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Incest All short story collected from Net

आप केसी सेक्स स्टोरी पढना चाहते है. ??

  • माँ - बेटा

  • भाई - बहेन

  • देवर - भाभी

  • दामाद – सासु

  • ससुर – बहु


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junglecouple1984

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Hi Friends all short story collected from internet, if you like story please comment ,, your comment will incourage me to post more story.

All characters are imaginary. None of the stories are related to anyone's life.



STORY INDEX

161) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 4171) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 14181) जंगल में बड़ी चाची की चूत का मंगल191) जवान सौतेली मां की चूत चुदाई की लालसा-4
162) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 5172) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 15182) ससुराल में बीवी और उसकी भानजी संग- 1192) जवान सौतेली मां की चूत चुदाई की लालसा-5
163) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 6173) पहली चुदाई नवविवाहिता मामी के साथ183) ससुराल में बीवी और उसकी भानजी संग- 2193) जवान सौतेली मां की चूत चुदाई की लालसा-6
164) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 7174) शादीशुदा दुधारू बहन की चुत चुदाई184) मां ने मुझसे जमकर अपनी चुत चुदवाई194) अम्मियों ने एक बेड पर एक दूसरी के बेटे से चुदवाया
165) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 8175) मामी ने मेरी चड्डी में हाथ डाला185) बीवी के धोखे में दूसरी चूत मिल गयी195) मेरी सुहागरात में मेरी सास ननद दोनों मेरे साथ चुदीं
166) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 9176) ताई और भाभी की एक साथ चुत चुदाई- 1186) घर में मिला भतीजे का जवान लंड196) सोसाइटी वाली भाभी की चूत चुदाई
167) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 10177) ताई और भाभी की एक साथ चुत चुदाई- 2187) लॉकडाउन में भाई की ससुराल में चुदाई धमाल197) बड़ी बहन को पटाया और चोदा
168) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 11178) मेरी सास की वासना मेरे लंड से शांत हुई188) जवान सौतेली मां की चूत चुदाई की लालसा-1198) बर्थडे गिफ्ट में मिली मामी की चूत
169) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 12179) मां बेटे का नाजायज वाला प्यार- 1189) जवान सौतेली मां की चूत चुदाई की लालसा-2199) कुंवारी लड़की की चुदाई सगे छोटे भाई के लंड से
170) लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 13180) मां बेटे का नाजायज वाला प्यार- 2190) जवान सौतेली मां की चूत चुदाई की लालसा-3200) जवान मामी की चुत को लंड की जरूरत-1
201) जवान मामी की चुत को लंड की जरूरत-2211) पारिवारिक चुदाई की कहानी-7221) मामी की बहन की चूत की खुजली231) सास बहू बेटियों की खुल्लम खुल्ला चुदाई241) पति-पत्नी को दिया मां बेटा ने चुदाई का सुख
202) जवान मामी की चुत को लंड की जरूरत-3212) पारिवारिक चुदाई की कहानी-8222) रसीली चाची की चूत का रस निकाला232) ट्रेन में स्टेप मॅाम के साथ चुदाई का मजा 242) जवान ताई और भतीजे की चुदाई कहानी- 1
203) जवान मामी की चुत को लंड की जरूरत-4213) मेरी वासना और पागल भिखारी का लंड-1223) पहली चुदाई में चाची को चोदा233) मैंने अपने बेटे को जिस्म दिखाकर उत्तेजित किया243) जवान ताई और भतीजे की चुदाई कहानी- 2
204) भाभी माँ का देवर … नादान214) मेरी वासना और पागल भिखारी का लंड-2224) सेक्सी चाची की चूत गांड चुदाई234) अनजान बनकर अंधेरे में चूत चुदाई का मजा244) मौसी के साथ सेक्स के मज़े- 1
205) पारिवारिक चुदाई की कहानी-1215) मेरा भानजा भी है और बेटा भी225) भाभीजान के साथ मेरी पहली लम्बी चुदाई235) मम्मी पापा की चुदाई देखी245) मौसी के साथ सेक्स के मज़े- 2
206) पारिवारिक चुदाई की कहानी-2216) मैं और मेरी प्यासी चाची-1226) मामी की चुत चुदाई की चाहत236) भाभी की चुदाई देखी पहली बार246) मौसी-मौसा के साथ थ्री-सम सेक्स का मजा
207) पारिवारिक चुदाई की कहानी-3217) मैं और मेरी प्यासी चाची-2227) खेत में चुदाई करके मिटाई बुआ की चूत चुदास237) बेटे से पहले मैं चुदी फिर मेरी बेटी चुदी 247) मौसी के साथ डर्टी सेक्स का मजा
208) पारिवारिक चुदाई की कहानी-4218) चाचा दुबई में.. चाची मेरे लंड के नीचे228) पति पत्नी की अदला बदली और मस्त चुदाई238) लॉकडाउन में सासू माँ को चोदा248) मौसी मॉम और बहन के साथ चूत चुदाई
209) पारिवारिक चुदाई की कहानी-5219) आपा यानि बहन के साथ सुहागरात229) एक दूसरे की बीवी चोद कर मनाया नया साल239) ससुर ने मेरी ननद की चूत में लंड पेला249) होटल में सगी चाची की चूत चुदाई की
210) पारिवारिक चुदाई की कहानी-6220) चूत चाटने का ख्वाब पूरा हुआ230) जवान मामी की गांड मारी240) झांटें साफ करवा कर प्यासी चूत चुदवा ली250) अम्मी की चूचियां चूसकर चूत चुदाई की
251) दो दोस्तों ने अपनी अपनी अम्मी को चोदा- 1261) मेरी आपा की औलाद की ख्वाहिश-2271) गर्म चाची को गांव में चोदा281) माँ की चूत की सफाई और चुदाई291) सगी चाची को चोद कर माँ बनाया
252) दो दोस्तों ने अपनी अपनी अम्मी को चोदा- 2262) मेरी आपा की औलाद की ख्वाहिश-3272) ससुर से चुदाई का मजा282) सगी भाभी की वासना की कहानी292) चाची ने मुझे सेक्स करना सिखाया
253) खाला के चक्कर में अम्मी को चोदा263) मेरी आपा की औलाद की ख्वाहिश-4273) शादी में मिला सगी चाची की चूत का मजा283) चुदक्कड़ सेक्सी पंजाबन भाभी की चूत293) मम्मी और आंटी को एक साथ चोदा
254) बड़ी गांड और मम्मों वाली अम्मी की चुदाई264) खाली घर में बहन की बुर गांड चोदी274) कुमारी बुआ को पहला यौन सुख दिया284) मेरी स्टेप मम्मी की चुदाई का खेल294) भाभी की चूत 12 साल बाद भी कुंवारी
255) चुदक्कड़ अम्मी को देखकर बहन की चूत चुदाई265) विधवा मामी की गांड और चूत मारी275) सेक्सी चाची के साथ चूत चुदाई का मज़ा285) छत पर देवर भाभी सेक्स स्टोरी295) सर्दी में मामी की चूत की गर्मी का मजा
256) मेरे घर आई मामीजान की चुदाई की266) सगी मामी का दूध पीकर चोदा276) हॉट पंजाबी मामी को चोदा रात भर286) बहन भाई की चुदाई भाभी ने करवायी296) प्यासी सौतेली मम्मी की चूत चुदाई का मजा
257) चचेरी बहन की गांड मारकर मजा लिया267) गाँव वाली बुआ की गांड चुदाई का मजा277) सगी मामी आसानी से चुद गयी287) भाई बहन की चुदाई का सपना हुआ साकार297) चूत चुदवा कर मां ने दिया सेक्स ज्ञान
258) चाची और उसकी बेटियों की चूत की आग268) मेरी फुफेरी बहन ने दूध पिला कर मेरा लंड लिया278) गर्म मामी की गांड फाड़ चुदाई288) सौतेली माँ की चुदाई का आनन्द-1298) बेटे के लंड ने मां की चुत चोद दी
259) कुंवारी बहन को ट्रेन में चोदा269) मेरी सास की रसभरी चूत चुदाई की दास्तान- 1279) रात में नंगी दीदी मेरे लंड पर बैठ गयी289) सौतेली माँ की चुदाई का आनन्द-2299) मेरी मॉडर्न विधवा मॉम की चुत चुदाई
260) मेरी आपा की औलाद की ख्वाहिश-1270) मेरी सास की रसभरी चूत चुदाई की दास्तान- 2280) स्टेप मॉम की चुदाई से किया सेक्स सफर शुरू290) सौतेली माँ की चुदाई का आनन्द-3300) पति ने कराई बहू ससुर की चुदाई
301) गांव में चाची के संग मेरी पहली चुदाई311) वर्जिन छोटी बहन की चुदाई321) अपंग बाप की वासना और मजबूरी331) मम्मी के साथ चेन्नई यात्रा- 5341) बड़ी मम्मी की चुत चुदाई का मजा
302) मॉम की चुत चुदाई का सवाल312) बुआ की चूत मारी उन्हीं के घर में322) सबसे छोटी मामी जी को बीहड़ में पेला- 1332) सौतेली माँ को सैट करके चोद दिया342) सर्दी में मामी की चूत चोदकर प्रेगनेन्ट किया
303) सौतेली मां की वासना और चुदायी- 1313) चुदक्कड़ मां की मस्त चुत चुदाई का मजा323) सबसे छोटी मामी जी को बीहड़ में पेला- 2333) जेठ के बेटे को पटाकर धमाधम चुदी343) माँ की चूत पर बेटे की नजर- 1
304) सौतेली मां की वासना और चुदायी- 2314) विधवा मौसी ने अपनी प्यासी चुत में मेरा लंड लिया324) सबसे छोटी मामी जी को बीहड़ में पेला- 3334) विधवा मामी की वासना तृप्ति344) माँ की चूत पर बेटे की नजर- 2
305) चाची की प्यासी चूत मुझसे चुदकर ढीली हुई315) भाभी का दूध और लॉकडाउन- 1325) मेरी पहली चुदाई भतीजे के साथ335) मामी की फड़कती चुत में लंड पेला345) माँ की चूत पर बेटे की नजर- 3
306) मामी की चूत और मेरे लंड की प्यास316) भाभी का दूध और लॉकडाउन- 2326) इसकी बीवी उसके पास, उसकी बीवी इसके पास336) भाभी की चुदाई के बाद बहन को भी चोदा346) मामी को माँ बना कर इच्छा पूरी की -1
307) शादी में मॉम को लंड की गर्मी दी- 1317) बीवी की कमी सासू माँ ने पूरी करी327) मम्मी के साथ चेन्नई यात्रा- 1337) बेऔलाद भाभी को चोदकर मां बनाया347) मामी को माँ बना कर इच्छा पूरी की -2
308) शादी में मॉम को लंड की गर्मी दी- 2318) पापा ने मम्मी की चुदाई करके चोदना सिखाया328) मम्मी के साथ चेन्नई यात्रा- 2338) ससुरजी ने मेरी चूत पूरी रात बजाई348) बहनों की अदला बदली और ग्रुप सेक्स- 1
309) पति से ज्यादा मजा बेटे से चुद कर मिला319) देसी मामी को खेत में पेला- 1329) मम्मी के साथ चेन्नई यात्रा- 3339) कुंवारी बहन की बुर कुंवारे भाई ने फाड़ी349) बहनों की अदला बदली और ग्रुप सेक्स- 2
310) सेक्सी मौसी को गर्म करके चोदा320) देसी मामी को खेत में पेला- 2330) मम्मी के साथ चेन्नई यात्रा- 4340) छोटी मामी की मदमस्त चुदाई350) मॉम की चुत चुदायी करके दिल खुश हो गया
351) छोटी बहन को देख बड़ी बहन ने चुदवाया361) कामुक मामी की प्यासी चुत की चुदाई- 2371) ससुर जी का लंड लिया प्यासी चूत में -1381) मम्मी का चाचा से पुनर्विवाह और गर्मागर्म सेक्स- 4391) अनाड़ी भतीजा खिलाड़ी चाची- 1
352) मां की हवस और बेटे की जवानी362) कामुक मामी की प्यासी चुत की चुदाई- 3372) ससुर जी का लंड लिया प्यासी चूत में -2382) मेरी प्यारी मौसी की करतूत392) अनाड़ी भतीजा खिलाड़ी चाची- 2
353) चाचाजान चाची को खुश नहीं कर पाये363) सौतेली मम्मी की चुदाई की भूख मिटाई373) मॉम की चुत के साथ गांड भी मारी -1383) बीवी ने मेरी बहन को मुझसे चुदवा दिया- 1393) सगी भाभी ने चूत गांड दी पर तरसा तरसा कर
354) मामी की मदद से देसी बुर की सील तोड़ी- 1364) बुआ के जिस्म की प्यास भतीजे ने बुझाई374) मॉम की चुत के साथ गांड भी मारी -2384) बीवी ने मेरी बहन को मुझसे चुदवा दिया- 2394) छोटी बहन गांड चूत में भाई का लंड
355) मामी की मदद से देसी बुर की सील तोड़ी- 2365) बहन की नंगी चूचियां देख लंड खड़ा हुआ375) मेरी मम्मी के साथ सेक्स का खेल385) पति के भाई को भी अपना पति बना लिया395) गर्म चाची की जवानी का नजारा
356) मामी की मदद से देसी बुर की सील तोड़ी- 3366) सौतेली मम्मी का दूध पिया और चूत चोदी376) सुहागरात से ही बीवियों की अदला बदली386) चाची की चूत की चुदाई का आनन्द396) देवर के साथ चूत चुदाई की मस्ती
357) सगी भाभी ने मुझे अपना दूध पिलाया367) भाभी के दूध से डेंगू का इलाज़377) जिस्म की पुरानी हवस भतीजे से बुझवाई387) आंटी ने मूत पिलाकर चूत की चुदाई कराई397) चाची के साथ हसीन रिश्ते की शुरुआत
358) नि:संतान भाभी के साथ सुहागरात मनाई368) देवर को पिलाया अपना मीठा गाढ़ा दूध378) मम्मी का चाचा से पुनर्विवाह और गर्मागर्म सेक्स- 1388) गर्मी की रात में मम्मी पापा की मस्ती398) छोटी चाची को सेक्स के लिए मनाया
359) दादाजी ने मम्मी को दबाकर चोदा369) भाई ने बहन की कुंवारी चूत चोदी379) मम्मी का चाचा से पुनर्विवाह और गर्मागर्म सेक्स- 2389) मामी की चूत गांड को रगड़ कर चोदा399) मेरे भैया ने मेरी कुंवारी बुर चोद दी- 1
360 ) कामुक मामी की प्यासी चुत की चुदाई- 1370) लंड की प्यासी अम्मी को चोदकर बीवी बनाया380) मम्मी का चाचा से पुनर्विवाह और गर्मागर्म सेक्स- 3390) चाची सास को चोदकर बच्चे की मां बनाया400) मेरे भैया ने मेरी कुंवारी बुर चोद दी- 2
 
