पति ने कराई बहू ससुर की चुदाई
मेरा नाम सुमीना (बदला हुआ) है और मैं कोलकाता की रहने वाली हूँ. मेरी उम्र 29 साल है. मेरा फिगर 38 34 42 है. मेरे पति का नाम अभिजीत है. मैं शुरू से ही सेक्स को बहुत पसंद करती हूँ और लंड देखते ही मुझे सेक्स चढ़ने लगता है.
मैं शादी से पहले ही कई लंडों की सवारी कर चुकी हूँ. मेरे पति से भी मुलाकात कॉलेज में ही हुई थी और दूसरी मुलाकात में ही मैं अपने पति से चुद गयी थी. फिर कई बार सेक्स करके पति ने मुझे प्रोपोज़ कर दिया.
मगर मैंने पति से कह दिया- मुझे सेक्स बहुत पसंद है और मुझे दूसरे लड़कों से भी चुदना पसंद है.
यह कहकर तो जैसे मैंने पति के मुँह की बात कह दी. उनका भी यही कहना था कि मैं भी एक चूत से खुश नहीं रह सकता. मेरी और पति की सोच एक जैसे थी तो हमने शादी कर ली आज हमारी शादी को 3 साल हो गये हैं.
ससुराल में सिर्फ मेरे ससुर हैं, वे देखने में ठीक ठाक हैं, मेरे ससुर का प्रॉपर्टी का काम है जो वो घर से ही करते हैं, कभी कभी ही बाहर जाते हैं. मेरे ससुर का डाइवोर्स हो गया था इसीलिए वो अकेले ही हैं और पति भी उनके साथ ही रहते हैं. मेरी पति की मम्मी ने दूसरी शादी कर ली थी और वो आपने पति के साथ रहती है.
मेरे पति एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, घर में किसी चीज की कमी नहीं है और शादी के 1 साल के अंदर पति ने कई लेडीज के साथ सेक्स किया और मुझे बताया. यहाँ तक कि कुछ की तो वीडियो भी दिखाई.
अब पति आगे हैं तो मैं कहाँ पीछे थी, मैंने भी कई नए लड़कों के लंड चूत और गांड में लिए. यहाँ तक कि मैं और पति कई बार सेक्स पर शर्त लगाते थे. पति ने मुझे खुद के सीनियर को पटाने की शर्त लगायी जिसे मैंने जल्दी ही जीत लिया.
इसी शर्त के चलते पति ने मुझे मेरी बड़ी बहन को चोदने की इच्छा जाहिर की. मैं अपनी बहन को जानती थी, वो बहुत सीधी है, वो ऐसा काम नहीं करेगी.
मगर पति बोले- अगर मैंने चोद दिया तो तुम मेरी एक बात मानोगी!
मैंने थोड़ा सोचने के बाद हां बोल दिया.
फिर पति की इसी शर्त ने मेरी लाइफ में काफी कुछ बदल दिया.
इस बात को 1 महीना ही बीता था. मैं पति को रोज शर्त के बारे में पूछती थी तो एक रात पति ने मुझे एक वीडियो दिखाई जिसे देखकर मुझे अपनी आँखों पर यकीन नहीं हुआ. उस वीडियो में मेरी बहन मेरे पति का लंड चूस रही थी. फिर कुछ देर बाद पति ने मेरी बहन की जबरदस्त चुदाई की.
फिर मैंने पति से पूछा- अब मुझे क्या करना है?
पति बोले- पहले मेरी कसम खाओ कि तुम नाराज नहीं होगी और मैं जो कहूंगा, वो करोगी.
मैंने पति की कसम खायी और वादा किया.
पति बोले- मैंने तुम्हारी चुदाई बहुत लोगों के साथ देखी है मगर अब मैं तुम्हारी चुदाई अपने पापा के साथ देखना चाहता हूँ.
अपने पति की यह बात सुनकर तो मुझे बहुत जोर से झटका लगा. मैंने पति से कहा- क्या तुम मुझे पापा जी के साथ चुदाई करते देखना चाहते हो?
पति बोले- तुमने वादा किया था कि तुम नाराज नहीं होगी.
मैंने कहा- मैं नाराज नहीं हूँ मगर आपके मन में ये सब कैसे आया?
तो पति ने मुझे बताया कि उन्होंने कई ऐसे वीडियो देखी है जिसमें ससुर अपनी बहू को रगड़ के चोदते हैं. बस इसीलिए मैं भी यही देखना चाहता हूँ कि क्या तुम मेरे पापा को चुदाई के लिए राज़ी कर पाओगी. क्योंकि तुम उन्हें अच्छी तरह से जानती हो.
अपने ससुर के बारे में आप लोगों को कुछ बातें बता दूँ. मेरे ससुर जिनकी सही उम्र मुझे नहीं पता मगर अंदाज़े से 55 या 56 साल के होंगे. देखने में ठीक ठाक मगर काफी मॉडर्न ख्याल रखने वाले हैं.
मेरे ससुर का नेचर बहुत शांत है, मुझे कभी भी बुरी नज़र से नहीं देखा. यहाँ तक कि मैं घर में मॉडर्न कपड़े भी पहनती हूँ उस पर भी कोई पाबन्दी नहीं लगायी.
मैंने भी आज तक आपने ससुर को सेक्स वाली नज़र से नहीं देखा. मगर आज मेरे पति ने ही मुझे ये टास्क दिया कि मैं उनका लंड अपनी चूत मैं ले लूं.
मैंने पति से पूछा- वैसे क्या पापा जी इस उम्र में मेरी चुदाई कर पाएंगे?
पति बोले- अगर एक बार पापा से चुदवा लिया तुमने … तो शायद रोज रात को उनका ही लंड लेना पसंद करोगी.
अपने पति की यह बात सुन कर मेरे चूत से भी पानी आने लगा.
पति ने बताया कि उन्होंने कई बार अपनी मम्मी की चुदाई की चीखें सुनी थी. मगर डाइवोर्स के बाद से पापा अकेले ही रह रहे हैं. शायद ही उनकी लाइफ में कोई औरत हो! अगर है भी तो उन्हें नहीं पता.
अपने पति की बातें सुन कर मैं बहुत गर्म हो गयी थी. मैंने पति का लोअर नीचे किया और उनका लंड चूसने लगी. पति समझ गए कि मैं गर्म हो गयी. पति भी मेरा मुँह पकड़ के मेरे मुँह में धक्के लगाने लगे, पति का लंड मेरे गले तक आ रहा था.
थोड़ी ही देर में मेरे पति ने मेरी लेग्गिंग उतार दी और मेरी पेंटी को साइड करके आपने लंड मेरी चूत में पेल दिया.
पति बोले- मेरे पापा के लंड की बारे में सुन के जब तुम्हारी चूत का ये हाल हो गया तो सोचो जब वो तुम्हारी चुदाई आपने लंड से करेंगे तो तुम्हारा क्या हाल होगा?
मेरी आँखें बंद थी और मुझे ऐसा लग रहा था जैसे पापा जी ही मुझे चोद रहे हैं. मेरे मुँह से भी यही निकल रहा था- और जोर से चोदो पापा जी … फाड़ दो अपनी बहू की चूत!
मेरे मुँह से ये बातें सुनके पति भी और जोश में आ गए और उनके धक्के और तेज हो गए.
सच में दोस्तो, आज से पहले मेरा पानी इतनी जल्दी कभी नहीं गिरा था. मगर उस दिन पापा जी की चुदाई की कल्पना करने से ही मेरी चूत पानी पानी हो गयी थी.
थोड़ी ही देर में पति भी मेरी चूत में अपना पानी गिरा के शांत हो गए और फिर वे बोले- मज़ा आया जान तुम्हें या नहीं?
मैंने कहा- बहुत … बहुत मज़ा आया!
तो पति बोले- अब जल्दी ही पापा को पटा लो. मुझे तुम दोनों की चुदाई देखनी है.
मगर मैंने कहा- आप चुदाई देखोगे कैसे? दिन में तो आप जॉब पर होते हो!
पति बोले- मैं पूरे घर में छोटे कैमरे लगा दूंगा और तुम्हारी चुदाई कहीं से भी देख लूंगा.
मैं भी अब हर बात मान गयी और अगले दिन से पापा जी को पटाने की तरकीब सोचने लगी.
अगले दिन सुबह से मैंने अपना काम शुरू कर दिया.
सुबह 6 बजे पापा जी सैर करने जाते हैं और 7 बजे तक वापस आकर मेरे कमरे का दरवाजा नॉक करते हैं. मुझे इसी मौके का इंतज़ार था.
मेरे पति सुबह 7 बजे जिम जाते हैं और उनके जाने के बाद में गेट लॉक कर करती हूँ. मगर उस दिन मैंने पति को 20 मिनट पहले जिम भेज दिया और बिना दरवाजा लॉक किये नंगी लेट गयी.
7 बजे पापा जी आये तो मुझे उनके चलने से पता चल गया. दरवाजा तो मैंने बंद किया नहीं था तो जैसे ही वो मेरे कमरे के पास आये और उनकी नज़र मेरे कमरे में गयी; उनकी तो आँखें जैसे पूरी फ़ैल गयी.
