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Adultery Husband ko banaya cuckhold

Sanju69

Sambog se moksha tak
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अगले दिन सुबह अमित ने जगाया और बोला कि मम्मी का फोन है बात करो मेने घड़ी में देखा तो अमित के निकलने का टाइम हो चुका था और वो फोन पकड़ा कर किचन में चला गया ।

फोन कान से लगाया ही था कि उधर से फोन पर ,--अमित कितने बजे ऑफिस जाएगा।

मैं ,--बस दस मिनट में ।

मम्मी ,--ठीक है दस मिनट बाद फोन करती हूँ।औऱ फोन कट गया।

तभी अमित चाय लेकर आ गया ।दोनों ने चाय पी और अमित को बाहर जाते ही गेट बंद किया और बाथरूम में घुस गई।

जब बाहर आई तो फोन बज रहा था इसलिए गाउन पहना और बाहर सोफ़े पर बैठकर फोन पर बाते करने लगी।

मम्मी,--मुझे रात भर नींद नही आई।

मैं ,--क्यों तबीयत बिगड़ गयी थी क्या।

मम्मी ,--हां यही समझ लो ,रात को तुम्हारी बात सुनकर नींद ही नही आई और रातभर तुम्हारे और अमित के बारे में सोचती रही ।

मैं,--ऐसी क्या बात थी जो नींद नही आई।

मम्मी ,--पहले तू ये बता की अमित शाम में कितने बजे आता है ऑफिस से।

मैं सोच रही थी कि इतनी इंकवारी किसलिए हो रही है फिर सोचा कि कुछ झूट बोलना पड़ेगा तभी मज़ा आएगा।

मैं ,-आठ बजे बाद कभी दस भी बज जाते हैं।

मम्मी ,--फिर बिस्तर पर तुम्हारे साथ कितने बजे तक जागता है ।

मैं ,--आप भी कैसे कैसे सवाल पूछती है इनको पता चलेगा तो क्या बोलेंगे।

मम्मी ,-उसको कोन बोलेगा ,और अगर मुझे नही बोलेगी तो मेरी तरह तुम भी परेशान होगी।

मैं ,--में समझी नहीं।

मम्मी ,--अरे इतनी सी बात समझ नही आई क्या ,अभी तुम दोनों की शादी को एक महीना हुआ है और तुम रात में बिस्तर पर एक साथ कितनी देर के लिए जागते हो ।

मैं ,--तो वो तो इनको जब नींद आने लगती है इसलिए वो सो जाते हैं।

मम्मी ,--आखिर जिस बात का डर था वही हुआ ,जिस तरह से वो एक के बाद एक लडकियों को रिजेक्ट कर रहा था। अब समझ मे आ रहा है।

मैं ,-पता नही मम्मी आप क्या बोलना चाहती हो।

मम्मी ,--मुझे तो सिर्फ इतना बता तू उसके साथ खुश है पूरी तरह।

मैं,--अब इसका क्या मतलब हुआ।

मम्मी,--ठीक है तुझे पूरी बात बताती हूं तभी समझेगी।
देखो आज जिस जगह तुम हो, में भी कभी थी , अमित के पापा अमित के जन्म तक ठीक ठाक थे बिस्तर में, पर उसके बाद वो एकदम ठंडे हो गए और मुझे फिर दुसरो का सहारा लेना पड़ा और फिर अमित भी अपने पापा की तरह गलत संगत में पड़ गया उसको मेने गांव के लड़के के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा है ।

मैं ,--मतलब।

मम्मी ,--अब तुम भी पढ़ी लिखी हो और सब समझती हो उसका दोस्त उसके ऊपर चढ़ा हुआ था और वो नीचे सोया था इसलिए उसको शहर पढ़ने को भेज दिया था।

पर जब उसकी शादी की बात करती तो टाल देता बहूत अच्छे अच्छे घरों से रिस्ते आते थे पर वो मना कर देता था लोग उसकी अच्छी नोकरी की वजह से एक से बढ़कर रिस्ते लेकर आते और हम लोग उसको जबर्दस्ती लेकर जाते लेकिन वो सुंदर से सुंदर लड़की को भी पसंद नही आई बोलकर मना कर देता था।

मैं ,--पर क्यों।

मम्मी ,--अभी भी नही समझ मे आया तुझे ।

मैं ,--नही ।

मम्मी ,--उसकी गलत संगत की वजह से उसको लगता होगा कि पता नही अपनी बीबी को संतुष्ट कर पायेगा या नही ।

मैं ,--पर ऐसी बात नही है बस कभी कभी लगता है कि वो कुछ परेशान से दिखते हैं।

मम्मी ,--अब तुम खुलकर बताओ तो मैं कुछ नतीजा निकालूँ ।

मैं ,--क्या खुलकर बोलू ।

मम्मी ,--तुम्हारे साथ वो पुरे दिन में कितने बार हमबिस्तर होता है ।

मैं ,--पर ऐसी बात बोली थॉडी ही जाती है अगर कोई बराबरी वाला हो तो फिर भी मज़ाक हो जाती है।आप को बोलने में शर्म आती है।

मम्मी ,--अगर नही बोलेगी तो बाद में पछताएगी मेरी तरह तुमको पता नही अगर अमित पैदा नही होता तो में तलाक देकर दुसरीं शादी करने वाली थी।

मैं,--पर ऐसा क्या हुआ था।

मम्मी ,--किसी भी औरत को सिर्फ खाने को मिले तो वो संतुष्ट नही होती जब तक वो शारीरिक रूप से संतुष्ट ना हो । अमित के पापा ने मुझे पैसे की कमी महसूस नही होने दी पर बिस्तर पर कमजोर हैं।

मैं ,--फिर क्या हुआ ।

मम्मी ,--वो में तुम्हे सब बता दूँगी पर में नही चाहती कि तेरे साथ भी ऐसा हो और अमित की जिंदगी से तुम चली जाओ ।

मैं ,--पर अभी तो शुरुआत है और एक बार तो हो जाता है लगभग पर कभी थके होते है तो नही होता इतनी जल्दी क्या है बाद में देखूंगी जो होगा।

मम्मी ,--अरे बेटा अगर शादी के एक महीने में ही वो थक जाता है , तो फिर बाद में कोई चमत्कार थॉडी ही हो जाएगा तुझे दिन में कितने बार शारीरिक सुख देता है वो ।

मैं ,--एक बार पर कभी कभी ज्यादा थकें हो तो में भी सो जाती हूँ कि कोई बात नहीं।

मम्मी ,--मेरी बात मान तू अभी से उसको किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज करवाना शुरू कर दे क्योंकि अगर अभी वो तुझ पर एक बार चढ़ता है तो बाद में क्या होगा अभी तो उसको दिन में तीन चार बार से कम नही चढ़ना चाहिए ।

मैं ,--मम्मी आप भी क्या बोल रही हो ऐसा थॉडी ही होता है ।

मम्मी ,--ऐसा ही होता है मेने भी दुनिया देखी है और उसका कारण भी पता है मुझे।

मै ,--क्या कारण है।

मम्मी ,--उसने कम उम्र में गलत संगत से अपनी जिंदगी को खराब कर लिया है मुझे तो लगता था कि वो शहर में जाकर सुधर गया होगा पर अब लगता है कि उसने वहां भी यही किया होगा ।

में सोच रही थी कि थोड़ा सा मम्मी को खोलना होगा तभी मज़ा आएगा ।

मैं ,-पर क्या किया होगा आप खाली पहेलियां बुझा रही है ।

मम्मी ,--लगता है तुमको पूरी बात समझानी ही पड़ेगी तो सुन उसको अनाल सेक्स का शोक है जो एक बार मे अपनी आंखों से देख चुकी हूं और एक बार जिसको ये शोक लग गया फिर उसको औरत में कोई इंटरेस्ट नही रहता ।

मैं ,--पर उसमे क्या मज़ा आता होगा ।

मम्मी ,--बिना मज़े के कुछ नही होता ये एक नशे की तरह है जो किसी को लग गया वो जल्दी से छूटता नही है इसलिए किसी अच्छे डॉक्टर का पता कर और उससे इलाज करवा लें ।

में ,--तो आप ने इलाज करवाया होगा ना पापा का वही डॉक्टर का पता मुझे बता दीजिए।

मम्मी ,--अरे उस जमाने मे झोला छाप डॉक्टर होते थे बस, शर्म की वजह से जिंदगी काट ली मेने तो, पर अब मेडिकल साइंस ने बहुत तरक्की कर ली इसलिए इलाज हो जाएगा और फिर अभी तेरे सामने पूरी जिंदगी पड़ी है।

मैं ,--पर आप ने भी तो अपनी जिंदगी बिताई ही है ।

मम्मी ,--अब में तुझे कैसे समझाऊ ,अरे जिंदगी बिताई है वो ये समझ लो अमित के पापा के साथ समझौता किया है । साथ रहने के लिए

मैं ,--कैसा समझौता ।

मम्मी ,-बस ये समझ लो कि शारिरिक सुख जो वो नही दे सकते थे उसकी व्यवस्था उन्होंने करवा दी ।

मैं ,--मतलब ।

मम्मी,--उफ्फ ,मतलब ये की उनका दोस्त है जो उनकी कमी पूरी कर देता है ।

मैं ,--तो पापा से कुछ नही होता क्या।

मम्मी ,--होता है पहले तो दस पांच दिन में करते थे अब तो महीने में एक बार होता है वो भी होना नही होना बराबर है उल्टा परेशानी ही होती है ।

