ना माने तो l
लड़की - (हैरान हो कर भौंहे सिकुड़ कर अंतस को देखती है) पूछिये
अंतस - आप उस लड़के को सीधी तरह मना कर देती, इतना कुछ करने की क्या जरूरत थी l
लड़की - मुझे जो सही लगा मैंने वही किया l
अंतस - पर इससे उसके दिल पर चोट लगी l
लड़की - आप गलत कह रहे हो, दिल पर नहीं, अहं पर या यूँ कहूँ मर्दाना गुरूर पर चोट पहुँची है l
अंतस - हाँ वही, आपका सुलूक ही ऐसा था कि वह लड़का हाइपर हो गया, शायद खतरनाक हो जाए l
लड़की - तो मुझे डर कर उसका प्रपोजल एक्सेप्ट करलेना चाहिए था, क्यूँ l
अंतस - नहीं मैं कह रहा था आप सीधी तरह मना कर देतीं l
लड़की - देखो मिस्टर, मैं समझती हूँ, तुम्हें उससे हमदर्दी क्यूँ हो रही है, और तुम उसके लिए वकालत क्यूँ कर रहे हो l (अंतस कुछ कहना चाहता था, पर वह लड़की उसे रोक देती है) लेट मी फिनिश, कुछ लड़के होते हैं, जो हर लड़की को अपना प्रॉपर्टी समझते हैं, उल्टा सीधा कर उसे हासिल करने लगते हैं, अगर हासिल हो जाए तब भी बर्बाद कर देते हैं और ना हो तब भी बर्बाद करने की हर कोशिश करते हैं l ऐसों से पाला अभी से नहीं स्कुल लाइफ से वास्ता पड़ रहा है l अगर वह मुझे बेस्ट कह रहा था तो क्या मैं बेस्ट डिजर्व नहीं करती, वह खुद को बेस्ट कह रहा था पर जब मैं उससे भी बेटर की बात कही वह ईन सिक्युर हो गया और अपना भड़ास निकालने लगा, पल भर पहले जो मुझे बेस्ट कह रहा था वही गंदी गंदी गालियों पर उतर आया l वैसे भी उसने मुझे प्रपोज किया ही क्यूँ, इसलिये ना कि मैं खूबसूरत हूँ पर (इतना कह कर लड़की अपने बालों को हटाती है, दाहिने कान के नीचे चमड़ा जला हुआ था) अगर यह जला हुआ हिस्सा मेरे कान के नीचे के बजाय मेरे चेहरे पर होती तो क्या वह मुझे प्रपोज करता, कभी नहीं l (इतना कह कर लड़की जाने को होती है फिर अचानक रुक कर) यह जला हुआ हिस्सा भी एक सिरफिरे की वज़ह से है, मेरे सीधे मना करने के बाद मेरे ऊपर तेजाब फेंका था l गनीमत थी के मेरे हाथों में उस वक़्त किताब थी जिसके आड़ ने मेरे चेहरे को बचा लिया था l इसलिए मुझे ऐसे लड़कों से नफरत है, घिन है l

कह कर वह लड़की वहाँ से चली जाती है l मुहँ खोले अंतस उसे जाते हुए देखता रह जाता है l वह मुड़ता है तो उसकी आँखे एक विज्ञापन पर ठहर जाती है l

डोंट जज अ बुक बाय इट्स कवर
Superb update bhai
 
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Ajju Landwalia

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अगले दिन अंतस घर से अपने माँ बाप से इजाजत लेकर ऑफिस के लिए निकला l बस्ती से बाहर शेयर ऑटो से आगे एक चौक पर उतर जाता है l वहाँ पर सफेद रंग की एक स्ट्रेच लिमोनीयोस कार खड़ी थी l अंतस इधर उधर अपनी नजरें घुमाता है और जाकर कार के पास खड़ा हो जाता है l कार का दरवाजा खुल जाता है l अंतस अंदर जाकर सीट पर बैठ जाता है l दरवाजा बंद हो जाता है और गाड़ी चलने लगती है l अंतस के सामने जेडी बैठा हुआ था l

