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Adultery Freinds Forever (ek daastaan) - (COMPLETED)

Kitno ko lagta he story


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Polakh555

𝕱𝖔𝖑𝖑𝖔𝖜 𝖞𝖔𝖚𝖗 𝖎𝖓𝖓𝖊𝖗 𝖒𝖔𝖔𝖓𝖑𝖎𝖌𝖍
1,484
3,343
144
Update 48



Chetan's house



रात नो बजे चेतन अपने पोहोचता हे । पिछले कोई दिनों से वो रेगुलर पीते आए हे लेकिन आज वो बिना पि के आया था वो नही चाहता उसकी मुंह से शराब की बू सूंघ ले उसकी मम्मी और फिर दुखी हो जाए ।


काका घर का काम निपटा रहा था चेतन को घर पर देख कर वो बोहोत खुश हो जाता है ,,, बेटा तुम कहा थे इतने दिन तुम्हारी मम्मी कितनी परेशान हे तुम्हे ले कर ,,

चेतन ,,, मम्मी कहा हे ?,,

काका ,, ऊपर अपने रूम में होगी । जाओ मिल लो बस तुम्हारा ही इंतजार कर रही है अब तक ,,


चेतन चिढ़ियों से चढ़ के ऊपर गया और अपनी मम्मी की कमरे में गया जहा उसकी मम्मी खिड़की खोले कही खोई हुई । उसे जारा सी भी चेतन की आहट नहीं महसूस हुई । चेतन उसके पीछे खड़े हो के उसकी कंधे पर हाथ रख देता है ।

दीपाली हर बड़ा के पीछे मुड़ जाती है । उसका चेहरा देख के कोई भी कहता उसने कोई राते नही सोई हे आंखे जैसे गड्ढे पर समा गई हे गुलाबी गाल फीका पड़ गई है आंखो के नीचे काले धब्बे पड़ गई है ।


चेतन (ये क्या कर दिया मैने । मम्मी की हालत इतनी बुरी । कैसा बेटा हूं में ) अपनी मम्मी को गले लगा लेती है ।


दीपाली खुशी से रो पड़ती हे और अपने बेटे की बाहों में समा जाती है ,,, अब मेरी याद आई तुझे इतने दिन तक मुझे क्यों चटाया तूने हा बोल क्यू चटाया तूने मुझे बोल ,,

चेतन आखो से आसू गिरने लगता है ,,माफ कर देना मम्मी सॉरी । अब आपको छोड़ के कही नही जाऊंगा आपकी कसम मम्मी ,,, चेतन दीपाली की पीठ सेहला के प्यार झताने लगा ।


दीपाली अपने बेटे को पा कर सकून से खुश हो रही थी । ममता की लय में चेतन को चेहरे को चूमने लगी ,,, मुझे माफ कर दे हमारी वजह से तुझे बोहोत तकलीफ हो रही है ना ,,


चेतन ,, नहीं मम्मी अब आप लोगो की लड़ाई से मुझे कोई फर्क नही पड़ता मुझे समझ आ गया हे आप पे क्या बीत रही है । पापा ने आपको धोका दिया हे मुझे विश्वास नही होता है आप ऐसा करेंगे कभी आपके साथ । आपकी ही नही हमारे घर की इत्जत के साथ खिलवार किया हे पापा ने । वो मुझे अपने साथ लेने आए थे पर नहीं गया में आपके साथ रहूंगा ,,

दीपाली ,, में जान के बोहोत खुश हूं बेटा । में भी तुझे अपने पापा के साथ जाने नहीं देती । चाहे वो कुछ भी कर ले कोई कानूनी दाव पेश खेल ले मे तुझे अपने से कभी अलग नहीं होने दूंगी ,,

चेतन ,, में कोई बच्चा थोड़ी हूं जो मां बाप के अलग होने पर किसी एक की कस्टडी में जाना होगा में 18 साल से ऊपर हूं ,,


दीपाली चेतन बेड पे बिठा देती है और वो उसके पास बैठ जाती है उसके चेहरे पे हाथ रख के नाजों से निहारने लगती हे ।

चेतन अपनी मम्मी की आखों पर देख कर ,, आपने खाना खाया ,,

दीपाली ,, हा तूने खाया की नहीं शीतल तेरा ध्यान रखती थी ना ,,

चेतन ,, हा बोहोत आप तो जानती है आंटी कितनी अच्छी है । सच में आपने खाना ना और आप सोती नही हो ना ,,

दीपाली ,, हा बाबा खाया तेरे काका ने जबरदस्ती खिला दिया है और आज दिन भर सोई नींद की ड्रग ले के अभी उठी हूं इसलिए चेहरा फूला फूला लग रही है ,,,

चेतन ,,, फूला फूला नहीं रूखा सूखा लग रही हे । आप लेट जाओ पहले ,,

चेतन उसे जोर दे के बेड पे लेटा देता है और कमरे के खिड़की बंद कर के बोलता है ,, आप सो जाओ में यही बैठा हूं जब तक आपको नींद नही आती कितनी कोमजोर लग रही हो आप । एक डॉक्टर हो के भी आप अपना ध्यान नही रख रही है कैसी डॉक्टर हो आप ,,


दीपाली अपने बेटे परवा देख के खुशी से मुस्कुराती है ,, तू भी लेट जा बड़े दिनों से तुझे सुलाया नहीं ,,


चेतन ,, रुको में कपरे चेंज कर के आता हू ,,


चेतन अपने कमरे में जाता है और पहले जींस और t-shirt उतार कर बनियान और शॉर्ट पहन के बाथरूम में मुंह हाथ धो कर तोलिए से सुखा कर अपनी मम्मी के कमरे में आता है ।


दीपाली अपनी जगह से खिचक के अपने बेटे के लिए जगह देती है ,, आ जाओ यहां ,,


चेतन उसके बगल में लेट जाता है और अपनी मम्मी के कमर में हाथ डाल देता है । दीपाली उसे बच्चे की तरह उसे गले लगा लेती हे ,, मेरा बच्चा मम्मी में गोदी में सोएगा ,, वो पुचकारने लगी जैसे चेतन वोही बचपन का न समझ बच्चा हो ।


चेतन ,, मम्मी आपसे ढेर सारी बाते करनी है मुझे ,,,

दीपाली उसे कस के बाहों में भींचने लगी ,, हा करो ना जितनी मर्जी करो ,, उसका गाल गीला करने लगी दीपाली

चेतन मजाक में ,, जवान हो गया हूं अब शर्म आता है ,,

दीपाली ,, चुप कर जवान हुए तो क्या हुआ । है तो मेरा बच्चा ही ना मेरा चुन्नू , ,

चेतन हसने लगा ,, चुन्नू ,,

दीपाली भी हसने लगी ,,, और नही तो क्या चुन्नू मुन्नु ही हो मेरे लिए ,,

चेतन एक दम गंभीर हो कर ,, मम्मी मैंने आप से कुछ छुपाया है ,,

दीपाली उसकी आखों में जवाब धुन्द कर ,, क्या छुपाया है,,,


चेतन (वैसे तो बोहोत सी बाते छुपाई है लेकिन उन सब बातों को अभी नहीं बता सकता आपको अभी नहीं तो आप सोक में चली जायेगी बस कुछ बाते आपकी बता दूं जो मेरा दिल कर रहा है ),, मम्मी हम दोस्तो ने मिल के आपकी और उस डॉक्टर की जासूसी की और सब इनफॉर्मेशन हमने निकल लिया ,,,


दीपाली नजरे चुराने लगती है ,,, क्या सच में । पर पर ,,

चेतन ,, आप घबराओ मत में जानता हूं आप नवीन नाम के आदमी को लाइक करती है और वो भी करता हे । लेकिन आपने ना कर दिया है उसे क्यू मम्मी ,,

दीपाली उसके आंखो में प्यार से देखती है ,,, क्यू की उसकी भी फैमिली हे । में उसकी शादीसुदा जिंदगी की बर्बाद नही कर सकती । और मुझे तुम्हारा खयाल है इससे तुम्हारी भी लाइफ पे असर पर सकता है । में तुम्हारे पापा जैसा नही हूं प्लीज मुझे गलत मत समझना ,,,

दीपाली की आखों से आसूं बेहने लगी । चेतन उसकी आंखे पॉच के प्यार जता के उसकी आखों पे चूम लेता है ,, रो मत मम्मी । में कोई आप पे इल्जाम थोड़ी लगा रहा हूं । बस बात कर रहा हूं ,,


दीपाली ,, थैंक यू बेटा मुझे समझने के लिए ,,


चेतन ,, मुस्कुराती हुई आप कितनी अच्छी लगती हो ,,

दीपाली उसका नाक खींच के प्यार से बोली ,, तुम भी बोहोत क्यूट लगते हो ,,

चेतन ,, मम्मी पापा से आप तलाग लेने वाले हो क्या ,,

दीपाली ,,, में तो नहीं पर तेरे पापा का क्या भरोसा आज काल तो शराब के नशे में भी रहते है वैसे तलाग लेना इतना आसान नहीं उनकी भी इत्जत की बात हे । तुम फिक्र मत कर सब ठीक कर दूंगा में ,,


चेतन ,, जिंदगी आसान नही हे । कुछ अच्छा करने जाओ तो कुछ अपने गलत हो जाता है तो कुछ सही । हर काम में अच्छा बुरा नतीजा रहता ही है । आपको एक कहानी सुनाता हूं ,,

दीपाली ,, कहानी अच्छा । सुनाओ बड़ा अरसा हो गया कहानी सुने ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, ये सच्ची घटना हे ।,,

दीपाली ,,, अच्छा बताओ मेरे न्यूज एंकर बेटे ,,

चेतन ,, जारा थम के आपके दिल शिर हाथ पेड़ सब हील जायेगा ,,

दीपाली ,, बताओ अब ,,

चेतन (बनावट कर के ) ,, दो दोस्त हुआ करते थे । बड़े ही अच्छे दोस्त मतलब एक ही थाली पे खाना खाते थे वैसा । लेकिन एक दोस्त को दूसरे दोस्त की मम्मी से प्यार हुआ । दूसरे दोस्त की मम्मी भी उससे प्यार कर बैठी और दोनो का अफेयर शुरू हो गया । फिर दोनो की अफेयर के बारे में उस दोस्त को पता चल गया और वो भी बदले में उसके दोस्त की मम्मी को पता लिया । और अब दोनों एक दूसरे की मम्मी से अफेयर रख रहे है ,,

दीपाली ,, छी ऐसा भी होता है क्या भला ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, आपकी शिर की कसम खा के कहता हूं ऐसा ही हुआ है ,,

दीपाली को बात हजम नही हो रही थी । हालाकि वो दुनिया दारी की तजुर्बेकार थी ऐसी घटना होना वो समझती थी लेकिन बोहोत क्वचित्‌ घटना होती है इस प्रकार की घटना और ये पश्चिमी देशों में हो सकता है सायेद उसका बेटा पश्चिमी देशों की किसी घटना के बारे में बता रहे हो ।


चेतन ,, क्या हुआ किस सोच में पड़ गई आप । विश्वाश नहीं हो रहा है आपको ना । मुझे भी नही हुआ था पर जब अपने आंखों से देखा तब विश्वास करना ही पड़ा । में एक बात तो मान गया इस दुनिया में कुछ भी हो सकता है ,,,,

दीपाली ,, क्या मतलब है तूने अपने आखों से देखा ,,

चेतन ,, मतलब जिन दो दोस्तो की कहानी है उन दोनों के में जानता हूं पर्सनली ,,

दीपाली की आंखे हैरत से बड़ी हो जाती है ,, अच्छा । कौन है वो दोस्त तुम्हारे ,,

चेतन हसने लगता हे ,, जिशू और तपन ,,


दीपाली पॉपकॉर्न की तरह उछल के बेड पे बैठ जाती है ,, क्या बक्क रहे हो । मतलब जिशू शीतल के साथ और तपना तराली के साथ ,,,

चेतन को बड़ी हांसी आता है अपनी मम्मी की भौचक्का रह जानें वाली रिएक्शन देख कर । वो हां हां हां कर हंसते हुए बैठ जाता हे ।


दीपाली ,, तुम मजाक कर रहे हो ना ,,

चेतन ,, नही मजाक नहीं कर रहा में आपकी कसम खा के रहा हूं ये सच हे ,, और अपनी मम्मी को शिर पर हाथ रख देता है ।



दीपाली को विश्वास नही हो रहा था इस बात का पर अपने बेटे पर पूरा विश्वास था ,, सच कह रहा है । सच में वो लोग हा । सच में ,,


चेतन (सायेद दोनो एक दूसरे की हो कमरे में होगा इस वक्त कमीना साला ),, रुको में आपको कुछ दिखता हूं ,,,


चेतन तपन को फोन लगाया है एक लंबी रिंग जाने के बाद कॉल रिसीव होता है ।


तपन ,, क्या है क्यू फोन किया ,,

चेतन फोन को पहले से ही लाउड स्पीकर पर कर दिया था ताकि दीपाली सुन सके ।और दीपाली सब हैरान हो कर सुनने लगी थी

चेतन मुस्कुरा के ,, तू जिशू के कमरे में है ,,

तपन ,, हा क्या चाहिए ,,

चेतन ,, तानिया आंटी भी हे ना ,,

कुछ सेकंड गैप के बाद तपन की मोबाइल से तानिया की आवाज आती है ,, नालायक अब किस बात पे डिस्टर्ब कर रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी को इशारा करता है सुना अब तो बिश्वाश हुआ ।

चेतन ,, आंटी वो मैने मम्मी को बता दिया है आप सबके बारे में वो विश्वास नही कर रही थी तो मैंने कॉल लगा दिया ,,

तानिया ,, क्या । क्यूं बताया । क्या कर दिया तूने ये ,,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, अरे अरे आंटी आप टैंशन मत लो मम्मी अंडर कंट्रोल है । में समझा दूंगा और प्लीज इस बेटे पर तो भरोसा करो ,,


तानिया ,, ठीक है बेटा तुझपे भरोसा है । पर दर लगता है ना अच्छा अपनी मम्मी को समझा देना और ना समझे तो मेरा दर दिखा देना वो मुझसे डरती है ,, तानिया मुस्कुराती है

और तभी फोन से कुछ चरमराने की आवाज आती है और फोन तपन की लाइन से कट हो जाता हे ।


दीपाली दोनो गाल पे हाथ रख के अपने बेटे को देखती हे ,,, दो दोनो एक साथ एक कमरे में इतनी रात को ,,


