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अमित पूरे जोश में चोदे जा रहा था पर आज उसका पानी छूटने का नाम ही नही ले रहा था जबकि मेरी चुत कभी भी पानी बहाने को तैयार थी इधर रिकॉर्डिंग चालू थी।
रीता ,--एक दिन उसको कॉलेज में मौका मिल गया में भी उसके साथ छत पर थी तो उसने मेरे बूब्स चूसकर पूरा गर्म कर दिया था में भी उसके लण्ड को सहला रही थी छत की दीवारें ऊंची थी इसलिए दोनों एक कोने में खड़े होकर चालू थे तभी उसने मेरी जीन्स निचे करके मेरी पेंटी को खिसका कर चुत से मुंह लगा दीया ,मेरी तो हालात खराब हो गयी और चाहती थी कि मुझे वहीं छत पर चोद दे पर तभी सीढ़ी से किसी के आने की आवाज सुनाई दी मेने जल्दी से जीन्स ऊपर की और जल्दी से सीढ़ियों की ओर दौड़कर नीचे आ गयी।
मैं ,--आहह..........
उसके बाद रोकॉर्डिंग रूक गई थी और में भी झड़ने के कगार पर थी ।अमित भी लास्ट स्टेज पर था तभी मेने उसकी गांड में अंगुली डाल दी और उंगली डालते ही उसके लण्ड की जोरदार फुहार मेरी चुत में महसूस हुई और दोनों का पानी चुत में मिक्स होने लगा ।
आज अमित ने चुदाई से पहले मेरी चुत को चाटकर मुझे उसके साथ झड़ने पर मजबूर कर दिया अगर में अपने आप को कंट्रोल नही करती तो निश्चित ही दो बार झड़ती लेकिन एक चीज जो मेरे समझ मे आयी वो ये की उसको अगर चुदाई से पहले से कोई उतेजक बात बोल दो तो वो ज्यादा देर नही टिकता।
अमित अब मेरे बगल में सोया था उसका हाथ मेरे पेट पर था और वो थोड़ा नर्वस लगा ।
तो मैने पूछा ,--क्या हुआ जानू ,
अमित ,-सोच रहा हूँ तुम मेरे बारे में क्या सोचती होगी कैसा आदमी है ।
में अपना हाथ उसके छाती पर रखते हुए ,--में सोच रही हूँ इस बहनचोद की गाँड कैसे मरवाऊंगी,
अमित ,--तुम को अजीब नही लगा
मैं,-इसमें क्या अजीब था सब की अपनो फैंटेसी होती है मेने सेक्स कहानियों में पढ़ा है ।
अमित ,-मतलब तुमको मेरे बारे में जानकर बिल्कुल भी हैरानी नही हुई।
मैं ,-- हुई ना अब तुम मेरी मसाज कब करवा रहे हो
अमित ,--मुझे चूमकर जब तुम बोलो।
मे ,--शैतान , वो बूढा बहुत हरामी है
अमित ,--पर है परफेक्ट अपने लिए ।
फिर में उसके सीने से लगकर सो गयी
रीता ,--एक दिन उसको कॉलेज में मौका मिल गया में भी उसके साथ छत पर थी तो उसने मेरे बूब्स चूसकर पूरा गर्म कर दिया था में भी उसके लण्ड को सहला रही थी छत की दीवारें ऊंची थी इसलिए दोनों एक कोने में खड़े होकर चालू थे तभी उसने मेरी जीन्स निचे करके मेरी पेंटी को खिसका कर चुत से मुंह लगा दीया ,मेरी तो हालात खराब हो गयी और चाहती थी कि मुझे वहीं छत पर चोद दे पर तभी सीढ़ी से किसी के आने की आवाज सुनाई दी मेने जल्दी से जीन्स ऊपर की और जल्दी से सीढ़ियों की ओर दौड़कर नीचे आ गयी।
मैं ,--आहह..........
उसके बाद रोकॉर्डिंग रूक गई थी और में भी झड़ने के कगार पर थी ।अमित भी लास्ट स्टेज पर था तभी मेने उसकी गांड में अंगुली डाल दी और उंगली डालते ही उसके लण्ड की जोरदार फुहार मेरी चुत में महसूस हुई और दोनों का पानी चुत में मिक्स होने लगा ।
आज अमित ने चुदाई से पहले मेरी चुत को चाटकर मुझे उसके साथ झड़ने पर मजबूर कर दिया अगर में अपने आप को कंट्रोल नही करती तो निश्चित ही दो बार झड़ती लेकिन एक चीज जो मेरे समझ मे आयी वो ये की उसको अगर चुदाई से पहले से कोई उतेजक बात बोल दो तो वो ज्यादा देर नही टिकता।
अमित अब मेरे बगल में सोया था उसका हाथ मेरे पेट पर था और वो थोड़ा नर्वस लगा ।
तो मैने पूछा ,--क्या हुआ जानू ,
अमित ,-सोच रहा हूँ तुम मेरे बारे में क्या सोचती होगी कैसा आदमी है ।
में अपना हाथ उसके छाती पर रखते हुए ,--में सोच रही हूँ इस बहनचोद की गाँड कैसे मरवाऊंगी,
अमित ,--तुम को अजीब नही लगा
मैं,-इसमें क्या अजीब था सब की अपनो फैंटेसी होती है मेने सेक्स कहानियों में पढ़ा है ।
अमित ,-मतलब तुमको मेरे बारे में जानकर बिल्कुल भी हैरानी नही हुई।
मैं ,-- हुई ना अब तुम मेरी मसाज कब करवा रहे हो
अमित ,--मुझे चूमकर जब तुम बोलो।
मे ,--शैतान , वो बूढा बहुत हरामी है
अमित ,--पर है परफेक्ट अपने लिए ।
फिर में उसके सीने से लगकर सो गयी