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junglecouple1984

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411) गाँव वाली आंटी के साथ 69 का मजा421) भाभी को पटाकर गीली चूत चोदी431) ठरकी बुआ की मस्त चुदाई441) भाभी समझ कर भैया ने मुझे चोदा451) मां की चुदासी जवानी बाप बेटे से चुदी- 1
412) जवान मामी की चूत चोदने को मिली422) जवानी के जोश में भाई बहन की चुदाई432) भाभी की चुदास मेरे लंड से मिटी442) ससुर के लण्ड की दीवानी हो गई मैं452) मां की चुदासी जवानी बाप बेटे से चुदी- 2
413) बहन ने लंड चूस कर चुदाई का सुख दिया423) दूसरी मम्मी को चोदकर अपनी पत्नी बनाया433) रंडी अम्मी और बहन की चूत चुदाई -1443) भाभी की चूत को उसके मायके में जाकर चोदा - 1453) दीदी के साथ पहली चुदाई का मजा
414) विधवा चाची के साथ पहली गर्म चुदाई424) चचेरे भाई की पत्नी की चूत चोदकर मां बनाया434) रंडी अम्मी और बहन की चूत चुदाई -2444) भाभी की चूत को उसके मायके में जाकर चोदा - 2454) दुलारी आपा को बियर पिलाकर चोदा
415) प्यासी मामी को आगे पीछे से बजाया425) सेक्सी चाची ने मेरे लंड की मौज कर दी435) सगी मामी की वासना जगा कर चूत चुदाई445) सेक्सी मौसी को जमकर कर चोदा455) सेक्सी बहन को चोदकर बीवी बनाया
416) मामी की चूत और गांड छत पर मारी426) बीवी ने मुझे अपनी भाभी की चूत दिलायी436) भाभी ने घर बुलाकर चूत की भूख मिटवाई446) मेरे सगे भाई ने मुझे बेहरमी से चोदा456) पापा ने चोद कर माल बना दिया
417) अप्रैल फूल बोल कर सेक्स किया427) भाभी की चूत से टपकता पेशाब पीया437) विधवा मामी की होटल में चूत चुदाई447) देसी चाची की मदमस्त चूत चुदाई457) मामीजान के साथ चुदाई का पूरा मजा
418) भाभी को अरहर के खेत में चोद दिया428) चाची को अब्बू से चुदने के लिए मनाया438) सेक्सी मामी स्लीपर बस में चुद गयी - 1448) मॉम डैड ने आंटी अंकल से स्वैप सेक्स किया458) आंटी की चूत की खुशबू
419) बड़ी बहन ने मुझे सेक्स का पाठ पढ़ाया429) दीदी की छोटी छोटी झांट वाली चूत439) सेक्सी मामी स्लीपर बस में चुद गयी - 2449) आपा की चूत में भाई का लंड459) मस्त माल खाला की प्यासी चूत चोद दी
420) लॉकडाउन में बहन की चूत चुदाई430) मौसी की चूत की महक ने गर्म किया440) गोवा में हुई घपाघप सामूहिक चुदाई450) मैंने कमसिन कुंवारी कज़िन बहन को चोदा460) चाची और मम्मी की चूत गांड चोदी
461) चिकनी चाची की रसभरी चुदाई471) युवा बेटे से लिया चुदाई मजा481) चुदक्कड़ चाची की चूत चुदाई491) कुंवारी मौसी की चूत को फाड़ दिया
462) दीदी के साथ सेक्स भरी रात472) मामी की चूत का भोसड़ा बना दिया482) मां बेटे के मध्य बना सेक्स सम्बन्ध492) पड़ोस की लड़की की मलाईदार चूत की सील तोड़ी
463) जवान भाभी के साथ सेक्स का फुल मजा473) गाली के बदले मिली भाभी से चूत483) बड़ी भाभी को चोद कर मां बना दिया493) भाभी ने यौनसुख और बच्चे के लिए सेक्स किया
464) छोटी कार में भाभी के साथ मस्ती474) दूसरी मम्मी की चूत चुदाई कर दी484) विधवा आंटी की जवानी का भोग494) नई भाभी की गर्म चूत की चुदाई
465) मेरी चालू मॉम की चुदाई475) भाभी और उनकी चाची को चोदकर बच्चा दिया485) मेरी प्यारी खूबसूरत मामी की चुदाई495) बहन की कुंवारी चूत की चुदाई
466) मामी और मेरा सेक्स का रिश्ता476) पहली बार में ही सगे भाई से चुदी486) भाभी के साथ सेक्स का नंगा नाच496) गाँव में मां बेटा ने लिया चुदाई का मजा
467) लॉकडाउन में मौसी की चूत चुदाई477) जन्मदिन पर मिली आपा की चूत487) ट्रेन में मदमस्त मामी की चुदाई497) भाभी की बड़ी बहन की चूत फाड़ चुदाई
468) प्यारी बहन ने भाई के लिए चूत खोल दी478) अपनी मौसी की गांड फाड़ चुदाई488) गलती से मम्मी मेरे लंड से चुद गई498) दो दोस्तों ने अपनी अपनी अम्मी को चोदा- 1
469) भाभी ने मां बनने के लिए देवर से सेक्स किया479) मामी ने पहली चुदाई का अनुभव कराया489) मेरी कमसिन बहन ने अब्बू के लंड की सवारी गांठी499) दो दोस्तों ने अपनी अपनी अम्मी को चोदा- 2
470) सौतेली मां को बेटे के लंड की ख्वाहिश480) मादक मामी की जोरदार चुदाई का मजा490) छोटी चाची की चूत चुदाई का मजा500) बरसात में आंटी की चूत चुदाई का मजा
501) मैंने अपने बेटों से अपनी चूत चुदवा ली511) दीदी और जीजाजी की थ्रीसम चुदाई का खेल521) भाभी ने मेरे घर पर आकर चुदाई करवाई531) भैया का मोटा लंड चूसकर गांड मरवाई541) छोटी बहन ने मेरा लंड चूमा
502) छोटी मामी को पटा कर चोद ही लिया512) रंडी मां को फूफा के बाद मैंने पेला522) मौसी की चूत गांड की दमदार चुदाई532) रज़ाई में नंगी मॉम की चुदाई542) चुदासी चाची की जमकर चूत चुदायी
503) मेरा पूरा परिवार ही चुदक्कड़ निकला513) बुआ की देसी बुर चोदने का मजा523) मामी की चूत में उंगली करके गर्म किया533) मम्मी की सहेली के साथ चुदाई का मजा543) सेक्स की प्यासी जवान भाभी
504) मेरी बीवी अपने भाई से चुदने लगी थी514) सगी बहन की चूत चोद कर सुजा दी524) कुंवारी बहन चुदी बरसात में534) भाभी और उसकी बहन को चोदा544) नई बहू की चुदाई का मजा
505) गाँव वाली भाभी की चुदाई515) जवान भतीजा और रंगीन चाची धकापेल चूत चुदाई525) प्लान बना कर सेक्सी मामी को चोदा535) छोटी बहन की अनछुई बुर चोद कर मजा लिया545) चाची के साथ चुदाई की एक रात
506) जेठ जी से चुदवाकर गर्भ धारण किया- 1516) भाभी की कमसिन चूत की चुदाई रात में526) चाची को सूने घर में पकड़ कर चोदा536) छोटी बहन के साथ पहला सेक्स546) सगी छोटी बहन की पहली चुदाई
507) जेठ जी से चुदवाकर गर्भ धारण किया- 2517) चाची और बुआ ने मेरे लंड का मजा लिया527) भीगी रात में जंगल में माँ के साथ537) सगी चाची संग होटल में चुदाई का मजा547) मम्मी की गांड में मेरा लौड़ा
508) बहन को मां बनाकर उसका घर बसाया- 1518) बरसात की रात में दीदी की चूत चुदाई528) पड़ोसन भाभी की वासना को अपनी वासना से मिलाया538) सगी बहन की सीलपैक चूत का मजा548) मामी की चूत और कुंवारी गांड मिली
509) बहन को मां बनाकर उसका घर बसाया- 2519) गांव वाली भाभी को पटा कर चोदा529) मेरी बहन मुझसे चुद कर प्रेग्नेंट हुई539) भाभी की महीनों की चुदाई की प्यास बुझाई549) बीवी की अदला बदली कर चुदाई का मजा
510) बहन को मां बनाकर उसका घर बसाया- 3520) बुआ के संग शराब और चुदाई की मस्ती530) मौसी की प्यासी चूत चुदाई का मजा540) विधवा चाची की चुत की प्यास बुझाई550) दीदी के नंगे जिस्म ने दीवाना कर दिया
551) गांव में दीदी की चूत और गांड मारी561) सासू मां की चुदाई-2571) नानी की चूत और मां की गांड़ मारी581) बेटी की चुदाई देख सास चुदी दामाद से591) चाची की चूत गांड पेल कर मजा लिया मैंने
552) बेटे ने अम्मी को बड़े लंड से चुदती देखा562) सासू मां की चुदाई-3572) मेरी चुदक्कड़ चाची-1582) चाची के साथ दिवाली की सफाई-1592) पति ने बीवी को घरेलू रंडी बनाया
553) सेक्सी मामी को चूत चुदवाने को राजी किया563) सासू मां की चुदाई-4573) मेरी चुदक्कड़ चाची-2583) चाची के साथ दिवाली की सफाई-2593) जवान भानजे और विधवा मामी का सेक्स
554) मां की चुदाई बस में-1564) सासू मां की चुदाई-5574) मेरी चुदक्कड़ चाची-3584) चाची के साथ दिवाली की सफाई-3594) छोटी चाची को रगड़ के चोदा
555) मां की चुदाई बस में-2565) सासू मां की चुदाई-6575) मां की चूदाई का सफर - 1585) चाची के साथ दिवाली की सफाई-4595) दीदी और उनकी ननद को रंडी बनाकर चोदा
556) बुआ की चुदाई - 1566) सासू मां की चुदाई-7576) मां की चूदाई का सफर - 2586) गर्भवती साली के साथ धमाधम596) गांव वाली चाची की चुदाई का सुख
557) बुआ की चुदाई - 2567) सासू मां की चुदाई-8577) मां की चूदाई का सफर - 3587) चाची के साथ ठंड की रात597) बहन ने चुदने के बाद बेटी को भी चुदवाया
558) बुआ की चुदाई - 3568) धार्मिक और संस्कारी मां578) मां की चूदाई का सफर - 4588) अब्बू ने अम्मी का हलाला मुझसे करवाया598) ननद के बेटे से नशे में जोरदार चुदाई
559) छोटी बहन को चोद कर सील खोली569) हनीमून पर कपल की अदला बदली - 1579) मां की चूदाई का सफर - 5589) सौतेली मॉम के साथ खंडहर में चुदाई599) चुदक्कड़ मामी की चूत मिली
560) सासू मां की चुदाई-1570) हनीमून पर कपल की अदला बदली - 2580) मेरी और मौसी की चुदाई की पहली दास्तान590) लंड चुसवा कर चुदाई का मजा लिया600) मेरी विधवा बुआ की पलंगतोड़ चुदाई
 
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Story1 :- मामा ने मेरी आपा को चोदा




माँ बेटी सेक्स कहानी में मैंने अपने सामने अपनी अम्मी को उनके मुंहबोले भाई से चुदाई करवाती देखा. फिर मेरी बड़ी बहन को भी मेरे मामा के नंगी करके मेरी अम्मी के सामने ही चोदा.

सभी लंड वालों को और चूत वालियों को मेरा सलाम!
मैं आलम अलवर से आपके सबके लिए लाया हूँ अपनी कहानियों की शृंखला में अगली कड़ी.

में आपने पढ़ा था कि मेरी अम्मी को बिहारी और बबला ने रगड़ रगड़ के चोदा. मेरी रण्डी माँ मेरे सामने ठेकेदार और मजदूर से चुदी!

अब आगे माँ बेटी सेक्स कहानी:

शाम को मैं और मेरी बहन महजबीं और अम्मी काम से घर जाने लगे.

रास्ते में हाफिज मामा की दुकान पर सामान लेने के लिए मैं और अम्मी रुक गए.
महजबीं घर चली गयी.

हाफिज मामा- आओ आपा बैठो!
अम्मी- आज तो थक गई भाई जान काम पे!

हाफिज मामा इशारों में बात करते हुए- क्यों आज डबल मजदूरी कर ली क्या?
मैं छोटा था तो कुछ समझ नहीं पा रहा था.

अम्मी- हां भाई जान, आज दो दो मिल के मार रहे थे.
हाफिज मामा- फिर तो आज मुझे नहीं मिलेगी क्या?
अम्मी- नहीं भाई जान! आज के लिए तो माफ कर दो, सूज के पाव रोटी हो गयी है!

हाफिज मामा- वो सब मुझे नहीं पता, मुझे तो आज ही चाहिए!
अम्मी- अच्छा बाबा आप जीते में हारी!

फिर हाफिज मामा ने अम्मी को चुम्मा और सामान दे दिया.
मुझे भी आइसक्रीम दे दी.
हम घर आ गए.

घर पर आज अमीरा ने खाना पहले से तैयार रखा था.

अम्मी ने मुझे हाफिज मामा को बुलाने को कहा.
मैं- अम्मी, मैं अकेला नहीं जाऊंगा, अमीरा आपा को भेजो मेरे साथ!
अम्मी- ठीक है, जाओ जल्दी आ जाना!

हाफिज मामा दुकान बंद कर रहे थे.

अमीरा- हाफिज मामा, अम्मी ने खाने के लिए बुलाया है.
हाफिज मामा- तेरी अम्मी तो आज लेने नहीं देगी तो आज तुझे देनी पड़ेगी फिर से!
मैं बीच में बोला- अमीरा आपा को क्या देनी पड़ेगी? और अम्मी क्या नहीं लेने दे रही?

हाफिज मामा- बेटा, रजाई की बात कर रहा हूँ.
मैं- तो क्या हुआ, आज आप मेरी ले लेना!

इस पर अमीरा आपा और हाफिज मामा जोर जोर से हँसने लगे.

हाफिज मामा- नहीं बेटा, तेरी छोटी है, फट जाएगी.

अमीरा- अम्मी की कब से ले रहे हो?
हाफिज मामा- बहुत वक़्त से … यह आलम मेरा बेटा है.
मैं- हां मामू, मैं आपका ही बेटा हूँ.

अमीरा- ठीक है मामा, कोशिश करूँगी! पर अम्मी जाग गई तो क्या होगा?
हाफिज मामा- क्या होगा … दोनों की ले लूंगा साथ में! आज सोने नहीं दूंगा दोनों को!

अमीरा- ठीक है. अब चलें, खाना ठंडा हो रहा है।

हम घर आ गए तो अम्मी ने खाना लगा दिया.

सब लोग खाना खाकर सोने के लिए चले गए.
महजबीं और अमीरा दूसरे कमरे में सोने चली गई।

मैं अम्मी साथ में सोने चला गया।
हाफिज मामा बाहर सोने चले गए।

मैं- अम्मी, मुझे मामा के पास जाना है उनके पास सोना है.
अम्मी- नहीं बेटा, मुझे अकेले में डर लगेगा.

मैं- तो अम्मी मामा को यहां बुला लूं क्या?
अम्मी- ठीक है बाबा, बुला ले!

मैं मामा को बुलाकर लाया.
अम्मी- भाईजान, आप यहीं सो जाओ. आलम ने जिद पकड़ ली है.
हाफिज मामा- ठीक है आपा.

फिर सब सो गए.

रात को 12 बजे अमीरा मामा के पास आई और वहीं उनको पकड़ कर लेट गई।

हाफिज मामा ने उसको कस के पकड़ लिया और अमीरा के होठों को चूसने लगे।
अमीरा भी उनका पूरा साथ दे रही थी।

मैं ये सब रजाई के अंदर से देख रहा था.

अब मामा ने मेरी बहन की कुर्ती को निकाल अलग कर दिया और उसकी चूचियों से खेलने लगे।

अमीरा भी मामा के लंड को पजामे के अंदर से मसलने लगी।

अब मामा सलवार के अंदर से अमीरा की चूत पे हाथ फेरने लगे।
अमीरा सिसकारियां लेने लगी।

अमीरा फुसफुसाती हुई- अब जल्दी से कर ले! वरना तेरी रंडी उठ जाएगी.
मामा- तू भी तो मेरी रंडी है।
अमीरा- हां मेरे आका, मैं भी आपकी रंडी हूँ। अब जल्दी करो मेरी जान, आग लगी हुई है मेरी चूत में!

मामा- साली हरामखोर, दिन में तो अच्छे से बजा के गया हूँ।
अमीरा- क्या करूँ मेरे राजा, तेरा लंड ही इतना मस्त है कि बार बार लेने का मन करता है।

अब मेरी बहन मामा का पजामा खोलकर उसके लंड को चूसने लगी.
मामा मजे से लंड चुसवाने लगे- आह मेरी रांड, तू तो रंडी की तरह चूस रही है. आह मेरी जान, मजा आ गया।

अब मामा जोर जोर से मेरी बहन का मुंह चोदने लगे.

इतने में अम्मी जाग गई और बहन को मामा के साथ नंगी देखा तो बोली- भाई जान, ये क्या कर रहे हो? ये तो आपकी बेटी जैसी है. आपको शर्म नहीं आती? ये सब कब से चल रहा है?

अम्मी ने अमीरा को एक थप्पड़ मार दिया।
अमीरा रोते हुए अम्मी से- मुझे पता है आप और मामा रोज चुदाई करते हो. मैंने आप दोनों को कई बार चुदाई करते हुए देखा है। आप तो कई लंड खा चुकी हो मुझे सब पता है।

अम्मी रोते हुए- हां मैं तो रंडी हूँ, 100 लंड से ज्यादा खा लिए हैं। पर तू भी कोई पाकसार लड़की नहीं है। मैंने भी तुझे मोहल्ले के कई लड़कों से चुदाई करते हुए देखा है। कल ही तो बबला कारीगर का लंड खा के आई है ना? कम से कम हाफिज को तो छोड़ देती मेरे लिए! तेरे अब्बू के जाने के बाद से यही मेरा खसम है।
अमीरा गुस्से से- तो क्या हुआ? मेरी सील भी मामा ने तोड़ी है। ये मेरे भी खसम हैं।

इस पर अम्मी ने अमीरा को 2 थप्पड़ और लगा दिए।
अमीरा ने भी अम्मी को 1 थप्पड़ लगा दिया।

मामा दोनों को शांत करवाने लगे- आज से तुम दोनों मेरी बीवियां हो, अब मैं तुम दोनों के बिना नहीं रह सकता। अगर मेरी बात दोनों को मंजूर हो तो बोलो. वरना मैं दुकान मकान बेच के कहीं दूर चला जाऊंगा.

इस बात से दोनों घबरा गई और दोनों एक साथ मंजूर बोल पड़ी।

अम्मी- ठीक है, आज से आप हम दोनों के खसम हो. एक रात इसके साथ, एक रात मेरे साथ गुजार लेना।
अमीरा- अम्मी जब हम दोनों का एक ही खसम है तो बारी बारी से क्यों आज से हम दोनों मिल के अपने खसम को मजा देंगी।

अम्मी बहन को गले लगा के रोने लगी- मुझे माफ़ कर दे बेटी, मैंने तुझे मारा!
अमीरा ने भी रोते हुए कहा- अम्मी, मुझे भी माफ कर दे, मैंने भी आप पे हाथ उठाया.

फिर दोनों गले लगकर एक दूसरे को चूमने लगी।

अब दोनों गर्म होने लगी।

बहन तो पहले से नंगी थी, अब वह अम्मी को नंगी करने लगी।

अम्मी- बेटी, मुझे शर्म आ रही है।
अमीरा- ओहोओ आई बड़ी शर्माने वाली … आज से मैं तेरी बेटी नहीं सौतन हूँ।
अम्मी- रांड पहला हक़ तो मेरा है भाई जान पे!

अमीरा ने अब अम्मी का कुर्ता उतार दिया।
तो अम्मी के बड़े बड़े बूब्स आजाद होकर लहराने लगे।

अमीरा अम्मी के बूब्स चूसने लगी.
अम्मी- आह आह हाय बेटी आराम से … दिन को हरामी बबला ने पकड़ पकड़ के सुजा दिए हैं।

अब मामा नीचे से मेरी बहन की चूत चाटने लगा।
अमीरा- हाय्य आह मेरे राजा … और जोर से चाट … मजा आ रहा है। आज तो चूत में आग लगी हुई है।

उधर अम्मी ने भी नीचे आकर मामा का लंड पकड़ा और मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह मजे से चूसने लगी।

अब मामा अमीरा की चूत और अम्मी मामा का लंड चूस रही थी।

अमीरा से अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था- साले कुत्ते के बच्चे भड़वे, अब तड़फा मत और फाड़ मेरी चूत को साले … अब नहीं सह सकती … जल्दी से लंड को डाल!

मामा ने अब लंड अम्मी के मुंह से निकाला और अमीरा की चूत में एक झटके से डाल दिया।

अमीरा की चीख निकल गयी- हाय मेरी मआआ आआ … मार दिया कुत्ते ने! फाड़ दी मेरी चूत … आआई ईईया मेरी माँ!

अम्मी मामा को डांटती हुई बोली- भाई जान आराम से करो. फाड़ोगे क्या मेरी सौतन की चूत?
मामा- इसकी चूत तो कब की फाड़ दी थी। ये तो रंडी ऐसे ही नखरे कर रही है। अब तो इस घर में एक और चूत सील पैक है।

अम्मी- वो तो अपने भाई से सील खुलवायेगी।

मैं अपना नाम सुनकर खुश हो गया।

अब मामा धीरे धीरे अमीरा को चोद रहे थे।

अम्मी अब अपनी चूत अमीरा के मुँह पे रख के चटवाने लगी।
अमीरा चूत चाटती हुई- अब जोर जोर से चोद हरामी … दिखा अपना दम! आह और जोर से … एआईई ईई आईई ओआह आह आहह हहह … मैं तो गयी मेरी जाआन!

