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Adultery Husband ko banaya cuckhold

malikarman

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दोनों खाना खाने बैठे तो कमला भी नीचे बैठ गयी और वो भी खाने लगी तभी मुझे शरारत सृझी मेने

कमला को कहा,--क्यू री तूने कल मसाज अच्छी तरह से नही की क्या जो आज अमित जल्दी नहा लिया

कमला ,--अरे भाभी रोज रोज मेरी जैसी मसाज बहुत भारी पड़ेगी आपको

मैं ,--कैसे

कमला,--एक बार अगर अमित भैया को मेरी आदत लग गयी तो वो सबको भूल जाएंगे

में , मसाज में क्या आदत लगेगीं वो कोई नशा थॉडी ही है

कमला,--वो तो आप अमित भैया से पूछे

अमित चुपचाप खाना खा रहा था उसने कुछ नही बोला तो में भी चुपचाप खाकर बरतन किचन में ले गयी और फिर सिंक में जोरदार तरोके से बरतन फेंके और फर्श पर बैठकर चिल्लाने लगी ।

तभी अमित दौड़कर आया ओर पूछा ,क्या हुआ
में रोते हुए ,-मेरा पैर फिसल गया और घुटने में दर्द हो रहा है

उसने उठाने के लिए हाथ बढाया पर में थोड़ा सा उठकर चिलाते हुए वापस बैठ गयी तभी कमला भी आ गयी और मुझ से पूछने लगी कि क्या हुआ
तो मैने फिसलने का वजह बताया ,तभी अमित ने मुझे अपनी गोद में उठाया और बाहर की ओर ले जाने लगा में जोर से चिललाने लगी और कमला की और देख कर आंख मार दी,

कमला मुस्करा में लगी और वापस आँख मारकर लगें रहो का इशारा किया

अमित ने मुझे बाहर सोफे पर बिठाया और जैसे ही पैर पर हाथ लगाया फिर से चिल्लाते हुए दूर कर दिया तभी कमला मेरे पास आयी और मेरी साड़ी को घुटनों तक उठा कर देखा

फिर बोली ,--अमित भैया चोट नही है मुझे लगता है मोच आ गयी है मालिश करने से मोच निकल जायेगी

वो अमित को देखकर बोली ,--अमित भैया ,आप जल्दी से दिनु काका को बुला लीजिये ,

अमित जल्दी से उठा और गेट की तरफ जाने लगा तो मेने उसको दर्द से कराहते हुए कहा कि,- उसका नंबर मेरे फ़ोन में है फोन कर लो

पर अमित बोला कि फोन की जगह में उसको पकड़ कर साथ ही ले आता हूँ और लिफ्ट में घुस गया

उसके जाते ही कमला बोली वो उसको तैयार करके लाएगा की मोच के साथ ही मसाज भी कर दे ,जिसे सुनकर में हंसने लगी और उसको गेट बंद करने को कहा जिससे उनके आने से पहले हम लोग सतर्क हो जाएं

कमला गेट बंद करके ,--भाभी गज़ब की एक्टिंग की है आपने ,आप को तो फिल्मों में काम करना चाहिए सब हीरोइनों को फेल कर दोगी

हम लोग लगभग 15 मिनट तक बातें करते रहे और इस दौरान बाम वगैराह भी पास में रख लिए जिससे उनको लगे की कमला ने अपनी तरफ से कोई कोर कसर नही छोड़ी है

तभी बेल बजी औऱ कमला ने गेट खोला अमित जल्दी से अंदर आया और मेरे पास बैठ कर पूछा अब कैसा है कुछ राहत मिली कि नही तो मैने हल्का सा कराहते हुए कहा ,--कमला ने बाम लगाई है इसलिए थॉडी राहत है

तभी दिनु काका मेरे पैरों के पास आकर फर्श पर बैठ गए और पूछा किस पैर में दर्द है तो कमला बोली बांये पर में और दिनु काका को कुछ इशारा किया

तो दीनू काका बोले ,--बेटा में तुम्हारे पैर पर हाथ रखता हूँ तुम बताना ज्यादा दर्द किस जगह पर है और फिर साड़ी के ऊपर से हाथ रखकर दबाने लगे

फिर एक जगह हाथ लगते ही में जोर से चिल्लाने लगी तो बोले ,--अरे ये तो पिंडली में है बेटी तुम चिंता मत करो अभी दस मिनट में चला जायेगा

फिर कमला को बोले ,-कमला जा रसोई में जाकर एक कटोरी में सरसों का तेल गरम करके ला और

अमित को बोले ,--अमित बाबू आप मेमसाहब को नीचे चटाई पर सुला दीजिये में अभी तेल की मालिश कर के दर्द को ठीक कर देता हूँ

अमित उठकर चटाई बिछाया औऱ फिर मुझे बाहों में उठा कर नीचे सुला दिया में एक बार फिर हल्का कराहने की एक्टिंग की और चटाई पर सो गई

तभी कमला रसोई से एक कटोरी में तेल लेकर आई और चटाई के पास रखकर बोली ,--अमित भैया में नीचे सीमा भाभी के यहां जा रही हूं अगर कोई काम हो तो मुझे फोन कर के बोल देना में आ जाऊंगी,और वो गेट खोलकर चली गयी

अमित ने उठकर गेट बंद किया और मेरे सामने वाले सोफे पर बैठ गया जो पैरों की तरफ था और बोला ,--दिनु काका करिये ना मसाज रेखा को दर्द हो रहा है

दिनु काका उठकर मेरे पैरों के पास आकर बैठते हुए बोले ,--बस अमित बाबू एक बार हाथ लगने की देरी है आप देखिए कैसे दर्द ठीक करता हूँ ,मेरे पास तो मोच निकलवाने के लिए आस पास की कॉलोनियों से बहुत सारे लोग आते है जो डॉक्टरों के दवा से परेशान हो जाते है

फिर दिनु काका मेरे पैरों के पास बैठ जाते है और साड़ी को ऊपर करने की कोशिश करते है पर में पैर को दूर कर लेती हूं ये देखकर दिनु काका बोलते है ,-बेटा दूर जाने से कैसे होगी मालिस और मालिश नही होगी तो मोच नही निकलेगी

तभी अमित बोलता है ,--यार क्यों दूर हो रही हो दिनु काका की उम्र तुम्हारे पापा से भी ज्यादा है और में पास में बैठा हूँ डरो मत

फिर दिनु काका थोड़ा खिसक कर पास आते है और साड़ी को ऊपर करके बोलते है ,--अरे बेटी तुम तो मेरी बेटी की उम्र की हो अगर इस तरह करोगी तो दर्द किसे ठीक होगा ।

फिर दिनु काका ने तेल लेकर पैर में लगाना शुरू किया पहले थोड़ा एड़ी में लगाया ओर धीरे धीरे ऊपर की तरफ बढ़ने लगे साड़ी जो घुटने तक थी उनके हाथ ऊपर की तरफ बढ़ने के साथ ऊपर होती जा रही थी और मेरी चीखें भी उनकी मालिश के साथ कम होती जा रही थी ,

दिनु काका तो साइड में बैठे थे इसलिए घुटने से ऊपर उनको कुछ नही दिख रहा था पर अमित जहां बैठा था उसको जरूर मेरी थॉडी बहूत जांघे दिख रही होगी जिसका असर उसके पेंट पर दिख रहा था वो मन मे सोच रहा होगा कि थॉडी साड़ी और ऊपर हो जाती

तो पेंटी दिख जाती उसका पेंट फूलना चालू हो गया था जिससे लग रहा था कि लण्ड ने सर उठाना चालू कर दिया है तभी अमित मेरी आँखों मे देखते हुए अपना हाथ अपने पेंट पर ले गया और मुझे दिखाते हुए पेंट के ऊपर से लण्ड को मसलने लगा

तभी दिनु काका बोले ,--बेटी अब आराम मिल रहा है या नही

में,- थोड़ा ठीक लग रहा है

मेने सोचा था कि एक साथ पूरा ठीक होने का बोलूंगी तो कही शक हो जाएगा लेकिन मुझे ये नही पता था कि ये बोलना मेरे लिए मुसीबत लेने जैसा था ,

दिनु काका बहुत अनुभवी आदमी था जो लगभग 65 साल की उम्र होने के बाद भी उसके हाथों में बहुत दम था उसने धोती कुर्ता पहना था उसने जब एड़ी से मसाज चालू की थीं तो हाथ लगाते ही मेरे शरीर मे इस अजीब सेंसेशन चालू हो गया था और जैसे ही घुटने तक पहुंचा उसके हाथों से तो मेरी हालत खराब हो गई थी

उसको पता था कि किस इस को छूने से सीधा असर चुत पर पड़ने वाला है इसलिए मुझे लग रहा था कि ये मुझे पैरों की मसाज में ही झडा देगा फिर सामने अमित के सामने होने से मुझे एक अजीब अनुभूति हो रही थी कि मेरा पति सामने बैठा है और अपनी ब्याहता बीबी को एक बूढ़े के हाथों छूते देखकर वो लण्ड को मसल रहा है

मेरी चुत रस छोड़ने की दूसरी वजह थी अमित के बारे में सोचकर कि ये अगर एक बूढ़े से अपनी बीबी की नंगी टांगो को मसलते देखकर ये हालात है तो जब में उसके सामने अपने यारों को बुलाकर चुदआऊंगी तब तो ये साला उनके लण्ड भी चूसकर खड़ा करेगा कि मेरी बीबी को मेरे सामने चोदो

दिनु काका को ये पता चल चुका था कि ये मोच का दर्द नही बल्कि मजे में ली जाने वाली कामुक आहें है इसलिये वो अब खुलकर मेरे पैर से खेल रहा था और हाथ को और सेंसिटिव तरीके से ऊपर की और ले जा रहा था ।

दूसरा मुझे पूरा विस्वास था कि अमित ने दिनु काका को लाने में जो समय लगाया था उस समय दिनु काका को पूरा समझा कर लाया होगा कि खुलकर मसाज करें इसलिए वो निडर होकर हाथ को ऊपर की और ले जा रहा था

दिनु काका,- बेटी तब तो तुम्हारी पूरी नस को देखना पड़ेगा और उन्होंने अपना हाथ मेरे घुटने से ऊपर ले जाकर मसलना चालू कर दिया, में हाथ से साड़ी नीचे करने नही दी ,तो दिनु काका ने हाथ को साड़ी के अंदर घुसा दिया और जांघ पर हाथ फिराने लगे,

मेरी हालत खराब हो चुकी थी और कामुक सिसकारियां जिनको में चीखों में बदल कर दिखा रही थी अब ऐसा करना मुश्किल हो गया और चीखो को जगह अब कामुक आहें निकलने लगी जिसे अमित और दिनु काका दोनों समझ चुके थे मेरी पेंटी चुत रस से भीग चुकी थी ।

हाथ ऊपर ले जाने से मुझे डर था कि अमित को मेरी भीगी हुई पेंटी नही दिख जाए इसलिए साड़ी को नीचे करने की बार बार कोशिश कर रही थी

दिनु काका पूरे अनुभव को काम मे ले रहे थे और धीरे धिरे अपना हाथ जांघो पर फिरा रहे थे अब उनका हाथ जांघो से ऊपर मेरे पैरों के जोड़ तक पहुँच चुका था तभी दिनु काका का हाथ मेरी पेंटी के ऊपर से मेरी चुत से टकरा गया और मुझे करंट जैसा महसूस हुआ

और मैने दिनु काका का हाथ हटाया और उनको धक्का दिया और फिर उठकर अंदर चली आयी।
Lovely update
 

malikarman

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जैसे ही मैं अंदर की ओर आयी अमित ने दिनु काका को रुकने का इशारा किया और रूम में आकर बोला