जेडी - तो, अंतस! जैसा कि हमारे बीच डील हुआ था, मैंने तुम्हारे सारे काम ऑल मोस्ट निपटा दिए l
अंतस - जी थैंक्यू l
जेडी - हमारे डील में, मेरे तरफ़ से जो इन्वेस्टमेंट कमिटमेंट था, वह मैंने पूरा कर दिया है l
अंतस - जी, जानता हूँ l अब मेरी बारी, और मैं, पुरी तरह से तैयार हूँ l
जेडी - ह्व़ाट, तो तुम तैयार हो l
अंतस - जी, जैसा कि मैंने कहा था, उसे पूरा करने में पीछे नहीं हटुंगा l
जेडी - हाँ, जानता हूँ, भरोसा है मुझे तुम पर l बहुत कम पैसों में तुमने डील की है l इसलिए तो तुम्हारा इज़्ज़त कर रहा हूँ, और तुम्हारे परिवार के सारे उलझनों को सुलझाने के लिए जो भी करना पड़ा मैंने किया l
अंतस - जी, मैं उसके लिए आभार हूँ, बोलिए कब चलना है, मैं तैयार हूँ l
जेडी - (मुस्कराता है) तुम तैयार हो, यही काफी है, फ़िलहाल अभी छह महीने का वक़्त मिल गया है l इसलिए मैं तुमसे मिलने आया हूँ, ईन छह महीनों में तुम क्या करना चाहोगे l
अंतस - दीदी अपनी घर चली जाए तो मैं कुछ सोचूँ l
जेडी - तुम उसकी फिक्र मत करो, आज तुम्हें ख़बर मिल जाएगी और शाम तक या फिर कल तक शायद तुम्हारा जीजा तुम्हारी दीदी को ले जाए l
अंतस - (सोच में पड़ जाता है)
जेडी - क्या सोचने लगे
अंतस - कल तक अगर दीदी चली जाती है, तो छह महीने तक मेरा यहाँ रहना शायद ठीक नहीं होगा l
जेडी - तो
अंतस - क्या मैं बाहर, मतलब ऑउट ऑफ ओड़िशा, कहीं जा सकता हूँ (जेडी खामोश रहता है और अंतस की ओर घूर कर देखने लगता है) मैं कहीं भाग नहीं जाऊँगा, बस अपने माता पिता के सामने रहना नहीं चाहता, पता नहीं उनके सामने कब मैं कमजोर पड़ जाऊँ
जेडी - ह्म्म्म्म, ठीक है सिर्फ दो मिनट में इंतजाम किए देता हूँ (जेडी एक मोबाइल निकाल कर अंतस को देता है) यह तुम्हारे लिए ही लिया गया था, अपनी पुरानी मोबाइल से सीम निकाल कर इसमें डाल लो l जब हमें छह महीने का वक़्त मिला तो तुम्हारे लिए यह ले लिया था l (अंतस मोबाइल ले लेता है, जेडी एक क्रेडिट कार्ड निकाल कर उसे देता है) यह कार्ड रख लो, डेविट कम क्रेडिट कार्ड है, जितना चाहे पैसे उठा सकते हो, खर्च कर सकते हो l अब तुम इंडीया में जहां जाना चाहो जा सकते हो, यह मोबाइल और यह कार्ड तुम्हारा लोकेशन बताता रहेगा l (अंतस जेडी से वह कार्ड रख लेता है) और कुछ..?
अंतस - जी एक ऑफिस ऑर्डर चाहिए, मम्मी पापा को यकीन दिलाने के लिए,
जेडी - ह्म्म्म्म समझ गया, मिल जाएगा, और कुछ...?
अंतस - जी नहीं, अब तक आपने जो किया उसका मैं आभारी रहूँगा l
जेडी - सिर्फ आभारी ही नहीं, तुम्हें जिंदा भी रहना है l चुस्त, दुरुस्त, तंदुरुस्त रहना है l
अंतस - जी,
जेडी - और हाँ, शराब और शबाब से भी दूर ही रहना है l
अंतस - जी,
जेडी - देखो अंतस, मैं जानता हूँ, तुम्हारे लिए यह कितना मुश्किल भरा वक़्त है, पर फैसला तुमने अपनी मर्जी से लिया है
अंतस - जी, मैं जानता हूँ और मैंने उसकी कीमत भी ले ली है l
जेडी - तुम एक बात समझ लो, यह दुनिया कुछ लोगों के लिए बड़ी हो सकती है पर, जब कोई मुझसे अपना जुबान हार जाता है मैं उसके लिए दुनिया बहुत छोटी कर देता हूँ, और जिंदगी, वह तो छोटी होती ही है l (अंतस जेडी की ओर देख रहा था) मैं तुम्हारे पीछे कोई जासूस नहीं लगाऊंगा, क्यूँकी तुम अलग हो, पर फिर भी तुमने कुछ भी उल्टा सीधा किया तो मैं तुम्हारी दुनिया बहुत छोटी और बदत्तर कर दूँगा l
अंतस - जी जानता हूँ,
जेडी - तुम दिल के बहुत अच्छे हो, पर तुम किसी से दिल मत लगा बैठना और ना ही किसीसे दिल बहलाना l
अंतस - जी, मैं जानता हूँ
जेडी - गुड, और हाँ, इंडीया में कहीं भी रहो l पर अपने माँ बाप से मिलने हर महीने तीन चार दिन के लिए आते रहना l
अंतस - जी,