चेतन हास कर ,, हा । और वो दोनो ही नही मुझे पक्का पता है जीशू भी तपन के घर गया होगा और जिशू तपन के कमरे में शीतल आंटी के साथ होगा जरूर । अरे आपको कुछ नही पता अभी तो अभी जो हम मंदिर हो कर आए है वाहा हम उन चारों की शादी करवाने गए थे हवन योग्य पूजा वगैरा सब नाटक था । रूको में आपको एक और सबूत दिखाता हूं । चेतन अपने मोबाइल में उन चारों की शादी के फोटोज दिखाने लगे ।


दीपाली फोटोज को देख के क्या रिएक्शन दे उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । बात को किस दिशा में ले उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । समझ की नजरो से देखे तो गलत और अपनी सहेली और अपने बेटे जैसे बच्चे की नजरो से देखे तो उसे खुश होना चाहिए क्यू की अपनो के खुशी में अपनी खुशी भी है ।





चेतन उसे बेड पे लिटा देता हे ,,, आओ लेट जाओ मम्मी । आपको कहानी बताता हूं ये सब कैसे हुआ । ,,,


अपनी मम्मी की बालो को सहलाते हुए वरदान प्राप्त वाली बात निकल कर बाकी सभी बाते शॉर्ट में समझा देता है ।



ये सुन कर दीपाली को धीरे धीरे विश्वास हो जाती है ,, तो ये हुआ तानिया और तपन उस जंगल में खोने के कारण और ठंड के कारण उनके बीच वो हो गया (वो हो गया बात पर शर्माती हे ) फिर वो सब चलता गया और फिर जिशू पता चला उस पार्टी के दिन और फिर उसे पटाने शीतल को । ,,,

चेतन ,,, हा वोही और फिर जिशू शीतल आंटी की एक दिन नशे का फायदा उठाया । और शीतल आंटी नाराज हो गई फिर हमने कोठी जाने का प्लान बनाया । जहा हम शीतल आंटी को जिशु से मिला सके और जिशु प्यार में पागल अपना ही शिर फोड़ लिया । अब शीतल आंटी कैसे ना माने ,,

दीपाली ,, बाप रे तराली और मेरी पीठ पीछे ये सब हो रहा था और हमे भनक भी नही लगी । तूने भी नही बताया मुझे ,,,

चेतन उसकी आखों में आंखे डाल के ,,, मम्मी प्लीज उन सबको गलत मत समझना । में जानता हूं आपको गलत लग रहा है पर प्लीज मेरे लिए किस से कुछ भी जीकर मत करना किसी को पता नही चलना चाहिए वरना आप जानती हो ना ,,

दीपाली ,, नहीं बताऊंगी किसी को । में क्यों अपनो की जिंदगी बरवाद करूंगी भला । लेकिन में इसे गलत ही मानती हूं । अपने ही बेटे के दोस्त के साथ । वो दोनो तो बच्चे हे लेकिन वो दोनो औरते तो समझदार है ना एक सेल्फ कंट्रोल होनी चाहिए ना ,,

चेतन ,,तो आप चाहती हे आपकी तरह सेल्फ कंट्रोल कर के घुट घुट के जीती रहे । शीतल आंटी और तानिया आंटी भी अपने पति से खुश नहीं है जिस तरह आप पापा से नेही है में । आप सालो से घुटन भरी जिंदगी ही जी रही हे । क्या आप मेरे आखों में देख के बता सकती हे की आप खुश है ,,


दीपाली उसकी आखों में देख कर ,, तुम हो ना मेरे जिंदगी में तो खुश हूं में ,,

चेतन ,, में अपनी उस लाइफ की बारे में कह रहा हूं जहा हर एक इंसान को अपनी लाइफ पार्टनर से खुशी चाहिए । वो तो आपको मिलता नही कभी पापा को आपसे प्यार से बाते करते हुए देखा नही ।,,


दीपाली मुस्कुरा कर ,, कितना समझदार हो गया हे तु । अब तुम्हारे पापा ही ऐसे हे तो में क्या करू भला ,, मजाक में फिर बोली ,, नवीन को हा कर दू क्या ,,


चेतन उसे कस के बाहों में भर लेता है और बच्चों की तरह नाराज हो जाता है ,, नेई ,,


दीपाली हास पड़ती है ,, तो फिर क्यूं पूछते हो ,,

चेतन ,, में आपकी पूछ नही रहा में सिर्फ शीतल आंटी और तनिया आंटी की दर्द समझा रहा था ,,


दिलाली मजाक में ,, मुझे लगा तुम मेरा दर्द समझ रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी की गाल चूम के प्यार से बोला ,,, आज से आपको पापा की कमी मेहसूस नहीं होने दूंगा । फूलो से सजा के रखूंगा आपको । ,,


दीपाली उसे छाती पे छुपा लेती है और इतना प्यार आता है अपने बेटे पर की उसे लद्दू की तरह खा जाए ,, ओह मेरा बच्चा तू मेरे साथ रहे तो में में खुश हूं और मुझे कुछ नहीं चाहिए ,,



दोनो मां बेटे ऐसे ही बाते कर के सो जाते है । दोनो के एक अच्छी नींद मिलती है बड़े दिनों बाद


 

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RB7

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रात नो बजे चेतन अपने पोहोचता हे । पिछले कोई दिनों से वो रेगुलर पीते आए हे लेकिन आज वो बिना पि के आया था वो नही चाहता उसकी मुंह से शराब की बू सूंघ ले उसकी मम्मी और फिर दुखी हो जाए ।


काका घर का काम निपटा रहा था चेतन को घर पर देख कर वो बोहोत खुश हो जाता है ,,, बेटा तुम कहा थे इतने दिन तुम्हारी मम्मी कितनी परेशान हे तुम्हे ले कर ,,

चेतन ,,, मम्मी कहा हे ?,,

काका ,, ऊपर अपने रूम में होगी । जाओ मिल लो बस तुम्हारा ही इंतजार कर रही है अब तक ,,


चेतन चिढ़ियों से चढ़ के ऊपर गया और अपनी मम्मी की कमरे में गया जहा उसकी मम्मी खिड़की खोले कही खोई हुई । उसे जारा सी भी चेतन की आहट नहीं महसूस हुई । चेतन उसके पीछे खड़े हो के उसकी कंधे पर हाथ रख देता है ।

दीपाली हर बड़ा के पीछे मुड़ जाती है । उसका चेहरा देख के कोई भी कहता उसने कोई राते नही सोई हे आंखे जैसे गड्ढे पर समा गई हे गुलाबी गाल फीका पड़ गई है आंखो के नीचे काले धब्बे पड़ गई है ।


चेतन (ये क्या कर दिया मैने । मम्मी की हालत इतनी बुरी । कैसा बेटा हूं में ) अपनी मम्मी को गले लगा लेती है ।


दीपाली खुशी से रो पड़ती हे और अपने बेटे की बाहों में समा जाती है ,,, अब मेरी याद आई तुझे इतने दिन तक मुझे क्यों चटाया तूने हा बोल क्यू चटाया तूने मुझे बोल ,,

चेतन आखो से आसू गिरने लगता है ,,माफ कर देना मम्मी सॉरी । अब आपको छोड़ के कही नही जाऊंगा आपकी कसम मम्मी ,,, चेतन दीपाली की पीठ सेहला के प्यार झताने लगा ।


दीपाली अपने बेटे को पा कर सकून से खुश हो रही थी । ममता की लय में चेतन को चेहरे को चूमने लगी ,,, मुझे माफ कर दे हमारी वजह से तुझे बोहोत तकलीफ हो रही है ना ,,


चेतन ,, नहीं मम्मी अब आप लोगो की लड़ाई से मुझे कोई फर्क नही पड़ता मुझे समझ आ गया हे आप पे क्या बीत रही है । पापा ने आपको धोका दिया हे मुझे विश्वास नही होता है आप ऐसा करेंगे कभी आपके साथ । आपकी ही नही हमारे घर की इत्जत के साथ खिलवार किया हे पापा ने । वो मुझे अपने साथ लेने आए थे पर नहीं गया में आपके साथ रहूंगा ,,

दीपाली ,, में जान के बोहोत खुश हूं बेटा । में भी तुझे अपने पापा के साथ जाने नहीं देती । चाहे वो कुछ भी कर ले कोई कानूनी दाव पेश खेल ले मे तुझे अपने से कभी अलग नहीं होने दूंगी ,,

चेतन ,, में कोई बच्चा थोड़ी हूं जो मां बाप के अलग होने पर किसी एक की कस्टडी में जाना होगा में 18 साल से ऊपर हूं ,,


दीपाली चेतन बेड पे बिठा देती है और वो उसके पास बैठ जाती है उसके चेहरे पे हाथ रख के नाजों से निहारने लगती हे ।

चेतन अपनी मम्मी की आखों पर देख कर ,, आपने खाना खाया ,,

दीपाली ,, हा तूने खाया की नहीं शीतल तेरा ध्यान रखती थी ना ,,

चेतन ,, हा बोहोत आप तो जानती है आंटी कितनी अच्छी है । सच में आपने खाना ना और आप सोती नही हो ना ,,

दीपाली ,, हा बाबा खाया तेरे काका ने जबरदस्ती खिला दिया है और आज दिन भर सोई नींद की ड्रग ले के अभी उठी हूं इसलिए चेहरा फूला फूला लग रही है ,,,

चेतन ,,, फूला फूला नहीं रूखा सूखा लग रही हे । आप लेट जाओ पहले ,,

चेतन उसे जोर दे के बेड पे लेटा देता है और कमरे के खिड़की बंद कर के बोलता है ,, आप सो जाओ में यही बैठा हूं जब तक आपको नींद नही आती कितनी कोमजोर लग रही हो आप । एक डॉक्टर हो के भी आप अपना ध्यान नही रख रही है कैसी डॉक्टर हो आप ,,


दीपाली अपने बेटे परवा देख के खुशी से मुस्कुराती है ,, तू भी लेट जा बड़े दिनों से तुझे सुलाया नहीं ,,


चेतन ,, रुको में कपरे चेंज कर के आता हू ,,


चेतन अपने कमरे में जाता है और पहले जींस और t-shirt उतार कर बनियान और शॉर्ट पहन के बाथरूम में मुंह हाथ धो कर तोलिए से सुखा कर अपनी मम्मी के कमरे में आता है ।


दीपाली अपनी जगह से खिचक के अपने बेटे के लिए जगह देती है ,, आ जाओ यहां ,,


चेतन उसके बगल में लेट जाता है और अपनी मम्मी के कमर में हाथ डाल देता है । दीपाली उसे बच्चे की तरह उसे गले लगा लेती हे ,, मेरा बच्चा मम्मी में गोदी में सोएगा ,, वो पुचकारने लगी जैसे चेतन वोही बचपन का न समझ बच्चा हो ।


चेतन ,, मम्मी आपसे ढेर सारी बाते करनी है मुझे ,,,

दीपाली उसे कस के बाहों में भींचने लगी ,, हा करो ना जितनी मर्जी करो ,, उसका गाल गीला करने लगी दीपाली

चेतन मजाक में ,, जवान हो गया हूं अब शर्म आता है ,,

दीपाली ,, चुप कर जवान हुए तो क्या हुआ । है तो मेरा बच्चा ही ना मेरा चुन्नू , ,

चेतन हसने लगा ,, चुन्नू ,,

दीपाली भी हसने लगी ,,, और नही तो क्या चुन्नू मुन्नु ही हो मेरे लिए ,,

चेतन एक दम गंभीर हो कर ,, मम्मी मैंने आप से कुछ छुपाया है ,,

दीपाली उसकी आखों में जवाब धुन्द कर ,, क्या छुपाया है,,,


चेतन (वैसे तो बोहोत सी बाते छुपाई है लेकिन उन सब बातों को अभी नहीं बता सकता आपको अभी नहीं तो आप सोक में चली जायेगी बस कुछ बाते आपकी बता दूं जो मेरा दिल कर रहा है ),, मम्मी हम दोस्तो ने मिल के आपकी और उस डॉक्टर की जासूसी की और सब इनफॉर्मेशन हमने निकल लिया ,,,


दीपाली नजरे चुराने लगती है ,,, क्या सच में । पर पर ,,

चेतन ,, आप घबराओ मत में जानता हूं आप नवीन नाम के आदमी को लाइक करती है और वो भी करता हे । लेकिन आपने ना कर दिया है उसे क्यू मम्मी ,,

दीपाली उसके आंखो में प्यार से देखती है ,,, क्यू की उसकी भी फैमिली हे । में उसकी शादीसुदा जिंदगी की बर्बाद नही कर सकती । और मुझे तुम्हारा खयाल है इससे तुम्हारी भी लाइफ पे असर पर सकता है । में तुम्हारे पापा जैसा नही हूं प्लीज मुझे गलत मत समझना ,,,

दीपाली की आखों से आसूं बेहने लगी । चेतन उसकी आंखे पॉच के प्यार जता के उसकी आखों पे चूम लेता है ,, रो मत मम्मी । में कोई आप पे इल्जाम थोड़ी लगा रहा हूं । बस बात कर रहा हूं ,,


दीपाली ,, थैंक यू बेटा मुझे समझने के लिए ,,


चेतन ,, मुस्कुराती हुई आप कितनी अच्छी लगती हो ,,

दीपाली उसका नाक खींच के प्यार से बोली ,, तुम भी बोहोत क्यूट लगते हो ,,

चेतन ,, मम्मी पापा से आप तलाग लेने वाले हो क्या ,,

दीपाली ,,, में तो नहीं पर तेरे पापा का क्या भरोसा आज काल तो शराब के नशे में भी रहते है वैसे तलाग लेना इतना आसान नहीं उनकी भी इत्जत की बात हे । तुम फिक्र मत कर सब ठीक कर दूंगा में ,,


चेतन ,, जिंदगी आसान नही हे । कुछ अच्छा करने जाओ तो कुछ अपने गलत हो जाता है तो कुछ सही । हर काम में अच्छा बुरा नतीजा रहता ही है । आपको एक कहानी सुनाता हूं ,,

दीपाली ,, कहानी अच्छा । सुनाओ बड़ा अरसा हो गया कहानी सुने ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, ये सच्ची घटना हे ।,,