अम्मी सिईईई ईई आहहहह हहा करती हुई अमीरा के मुंह मे झड़ गई.
हाफिज मामा भी अमीरा की चूत में झड़ गए।

अब सब हाँफ रहे थे।

थोड़ी देर में अम्मी तैयार हो गयी चुदाई के लिए- साली कुतिया तेरे को तो औजार का मजा आ गया. अब इसे दुबारा तैयार कर … मुझे भी औजार चाहिए … वरना शांति नहीं मिलेगी!

अमीरा ने मामा का लंड चूस कर फिर से तैयार कर दिया.
मामा अम्मी की चूत पे हाथ फेर रहे थे।

अम्मी की चूत का रस मामा के हाथ पे लगा तो मामा ने चाट लिया।
मामा- रहमत मेरी जान, घोड़ी बन जा. पहले तेरी गांड मरूँगा. वरना जल्दी से झाड़ेगा नहीं.

अम्मी घोड़ी बन गई।
मामा ने अपना लंड अम्मी की गांड में डाला और घपाघप चोदने लगा और अम्मी की गांड पे जोर जोर से थप्पड़ मारने लगा।

अम्मी आहें भरने लगी।
पूरा कमरा धप धप की आवाज से गूंजने लगा।

अम्मी- आह आहह हह हहआ आआई ईईया … अब आगे की गर्मी शांत कर दो भाई जान!

मामा ने अब अपना लंड निकाल के बहन को चूसने को कहा।

अमीरा- साले, इस पे तो अम्मी का गूं लगा हुआ है।
पर मामा जबरदस्ती अपना लंड बहन के मुंह में डाल दिया।

मामा के लंड को बहन मजबूरी में चाट के साफ कर दिया।

अब मामा अम्मी की टांगें अपने कंधे पर रखकर जोर जोर से चोदने लगे।

अम्मी ज्यादा टिक नहीं पाई और झड़ गई.
मामा ने अम्मी का रस पी लिया और फिर से चोदने के लिए चूत में लंड डालने लगे।

पर अब अम्मी ने मना कर दिया- अब मेरे राजा, मुझे माफ़ करो. मुझे कल काम पे जाना है।
मामा- मेरी जान, मेरा पानी तो निकाल दे।
अम्मी- लाओ हाथ से मुठ मार देती हूं।

मामा- दो दो रंडियाँ हों … फिर भी खसम को मुठ मारनी पड़े … यह तो शर्म की बात है।
अमीरा- अम्मी तुम सो जाओ, मामा के लंड को मैं सुला दूंगी।

अम्मी मामा के लंड को और अमीरा को चूम के नंगी ही मेरे पास सो गई।

उधार अमीरा मामा के लंड पे बैठकर मशीन की तरह ऊपर नीचे उछलने लगी।
मामा माँ बेटी सेक्स का मजा ले रहा था.

इधर मैं भी अम्मी को नंगी देख कर अपना छोटा लंड निकालकर अम्मी की गांड में डालने की कोशिश करने लगा.
पर अम्मी तो गहरी नींद में सो गयी थी।

मेरे लंड से पिचकारी निकल जाती है, वो अम्मी की गांड पे गिर गयी।

उधर मामा भी घपाघप अमीरा को पेल रहे थे.
कुछ देर में अमीरा अकड़ने लगी- आहहह आहहह … जोर से … और जोर से चोद मामा … मेरा होने वाला है।

मामा भी स्पीड बढ़ा दी.
अमीरा- आआई ईईया एआई ईईई आहहह में ईईई!
मामा- आह आह … मैं भी आया आय्य्यया आह!

तभी मामा का लावा अमीरा की चूत में निकल गया।
मेरी बहन भी मामा के साथ झड़ गई।

फिर बहन कपड़े पहन के महजबीं के साथ सो गयी।
मामा भी बाहर सो गए।

मैं भी अपनी पेन्ट में लंड डाल कर सो गया.

अब आगे की घटना अगली कहानी में।
आपकी क्या राय है इस माँ बेटी सेक्स कहानी पर?
कमेंट्स में बताएं.







Story2 :- अम्मी दामाद के भाई से चुद गई


मेरी पिछली कहानी
मामा ने मेरी आपा को चोदा
में आपने पढ़ा कि कैसे मामा हाफिज ने अम्मी और बहन को रगड़ रगड़ के पेला.

अब आगे बिग डिक सेक्स कहानी:

रात की चुदाई से थक के सब नंगे ही सो गए।
सुबह अम्मी सबसे पहले उठी और अपनी गांड पर हाथ फ़ेरा।
तो उनके हाथ पर मेरा रस लगा जो मैंने रात को गिराया था।

उनको लगा कि यह माल मामा हाफिज का है।
अम्मी ने उसे हाथ से साफ किया और हाथ को चाट के साफ किया और बाथरूम में चली गयी अपनी चूत और गांड साफ करने!
फिर कपड़े पहन कर अम्मी मामा को उठाने आयी।

मामा अब भी नंगे सोये थे।
उनका लंड खड़ा था।
अम्मी ने उनके लंड पर चुम्मा किया तो मामा की नींद खुल गयी।
तो मामा ने अम्मी को अपने पास पटक दिया और उनकी कुर्ती में हाथ डाल दिया।

अम्मी ने मामा का लंड पकड़ लिया
मामा अम्मी के बूब्स से खेलने लगे।

अम्मी मामा के लंड को मुँह में लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लगी।
मामा ने भी अम्मी की कुर्ती उतार दी और अम्मी के मस्त बूब्स को मुँह में लेकर चूसने लगे।

अब मामा अम्मी की सलवार खोलकर उनकी चूत को चाटने लगे।
अम्मी सिसकारियां लेने लगी।
मामा ने अपनी जीभ को पूरी घुसा दी चूत के अंदर और अम्मी का पानी निकल गया जिसको मामा मजे से पी गए।

अम्मी- साले भड़वे, ये क्या कर दिया, मुझे लंड चाहिए था। तूने जीभ से ही पानी निकाल लिया।
मामा- साली रंडी, चिंता मत कर अभी तेरी चूत फाड़ता हूँ। आ इसको तैयार कर!

अम्मी लंड को मुँह में लेकर फिर चूसने लगई।
मामा का लंड फिर से तैयार हो गया।

मामा- चल घोड़ी बन जा!
अम्मी घोड़ी बन गई।
मामा ने उनकी गांड में लंड डाल दिया और जोर जोर से पेलने लगा।

अम्मी- आहह हहह ओहह हह! आआई ईईया मेरे राजा … मेरे खसम … अब आगे की गर्मी को बुझा दे … आग लगी हुई है।
मामा अपना लंड अम्मी की चूत पे रगड़ने लगा।

अम्मी- साले हरामी, भड़वे के जने, साले सुअर … अब तड़फा क्यों रहा है? डाल दे जल्दी से और फाड़ दे मेरी चूत को!

मामा को गुस्सा आ गया, उसने अम्मी की दोनों टांगें कंधे पर रख कर एक जोर का झटका दिया।
लंड सीधा अम्मी की बच्चेदानी से टकराया।

अम्मी की चीख निकल गई, आंखों से आंसू बहने लगे- आईई य्य्य्या आई ईईओ हये हये … मार दिया जालिम ने … फाड़ दी मेरी चूत … ओह हह हये होइ य्य्ये मर गयी रे फट गई रे!
मामा अम्मी को रोती देखकर रुक गया और आराम से लंड आगे पीछे करने लगा।

अब अम्मी का भी दर्द कम हो गया तो वो भी नीचे से उछल उछल के मामा का साथ देने लगी।
अम्मी एक बार झड़ चुकी थी।

अब मामा ने अपनी स्पीड बढ़ा दी।
अम्मी भी अब जोश में आ गई और नीचे से उछलने लगी।
पूरा कमरा घप्प घप की आवाज़ से गूँजने लगा।

अब अम्मी का शरीर अकड़ने लगा तो अम्मी ने मामा को कस के पकड़ लिया- आआई ईईया ओ मैं गईई ईईई … भाई ईईईई जान … एआआ आआह ओह ओहो हो आहे मैं गयी भाई जान!
और अम्मी ने अपना रस दिया।

मामा भी 2-4 धक्कों के बाद झड़ गया, कुत्ते की तरह हाँफने लगा।
वह अम्मी के ऊपर गिर गया।

दोनों की सांसें धौकनी की तरह चल रही थी।
थोड़ी देर लेटने के बाद अम्मी ने उठकर मामा के लंड पे लगा सारा रस चाट लिया।

मामा ने भी अम्मी की चूत चाट के साफ कर दी।

फिर मामा नहाने चला गया.
अम्मी चाय बना के लाई.
मामा चाय पीकर अम्मी को कुछ रुपये देकर उनको लिप किस करके दुकान चला गया।

अम्मी ने सबसे पहले अमीरा को उठाया.
अमीरा- अम्मी, मामा चले गए क्या?
अम्मी- हां बेटी, चले गए! बेटी एक बात कहूँ मानो तो?
अमीरा- बोलो अम्मी, क्या बात है?

अम्मी- देख बेटा मेरे दूर के भाई के यहां से रिश्ता आया है। तुम कहो तो बात पक्की कर आऊं तेरी?
अमीरा- साली रांड, तू मामा से अकेले चुदवाना चाहती है … इसलिए ये सब कर रही है ना?

अम्मी- अरे नहीं बेटी, अब मैं कितना और जीऊँगी. मुझे भी अपने बच्चों की शादी करनी है। तू समझने की कोशिश कर बेटी … मामा का लंड तो तू शादी के बाद भी ले सकती है।
अमीरा रोती हुई- ठीक है अम्मी, आपकी बात मंजूर है. पर हां, शादी के बाद भी मैं मामा और मोहल्ले के मेरे सभी दोस्तों से चुदवाती रहूंगी. आप मुझे कभी मना नहीं करोगी!
अम्मी- ठीक है बेटी … पर तेरे होने वाले शौहर रमीज़ का लंड बहुत बड़ा है. उसका लेने के बाद किसी और का लंड लेने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।

अम्मी ने सुबह सबको अपने पास बुलाया- सुनो, मैं अमीरा का रिश्ता पक्का करने जा रही हूं. तुम सब घर पर रहना और कोई तकलीफ हो तो मामा को बोलना. मैं शाम तक या सुबह तक लौट आऊंगी. आलम को साथ लेकर जा रही हूँ।

हम दोनों अच्छे कपडे पहन कर निकल पड़े.

बस अड्डे पर पहुंच कर अम्मी और मैं बस में घुस गए. बस पूरी खचाखच भरी हुई थी, जैसे तैसे करके हम बस में घुस गए.

एक लड़का अम्मी से सटके पीछे खड़ा हो गया और उसका लंड अम्मी की गांड में फंसने लगा.
अम्मी लड़के को देख कर मुस्कुराने लगी।

लड़का अम्मी की सहमति मिलते ही अम्मी की गांड में लंड घिसने लगा और चुनरी के नीचे से अम्मी की कुर्ती में हाथ डाल के बूब्स मसलने लगा.

अम्मी ने भी सबसे छुपाकर अपना हाथ उसके लंड पे रख दिया और मसलने लगी.
अब लड़का अपना हाथ अम्मी के घाघरे में डाल कर चूत मसलने लगा.

अम्मी मजे से उसकी उंगली को आगे पीछे करने लगी.
थोड़ी देर में अम्मी का रस निकल गया।
अम्मी ने लड़के का हाथ बाहर निकाल लिया.

थोड़ी देर में गांव आ गया.
हम उतर गए, वह लड़का भी उतर गया.

अम्मी उस लड़के से पूछने लगी- क्या नाम है तेरा और कौन सा गांव है तेरा?
लड़का- यही गांव है मेरा! मेरा नाम कलीम है.

अम्मी- अब्दुल भाई को जानते हो क्या? उनका घर कहाँ पर है?
लड़का- हां, वो मेरे अब्बू है. बोलो क्या काम था?

अम्मी यह सुनकर डर गई और लड़के को लेकर अकेले में कहने लगी- बस में जो कुछ हुआ, वो घर पर मत बताना। हम तेरे भाई रमीज़ के लिए अपनी बेटी का रिश्ता लाये हैं।
लड़का- नहीं बताऊंगा. पर आज आपको देनी पड़ेगी.
अम्मी- ठीक है, सिर्फ एक बार लेने दूँगी. उसके बाद कभी परेशान नहीं करोगे.
लड़का- ठीक है, मुझे मंजूर है, चलो अब घर चलते हैं।

घर पर सब हमारा अच्छे से स्वागत करते हैं।
अम्मी अमीरा का फोटो सबको दिखाती है और बात पक्की हो जाती है.

रमीज़ से अम्मी ने कहा- देखो जमाई जी, शादी के बाद 5 साल तक आपको हमारे साथ रहना होगा. उसके बाद ही आपको अपनी बेटी ले जाने दूँगी. बोलो मंजूर है?
गगन- मुझे सब मंजूर है. आपकी बेटी बहुत खूबसूरत है आपकी तरह!

सब बात पक्की होने के बाद मुझे और अम्मी को मेहमान वाले कमरे में भेज दिया।

रात को खाने के लिए वही लड़का कलीम हमें बुलाने आया।
उसने अम्मी के बूब्स मसल के कहा- आओ खाना खा लो. और हां, अब्बू को बोलना कि आप लोगों के पास मैं सो जाऊं।
अम्मी ने सिर हिलाकर हां कहा।

खाना खाकर अम्मी ने अब्दुल मामा से कहा- आप कलीम को भेज देना, आलम के साथ खेलते खेलते वहीं सो जाएगा.
अब्दुल मामा- ठीक है, आपा जाओ. मैं कलीम को भेजता हूँ.

थोड़ी देर बाद कलीम हमारे कमरे में आ गया और अम्मी से चिपकने लगा।

अम्मी उसको डांटते हुए बोली- अभी नहीं, पहले आलम को सोने दो, उसके बाद!
मुझे पता चल चुका था कि अम्मी कलीम से चुदने वाली है इसलिए मैं जल्दी से सोने का नाटक करने लगा।

अम्मी मुझे देखने आई, मुझे आवाज लगाई।
पर मैंने कोई जवाब नहीं दिया तो अम्मी को लगा कि मैं सो गया हूं।

फिर वह कलीम के पास गई, जल्दी से सलवार खोलकर बोली- आओ, जल्दी से कर लो. फिर सो जाओ।
कलीम- साली रंडी, मुझे पानी नहीं निकलना, मुझे पूरा मजा लेना है। इधर आ रांड और कपड़े उतार मेरे!

अम्मी मन ही मन में- इससे क्या मजा मिलेगा मुझे? तो मजबूरी में करना पड़ेगा।

अम्मी ने उसका कुर्ता उतारा।
और जैसे ही अम्मी ने उसकी पेन्ट उतारी, अम्मी की आंखें फटी की फटी रह गई।

कलीम- क्या हुआ जान? क्या देख रही हो?
अम्मी- ये क्या है? इतना बड़ा कैसे? यह तेरा लंड इतना बड़ा है किसी गधे के जितना!

कलीम- मेरे घर में सबके लंड बड़े ही हैं। भाई का तो इससे भी बड़ा है।
अम्मी- इतना बड़ा लंड में नहीं ले सकती।

कलीम ने अम्मी की कुर्ती उतार दी और वह अम्मी की चूत चाटने लगा।
अम्मी को भी मजा आने लगा, वे भी लंड को सहलाने लगी।

अब अम्मी ने कलीम का लंड मुँह में लेकर चूसने की कोशिश की तो लंड आधा ही मुँह में आया।
अम्मी की आंखों से आंसू आने लगे और सांस अटकने लगी। अम्मी के मुंह से गूँ गूँ की आवाज़ आने लगी.

अब कलीम ने अम्मी को बिस्तर पर पटका और अपना लंड अम्मी की चूत में डालकर हिलाने लगा।

अम्मी- आह हाय … डाल दिया क्या पूरा?
कलीम हंसता हुआ- साली, अभी तो सिर्फ सुपारा गया है। लंड तो पूरा बाहर है।

अम्मी ने घबरा कर उसका लंड निकाल दिया और उसको लेटने को कहा.
तब अम्मी उसके लंड पर बैठी और आराम आराम से आगे पीछे करने लगी।

कलीम- रांड, पूरा ले ले … मजा नहीं आ रहा है।
अम्मी- साले भड़वे, मैं औरत हूँ, कोई गधी नहीं जो यह काला लंड पूरा ले लूं! साले हरामी, मुझे मरना नहीं है। इसे पूरा लिया तो चूत का कबाड़ा हो जाएगा।

कलीम को गुस्सा आ गया, उसने अम्मी को बिस्तर पर पटका और टांगें पकड़ कर कंधे पर रख ली।

अम्मी गिड़गिड़ाने लगी पर उस हवस के पुजारी को कुछ नहीं दिख रहा था चूत के सिवा!
उसने अपने लंड को अम्मी की चूत पे रख कर एक जोर का झटका मार दिया।

अम्मी रोने चीखने लगी पर उस हवसी को कोई फर्क नहीं पड़ा।

अम्मी- आआई ईईया ऊऊआ ईईई आय हये … मार दिया … फाड़ दी मेरी चूत … आआ ईई ईया हय मेरी माँ! कोई बचाओ मुझे … ये मार डालेगा मुझे … आआआ आआई ईई हाई ईईई ईया!
कलीम हसंते हुए- साली रांड, चिल्ला जितना चिल्ला सकती है उतना … यहां से आवाज़ बाहर नहीं जाने वाली है।

अम्मी झड़ गई, उसके रस से चूत गीली होने लगी।
अब अम्मी को आराम मिला।

अम्मी- साले कुत्ते, मार दिया तूने तो … फाड़ दी मेरी चूत … अब तो डाल दिया ना पूरा?
कलीम- हा हा हा … अभी आधा गया है।

अम्मी- बेटे, मैं तेरे हाथ जोड़ती हूँ, तेरे पैर पड़ती हूँ. मुझे छोड़ दे, मेरी चूत में दर्द हो रहा है।
लेकिन कलीम ने एक नहीं सुनी … उसने अपनी पूरी ताकत लगा कर एक और झटका मारा।

अम्मी झटके के साथ ही बेहोश सी हो गई।
पर वह हवसी अम्मी को ताबड़तोड़ चोदे जा रहा था।

थोड़ी देर में अम्मी को होश आया, अम्मी रोने, चीखने लगी।
अम्मी ने उसको हटाने की कोशिश की पर उसके आगे अम्मी की एक नहीं चली.