,-क्या हुआ तुम इसे काका को धक्का मारकर क्यो आ गयी

में,--तुम उसको अभी का अभी घर से बाहर निकालो

अमित ,-क्यो उसने तुम्हारी मोच निकाल दी और बिचारे बुड्ढे आदमी को धक्का मार दिया और अब बाहर निकाल ने को बोल रही हो उल्टा तुमको तो उसको थैंक्स बोलना चाहिए

में ,--तुम देख नही रहे थे कि उसका हाथ कहाँ था

अमित ,--कहाँ था हाथ से ही तो तुम्हारा दर्द ठीक किया है बिना हाथ लगाए कैसे होता वो कोई जादूगर थोडे ही है

मैं ,--तुम आदमी हो या घनचक्कर उसने हाथ कहाँ तक डाला था वो नही देखा

अमित ,--तुम पागल हो क्या उसने बोला था ना की पूरा दर्द मिटाने के लिए पूरे पैर की नस की बिठाना पड़ेगा अब मुझे क्या पता पैर की नस कहाँ तक होती है और साड़ी में कहां तक छुआ है

में,--ओफ्फो अब में कैसे बोलू ,उसका हाथ पैरों तक तो समझ मे आता है पर उसने ..मेरी ....उसको भी टच किया था

अमित ,--फिर वही बात उसने बोला ना कि पूरा दर्द मिटाने के लिए जो जरूरी था वही तो किया देखो तुम अब आराम से चल के आ गयी नही तो खड़ा भी नही हुआ जा रहा था

में धीरे से ,--उसने मेरी पेंटी के ऊपर चुत पर हाथ फिराया है

अमित ,--यार इतनी सी बात गलती से लग गया होगा इसमे इतना परेशानी वाली क्या बात हो गयी जो उसको धक्का देना पड़ा ।तुम तो ऐसे बोल रही हो जैसे मेरे अलावा किसी ने तुम्हारी चुत को छुआ ही नही।

में ,--उसने गलती से नही जान बूझकर किया है

अमित ,--तो तुम उसको आराम से भी बोल सकती थी ऐसा बिहेव करना जरूरी था अभी दर्द से छटपटा रही थी डॉक्टर के पास जाते तो वो पेन किल्लर टेबलेट देता और फीस भी लेता और आने जाने और लाइन में लगना पड़ता तो कितनी परेशानी होती और फिर उसकी दवा से तुमको थॉडी देर के लिए राहत मिलती लेकिन मोच तो दवा से ठीक नही होती ना

में ,-और उसने तुम्हारी बीबी की चुत के ऊपर हाथ फिराया उसका कुछ नही

अमित ,--यार उसकी उम्र देखो तुमको बेटी बोल रहा था और तुम्हारे जैसी बला की सुंदरी की पहले मालिश नही की होगी तो अगर जानबूझकर छू लिया तो ऐसी क्या आफत आ गयी कि घर आये हुए आदमी के साथ इस तरह का व्यवहार किया जाय

में ,--तुम आदमी हो कि क्या हो, वो तुम्हारी की चुत को छू लिया और तुम बोल रहे हों कि कोई आफत नही आई तो फिर आफत कब आएगी

अमित ,--आफत तब मानी जाती जब वो मेरी अनुपस्थिति में आया होता और तुम्हारे साथ जबरदस्ती कुछ किया होता ,उसको अपनी जान प्यारी नही है क्या जो मेरे होते तुम को कुछ करता

में ,--तो बाकी क्या रह गया

अमित ,--बाकी कुछ की छोड़ो में इतना बेवकूफ भी नही, तुम्हारा दर्द बहुत पहले चला गया था और तुम जानबूझ कर उसको उसी समय नही बोली कि अब दर्द नही है छोड़ दो , तुम खुद उसके हाथों से एन्जॉय कर रही थी और वो भी उम्र दराज है उसको भी समझ मे आ गया कि ये दर्द की आहें भर रही है या कामुक सिसकिया ले रही है।

में ,--ये तुम कैसे बोल सकते हो की दर्द बहूत पहले ठीक हो चुका था

अमित ,--में उसका सबूत भी दे सकता हूँ

में ,--क्या सबूत है तुम्हारे पास

अमित ,-- अगर सबूत दे दिया तो फिर उससे माफी मांग लोगी ना काका से

में सोच में पड़ गयी कि ये क्या सबूत देने की बोल रहा है कही मोबाइल में रिकॉर्ड तो नही किया कुछ लेकिन रिकॉर्डिंग से कैसे प्रूफ होगा

अमित फिर बोला,--क्या हुआ अब चुप क्यों हो अगर तुम्हारा ये ही रवैया रहा तो कोई घर आएगा क्या अपने दुबारा

में ,--ठीक है तुम प्रूफ दो अगर तुम सही हो तो में तुम जैसे कहोगे वैसे माफी मांगने को तैयार हूं

अमित ,--ओके अपने हाथ ऊपर करो

में फिर सोच में पड़ गयी की हाथ ऊपर करने से क्या होगा

अमित ,--ठीक है तुमको ऐसा ही व्यवहार करना है में काका के पैर पकड़कर माफी मांग लेता हूँ लेकिन आगे से मुझे भी सोचना पड़ेगा कि में तुम को जैसी समझता था वैसी तुम हो नही और वो मुड़ने लगा तो मैने उसका हाथ पकड़कर रोका और बोली ,--ठीक है ये लो कर दिये हाथ ऊपर

मेरे हाथ ऊपर करते ही वो मेरे कदमो में बैठ गया और साड़ी को पैरों से उठाकर अपने हाथ मेरी साड़ी में घुसाए और जब तक मे कुछ समझ पाती उसने मेरी पेंटी को नीचे खींच कर पैरों तक लाया और दोनों पैरों को एक एक करके उठाया और खड़ा होकर मेरे चेहरे के सामने पेंटी लहराकर बोला ,----ये रहा सबूत अगर इस पेंटी को निचोड़ लिया जाए तो इसमें से पानी निकल सकता है ,जब तक तुम को मज़ा आ रहा था तुम काका को कुछ नही बोली और जब झड़ गयी तो उनको धक्का मारकर आ गयी।

मुझे समझ मे नही आ रहा था कि में कैसे इस मामले को हैंडल करू हालांकि में झड़ी नही थी पर काका के पहले छुवन से ही मेरी चुत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया था और जितना देर वो मालिस करते रहे मेरी चुत लगातार पानी छोड़ती रही थी

अमित ,--अब बोलो की ये तो दर्द की वजह से मूत निकल गया इसलिए भीग गयी फिर उसने पेंटी को उल्टा कर के चुत के सामने के हिस्से को नाक पर लगाकर सूंघने लगा और जैसे ही चाटने को हुआ मेने झपट कर पेंटी छीन ली

में ,--अब यार कोई पराया पुरुष इस तरह से छुयेगा तो ये तो होगा ही

अमित ,--रेखा मुझे अब ये बताओ कि तुम माफी मांग रही हो या में जाऊं

मैं, -ठीक है चलो में सॉरी बोल देती हुँ

अमित ,--अब खाली सॉरी से काम नही चलेगा

मै,---तो

अमित ,-- तुमको काका को खुश करना पड़ेगा

में ,--मतलब

अमित ,--मतलब जिस तरह का व्यवहार तुमने किया है उसके लिए तुमको कुछ इस प्रकार से माफी मांगनी पड़ेगी की काका को दुबारा बुलाने से दौड़कर आये

में ,-में समझी नही

अमित ,--सीधी सी बात है काका को अगर लगेगा कि तूने जितनी बड़ी गलती की है उस से ज्यादा तुम शर्मिंदा हो और साथ मे जिस चीज को छूने से उसको मज़ा आ रहा था उसका मज़ा तुमने खराब कर दिया और वो मज़ा उनको वापस मिल जाएगा इसलिए अब ऐसा कुछ करो कि वो पुरानी बातें भूलकर नई उम्मीद से यहां आने की सोचे

में ,--लेकिन ऐसा क्या कर सकती हूं में

अमित ,--तुम उसको बोलो की थोड़े हाथ की भी मसाज कर दे

में ,--तुम पागल हो क्या अगर उसने हाथ के साथ किसी और जगह पर छुआ तो

अमित ,--तो क्या हो जाएगा क्या मेंरे अलावा तुमको किसी ने छुआ नही क्या

में ,--मेने कब कहा नही छुआ पर इस से तुमको बुरा नही लगेगा

अमित ,--क्यों कल कमला मेरी मसाज कर रही थी तब तुमको बुरा लगा था क्या

में ,--पर वो औरत थी अब तुम मुझे किसी पुरुष को छूने की बोल रहे हो और कमला तुम्हारी मसाज कर रही थी तो तुम को अच्छा महसूस हो रहा था

अमित ,-पहली बात तो तुम गलत बोल रही हो कि सिर्फ मुझे ही अच्छा लग रहा था तुम भी मसाज देखकर पूरी गरम हो चुकी थी तभी तुम्हारी चुत पूरी तैयार थी और सिर्फ कुछ टाइम में चुद के झड़ गयी थी इसका मतलब तुम उस समय सोफे पर बैठकर जरूर अंगुली कर रही थी दूसरी बात जो तुम बोल रही हो कमला औरत थी और काका मर्द है तो में तुम को क्लियर कर देना चाहता हूँ कि मज़ा लेने का ठेका सिर्फ मर्द का ही नही औरत का भी होना चाहिए
अगर मर्द का हाथ तुमको लगने से पेंटी गीली हुई है तो इसका मतलब तुम्हे भी मज़ा आ रहा था इसलिए ये बेकार के तर्क देना बंद करो

मैं,--पर....

अमित ,--अब ये पर छोड़ो और चल के माफी मांग लो और उस बिचारे गरीब को थोड़ा सा मज़ा ले लेने दो।

फिर वो मेरा हाथ पकड़कर हॉल में ले जाने लगा तो में बोली तुम चलो में मुतकर आती हूँ

अमित ने सुना तो उसके चेहरे पर मुस्कान आ गयी और मेरे गाल पा किस करके बोला ,--I love You
Shandaar update
 

Sanju69

Sambog se moksha tak
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में बाथरूम में आई और गेट बंद करके साड़ी को ऊपर करके कमोड पर बैठ गयी मूतने और सोचने लगी कि ऐसा क्या करूँ जो मुझे मज़ा भी आये और अमित को लगे कि मेने उसके दबाव में आकर किया है तभी दिमाग मे एक आईडिया आया और उस पर काम कैसे करना है सोचने लगी ,

जब सारी चीज सोच ली तो मूतकर चुत को पानी से धोया और कमरे में आकर एक नई पेंटी पहन कर बाहर आई।

बाहर आकर देखा कि अमित दिनु काका से बात कर रहा है जैसे ही मेने बाहर कदम रखा वो चुप हो गया औऱ नीचे से उठकर सोफे पर बेठ गया

मैं बाहर पहुंचते ही दिनु काका के पास गई और उनको सॉरी बोला ,

पर ये क्या दिनु काका तो उल्टा मुझे ही सॉरी बोलकर उठने लगे।

तभी अमित बोला ,-अरे काका क्या हुआ

दिनु काका ,--बस हो गया अमित बाबू, मेमसाहब को दर्द ठीक हो गया अब ये आप लोगों का बड़प्पन है कि मुझे सिर्फ धक्का ही खाने को मिला वरना आप लोग लात से मारकर भी सॉरी बोल देते

अमित ,--पर दिनु काका आप ने कहा कि रेखा आप की बेटी जैसी है

दिनु काका ,-- अरे बाबू हम गरीब लोग की क्या औकात की हम अपनी उम्र की लड़की को बेटी बोलें आप बड़े लोगों की बात अलग है आप लोगों की नजर में उम्र कोई मायने रखती है

