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Romance In Love.. With You... (Completed)

Jos Jerrin

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Update 47




नेहा ने अपनी आंखे बंद की और अपनी मा को याद किया और मन ही मन अपने आप को तयार किया, उसने एक लंबी सास ली और मुस्कान के साथ अपना डांस शुरू किया

जैसे ही नेहा के कानों मे गाने की धुन पड़ी वो आपने आस पास का भान भूलती चली गई और उसे इतना ग्रेसफुली डांस करता देख सब शांति से उसे देखने लगे, नेहा पूरे रूम मे इधर उधर घूमते हुए अपने हाथ ऊपर नीचे करते हुए म्यूजिक को इन्जॉय करते हुए डांस कर रही थी

नेहा ने डांस के बीच मे ही राघव को देखा जो उसे ही देख रहा था, राघव अपनी खुर्ची पर आराम से बैठा हुआ था उसके चेहरे पर एक छोटी सी स्माइल थी और वो नेहा के हर एक मूवमेंट को नोटिस कर रहा था राघव की नजरों से नेहा का एक भी मूव एक भी एक्सप्रेशन नहीं चूक रहा था

नेहा ने भी अपना पूरा डांस राघव को देख कर कम्प्लीट किया पूरे डांस मे दोनों की नजरे एक पल के लिए भी एक दूसरे से नहीं हटी थी और जैसे ही नेहा का डांस खतम हुआ उसे अब बस राघव से अपनी तारीफ सुननी थी राघव ने अपने होंठों से वॉव कहा और नेहा को देख आँख मार दी जिससे वो शर्मा गई

शेखर अब तक नेहा के पास पहुच चुका था और उसकी तारीफ कर रहा था और सिर्फ शेखर ही नहीं उस रूम मे जीतने भी लोग इस वक्त मौजूद थे सभी नेहा की तारीफ कर रहे थे और नेहा सबका अभिवादन स्वीकार कर रही थी तभी नेहा ने राघव को देखा जो बस अपनी जगह पर खड़ा अपने पैंट की जेबों मे हाथ डाले नेहा को देख मुस्कुरा रहा था प्राउड फ़ील कर रहा था

बाकी लोगों से नेहा की तारीफ सुन राघव को बहुत प्राउड फ़ील हो रहा था

शेखर- भाभी आग लगा दी आपने सच मे, गजब एकदम! भाभी आपको श्वेता को भी ऐसा डांस सीखाना पड़ेगा

शेखर नेहा से ये सब बाते कर ही रहा था के तभी राघव उनके पास आया

राघव- मुझे लगता है अब हमे चलना चाहिए और शेखर अब जाओ और अपना काम करो जाकर

राघव ने शेखर पे तीखी नजर मारते हुए कहा और शेखर अपनी आंखे घुमाते हुए वहा से चला गया क्युकी वो भी जानता था के राघव ने उसे अभी तक वहा रुकने दिया वही बड़ी बात थी और अगर नेहा वहा नहीं होती और शेखर उसके लिए ना आया होता तो काम को नजरंदाज करने की वजह से वो अभी किसी और कंपनी मे जॉब ढूंढ रहा होता

शेखर के जाने के बाद नेहा और राघव भी वहा से निकले और राघव के केबिन मे आए... अंदर आते ही राघव ने दरवाजा बंद किया और नेहा को अपनी तरफ खिचा, अपने हाथ उसकी कमर की ओर बढ़ाते हुए जिससे नेहा थोड़ा चौकी, राघव नेहा के एकदम करीब था

राघव- यू डीड ग्रेट!

राघव नेहा के कान मे फुसफुसाया और उसके कान को चूम लिया जिससे नेहा को अलग ही रोमांच फ़ील हो रहा था और ये लोग इससे आगे बढ़ते उससे पहले की किसी ने दरवाजा खटखटा दिया और इनका रोमांस वही रुक गया और वो एक कदम पीछे हटे, राघव ने कम इन कहा तो उसका असिस्टेंट रवि अंदर आया

रवि- सर आपकी कंपनी के बाहर एक क्लाइंट से मीटिंग है अभी

रवि ने कहा और राघव ने अपनी घड़ी को देखा और उसे हा मे इशारा दिया

राघव- यू गो एण्ड प्रीपेर एव्रीथिंग मैं आ रहा हु

राघव ने कहा जिसे सुन रवि वहा से चला गया फिर राघव नेहा की ओर मूडा

राघव- चले? आज के लिए इतना काफी है फिर कल से तुम्हें दूसरी बाते सीखनी है चलो मैं तुम्हें कार तक छोड़ देता हु

राघव ने कहा और अपना ब्लैज़र लिया और वो वहा से निकल गए राघव ने नेहा को कार मे बिठाया और ड्राइवर को कार सही से चलाने कहा फिर नेहा से बोला

राघव- घर पहुच कर एक बार मैसेज कर देना ओके??