पापा जी ने सोचा नहीं होगा कि उन्हें सुबह सुबह इतना गर्म नजारा देखने को मिलेगा.
मैं सीधी लेटी थी ताकि पापा जी को मेरी चूत जरूर दिख जाये. पापा जी मेरी पूरे बदन पर अपनी नज़र घुमा रहे थे. तभी मैंने एकदम से करवट ली तो पापा जी शायद डर गए और वहाँ से हट गये. मुझे लगा कि शायद वो चले गए. मगर वो फिर से मुझे देखने आये और थोड़ी देर देखते रहे, फिर चले गए.
थोड़ी देर बाद मैं उठी और अपने कपड़े पहने. फिर बाहर आयी तो पापा जी बाहर बैठे पेपर पढ़ रहे थे. तभी मैंने उन्हें गुड मॉर्निंग विश किया और कहा- पापा जी, आज अपने मुझे उठाया नहीं?
तभी पापा जी बोले- बहू, बस चाय पीने का मन नहीं हुआ इसीलिए!
मैंने कहा- पापा जी, अब बना दूँ आपके लिए चाय?
तो वे बोले- बना दो!
फिर मैं चाय बनाने जाने लगी.
तो पापा जी की नज़र मेरे नाईट सूट पर थी जो मेरी गांड में फंसा हुआ था. यानि मेरा पहला दाँव बिलकुल सही था.
उसके बाद मैंने और पापा जी ने चाय पी.
मगर पापा जी चोर नज़र से मुझे देख रहे थे, यह मैं जानती थी. अगले कुछ दिन मैंने पापा जी को रोज सुबह अपने नंगे जिस्म का नज़ारा दिखाया. जिसका असर उनके ऊपर दिख रहा था.
मगर इतने से शायद बात नहीं बननी थी, मुझे पापा जी को अपनी खुली चूत दिखानी पड़ेगी. इसलिए मैंने अपनी एक लेग्गिंग को अपनी चूत के पास से पूरा फाड़ दिया और उसके ऊपर एक टी शर्ट पहन ली. मेरी टी शर्ट सिर्फ मेरी कमर तक थी जिससे मेरी कमर में पड़ी चैन और मेरी नाभि पड़ा सोने का छल्ला साफ़ दिख रहा था.
दोपहर का टाइम था, पापा जी टीवी देख रहे थे और मैं खाना लगा रही थी. तभी मैं पापा जी के पास गयी और उन्हें खाना खाने के लिए बोलने लगी.
पापा जी बोले- चलो खाते हैं.
खाने पर पापा जी को बुला के मैं जैसे ही मुड़ी, मैंने अपना मोबाइल नीचे गिरा दिया और मोबाइल उठाने के लिए नीचे पूरी झुक गयी और हल्की सी अपनी टांगें भी फैला दी. पापा जी की नज़र मेरी फटी हुई लेग्गिंग पर थी जहाँ से उन्हें मेरी चूत के पूरे दर्शन हो रहे थे.
मैंने जान के अपनी टांगें थोड़ी फैला दी और टेबल के नीचे घुस के मोबाइल खोजने लगी.
करीब 2 मिनट मैं इसी तरह झुकी रही और फिर मैंने मोबाइल उठा लिया.
जैसे ही मैं मोबाइल उठा के पीछे मुड़ी, मैंने देखा कि पापा जी के पजामे में उनका लंड पूरा खड़ा हो चुका था.
तभी मैं डाईनिंग टेबल पर जाकर खाना लगाने लगी. फिर पापा जी भी आ गए मगर वो अपने हाथ से अपना लंड छुपा रहे थे. मैं पापा जी का लंड देखने के लिए मरी जा रही थी मगर मुझे कोई मौका नहीं मिल रहा था.
खाना खाते हुए भी पापा जी का एक हाथ नीचे था यानि वो अपना लंड सहला रहे थे. और यहाँ मेरी चूत पानी छोड़ रही थी.
खाना खत्म करके पापा जी दुबारा टीवी देखने लगे और मैं उनके लिये रसगुल्ला लेकर आयी- पापा जी, ये लीजिये!
पापा जी बोले- कोई खास बात है क्या आज?
मैंने कहा- नहीं पापा जी, बस थोड़ा स्वीट खाने का मन था.
तभी पापा जी ने अपनी कटोरी मेज पर रख दी.
मैंने कहा- पापा जी, खा लीजिये, ये मैं रखने के लिए नहीं लायी हूँ.
तभी पापा जी अपनी कटोरी उठाने लगे तो उनका चम्मच नीचे गिर गया. मगर मैंने साफ़ देखा कि पापा जी ने जानबूझ के चम्मच नीचे गिराया था.
मैंने कहा- पापा जी, मैं दूसरा लेकर आती हूँ.
तो पापा जी ने मुझे रोक दिया, बोले- बहू इसे ही उठा दो, कहाँ जाओगी लेने!
मैं समझ गयी कि पापा जी मेरी चूत फिर से देखना चाहते हैं.
और मैं तुरंत नीचे झुक गयी और अपनी टांगें थोड़ी सी खोल दी. इस बार मेरी चूत पापा जी से बस एक हाथ की दूरी पर थी. थोड़ी देर मैं इसी पोज़ में रही और चम्मच ढूँढने का नाटक करती रही.
इस बार भी पापा जी ने मेरी गीली चूत के दर्शन खुल के किये. जब मैंने उन्हें चम्मच उठा कर दिया तो पापा जी फिर से अपना लंड छुपाने लगे.
फिर पापा जी बोले- बहू आज शाम को रिसेप्शन पार्टी में जाना है; याद तो है न?
मैंने कहा- याद है.
फिर पापा जी बोले- हमारे लाडले साहब जायेंगे या नहीं?
मैंने कहा- पापा जी, मैं कॉल करके पूछ लेती हूँ.
फिर मैंने पति को कॉल किया और उनसे चलने के बारे में पूछने लगी.
पति बोले- अपने रूम में जाओ, वहाँ जाकर बात करो.
मैं अपने कमरे में आ गयी.
पति बोले- दिखा दी पापा को अपनी चूत जान?
मैंने कहा- आपको कैसे मालूम?
पति बोले- मैं वहाँ पहले से ही कैमरा लगा चुका हूँ. आज शाम भी इसीलिए नहीं जा रहा हूँ ताकि बाकी जगह भी कैमरा लगा दूँ. वैसे अभी तुम रूम में हो तो पापा अपना लंड निकाल के हिला रहे हैं. लगता है जल्दी ही तुम मेरी मम्मी बन जाओगी.
तो मैंने कहा- मैं तो कब से तैयार हूँ आपकी मम्मी बनने को … मगर आपके पापा देर कर रहे हैं.
पति बोले- थोड़ी देर तो लगेगी. तुम उनकी बहू हो, इतनी जल्दी कोई भी ससुर अपनी बहू को चोद सकता है क्या?
तब मेरे पति बोले- आज शाम को पार्टी में वो काली साड़ी और काला ब्लाउज पहनना!
मैंने कहा- पक्का वही पहनूनगी. वैसे अभी पापा क्या कर रहे हैं?
पति बोले- अभी भी अपना लंड सहला रहे हैं.
फिर मैं बाहर गयी और पापा जी को बता दिया कि पति पार्टी में नहीं चलेंगे.
मैं दोबारा अपने रूम में चली गयी और सो गयी.
और शाम 6 बजे मेरी आँख खुली जब पापा जी ने मेरा रूम नॉक किया.
पापा जी बोले- बहू तैयार हो जाओ, हम लोग 7.30 तक निकलेंगे. वैसे भी तुम्हें तैयार होने में इतना इतना टाइम तो लगेगा.
मैंने कहा- पापा जी आप मेरा मजाक उड़ा रहे हैं.
पापा जी बोले- नहीं बहू, बस लेडीज को तैयार होने में टाइम तो लगता है. वैसे भी मेरी बहू तो पहले से ही बहुत सुन्दर है.
मैंने पापा जी को थैंक्स कहा और मैं बोली- पापा जी, आपके लिए कौन सा सूट निकाल दूँ?
पापा जी बोले- कोई भी निकाल दो.
तो मैं उनके रूम में गयी और एक नेवी ब्लू सूट निकाल दिया. जो मेरी साड़ी के साथ भी अच्छा लगता.
फिर मैं बाथरूम में गयी और शावर ऑन करके नहाने लगी. मैंने अपनी आँखें बंद की हुई थी और मेरे हाथ मेरे बूब्स को जोर जोर से मसल रहे थे.
मैं अपने मन में सोच रही थी कि जब पापा जी मेरे बूब्स अपने मुँह में भर के पिएंगे तो मुझे कैसा लगेगा. जब उनका लंड मुँह में होगा तो कैसा लगेगा. मेरा दिमाग अब पापा जी के बारे में ही सोच रहा था और मेरी चूत गीली होती जा रही थी.