मैं ,--परेशानी क्यों।

मम्मी ,--अरे यार पूरा साथ नही देते अपना काम निकाला और सो गए बस, फिर में तड़पती रहती हूँ रात भर ।

मुझे अब लगभग कहानी समझ मे आ गयी थी कि अमित तो शुरुआत में जल्दी बाज़ी में पैदा हो गया और फिर जब मम्मी की प्यास नही बुझा सके तो किसी के साथ सेट करवा दिया जिसने रीता का बीज डाला होगा पर ये कन्फर्म करना था की रीता का असली बाप कोन है और अब वो खुलकर चुदवाती होगी पर रीता की वजह से बाहर जाना पड़ता होगा चुदवाने ।

तभी बेल बजी तो मेने कहा मम्मी लगता है काम वाली बाई आ गयी है में आपको बाद में फोन करती हूँ।

मम्मी ,--कितना देर रहेगी वो।

मेने घड़ी देखी और बोली ,-लगभग डेढ़ घंटे तक ।

मम्मी ,--ठीक है में भी आज बाहर नही जाऊंगी और इन्तजार करती हूँ।

मेने सोचा कि आज का मम्मी का चुदाई का प्रोग्राम कैंसिल हो गया मेरी वजह से।

फिर गेट खोल तो सीमा अंदर आयी और आते ही कमेंट किया ,--गुड भाभी अब तो ब्रा पेंटी बिना ही गाउन पहनना चालू कर दिया इसमें से सब कुछ तो दिख रहा हूं फिर क्यों पहन रखा है इससे अच्छा तो नंगी ही रहती ।

इतना बोलकर वो किचन में चली गयी, मुझे भी ध्यान आया कि फोन के चक्कर मे भूल गयी और सोफ़े पर बैठे बैठे चुत मसलती रही।

तभी कमला ने एक गिलास सरबत पीने को दिया और वो वापस काम मे लग गयी ।

मेने भी सोचा कि अब ब्रा पेंटी पहनने से कोई फायदा नही है आज वो प्रैक्टिकल करेगी इसलिए उसी तरह इंतजार करने लगी ।

ठीक ग्यारह बजे कमला ने किचन का काम निपटा कर मुझे क्लास जॉइन करने का इशारा किया।
 

Sanju69

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मेने रूम में जाकर अपना गाउन खोला और फिर नंगी होकर डिल्डो उठाया जो लगभग आठ इंच का था यानी दीनू काका के लण्ड के बराबर और उसको लेकर कमला से परमिशन लेकर रूम में गयी।

कमला ,--बहुत इंटेलिजेंस है तू ,जो सारी तैयारी के साथ आई है अगर ब्रा पेंटी पहन के आती तो में तुझे आते ही खोलने को बोलती ।

मैं ,--थैंक्यू मेम।

कमला ,--तुझे याद है ना कल सिखाया था वो ।

में ,--जी ,मेंम।

कमला ,--ठीक है बता कल का सार ।

मैं ,--मेम ,चुदाई करवाते समय हिंदी के शब्द ही बोलने चाहिए इससे चोदने वाली और चुदने वाली दोनों को एक नई एनर्जी मिलती है साथ ही दोनों के शरीर मे नया जोश महसुस होता है।

कमला ,--और क्या सिखाया था।

मैं ,--और बताया था कि कोनसा इशारे का क्या मतलब होता है और कब करना चाहिए ।

कमला ,--ठीक है बता इस इशारे का क्या मतलब है, और वो अपनी साड़ी के ऊपर से चुत को मसलन कर दिखाई ।

मेम ,--ये इशारा जब बहुत से लोग जमा हो और किसी को परेशान करना हो तो किया जाता है जिससे देखने वाला गरम हो जाये पर कर कुछ नही सके के शिवाय हिलाने के ।

कमला ,--गुड ,अब आज तुमको प्रैक्टिकल कुछ चीजें सिखाती हूं और एक चीज तुमको कल बताना भूल गयी कि चुदाई करवाते समय शरीर के अंगो के अलावा कुछ और भी शब्द है जो एनर्जी बढ़ाते है जैसे चोदो ,गाँड मार दो , चूची मसलों और कुछ गाली भी देनी पड़े तो वो भी किसी मर्द को जोश दिलाती है और वो बदला लेने के अंदाज में जमकर चोदता है ।जिससे मज़ा आखिरकार औरत को ही आता है ।

मैं ,-जी मेंम।

कमला ने मेरे हाथ से डिल्डो लिया और उसको देखकर बोली ,--अच्छी साइज है और फ्लेक्सिबल भी है एक दम परफेक्ट आइटम।

औऱ फिर मेरे पास कुर्सी खींचकर डिल्डो को मुंह मे घुसाने लगी जो चार इंच तक आराम से चला गया पर उससे आगे घुसाते ही में छटपटा ने लगी तो उसने मुझे पीठ के बल फर्श पर लेटने को कहा।

फर्श पर लेटने के बाद मेरे दोनों पैरों को चौड़ा कर दिया और खुद पेट के पास बैठकर मुझे बोली ,--अब तुम आंखे बंद करो और कल्पना करो की तुम्हारे मुंह मे दीनू काका का लण्ड जा रहा है ।

मेने डिल्डो को मुंह मे लिया तभी उसका हाथ मेरी चुत पर चला गया और वो चुत से खेलने लगी पर डिल्डो छह इंच से आगे नही ले पा रही थी।जबकि वो अपनी पूरी कला का उपयोग चुत पर कर रही थी।

काफी कोशिश करने के बाद भी जब पूरा डिल्डो नही ले पाई तो कमला ने मेरे पैर ऊपर कर दिए और फिर बोली अब पैर नीचे नही आने चाहिए ।

मेरे पैर ऊपर पंखे की तरफ थे और कमला पास में बैठी हुई थी ।

कमला ,--अब डिल्डो को मुंह मे ले और ध्यान रखना अब की बार पूरा नही लिया और पैर नीचे की तरफ आये ।तो तेरे ये कूल्हे मार मार कर लाल कर दूंगी।समझ गयी ना।

मैं ,--जी मेम।

फिर मेने एक बार दुबारा कोशिश की इस बार सात इंच तक डिल्डो घुस गया था पर ऐसा लग रहा था जैसे सांस रूक गई हो और सोचने लगी कि उस दिन सीमा कैसे दीनू काका का पूरा लण्ड आराम से ले रही थी और हो सकता है उतेजित होने से तकलीफ नही हुई होगी ।

पर मुझे भी सीमा की तरह पूरा लण्ड लेना था चाहे कुछ भी हो ।

तभी कमला ने मेरे कूल्हे पर जोर से सपाट मारा मेरी चुत ने मार का स्वागत किया और गिली होने लगी मीठे दर्द से मेरा मुंह खुल पूरा गया जिससे डिल्डो पूरा अंदर घुस गया।

एक दो सेकंड के लिए, मुँह में डिल्डो होने की वजह से चीख नही निकल सकी पर तकलीफ बहुत हुआ था ।

मेने डिल्डो को बाहर निकाला तभी कमला ने फिर से दूसरे कूल्हे पर जोर से मारा मेने जल्दी से डिल्डो को वापस डाल लिया पर सात इंच तक घुसा कर रूक गई और जैसे ही कमला ने देखा मेरे दोनों कूल्हों पर जोर जोर से मारने लगी और बोली ,--सुन रण्डी अगर तूने इसको बाहर निकला या पैर नीचे किये तो मार मार कर चमड़ी उधेड़ दूँगी ।

मेरी तो हालत खराब थी दर्द से जान निकल रही थी पर में भी ठान चुकी थी कि अब इसको पूरा अंदर लेकर ही छोडूंगी ।

मेने मार के डर से डिल्डो को पूरा अंदर ले लिया और एक मिनट भी नही हुआ होगा की मेरे पैर थॉडी झुकने लगे जब कमला ने देखा तो पैर को ऊपर करके पूरे कस कर चुत के आसपास मारना चालू कर दिया ।

जिससे मेरी बर्दास्त करने की क्षमता खत्म हो गयी और मेरी चुत ने पेशाब की धार छोड़ दी ।हालांकि में बोलना चाहती थी कमला को, पर डर की वजह से हिम्मत नही हुई क्योंकि बोलने के लिए डिल्डो को बाहर निकालना पड़ता ।

मुझे तो शर्म आ रही थी कि में एक पढी लिखी लड़की एक नोकरानी के हाथ से पिट कर उसके सामने मूत दी थी पर कमला चुपचाप देख रही थी कुछ बोली नही ।

लगभग दो तीन मिनट तक ऐसे ही मूत के पड़ी रही और जब मुंह से डिल्डो निकालने को हाथ मुंह के पास लायी तो कमला बोली ,--चुपचाप पड़ी रहो पांच मिनट तक डिल्डो नही निकलना है अब तेरा डर तेरी मूत के साथ खत्म हो गया अभी ये डिल्डो और बड़ा भी होता तो आराम से ले लेती ।

लगभग पांच मिनट बाद मेने डिल्डो को बाहर निकाली तो राहत की सांस ली ।

कमला ,--चल अब तेरे को किसी के भी लण्ड को लेने के दिक्कत नही होगी इससे तुझे कोई मज़ा नही आएगा पर सामने वाले को बहुत मज़ा आएगा और वो तुझे चोदने को पागल रहेगा।

फिर कमला वापस अपनी कुर्सी को दूर खिसका कर उस पर बैठ गयी और मुझे भी एक तौलिया पकड़ाया जिसे लेकर में अपने पैरों को पोंछी और दुसरीं तरफ खिसक कर बैठ गयी।