चलती लीमोनियस रुक जाती है अंतस उतर जाता है l अंतस के उतर ने के बाद गाड़ी का दरवाजा बंद हो जाता है और लीमोनियस आगे बढ़ जाती है l

मैनेजर - सर, यह भुवनेश्वर में रहना नहीं चाहता, इसका मतलब कहीं भाग तो नहीं जाएगा
जेडी - नहीं, नहीं भागेगा,
मैनेजर - इतना क्यूँ भरोसा कर रहे हैं उसपर
जेडी - मैंने उसे सौ करोड़ की ऑफर की थी l पर उसने सिर्फ एक करोड़ ही लिया l अपने पैरेंट्स और अपने बहनों के वास्ते l
मैनेजर - फिर भी आपने उसे उससे ज्यादा ही दे रहे हैं l
जेडी - कुछ लोग अपने जुबान और इरादों के पक्के होते हैं l यह उनमें से एक है l
मैनेजर - क्या हम उसके पीछे आदमी छोड़ें l
जेडी - नहीं, उसकी कोई जरूरत नहीं l


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लीमोनियस से उतर कर अंतस सड़क पर नजरें दौड़ता है l अपना नया मोबाइल निकालता है और अपनी पुरानी मोबाइल से सिम निकाल कर नए मोबाइल में डालता है l पुरानी मोबाइल को देखता है

फ्लैशबैक
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शाम का वक़्त था, घर पर अंतस एंप्लॉयमेंट न्यूज पेपर में अपने लिए नौकरी ढूंढ रहा था l तभी उसका फोन बजने लगता है l फोन पर उसका दोस्त संतोष था l अंतस फोन पीक करता है

अंतस - हाँ, बोल, क्या हुआ
संतोष - (घबराई हुए आवाज में) अंतस, यार मेरी बहन को यहाँ छेड़ रहे हैं, मैं अकेला हूं, बचा ले यार
अंतस - क्या, कहाँ है अभी तु...
संतोष - अपने मुहल्ले के xxx रोड़ पर

अंतस पेपर बेड पर फेंक कर बाहर निकल जाता है l पीछे लक्ष्मी उसे पुकारती रह जाती है l अंतस भागते हुए वहाँ पहुँच जाता है l देखता है दूसरे मुहल्ले का माधो संतोष की बहन का दुपट्टे को लेकर अपने मुहल्ले के लड़के के साथ आपस में फेंक कर खेल रहे थे l दुपट्टे को लाने के लिए संतोष इधर उधर भाग रहा था और उसकी बहन एक जगह दुबकी रो रही थी l आसपास लोग खड़े होकर तमाशा देख रहे थे l एक लड़का दुपट्टा को दूसरे लड़के की ओर फेंकता है तो अंतस बीच में आकर पकड़ लेता है l सभी लड़कों का ध्यान अंतस की ओर जाता है l

माधो - अरे, पात्रपडा का हीरो आ गया, (उसके साथी ओ हो कर चिल्लाने लगते हैं)

अंतस दुपट्टा लेकर संतोष को देता है l संतोष दुपट्टा लेकर अपनी बहन के पास जाता है और उसे दे देता है l