फिर मैंने वही शावर में खड़े खड़े अपनी चूत में उंगली करना शुरू कर दिया और थोड़ी ही देर में मेरा पानी निकल गया.
नहाने के बाद मैं अपने रूम में आयी और खुद को शीशे में देखने लगी. फिर मैंने अपनी बॉडी पर सेंट लगाया और अपनी लाल ब्रा और पेंटी पहन ली. मेरी ब्रा पेंटी ब्रांडेड होती है. कई ब्रा पेंटी तो विदेश की भी हैं. और मेरे पति कभी कभी एक नंबर छोटी ब्रा लाते हैं ताकि मेरे बूब्स और ज्यादा नुमाया हों.
आज भी मैंने एक नंबर छोटी ब्रा ही पहनी थी.
फिर साड़ी ब्लाउज पहन लिया. ब्लाउज में से मेरी आधी से भी ज्यादा पीठ दिख रही थी और उस पर बना मेरा टैटू भी साफ़ दिख रहा था. साड़ी नाभि से नीचे और कमर में पड़ी मेरी चैन(कमरबंद या तगड़ी) और नाभि में पड़ा छल्ला हर चीज मुझे और भी ज्यादा हॉट बना रही थी.
तभी पापा जी की आवाज आयी- बहू तैयार हो गयी?
मैंने कहा- हां पापा जी, बस अभी आयी!
जब मैं बाहर गयी तो पापा जी टीवी देख रहे थे. मैं उनके पीछे खड़ी हो गयी.
फिर मैंने कहा- चलें पापा जी?
उन्होंने कहा- देखा, मैंने बोला था कि टाइम तो लगता है लेडीज को!
मेरे ससुर की नजर जैसे ही मुझ पे पड़ी, वो मुझे ऊपर से नीचे तक देखने लगे. मेरे बूब्स की लाइन ज्यादा दिख रही थी जिसे मैंने अपनी साड़ी से हल्का सा कवर किया.
तभी पापा जी बोले- बहुत सुन्दर लग रही हो बहू!
मैंने उन्हें थैंक्स कहा- वैसे पापा जी, आप भी बहुत हैंडसम लग रहे हैं सूट में … आइये एक सेल्फी लेते हैं.
पापा जी मेरे पास आ गए और वो भी बिल्कुल नजदीक … मगर उन्होंने मुझे अभी तक टच नहीं किया था.
मैंने कहा- पापा जी थोड़ा पास आइये, अपना हाथ यहाँ रख लीजिये.
मैंने उनका हाथ पकड़ के अपनी कमर के पीछे से लाते हुए आगे रख दिया. अब ससुर का हाथ मेरे नंगे पेट पर था. पापा जी को भी मज़ा आ रहा ठस.
तभी मैंने कुछ फोटो क्लिक की और उन्हें अपलोड कर दिया. फिर मैं और पापा जी पार्टी के लिए निकल गए.
कुछ ही देर में हम पार्टी में पहुंच गए. पापा जी अपने दोस्तों के साथ मिलने लगे और मैं अपनी फ्रेंड्स के साथ मिलने लगी. वहाँ मेरी फ्रैंड्स ने भी मेरा और पापा जी का फोटो देखा सोशल मीडिया पर!
फ्रेंड्स बोली- बहुत हॉट लग रही हो आज तो!
तभी पति का भी कॉल आया. पति बोले- क्या बात है जान … तुमने तो आग लगा दी आज! एक घंटे में 4 हजार लाइक मिले हैं. वैसे पापा जी के साथ ज्यादा अच्छी लग रही हो. और उनका हाथ तो जन्नत पर रख दिया तुमने!
फिर पति बोले- आज रात घर आने के बाद तुम्हें एक ड्रामा भी करना है. आज हमारा एक झगड़ा होगा जिसमें मैं तुम्हें रूम से निकाल दूंगा. बस आगे तुम संभाल लेना.
मैंने कहा- ठीक है.
तब मैंने पति से पूछा- आपने कैमरे लगा दिये?
पति बोले- सब लग चुके हैं. वैसे आज रात तुम कुछ बड़ा करना. वैसे भी काफी टाइम हो गया है पापा को अपना नंगा जिस्म दिखाते हुए. वो शायद अभी भी थोड़ा डर रहे हैं इसलिए वो आगे नहीं बढ़ रहे हैं.
मैंने कहा- आज मैं कुछ तो जरूर करुँगी.
फिर पति ने कॉल कट कर दिया.
और मैं पार्टी में एन्जॉय करने लगी.
थोड़ी देर बाद पापाजी आये और बोले- बहू खाना खा लो, टाइम काफी हो गया. फिर लौट चलते हैं.
खाना खाते हुए भी हमें 10.30 बज गए थे.
फिर पापा जी बोले- बहू अब चलें!
हम सबसे मिल कर निकलने लगे.
तो पापाजी की मुँह बोली बहन पापाजी से कहने लगी- भाई आपको तो शादी कर लेनी चाहिए थी तभी जब भाभी ने आपको छोड़ दिया था. वरना आज आपको अपनी बहू के साथ नहीं आना पड़ता.
यह बात सुन कर शायद पापाजी को बुरा लगा.
पापाजी से पहले मैं बोल पड़ी- बुआ जी, मैं और मेरे पति भी तो पापाजी के साथ है और हमेशा रहेंगे उनका ख्याल रखने के लिए!
फिर मैं और पापा जी कार पार्किंग में चले गए.
पापा जी इस बात से थोड़ा परेशान लग रहे थे तो मैं पापाजी के पास गयी और उनसे कहा- पापाजी, आप दुनिया की बातों पर ध्यान मत दिया करो. इनका तो काम ही होता है जले पर नमक लगाना!
मैंने इसी मौके का फायदा उठाया और देखा कि पार्किंग में कोई नहीं है तो मैंने पापाजी को गले लगा लिया.
शायद पापाजी को इस बात की उम्मीद नहीं थी. पापाजी ने भी मुझे अपनी बांहों में पकड़ लिया. मैंने नोटिस किया कि पापा जी के दोनों हाथ मेरी कमर पर थे और मैं अपने बूब्स पापाजी की छाती पर दबा रही थी. मेरे जिस्म की गर्मी से पापा जी का लंड खड़ा होने लगा था जिसका अहसास मुझे मेरी जाँघों पर हो रहा था.
हम 5 मिनट ऐसे ही गले लगे रहे. फिर मैं पापाजी से अलग हो गयी. फिर हम दोनों कार में बैठ गए और मैंने अपनी साड़ी का पल्लू सामने से हटा दिया. मेरे बूब्स पूरे बाहर आ रहे थे जिसे पापाजी देख रहे थे.
मैंने पापाजी से कहा- पापाजी एक बात पूछूँ अगर आप बुरा न मानें तो?
पापा जी बोले- यही न कि मैंने शादी क्यों नहीं की.
मैंने कहा- हां!
पापाजी बोले- बहू सबने बहुत जिद की कि शादी कर लो. मगर मेरे दिल से मेरी वाइफ कभी निकल ही नहीं पायी.
मैंने कहा- पापाजी, मगर लाइफ अकेले जीना भी तो मुश्किल है?
पापाजी बोले- बहू, अब तो थोड़ी ही लाइफ बची है, बस वो तुम्हारे और बेटे के साथ निकाल दूंगा.
मैंने कहा- पापाजी, ख़बरदार ऐसे बातें की तो! अभी तो आपने अपने पोतों के साथ खेलना है, उन्हें बड़े होते हुए देखना है. पापाजी सच कहूँ … अगर मेरी शादी आपके बेटे से नहीं होती तो मैं आपसे शादी कर लेती.
पापाजी मेरी बात सुन कर हंसने लगे, बोले- तुम भी मेरा मजाक बना रही हो.
मैंने कहा- नहीं पापाजी, सच में आप हैंडसम हैं. अच्छा कमाते भी हैं. तो कर लेती आपसे शादी!
फिर हम बातें करते करते घर आ गए. पापाजी ने कार पार्क की और मैंने गेट खोला. फिर पापा अपने रूम में चले गए और मैं अपने रूम में … जहाँ मेरे पति पहले से मेरा इन्तजार कर रहे थे.
तभी पति ने मुझे बांहों में पकड़ लिया और मेरी साड़ी उठा के मेरी चूत में उंगली कर दी.
मैंने कहा- मुझे कपड़े तो उतारने दो.
पति बोले- देख रहा हूँ कि मेरे पापा के साथ रहकर कितनी गीली हो रही है.
तो मैंने कहा- क्या देखा?
पति ने मुझे अपनी उंगली दिखाई जो मेरी चूत के पानी से भीगी हुई थी. पति बोले- ये देखो कितनी गीली है.
फिर मेरे पति ने तो उंगली चूस कर साफ़ कर दी.
मैं कपड़े उतरने लगी तो पति लैपटॉप देखने लगे,
मैंने कहा- क्या देख रहे हो?
पति बोले- बस देख रहा हूँ कि पापा क्या कर रहे हैं.
तो मैंने कहा- मुझे भी दिखाओ.
मैंने देखा तो पापाजी सिर्फ अंडरवियर में थे और कपड़े पहन रहे थे.
