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Incest Aaaah Ghar ki rasili bur aur gaand

Story ko kaun si front me likhu?

  • Hindi front

    Votes: 19 43.2%
  • Hinglish front

    Votes: 25 56.8%

  • Total voters
    44
  • Poll closed .

Seema09

Happy in my life😍😍
56
136
33
Achi story hai plz upadte doo
 

PankajKumar

New Member
10
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3
Update Aayega Ya Nahin?
 

Lonelyguy

GOT- Money Looks Body Stamina !!! Missing-Love💔
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Bhai tum itna detail me ghus jaate ho ki story samajh se bahar ho jaati hai..
 

Ladoputi

New Member
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Leaving story uncompleted or what?
 

Babulaskar

Active Member
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Update Aayega Ya Nahin?
Are bhai aur kitna apne aap ko insult karoge? Yeh writer story continue nehi karega. Bus kehne me sharma raha hai.
 
  • Like
Reactions: pprsprs0
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Update 6

भैया बेड पे लेटे थे जांघिया में और खुशी भाभी अपनी साड़ी उतार रही थी...
साड़ी खोल के अब खुशी भाभी ब्लाउज खोल रही है थी दोनों खोलने के बाद पेटीकोट और मरून ब्रा में बेड पे चली गई भाभी । दोनों एक दूसरे को बांहो में लेके किस करने लगे।
अब भैया अपना हाथ नीचे लेजाकर भाभी की पेटीकोट की डोरी को खिंचता है और पेटीकोट नीचे की और चला जाता है। खुशी भाभी अपने हाथ से नीचे की और कर देती है पेटीकोट को और पैर से निकाल लेती है , मैं ये देख के रोमांचित हो रहा था जैसे जैसे पेटीकोट नीचे की और खिसक रही थी भाभी की गौरी केले के खंभे की तरह बिल्कुल दूध जैसी गोरी जांघ को देख के पागल से हो रहा था । पेटीकोट के हटते हिं खुशी भाभी मरून कलर की पेंटी में आ गयी । बुर के पास बिल्कुल फूली हुई । मुझे समझते देर नही लगी मैं सोचने लगा या तो खुशी भाभी की बुर के होंठ मोटी है या फिर बुर झांट से भरी यही सोच के मैं रोमांचित हो रहा था..

खुशी भाभी- भैया के चड्डी के उपर से हिं अपनी चूत लंड पे घिस दी

भैया- अरे खुशी तुम्हारी पेंटी में क्या है ऐसा लग रहा है सॉफ्ट और ठंडक महसूस हो रहा है...

खुशी भाभी- मुस्कराती हुई बिल्कुल प्यार से भैया के फेस को अपनी दोनों हाथों में लेते हुए आंख में आंख डाल के बोलती है आप की लाडली बहन जुली आपकी पत्नी की मुनिया को केक से लथपथ कर दी है

भैया- खुश होते हुए ऐसा क्या इतनी सरारती है जुली

भाभी- और नही तो क्या पता है और क्या बोली..

भैया- क्या बोली

भाभी- यही बोली कि भाभी केक की क्रीम लगा रही हूं ता की भैया का लौड़ा आराम से ले सको कोई दिक्कत न हो

भैया - हट्ट बदमाश फिर तुम क्या बोली...

भाभी- मैं बोली तुम्हारे भैया का लौड़ा लेने के लिए अब क्रीम लगाने की जरूरत नही पड़ती है मेरी बुर ऐसे हिं गटक जाती है लौड़ा को...

और मैं अपनी चूत पे लगी केक जुली की बुर पे लगा दी और बोली ननदोई जी को तैयार बुर मिलेगी चोदने को...

तब जुली बोलती है आज घर मे मटन बनी है तो मेरी चूत नही बल्कि मेरी गाँड़ लेंगे क्यों कि नॉनवेज खाने के बाद मेरी गाँड़ हिं लेते हैं पतिदेव

फिर मैं अपनी पेंटी में हाथ डाल के केक जुली की गाँड़ में लगाते हुए बोली आज ननदोई जी हचक हचक के पेलेंगे

भैया- आह जीजू का भी आईडिया मस्त है नॉनभेज खाने के बाद हा हा हा...

खुशी भाभी- आपका लौड़ा क्यों इतना सख्त हो गया है आज बहन की बात सुन कर क्या

भैया - बस थोड़ा सा मुस्करा दिए...और बोले आज तो स्पेशल डे है ऊपर से जुली तुम्हें तैयार कर के भेजी है ...