कमला ,--तू है तो हिम्मत वाली मेने तो सोचा था कि बहुत पहले मुत्वा दूँगी जब पहली बार मारा था ।

मैं ,--मेम आपको बुरा नही लगा।

कमला ,--नही तभी तुझे शरबत पिलाया था जिससे एक बार तेरा मुत्त के साथ डर निकल जाए। अब मेरे को नही लगता तू ज्यादा मार झेल सकती है क्योंकि अभी तो इसको गाँड में भी घुसाने की प्रैक्टिस करवानी थी ।

मैं ,--मेम आपकी मर्जी है मेने आपको पहले ही कहा है कि अगर आप को शिकायत दूं तो मेरा नाम बदल देना।

कमला ,--चल ठीक है जाकर रेस्ट कर में भी नीचे चलती हूँ।

मेने कमला को भेज कर अपने रूम में जाकर ड्रेसिंग के सामने कूल्हों को चेक किया तो पूरे लाल हो चुके थे जब हाथ फिराया तो एक दर्द भरी टीस से मसहूस हुई तो पास में पड़े नारियल तेल को उठाकर तेल दोनों कूल्हों पर लगाया ।

फिर मन मे सोचा कि कमला से ट्रेंनिंग के समय रोज अगर कोई बड़े से लण्ड वाला पास होता तो मज़ा आ जाता रोज गाँड पर मार खाने से चुत पूरी गरम हो जाती है ।

तभी फोन बजने लगा देखा तो सरजू देवी का था मेने सोचा कि पहले नहा लेती हूँ तब बात करूँगी इसलिए फोन उठा कर बोला कि कमला को जाते ही फोन करूँगी और फोन रखकर बाथरूम में घुस गई
 

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नहाकर बाहर आई और फिर सरजू देवी को फोन किया जिसे उसने एक ही रिंग में उठा लिया

और हेलो बोली

तो उधर से वो चालू हो गयी ,--रेखा अगर तू चाहती है कि तू हमेशा खुश रहे और मुझे अपनी सास की जगह एक दोस्त की तरह समझेगी तो वो तेरे ही भले के लिए होगा मेरा क्या है अब थॉडी सी जिंदगी बचीं है लेकिन जो मेने देखा है और महसूस किया है उसके आधार पर मुझे तुम दोनों की चिंता हो रही है।

मैं ,--ऐसा क्या देखा आपने।

मम्मी ,--पहले अमित को देखा और अब तुम्हारी बातों से महसूस कर रही हूँ।

मुझे लग रहा था कि अब शरमाने या बहु बनकर रहने में समझदारी नही है अच्छा है कि खुलकर मज़ा लिया जाए ।

इसलिए बोली ,--मम्मी आप को जो बोलना है खुलकर बोलिये तभी में समझ पाऊंगी।

मम्मी ,--ठीक है सुन अमित की तरह उसके पापा भी कम उम्र में सेक्स करने लग गए थे और फिर उनको अनाल सेक्स का शोक लग गया इसलिए जल्दी ही उनका आकर्षण मेरी तरफ से समाप्त हो गया और वो शादी के एक साल में ही मेरे प्रेग्नेंट होने के बाद अपने दोस्त के साथ लग गए उनका दोस्त भी इसी चीज का शौकीन था पर बाद में पता चला कि उसकी नज़र मुझ पर थी ।

मैं ,--मतलब ।

मम्मी ,--मतलब ये की वो अमित के पापा के साथ अनाल सेक्स करता था जिससे अमित के जन्म के बाद उनका ध्यान मेरे से हट गया और फिर वो मुझसे दूर रहने लगे , मुझे सेक्स की कमी महसूस होने लगी तो हमारा झगड़ा होने लगा और बात तलाक तक पहुंच गई।

मैं ,--फिर ।

मम्मी ,--फिर एक दिन उनके दोस्त ने दोनों को एक साथ बिठा कर समझाया और मुझे कहा कि अब मुझे दुसरीं दिक्कत तो है नही सिर्फ सेक्स की कमी है वो में किसी दूसरे से पूरा कर लूं ,जिसमे अमित के पापा भी सहमत हो गए ।

मैं ,--ओह्ह फिर ।

मम्मी ,--फिर मेने अमित के पापा से कहा कि उसके लिए मैं कहाँ ढूंढने फिरूँ दूसरा आदमी, तो अमित के पापा ने अपने दोस्त को इशारा किया और वो बोला कि भाभी आप चिन्ता मत करो आप को कहीं बाहर नहीं जाना है बंदा हाजिर है ।

मैं ,--मतलब अंकल ने खुद ही।

मम्मी ,--हां , वो सब दोनों ने पहले से तय कर रखा था बस मुझे बताना था और उसके बाद से ये सिलसिला शुरू हुआ जो आज तक चल रहा है ।

में ,--तो रीता दीदी को मालूम है ये सब।

मम्मी ,--नही ,रीता और अमित जब छोटे थे तब तक घर पर होता था पर बाद में मैं अमित के पापा के साथ दिन में चली जाती थी और फिर अमित के शहर जाने के बाद रीता को भी होस्टल में रख दिया था।

में ,--पर अभी तो रीता दीदी घर पे रहती है।

मम्मी ,-अब रोज रोज थॉडी जाना होता है इस उम्र में, जब जाना होता है उसको सत्संग का बोल देती हूं।

मैं ,--पर आप की कहानी का मेरे से क्या संबंध हुआ।

मम्मी ,--बताती हूँ, अमित भी अपने पापा की तरह बचपन से गलत संगत में पड़ गया था उसको मेने उसके दोस्त के साथ आपत्तिजनक स्थिति मैं देखा,

उसके बाद उसकी इंकवारी में लग गयी और उसके रूम से सेक्सी कहानियो की किताबें मिलने लगी जिसमें बहुत ही गंदी कहानियां होती थी जिसको पढने के बाद निश्चित ही वो अपनी शरीर की एनर्जी को खराब करता रहा होगा ।

मैं ,--पर वो तो हर कोई करता है नासमझी में।

मम्मी ,--पर उसका जो गुरु रहा होगा उसने उसको सेक्स में बहुत आगे तक ले गया उसने इतना कामुक बना दिया कि वो मेरी पेंटी भी चुराने लगा इसलिये उसको गांव से शहर भेज दिया कि उसकी संगति से छुटकारा मिले ।

मैं ,--फिर ।

मम्मी , -पर तुम्हारी बातों से लगता है कि वो शहर में जाकर ज्यादा खराब ही हुआ होगा। अब तुम किसी अच्छे मनोविज्ञान के डॉक्टर से चेक करवाओ, अभी पूरी जिंदगी पड़ी है उसकी।

मैं मन मे सोचने लगी कि अब उसको कोई डॉक्टर ठीक नही कर सकता अगर कर दिया तो मेरी ज़रूरत को पूरा करना किसी अकेले इंसान के बस में नही है ।

में,--ठीक है अभी तो मुझे ऐसा लग नही रहा पर जब लगेगा तो इनसे बात करूँगी।

मम्मी ,--उससे बात करने से कोई फायदा नही है वो मना कर देगा और उसके अंदर हीन भावना आ जायेगी।

मैं ,--फिर कैसे होगा ।

मम्मी,--अब तुम मुझे शादी के बाद कि सेक्स की कहानी बताओ तब मैं कुछ बताऊं।

मैं ,--ऐसा तो कुछ नही है बताने लायक बस दिन में एक बार या कभी कभी नही भी होता है ।

मम्मी ,--और सुहागरात के दिन ।

मैं ,--बस एक बार उसके बाद वो या तो कोई सेक्सी फ़िल्म देखकर करते हैं या फिर कभी मूड नही होता ।

मम्मी ,--समझ गयी तू अमित को कुछ मत बोल बस कोई अच्छा डॉक्टर या मनो चिकित्सक से सलाह ले कि अमित की जानकारी बिना क्या उपाय हो सकता है ।

में ,--ठीक है लेकिन धीरे धीरे अपने आप भी तो ठीक हो सकते है ना।

मम्मी ,-- कुछ नही होने वाला बस जो मेने कहा है और कभी कोशिश करके देखना दुबारा कितनी देर में तैयार होता है ।

मैं मन मे सोचने लगी कि दुबारा तो वो तभी तैयार होगा जब कोई दूसरा मेरे ऊपर चढ़ेगा ।

मैं ,--ठीक है आप चिंता मत कीजिये , आप तो बस जल्दी से रीता दीदी के लिए कोई लड़का देखिये की आप भी चिंता से मुक्त हों।

मम्मी ,--अरे वही तो चिंता है कि कोई नोकरी मिल जाये तो वो किसी पर निर्भर नही रहेगी ,अगर मेरी नोकरी होती तो मैं उस समय पक्का तलाक दे देती ।इसलिए सोचती हूँ कि रीता की नोकरी लग जाये फिर शादी करवा दूँगी।

मैं ,--तो तब तक प्राइवेट नोकरी तो लग सकती है अगर प्राइवेट नोकरी करेगी तो आप को भी खुल के एन्जॉय करने का मौका मिल जाएगा।

मम्मी ,--पर ऐसे बिना जान पहचान के कहाँ भेजूं।

मैं ,--अगर आप कहो तो मेने जहां काम किया है वहां पर मेरी पोस्ट खाली है आप कहो तो बात करूं।

मम्मी ,--ठीक है रीता से पूछ लो ।

फिर मेने कुछ देर बात करके फोन काट दिया
 

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उसके बाद में सो गई और जब उठी तो प्रिया को फोन किया और उसको शनिवार को आने का प्रोग्राम बनाया और क्या करना है वो प्लान समझाया, जिसमे प्रिया ने भी कुछ सुझाव दिए जो मान कर एक पूरा प्लान फाइनल किया ।

