SANJU ( V. R. )
Divine
पुनित के लिए फिलहाल तो यही कहूंगा कि जो कुछ भी हो रहा है उसके लिए बुरा ही बुरा हो रहा है । उसे जो दिख रहा है वो भी पुरी तरह सच नहीं है और जो चीजें सुनाया जा रहा है वो भी पुरी तरह सच नहीं है ।
रजनी ने जो रिकार्डिंग भेजा वो बिल्कुल सत्य है लेकिन वो रिकार्डिंग सच्चाई से कोसों दूर है यह भी बिल्कुल सत्य है ।
राजेश का कम्पनी रंगमंच और थिएटर पर आधारित है जहां लड़के और लड़कियों को एक्टिंग भी सिखाया जाता है । पूजा ने स्क्रिप्ट अनुसार रिचा का रोल प्ले किया और राजेश ने राज का ।
इस पुरे सीन्स को रिकार्डिंग करके पुनित के पास भेज दिया गया ।
दोनों कथित भाई बहन बहुत अच्छी से अपनी अपनी भुमिका निभा रहे हैं और उसका फल दिखाई देने भी लगा है ।
दुनिया में ऐसा एक भी पति पत्नी का जोड़ा नहीं होगा जिनके बीच झगड़े और मतभेद न हुए हों । यह पति पत्नी पर निर्भर करता है कि झगड़े को किस तरह और कितने वक्त में सुलझा पाते हैं । कभी पति को झुकना पड़ता है तो कभी पत्नी को लेकिन किसी न किसी एक को तो झुकना ही पड़ता है ।
इसके अलावा जहां पति पत्नी में संवाद की कमी होने लगती है वहां भी मतभेद होता ही होता है ।
अगर पति पत्नी दोनों प्रोफेशन से जुड़े हुए हैं तब अहम एवं इगो एक बड़ा फैक्टर हो जाता है ।
पुनित की कमजोरी है कि वो अपनी शंकाएं पत्नी से खुलकर नहीं कहता । अस्सी प्रतिशत मतभेद संवाद से ही दूर हो जाते हैं और यह समझ नहीं पा रहा है पुनित ।
रेखा रानी जी के रिव्यू से मैं भी सहमत हूं । रिकार्डिंग के द्वारा पति पत्नी में दरार पैदा किया जा रहा है ।
बहुत ही खूबसूरत अपडेट अंकित भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड ब्रिलिएंट ।
रजनी ने जो रिकार्डिंग भेजा वो बिल्कुल सत्य है लेकिन वो रिकार्डिंग सच्चाई से कोसों दूर है यह भी बिल्कुल सत्य है ।
राजेश का कम्पनी रंगमंच और थिएटर पर आधारित है जहां लड़के और लड़कियों को एक्टिंग भी सिखाया जाता है । पूजा ने स्क्रिप्ट अनुसार रिचा का रोल प्ले किया और राजेश ने राज का ।
इस पुरे सीन्स को रिकार्डिंग करके पुनित के पास भेज दिया गया ।
दोनों कथित भाई बहन बहुत अच्छी से अपनी अपनी भुमिका निभा रहे हैं और उसका फल दिखाई देने भी लगा है ।
दुनिया में ऐसा एक भी पति पत्नी का जोड़ा नहीं होगा जिनके बीच झगड़े और मतभेद न हुए हों । यह पति पत्नी पर निर्भर करता है कि झगड़े को किस तरह और कितने वक्त में सुलझा पाते हैं । कभी पति को झुकना पड़ता है तो कभी पत्नी को लेकिन किसी न किसी एक को तो झुकना ही पड़ता है ।
इसके अलावा जहां पति पत्नी में संवाद की कमी होने लगती है वहां भी मतभेद होता ही होता है ।
अगर पति पत्नी दोनों प्रोफेशन से जुड़े हुए हैं तब अहम एवं इगो एक बड़ा फैक्टर हो जाता है ।
पुनित की कमजोरी है कि वो अपनी शंकाएं पत्नी से खुलकर नहीं कहता । अस्सी प्रतिशत मतभेद संवाद से ही दूर हो जाते हैं और यह समझ नहीं पा रहा है पुनित ।
रेखा रानी जी के रिव्यू से मैं भी सहमत हूं । रिकार्डिंग के द्वारा पति पत्नी में दरार पैदा किया जा रहा है ।
बहुत ही खूबसूरत अपडेट अंकित भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड ब्रिलिएंट ।