फिर मैंने अपने कपड़े उतार दिए और पति बोले- आज वो ट्रांसपेरेंट नाईटी पहन लो और ब्रा उतार दो, सिर्फ पेंटी पहने रहना.
मैंने वैसा ही किया. मेरी नाईटी मेरे जाँघों के थोड़ा सा नीचे खत्म हो जाती थी और ऊपर से काफी डीप थी जिसमें मेरे बूब्स लगभग पूरे दिख ही जाते हैं.
पति बोले- जाओ पापा को पानी की बोतल दे आओ.
मैं पापा जी के लिए एक बोतल ले गयी और उनके रूम के बाहर जाके नॉक किया.
पापाजी बोले- कौन?
तो मैं दरवाजा खोल के अंदर चली गयी. पापाजी मोबाइल में कुछ देख रहे थे.
तभी पापाजी की नजर मुझपे पड़ी. पापाजी मेरे बूब्स देखने लगे जो ट्रांसपेरेंट नाईटी में साफ़ दिख रहे थे.
मैं पापा जी के पास गयी और उनके बैड पर बैठ गयी. मेरे बैठने से मेरी नाईट मेरी जाँघों तक आ गयी थी.
पापाजी का ध्यान मेरी जाँघों और मेरे बूब्स पर था.
तभी मैंने कहा- पापाजी, आपके लिए पानी लेके आयी थी. वैसे अभी तक सोये नहीं आप? क्या देख रहे हैं मोबाइल में?
पापाजी बोले- बस अपनी बहू को देख रहा हूँ.
मैंने कहा- मुझे तो दिखाओ!
पापा जी वही फोटो देख रहे थे जो मैंने अपलोड की थी.
“देखो बहू कितने हजारों लाइक मिले हैं. और कमेंट भी बहुत हैं. मेरे कई दोस्तों ने भी लाइक किया है.”
फिर मैंने कहा- पापा जी, अब तो आपका मूड ठीक है न?
पापाजी बोले- वो तो जब तुमने गले लगाया था तभी ठीक हो गया था.
अपने ससुर जी की बात सुनके मैं हंसने लगी.
मैंने कहा- इसमें कौन सी बड़ी बात है पापाजी … मैं तो कभी भी गले लग सकती हूँ आपके!
फिर मैंने आगे बढ़के पापाजी को गले लगा लिया.
पापाजी के भी हाथ मेरी पीठ पर आ गए और मेरे बूब्स उनके हाथ पर हल्के हल्के टच हो रहे थे. मैं थोड़ी देर गले लगी रही. मैंने कहा- बस पापाजी, अब आप और ठीक हो जाओ.
तब मैं वापस अपने कमरे में आ गयी. वहाँ मेरे पति लंड निकाल कर मेरी प्रतीक्षा कर रहे थे. मैं उनके पास गयी और उनके लंड पर किस करने वाली थी.
तभी पति बोले- अब ये तुम्हें तब ही मिलेगा जब तुम पापा का लंड अपनी चूत में ले चुकी होगी.
मैंने कहा- ठीक है. वैसे लड़ाई किस बात पर करनी है?
पति बोले- सेक्स के लिए … तुम थोड़ी देर में बाहर जाना और रोने लगना. पापा पूछें तो कह देना कि मैं आजकल तुमको टाइम नहीं देता हूँ. और मेरा अफेयर चल रहा है.
फिर पति ने अपने मोबाइल से मुझे एक वीडियो सेंड की जिसमें वो एक औरत की चुदाई कर रहे थे.
मैंने कहा- यह सही रहेगा.
रात के 1 बजे मैं अपने रूम का दरवाजा जोर से बंद करके बाहर ड्राइंगरूम में आकर रोने लगी. जैसा मुझे अंदाज़ा था, पापाजी दरवाजे की आवाज से जाग गए और थोड़ी ही देर में पापाजी मेरे पीछे खड़े थे.
उन्होंने मेरे कंधे पर हाथ रखा, बोले- क्या हुआ बहू?
तो मैं रोने लगी.
पापा जी बार बार पूछ रहे थे मगर में रो रही थी.
फिर उन्होंने मुझे गले लगा लिया और शांत करने की कोशिश करते रहे.
फिर बोले- बहू क्या हुआ?
मैंने कहा- पापाजी, अभिजीत ने मुझे रूम से बाहर निकल दिया है. हमारा झगड़ा हो गया.
पापाजी बोले- किस बात पर हुआ झगड़ा बहू?
मैं बोली- पापाजी, अभिजीत पीकर आये हैं. और मैं उनके साथ थोड़ा क्लोज हुई तो वो मुझे डांटने लगे और फिर हमारा झगड़ा होने लगा.
पापाजी बोले- ये पहली बार हुआ है या हमेशा होता है?
मैंने कहा- कई बार होता है.
पापा जी बोले- चलो, अभी इसकी क्लास लगाता हूँ मैं!
मैंने कहा- पापाजी, अभी वो पिए हुए हैं.
पापाजी बोले- चलो बहू … मेरे कमरे में चलो. मैं गेस्ट रूम में सो जाऊंगा.
फिर पापाजी मुझे अपने रूम में ले गए और वहाँ मुझे पीने के लिए पानी दिया. पानी पीते पीते मैंने पापाजी जी से कहा- मुझमें कोई कमी है क्या पापाजी?
“ऐसा क्यों पूछ रही हो बहू? तुम में तो कोई कमी नहीं … सुन्दर हो, पढ़ी लिखी हो!”
मैं फिर रोने लगी.
पापाजी मेरे बगल में बैठ गए, बोले- बहू सच बताओ कि क्या बात है?
मैंने कहा- पापाजी, अभिजीत का किसी के साथ अफेयर चल रहा है.
पापाजी बोले- बहू, तुम्हें कैसे पता चली ये बात? किसी ने कुछ कहा तुमसे क्या?
मैंने कहा- पापाजी, मैंने उनके मोबाइल में कुछ देखा है.
वे बोले- क्या देखा है?
तो मैंने अपना मोबाइल निकाल के वो वीडियो चला दी और पापा जी को दे दी- ये देखिये अभिजीत क्या कर रहे हैं.
पापाजी वो वीडियो देखने लगे. उन्होंने 2 मिनट वो वीडियो देखा और पापाजी का भी लंड उसे देखकर खड़ा होने लगा था.
मगर पापाजी बोले- बहू, मुझे माफ़ कर दो. कल मैं अपने बेटे की क्लास लगाऊंगा.
तभी मैं रोने लगी.
पापाजी बोले- बहू, तुम रो मत, गलती तो उसकी है.
मैंने कहा- पापाजी, लगता है मुझमें कोई कमी है, इसीलिए अभिजीत को बाहर जाना पड़ा.
पापाजी बोले- बहू, तुझमें कोई कमी नहीं, पहले तुम रोना बंद करो.
और फिर पापाजी ने मुझे गले लगा लिया. इस बार में पूरी तैयार हो गयी थी.
मैं पापाजी से पूरी चिपक गयी थी, मेरे बूब्स उनकी छाती में दब रहे थे और पापा जी का लंड खड़ा होने लगा था. फिर मैं पापा जी से जैसे ही अलग हुई, मेरे बाल मेरे चेहरे पर आ गए थे. तभी पापा जी ने मेरे बाल अपने हाथों से साइड किये. उनका मेरे चेहरे को छूना मुझे अलग ही मज़ा दे रहा था. तब मैंने अपनी आँखें बंद की हुई थी.
जब मैंने अपनी आँखें खोली तो पापाजी के चेहरे पर भी मुझे कामुकता के भाव दिखाई दिए. इससे पहले पापा जी कुछ समझ पाते, मैंने उनका चेहरा पकड़ के अपने होंट उनके होंठों से लगा दिए.
2 मिनट तक तो उनको कुछ समझ नहीं आया और मैं 2 मिनट उनके होंठों को चूसती रही.
फिर पापा जी ने मुझे धक्का दे दिया- बहू, ये तुम क्या कर रही हो? तुम्हें शर्म नहीं आती है अपने पापा की उम्र के इंसान के साथ ऐसा करते हुए जोकि तुम्हारा ससुर भी है?
मैं बोली- शर्म तो आपके बेटे को भी नहीं आयी पापाजी. मुझे छोड़ के वो बाहर अफेयर चला रहे थे.
पापाजी मेरे बातों को सोचने लगे.
फिर पापाजी बोले- वो गलत है बहू! और मैं उससे बात करूँगा. मगर जो तुमने किया वो गलत है.
मैंने कहा- पापा जी, सच कहूँ … जितनी इज़्ज़त आप मुझे देते हैं, वो मुझे आपके बेटे से शादी के बाद कभी नहीं मिली. वो मुझे अपनी प्रॉपर्टी की तरह ट्रीट करते हैं. और आप भी तो मुझे छुपके देखते हैं.
मेरी इस बात पर पापाजी की नज़र नीचे हो गयी.
