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हमको आये बहुत देर हो गयी थी इसलिए भूख लगने लगी तो अमित ने बोला चलो कुछ हल्का फुल्का खाना खा लेते है और वो बोला कि तुम उस लव एंड फ़ास्ट फ़ूड का बैनर लगा है उसमें चल कर आर्डर करो में ये सामान गाड़ी में डाल के आता हूँ।औऱ वो लिफ्ट की तरफ चला गया
मैं भी चलके उस तरफ आयी पर उसमे बाहर सिर्फ काउंटर था किसी तरह का खाने का बनाने का जगह नही दिखा कुछ डिश का पिक्चर्स काउंटर पर लगा हुआ था ।
मेने काउंटर पर जाकर पूछा कि खाने में क्या है तो एक लड़की जो वहां बैठी थी बोली,- सॉरी दीदी यहां सिंगल्स के लिए नही है आप सेकंड फ्लोर पर चली जाइये
मुझे अपना बेइज्जती जैसा लगा पहले तो उसने मुझे दीदी बोला फिर मीनू बताने के बजाय सीधे मना कर दिया था इसलिए बाहर आकर अमित का इंतजार करने लगी।
थोड़ी देर में अमित आया तो मुझे बाहर देखकर बोला ,--क्या हुआ आर्डर नही दिया ।मेने कहा कि इसमें सिर्फ कपल को एंट्री है .
अमित ,--तो तुम बोल देती है कि कपल ही है।
में मन मे सोची की उसने मुझे दीदी बोला इसलिये मूड खराब हो गया ।
में,--पर वहां ना तो खाने की टेबल दिखी और ना ही कहीं बनता हुआ दिख रहा था
अमित हँसने लगा और मेरा हाथ पकड़कर बोला चलो मेरे साथ और फिर उसी लड़की के पास जाकर एक डिश जिसका कैटलॉग बाहर लगा था इशारा किया तो लड़की ने एक बटन दबाया और एक वेटर तुरंत आया फिर उसने हमें पीछे आने को कहा।
हमें वेटर ने एक केबिन में बिठाया और पूछा सर स्टार्टर में स्वीट या सॉल्टी ।
अमित ने स्वीट कहा तो वेटर चला गया।
केबिन फुल्ली ए सी था जिसमे बैठने का सिस्टम एसा था कि या तो गोद मे बेठकर खाना खा सकें या फिर सोफा था जिसके सामने की तरफ कुर्सी थी दोनों के बीच मे पतली सी पट्टी थी जिसके दोनों तरफ बेठकर खाया जा सकता था ।
वो लकड़ी की पट्टी फोल्ड करने की थी और जो गोद मे बेठकर खाने के लिए थॉडी बड़ी साइज की थी और आमने सामने बैठने पर एक फ़ीट जितनी चौड़ी थी ।हम आमने सामने बैठ गए जिसमे दोनों के पैर एक दूसरे के बीच मे टच हो रहे थे और एक दूसरे को कहीं भी छू सकते थे और इंतजार करने लगे
तभी अंदर एक म्यूजिकल रोमांटिक धुन बजने की आवाज आई और एक लड़की एक ट्रे लेकर आई।
जिसे रखकर वो लड़की बोली,-- सर आप अब स्टार्टर को एन्जॉय कर सकते है जब आपको खाना हो वो सामने बटन दबा दीजियेगा दो मिनट में आ जायेगा और आपको सर्व करने के लिए मेल या फीमेल वेटर चाहिए वो बता दीजिए।
अमित कुछ बोलता उससे पहले मेने कहा,- मेल ।
तो वो लड़की मुस्कुरा कर थैंक्स बोल के चली गयी ।
