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Romance In Love.. With You... (Completed)

Adirshi

Royal कारभार 👑
Staff member
Sr. Moderator
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304
Update 64




अगले दिन

श्वेता- भाभी मैं ऑफिस आजाऊंगी दोपहर मे और फिर आपके लेक्चर के बाद शॉपिंग चलेंगे

श्वेता ने नेहा से कहा जो किचन मे थी

नेहा- ठीक है डन

नेहा ने श्वेता को बाय करते हुए कहा जिसके बाद वो बाहर कार मे आकार बैठी जहा राघव उसका इंतजार कर रहा था, राघव इस वक्त कार मे बैठा अपना फोन चला रहा था और नेहा को उसका साइड प्रोफाइल इतना हॉट लग रहा था के नेहा की नजरे उसपर से हट ही नहीं रही थी और राघव को अब्ज़र्व करते हुए उसके चेहरे पर एक मुस्कान बनी हुई थी, राघव फिजिकलि तो दिखने मे अच्छा था ही साथ मे दिल से भी हीरा था।

राघव- कुछ कहना है क्या चिक्की?

राघव ने अपने फोन में नजरे गड़ाए ही नेहा से पूछा

नेहा- नहीं!

नेहा ने ना ने गर्दन हिलाई और खिड़की से बाहर देखने लगी और ड्राइवर ने गाड़ी शुरू की और जैसे ही गाड़ी शुरू हुई राघव ने एक बटन दबाया जिससे फ्रन्ट सीट और बैक सीट के बीच एक पार्टिशन बन गया और वो आवाज सुन नेहा ने मूड कर राघव को देखा और राघव ने उसे अपने करीब खिचा, राघव का एक साथ नेहा की कमर पर था वही दूसरे हाथ से उसने नेहा का हाथ पकडा हुआ था

राघव- बोलो!

नेहा- क्या? मुझे कुछ नहीं कहना है!

राघव- मुझे पता है तुम्हें कुछ कहना है हा अब अगर अभी नहीं बताना तो कोई बात नहीं बाद मे कह देना मैं इंतजार करूंगा

राघव ने नेहा के माथे को चूमते हुए कहा

जब वो लोग ऑफिस मे पहुचे तो नेहा को शुभम दिखाई दिया जिससे वो ऑफिस मे मिली थी और उसे देख नेहा रुक गई और अब चुकी नेहा रुकी थी तो राघव को भी रुकना पड़ा जिससे वो जरा सा भी खुश नहीं था

नेहा- हे शुभम

नेहा ने ब्राइट स्माइल के साथ कहा जो राघव को पसंद नहीं आया

‘इतना हसके मुझसे तो कभी बात नहीं करती’ राघव ने सोचा

शुभम – गुड मॉर्निंग मैडम , सर

शुभम ने उन्हे विश किया लेकिन बदले मे राघव ने बस अपनी गर्दन हिला दी

नेहा- कितनी बार बताऊं मुझे मैडम मत कहो तुम मुझे नेहा बुला सकते हो

नेहा ने शुभम से कहा लेकिन इसके जवाब मे शुभम कुछ कहता उससे पहले ही राघव बोल पड़ा

राघव- वो ऐसे कैसे कर सकता है बेबी! मैं यहा का बॉस हु और तुम भी हैना मिस्टर शर्मा

राघव ने आँखों ही आँखों मे शुभम को धमकाते हुए पूछा जिसपर उसने भी हा मे गर्दन हिला दी और इससे पहले नेहा कुछ बोलती राघव उसे वहा से अपने केबिन मे ले आया

नेहा- मैं बात कर रही थी ना

जैसे ही वो केबिन में पहुंचे नेहा ने हल्के से चिल्लाते हुए कहा

राघव- वो यहा काम करने आता है दोस्त बनाने नहीं उसे उसका काम करने दो

नेहा- कम ऑन ही इज अ नाइस मॅन

राघव- बट योर हसबैंड इस अन ऑसम मॅन, अब बाते बहुत हो गई कल जहा छोड़ा था वही से काम शुरू करना है

राघव ने कहा और नेहा को कल वाला सीन याद आ गया जब वो राघव की गोद मे बैठी थी और वो सब कुछ उसके कान मे कह रहा था लेकिन राघव का इस ओर ध्यान ही नहीं था वो कोई फाइल पढ़ रहा था

‘नेहा वो काम की बात कर रहे है तुम जो सोच रही हो वो नहीं’ नेहा ने अपने आप को समझाया

नेहा ने अपना ध्यान लैपटॉप पर लगाया और फिर उसकी नजरे उस खुर्ची की ओर गई जिसपर राघव बैठा था

राघव- चिक्की, तुम चाहती हो मैं कल की तरह आज भी तुम्हें गोद मे बीठा कर पढ़ाऊ??

राघव ने फाइल मे देखते हुए ही एक स्माइल के साथ कहा जिसने नेहा को अपने खयालों से बाहर लाया

नेहा- ह? न.. नहीं! मैं तो वो.. लेट्स कन्टिन्यू

नेहा ने अपनी खुर्ची की ओर बढ़ते हुए कहा

राघव- क्या? पढ़ाई या...

नेहा- पढ़ाई!!!

नेहा ने एकदम से कहा, विसर्जन के बाद से नेहा को एक अलग ही राघव दिख रहा था, नेहा को ये बदलब अच्छा लग रहा था, मौसम गुलाबी हो रहा था

इतने पूरे समय मे राघव के चेहरे पे मुस्कान बनी हुई थी, राघव नेहा को मार्केटिंग पढ़ा रहा था वही बीच बीच मे डबल मीनिंग बातों से उसे छेड भी रहा था, जैसे वो नेहा को इन्वेस्टमेंट के बारे मे बता रहा था जिसमे उसने कहा के स्टॉक का प्राइस ऊपर नीचे होता है और जब आप नीचे फोकस करो तो और बढ़िया होता है और जब तो आप नीचे छु लेते तो तब तो....

नेहा- आप ये क्या कह रहे है???

राघव- मैं तो स्टॉक ऑप्शन को छूने की बात कर रहा हु खरीदने के लिए आजकल तो और भी ईजी है आप मोबाईल से स्टॉक्स खरीद सकते है और लो प्राइस मे खरीदना बहुत satisfying है

राघव ने कहा लेकिन नेहा को समझ आ रहा था के वो क्या कह रहा था और जब तक वो एक्चुअल काम शुरू करते 12 बज चुके थे और नेहा का फोन बजने लगा उसने देखा तो श्वेता का कॉल था

नेहा- आज के लिए इतना काफी है अब बाकी कल

नेहा ने एक्सईट होकर अपनी जगह से उठते हुए कहा

राघव- इतनी एक्साइटमेंट?

राघव ने अपनी एक भौ उठाते हुए पूछा

नेहा – मैं श्वेता के साथ शॉपिंग करने जा रही हु

राघव- तो मानोगी नहीं हैना

नेहा- उमहू

नेहा ने ना मे गर्दन हिलाते हुए कहा वही राघव उसके करीब आया और उसे कमर से पकड़ कर अपने पास खिचा

राघव- किस चीज की शॉपिंग करने वाली हो

नेहा- कुछ नहीं मैं बस श्वेता की मदद करने जा रही हु

राघव- जब कुछ लेना ही नहीं है तो जाने का क्या फायदा

नेहा- क्युकी मुझे मेरी शॉपिंग आपके साथ करनी है

नेहा ने राघव की शर्ट की बटन से खेलते हुए कहा

राघव- तो तुम्हें मुझसे कुछ चाहिए?

नेहा- मैंने ऐसा थोड़ी कहा, मुझे बस आप मेरे साथ चाहिए

राघव – ठीक है फिर ऐसा करते है मैं तुम्हारे साथ चलता हु और शेखर श्वेता के साथ चला जाएगा

राघव की बात सुन नेहा की आँखों मे चमक आ गई

नेहा- पर आपकी तो मीटिंग है ना भूल गए?