फिर मैं उनके पास गयी और उनका हाथ पकड़ के अपनी कमर पर रख दिया और खुद उनके गले में हाथ डाल कर खड़ी हो गयी. पापाजी मेरी इस हरकत से चौंक गए थे. फिर मैंने उनके होंठों को दुबारा किस करने लगी. पापाजी मेरा साथ नहीं दे रहे थे मगर रोक भी नहीं रहे थे. पर उनका लंड मुझे बता रहा था कि उन्हें मज़ा आ रहा है.
मैं लगातार उनके होंठों को चूस रही थी.
फिर जब पापाजी से बर्दाश्त नहीं हुआ तो उनके हाथ मेरी कमर को दबाने लगे और उनके होंट भी मेरे होंठों को चूसने लगे. मैंने समझ गयी कि अब पापाजी लाइन पर आ गए हैं.
पापाजी मुझे गर्दन पर किस करने लगे. मगर शायद वो अभी भी डर रहे थे. मैंने पापाजी का हाथ पकड़ के अपनी छाती पर रख दिया. पापाजी मेरे बूब्स जोर जोर से मसलने लगे. मुझे सच में बहुत मज़ा आ रहा था. मैंने भी पापाजी की छाती पर अपने नाखूनों से निशान बना दिए थे.
फिर पापाजी ने मेरी नाईटी निकाल दी. अब मैं पापाजी के सामने सिर्फ एक पेंटी में खड़ी थी. पापाजी मेरे जिस्म को निहार रहे थे.
मुझे थोड़ी शर्म भी आ रही थी उनके सामने ऐसे खड़े होने में तो मैं पीठ घुमा के खड़ी हो गयी फिर पापाजी मेरे पास आये और मेरी कमर में हाथ डाल कर मेरी पीठ पर किस करने लगे.
फिर पापाजी ने मुझे बेड पर लिटा दिया और वो खुद के कपड़े उतारने लगे. अब पापा जी सिर्फ अंडरवियर में मेरे सामने थे. उनका अंडरवियर आगे से काफी उठा हुआ था. फिर पापा मेरे बगल में आ गए और मेरे बूब्स को पकड़ के अपने मुँह में भर लिया और जोर जोर से उसे चूसने लगे. मेरे मुँह से हल्की हल्की आह आहा निकलने लगी.
पापाजी मेरे बूब्स से होते हुए मेरे पेट पर आ गए और मेरी कमर को चाटने लगे. फिर पापाजी ने मेरी नाभि में पड़े छल्ले को अपने दांतों से हल्का सा खींच लिया, सच में उस हल्के से दर्द में भी मुझे मज़ा मिल रहा था.
फिर पापाजी मेरी जाँघों को चाटने लगे. पापाजी का फोरप्ले बहुत ज्यादा जबरदस्त था जिसे मैं बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी.
अब पापाजी ने अपने हाथ मेरी पेंटी के ऊपर से ही मेरी चूत पर रख दिया और मेरी चूत रगड़ने लगे. थोड़ी देर रगड़ने से ही मैं छटपटाने लगी और मेरे मुंह से आअह अह्ह की आवाज के साथ मेरा पानी निकल गया, मैं जोर जोर से साँसें लेने लगी.
फिर पापाजी जाने लगे; उन्हें लगा मेरा पानी निकल गया था तो शायद अब मैं सेक्स न करूं. मैंने उनका हाथ पकड़ लिया और उन्हें अपनी जगह बेड पर लिटा दिया अब मैंने उनके अंडरवियर पर हाथ लगाया ही था कि पापा जी मेरा हाथ पकड़ लिया.
इस चुदाई के बीच हमारे बीच कोई बात नहीं हो रही थी, बस आँखों के इशारे थे.
मैंने पापाजी का हाथ हटा दिया और उनका अंडरवियर नीचे कर दिया. पापाजी का लंड मेरी आँखों के सामने था. सच कहूँ दोस्तो … मैं ये नहीं कहूँगी कि लंड 8 इंच लम्बा था या 9 इंच लम्बा था. पापाजी का लंड इंडियन साइज के हिसाब से 6.5 इंच का था मगर उसकी मोटाई काबिले तारीफ थी.
ससुर जी का लंड मैंने पकड़ लिया और अपनी जीभ तुरंत उसके मोटे सुपारे पर चलाने लगी. पापाजी ने अपनी आँखें बंद कर ली थी और मेरी लंड चुसाई का मज़ा ले रहे थे. थोड़ी ही देर में उनका हाथ मेरे सर पर था और वो मेरा सर अपने लंड पर दबा रहे थे.
मैंने भी ससुर के लंड को पूरा मुँह के अंदर लेना चाहा मगर कामयाब नहीं हो पायी. उसकी मोटाई मेरे पति के लंड से ज्यादा थी. थोड़ी देर लंड चूसने के बाद मैंने पापा जी का लंड चूसना बंद कर दिया तो पापाजी ने आँखें खोली.
उन्होंने देखा कि मैं उनके लंड पर अपनी चूत रगड़ रही थी. मगर इससे पहले पापाजी मुझे रोकते, मैंने अपनी पेंटी साइड करके उनके लंड का सुपारा अपनी चूत में घुसा लिया था और मेरे मुँह से एक चीख निकल गयी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
मैं जैसे ही चीखने वाली थी, पापाजी ने मेरा मुँह बंद कर दिया. पापाजी हल्के हल्के धक्के लगा रहे थे और उनका लंड मुझे एक एक इंच तक महसूस हो रहा था. उनके लंड की मोटाई के आगे मेरी चूत बहुत टाइट थी.
पापाजी ने अपना लंड बाहर निकाल लिया और फिर से उसे थूक लगा कर मेरी चूत में घुसा दिया. इस बार मुझे ज्यादा दर्द नहीं हुआ और पापाजी लंड अंदर बाहर करने लगे. मुझे भी मज़ा आने लगा मैं और पापा जी किस करने लगे.
ससुर का लंड मुझे बहुत मज़ा दे रहा था और मेरी चूत उनके लंड पर रगड़ मार रही थी. थोड़ी ही देर बाद पापाजी के धक्के तेज होते चले गए और मैंने अपने पैर उनकी पीठ पर बांध दिए. पापाजी के हर धक्के में मेरी आअह्ह आअह्ह निकल रही थी.
कुछ देर इस पोज़ में चुदाई के बाद पापाजी ने लंड चूत डले डले ही मेरे नीचे आ गए और मैं उनके ऊपर आ गयी. अब मैं अपनी कमर आगे पीछे चलाने लगी और पापाजी मेरे बूब्स बहुत जोर जोर मसल रहे थे. पापाजी के हाथों के निशान मेरे बूब्स पर साफ़ दिख रहे थे.
हम दोनों ससुर बहू को चुदाई करते हुए 10 मिनट हो चुके थे और फिर मेरा पानी एक बार फिर निकल गया था. मैं पापाजी के सीने पर लेट गयी. 1 मिनट में जब मैं उनके सीने से उठी तो उनका लंड भी बाहर निकल गया जो मेरे पानी से भीगा हुआ था.
मैं तुरंत उसे अपने मुँह में लेकर चूसने लगी. पापाजी को शायद इसकी उम्मीद नहीं थी, पापाजी ने मुझे कुतिया बना दिया और पीछे से अपना लंड डाल दिया. अब वो मुझे डॉगी स्टाइल में चोदने लगे.
जब पापाजी का पानी निकलने को होता तो वो चुदाई रोक देते और फिर से थोड़ी देर में चुदाई शुरू कर देते. ऐसा उन्होंने कई बार किया तो मैं समझ गयी पापा सच में खिलाड़ी हैं.
कुछ देर डॉगी स्टाइल में चोदने के बाद पापा जी ने मुझे फिर से सीधा लिटा दिया और अपना लंड फिर से डाल दिया.
अब पापाजी के धक्के काफी तेज हो गए थे, लगता था कि वो झड़ना चाहते थे. मैं उन्हें किस करने लगी और वो तेज तेज धक्के लगाते रहे. थोड़ी ही देर में पापाजी और मैं साथ में झड़ गए. पापाजी का मोटा लंड अभी भी मेरी चूत में था और वो मेरे ऊपर ही लेटे रहे.
थोड़ी देर में पापाजी साइड हो गए और उनका लंड मेरी चूत से बाहर आ गया. पापाजी का माल मेरी चूत से बह रहा था और बैड पर गिर रहा था. पापाजी का सुपारा अभी भी पूरा खुला हुआ था और उस पर बहुत सारा माल लगा हुआ था.
मैं उठी और पापाजी के लंड पर लगे माल को चाट के साफ़ कर दिया. पापाजी की आँखें मेरी आँखों से मिली तो वो हल्की सी स्माइल देने लगे और फिर मैं उनके बगल में लेट गयी.
हम दोनों कब सो गए हमें पता भी नहीं चला.
सुबह मेरी आँख 6 बजे खुली तो पापाजी सो रहे थे मगर उनका लंड जाग चुका था. जैसे ही मैंने उनका लंड पकड़ा, पापाजी की आँख खुल गयी और वो मुझे देखने लगे.