माधो - ओए, अंतस यह मेरा और इनके बीच का मामला है l तु क्यूँ अपना सिर फोड़ने आ गया l
अंतस - तु अपना दादागिरी की दुकान कहीं और जाकर खोल l इंसान बन और कुत्तागिरी छोड़ l
माधो - हाँ साले छोड़ दूँगा, तु बस एक दिन के लिए मेरा सच्ची मुच्ची का साला बन जा l वैसे भी तेरे जीजा ने चूस के फेंक ही दिया है l

अंतस गुस्से में माधो के मुहँ पर मुक्का जड़ देता है l माधो कुछ कदम पीछे जाकर गिर जाता है l इतने में माधो के साथी अंतस को पकड़ लेते हैं पर अंतस गुस्से में पागल हो गया था, अंतस और उन लोगों के बीच मुठभेड़ शुरू हो जाता है l अंतस सब पर भारी पड़ने लगता है l एक एक कर माधो के साथी वहाँ से भाग जाते हैं l माधो अकेला रह जाता है l अंतस उसे बुरी तरह घसीट पीटने लगता है l झगड़ा इस कदर बढ़ चुका था कि लोग जो अब तक तमाशा देख रहे थे वे भी भाग गए थे l बस कुछ बाइक्स खड़ी थीं पर लोग वहाँ से नदारद थे l थोड़ी देर बाद खून से सना माधो जमीन पर गिर कर कराह रहा था l अंतस चारों ओर देखता है वहाँ पर लोग ही नहीं संतोष और उसकी बहन भी नहीं थे, पर एक कार खड़ी थी l अंतस उस कार के पास जाता है आगे ड्राइवर था पीछे एक लड़की बैठी थी, जिसका चेहरा साफ नहीं दिख रहा था l

अंतस - (ड्राइवर से) क्या आप मेरी मदत करेंगे
ड्राइवर - कैसी मदत
अंतस - (माधो की ओर इशारा करते हुए) वह लड़का बहुत घायल है, क्या उसे मेडिकल ले जाने में मेरी मदत करेंगे l
ड्राइवर - नहीं बिल्कुल नहीं, तुम अपने झगड़े में हमें क्यूँ घसीट रहे हो, जाओ कोई ऑटो कर लो या एम्बुलेंस को बुलाओ l
लड़की - (जो पीछे बैठी थी, जिसका चेहरा साफ नहीं दिख रही थी ) कोई बात नहीं, आप उस लड़के को लेकर आइए, मैं सामने बैठ जाती हूँ, आप उसे लेकर पीछे बैठ जाइए l

जब तक अंतस माधो को उठा कर गाड़ी तक लाता है तब तक लड़की आकर सामने ड्राइवर के पास बैठ चुकी थी l अंतस पिछली सीट पर माधो को लेकर बैठ जाता है l ड्राइवर गाड़ी स्टार्ट कर आगे ले जाने लगता है l

लड़की - (बिना पीछे मुड़े) एक बात पूछूं l
अंतस - जी
लड़की - मैंने देखा, आप इसे मार रहे थे l फिर आप ही इसे हस्पताल लेकर जा रहे हैं l
अंतस - बात दरअसल यह है कि, यह मेरे दोस्त और उसकी बहन के साथ अपने दोस्तों के साथ मिलकर बदतमीजी कर रहा था, मैं बस उन्हें बचाने आया था l
लड़की - कौन दोस्त, कौन लड़की, कोई भी नहीं दिखा l
अंतस - शायद झगड़ा इतना बढ़ेगा मेरे दोस्त ने सोचा नहीं था, अपनी बहन को लेकर चला गया l
लड़की - कमाल है, आपको मुसीबत में छोड़ कर चला गया l
अंतस - नहीं, मुसीबत में तो इसके दोस्त इसे छोड़ कर चले गए l बात एक लड़की की है इतना तो खयाल करना पड़ता ही है l
लड़की - क्या आप अपने दोस्त की बहन के लिए, इसे इस कदर मारे l
अंतस - नहीं, मैं सिर्फ बात चित से सुलझाना चाहता था l पर इसने मेरी बहन पर गंदी बात की, मुझसे सहा नहीं गया l
लड़की - अगर बात ऐसी है तो इसे हस्पताल क्यूँ लेकर जा रहे हैं l
अंतस - है तो यह अपने इलाके का, और मैं इसके माँ बाप को मौसा मौसी बुलाता हूँ l उनके आंखों में अपराधी नहीं बनना चाहता हूँ इसलिए इसे हस्पताल ले जा रहा हूँ l