तभी में आगे बढ़ी ओर उनके पैरों में झुक कर सॉरी बोला ,झुकने से मेरा पल्लू नीचे गिर गया जिससे मेरे ब्लाउज में से बूब्स बाहर निकलने को हो गए ।जब काका की नजर मेरे उन्नत उभारों पर गयी तो वो कुछ देर निहारने के बाद अपने दोनों हाथ मेरी आर्मपिट के नीचे रखकर मुझे खड़ा किया

और बोले ,--बेटी में इस लायक नही की तुम इस तरह से मेरे सामने झुको ,हम गरीब लोग तो तो बस अगर प्यार से दो शब्द बोल दो वही काफी है

में ,--काका में बहुत शर्मिंदा हूँ अपने किये पर,
मुझे तो आप को धन्यवाद कहना चाहिये था उल्टा धक्का मार दिया ,आप को मालिस के पैसे अमित दे देगा।

दिनु काका,-- हां बेटी ,लगा दो हमारी कीमत आखिर गरीब लोग तो हमेशा ही बिकते रहते हैं

तभी अमित बीच मे बोल पड़ता है ,--अरे काका आप भी कैसी बातें करने लगे भला आप को ऐसा क्यों लगा

दिनु ,--तो और क्या बोलू बाबू मेने आज तक किसी से मोच निकाल कर पैसे नही लिए आज बहुरानी मुझे पैसे दे रही है

अमित ,--उसकी तरफ से में माफी मांग लेता हूँ प्लीज् आप उसकी बात का बुरा मत मानिए बैठिए आप को चाय पीकर जाना पड़ेगा

अमित के बोलते ही में किचन की और जाने लगी तो अमित ने दिनु काका को सोफे पर बैठने की लिए कहा पर वो नीचे ही बैठ गए अमित किचन में आया और बोला कि तुम उनको सॉरी बोलने गयी थी या उनको चिढ़ाने ।

में ,--पर में क्या करूँ मेने सोचा था कि कुछ पैसे मिलेंगे तो वो खुश हो जाएंगे

अमित ,--उनको पैसे की जरूरत नही तुम्हारे जैसी मस्त आइटम के शरीर को देखने और महसूस करने की जरूरत है।

में ,--अगर इसी में तुम दोनों को मज़ा मिलता है तो बोलो नंगी होकर चाय ले आऊं

अमित ,--ऐसा कुछ नही करना में उनको मसाज के लिए बोलूंगा तुम नखरे मत करना बस वो खुश हो जाएगा देखना

ये बोलकर वो बाहर चला गया फिर मेने भी अपने ब्लाउज का ऊपर का बटन खोला और चाय ट्रे में लेकर हॉल में आ गयी इस बार उनके नीचे बैठने से मुझे ज्यादा झुकना पड़ा और साड़ी का पल्लू बिना गिरे ही उनको मेरी छातियों का भरपूर दर्शन करवाया फिर में भी अमित के साथ बैठकर चाय पीने लगी

तभी अमित बोला ,--दिनु काका आप अब भी नाराज है क्या हम से

दिनु ,--नही अमित बाबू बस थॉडी देर के लिए बुरा लगा था अब मेमसाहब ने माफी मांग ली और अपने हाथों से बनाकर इस गरीब आदमी को चाय पिला दी तो अब किस बात की नाराजगी।

अमित ,--काका मेने सुना है आप मसाज बहुत अच्छी करते है क्या आप रेखा की मसाज कर देंगे

दीनु ,--आप मेमसाहब से पूछ लीजिये पिछली बार धक्का दिया था कही इस बार लात मारकर ना भगा दे और वो हंसने लगे

अमित ,--अरे उसको गलतफहमी हो गया था अब ऐसा कुछ नही होगा क्यों रेखा

में ,--हम्म वो में समझ नही पाई और फिर जब समझ मे आया तो माफी भी मांग ली

अमित ,--तुमको मसाज करवानी है क्या

में ,--पर मुझे शरम आएगी अगर काका आंखों पर पट्टी बांधकर मसाज कर सकते है तो करवा लुंगी

अमित ,--आंखों पर पट्टी बांधकर कैसे होगी क्यो दिनु काका

दिनु ,-- हो जाएगी पर बिना तेल से करनी होगी अगर बिना तेल करवानी है तो बोलिये।

अमित ,--एक बार देख लो मसाज से पूरा शरीर खुल जाता है तुमको अच्छा लगे तो दुबारा करवा लेना नही तो कम से कम दिनु काका के बारे में जो लोग बोलते है वो कितना सही है वो भी पता चल जाएगा

फिर तीनो ने चाय पिया और अमित बोला ,--काका कहां करेंगे मसाज तो दिनु काका बोला पहले में हाथ और पीठ की कर देता हूँ तो मेमसाहब साहब को एक कुर्सी पर बिठा दीजिये अगर उसके बाद मेमसाहब को अच्छा लगा तो पैरों और बाकी जगह सुलाकर करनी पड़ेगी ।

मुझे तो ये सुनकर बहुत रोमांच महसूस हो रहा था कि अमित के सामने उसकी बीबी किसी बूढ़े से अपना कमसिन बदन मसलवायेगी और पहली बार जिंदगी में किसी पुरुष का हाथ से इस शरीर की मसाज होगी ।इसलिए मेरी धड़कन बढ़ चुकी थी ।

तभी में अमित को बोली कि मेरा दुपटटा लेकर काका की आंखों पर बांध दो नही तो वो साड़ी के ऊपर से ही मसाज कर दे

दिनु काका ,--अरे बहुरानी साड़ी के ऊपर से मसाज कैसे होगी आपको ब्लाउज और पेटीकोट भी उतारना पड़ेगा नही तो में मसाज नही कर पाऊंगा फिर अमित बाबू और आप बोलेंगी की दिनु अपने मुंह मिठू मियां बनकर घूमते है आप को मेरे सामने अगर ब्रा पेंटी में शर्म आती है तो मेरी आँखों पर पट्टी बंधी रहेगी।

अमित जो हमारी बातें सुन रहा था अपने पेंट के ऊपर से लण्ड को एडजस्ट करता है और बोलता है ,--अरे काका आप को बेस्ट मसाज देनी है कि रेखा सारे स्पा भूल जाये , में अभी रेखा का कोई दुपट्टा लेकर आता हूँ

और फिर वो उठकर बेडरूम में चला जाता है और दिनु काका पास में पड़ी स्टूल लेकर आता है और बोलता है बहुरानी आप इस पर बैठ जाइए। में सोफे से उठकर अपनी गांड टिकाकर बैठ जाती हूँ

अमित मेरे रूम से दुपट्टा लेकर आता है और दिनु काका की आंखों पर बांध देता है फिर वो मेरी साड़ी खोलने को बोलता है तो दिनु काका मना कर देता है की पहले हाथ की मालिश कर देता हूँ फिर जब जैसे जरूरत होगी तो वो बता देगा।

अमित सामने जाकर सोफे पर बैठ जाता है और अपनी पेंट को उतारकर घुटनो तक ले आता है फिर अंडर वियर को भी नीचे खींच लेता है उसका लण्ड स्प्रिंग की तरह झटके से बाहर टकराता है और वो अपने हाथ से लण्ड पकड़कर मुझे आंख मारकर इशारा करता है कि एन्जॉय करो।

उसकी इस हरकत से में हैरान हो जाती हूँ कि कैसा बेशर्म मर्द है जिसकी बीबी एक बूढ़े को मसलने को थमा कर वो लण्ड पकड़ कर बैठा है पर मेरा खुद का दिल जोर से धड़क रहा था कि में अपने पति के सामने थॉडी देर में नंगी होने वाली हूँ और मेरे पापा की उम्र का आदमी मेरे नाजुक शरीर को मसलने वाला है

मेरा उतेजना से बुरा हाल था और में इंतजार कर रही थी कि कब बूढा मेरी जवानी का लुफ्त उठाना चालू करेगा और किस तरह से मेरे नाजुक अंगों से खेलेगा
 

malikarman

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में बाथरूम में आई और गेट बंद करके साड़ी को ऊपर करके कमोड पर बैठ गयी मूतने और सोचने लगी कि ऐसा क्या करूँ जो मुझे मज़ा भी आये और अमित को लगे कि मेने उसके दबाव में आकर किया है तभी दिमाग मे एक आईडिया आया और उस पर काम कैसे करना है सोचने लगी ,

जब सारी चीज सोच ली तो मूतकर चुत को पानी से धोया और कमरे में आकर एक नई पेंटी पहन कर बाहर आई।

बाहर आकर देखा कि अमित दिनु काका से बात कर रहा है जैसे ही मेने बाहर कदम रखा वो चुप हो गया औऱ नीचे से उठकर सोफे पर बेठ गया

मैं बाहर पहुंचते ही दिनु काका के पास गई और उनको सॉरी बोला ,

पर ये क्या दिनु काका तो उल्टा मुझे ही सॉरी बोलकर उठने लगे।

तभी अमित बोला ,-अरे काका क्या हुआ

दिनु काका ,--बस हो गया अमित बाबू, मेमसाहब को दर्द ठीक हो गया अब ये आप लोगों का बड़प्पन है कि मुझे सिर्फ धक्का ही खाने को मिला वरना आप लोग लात से मारकर भी सॉरी बोल देते

अमित ,--पर दिनु काका आप ने कहा कि रेखा आप की बेटी जैसी है

दिनु काका ,-- अरे बाबू हम गरीब लोग की क्या औकात की हम अपनी उम्र की लड़की को बेटी बोलें आप बड़े लोगों की बात अलग है आप लोगों की नजर में उम्र कोई मायने रखती है

तभी में आगे बढ़ी ओर उनके पैरों में झुक कर सॉरी बोला ,झुकने से मेरा पल्लू नीचे गिर गया जिससे मेरे ब्लाउज में से बूब्स बाहर निकलने को हो गए ।जब काका की नजर मेरे उन्नत उभारों पर गयी तो वो कुछ देर निहारने के बाद अपने दोनों हाथ मेरी आर्मपिट के नीचे रखकर मुझे खड़ा किया

और बोले ,--बेटी में इस लायक नही की तुम इस तरह से मेरे सामने झुको ,हम गरीब लोग तो तो बस अगर प्यार से दो शब्द बोल दो वही काफी है

में ,--काका में बहुत शर्मिंदा हूँ अपने किये पर,
मुझे तो आप को धन्यवाद कहना चाहिये था उल्टा धक्का मार दिया ,आप को मालिस के पैसे अमित दे देगा।

दिनु काका,-- हां बेटी ,लगा दो हमारी कीमत आखिर गरीब लोग तो हमेशा ही बिकते रहते हैं

तभी अमित बीच मे बोल पड़ता है ,--अरे काका आप भी कैसी बातें करने लगे भला आप को ऐसा क्यों लगा

दिनु ,--तो और क्या बोलू बाबू मेने आज तक किसी से मोच निकाल कर पैसे नही लिए आज बहुरानी मुझे पैसे दे रही है

अमित ,--उसकी तरफ से में माफी मांग लेता हूँ प्लीज् आप उसकी बात का बुरा मत मानिए बैठिए आप को चाय पीकर जाना पड़ेगा

अमित के बोलते ही में किचन की और जाने लगी तो अमित ने दिनु काका को सोफे पर बैठने की लिए कहा पर वो नीचे ही बैठ गए अमित किचन में आया और बोला कि तुम उनको सॉरी बोलने गयी थी या उनको चिढ़ाने ।

में ,--पर में क्या करूँ मेने सोचा था कि कुछ पैसे मिलेंगे तो वो खुश हो जाएंगे

अमित ,--उनको पैसे की जरूरत नही तुम्हारे जैसी मस्त आइटम के शरीर को देखने और महसूस करने की जरूरत है।