फिर पापा जी उठ कर बाथरूम चले गए. मैं वैसे ही नंगी वहीं बैठी रही.
थोड़ी देर में पापाजी बाहर आये तो वो ट्रैक सूट पहने थे और मुझे नंगी देखकर पापाजी बोले- बहू अपने कपड़े पहन लो और अपने रूम में जाओ.
फिर पापाजी चले गए और मैं नंगी ही अपने कपड़े लेकर अपने कमरे में चली गयी. वहाँ जाकर देखा तो पति नंगे सो रहे थे और उनके पास टिश्यू पेपर पड़े थे. उन्होंने पक्का 2 बार तो मुठी मारी थी.
मैंने पति को उठाया तो मुझे नंगी देखकर बोले- आ गयी मम्मी बनके तुम?
इस पर मैंने कहा- हाँ मेरा बेटा भी तो मुठ मारकर सो रहा था.
तभी पति ने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरी टांगें खोलकर देखने लगे जहां पापाजी का माल सूख चुका था. पति मेरी चूत सूंघने लगे. फिर पति बोले- मज़ा आया या नहीं?
मैंने कहा- आपने सच कहा था; पापाजी का लंड वाकई बहुत मोटा है और मज़ा देता है.
फिर मेरे पति बोले- अब तो रोज करोगी?
मैंने कहा- पापाजी शायद अभी इस बात को समझ नहीं पाए हैं. उन्हें लगता है कि ये सब सिर्फ एक बार जल्दबाजी में हुआ है.
पति बोले- मैं जानता हूँ कि तुम उन्हें मना लोगी. वैसे सच कहूँ, पापा जब तुम्हें चोद रहे थे तो मुझे देखकर बड़ा मज़ा आ रहा था.
फिर मैं पति को किस करने लगी तो पति ने मना कर दिया, बोले- अब कुछ दिन तुम सिर्फ पापा से चुदवाओ. वैसे आज चुदाई रूम से बाहर करना.
तब मेरे पति जिम चले गए और कुछ टाइम बाद पापाजी आ गए. मैं उनके लिए चाय बना कर ले गयी तो उन्होंने अपने रूम नहीं खोला. शायद वे मुझसे नज़र नहीं मिला पा रहे थे.
फिर पति भी आ गए और मैंने उन्हें सब बात बता दी.
पति बोले- थोड़ी झिझक है यार … निकल जाएगी.
कुछ देर के बाद मैंने पापा को नाश्ते के लिए बुलाया तो वे आ गए. हम सबने नाश्ता किया और वहाँ भी पापाजी कुछ नहीं बोले, नाश्ता करके वो अपने कमरे में चले गए.
और फिर मेरे पति ऑफिस चले गए. मैं अपने रूम में आ गयी और सारे कपड़े उतारकर सिर्फ एक गाउन पहन लिया, आगे से मैंने डोरी से बांध लिया. अंदर से मैं बिल्कुल नंगी थी.
ये सब तैयारी करके फिर मैं पापाजी के रूम के पास गयी और नॉक किया- पापाजी, खोलिये न … मैं जानती हूँ कि आप सुन रहे हैं. प्लीज पापाजी!
काफी बार कोशिश करने पर भी पापाजी ने दरवाजा नहीं खोला तो मैं रोने लगी.
मेरे रोने की आवाज सुनकर थोड़ी ही देर में उन्होंने गेट खोल दिया और मैं सिर्फ गाऊन में उनके पास चली गयी. वो बैड पर बैठे थे और मैं भी उनके साथ बैठ गयी. हम दोनों के बीच चुप्पी छायी हुई थी.
फिर पापाजी बोले- बहू, जो कल हमारे बीच हुआ; वो सही नहीं था. मैं भी रात को बहक गया था, मुझे वैसा नहीं करना चाहिए था.
इस पर मैंने कहा- पापाजी जो हमारे बीच हुआ वो इसीलिए हुआ क्योंकि मैं आपको दिल से पसंद करती हूँ. आपकी नज़रों में मुझे इज़्ज़त मिलती है. एक आप है जो मम्मी के जाने के बाद भी उन्हें प्यार करते हैं. और एक अभिजीत है जो मेरे रहते हुए बाहर किसी और के साथ सेक्स कर रहे हैं.
मैंने पापाजी का हाथ पकड़ लिया- सच कहूँ पापाजी जी, आपसे तो कोई भी लड़की प्यार करने लगे; और मैंने भी अपनी खुशी से अपने जिस्म को आपको दिया है.
पापाजी बोले- बहू, यह गलत रिश्ता है.
मैंने कहा- पापाजी, गलत सही करने वाले हम कौन हैं. ये दुनिया तो सबको गलत ही समझती है और गलत तो अभिजीत भी कर रहे हैं. ख़ैर वो जो कर रहे हैं, करने दो. मुझे आपसे प्यार है और मैंने अपनी मर्जी से आपके साथ सेक्स किया.
पापाजी मेरी आँखों में देख रहे थे.
तभी मैंने अपने गाउन की डोरी खोल दी और में उनके सामने पूरी नंगी हो गयी. ससुर जी की नजर बहू के जिस्म पर थी.
मैंने पापाजी से कहा- ये जिस्म मेरा है और मैंने इसे आपको सौम्पा है.
यह सब बोल कर मैं रूम से बाहर चली गयी और ड्राइंग रूम में नंगी ही बैठ गयी.
थोड़ी देर बाद पापाजी अपने रूम के बाहर आये और मेरे पास सोफे पर बैठ गए. फिर पापाजी ने मेरी आँखें में देखा और मैंने उनकी आँखों में देखा.
फिर पापाजी ने मुझे किस करना शुरू कर दिया. हम दोनों एक दूसरे को बहुत देर तक किस करते रहे. फिर पापाजी अलग हुए और बोले- बहू मुझे नहीं पता था कि तुम मुझे इतना प्यार करती हो.
मैं पापा जी की बात पर हंसने लगी.
फिर पापाजी बोले- हंस क्यों रही हो बहू?
मैंने कहा- आपकी बातों पर! पापाजी कल रात आपके लंड ने मेरी चूत माल से भर दी थी.
मेरे मुँह से ये सब सुनकर पापा जी भी हंसने लगे, बोले- मतलब तुम्हें भी ये गंदे शब्द बोलना पसंद है?
मैंने कहा- हाँ पापाजी, मुझे फ्रैंक बोलना पसंद है.
फिर मैं पापाजी की गोदी में बैठ गयी और उनका हाथ मेरे गांड पर था.
मैंने पापाजी से कहा- मुझे गोली की जरूरत नहीं है.
फिर मैंने पापाजी से पूछा- आपको कल रात मज़ा आया या नहीं?
पापाजी बोले- सच कहूँ बहू तो मज़ा बहुत आया. मगर एक बात बताओ, तुम्हारी चूत बहुत टाइट है, क्या मेरा बेटा तुम्हारी चुदाई नहीं करता है क्या?
मैंने कहा- करता तो है मगर उसका लंड आपके लंड जैसा मोटा नहीं है.
पापाजी बोले- अब मैं तुम्हारी चूत का ख्याल रखूँगा.
फिर पापाजी मेरे बूब्स को पकड़ के उन्हें चूसने लगे.
मैंने कहा- पापाजी, मैं तो नंगी हूँ, आप भी कपड़े उतार दो अब!
पापाजी ने भी अपने कपड़े उतार दिए. पापाजी का लंड अभी पूरी तरह से खड़ा नहीं था मगर फिर भी बहुत मोटा और बड़ा लग रहा था.
मैंने पापाजी से कहा- वैसे पापाजी, आप भी बड़े खिलाड़ी हो. कल रात जब आपका निकलने वाला था तो चुदाई बंद कर देते थे और फिर थोड़ी देर में शुरू!
पापाजी हंसने लगे, बोले- वो तो तरीका है देर तक चोदने का!
तब पापाजी ने मुझे एक गोली दी बोले- ये खा लो बहू!
मैंने पूछा- ये क्या है?
मेरे ससुर बोले- बहू, कल मेरा वो तुम्हारे उसमें निकल गया था. कहीं तुम प्रेग्नेंट न हो जाओ.
फिर मैंने पापाजी का लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी.
पापाजी बोले- बहू सोफे पर लेट जाओ.
मैं सोफे पर लेट गयी.
पापाजी रसोई में गए और कटोरे में कुछ लेके आये.
मैंने पूछा- ये क्या है?
पापाजी बोले- बस देखती जाओ बहू!
मेरे ससुर ने उस कटोरे में से कुछ मेरे बॉडी पर गिराया. जब मैंने उसे चखा तो वो रसगुल्ले का रस था. मेरी पूरी बॉडी पर पापाजी ने रसगुल्ले का रस गिरा दिया था.
फिर पापाजी ने एक रसगुल्ला मेरे होंठों पर रखा, एक मेरी बूब्स के बीच में रखा, एक मेरी नाभि में रखा और थोड़ा रस मेरी चूत पर भी डाल दिया. फिर पापाजी ने मेरी जाँघों से मुझे चाटना शुरू किया. जाँघों से फिर चूत चाटने लगे. फिर मेरी नाभि में रखे रसगुल्ले को खा गए और मेरी नाभि में भरा सारा रस पी गए. फिर मेरे बूब्स और मेरी होंठों तक पापाजी ने सब चाट के साफ़ कर दिया.