राघव ने अपने गॉगलस् लगते हुए कहा और अब नेहा का ध्यान उसके शब्दों से ज्यादा उसके चेहरे की ओर था नेहा ने हा मे गर्दन हिला दी और ड्राइवर ने कार आगे बढ़ा दी

ये पहले भी इतने ही हैंडसम थे या मैं आजकल इन्हे ज्यादा गौर से देख रही हु’ नेहा ने सोचा

--x--

श्वेता- भाभी बताइए ना कैसा रहा आपका दिन??

नेहा के घर आते ही श्वेता ने उसे एक्साइटमेंट मे पूछा और नेहा ने भी उसके हर एक सवाल का जवाब दिया

रात मे जब राघव ऑफिस से लौटा और जब वो अपने रूम मे था तब वो थोड़ा उदास था क्युकी रोज की तरह आज नेहा उसकी कॉफी लेकर नहीं आई थी नेहा उसे अवॉइड कर रही थी अब ऐसा क्यू था ये राघव समझ नहीं पा रहा था

वैसे ही डिनर करते वक्त भी नेहा सब से बात कर रही थी सबके साथ हस रही थी सिवाय उसके और नेहा के इस बिहेवियर पर राघव बहुत ज्यादा कन्फ्यूज़ था क्युकी दोपहर तक तो सब ठीक था फिर ऐसा क्या हुआ अचानक ये वो समझ नहीं पा रहा था

डिनर के बाद राघव अपने हाथ मे आइस क्रीम का बाउल लिए अपने रूम मे आया और आइस क्रीम खाते हुए अपना फोन चलाने लगा तभी नेहा रूम मे घुसी और उसने थड़ की आवाज के साथ दरवाजा लगाया और अचानक आए इस आवाज से राघव थोड़ा दचका नेहा थोड़े गुस्से मे लग रही थी और राघव की तरफ नहीं देख रही थी बल्कि नेहा की नजरे राघव के टीशर्ट पर थी जिसपर अचानक चौकने से राघव से थोड़ी सी आइस क्रीम गिर गई थी

नेहा- मिस्टर देशपांडे कृपया अपनी तशरीफ़ उठाइए और बाथरूम मे जाइए

नेहा के मुह से ऐसे शब्द और इस टोन मे उसे बोलता सुन राघव थोड़ा सदमे मे थे और वो इस वक्त नेहा से बिल्कुल भी झगड़ना नहीं चाहता था वो नेहा के गुस्से भरे चेहरे को देखता हुआ चुप चाप अपनी जगह से उठा और बगैर कुछ बोले बाथरूम की ओर बढ़ गया और उसे जाता देख नेहा के चेहरे कर एक शरारती मुस्कान आ गई और फिर

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और बूम!!!!!!

राघव- नेहा!!!!!!!!!!!!!!!

राघव बाथरूम से चिल्लाया और इधर नेहा अपनी जीत का जश्न मनाने लगी, नेहा ने अपने आप को कंट्रोल किया जब उसे राघव के आने का आभास हुआ उसने बाथरूम के दरवाजे की ओर देखा जहा राघव सर से लेकर पैर तक भीगा हुआ खड़ा था और नेहा को घूर रहा था और वो नजारा इतना फनी था के नेहा अपनी हसी रोक नहीं पाई और इसने राघव को और चिढ़ा दिया

राघव- ये तुमने किया है, है ना???

राघव अब गुस्से मे था

नेहा- क्या?? मैंने क्या किया?? और क्या हुआ है??

नेहा ने मासूम बनते हुए पूछा जैसे उसे कुछ पता ही ना हो और राघव अभी बस उसपर चिल्लाने ही वाला था के भाई रुक गया के कही उसके चिल्लाने से वो रो न दे

राघव- डॉन्ट ट्राइ टू एक्ट मैं जानता ही ये तुम्हारी कारस्थानी है इसीलिए तो हस रही हो

नेहा- हॉ!! मैं क्यू कुछ करने लगी वैसे क्या हुआ??

नेहा ने अपनी पलके झपकते हुए मासूम बनते हुए पूछा

राघव- तुमने वॉशबेसिन के टैप के साथ क्या किया है? :huh: जैसे ही मैंने उसे पकड़ा वो मेरे हाथ मे आ गया और पानी का फवारा शुरू हो गया

नेहा- मैं कोई प्लमर थोड़ी हु जो ये सब करूंगी और मुझे क्या मिलेगा ये करके

नेहा ने अपना पल्ला झाड़ते हुए अपनी हसी पर कंट्रोल करते हुए कहा

राघव- यही तो मुझे भी जानना है क्यू किया तुमने ये और नाटक तो करो मत मैं जानता हु इसके पीछे तुम्हारा हाथ है

नेहा- मैंने कुछ नहीं किया!!

राघव- तुमने ही किया है!!

नेहा- नहीं!!

राघव- हा!

नेहा- नहीं!!

राघव- हा!!