भाभी- मतलब फिर कल शुबह चलने लायक भी नही छोड़ोगे और दोनों हसने लगे साथ हिं साथ किस भी चल रही थी


(भैया और भाभी की बात सुनकर तो मेरी लौड़ा का हालात खराब था खाशकर जुली दी भाभी की बुर पे केक लगाए है मतलब सीढ़ी के पास जो हाथ मे केक लिए थे दीदी वो भाभी की बुर में लगाने के लिए हिं आआआह भाभी की बुर केक से भरी हुई कैसी लगती होगी आआआह कैसे भैया के लौड़ा पे घिस रही है आआआह)....

भैया भाभी दोनों एक दूसरे को बांहों में इस कदर जकरे थे और दोनों की होंठ आपस मे चिपकी हुई..कभी भाभी नीचे तो कभी भैया पलंग के इस छोर से उस छोर तक अलट पलट के किस हो रही थी..


अब खुशी भाभी भैया के शरीर से उठकर भैया के जांघ पे बैठ जाती है भैया का लौड़ा चड्डी में से लग रहा था कब बाहर आ जायेगा लंड की शेप बानी हुई थी। भाभी अपनी अपनी दोनों हाथ की एक एक उंगली भैया की चड्डी में फसा दिए और नीचे की और खिसका रही थी चड्डी के हटते हिं भैया का मोटा खड़ा लौड़ा जो करीब 6-7 " की होगी ...

मेरा लौड़ा भैया से काफी बड़ा और ज्यादा मोटा है 9" का... ..

भाभी बड़े प्यार से नजरे गराई हुई थी भैया के लौड़ा पे भाभी मुस्कारते हुए अदा के साथ चड्डी उतार के बाहर निकाल दी भैया पूरी तरह नंगा हो गए और भाभी अभी भी ब्रा पेंटी में थी और अब भाभी भैया के ऊपर लेट गयी और दोनों के फेस एक दूसरे के सामने भाभी एक किस करती हुई बोली..
भाभी- आह जानू आज कैसे प्यार करोगे अपनी हुस्न की परी को?
भैया- तुम तो जानती ही हो पिछले बार कि सालगिरह के दिन हमदोनो में किस लेवल की (भाभी की कान में चुदम चुदाई ) होती है ये सुनते हैं भाभी जोर से अपनी बुर पेंटी के ऊपर से हिं भैया के लौड़ा पे घीस देती है..

भाभी- आआआह पिछली बार तो मायके में सालगिरह मनाए थे ...बाथरूम किचेन और बैडरूम सारी जगह...

भैया- हां यहां और लोग हैं इसलिए नही तो यहां भी घर के हरेक कोने में अपनी हुस्न की पारी को चोदता ...वहां तो बस सास ससुर हैं दोनों अपने ड्यूटी में बिजी और भैया भाभी घर पे रहते नहीं...तो ऐसे में गदराई बीबी को जहां मन वहां चोदने की आजादी

भाभी- हाँ सही बोले वहां का मज़्ज़ा हिं अलग है जब मन तब शुरू हो जाओ ...
और फिर एक लंबी और जोरदार किस होती है।

बाहर मेरी हालत खराब हो रही थी भैया भाभी की बात सुनकर और में सोचने लगा आआआह आज तो मस्त चुदाई देखने को मिलेगी।

अब भैया खुशी भाभी को नीचे कर दिए और भैया ऊपर आ गए दोनों आपस मे लिपटे हुए हैं फिर उसी तरह किस करते करते कभी भाभी ऊपर तो कभी भैया बेड के इस छोड़ से उस छोड़ तक दोनों की ऐसी मस्त किस देखकर मुझे तो काफी मज़्ज़ा आ रहा था।करीब 5 मिनट तक ऐसे हीं किस चलता रहा। अब भाभी नीचे थी और भैया ऊपर इस बार भैया अपना लौड़ा को भाभी की पेंटी के ऊपर से ही घिसने लगे ।

भैया ठीक उसी तरह जैसे भाभी ने भैया की चड्डी खोली उसी तरह 2 फिंगर फसा के भाभी की पेंटी नीचे करने लगे धीरे धीरे पेंटी नीचे होने लगा जैसे हिं हल्का नीचे हुआ....

मेरी नज़र भाभी की की बुर वेनिला केक से भरी हुई है भाभी के बुरे की झांट और बुर सभी जगह केक सनी हुई थी और भैया पेंटी खोलते हुए मुस्करा रहा था पेंटी में भी केक लगी हुई थी भैया ने पेंटी खोल के अपने हाथ में लिया और अपनी सेक्सी मस्तानी बीबी को दिखाते हुए पेंटी पे लगी हुई केक को एक बार चाट लेता है। पेंटी पे अभी भी बहुत सारा केक लगा हुआ था जो भैया ने वही बगल में पेंटी को रख दिये। और साथ हिं भाभी की ब्रा भी खोल दिये..
खुशी भाभी की बड़ी बड़ी चूची जिसे देख के मैं अपना लौड़ा निकल के हाथ से सहलाने लगा एकदम गोरी चूची बड़ी बड़ी भूरे रंग की निप्पल बिल्कुल टाइट ..