पापाजी का ऐसा फोरप्ले बर्दाश्त नहीं हुआ और मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया. पापाजी सारा पानी पी गए जो रसगुल्ले के रस से मीठा था.
फिर मैंने पापाजी का लंड उसी कटोरे के रस में डाल दिया और उनके लंड से बहता हुआ रस मैंने चाट के साफ़ किया और फिर उनका लंड जोर जोर से चूसने लगी.
10 मिनट में पापाजी ने अपना माल मेरे मुँह और मेरे चेहरे पर निकाल दिया. पापाजी का सारा माल मैं चाट गयी.
फिर मैं पापाजी की गोदी में चढ़ के बैठ गयी. सब चिपचिपा हो रहा था. पापाजी मेरे बूब्स चूस रहे थे.
और तभी मेरे पति का कॉल आया. पापाजी डर गए और मुझे हटाने लगे.
मैंने कहा- आप बैठो और हमारी बातें सुनो.
मैंने पति का कॉल पिक करके उसे स्पीकर पर डाल दिया और पापाजी का मुँह अपने बूब्स पर लगा दिया.
पति बोले- सॉरी जान, कल ज्यादा हो गयी थी इसीलिए रात तुमसे झगड़ा हो गया. मुझे माफ़ कर दो, आगे से ऐसा नहीं होगा.
मैंने कहा- कोई बात नहीं!
फिर पति बोले- क्या कर रही हो जान?
मैंने कहा- कुछ नहीं … बस नंगी बैठी हूँ तुम्हारे पापाजी की गोदी में!
पापाजी ये बात सुनकर चौंक गए.
पति हंसने लगे, बोले- अच्छा फिर बताओ पापाजी का लंड बड़ा है या मेरा?
मैंने कहा- पापाजी का लंड आपसे ज्यादा मोटा है.
पति फिर हंसने लगे, बोले- बहुत मजाक हो गया. वैसे आज रात मछली बना लेना.
मैंने कहा- ठीक है.
फिर पति ने कॉल कट कर दिया.
पापाजी बोले- ये कैसी बातें करते हो तुम दोनों?
मैंने कहा- आपका बेटा ही करता है. वैसे लगता है कि हमारी बात सुनके आपका लंड भी खड़ा हो गया है.
पापाजी बोले- बहू, अब बर्दाश्त नहीं होता है यार!
तो मैंने कहा- आपको रोका किसने है?
पापाजी बोले- जाओ कंडोम ले आओ!
मैंने कहा- पापाजी, आप मेरे हो और आपके साथ चुदाई में मुझे कंडोम की जरुरत नहीं.
पापाजी बोले- बहू, अगर तुम प्रेग्नेंट हो गयी तो प्रॉब्लम हो जाएगी.
मैंने कहा- मैं तो चाहती हूँ कि मेरा पहला बेटे आपसे हो. वैसे भी आपके नालायक बेटे से तो कोई उम्मीद नहीं है. वैसे भी खून तो एक ही है!
पापाजी ने अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और वहीं बैठे बैठे मेरी चुदाई शुरू कर दी.
मैं जानती थी मेरे पति सब देख रहे थे और मज़े भी ले रहे थे. मुझे भी इस बात की खुशी थी कि पति की वजह से मुझे एक लंड घर में ही मिल गया.
ससुर बहू की यह दूसरी चुदाई 20 मिनट चली. फिर पापाजी मेरी चूत में ही झड़ गए. उनका लंड अभी भी मेरी चूत में था.
पापाजी बोले- बहू, तुमने मेरी लाइफ कम्पलीट कर दी है.
मैंने पापाजी से कहा- वैसे पापाजी, मम्मी के बाद में फर्स्ट लेडी हूँ या और भी थी?
पापाजी हंसने लगे, बोले- तुम्हें क्या लगता है?
मैंने कहा- आपकी चुदाई देखकर लगता है कि मैं पहली तो नहीं हूँ.
पापाजी बोले- बहू, बस एक सेक्स ऐसी चीज है जिसके बिना इंसान रह नहीं सकता है. वैसे सच ये है कि तुमसे पहले भी कई औरतों को चोद चुका हूँ.
मैंने कहा- किस किस को पापाजी?
वो बोले- कुछ कस्टमर की वाइफ थी और एक हमारी फैमिली से है.
मैंने पूछा- फैमिली में कौन है?
पापाजी बोले- तुम्हें वो पार्टी वाली बुआ याद है?
मैंने कहा- हाँ याद है.
“बस उसकी बहू को चोदता हूँ यार!”
अपने ससुर जी की यह बात सुनकर मैं समझ गयी थी कि ये बहुत बड़े चोदू हैं.
फिर पापाजी मुझे उठाके बाथरूम में ले गए, वहाँ हम दोनों ने शावर लिया और एक बार और चुदाई की.
फिर हम दोनों ने लंच किया. पापाजी ने मुझे पूरे दिन नंगी रखा. लंच के बाद पापाजी मेरे रूम में ही सो गए. शाम 6 बजे मेरी आँख खुली तो पापाजी सो रहे थे और उनका लंड खड़ा हुआ था.
मैंने उसे किस करके पापाजी का उठाया. पापाजी ने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और बोले- बहू, मुझे आज रात तुम्हारी चुदाई करनी है.
तो मैंने कहा- मैं आ जाऊंगी.
पापाजी बोले- और अभिजीत का क्या करोगी?
मैंने कहा- वो जब सो जायेंगे, तब आऊंगी. वैसे भी वो रात में कभी नहीं उठते हैं.
पापाजी ने मुझे किस किया और रूम से चले गए. फिर मैंने अपने कपड़े पहन लिए और घर के सारे काम करने लगी.
फिर थोड़ी देर में पति आ गए और हम सबने शाम की चाय पी. पापा जी अभी भी मुझे घूर रहे थे. मेरे पति रूम में चले गए और पापाजी मुझे वहीं किस करने लगे. मैं भी उनका पूरा साथ दे रही थी.
तभी पति के आने की आहट से पापाजी अलग हो गए. फिर थोड़ी देर में पति मुझे रूम में ले गए.
मैंने पति से पूछा- कैसा लगा दिन में चुदाई देखकर?
मेरे पति बोले- मुझे तो यकीन नहीं हुआ कि पापा इतने ज्यादा एक्सपीरियंसड होंगे. वैसे आज रात भी तुम उनसे चुदाई करवाओगी.
मैंने कहा- हाँ!
पति बोले- ठीक है, मगर यह चुदाई मैं लाइव देखूंगा.
मैंने कहा- कैसे देखोगे?
पति बोले- पापाजी को गेस्ट रूम में लेकर आना. वहां मैं खिड़की से सारी चुदाई देख लूंगा.
मैंने कहा- ठीक है.
फिर रात के खाने के बाद मैंने पति से पूछा- क्या पहन कर जाऊं यार आज?
तो पति ने मुझे एक स्टॉकिंग पहनने के लिए कहा और कहा- ये पूरी फाड़ के चुदाई करवाना!
12 बजे रात मैंने पापाजी को मैसेज किया और उन्हें गेस्ट रूम में बुलाया. मेरे पति पहले से ही गेस्ट रूम की खिड़की पर आ गए थे. फिर थोड़ी देर में पापाजी भी रूम में आ गए. मुझे इस सेक्सी स्टॉकिंग में देखकर पापाजी का लंड उनके अंडरवियर में खड़ा हो गया था.
तभी पापाजी मुझे किस करने लगे. पापाजी का किस बहुत डीप था उनकी जीभ मेरे मुँह में घूम रही थी और मैं उनके लिप्स चूस रही थी.
पापाजी बोले- बहू आज तो तुम एकदम क़यामत लग रही हो!
मैंने कहा- पापाजी, सब आपके लिए है.
मेरे ससुर के हाथ बहू की गांड को दबा रहे थे और बाहर पति अपने लंड हिला रहे थे. फिर पापाजी ने मुझे नीचे झुका दिया और मेरी स्टॉकिंग उतारने लगे.
मैंने कहा- पापाजी उतारो मत, फाड़ दो इसे!
पापाजी ने वैसे ही किया. उन्होंने मेरी स्टॉकिंग पीछे से फाड़ दी. अब मेरी गांड पूरी खुल गयी थी.
फिर पापाजी ने पीछे से ही मेरी गांड में अपना मुँह लगा दिया और मेरी चूत चाटने लगे. मैं आगे झुकी हुई आहें भर रही थी और पापाजी मेरी चूत चाट रहे थे.
पापाजी बोले- बहू मज़ा तो आ रहा है ना?
मैंने कहा- पापाजी बहुत मज़ा आ रहा है. इतना मज़ा तो अभिजीत ने भी कभी नहीं दिया.
फिर पापाजी ने 10 मिनट मेरी चूत चाटी और मेरा पानी निकाल दिया.