नेहा- नहीं!!

राघव- हा!!

नेहा- हा!!

और नेहा ने अपनी जीभ दातों तले दबा ली और राघव अपने हाथ बांधे उसे घूरने लगा

राघव- क्यू??

नेहा- क्यू मतलब? आपने जो सुबह किया था भूल गए??

राघव- तो?? मैं बस तुम्हें जगा रहा था

नेहा- तो वो क्या तरीका था जगाने का एनीवे मैंने भी सेम किया है वैसे भी कपड़े कौन धोता

राघव बस मुह फाड़े नेहा को देख रहा था उसे जरा भी अंदाजा नहीं था के नेहा उस बात का भी बदला लेगी

राघव- अब उस फवारे को बंद कौन करेगा??

नेहा- मुझे सब पता है

फिर नेहा ने वो टैप उठाया और उस फवारे को बंद किया लेकिन इस प्रक्रिया मे वो भी भीग चुकी थी और राघव अब अपनी हसी कंट्रोल कर रहा था क्युकी नेहा किसी चुड़ैल से कम नहीं लग रही थी नेहा ने राघव को घूरा और बाहर आई और राघव उसके पीछे आया

राघव- ये सब कहा सीखा तुमने? पहले क्या पार्ट टाइम प्लमर का काम करती थी क्या??

नेहा- हा हा वेरी फनी !! इस जगत मे यूट्यूब नाम की भी चीज है!!

नेहा ने सार्केस्टिकली कहा और राघव को देखा जो उसे ही घूर रहा था, नेहा सीधी खड़ी हो गई उनकी नजरों का कॉन्टेक्ट बना हुआ था और राघव को अपने को ऐसे घूरता पाकर नेहा के दिमाग मे बस एक ही चीज आई वो थी ‘भागों!!!!’

नेहा रूम मे इधर उधर भागने लगी वही राघव उसे पकड़ने उसके पीछे भागने लगा

राघव- चिक्की आज तो तुम गई!

राघव ने नेहा के सामने आते हुए कहा अब उन दोनों के बीच बेड था नेहा ने एक तकिया राघव की तरफ फेका और वो सीधा जाके राघव के मुह पे लगा और अब नेहा घबरा कर राघव को देखने लगी

नेहा- सॉरी! सॉरी!! जान के नहीं मारा मैने

नेहा ने अपनी साड़ी पकड़ के भागते हुए राघव से कहा जो किसी भूखे शेर की तरह उसकी ओर बढ़ रहा था

राघव- आज तो मैं तुम्हें नहीं छोड़ने वाला

राघव नेहा के पीछे भागा और अब नेहा बेड पर खड़ी थी

नेहा- मेरे पास मत आना मैं बता रही हु वरना....

राघव- वरना क्या??

नेहा- वरना.. वरना मैं चिल्लाऊँगी!!

राघव- अच्छा?? चिल्लाओ फिर!!

नेहा- हा??

राघव- चिल्लाओ जितना चिल्लाना है चिल्लाओ लेकिन फिर घरवालों से क्या कहोगी?? या फिर जाने दो मेरे पास कुछ अच्छे रीज़न है

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा

नेहा- नहीं नहीं!! प्लीज इस बच्ची पर दया करो

राघव- ना आज तो इस बच्ची को अच्छी पनिशमेंट मिलेगी

और अब नेहा भागने ही वाली थी वहा से के राघव उससे ज्यादा तेज निकला लेकिन इन सब मे राघव का पैर भी फिसल गया और वो दोनों बेड पर गिर पड़े और अब राघव नेहा के ऊपर था

नेहा की आंखे बड़ी हो गई थी और राघव की नजरे नेहा के होंठों पर थी माहोल एकदम शांत हो गया था, और नेहा की सासे रुक गई जब राघव के होंठ उसके होंठों के पास पहुचे नेहा ने अपनी आंखे बंद कर ली और बस किस होने ही वाला था के राघव को छिंक आ गई 🤦🏻‍♂️ :doh:

अब वो दोनों बेड से उठने लगे लेकिन तभी दोनों वापिस गिर गए एक आवाज के साथ और हैरत मे उन दोनों की आंखे बड़ी हो गई और वो शॉक मे एकदूसरे को देखने लगे और दोनों के मुह से एकसाथ निकला

“शीट!!!!!!”

क्रमश:
Awesome update
 

Jos Jerrin

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Update 48




अब वो दोनों बेड से उठने लगे लेकिन तभी दोनों वापिस गिर गए एक आवाज के साथ और हैरत मे उन दोनों की आंखे बड़ी हो गई और वो शॉक मे एकदूसरे को देखने लगे और दोनों के मुह से एकसाथ निकला

“शीट!!!!!!”

