पांच सौ करोड़ , सात सौ करोड़ की बातें तो ये ऐसे कर रहे है जैसे पांच सात लाख रुपए । बहुत ही अमीर खानदान है इन सभी का । और सुकेत भारद्वाज की फेमिली दानवीर कर्ण से कम भी नहीं है । गलतियों पर गलतियों के बावजूद मामा श्री को इस तरह से करोड़ों रुपए डोनेट कर दिए जैसे उन रूपयों पर उन्हीं का हक बनता था ।
जरा सा भी तमीज नहीं दिखाई दिया मामा श्री में । वैसे यह इंसान जन्मजात ही दुष्ट प्रवृत्ति का लगता है । जैसा बाप वैसा ही बीवी बच्चे । चारों को अलग अलग नहीं बल्कि एक साथ बैठकर मोबाइल पर पोर्न देखना चाहिए । जरूर उस वक्त ये सभी एडल्ट साइट ही मोबाइल पर खोले बैठे होंगे ।
पौराणिक और आम कहानियों में मामा श्री का किरदार हमेशा ही बदनाम रहा है ।
रहस्यमई किताब और उसके रहस्यमय नियम.... पच्चीस वर्ष... पच्चीस अध्याय.... पच्चीस लोगों से अकेले अलग हथियारों से युद्ध कर विजई होना । रहस्यमय का पिटारा लगता है यह ।
आर्य के स्पर्श मात्र से दंश का ध्वनि उच्चारण करना और किताब के रग का बदल जाना भी कोई कम रहस्यमय नहीं था ।
पता नहीं उन पच्चीस अध्यायों के खुलने के बाद और कितने रहस्यमय चीजें बाहर आयेंगी !
आर्य मणि खुद का एक ग्रुप बना रहे हैं और इसके लिए उसने सबसे पहले रूही को पसंद किया है ।
लगता तो यही है कि कोई ऐसी बड़ी शक्ति जरूर है जिससे पार पाना अकेले उनके वश का भी नहीं है ।
मुझे लग रहा है कि रूही की आरजू रात को अवश्य ही पुरी हो जायेगी । अगर खुद का पैक बनाना है तो आर्य को कहीं ना कहीं समझौता करना ही होगा ।
वैसे मुझे एक सवाल पुछना था नैन भाई !
भुमि सगाई के दो साल बाद शादी करी । लेकिन इन दो वर्षों में उसने दो तीन ब्वायफ्रेंड भी पाल रखे थे । कौन थे दोनों खुशनसीब कमीनें ? मुझे तो सोच सोच कर ही जलन हो रहा है । भुमि जैसी लड़की का ब्वायफ्रेंड होना किस्मत की बात थी ।
वो जब बेइमानों पर रहमदिल हो सकती है तो एक्स ब्वॉयफ्रेंड पर पता नहीं कितनी दरियादिली दिखा दे !
दोनों अपडेट्स उम्मीद से भी अधिक शानदार थे नैन भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड ब्रिलिएंट ।