राघव- है तो पर मेरी बीवी की इच्छा से ज्यादा जरूरी नहीं है, मैं मीटिंग बाद मे अरेंज करा लूँगा

राघव ने नेहा के गालों को चूमते हुए कहा और नेहा के गालों पर लाली छ गई

नेहा- परफेक्ट श्वेता आ गई होगी मैं अभी उसे जाकर ये बात बताती हु

जिसके बाद नेहा वहा से चली गई और राघव उसे जाते देख मुस्कुराने लगा

‘तुम्हे सबसे बेस्ट गिफ्ट मिलने वाला है चिक्की’ नेहा के केबिन से बाहर जाते ही राघव ने अपने आप से कहा

--x--

श्वेता- भाभी ये देखो कितना सुंदर है ना

श्वेता ने नेहा को लाल रंग का एक लहंगा दिखते हुए पूछा

नेहा- हा ये बहुत सुंदर है, इसे ले लो ये अच्छा लगेगा तुमपर

नेहा ने उस लहंगे को देखते हुए कहा

श्वेता- हैना! शेरी कैसा है ये? मैं ले रही हु इसे

श्वेता ने वो ड्रेस शेखर को दिखाया जिसने उदासीनता से उबासी लेते हुए हा मे गर्दन हिला दी

श्वेता- क्या यार शेरी तुम कितने बोरिंग हो भईया को देखो वो कैसे भाभी की मदद कर रहे है कितना इंटेरेस्ट है उनको और तुम देखो

श्वेता ने शेखर को घूरते हुए उसके कंधे पे हल्के से मारते हुए कहा और शेखर ने वापिस हा मे गर्दन हिला दी, वो पहले ही मन ही मन अपने भाई को गालियां दे चुका था क्युकी उसे ये शॉपिंग वह सीन बिल्कुल पसंद नहीं था फिर भी वो यहा था

वही दूसरी तरफ नेहा कन्फ्यूज़ थी के वो क्या ले जैसा उसे चाहिए था वैसा उसे कुछ मिल ही नहीं रहा था और उसकी तरफ से उसके लिए राघव कपड़े सिलेक्ट कर रहा था

नेहा- मुझे कुछ पसंद ही नहीं आ रहा

नेहा ने निराश होते हुए कहा

“मैडम हमारे पास और भी ड्रेसेस है आप देख लीजिए पसंद आए तो वो ट्राइ करके देखिए” वहा के सैल्ज़्मन ने कहा

नेहा- ठीक है!

जिसके बाद नेहा ने दो ड्रेस पसंद किए और एक ड्रेस लेकर चेंजिंग रूम मे चली गई और दूसरा ड्रेस राघव को पकड़ा गई वो बहुत ज्यादा पैशन्स के साथ जो उसके पास नहीं था चेंजिंग रूम के बाहर नेहा की राह देखते खड़ा था

कुछ ही पलों मे नेहा चेंजिंग रूम के बाहर वो ड्रेस पहने आई

नेहा- कैसा है?

नेहा ने गोल घूमते हुए राघव ने पूछा और उसने ना मे गर्दन हिला दी

नेहा- कुछ नहीं चाहिए मुझे, ये सब कितना कन्फ्यूज़िंग है

नेहा अब चिढ़ रही थी तभी राघव की नजर एक ड्रेस पर पड़ी जिसने उसका ध्यान खिचा

राघव- रुको!!

जिसके बाद राघव ने एक सेल्समैन से कहकर वो ड्रेस निकलवाया और नेहा के पास आया

राघव- इसको ट्राय करो

उसने वो नेहा को पकड़वाया और नेहा बस उस ड्रेस को ही देख रही थी ये बिल्कुल वैसा था जैसा उसे चाहिए था

नेहा- ये.. ये परफेक्ट है ऐसा ही चाहिए था मुझे

नेहा ने खुश होते हुए कहा और झटके के साथ राघव के हाथ से वो ड्रेस लिया और वापिस चेंजिंग रूम के अंदर चली गई

कुछ समय बाद श्वेता भी वहा आ पहुची

श्वेता- भईया भाभी कहा है

जन श्वेता ने नेहा को नहीं देखा तो पूछा

राघव – वो अंदर....

और राघव की बात पूरी होती इससे पहले ही चेंजिंग रूम का दरवाजा खुला और नेहा उस ड्रेस को पहने बाहर आई

श्वेता- भाभी ये बहुत सुंदर है

श्वेता ने नेहा के ड्रेस को देखते हुए कहा

राघव- परफेक्ट!!

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और नेहा मुस्कुरा दी

नेहा- मुझे यही चाहिए

राघव- ठीक है, अब हो गया तो तुम लोग शेखर के साथ घर जाओ फिर

नेहा- क्यू? आप नहीं आ रहे?

राघव- न, मुझे कुछ काम है थोड़ी देर से आऊँगा!

श्वेता- ठीक है फिर भाभी आप चेंज कर लो मैं और शेरी कार के पास वेट करते है

इतना बोल ले श्वेता वहा से चली गई

नेहा ड्रेस चेंज करके जब बाहर आई तो उसका चेहरा थोड़ा उतरा हुआ था और आकार नेहा ने अपनी सारी शॉपिंग बैग्स उठाई और जाने ही वाली थी के राघव ने उसे रोका और उसके हाथ से सारी बैग्स ली

राघव- मैं जल्दी आ जाऊंगा बहुत जरूरी काम है

राघव ने नेहा के गाल को चूमते हुए कहा जिससे नेहा के चेहरे पर थोड़ी मुस्कान आई

नेहा- क्या काम है?

नेहा के पूछा और अब राघव के चेहरे का रंग उड गया

राघव- वो.. उम्म... कुछ बिजनस वाला स्टफ है जल्दी आता हु मैं

राघव ने नर्वसली कहा और नेहा के साथ कार तक आया कहा शेखर और श्वेता उनकी राह देख रहे थे और नेहा राघव के जवाब पर अभी भी कन्फ्यूज़ थी

‘सॉरी चिक्की बेबी अभी नहीं बता सकता’ राघव ने नेहा को देखते हुए मन ही मन कहा

क्रमश:
 

Tiger 786

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Update 64




अगले दिन

श्वेता- भाभी मैं ऑफिस आजाऊंगी दोपहर मे और फिर आपके लेक्चर के बाद शॉपिंग चलेंगे

श्वेता ने नेहा से कहा जो किचन मे थी

नेहा- ठीक है डन

नेहा ने श्वेता को बाय करते हुए कहा जिसके बाद वो बाहर कार मे आकार बैठी जहा राघव उसका इंतजार कर रहा था, राघव इस वक्त कार मे बैठा अपना फोन चला रहा था और नेहा को उसका साइड प्रोफाइल इतना हॉट लग रहा था के नेहा की नजरे उसपर से हट ही नहीं रही थी और राघव को अब्ज़र्व करते हुए उसके चेहरे पर एक मुस्कान बनी हुई थी, राघव फिजिकलि तो दिखने मे अच्छा था ही साथ मे दिल से भी हीरा था।

राघव- कुछ कहना है क्या चिक्की?

राघव ने अपने फोन में नजरे गड़ाए ही नेहा से पूछा

नेहा- नहीं!

नेहा ने ना ने गर्दन हिलाई और खिड़की से बाहर देखने लगी और ड्राइवर ने गाड़ी शुरू की और जैसे ही गाड़ी शुरू हुई राघव ने एक बटन दबाया जिससे फ्रन्ट सीट और बैक सीट के बीच एक पार्टिशन बन गया और वो आवाज सुन नेहा ने मूड कर राघव को देखा और राघव ने उसे अपने करीब खिचा, राघव का एक साथ नेहा की कमर पर था वही दूसरे हाथ से उसने नेहा का हाथ पकडा हुआ था

राघव- बोलो!

नेहा- क्या? मुझे कुछ नहीं कहना है!

राघव- मुझे पता है तुम्हें कुछ कहना है हा अब अगर अभी नहीं बताना तो कोई बात नहीं बाद मे कह देना मैं इंतजार करूंगा

राघव ने नेहा के माथे को चूमते हुए कहा

जब वो लोग ऑफिस मे पहुचे तो नेहा को शुभम दिखाई दिया जिससे वो ऑफिस मे मिली थी और उसे देख नेहा रुक गई और अब चुकी नेहा रुकी थी तो राघव को भी रुकना पड़ा जिससे वो जरा सा भी खुश नहीं था

नेहा- हे शुभम

नेहा ने ब्राइट स्माइल के साथ कहा जो राघव को पसंद नहीं आया

‘इतना हसके मुझसे तो कभी बात नहीं करती’ राघव ने सोचा

शुभम – गुड मॉर्निंग मैडम , सर

शुभम ने उन्हे विश किया लेकिन बदले मे राघव ने बस अपनी गर्दन हिला दी

नेहा- कितनी बार बताऊं मुझे मैडम मत कहो तुम मुझे नेहा बुला सकते हो

नेहा ने शुभम से कहा लेकिन इसके जवाब मे शुभम कुछ कहता उससे पहले ही राघव बोल पड़ा

राघव- वो ऐसे कैसे कर सकता है बेबी! मैं यहा का बॉस हु और तुम भी हैना मिस्टर शर्मा

राघव ने आँखों ही आँखों मे शुभम को धमकाते हुए पूछा जिसपर उसने भी हा मे गर्दन हिला दी और इससे पहले नेहा कुछ बोलती राघव उसे वहा से अपने केबिन मे ले आया

नेहा- मैं बात कर रही थी ना

जैसे ही वो केबिन में पहुंचे नेहा ने हल्के से चिल्लाते हुए कहा

राघव- वो यहा काम करने आता है दोस्त बनाने नहीं उसे उसका काम करने दो

नेहा- कम ऑन ही इज अ नाइस मॅन

राघव- बट योर हसबैंड इस अन ऑसम मॅन, अब बाते बहुत हो गई कल जहा छोड़ा था वही से काम शुरू करना है

राघव ने कहा और नेहा को कल वाला सीन याद आ गया जब वो राघव की गोद मे बैठी थी और वो सब कुछ उसके कान मे कह रहा था लेकिन राघव का इस ओर ध्यान ही नहीं था वो कोई फाइल पढ़ रहा था

‘नेहा वो काम की बात कर रहे है तुम जो सोच रही हो वो नहीं’ नेहा ने अपने आप को समझाया

नेहा ने अपना ध्यान लैपटॉप पर लगाया और फिर उसकी नजरे उस खुर्ची की ओर गई जिसपर राघव बैठा था

राघव- चिक्की, तुम चाहती हो मैं कल की तरह आज भी तुम्हें गोद मे बीठा कर पढ़ाऊ??