वो दोनों जल्दी से फिर उठे और उन्होंने पलंग को देखा फिर अपने आप को देखा उन्होंने अभी अभी मस्ती मस्ती मे पलंग तोड़ दिया था

नेहा- ये सब आपकी वजह से हुआ है

नेहा ने झट से सारा दोष राघव पर मढ दिया और अपना पल्ला झाड लिया

राघव- क्या?? मेरी वजह से?? बेड पे तुम कूद रही थी और सारी गलती मेरी??

राघव ने कहा

नेहा- हा तो आप मेरे ऊपर नहीं गिरे होते तो ये नहीं होता आप गिरे और फिर पलंग आपका वजन नहीं संभाल पाया!!

राघव- ऐसा कुछ नहीं है ठीक है! हम रोज इसी पलंग पर सोते है ये आज तुम्हारी वजह से हुआ है!

नेहा- नहीं आपकी वजह से

राघव- मेरी नहीं तुम्हारी वजह से

नेहा- आपके

राघव- तुम्हारे

नेहा- आपके

राघव- तुम्हारे

शेखर- क्या चल रहा है यहा पर??

इन दोनों की बहस चल ही रही थी के तभी आवाज सुन शेखर वहा चिल्लाते हुए आया और उसके पीछे पीछे श्वेता भी वहा आई और कमरे की हालत देख वो दोनों सकते मे थे शेखर ने पहले अपने भाई को देखा फिर भाभी को देखा वो दोनो भी अलग ही हालत में थे पानी में भीगे हुए

इन दोनों ने महान लोगों मे से एकने भी दरवाजा लॉक नहीं किया था और इतने ज्यादा आवाज से शेखर और श्वेता सब ठीक है ना ये देखने आए थे लेकिन अब उन्हे लग रहा था के उन्हे नहीं आना चाहिए था

नेहा- श्वेता शेख......

श्वेता- सॉरी भईया, भाभी हमे.... हमे यहां नहीं आना चाहिए था प्लीज कंटिन्यू लेकिन प्लीज आवाज मत करो हमारी और बाकियों की नींद खराब हो रही है और प्लीज दरवाजा तो लॉक कर लो

श्वेता ने पीछे मुड़ते हुए कहा वो भी राघव और नेहा को कुछ भी बोलने का मौका दीये बगैर

शेखर- वैसे भाई ड्रॉर चेक कर लेना हमे छोटे राघव नेहा चाहिए लेकिन हम इंतजार कर लेंगे

शेखर जाते जाते दरवाजा बंद करते हुए बोला और वो दोनों वहा से चले गए वही राघव और नेहा शॉक मे मुह फाडे एकदूसरे को देखने लगे

राघव- ये अभी अभी क्या बोल के गए??

राघव ने शॉक मे पूछा

नेहा- हे भगवान मर गई!! अब ये चिढ़ा चिढ़ा कर मार डालेंगे!!

नेहा अपने नाखून चबाते हुए बोली वही राघव कुछ बोलने वाला था के वो रुक गया और उसके चेहरे पर एक शरारती मुस्कान आगई

राघव- ऐसा क्या चिढ़ाएंगे ये लोग और इसमे इतना काहे घबरा रही हो

नेहा- आपको कुछ नहीं पता आप तो घूर के लोगों को चुप करा देते हो इसीलिए आपसे कोई कुछ नहीं कहता फस जाती हु मैं

नेहा ने धीमे से कहा और फ्रेश कपड़े लेकर बाथरूम मे चली गई फिर राघव भी कपड़े चेंज करने चला गया और जब वो आया तो उसने देखा के नेहा जमीन पर गद्दे लगा रही थी

राघव- ये क्यू कर रही हो अब??

नेहा- आप क्या टूटे हुए पलंग पर सोने वाले हो??

नेहा ने राघव ने बेवकूफ प्रश्न का प्रतिप्रश्न किया और राघव को भी बात समझ आई

राघव- हा हा रुको मैं भी तुम्हारी मदद करता हु

फिर राघव ने गद्दे बिछाने मे नेहा की मदद की और जब काम हो गया उसपर पसर गए

राघव- आह मैं अपने पलंग को अभी से मिस कर रहा हु

राघव ने कहा जिसपर

नेहा- टूटा भी आपकी ही वजह से है

नेहा पुटपुटाई जिसे राघव ने सुना लेकिन उसे साफ सुनाई नही दिया और वो नेहा की ओर पलटा और बोला

राघव- ये तुमको क्या कोई बीमारी है?? ये खुद से ही क्यू बाते करती हो??

राघव ने नेहा को अजीब नजरों से देखते पूछा जिसपर नेहा ने भी झट से जवाब दिया

नेहा- हा है बीमारी और पता है कबसे है जबसे आपसे शादी हुई है

नेहा ने अपनी उंगली राघव की ओर पॉइंट करते हुए एक टाइट स्माइल के साथ कहा

राघव- तुमको नहीं लगता आजकल तुम्हारी हिम्मत कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है??

