भारद्वाज फेमिली में सिर्फ अक्षरा जी ही ऐसी इंसान हैं जो अतीत को अपने सीने से लगाए बैठी है । जया जी ने उनके खानदान से रिश्ता नहीं जोड़ा और उनके परिवार के एक सदस्य ने सुसाइड कर लिया तो इसमें जया जी का क्या कसूर ! जया जी ने तो कभी आश्वासन नहीं दिया था कि वो उसी लड़के से शादी करेंगी ।
चलो मान भी लेते हैं कि जया जी की वजह से उनके घर का एक चिराग बुझ गया और वो इस सदमे से कभी निकल नहीं पाई लेकिन उनके घर के सदस्यों का क्या ! वो तो कुलकर्णी परिवार से नफ़रत नहीं करते ।
अक्षरा जी एक निहायत ही संवेदनहीन महिला है । एक इक्कीस वर्षीय बच्चे के साथ जो कुछ भी किया और करवाया , उसके लिए उन्हें कभी माफ नहीं किया जा सकता ।
वो तो आर्य की किस्मत थी जो वो अद्भुत शक्तियों से लैस हो गया था , बरना उसकी जान जानी ही जानी थी ।
पलक और आर्य की प्रेम कहानी अब पर्दे के पीछे ना रही । अच्छी बात यह कि राजदीप भारद्वाज को भी इस रिश्ते से कोई परहेज नहीं है ।
पर ' मुक्ता ' कौन है जिसके साथ राजवीर के साथ शादी की बात कही भुमि ने ? इस लड़की का नाम पहले भी आ चुका है और शायद मणिक के साथ इसकी शादी की बात कही गई थी ।
वैसे कालेज में आर्य ने सरेआम एक छोटी सी झलक ही दिखाई कि वो कोई आम इंसान नहीं है ।
यह खबर आम होनी ही है और इसका रियेक्सन भी । अब आर्य को और भी ज्यादा चौंकन्ने रहने की जरूरत है ।
माधव ने भी हंड्रेड परसेंट सही कहा पलक से कि हैरतअंगेज चीजें देखनी है तो ' बिहार ' चलो । वो प्रसंग बहुत बढ़िया लगा मुझे ।
बहुत ही खूबसूरत अपडेट नैन भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड ब्रिलिएंट ।