Paromita
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शानदार शब्द के साथ मजेदार अपडेटUpdate 40
Vivah Swargam
जिशु के शीर पर से बैंडेज उतार चुका था टाके भी निकल दिए गए थे । पहले जैसे ही सुस्थ हो चुका था बस घाव के निशान ताजे थे उसके लिए समय अनिवार्य थे । जिशू को जैसे नई जिंदगी मिला वो बेहद खुश था । कभी सोचा नही था की उसे शीतल से प्यार होगा । रिश्ते ऐसे बने थे की उसे कभी कभी हांसी आ जाता था सोच के रिश्तों की उलझुलुल बंधन सोच को ।
कुछ दिन बाद चारो दोस्तो की बैठक लगाता है अपने अड्डे play ground पर ।
विशू,, तो बेटा तैयार हे शादी के लिए ,,
शेतन,, अरे बेटा जवान हो गया है तो शादी तो करेगा ही ,,
जिशू और तपन चिढ़ जाता है । विशु और शेतन हस पड़ता है दोनो के ऊपर ।
तपन ,, बकवास बंद करो । शादी के लिए कैसे प्रपोज करते है उसका कुछ आइडिया बता,,
विशु मजाक कर के ,, वाह भाई खुटा गाड़ने में कोई आइडिया नही चाहिए लेकिन अब शादी के लिए प्रपोज करने पर आइडिया चाहिए ,,(शेतन से),, ए भाई दे रे कोई आईडिया इस सांड को,,
जिशू दोनो को दे धुलाई दोनो के पिछवाड़े में घुटना मारता हे और दोनो को भागने लगता है ।
तपन,, साले कोई जरूरत नही हे तुम दोनो की निकल यहां से साले । जो करना हे हम दोनो देख लेंगे । निकल साले ,,
विशू और शेतन हास हास के पागल हो जाते हे । खेर मजाक मस्ती एक तरफ कर के चारो गंभीर मुद्दा पे बैठ जाते हे ।
तपन,,(जिशू से) तूने तो बात फिर भी कह दिया ,,
चेतन,, अच्छा अच्छा मेरा के सवाल हे,,
जीशू,, कैसा सवाल?,,
चेतन,, शादी का मतलब क्या है तुम दोनो को पाता ही है लेकिन तुम दोनो जो शादी करनें जा रहे हो उसका क्या मतलब है । में समझ नही पा रहा हूं शादी का मतलब हे तुम लोगो का । वैसा कुछ नही जो तुम दोनो को शादी की जरूरत हे ।"
जिशु ,, भाई शादी एक पवित्र रिश्ता हे और हम भी उसी पवित्र रिश्ते में बंधना चाहते हे ,,
चेतन,, ठीक है ये बात पल्ले पड़ रहा है लेकिन शादी को तुम लोग छुपा के रखोगे है ना । पर वोही तो है जब कोई एक दूसरे से बंधन मे बंध जाते हे उसी को शादी माना जाता है समाज के नजरो में । लेकिन एक दूसरे के लिए तो बस दिल की बंधन ही काफी है ना ।"
तपन रोमांटिक हो कर ,, तू क्या जाने यारा फीलिंग क्या होती हे इस रुस का सुवास ही ऐसा है । "
चेतन और विशू तालिया मारने लगता,, वाह वाह ,,
जिशू मुस्कुराने लगता है ,, बस बस फिर से तुम दोनो शुरू मत हो जाना । तुम दोनो ये बताओ हमारी मदद करोगे या नहीं ,,
चेतन जिशू को गले लगा के ,, बस भाई बस और बेगर मत कर । शाम के 6 बजे तैयार रहना महफील जमाने के लिए ।,,
चारों दोस्त गले मिलते हे । चेतन झट से बिजली की तरह डोर लगाते हुए गायेब हो जाता है । तीनों दोस्त ,, लो ,,
चेतन,, ये साला आज काल बेहद उड़ रहा है रफ्तार भी बढ़ गया कमीना मुझे जलाता हे ।
तपन,, तो तू भी जला ना उसे ,,
चेतन ,, प्लान बनाया है एक । इस बार एग्जाम में देर से आंसर बताऊंगा साले को ,,
जिशु और तपन हास पड़ता हे,, हां हां हां सही है कमीने को थोड़ा मजा सखाना बनता है ,,