राघव ने गद्दे पर सीधा बैठते हुए नेहा की उसी उंगली को पकड़ते हुए पूछा जिसे नेहा ने उसकी ओर पॉइंट किया था वही अब राघव के सपाट चेहरे और इस लाइन को सुन नेहा थोड़ा घबरा गई थी और राघव को देख रही थी तभी उसके एक्सप्रेशन देख राघव की हसी छूट गई आर वो जोर से हसने लगा

राघव- यार चिक्की!!!! तुमको डरने की जरूरत नहीं है

राघव ने हसते हुए कहा वही नेहा बस उसे देख रही थी और बगैर कुछ बोले नेहा करवट बदल कर लेट गई और उसने राघव की तरफ देखा भी नहीं और राघव अब भी हसे जा रहा था

राघव- अले अले बच्ची गुस्सा हो गई क्या

राघव ने हसते हुए बीच में कहा वही इसे सुन नेहा के गाल लाल होने लगे और वो अपने होंठ दबाए अपनी हसी पर कंट्रोल कर रही थी और जल्द ही नेहा को एक हाथ अपने शरीर पर रजाई के अंदर फ़ील हुआ, राघव ने उसे अपने करीब खिचा, अब ऐसा नहीं था के ये पहली बार था लेकिन हर बार राघव का उसे अपने पास खिचना उसे रोमांचित कर देता था।

अगली सुबह नाश्ते की टेबल पर सब लोग राघव को नेहा को शक भरी नजरों से देख रहे थे और वो दोनों भी ये बात जानते थे और अलर्ट थे

मीनाक्षी- राघव कुछ हुआ है क्या?? कल रात को तुम दोनों के कमरे मे कुछ आवाजे आ रही थी

बगैर असल बात जाने मीनाक्षीजी ने राघव ने पूछा और राघव को उनकी बात सुन एक ठस्का लगा लेकिन अभी अभी उसने जूस का घूट लिया था और ठस्के का परिणाम ऐसा हुआ के वो जूस जो अभी उसके मुह मे गया था वो बाहर आ गया और जब राघव ने ऊपर देखा तो वो जूस का फवारा उसके सामने बैठे विवेक के ऊपर था

विवेक- भैया यार!!!!!

विवेक चिल्लाया वही रिद्धि जो विवेक के बाजू मे बैठी थी वो उठ कर बाजू मे हो गई वही नेहा का मुह खुल गया और वो मन ही मन भगवान से बचाने की प्रार्थना करने लगी

विवेक- भाई मॉम ने खाली एक सवाल ही तो किया था उसमे ये जूस उलगने वाली कौनसी बात थी, यार!!!

विवेक चिढ़ गया था वही शेखर और श्वेता अपनी हसी छुपा रहे थे

राघव- सॉरी सॉरी विवेक वो बस...

राघव ने माफी मांगी जिसने घरवालों को और भी शॉक कर दिया क्युकी राघव देशपांडे के मुह से सॉरी सुनना एकदम रेयर था वही विवेक कपड़े बदलने चला गया क्युकी वो बेचारा कुछ बोल भी तो नहीं सकता था राघव बड़ा भाई था उसका

रमाकांत- राघव क्या हुआ और ऐसे रिएक्ट करने वाली क्या बात थी इसमे

रमाकांत जि ने जाते हुए विवेक को देखते हुए राघव से पूछा

राघव- वो डैड.... एक्चुअल्ली.... वो... मैं बस....

धनंजय- छोड़िए ना भाईसाहब हो जाता है कभी कभी अचानक आए सवाल से

धनंजय जी ने कहा और राघव ने राहत की सास ली और मन ही मन अपने चाचू को थैंक्स कहा लेकिन तभी

धनंजय- लेकिन हा वो आवाजे क्या थी?? तुम्हारा रूम हमारे ठीक ऊपर है ऐसा लग रहा था कोई मैराथन चल रही हो

और बस धनंजय जी के इस लाइन के साथ ही राघव ने अपना थैंक्स वापिस ले लिया

शिवशंकर- अब ऐसे पुतले ही तरह ही बैठोगे या कुछ बोलोगे

दादू ने राघव को देखते हुए कहा वही शेखर इस पूरे ड्रामे को एंजॉय कर रहा था और मन ही मन दुआ कर रहा था के घरवाले और सवाल करे वही श्वेता ने अपनी हसी कंट्रोल करते हुए नेहा को देखा तो उसने अपना सर झुकाया हुआ था और उसके गाल लाल हो रखे थे शर्म के मारे वही अब सब लोग राघव के जवाब की राह देख रहे थे राघव को देख रहे थे के वो क्या बोलेगा.......