शुक्रवार शाम को जब अमित आया तो इससे पहले की वो पीने का प्रोग्राम शुरू करे उससे पहले उसको मना किया कि सुबह प्रिया आएगी तब तीनो पियेंगे
अमित ,--प्रिया पीती है क्या।

मैं ,--वो तो पूरी बेवड़ी है ।

अमित ,-फिर वो रात में रुकेगी क्या यहां ।

मैं ,--नही ,सुबह आएगी और शाम को जाएगी पर उसको फर्क नही पड़ता।

अमित ,-अगर रात में रुकती तो मज़ा आता ।

मैं ,--क्यों दिन में क्या दिक्कत है ।

अमित ,--दिन में कमला रहती है और कोई आ जाये तो।

मैं ,-अरे में भूल ही गयी आज कमला सुबह से आई नही और अभी वो कब आएगी वो भी नही बताई।

अमित ,--क्यों ।

में,--उसका पति आ गया और जब तक वो रहेगा वो नही आएगी,तुम किसी और कामवाली का व्यवस्था करो ।

अमित ,--तो तूम सीमा से पूछो ना वो कैसे रहती है उसके बिना।

में ,-मेने सुबह ही बात करली सीमा से ,वो झाड़ू पोंछा दिनु काका से करवा लेती है जब जब कमला नही आती उस दिन।

अमित ,--तो तुम भी करवा लेना ।

मैं ,-तुमको पता है तुम क्या बोल रहे हो अगर उसने कुछ किया तो ।

अमित ,--अरे यार वो क्या करेगा उसे सोसायटी में रहना नही है क्या और फिर तुम उसको वैसे भी कुछ करने नही दोगी।

में ,--अगर करने दिया तो फिर तुम किसी लायक नही रहोगे।

अमित ,--क्यों ।

में ,--देखा नही क्या उस दिन उनका हथियार ।

अमित ,--पर अगर तुमको अच्छा लगा तो ले लेना , मुझसे पूछने की जरूरत नही है ।

में ,--मुझे नही करना कुछ, पर डर तो रहेगा ना एक जवान औरत को देखकर उसका क्या भरोसा कुछ कर बैठे तो, पर फिलहाल तो मुझे प्रिया से बदला लेना है।

अमित ,--किस बात का ।

में ,--उसने मुझे धोका दिया है ।

अमित ,-कब।

में ,--जब उसने जान बूझकर राजेश से चुदवाया था तब।

अमित ,--पर तुम तो अपनी मर्जी से गयी थी।

में ,--तुम भूल रहे हो कि उसने शुरू से गलत राह दिखाई तभी में तैयार हुई थी।

अमित ,--तो अच्छा किया ना तभी आज मेरी बीबी हो नही तो पता नही कोई शर्मीली सी औरत होती जो अपने पति को अपनी प्रोपर्टी मानकर किसी को देखने भी नही देती।

में ,-पर किया तो उसने गलत ही था अभी उस दिन मुझे रीता ने न्यूड फोटो भेजी तो मेने डांट दिया मेरी जगह दुसरीं कोई होती तो उससे और फोटो मांगती।

अमित ,--तो मांग लेती ।

मैं ,--तो तुम क्या चाहते हो कि रीता भी मेरी तरह किसी की बिना शादी के रखैल बन जाये।

अमित ,--अब मेरे चाहने या ना चाहने से क्या होता है

में ,--तो बना दूं उसको राजेश की रखैल।

अमित ,--तुम्हारी मर्जी

में ,--तुम पक्के गांडू हो अपनी बहन को तो छोड़ दो कम से कम ,अब सुनो कल प्रिया आएगी तुम उसको एक बार चोदोगे वो राजी से चुदवाये तो ठीक नही तो रेप करना है ।तभी मुझे शांति मिलेगी ।

अमित ,--अब मुझे तो तुम्हारा आदेश मानना ही पड़ेगा आखिर तुम मेरा इतना ख्याल जो रखती हो ।

में ,--तो ठीक है अभी एनर्जी बचा कर रखो कल काम आएगी ।

फिर दोनों सोने को चले गए अमित को कुछ देर में नींद आ गयी पर मुझे कल की सोचकर नींद नही आ रही थी इसलिए फोन उठाकर बाहर आई और प्रिया को लगाया फोन पर ।

मैं ,-सोई तो नही।

प्रिया ,-नींद नही आ रही कल की सोचकर ।

मैं ,--ओह, तुमने जैसा कहा वैसे ही सुला दिया बिना चुदवाये ।

प्रिया ,--और टेबलेट ।

मैं ,-पड़ी है उसकी ड्रावर में ,मेने चेक कर ली।

प्रिया ,--और ड्रिंक का सामान ।

मैं ,--सब पड़ा है ,तुम खाली ध्यान रखना की पूरी भारतीय नारी बनकर आना है ।

प्रिया ,--तू देखती जा ,अभी प्रिया का रंडीपना देखा है कल तुझे अपने संस्कार दिखाउंगी।

मैं ,--पर कहीं ज्यादा संस्कार के चक्कर मे भूल मत जाना मेने अमित को बोल दिया कि बेवड़ी है ।

प्रिया ,--बस देखती जा कल के बाद तू नई प्रिया को पाएगी।

में ,--ठीक है फिर कल मिलते है गुड नाईट
 

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अगले दिन सुबह जल्दी उठकर फ्रेश हुई और जीन्स के साथ टी शर्ट पहनकर तैयार हुई।

फिर अमित को उठाकर नहाने भेज दिया अमित भी पूरा तैयार होकर टाई लगाकर पूरा जेंटलमैन बनकर निकला क्योंकि आज उसको एक नई चुत मिलने वाली थी।

और हल्का नास्ता बनाकर दोनों ने खाया और दिन में खाने का अमित को बोली कि में खाने के लिए सब्जी वगेरह काट कर रख देती हूं तुम प्रिया आये तो बाकी का काम कर लेना।

लगभग ग्यारह बजे बेल बजी तो मेने अमित को गेट खोलने को कहा ।प्रिया ने अमित को नमस्ते कहा और फिर अंदर आकर मेरे गले लग गयी।

जब मेने उसको देखा तो लगा कि प्रिया को इस रूप में मेने कभी देखा ही नही ,माथे पर चौड़ी से मांग भरी हुई जैसे धरती की सबसे बड़ी पतिव्रता नारी वही है। फिर एक बड़ी सी बिंदी और गले मे लटकता मंगलसूत्र जो ब्लाउज पर सबसे पहले दिखे। लाल रंग की साड़ी जिसमें से कोई भी अंग बाहर से नही दिख रहा था ।

मेने उसको सोफ़े पर बिठाया और अमित पानी लाने को चला गया।

प्रिया ,--यार जीजाजी तो बहुत स्मार्ट है ।

में ,--क्यों पसंद आ गए क्या , लेकिन काश बिस्तर में भी स्मार्ट होते।

प्रिया ,--यार वो तो तू ओवर स्मार्ट है इसलिए वो कमजोर पड़ जाते है क्योंकि तेरे को बिचारे अकेले कैसे कंट्रोल करे।

मैं ,--क्यों मेरे जीजाजी ओवरस्मार्ट नही है क्या ।

प्रिया ,--अरे यार हम दोनों को कितने भी ओवर स्मार्ट आदमी मिल जाते तो भी अकेले के बस की बात नही थी औऱ वो हँसने लगी जिसमें में भी साथ देने लगी।

तभी अमित कि पानी लेकर आ गया और दोनों को हंसते देखकर बोला ,--क्या बात है जो इतना हंसी आ रही है और दोनों को पानी ले गिलास पकड़ाया ।

मैं ,--मेने प्रिया को कहा कि अमित ने मुझे साड़ी पहनने को मना किया तो प्रिया बोल रही है कि उसके पति को साड़ी में देखना अच्छा लगता है।

प्रिया ,--बैठिए ना जीजाजी खड़े क्यों है ।

अमित ,--अरे पहली बार साली घर आई है तो खातिरदारी तो बनती है ।

प्रिया ,--एक बार रेखा से पूछ लो कहीं खातिरदारी महंगी नही पड़ जाए।

अमित ,--रेखा को खातिर दारी करने से खुशी होती है पूछ लो ।

मैं ,--मेरी सहेली पहली बार आयी हैं उसको बातों से खुश करना है या कुछ खिला पिला कर खातिरदारी करोगे।

अमित ,--अभी करता हूँ ।

अमित किचन में चला गया मैं भी प्रिया को घर दिखाने लगी बैडरूम में जाकर ,--इस रूम में तेरा बलात्कार होने वाला है देख लो।

प्रिया ने अपने ब्लाउज से एक टेबलेट निकाल कर दी और बोली ले ये वाला टेबलेट दे देना ।

मैं ,--साली खुद का रेप करवाने के लिए खुद ही वियाग्रा भी दे रही है।

प्रिया ,--अब तू खुद ही बोलती है कि अमित बिस्तर में कमजोर है तो फिर रेप कैसे करेगा।

मैं ,--इतना भी कमजोर नही है और फिर नई घोडी मिलेगी तो एक बार तो चढ़ ही जायेगा।

तभी अमित ने बाहर से आवाज लगाई की खाने पीने का सामान लग गया है ।तब तक हम दोनों पूरा घर देख चुके थे ।

फिर दोनों आकर सोफ़े पर बैठी अमित ने पूरी तैयारी कर ली थी मैं जल्दी से किचन में गयी और टेबलेट का पावडर बनाया।

