SANJU ( V. R. )
Divine
अंशु ने बिल्कुल सच कहा - मां दुखी हो तो इससे बढ़कर और कोई दुख नही , और मां की खुशी से बढ़कर कोई खुशी नही।
बाबा जी के आशिर्वाद से अंशु के चरित्र का अद्भुत कायापलट हुआ । वो थोड़ा-बहुत जिद्दी जरूर हो सकता है , थोड़ा-बहुत सेक्स के मामले मे ठरकी भी जरूर हो सकता है लेकिन असामाजिक और बेरहम तो हरगिज ही नही। शायद बाबा की वजह से लोगों के कुछ पास्ट और फ्यूचर देखने की शक्ति नही मिलती तो यह लड़का ठरकी भी नही होता।
लेकिन अंशु के लिए सबसे जरूरी है कि वो अपनी बहन को उसके ससुराल से हमेशा के लिए वापस ले आए । दहेज के लोभी कभी भी अच्छे इंसान नही होते । इनकी डिमांड सुरसा के मुंह की तरह होती है जो बढ़ते ही जाती है। ऐसे लोगों का कोई भरोसा नही कि कब ये अपनी बहू की कत्ल कर दें। अगर अंशु का जीजा सही इंसान होता तो ऐसी समस्याएं उसके बहन के साथ कभी आती ही नही।
बाकी जो भी सेक्सुअल घटनाएं अंशु के साथ हुई वो स्टोरी के मांग के अनुसार लगी । कुछ भी अतिशयोक्तिपूर्ण नही लिखा आपने । राइटिंग स्किल और शब्दों का चुनाव अव्वल दर्जे का था।
बहुत खुबसूरत लिख रहे है आप । यह कहानी इस फोरम के सदाबहार कहानियों के कतार मे रखने योग्य है।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट भाई।
बाबा जी के आशिर्वाद से अंशु के चरित्र का अद्भुत कायापलट हुआ । वो थोड़ा-बहुत जिद्दी जरूर हो सकता है , थोड़ा-बहुत सेक्स के मामले मे ठरकी भी जरूर हो सकता है लेकिन असामाजिक और बेरहम तो हरगिज ही नही। शायद बाबा की वजह से लोगों के कुछ पास्ट और फ्यूचर देखने की शक्ति नही मिलती तो यह लड़का ठरकी भी नही होता।
लेकिन अंशु के लिए सबसे जरूरी है कि वो अपनी बहन को उसके ससुराल से हमेशा के लिए वापस ले आए । दहेज के लोभी कभी भी अच्छे इंसान नही होते । इनकी डिमांड सुरसा के मुंह की तरह होती है जो बढ़ते ही जाती है। ऐसे लोगों का कोई भरोसा नही कि कब ये अपनी बहू की कत्ल कर दें। अगर अंशु का जीजा सही इंसान होता तो ऐसी समस्याएं उसके बहन के साथ कभी आती ही नही।
बाकी जो भी सेक्सुअल घटनाएं अंशु के साथ हुई वो स्टोरी के मांग के अनुसार लगी । कुछ भी अतिशयोक्तिपूर्ण नही लिखा आपने । राइटिंग स्किल और शब्दों का चुनाव अव्वल दर्जे का था।
बहुत खुबसूरत लिख रहे है आप । यह कहानी इस फोरम के सदाबहार कहानियों के कतार मे रखने योग्य है।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट भाई।
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