अब भैया खुशी भाभी की पैर को फैला के भाभी के बुर के करीब आ गए । इस पोजीशन में थे कि जैसे मानो खुशी भाभी के बुर से आ रही खुशबू ले रहा हो और एक नज़र भाभी पे डालते हैं भाभी मंद मंद मुस्करा रही थी और अचानक हिं भैया का हमला भाभी के ऊपर छलांग लगा दिए और दोनों का लिप्स आपस मे सटे हुए एक और जोरदार किस शुरू हो गयी और नीचे भैया का लौड़ा बिल्कुल भाभी की बुर से सटी हुई किस करते हुए दोनों की बॉडी आपस मे चिपकी हुई जैसे मानो हवा भी पास न हो सके ...

अपनी मुंह से भाभी की बड़ी बड़ी चूची को चूसने लगे और एक हाथ से भाभी की दूसरी चूची मसलने लगे और साथ हिं साथ किस जोरो पे था और
किस का अंत हुआ और भैया भाभी के ऊपर से उठ रहे थे जैसे हिं उठे भैया का जांघ और लौड़ा पे भाभी की बुर की केक लगी हुई थी ठीक वैसे हिं भाभी की बुर और पूरी गोरी जांघ में केक लगी हुई वाइट वाइट ऐसे लग रहा था जैसे भाभी की बुर से निकली हुई रस से नहा ली हो। सुंदरता कि चार चांद लग गयी थी । भैया नीचे की और हुए और और अपना जीव भाभी की सेक्सी केले के खंभे जैसी जांघ पे लगी हुई केक को चाटने लगे और और पूरी जांघ साफ कर दिए

जांघ बिल्कुल चमक रही थी और अब जीव को भाभी की बुर पे लगा दिए पहले तो भाभी की बुर पे केक लगी होने की वजह से झांट नही दिख रहा था भैया के ऊपर चढ़ने से केक इधर उधर फैल गया

खुशी भाभी की बुर पे हल्की हल्की झांट और उसपे लगी हुई केक काफी सुंदर लग रहा था । भैया के जीव भाभी के बुर पे लगी केक को चाट के साफ करने में लगे हुए थे और झांट के बीच मे फसी केक को चाट चाट कर खाने लगे
खुशी भाभी पास में रखी हुई मोबाइल को उठा के अपनी बुर की चुसाई की फ़ोटो क्लिक कर रही थी और मुस्करा भी रही थी...
ये देख के मेरा लौड़ा से अपने आप माल निकलने लगा और अपनी भाभी की कल्पना करने लगा और आंख बंद हो गयी कुछ देर के लिए और जब मैं अपनी आंख खोलता हूँ तो देख रहा हूँ अभी भी भैया भाभी की बुर को चाट हिं रहे हैं और अब लगभग भाभी की बुर से केक चाट के साफ कर दिए थे और अपनी जीव भाभी की बुर के लिप्स में घुसा के चूस रहे थे

भाभी की बुर पर से केक हटने के बाद भाभी की गोरी जांघ के बीच बिल्कुल गोरी बुर की लिप्स और बुर के अंदर हल्के बुरे कलर की पुट्टी आआआह गजब का मज़्ज़ा आ रहा था जैसे मैं स्वर्ग में हूँ...


अब भाभी को बर्दाश्त होना मुश्किल हो गया था वो अपनी हाथ को आगे कर के भैया की पैर को अपनी तरह खीच रहे थे भैया भाभी मदद किये और पीछे की और हो गए मतलब भाभी पीठ के बल लेटी हुई थी और भैया उनके ऊपर जीव से बुर चूस रहे और ऐसा लग रहा था कि भाभी की आग भड़क गई हो अपनी ताकक लगा के भैया को नीचे किये और वो खुद ऊपर हो गयी....


