वाह! क्या कहानी लिखी है आपने! पढ़ते-पढ़ते ऐसा लगा जैसे मैं खुद अक्षिता और एकांश के साथ उस पानी में भीग रही हूं और पार्टी में उनके साथ खड़ी हूं। आपकी लेखनी इतनी प्रभावशाली और जीवंत है कि हर दृश्य मानो आंखों के सामने चलता हुआ सा महसूस हो रहा था।
अक्षिता और एकांश के बीच की केमिस्ट्री इतनी प्यारी और दिलचस्प है कि दिल बस और पढ़ने को करता है। पानी वाली मस्ती से लेकर साड़ी में अक्षिता का एकांश को मंत्रमुग्ध करना और फिर पार्टी के दौरान उनकी नजदीकियां – सब कुछ इतनी खूबसूरती से लिखा गया है कि एक-एक पल जैसे दिल को छू गया।
सबसे ज्यादा मज़ा तब आया जब एकांश अक्षिता को पार्टी में बुलाने आया और उसके इमोशन्स समझने के लिए अक्षिता ने थोड़ा नखरा दिखाया। इतना प्यारा और दिलकश मोमेंट! साथ ही, सरिताजी का हंसी-मजाक और उनकी बेटी के लिए साड़ी तैयार करना – बहुत रिलेटेबल और इमोशनल टच था।
अब बात करें क्लाइमैक्स की, तो जिस तरह पार्टी में एकांश और अक्षिता की आंखें मिलीं और वे पूरी दुनिया को भूल गए – उस मोमेंट पर दिल सच में थोड़ा फिसल गया। आपकी कहानियों में इमोशन्स इतने अच्छे से उभरकर आते हैं कि पढ़ते-पढ़ते दिल भारी हो जाता है।
लेखक जी, आपसे हाथ जोड़कर निवेदन है कि अगली अपडेट जल्दी से जल्दी दीजिए! अक्षिता और एकांश की इस प्यारी सी लव स्टोरी का अगला हिस्सा जानने के लिए दिल अब और इंतजार नहीं कर सकता। इतना खूबसूरत लिखने के लिए आपको ढेर सारा धन्यवाद और प्यार! Keep writing, आप कमाल हैं!