उसके जाते ही अमित ने ट्रे को उठाया उसमे पानी के अलावा एक कुल्फी और कुछ सामान था।अमित ने कुल्फी का रैपर हटाया तो उसमें एक ऐसी कुल्फी थी जिसकी दोनों साइड में डंडी थी यानी दोनों पार्टनर को एक एक हाथ से पकड़ना था और बीच मे इतना ही गैप था कि आराम से दोनों को चुसने को मिल सकता था।
अमित ने एक तरफ से पकड़ा और मुझे दुसरीं तरफ से पकड़ने को कहा मेने पकड़ा और दोनों उसको चुसने लगे दोनों के होठों के बीच मे सिर्फ कुल्फी जितना गैप था जो धीरे धीरे कम हो रहा था ।
तभी अमित ने मुझे साड़ी पिन हटाने को कहा जिसे मेने खोल दिया और साड़ी का पल्लू हटा दिया तो वो अपने दूसरे हाथ से ब्लाउज का बटन खोलने लगा जिसमे मेने भी मदद की फिर वो मेरी ब्रा के ऊपर के अंदर हाथ डालकर निपल को मसलते हुए कुल्फी चुसने लगा जो अब नाम मात्र की बची थी और दोनों के होंठ टच होने लगे थे ।
मुझे इस रेस्टोरेंट का ये सिस्टम बहुत अच्छा लगा दोनों के होंठ टच हो रहे थे अमित मेरे बूब्स को मसल रहा था मैं पूरी गर्म हो चुकी थी।
इसलिए मेने भी अपना हाथ बढ़ाकर अपनी की पेंट पर रखा और लण्ड को जीन्स के ऊपर से सहलाने लगी तभी अमित ने अपनी जीन्स की चैन खोल दी और लण्ड को बाहर निकाल दिया जिसे में प्यार से हाथ से पकड़ कर पुचकारते हुए बोली मेरा राजा बाबू बहुत परेशान हो गया था ना अब खुली हवा में अच्छा लगेगा तुझे ,
हमारी आइस क्रीम खत्म हो चुकी थी डंडी ट्रे में जा चुकी थी पर होंठ मिले हुए थे और दोनों के हाथ अपने कामों में लगे थे लगभग दस मिनट बाद अमित बोला कि कुछ खा लेते है नही तो मूवी का टाइम निकल जायेगा और उसने बटन दबा दिया ।
में अपने ब्लाउज का बटन बैंड करने के लिए हाथ ऊपर करने लगी तो अमित बोला,- थॉडी देर के लिए प्रेमिका बन जा ना यार वेटर को भी थोड़ा एन्जॉय करवा देते हैं।
मैं हंसकर ,--नॉटी बॉय और पीछे हाथ करके ब्रा खोल कर सामने रख दी फिर पल्लू कर लिया ।
अमित मेरे हाथों को किस करके ,--रेखा में तुमको समझ ही नही पा रहा हूँ कभी तुम नाराज होकर रोने लगती हो कभी ब्रा निकाल कर रख देती हो कभी मुझे कमला के हवाले कर देती हो और कभी दिनु काका के नाम पर वार्निंग दे देती हो।
मैं,--इसमें समझने वाली क्या बात है बन्द कमरे में तुम कुछ भी करो मेने तुमको रोका नही पर तुम चाहते हो कि बीच रोड पर रण्डी की तरह ट्रीट करो ये मुझे मंजूर नही ,दिनु काका की जहाँ तक बात है तुम बहुत जल्दी कर रहे थे अभी तो हमारी सेक्स लाइफ की शुरुआत हुई है और तुम अभी स्व इतने अग्रेसिव हो रहे हो कि बाद में कोई एक्साइटमेंट ही न रहे।
तभी बाहर से बेल बजी तो अमित ने कहा कम इन
एक स्मार्ट से वेटर ट्रे लेकर अंदर आया और ट्रे को टेबल पर रखा तो उसकी नज़र टेबल पर रखी मेरी ब्रा पर गयी।