फिर अमित पेग बनाने लगा, प्रिया पहले तो ना नुकर करती रही लेकिन मेने उसको कहा तो पीने को तैयार हो गयी ।

मेने अमित को बेडरूम का फैन बन्द करने को कहा जब वो बेडरूम में गया तो जल्दी से वो पाउडर उसके पेग में डाल दिया और फिर तीनों ने पीना चालू कर दिया साथ मे हल्का फुल्का खाने को था।

सीमा ने अमित का पीने में अंत तक साथ दिया पर मेने अपने हिसाब से ही पी।

पीने के बाद मेने अमित को कहा कि तुम खाने की तैयारी करो में प्रिया के साथ बेडरूम में थॉडी देर बात करती हूँ ।

मैं प्रिया को लेकर बैडरूम में आई तो उसने अपनी साड़ी को खोलकर फेंक दिया और बोली ,--क्या यार ये संस्कार दिखाने के चक्कर में आज कितने दिन बाद साड़ी पहनी है ।

मेने उसको गाउन दिया जिसे उसने पहन लिया और फिर कल की प्लानिंग करने लगी ।

लगभग एक घंटे बाद अमित ने खाने के लिए आवाज लगाई और फिर तीनो ने खाना खाया ।अमित ने अच्छा खाना बनाया था जिसकी प्रिया ने भी तारीफ की ,मेरी नजर जब अमित के पेंट की तरफ गयी तो देखा उसका पेंट फुला हुआ था यानी टेबलेट ने असर चालू कर दिया था ।

खाने के बाद अमित बरतन उठा कर किचन में चला गया और में प्रिया को बैडरूम में लेकर आ गयी और बोली ,-अब तुम्हारे रेप का समय शुरू हो चुका है में अमित को तैयार करती हूँ ।

और फिर उठकर किचन में आई जहां अमित बर्तन धो रहा था मेने आते ही उसके पीछे से हाथ डालकर एक हाथ से लण्ड को मसलने लगी और दूसरे हाथ को उसकी छाती पर रखकर कान में बोली ,--क्या बात है एकदम तैयार है मेरा राजा नयी चुत में जाने के लिए ।

अमित ने बरतन रखकर मेरी और घुमा और बोला ,--वो मान तो जाएगी ना।

मैं ,--उसको मनाना नही है बदला लेना है जो उसने मेरे साथ किया उसके लिए।

अमित ,--पर उसने विरोध किया तो ।

में ,--तो में हूँ ना दोनों साथ मिलकर करेंगे।

अमित ने मेरे गाल पर किश किया तो मेने भी उसको पकड़ कर पूरा गरम करना चालू कर दिया और बोली ,--कैसी लगी प्रिया मस्त है ना ।

अमित शरमाने लगा तो फिर से बोली ओह मेरा जानू तो शर्मा रहा है जैसे कोई लड़की हो ।

अमित जवाब में फिर से मेरे होठो पर टूट पड़ा और मेरे बूब्स को टी शर्ट के ऊपर से मसलने लगा।

मेने उसको अपने से दूर किया और बोली चलो अब बाकी काम बाद में कर लेना।
 

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जब बैडरूम में आई तो देखा प्रिया सो रही थी जैसे नींद आ गयी हो ।उसने पेटीकोट और ब्लाउज खोल दिया था और गाउन में सो रही थी जिसमें से उसकी ब्रा पेंटी साफ दिख रही थी ।

अमित भी पीछे आकर खड़ा हो गया था और उसको ऊपर से नीचे तक देख रहा था ।

मैं बेड पर चढ़ी और अपने होठो को उसके होठो पर रख दिया जिससे प्रिया कसमसाने लगी और जब आंखे खोली तो पहले तो मुझे देखकर कुछ नही बोली।

पर जब उसकी नज़र अमित पर गयी तो जल्दी से उठने की कोशिश करने लगी ।और बोली ,--रेखा ये क्या कर रही हो पीछे जीजाजी खड़े है ।

मेने उसको वापस सुला दिया और बोली ,--तो क्या हो गया मेने भी तो तुम्हारे कहने पर तेरे राजेश जीजाजी के साथ सब कुछ किया था ।

प्रिया ,--पागल हो गयी क्या वो शादी के पहले की बात थी अब हम दोनों किसी की पत्नियां है ।

मैं ,--तो क्या हो गया तब तो मेरी इज्जत थी जो जिंदगी में एक बार ही लुटती है अब तो किसी को पता भी नही चलने वाला ।

प्रिया ,--तुम कहना क्या चाहती हो।

मैं ,-में ये कहना चाहती हूं की जैसे तुमने मुझे राजेश से मुझे चुदवाया था तब मे किसी को बोल नही सकती थी कि में कुंवारी नही हूँ पर तुम अभी चुदोगी तो कोई भी नही समझ पायेगा की तुम चुदी हो या नही।

प्रिया ,--पर तुमको क्या मिलेगा।

मैं ,--मुझे नही लेकिन अमित को जरूर लगेगा कि मेने उसको कुँवारापन नही तो कम से कम एक नई चुत का स्वाद तो दिलवा दिया।

प्रिया ,--क्या बोल रही हो रेखा में अब किसी की पत्नी हूँ ये मेरे लिए पाप है में अपने पति को क्या मुंह दिखाउंगी।

मैं ,--मेने भी तो तेरे कहने पर राजेश को सब कुछ देकर अमित को मुंह दिखाया था।

प्रिया ,--पर तुमसे मैंने पूछा था कि कोई जबर्दस्ती नही है तुम उस समय अपना फैसला बदल सकती थी।

मैं,--पर तुमने ही मुझे ऐसा फैसला लेने को मजबूर किया था अगर तुम ने मुझे पोर्न साइट के बारे मैं नहीं बताया होता तो में कभी भी ऐसा नही करती और आज अपने पति को अपना पाक दामन सौंपती ।

इतना सुनते ही प्रिया ने उठने की कोशिश की पर मेने उसको वापस सुला दिया ।

लेकिन प्रिया फिर से उठने का प्रयास किया तो मेने कहा ,-तुम ऐसे नही मानोगी और फिर पास में पड़ी साड़ी जो पहले से रखी थी उसके दोनों हाथों को बांध कर पलंग से बांध दिया ।

प्रिया थॉडा नशे में होने की एक्टिंग करते हुए ,--ये क्या कर रही हो ,हाथ खोलो मेरे।

मैं ,--चुपचाप पड़ी रह नही तो मार खाएगी ।

फिर उसके गाउन की सामने से चैन खोलने लगी पर वो पूरे शरीर को इधर उधर करने लगी और बोली कि अगर तुमने मुझे नही खोला तो में जोर जोर से चिल्लाऊंगी ।

मेने पास में पडा उसका ब्लाउज उठाया और उसके मुंह मे ठूंस कर बोली ,--अब चिल्ला ।

फिर उसके गाउन की चैन को खोलने लगी और पूरी चैन को खोलकर साइड में कर दी और अमित को बोली ,--क्यों डार्लिंग कैसी है आइटम ।

लेकिन अमित कुछ बोला नही सिर्फ पेंट पर से अपने लण्ड को मसल कर रह गया ।तो मेने उसको कैंची निकालने को कहा जो पास में ड्रावर में पड़ी थी अमित ने जल्दी से कैंची निकाल कर दी ।

मेने कैंची को पकड़ा और उसके बूब्स के बीच से ब्रा को काट दिया जिससे उसके छतीस की साइज के बूब्स बाहर आ गए।

एक दम गोरे बूब्स जिन पर डार्क रेड कलर की निपल थी पूरे सख्त हो चुके थे और निप्पल भी पूरी तनी हुई थी जिसका मतलब वो पुरी तरह से तैयार थी चुदने को अगर उसकी पेंटी को खोल देती तो चुत भी गिली मिलती पर वो मुझे अमित को दिखानी नही थी।

प्रिया अपने चेहरे को इधर उधर कर रही थी जो मुझे पता था कि सिर्फ अमित को दिखाने की खातिर कर रही थी।

तभी मेने उसके बूब्स को पकड़ा और झुककर उसकी निप्पल को मुंह मे ले लिया।और दोनों निपल को बारी बारी से चुसने लगी ।

लगभग पंद्रह मिनट तक चुसने के बाद अमित की और देखा तो अमित पेंट पर से अपने लण्ड को मसल रहा था ।

में बेड से नीचे उतरी और उसके पास जाकर उसके कपड़े खोल ने लगी और बोली ,--तू साले इतनी देर से खड़ा होकर लण्ड मुठिया रहा है अपने कपड़े खोलकर नंगा नही हो सकता था देख तेरे लिए क्या मस्त औरत को चोदने के लिए मेने बांध कर रखी है ।

फिर उसके शरीर पर मौजूद एक एक कपड़े को खोलने लगी जब लास्ट वस्त्र अंडर वियर को निकाला तो उसका लण्ड स्प्रिंग की तरह उछलकर बाहर आ गया और में उसको चूसने लगी ।

अमित के मुंह से कामुक आवाजें निकलने लगी ।थॉडी देर चुसने के बाद उसका लण्ड एक दम सख्त हो गया जो शायद प्रिया की दी हुई टेबलेट का कमाल था औऱ फिर दो दो हसीनाओं को देखकर भी कुछ असर हुआ होगा।

मेने अमित का लण्ड चूसना छोड़कर खड़ी हुई और अमित को बोली ,--जानू आज इस कुतिया की चुत फाड़ दो जिससे ये जिंदगी भर याद रखे कि इसने तुम्हारी बीबी को एक मासूम लड़की से कुंवारी दुल्हन बनाया था।