तब अम्मी बोली- कलीम, मुझे छोड़ दे. मेरी बेटी आएगी तो उसको चोद लेना. मैं हाथ जोड़ती हूँ … तेरे से रहम की भीख माँगती हूँ।
कलीम- अब डर मत, पूरा चला गया है। अब तो बस मेरा पानी निकाल दे, फिर छोड़ दूंगा।

अम्मी- अबे गधे के बच्चे … मार मार के चूत का कबाड़ा कर दिया है। अब जल्दी जल्दी अपना काम कर और मुझे सोने दे।

अब कलीम अपनी स्पीड से अम्मी को चोदने लगा।
अम्मी का दर्द भी खत्म हो गया, वे भी नीचे से उछल उछल के लंड को निगलने की कोशिश कर रही थी।

कलीम- साली कुतिया, अब तो मजे से चुद रही है। कुछ देर पहले तो खूब नखरे दिखा रही थी।
अम्मी- साले हवसी, अब चूत ढीली पड़ गयी है। अब मुँह बंद कर और स्पीड से चोद!

कलीम ने अपनी स्पीड बढ़ा दी।
अम्मी आहें भरने लगी.
सिसकारियों से पूरा कमरा गूँज उठा।

अम्मी का शरीर अकड़ने लगा- आआआ आआई ईई दईया आह हाय … और जोर से चोद … फाड़ दे मेरी चूत को … दम लगा के चोद! मेरा होने वाला है! आईई ईओ मैं गईई ईईई कलीम ईईई!

अब अम्मी ने कलीम को जकड़ लिया अपनी बाहों में और अपने नाखून गड़ाने लगी उसकी पीठ पर।
अम्मी एक जोर की चीख के साथ झड़ गई।

कलीम भी उसके साथ साथ झड़ गया।
फिर वह अपना लंड साफ करवा के चला गया।

अम्मी ने अपनी चूत को देखी तो अम्मी की चूत एक छोटी सी गुफा जैसी लगने लगी।
चूत खून से लाल भी हो गई थी।

अम्मी अकेले में बड़बड़ाती हुई- हाय फाड़ दी मेरी चूत … पर साले ने जो मजा दिया, वो आज तक किसी ने नहीं दिया।
अब अम्मी कपड़े पहन के सो गई।

सुबह चाय नाश्ता करके हमने सबसे विदा ली और हम वापिस घर आ गए।

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Story3 :- अम्मी ने भाई बहन का निकाह करवा दिया


मेरी पिछली कहानी
अम्मी दामाद के भाई से चुद गई


में आपने पढ़ा कि मेरी अम्मी मुझे साथ लेकर मेरी बड़ी बहन अमीरा का रिश्ता तय करने गई तो रिश्ता तय करने के साथ साथ वे दूल्हे रमीज़ के छोटे भाई कलीम के बड़े लंड से भी चुद आई.

अब आगे फॅमिली ग्रुप सेक्स कहानी:

घर में घुसते ही महजबीं भागती हुई आई- अम्मी अम्मी, बताओ क्या हुआ? रिश्ता पक्का हो गया क्या? कैसे है जीजा जी, उनकी फ़ोटो लाई हो क्या?
अम्मी- अरे रुक तो जा … पहले अंदर तो आने दे!

महजबीं- नहीं अम्मी, पहले फ़ोटो दिखाओ, फिर अंदर आना.

अम्मी ने रमीज़ की फोटो उसको दे दी।
महजबीं फ़ोटो देख कर उदास हो गई।

अम्मी- क्या हुआ, क्यों उदास हो गई?
वह्बोली- अम्मी, ये तो काला है और खूबसूरत भी नहीं है।

अम्मी उसको समझाने लगी- बेटी, तन काला जरूर है पर मन का साफ है। अमीरा बहुत खुश रहेगी. वैसे अमीरा कहाँ है?
महजबीं- अम्मी, वह मामा के यहां गयी है, अब आती होगी.

मैं- अम्मी, मैं उसको बुला के लाता हूँ.
अम्मी- ठीक है, जा बुला कर ला!

मैं मामा की दुकान पर गया पर दुकान बंद थी.
तो मैं मामा के कमरे की तरफ गया.

वहां मुझे मामा और अमीरा की आवाज़ें आने लगी।
मैं चुपके से अंदर देखने लगा.

अंदर अमीरा मामा के लंड पर बैठ के मजे से चुदा रही थी।
मैं बाहर से बोला- आपा, आपको अम्मी बुला रही है।

मामा डर के अमीरा को हटाने लगे पर अमीरा ने रोक लिया और चुदती हुई मुझे बोली- तुम रुको बाहर, मैं मामा से मालिश करवा के आती हूँ।

मैं बाहर की ओर देखने लगा.

मामा- चली जाओ, वरना यह सब बता देगा।
अमीरा- आलम भाई तो भोला है. उसको कुछ नहीं पता. और अगर बता भी दिया तो क्या होगा, अम्मी को तो सब पता है।

मामा- फिर भी … अब जल्दी कर के चलते हैं। तेरे खसम का फोटो भी देखना है।
अमीरा मामा को गुस्से में मुक्के मारने लगी- मेरा खसम तो तुम ही हो। आप कहो तो इस रिश्ते से इन्कार कर दूँ?
मामा- अरे नहीं मेरी जान, शादी कर लो. तन से उसकी, मन से मेरी रहना। अब जल्दी करो अमीरा, फिर घर चलते हैं।

अमीरा अब जोर जोर से उछल उछल के लंड लेने लगी।
कुछ धक्कों में दोनों का रस निकल गया।

अब दोनों कपड़े पहन कर बाहर आ गये।
मैं दरवाजे से थोड़ा दूर हट गया.

वे दोनों बाहर आये।

मैं- आपा, आप नंगी होकर क्यों मालिश करवा रही थी?
अमीरा- जाने दे … तू अभी छोटा है. जब बड़ा हो जाएगा, तब समझ आएगा.

फिर हम घर आ गए।

रात को अमीरा अम्मी से- अम्मी, बताओ रमीज़ कैसा है? कैसा दिखता है? उसका लंड तो बड़ा है ना?

अम्मी ने अपनी चूत उसको दिखाकर बोली- यह हाल उसके छोटे भाई से चुदने के कारण हुआ है। कलीम बोल रहा था कि भाईजान का इससे भी बड़ा है। शुक्र है कि तू पहले से लंड खा चुकी है। वरना जमाई का लंड खा के तू मर जाती।

तब अम्मी पूछने लगी- बता, तेरा दिन कैसा रहा? तूने कितनी बार चुदवाया मामा से?
अमीरा- अभी अभी तीसरी बार चुदवा के आ रही हूं। अब सो जाओ अम्मी. कल बात करेंगे.

फिर हम सब सो गए।

सुबह अम्मी जल्दी उठ गई और चाय बना कर सबको उठाया।

सब चाय पी चुके तो अम्मी बोली- देख महजबी, हमारे यहां का रिवाज है कि घर की सबसे छोटी बेटी पहले अपने भाई के साथ सोती है, फिर उसकी शादी होती है।
महजबीं- अम्मी, मैं तो रोज सोती हूँ आलम भाई के साथ!

अम्मी- देख बेटी, वो सोना नहीं होता. आज मैं तुमको बताऊंगी कि कैसे करना है।

फिर अम्मी अमीरा को कुछ समझा के बाजार चली गई।

अमीरा मेरी बहन को बाथरूम में ले गई और उसके सारे बाल साफ करके उसकी चूत को हल्दी चंदन से साफ किया।

तब तक अम्मी भी बाजार से आ गयी और मामा को अपने साथ लेकर आई।
अम्मी सबके लिए कपड़े खरीद के लाई।
मेरे लिए मस्त सलवार कुर्ता
अमीरा आपा के लिए पीला सूट
औऱ महजबीं के लिये दो जोड़े!

मामा हाफिज के लिए भी मस्त सफेद सलवार सूट लाई।

मैं- अम्मी हम किसी शादी में जा रहे हैं क्या?
अम्मी- हां बेटा, हम तेरी शादी कर रहे हैं।

सब नए कपड़े पहन के तैयार हो गए।

तभी अमीरा महजबीं को तैयार कर के लाई।
महजबीं तो आज कयामत लग रही थी।
आज वो लाल जोड़े में किसी अप्सरा जैसी लग रही थी।

अम्मी ने उसको काला टीका लगाया।
फिर अम्मी मामा को कहने लगी- भाई जान, आप बाराती हो आलम के … और निकाह भी आपको करवाना है।

सब बैठ गए और मामा ने हमारा निकाह करवा दिया।
पूरा दिन रिवाजों में निकल गया।

शाम को अम्मी ने मुझे महजबीं के कमरे में जाने को कहा।

पर अमीरा ने मुझे गेट पर रोक लिया- अरे जीजू, सील खोलने जा रहे हो। अपनी साली का नेग तो देते जाओ. वरना अंदर नहीं जाने दूँगी।

अम्मी- अरे जाने दे मेरे लाल को … ले पैसे मैं दे देती हूं.

अम्मी ने मुझे पैसे दिए, वाही पैसे मैंने अमीरा को दे दिए।
अमीरा- जाओ भाई जान, फतेह करो। और हां, आराम से करना, कच्ची कली है वो अभी!

मैं अंदर गया और उसके घूंघट को खोल दिया।
उसको मुँह दिखाई का नेग दिया जो अम्मी ने मुझे देने को कहा था।

मेरी बहन महजबीं ने मुझे दूध पीने को दिया.
मैंने आधा दूध पी लिया और आधा दूध उसको पीने के लिए दे दिया।

उसने दूध पी लिया, फिर मैं उसके गुलाबी होटों को चूमने लगा।

महजबीं- भाई जान, ये क्या कर रहे हो? मैं आपकी बहन हूँ।
मैं- मुझे नहीं पता, अम्मी बोली है कि तुम उसको नंगी करके चूमना, मजा करना!

महजबीं- भाई जान, मुझे शर्म आ रही है।
मैं- शर्म किस बात की? जब हम छोटे थे तब भी साथ में नंगे रहते थे।

फिर बहन चुप हो गई, मुझे उसके मौन में सहमति मिल गई.

अब मैं उसकी गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होठों को फिर से चूमने लगा.
बहन भी मेरा साथ दे रही थी।

फिर मैंने उसकी कुर्ती उतार दी और उसके गोल मटोल निम्बू जैसे बूब्स से खेलने लगा.
बहन ने ब्रा नहीं पहनी थी।

मैं देख देख के सब सीख गया था।
अब मैंने बहन को अपना लंड पकड़वा दिया.

तभी मेरी नज़र खिड़की पर पड़ी।
वहां मेरी अम्मी, अमीरा और मामा हाफिज नंगे होकर हमारी सुहागरात देख रहे थे।

मामा ने शायद अम्मी को घोड़ी बना रखा था।

महजबीं मेरे लंड से खेल रही थी।
मैंने उसको लंड चूसने के लिए बोला तो वो इन्कार करने लगी।

मैं ग़ुस्से से- साली रंडी, चुपचाप चूस ले लंड मेरा!
बहन डरकर मेरा लंड चूसने लगी।

अब मैंने उसकी सलवार भी उतार दी और महजबीं की माँसल टांगों को चूमने लगा.

तभी मैंने उसकी पैंटी भी उतार दी।
उसकी चूत बहुत प्यारी लग रही थी, एकदम गुलाब की कच्ची कली जैसी!

मैंने उसकी प्यारी चूत को किस करके उसकी बुर में उंगली डाल दी.
वह चिहुंक गयी।

उधर खिड़की पर अब अम्मी की जगह अमीरा घोड़ी बनी हुई थी और मामा घपाघप पेल रहे थे।

मैं 69 पोजीशन में आकर मेरी बहन की चूत चाटने लगा तो वह मेरा लंड चूसने लगी।

तभी मेरे दिमाग में आइडिया आया कि क्यों ना सबको यहां बुला लिया जाए?

अब मैं बहन से अलग हो गया।

महजबीं- क्या हुआ भाई जान, हट क्यों गए? मुझे अब मजा आने लगा था।
मैं- आगे क्या करना है, मुझे नहीं पता. रुको अम्मी को बुलाता हूँ. वे समझा देंगी।

मैं नंगा ही बाहर चला गया।
मुझे बाहर देख कर सब डर गए और अलग हो गए।
मैं- आप सबने कपड़े क्यों उतार रखे हैं?

अम्मी और मामा सकपका गए।
लेकिन अमीरा बहन ने बात संभाल ली- वो हम सब मालिश कर रहे थे एक दूसरे की … कल की तरह! वो सब छोड़ो, तुम बाहर कैसे आ गए? डर गए क्या मेरी बहन से?

मैं ग़ुस्से से- डरे मेरी जुत्ती, अम्मी आप सब आओ और मुझे समझाओ कि आगे क्या करना है।
अम्मी- चल बाबा चल अब ये भी सिखाना पड़ेगा तुझे! क्या करूँ तेरी सास से पहले तेरी माँ हूँ. सिखाना तो पड़ेगा।

वे सब नंगे ही मेरे साथ कमरे में आ गये।

अम्मी महजबीं के पास लेट गई और मामा को इशारा करके अपने पास बुलाया।

तब अम्मी बोली- देख बेटा, अब जो मामा मेरे साथ करे, वही तू अपनी बहन के साथ करते रहना.

मामा ने मेरी अम्मी की चूत पर एक किस किया।
मैंने भी महजबीं के चूत पर किस किया.

मामा- देख बेटा, तेरी अम्मी की चूत बड़ी है, उसमें आराम से चला जायेगा., पर महजबीं अभी छोटी है तो आराम से डालना.

फिर मामा ने अम्मी की टांगें कंधे पर रख के अपना पूरा लंड घुसा दिया।

तो मैंने भी महजबीं की टांगे कंधे पर रख के लंड उसकी बुर में डालने की कोशिश की.
पर हर बार लंड फिसल के बाहर चला जाता.

अमीरा ये सब देख रही थी.
अब वह पास आई और मेरे लंड पर थूक लगाया.
उसने महजबीं की चूत भी थूक से भर दी और मुझे बोली- अब एक जोर का झटका मार भाई जान!

मैंने एक झटका मारा।
बहन रोने लगी- आहह हहह मार दिया मुझे … बाहर निकालो इसको … फाड़ दी मेरी बुर!
अमीरा ने अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी और मुझे इशारे से झटका मारने को कही।

मैंने एक जोर का झटका मारा, मेरा पूरा लंड अंदर चला गया।
महजबीं के आंसू आ गए, वह छटपटाने लगी, उम्म्म अह उम्म्म की आवाज़ करने लगी.
उसके मुंह पर अमीरा की चूत थी इसलिए उसकी आवाज़ ज्यादा बाहर नहीं निकल पाई और वह रोने लगी।

अमीरा- साले बहनचोद, अब जल्दी से धक्के मार … रुक क्यों गया?
मैं- महजबीं रो रही है. मैं इसका यह दर्द नहीं देख सकता!

अमीरा- साले, जब किसी की फटती है तो दर्द तो होगा ही! अब धक्के मार … इसको भी मजा आने लगेगा.
फिर मैं धीरे धीरे धक्के लगाने लगा।

उधर अम्मी मामा के नीचे घप्पाघप लंड ले रही थी.

अब अमीरा मामा के पास चली गई और उसका लंड निकाल लिया अम्मी की चूत से … और चूसने लगी।

अम्मी- रांड थोड़ी देर और रुक जा, मैं झड़ने वाली हूँ।

इधर महजबीं को मजा आने लगा- आईई ईओ आह उम्म्म आह!
वह भी नीचे से उछलने लगी थी और मुझे अपने बूब्स पर खींचने लगी.

मैं झुककर उसके नींबुओं को चूसते हुए चोदने लगा।
महजबीं- खसम, अब रफ्तार से चोद … मजा आ रहा है!

जोश में आकर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी।

अब बहन अकड़ने लगी, वह मुझसे चिपक गई, मैं धक्के लगाता रहा।

कुछ देर बाद अम्मी का पानी निकल गया।
अम्मी अपनी रसभरी चूत को महजबीं से चटवाने लगी।

अब मामा ने अमीरा को घोड़ी बनाया और ताबड़तोड़ चोदने लगे.
अमीरा भी गांड मटका मटका के मजे से चुदवा रही थी।

अब महजबीं का रस निकल गया।
अम्मी उसका सारा रस पी गयी।

सारा पलंग खून से भीगा पड़ा था।

अम्मी- शाबाश बेटा, आज तूने अपनी बहन को लड़की से औरत बना दिया है। अब ये जिसके घर जाएगी, वह बहुत खुश रहेगा।
मैं- महजबीं घोड़ी बन जा, मुझे तेरी गांड मारनी है।

महजबीं घोड़ी बन गई।

अम्मी- रुक, मैं तेल लेकर आती हूँ.

तब अम्मी ने मेरे लंड पर और महजबीं की गांड पर खूब तेल लगा दिया और नीचे लेटकर महजबीं की चूत चाटने लगी.

महजबीं को मजा आने लगा।

उसकी गांड मजे में थोड़ी खुल गई।

मौका मिलते ही एक झटके में मैंने आधा लंड उसकी गांड में डाल दिया।
महजबीं रोने चीखने लगी- साले रंडी के औलाद … बहनचोद … मादरचोद, साले गांड फाड़ दी। आह हहहह आई ईईओ … मार दिया … अम्मी बचाओ मुझे इस राक्षस से!

अम्मी उसकी चूत चाटने लगी जिससे उसका ध्यान भटक गया।

फिर से एक जोर का झटका मार कर मैंने पूरा लंड अंदर डाल दिया।
महजबीं रोती हुई- आईई ईओ आआई ईईया आय हये … मर गई … फाड़ दी मेरी गांड … ओऊ ऊऊओ हईई ईआ हही इया रे हाय बाहर निकाल ले भाई!

मैं डर कर रुक गया.

उधर अमीरा मामा के ऊपर चढ़कर जोर जोर से चुदवाने लगी।

मैं अब धीरे धीरे लंड को आगे पीछे करने लगा.
महजबीं का भी दर्द खत्म हो रहा था।

महजबीं- साले हरामी जल्दी कर, मुझे पेशाब आया है. जोर जोर से पेल साले … तूने तो मेरा मूत निकाल दिया!
अम्मी- बेटी, तू यही मूत दे. यह कार्यक्रम लंबा चलेगा.

महजबीं मूतने लगी, अम्मी पी गई।

अब महजबीं की चूत फिर से लंड के लिए तड़फने लगी- मेरे बहनचोद खसम, अब चूत में लंड डाल … वहां आग लग गई है।

मैंने अपना लंड निकाल लिया।

महजबीं- पहले अपना लंड अम्मी से साफ करवा ले … इस पर गूं लगा है।

मैंने अपना लंड अम्मी के मुख में डाल दिया.
अम्मी ने लंड को मुँह से चाट के साफ कर दिया।

अब बहन को मैं घोड़ी बनाकर खड़े खड़े चोदने लगा।
बहन भी मजे से चुदवाने लगी।

कुछ देर बाद हमने पोजीशन बदली, बहन लेट गयी और मैं उसकी टांगें कंधे पर रख के घपाघप चोदने लगा.