Amuzing restro
समय 7 pm
पूरा रेस्ट्रो विशू और चेतन बुक कर लिया था । और खुद दोनों वेटर बन गए थे बाकी वेटर की छुट्टी करवा के । दोनो अपने दोस्तो की शाम बनाने का जिम्मा उठाया जो था ।
तानिया और शीतल ठीक 7 बजे रेस्ट्रो पोहोच जाती है । लेकिन अभी तक दोनों हीरो आए नही थे । उसका कारण था विशू और चेतन । दोनो ने बदमाशी की और 7 बजे का समय तानिया और शीतल को बताया और उन दोनो को 7:30 pm का समय बता दिया । ताकि दोनो हीरो अपनी अपनी बैटर हाफ से दांत खाए ।
शीतल और तानिया विशू और चेतन को वेटर की ड्रेस में देख के हसने लगी और शर्मा भी रही थी ।
तानिया ,, बदमाश तुम दोनो यहां क्या कर रहे हो,,
शेतन,, मोहतरमा हम तो आपकी सेवा करने के लिए हाजिर हुए हे इस मेहफील में । हम तो तुच्छ दास है ,,
शीतल,, जूते चाहिए गाल पे नालायक ये सब करनें के लिए हम तुम्हे पढ़ा लिखा के बड़े कर रहे है ,,
दोनो जमूरे गर्दन झुका के अपने काम में लग जाते है ।
शीतल मुस्कुरा के ,,, शैतान तुम्हारे दोस्त का कोई आता पाता नही कहा हे दोनो । आयेंगे की नहीं ,,
विशू ,, मोहतरमा उनके लिए आप दोनो को और 20 मिनट वेट करना पड़ेगा ,,
तानिया ,, क्यू ?,,
शेतन,, ताकि आप दोनो उन दोनो की खिंचाई कर सके ,,
तानिया और शीतल की मुस्कान निकल जाती है दोनो की बदमासी पर ।
शीतल,, अच्छा किया इसके लिए तुम दोनो को मेरे तरफ 100 रुपए टिप,,
विशू और चेतन का मुंह खुल जाता है,,बस 100 रुपए,,
तानिया हस कर ,, जाओ अपना काम करो नहीं तो रुपए की जगह हमारी जुटी की टिप मिलेगी ,,
दोनो बंदर की तरह भागते हुए रेस्ट्रो के किचन में जाते है और मास्टर शेफ से जान कारी लेता है तैयारी कैसी हे ।
7:31 मिनट पर जिशू और तपन सूट बूट पे डेसिंग हैंडसम हंक बन कर हाथो में लाल गुलाब लिए पैंथर की चाल मे तानिया और शीतल के पास जाता है ।
तानिया और शीतल एक टेबल पर मुंह लटकाए बैठी थी हाला की दोनो की नाटक थी ।
जिशू अपना फूल अदाकार सज्जन की तरह शीतल की तरफ अपनी लाल गुलाब फूल आगे बढ़ा देता ,, हेलो मिस,,
तपन भी वैसी ही मुस्कुराता हुआ नजाकत से पेश आते हुए फूल तानिया की तरफ आगे बढ़ा देता है,, हेलो गॉरगाउस,,
लेकिन दोनों की कोई प्रतिक्रिया नहीं । ऐसा देख कर दोनो एक पल के लिए घबरा जाते हे और मन में सोचने लगते हे कही दोनो कुछ गलत तो नहीं कर दिया । दोनो का चेहरा बिलकुल सफेद हो जाता है ।
तानिया और शीतल मन ही मन हस रही थी । और बस मजाक का मजा ले रही थी ।
विशू और चेतन तभी पानी ले आता है । विशु और चेतन पानी ऑफर करते है । जिशू और तपन अपने दोनो कमीने दोस्त की तरफ इशारा करता है । लेकिन दोनों चेहरे की भाव से कुछ नही पाता का इशारा कर देता है ।
तानिया चालक थी उसने दोनो तरफ से मजा लेते हुए नाराजगी दिखा के विशू और चेतन की तरफ देख एक बोली ,, 7 बजे से हम यहां बैठे हे अब जा के हमे पानी ऑफर कर रहे हो how is this behavior,,
शीतल भी नाराजगी दिखा के ,, ये कोई तरीका है किसी को बेबजा आधे घंटे तक इंतजार करवा के हमारा समय बर्बाद करना,,