दीपाली ,,, अच्छा बताओ मेरे न्यूज एंकर बेटे ,,

चेतन ,, जारा थम के आपके दिल शिर हाथ पेड़ सब हील जायेगा ,,

दीपाली ,, बताओ अब ,,

चेतन (बनावट कर के ) ,, दो दोस्त हुआ करते थे । बड़े ही अच्छे दोस्त मतलब एक ही थाली पे खाना खाते थे वैसा । लेकिन एक दोस्त को दूसरे दोस्त की मम्मी से प्यार हुआ । दूसरे दोस्त की मम्मी भी उससे प्यार कर बैठी और दोनो का अफेयर शुरू हो गया । फिर दोनो की अफेयर के बारे में उस दोस्त को पता चल गया और वो भी बदले में उसके दोस्त की मम्मी को पता लिया । और अब दोनों एक दूसरे की मम्मी से अफेयर रख रहे है ,,

दीपाली ,, छी ऐसा भी होता है क्या भला ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, आपकी शिर की कसम खा के कहता हूं ऐसा ही हुआ है ,,

दीपाली को बात हजम नही हो रही थी । हालाकि वो दुनिया दारी की तजुर्बेकार थी ऐसी घटना होना वो समझती थी लेकिन बोहोत क्वचित्‌ घटना होती है इस प्रकार की घटना और ये पश्चिमी देशों में हो सकता है सायेद उसका बेटा पश्चिमी देशों की किसी घटना के बारे में बता रहे हो ।


चेतन ,, क्या हुआ किस सोच में पड़ गई आप । विश्वाश नहीं हो रहा है आपको ना । मुझे भी नही हुआ था पर जब अपने आंखों से देखा तब विश्वास करना ही पड़ा । में एक बात तो मान गया इस दुनिया में कुछ भी हो सकता है ,,,,

दीपाली ,, क्या मतलब है तूने अपने आखों से देखा ,,

चेतन ,, मतलब जिन दो दोस्तो की कहानी है उन दोनों के में जानता हूं पर्सनली ,,

दीपाली की आंखे हैरत से बड़ी हो जाती है ,, अच्छा । कौन है वो दोस्त तुम्हारे ,,

चेतन हसने लगता हे ,, जिशू और तपन ,,


दीपाली पॉपकॉर्न की तरह उछल के बेड पे बैठ जाती है ,, क्या बक्क रहे हो । मतलब जिशू शीतल के साथ और तपना तराली के साथ ,,,

चेतन को बड़ी हांसी आता है अपनी मम्मी की भौचक्का रह जानें वाली रिएक्शन देख कर । वो हां हां हां कर हंसते हुए बैठ जाता हे ।


दीपाली ,, तुम मजाक कर रहे हो ना ,,

चेतन ,, नही मजाक नहीं कर रहा में आपकी कसम खा के रहा हूं ये सच हे ,, और अपनी मम्मी को शिर पर हाथ रख देता है ।



दीपाली को विश्वास नही हो रहा था इस बात का पर अपने बेटे पर पूरा विश्वास था ,, सच कह रहा है । सच में वो लोग हा । सच में ,,


चेतन (सायेद दोनो एक दूसरे की हो कमरे में होगा इस वक्त कमीना साला ),, रुको में आपको कुछ दिखता हूं ,,,


चेतन तपन को फोन लगाया है एक लंबी रिंग जाने के बाद कॉल रिसीव होता है ।


तपन ,, क्या है क्यू फोन किया ,,

चेतन फोन को पहले से ही लाउड स्पीकर पर कर दिया था ताकि दीपाली सुन सके ।और दीपाली सब हैरान हो कर सुनने लगी थी

चेतन मुस्कुरा के ,, तू जिशू के कमरे में है ,,

तपन ,, हा क्या चाहिए ,,

चेतन ,, तानिया आंटी भी हे ना ,,

कुछ सेकंड गैप के बाद तपन की मोबाइल से तानिया की आवाज आती है ,, नालायक अब किस बात पे डिस्टर्ब कर रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी को इशारा करता है सुना अब तो बिश्वाश हुआ ।

चेतन ,, आंटी वो मैने मम्मी को बता दिया है आप सबके बारे में वो विश्वास नही कर रही थी तो मैंने कॉल लगा दिया ,,

तानिया ,, क्या । क्यूं बताया । क्या कर दिया तूने ये ,,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, अरे अरे आंटी आप टैंशन मत लो मम्मी अंडर कंट्रोल है । में समझा दूंगा और प्लीज इस बेटे पर तो भरोसा करो ,,


तानिया ,, ठीक है बेटा तुझपे भरोसा है । पर दर लगता है ना अच्छा अपनी मम्मी को समझा देना और ना समझे तो मेरा दर दिखा देना वो मुझसे डरती है ,, तानिया मुस्कुराती है

और तभी फोन से कुछ चरमराने की आवाज आती है और फोन तपन की लाइन से कट हो जाता हे ।


दीपाली दोनो गाल पे हाथ रख के अपने बेटे को देखती हे ,,, दो दोनो एक साथ एक कमरे में इतनी रात को ,,


चेतन हास कर ,, हा । और वो दोनो ही नही मुझे पक्का पता है जीशू भी तपन के घर गया होगा और जिशू तपन के कमरे में शीतल आंटी के साथ होगा जरूर । अरे आपको कुछ नही पता अभी तो अभी जो हम मंदिर हो कर आए है वाहा हम उन चारों की शादी करवाने गए थे हवन योग्य पूजा वगैरा सब नाटक था । रूको में आपको एक और सबूत दिखाता हूं । चेतन अपने मोबाइल में उन चारों की शादी के फोटोज दिखाने लगे ।


दीपाली फोटोज को देख के क्या रिएक्शन दे उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । बात को किस दिशा में ले उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । समझ की नजरो से देखे तो गलत और अपनी सहेली और अपने बेटे जैसे बच्चे की नजरो से देखे तो उसे खुश होना चाहिए क्यू की अपनो के खुशी में अपनी खुशी भी है ।





चेतन उसे बेड पे लिटा देता हे ,,, आओ लेट जाओ मम्मी । आपको कहानी बताता हूं ये सब कैसे हुआ । ,,,


अपनी मम्मी की बालो को सहलाते हुए वरदान प्राप्त वाली बात निकल कर बाकी सभी बाते शॉर्ट में समझा देता है ।



ये सुन कर दीपाली को धीरे धीरे विश्वास हो जाती है ,, तो ये हुआ तानिया और तपन उस जंगल में खोने के कारण और ठंड के कारण उनके बीच वो हो गया (वो हो गया बात पर शर्माती हे ) फिर वो सब चलता गया और फिर जिशू पता चला उस पार्टी के दिन और फिर उसे पटाने शीतल को । ,,,

चेतन ,,, हा वोही और फिर जिशू शीतल आंटी की एक दिन नशे का फायदा उठाया । और शीतल आंटी नाराज हो गई फिर हमने कोठी जाने का प्लान बनाया । जहा हम शीतल आंटी को जिशु से मिला सके और जिशु प्यार में पागल अपना ही शिर फोड़ लिया । अब शीतल आंटी कैसे ना माने ,,

दीपाली ,, बाप रे तराली और मेरी पीठ पीछे ये सब हो रहा था और हमे भनक भी नही लगी । तूने भी नही बताया मुझे ,,,

चेतन उसकी आखों में आंखे डाल के ,,, मम्मी प्लीज उन सबको गलत मत समझना । में जानता हूं आपको गलत लग रहा है पर प्लीज मेरे लिए किस से कुछ भी जीकर मत करना किसी को पता नही चलना चाहिए वरना आप जानती हो ना ,,

दीपाली ,, नहीं बताऊंगी किसी को । में क्यों अपनो की जिंदगी बरवाद करूंगी भला । लेकिन में इसे गलत ही मानती हूं । अपने ही बेटे के दोस्त के साथ । वो दोनो तो बच्चे हे लेकिन वो दोनो औरते तो समझदार है ना एक सेल्फ कंट्रोल होनी चाहिए ना ,,

चेतन ,,तो आप चाहती हे आपकी तरह सेल्फ कंट्रोल कर के घुट घुट के जीती रहे । शीतल आंटी और तानिया आंटी भी अपने पति से खुश नहीं है जिस तरह आप पापा से नेही है में । आप सालो से घुटन भरी जिंदगी ही जी रही हे । क्या आप मेरे आखों में देख के बता सकती हे की आप खुश है ,,


दीपाली उसकी आखों में देख कर ,, तुम हो ना मेरे जिंदगी में तो खुश हूं में ,,

चेतन ,, में अपनी उस लाइफ की बारे में कह रहा हूं जहा हर एक इंसान को अपनी लाइफ पार्टनर से खुशी चाहिए । वो तो आपको मिलता नही कभी पापा को आपसे प्यार से बाते करते हुए देखा नही ।,,


दीपाली मुस्कुरा कर ,, कितना समझदार हो गया हे तु । अब तुम्हारे पापा ही ऐसे हे तो में क्या करू भला ,, मजाक में फिर बोली ,, नवीन को हा कर दू क्या ,,


चेतन उसे कस के बाहों में भर लेता है और बच्चों की तरह नाराज हो जाता है ,, नेई ,,


दीपाली हास पड़ती है ,, तो फिर क्यूं पूछते हो ,,

चेतन ,, में आपकी पूछ नही रहा में सिर्फ शीतल आंटी और तनिया आंटी की दर्द समझा रहा था ,,


दिलाली मजाक में ,, मुझे लगा तुम मेरा दर्द समझ रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी की गाल चूम के प्यार से बोला ,,, आज से आपको पापा की कमी मेहसूस नहीं होने दूंगा । फूलो से सजा के रखूंगा आपको । ,,


दीपाली उसे छाती पे छुपा लेती है और इतना प्यार आता है अपने बेटे पर की उसे लद्दू की तरह खा जाए ,, ओह मेरा बच्चा तू मेरे साथ रहे तो में में खुश हूं और मुझे कुछ नहीं चाहिए ,,



दोनो मां बेटे ऐसे ही बाते कर के सो जाते है । दोनो के एक अच्छी नींद मिलती है बड़े दिनों बाद
Zabradast mast update bhai
 

Lalitpur

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Update 48



Chetan's house



रात नो बजे चेतन अपने पोहोचता हे । पिछले कोई दिनों से वो रेगुलर पीते आए हे लेकिन आज वो बिना पि के आया था वो नही चाहता उसकी मुंह से शराब की बू सूंघ ले उसकी मम्मी और फिर दुखी हो जाए ।


काका घर का काम निपटा रहा था चेतन को घर पर देख कर वो बोहोत खुश हो जाता है ,,, बेटा तुम कहा थे इतने दिन तुम्हारी मम्मी कितनी परेशान हे तुम्हे ले कर ,,

चेतन ,,, मम्मी कहा हे ?,,

काका ,, ऊपर अपने रूम में होगी । जाओ मिल लो बस तुम्हारा ही इंतजार कर रही है अब तक ,,


चेतन चिढ़ियों से चढ़ के ऊपर गया और अपनी मम्मी की कमरे में गया जहा उसकी मम्मी खिड़की खोले कही खोई हुई । उसे जारा सी भी चेतन की आहट नहीं महसूस हुई । चेतन उसके पीछे खड़े हो के उसकी कंधे पर हाथ रख देता है ।

दीपाली हर बड़ा के पीछे मुड़ जाती है । उसका चेहरा देख के कोई भी कहता उसने कोई राते नही सोई हे आंखे जैसे गड्ढे पर समा गई हे गुलाबी गाल फीका पड़ गई है आंखो के नीचे काले धब्बे पड़ गई है ।


चेतन (ये क्या कर दिया मैने । मम्मी की हालत इतनी बुरी । कैसा बेटा हूं में ) अपनी मम्मी को गले लगा लेती है ।


दीपाली खुशी से रो पड़ती हे और अपने बेटे की बाहों में समा जाती है ,,, अब मेरी याद आई तुझे इतने दिन तक मुझे क्यों चटाया तूने हा बोल क्यू चटाया तूने मुझे बोल ,,

चेतन आखो से आसू गिरने लगता है ,,माफ कर देना मम्मी सॉरी । अब आपको छोड़ के कही नही जाऊंगा आपकी कसम मम्मी ,,, चेतन दीपाली की पीठ सेहला के प्यार झताने लगा ।


दीपाली अपने बेटे को पा कर सकून से खुश हो रही थी । ममता की लय में चेतन को चेहरे को चूमने लगी ,,, मुझे माफ कर दे हमारी वजह से तुझे बोहोत तकलीफ हो रही है ना ,,


चेतन ,, नहीं मम्मी अब आप लोगो की लड़ाई से मुझे कोई फर्क नही पड़ता मुझे समझ आ गया हे आप पे क्या बीत रही है । पापा ने आपको धोका दिया हे मुझे विश्वास नही होता है आप ऐसा करेंगे कभी आपके साथ । आपकी ही नही हमारे घर की इत्जत के साथ खिलवार किया हे पापा ने । वो मुझे अपने साथ लेने आए थे पर नहीं गया में आपके साथ रहूंगा ,,

दीपाली ,, में जान के बोहोत खुश हूं बेटा । में भी तुझे अपने पापा के साथ जाने नहीं देती । चाहे वो कुछ भी कर ले कोई कानूनी दाव पेश खेल ले मे तुझे अपने से कभी अलग नहीं होने दूंगी ,,

चेतन ,, में कोई बच्चा थोड़ी हूं जो मां बाप के अलग होने पर किसी एक की कस्टडी में जाना होगा में 18 साल से ऊपर हूं ,,


दीपाली चेतन बेड पे बिठा देती है और वो उसके पास बैठ जाती है उसके चेहरे पे हाथ रख के नाजों से निहारने लगती हे ।

चेतन अपनी मम्मी की आखों पर देख कर ,, आपने खाना खाया ,,

दीपाली ,, हा तूने खाया की नहीं शीतल तेरा ध्यान रखती थी ना ,,

चेतन ,, हा बोहोत आप तो जानती है आंटी कितनी अच्छी है । सच में आपने खाना ना और आप सोती नही हो ना ,,

दीपाली ,, हा बाबा खाया तेरे काका ने जबरदस्ती खिला दिया है और आज दिन भर सोई नींद की ड्रग ले के अभी उठी हूं इसलिए चेहरा फूला फूला लग रही है ,,,

चेतन ,,, फूला फूला नहीं रूखा सूखा लग रही हे । आप लेट जाओ पहले ,,

चेतन उसे जोर दे के बेड पे लेटा देता है और कमरे के खिड़की बंद कर के बोलता है ,, आप सो जाओ में यही बैठा हूं जब तक आपको नींद नही आती कितनी कोमजोर लग रही हो आप । एक डॉक्टर हो के भी आप अपना ध्यान नही रख रही है कैसी डॉक्टर हो आप ,,