बाकी सब फॅमिली ग्रुप सेक्स से फारिग होकर हमारी चुदाई देखने लगे।

मेरी बहन फिर से अकड़ने लगी और अपने नाखून मेरे कंधे पर गड़ा दिए, अपनी टांगों से मेरी कमर जकड़ ली- भाईई ईईई जाआन मैं गईई ईईई … मेरे होने वाला है।

इधर मैं भी झड़ने वाला हो गया.
हांफते हुए- आय्य या मेरी बहन!

फिर कुछ धक्कों के बाद हम दोनों झड़ गए।

इसके बाद सबने मुझे और महजबीं को बधाई दी।
महजबीं नंगी ही सबके पैर छूने लगी।

अम्मी- बेटी, तू अब बेटी के साथ साथ मेरी बहू भी है। घर में आलम हो तब सिर पर पल्लू रखा कर!

महजबीं खाली चुनरी सिर पर रख के आ गई.
इस पर सब हँसने लगे।

फिर वह मामा के पैर पड़ी तो मामा ने उसकी गांड पर हाथ फेर के आशीर्वाद दिया।
और जेब से हजार रुपये दिए- ये ले तेरी चूत की दिखाई के!

अमीरा भी उसकी चूत पर हाथ फेर के बोली- तुझे रोज मस्त मस्त लंड मिले और तेरी चूत रस से भरी रहे. मेरी यही दुआ है।

फिर अम्मी ने सबको मिठाई खिलाई।

मामा- यार रहमत, अब तो मुझे भी इसकी लेने दो. सील आलम ने तोड़ दी है।

अम्मी ने सबको अपने पास बुलाया- आलम, एक रस्म बाकी है।
फिर वे एक थाली में दूध लाई- देखो बेटा आलम, इसमें एक अंगूठी डालूंगी अगर तुमने पहले उठाई तो तुम राजा … वरना महजबीं रानी! और हां अगर तुम दोनों को किसी और से चुदाई करवानी पड़ेगी.

अम्मी ने पहले से महजबीं को दे दी।
और महजबीं जानबूझकर दूध में हाथ फेरने लगी.
फिर वो सबको अंगूठी दिखाने लगी।

अम्मी- देखो आलम, महजबीं जीत गई है। अब यह रानी है. मतलब ये कुछ भी करे, तू उसको कभी मना नहीं करेगा. यह किसी से भी चुदवा सकती है। तू मना नहीं करेगा.
मैं- ठीक है अम्मी, आज से यह रानी और मैं इसका गुलाम!

अम्मी- महजबीं, रस्म के हिसाब से अब तुझे किसी ओर आदमी से चुदवाना पड़ेगा अब यहां दूसरा आदमी तेरा मामा हाफिज है। तुझे इससे चुदवाना पड़ेगा!
महजबीं- ठीक है अम्मी, पर मेरी एक शर्त है आपको और अमीरा आपा को मेरे खसम से चुदवाना पड़ेगा। मैंने आपको, मामा और अमीरा आपा को चुदाई करते देखा है. कई बार हम दोनों तड़फ के रह जाते थे. उस दिन आपको बबला और बिहारी से चुदते हुए भी देखा था।

अम्मी- ठीक है बेटी, मैं आज अपने बेटे का लंड ले लूंगी. सास बन के चुदाई के वक़्त सास … और वक़्त अम्मी!
अमीरा खुश होती हुई- मैं भी जीजा से चुदवा लूंगी.

मामा हाफिज- मैं अपनी बेटी या बहू किसको चोद रहा हूँ?
अम्मी- आज से यह आपकी बहू और बेटी दोनों है. चोदते वक़्त बहू … और वक़्त बेटी!

फिर सब चालू हो गए।
मामा महजबीं की चूत में लंड डाल के उसको चोदने लगे.

मैं अम्मी की चूत चाटने लगा।
अमीरा मेरे लंड पर बैठकर उछलने लगी।

कुछ देर बाद अम्मी मेरे सामने घोड़ी बन गई, मैं उनकी गांड मारने लगा.
फिर अम्मी लेट गयी तो उनकी चूत मारने लगा.

पूरा कमरा सिसकारियों से, आहों से, घपाघप की आवाज़ से गूँजने लगा.

अब मामा महजबीं को घोड़ी बनाकर ताबड़तोड़ चोदने लगे।

कुछ धक्कों के बाद अम्मी का रस निकल गया। वे वहीं बिस्तर पर लेट गयी।

अब अमीरा ने मेरे नीचे लेटकर अपनी टांगें खुद मेरे कंधे पर रख दी।

अमीरा- जीजू, जोर से चोद … बहुत मजा आ रहा है. फाड़ ड़े अपनी साली की चूत को!

मामा हाफिज भी महजबीं को लिटाकर चोदते हुए अमीरा से- साली हराम की जनी, भोसड़ी वाली … क्यों मेरे साथ मजा नहीं आता था क्या?
अमीरा- मेरे आका, मेरे खसम, मेरी जान … तब भी मजा आता था, आज भी मजा आ रहा है। यह चूत चीज ही ऐसी है कि लंड अंदर जाते ही मजा आने लगता है … ईई ईईएआई ईईई … जोर जोर से … आहह हह ओह हहह हये ओर जोर से!

मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी.
उधर मामा और महजबीं का भी काम हो गया।

अमीरा भी अब अपना शरीर मेरे से चिपकाने लगी और एक जोर का धक्का खाते ही उसकी चूत ने रस छोड़ दिया।
मैं अभी भी उसको चोद रहा था।

अम्मी- बेटा आलम, अंदर मत गिराना … हम सबको तेरा रस चखना है।

मैंने अपना लंड निकाला तो अम्मी ने महजबीं और अमीरा की चूत को चाट के साफ कर दी।

और अमीरा ने मामा के लंड को चाट के साफ कर दिया।
मामा- आलम रुको, अभी अपना रस मत गिराना. मुझे भी इनके साथ चखा देना!

सब अपने घुटनों पर बैठ गए।
मैं पूरी स्पीड से मुठ मारने लगा।

‘आह मम्म मह उम्म्म उम्म्म’ करके मेरा रस निकल गया।

मैंने सारा रस उन सबके चेहरे पर गिरा दिया.
सब मेरा वीर्य चाटने लगे।

फिर सब थक कर सो गए।

फॅमिली ग्रुप सेक्स कहानी पर अपनी राय मुझे जरूर बताएं.
 
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junglecouple1984

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कुंवारी बड़ी बहन की चुत चुदाई







नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम दक्ष है. मैं 23 वर्ष का हूँ.

मैंने कई लोगों की कहानी पढ़ी हैं.
उससे मुझे काफी साहस मिला और आज मैं आपको अपनी बहन की चुदाई की कहानी सुना रहा हूं.

हमारे घर मैं मेरे मम्मी पापा, मेरी दो बड़ी बहनें रहती हैं.

मेरी सबसे बड़ी बहन का नाम शालू है.
उनकी उम्र 26 साल है.

उनका फिगर मुझे काफी आकर्षित करता है. उनकी छातियां 36 इंच की हैं और गांड 40 इंच की है.

पहले मेरी बड़ी बहन के लिए मेरे मन कोई गलत विचार नहीं थे.
लेकिन एक दिन जब मैं घर में सब सो रहे थे तो मेरी बहन अपने फोन में एक गंदी वीडियो देख रही थीं.

मैंने उन्हें ये करते हुए देख लिया था.
उस वक्त तो मैंने उनसे कुछ नहीं कहा लेकिन मेरे मन में उनके लिए गलत गलत ख्याल आने लगे और मैं उनके बारे में सोच सोच कर अपना लंड हिलाने लगा.

अब मौका पाते ही मैं कभी कभी दीदी की ब्रा या पैंटी में मुठ मार लेता था.

एक दिन मैंने उनके फोन को चैक किया.
मेरी दोनों बहनें मोबाइल या कंप्यूटर तकनीक में ज्यादा कुछ नहीं जानती हैं तो दीदी को फोन के बारे में ज्यादा नहीं पता था.

उनके फोन का स्क्रीन लॉक मुझे पता था क्योंकि मैंने ही उन्हें लॉक करना सिखाया था.
फिर जब मैंने दीदी के फोन में गूगल की हिस्ट्री को चैक किया तो मैं दंग रह गया.

मैंने उसमें ब्लू-फिल्मों वाली कई वेबसाईट खुली देखीं.
तो मैं चौंक गया कि मेरी बहन पॉर्न देखने की इतनी बड़ी शौकीन है.

लॉकडाउन की वजह से घर के सभी लोग आस-पास ही रहते थे.

मेरी बहन से मैं उनके मोबाईल की गतिविधियों को लेकर कुछ पूछ ही नहीं पाया.

फिर एक दिन मुझे मौका मिला.
उस दिन हमारे किसी करीबी की मौत हो गई थी.
मम्मी पापा और छोटी बहन वहां चले गए थे.

मैंने मौका पाकर दीदी से उनके फोन के बारे में पूछा.
पहले तो वो मना करने लगी.

मैंने उन्हें उनके फोन की हिस्ट्री दिखाई तो वे डर गईं.
वे मुझे समझाने लगीं कि मम्मी पापा को मत बताना. तुम समझ सकते हो एक लड़की की क्या क्या ख्वाहिशें होती हैं. प्लीज तुम किसी से मत बताना. तू जो कहेगा मैं वो करूंगी.

मैंने उनसे अपने साथ सेक्स करने को कहा.
तो वो गुस्सा हो गईं और मना करने लगीं.

मैंने उन्हें समझाया कि ये क्या बात हुई कि आपको सेक्स देखना तो है, लेकिन करना नहीं है.

दीदी कहने लगीं- तू मेरा भाई है … तेरे साथ सेक्स नहीं कर सकती.
मैंने कहा- क्यों लौड़े पर नाम लिखा होता है कि ये भाई का लंड है और ये किसी गैर का लंड है?

मेरी इस बिंदास बात पर वह एकदम से हंस पड़ीं और बोलीं- तू समझता क्यों नहीं है कि भाई बहन में सेक्स नहीं होना चाहिए.
मैंने कहा- ओके … पर आपने सेक्स कहानियां भी पढ़ी हैं और मैंने हिस्ट्री में चैक किया है कि आपने फ्री सेक्स स्टोरी वाली साइट पर भाई बहन वाली चुदाई की कहानी पढ़ी हैं.

वे मेरे मुँह से यह सब सुनकर हैरान हो गईं और बोलीं- हिस्ट्री में ये भी मालूम चल जाता है?
मैंने कहा- हां, लो मैं आपको दिखा देता हूँ कि कब और कितने समय पर आपने क्या देखा है.

जब मैंने उन्हें दिखाया तो वे मान गईं और बोलीं- ये आज के बाद दोबारा फिर कभी नहीं होगा.
मैंने उन्हें विश्वास दिलाते हुए हां बोल दिया.

मन ही मन मैं खुश हो गया क्योंकि जो एक बार में ही मान गई, उसे दोबारा मनाने में कितना टाईम लगेगा.

मैंने उनसे कहा- तो दीदी आपने मेरी बात को लेकर क्या सोचा है?
अब वे चुप हो गईं.

‘आपने भाई बहन की चुदाई की कहानी वाली साइट खोली है, तो पढ़ी भी होगी!’
वे बोलीं- हां पढ़ी है लेकिन …

मैंने कहा- लेकिन वेकिन छोड़ो दीदी … बिजली बंद हो जाती है, तो अंधेरे में कुछ नहीं दिखाई देता है कि चूत में किसका लंड जा रहा है.
दीदी हंस कर बोलीं- तुम बहुत गन्दा बोलते हो.

मैंने कहा- हां और आप जिस तरह का ज्ञान ब्लू फिल्म से प्राप्त करती हैं, वो बहुत साफ सुथरा होता है ना!

दीदी बोलीं- उसकी बात अलग होती है.
मैंने कहा- हां वो तो सब बिना लंड चूत के ही दिखाया जाता है ना!

दीदी बोलीं- तो तू क्या चाहता है?
मैंने कहा- बताया तो है कि आप लेटो और मुझे सेवा का अवसर दो.

दीदी बोलीं- चुदाई को सेवा कहा जाता है क्या?
मैंने कहा- हां यह चूत सेवा है, गांड सेवा है.

यह कहते हुए मैंने अपना लंड खोल कर दीदी के सामने लहरा दिया.

मेरा मदमस्त कर देने वाला लंड उनकी आंखों में वासना का तूफान लाने लगा था.

मैंने कहा- हाथ में लेकर देख लो दीदी, मजेदार है.

दीदी ने कहा- अभी इसे अन्दर कर लो.
मैंने कहा- क्यों?

उन्होंने मुझसे कहा- अभी तुम कमरे में अन्दर जाओ. मैं अभी नहा कर आई.
मैंने उनसे कहा- चलो साथ में नहाते हैं.

तो वे मना करने लगीं और बोलीं- थोड़ा सब्र करो, आज तुम्हारा और मेरा पहली बार है … इसे कुछ खास बनाते हैं.
मैं उनकी बात मान गया और कमरे में जाकर बैठ गया.

मैं उनका इंतजार करने लगा और 10 मिनट बाद वे आ गईं.

उन्होंने नाइट सूट पहन रखा था.
वे जैसे ही कमरे में घुसीं, तो मैं उन पर टूट पड़ा.

उन्होंने मुझे पीछे किया और बेड पर जाकर बैठ गईं और कहने लगीं कि मुझे डर लग रहा है. कहीं मैं पेट से ना हो जाऊं.
मैंने उन्हें समझाया और कहा कि मैं आपको गोली लाकर दे दूंगा.

पर वो नहीं मानी. बहुत समझाने के बाद दीदी ने हां कर दी.
मैंने उन्हें किस करना शुरू कर दिया. पहले वो मुझे हटा रही थीं, लेकिन कुछ देर बाद वो मेरा साथ देने लगीं.

उन्हें गर्म होता देख मैंने उनके कपड़े उतारना शुरू कर दिए.
मैंने पहले उनकी टी-शर्ट उतारी, तो उन्होंने मुझे लाइट बंद करने को कहा. लेकिन मैंने नहीं की और उनकी टी-शर्ट उतार दी.

उन्होंने अन्दर ब्रा नहीं पहन रखी थी.
मैं एक हाथ से दीदी की चूचियां दबाने लगा और एक हाथ से उनकी दूसरी चूची के निप्पल से खेल रहा था.

शालू दीदी अब मुझे अपनी निप्पल पिलाने के लिए ऊपर खींचने लगीं.
मैंने उनकी चूचियों को एक एक करके चूसना शुरू किया.

उनके मुँह से अब कामुक आवाजें आना शुरू हो गईं और वे आह आह करने लगीं.
मैं अब दीदी की नाभि पर जीभ डाल कर चाटने लगा तो वे और ज्यादा आहें भरने लगीं.

शालू दीदी अब बिन पानी की मछली की तरह तड़पने लगी थीं.
मैंने उनका पजामा भी उतार दिया.

उन्होंने नीचे लाल रंग की पैंटी पहन रखी थी.
मैं उनकी पैंटी के ऊपर से ही उनकी उनकी रस छोड़ती चूत को चाटने लगा.

वे मेरा सिर पकड़ कर अपनी चूत में दबाने लगीं.
उनकी चूत से पानी टपक रहा था, जिससे उनकी पैंटी गीली हो गई थी.

मैंने अपने मुँह से उनकी पैंटी उतार दी.

शालू दीदी की चूत की खुशबू मुझे दीवाना बनाने लगी.
उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था, बिल्कुल चिकनी चूत थी.

शालू दीदी की चूत थोड़ी काली थी लेकिन गोरी काली का क्या करना था, मुझे तो चूत मिल रही थी और वो भी कुंवारी.

मैंने जब शालू दीदी से पूछा- आपकी चूत काली क्यों है?
तो उन्होंने कहा- सब लड़कियों की काली ही होती है. अब तू बातों में टाईम बर्बाद मत कर और जल्दी से मुझे चोद दे.

शालू दीदी के मुँह से चोदने की बात सुनकर मैं चौंक गया कि जो लड़की अभी कुछ देर पहले सेक्स के लिए मना कर रही थी, वह चुदाई की बात खुल कर कह रही है.

अब जब दीदी मुझे खुद न्योता दे रही थीं, तो मुझे क्या हुज्जत होनी थी.
मैं भी उनकी चूत चाटने लगा.

इधर मेरा लंड पजामा फाड़ कर बाहर आने को हो रहा था.
मैंने शालू दीदी का हाथ अपने लंड रखवा दिया.

उन्होंने मेरा पजामा उतारा और मेरा लंड हिलाने लगीं.

कुछ मिनट बाद शालू दीदी ने जोर से मेरा सर अपनी चूत में दबा लिया और उनका शरीर अकड़ने लगा.
मैं समझ गया कि ये झड़ने वाली हैं.

मैं उनका सारा पानी पी गया.
क्या मस्त स्वाद था उनकी चूत के रस का … मैं आपको शब्दों में बता नहीं सकता.

शालू दीदी मेरा लंड अब भी हिला रही थीं. दीदी ने मेरे लौड़े को जोर से मसल दिया.
मेरे मुँह से आह निकल गई और मैंने कहा- घर का माल है बहना, जरा प्यार से सहलाओ.

दीदी बोलीं- अब पकड़ाया है तो तू चुप रह और मुझे अपने मन की कर लेने दे.

मैंने कहा- ये क्या बात हुई, मेरा लंड है तो मुझे बताना पड़ेगा ना कि कैसे करना है.

दीदी ने लौड़े के सुपारे की खाल को ऊपर सरकाया और गुलाबी रंग के शिश्न मुंड को बाहर निकाल लिया.

सुपारे पर प्री कम की बूंदें चमक रही थीं.
लंड की खूबसूरती देखते ही बनती थी.

मैंने दीदी की एक चूची को अपने हाथ से पकड़ कर हल्के से दबाया तो दीदी की ऊंह निकल गई.
वे मुझे देखने लगीं.

मैंने कहा- लौड़े को मुँह में लेकर चूस लो दीदी.
दीदी ने एक बार लंड को आगे पीछे किया और कहा- ये सब देखा तो है, पर गंदा सा लग रहा है.