में ,--अगर इसी में तुम दोनों को मज़ा मिलता है तो बोलो नंगी होकर चाय ले आऊं

अमित ,--ऐसा कुछ नही करना में उनको मसाज के लिए बोलूंगा तुम नखरे मत करना बस वो खुश हो जाएगा देखना

ये बोलकर वो बाहर चला गया फिर मेने भी अपने ब्लाउज का ऊपर का बटन खोला और चाय ट्रे में लेकर हॉल में आ गयी इस बार उनके नीचे बैठने से मुझे ज्यादा झुकना पड़ा और साड़ी का पल्लू बिना गिरे ही उनको मेरी छातियों का भरपूर दर्शन करवाया फिर में भी अमित के साथ बैठकर चाय पीने लगी

तभी अमित बोला ,--दिनु काका आप अब भी नाराज है क्या हम से

दिनु ,--नही अमित बाबू बस थॉडी देर के लिए बुरा लगा था अब मेमसाहब ने माफी मांग ली और अपने हाथों से बनाकर इस गरीब आदमी को चाय पिला दी तो अब किस बात की नाराजगी।

अमित ,--काका मेने सुना है आप मसाज बहुत अच्छी करते है क्या आप रेखा की मसाज कर देंगे

दीनु ,--आप मेमसाहब से पूछ लीजिये पिछली बार धक्का दिया था कही इस बार लात मारकर ना भगा दे और वो हंसने लगे

अमित ,--अरे उसको गलतफहमी हो गया था अब ऐसा कुछ नही होगा क्यों रेखा

में ,--हम्म वो में समझ नही पाई और फिर जब समझ मे आया तो माफी भी मांग ली

अमित ,--तुमको मसाज करवानी है क्या

में ,--पर मुझे शरम आएगी अगर काका आंखों पर पट्टी बांधकर मसाज कर सकते है तो करवा लुंगी

अमित ,--आंखों पर पट्टी बांधकर कैसे होगी क्यो दिनु काका

दिनु ,-- हो जाएगी पर बिना तेल से करनी होगी अगर बिना तेल करवानी है तो बोलिये।

अमित ,--एक बार देख लो मसाज से पूरा शरीर खुल जाता है तुमको अच्छा लगे तो दुबारा करवा लेना नही तो कम से कम दिनु काका के बारे में जो लोग बोलते है वो कितना सही है वो भी पता चल जाएगा

फिर तीनो ने चाय पिया और अमित बोला ,--काका कहां करेंगे मसाज तो दिनु काका बोला पहले में हाथ और पीठ की कर देता हूँ तो मेमसाहब साहब को एक कुर्सी पर बिठा दीजिये अगर उसके बाद मेमसाहब को अच्छा लगा तो पैरों और बाकी जगह सुलाकर करनी पड़ेगी ।

मुझे तो ये सुनकर बहुत रोमांच महसूस हो रहा था कि अमित के सामने उसकी बीबी किसी बूढ़े से अपना कमसिन बदन मसलवायेगी और पहली बार जिंदगी में किसी पुरुष का हाथ से इस शरीर की मसाज होगी ।इसलिए मेरी धड़कन बढ़ चुकी थी ।

तभी में अमित को बोली कि मेरा दुपटटा लेकर काका की आंखों पर बांध दो नही तो वो साड़ी के ऊपर से ही मसाज कर दे

दिनु काका ,--अरे बहुरानी साड़ी के ऊपर से मसाज कैसे होगी आपको ब्लाउज और पेटीकोट भी उतारना पड़ेगा नही तो में मसाज नही कर पाऊंगा फिर अमित बाबू और आप बोलेंगी की दिनु अपने मुंह मिठू मियां बनकर घूमते है आप को मेरे सामने अगर ब्रा पेंटी में शर्म आती है तो मेरी आँखों पर पट्टी बंधी रहेगी।

अमित जो हमारी बातें सुन रहा था अपने पेंट के ऊपर से लण्ड को एडजस्ट करता है और बोलता है ,--अरे काका आप को बेस्ट मसाज देनी है कि रेखा सारे स्पा भूल जाये , में अभी रेखा का कोई दुपट्टा लेकर आता हूँ

और फिर वो उठकर बेडरूम में चला जाता है और दिनु काका पास में पड़ी स्टूल लेकर आता है और बोलता है बहुरानी आप इस पर बैठ जाइए। में सोफे से उठकर अपनी गांड टिकाकर बैठ जाती हूँ

अमित मेरे रूम से दुपट्टा लेकर आता है और दिनु काका की आंखों पर बांध देता है फिर वो मेरी साड़ी खोलने को बोलता है तो दिनु काका मना कर देता है की पहले हाथ की मालिश कर देता हूँ फिर जब जैसे जरूरत होगी तो वो बता देगा।

अमित सामने जाकर सोफे पर बैठ जाता है और अपनी पेंट को उतारकर घुटनो तक ले आता है फिर अंडर वियर को भी नीचे खींच लेता है उसका लण्ड स्प्रिंग की तरह झटके से बाहर टकराता है और वो अपने हाथ से लण्ड पकड़कर मुझे आंख मारकर इशारा करता है कि एन्जॉय करो।

उसकी इस हरकत से में हैरान हो जाती हूँ कि कैसा बेशर्म मर्द है जिसकी बीबी एक बूढ़े को मसलने को थमा कर वो लण्ड पकड़ कर बैठा है पर मेरा खुद का दिल जोर से धड़क रहा था कि में अपने पति के सामने थॉडी देर में नंगी होने वाली हूँ और मेरे पापा की उम्र का आदमी मेरे नाजुक शरीर को मसलने वाला है

मेरा उतेजना से बुरा हाल था और में इंतजार कर रही थी कि कब बूढा मेरी जवानी का लुफ्त उठाना चालू करेगा और किस तरह से मेरे नाजुक अंगों से खेलेगा
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तभी दिनु काका मेरे पास आकर खड़ा हो गया और बोला बहुरानी में आपको जो बोलू वो आप करती जाना क्योकि मेरी आँखों पर पट्टी बंधी है नही तो मेरा हाथ इधर उधर गलत जगह पर लग जायेगा।

आप मुझे अपना एक हाथ इधर दीजिये और फिर वो घुटने के बल बैठ जाता है और मेरे हाथ को अपने कंधे पर रख लेता हैं और जहाँ से ब्लाउज खत्म होता उसके आगे से हथेली की तरफ दबाने लगता है कुछ देर दबाकर मेरी कोहनी को मोड़कर अपनी अंगुली को बीच में रखकर दबाता है जिससे कोहनी से आवाज आती है तो वो संतुष्ट होकर हाथ की अंगुलियों को एक एक करके खिंचता है जब तक कि एक एक अंगुली से चटकने की आवाज नही आती वो उस अंगुली को छोड़ता नही है जब सब अंगुलियों से चटकने की आवाज निकल जाती है तो

वो संतुष्ट होकर मेरे नाजुक हथेली को एक हाथ से पकड़ता है ओर बड़े ही सेंसिटिव अंदाज में दूसरे हाथ की अंगुलियों को फिराता है जिस से मुझे गुदगुदी के होती है और साथ ही उसका असर चुत पर भी होता है जिसके साथ मेरा दूसरा हाथ अपने आप चुत पर चला जाता है

अमित जब देखता है कि मेरा हाथ चुत पर है तो वो खड़ा होता है और अपनी पेंट और फ्रेंची दोनों निकल कर नंगा हो जाता है और मेरे पास आकर मेरे होटों को एक किश करता है और बैडरूम में चला जाता है

मेरी तो ये देखकर हालात खराब हो जाती है कि एक तरफ मेरी उम्र से दोगुनी उम्र का आदमी मेरी हथेलियों को सेक्सी तरीके से पकड़ रखा है और दूसरी तरफ मेरा पति जिसके साथ मेने अग्नि के समक्ष सात फेरे लिए है वो नीचे से नंगा होकर मेरे होठो को चूम रहा है

जिसका लण्ड पूरा तना हुआ है जब वो मुझे किस कर रहा था तो मेरा दूसरा हाथ उसके लण्ड से टच हो जाता है जिससे उसके लण्ड से एक बूँद बाहर निकल कर मेरे हाथ मे लग जाती है जब वो अंदर चला जाता हैं तो में उस बूंद को मुँह में लेकर चाट जाती हूँ ।

तभी बूढा बोलता है ,- बहुरानी आपके हाथ बहुत नाजुक है ऐसा लग रहा है जैसे नाजुक फूल है जो थोड़ा सा मोड़ते ही टूट जाएंगे

बूढा जब से मेरी मसाज का अमित से सुना तब से एक बार भी मुझे बेटी नही बोला था बल्कि बहुरानी या मेमसाहब ही बुला रहा है तो मुझे भी उसकी नियत का पता चल चुका था कि ये भी कुछ दिन बाद मेरी चुत का पराग पीने वालों की लिस्ट में शामिल होने वाला है।

तभी अमित रूम से वापस आया और आकर वापस सोफे पर बेठ गया वो एक तौलिया और मोमबत्ती लेकर आया था और नीचे से अभी नंगा ही था उसने दोनों पैर टी टेबल पर फैला दिए और तोलिये और मोमबत्ती को साइड में रख दिया मोमबत्ती की मोटाई किसी लण्ड से कम नही थी तौलिया शायद इसलिए लाया था कि जरूरत पड़ने पर तुरंत अपने आप को ढक ले तभी मेरी नजर उसकी गांड पर गयी जो पूरी खुली हुई थी और काफी बड़ी लग रही थी ।

तभी दिनु काका ने कहा ,--बहुरानी मुझे दूसरा हाथ पकड़ाइये ।तो मैने सोचा कि अगर दूसरा हाथ पकड़ा दिया तो अमित को लाइव शो देखने मे दिक्कत होगी इसलिए बोली ,--काका आप इस तरफ आ जाये में आप को पकड़ कर बैठा देती हूं,

फिर मेने दिनु काका का हाथ पकड़कर दूसरी तरफ ले जाने लगी तभी अमित ने मुझे कुछ इशारा किया जब मैने इशारे का मतलब समझकर नीचे देखा तो मेरे होश उड़ गए बूढे की धोती में टेंट बना हुआ था उसका लण्ड बहुत बड़ा लग रहा था

अमित मुझे इशारे से बोला कि इसको चुत में डलवा लो तो मैने भी इशारे से कहा कि अपनी गांड में मोमबत्ती की जगह ये डलवा लो और दोनों मुस्कराने लगे ।तब तक बूढा मेरा हाथ अपने कंधे पर रख चुका था और पहले हाथ की तरह मालिश करने लगा

जब उसने दूसरे हाथ की मालिश खत्म कर ली तो वो बोला ,-- बहुरानी अब आप साड़ी खोल दीजिये में आपके सिर और गले की मालिश कर देता हूँ

मेने कहा ,--ठीक है काका और उठकर अमित के पास आई और उसके कान में फुसफुसाकर कहा ,--लो गांडू अपनी ब्याहता बीबी को एक बूढ़े के हाथों से खेलने के लिए साड़ी उतार दो और फिर देखकर मुठ मारो ।

अमित ने जब ये सुना तो उसके लण्ड से प्री कम की बूंद बाहर आ गयी और वो खड़ा होकर पहले मेरी कंधे से पिन निकाला फिर नीचे से पिन निकाल कर मेरी साड़ी खोल दिया अब में ब्लाउज पेटिकोट में जाकर स्टूल पर बैठ गयी

तभी दिनु काका बोला ,--बहुरानी अगर साड़ी खुल गयी तो मुझे अपने पीछे खड़ा कर दो मेने अमित को कहा,-- प्लीज अमित काका को बता दो कहाँ खड़ा होना है और मेरा सिर कहाँ है

अमित तौलिया लपेट कर खडा हुआ और काका का हाथ पकड़कर खड़ा किया और मेरे सिर हाथ रखवाकर बोला ,--काका ये है रेखा का सिर