राघव ने फाइल मे देखते हुए ही एक स्माइल के साथ कहा जिसने नेहा को अपने खयालों से बाहर लाया

नेहा- ह? न.. नहीं! मैं तो वो.. लेट्स कन्टिन्यू

नेहा ने अपनी खुर्ची की ओर बढ़ते हुए कहा

राघव- क्या? पढ़ाई या...

नेहा- पढ़ाई!!!

नेहा ने एकदम से कहा, विसर्जन के बाद से नेहा को एक अलग ही राघव दिख रहा था, नेहा को ये बदलब अच्छा लग रहा था, मौसम गुलाबी हो रहा था

इतने पूरे समय मे राघव के चेहरे पे मुस्कान बनी हुई थी, राघव नेहा को मार्केटिंग पढ़ा रहा था वही बीच बीच मे डबल मीनिंग बातों से उसे छेड भी रहा था, जैसे वो नेहा को इन्वेस्टमेंट के बारे मे बता रहा था जिसमे उसने कहा के स्टॉक का प्राइस ऊपर नीचे होता है और जब आप नीचे फोकस करो तो और बढ़िया होता है और जब तो आप नीचे छु लेते तो तब तो....

नेहा- आप ये क्या कह रहे है???

राघव- मैं तो स्टॉक ऑप्शन को छूने की बात कर रहा हु खरीदने के लिए आजकल तो और भी ईजी है आप मोबाईल से स्टॉक्स खरीद सकते है और लो प्राइस मे खरीदना बहुत satisfying है

राघव ने कहा लेकिन नेहा को समझ आ रहा था के वो क्या कह रहा था और जब तक वो एक्चुअल काम शुरू करते 12 बज चुके थे और नेहा का फोन बजने लगा उसने देखा तो श्वेता का कॉल था

नेहा- आज के लिए इतना काफी है अब बाकी कल

नेहा ने एक्सईट होकर अपनी जगह से उठते हुए कहा

राघव- इतनी एक्साइटमेंट?

राघव ने अपनी एक भौ उठाते हुए पूछा

नेहा – मैं श्वेता के साथ शॉपिंग करने जा रही हु

राघव- तो मानोगी नहीं हैना

नेहा- उमहू

नेहा ने ना मे गर्दन हिलाते हुए कहा वही राघव उसके करीब आया और उसे कमर से पकड़ कर अपने पास खिचा

राघव- किस चीज की शॉपिंग करने वाली हो

नेहा- कुछ नहीं मैं बस श्वेता की मदद करने जा रही हु

राघव- जब कुछ लेना ही नहीं है तो जाने का क्या फायदा

नेहा- क्युकी मुझे मेरी शॉपिंग आपके साथ करनी है

नेहा ने राघव की शर्ट की बटन से खेलते हुए कहा

राघव- तो तुम्हें मुझसे कुछ चाहिए?

नेहा- मैंने ऐसा थोड़ी कहा, मुझे बस आप मेरे साथ चाहिए

राघव – ठीक है फिर ऐसा करते है मैं तुम्हारे साथ चलता हु और शेखर श्वेता के साथ चला जाएगा

राघव की बात सुन नेहा की आँखों मे चमक आ गई

नेहा- पर आपकी तो मीटिंग है ना भूल गए?

राघव- है तो पर मेरी बीवी की इच्छा से ज्यादा जरूरी नहीं है, मैं मीटिंग बाद मे अरेंज करा लूँगा

राघव ने नेहा के गालों को चूमते हुए कहा और नेहा के गालों पर लाली छ गई

नेहा- परफेक्ट श्वेता आ गई होगी मैं अभी उसे जाकर ये बात बताती हु

जिसके बाद नेहा वहा से चली गई और राघव उसे जाते देख मुस्कुराने लगा

‘तुम्हे सबसे बेस्ट गिफ्ट मिलने वाला है चिक्की’ नेहा के केबिन से बाहर जाते ही राघव ने अपने आप से कहा

--x--

श्वेता- भाभी ये देखो कितना सुंदर है ना

श्वेता ने नेहा को लाल रंग का एक लहंगा दिखते हुए पूछा

नेहा- हा ये बहुत सुंदर है, इसे ले लो ये अच्छा लगेगा तुमपर

नेहा ने उस लहंगे को देखते हुए कहा

श्वेता- हैना! शेरी कैसा है ये? मैं ले रही हु इसे

श्वेता ने वो ड्रेस शेखर को दिखाया जिसने उदासीनता से उबासी लेते हुए हा मे गर्दन हिला दी

श्वेता- क्या यार शेरी तुम कितने बोरिंग हो भईया को देखो वो कैसे भाभी की मदद कर रहे है कितना इंटेरेस्ट है उनको और तुम देखो

श्वेता ने शेखर को घूरते हुए उसके कंधे पे हल्के से मारते हुए कहा और शेखर ने वापिस हा मे गर्दन हिला दी, वो पहले ही मन ही मन अपने भाई को गालियां दे चुका था क्युकी उसे ये शॉपिंग वह सीन बिल्कुल पसंद नहीं था फिर भी वो यहा था

वही दूसरी तरफ नेहा कन्फ्यूज़ थी के वो क्या ले जैसा उसे चाहिए था वैसा उसे कुछ मिल ही नहीं रहा था और उसकी तरफ से उसके लिए राघव कपड़े सिलेक्ट कर रहा था

नेहा- मुझे कुछ पसंद ही नहीं आ रहा

नेहा ने निराश होते हुए कहा

“मैडम हमारे पास और भी ड्रेसेस है आप देख लीजिए पसंद आए तो वो ट्राइ करके देखिए” वहा के सैल्ज़्मन ने कहा

नेहा- ठीक है!

जिसके बाद नेहा ने दो ड्रेस पसंद किए और एक ड्रेस लेकर चेंजिंग रूम मे चली गई और दूसरा ड्रेस राघव को पकड़ा गई वो बहुत ज्यादा पैशन्स के साथ जो उसके पास नहीं था चेंजिंग रूम के बाहर नेहा की राह देखते खड़ा था

कुछ ही पलों मे नेहा चेंजिंग रूम के बाहर वो ड्रेस पहने आई

नेहा- कैसा है?

नेहा ने गोल घूमते हुए राघव ने पूछा और उसने ना मे गर्दन हिला दी

नेहा- कुछ नहीं चाहिए मुझे, ये सब कितना कन्फ्यूज़िंग है

नेहा अब चिढ़ रही थी तभी राघव की नजर एक ड्रेस पर पड़ी जिसने उसका ध्यान खिचा

राघव- रुको!!

जिसके बाद राघव ने एक सेल्समैन से कहकर वो ड्रेस निकलवाया और नेहा के पास आया

राघव- इसको ट्राय करो

उसने वो नेहा को पकड़वाया और नेहा बस उस ड्रेस को ही देख रही थी ये बिल्कुल वैसा था जैसा उसे चाहिए था

नेहा- ये.. ये परफेक्ट है ऐसा ही चाहिए था मुझे

नेहा ने खुश होते हुए कहा और झटके के साथ राघव के हाथ से वो ड्रेस लिया और वापिस चेंजिंग रूम के अंदर चली गई

कुछ समय बाद श्वेता भी वहा आ पहुची

श्वेता- भईया भाभी कहा है

जन श्वेता ने नेहा को नहीं देखा तो पूछा

राघव – वो अंदर....

और राघव की बात पूरी होती इससे पहले ही चेंजिंग रूम का दरवाजा खुला और नेहा उस ड्रेस को पहने बाहर आई

श्वेता- भाभी ये बहुत सुंदर है

श्वेता ने नेहा के ड्रेस को देखते हुए कहा

राघव- परफेक्ट!!