मैंने कहा- एक बार चूस कर देखो, यदि गंदा लगे तो मत करना और अच्छा लगे तो मजे लेती रहना.

दीदी ने हिचकिचाते हुए अपनी जीभ की नोक से लंड के आगे के छेद को चाटा और झट से जीभ को हटा ली.

मैंने कहा- क्या हुआ … मजा आया?
दीदी ने बिना कुछ कहे अपने मुँह में लंड को भर लिया.

अगले कुछ ही पलों में दीदी ने लौड़े को अपने मुँह में जितना अन्दर जा सकता था, उतना अन्दर भर लिया और लपर लपर करती हुई चूसने लगीं.

मैंने मदमस्त होकर कहा- दीदी नीचे आंड भी हैं, उन्हें भी चूस लो.

दीदी मस्ती में लंड और अंडकोष चूसने में लगी थीं और मैं अपने लंड को स्खलित होने की सीमा पर पहुंचता हुआ महसूस कर रहा था.

आखिर मेरी तेज आह आह निकलने लगी थी और दीदी भी अपने हाथ से मेरे लौड़े को मुठियाती हुई चूसने में लगी हुई थीं.
उन्हें शायद अहसास ही नहीं था कि लंड से वीर्य की पिचकारी छूट कर सीधे उनके गले में जाएगी.

वही हुआ, लंड अपने चरम पर पहुंच गया और उसके मुँह से तेज तेज पिचकारी फच्च फच्च करती हुई दीदी के मुँह में जाने लगीं.
दीदी एक बार को तो समझ ही नहीं पाईं कि यह क्या हुआ.

जब तक वे कुछ समझ पातीं, तब तक तो लंड खाली हो गया था.

फिर जैसे ही उन्होंने नमकीन स्वाद महसूस किया, वे लंड को मुँह से निकाल कर मेरी तरफ देखने लगी थीं.

मैंने देखा कि दीदी के मुँह में वीर्य के कतरे थे और वे अपने मुँह को चलाती हुई कुछ अजीब सा लुक दे रही थीं.

मैंने कहा- कैसा लगा?
एक दो पल बाद दीदी ने हंसते हुए कहा- टेस्टी है.

यह कहते हुए उन्होंने लटके हुए लौड़े को पकड़ कर फिर से मुँह में ले लिया और लपर लपर करती हुई चूसने लगीं.

कुछ देर बाद लंड खड़ा हो गया तो मैंने अपना लंड उनकी चूचियां के बीच में दबाया और दोनों चूचियों को पकड़ कर हिलाने लगा.

थोड़ी देर बाद मेरे लंड ने फिर से अपना पानी छोड़ दिया.
सारा पानी शालू दीदी की चूचियों पर गिर गया.

शालू दीदी चिल्लाने लगीं- ये तूने क्या किया? मैं अभी तो नहा कर आई थी. फिर से नहाना पड़ेगा.
मैंने जल्दी से उनकी पैंटी से ही उनकी चूचियां को साफ कर दिया.

तब मैंने कहा- चुदाई के बाद तो आपको नहाना ही पड़ेगा दीदी.
वे हंस दीं और मुझे किस करने लगीं.

मैंने भी शालू दीदी को फिर से किस करना शुरू कर दिया.

शालू दीदी फिर से गर्म होने लगीं और मेरा लंड भी तैयार हो गया था.

देर किए बिना मैंने उनकी गांड के नीचे तकिया लगाया और उनकी चूत पर अपने लंड को सैट कर दिया.
मैंने अपना लंड डालने की कोशिश की तो लंड अन्दर नहीं गया.

तो मैंने फिर से कोशिश की लेकिन शालू दीदी की चूत बहुत ज्यादा टाईट थी.

ऐसा करने से दीदी को भी दर्द हो रहा था तो उन्होंने मुझे रसोई से सरसों का तेल लाने को कहा.
मैं झट से तेल लेकर आ गया.

शालू दीदी ने तेल से मेरे लंड की अच्छे से मालिश की और मैंने दीदी की चूत की.

दीदी की चूत से फिर पानी निकलने लगा.
अब उनकी चूत और ज्यादा चिकनी हो गई.

मैंने दीदी की चूत में लंड सैट किया और पेल दिया.

लंड पेलते ही शालू दीदी चिल्लाने लगीं और मुझे धक्का देने लगीं.
मैंने उन्हें पकड़ लिया और उनके होंठों को चूसने लगा.

थोड़ी देर बाद शालू दीदी थोड़ी सामान्य हुईं लेकिन अपनी चूत से खून निकलता देख कर वो डर गईं.

फिर मेरे समझाने पर वो समझ गईं और अपनी गांड उठा कर चुदवाने लगीं.

कुछ ही देर में समा बदल गया.
अब दीदी जोर जोर से चिल्लाने लगीं- आह दक्ष तेज … और तेज आ आ आह … चोद मुझे आह … चोद साले भोसड़ी वाले चोद मुझे … भैन के लंड चोद मादरचोद.

मैं भी उनकी गालियों से जोश में आ गया और उन्हें पूरी ताकत से जोर जोर से चोदने लगा.

दस मिनट की चुदाई में शालू दीदी दो बार झड़ गई थीं.

अब मेरा भी माल निकलने वाला था.
मैंने शालू दीदी को बोला.

तो वे बोलीं- मजा खराब मत कर … तू अन्दर ही निकाल दे. मैं अपनी चूत में तेरा माल महसूस करना चाहती हूँ.
बस 4-5 तेज़ धक्कों के बाद मैं शालू दीदी की चूत में झड़ गया.

उस दिन मैंने दीदी को दो बार चोदा.
Xxx बिग सिस्टर सेक्स में पूरी तरह से तृप्त हो गई थीं.

अब जब भी हम दोनों को मौका मिलता है, मैं शालू दीदी की चूत चुदाई कर लेता हूँ.
 
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सगी चाची को लंड चूसना सिखाया





सेक्सी चाची को चोदा मैंने जब वे मेरे साथ मेरे शहर वाले घर में आई थी एक रात के लिए. मैं पहले से ही चाची को छेड़ता रहता था. वे मुझे कुछ नहीं कहती थी.

नमस्कार दोस्तो,
मेरी उम्र 22 साल है और मेरी चाची की उम्र 30 साल की है. हमारा परिवार सयुंक्त है. हम सब साथ में हंसी खुशी रहते हैं.

मेरी चाची को एक लड़का भी है, जो अभी दस साल का है.

मैं दो साल से चाची की चूत मारने की कोशिश कर रहा हूँ लेकिन ना तो कभी मौका मिल पाया और ना ही कभी मेरी हिम्मत हुई.

वैसे मैंने मजाक मजाक में उन्हें टच और लिप किस तक कर लिए थे; कभी कभी उनके बूब्स भी दबा देता था, वे कुछ नहीं बोलती थीं.
यह देख कर लगता था कि वे मुझे छूट देना चाह रही हैं.
पर गांड फटने के कारण मैं आगे नहीं बढ़ रहा था.

मेरी चाची दिखने में भी ऐसी हैं कि उन्हें देखते ही किसी का भी लंड खड़ा हो जाए.
उनकी एकदम टाईट गांड और माध्यम आकार के कसे हुए दूध हैं.

चाची के मम्मों के बीच की दरार देख कर तो बूढ़े आदमी का भी लंड खड़ा हो जाए.

मैं पढ़ाई करने के लिए शहर चला गया तो चाची से थोड़ी दूरी बढ़ गई.

अब पहले जैसी भी बात नहीं रही थी तो सब कुछ बदल गया था.

मैं एक दिन ऐसे ही गांव गया था.

अगले दिन चाचा जी बोले कि कल 7 बजे से तेरी चाची का शहर में कोई एग्जाम है, तो तुम रात में ही शहर के लिए निकल जाना और सुबह में एग्जाम दिलवा देना.
मैंने कहा- ठीक है चाचा जी. मैं चला जाऊंगा.

शाम होते ही चाची ने खाना बना कर पैक कर लिया और हम दोनों गाड़ी लेकर शहर के लिए रवाना हो गए.

अब सारे रास्ते में मेरे दिमाग़ में यही चल रहा कि आज रात मैं चाची को कैसे बजाऊं.
यही सब सोचते सोचते मैं चाची को लेकर शहर पहुंच गया.

अब जो मैंने रूम ले रखा था, वह कमरा छोटा ही था और उसमें बस एक ही पलंग डाल रखा था.

हम दोनों ने खाना खाया और लेटने की तैयारी करने लगे.

मैंने कहा- चलो चाची, अब आराम कर लेते हैं. काफी थक गए हैं.
चाची बोलीं- तुम सो जाओ, मैं थोड़ा पढ़ाई कर लेती हूँ … फिर सो जाऊंगी.
मैंने कहा- ठीक है.

रात में जब मैं टॉयलेट जाने के लिए उठा तो मैंने देखा चाची मेरी तरफ मुँह करके ही सो रही थीं.
उन्होंने उसी रूम में ही कपड़े चेंज कर लिए थे.
वे काले रंग की मैक्सी पहनी हुई थीं.
उन्होंने ब्रा भी नहीं पहन रखी थी क्योंकि रात को सोते समय जरा आराम के चलते ब्रा पहनना ठीक नहीं होता है.

मैं उन्हें देख कर बाथरूम में चला गया और वापस आकर लेट गया.

लेकिन मेरे से अब रूका नहीं जा रहा था क्योंकि चाची के रसीले बूब्स जो दिख रहे थे.

मैंने धीरे से उनके मम्मों पर हाथ रखा तो मेरे लंड में हरकत होने लगी.

शायद चाची भी जाग रही थीं.
इतने में चाची ने करवट ले ली और अपनी चिकनी गांड मेरी तरफ करके सोने का नाटक करने लगीं.
क्योंकि चुदना तो उन्हें भी था.

मैं उनके पीछे उनकी गांड में लंड अड़ा कर सोने का नाटक करने लगा.

कुछ पल बाद वे थोड़ी पीछे को हुईं तो मेरा लंड उनकी मैक्सी में अड़ कर उनकी गांड की दरार में जा लगा.
लंड की सख्ती से वे भी समझ गईं कि आज भतीजे का लंड चूसने का सही मौक़ा है.

वे फिर से मेरी ओर मुड़ीं तो मैं सोने का नाटक करने लगा.
चाची धीरे से बोलीं- तुम सो रहे हो तो तुम्हारा शेर कैसे जाग रहा है?

इतना सुनते ही मैं डर गया और आंखें खोल कर बोला- सॉरी चाची, वो नींद में कुछ पता नहीं चला.
चाची बोलीं- अच्छा, तुम नींद में भी सीधा गांड में कैसे लंड घुसा देते हो?

चाची के मुँह से ये सब सुनकर मेरी तो हवा टाईट हो गई.
वे फिर से बोलीं- याद है तुमने मुझको किस भी किया था!

मैंने कहा- सॉरी चाची, उस टाईम ये सब पता नहीं था … तो हो गया!
चाची बोलीं- अच्छा, इतना भोला था कि बूब्स भी दबा देता था.

उनके इतना कहते ही मैं बोला- चाची, आप बहुत सेक्सी हो, मुझे बस एक बार करने दो प्लीज़ … मैं कबसे आपके नाम की मुठ मार रहा हूँ.
चाची बोलीं- मुझे पता है तूने मेरी पैंटी पर भी मारी है. लेकिन आज तो पैंटी भी नहीं है, आज किस पर मारेगा?

मैंने कहा- आज तो आप ही सामने हो … मुठ मारने की कहां ज़रूरत है?
वो बोलीं- अच्छा … तो आज क्या करोगे?

उनके इतना कहते ही मैंने चाची के होंठों से होंठ मिलाकर खेल शुरू कर दिया और साथ में उनके बूब्स मसलने लगा.
वे भी साथ देने लगीं.

कुछ मिनट किस करने के बाद चाची बोलीं- कपड़े उतार दो ना … क्यों पहन रखे हैं?
मैंने कहा- चाची, शर्म आ रही है, पहले आप उतारो … फिर मैं.

बस इतना कहते ही चाची ने झट से अपनी मैक्सी निकाल कर फेंक दी.
उन्होंने मैक्सी के अन्दर ब्रा पैंटी कुछ नहीं पहना हुआ था.

चाची को नंगी देखकर मेरे लंड की नसें फटने लगीं.

इतने में चाची ने अपना हाथ मेरी पैंट पर रखा और लंड को महसूस करके बोलीं- बेटा, तू तो काफी जवान हो गया है.
इतना कहते हुए चाची ने मेरी पैंट और अंडरवियर दोनों को एक साथ नीचे खिसका दिया और लंड को सख्ती से पकड़ लिया.

मैं भी चाची की गांड पर हाथ फेर रहा था.
चाची की गांड टाईट थी.

मैंने धीरे से चाची की चूत पर हाथ रखा तो चाची की चूत बिल्कुल साफ … एक भी बाल नहीं था.
उनकी चूत चिकनी चमेली हो रही थी.

मैंने एक उंगली चूत के अन्दर डाल दी तो चाची मादक आवाजें निकालने लगीं.

उसके बाद मैंने चाची के एक दूध को अपने मुँह में दबाया और खींचने लगा.
चाची की आहें निकलने लगीं, वे मस्ती से मुझे अपने दूध पिलाने लगीं.

कुछ देर बाद आलम यह था कि चाची अपने हाथ से अपने दोनों दूध बारी बारी से मेरे मुँह में दे रही थीं और मस्ती से निप्पल चुसवा रही थीं.

वे कहने लगीं- न जाने कब से इस सुख के लिए तरस रही हूँ. तेरे चाचा न जाने कब मुझे ऐसा मजा देंगे?
मैंने पूछा- क्यों … क्या हुआ चाची, चाचा आपके दूध नहीं चूसते हैं?

वे कहने लगीं- नहीं, उन्हें तो कभी कभी ही मेरे साथ सेक्स करने का मन होता है और कभी हुआ भी तो झट से मेरे ऊपर चढ़ कर चुदाई शुरू कर देते हैं. उनका लंड भी टुन्नू सा है. अन्दर अहसास ही नहीं होता है कि कुछ अन्दर गया भी या नहीं!

मैंने कहा- अरे अगर ऐसी बात थी तो आपने मुझसे कभी कुछ कहा क्यों नहीं?
वे हंसने लगीं और बोलीं- मुझे क्या पता था कि तेरा इतना बड़ा होगा. मैं तो ये समझ रही थी कि चाचा के जैसा ही भतीजा का होगा.

मैंने कहा- हां मुझसे चूक हो गई.
वे बोलीं- कैसी चूक?

मैंने कहा- मुझे कभी आपको अपना हथियार दिखा देना चाहिए था.
वे बोलीं- हां ये तू सही कह रहा है. पर तू मुझे अपना लंड दिखाता कैसे?

मैंने कहा- अरे उसमें क्या बड़ी बात है. कभी भी सुसू करते समय दिखा देता.
वे बोलीं- हां, ये तो तू सही कह रहा है.

अब तक काफी देर बातें होते होते चाची की चूत में चुनचुनी होने लगी थी.
वे मेरे लंड को पकड़ कर सहलाने लगी थीं.

मैंने चाची से कहा- प्लीज़ चाची, मेरे लंड पर भी किस करो ना … फिर जरा चूस भी देना.
चाची बोलीं- मैं चूसूँगी नहीं, बस तू कह रहा है तो एक किस कर देती हूँ.
मैंने कहा- ठीक है.

वे लंड पकड़ कर चुम्मी लेने को हुईं तो मैंने फिर से कहा- चाची आप मेरे ऊपर आ जाओ. मैं आज आपको पूरा मजा दे देता हूँ.
चाची बोलीं- अच्छा, ऊपर से कैसे?

मैंने कहा- चाची आप 69 में ऊपर आकर लेट जाओ.
चाची लेट गईं उनको समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या कर रहा हूँ.
कभी चाचा ने 69 शायद किया ही नहीं था.

चाची के 69 में लेटने के बाद जैसे ही मैंने अपनी जीभ से उनकी चूत को चाटना शुरू किया तो चाची एकदम से पागल सी होने लगीं.

उनको बहुत मजा आ रहा था क्योंकि उनके साथ चाचा ने सच में पहले ऐसा कभी किया नहीं था … ऐसा वे खुद ही कहने लगी थीं.

मैंने चाची से कहा- आप भी लंड को चूसो ना चाची … मजा आएगा.
वे कुनमुनाने लगीं- नहीं ये गंदा है.
मैंने कहा- कुछ गंदा नहीं होता है चाची. आप मुँह में लेकर तो देखो.

अब चाची ने भी मेरा लंड चाटना शुरू कर दिया.
उन्हें लौड़े को चूसने में मजा आने लगा था.

इधर मैंने भी चाची की चूत को चाट चाट कर गर्म कर दिया था.
उनकी चूत में से पानी निकलने लगा था.

मैंने उनकी चूत का सारा पानी चाट लिया.
चूत चाटने से चाची फिर से गर्मा गई थीं.

चाची बोलीं- अब नहीं सहन हो रहा … तू जल्दी से घुसा दे!
मैंने कहा- चाची, आप ख़ुद ही डाल लो, मैं सीधा लेट जाता हूँ.

मैं सीधा हुआ और चाची मेरे ऊपर बैठ गईं.
उन्होंने लंड को पकड़ा और अपनी चूत में डालने लगीं.

लंड चूत में घुस नहीं रहा था क्योंकि मेरा लंड का साइज़ चाचा से काफी बड़ा था.
ये लंबा और काफी मोटा है.

चाची बोलीं- तेरा लंड बहुत मोटा है. ये तो मेरी चूत फाड़ देगा!
मैंने कहा- नहीं चाची, कहां बच्चों जैसी बातें कर रही हैं. आप क्या जानती नहीं हैं कि इतनी सी चूत से तो हाथी के लंड जितने मोटे बच्चे भी बाहर निकाल आते हैं. आप बिंदास अन्दर डाल लो पूरा … कुछ नहीं होगा.

लेकिन वे नहीं ले पा रही थीं.
फिर मैंने कहा- अच्छा आप घोड़ी बन जाओ. मैं करता हूँ.

वे बोलीं- नहीं नहीं, पीछे से ज़्यादा दर्द होगा … मैं चित लेट जाती हूँ. फिर कर लो.
मैंने कहा- ठीक है.

चाची लेट गईं, मैंने उनकी दोनों टांगें उठाकर लंड घुसा दिया.
तो चाची की चीख निकल गई- आआह आहह मारेगा क्या … आराम से चोद ना.

मैंने धीरे-धीरे 3-4 धक्के लगाए.
इसके बाद चाची को भी मजा आने लगा.