दिनु काका ,--थैंक यू अमित बाबू ,बहुरानी की शर्म की वजह से आपको तकलीफ उठानी पड़ रही है।और फिर अमित वापस तौलिया खोलकर सोफे पर बैठ गया ।

दिनु काका ने पुर माथे पर हाथ फिराया फिर मेरे ललाट को पीछे से पकड़कर दोनों हाथों की दो दो अंगुलियों दे चुटकी में अलग अलग जगह से पकड़कर खींच खींच कर छोड़ने लगा जिससे मेरी त्वचा में हल्का दर्द होने लगा फिर वैसा ही कान के पास किया तो सिर में हल्कापन मुझे महसूस हुआ जिस तरीके से उन्होंने मेरे सिर को पीछे झुकाकर पकड़ा था अगर उनकी आंख पर पट्टी नही होती तो वो मेरे पूरे पहाड़ी क्ष्रेत्र का निरीक्षण कर लेता पर पट्टी की वजह से ऐसा नही कर पाया

फिर उसने मुझे आँखें बंद करने को बोला और मेरी पुतलियों को भो वैसे ही चुटकी से मसाज किया तब उसने मेरे सिर को छोड़ दिया और दोनों हाथों को कंधे पर रख दिया और उनको दबाने लगा थॉडी देर दबाने के बाद वो अपना हाथ मेरी क्लीवेज पर लाया और मेरे क्लीवेज से ब्लाउज के बीच का एरिया पर अपना खुरदरा हाथ फिराया

जिससे मेरी कामुक सिसकारी निकल गयी सामने देखा तो अमित भी अपने एक हाथ से लंड मुठिया रहा था और दूसरे हाथ की अंगुली को अपने गांड के छेद पर ले गया और मोमबत्ती घुसाने के लिए ढीला करने लगा तो मैने इशारे से मोमबत्ती डालने को बोला तो वो इशारे में बोला कि तुम्हारा ब्लाउज उतार के घुसाउगा

मेरे मन मे आया कि साला ये अपनी पत्नी के बोबे एक बूढ़े से मसलवा ते देख कर ये अपनी गांड में मोमबत्ती डालेगा और अपनी गांड खुद ही मारेगा ,इस गांडू को तो बहुत जल्द में अपने यारों के लण्ड चुसवा कर इसके सामने चुत मरवाऊंगी और ये साला मेरी चुदाई देखकर मुठ मारेगा
 

malikarman

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तभी दिनु काका मेरे पास आकर खड़ा हो गया और बोला बहुरानी में आपको जो बोलू वो आप करती जाना क्योकि मेरी आँखों पर पट्टी बंधी है नही तो मेरा हाथ इधर उधर गलत जगह पर लग जायेगा।

आप मुझे अपना एक हाथ इधर दीजिये और फिर वो घुटने के बल बैठ जाता है और मेरे हाथ को अपने कंधे पर रख लेता हैं और जहाँ से ब्लाउज खत्म होता उसके आगे से हथेली की तरफ दबाने लगता है कुछ देर दबाकर मेरी कोहनी को मोड़कर अपनी अंगुली को बीच में रखकर दबाता है जिससे कोहनी से आवाज आती है तो वो संतुष्ट होकर हाथ की अंगुलियों को एक एक करके खिंचता है जब तक कि एक एक अंगुली से चटकने की आवाज नही आती वो उस अंगुली को छोड़ता नही है जब सब अंगुलियों से चटकने की आवाज निकल जाती है तो

वो संतुष्ट होकर मेरे नाजुक हथेली को एक हाथ से पकड़ता है ओर बड़े ही सेंसिटिव अंदाज में दूसरे हाथ की अंगुलियों को फिराता है जिस से मुझे गुदगुदी के होती है और साथ ही उसका असर चुत पर भी होता है जिसके साथ मेरा दूसरा हाथ अपने आप चुत पर चला जाता है

अमित जब देखता है कि मेरा हाथ चुत पर है तो वो खड़ा होता है और अपनी पेंट और फ्रेंची दोनों निकल कर नंगा हो जाता है और मेरे पास आकर मेरे होटों को एक किश करता है और बैडरूम में चला जाता है

मेरी तो ये देखकर हालात खराब हो जाती है कि एक तरफ मेरी उम्र से दोगुनी उम्र का आदमी मेरी हथेलियों को सेक्सी तरीके से पकड़ रखा है और दूसरी तरफ मेरा पति जिसके साथ मेने अग्नि के समक्ष सात फेरे लिए है वो नीचे से नंगा होकर मेरे होठो को चूम रहा है

जिसका लण्ड पूरा तना हुआ है जब वो मुझे किस कर रहा था तो मेरा दूसरा हाथ उसके लण्ड से टच हो जाता है जिससे उसके लण्ड से एक बूँद बाहर निकल कर मेरे हाथ मे लग जाती है जब वो अंदर चला जाता हैं तो में उस बूंद को मुँह में लेकर चाट जाती हूँ ।

तभी बूढा बोलता है ,- बहुरानी आपके हाथ बहुत नाजुक है ऐसा लग रहा है जैसे नाजुक फूल है जो थोड़ा सा मोड़ते ही टूट जाएंगे

बूढा जब से मेरी मसाज का अमित से सुना तब से एक बार भी मुझे बेटी नही बोला था बल्कि बहुरानी या मेमसाहब ही बुला रहा है तो मुझे भी उसकी नियत का पता चल चुका था कि ये भी कुछ दिन बाद मेरी चुत का पराग पीने वालों की लिस्ट में शामिल होने वाला है।

तभी अमित रूम से वापस आया और आकर वापस सोफे पर बेठ गया वो एक तौलिया और मोमबत्ती लेकर आया था और नीचे से अभी नंगा ही था उसने दोनों पैर टी टेबल पर फैला दिए और तोलिये और मोमबत्ती को साइड में रख दिया मोमबत्ती की मोटाई किसी लण्ड से कम नही थी तौलिया शायद इसलिए लाया था कि जरूरत पड़ने पर तुरंत अपने आप को ढक ले तभी मेरी नजर उसकी गांड पर गयी जो पूरी खुली हुई थी और काफी बड़ी लग रही थी ।

तभी दिनु काका ने कहा ,--बहुरानी मुझे दूसरा हाथ पकड़ाइये ।तो मैने सोचा कि अगर दूसरा हाथ पकड़ा दिया तो अमित को लाइव शो देखने मे दिक्कत होगी इसलिए बोली ,--काका आप इस तरफ आ जाये में आप को पकड़ कर बैठा देती हूं,

फिर मेने दिनु काका का हाथ पकड़कर दूसरी तरफ ले जाने लगी तभी अमित ने मुझे कुछ इशारा किया जब मैने इशारे का मतलब समझकर नीचे देखा तो मेरे होश उड़ गए बूढे की धोती में टेंट बना हुआ था उसका लण्ड बहुत बड़ा लग रहा था

अमित मुझे इशारे से बोला कि इसको चुत में डलवा लो तो मैने भी इशारे से कहा कि अपनी गांड में मोमबत्ती की जगह ये डलवा लो और दोनों मुस्कराने लगे ।तब तक बूढा मेरा हाथ अपने कंधे पर रख चुका था और पहले हाथ की तरह मालिश करने लगा

जब उसने दूसरे हाथ की मालिश खत्म कर ली तो वो बोला ,-- बहुरानी अब आप साड़ी खोल दीजिये में आपके सिर और गले की मालिश कर देता हूँ

मेने कहा ,--ठीक है काका और उठकर अमित के पास आई और उसके कान में फुसफुसाकर कहा ,--लो गांडू अपनी ब्याहता बीबी को एक बूढ़े के हाथों से खेलने के लिए साड़ी उतार दो और फिर देखकर मुठ मारो ।

अमित ने जब ये सुना तो उसके लण्ड से प्री कम की बूंद बाहर आ गयी और वो खड़ा होकर पहले मेरी कंधे से पिन निकाला फिर नीचे से पिन निकाल कर मेरी साड़ी खोल दिया अब में ब्लाउज पेटिकोट में जाकर स्टूल पर बैठ गयी

तभी दिनु काका बोला ,--बहुरानी अगर साड़ी खुल गयी तो मुझे अपने पीछे खड़ा कर दो मेने अमित को कहा,-- प्लीज अमित काका को बता दो कहाँ खड़ा होना है और मेरा सिर कहाँ है

अमित तौलिया लपेट कर खडा हुआ और काका का हाथ पकड़कर खड़ा किया और मेरे सिर हाथ रखवाकर बोला ,--काका ये है रेखा का सिर

दिनु काका ,--थैंक यू अमित बाबू ,बहुरानी की शर्म की वजह से आपको तकलीफ उठानी पड़ रही है।और फिर अमित वापस तौलिया खोलकर सोफे पर बैठ गया ।

दिनु काका ने पुर माथे पर हाथ फिराया फिर मेरे ललाट को पीछे से पकड़कर दोनों हाथों की दो दो अंगुलियों दे चुटकी में अलग अलग जगह से पकड़कर खींच खींच कर छोड़ने लगा जिससे मेरी त्वचा में हल्का दर्द होने लगा फिर वैसा ही कान के पास किया तो सिर में हल्कापन मुझे महसूस हुआ जिस तरीके से उन्होंने मेरे सिर को पीछे झुकाकर पकड़ा था अगर उनकी आंख पर पट्टी नही होती तो वो मेरे पूरे पहाड़ी क्ष्रेत्र का निरीक्षण कर लेता पर पट्टी की वजह से ऐसा नही कर पाया

फिर उसने मुझे आँखें बंद करने को बोला और मेरी पुतलियों को भो वैसे ही चुटकी से मसाज किया तब उसने मेरे सिर को छोड़ दिया और दोनों हाथों को कंधे पर रख दिया और उनको दबाने लगा थॉडी देर दबाने के बाद वो अपना हाथ मेरी क्लीवेज पर लाया और मेरे क्लीवेज से ब्लाउज के बीच का एरिया पर अपना खुरदरा हाथ फिराया

जिससे मेरी कामुक सिसकारी निकल गयी सामने देखा तो अमित भी अपने एक हाथ से लंड मुठिया रहा था और दूसरे हाथ की अंगुली को अपने गांड के छेद पर ले गया और मोमबत्ती घुसाने के लिए ढीला करने लगा तो मैने इशारे से मोमबत्ती डालने को बोला तो वो इशारे में बोला कि तुम्हारा ब्लाउज उतार के घुसाउगा

मेरे मन मे आया कि साला ये अपनी पत्नी के बोबे एक बूढ़े से मसलवा ते देख कर ये अपनी गांड में मोमबत्ती डालेगा और अपनी गांड खुद ही मारेगा ,इस गांडू को तो बहुत जल्द में अपने यारों के लण्ड चुसवा कर इसके सामने चुत मरवाऊंगी और ये साला मेरी चुदाई देखकर मुठ मारेगा
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दिनु काका मेरी क्लीवेज पर अपने हाथ फिरा रहे थे और चुटकी से पकड़ पकड कर बोबे के ऊपर जहाँ से बूब्स उठने चालू होते है खींच रहे थे ऐसा लग रहा था जैसे वो मेरी बूब्स की चौड़ाई बढ़ाना चाहते हो जिससे मेरे मुहं से गरम भाप निकल रही थी और नीचे से गरम पानी बह रहा था मेरी सिसकिया रुकने का नाम ही नही ले रही थी ।

तभी दिनु काका ने बोले ,--अमित बाबू अब आप अपनी धर्मपत्नी का ब्लाउज खोल दीजिये जिससे इनकी ऊपर की मसाज कर सकूं