उसने एक बार मेरी तरफ देखा और फिर उसको साड़ी में से नेंगे बूब्स दिखे तो पहले वाली ट्रे को उठाने लगा ।फिर वो ट्रे में से इस छोटे से कप को हाथ मे लेकर बोला सर इसको यूज़ नही किया।
अमित ,-क्या है इसमें।
वेटर ,--सर यही तो इस रेस्टोरेंट की खास चीज है अगर आप ने इसी को छोड़ दिया तो फिर यहां दुबारा किसलिए आएंगे।
अमित ,--हम लोग पहली बार आएं है इसलिए पता नही तुम बता दो ।
वेटर ,--इसको बूब्स पर लगाकर चुसने का है क्रीम है सर।
तभी अमित बोला ,--यार मुझे पता नही तुम ही लगा दो।
मेने जब ये सुना तो अमित की तरफ आंखे निकाल कर डराने जैसा इशारा किया पर अमित हँसने लगा।
वेटर ,--सर ज्यादातर कपल यही डिमांड करते है मुझे ही लगानी पड़ती है फिर उसने साड़ी हटाने को कहा तो अमित ने पल्लू खींच दिया
मेने शर्म से अपनी आंखें झुका ली पर चुत ने दो बूंद पानी की बहाकर अपनी खुशी जाहिर कर दी और मेरी दोनों बूब्स को नंगी देखने वाला एक और नाम जुड़ गया।
उसने उस कप को उठाया और एक छोटा सा चम्मच उसमे से निकाल कर उसमे वो क्रीम में डुबोयी फिर मेरी दोनों निप्पल को उस क्रीम से कवर कर दिया जब दोनों निपल को कवर कर रहा था तब दोनो निपल की लंबाई बढ़ गयी और बूब्स टाइट हो गए।
उसने जब मेरे बूब्स को नंगा देखा तो उसकी पेंट में हलचल दिखाई दी और पेंट फूलता हुआ दिखा क्योकि तीन साल से मेरी बूब्स की मसाज अलग अलग लोग कर चुके थे इसलिए दोनों बूब्स पूरे विकसित हो चुके थे और बहुत अच्छे साइज के साथ सख्त थे।
तभी अमित बोला,-- ऐसी क्रीम भाभी जी के लिए भी है क्या क्योंकि वो डिब्बा खत्म हो चुका था।
तो वेटर बोला कि काउंटर पर आर्डर देने वाले के हिसाब से क्रीम दी जाती है लगता है आर्डर आप ने किया था तभी स्वीट क्रीम सप्लाई हुई है अगर भाभी जी ऑर्डर दिया होता तो खटाई वाली क्रीम मिलती ।
अमित,--और अगर दोनों ने एक साथ आर्डर दिया होता तो ।
वेटर ,--ऐसा जनरली होता नही है लेकिन काउंटर पर बोथ बोल देना होता है ।
अमित ,--अभी अगर चांहे तो।
वेटर ,--मिल जाएगी सर ।आप तब तक एन्जॉय कीजिये में लेकर आता हूँ ।
पर अमित ने उसके सामने ही मेरी निप्पल को चूसना चालू कर दिया तो वेटर हंसते हुए बाहर चला गया।
मेरी तो हालत खराब हो रही थी शरीर के सारी गर्मी मुंह से भाप के साथ गर्म भाप की तरह निकल रही थी और मन कर रहा था नंगी होकर चुदवाने लगूँ ।
अमित ने पूरी क्रीम को पांच मिनट तक चाटकर साफ कर दी थी लेकिन फिर भी लगा हुआ था लेकिन बेल बजने से वो अलग हुआ और वेटर एक छोटा सा डिब्बा लेकर आया और रखकर जाने लगा तो
अमित ,--इसको कहाँ लगाते हैं।
वेटर ,-वो मेडम की चॉइस है पहले हमारे यहाँ फीमेल वेटर होती थी जो लगा देती थी पर कुछ लोगों के मिस बिहेव की वजह से अब ये काम भाभी जी को ही करना पड़ेगा और फिर वो एन्जॉय सर बोलकर चला गया।