दीपाली अपने बेटे परवा देख के खुशी से मुस्कुराती है ,, तू भी लेट जा बड़े दिनों से तुझे सुलाया नहीं ,,


चेतन ,, रुको में कपरे चेंज कर के आता हू ,,


चेतन अपने कमरे में जाता है और पहले जींस और t-shirt उतार कर बनियान और शॉर्ट पहन के बाथरूम में मुंह हाथ धो कर तोलिए से सुखा कर अपनी मम्मी के कमरे में आता है ।


दीपाली अपनी जगह से खिचक के अपने बेटे के लिए जगह देती है ,, आ जाओ यहां ,,


चेतन उसके बगल में लेट जाता है और अपनी मम्मी के कमर में हाथ डाल देता है । दीपाली उसे बच्चे की तरह उसे गले लगा लेती हे ,, मेरा बच्चा मम्मी में गोदी में सोएगा ,, वो पुचकारने लगी जैसे चेतन वोही बचपन का न समझ बच्चा हो ।


चेतन ,, मम्मी आपसे ढेर सारी बाते करनी है मुझे ,,,

दीपाली उसे कस के बाहों में भींचने लगी ,, हा करो ना जितनी मर्जी करो ,, उसका गाल गीला करने लगी दीपाली

चेतन मजाक में ,, जवान हो गया हूं अब शर्म आता है ,,

दीपाली ,, चुप कर जवान हुए तो क्या हुआ । है तो मेरा बच्चा ही ना मेरा चुन्नू , ,

चेतन हसने लगा ,, चुन्नू ,,

दीपाली भी हसने लगी ,,, और नही तो क्या चुन्नू मुन्नु ही हो मेरे लिए ,,

चेतन एक दम गंभीर हो कर ,, मम्मी मैंने आप से कुछ छुपाया है ,,

दीपाली उसकी आखों में जवाब धुन्द कर ,, क्या छुपाया है,,,


चेतन (वैसे तो बोहोत सी बाते छुपाई है लेकिन उन सब बातों को अभी नहीं बता सकता आपको अभी नहीं तो आप सोक में चली जायेगी बस कुछ बाते आपकी बता दूं जो मेरा दिल कर रहा है ),, मम्मी हम दोस्तो ने मिल के आपकी और उस डॉक्टर की जासूसी की और सब इनफॉर्मेशन हमने निकल लिया ,,,


दीपाली नजरे चुराने लगती है ,,, क्या सच में । पर पर ,,

चेतन ,, आप घबराओ मत में जानता हूं आप नवीन नाम के आदमी को लाइक करती है और वो भी करता हे । लेकिन आपने ना कर दिया है उसे क्यू मम्मी ,,

दीपाली उसके आंखो में प्यार से देखती है ,,, क्यू की उसकी भी फैमिली हे । में उसकी शादीसुदा जिंदगी की बर्बाद नही कर सकती । और मुझे तुम्हारा खयाल है इससे तुम्हारी भी लाइफ पे असर पर सकता है । में तुम्हारे पापा जैसा नही हूं प्लीज मुझे गलत मत समझना ,,,

दीपाली की आखों से आसूं बेहने लगी । चेतन उसकी आंखे पॉच के प्यार जता के उसकी आखों पे चूम लेता है ,, रो मत मम्मी । में कोई आप पे इल्जाम थोड़ी लगा रहा हूं । बस बात कर रहा हूं ,,


दीपाली ,, थैंक यू बेटा मुझे समझने के लिए ,,


चेतन ,, मुस्कुराती हुई आप कितनी अच्छी लगती हो ,,

दीपाली उसका नाक खींच के प्यार से बोली ,, तुम भी बोहोत क्यूट लगते हो ,,

चेतन ,, मम्मी पापा से आप तलाग लेने वाले हो क्या ,,

दीपाली ,,, में तो नहीं पर तेरे पापा का क्या भरोसा आज काल तो शराब के नशे में भी रहते है वैसे तलाग लेना इतना आसान नहीं उनकी भी इत्जत की बात हे । तुम फिक्र मत कर सब ठीक कर दूंगा में ,,


चेतन ,, जिंदगी आसान नही हे । कुछ अच्छा करने जाओ तो कुछ अपने गलत हो जाता है तो कुछ सही । हर काम में अच्छा बुरा नतीजा रहता ही है । आपको एक कहानी सुनाता हूं ,,

दीपाली ,, कहानी अच्छा । सुनाओ बड़ा अरसा हो गया कहानी सुने ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, ये सच्ची घटना हे ।,,

दीपाली ,,, अच्छा बताओ मेरे न्यूज एंकर बेटे ,,

चेतन ,, जारा थम के आपके दिल शिर हाथ पेड़ सब हील जायेगा ,,

दीपाली ,, बताओ अब ,,

चेतन (बनावट कर के ) ,, दो दोस्त हुआ करते थे । बड़े ही अच्छे दोस्त मतलब एक ही थाली पे खाना खाते थे वैसा । लेकिन एक दोस्त को दूसरे दोस्त की मम्मी से प्यार हुआ । दूसरे दोस्त की मम्मी भी उससे प्यार कर बैठी और दोनो का अफेयर शुरू हो गया । फिर दोनो की अफेयर के बारे में उस दोस्त को पता चल गया और वो भी बदले में उसके दोस्त की मम्मी को पता लिया । और अब दोनों एक दूसरे की मम्मी से अफेयर रख रहे है ,,

दीपाली ,, छी ऐसा भी होता है क्या भला ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, आपकी शिर की कसम खा के कहता हूं ऐसा ही हुआ है ,,

दीपाली को बात हजम नही हो रही थी । हालाकि वो दुनिया दारी की तजुर्बेकार थी ऐसी घटना होना वो समझती थी लेकिन बोहोत क्वचित्‌ घटना होती है इस प्रकार की घटना और ये पश्चिमी देशों में हो सकता है सायेद उसका बेटा पश्चिमी देशों की किसी घटना के बारे में बता रहे हो ।


चेतन ,, क्या हुआ किस सोच में पड़ गई आप । विश्वाश नहीं हो रहा है आपको ना । मुझे भी नही हुआ था पर जब अपने आंखों से देखा तब विश्वास करना ही पड़ा । में एक बात तो मान गया इस दुनिया में कुछ भी हो सकता है ,,,,

दीपाली ,, क्या मतलब है तूने अपने आखों से देखा ,,

चेतन ,, मतलब जिन दो दोस्तो की कहानी है उन दोनों के में जानता हूं पर्सनली ,,

दीपाली की आंखे हैरत से बड़ी हो जाती है ,, अच्छा । कौन है वो दोस्त तुम्हारे ,,

चेतन हसने लगता हे ,, जिशू और तपन ,,


दीपाली पॉपकॉर्न की तरह उछल के बेड पे बैठ जाती है ,, क्या बक्क रहे हो । मतलब जिशू शीतल के साथ और तपना तराली के साथ ,,,

चेतन को बड़ी हांसी आता है अपनी मम्मी की भौचक्का रह जानें वाली रिएक्शन देख कर । वो हां हां हां कर हंसते हुए बैठ जाता हे ।


दीपाली ,, तुम मजाक कर रहे हो ना ,,

चेतन ,, नही मजाक नहीं कर रहा में आपकी कसम खा के रहा हूं ये सच हे ,, और अपनी मम्मी को शिर पर हाथ रख देता है ।



दीपाली को विश्वास नही हो रहा था इस बात का पर अपने बेटे पर पूरा विश्वास था ,, सच कह रहा है । सच में वो लोग हा । सच में ,,


चेतन (सायेद दोनो एक दूसरे की हो कमरे में होगा इस वक्त कमीना साला ),, रुको में आपको कुछ दिखता हूं ,,,


चेतन तपन को फोन लगाया है एक लंबी रिंग जाने के बाद कॉल रिसीव होता है ।


तपन ,, क्या है क्यू फोन किया ,,

चेतन फोन को पहले से ही लाउड स्पीकर पर कर दिया था ताकि दीपाली सुन सके ।और दीपाली सब हैरान हो कर सुनने लगी थी

चेतन मुस्कुरा के ,, तू जिशू के कमरे में है ,,

तपन ,, हा क्या चाहिए ,,

चेतन ,, तानिया आंटी भी हे ना ,,

कुछ सेकंड गैप के बाद तपन की मोबाइल से तानिया की आवाज आती है ,, नालायक अब किस बात पे डिस्टर्ब कर रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी को इशारा करता है सुना अब तो बिश्वाश हुआ ।

चेतन ,, आंटी वो मैने मम्मी को बता दिया है आप सबके बारे में वो विश्वास नही कर रही थी तो मैंने कॉल लगा दिया ,,

तानिया ,, क्या । क्यूं बताया । क्या कर दिया तूने ये ,,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, अरे अरे आंटी आप टैंशन मत लो मम्मी अंडर कंट्रोल है । में समझा दूंगा और प्लीज इस बेटे पर तो भरोसा करो ,,


तानिया ,, ठीक है बेटा तुझपे भरोसा है । पर दर लगता है ना अच्छा अपनी मम्मी को समझा देना और ना समझे तो मेरा दर दिखा देना वो मुझसे डरती है ,, तानिया मुस्कुराती है

और तभी फोन से कुछ चरमराने की आवाज आती है और फोन तपन की लाइन से कट हो जाता हे ।


दीपाली दोनो गाल पे हाथ रख के अपने बेटे को देखती हे ,,, दो दोनो एक साथ एक कमरे में इतनी रात को ,,


चेतन हास कर ,, हा । और वो दोनो ही नही मुझे पक्का पता है जीशू भी तपन के घर गया होगा और जिशू तपन के कमरे में शीतल आंटी के साथ होगा जरूर । अरे आपको कुछ नही पता अभी तो अभी जो हम मंदिर हो कर आए है वाहा हम उन चारों की शादी करवाने गए थे हवन योग्य पूजा वगैरा सब नाटक था । रूको में आपको एक और सबूत दिखाता हूं । चेतन अपने मोबाइल में उन चारों की शादी के फोटोज दिखाने लगे ।


दीपाली फोटोज को देख के क्या रिएक्शन दे उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । बात को किस दिशा में ले उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । समझ की नजरो से देखे तो गलत और अपनी सहेली और अपने बेटे जैसे बच्चे की नजरो से देखे तो उसे खुश होना चाहिए क्यू की अपनो के खुशी में अपनी खुशी भी है ।





चेतन उसे बेड पे लिटा देता हे ,,, आओ लेट जाओ मम्मी । आपको कहानी बताता हूं ये सब कैसे हुआ । ,,,


अपनी मम्मी की बालो को सहलाते हुए वरदान प्राप्त वाली बात निकल कर बाकी सभी बाते शॉर्ट में समझा देता है ।



ये सुन कर दीपाली को धीरे धीरे विश्वास हो जाती है ,, तो ये हुआ तानिया और तपन उस जंगल में खोने के कारण और ठंड के कारण उनके बीच वो हो गया (वो हो गया बात पर शर्माती हे ) फिर वो सब चलता गया और फिर जिशू पता चला उस पार्टी के दिन और फिर उसे पटाने शीतल को । ,,,

चेतन ,,, हा वोही और फिर जिशू शीतल आंटी की एक दिन नशे का फायदा उठाया । और शीतल आंटी नाराज हो गई फिर हमने कोठी जाने का प्लान बनाया । जहा हम शीतल आंटी को जिशु से मिला सके और जिशु प्यार में पागल अपना ही शिर फोड़ लिया । अब शीतल आंटी कैसे ना माने ,,

दीपाली ,, बाप रे तराली और मेरी पीठ पीछे ये सब हो रहा था और हमे भनक भी नही लगी । तूने भी नही बताया मुझे ,,,

चेतन उसकी आखों में आंखे डाल के ,,, मम्मी प्लीज उन सबको गलत मत समझना । में जानता हूं आपको गलत लग रहा है पर प्लीज मेरे लिए किस से कुछ भी जीकर मत करना किसी को पता नही चलना चाहिए वरना आप जानती हो ना ,,

दीपाली ,, नहीं बताऊंगी किसी को । में क्यों अपनो की जिंदगी बरवाद करूंगी भला । लेकिन में इसे गलत ही मानती हूं । अपने ही बेटे के दोस्त के साथ । वो दोनो तो बच्चे हे लेकिन वो दोनो औरते तो समझदार है ना एक सेल्फ कंट्रोल होनी चाहिए ना ,,

चेतन ,,तो आप चाहती हे आपकी तरह सेल्फ कंट्रोल कर के घुट घुट के जीती रहे । शीतल आंटी और तानिया आंटी भी अपने पति से खुश नहीं है जिस तरह आप पापा से नेही है में । आप सालो से घुटन भरी जिंदगी ही जी रही हे । क्या आप मेरे आखों में देख के बता सकती हे की आप खुश है ,,


दीपाली उसकी आखों में देख कर ,, तुम हो ना मेरे जिंदगी में तो खुश हूं में ,,

चेतन ,, में अपनी उस लाइफ की बारे में कह रहा हूं जहा हर एक इंसान को अपनी लाइफ पार्टनर से खुशी चाहिए । वो तो आपको मिलता नही कभी पापा को आपसे प्यार से बाते करते हुए देखा नही ।,,


दीपाली मुस्कुरा कर ,, कितना समझदार हो गया हे तु । अब तुम्हारे पापा ही ऐसे हे तो में क्या करू भला ,, मजाक में फिर बोली ,, नवीन को हा कर दू क्या ,,


चेतन उसे कस के बाहों में भर लेता है और बच्चों की तरह नाराज हो जाता है ,, नेई ,,


दीपाली हास पड़ती है ,, तो फिर क्यूं पूछते हो ,,

चेतन ,, में आपकी पूछ नही रहा में सिर्फ शीतल आंटी और तनिया आंटी की दर्द समझा रहा था ,,


दिलाली मजाक में ,, मुझे लगा तुम मेरा दर्द समझ रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी की गाल चूम के प्यार से बोला ,,, आज से आपको पापा की कमी मेहसूस नहीं होने दूंगा । फूलो से सजा के रखूंगा आपको । ,,


दीपाली उसे छाती पे छुपा लेती है और इतना प्यार आता है अपने बेटे पर की उसे लद्दू की तरह खा जाए ,, ओह मेरा बच्चा तू मेरे साथ रहे तो में में खुश हूं और मुझे कुछ नहीं चाहिए ,,



दोनो मां बेटे ऐसे ही बाते कर के सो जाते है । दोनो के एक अच्छी नींद मिलती है बड़े दिनों बाद
Gajab ho gaya bohot mazedaar chemistry maa bete ki :rock2: updated
 