में इसका वीडीओ बना कर इसको बाद में दिखाउंगी की कैसे तुम इसको जबरदस्ति चोद रहे हो और जब जब ये उस वीडियो को देखेगी तो याद करेगी कि किसी मासूम लड़की को इसने अपने स्वार्थ के लिए चुदवाया था जिसका बदला उसने कैसे चुकाया।

इतना सुनते ही प्रिया एक बार फिर से पैर पटकने लगी ।जब मेने देखा तो उसके पैरों को कस कर पकड़ लिया और अमित को ऊपर आने का इशारा किया।

अमित बेड पर आया तो प्रिया की नाटक फिर से चालू हो गया वो गूं गूं करके कुछ बोलना चाहती थी और साथ मे अपने पेट और गाँड को हिलाने लगी ।

मेने उसके गाल पर एक चांटा मारा और उसको बोली कि चुपचाप पड़ी रहो वरना यहां से जिंदा नही जाओगी ।

प्रिया ने सुना तो उसके चेहरे पर ख़ौफ़ दिखने लगा और वो थॉडी शांत हुई ।

मेने फिर से कैंची उठायी और उसकी दोनों साइड से पेंटी को काट दिया और पेंटी को साइड में करके देखा तो चुत का पानी पूरी चुत में साफ दिख रहा था जिसे देखकर मेने उसको आंख मारी ।

फिर अमित को बोली ,--जानू लो एक और चुत को देखो जिसमे मेरे राजा का लण्ड सवारी करेगा और अमित को देखकर पूछा कैसी है ।

अमित अपने लण्ड को पकड़कर चुत को निहार रहा था पर कुछ बोला नही तो मेने फिर से पूछा ,--अच्छी नही है क्या तो चलो छोड़ो फिर में इसको खोल देती हूं।

अमित जल्दी से ,--नही नही मस्त है एक दम कचोरी की तरह फूली हुई ।और फिर उसके पैरों को चौड़ा करके बीच मे आ गया।
 

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अमित भी पीछे आकर खड़ा हो गया था और उसको ऊपर से नीचे तक देख रहा था ।

मैं बेड पर चढ़ी और अपने होठो को उसके होठो पर रख दिया जिससे प्रिया कसमसाने लगी और जब आंखे खोली तो पहले तो मुझे देखकर कुछ नही बोली।

पर जब उसकी नज़र अमित पर गयी तो जल्दी से उठने की कोशिश करने लगी ।और बोली ,--रेखा ये क्या कर रही हो पीछे जीजाजी खड़े है ।

मेने उसको वापस सुला दिया और बोली ,--तो क्या हो गया मेने भी तो तुम्हारे कहने पर तेरे राजेश जीजाजी के साथ सब कुछ किया था ।

प्रिया ,--पागल हो गयी क्या वो शादी के पहले की बात थी अब हम दोनों किसी की पत्नियां है ।

मैं ,--तो क्या हो गया तब तो मेरी इज्जत थी जो जिंदगी में एक बार ही लुटती है अब तो किसी को पता भी नही चलने वाला ।

प्रिया ,--तुम कहना क्या चाहती हो।

मैं ,-में ये कहना चाहती हूं की जैसे तुमने मुझे राजेश से मुझे चुदवाया था तब मे किसी को बोल नही सकती थी कि में कुंवारी नही हूँ पर तुम अभी चुदोगी तो कोई भी नही समझ पायेगा की तुम चुदी हो या नही।

प्रिया ,--पर तुमको क्या मिलेगा।

मैं ,--मुझे नही लेकिन अमित को जरूर लगेगा कि मेने उसको कुँवारापन नही तो कम से कम एक नई चुत का स्वाद तो दिलवा दिया।

प्रिया ,--क्या बोल रही हो रेखा में अब किसी की पत्नी हूँ ये मेरे लिए पाप है में अपने पति को क्या मुंह दिखाउंगी।

मैं ,--मेने भी तो तेरे कहने पर राजेश को सब कुछ देकर अमित को मुंह दिखाया था।

प्रिया ,--पर तुमसे मैंने पूछा था कि कोई जबर्दस्ती नही है तुम उस समय अपना फैसला बदल सकती थी।

मैं,--पर तुमने ही मुझे ऐसा फैसला लेने को मजबूर किया था अगर तुम ने मुझे पोर्न साइट के बारे मैं नहीं बताया होता तो में कभी भी ऐसा नही करती और आज अपने पति को अपना पाक दामन सौंपती ।

इतना सुनते ही प्रिया ने उठने की कोशिश की पर मेने उसको वापस सुला दिया ।

लेकिन प्रिया फिर से उठने का प्रयास किया तो मेने कहा ,-तुम ऐसे नही मानोगी और फिर पास में पड़ी साड़ी जो पहले से रखी थी उसके दोनों हाथों को बांध कर पलंग से बांध दिया ।

प्रिया थॉडा नशे में होने की एक्टिंग करते हुए ,--ये क्या कर रही हो ,हाथ खोलो मेरे।

मैं ,--चुपचाप पड़ी रह नही तो मार खाएगी ।

फिर उसके गाउन की सामने से चैन खोलने लगी पर वो पूरे शरीर को इधर उधर करने लगी और बोली कि अगर तुमने मुझे नही खोला तो में जोर जोर से चिल्लाऊंगी ।

मेने पास में पडा उसका ब्लाउज उठाया और उसके मुंह मे ठूंस कर बोली ,--अब चिल्ला ।

फिर उसके गाउन की चैन को खोलने लगी और पूरी चैन को खोलकर साइड में कर दी और अमित को बोली ,--क्यों डार्लिंग कैसी है आइटम ।

लेकिन अमित कुछ बोला नही सिर्फ पेंट पर से अपने लण्ड को मसल कर रह गया ।तो मेने उसको कैंची निकालने को कहा जो पास में ड्रावर में पड़ी थी अमित ने जल्दी से कैंची निकाल कर दी ।

मेने कैंची को पकड़ा और उसके बूब्स के बीच से ब्रा को काट दिया जिससे उसके छतीस की साइज के बूब्स बाहर आ गए।

एक दम गोरे बूब्स जिन पर डार्क रेड कलर की निपल थी पूरे सख्त हो चुके थे और निप्पल भी पूरी तनी हुई थी जिसका मतलब वो पुरी तरह से तैयार थी चुदने को अगर उसकी पेंटी को खोल देती तो चुत भी गिली मिलती पर वो मुझे अमित को दिखानी नही थी।

प्रिया अपने चेहरे को इधर उधर कर रही थी जो मुझे पता था कि सिर्फ अमित को दिखाने की खातिर कर रही थी।

तभी मेने उसके बूब्स को पकड़ा और झुककर उसकी निप्पल को मुंह मे ले लिया।और दोनों निपल को बारी बारी से चुसने लगी ।

लगभग पंद्रह मिनट तक चुसने के बाद अमित की और देखा तो अमित पेंट पर से अपने लण्ड को मसल रहा था ।

में बेड से नीचे उतरी और उसके पास जाकर उसके कपड़े खोल ने लगी और बोली ,--तू साले इतनी देर से खड़ा होकर लण्ड मुठिया रहा है अपने कपड़े खोलकर नंगा नही हो सकता था देख तेरे लिए क्या मस्त औरत को चोदने के लिए मेने बांध कर रखी है ।

फिर उसके शरीर पर मौजूद एक एक कपड़े को खोलने लगी जब लास्ट वस्त्र अंडर वियर को निकाला तो उसका लण्ड स्प्रिंग की तरह उछलकर बाहर आ गया और में उसको चूसने लगी ।

अमित के मुंह से कामुक आवाजें निकलने लगी ।थॉडी देर चुसने के बाद उसका लण्ड एक दम सख्त हो गया जो शायद प्रिया की दी हुई टेबलेट का कमाल था औऱ फिर दो दो हसीनाओं को देखकर भी कुछ असर हुआ होगा।

मेने अमित का लण्ड चूसना छोड़कर खड़ी हुई और अमित को बोली ,--जानू आज इस कुतिया की चुत फाड़ दो जिससे ये जिंदगी भर याद रखे कि इसने तुम्हारी बीबी को एक मासूम लड़की से कुंवारी दुल्हन बनाया था।

में इसका वीडीओ बना कर इसको बाद में दिखाउंगी की कैसे तुम इसको जबरदस्ति चोद रहे हो और जब जब ये उस वीडियो को देखेगी तो याद करेगी कि किसी मासूम लड़की को इसने अपने स्वार्थ के लिए चुदवाया था जिसका बदला उसने कैसे चुकाया।

इतना सुनते ही प्रिया एक बार फिर से पैर पटकने लगी ।जब मेने देखा तो उसके पैरों को कस कर पकड़ लिया और अमित को ऊपर आने का इशारा किया।

अमित बेड पर आया तो प्रिया की नाटक फिर से चालू हो गया वो गूं गूं करके कुछ बोलना चाहती थी और साथ मे अपने पेट और गाँड को हिलाने लगी ।

मेने उसके गाल पर एक चांटा मारा और उसको बोली कि चुपचाप पड़ी रहो वरना यहां से जिंदा नही जाओगी ।

प्रिया ने सुना तो उसके चेहरे पर ख़ौफ़ दिखने लगा और वो थॉडी शांत हुई ।

मेने फिर से कैंची उठायी और उसकी दोनों साइड से पेंटी को काट दिया और पेंटी को साइड में करके देखा तो चुत का पानी पूरी चुत में साफ दिख रहा था जिसे देखकर मेने उसको आंख मारी ।