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और नेहा मुस्कुरा दी

नेहा- मुझे यही चाहिए

राघव- ठीक है, अब हो गया तो तुम लोग शेखर के साथ घर जाओ फिर

नेहा- क्यू? आप नहीं आ रहे?

राघव- न, मुझे कुछ काम है थोड़ी देर से आऊँगा!

श्वेता- ठीक है फिर भाभी आप चेंज कर लो मैं और शेरी कार के पास वेट करते है

इतना बोल ले श्वेता वहा से चली गई

नेहा ड्रेस चेंज करके जब बाहर आई तो उसका चेहरा थोड़ा उतरा हुआ था और आकार नेहा ने अपनी सारी शॉपिंग बैग्स उठाई और जाने ही वाली थी के राघव ने उसे रोका और उसके हाथ से सारी बैग्स ली

राघव- मैं जल्दी आ जाऊंगा बहुत जरूरी काम है

राघव ने नेहा के गाल को चूमते हुए कहा जिससे नेहा के चेहरे पर थोड़ी मुस्कान आई

नेहा- क्या काम है?

नेहा के पूछा और अब राघव के चेहरे का रंग उड गया

राघव- वो.. उम्म... कुछ बिजनस वाला स्टफ है जल्दी आता हु मैं

राघव ने नर्वसली कहा और नेहा के साथ कार तक आया कहा शेखर और श्वेता उनकी राह देख रहे थे और नेहा राघव के जवाब पर अभी भी कन्फ्यूज़ थी

‘सॉरी चिक्की बेबी अभी नहीं बता सकता’ राघव ने नेहा को देखते हुए मन ही मन कहा

क्रमश:
Behtreen update
 

DARK WOLFKING

Supreme
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lovely update ..neha ke saath maje le raha tha raghav double meaning baate karke .

shubham ke saath baat karna achcha nahi laga raghav ko .
shopping pe bhi chala gaya neha ke saath par kuch to chhipa raha hai neha se raghav isliye jhooth bolkar neha ko shekhar ke saath bhej diya .
 

kas1709

Well-Known Member
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Update 64




अगले दिन

श्वेता- भाभी मैं ऑफिस आजाऊंगी दोपहर मे और फिर आपके लेक्चर के बाद शॉपिंग चलेंगे

श्वेता ने नेहा से कहा जो किचन मे थी

नेहा- ठीक है डन

नेहा ने श्वेता को बाय करते हुए कहा जिसके बाद वो बाहर कार मे आकार बैठी जहा राघव उसका इंतजार कर रहा था, राघव इस वक्त कार मे बैठा अपना फोन चला रहा था और नेहा को उसका साइड प्रोफाइल इतना हॉट लग रहा था के नेहा की नजरे उसपर से हट ही नहीं रही थी और राघव को अब्ज़र्व करते हुए उसके चेहरे पर एक मुस्कान बनी हुई थी, राघव फिजिकलि तो दिखने मे अच्छा था ही साथ मे दिल से भी हीरा था।

राघव- कुछ कहना है क्या चिक्की?

राघव ने अपने फोन में नजरे गड़ाए ही नेहा से पूछा

नेहा- नहीं!

नेहा ने ना ने गर्दन हिलाई और खिड़की से बाहर देखने लगी और ड्राइवर ने गाड़ी शुरू की और जैसे ही गाड़ी शुरू हुई राघव ने एक बटन दबाया जिससे फ्रन्ट सीट और बैक सीट के बीच एक पार्टिशन बन गया और वो आवाज सुन नेहा ने मूड कर राघव को देखा और राघव ने उसे अपने करीब खिचा, राघव का एक साथ नेहा की कमर पर था वही दूसरे हाथ से उसने नेहा का हाथ पकडा हुआ था

राघव- बोलो!

नेहा- क्या? मुझे कुछ नहीं कहना है!

राघव- मुझे पता है तुम्हें कुछ कहना है हा अब अगर अभी नहीं बताना तो कोई बात नहीं बाद मे कह देना मैं इंतजार करूंगा

राघव ने नेहा के माथे को चूमते हुए कहा

जब वो लोग ऑफिस मे पहुचे तो नेहा को शुभम दिखाई दिया जिससे वो ऑफिस मे मिली थी और उसे देख नेहा रुक गई और अब चुकी नेहा रुकी थी तो राघव को भी रुकना पड़ा जिससे वो जरा सा भी खुश नहीं था

नेहा- हे शुभम

नेहा ने ब्राइट स्माइल के साथ कहा जो राघव को पसंद नहीं आया

‘इतना हसके मुझसे तो कभी बात नहीं करती’ राघव ने सोचा

शुभम – गुड मॉर्निंग मैडम , सर

शुभम ने उन्हे विश किया लेकिन बदले मे राघव ने बस अपनी गर्दन हिला दी

नेहा- कितनी बार बताऊं मुझे मैडम मत कहो तुम मुझे नेहा बुला सकते हो

नेहा ने शुभम से कहा लेकिन इसके जवाब मे शुभम कुछ कहता उससे पहले ही राघव बोल पड़ा

राघव- वो ऐसे कैसे कर सकता है बेबी! मैं यहा का बॉस हु और तुम भी हैना मिस्टर शर्मा

राघव ने आँखों ही आँखों मे शुभम को धमकाते हुए पूछा जिसपर उसने भी हा मे गर्दन हिला दी और इससे पहले नेहा कुछ बोलती राघव उसे वहा से अपने केबिन मे ले आया

नेहा- मैं बात कर रही थी ना

जैसे ही वो केबिन में पहुंचे नेहा ने हल्के से चिल्लाते हुए कहा

राघव- वो यहा काम करने आता है दोस्त बनाने नहीं उसे उसका काम करने दो

नेहा- कम ऑन ही इज अ नाइस मॅन

राघव- बट योर हसबैंड इस अन ऑसम मॅन, अब बाते बहुत हो गई कल जहा छोड़ा था वही से काम शुरू करना है

राघव ने कहा और नेहा को कल वाला सीन याद आ गया जब वो राघव की गोद मे बैठी थी और वो सब कुछ उसके कान मे कह रहा था लेकिन राघव का इस ओर ध्यान ही नहीं था वो कोई फाइल पढ़ रहा था

‘नेहा वो काम की बात कर रहे है तुम जो सोच रही हो वो नहीं’ नेहा ने अपने आप को समझाया

नेहा ने अपना ध्यान लैपटॉप पर लगाया और फिर उसकी नजरे उस खुर्ची की ओर गई जिसपर राघव बैठा था

राघव- चिक्की, तुम चाहती हो मैं कल की तरह आज भी तुम्हें गोद मे बीठा कर पढ़ाऊ??

राघव ने फाइल मे देखते हुए ही एक स्माइल के साथ कहा जिसने नेहा को अपने खयालों से बाहर लाया

नेहा- ह? न.. नहीं! मैं तो वो.. लेट्स कन्टिन्यू

नेहा ने अपनी खुर्ची की ओर बढ़ते हुए कहा

राघव- क्या? पढ़ाई या...

नेहा- पढ़ाई!!!

नेहा ने एकदम से कहा, विसर्जन के बाद से नेहा को एक अलग ही राघव दिख रहा था, नेहा को ये बदलब अच्छा लग रहा था, मौसम गुलाबी हो रहा था

इतने पूरे समय मे राघव के चेहरे पे मुस्कान बनी हुई थी, राघव नेहा को मार्केटिंग पढ़ा रहा था वही बीच बीच मे डबल मीनिंग बातों से उसे छेड भी रहा था, जैसे वो नेहा को इन्वेस्टमेंट के बारे मे बता रहा था जिसमे उसने कहा के स्टॉक का प्राइस ऊपर नीचे होता है और जब आप नीचे फोकस करो तो और बढ़िया होता है और जब तो आप नीचे छु लेते तो तब तो....

नेहा- आप ये क्या कह रहे है???

राघव- मैं तो स्टॉक ऑप्शन को छूने की बात कर रहा हु खरीदने के लिए आजकल तो और भी ईजी है आप मोबाईल से स्टॉक्स खरीद सकते है और लो प्राइस मे खरीदना बहुत satisfying है

राघव ने कहा लेकिन नेहा को समझ आ रहा था के वो क्या कह रहा था और जब तक वो एक्चुअल काम शुरू करते 12 बज चुके थे और नेहा का फोन बजने लगा उसने देखा तो श्वेता का कॉल था

नेहा- आज के लिए इतना काफी है अब बाकी कल

नेहा ने एक्सईट होकर अपनी जगह से उठते हुए कहा

राघव- इतनी एक्साइटमेंट?