जब दिनु काका ने ये कहा तो मुझे बहुत अजीब लगा कि बूढा बहुत चालू चीज है जो उसने जान बूझकर अमित को मुझे नंगा करने को बुलाया है जिससे वो बाद में उसको ये कहने का मौका मिल जाये कि उसने कुछ नही किया नंगा तो आप ही ने किया था, मेरी भी यही इच्छा थी कि मेरे सर पर कोई दोष ना आये इसलिए मैंने अमित को गरदन हिलाकर मना किया कि वो ब्लाउज नही खोले पर मुझे पता था कि वो मुझे नंगा करने के लिए मरा जा रहा होगा कि कब वो मुझे नंगी देखकर गांड में मोम बत्ती डाले

पर अमित कहाँ मेरी मानने वाला था वो तुरंत उठा और मेरे सामने आकर बैठ गया और मेरे ब्लाउज के बटन खोलने लगा सारे बटन खोलकर ब्लाउज को मेरी बाहों से बाहर निकाल दिया फिर बोला,---
काका में ब्रा भी निकाल देता हूँ नही तो आप फिर से बुलॉएँगे इसलिए ,

फिर उसने पीछे हाथ ले जाकर ब्रा का हुक खोल दिया में विरोध करती रही पर उसने कहा,--

देखो काका की आंख पर पट्टी बंधी है वो कुछ देख नही सकते इसलिए अच्छे से मसाज करने दो उनको

फिर दिनु काका को बोला,--काका मुझे कंप्यूटर में थोड़ा काम करना है इसलिये बैडरूम में जा रहा हूँ जब रेखा की चूचियों की अच्छे से मसाज हो जाये तो आप मुझे आवाज लगा लेना में पेटीकोट और कच्छी निकलने आ जाऊंगा

दिनु काका ,--ठीक है अमित बाबू आप लगता है आप अपनी पत्नी को बहुत प्यार करते है तभी आप ने ब्रा निकाल दी और अंदर जा रहे है ताकि इनको किसी तरह की शर्म नही आये पर आप चिंता मत करें में इनकी दोनों चुचियों की मसाज कर दूंगा ।

फिर अमित ने बैडरूम को बाहर से बंद किया जिससे दिनु काका को लगा की अमित ने अंदर जाकर दरवाजा बंद कर लिया और वो दबे पांव आकर सोफे पर बैठ गया

मेरी तो हंसी छूट गयी जिसे देखकर अमित अपने होठों पर अंगुली रखकर चुप रहने रिकवेस्ट करने लगा,में भी उसको इशारे से आस्वासन दिया कि ठीक है

तभी दिनु काका बोला ,--रेखा देखो अमित बाबू कितने समझदार है और कितना प्यार करते हैं तुमको की अन्दर जाकर रूम बन्द कर लिया कि तुम खुल के चुचियों की मसाज करवा सको अब तुमको देखने वाला कोई नही है ,

तुम चुपचाप बैठी रहना मेरे कड़क हाथ से तुम्हारी चुचियों को पूरा खोल कर उन्हें ऐसा बना देंगे कि ये कुछ दिन में पूरी विकसित हो जाएगी और बड़ी दिखने लगेगी जिससे अमित बाबू का मूड चूची देखते ही चोदने का हो जायेगा ।

हर मर्द की ये कमजोरी होती है कि वो बड़ी चूची वाली औरत को देखते ही कामुक हो जाता है ,

अगर तुम पूरा साथ दोगी तो देखना तुमको में इतना मज़ा दूंगा की तुम को लगेगा की तुम जन्नत में हो ,बस थोड़ा दर्द होगा जिससे तुम्हारी चीख निकल सकती है लेकिन ध्यान रखना आवाज अंदर कमरे में नही पहुंचे क्योकि मसाज से तुमको मीठा दर्द महसूस होगा और मज़ा भी आएगा

मुझे तो विस्वास नही हो रहा था कि ये बूढा इतनी जल्दी मुझे मेरे नाम से बुलाने लगेगा और खुलकर चुदाई और चूची जैसे शब्द यूज़ करने लगेगा ।

अमित भी उसकी बात सुनकर लण्ड हिला रहा था ।में मन में सोच रही थी कि ये साला गांडू इसीलिए तो सामने बैठा है कि मेरी कामुक चीखे और बूब्स की मालिश देखकर गांड में मोमबत्ती करे

मेने कुछ जवाब नही दिया तो बूढा दुबारा बोला ,--क्या हुआ रेखा तुम कुछ बोली नही अगर ऐसे चुप रहोगी तो मुझे कैसे पता चलेगा कि तुम मेरी बात से सहमत हो या नही, देखो नीचे वाली सीमा मेरी मसाज के लिए तरसती रहती है पर उसको मौका नही मिलता,मुझे फुल बॉडी मसाज में कम से कम दो से तीन घंटे लग जाते है और उसका बच्चा अभी छोटा है इसलिए जब रमेश बाबू घर पर होते है तो वो उस दिन अपने बच्चे को रमेश बाबू को सौंप कर मुझे बुलाती है।

मेने कहा ,--ठीक है काका ,पर आप तो मुझे बेटी बोल रहे थे अब सीधे नाम से बुलाने लगे

दिनु ,--अरे बहुरानी कोई बाप अपने बेटी के सामने ऐसी बातें करता है क्या फिर तुम्हारी चुचियों को मसाज भी करूंगा तो मैने सोचा नाम से ही बुलाउ क्योकि चूची की मसाज के साथ उनको स्पेशल ट्रीटमेंट के लिए मुंह भी लगाना पड़ेगा ओर फिर तुम भी मेरे को काका ही समझने लगोगी तो मसाज का पूरा मजा नही उठा सकोगी ।

सामने बैठे अमित ने जब ये सुना तो उसका लण्ड पूरा अकड़ गया ,मेरी भी चुत ने दो बूंद पानी बहा दी थी और उतेजना चरम पर थी कि एक सुहागिन औरत अपने सुहाग के सामने नंगी चूची लेकर बैठी थी और उसका पति सामने नंगा होकर अपना लण्ड मुठिया रहा था और एक बूढ़ा उस्की ब्याहता बीबी की चूची को मुँह से चूसने को बोल रहा है

में ,--पर काका आप मुझे अमित के सामने बेटी ही बोलना नही तो वो मुझे गलत समझेगा और में नही चाहती कि में भी सीमा की तरह बद्नाम हो जाऊं क्योकि अमित थोड़ा शक्की है मेरी गृहस्थ जीवन पर इसका बुरा असर पड़ सकता है

अमित ने जब ये सुना तो वो मुझे हाथ दिखाकर कर मारने के अंदाज में इशारा किया और थम्स अप किया कि लगी रहो

दिनु काका,-- अरे रेखा रानी आप चिंता मत करो में तुमको बदनाम नही होने दूंगा अगर आप घर से बाहर मिलोगी तो पहचान ने से भी इंकार कर दूंगा बस आप अभी जो बातें हो रही है वो अमित बाबू को मत बताना।

मेने मन मे सोचा साला बूढा पूरा हरामी है जो मुझे रानी बनाना चाहता है पर उसे मालूम नही की इस रानी का रजिस्टर्ड राजा तो सामने मुठ मार रहा है और कई राजा बनने के सपने देख कर रह गए पर ये रानी तो राजेश की रखैल रह चुकी है जिसे उसने हरमीत को परोस दिया था

मेने फिर दिनु काका को टोका ,--दिनु काका आप तो मुझे रानी बोल ने लगे पर मेरा राजा तो अमित ही रहेगा ।

दिनु ,--अरे रेखा रानी मुझे तो अपना गुलाम बना लो जब तुम पहली बार अमित के साथ यहाँ रहने आयी थी उस दिन पहली बार देखा तो मेरा होश उड़ गए कि ये परी अब इस कॉलोनी में रहेगी तुम्हारा शरीर को भगवान ने फुरसत से घड़ा होगा हर चीज लाजवाब है मेने तो सपने में भी नही सोचा था कि तुम को कभी छू कर महसूस करुँगा , तुम्हारा दिल भी बहुत बडा है, कैसे आज एक गरीब के कदमो में झुक कर माफी मांग रही थी ।

मेरे जैसी खेली खाई औरत को बूढा बेवकूफ समझ रहा था उसकी झूठी तारीफों से मुझे कोई फर्क नही पड़ने वाला था पर में भी उसको ये दिखाना चाहती थी कि जैसे उसकी तारीफ से में बहुत खुश हूं।

में ,--काका आप कुछ भी बनो पर में बीबी तो अमित की ही रहूंगी वो मुझे बहुत प्यार करता है अभी भी आप उन्ही की वजह से मेरे को छू रहे हैं लेकिन ये ख्वाब आप मत पाल लेना कि में अमित के अलावा किसी को कुछ करने दूँगी ये शरीर पर सिर्फ अमित का हक है और इस जन्म में वही मेरा मालिक रहेगा।
 

Sanju69

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दिनु काका अभी मेरे पीछे खड़े होकर बात कर रहे थे ,अमित सोफे पर लण्ड पकड़ के बैठा था उसके दोनों पैर सामने चोडा करके बैठा था जिससे उसकी गाण्ड का छेद पूरा खुला हुआ दिख रहा था में टॉपलेस होकर बैठी थी तभी अमित ने मुझे पीछे देखने का इशारा किया मेने पीछे गरदन घुमा कर देखा तो पाया कि दिनु काका ने धोती से लण्ड बाहर निकाला हुआ था ओर उसको मूठ में लेकर आगे पीछे करके वापस धोती के अंदर कर लिया

क्या मोटा लण्ड था अमित से एक इंच ज्यादा बड़ा रहा होगा पर मोटाई में डबल लग रहा था मेरी तो हलक सुख गयी कि अगर मेरी चुत में डलवा लिया तो पूरी खोल देगा और मन मे आया कि अभी चुदवा लूं पर फिर सोचा कि अभी जब तक अमित ठंडी कर रहा है तो जल्दी बाज़ी की क्या जरूरत है


एक ना एक दिन तो लेना ही है फिर यदि अमित अपने हाथ से पकड़कर इस फौलादी लण्ड को घुसाएगा उसका आनंद दूसरा होगा

तभी दिनु काका मेरे कंधों पर हाथ रख कर उनको दबाने लगता है जो ब्लाउज की वजह से छुपे हुए थे कंधों के साथ वो पीठ की भी ऊपर से मसाज करता है फिर बोलता है ,--रेखा अपने हाथ ऊपर करो में तुम्हारी कांख की भी मसाज कर देता हूँ

में अपने दोनो हाथो को ऊपर कर देती हूँ सामने बैठा अमित मेरी क्लीन शेव आर्मपिट को घूर रहा था तभी दिनु काका अपना एक हाथ मेरी बाईं बाह को पकड़कर बेठ जाता है औऱ अपना मुँह मेरी आर्मपिट के पास लेकर सूंघता है जिसकी गर्म सांस मुझे भी महसूस होती है तब मुझे याद आया कि कमला बोल रही थी कि बूढा को डर्टी सेक्स पसंद है

मेरी धड़कन बढ़ जाती है कि अगर अमित के सामने इसने कुछ गंदा किया तो में क्या करूँगी, फिर वो मेरे पसीने से भीगी आर्मपिट को लंबी सांस लेकर अपने अंदर समा लेता है मेरी आर्म पिट की सफाई को एक सप्ताह से ज्यादा टाइम हो चुका था इसलिए उसको महसूस हो रही थी तो वो बोला ,- रेखा तुमको आर्मपिट पूरी चिकनी रखनी चाहिए नही तो बिना बांह की ब्लाउज से गंदी लगेगी।

सामने देखा तो अमित ने मोमबत्ती अपनी गांड में घुसा ली थी और उसको आगे पीछे कर रहा था उसने इस बात का ध्यान रखा हुआ था कि थॉडी भी आवाज नही निकले