जिशू और तपन एक दूसरे को हैरान हो के देखे ने लगते हे । पेहले तो कुछ समझ नहीं पाया । अपने अपने मन में (हमे तो 7:30 pm का बताया था । ओह समझा इन दोनो की मसखरी थी साले सुवार यहां भी ) दोनो विशू और चेतन को कच्चा खा जाने वाली नजरो से देखता है ।
विशू और चेतन नजरे इधर उधर कर के पानी ग्लास टेबल पे रख कर चले जाते हे पीठ पीछे हंसते हुए ,, अब दोनो की बैंड बजेगी,,
जिशु मानते हुए,, हमे पाता नहीं था आ लोगो को इन दोनों ने 7 बजे का समय बताया था ,,
तपन मनाते हुए,, हा इन दोनो की बदमासी हे,,
शीतल और तानिया कोई जवाब नही देती (बोहोत इश्क लड़ाने की आग लगी है अब झेलो हमारा नखरा )
जिशू तपन के कान में कहता है ,, तू अपनी वाली को साइड में ले जा में अपनी वाले को साइड में ले जाता हूं लगता हे मामला बिगड़ गया है अब हम मनाना पड़ेगा,,
तपन हा में शीर हिला देता है ।
तपन (तानिया से),, जरा उस टेबल पर चल के बात करते है ,,
जिशु (शीतल से ) प्लीज उधर चलो ना ,,
शीतल और तानिया की नखरे और बढ़ ही जाती है दोनों मुंह फुलाए बैठे जाती हे ।
तानिया (शीतल से),, शीतल मुझे लगता हे हमे अब चलना चाहिए । येहा बैठ के अब क्या फायदा चलो हम किसी दूसरी रेस्ट्रो पे जा के खाना खाते हे,,
शीतल ,, हम्म सही कहा । चलो चलते हे,,
दोनो मजनू घुटनो पे गिरगिरानें लगते है ।
तानिया और शीतल खुद को रोक नहीं पाती अपनी अपनी सैया की हालत पे तरस खा के मुस्कुराने लग जाती है । तभी तपन और जिशू की सूखे होंठो पे मुस्कान आ जाता है ।
तभी एक रोमाटिक माहोल बन जाता है जगमगाती लाइट जल जाते है और दोनो लंगूर दोस्त रोमांटिक पियानो म्यूजिक लगा के खुद भी Saxophone और violin बजा के मधुर संगीत का माहोल बना देते हे । और ऊपर से गुलाब की पंखुड़ियां गिरने लगते हे ।
तपन एक घुटना फर्श पर और एक हवा में उठा के जैप से अंगूठी निकल के गले को थोड़ा खरस मार के ,, "तुम्हारी याद में आँखों का रतजगा है, कोई ख़्वाब नया आए तो कैसे आए.." इन आखों में सदा के लिए डूब जाना चाहता हूं क्या और इस डूबने को शादी का नाम देना चाहता हूं । क्या तुम्हे मंजूर हे ,,
जिशू खड़े हो के शीतल कि आंखो में देखते हुए ,, तेरे हुस्न के आगे मुझे लगता है सब कुछ सादा आस्मां में है पूरा चाँद पर मुझे लगता है आधा । बस इस हुस्न से डुबकी लगा के पवित्र होना चाहता हू और इस पवित्रता को शादी के बंधन देना चाहता हूं क्या ये परी राजी हे मेरी नेक दिल की अल्फाज को स्वीकार करने के लिए ,, और फिर झेप से रिंग निकल लेता है ।
तानिया और शीतल बस मुस्कान फैल जाती हे और शिर हा में हिला के शर्माती हुई बाई हाथ आगे कर देती हे । दोनो अपनी अपनी होने वाले वाली भावी पत्नी की उंगली अनामिका उंगली में अंगूठी पहना देती है ।
विशु और चेतन जोर जोर से तालिया बजाते हुए चिटी मारता हे और तभी आसमान में फटाके के फूटने लगते हे जिसमे दोनों की जोड़ी दार नाम आसमान में अंकित हो जाता है ।
फिर एक शानदार पार्टी उन लोगो की शुरू हो जाती है।