फिर लंड चूत में सटासट चलने लगा और 15 मिनट की मस्त चुदाई के बाद मेरा माल निकलने वाला था.

मैंने कहा- चाची, मेरा होने वाला है!
चाची बोलीं- अन्दर ही निकाल दे.

अब तक चाची दो बार पानी छोड़ चुकी थीं.
मैंने चाची की चूत में शीरा टपकाया और उनके साथ ही ढेर हो गया.

सेक्सी चाची को चोद कर अब हम दोनों नंगे ही सो गए.

सुबह जब आंख खुली तो चाची पढ़ाई कर रही थीं और मैं नंगा लेटा हुआ था.

मैं उठा तो मेरा लंड तना हुआ था.
खड़ा लंड देखकर चाची ने चूस चूस कर मेरा माल निकाल दिया.

फिर मैं नहाने चला गया और चाची का एग्जाम दिलवाकर हम वापस गांव चले गए.
एग्जाम के बाद भी मैंने सेक्सी चाची को चोदा!

अब जब भी मौक़ा मिलता है, तो चाची चूत की सेवा दे देती हैं.
 
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Story1 :- सासू मां और बहू का मजेदार लेस्बियन सेक्स



एक दिन मैं घर पर फ्री थी तो मैं अपनी सासू मां के घर पर गई.

उनकी बॉडी बहुत सेक्सी है. उनकी उम्र 45 साल के आस-पास है पर वो उतनी उम्र की लगती नहीं हैं.

उनके घर जा कर मैं बैठ गई और उनसे बातें करने लगी.

सुबह का समय था तो उनके घर पर अभी ससुर जी भी थे.
बीस मिनट बाद वो अपने काम पर चले गए.

फिर उन्होंने कहा- बेटा मेरा एक काम है. क्या तुम कर दोगी?
मैं बोली- हां बताइए न

उन्होंने कहा- मेरे पैर बहुत दर्द कर रहे हैं … जरा मेरे पैर दबा दोगी?
मैंने कहा- हां मम्मी, मैं आपके पैरों की मालिश कर देती हूँ. आप लेट जाइए.

वो बिस्तर पर लेट गईं और मुझसे बोलीं- तू मेन गेट लगा दे, फिर आ जा.
मैं गेट बंद करके आ गई.

फिर मैं सासू मां के पैर दबाने लगी.
उन्होंने अपने घुटनों में नीकैप पहने हुए थे.

मम्मी के पैर बहुत सेक्सी थे. एकदम चिकने और मक्खन से मुलायम पैर थे.

मुझे मम्मी के पैरों में हाथ लगाते ही करंट सा लगा.

फिर वो बोलीं- अब तेल लगा कर मालिश कर दो बेटा.
मैं किचन तेल ले कर आ गई और उनके पास बैठ गई.
मैंने उनके पैरों पर तेल टपकाया और हाथ फेरने लगी.

कुछ देर बाद सासू मां ने अपने पैर मोड़ लिए, वो बोलीं- अब मेरी पिंडली मसल कर तेल लगा दो.
मैंने धीरे धीरे से उनकी पिंडलियों को मसलना शुरू कर दिया.

वो बोलीं- आह बेटी … बड़ा अच्छा लग रहा है. तू तो बड़ी अच्छी मसाज कर लेती है … क्या मेरा बेटा भी तुझसे ऐसे ही मालिश करवाता है?
मैं शर्मा गई और बोली- हां मम्मी, कभी कभी जब वो कहते हैं तो मैं उनकी भी मालिश कर देती हूँ.

फिर सासू मां हंस कर बोलीं- तू उसकी तो पूरे बदन की मालिश करती होगी!
मैंने शर्माते हुए हामी भर दी.

सासू मां बोलीं- बेटा, मेरा प्लाजो ऊपर करके थोड़ा जांघों पर भी मालिश कर दी.

मैंने उनके प्लाजो को जांघों तक उठाया और तेल लगा कर मसाज की.
मुझे अपनी सासू मां की जांघों पर हाथ फेरने में बड़ा मजा आ रहा था.
न जाने क्यों मेरी चूत में पानी आने लगा था.

फिर मैंने कहा- मम्मी आप अपने प्लाजो को उतार दीजिए. मैं ढंग से मालिश कर दूंगी.
वो मान गईं और उन्होंने अपने प्लाजो को कमर से नीचे सरका दिया.

वो मुझसे बोलीं- तू नीचे से खींच कर इसे उतार दे.
मैंने धीरे से उनके प्लाजो को उनके बदन से अलग कर दिया.

अब मेरी सासू मां एक थोंग पैंटी में मेरे सामने थीं. मुझे उनकी फूली सी चूत देख कर बड़ा आश्चर्य हुआ कि इस उम्र में भी मम्मी की चूत बड़ी मस्त लग रही है.

मैंने मम्मी की जांघों के ऊपर हाथ फेरना शुरू किया और धीरे धीरे मैंने उनकी चूत पर हाथ फेर दिया.

अपनी चूत पर मेरा हाथ लगते ही उन्होंने कहा- यहां तेल मत लगा.
फिर मैंने कहा- ओके मम्मी, जांघों पर तो लगा दूँ?
उन्होंने कहा- हां उधर लगा दे.

मैंने अपनी सासू मां की चिकनी जांघों की मसाज की और ऊपर हाथ करके मैं धीरे से अपनी एक उंगली को उनकी छूट पर फेरने लगी.

मैंने देखा कि सासू मां की चूत गीली ही गई थी. मैंने अपनी उंगली धीरे से पैंटी के बगल से अन्दर कर दी.

उन्होंने अपने हाथ से मेरी उंगली को अन्दर ही दबा दिया. मैं समझ गई कि सासू मां को अपनी चूत में उंगली करवाने का मन है.

मुझे खुद भी अपनी सासू मां की चूत में उंगली करने का मन था. मैंने बिना रुके अपनी सास की चूत में उंगली डाल दी. मेरी सास की चूत भभक रही थी और बेहद गीली थी.

मेरी उंगली अपनी चूत में पाते ही सासू मां ने सीत्कार भरी और अपने हाथ से मेरे हाथ को ऐसे पकड़ लिया जैसे वो उंगली को अपनी चूत में अन्दर बाहर करवाना चाह रही हों.

फिर मैंने अपनी उंगली को अपनी सासू मां की चूत में अन्दर बाहर करना शुरू कर दी.

वो बोलीं- मैं तेरी सासू मां हूँ, बहू तू यह क्या कर रही है. तू एक जवान लड़की है और मैं औरत हूँ.
मैंने कहा- कोई बात नहीं मम्मी आप लेटी रहो, मैं आपकी सब जगह की मसाज कर देती हूँ. आप बस फील करो और कुछ नहीं बोलो.

उन्होंने कहा- ठीक है बहु, जैसा तुझे अच्छा लगे तू वैसे ही कर दे.
अब वो अपनी टांगें खोल कर सीधी लेट गईं.

मैंने उनके जांघों पर खूब सारा तेल लगाया और धीरे से मसाज करती हुई अपनी सास को मजा देने लगी. सास ने अपना टॉप भी ऊपर कर लिया था तो
मैंने उनसे पूछा- मम्मी टॉप उतार दूँ क्या … आपके पूरे बदन की मालिश कर दूंगी.
वो बोलीं- हां बेटा कर दे. और सुन, तेरे कपड़े तेल से खराब न हो जाएं, तू भी अपने कपड़े उतार दे.

मैंने अपनी सास के सारे कपड़े उतार दिए और अपने भी उतार लिए.

मैंने सिर्फ ब्रा पैंटी पहनी हुई थी.
सास के जिस्म पर सिर्फ पैंटी थी.

मेरी सास के मम्मे बड़े सख्त थे. मैंने उनके मम्मों पर हाथ फेरा और मजाक करते हुए कहा- मम्मी जी आपके दूध तो बड़े सख्त हैं.
मम्मी भी खुल गईं- और बोलीं- हां तेरे ससुर अब उनके साथ खेलते ही नहीं है. तेरा पति तो तेरे आम मस्त मसलता होगा?
मैंने शर्माते हुए कहा- हां मम्मी जी वो तो एक बार चूसने में लगे तो बस उनका छोड़ने का मन ही नहीं होता है.

वो हंसने लगीं और मेरे दूध मसल कर देखने लगीं.

फिर बोलीं- अभी इतने तो नहीं चूसे कि ढीले या पिलपिले हो गए हों.

मैंने अब अपनी सास के साथ खुल कर मजा लेना शुरू कर दिया था. मैंने उनके दोनों मम्मे पकड़े और मसलने लगी.

मैंने कहा- कैसा लग रहा है मम्मी जी?
उन्होंने कहा- बड़ा मजा आ रहा है बेटा. तू आज मेरी वैसी वाली मसाज भी कर दे.

मैंने कहा- कौन सी वाली मम्मी जी?
मम्मी ने आंख दबाते हुए कहा- वही जो लड़की लड़की के साथ करती है.
मैंने कहा- अच्छा लेस्बियन करवाना है आपको!

वो बोलीं- हां तेरे ससुर ने बहुत पहले मुझे एक ब्लू फिल्म दिखाई थी. उसमें मां बेटी के बीच में ऐसा ही दिखाया गया था.
मैं कहा- हां मम्मी जी उसे लेस्बो कहते हैं.

अब मैं धीरे धीरे से उनकी चूचियों पर हाथ डाल कर मसलने लगी.

फिर धीरे धीरे दूध मसलते हुए मैंने अपनी सास के एक मम्मे के निप्पल को अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगी.

उससे वो गर्मा गईं और आह आह करने लगीं.

मैंने उनके मम्मों पर तेल लगाने के लिए शीशी उठाई तो वो बोलीं- यहां तेल मत लगाना.
मैंने कहा- फिर?

वो बोलीं- वो सामने क्रीम रखी है. वो ले आओ और उसे लगाओ.

मैंने वो क्रीम लाकर उनके मम्मों पर लगाई और मालिश शुरू कर दी.
वो सेक्सी आवाजें निकालने लगीं.

मैं एक हाथ से उनके एक दूध की मालिश करती हुई दूसरे हाथ को नीचे ले आई और उनकी जांघों पर फेरने लगी.

उन्होंने अपनी टांगें खोल दीं, तो मैंने अपनी उंगली अपनी सासू मां की चूत अन्दर पेल दी और चूत में उंगली चलाने लगी.

उनकी मादक आवाज़ आने लगी- आह और कर बेटा … आह मजा आ रहा है.

मैं ब्रा पैंटी पहनी हुई थी.
मेरी सास ने कहा- अब तू मेरी पैंटी उतार दे और अपनी ब्रा पैंटी भी उतार दे.

मैंने ब्रा को ना खुलने का ड्रामा करते हुए उनको कहा- मम्मी आप जरा इसको खोल दो.
वो उठीं और मेरी ब्रा खोलने लगीं.

फिर उन्होंने मेरी चूत में हाथ लगाया, तो मैं पूरी गीली हो गई थी.

मेरी सासू मां बोलीं- तेरी चूत तो बह रही है.
मैंने कहा- हां मम्मी आपके मस्त जिस्म से खेल कर मुझसे रहा नहीं जा रहा है.

वो मेरी चूत में उंगली चलाने लगीं.

कुछ देर के बाद मैंने उनसे खा कि प्लीज़ मम्मी मेरे मम्मों पर तेल लगा दो.
वो बोलीं- साली तू पूरी रंडी है … चल आ जा, अब अपन दोनों मजा लेती हैं.

उन्होंने मेरे एक दूध को चूसना शुरू कर दिया.

मैंने फिर से कहा- मम्मी प्लीज़ तेल लगा कर करो न!
उन्होंने कहा- नहीं, मैं तेल नहीं लगाऊंगी. अब तू मेरी मसाज कर.

मैंने फिर से अपनी सास को लेटा दिया और उनकी चूत में उंगली पेल दी.

कुछ देर बाद सासू मां अपनी टांगें फैला कर बैठ गईं और गांड उठा कर मादक सिसकारियां लेने लगीं.

कुछ देर बाद सासू मां ने कहा- बहू मेरी चूत में बड़ी आग लग गई है.
मैंने कहा- हां मम्मी जी, मेरी चूत भी भभक रही है.

वो बोलीं- तू एक काम कर, किचन ने एक बड़ा सा खीरा ले आ.
मैंने कहा- यार मम्मी, मेरे होते हुए खीरे की क्या ज़रूरत है.

वो मेरी तरफ देखने लगीं.
मैंने जीभ निकाल कर उन्हें दिखाई कि ये किस दिन काम आएगी.

मेरी सास हंस दीं और उन्होंने कहा- तो चल अब जल्दी से आ जा.

मैंने 69 का पोज बनाया और उनके पैरों की उंगलियों को चाटने लगी.
फिर धीरे धीरे मम्मी की टांगों को किस करते हुए उनकी चूत पर अपनी जीभ रख दी.

मेरी जीभ को अपनी चूत पर पाते ही मेरी सास की तड़प बहुत ज़्यादा बढ़ चुकी थी.

मैं उनके मुँह के ऊपर अपनी चूत को रगड़ने लगी और उनकी चूत चाटनी शुरू कर दी.

वो मेरी चूत में जीभ से मेरी चूत के दाने को सहलाती हुई बोलीं- आह बहू … बहुत मजा आ रहा है और जोर जोर से मेरी चूत चाट!
मैंने तभी सासू की चूत से जीभ हटा ली और उनके ऊपर से उठ कर अलग हो गई.

वो बोलीं- क्या हुआ?
मैंने कहा कि मुझे भी तो करो … मुझे भी कुछ मजा आना चाहिए.

वो बोलीं- हां, मैं अपने सुख चक्कर में तेरे बारे में भूल ही गई थी. चल फिर से आ जा!

इस बार मैं बिस्तर पर लेट गई.
मैंने सासू मां से कहा- अब आप मेरे ऊपर आओ.
वो आ गई और बोलीं- हां बोल अब क्या करूं?

मैंने कहा- ऐसे नहीं आप 69 में आ जाओ.
वो बोलीं- यार, मुझे चूत चाटने में घिन सी आती है. मैं नहीं कर पाऊंगी.

मैंने उनको मनाया और उनकी चूत चाटनी शुरू कर दी.
फिर वो 69 में आ गईं और मेरी चूत पर जीभ लगा कर फेरने लगीं.

मेरा रक्तचाप एकदम से बढ़ गया और मैं पूरी गर्म हो गई.
मैंने अपनी गांड उठा उठा कर अपनी चूत चटवाना शुरू कर दी.

उनकी स्पीड भी तेज़ हो गई और वो मेरे ऊपर बैठ कर मेरी चूत चाटने लगीं.

मैंने पूछा- क्या हुआ?
वो बोली- मैं तो झड़ भी गई.

मैं समझ गई कि उनकी चूत से सिर्फ़ दो बूँद पानी ही निकला था. जो मुझे चूत चाटते वक्त प्रीकम सा नमकीन लगा था.

फिर मैंने उनको नीचे उतार कर कहा- चलो मम्मी अब चूत के ऊपर चूत लगाते हैं.
उनको ये करना नहीं आया.

मैं उनको लेटा कर उनके ऊपर चढ़ गई और उनकी चूत को फैला कर उनकी छूट के साथ अपनी चूत को लगा दिया.

मैं चूत से चूत रगड़ने लगी.
मेरी सास बोली- आआहह … बहू मजा दिला दिया तुमने तो … आह क्या कमाल का सुख दे रही हो.

हम एक दूसरे से लिपट कर हिलने लगी.

कुछ देर में मेरी चूत से सासू मां की चूत का संपर्क टूट गया.
मैंने फिर से लगा कर जोर से उनको जकड़ा और चूत रगड़ने लगी.

कुछ ही देर में मैं झड़ गई और झड़ कर मैंने उनके कंधे पर सिर रख दिया.

वो लम्बी लम्बी सांस लेती हुई बोलीं- आह मजा आ गया बहू … तुझे यह सब का अनुभव कैसे है?
मैं बोली- मम्मी स्टूडेंट लाइफ में मैं लेस्बियन रही हूँ.

वो ये सुन कर हैरान रह गईं और कहने लगीं- चल फिर तो आ जाया करना हॉट लेस्बियन सेक्स के लिए मेरे पास … कोई शक भी नहीं करेगा हम दोनों पर!

मैंने हंस कर उनके होंठों को होंठों से दबाया और हंस कर कहा- ठीक है मेरी बन्नो.
उन्होंने हंस कर मुझे धक्का दे दिया और बोलीं- यह क्या कर रही हो?

मैंने कहा- अरे करो तो सही यार मम्मी … मैं ऐसे ऐसे सुख दूंगी कि आप बस खुश हो जाओगी.
उन्होंने कहा- मैं सिर्फ़ एक बार करूंगी.

मैं मान गई और अपनी सास को किस किया.
उन्होंने मेरी चूत में उंगली डाल दी और मेरे मम्मों को मसलने लगीं.

मैंने भी ऐसा ही किया.
हम दोनों एक एक बार फिर से लग गयी.

फिर झड़ने के बाद कपड़े उठाए और पहन ही रही थी कि किसी ने दरवाजा खड़का दिया.

मैंने जाकर देखा तो दरवाजे पर मेरी ननद खड़ी थी.
 
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junglecouple1984

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Story2 :- सासू मां के बाद ननद भौजाई का मजेदार सेक्स

पिछली लेस्बियन सेक्स कहानी में आपने पढ़ा था कि अपनी सास के साथ लेस्बियन सेक्स कर रही थी.

अब आगे जेंडर चेंज सेक्स कहानी:

अभी हम दोनों फारिग ही हुई थीं कि तभी किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी.
मैंने जल्दी जल्दी अपने आपको ठीक किया और दरवाजा खोल दिया.

सामने देखा तो मेरी ननद खड़ी थी.
मेरी ननद श्रेया अपनी पढ़ाई करने शहर से बाहर गई हुई थी, वह वापस घर आई थी.

उसने मुझे देखा और वह एकदम से मेरे गले से लग गई.

वह बोली- हैलो मेरी भाभी जान, कैसी हो?
मेरी ननद की उम्र 25 साल की है. उसकी अभी शादी नहीं हुई है.

जब वह मुझसे बोली. तब मैंने उससे लिपटते ही महसूस किया कि मेरी चूत के ऊपर कुछ चुभ रहा है.

वह भी न जाने क्यों झटके से मुझसे अल हुई और अपना बैग उठा कर अन्दर आ गई.
मेरे बाद वह अपनी मां यानि मेरी सासू मां के गले लग कर मिली.

तब तक मैं उसके लिए पानी ले आई.
उसने पानी पिया और हम दोनों बातें करने लगीं.