मुझे समझ नही आया कि इसको मेरी आर्मपिट के बालों का इसको क्या करना है कि वो साफ रहे या नही, में कुछ बोलने ही वाली थी कि अमित ने इशारे से चुप रहने को कहा ।

में चुपचाप उसके हाथों से मिलने वाले सेन्सेसन का मज़ा ले रही थी मेरी आँखें मस्ती से बंद हो रही थी

तभी बूढा मेरे पीछे चला गया और दूसरी बाँह और आर्मपिट के साथ भी उसी तरह से किया और फिर वापस पीछे जाकर एक बार मेरे पूरे उन्नत उभारो को दोनों हाथों से चेक करके

बोला,--रेखा तुम्हारी चूची बहुत नरम है और मेरा अनुभव ये कहता है कि ये नई नवेली दुल्हन की तरह नही है

में उसके कहने का मतलब समझ चुकी थी कि इनको ख़ूब रगड़ा गया है जो अमित भी जानता है और में भी, पर दिनु काका ने जो अनुमान लगाया था वो बिल्कुल सही था ,

फिर दिनु काका मेरे बूब्स के चारों और के उठाव को चुटकी से पकड़कर खिंचने लगा और इतना जोर से खींच रहा था कि मेरी चीख निकल जाए पर में चुपचाप उससे होने वाले मीठे दर्द को बर्दाश्त करती रही, उन्होंने मेरे दोनों बूब्स के चारो तरफ अपनी चुटकी के निशान बना दिये और बूब्स के चारों और लाल घेरा बना दिया था । मुझे लग रहा था कि ये मेरे बूब्स को जिस तरह से खींच रहा है मेरे बूब्स की चौड़ाई निश्चित ही बढ़ जाएगी ।हालांकि मेरे बूब्स पहले से ही ठीक ठाक थे पर अब जिस तरह से इनकी मसाज हो रही है बहूत जल्द ये बड़े पहाड़ों में बदल जाएंगे

अमित लगातार मोमबत्ती आगे पीछे कर रहा था और लण्ड को खुला छोड़ रखा था उसके लण्ड से लग रहा था कि कभी भी ब्लास्ट हो सकता है शायद इसी वजह से वो उसको छू नही रहा था ।

इधर मेरी भी पेंटी पूरी भीग चुकी थी और मुझे डर था कि अगर अब चुत पर हाथ रखा तो पेटिकोट भी गिला हो सकता है जो अमित को दिख जायेगा , इसलिए अपने पेटिकोट को बार बार नीचे कर रही थी कि वो पेंटी से टच नही हो और काका द्वारा दिये जा रहे अलौकिक सुख को होंठ भींचकर महसूस कर रही थी

तभी दिनु काका ने मेरे दोनो निप्पल को पकड़ लिया ऊपर गले की तरफ खींचा जैसे उखाड़ लेंगे मेरी तो चीख निकलने ही वाली थी कि काका ने निप्पल छोड़ दी

फिर अपने दोनों हाथों को मेरी बगल से लेकर साइड से वापस निपल पकड़ी और दोनों बगल की और खींचा इस बार भी बहुत जोर से खींचा था पर जैसे उनको पता हो कि कितना खींचना है उतना ही खींच कर छोड़ दिया

फिर मेरे सामने आकर बैठ गए तथा फिर से निप्पल पकड़ कर नीचे पेट की तरफ लेकर आये और खींच कर छोड़ दिया फिर दोनों निप्पल को एक दूसरे निप्पल की तरफ ले जाने लगे और बोले ,--देखो रेखा, सीमा की नियमित निप्पल की मसाज से अब उनकी दोनों निपल आपस मे जुड़ जाती है और उसकी चूची अब इतनी बड़ी हो गयी है कि उसमें भरपूर दूध इक्कठा रहता है

और फिर उन्होंने मेरी दोनों निप्पल को जड़ से पकड़ कर सामने की तरफ खींचा तब मेरा घ्यान सामने अमित की ओर गया तो देखा

अमित ने मोमबत्ती निकाल कर रख दी है तथा उसकी नजर मेरे बूब्स पर ही है जैसे ही हम दोनों की नजर मिली उसने अपना हाथ अपने लण्ड पर रखा ही था कि इधर काका भी निप्पल छोड़कर मेरे पास बैठकर निपल पर जीभ फेरने लगा जब मैंने नीचे देखा तो उनका एक हाथ धोती के अंदर था उनकी आंखों पर पट्टी बंघी होने से उनको ये पता नही था कि में देख रही हूं ओर वो उस हाथ को तेजी से आगे पीछे कर रहे थे में समझ गयी कि वो मूठ मार रहे हैं

तभी मेरे पास फर्श पर कुछ पानी जैसा गिरा तो देखा अमित के लण्ड का पानी था जो एक बार तो दूर तक आ गया था और फिर टेबल पर गिर रहा था ।ऐसा लग रहा था जैसे बरसो से पानी भरा हुआ था उसके अंदर ,ये देखकर मेरी भी चुत ने जोरदार फुहार छोड़ दी और में झड़ने लगी ,

दिनु काका भी एक ही निप्पल को जीभ से चाट रहे थे उन्होंने मेरे निपल को मुँह में भर लिया जैसे दूध निकाल लेंगे और मेरे बूब्स के बीच सर रखकर लंबी सांस लेने लगे ।में समझ गयी कि ये भी ठंडा हो गया है

तभी अमित ने लण्ड को तौलिए से पोंछा और दबे पांव जाकर बैडरूम का गेट खोलने की आवाज की जिससे दिनु काका हड़बड़ा कर खड़ा हो गया
में भी साइड से निकलकर बैडरूम में भाग आयी ,

अमित ने दिनु काका का हाथ पकड़ा और गेट के पास जाकर उनकी आंखों की पट्टी खोली और गेट से बाहर भेजकर उनके कान में कुछ बोल कर गेट बंद कर लिया और सीधा बैडरूम में आकर मुझे बाहों में भर लिया फिर

बोला ,--थैंक्यू रेखा ,आई लव यू फिर मेरे होठों पर अपने होठ रख दिये जिसमें में भी साथ देने लगी
लगभग दस मिनट के लंबे किस के बाद दोनों अलग हुए
 
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Sanju69

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जैसे ही दोनों अलग हुए मैने कहा कि ये दिनु काका अच्छा आदमी नही है तुमने सुना ना कि कैसे तुम्हारी पीठ पीछे क्या बोल रहा था जिसे सुनकर अमित हंसने लगा ,मुझे उसको हंसते हुए देखकर गुस्सा आया ।

में आश्चर्य से उसको देखने लगी कि में सीरियस बात बोल रही हूं और ये हंस रहा है

अमित ,--उसको मेने ही कहा था

में ,-- क्या

अमित ,--यही की मेरी तरफ से खुली छूट है जो करना है खुल के करो

में ,--तुम पागल तो नही हो जो अपनी बीबी को परेशान करने के लिये एक सनकी बूढ़े को छूट देकर अब मुझे बोल रहे हो

अमित ,--तुमको मालूम है जब में उसे लेने गया तो इतनी देर क्यो लगी

में ,--मुझे कैसे पता होगा

अमित ,--दिनु काका ने अपनी पूरी कहानी सुनाई ,सीमा भाभी , कमला और दूसरी औरतों की ।

मैं ,--तो

अमित ,--तो ये की वो सीमा भाभी की दो साल से नियमित मसाज कर रहा है पर मुझे आज तक पता नही चली जब कि सीमा की बाकी सब बातें मुझे पता है इसलिए जब उसने बोला कि वो बहुत अच्छी मसाज करता है तो मुझे लगा कि ये एकदम परफेक्ट बंदा है तुम्हारी मसाज के लिये

में ,--पर मुझे मसाज की जरूरत नही है

अमित ,--फिर कल तुमने कमला से मेरी मसाज क्यो करवाई

में ,--वो तो तुमको एन्जॉय कराने के लिए

अमित ,--मुझे या खुद को

में ,--दोनों को

अमित ,--बस कल मेरी मसाज से दोनों ने एन्जॉय किया आज तुम्हारी मसाज से दोनों ने एन्जॉय किया ,
मेरा एन्जॉय तो तुमने देख लिया ना लण्ड के पानी की फुहार कितनी दूर गयी थी ,

अब ये देखो तुम्हारा एन्जॉ उसने मेरे पेटीकोट के ऊपर से चुत पर अंगुली रखी और गिली अंगुली दिखाते हुए बोला ,--देखो ऊपर तक तुम्हारी चुत का रस , फिर उस अंगुली को मुह में रख लिया

में ,--पर वो किसी को बोलेगा तो

अमित ,--वो दुनिया देखा हुआ खूसट है इसलिए उसको मालूम है कि किसी को बोलने से कुछ मिलेगा नही उल्टा ये मस्त हसीना हाथ से निकल जायेगी ।

में ,--पर कही कुछ रिकॉर्ड कर लिया और ब्लैकमेल किया तो

अमीत ,-- तो में उसको बता दूंगा की इंटरनेट पर कैसे डालना है

में ,- तुम पूरे पागल हो जो अपनी ही बीबी को बदनाम करोगे

अमित ,--पागल में नही तुम हो जो अपने पति का विस्वास नही करती ,उसने सिर्फ तुम्हारी मसाज की है फ्री में , जो औरतें पार्लर में पैसे देकर करवाती है
भले ही अपने देश मे ये चलन कम है पर विदेशों में सब औरतें सिर्फ पुरुषों से ही नंगी होकर मसाज करवाती है चाहो तो नेट पर देख लो

में ,--मुझे तुम पर पूरा विस्वास है लेकिन कोई अपनी बीबी को यूं दूसरे के सामने टॉपलेस करता है क्या

अमित ,–पहली बात तो ये की उसने तुम्हे देखा ही नही क्योकि उसकी आँखों पर पट्टी बंधी थी दूसरा मुझे अपनी बीबी से बहुत प्यार है और में उसे दुनिया की सारी खुशियाँ देना चाहता हूं ओर मेने वो खुशी थॉडी देर पहले तुम्हारे चेहरे पर देखी है और ...और उसने मसाज के अलावा सिर्फ तुम्हारी निप्पल को मुँह लगाया है जो नही होना चाहिए था बाकी ऐसा कुछ नही था

में ,--पर ये कैसा प्यार हुआ

अमित ,--जान जो प्यार करता हैं वो अपने साथी की खुशी के लिए जान भी दे देते हैं मुझे प्यार तेरी आत्मा से है दिल से है तुम्हारे इस शरीर से नही समझी अगर फिर भी तुमको लगता हैं कि प्यार शरीर से होता है तो मुझे अन टच लड़कियों की कमी नही थी जिनसे शादी के लिए मेरे पास ऑफर आये थे ,कुछ की फ़ोटो अभी भी पड़ी है मेरे मोबाइल में,

मैं तुमको दिखा देता हूँ मैं उनसे मिला भी हूँ पर मैने अपने घर वालों को मना कर दिया कि मुझे लड़की पसंद नही आई क्योंकि जब मैने उनसे अकेले में बात की तो मुझे समझ मे आ गया कि ये सारी जिंदगी सेक्स को सीखने में ही गुजार देगी जबकि मुझे सेक्स में एक खुले विचारों वाली लड़की चाहिए थी चाहे वो सेक्स कर चुकी हो

में उसकी आँखों मे देखी तो प्यार ही प्यार नजर आया और उसकी छाती पर किस किया

अमित ,--तो कैसी रही मसाज

मेने जवाब नही दिया और नीचे देखने लगी तो उसने कहा,-- देखो मुझे कैसी लगी और अपना तौलिया खोलकर फेंक दिया

जब मैने उसके लण्ड को देखा तो वो पूरा खड़ा था ।उसने मेरे पेटिकोट का नाडा खींच दिया और बोला चल अब पेंटी खोल तुझे शारीरिक प्यार करता हूँ ।