राघव ने अपनी एक भौ उठाते हुए पूछा

नेहा – मैं श्वेता के साथ शॉपिंग करने जा रही हु

राघव- तो मानोगी नहीं हैना

नेहा- उमहू

नेहा ने ना मे गर्दन हिलाते हुए कहा वही राघव उसके करीब आया और उसे कमर से पकड़ कर अपने पास खिचा

राघव- किस चीज की शॉपिंग करने वाली हो

नेहा- कुछ नहीं मैं बस श्वेता की मदद करने जा रही हु

राघव- जब कुछ लेना ही नहीं है तो जाने का क्या फायदा

नेहा- क्युकी मुझे मेरी शॉपिंग आपके साथ करनी है

नेहा ने राघव की शर्ट की बटन से खेलते हुए कहा

राघव- तो तुम्हें मुझसे कुछ चाहिए?

नेहा- मैंने ऐसा थोड़ी कहा, मुझे बस आप मेरे साथ चाहिए

राघव – ठीक है फिर ऐसा करते है मैं तुम्हारे साथ चलता हु और शेखर श्वेता के साथ चला जाएगा

राघव की बात सुन नेहा की आँखों मे चमक आ गई

नेहा- पर आपकी तो मीटिंग है ना भूल गए?

राघव- है तो पर मेरी बीवी की इच्छा से ज्यादा जरूरी नहीं है, मैं मीटिंग बाद मे अरेंज करा लूँगा

राघव ने नेहा के गालों को चूमते हुए कहा और नेहा के गालों पर लाली छ गई

नेहा- परफेक्ट श्वेता आ गई होगी मैं अभी उसे जाकर ये बात बताती हु

जिसके बाद नेहा वहा से चली गई और राघव उसे जाते देख मुस्कुराने लगा

‘तुम्हे सबसे बेस्ट गिफ्ट मिलने वाला है चिक्की’ नेहा के केबिन से बाहर जाते ही राघव ने अपने आप से कहा

--x--

श्वेता- भाभी ये देखो कितना सुंदर है ना

श्वेता ने नेहा को लाल रंग का एक लहंगा दिखते हुए पूछा

नेहा- हा ये बहुत सुंदर है, इसे ले लो ये अच्छा लगेगा तुमपर

नेहा ने उस लहंगे को देखते हुए कहा

श्वेता- हैना! शेरी कैसा है ये? मैं ले रही हु इसे

श्वेता ने वो ड्रेस शेखर को दिखाया जिसने उदासीनता से उबासी लेते हुए हा मे गर्दन हिला दी

श्वेता- क्या यार शेरी तुम कितने बोरिंग हो भईया को देखो वो कैसे भाभी की मदद कर रहे है कितना इंटेरेस्ट है उनको और तुम देखो

श्वेता ने शेखर को घूरते हुए उसके कंधे पे हल्के से मारते हुए कहा और शेखर ने वापिस हा मे गर्दन हिला दी, वो पहले ही मन ही मन अपने भाई को गालियां दे चुका था क्युकी उसे ये शॉपिंग वह सीन बिल्कुल पसंद नहीं था फिर भी वो यहा था

वही दूसरी तरफ नेहा कन्फ्यूज़ थी के वो क्या ले जैसा उसे चाहिए था वैसा उसे कुछ मिल ही नहीं रहा था और उसकी तरफ से उसके लिए राघव कपड़े सिलेक्ट कर रहा था

नेहा- मुझे कुछ पसंद ही नहीं आ रहा

नेहा ने निराश होते हुए कहा

“मैडम हमारे पास और भी ड्रेसेस है आप देख लीजिए पसंद आए तो वो ट्राइ करके देखिए” वहा के सैल्ज़्मन ने कहा

नेहा- ठीक है!

जिसके बाद नेहा ने दो ड्रेस पसंद किए और एक ड्रेस लेकर चेंजिंग रूम मे चली गई और दूसरा ड्रेस राघव को पकड़ा गई वो बहुत ज्यादा पैशन्स के साथ जो उसके पास नहीं था चेंजिंग रूम के बाहर नेहा की राह देखते खड़ा था

कुछ ही पलों मे नेहा चेंजिंग रूम के बाहर वो ड्रेस पहने आई

नेहा- कैसा है?

नेहा ने गोल घूमते हुए राघव ने पूछा और उसने ना मे गर्दन हिला दी

नेहा- कुछ नहीं चाहिए मुझे, ये सब कितना कन्फ्यूज़िंग है

नेहा अब चिढ़ रही थी तभी राघव की नजर एक ड्रेस पर पड़ी जिसने उसका ध्यान खिचा

राघव- रुको!!

जिसके बाद राघव ने एक सेल्समैन से कहकर वो ड्रेस निकलवाया और नेहा के पास आया

राघव- इसको ट्राय करो

उसने वो नेहा को पकड़वाया और नेहा बस उस ड्रेस को ही देख रही थी ये बिल्कुल वैसा था जैसा उसे चाहिए था

नेहा- ये.. ये परफेक्ट है ऐसा ही चाहिए था मुझे

नेहा ने खुश होते हुए कहा और झटके के साथ राघव के हाथ से वो ड्रेस लिया और वापिस चेंजिंग रूम के अंदर चली गई

कुछ समय बाद श्वेता भी वहा आ पहुची

श्वेता- भईया भाभी कहा है

जन श्वेता ने नेहा को नहीं देखा तो पूछा

राघव – वो अंदर....

और राघव की बात पूरी होती इससे पहले ही चेंजिंग रूम का दरवाजा खुला और नेहा उस ड्रेस को पहने बाहर आई

श्वेता- भाभी ये बहुत सुंदर है

श्वेता ने नेहा के ड्रेस को देखते हुए कहा

राघव- परफेक्ट!!

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और नेहा मुस्कुरा दी

नेहा- मुझे यही चाहिए

राघव- ठीक है, अब हो गया तो तुम लोग शेखर के साथ घर जाओ फिर

नेहा- क्यू? आप नहीं आ रहे?

राघव- न, मुझे कुछ काम है थोड़ी देर से आऊँगा!

श्वेता- ठीक है फिर भाभी आप चेंज कर लो मैं और शेरी कार के पास वेट करते है

इतना बोल ले श्वेता वहा से चली गई

नेहा ड्रेस चेंज करके जब बाहर आई तो उसका चेहरा थोड़ा उतरा हुआ था और आकार नेहा ने अपनी सारी शॉपिंग बैग्स उठाई और जाने ही वाली थी के राघव ने उसे रोका और उसके हाथ से सारी बैग्स ली

राघव- मैं जल्दी आ जाऊंगा बहुत जरूरी काम है

राघव ने नेहा के गाल को चूमते हुए कहा जिससे नेहा के चेहरे पर थोड़ी मुस्कान आई

नेहा- क्या काम है?

नेहा के पूछा और अब राघव के चेहरे का रंग उड गया

राघव- वो.. उम्म... कुछ बिजनस वाला स्टफ है जल्दी आता हु मैं

राघव ने नर्वसली कहा और नेहा के साथ कार तक आया कहा शेखर और श्वेता उनकी राह देख रहे थे और नेहा राघव के जवाब पर अभी भी कन्फ्यूज़ थी

‘सॉरी चिक्की बेबी अभी नहीं बता सकता’ राघव ने नेहा को देखते हुए मन ही मन कहा

क्रमश:
Nice update....
 

Yasasvi3

❣bhootni💞
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Update 64




अगले दिन

श्वेता- भाभी मैं ऑफिस आजाऊंगी दोपहर मे और फिर आपके लेक्चर के बाद शॉपिंग चलेंगे

श्वेता ने नेहा से कहा जो किचन मे थी

नेहा- ठीक है डन

नेहा ने श्वेता को बाय करते हुए कहा जिसके बाद वो बाहर कार मे आकार बैठी जहा राघव उसका इंतजार कर रहा था, राघव इस वक्त कार मे बैठा अपना फोन चला रहा था और नेहा को उसका साइड प्रोफाइल इतना हॉट लग रहा था के नेहा की नजरे उसपर से हट ही नहीं रही थी और राघव को अब्ज़र्व करते हुए उसके चेहरे पर एक मुस्कान बनी हुई थी, राघव फिजिकलि तो दिखने मे अच्छा था ही साथ मे दिल से भी हीरा था।

राघव- कुछ कहना है क्या चिक्की?

राघव ने अपने फोन में नजरे गड़ाए ही नेहा से पूछा

नेहा- नहीं!

नेहा ने ना ने गर्दन हिलाई और खिड़की से बाहर देखने लगी और ड्राइवर ने गाड़ी शुरू की और जैसे ही गाड़ी शुरू हुई राघव ने एक बटन दबाया जिससे फ्रन्ट सीट और बैक सीट के बीच एक पार्टिशन बन गया और वो आवाज सुन नेहा ने मूड कर राघव को देखा और राघव ने उसे अपने करीब खिचा, राघव का एक साथ नेहा की कमर पर था वही दूसरे हाथ से उसने नेहा का हाथ पकडा हुआ था

राघव- बोलो!