अब पापाजी बेड पर बैठ गए और मैंने उनका अंडरवियर निकाल दिया. पापाजी ने भी मेरी ब्रा निकाल कर फेंक दी. अब मैं सिर्फ फटी हुई स्टॉकिंग में उनके सामने थी. मैं पापाजी का लंड चूसने लगी. पापाजी का लंड मैं बार बार थूक लगाकर गीला कर देती और अपने मुँह से निकल देती ताकि मेरे पति उसे देख सकें. मेरे पति भी मुझे ऐसा करते देख रहे थे.
फिर पापाजी बोले- बहू, मेरा बेटा सो गया था क्या? आज उसने तुम्हारी चुदाई नहीं की?
मैंने कहा- वो बहुत कम ही चुदाई करते हैं पापाजी. इसीलिए तो मेरी चूत अभी भी टाइट है.
पापाजी बोले- चिंता मत कर बहू! उसे सोने दे. अब से मैं तेरी चूत का ख्याल रखूँगा और एक महीने में इसकी पूरी चुदास निकाल दूंगा.
ससुर जी का लंड चूस के मैं उनके ऊपर आ गयी और किस करने लगी. फिर पापाजी ने मुझे लिटा दिया और मेरी कमर के नीचे तकिया रख दिया और मेरी चूत अब ऊपर आ गयी.
पापाजी बोले- बहू, तेरी चूत सच में बहुत अच्छी है एकदम चिकनी और गोरी … मन करता है इसे हमेशा चूसता रहूँ.
मैंने कहा- आज से ये चूत और मैं आपकी हूँ. जब आपका मन हो मुझे नंगी करके चोद लेना आप!
फिर मैंने पापाजी से कहा- क्या मैं आपको आपके नाम से बुला लूं?
तो पापाजी बोले- बहू, ये सही नहीं है. अगर मेरे बेटे के सामने गलती से ऐसा हो गया तो वो शक करेगा.
मैंने मन में सोचा ‘पापाजी कहाँ जानते हैं कि उनके बेटे ने ही मुझे उनके लंड के नीचे लिटाया है.’
पापाजी बोले- वैसे भी जब तू मुझे बोलती है ‘और जोर से करो पापाजी’ तो मुझे और ज्यादा मज़ा आता है.
मैंने कहा- फिर देर किस बात की पापाजी? अब घुसा दो ये मोटा मूसल लंड मेरे चूत में!
फिर पापाजी ने अपना लंड मेरी चूत घुसा दिया और हल्के हल्के धक्के लगाने लगे. मैं भी अब मोअन कर रही थी और ‘जोर से पापाजी … तेज तेज धक्के मारो पापाजी!’
मेरी बातों से और ज्यादा तेज से धक्के लगाने लगे और थोड़ी देर में मेरी चूत ने ढेर सारा पानी निकाल दिया. मगर पापाजी अभी भी लगे हुए थे.
फिर पापाजी ने अपने अंडरवियर से मेरी चूत का पानी साफ़ किया, मुझे कुतिया बनाया और पीछे से मेरी चूत में लंड डाल दिया और मेरी चुदाई करने लगे. पापाजी किसी पोर्नस्टार की तरह मेरी चुदाई कर रहे थे.
तभी पापाजी ने मेरी गांड में एक उंगली डाल दी और उसे अंदर बाहर करने लगे. मेरा मज़ा और ज्यादा हो गया था.
पापाजी बोले- बहू, कभी गांड में लंड लिया है?
मैंने कहा- पापाजी, बस आपके बेटे का लिया. अगर आप चाहें तो आप भी कर लेना!
पापाजी बोले- इस राउंड के बाद वहीं करूँगा.
मेरे ससुर के धक्के मेरी चूत में तेज होते चले गए और थोड़ी देर में उनका माल भी मेरी चूत में निकल गया.
फिर हम दोनों लेट गए.
पापाजी बोले- बहू. सच में रात में सेक्स का अलग ही मज़ा है.
मैंने कहा- हां पापाजी … और खासकर चुदाई करने वाला आप जैसा हो तो क्या बात है!
पापाजी बोले- बहू, अब तो हर दिन रात तुम्हारी चुदाई पक्की है.
मैंने पापाजी से कहा- अगर हो सके तो हम दोनों हनीमून पर चलें?
पापाजी बोले- चल तो सकते हैं अगर मेरा बेटा न हो घर में!
तो मैंने कहा- वो तो वैसे भी कहीं जाने वाले हैं. तो क्यों ना हम दोनों भी हनीमून पर मौज करके आते हैं.
पापाजी बोले- ठीक है बहू … मगर जाओगी कहाँ?
मैंने कहा- पापाजी आप बताओ?
पापाजी बोले- गोआ चलते हैं, वहाँ तुम्हें बिकिनी में भी देखूंगा.
मैंने कहा- जरूर पापाजी!
फिर पापाजी का लंड दुबारा खड़ा हो गया और मैं उसे चूसने लगी.
पापाजी बोले- बहू, थोड़ा घी ले आओ वरना तुम्हें दर्द होगा.
मैं जाकर घी ले आयी.
फिर पापाजी ने ढेर सारा घी अपने लंड पर लगा लिया और थोड़ा घी मेरी गांड के छेद पर लगाकर उसमें 2 उंगली घुसा दी. फिर उंगली अंदर बाहर करने लगे. जब मेरी गांड में चिकनाहट सही हो गयी तो उन्होंने अपना लंड मेरी गांड में घुसा दिया.
मेरी तो चीख निकल गयी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
पापाजी बोले- बहू, बस हो गया … थोड़ी देर में सही हो जायेगा.
फिर पापाजी हल्के हल्के मेरी गांड में धक्के लगाने लगे और कुछ टाइम बाद मुझे भी सही लगने लगा तो पापाजी ने अपने धक्के तेज कर दिए.
हर थोड़ी देर बाद पापाजी अपना लंड मेरी गांड से बाहर निकाल देते थे और मेरी गांड को देखते थे.
मैंने पापाजी से पूछा- क्या देख रहे हैं पापाजी बार बार?
वो बोले- बहू तुम्हारी गांड का छेद बड़ा हो गया है.
अब मैंने कहा- वो तो होना ही था पापाजी. आपका लंड कौन सा कम मोटा है.
फिर पापाजी ने 20 मिनट मेरी गांड मारी और अपना माल मेरी गांड में ही निकाल दिया.
मैंने टाइम देखा तो 2 बज रहे थे. मैंने कहा- पापाजी अब चलें रूम में?
पापाजी बोले- बहू, आज मेरे साथ ही सो जाओ.
फिर मैंने कहा- आप अपने रूम में चलो, मैं आपके सुपुत्र को चेक करके आती हूँ.
मैंने बाहर देखा तो वहाँ अभिजीत नहीं थे. पापाजी अपने रूम में चले गए और मैं अपने रूम में गयी तो पति मुझे देखकर बहुत खुश हुए. मेरे बूब्स पर पापाजी के दांतों के निशान थे. मेरी जाँघों और मेरी चूत पर पापाजी का माल लगा हुआ था.
पति ने मुझे डोगी स्टाइल में खड़ी कर दिया और मेरी गांड को देखने लगे. मेरी गांड का छेद अभी भी बहुत खुला हुआ था.
मेरे पति बोले- आज से मैं तुम्हें मम्मी बुलाया करूँगा.
मैंने कहा- ठीक है. और मैं आपको बेटा बोला करुँगी.
पति बोले- मम्मी, पापा ने तो आपकी रगड़ के चुदाई करी है.
मैंने कहा- हाँ बेटा, बहुत जोर से वैसे आपकी मम्मी आपके पापा के साथ सोने जा रही है. आप सो जाओ.
फिर मैंने पति को एक किस किया और मैं पापाजी के रूम में चली गयी, वहाँ जाकर हमारे बीच एक बार और चुदाई हुई फिर हम दोनों सो गए.
सुबह को मैंने पति को हनीमून वाली बात बताई तो वे बोले- चली जाओ, मैं भी तुम्हारी बहन के घर जा रहा हूँ. तुम्हारे जीजा जी भी कहीं बाहर गए हुए हैं.
फिर अगले हफ्ते मैं और पापाजी हनीमून पर गोआ चले गए और वहाँ हम दोनों ने बहुत चुदाई की.
गोआ से वापस आयी तो मुझे पता चला कि मैं प्रेग्नेंट हूँ. मैंने पति को भी ये बात बताई तो बोले- बधाई हो मम्मी, मेरा छोटा भाई आ रहा है.
फिर मैंने पापाजी को ये बात बताई तो वो भी बहुत खुश हुए.
आज इस बात को 2 साल हो चुके हैं और मैं पापाजी के बच्चे की माँ बन चुकी हूँ. मगर पति और पापाजी की चुदाई में कोई कमी नहीं हुई है.
बल्कि पापाजी, मैंने और उनकी बहन की बहू ने थ्रीसम भी किया. वो कहानी मैं आपको बाद में बताऊंगी.
वैसे यह कहानी आपको कैसे लगी?