क्रमश:
Awesome update
 

avsji

कुछ लिख लेता हूँ
Supreme
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Update 64




अगले दिन

श्वेता- भाभी मैं ऑफिस आजाऊंगी दोपहर मे और फिर आपके लेक्चर के बाद शॉपिंग चलेंगे

श्वेता ने नेहा से कहा जो किचन मे थी

नेहा- ठीक है डन

नेहा ने श्वेता को बाय करते हुए कहा जिसके बाद वो बाहर कार मे आकार बैठी जहा राघव उसका इंतजार कर रहा था, राघव इस वक्त कार मे बैठा अपना फोन चला रहा था और नेहा को उसका साइड प्रोफाइल इतना हॉट लग रहा था के नेहा की नजरे उसपर से हट ही नहीं रही थी और राघव को अब्ज़र्व करते हुए उसके चेहरे पर एक मुस्कान बनी हुई थी, राघव फिजिकलि तो दिखने मे अच्छा था ही साथ मे दिल से भी हीरा था।

राघव- कुछ कहना है क्या चिक्की?

राघव ने अपने फोन में नजरे गड़ाए ही नेहा से पूछा

नेहा- नहीं!

नेहा ने ना ने गर्दन हिलाई और खिड़की से बाहर देखने लगी और ड्राइवर ने गाड़ी शुरू की और जैसे ही गाड़ी शुरू हुई राघव ने एक बटन दबाया जिससे फ्रन्ट सीट और बैक सीट के बीच एक पार्टिशन बन गया और वो आवाज सुन नेहा ने मूड कर राघव को देखा और राघव ने उसे अपने करीब खिचा, राघव का एक साथ नेहा की कमर पर था वही दूसरे हाथ से उसने नेहा का हाथ पकडा हुआ था

राघव- बोलो!

नेहा- क्या? मुझे कुछ नहीं कहना है!

राघव- मुझे पता है तुम्हें कुछ कहना है हा अब अगर अभी नहीं बताना तो कोई बात नहीं बाद मे कह देना मैं इंतजार करूंगा

राघव ने नेहा के माथे को चूमते हुए कहा

जब वो लोग ऑफिस मे पहुचे तो नेहा को शुभम दिखाई दिया जिससे वो ऑफिस मे मिली थी और उसे देख नेहा रुक गई और अब चुकी नेहा रुकी थी तो राघव को भी रुकना पड़ा जिससे वो जरा सा भी खुश नहीं था

नेहा- हे शुभम

नेहा ने ब्राइट स्माइल के साथ कहा जो राघव को पसंद नहीं आया

‘इतना हसके मुझसे तो कभी बात नहीं करती’ राघव ने सोचा

शुभम – गुड मॉर्निंग मैडम , सर

शुभम ने उन्हे विश किया लेकिन बदले मे राघव ने बस अपनी गर्दन हिला दी

नेहा- कितनी बार बताऊं मुझे मैडम मत कहो तुम मुझे नेहा बुला सकते हो

नेहा ने शुभम से कहा लेकिन इसके जवाब मे शुभम कुछ कहता उससे पहले ही राघव बोल पड़ा

राघव- वो ऐसे कैसे कर सकता है बेबी! मैं यहा का बॉस हु और तुम भी हैना मिस्टर शर्मा

राघव ने आँखों ही आँखों मे शुभम को धमकाते हुए पूछा जिसपर उसने भी हा मे गर्दन हिला दी और इससे पहले नेहा कुछ बोलती राघव उसे वहा से अपने केबिन मे ले आया

नेहा- मैं बात कर रही थी ना

जैसे ही वो केबिन में पहुंचे नेहा ने हल्के से चिल्लाते हुए कहा

राघव- वो यहा काम करने आता है दोस्त बनाने नहीं उसे उसका काम करने दो

नेहा- कम ऑन ही इज अ नाइस मॅन

राघव- बट योर हसबैंड इस अन ऑसम मॅन, अब बाते बहुत हो गई कल जहा छोड़ा था वही से काम शुरू करना है

राघव ने कहा और नेहा को कल वाला सीन याद आ गया जब वो राघव की गोद मे बैठी थी और वो सब कुछ उसके कान मे कह रहा था लेकिन राघव का इस ओर ध्यान ही नहीं था वो कोई फाइल पढ़ रहा था

‘नेहा वो काम की बात कर रहे है तुम जो सोच रही हो वो नहीं’ नेहा ने अपने आप को समझाया

नेहा ने अपना ध्यान लैपटॉप पर लगाया और फिर उसकी नजरे उस खुर्ची की ओर गई जिसपर राघव बैठा था

राघव- चिक्की, तुम चाहती हो मैं कल की तरह आज भी तुम्हें गोद मे बीठा कर पढ़ाऊ??

राघव ने फाइल मे देखते हुए ही एक स्माइल के साथ कहा जिसने नेहा को अपने खयालों से बाहर लाया

नेहा- ह? न.. नहीं! मैं तो वो.. लेट्स कन्टिन्यू

नेहा ने अपनी खुर्ची की ओर बढ़ते हुए कहा

राघव- क्या? पढ़ाई या...

नेहा- पढ़ाई!!!