नेहा- क्या? मुझे कुछ नहीं कहना है!

राघव- मुझे पता है तुम्हें कुछ कहना है हा अब अगर अभी नहीं बताना तो कोई बात नहीं बाद मे कह देना मैं इंतजार करूंगा

राघव ने नेहा के माथे को चूमते हुए कहा

जब वो लोग ऑफिस मे पहुचे तो नेहा को शुभम दिखाई दिया जिससे वो ऑफिस मे मिली थी और उसे देख नेहा रुक गई और अब चुकी नेहा रुकी थी तो राघव को भी रुकना पड़ा जिससे वो जरा सा भी खुश नहीं था

नेहा- हे शुभम

नेहा ने ब्राइट स्माइल के साथ कहा जो राघव को पसंद नहीं आया

‘इतना हसके मुझसे तो कभी बात नहीं करती’ राघव ने सोचा

शुभम – गुड मॉर्निंग मैडम , सर

शुभम ने उन्हे विश किया लेकिन बदले मे राघव ने बस अपनी गर्दन हिला दी

नेहा- कितनी बार बताऊं मुझे मैडम मत कहो तुम मुझे नेहा बुला सकते हो

नेहा ने शुभम से कहा लेकिन इसके जवाब मे शुभम कुछ कहता उससे पहले ही राघव बोल पड़ा

राघव- वो ऐसे कैसे कर सकता है बेबी! मैं यहा का बॉस हु और तुम भी हैना मिस्टर शर्मा

राघव ने आँखों ही आँखों मे शुभम को धमकाते हुए पूछा जिसपर उसने भी हा मे गर्दन हिला दी और इससे पहले नेहा कुछ बोलती राघव उसे वहा से अपने केबिन मे ले आया

नेहा- मैं बात कर रही थी ना

जैसे ही वो केबिन में पहुंचे नेहा ने हल्के से चिल्लाते हुए कहा

राघव- वो यहा काम करने आता है दोस्त बनाने नहीं उसे उसका काम करने दो

नेहा- कम ऑन ही इज अ नाइस मॅन

राघव- बट योर हसबैंड इस अन ऑसम मॅन, अब बाते बहुत हो गई कल जहा छोड़ा था वही से काम शुरू करना है

राघव ने कहा और नेहा को कल वाला सीन याद आ गया जब वो राघव की गोद मे बैठी थी और वो सब कुछ उसके कान मे कह रहा था लेकिन राघव का इस ओर ध्यान ही नहीं था वो कोई फाइल पढ़ रहा था

‘नेहा वो काम की बात कर रहे है तुम जो सोच रही हो वो नहीं’ नेहा ने अपने आप को समझाया

नेहा ने अपना ध्यान लैपटॉप पर लगाया और फिर उसकी नजरे उस खुर्ची की ओर गई जिसपर राघव बैठा था

राघव- चिक्की, तुम चाहती हो मैं कल की तरह आज भी तुम्हें गोद मे बीठा कर पढ़ाऊ??

राघव ने फाइल मे देखते हुए ही एक स्माइल के साथ कहा जिसने नेहा को अपने खयालों से बाहर लाया

नेहा- ह? न.. नहीं! मैं तो वो.. लेट्स कन्टिन्यू

नेहा ने अपनी खुर्ची की ओर बढ़ते हुए कहा

राघव- क्या? पढ़ाई या...

नेहा- पढ़ाई!!!

नेहा ने एकदम से कहा, विसर्जन के बाद से नेहा को एक अलग ही राघव दिख रहा था, नेहा को ये बदलब अच्छा लग रहा था, मौसम गुलाबी हो रहा था

इतने पूरे समय मे राघव के चेहरे पे मुस्कान बनी हुई थी, राघव नेहा को मार्केटिंग पढ़ा रहा था वही बीच बीच मे डबल मीनिंग बातों से उसे छेड भी रहा था, जैसे वो नेहा को इन्वेस्टमेंट के बारे मे बता रहा था जिसमे उसने कहा के स्टॉक का प्राइस ऊपर नीचे होता है और जब आप नीचे फोकस करो तो और बढ़िया होता है और जब तो आप नीचे छु लेते तो तब तो....

नेहा- आप ये क्या कह रहे है???

राघव- मैं तो स्टॉक ऑप्शन को छूने की बात कर रहा हु खरीदने के लिए आजकल तो और भी ईजी है आप मोबाईल से स्टॉक्स खरीद सकते है और लो प्राइस मे खरीदना बहुत satisfying है

राघव ने कहा लेकिन नेहा को समझ आ रहा था के वो क्या कह रहा था और जब तक वो एक्चुअल काम शुरू करते 12 बज चुके थे और नेहा का फोन बजने लगा उसने देखा तो श्वेता का कॉल था

नेहा- आज के लिए इतना काफी है अब बाकी कल

नेहा ने एक्सईट होकर अपनी जगह से उठते हुए कहा

राघव- इतनी एक्साइटमेंट?

राघव ने अपनी एक भौ उठाते हुए पूछा

नेहा – मैं श्वेता के साथ शॉपिंग करने जा रही हु

राघव- तो मानोगी नहीं हैना

नेहा- उमहू

नेहा ने ना मे गर्दन हिलाते हुए कहा वही राघव उसके करीब आया और उसे कमर से पकड़ कर अपने पास खिचा

राघव- किस चीज की शॉपिंग करने वाली हो

नेहा- कुछ नहीं मैं बस श्वेता की मदद करने जा रही हु

राघव- जब कुछ लेना ही नहीं है तो जाने का क्या फायदा

नेहा- क्युकी मुझे मेरी शॉपिंग आपके साथ करनी है

नेहा ने राघव की शर्ट की बटन से खेलते हुए कहा

राघव- तो तुम्हें मुझसे कुछ चाहिए?

नेहा- मैंने ऐसा थोड़ी कहा, मुझे बस आप मेरे साथ चाहिए

राघव – ठीक है फिर ऐसा करते है मैं तुम्हारे साथ चलता हु और शेखर श्वेता के साथ चला जाएगा

राघव की बात सुन नेहा की आँखों मे चमक आ गई

नेहा- पर आपकी तो मीटिंग है ना भूल गए?

राघव- है तो पर मेरी बीवी की इच्छा से ज्यादा जरूरी नहीं है, मैं मीटिंग बाद मे अरेंज करा लूँगा

राघव ने नेहा के गालों को चूमते हुए कहा और नेहा के गालों पर लाली छ गई

नेहा- परफेक्ट श्वेता आ गई होगी मैं अभी उसे जाकर ये बात बताती हु

जिसके बाद नेहा वहा से चली गई और राघव उसे जाते देख मुस्कुराने लगा

‘तुम्हे सबसे बेस्ट गिफ्ट मिलने वाला है चिक्की’ नेहा के केबिन से बाहर जाते ही राघव ने अपने आप से कहा

--x--

श्वेता- भाभी ये देखो कितना सुंदर है ना

श्वेता ने नेहा को लाल रंग का एक लहंगा दिखते हुए पूछा

नेहा- हा ये बहुत सुंदर है, इसे ले लो ये अच्छा लगेगा तुमपर

नेहा ने उस लहंगे को देखते हुए कहा

श्वेता- हैना! शेरी कैसा है ये? मैं ले रही हु इसे

श्वेता ने वो ड्रेस शेखर को दिखाया जिसने उदासीनता से उबासी लेते हुए हा मे गर्दन हिला दी

श्वेता- क्या यार शेरी तुम कितने बोरिंग हो भईया को देखो वो कैसे भाभी की मदद कर रहे है कितना इंटेरेस्ट है उनको और तुम देखो

श्वेता ने शेखर को घूरते हुए उसके कंधे पे हल्के से मारते हुए कहा और शेखर ने वापिस हा मे गर्दन हिला दी, वो पहले ही मन ही मन अपने भाई को गालियां दे चुका था क्युकी उसे ये शॉपिंग वह सीन बिल्कुल पसंद नहीं था फिर भी वो यहा था

वही दूसरी तरफ नेहा कन्फ्यूज़ थी के वो क्या ले जैसा उसे चाहिए था वैसा उसे कुछ मिल ही नहीं रहा था और उसकी तरफ से उसके लिए राघव कपड़े सिलेक्ट कर रहा था

नेहा- मुझे कुछ पसंद ही नहीं आ रहा

नेहा ने निराश होते हुए कहा

“मैडम हमारे पास और भी ड्रेसेस है आप देख लीजिए पसंद आए तो वो ट्राइ करके देखिए” वहा के सैल्ज़्मन ने कहा

नेहा- ठीक है!