में उस वेटर के बिवेव को देखकर सोच रही थी कि ये इतने हॉट सीन को छोड़कर बाहर जाने की जल्दी में क्यों रहता है फिर दिमाग मे आया कि ये दिनभर यही तो देखता होगा या फिर टॉयलेट में जाकर कुछ करने की जल्दी होगी
मैं ,-उस क्रीम को खोल कर अंगुली से टेस्ट की और बोली,-- हम्म यमी और अंगुली अमित के मुंह मे घुसाई तो अमित बोला ,--ये रेस्टोरेंट वाले भी बहुत इंटेलीजेंस लोग है सेक्स बढ़ाने में पुरूष को मीठा और लेडीज को खट्टा इंटरेस्टिंग।
में उसको दुबारा अंगुली पर लगाकर चाटने लगी तो अमित बोला ,--यार इसपर लगाकर चाट ना।
और ट्रे को साइड में रखकर टेबल को फोल्ड कर दिया
और नीचे बैठकर चमच से क्रीम निकाली और उसके लण्ड पर लगाने लगी पर उसमे इतनी ही क्रीम थी कि लण्ड की टोपी ही कवर हुई फिर डिब्बे को साइड में रखकर मेने उसको मुंह मे ले लिया ।
अमित की सांसे तेज हो गयी और वो जोर जोर से आहें भरने लग गया लगभग पांच मिनट बाद उसने मुझे रोक दिया।
में उसको प्रश्नवाचक आंखों से देखा तो उसने मेरे होठ पर किस किया और बोला ,-डार्लिंग एक बार डाउन कर दिया तो फिर घूमने का मज़ा खत्म हो जाएगा इसलिए इसको खड़ा रहने दो।
फिर उसने वापस टेबल को खोला और बोला चलो खाना खा लेते है और प्लेट को खोला जिसमे नूडल्स थे पर वो छोटे छोटे टुकड़ों में थे जो चम्मच में आसानी से उठ जाए पर मैने देखा चम्मच एक ही था तो अमित हंस कर बोला इस रेस्टोरेंट का सही नाम रखा है लव एंड फ़ूड ,देखो एक चम्मच से दोनों को आधा आधा खाना है प्यार के साथ।
दोनों ने पूरा प्लेट नूडल्स खाये और फिर कपड़े ठीक करके बेल बटन दबाया तो वही फीमेल वेटर आयी बिल लेकर अमित ने पैसे दिए तो वेटर बोली ,--कैसा था खाना सर ।
अमित ,--बहुत अच्छा था पर इसमें एक लंबा सोफ़ा होना चाहिए था।
जवाब में वेटर ने कहा कि सर फिर यहां लोग खाने नही दूसरे ही काम के लिए आने लग जाएंगे और वो हंसकर चली गयी।
हम भी बाहर आये और मूवी के लिए निकल गए
मैं भी चलके उस तरफ आयी पर उसमे बाहर सिर्फ काउंटर था किसी तरह का खाने का बनाने का जगह नही दिखा कुछ डिश का पिक्चर्स काउंटर पर लगा हुआ था ।
मेने काउंटर पर जाकर पूछा कि खाने में क्या है तो एक लड़की जो वहां बैठी थी बोली,- सॉरी दीदी यहां सिंगल्स के लिए नही है आप सेकंड फ्लोर पर चली जाइये
मुझे अपना बेइज्जती जैसा लगा पहले तो उसने मुझे दीदी बोला फिर मीनू बताने के बजाय सीधे मना कर दिया था इसलिए बाहर आकर अमित का इंतजार करने लगी।
थोड़ी देर में अमित आया तो मुझे बाहर देखकर बोला ,--क्या हुआ आर्डर नही दिया ।मेने कहा कि इसमें सिर्फ कपल को एंट्री है .