Lalitpur

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Ek nayi incest story' likhne ki soch bichar kar raha hoon uske liye koi bhi readers dm kar ke raay de sakte he meri madad ho jaayegi
Dm kiya he aapko check kriye bhai ,,,,,,
 

Tinax

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रात नो बजे चेतन अपने पोहोचता हे । पिछले कोई दिनों से वो रेगुलर पीते आए हे लेकिन आज वो बिना पि के आया था वो नही चाहता उसकी मुंह से शराब की बू सूंघ ले उसकी मम्मी और फिर दुखी हो जाए ।


काका घर का काम निपटा रहा था चेतन को घर पर देख कर वो बोहोत खुश हो जाता है ,,, बेटा तुम कहा थे इतने दिन तुम्हारी मम्मी कितनी परेशान हे तुम्हे ले कर ,,

चेतन ,,, मम्मी कहा हे ?,,

काका ,, ऊपर अपने रूम में होगी । जाओ मिल लो बस तुम्हारा ही इंतजार कर रही है अब तक ,,


चेतन चिढ़ियों से चढ़ के ऊपर गया और अपनी मम्मी की कमरे में गया जहा उसकी मम्मी खिड़की खोले कही खोई हुई । उसे जारा सी भी चेतन की आहट नहीं महसूस हुई । चेतन उसके पीछे खड़े हो के उसकी कंधे पर हाथ रख देता है ।

दीपाली हर बड़ा के पीछे मुड़ जाती है । उसका चेहरा देख के कोई भी कहता उसने कोई राते नही सोई हे आंखे जैसे गड्ढे पर समा गई हे गुलाबी गाल फीका पड़ गई है आंखो के नीचे काले धब्बे पड़ गई है ।


चेतन (ये क्या कर दिया मैने । मम्मी की हालत इतनी बुरी । कैसा बेटा हूं में ) अपनी मम्मी को गले लगा लेती है ।


दीपाली खुशी से रो पड़ती हे और अपने बेटे की बाहों में समा जाती है ,,, अब मेरी याद आई तुझे इतने दिन तक मुझे क्यों चटाया तूने हा बोल क्यू चटाया तूने मुझे बोल ,,

चेतन आखो से आसू गिरने लगता है ,,माफ कर देना मम्मी सॉरी । अब आपको छोड़ के कही नही जाऊंगा आपकी कसम मम्मी ,,, चेतन दीपाली की पीठ सेहला के प्यार झताने लगा ।


दीपाली अपने बेटे को पा कर सकून से खुश हो रही थी । ममता की लय में चेतन को चेहरे को चूमने लगी ,,, मुझे माफ कर दे हमारी वजह से तुझे बोहोत तकलीफ हो रही है ना ,,


चेतन ,, नहीं मम्मी अब आप लोगो की लड़ाई से मुझे कोई फर्क नही पड़ता मुझे समझ आ गया हे आप पे क्या बीत रही है । पापा ने आपको धोका दिया हे मुझे विश्वास नही होता है आप ऐसा करेंगे कभी आपके साथ । आपकी ही नही हमारे घर की इत्जत के साथ खिलवार किया हे पापा ने । वो मुझे अपने साथ लेने आए थे पर नहीं गया में आपके साथ रहूंगा ,,

दीपाली ,, में जान के बोहोत खुश हूं बेटा । में भी तुझे अपने पापा के साथ जाने नहीं देती । चाहे वो कुछ भी कर ले कोई कानूनी दाव पेश खेल ले मे तुझे अपने से कभी अलग नहीं होने दूंगी ,,

चेतन ,, में कोई बच्चा थोड़ी हूं जो मां बाप के अलग होने पर किसी एक की कस्टडी में जाना होगा में 18 साल से ऊपर हूं ,,


दीपाली चेतन बेड पे बिठा देती है और वो उसके पास बैठ जाती है उसके चेहरे पे हाथ रख के नाजों से निहारने लगती हे ।

चेतन अपनी मम्मी की आखों पर देख कर ,, आपने खाना खाया ,,

दीपाली ,, हा तूने खाया की नहीं शीतल तेरा ध्यान रखती थी ना ,,

चेतन ,, हा बोहोत आप तो जानती है आंटी कितनी अच्छी है । सच में आपने खाना ना और आप सोती नही हो ना ,,

दीपाली ,, हा बाबा खाया तेरे काका ने जबरदस्ती खिला दिया है और आज दिन भर सोई नींद की ड्रग ले के अभी उठी हूं इसलिए चेहरा फूला फूला लग रही है ,,,

चेतन ,,, फूला फूला नहीं रूखा सूखा लग रही हे । आप लेट जाओ पहले ,,

चेतन उसे जोर दे के बेड पे लेटा देता है और कमरे के खिड़की बंद कर के बोलता है ,, आप सो जाओ में यही बैठा हूं जब तक आपको नींद नही आती कितनी कोमजोर लग रही हो आप । एक डॉक्टर हो के भी आप अपना ध्यान नही रख रही है कैसी डॉक्टर हो आप ,,


दीपाली अपने बेटे परवा देख के खुशी से मुस्कुराती है ,, तू भी लेट जा बड़े दिनों से तुझे सुलाया नहीं ,,


चेतन ,, रुको में कपरे चेंज कर के आता हू ,,


चेतन अपने कमरे में जाता है और पहले जींस और t-shirt उतार कर बनियान और शॉर्ट पहन के बाथरूम में मुंह हाथ धो कर तोलिए से सुखा कर अपनी मम्मी के कमरे में आता है ।


दीपाली अपनी जगह से खिचक के अपने बेटे के लिए जगह देती है ,, आ जाओ यहां ,,


चेतन उसके बगल में लेट जाता है और अपनी मम्मी के कमर में हाथ डाल देता है । दीपाली उसे बच्चे की तरह उसे गले लगा लेती हे ,, मेरा बच्चा मम्मी में गोदी में सोएगा ,, वो पुचकारने लगी जैसे चेतन वोही बचपन का न समझ बच्चा हो ।


चेतन ,, मम्मी आपसे ढेर सारी बाते करनी है मुझे ,,,

दीपाली उसे कस के बाहों में भींचने लगी ,, हा करो ना जितनी मर्जी करो ,, उसका गाल गीला करने लगी दीपाली

चेतन मजाक में ,, जवान हो गया हूं अब शर्म आता है ,,

दीपाली ,, चुप कर जवान हुए तो क्या हुआ । है तो मेरा बच्चा ही ना मेरा चुन्नू , ,

चेतन हसने लगा ,, चुन्नू ,,

दीपाली भी हसने लगी ,,, और नही तो क्या चुन्नू मुन्नु ही हो मेरे लिए ,,

चेतन एक दम गंभीर हो कर ,, मम्मी मैंने आप से कुछ छुपाया है ,,

दीपाली उसकी आखों में जवाब धुन्द कर ,, क्या छुपाया है,,,


चेतन (वैसे तो बोहोत सी बाते छुपाई है लेकिन उन सब बातों को अभी नहीं बता सकता आपको अभी नहीं तो आप सोक में चली जायेगी बस कुछ बाते आपकी बता दूं जो मेरा दिल कर रहा है ),, मम्मी हम दोस्तो ने मिल के आपकी और उस डॉक्टर की जासूसी की और सब इनफॉर्मेशन हमने निकल लिया ,,,


दीपाली नजरे चुराने लगती है ,,, क्या सच में । पर पर ,,

चेतन ,, आप घबराओ मत में जानता हूं आप नवीन नाम के आदमी को लाइक करती है और वो भी करता हे । लेकिन आपने ना कर दिया है उसे क्यू मम्मी ,,

दीपाली उसके आंखो में प्यार से देखती है ,,, क्यू की उसकी भी फैमिली हे । में उसकी शादीसुदा जिंदगी की बर्बाद नही कर सकती । और मुझे तुम्हारा खयाल है इससे तुम्हारी भी लाइफ पे असर पर सकता है । में तुम्हारे पापा जैसा नही हूं प्लीज मुझे गलत मत समझना ,,,

दीपाली की आखों से आसूं बेहने लगी । चेतन उसकी आंखे पॉच के प्यार जता के उसकी आखों पे चूम लेता है ,, रो मत मम्मी । में कोई आप पे इल्जाम थोड़ी लगा रहा हूं । बस बात कर रहा हूं ,,


दीपाली ,, थैंक यू बेटा मुझे समझने के लिए ,,


चेतन ,, मुस्कुराती हुई आप कितनी अच्छी लगती हो ,,

दीपाली उसका नाक खींच के प्यार से बोली ,, तुम भी बोहोत क्यूट लगते हो ,,

चेतन ,, मम्मी पापा से आप तलाग लेने वाले हो क्या ,,

दीपाली ,,, में तो नहीं पर तेरे पापा का क्या भरोसा आज काल तो शराब के नशे में भी रहते है वैसे तलाग लेना इतना आसान नहीं उनकी भी इत्जत की बात हे । तुम फिक्र मत कर सब ठीक कर दूंगा में ,,


चेतन ,, जिंदगी आसान नही हे । कुछ अच्छा करने जाओ तो कुछ अपने गलत हो जाता है तो कुछ सही । हर काम में अच्छा बुरा नतीजा रहता ही है । आपको एक कहानी सुनाता हूं ,,

दीपाली ,, कहानी अच्छा । सुनाओ बड़ा अरसा हो गया कहानी सुने ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, ये सच्ची घटना हे ।,,

दीपाली ,,, अच्छा बताओ मेरे न्यूज एंकर बेटे ,,

चेतन ,, जारा थम के आपके दिल शिर हाथ पेड़ सब हील जायेगा ,,

दीपाली ,, बताओ अब ,,

चेतन (बनावट कर के ) ,, दो दोस्त हुआ करते थे । बड़े ही अच्छे दोस्त मतलब एक ही थाली पे खाना खाते थे वैसा । लेकिन एक दोस्त को दूसरे दोस्त की मम्मी से प्यार हुआ । दूसरे दोस्त की मम्मी भी उससे प्यार कर बैठी और दोनो का अफेयर शुरू हो गया । फिर दोनो की अफेयर के बारे में उस दोस्त को पता चल गया और वो भी बदले में उसके दोस्त की मम्मी को पता लिया । और अब दोनों एक दूसरे की मम्मी से अफेयर रख रहे है ,,

दीपाली ,, छी ऐसा भी होता है क्या भला ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, आपकी शिर की कसम खा के कहता हूं ऐसा ही हुआ है ,,

दीपाली को बात हजम नही हो रही थी । हालाकि वो दुनिया दारी की तजुर्बेकार थी ऐसी घटना होना वो समझती थी लेकिन बोहोत क्वचित्‌ घटना होती है इस प्रकार की घटना और ये पश्चिमी देशों में हो सकता है सायेद उसका बेटा पश्चिमी देशों की किसी घटना के बारे में बता रहे हो ।


चेतन ,, क्या हुआ किस सोच में पड़ गई आप । विश्वाश नहीं हो रहा है आपको ना । मुझे भी नही हुआ था पर जब अपने आंखों से देखा तब विश्वास करना ही पड़ा । में एक बात तो मान गया इस दुनिया में कुछ भी हो सकता है ,,,,

दीपाली ,, क्या मतलब है तूने अपने आखों से देखा ,,

चेतन ,, मतलब जिन दो दोस्तो की कहानी है उन दोनों के में जानता हूं पर्सनली ,,

दीपाली की आंखे हैरत से बड़ी हो जाती है ,, अच्छा । कौन है वो दोस्त तुम्हारे ,,

चेतन हसने लगता हे ,, जिशू और तपन ,,


दीपाली पॉपकॉर्न की तरह उछल के बेड पे बैठ जाती है ,, क्या बक्क रहे हो । मतलब जिशू शीतल के साथ और तपना तराली के साथ ,,,

चेतन को बड़ी हांसी आता है अपनी मम्मी की भौचक्का रह जानें वाली रिएक्शन देख कर । वो हां हां हां कर हंसते हुए बैठ जाता हे ।


दीपाली ,, तुम मजाक कर रहे हो ना ,,

चेतन ,, नही मजाक नहीं कर रहा में आपकी कसम खा के रहा हूं ये सच हे ,, और अपनी मम्मी को शिर पर हाथ रख देता है ।



दीपाली को विश्वास नही हो रहा था इस बात का पर अपने बेटे पर पूरा विश्वास था ,, सच कह रहा है । सच में वो लोग हा । सच में ,,


चेतन (सायेद दोनो एक दूसरे की हो कमरे में होगा इस वक्त कमीना साला ),, रुको में आपको कुछ दिखता हूं ,,,


चेतन तपन को फोन लगाया है एक लंबी रिंग जाने के बाद कॉल रिसीव होता है ।


तपन ,, क्या है क्यू फोन किया ,,

चेतन फोन को पहले से ही लाउड स्पीकर पर कर दिया था ताकि दीपाली सुन सके ।और दीपाली सब हैरान हो कर सुनने लगी थी

चेतन मुस्कुरा के ,, तू जिशू के कमरे में है ,,

तपन ,, हा क्या चाहिए ,,

चेतन ,, तानिया आंटी भी हे ना ,,

कुछ सेकंड गैप के बाद तपन की मोबाइल से तानिया की आवाज आती है ,, नालायक अब किस बात पे डिस्टर्ब कर रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी को इशारा करता है सुना अब तो बिश्वाश हुआ ।

चेतन ,, आंटी वो मैने मम्मी को बता दिया है आप सबके बारे में वो विश्वास नही कर रही थी तो मैंने कॉल लगा दिया ,,

तानिया ,, क्या । क्यूं बताया । क्या कर दिया तूने ये ,,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, अरे अरे आंटी आप टैंशन मत लो मम्मी अंडर कंट्रोल है । में समझा दूंगा और प्लीज इस बेटे पर तो भरोसा करो ,,


तानिया ,, ठीक है बेटा तुझपे भरोसा है । पर दर लगता है ना अच्छा अपनी मम्मी को समझा देना और ना समझे तो मेरा दर दिखा देना वो मुझसे डरती है ,, तानिया मुस्कुराती है

और तभी फोन से कुछ चरमराने की आवाज आती है और फोन तपन की लाइन से कट हो जाता हे ।


दीपाली दोनो गाल पे हाथ रख के अपने बेटे को देखती हे ,,, दो दोनो एक साथ एक कमरे में इतनी रात को ,,