जिसके बाद नेहा ने दो ड्रेस पसंद किए और एक ड्रेस लेकर चेंजिंग रूम मे चली गई और दूसरा ड्रेस राघव को पकड़ा गई वो बहुत ज्यादा पैशन्स के साथ जो उसके पास नहीं था चेंजिंग रूम के बाहर नेहा की राह देखते खड़ा था

कुछ ही पलों मे नेहा चेंजिंग रूम के बाहर वो ड्रेस पहने आई

नेहा- कैसा है?

नेहा ने गोल घूमते हुए राघव ने पूछा और उसने ना मे गर्दन हिला दी

नेहा- कुछ नहीं चाहिए मुझे, ये सब कितना कन्फ्यूज़िंग है

नेहा अब चिढ़ रही थी तभी राघव की नजर एक ड्रेस पर पड़ी जिसने उसका ध्यान खिचा

राघव- रुको!!

जिसके बाद राघव ने एक सेल्समैन से कहकर वो ड्रेस निकलवाया और नेहा के पास आया

राघव- इसको ट्राय करो

उसने वो नेहा को पकड़वाया और नेहा बस उस ड्रेस को ही देख रही थी ये बिल्कुल वैसा था जैसा उसे चाहिए था

नेहा- ये.. ये परफेक्ट है ऐसा ही चाहिए था मुझे

नेहा ने खुश होते हुए कहा और झटके के साथ राघव के हाथ से वो ड्रेस लिया और वापिस चेंजिंग रूम के अंदर चली गई

कुछ समय बाद श्वेता भी वहा आ पहुची

श्वेता- भईया भाभी कहा है

जन श्वेता ने नेहा को नहीं देखा तो पूछा

राघव – वो अंदर....

और राघव की बात पूरी होती इससे पहले ही चेंजिंग रूम का दरवाजा खुला और नेहा उस ड्रेस को पहने बाहर आई

श्वेता- भाभी ये बहुत सुंदर है

श्वेता ने नेहा के ड्रेस को देखते हुए कहा

राघव- परफेक्ट!!

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और नेहा मुस्कुरा दी

नेहा- मुझे यही चाहिए

राघव- ठीक है, अब हो गया तो तुम लोग शेखर के साथ घर जाओ फिर

नेहा- क्यू? आप नहीं आ रहे?

राघव- न, मुझे कुछ काम है थोड़ी देर से आऊँगा!

श्वेता- ठीक है फिर भाभी आप चेंज कर लो मैं और शेरी कार के पास वेट करते है

इतना बोल ले श्वेता वहा से चली गई

नेहा ड्रेस चेंज करके जब बाहर आई तो उसका चेहरा थोड़ा उतरा हुआ था और आकार नेहा ने अपनी सारी शॉपिंग बैग्स उठाई और जाने ही वाली थी के राघव ने उसे रोका और उसके हाथ से सारी बैग्स ली

राघव- मैं जल्दी आ जाऊंगा बहुत जरूरी काम है

राघव ने नेहा के गाल को चूमते हुए कहा जिससे नेहा के चेहरे पर थोड़ी मुस्कान आई

नेहा- क्या काम है?

नेहा के पूछा और अब राघव के चेहरे का रंग उड गया

राघव- वो.. उम्म... कुछ बिजनस वाला स्टफ है जल्दी आता हु मैं

राघव ने नर्वसली कहा और नेहा के साथ कार तक आया कहा शेखर और श्वेता उनकी राह देख रहे थे और नेहा राघव के जवाब पर अभी भी कन्फ्यूज़ थी

‘सॉरी चिक्की बेबी अभी नहीं बता सकता’ राघव ने नेहा को देखते हुए मन ही मन कहा

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dhparikh

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अगले दिन

श्वेता- भाभी मैं ऑफिस आजाऊंगी दोपहर मे और फिर आपके लेक्चर के बाद शॉपिंग चलेंगे

श्वेता ने नेहा से कहा जो किचन मे थी

नेहा- ठीक है डन

नेहा ने श्वेता को बाय करते हुए कहा जिसके बाद वो बाहर कार मे आकार बैठी जहा राघव उसका इंतजार कर रहा था, राघव इस वक्त कार मे बैठा अपना फोन चला रहा था और नेहा को उसका साइड प्रोफाइल इतना हॉट लग रहा था के नेहा की नजरे उसपर से हट ही नहीं रही थी और राघव को अब्ज़र्व करते हुए उसके चेहरे पर एक मुस्कान बनी हुई थी, राघव फिजिकलि तो दिखने मे अच्छा था ही साथ मे दिल से भी हीरा था।

राघव- कुछ कहना है क्या चिक्की?

राघव ने अपने फोन में नजरे गड़ाए ही नेहा से पूछा

नेहा- नहीं!

नेहा ने ना ने गर्दन हिलाई और खिड़की से बाहर देखने लगी और ड्राइवर ने गाड़ी शुरू की और जैसे ही गाड़ी शुरू हुई राघव ने एक बटन दबाया जिससे फ्रन्ट सीट और बैक सीट के बीच एक पार्टिशन बन गया और वो आवाज सुन नेहा ने मूड कर राघव को देखा और राघव ने उसे अपने करीब खिचा, राघव का एक साथ नेहा की कमर पर था वही दूसरे हाथ से उसने नेहा का हाथ पकडा हुआ था

राघव- बोलो!

नेहा- क्या? मुझे कुछ नहीं कहना है!

राघव- मुझे पता है तुम्हें कुछ कहना है हा अब अगर अभी नहीं बताना तो कोई बात नहीं बाद मे कह देना मैं इंतजार करूंगा

राघव ने नेहा के माथे को चूमते हुए कहा

जब वो लोग ऑफिस मे पहुचे तो नेहा को शुभम दिखाई दिया जिससे वो ऑफिस मे मिली थी और उसे देख नेहा रुक गई और अब चुकी नेहा रुकी थी तो राघव को भी रुकना पड़ा जिससे वो जरा सा भी खुश नहीं था

नेहा- हे शुभम

नेहा ने ब्राइट स्माइल के साथ कहा जो राघव को पसंद नहीं आया

‘इतना हसके मुझसे तो कभी बात नहीं करती’ राघव ने सोचा

शुभम – गुड मॉर्निंग मैडम , सर

शुभम ने उन्हे विश किया लेकिन बदले मे राघव ने बस अपनी गर्दन हिला दी

नेहा- कितनी बार बताऊं मुझे मैडम मत कहो तुम मुझे नेहा बुला सकते हो

नेहा ने शुभम से कहा लेकिन इसके जवाब मे शुभम कुछ कहता उससे पहले ही राघव बोल पड़ा

राघव- वो ऐसे कैसे कर सकता है बेबी! मैं यहा का बॉस हु और तुम भी हैना मिस्टर शर्मा

राघव ने आँखों ही आँखों मे शुभम को धमकाते हुए पूछा जिसपर उसने भी हा मे गर्दन हिला दी और इससे पहले नेहा कुछ बोलती राघव उसे वहा से अपने केबिन मे ले आया

नेहा- मैं बात कर रही थी ना

जैसे ही वो केबिन में पहुंचे नेहा ने हल्के से चिल्लाते हुए कहा

राघव- वो यहा काम करने आता है दोस्त बनाने नहीं उसे उसका काम करने दो

नेहा- कम ऑन ही इज अ नाइस मॅन

राघव- बट योर हसबैंड इस अन ऑसम मॅन, अब बाते बहुत हो गई कल जहा छोड़ा था वही से काम शुरू करना है

राघव ने कहा और नेहा को कल वाला सीन याद आ गया जब वो राघव की गोद मे बैठी थी और वो सब कुछ उसके कान मे कह रहा था लेकिन राघव का इस ओर ध्यान ही नहीं था वो कोई फाइल पढ़ रहा था

‘नेहा वो काम की बात कर रहे है तुम जो सोच रही हो वो नहीं’ नेहा ने अपने आप को समझाया

नेहा ने अपना ध्यान लैपटॉप पर लगाया और फिर उसकी नजरे उस खुर्ची की ओर गई जिसपर राघव बैठा था

राघव- चिक्की, तुम चाहती हो मैं कल की तरह आज भी तुम्हें गोद मे बीठा कर पढ़ाऊ??

राघव ने फाइल मे देखते हुए ही एक स्माइल के साथ कहा जिसने नेहा को अपने खयालों से बाहर लाया

नेहा- ह? न.. नहीं! मैं तो वो.. लेट्स कन्टिन्यू

नेहा ने अपनी खुर्ची की ओर बढ़ते हुए कहा

राघव- क्या? पढ़ाई या...

नेहा- पढ़ाई!!!