हमारी बातें खत्म ही नहीं हो रही थीं.
उसी दौरान मुझे मेरे पति का फोन आया.

मैं फोन सुनकर अपने घर जाने लगी.
आपको मैंने शायद बताया नहीं था कि मैं अपने पति के साथ एक अलग घर में रहती हूँ.

जब मैं अपने घर जाने लगी तो मेरी ननद बोली- अरे भाभी कहां जा रही हो. मैं भी आपके साथ चलती हूँ. भाई से मिले कितना टाइम हो गया है.

सासू मां बोलीं- हां बहू, इसे भी साथ ले जा और टाइम से वापिस भेज देना अगर रात रुकना भी हो, तो मुझे कॉल कर देना.

मैंने सासू मां को देख कर आंख दबा दी और उन्होंने भी एक गहरी मुस्कान बिखेर दी.
फिर हम दोनों जाने लगीं.

मेरा घर अपनी सास के घर से थोड़ी ही दूर है.
हम दोनों पैदल ही जा रही थीं.

रास्ते में मेरी ननद को उसकी एक सखी मिल गई तो वह रुक कर उसके साथ बात करने लगी.
दो मिनट के बाद हम दोनों चल पड़ी और घर पहुंच गई.

उस वक्त मेरे पति भी घर पर थे.
मेरी ननद उनसे मिली और वे दोनों भाई बहन बातें करने लगे.

मेरी चूत गीली हुई पड़ी थी और मुझे मेरे कपड़ों में से अभी माल की स्मेल भी आने लगी थी.

मैं नहाने जा ही रही थी कि श्रेया बोली- भाभी कहां जा रही हो?
मैं बोली- मैं बस अभी नहा कर आती हूँ.

उसने कहा- भाभी, मैं आपके लिए एक ड्रेस लाई थी, उसे नहीं पहनेंगी?
मैंने कहा- अरे वाह मेरी क्यूट श्रेया, लाओ दिखाओ … क्या लाई हो?
उसने कहा- नहीं भाभी, अभी आप जो दिल करे, वो पहन लो. मैं तो आपके लिए नाइटसूट लाई हूँ. उसे आप नाइट में पहन लेना.

उसकी बात सुनकर हम सभी हंसने लगे.

मैंने कहा कि और कुछ नहीं लेकर आई?
श्रेया बोली- ओह नो, मैं अपना बैग वहीं भूल आई. उसमें काफ़ी सामान था, जो मुझे चाहिए था.

मैंने कहा- कोई बात नहीं, घर जा कर निकाल लेना.
श्रेया बोली- मेरी भाभी जान, मैं आज कितने दिनों बाद तो मिली हूँ. इतनी जल्दी नहीं जाऊंगी. मैं 2-3 दिन इधर ही रूकूंगी आपके साथ.

मैंने कहा- चल, तेरे भैया ले आएंगे. बोल क्या लाना है?
तभी उसके चेहरे पर तनाव सा आ गया और वह बोली- नहीं नहीं … भैया सारा बैग ही ले आना. उसको खोलना मत!

मैंने अपने पति को देखते हुए कहा- सुनिए … उसमें इसका कोई पर्सनल सामान होगा. आप उसे बिना चेक किए ले आना.
तो वे बोले- हां हां, कोई बात नहीं.
वे उठकर चले गए.

तभी मैंने श्रेया से कहा- तू रेस्ट कर … अलमारी में कुछ कपड़े पड़े हैं, उन्हें पहन कर आराम कर.

वह बोली- ओके भाभी. आप जाओ और जल्दी से नहा लो. आपसे बहुत सारी बातें करनी हैं.
मैं जल्दी से वॉशरूम में नहाने चली गई.

हमारे वॉशरूम की कुण्डी कल ही कुछ काम करते हुए पति से टूट गई थी.

मैंने ऐसे ही दरवाजा बंद किया और कपड़े उतारने लगी.
मैंने शॉवर चालू किया.
मेरी एक आदत है कि नहाती हुई मैं अपनी बॉडी को सामने लगे मिरर पर देखती हूँ. आज भी देखने लगी.

तभी मैंने देखा कि मेरी ननद दरवाजे की झिरी से छुप छुप कर मुझे देख रही है.
मैंने मन में मुसकुराते हुए ऐसे दिखाया कि मुझे कुछ पता ही नहीं है.

तभी बाहर से मेरे पति की आवाज़ आई- श्रेया ओ श्रेया रानी. आ जा, तेरा बैग ले आया हूँ.
श्रेया चली गई.

मैं भी नहा कर बाहर आ गई और सामान्य बर्ताव करने लगी.
मेरे पति बोले- मुझे अभी बॉस का कॉल आया है. एक घंटे के लिए ऑफिस जाना है, तो मैं अभी आता हूँ.

मैं बोली- हां जाइए ओर आते समय कुछ सब्जी ले आना.
वे हां कहते हुए चले गए.

मैंने आगे बढ़ कर गेट लगा दिया.
मैं और श्रेया बैग खोलकर देखने लगीं.

उसमें ढेर सारे कपड़े थे.

उसने एक ड्रेस निकाल कर मुझे दी- लो भाभी जान, आपकी ड्रेस नाइट के लिए!
मैं बोली- क्या?
वह हंस कर कहने लगी- मतलब भाभी आपका नाइट सूट.

मैंने देखा कि उसके बैग में एक काला डिब्बा था, जिस पर घोड़ा बना था
मैंने पूछा- यह क्या है?

वह बोली- भाभी जान, यह कुछ नहीं बस आयल है मसाज के लिए. दर्द खत्म करता है.
मैं बोली- मुझे भी दिखा.

वह बोली- नहीं भाभी, ऐसे नहीं लगाया करते इसे … यह स्पेशल है. प्लीज़ आप इससे दूर ही रहना.
मैं बोली- ठीक है भाई, अब तुम्हारे शहर के नुस्खे तुम ही जानो.

हम दोनों बातें करने लगीं.

एक घंटा बाद पति आए तो रात होने को थी.

तभी पति से सब्जी लेकर हम दोनों ननद और मैं किचन में आ गई, खाना बनाने लगी.

मैंने अपने पति से कहा- सासू मां को कॉल कर दो कि श्रेया आज नहीं आएगी.
उन्होंने मम्मी से बात की.

सासू मां बोलीं- मेरी बात बहू से कराना जरा!
मेरे हाथ सब्जी काटने में बिज़ी थे तो मैंने कह दिया- स्पीकर पर लगा दो.
मैंने बात की- मां जी नमस्ते.

‘नमस्ते बेटी, क्या कर रही हो.’
‘कुछ नहीं मां जी, खाना बना रही हैं हम दोनों.’
बेटा, मेरा सारा बदन टूट रहा है. जैसी मालिश तुमने दिन में की थी, वैसी हो जाती तो आराम मिल जाता.

‘अरे मां जी, मैं अभी आ जाती हूँ.’
‘नहीं नहीं बेटी, कोई बात नहीं … तुम कल आ जाना … अभी तुम्हारे पापा से करवा लेती हूँ.’
‘ओके मां अपना ध्यान रखना.’

पति बोले- कर दिया करो मालिश मां की.
मैंने कहा- हां जी, आप कहें तो आपकी भी कर दूँ क्या?

ननद हंसने लगी और बोली- भाभी मेरी भी कर दो. आज मेरा सारा बदन टूट रहा है. इतने लंबे सफर से आई हूँ.
‘अरे मेरी श्रेया रानी खाना खाकर घूमने चलेंगे … और बाद में आकर तेरी भी मालिश कर दूँगी. कौन सी बड़ी बात है!’

हम दोनों ने खाना बना कर साथ बैठकर खाया और घूमने चले गए.

घूमने के बाद जब घर आए, तो पति को नींद आ रही थी.
वे बोले- मैं तो सोने जा रहा हूँ. सुबह जल्दी उठना है.
और वे गुडनाइट बोलकर चले गए.

ननद बोली- मेरी प्यारी भाभी जी … नाइट सूट पहनने का टाइम हो गया.
मैं फ्रेश हुई ओर नाइटसूट पहना.
यह बहुत सेक्सी और हॉट था. ऊपर मम्मों के पास से काफी टाइट था, जिसमें से मेरे निप्पल बिल्कुल चमक रहे थे.
पजामे का ऊपर से हिस्सा टाइट गांड और चूत को कस रहा था.
ये नीचे से बिल्कुल खुला था.

मैं जब वॉशरूम से बाहर आई तो श्रेया ने भी निक्कर और टी-शर्ट पहनी हुई थी; उसके निप्पल भी दूर से दिख गए.

वह बोली- हाय भाभी … तुम पक्का किसी को मारोगी!

उसने मेरे पास आकर अपनी उंगलियों से निप्पल को छेड़ा.
मेरे सारे जिस्म में करेंट दौड़ गया.

मैं बोली- हट … दूसरे शहर में रहकर बहुत शैतान हो गई.
वह बोली- चलो भाभी जी, आज मालिश ही कर दो. थक गई हूँ मैं तो.

मैं बोली- हां चल, वो वाला आयल भी दे दे घोड़े वाला. उसी से कर दूँ.
वह बोली- नहीं भाभी, आज दूसरा वाला आयल ही लगा दो.

मैंने पूछा- बोल कहां करूं मालिश?
वह बेड पर एकदम से लेटकर बोली- पहले कमर पर.

मैंने उसकी टी-शर्ट को ऊपर किया और तेल उठा कर लगाने लगी.
उसके मुँह से ‘उम्म् भाभी मजा आ रहा है … आह.’ की आवाज आने लगी.

तभी मेरे दिमाग़ में सासू मां आ गईं और मैं उन्हें याद करती हुई ननद की मालिश करने लगी.
ननद बोली- भाभी, भाई तो सो गए होंगे अभी?
मैं बोली- हां.

वह बोली- यार भाभी, पूरी मालिश कर दो ना प्लीज़!
मैंने कहा- अरे इसमें प्लीज़ वाली क्या बात है. बोल कहां करूं?

उसने कहा- निक्कर और टी-शर्ट उतारकर अच्छे से कर दो.
मैंने ऐसा ही किया.

उसने ब्रा नहीं पहनी थी. चूत कवर करने के लिए बस एक पैंटी पहनी थी.

वो पैंटी साधारण पैंटी जैसी नहीं थी, मर्दों जैसी चड्डी थी और कुछ अजीब सी थी.

मैंने देख कर कहा- यह क्या?
वह बोली- भाभी, ब्रांडेड पैंटी है शहर वाली.
मैंने कहा- ओके.

तब मैंने उसकी गांड को तेल लगा कर मसल दिया.
उसकी गांड काफ़ी ऊपर को उठी हुई थी.

मैंने उसकी टांगों को फैला कर तबीयत से मालिश करना शुरू कर दी.
तभी मैंने देखा कि मुझे उसकी चूत नहीं दिख रही तो मैंने मन में कहा कि छोड़ो क्या करना.

मैंने ननद की मालिश कर दी.
मुझे लगा पैंटी की वजह से चूत का पता नहीं लग रहा होगा.

मैं बोली कि श्रेया अब घूम जा, आगे से भी मालिश कर देती हूँ.
वह बोली- भाभी, भागना मत.

मैं बोली- भागना क्यों?
वह बोली- नहीं नहीं मैं ऐसे ही बोल रही हूँ.

मैंने कहा- अब पलट भी जा.
वह फिर से कहने लगी कि आगे रहने दो भाभी.

मैंने कहा- पागल हो क्या … स्ट्रेस चला गया क्या … जब आगे से मालिश करवाओगी, तभी पूरा आराम आएगा.
तभी वह घूम गई.

मैंने देखा कि उसकी चूत पैंटी में से बहुत ज़्यादा ऊपर को उठी है. पैंटी के ऊपर भी कुछ उभार था.

मैंने कहा- यह क्या है?
वह बोली- पैंटी ही ऐसी है. आप मालिश करो.

मैं मालिश करने लगी.
मैंने उसके बूब्स पर भी तेल लगा कर उधर की मालिश भी कर दी.

बूब्स के ऊपर मालिश करते हुए मैंने देखा कि वह अपनी चूत को ऊपर से दबा रही थी.

मुझे समझ नहीं आया.
मैंने कहा- चल उतार पैंटी, मालिश करके तेरी खुजली दूर कर देती हूँ.
वह बोली- नहीं भाभी.

मगर मैंने ज़िद करनी शुरू कर दी- पैंटी तो उतारो.
उसने कहा कि चलो खुद ही उतार दो पैंटी

मैं जब उसकी पैंटी को नीचे किया, तो उसमें से एक लंबा सा लंड निकल कर मेरे सामने खड़ा हो गया.
तभी श्रेया कोहनियों के बल उठ कर बोली- क्या हुआ भाभी?

मैंने कहा- हे भगवान, यह क्या है?
वह बोली- भाभी, मैंने अपना जेंडर चेंज करवा लिया है और मैं जहां पर रहती हूँ, वहां मेरी शादी एक लड़की से हो गई है.

मैं बोली- हे राम, लड़की से शादी!
‘हां भाभी, आज कल सब कुछ चलता है.’

मैं उसके लंड को ही देखती रही.
उसने मेरा हाथ पकड़ा और लंड पर लगा दिया.

मेरा हाथ लगते ही उसने आंखें बंद करके आवाज़ निकाली- आअहह.
मेरी भी चूत गीली हो गई.

श्रेया बोली- अब लाओ वह घोड़े वाला तेल, वह इस पर लगाओ. इसी के लिए है वह तेल.

मैंने बॉक्स उठाया और तेल निकाला.
उसमें से थोड़ा सा तेल लेकर हथेलियों पर लेकर लंड पर लगाया.

उसकी महक बहुत ही ज्यादा मादक थी.

मैंने जैसे ही मालिश शुरू की, उसने मेरे हाथ पकड़ कर कहा- बहुत हुई मालिश … जल्दी से मेरे लंड को अपने मुँह में ले लो.
मैं बोली- क्या बोल रही हो, मैंने कभी मुँह में नहीं लिया है?

वह कहने लगी- अरे नहीं लिया, तो अब ले लो … पर जल्दी करो भाभी.
मैंने कहा कि तेल लग गया है, साफ करके आओ.

वह बोली कि यह तेल फ्लेवर्ड है. आप ट्राई तो करो.
मैंने जब उसका लंड मुँह में लिया तो मुझे करना नहीं आया.

ऐसे तो मैं अपने पति का मुँह में लेती हूँ, पर इसका लंड उनसे ज़्यादा बड़ा था.

तभी उसने मुझे धीरे धीरे लंड चुसवाना शुरू किया और जल्दी ही वह बहुत गर्म हो गई, मेरे सिर को पकड़ कर जोर जोर से लौड़े को चुसवाने लगी.

फिर वह बोली- चलो भाभी अपने कपड़े उतारो.

मैं खुद इतनी गर्म थी कि मैंने उसी वक्त अपने सारे कपड़े उतार कर फेंक दिए.
मेरी चूत का पानी नीचे तक टपक रहा था.

उसने मुझे घोड़ी की तरह बेड के साइड में किया और मेरी चूत में अपना लंड पेल दिया.

लंड चूत का मिलन हुआ तो हम दोनों के मुँह से आवाज़ आई ‘उम्म्म्म उफ्फ़ आअहह.’

वह मुझे चोदने लगी.
चोदते चोदते उसने स्पीड तेज़ कर दी.

मुझे लगा कि यह झड़ने वाली है.
पर पता नहीं ऐसा क्या खा रखा था उसने कि वह झड़ ही नहीं रही थी.

कुछ देर बाद उसने अपना लंड निकाला और बेड पर चित लेट गई.

उसने मुझसे कहा- अब जल्दी से 69 में आ जा.
मैं 69 में आ गई और उसका लंड चूस रही थी. वह मेरी चूत चाट रही थी.

थोड़ी देर बाद उसने कहा- जल्दी से लंड पर बैठ जाओ भाभी.
मैं उसकी ओर मुख करके बैठ गई और चुदने लगी.

तभी वह उठी और किस करने लगी.
किस करने की वजह से मैं और ज़्यादा गर्म हो गई और झड़ गई.

वह भी रुक गई और बोली कि भाभी तुम लेटो बेड पर.
मैं लेट गई और उसने दीवार की ओर मेरा फेस कर दिया.
वह मेरे पीछे आ गई.

उसने मेरी एक टांग उठाई ओर पीछे से लंड दाग दिया.
ऐसे करते करते मैं पेट के बल आ गई पर वह अब ऊपर से मुझे चोद रही थी.

तभी उसने एक जोर की आवाज़ की और झड़ गई.
झड़ते वक्त वह मेरे ऊपर गिर गई, जिसकी वजह से लंड चूत से बाहर निकल चुका था.

तभी उसने मेरे कंधे पर किस करके कहा- हाय भाभी, बड़ी सेक्सी है तू तो!

मैंने बोला कि चल, अभी वेट कर … फिर से करते हैं.
वह बोली- नहीं भाभी, अभी हम कुछ नहीं करेंगे. कल करेंगे क्योंकि मैं सफ़र के बाद सच में थक गई हूँ … अभी नींद आ रही है. तुम चिंता मत करो … अभी मैं तुम्हारे पास ही हूँ.

हम दोनों लोग बिना कपड़े पहने ही सो गए थे.
सुबह उठ कर देखा तो पति नहा रहे थे. हम दोनों नंगे पड़ी थी.

तभी मैंने श्रेया को उठाया और उसे कपड़े पहना कर दुबारा लेटा दिया.
मैं अपने कपड़े पहन कर बाहर आई तो मैंने पति को खाना बनाकर पैक करके दे दिया.

पति बोले- श्रेया सो रही है क्या?
मैंने कहा- हां जी.

वे ऑफिस चले गए.
वो अभी रास्ते में ही होंगे कि सासू मां दरवाजे पर आ गईं.

मैं बर्तन साफ कर रही थी.
मैंने गेट खोला.

मां बोलीं- तेरा पति गया काम पर?
‘हां मां जी, चले गए.’

‘चल, जल्दी से दरवाजा बंद करके आ जा … श्रेया कहां पर है?’
मैं बोली- वो सो रही है.

तभी मां ने मुझे पकड़ा और दूसरे रूम में ले गई.
वे मुझे किस करने लगीं.
हम दोनों एक दूसरे से लिपट गए.

हम दोनों यहां पर एक दूसरे को खाने में लगे ही थे कि दूसरे कमरे में श्रेया उठ गई.

श्रेया उठी, तो इसका मतलब आगे की लेस्बियन सेक्स कहानी में श्रेया भी आएगी.
 
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