लड़की कुछ नहीं कहती, हस्पताल आ जाता है l अंतस माधो को लेकर उतर जाता है l कार में बैठी लड़की वहाँ से चली जाती है l

फ्लैश बैक खत्म
~~~~~~~~

तभी अंतस का नया मोबाइल बजने लगता है l डिस्प्ले में होम दिख रहा था l फोन पर लक्ष्मी थी l

लक्ष्मी - हैलो, बेटा
अंतस - हाँ मम्मा, बोलो
लक्ष्मी - आज का दिन तो बहुत शुभ निकला, तेरे जीजाजी के घर से खबर आया है, आज शाम को आकार तेरे दीदी को ले जाएंगे l
अंतस - वाह मम्मा, यह सच में बहुत खुशी की बात है l
लक्ष्मी - हाँ बेटा, मैं सोच रही थी तेरी दीदी की बिदाई में कुछ दें क्या l
अंतस - मम्मा, आपने दहेज में बहुत कुछ दिया है l
लक्ष्मी - हाँ हाँ दिया है, पर लड़की उसके बाद घर पर ही तो रही है l अब जब बिदा करने का वक़्त आया है तो क्या खाली हाथ भेज दें l पुरानी परंपरा में गौना भी होता था, तो समझ ले हम तेरी दीदी का गौना करा रहे हैं l
अंतस - ठीक है मम्मा, तुम क्या देना चाहते हो l
लक्ष्मी - देख तेरे पापा के पास अभी दस लाख हैं, मै चाहती थी अगर हम कुछ गहने, (अटक अटक कर) मेरा मतलब है एक दो गहने हम दे पाएँ तो, कम से कम एक अंगुठी या कान की बाली
अंतस - समझ गया मम्मा, मैं आज शाम को कुछ ना कुछ ले आऊंगा l
लक्ष्मी - बहुत अच्छा बेटा, जीता रह, अच्छा फोन रखती हूँ और हाँ यह तेरे और मेरे बीच रहनी चाहिए, अपने पापा को भी मात बताना
अंतस - अच्छा ठीक है मम्मा

फोन कट जाता है l अंतस के चेहरे पर एक मुस्कान उभर आती है फिर जैसे ही पुरानी मोबाइल को देखता है मुस्कान गायब हो जाती है और अंतस उस मोबाइल को सड़क के एक किनारे फेंक कर आगे बढ़ जाता है l


~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

गैलरीया मॉल में अंतस पहुँचता है l वहाँ पर एक बड़े ब्रांडेड ज्वेलरी शॉप में पहुँचता है l एक सुंदर सी बाली देख कर उसे खरीदता है और पेमेंट जेडी की दी हुई कार्ड से करता है l कीमत डेढ़ लाख की थी l पैक करा लेने के बाद वह ज्वेलरी की शॉप से निकल कर मॉल के हलचल वाली जगह पर आता है l देखता है एक लड़का अपने हाथ में एक बड़ा सा फ्लावर बुके लेकर नीचे आ रही एस्कालेटर के पास खड़ा था l अंतस की नजर अपने आप एस्कालेटर पर टिक जाता है l एक बहुत ही खूबसूरत लड़की उतर रही थी l सफ़ेद चुड़ीदार पंजाबी लिबास में बेहद ही खूबसूरत लग रही थी l जैसे ही एस्कालेटर से लड़की नीचे आती है वह लड़का उसके सामने घुटने पर बैठ कर लड़की को बुके देते हुए अपने प्यार का इजहार करता है l

लड़का - मैं अपने प्यार का इजहार कर रहा हूँ
यह फूल नहीं मेरा दिल है जो तुम्हें दे रहा हूँ ll

लड़के के साथ उसके जो दोस्त थे सभी ताली बजा कर हौसला अफजाई करते हैं l लड़की पहले तो हैरान होती है फिर मुस्करा कर बुके लेती है l सभी लड़के है है कर चिल्लाने लगते हैं l लड़की सबको हाथ दिखा कर शांत होने के लिए कहती है, सब शांत हो जाते हैं l

लड़की - पसंद आया, तुम्हारा यूँ मुझे प्रपोज करना, पर पूछना चाहूँगी मैं ही क्यूँ और भी तो हैं इस सहर में l
लड़का - अरे यार, तुम बहुत स्पेशल हो, आई मीन यु आर बेस्ट और मैं बेस्ट ही तो डिजर्व करता हूँ l