नेहा ने एकदम से कहा, विसर्जन के बाद से नेहा को एक अलग ही राघव दिख रहा था, नेहा को ये बदलब अच्छा लग रहा था, मौसम गुलाबी हो रहा था

इतने पूरे समय मे राघव के चेहरे पे मुस्कान बनी हुई थी, राघव नेहा को मार्केटिंग पढ़ा रहा था वही बीच बीच मे डबल मीनिंग बातों से उसे छेड भी रहा था, जैसे वो नेहा को इन्वेस्टमेंट के बारे मे बता रहा था जिसमे उसने कहा के स्टॉक का प्राइस ऊपर नीचे होता है और जब आप नीचे फोकस करो तो और बढ़िया होता है और जब तो आप नीचे छु लेते तो तब तो....

नेहा- आप ये क्या कह रहे है???

राघव- मैं तो स्टॉक ऑप्शन को छूने की बात कर रहा हु खरीदने के लिए आजकल तो और भी ईजी है आप मोबाईल से स्टॉक्स खरीद सकते है और लो प्राइस मे खरीदना बहुत satisfying है

राघव ने कहा लेकिन नेहा को समझ आ रहा था के वो क्या कह रहा था और जब तक वो एक्चुअल काम शुरू करते 12 बज चुके थे और नेहा का फोन बजने लगा उसने देखा तो श्वेता का कॉल था

नेहा- आज के लिए इतना काफी है अब बाकी कल

नेहा ने एक्सईट होकर अपनी जगह से उठते हुए कहा

राघव- इतनी एक्साइटमेंट?

राघव ने अपनी एक भौ उठाते हुए पूछा

नेहा – मैं श्वेता के साथ शॉपिंग करने जा रही हु

राघव- तो मानोगी नहीं हैना

नेहा- उमहू

नेहा ने ना मे गर्दन हिलाते हुए कहा वही राघव उसके करीब आया और उसे कमर से पकड़ कर अपने पास खिचा

राघव- किस चीज की शॉपिंग करने वाली हो

नेहा- कुछ नहीं मैं बस श्वेता की मदद करने जा रही हु

राघव- जब कुछ लेना ही नहीं है तो जाने का क्या फायदा

नेहा- क्युकी मुझे मेरी शॉपिंग आपके साथ करनी है

नेहा ने राघव की शर्ट की बटन से खेलते हुए कहा

राघव- तो तुम्हें मुझसे कुछ चाहिए?

नेहा- मैंने ऐसा थोड़ी कहा, मुझे बस आप मेरे साथ चाहिए

राघव – ठीक है फिर ऐसा करते है मैं तुम्हारे साथ चलता हु और शेखर श्वेता के साथ चला जाएगा

राघव की बात सुन नेहा की आँखों मे चमक आ गई

नेहा- पर आपकी तो मीटिंग है ना भूल गए?

राघव- है तो पर मेरी बीवी की इच्छा से ज्यादा जरूरी नहीं है, मैं मीटिंग बाद मे अरेंज करा लूँगा

राघव ने नेहा के गालों को चूमते हुए कहा और नेहा के गालों पर लाली छ गई

नेहा- परफेक्ट श्वेता आ गई होगी मैं अभी उसे जाकर ये बात बताती हु

जिसके बाद नेहा वहा से चली गई और राघव उसे जाते देख मुस्कुराने लगा

‘तुम्हे सबसे बेस्ट गिफ्ट मिलने वाला है चिक्की’ नेहा के केबिन से बाहर जाते ही राघव ने अपने आप से कहा

--x--

श्वेता- भाभी ये देखो कितना सुंदर है ना

श्वेता ने नेहा को लाल रंग का एक लहंगा दिखते हुए पूछा

नेहा- हा ये बहुत सुंदर है, इसे ले लो ये अच्छा लगेगा तुमपर

नेहा ने उस लहंगे को देखते हुए कहा

श्वेता- हैना! शेरी कैसा है ये? मैं ले रही हु इसे

श्वेता ने वो ड्रेस शेखर को दिखाया जिसने उदासीनता से उबासी लेते हुए हा मे गर्दन हिला दी

श्वेता- क्या यार शेरी तुम कितने बोरिंग हो भईया को देखो वो कैसे भाभी की मदद कर रहे है कितना इंटेरेस्ट है उनको और तुम देखो

श्वेता ने शेखर को घूरते हुए उसके कंधे पे हल्के से मारते हुए कहा और शेखर ने वापिस हा मे गर्दन हिला दी, वो पहले ही मन ही मन अपने भाई को गालियां दे चुका था क्युकी उसे ये शॉपिंग वह सीन बिल्कुल पसंद नहीं था फिर भी वो यहा था

वही दूसरी तरफ नेहा कन्फ्यूज़ थी के वो क्या ले जैसा उसे चाहिए था वैसा उसे कुछ मिल ही नहीं रहा था और उसकी तरफ से उसके लिए राघव कपड़े सिलेक्ट कर रहा था

नेहा- मुझे कुछ पसंद ही नहीं आ रहा

नेहा ने निराश होते हुए कहा

“मैडम हमारे पास और भी ड्रेसेस है आप देख लीजिए पसंद आए तो वो ट्राइ करके देखिए” वहा के सैल्ज़्मन ने कहा

नेहा- ठीक है!

जिसके बाद नेहा ने दो ड्रेस पसंद किए और एक ड्रेस लेकर चेंजिंग रूम मे चली गई और दूसरा ड्रेस राघव को पकड़ा गई वो बहुत ज्यादा पैशन्स के साथ जो उसके पास नहीं था चेंजिंग रूम के बाहर नेहा की राह देखते खड़ा था

कुछ ही पलों मे नेहा चेंजिंग रूम के बाहर वो ड्रेस पहने आई

नेहा- कैसा है?

नेहा ने गोल घूमते हुए राघव ने पूछा और उसने ना मे गर्दन हिला दी

नेहा- कुछ नहीं चाहिए मुझे, ये सब कितना कन्फ्यूज़िंग है

नेहा अब चिढ़ रही थी तभी राघव की नजर एक ड्रेस पर पड़ी जिसने उसका ध्यान खिचा

राघव- रुको!!

जिसके बाद राघव ने एक सेल्समैन से कहकर वो ड्रेस निकलवाया और नेहा के पास आया

राघव- इसको ट्राय करो

उसने वो नेहा को पकड़वाया और नेहा बस उस ड्रेस को ही देख रही थी ये बिल्कुल वैसा था जैसा उसे चाहिए था

नेहा- ये.. ये परफेक्ट है ऐसा ही चाहिए था मुझे

नेहा ने खुश होते हुए कहा और झटके के साथ राघव के हाथ से वो ड्रेस लिया और वापिस चेंजिंग रूम के अंदर चली गई

कुछ समय बाद श्वेता भी वहा आ पहुची

श्वेता- भईया भाभी कहा है

जन श्वेता ने नेहा को नहीं देखा तो पूछा

राघव – वो अंदर....

और राघव की बात पूरी होती इससे पहले ही चेंजिंग रूम का दरवाजा खुला और नेहा उस ड्रेस को पहने बाहर आई

श्वेता- भाभी ये बहुत सुंदर है

श्वेता ने नेहा के ड्रेस को देखते हुए कहा

राघव- परफेक्ट!!

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और नेहा मुस्कुरा दी

नेहा- मुझे यही चाहिए

राघव- ठीक है, अब हो गया तो तुम लोग शेखर के साथ घर जाओ फिर

नेहा- क्यू? आप नहीं आ रहे?

राघव- न, मुझे कुछ काम है थोड़ी देर से आऊँगा!

श्वेता- ठीक है फिर भाभी आप चेंज कर लो मैं और शेरी कार के पास वेट करते है

इतना बोल ले श्वेता वहा से चली गई

नेहा ड्रेस चेंज करके जब बाहर आई तो उसका चेहरा थोड़ा उतरा हुआ था और आकार नेहा ने अपनी सारी शॉपिंग बैग्स उठाई और जाने ही वाली थी के राघव ने उसे रोका और उसके हाथ से सारी बैग्स ली

राघव- मैं जल्दी आ जाऊंगा बहुत जरूरी काम है

राघव ने नेहा के गाल को चूमते हुए कहा जिससे नेहा के चेहरे पर थोड़ी मुस्कान आई

नेहा- क्या काम है?

नेहा के पूछा और अब राघव के चेहरे का रंग उड गया

राघव- वो.. उम्म... कुछ बिजनस वाला स्टफ है जल्दी आता हु मैं

राघव ने नर्वसली कहा और नेहा के साथ कार तक आया कहा शेखर और श्वेता उनकी राह देख रहे थे और नेहा राघव के जवाब पर अभी भी कन्फ्यूज़ थी

‘सॉरी चिक्की बेबी अभी नहीं बता सकता’ राघव ने नेहा को देखते हुए मन ही मन कहा

क्रमश:
Nice update....
 
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