अमित ,--तो तुम बोल देती है कि कपल ही है।
में मन मे सोची की उसने मुझे दीदी बोला इसलिये मूड खराब हो गया ।
में,--पर वहां ना तो खाने की टेबल दिखी और ना ही कहीं बनता हुआ दिख रहा था
अमित हँसने लगा और मेरा हाथ पकड़कर बोला चलो मेरे साथ और फिर उसी लड़की के पास जाकर एक डिश जिसका कैटलॉग बाहर लगा था इशारा किया तो लड़की ने एक बटन दबाया और एक वेटर तुरंत आया फिर उसने हमें पीछे आने को कहा।
हमें वेटर ने एक केबिन में बिठाया और पूछा सर स्टार्टर में स्वीट या सॉल्टी ।
अमित ने स्वीट कहा तो वेटर चला गया।
केबिन फुल्ली ए सी था जिसमे बैठने का सिस्टम एसा था कि या तो गोद मे बेठकर खाना खा सकें या फिर सोफा था जिसके सामने की तरफ कुर्सी थी दोनों के बीच मे पतली सी पट्टी थी जिसके दोनों तरफ बेठकर खाया जा सकता था ।
वो लकड़ी की पट्टी फोल्ड करने की थी और जो गोद मे बेठकर खाने के लिए थॉडी बड़ी साइज की थी और आमने सामने बैठने पर एक फ़ीट जितनी चौड़ी थी ।हम आमने सामने बैठ गए जिसमे दोनों के पैर एक दूसरे के बीच मे टच हो रहे थे और एक दूसरे को कहीं भी छू सकते थे और इंतजार करने लगे
तभी अंदर एक म्यूजिकल रोमांटिक धुन बजने की आवाज आई और एक लड़की एक ट्रे लेकर आई।
जिसे रखकर वो लड़की बोली,-- सर आप अब स्टार्टर को एन्जॉय कर सकते है जब आपको खाना हो वो सामने बटन दबा दीजियेगा दो मिनट में आ जायेगा और आपको सर्व करने के लिए मेल या फीमेल वेटर चाहिए वो बता दीजिए।
अमित कुछ बोलता उससे पहले मेने कहा,- मेल ।
तो वो लड़की मुस्कुरा कर थैंक्स बोल के चली गयी ।
उसके जाते ही अमित ने ट्रे को उठाया उसमे पानी के अलावा एक कुल्फी और कुछ सामान था।अमित ने कुल्फी का रैपर हटाया तो उसमें एक ऐसी कुल्फी थी जिसकी दोनों साइड में डंडी थी यानी दोनों पार्टनर को एक एक हाथ से पकड़ना था और बीच मे इतना ही गैप था कि आराम से दोनों को चुसने को मिल सकता था।
अमित ने एक तरफ से पकड़ा और मुझे दुसरीं तरफ से पकड़ने को कहा मेने पकड़ा और दोनों उसको चुसने लगे दोनों के होठों के बीच मे सिर्फ कुल्फी जितना गैप था जो धीरे धीरे कम हो रहा था ।
तभी अमित ने मुझे साड़ी पिन हटाने को कहा जिसे मेने खोल दिया और साड़ी का पल्लू हटा दिया तो वो अपने दूसरे हाथ से ब्लाउज का बटन खोलने लगा जिसमे मेने भी मदद की फिर वो मेरी ब्रा के ऊपर के अंदर हाथ डालकर निपल को मसलते हुए कुल्फी चुसने लगा जो अब नाम मात्र की बची थी और दोनों के होंठ टच होने लगे थे ।
मुझे इस रेस्टोरेंट का ये सिस्टम बहुत अच्छा लगा दोनों के होंठ टच हो रहे थे अमित मेरे बूब्स को मसल रहा था मैं पूरी गर्म हो चुकी थी।
इसलिए मेने भी अपना हाथ बढ़ाकर अपनी की पेंट पर रखा और लण्ड को जीन्स के ऊपर से सहलाने लगी तभी अमित ने अपनी जीन्स की चैन खोल दी और लण्ड को बाहर निकाल दिया जिसे में प्यार से हाथ से पकड़ कर पुचकारते हुए बोली मेरा राजा बाबू बहुत परेशान हो गया था ना अब खुली हवा में अच्छा लगेगा तुझे ,