चेतन हास कर ,, हा । और वो दोनो ही नही मुझे पक्का पता है जीशू भी तपन के घर गया होगा और जिशू तपन के कमरे में शीतल आंटी के साथ होगा जरूर । अरे आपको कुछ नही पता अभी तो अभी जो हम मंदिर हो कर आए है वाहा हम उन चारों की शादी करवाने गए थे हवन योग्य पूजा वगैरा सब नाटक था । रूको में आपको एक और सबूत दिखाता हूं । चेतन अपने मोबाइल में उन चारों की शादी के फोटोज दिखाने लगे ।


दीपाली फोटोज को देख के क्या रिएक्शन दे उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । बात को किस दिशा में ले उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । समझ की नजरो से देखे तो गलत और अपनी सहेली और अपने बेटे जैसे बच्चे की नजरो से देखे तो उसे खुश होना चाहिए क्यू की अपनो के खुशी में अपनी खुशी भी है ।





चेतन उसे बेड पे लिटा देता हे ,,, आओ लेट जाओ मम्मी । आपको कहानी बताता हूं ये सब कैसे हुआ । ,,,


अपनी मम्मी की बालो को सहलाते हुए वरदान प्राप्त वाली बात निकल कर बाकी सभी बाते शॉर्ट में समझा देता है ।



ये सुन कर दीपाली को धीरे धीरे विश्वास हो जाती है ,, तो ये हुआ तानिया और तपन उस जंगल में खोने के कारण और ठंड के कारण उनके बीच वो हो गया (वो हो गया बात पर शर्माती हे ) फिर वो सब चलता गया और फिर जिशू पता चला उस पार्टी के दिन और फिर उसे पटाने शीतल को । ,,,

चेतन ,,, हा वोही और फिर जिशू शीतल आंटी की एक दिन नशे का फायदा उठाया । और शीतल आंटी नाराज हो गई फिर हमने कोठी जाने का प्लान बनाया । जहा हम शीतल आंटी को जिशु से मिला सके और जिशु प्यार में पागल अपना ही शिर फोड़ लिया । अब शीतल आंटी कैसे ना माने ,,

दीपाली ,, बाप रे तराली और मेरी पीठ पीछे ये सब हो रहा था और हमे भनक भी नही लगी । तूने भी नही बताया मुझे ,,,

चेतन उसकी आखों में आंखे डाल के ,,, मम्मी प्लीज उन सबको गलत मत समझना । में जानता हूं आपको गलत लग रहा है पर प्लीज मेरे लिए किस से कुछ भी जीकर मत करना किसी को पता नही चलना चाहिए वरना आप जानती हो ना ,,

दीपाली ,, नहीं बताऊंगी किसी को । में क्यों अपनो की जिंदगी बरवाद करूंगी भला । लेकिन में इसे गलत ही मानती हूं । अपने ही बेटे के दोस्त के साथ । वो दोनो तो बच्चे हे लेकिन वो दोनो औरते तो समझदार है ना एक सेल्फ कंट्रोल होनी चाहिए ना ,,

चेतन ,,तो आप चाहती हे आपकी तरह सेल्फ कंट्रोल कर के घुट घुट के जीती रहे । शीतल आंटी और तानिया आंटी भी अपने पति से खुश नहीं है जिस तरह आप पापा से नेही है में । आप सालो से घुटन भरी जिंदगी ही जी रही हे । क्या आप मेरे आखों में देख के बता सकती हे की आप खुश है ,,


दीपाली उसकी आखों में देख कर ,, तुम हो ना मेरे जिंदगी में तो खुश हूं में ,,

चेतन ,, में अपनी उस लाइफ की बारे में कह रहा हूं जहा हर एक इंसान को अपनी लाइफ पार्टनर से खुशी चाहिए । वो तो आपको मिलता नही कभी पापा को आपसे प्यार से बाते करते हुए देखा नही ।,,


दीपाली मुस्कुरा कर ,, कितना समझदार हो गया हे तु । अब तुम्हारे पापा ही ऐसे हे तो में क्या करू भला ,, मजाक में फिर बोली ,, नवीन को हा कर दू क्या ,,


चेतन उसे कस के बाहों में भर लेता है और बच्चों की तरह नाराज हो जाता है ,, नेई ,,


दीपाली हास पड़ती है ,, तो फिर क्यूं पूछते हो ,,

चेतन ,, में आपकी पूछ नही रहा में सिर्फ शीतल आंटी और तनिया आंटी की दर्द समझा रहा था ,,


दिलाली मजाक में ,, मुझे लगा तुम मेरा दर्द समझ रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी की गाल चूम के प्यार से बोला ,,, आज से आपको पापा की कमी मेहसूस नहीं होने दूंगा । फूलो से सजा के रखूंगा आपको । ,,


दीपाली उसे छाती पे छुपा लेती है और इतना प्यार आता है अपने बेटे पर की उसे लद्दू की तरह खा जाए ,, ओह मेरा बच्चा तू मेरे साथ रहे तो में में खुश हूं और मुझे कुछ नहीं चाहिए ,,



दोनो मां बेटे ऐसे ही बाते कर के सो जाते है । दोनो के एक अच्छी नींद मिलती है बड़े दिनों बाद
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Ocean

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Update 48



Chetan's house



रात नो बजे चेतन अपने पोहोचता हे । पिछले कोई दिनों से वो रेगुलर पीते आए हे लेकिन आज वो बिना पि के आया था वो नही चाहता उसकी मुंह से शराब की बू सूंघ ले उसकी मम्मी और फिर दुखी हो जाए ।


काका घर का काम निपटा रहा था चेतन को घर पर देख कर वो बोहोत खुश हो जाता है ,,, बेटा तुम कहा थे इतने दिन तुम्हारी मम्मी कितनी परेशान हे तुम्हे ले कर ,,

चेतन ,,, मम्मी कहा हे ?,,

काका ,, ऊपर अपने रूम में होगी । जाओ मिल लो बस तुम्हारा ही इंतजार कर रही है अब तक ,,


चेतन चिढ़ियों से चढ़ के ऊपर गया और अपनी मम्मी की कमरे में गया जहा उसकी मम्मी खिड़की खोले कही खोई हुई । उसे जारा सी भी चेतन की आहट नहीं महसूस हुई । चेतन उसके पीछे खड़े हो के उसकी कंधे पर हाथ रख देता है ।

दीपाली हर बड़ा के पीछे मुड़ जाती है । उसका चेहरा देख के कोई भी कहता उसने कोई राते नही सोई हे आंखे जैसे गड्ढे पर समा गई हे गुलाबी गाल फीका पड़ गई है आंखो के नीचे काले धब्बे पड़ गई है ।


चेतन (ये क्या कर दिया मैने । मम्मी की हालत इतनी बुरी । कैसा बेटा हूं में ) अपनी मम्मी को गले लगा लेती है ।


दीपाली खुशी से रो पड़ती हे और अपने बेटे की बाहों में समा जाती है ,,, अब मेरी याद आई तुझे इतने दिन तक मुझे क्यों चटाया तूने हा बोल क्यू चटाया तूने मुझे बोल ,,

चेतन आखो से आसू गिरने लगता है ,,माफ कर देना मम्मी सॉरी । अब आपको छोड़ के कही नही जाऊंगा आपकी कसम मम्मी ,,, चेतन दीपाली की पीठ सेहला के प्यार झताने लगा ।


दीपाली अपने बेटे को पा कर सकून से खुश हो रही थी । ममता की लय में चेतन को चेहरे को चूमने लगी ,,, मुझे माफ कर दे हमारी वजह से तुझे बोहोत तकलीफ हो रही है ना ,,


चेतन ,, नहीं मम्मी अब आप लोगो की लड़ाई से मुझे कोई फर्क नही पड़ता मुझे समझ आ गया हे आप पे क्या बीत रही है । पापा ने आपको धोका दिया हे मुझे विश्वास नही होता है आप ऐसा करेंगे कभी आपके साथ । आपकी ही नही हमारे घर की इत्जत के साथ खिलवार किया हे पापा ने । वो मुझे अपने साथ लेने आए थे पर नहीं गया में आपके साथ रहूंगा ,,

दीपाली ,, में जान के बोहोत खुश हूं बेटा । में भी तुझे अपने पापा के साथ जाने नहीं देती । चाहे वो कुछ भी कर ले कोई कानूनी दाव पेश खेल ले मे तुझे अपने से कभी अलग नहीं होने दूंगी ,,

चेतन ,, में कोई बच्चा थोड़ी हूं जो मां बाप के अलग होने पर किसी एक की कस्टडी में जाना होगा में 18 साल से ऊपर हूं ,,


दीपाली चेतन बेड पे बिठा देती है और वो उसके पास बैठ जाती है उसके चेहरे पे हाथ रख के नाजों से निहारने लगती हे ।

चेतन अपनी मम्मी की आखों पर देख कर ,, आपने खाना खाया ,,

दीपाली ,, हा तूने खाया की नहीं शीतल तेरा ध्यान रखती थी ना ,,

चेतन ,, हा बोहोत आप तो जानती है आंटी कितनी अच्छी है । सच में आपने खाना ना और आप सोती नही हो ना ,,

दीपाली ,, हा बाबा खाया तेरे काका ने जबरदस्ती खिला दिया है और आज दिन भर सोई नींद की ड्रग ले के अभी उठी हूं इसलिए चेहरा फूला फूला लग रही है ,,,

चेतन ,,, फूला फूला नहीं रूखा सूखा लग रही हे । आप लेट जाओ पहले ,,

चेतन उसे जोर दे के बेड पे लेटा देता है और कमरे के खिड़की बंद कर के बोलता है ,, आप सो जाओ में यही बैठा हूं जब तक आपको नींद नही आती कितनी कोमजोर लग रही हो आप । एक डॉक्टर हो के भी आप अपना ध्यान नही रख रही है कैसी डॉक्टर हो आप ,,


दीपाली अपने बेटे परवा देख के खुशी से मुस्कुराती है ,, तू भी लेट जा बड़े दिनों से तुझे सुलाया नहीं ,,


चेतन ,, रुको में कपरे चेंज कर के आता हू ,,


चेतन अपने कमरे में जाता है और पहले जींस और t-shirt उतार कर बनियान और शॉर्ट पहन के बाथरूम में मुंह हाथ धो कर तोलिए से सुखा कर अपनी मम्मी के कमरे में आता है ।


दीपाली अपनी जगह से खिचक के अपने बेटे के लिए जगह देती है ,, आ जाओ यहां ,,


चेतन उसके बगल में लेट जाता है और अपनी मम्मी के कमर में हाथ डाल देता है । दीपाली उसे बच्चे की तरह उसे गले लगा लेती हे ,, मेरा बच्चा मम्मी में गोदी में सोएगा ,, वो पुचकारने लगी जैसे चेतन वोही बचपन का न समझ बच्चा हो ।


चेतन ,, मम्मी आपसे ढेर सारी बाते करनी है मुझे ,,,

दीपाली उसे कस के बाहों में भींचने लगी ,, हा करो ना जितनी मर्जी करो ,, उसका गाल गीला करने लगी दीपाली

चेतन मजाक में ,, जवान हो गया हूं अब शर्म आता है ,,

दीपाली ,, चुप कर जवान हुए तो क्या हुआ । है तो मेरा बच्चा ही ना मेरा चुन्नू , ,

चेतन हसने लगा ,, चुन्नू ,,

दीपाली भी हसने लगी ,,, और नही तो क्या चुन्नू मुन्नु ही हो मेरे लिए ,,

चेतन एक दम गंभीर हो कर ,, मम्मी मैंने आप से कुछ छुपाया है ,,

दीपाली उसकी आखों में जवाब धुन्द कर ,, क्या छुपाया है,,,


चेतन (वैसे तो बोहोत सी बाते छुपाई है लेकिन उन सब बातों को अभी नहीं बता सकता आपको अभी नहीं तो आप सोक में चली जायेगी बस कुछ बाते आपकी बता दूं जो मेरा दिल कर रहा है ),, मम्मी हम दोस्तो ने मिल के आपकी और उस डॉक्टर की जासूसी की और सब इनफॉर्मेशन हमने निकल लिया ,,,


दीपाली नजरे चुराने लगती है ,,, क्या सच में । पर पर ,,

चेतन ,, आप घबराओ मत में जानता हूं आप नवीन नाम के आदमी को लाइक करती है और वो भी करता हे । लेकिन आपने ना कर दिया है उसे क्यू मम्मी ,,

दीपाली उसके आंखो में प्यार से देखती है ,,, क्यू की उसकी भी फैमिली हे । में उसकी शादीसुदा जिंदगी की बर्बाद नही कर सकती । और मुझे तुम्हारा खयाल है इससे तुम्हारी भी लाइफ पे असर पर सकता है । में तुम्हारे पापा जैसा नही हूं प्लीज मुझे गलत मत समझना ,,,

दीपाली की आखों से आसूं बेहने लगी । चेतन उसकी आंखे पॉच के प्यार जता के उसकी आखों पे चूम लेता है ,, रो मत मम्मी । में कोई आप पे इल्जाम थोड़ी लगा रहा हूं । बस बात कर रहा हूं ,,


दीपाली ,, थैंक यू बेटा मुझे समझने के लिए ,,


चेतन ,, मुस्कुराती हुई आप कितनी अच्छी लगती हो ,,

दीपाली उसका नाक खींच के प्यार से बोली ,, तुम भी बोहोत क्यूट लगते हो ,,

चेतन ,, मम्मी पापा से आप तलाग लेने वाले हो क्या ,,

दीपाली ,,, में तो नहीं पर तेरे पापा का क्या भरोसा आज काल तो शराब के नशे में भी रहते है वैसे तलाग लेना इतना आसान नहीं उनकी भी इत्जत की बात हे । तुम फिक्र मत कर सब ठीक कर दूंगा में ,,


चेतन ,, जिंदगी आसान नही हे । कुछ अच्छा करने जाओ तो कुछ अपने गलत हो जाता है तो कुछ सही । हर काम में अच्छा बुरा नतीजा रहता ही है । आपको एक कहानी सुनाता हूं ,,

दीपाली ,, कहानी अच्छा । सुनाओ बड़ा अरसा हो गया कहानी सुने ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, ये सच्ची घटना हे ।,,