लड़की - ओ, यु मीन, इस सहर में मैं सबसे बेस्ट हूँ, और तुम
लड़का - मैं, आई थिंक आई एम दी बेस्ट, आई चैलेंज मुझसे बेस्ट तुम्हें इस सहर तो क्या दुनिया में भी नहीं मिलेगा l
लड़की - ओके देन लेटस हाव डील, मैं तुम्हारे प्यार को कुबूल करती हूँ, बट अगर मुझे तुमसे कोई बेहतर मिला तो मैं तुम्हें छोड़ कर उसके साथ चली जाऊँगी l
लड़का - (फीकी हँसी हँसते हुए) हे हे हे, तुम मज़ाक कर रही हो ना l
लड़की - नो नट एट ऑल, तुमने अभी खुदको बेस्ट कहा है और मैं कह रही हूँ मुझे तुमसे कोई बेटर मिला तो मैं उसे चुनूंगी
लड़का - (खीज कर) यु मीन तुम मुझे डीच करोगी l
लकड़ी - ऑफ कोर्स l
लड़का - ह्व़ाट द फक, मैं तो तुम्हें अच्छी लड़की समझता था l
लड़की - अच्छा, इस सहर में मुझे आए दो हफ्ते हुए हैं l आई ग्यारंटी, ना तो तुम मेरे नाम से वाकिफ होगे ना ही मेरे फैमिली बैकग्राउंड से, पर तुम मुझे अच्छी तरह से समझ चुके थे l
लड़का - आर यु सीरियस l
लड़की - क्यूँ तुम्हें किस बात का डाऊट है l
लड़का - साली रांड, तुझे अच्छी लड़की समझ कर तेरे पीछे जुता घिस घिस कर घूमता रहा और अब तु मुझे अपना यह शकल दिखा रही है l
लड़की - मैंने तुझे अपना यह रूप दिखाया, तभी तो बात से और ज़ज्बात से तु अपनी असलियत पर आ गया l
लड़का - साली तेरी तो l

तब तक मॉल के सिक्योरिटी लड़के और उसके साथी को पकड़ लेते हैं और उन्हें घसीटते हुए बाहर ले जाते हैं l लड़की मुड़कर बाहर जाने लगती है l लड़की के बाहर पहुँचते ही अंतस उसके पास पहुँचता है और उसे आवाज देता है l

अंतस - रुकिए, (लड़की रुक जाती है, अंतस उसके पास पहुँचती है) मैं आपसे एक बात पूछना चाहता हूँ, अगर आप बुरा ना माने तो l
लड़की - (हैरान हो कर भौंहे सिकुड़ कर अंतस को देखती है) पूछिये
अंतस - आप उस लड़के को सीधी तरह मना कर देती, इतना कुछ करने की क्या जरूरत थी l
लड़की - मुझे जो सही लगा मैंने वही किया l
अंतस - पर इससे उसके दिल पर चोट लगी l
लड़की - आप गलत कह रहे हो, दिल पर नहीं, अहं पर या यूँ कहूँ मर्दाना गुरूर पर चोट पहुँची है l
अंतस - हाँ वही, आपका सुलूक ही ऐसा था कि वह लड़का हाइपर हो गया, शायद खतरनाक हो जाए l
लड़की - तो मुझे डर कर उसका प्रपोजल एक्सेप्ट करलेना चाहिए था, क्यूँ l
अंतस - नहीं मैं कह रहा था आप सीधी तरह मना कर देतीं l
लड़की - देखो मिस्टर, मैं समझती हूँ, तुम्हें उससे हमदर्दी क्यूँ हो रही है, और तुम उसके लिए वकालत क्यूँ कर रहे हो l (अंतस कुछ कहना चाहता था, पर वह लड़की उसे रोक देती है) लेट मी फिनिश, कुछ लड़के होते हैं, जो हर लड़की को अपना प्रॉपर्टी समझते हैं, उल्टा सीधा कर उसे हासिल करने लगते हैं, अगर हासिल हो जाए तब भी बर्बाद कर देते हैं और ना हो तब भी बर्बाद करने की हर कोशिश करते हैं l ऐसों से पाला अभी से नहीं स्कुल लाइफ से वास्ता पड़ रहा है l अगर वह मुझे बेस्ट कह रहा था तो क्या मैं बेस्ट डिजर्व नहीं करती, वह खुद को बेस्ट कह रहा था पर जब मैं उससे भी बेटर की बात कही वह ईन सिक्युर हो गया और अपना भड़ास निकालने लगा, पल भर पहले जो