हमारी आइस क्रीम खत्म हो चुकी थी डंडी ट्रे में जा चुकी थी पर होंठ मिले हुए थे और दोनों के हाथ अपने कामों में लगे थे लगभग दस मिनट बाद अमित बोला कि कुछ खा लेते है नही तो मूवी का टाइम निकल जायेगा और उसने बटन दबा दिया ।
में अपने ब्लाउज का बटन बैंड करने के लिए हाथ ऊपर करने लगी तो अमित बोला,- थॉडी देर के लिए प्रेमिका बन जा ना यार वेटर को भी थोड़ा एन्जॉय करवा देते हैं।
मैं हंसकर ,--नॉटी बॉय और पीछे हाथ करके ब्रा खोल कर सामने रख दी फिर पल्लू कर लिया ।
अमित मेरे हाथों को किस करके ,--रेखा में तुमको समझ ही नही पा रहा हूँ कभी तुम नाराज होकर रोने लगती हो कभी ब्रा निकाल कर रख देती हो कभी मुझे कमला के हवाले कर देती हो और कभी दिनु काका के नाम पर वार्निंग दे देती हो।
मैं,--इसमें समझने वाली क्या बात है बन्द कमरे में तुम कुछ भी करो मेने तुमको रोका नही पर तुम चाहते हो कि बीच रोड पर रण्डी की तरह ट्रीट करो ये मुझे मंजूर नही ,दिनु काका की जहाँ तक बात है तुम बहुत जल्दी कर रहे थे अभी तो हमारी सेक्स लाइफ की शुरुआत हुई है और तुम अभी स्व इतने अग्रेसिव हो रहे हो कि बाद में कोई एक्साइटमेंट ही न रहे।
तभी बाहर से बेल बजी तो अमित ने कहा कम इन
एक स्मार्ट से वेटर ट्रे लेकर अंदर आया और ट्रे को टेबल पर रखा तो उसकी नज़र टेबल पर रखी मेरी ब्रा पर गयी।
उसने एक बार मेरी तरफ देखा और फिर उसको साड़ी में से नेंगे बूब्स दिखे तो पहले वाली ट्रे को उठाने लगा ।फिर वो ट्रे में से इस छोटे से कप को हाथ मे लेकर बोला सर इसको यूज़ नही किया।
अमित ,-क्या है इसमें।
वेटर ,--सर यही तो इस रेस्टोरेंट की खास चीज है अगर आप ने इसी को छोड़ दिया तो फिर यहां दुबारा किसलिए आएंगे।
अमित ,--हम लोग पहली बार आएं है इसलिए पता नही तुम बता दो ।
वेटर ,--इसको बूब्स पर लगाकर चुसने का है क्रीम है सर।
तभी अमित बोला ,--यार मुझे पता नही तुम ही लगा दो।
मेने जब ये सुना तो अमित की तरफ आंखे निकाल कर डराने जैसा इशारा किया पर अमित हँसने लगा।
वेटर ,--सर ज्यादातर कपल यही डिमांड करते है मुझे ही लगानी पड़ती है फिर उसने साड़ी हटाने को कहा तो अमित ने पल्लू खींच दिया
मेने शर्म से अपनी आंखें झुका ली पर चुत ने दो बूंद पानी की बहाकर अपनी खुशी जाहिर कर दी और मेरी दोनों बूब्स को नंगी देखने वाला एक और नाम जुड़ गया।
उसने उस कप को उठाया और एक छोटा सा चम्मच उसमे से निकाल कर उसमे वो क्रीम में डुबोयी फिर मेरी दोनों निप्पल को उस क्रीम से कवर कर दिया जब दोनों निपल को कवर कर रहा था तब दोनो निपल की लंबाई बढ़ गयी और बूब्स टाइट हो गए।
उसने जब मेरे बूब्स को नंगा देखा तो उसकी पेंट में हलचल दिखाई दी और पेंट फूलता हुआ दिखा क्योकि तीन साल से मेरी बूब्स की मसाज अलग अलग लोग कर चुके थे इसलिए दोनों बूब्स पूरे विकसित हो चुके थे और बहुत अच्छे साइज के साथ सख्त थे।
तभी अमित बोला,-- ऐसी क्रीम भाभी जी के लिए भी है क्या क्योंकि वो डिब्बा खत्म हो चुका था।
तो वेटर बोला कि काउंटर पर आर्डर देने वाले के हिसाब से क्रीम दी जाती है लगता है आर्डर आप ने किया था तभी स्वीट क्रीम सप्लाई हुई है अगर भाभी जी ऑर्डर दिया होता तो खटाई वाली क्रीम मिलती ।