नेहा ने एकदम से कहा, विसर्जन के बाद से नेहा को एक अलग ही राघव दिख रहा था, नेहा को ये बदलब अच्छा लग रहा था, मौसम गुलाबी हो रहा था

इतने पूरे समय मे राघव के चेहरे पे मुस्कान बनी हुई थी, राघव नेहा को मार्केटिंग पढ़ा रहा था वही बीच बीच मे डबल मीनिंग बातों से उसे छेड भी रहा था, जैसे वो नेहा को इन्वेस्टमेंट के बारे मे बता रहा था जिसमे उसने कहा के स्टॉक का प्राइस ऊपर नीचे होता है और जब आप नीचे फोकस करो तो और बढ़िया होता है और जब तो आप नीचे छु लेते तो तब तो....

नेहा- आप ये क्या कह रहे है???

राघव- मैं तो स्टॉक ऑप्शन को छूने की बात कर रहा हु खरीदने के लिए आजकल तो और भी ईजी है आप मोबाईल से स्टॉक्स खरीद सकते है और लो प्राइस मे खरीदना बहुत satisfying है

राघव ने कहा लेकिन नेहा को समझ आ रहा था के वो क्या कह रहा था और जब तक वो एक्चुअल काम शुरू करते 12 बज चुके थे और नेहा का फोन बजने लगा उसने देखा तो श्वेता का कॉल था

नेहा- आज के लिए इतना काफी है अब बाकी कल

नेहा ने एक्सईट होकर अपनी जगह से उठते हुए कहा

राघव- इतनी एक्साइटमेंट?

राघव ने अपनी एक भौ उठाते हुए पूछा

नेहा – मैं श्वेता के साथ शॉपिंग करने जा रही हु

राघव- तो मानोगी नहीं हैना

नेहा- उमहू

नेहा ने ना मे गर्दन हिलाते हुए कहा वही राघव उसके करीब आया और उसे कमर से पकड़ कर अपने पास खिचा

राघव- किस चीज की शॉपिंग करने वाली हो

नेहा- कुछ नहीं मैं बस श्वेता की मदद करने जा रही हु

राघव- जब कुछ लेना ही नहीं है तो जाने का क्या फायदा

नेहा- क्युकी मुझे मेरी शॉपिंग आपके साथ करनी है

नेहा ने राघव की शर्ट की बटन से खेलते हुए कहा

राघव- तो तुम्हें मुझसे कुछ चाहिए?

नेहा- मैंने ऐसा थोड़ी कहा, मुझे बस आप मेरे साथ चाहिए

राघव – ठीक है फिर ऐसा करते है मैं तुम्हारे साथ चलता हु और शेखर श्वेता के साथ चला जाएगा

राघव की बात सुन नेहा की आँखों मे चमक आ गई

नेहा- पर आपकी तो मीटिंग है ना भूल गए?

राघव- है तो पर मेरी बीवी की इच्छा से ज्यादा जरूरी नहीं है, मैं मीटिंग बाद मे अरेंज करा लूँगा

राघव ने नेहा के गालों को चूमते हुए कहा और नेहा के गालों पर लाली छ गई

नेहा- परफेक्ट श्वेता आ गई होगी मैं अभी उसे जाकर ये बात बताती हु

जिसके बाद नेहा वहा से चली गई और राघव उसे जाते देख मुस्कुराने लगा

‘तुम्हे सबसे बेस्ट गिफ्ट मिलने वाला है चिक्की’ नेहा के केबिन से बाहर जाते ही राघव ने अपने आप से कहा

--x--

श्वेता- भाभी ये देखो कितना सुंदर है ना

श्वेता ने नेहा को लाल रंग का एक लहंगा दिखते हुए पूछा

नेहा- हा ये बहुत सुंदर है, इसे ले लो ये अच्छा लगेगा तुमपर

नेहा ने उस लहंगे को देखते हुए कहा

श्वेता- हैना! शेरी कैसा है ये? मैं ले रही हु इसे

श्वेता ने वो ड्रेस शेखर को दिखाया जिसने उदासीनता से उबासी लेते हुए हा मे गर्दन हिला दी

श्वेता- क्या यार शेरी तुम कितने बोरिंग हो भईया को देखो वो कैसे भाभी की मदद कर रहे है कितना इंटेरेस्ट है उनको और तुम देखो

श्वेता ने शेखर को घूरते हुए उसके कंधे पे हल्के से मारते हुए कहा और शेखर ने वापिस हा मे गर्दन हिला दी, वो पहले ही मन ही मन अपने भाई को गालियां दे चुका था क्युकी उसे ये शॉपिंग वह सीन बिल्कुल पसंद नहीं था फिर भी वो यहा था

वही दूसरी तरफ नेहा कन्फ्यूज़ थी के वो क्या ले जैसा उसे चाहिए था वैसा उसे कुछ मिल ही नहीं रहा था और उसकी तरफ से उसके लिए राघव कपड़े सिलेक्ट कर रहा था

नेहा- मुझे कुछ पसंद ही नहीं आ रहा

नेहा ने निराश होते हुए कहा

“मैडम हमारे पास और भी ड्रेसेस है आप देख लीजिए पसंद आए तो वो ट्राइ करके देखिए” वहा के सैल्ज़्मन ने कहा

नेहा- ठीक है!