अब खुशी भाभी अपनी जीभ से भैया के जांघ को जिसपे केक लगा हुआ था जो थोड़ी बहुत सुख चुकी थी और लौड़ा तो लग रहा था जैसे वेनिला केक का क्रीम में ऐसा सना हो दिखने से लग रहा था कि लौड़ा और बुर की माल लगी हो जिसे खुशी भाभी ने बड़े हिं प्यार से चाट रही थी... भाभी की अदा तो जानलेवा थी। ऐसी अदा के साथ भैया का लौड़ा चूस रही थी कि जिसे देखकर एक बार फिर से मेरा लौड़ा का हालात खराब था अपने घर की बुर और गाँड़ को सोच के हिलाने वालो को रियल में देखने को मिल रहा था आह ऐसी सुखद अनुभूति भाभी की ऐसी अदा देख के मेरा लौड़ा कब का टाइट हो गया और लग रहा था कब माल छूट जाएगा

खुशी भाभी का इस अदा से लंड चूसना काफी मस्त लग रहा था । भाभी, भैया के लंड पे सारे क्रीम को चाट के पूरा लौड़ा अपनी मुंह मे लेके मजे से चूस रही थी और भैया आंख मूंद के मज़्ज़ा ले रहे थे अब भैया से बर्दास्त नही हुआ तो भैया खुशी भाभी की एक पैर को खीच के अपने ऊपर कर लिया भाभी भैया के पेट के बल उसपे लेट गयी और लुंड चूसने लगी उधर भैया भाभी की बुर में अपना मुंह लगा के चूसने लगे 69 पोजीशन में दोनों एक दूसरे का मज़्ज़ा ले रहे थे ।बीच बीच मे भाभी फ़ोटो भी क्लिक कर लेती थी। अब भाभी को पटक के नीचे कर दिए और और भैया पूरी जोर जोर से अपना लौड़ा भाभी की मुंह मे गले तक पेल रहे थे और बीच बीच मे भैया , भाभी की मुंह थूक से भर चुकी थी...और फिर भैया अपना लंड बाहर निकाल लेते थे ..दोनों करीब 5 मिनट एक दूसरे का बुर और लौड़ा चूस रहे थे दोनों चरम सीमा पे पहुच गए थे एक बार फिर से पोजीशन चेंज हो गया फिर भैया नीचे भाभी ऊपर आआआह दोनों फुल जोश में भैया भाभी की बुर चाट रहे थे जो पूरी तरह से गीली हो गयी थी खुशी भाभी की बुर के होंठ में कंपन आ रही थी ऐसा लग रहा था कि भाभी बहुत करीब है और भाभी भी कुछ कम नही थी वी भी पूरी जोश के साथ भैया जे लौड़ा को मुंह मे गटक ली । दोनों का स्पीड बढ़ता हिं जा रहा था । भैया भाभी बहुत तेजी से लगे हुए और भाभी बर्दास्त नही कर सकी उनकी बुर से अमृत रस निकलने लगी जो भैया अपनी मुंह मे इक्कठा करने लगे ...

जब खुशी भाभी की चूतरस निकल रही थी बुर की फांके थरथरा रही थी और सारा माल भैया अपने मुंह मे जमा कर लिए और वो भी बर्दाश्त नहीं कर पाए और अपना लौड़ा से एक एक तुरक्का अपनी चुदास से भरी बीबी की मुंह मे छोड़ रहे थे। भैया का माल इतना ज्यादा था कि जैसे भाभी की मुंह भर गई हो दोनों अपनी अपनी मुंह मे माल जमा किये हुए थे । अब खुशी भाभी, भैया की और देखते हुए अपनी मुंह मे माल जमा किये हुए सेक्सी अदा के साथ धीरे धीरे रस अपनी मुंह से भैया के सोये हुए लौड़ा पे निकाल रही थी भैया के लौड़ा से निकला रस हिं भैया के लौड़ा को नहला रहा था। भाभी अपनी पूरी मुंह की रस भैया के लंड पे थूक थी ऐसे करने से भैया का लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा और लास्ट में एक बार फिर खुशी भाभी ने लंड को मुंह मे ले ली और फिर सारा माल लंड पे थूक दी और बाद में पास में रखी पेंटी से माल पोछ दी। उधर भैया भी अपनी मुंह मे भाभी की बुर रस जमा किये हुए थे जो भाभी को पता नही थी फिर भैया ने वैसे हिं नीचे भाभी को लिटा दिए और बुर के पास अपना मुंह थोड़ी उचाई पे रख के भाभी की और देखते हुए अपनी मुंह से बुर रस जो कि कम हिं थी लेकिन भैया की थूक मिल जाने से ज्यादा हो गयी और धीरे धीरे रस भाभी की बुर पे गिराने लगे कभी बुर के होठों पे रस गिरता तो कभी झांटो के बीच मे भाभी बिल्कुल सरप्राइज थी कि उसकी बुर रस भैया अपने मुंह मे रखे थे फिर भैया ने वही पेंटी से बुर पे लगे रस को साफ किये और दोनों एक दूसरे के बांहो में आ गए और किस शुरू हो गयी...
Nice content, keep posting.
 

Vikashkumar

Well-Known Member
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Update
 

Rogger

Member
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Bahut accha story h plz update it...
🙏🙏🙏
 
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