nain11ster भाई, ये क्या बवाल अपडेट दे दिया है? पहले चित्रा का आर्य और उसकी प्रेम कहानी के असफल प्रयास के बारे में बताना और फिर आर्य की खूबियां और उसके प्यार करने के जुनून के बारे में बताना।
फिर राजा रानी का एक दूसरे से अंजान बनना, घूमना फिरना और साथ समय बिताना और फिर राजा का रानी को उसके घर छोड़ने आना।
और फिर वो face-off जिसका सदियों से इंतजार था,
अक्षरा vs आर्य। साला सास और जमाई की नाम राशि भी एक है बताओ तो। अक्षरा का चाकू फेंकना, आर्य का चाकू पकड़ना, अक्षरा को उसकी सारी करनी बताना और फिर अपने सारे कांड बताना और अक्षरा को उसकी औकात बता देना और अंत में उसके ही हाथो से अपने सीने में चाकू घोप कर उसको अपराधबोध से ग्रसित कर देना। अब आर्य ठहरा हीरो तो उसको होना तो कुछ है नहीं मगर इस घटना से अक्षरा के अंदर जो अपराधबोध उत्पन होगा वो कहीं ना कहीं अक्षरा के दिल में बसी बरसो पुरानी नफरत को कुछ हद तक कम करेगा। यहीं बात अपने राजा रानी के मिलन में सहायक भी होगी।
कुल मिलाकर सुपर से ऊपर वाला अपडेट था बहुत ही शानदार, अगर अक्षरा आर्य का सीन थोड़ा और लंबा होता तो और भी मजा आ जाता मगर फिर अगले अपडेट के लिए सस्पेंस कैसे बनता?
अब जैसे की
nain11ster भाई कहते है कि आगे क्या होगा ये तो उन्हे भी नही पता तो हमने उनकी सहायता कर दी है ये बता कर की आगे क्या हो सकता है।