जिसके बाद नेहा ने दो ड्रेस पसंद किए और एक ड्रेस लेकर चेंजिंग रूम मे चली गई और दूसरा ड्रेस राघव को पकड़ा गई वो बहुत ज्यादा पैशन्स के साथ जो उसके पास नहीं था चेंजिंग रूम के बाहर नेहा की राह देखते खड़ा था

कुछ ही पलों मे नेहा चेंजिंग रूम के बाहर वो ड्रेस पहने आई

नेहा- कैसा है?

नेहा ने गोल घूमते हुए राघव ने पूछा और उसने ना मे गर्दन हिला दी

नेहा- कुछ नहीं चाहिए मुझे, ये सब कितना कन्फ्यूज़िंग है

नेहा अब चिढ़ रही थी तभी राघव की नजर एक ड्रेस पर पड़ी जिसने उसका ध्यान खिचा

राघव- रुको!!

जिसके बाद राघव ने एक सेल्समैन से कहकर वो ड्रेस निकलवाया और नेहा के पास आया

राघव- इसको ट्राय करो

उसने वो नेहा को पकड़वाया और नेहा बस उस ड्रेस को ही देख रही थी ये बिल्कुल वैसा था जैसा उसे चाहिए था

नेहा- ये.. ये परफेक्ट है ऐसा ही चाहिए था मुझे

नेहा ने खुश होते हुए कहा और झटके के साथ राघव के हाथ से वो ड्रेस लिया और वापिस चेंजिंग रूम के अंदर चली गई

कुछ समय बाद श्वेता भी वहा आ पहुची

श्वेता- भईया भाभी कहा है

जन श्वेता ने नेहा को नहीं देखा तो पूछा

राघव – वो अंदर....

और राघव की बात पूरी होती इससे पहले ही चेंजिंग रूम का दरवाजा खुला और नेहा उस ड्रेस को पहने बाहर आई

श्वेता- भाभी ये बहुत सुंदर है

श्वेता ने नेहा के ड्रेस को देखते हुए कहा

राघव- परफेक्ट!!

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और नेहा मुस्कुरा दी

नेहा- मुझे यही चाहिए

राघव- ठीक है, अब हो गया तो तुम लोग शेखर के साथ घर जाओ फिर

नेहा- क्यू? आप नहीं आ रहे?

राघव- न, मुझे कुछ काम है थोड़ी देर से आऊँगा!

श्वेता- ठीक है फिर भाभी आप चेंज कर लो मैं और शेरी कार के पास वेट करते है

इतना बोल ले श्वेता वहा से चली गई

नेहा ड्रेस चेंज करके जब बाहर आई तो उसका चेहरा थोड़ा उतरा हुआ था और आकार नेहा ने अपनी सारी शॉपिंग बैग्स उठाई और जाने ही वाली थी के राघव ने उसे रोका और उसके हाथ से सारी बैग्स ली

राघव- मैं जल्दी आ जाऊंगा बहुत जरूरी काम है

राघव ने नेहा के गाल को चूमते हुए कहा जिससे नेहा के चेहरे पर थोड़ी मुस्कान आई

नेहा- क्या काम है?

नेहा के पूछा और अब राघव के चेहरे का रंग उड गया

राघव- वो.. उम्म... कुछ बिजनस वाला स्टफ है जल्दी आता हु मैं

राघव ने नर्वसली कहा और नेहा के साथ कार तक आया कहा शेखर और श्वेता उनकी राह देख रहे थे और नेहा राघव के जवाब पर अभी भी कन्फ्यूज़ थी

‘सॉरी चिक्की बेबी अभी नहीं बता सकता’ राघव ने नेहा को देखते हुए मन ही मन कहा

क्रमश:

विसर्जन के बाद राघव का फड़कने लग गया है।
एक बढ़िया सी, तैयार बीवी साथ है, फिर भी फड़कने की समस्या का उपाय नहीं मिल रहा। :oops:

उधर, शेखर की हालत समझ सकते हैं - बीवी के साथ शॉपिंग ऐसा निहायत ही उबासी वाला काम है कि क्या कहें!
वो भी समझता है कि श्वेता चाहे कुछ भी पहन ओढ़ ले, मज़ा तो सब उतरने पर ही आने वाला है। 😂
 

Adirshi

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lovely update ..neha ke saath maje le raha tha raghav double meaning baate karke .

shubham ke saath baat karna achcha nahi laga raghav ko .
shopping pe bhi chala gaya neha ke saath par kuch to chhipa raha hai neha se raghav isliye jhooth bolkar neha ko shekhar ke saath bhej diya .
Thank you for the review bhai :thanx:
 
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