फिर अमित को बोली ,--जानू लो एक और चुत को देखो जिसमे मेरे राजा का लण्ड सवारी करेगा और अमित को देखकर पूछा कैसी है ।

अमित अपने लण्ड को पकड़कर चुत को निहार रहा था पर कुछ बोला नही तो मेने फिर से पूछा ,--अच्छी नही है क्या तो चलो छोड़ो फिर में इसको खोल देती हूं।

अमित जल्दी से ,--नही नही मस्त है एक दम कचोरी की तरह फूली हुई ।और फिर उसके पैरों को चौड़ा करके बीच मे आ गया।
 
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अमित प्रिया के पैरों के बीच बैठा हुआ था उसका साढ़े छह इंच का लण्ड एक तना हुआ था जो आज एक नई चुत में जाने को मचल रहा था।

मेने अमित को कहा ,--अब डाल दो इसको, इस कचोरी जैसी फूली हुई चुत में और कर दे इसका रेप।

अमित ने लण्ड डालने की कोशिश की पर प्रिया ने चुत को भींच लिया।

जिसे देखकर मेने कहा ,--रूको ये रण्डी ऐसे चुत नही खोलेगी में कुछ करती हूँ फिर उसकी दोनों निप्पल को जोर से भींच दिया जिससे उसकी चीख निकल गयी जो ब्लाउज की वजह से मुंह मे घूट कर रह गयी।

तभी एक और चीख उसके मुंह से निकलने को थी मेने एक बार ही निप्पल दबाई थी जब नीचे देखा तो अमित का लण्ड उसकी चुत में घुस चुका था तब समझ मे आया कि दुसरीं चीख उसकी चुत में एक साथ पूरा लण्ड घुसने से निकली थी।

में उठकर खड़ी हुई और अपने कपड़े खोलकर नंगी हुई फिर अपने मोबाइल की जगह प्रिया का मोबाइल जानबूझकर उठाया ।

और उसमे एक मिनट की एक वीडियो क्लिप बनाई जिसमें अमित और प्रिया दोनों की चुदाई के साथ चेहरा भी दिखे और फिर बिस्तर पर बैठकर अमित को बोली,-

चोद इस रण्डी को जोर से फाड़ दे इसकी चुत जो इसका पति देखे तो समझ जाएं कि ये पैसे लेकर चुद के आयी है और दोनों के होठों को बारी बारी से चुसने लगी और अपने हाथ से चुत में अंगुली करने लगी ।

अमित पूरे जोश के साथ चुत मारने में लगा था जैसे वो मेरी सील टूटने का बदला ले रहा हो तभी मुझे भी शरारत सूझी और अमित को थोड़ा ऊपर होने का बोलकर प्रिया के मुंह पर बैठ गयी जिससे मेरी चुत उसके होठों पर टिक गई प्रिया ने भी अपनी जीभ से कलाकारी दिखा ना चालू कर दिया और जीभ को चुत में घुसा दिया जिससे मेरी कामुक चीखें निकलने लगी ।

थॉडी देर बाद मेने अमित को रुकने का इशारा किया और प्रिया हाथ से साड़ी ढीली की और उसे घोडी बनने को कहा पर प्रिया एक बार फिर से ना नुकर करने लगी ।

मेने उसके कूल्हों पर जोर जोर से मारने लगी और बोली ,--रण्डी तू जब तक घोडी नही बनेगी तब तक तेरी गाँड को मारती रहूंगी चाहे तेरी गाँड सूज क्यो ना जाये ।प्रिया थॉडी देर तक मार खाती रही फिर गूं गूं करके घोडी बन गयी ।

मेने अमित को कहा जानू इसकी गाँड को भी एक बार अपने लण्ड से चेक कर लो अगर सील पैक है तो साली की सील खोल दो और फिर प्रिया के बूब्स को मसलकर बोली साली तू भी क्या याद रखेगी की तूने मुझे रजामंदी से चुदवाया था में तेरा बलात्कार करवा कर छोडूंगी।

अमित ने अब घुटनो के बल बेठकर एक करारा शॉट प्रिया की गाँड में मारा और एक ही झटके में पूरा लण्ड घुसेड़ दिया जिससे प्रिया पूरी हिल गयी ।

अगर मुंह में ब्लाउज नही ठूंसा होता तो उसकी चीख पूरी बिल्डिंग सुनती पर वो कसमसाने के सिवॉय कुछ नही कर पाई।

मुझे तो बड़ा ताज्जुब हुआ कि अमित ने शादी के बाद अब तक ऐसे जोश के साथ में मुझे भी नहीं किया होगा जो अभी कर रहा है प्रिया ने मुझे आंख मारी जिसका मतलब उसे बहुत मज़ा आ रहा है ।

मैं भी उसके पेट के निचे घुस गई ओर उसकी चुत को चाटने लगी जिसमें से उसकी चुत का रस बह रहा था मेरे को चुत चाटते देख दोनों का जोश बढ़ गया और कुछ ही देर में प्रिया ने देर सारा रस बहा दिया।

जिसका मतलब वो दूसरी बार भी झड़ गयी थी ।फिर मेने बाहर निकलकर अमित के पास आई और उसका लण्ड पकड कर प्रिया की चुत पर लगा दिया जिसे अमित ने एक झटके में चुत के अंदर कर दिया और चोदने लगा ।

मेने अपने होंठ अमित के होठों पर रख दीये और उसको प्रिया की चुत के पानी का स्वाद चखा कर बोली जानू कैसा लगा स्वाद ।

अमित ने घक्के लगाना रोक कर कहा मज़ा आ गया फिर मेरी आँखों मे देखकर बोला थैंक्स डार्लिंग ।और फिर से चुदाई में लग गया ।

मेने उसके सीने पर हाथ फिराते हुए उसकी निप्पल को किश करकर फिर से बोला ,-जानू शादी के बाद तीसरी चुत में मेरे लण्ड राजा को घुसा दिया। अब और कितनी चुत चाहिए इसे देखो कितना फुला हुआ है नई चुत में जाकर ।अमित ने प्यार से मेरे होंठो को किस किया ।

और फिर उनकी चुदाई देखकर अपनी चुत में अंगुली करने लगी अमित का मुंह मेरी छाती के पास था उसने झुककर मेरी निप्पल को मुंह मे ले लिया और चुसने लगा ।

काफी देर तक चोदने के बाद प्रिया एक बार फिर से झड़ गयी और बिस्तर पर गिर गयी। जिससे अमित का लण्ड बाहर आ गया और वो फिर से प्रिया को घोड़ी बनाने की कोशिश करने लगा ।

तो मैं उसके पास घोडी बन गयी और उसको बोली कि अब मुझे भी चोद दो ।

अमित प्रिया को भूलकर मेरी चुत में लण्ड घुसा दिया जिससे मेरी चीख निकल गयी।जो पूरे कमरे में गूंजी थी।

जब प्रिया ने उल्टा होकर मुझे देखा तो मेने उसे इशारे से चले जाने को कहा और सिसकने लगी।

अमित भी अपनी पूरी ताकत के साथ चोदने में लगा था इधर प्रिया को तब तक मौका मिल गया और वो अपने हाथ से ( जो मेने जानबूझकर इस तरह से बांधे थे कि खुद ही खोल सके) साड़ी खोलकर खड़ी हुई और अपना ब्लाउज और पेटीकोट पहनकर साड़ी पहनी और रूम से बाहर निकल गयी ।

में भी उल्टी होकर मिसनरी पोजीशन में आ गयी और अमित को फिर से ऊपर खींच लिया ।

अमित ने चोदते हुए बोला कि प्रिया बाहर गयी है तो मेने उसको कहा कि अब पेट नही भरा क्या उसको चोद कर जो उसकी चिंता हो रही है ।

अब मुझे चोदो और उसकी बात बन्द करो वो बाहर बैठी होगी तुमने उसको चोद चोद कर ठंडी कर दिया है।

अमित फिर से चोदने लगा और में सोचने लगी कि प्रिया ने कोनसी टेबलेट खिलाई होगी जो इसका पानी नही छूट रहा है।

मेरी नजर बेडरूम के गेट पर थी और मुझे पता था कि प्रिया उसी समय निकल गयी होगी।

में भी दो बार झड़ चुकी थी और अमित को अब ज्यादा देर नही झेल सकती थी इसलिए अपना एक हाथ उसकी गाँड पर ले गयी और एक अंगुली उसकी गाँड में डालकर आगे पीछे करने लगी ।

तभी गेट पर नजर गयी तो सामने सीमा नजर आयी जो मेरी तरफ देख रही थी और अपने गाउन के ऊपर से चुत मसल रही थी मेने उसको रुकने का इशारा किया और जल्दी जल्दी अमित की गाँड में अंगुली अंदर बाहर करने लगी।

जिससे अमित झड़ने लगा और उसके लण्ड की फुहार से पूरी चुत भरके दोनों के पानी से बेडशीट भीगने लगि ।

अमित के लण्ड ने काफी देर तक पानी छोड़ा और फिर वो साइड मे लुढक कर लंबी लंबी सांस लेने लगा और मुझे पता था कि अब सो जाएगा

इसलिए में उठकर खड़ी हुई और फिर बाथरूम जाकर खुद को साफ किया जब बाहर आई तो अमित सो चुका था ।मेने ब्रा पेंटी पहना और फिर गाउन पहनकर बाहर आ गयी ।
 

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बाहर आकर देखा तो सीमा बैठी हुई थी और आंखे लाल हो रही थी जैसे ड्रिंक की हुई हो ,मुझे देखकर हँसते हुए बोली ,--कम से कम गेट तो बन्द कर लिया करो अगर मेरी जगह कोई दूसरा होता तो ।