अमित,--और अगर दोनों ने एक साथ आर्डर दिया होता तो ।
वेटर ,--ऐसा जनरली होता नही है लेकिन काउंटर पर बोथ बोल देना होता है ।
अमित ,--अभी अगर चांहे तो।
वेटर ,--मिल जाएगी सर ।आप तब तक एन्जॉय कीजिये में लेकर आता हूँ ।
पर अमित ने उसके सामने ही मेरी निप्पल को चूसना चालू कर दिया तो वेटर हंसते हुए बाहर चला गया।
मेरी तो हालत खराब हो रही थी शरीर के सारी गर्मी मुंह से भाप के साथ गर्म भाप की तरह निकल रही थी और मन कर रहा था नंगी होकर चुदवाने लगूँ ।
अमित ने पूरी क्रीम को पांच मिनट तक चाटकर साफ कर दी थी लेकिन फिर भी लगा हुआ था लेकिन बेल बजने से वो अलग हुआ और वेटर एक छोटा सा डिब्बा लेकर आया और रखकर जाने लगा तो
अमित ,--इसको कहाँ लगाते हैं।
वेटर ,-वो मेडम की चॉइस है पहले हमारे यहाँ फीमेल वेटर होती थी जो लगा देती थी पर कुछ लोगों के मिस बिहेव की वजह से अब ये काम भाभी जी को ही करना पड़ेगा और फिर वो एन्जॉय सर बोलकर चला गया।
में उस वेटर के बिवेव को देखकर सोच रही थी कि ये इतने हॉट सीन को छोड़कर बाहर जाने की जल्दी में क्यों रहता है फिर दिमाग मे आया कि ये दिनभर यही तो देखता होगा या फिर टॉयलेट में जाकर कुछ करने की जल्दी होगी
मैं ,-उस क्रीम को खोल कर अंगुली से टेस्ट की और बोली,-- हम्म यमी और अंगुली अमित के मुंह मे घुसाई तो अमित बोला ,--ये रेस्टोरेंट वाले भी बहुत इंटेलीजेंस लोग है सेक्स बढ़ाने में पुरूष को मीठा और लेडीज को खट्टा इंटरेस्टिंग।
में उसको दुबारा अंगुली पर लगाकर चाटने लगी तो अमित बोला ,--यार इसपर लगाकर चाट ना।
और ट्रे को साइड में रखकर टेबल को फोल्ड कर दिया
और नीचे बैठकर चमच से क्रीम निकाली और उसके लण्ड पर लगाने लगी पर उसमे इतनी ही क्रीम थी कि लण्ड की टोपी ही कवर हुई फिर डिब्बे को साइड में रखकर मेने उसको मुंह मे ले लिया ।
अमित की सांसे तेज हो गयी और वो जोर जोर से आहें भरने लग गया लगभग पांच मिनट बाद उसने मुझे रोक दिया।
में उसको प्रश्नवाचक आंखों से देखा तो उसने मेरे होठ पर किस किया और बोला ,-डार्लिंग एक बार डाउन कर दिया तो फिर घूमने का मज़ा खत्म हो जाएगा इसलिए इसको खड़ा रहने दो।
फिर उसने वापस टेबल को खोला और बोला चलो खाना खा लेते है और प्लेट को खोला जिसमे नूडल्स थे पर वो छोटे छोटे टुकड़ों में थे जो चम्मच में आसानी से उठ जाए पर मैने देखा चम्मच एक ही था तो अमित हंस कर बोला इस रेस्टोरेंट का सही नाम रखा है लव एंड फ़ूड ,देखो एक चम्मच से दोनों को आधा आधा खाना है प्यार के साथ।
दोनों ने पूरा प्लेट नूडल्स खाये और फिर कपड़े ठीक करके बेल बटन दबाया तो वही फीमेल वेटर आयी बिल लेकर अमित ने पैसे दिए तो वेटर बोली ,--कैसा था खाना सर ।
अमित ,--बहुत अच्छा था पर इसमें एक लंबा सोफ़ा होना चाहिए था।
जवाब में वेटर ने कहा कि सर फिर यहां लोग खाने नही दूसरे ही काम के लिए आने लग जाएंगे और वो हंसकर चली गयी।
हम भी बाहर आये और मूवी के लिए निकल गए