मेरे को विस्वास ही नही हुआ इतना जल्दी ये फिर से खड़ा हो गया तो वो बोला इतना दिमाग पर जोर मत दो ,

और मेरी पेंटी नीचे करके बोला -जब इस चुत में दिनु काका का लण्ड जाएगा तो ये पूरी भोसड़ा बन जाएगी
मुझे तब समझ मे आया कि ये मुझे दिनु काका के साथ की कल्पना से खड़ा हुआ है

फिर उसने मुझे बिस्तर पर गिराकर चुत में लण्ड डाल दिया और बोला,--मेमसाहब ज्यादा बड़ा तो नही मेरा हथियार

में ,अहह... अब डाल दिया अंदर तब क्या पूछ रहे हों अमित बाबू

ये सुनकर अमित बोला जान प्लीज मुझे दिनु काका बुलाओ ना प्लीज्

में ,--- ओहद दिनु काका आप का हथियार तो बहुत दमदार है

ये सुनते ही अमित का लण्ड पूरे जोश में आ गया और वो बोला ,---आह.....बहुरानी क्या मस्त बुर है तेरी ऐसा लगता है जैसे अमित बाबू ने ठीक से चोदा नही कितनी टाइट है

में ,--ह्म्म्म ...काका आप का लोडा बहुत बड़ा है इसलिए आपको चुत कसी हुई लग रही है

अमित ,--अरे बहुरिया ये आजकल के लौंडे क्या चोदेंगे सब मोबाइल में गंदे वीडियो देखकर अपने बचपन मे ही मूठ मारना चालू कर देते है और आजकल के खाने में वो ताकत कहाँ जो लण्ड को मोटा कर दे ,पर तुम चिंता मत करो में अपनी बहू को पूरा मज़ा करवाऊंगा

मैं,--अहह....दिनु काका आप की बात बिल्कुल सही है अमित भी पूरा गांडू बन चुका है पोर्न देखकर

अमित ,-ओह्ह ,तभी तो तेरा ये दिनु काका तेरी चुत को असली मज़ा दे रहा है अब तू मुझे उस गांडू के आफिस जाने के बाद फोन कर दिया कर तुझे मस्त चोद कर चला जाऊंगा

में ,--हां काका वो साला खुद भी ऐसा ही चाहता है देखा नही आज वो मुझे आपके लिए नंगी कर दिया था

अमित ,--ओह्ह , हाँ बहु वो मुझे भी नीचे बोला कि मेरी पत्नी गरम कुतिया है ,

बेटी तू मुझसे ऐसे ही चुदवाती रहो में तेरी चुत में अपना बीज डालकर तुझे अपने बच्चे की माँ बनाऊंगा

में ,--बना दो काका ,कर दो मुझे गर्भवती अहह......

अमित ,--हां बेटी तू मेरे इस फौलादी लण्ड के पानी को अपनी बच्चे दानी में डालने दे फिर देखना तू नो महीने बाद मेरे जैसे फौलादी लण्ड वाला बेटा तेरी चुत से निकलेगा ।

मैं ,---आ......हा....काका में आपके बेटे को इस पेट मे लेकर घुमुंगी तो लोग समझेंगे की उस गांडू ने फुलाया होगा

अमित ,--अरे बेटी तू चिन्ता मत कर तू उस गांडू से ये तेरी जवानी की प्यास नही बुझेगी तेरे जैसी अल्हड़ जवानी को भोगने के लिए मेरे जैसा मजबूत लण्ड चाहिये

में ,--आह....मेरे दिनु काका भर दो अब भर दो इस चुत को अपने वीर्य से बना दो मुझे आज ही अपने बेटे की मम्मी अब मेरा भी पानी छूटने वाला है

अमित ,--ले रानी में भी आ रहा हूँ इस भोसडी में क्योकि तेरी चुत को आज मैंने फाड़कर भोसड़ा बना दिया है

फिर अमित ने तेजी से आठ दस शॉट मारे और अपना गरम पानी मेरी चुत में भरने लगा में भी उसके साथ झड़ने लगी और निढाल होकर पड़ गयी अमित भी मेरे ऊपर गिरकर हापनें लगा
 

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दोनों उसी अवस्था मे पड़े रहे काफी देर तक
फिर अमित सो गया तो में उठकर बाथरूम गयी मेरी चुत पूरी भीगी हुई थी और दिनु काका के मुँह का पानी अभी मेरी निपल पर महसूस हो रहा था इसलिए पहले नीचे बैठकर पेशाब किया और फिर शॉवर चालू करके अपने बूब्स को अच्छे से साफ किया

मुझे थोड़ा गिल्टी फील हो रहा था कि शादी के बाद मेरे इस पतिव्रता शरीर पर सबसे पहले एक बुढ़े ने अपने मुहं का थूक लगा दिया ,

पर चुत में तरंग भी उठ रही थी कि एक सप्ताह भी नही हुआ और नए लण्ड के दर्शन हो गए जो बहुत जल्द अब मेरी चुत साइज बदल देगा,

बूब्स को साफ करते समय मुझे आईने में अपने बूब्स दिखाई दिए जो अब लाल की जगह थॉडी गुलाबी से दिख रहे थे और मुझे पहले से बड़े लग रहे थे तभी दिनु काका के हाथों का स्पर्श याद आया और में पूरी गनगना गयी कि मेरे जैसी सुंदर औरत जिसने कभी इस स्तर के आदमी को पास भी फटकने दिया वो मेरी पूरे बूब्स को महसूस भी किया और अपना मुंह मे ले लिया ,

सोचते सोचते मेरा हाथ अपनी निप्पल पर चला गया और मेरी चुत फिर से एक बार से गरमाने लगी ,

तभी मेने अपने सिर को झटका दिया और मन मे बोली रेखा तू कितनी बड़ी चुदास है जो अभी चुद कर अपने आप को साफ भी नही की और फिर से लण्ड की जरूरत महसूस करने लगी


तब मैंने साबुन लगाया और अच्छे से स्नान करके तोलिये से साफ किया और बाहर आकर कपड़े पहनकर मैकअप करने आ गयी

जब ड्रेसिंग के सामने जाकर खुद को हल्का मैकअप किया तो एक बार फिर से ब्लाउज के ऊपर से बूब्स दिखे जो पहले से बड़े लगें

मुझे दिनु काका की बात मेरे दिमाग मे घर कर गई थी जो निकल नही रही थी कि बड़े बूब्स औरत को आकर्षक बनाते है मेने मन में सोचा कि अमित से बात करूँगी

फिर बाहर आ रही थी कि बेल बजी में सीधे गेट खोलने गयी , गेट खोला तो कमला अंदर आयी और

मुझे देखकर बोली ,-भाभी लगता है मसाज लंबी चली है जो अभी नहा कर आई हो

में ,--हाँ मसाज में तो टाइम लगता ही है

कमला ,--सिर्फ मसाज ही हुई या कुश्ती भी खेल ली

में ,-- तुमको नही पता

कमला ,--पता तो है पर सबूत मिट गए

मेने कमला का हाथ पकड़ा और सोफे के पास लेकर आई फिर टेबल की तरफ इशारा करके बोली,- ये रहा सबूत देख लो,

कमला ने झुक कर अमित के वीर्य को देखा और अंगुली से उठाकर टेस्ट किया फिर बोली ,--आप को इसे ऐसे नही छोड़ना चाहिए बहुत एनर्जी वाला टॉनिक है

में ,-तभी तुम्हारे लिए छोड़ा है

कमला ,--भाभी आपको पता है आदमी के शरीर मे जो सबसे अंतिम चीज बनती है खून के बाद वो यही होती है जिसमे इतनी ताकत होती है कि ये बच्चे दानी में जाकर नया जन्म देती है

में ,--तो तुम पी लिया करो में रोज तुम्हारे लिए रख दूँगी

कमला जो पूरी टेबल का पानी चट कर चुकी थी बोली ठीक है इसको चूची पर लगाने से वो कड़क रहती है और खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है

तभी मेने उसे नीचे की तरफ इशारे से बताया कि नीचे भी है तो वो स्टूल के पास गई जहां दिनु काका ने मुठ मारी थी बहुत सारा वीर्य पड़ा था जिसे देखकर वो मुझे घूरने लगी और बोली ,--भाभी दोनों का पानी हाथ से निकाल दिया

मेने उसके पास जाकर उसका कान पकड़ा और बोली ,--तूने भाभी को क्या समझ रखा है और उसको जितना जरूरी था उतनी बात बताई

मेरी बात सुनकर वो अपनी चुत को साड़ी के ऊपर से मसलने लगी और बोली ,--वाह भाभी अमित भैया भी आपकी तरह मस्त मोला आदमी है

आपकी मसाज देखकर मुठ मार लिए बेचारे अमित भैया आपको अच्छा लगा क्या

में,--तो तू आ जाती मरवाने नीचे क्यो मरी थी

कमला ,-- आपके होते हुए भी मुठ मारनी पड़ी इसलिए बोला मेने तो

में,--बड़ी आयी अमित भैया की चिंता करने वाली जैसे एक बार मूठ मार ली तो बहुत बडा पाप कर दिया मेने

कमला ,--भाभी आप भी कैसी बात कर रही हो जब मसाज हो गयी थी उसके बाद तो आप उनको दे सकती थी

में ,-- तो जा वो सोया नंगा दे दे तो अपनी चुत उसको ,और उसको बैडरूम के गेट के सामने से अमित को नंगा सोये हुये दिखाया

कमला ,--भाभी ये क्या उनका लण्ड तो मुरझाया हुआ है मेने तो हमेशा खड़ा ही देखा है

में ,--तेरी भाभी ने पूरे अण्डकोष खाली कर दिए पहले उसने मसाज देखकर निकाल दिया फिर मेने बैड पर लेजाकर पूरा अपने अंदर डलवा लिया ,अब ये कल से पहले नही खड़ा होगा अगर होगा भी जब कोई एनर्जी ड्रिंक पियेगा तब ही होगा

फिर उसको किचन में लेजाकर बोला तू पहले चाय बना में अमित को उठा देती हूं फिर खाना बना लेना मेरा तो खुद आज अमित में सारा रस निचोड़ दिया

मेने बैडरूम का गेट अंदर से बंद किया और अमित को चूमकर बोली,-- उठो कमला आ गयी ,

अमित नींद में ,--उहुँ सोने दो ना

में,--तो कपड़े पहन कर सोया करो बेशरम

अमित ,--तो क्या हो गया कमला ही तो है

में ,--कमला तेरी बहन रीता नही है जो उसके सामने नंगे रहो

जवाब में अमित ने मेरे बूब को पकड़कर दबा दिया और उठकर गाल पर किस करके बोला,--यार कमला को तो दिनभर यहीं रहना है उसको बोल दो की हम तो नंगे रहेंगे काम करना है तो करे

में ,--पर मुझे नही रहना नंगा समझे अगर तुम को रहना है तो उसको एक बार चोद दो फिर उसकी और तुम्हारी मरजी हो वैसे रहना

अमित ,--पक्का

मैं ,--हाँ पक्का तुम्हारे लण्ड में दम होना चाहिए

अमित ,--तुम बाद में शिकायत तो नही करोगी

में,--तुम बोलो तो में खुद उसको तुम्हारे नीचे सुला दूं
अमित मेरी बात सुनकर हँसने लगा और कपड़े पहन ने लगा फिर मेने गेट खोला और किचन से चाय लाकर अमित को दी और खुद भी पीने लगी

उस दिन फिर कुछ खास नही हुआ दोनों रात में सो गए क्योकि अमित के लण्ड में इतनी ताकत नही बची थी कि वो फिर से लंबी पारी खेल सके
 
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