मुझे बेस्ट कह रहा था वही गंदी गंदी गालियों पर उतर आया l वैसे भी उसने मुझे प्रपोज किया ही क्यूँ, इसलिये ना कि मैं खूबसूरत हूँ पर (इतना कह कर लड़की अपने बालों को हटाती है, दाहिने कान के नीचे चमड़ा जला हुआ था) अगर यह जला हुआ हिस्सा मेरे कान के नीचे के बजाय मेरे चेहरे पर होती तो क्या वह मुझे प्रपोज करता, कभी नहीं l (इतना कह कर लड़की जाने को होती है फिर अचानक रुक कर) यह जला हुआ हिस्सा भी एक सिरफिरे की वज़ह से है, मेरे सीधे मना करने के बाद मेरे ऊपर तेजाब फेंका था l गनीमत थी के मेरे हाथों में उस वक़्त किताब थी जिसके आड़ ने मेरे चेहरे को बचा लिया था l इसलिए मुझे ऐसे लड़कों से नफरत है, घिन है l

कह कर वह लड़की वहाँ से चली जाती है l मुहँ खोले अंतस उसे जाते हुए देखता रह जाता है l वह मुड़ता है तो उसकी आँखे एक विज्ञापन पर ठहर जाती है l

डोंट जज अ बुक बाय इट्स कवर

Bahut hi shandar update he Kala Nag Bhai,

JD aur Antas ke beech kuch aisi deal huyi he, jiske karan ab antas ka wapis lautna mushkil...........

Isiliye usne 6 mahine apne ghar na rehkar kisi dusre shahr me rahne ki request ki he............

Mujhe lagta he ye ladki jarur car wali hogi...........

Keep rocking Bro
 
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Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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दिल पर बंदिश ही इस कहानी का अहम हिस्सा है l यही आगे चल कर अंतस और जेडी के बीच खुन्नस सामने लाएगा
ओह, भूल गया कहानी का नाम ही स्पंदन है। :thumbup:
 
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अंतस की कोई नौकरी वगैरह नही लगी है , एक डील हुई है जे डी साहब से । एक ऐसी डील जिसके लिए जे डी साहब ने सौ करोड़ रुपए तक देने की पेशकश कर दी थी । यह बात अलग है कि अंतस ने सिर्फ एक करोड़ की ही मांग रखी ।
आखिर क्या है इस डील की सच्चाई ? ऐसा क्या है जिसके चलते जे डी साहब सौ करोड़ रुपए तक खर्च करने के लिए तैयार हो गए ? पहले लगा था शायद कोई किडनी या किसी खास अंग डोनेट करने की डील हो सकती है पर यहां तो बहुत बड़ी रकम की बात हो रही है ।
जे डी साहब क्या अंतस का किडनी , लीवर , अंतड़ी , आंखे वगैरह वगैरह सबकुछ ले लेना चाहते हैं ?

खैर , अगर अंतस की जान खतरे मे है तो मुझे इस डील पर अफसोस ही होगा ।

अंतस की अपनी नायिका से भी दो बार आमना सामना हो गया । नायिका का कैरेक्टर एक जुझारू और साहसी लड़की का है । यह लड़की सपनों मे नही , हकीकत पर विश्वास करती है जो इस लड़की के अच्छे चरित्र को उजागर कर रहा है ।
लड़की एक सरफिरे का तेजाबी शिकार भी हो चुकी है । कोई बात नही चांद पर भी दाग होता है । वैसे भी लड़की का चरित्र बढ़िया होना चाहिए ।

कहानी अब लय मे आ गई है । पर अंतस के जीवन की पटरी लय से उतरते हुए दिखाई दे रही है । काफी दुख लिखा हुआ है किस्मत मे ।

खुबसूरत अपडेट बुज्जी भाई ।
 
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