दीपाली ,,, अच्छा बताओ मेरे न्यूज एंकर बेटे ,,

चेतन ,, जारा थम के आपके दिल शिर हाथ पेड़ सब हील जायेगा ,,

दीपाली ,, बताओ अब ,,

चेतन (बनावट कर के ) ,, दो दोस्त हुआ करते थे । बड़े ही अच्छे दोस्त मतलब एक ही थाली पे खाना खाते थे वैसा । लेकिन एक दोस्त को दूसरे दोस्त की मम्मी से प्यार हुआ । दूसरे दोस्त की मम्मी भी उससे प्यार कर बैठी और दोनो का अफेयर शुरू हो गया । फिर दोनो की अफेयर के बारे में उस दोस्त को पता चल गया और वो भी बदले में उसके दोस्त की मम्मी को पता लिया । और अब दोनों एक दूसरे की मम्मी से अफेयर रख रहे है ,,

दीपाली ,, छी ऐसा भी होता है क्या भला ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, आपकी शिर की कसम खा के कहता हूं ऐसा ही हुआ है ,,

दीपाली को बात हजम नही हो रही थी । हालाकि वो दुनिया दारी की तजुर्बेकार थी ऐसी घटना होना वो समझती थी लेकिन बोहोत क्वचित्‌ घटना होती है इस प्रकार की घटना और ये पश्चिमी देशों में हो सकता है सायेद उसका बेटा पश्चिमी देशों की किसी घटना के बारे में बता रहे हो ।


चेतन ,, क्या हुआ किस सोच में पड़ गई आप । विश्वाश नहीं हो रहा है आपको ना । मुझे भी नही हुआ था पर जब अपने आंखों से देखा तब विश्वास करना ही पड़ा । में एक बात तो मान गया इस दुनिया में कुछ भी हो सकता है ,,,,

दीपाली ,, क्या मतलब है तूने अपने आखों से देखा ,,

चेतन ,, मतलब जिन दो दोस्तो की कहानी है उन दोनों के में जानता हूं पर्सनली ,,

दीपाली की आंखे हैरत से बड़ी हो जाती है ,, अच्छा । कौन है वो दोस्त तुम्हारे ,,

चेतन हसने लगता हे ,, जिशू और तपन ,,


दीपाली पॉपकॉर्न की तरह उछल के बेड पे बैठ जाती है ,, क्या बक्क रहे हो । मतलब जिशू शीतल के साथ और तपना तराली के साथ ,,,

चेतन को बड़ी हांसी आता है अपनी मम्मी की भौचक्का रह जानें वाली रिएक्शन देख कर । वो हां हां हां कर हंसते हुए बैठ जाता हे ।


दीपाली ,, तुम मजाक कर रहे हो ना ,,

चेतन ,, नही मजाक नहीं कर रहा में आपकी कसम खा के रहा हूं ये सच हे ,, और अपनी मम्मी को शिर पर हाथ रख देता है ।



दीपाली को विश्वास नही हो रहा था इस बात का पर अपने बेटे पर पूरा विश्वास था ,, सच कह रहा है । सच में वो लोग हा । सच में ,,


चेतन (सायेद दोनो एक दूसरे की हो कमरे में होगा इस वक्त कमीना साला ),, रुको में आपको कुछ दिखता हूं ,,,


चेतन तपन को फोन लगाया है एक लंबी रिंग जाने के बाद कॉल रिसीव होता है ।


तपन ,, क्या है क्यू फोन किया ,,

चेतन फोन को पहले से ही लाउड स्पीकर पर कर दिया था ताकि दीपाली सुन सके ।और दीपाली सब हैरान हो कर सुनने लगी थी

चेतन मुस्कुरा के ,, तू जिशू के कमरे में है ,,

तपन ,, हा क्या चाहिए ,,

चेतन ,, तानिया आंटी भी हे ना ,,

कुछ सेकंड गैप के बाद तपन की मोबाइल से तानिया की आवाज आती है ,, नालायक अब किस बात पे डिस्टर्ब कर रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी को इशारा करता है सुना अब तो बिश्वाश हुआ ।

चेतन ,, आंटी वो मैने मम्मी को बता दिया है आप सबके बारे में वो विश्वास नही कर रही थी तो मैंने कॉल लगा दिया ,,

तानिया ,, क्या । क्यूं बताया । क्या कर दिया तूने ये ,,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, अरे अरे आंटी आप टैंशन मत लो मम्मी अंडर कंट्रोल है । में समझा दूंगा और प्लीज इस बेटे पर तो भरोसा करो ,,


तानिया ,, ठीक है बेटा तुझपे भरोसा है । पर दर लगता है ना अच्छा अपनी मम्मी को समझा देना और ना समझे तो मेरा दर दिखा देना वो मुझसे डरती है ,, तानिया मुस्कुराती है

और तभी फोन से कुछ चरमराने की आवाज आती है और फोन तपन की लाइन से कट हो जाता हे ।


दीपाली दोनो गाल पे हाथ रख के अपने बेटे को देखती हे ,,, दो दोनो एक साथ एक कमरे में इतनी रात को ,,


चेतन हास कर ,, हा । और वो दोनो ही नही मुझे पक्का पता है जीशू भी तपन के घर गया होगा और जिशू तपन के कमरे में शीतल आंटी के साथ होगा जरूर । अरे आपको कुछ नही पता अभी तो अभी जो हम मंदिर हो कर आए है वाहा हम उन चारों की शादी करवाने गए थे हवन योग्य पूजा वगैरा सब नाटक था । रूको में आपको एक और सबूत दिखाता हूं । चेतन अपने मोबाइल में उन चारों की शादी के फोटोज दिखाने लगे ।


दीपाली फोटोज को देख के क्या रिएक्शन दे उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । बात को किस दिशा में ले उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । समझ की नजरो से देखे तो गलत और अपनी सहेली और अपने बेटे जैसे बच्चे की नजरो से देखे तो उसे खुश होना चाहिए क्यू की अपनो के खुशी में अपनी खुशी भी है ।





चेतन उसे बेड पे लिटा देता हे ,,, आओ लेट जाओ मम्मी । आपको कहानी बताता हूं ये सब कैसे हुआ । ,,,


अपनी मम्मी की बालो को सहलाते हुए वरदान प्राप्त वाली बात निकल कर बाकी सभी बाते शॉर्ट में समझा देता है ।



ये सुन कर दीपाली को धीरे धीरे विश्वास हो जाती है ,, तो ये हुआ तानिया और तपन उस जंगल में खोने के कारण और ठंड के कारण उनके बीच वो हो गया (वो हो गया बात पर शर्माती हे ) फिर वो सब चलता गया और फिर जिशू पता चला उस पार्टी के दिन और फिर उसे पटाने शीतल को । ,,,

चेतन ,,, हा वोही और फिर जिशू शीतल आंटी की एक दिन नशे का फायदा उठाया । और शीतल आंटी नाराज हो गई फिर हमने कोठी जाने का प्लान बनाया । जहा हम शीतल आंटी को जिशु से मिला सके और जिशु प्यार में पागल अपना ही शिर फोड़ लिया । अब शीतल आंटी कैसे ना माने ,,

दीपाली ,, बाप रे तराली और मेरी पीठ पीछे ये सब हो रहा था और हमे भनक भी नही लगी । तूने भी नही बताया मुझे ,,,

चेतन उसकी आखों में आंखे डाल के ,,, मम्मी प्लीज उन सबको गलत मत समझना । में जानता हूं आपको गलत लग रहा है पर प्लीज मेरे लिए किस से कुछ भी जीकर मत करना किसी को पता नही चलना चाहिए वरना आप जानती हो ना ,,

दीपाली ,, नहीं बताऊंगी किसी को । में क्यों अपनो की जिंदगी बरवाद करूंगी भला । लेकिन में इसे गलत ही मानती हूं । अपने ही बेटे के दोस्त के साथ । वो दोनो तो बच्चे हे लेकिन वो दोनो औरते तो समझदार है ना एक सेल्फ कंट्रोल होनी चाहिए ना ,,

चेतन ,,तो आप चाहती हे आपकी तरह सेल्फ कंट्रोल कर के घुट घुट के जीती रहे । शीतल आंटी और तानिया आंटी भी अपने पति से खुश नहीं है जिस तरह आप पापा से नेही है में । आप सालो से घुटन भरी जिंदगी ही जी रही हे । क्या आप मेरे आखों में देख के बता सकती हे की आप खुश है ,,


दीपाली उसकी आखों में देख कर ,, तुम हो ना मेरे जिंदगी में तो खुश हूं में ,,

चेतन ,, में अपनी उस लाइफ की बारे में कह रहा हूं जहा हर एक इंसान को अपनी लाइफ पार्टनर से खुशी चाहिए । वो तो आपको मिलता नही कभी पापा को आपसे प्यार से बाते करते हुए देखा नही ।,,


दीपाली मुस्कुरा कर ,, कितना समझदार हो गया हे तु । अब तुम्हारे पापा ही ऐसे हे तो में क्या करू भला ,, मजाक में फिर बोली ,, नवीन को हा कर दू क्या ,,


चेतन उसे कस के बाहों में भर लेता है और बच्चों की तरह नाराज हो जाता है ,, नेई ,,


दीपाली हास पड़ती है ,, तो फिर क्यूं पूछते हो ,,

चेतन ,, में आपकी पूछ नही रहा में सिर्फ शीतल आंटी और तनिया आंटी की दर्द समझा रहा था ,,


दिलाली मजाक में ,, मुझे लगा तुम मेरा दर्द समझ रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी की गाल चूम के प्यार से बोला ,,, आज से आपको पापा की कमी मेहसूस नहीं होने दूंगा । फूलो से सजा के रखूंगा आपको । ,,


दीपाली उसे छाती पे छुपा लेती है और इतना प्यार आता है अपने बेटे पर की उसे लद्दू की तरह खा जाए ,, ओह मेरा बच्चा तू मेरे साथ रहे तो में में खुश हूं और मुझे कुछ नहीं चाहिए ,,



दोनो मां बेटे ऐसे ही बाते कर के सो जाते है । दोनो के एक अच्छी नींद मिलती है बड़े दिनों बाद
Superb updated bro
 

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रात नो बजे चेतन अपने पोहोचता हे । पिछले कोई दिनों से वो रेगुलर पीते आए हे लेकिन आज वो बिना पि के आया था वो नही चाहता उसकी मुंह से शराब की बू सूंघ ले उसकी मम्मी और फिर दुखी हो जाए ।


काका घर का काम निपटा रहा था चेतन को घर पर देख कर वो बोहोत खुश हो जाता है ,,, बेटा तुम कहा थे इतने दिन तुम्हारी मम्मी कितनी परेशान हे तुम्हे ले कर ,,

चेतन ,,, मम्मी कहा हे ?,,

काका ,, ऊपर अपने रूम में होगी । जाओ मिल लो बस तुम्हारा ही इंतजार कर रही है अब तक ,,


चेतन चिढ़ियों से चढ़ के ऊपर गया और अपनी मम्मी की कमरे में गया जहा उसकी मम्मी खिड़की खोले कही खोई हुई । उसे जारा सी भी चेतन की आहट नहीं महसूस हुई । चेतन उसके पीछे खड़े हो के उसकी कंधे पर हाथ रख देता है ।

दीपाली हर बड़ा के पीछे मुड़ जाती है । उसका चेहरा देख के कोई भी कहता उसने कोई राते नही सोई हे आंखे जैसे गड्ढे पर समा गई हे गुलाबी गाल फीका पड़ गई है आंखो के नीचे काले धब्बे पड़ गई है ।


चेतन (ये क्या कर दिया मैने । मम्मी की हालत इतनी बुरी । कैसा बेटा हूं में ) अपनी मम्मी को गले लगा लेती है ।


दीपाली खुशी से रो पड़ती हे और अपने बेटे की बाहों में समा जाती है ,,, अब मेरी याद आई तुझे इतने दिन तक मुझे क्यों चटाया तूने हा बोल क्यू चटाया तूने मुझे बोल ,,

चेतन आखो से आसू गिरने लगता है ,,माफ कर देना मम्मी सॉरी । अब आपको छोड़ के कही नही जाऊंगा आपकी कसम मम्मी ,,, चेतन दीपाली की पीठ सेहला के प्यार झताने लगा ।


दीपाली अपने बेटे को पा कर सकून से खुश हो रही थी । ममता की लय में चेतन को चेहरे को चूमने लगी ,,, मुझे माफ कर दे हमारी वजह से तुझे बोहोत तकलीफ हो रही है ना ,,


चेतन ,, नहीं मम्मी अब आप लोगो की लड़ाई से मुझे कोई फर्क नही पड़ता मुझे समझ आ गया हे आप पे क्या बीत रही है । पापा ने आपको धोका दिया हे मुझे विश्वास नही होता है आप ऐसा करेंगे कभी आपके साथ । आपकी ही नही हमारे घर की इत्जत के साथ खिलवार किया हे पापा ने । वो मुझे अपने साथ लेने आए थे पर नहीं गया में आपके साथ रहूंगा ,,

दीपाली ,, में जान के बोहोत खुश हूं बेटा । में भी तुझे अपने पापा के साथ जाने नहीं देती । चाहे वो कुछ भी कर ले कोई कानूनी दाव पेश खेल ले मे तुझे अपने से कभी अलग नहीं होने दूंगी ,,

चेतन ,, में कोई बच्चा थोड़ी हूं जो मां बाप के अलग होने पर किसी एक की कस्टडी में जाना होगा में 18 साल से ऊपर हूं ,,


दीपाली चेतन बेड पे बिठा देती है और वो उसके पास बैठ जाती है उसके चेहरे पे हाथ रख के नाजों से निहारने लगती हे ।

चेतन अपनी मम्मी की आखों पर देख कर ,, आपने खाना खाया ,,

दीपाली ,, हा तूने खाया की नहीं शीतल तेरा ध्यान रखती थी ना ,,

चेतन ,, हा बोहोत आप तो जानती है आंटी कितनी अच्छी है । सच में आपने खाना ना और आप सोती नही हो ना ,,

दीपाली ,, हा बाबा खाया तेरे काका ने जबरदस्ती खिला दिया है और आज दिन भर सोई नींद की ड्रग ले के अभी उठी हूं इसलिए चेहरा फूला फूला लग रही है ,,,

चेतन ,,, फूला फूला नहीं रूखा सूखा लग रही हे । आप लेट जाओ पहले ,,

चेतन उसे जोर दे के बेड पे लेटा देता है और कमरे के खिड़की बंद कर के बोलता है ,, आप सो जाओ में यही बैठा हूं जब तक आपको नींद नही आती कितनी कोमजोर लग रही हो आप । एक डॉक्टर हो के भी आप अपना ध्यान नही रख रही है कैसी डॉक्टर हो आप ,,


दीपाली अपने बेटे परवा देख के खुशी से मुस्कुराती है ,, तू भी लेट जा बड़े दिनों से तुझे सुलाया नहीं ,,