मैं ,--देखो तुम आ जाती अंदर तो अमित का बरसो का सपना पूरा हो जाता तुमको चोदने का और अगर तुम्हारी जगह कोई आदमी होता तो वो भी थॉडी देर वो भी घिस लेता अपने सामान को इस मशीन का कुछ घटने वाला तो था नहीं।

फिर उसको बोली,- रूको में साड़ी पहन लेती हूं फिर नीचे चलते है अभी अमित सो रहा है और फिर साड़ी पहनकर मोबाइल उठाया और बाहर से गेट लॉक करके सीमा के फ्लैट में आ गयी।

सीमा ,-ऐसा क्या हो गया था जो खुले दरवाजे ही चालू हो गए दोनों

मैं ,--मेरी सहेली आयी थी वही खुला छोड़कर चली गयी चुदवाकर ।

सीमा मुझे ऐसे देखने लगी जैसे मेने कोई अविश्वसनीय बात बोल दी हो तो मेने उसको विस्तार से पूरी बात बताई और आगे का प्लान बताया ।

सीमा ,--प्लान तो सही है पर कुछ गड़बड़ ना हो जाये ।

मैं ,--तुमको लगता है क्या कहीं कोई खामी रह गयी है जो गड़बड़ होगी।

सीमा ,-अमित अगर दिमाग लगा ले तो पकड़ सकता है बाकी तो कुछ नही है ।

मैं ,--तुम अमित के परिवार के बारे में जानती नही तभी ऐसा बोल रही हो उसका बाप भी गांडू है जो अपने दोस्तों से गाँड मरवाता फिरता है उसकी मम्मी अभी भी बाहर अपने पति के दोस्तों से चुदवाती फिरती है उसकी बहन का बाप भी कोई और है ।

सीमा ,--तब तो उसकी बहन भी अब तक कई कसम कर ली होगी ।

मेने अपने मोबाइल मैं से रीता की न्यूड फोटो निकाली और उसको दिखाया फिर बोली ,--जिसकी मम्मी रण्डी होती है वो अपनी बेटी को जल्दी से छूट नही देती की कहीं बेटी के चक्कर मे मां की अय्यासी पर लोग शक नही करे इसलिए उसको बाहर की हवा नही लगने दी पर ये चुत फड़वाने को बैचेन है।

सीमा ,--तब तो तुम इसकी सील अमित से अपने सामने तुड़वा दो ,फिर अमित तेरा गुलाम बन जायेगा और कभी भी आंख मिलाकर तुमको कुछ बोलने की हिम्मत नही कर पायेगा ।

मैं ,--तू देखती जा अमित सिर्फ रीता को ही नही अपनी मम्मी को भी एक बार चोदेगा।

सीमा ,--पर उसकी मम्मी मानेगी इसके लिए।

मैं ,-बस प्लान बना हुआ है थॉडी सी जल्दबाजी हो जाएगी इसलिए सही वक्त का इंतजार कर रही हूं।

सीमा ,--पर अमित खुद तुमको किसी के साथ सोने को बोल रहा है तो इतना बड़ा कदम क्यों उठा रही हो।

मैं ,-देखो मेने ये शादी इसलिए कि थी कि समाज मे रहना है और भविष्य में लोग गलत नही कहे ,बाकी मुझे किसी एक के साथ बंध कर नही रहना अब बात है कि मुझे अमित का कहना मानने पर आगे चलकर दिक्कत हो सकती है अमित ये नही सोचने लगे कि में ऐसी ही थी बल्कि में अमित को कहूँ की उसने मुझे जबरदस्ती बनाया है।

फिर मेने सीमा को उसका रोल समझया जो आने वाले समय मे निभाना था।

लगभग दो घण्टे के बाद सीमा को अमित के उठने का बोलकर बाय बोला और वापस आकर अपना फ्लैट खोल कर अंदर आयी ।

अमित को सोया देखकर चाय बनाई और फिर चाय सोफ़े पर रखकर उसको आवाज लगाई ।

अमित नंगा ही बाहर चलकर आ गया और सोफ़े पर बैठकर चाय पीने लगा ।

मैं ,--तुम सुधरोगे नही ना ।

अमित ,--क्यों मेने क्या किया ।

मैं ,--तुम कपड़े नही पहन सकते क्या।

अमित ,--पर अब तो कमला भी नही है अब क्या डर है ।

मैं ,--डर नही शर्म भी कोई चीज होती है ।

अमित ,--अब क्या शर्म तुम्हारी कृपा से दो दो औरतों को तुम्हारे सामने चोद चुका।

मैं ,--ठीक है भाड़ में जाओ अगर तुम्हारी मम्मी आ जाये तो उसके सामने भी नंगा घूमना।

अमित ,--अरे यार उसी ने तो इस लण्ड को खींच खीच कर मालिस करके बड़ा किया है तभी तो आज तेरी सहेली का बलात्कार किया है।

मैं,--तो अब अपनी मम्मी का भी कर देना नालायक फिर तुझे लोग मादरचोद बोलेंगे ।

अमित ,--वैसे वो प्रिया कब गयी मिल के भी नही गयी।

मैं ,--क्यों तेरे जैसे आदमी से मिलना चाहिए क्या और किसी औरत को मज़ा आता है क्या रेप करवाने में जो तुझे धन्यवाद देकर जाती ।वो तो मुझे भी नही बोली और सीधे निकल गयी ।

अमित ,--मस्त माल थी वो भी ।

में ,--वो तो होगी ही बीबी को छोड़कर दुनिया की सब औरते मस्त ही होती है ।

अमित ने मुझे बाहों में भरकर किश किया और बोला ,--तुझसे मस्त औरत तो हो ही नही सकती जो अपने पति को भी बांट लेती है।।

तभी अमित के वॉट्सएप्प पर मैसेज आया जिसे देखलर अमित ने मुझे दिखाया और बोला कि ये किसका नम्बर है ।

मेने देखा तो पाया कि ये वही क्लिप थी जो मेने प्रिया के मोबाइल से ली थी जिसमें प्रिया का मुंह मे ब्लाउज ठूंसा हुआ था और अमित जबरदस्ती चोद रहा था जिसे देखकर कोई भी बोल सकता था कि उसका बलात्कार हुआ है।

मैं ,--ये तो प्रिया का नम्बर है पर मेने तो अपने मोबाइल में वीडियो बनाया था।

और फिर झूट मूठ में अपना मोबाइल चेक करने लगी ये सब मेरी प्लानिंग का हिस्सा था कि दोनों के मोबाइल सेम टाइप के थे ।

अमित ,--लगता है तुमने अपने मोबाइल की जगह उसके मोबाइल में वीडियो बना दिया ।

मैं ,--पर उस समय जोश में किसको मालूम था कि कोनसा मोबाइल उसका है और कोनसा मेरा ,दोनों एक जैसे ही थे।

अमित ने वापस मोबाइल लेकर वीडियो क्लिप को देखा तभी एक मैसेज आया जिसे पढ़कर उसका चेहरा पिला पड़ गया और उसने मोबाइल को मेरी तरफ किया।

जिसमें प्रिया ने लिखा था ,-"अब जेल जाने की तैयारी कर लो मुझे किसी और सबूत की जरूरत नही है।'

जब मेने ये मेसेज पढ़ा तो डरने की एक्टिंग करने लगी और वापस मोबाइल अमित को दे दिया।

अमित ,--अब क्या होगा उसने अगर केस कर दिया तो ।

मैं ,--करने दो में भी बोल दूँगी उसने भी मेरा रेप करवाया था।

अमित ,--तुम पागल हो क्या ,लोगों से क्या कहेंगे इसमें साफ दिख रहा है अगर नेट पर भी डाल दिया तो बदनामी होगी और फिर तुम्हारे पास क्या सबूत है वो तो बोल देगी की तुमने अपनी इच्छा से करवाया था।

तभी अमित के फोन पर रिंग बजने लगी अमित मुझे फोन पकड़ाने लगा तो मेने कहा कि बात करो अगर उसको मुझसे बात करनी हो होती तो मेरे फोन पर रिंग करती।

अमित ने फोन रिसीव किया और सिर्फ रिकवेस्ट और गिड़गिड़ाने वाले अंदाज में माफी मांगता रहा और कुछ देर में फोन कट गया ।

मैं ,--क्या बोल रही है वो।

अमित रोने वाले अंदाज में ,--वो बोल रही है कि चुपचाप नोकरी छोड़कर गांव चले जाओ या फिर वकील से बात कर लो वो एफआईआर करवा रही है ।कभी भी पुलिस अरेस्ट करने आ सकती है ।

मैं ,--आने दो उसकी भी बदनामी होगी ।

अमित ,--यार तुम समझती क्यों नही उसकी बदनामी से हमे क्या फायदा होगा लेकिन उसने कुछ किया तो मुझे कोई नही बचा सकता।

मैं ,--छोड़ो वो ऐसा कुछ नही करेगी अगर करना होता तो वो तुमको नही बोलती।

अमित ,--पागल मत बनो तुम उससे बात करो पहले अगर उसने कही ये वीडियो क्लिप किसी को भेज दी तो कोई तीसरा आदमी उसको गलत रास्ते पर लगा देगा।

मैं ,--ठीक है अभी वो गुस्से में होगी रात को बात कर लुंगी ।
अमित ,-पर .....

मैं ,--देखो जो होना है वो तो होकर रहेगा अभी उसको बात करने से कोई फायदा नही है में खाना बनाकर बात कर लुंगी ।

फिर उठकर किचन में आ गयी ।
 
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