चेतन ,, रुको में कपरे चेंज कर के आता हू ,,


चेतन अपने कमरे में जाता है और पहले जींस और t-shirt उतार कर बनियान और शॉर्ट पहन के बाथरूम में मुंह हाथ धो कर तोलिए से सुखा कर अपनी मम्मी के कमरे में आता है ।


दीपाली अपनी जगह से खिचक के अपने बेटे के लिए जगह देती है ,, आ जाओ यहां ,,


चेतन उसके बगल में लेट जाता है और अपनी मम्मी के कमर में हाथ डाल देता है । दीपाली उसे बच्चे की तरह उसे गले लगा लेती हे ,, मेरा बच्चा मम्मी में गोदी में सोएगा ,, वो पुचकारने लगी जैसे चेतन वोही बचपन का न समझ बच्चा हो ।


चेतन ,, मम्मी आपसे ढेर सारी बाते करनी है मुझे ,,,

दीपाली उसे कस के बाहों में भींचने लगी ,, हा करो ना जितनी मर्जी करो ,, उसका गाल गीला करने लगी दीपाली

चेतन मजाक में ,, जवान हो गया हूं अब शर्म आता है ,,

दीपाली ,, चुप कर जवान हुए तो क्या हुआ । है तो मेरा बच्चा ही ना मेरा चुन्नू , ,

चेतन हसने लगा ,, चुन्नू ,,

दीपाली भी हसने लगी ,,, और नही तो क्या चुन्नू मुन्नु ही हो मेरे लिए ,,

चेतन एक दम गंभीर हो कर ,, मम्मी मैंने आप से कुछ छुपाया है ,,

दीपाली उसकी आखों में जवाब धुन्द कर ,, क्या छुपाया है,,,


चेतन (वैसे तो बोहोत सी बाते छुपाई है लेकिन उन सब बातों को अभी नहीं बता सकता आपको अभी नहीं तो आप सोक में चली जायेगी बस कुछ बाते आपकी बता दूं जो मेरा दिल कर रहा है ),, मम्मी हम दोस्तो ने मिल के आपकी और उस डॉक्टर की जासूसी की और सब इनफॉर्मेशन हमने निकल लिया ,,,


दीपाली नजरे चुराने लगती है ,,, क्या सच में । पर पर ,,

चेतन ,, आप घबराओ मत में जानता हूं आप नवीन नाम के आदमी को लाइक करती है और वो भी करता हे । लेकिन आपने ना कर दिया है उसे क्यू मम्मी ,,

दीपाली उसके आंखो में प्यार से देखती है ,,, क्यू की उसकी भी फैमिली हे । में उसकी शादीसुदा जिंदगी की बर्बाद नही कर सकती । और मुझे तुम्हारा खयाल है इससे तुम्हारी भी लाइफ पे असर पर सकता है । में तुम्हारे पापा जैसा नही हूं प्लीज मुझे गलत मत समझना ,,,

दीपाली की आखों से आसूं बेहने लगी । चेतन उसकी आंखे पॉच के प्यार जता के उसकी आखों पे चूम लेता है ,, रो मत मम्मी । में कोई आप पे इल्जाम थोड़ी लगा रहा हूं । बस बात कर रहा हूं ,,


दीपाली ,, थैंक यू बेटा मुझे समझने के लिए ,,


चेतन ,, मुस्कुराती हुई आप कितनी अच्छी लगती हो ,,

दीपाली उसका नाक खींच के प्यार से बोली ,, तुम भी बोहोत क्यूट लगते हो ,,

चेतन ,, मम्मी पापा से आप तलाग लेने वाले हो क्या ,,

दीपाली ,,, में तो नहीं पर तेरे पापा का क्या भरोसा आज काल तो शराब के नशे में भी रहते है वैसे तलाग लेना इतना आसान नहीं उनकी भी इत्जत की बात हे । तुम फिक्र मत कर सब ठीक कर दूंगा में ,,


चेतन ,, जिंदगी आसान नही हे । कुछ अच्छा करने जाओ तो कुछ अपने गलत हो जाता है तो कुछ सही । हर काम में अच्छा बुरा नतीजा रहता ही है । आपको एक कहानी सुनाता हूं ,,

दीपाली ,, कहानी अच्छा । सुनाओ बड़ा अरसा हो गया कहानी सुने ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, ये सच्ची घटना हे ।,,

दीपाली ,,, अच्छा बताओ मेरे न्यूज एंकर बेटे ,,

चेतन ,, जारा थम के आपके दिल शिर हाथ पेड़ सब हील जायेगा ,,

दीपाली ,, बताओ अब ,,

चेतन (बनावट कर के ) ,, दो दोस्त हुआ करते थे । बड़े ही अच्छे दोस्त मतलब एक ही थाली पे खाना खाते थे वैसा । लेकिन एक दोस्त को दूसरे दोस्त की मम्मी से प्यार हुआ । दूसरे दोस्त की मम्मी भी उससे प्यार कर बैठी और दोनो का अफेयर शुरू हो गया । फिर दोनो की अफेयर के बारे में उस दोस्त को पता चल गया और वो भी बदले में उसके दोस्त की मम्मी को पता लिया । और अब दोनों एक दूसरे की मम्मी से अफेयर रख रहे है ,,

दीपाली ,, छी ऐसा भी होता है क्या भला ,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, आपकी शिर की कसम खा के कहता हूं ऐसा ही हुआ है ,,

दीपाली को बात हजम नही हो रही थी । हालाकि वो दुनिया दारी की तजुर्बेकार थी ऐसी घटना होना वो समझती थी लेकिन बोहोत क्वचित्‌ घटना होती है इस प्रकार की घटना और ये पश्चिमी देशों में हो सकता है सायेद उसका बेटा पश्चिमी देशों की किसी घटना के बारे में बता रहे हो ।


चेतन ,, क्या हुआ किस सोच में पड़ गई आप । विश्वाश नहीं हो रहा है आपको ना । मुझे भी नही हुआ था पर जब अपने आंखों से देखा तब विश्वास करना ही पड़ा । में एक बात तो मान गया इस दुनिया में कुछ भी हो सकता है ,,,,

दीपाली ,, क्या मतलब है तूने अपने आखों से देखा ,,

चेतन ,, मतलब जिन दो दोस्तो की कहानी है उन दोनों के में जानता हूं पर्सनली ,,

दीपाली की आंखे हैरत से बड़ी हो जाती है ,, अच्छा । कौन है वो दोस्त तुम्हारे ,,

चेतन हसने लगता हे ,, जिशू और तपन ,,


दीपाली पॉपकॉर्न की तरह उछल के बेड पे बैठ जाती है ,, क्या बक्क रहे हो । मतलब जिशू शीतल के साथ और तपना तराली के साथ ,,,

चेतन को बड़ी हांसी आता है अपनी मम्मी की भौचक्का रह जानें वाली रिएक्शन देख कर । वो हां हां हां कर हंसते हुए बैठ जाता हे ।


दीपाली ,, तुम मजाक कर रहे हो ना ,,

चेतन ,, नही मजाक नहीं कर रहा में आपकी कसम खा के रहा हूं ये सच हे ,, और अपनी मम्मी को शिर पर हाथ रख देता है ।



दीपाली को विश्वास नही हो रहा था इस बात का पर अपने बेटे पर पूरा विश्वास था ,, सच कह रहा है । सच में वो लोग हा । सच में ,,


चेतन (सायेद दोनो एक दूसरे की हो कमरे में होगा इस वक्त कमीना साला ),, रुको में आपको कुछ दिखता हूं ,,,


चेतन तपन को फोन लगाया है एक लंबी रिंग जाने के बाद कॉल रिसीव होता है ।


तपन ,, क्या है क्यू फोन किया ,,

चेतन फोन को पहले से ही लाउड स्पीकर पर कर दिया था ताकि दीपाली सुन सके ।और दीपाली सब हैरान हो कर सुनने लगी थी

चेतन मुस्कुरा के ,, तू जिशू के कमरे में है ,,

तपन ,, हा क्या चाहिए ,,

चेतन ,, तानिया आंटी भी हे ना ,,

कुछ सेकंड गैप के बाद तपन की मोबाइल से तानिया की आवाज आती है ,, नालायक अब किस बात पे डिस्टर्ब कर रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी को इशारा करता है सुना अब तो बिश्वाश हुआ ।

चेतन ,, आंटी वो मैने मम्मी को बता दिया है आप सबके बारे में वो विश्वास नही कर रही थी तो मैंने कॉल लगा दिया ,,

तानिया ,, क्या । क्यूं बताया । क्या कर दिया तूने ये ,,,

चेतन मुस्कुरा कर ,, अरे अरे आंटी आप टैंशन मत लो मम्मी अंडर कंट्रोल है । में समझा दूंगा और प्लीज इस बेटे पर तो भरोसा करो ,,


तानिया ,, ठीक है बेटा तुझपे भरोसा है । पर दर लगता है ना अच्छा अपनी मम्मी को समझा देना और ना समझे तो मेरा दर दिखा देना वो मुझसे डरती है ,, तानिया मुस्कुराती है

और तभी फोन से कुछ चरमराने की आवाज आती है और फोन तपन की लाइन से कट हो जाता हे ।


दीपाली दोनो गाल पे हाथ रख के अपने बेटे को देखती हे ,,, दो दोनो एक साथ एक कमरे में इतनी रात को ,,


चेतन हास कर ,, हा । और वो दोनो ही नही मुझे पक्का पता है जीशू भी तपन के घर गया होगा और जिशू तपन के कमरे में शीतल आंटी के साथ होगा जरूर । अरे आपको कुछ नही पता अभी तो अभी जो हम मंदिर हो कर आए है वाहा हम उन चारों की शादी करवाने गए थे हवन योग्य पूजा वगैरा सब नाटक था । रूको में आपको एक और सबूत दिखाता हूं । चेतन अपने मोबाइल में उन चारों की शादी के फोटोज दिखाने लगे ।


दीपाली फोटोज को देख के क्या रिएक्शन दे उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । बात को किस दिशा में ले उसे कुछ समझ नहीं आ रही थी । समझ की नजरो से देखे तो गलत और अपनी सहेली और अपने बेटे जैसे बच्चे की नजरो से देखे तो उसे खुश होना चाहिए क्यू की अपनो के खुशी में अपनी खुशी भी है ।





चेतन उसे बेड पे लिटा देता हे ,,, आओ लेट जाओ मम्मी । आपको कहानी बताता हूं ये सब कैसे हुआ । ,,,


अपनी मम्मी की बालो को सहलाते हुए वरदान प्राप्त वाली बात निकल कर बाकी सभी बाते शॉर्ट में समझा देता है ।



ये सुन कर दीपाली को धीरे धीरे विश्वास हो जाती है ,, तो ये हुआ तानिया और तपन उस जंगल में खोने के कारण और ठंड के कारण उनके बीच वो हो गया (वो हो गया बात पर शर्माती हे ) फिर वो सब चलता गया और फिर जिशू पता चला उस पार्टी के दिन और फिर उसे पटाने शीतल को । ,,,

चेतन ,,, हा वोही और फिर जिशू शीतल आंटी की एक दिन नशे का फायदा उठाया । और शीतल आंटी नाराज हो गई फिर हमने कोठी जाने का प्लान बनाया । जहा हम शीतल आंटी को जिशु से मिला सके और जिशु प्यार में पागल अपना ही शिर फोड़ लिया । अब शीतल आंटी कैसे ना माने ,,

दीपाली ,, बाप रे तराली और मेरी पीठ पीछे ये सब हो रहा था और हमे भनक भी नही लगी । तूने भी नही बताया मुझे ,,,

चेतन उसकी आखों में आंखे डाल के ,,, मम्मी प्लीज उन सबको गलत मत समझना । में जानता हूं आपको गलत लग रहा है पर प्लीज मेरे लिए किस से कुछ भी जीकर मत करना किसी को पता नही चलना चाहिए वरना आप जानती हो ना ,,

दीपाली ,, नहीं बताऊंगी किसी को । में क्यों अपनो की जिंदगी बरवाद करूंगी भला । लेकिन में इसे गलत ही मानती हूं । अपने ही बेटे के दोस्त के साथ । वो दोनो तो बच्चे हे लेकिन वो दोनो औरते तो समझदार है ना एक सेल्फ कंट्रोल होनी चाहिए ना ,,

चेतन ,,तो आप चाहती हे आपकी तरह सेल्फ कंट्रोल कर के घुट घुट के जीती रहे । शीतल आंटी और तानिया आंटी भी अपने पति से खुश नहीं है जिस तरह आप पापा से नेही है में । आप सालो से घुटन भरी जिंदगी ही जी रही हे । क्या आप मेरे आखों में देख के बता सकती हे की आप खुश है ,,


दीपाली उसकी आखों में देख कर ,, तुम हो ना मेरे जिंदगी में तो खुश हूं में ,,

चेतन ,, में अपनी उस लाइफ की बारे में कह रहा हूं जहा हर एक इंसान को अपनी लाइफ पार्टनर से खुशी चाहिए । वो तो आपको मिलता नही कभी पापा को आपसे प्यार से बाते करते हुए देखा नही ।,,


दीपाली मुस्कुरा कर ,, कितना समझदार हो गया हे तु । अब तुम्हारे पापा ही ऐसे हे तो में क्या करू भला ,, मजाक में फिर बोली ,, नवीन को हा कर दू क्या ,,


चेतन उसे कस के बाहों में भर लेता है और बच्चों की तरह नाराज हो जाता है ,, नेई ,,


दीपाली हास पड़ती है ,, तो फिर क्यूं पूछते हो ,,

चेतन ,, में आपकी पूछ नही रहा में सिर्फ शीतल आंटी और तनिया आंटी की दर्द समझा रहा था ,,


दिलाली मजाक में ,, मुझे लगा तुम मेरा दर्द समझ रहे हो ,,


चेतन अपनी मम्मी की गाल चूम के प्यार से बोला ,,, आज से आपको पापा की कमी मेहसूस नहीं होने दूंगा । फूलो से सजा के रखूंगा आपको । ,,


दीपाली उसे छाती पे छुपा लेती है और इतना प्यार आता है अपने बेटे पर की उसे लद्दू की तरह खा जाए ,, ओह मेरा बच्चा तू मेरे साथ रहे तो में में खुश हूं और मुझे कुछ नहीं चाहिए ,,



दोनो मां बेटे ऐसे ही बाते कर के सो जाते है । दोनो के एक अच्छी नींद मिलती है बड़े दिनों बाद
Nice and super update bhai
 
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