intezaar rahega....Next update kal. Waise aaj hi dene wala tha but kaam ke chakkar me do din se out of town hu. Kal dophar tak ghar pahuchunga to uske baad hi update de paunga. Hope you guys will understand. And don't worry 1 se jyada updates ayenge. There will be multiple updates
intezaar rahega....Next update kal. Waise aaj hi dene wala tha but kaam ke chakkar me do din se out of town hu. Kal dophar tak ghar pahuchunga to uske baad hi update de paunga. Hope you guys will understand. And don't worry 1 se jyada updates ayenge. There will be multiple updates
intezaar rahega Adirshi bhai....Next update kal. Waise aaj hi dene wala tha but kaam ke chakkar me do din se out of town hu. Kal dophar tak ghar pahuchunga to uske baad hi update de paunga. Hope you guys will understand. And don't worry 1 se jyada updates ayenge. There will be multiple updates
Nice update this rat yaarUpdate 49
शिवशंकर- अब ऐसे पुतले की तरह ही बैठोगे या कुछ बोलोगे
दादू ने राघव को देखते हुए कहा वही शेखर इस पूरे ड्रामे को एंजॉय कर रहा था और मन ही मन दुआ कर रहा था के घरवाले और सवाल करे वही श्वेता ने अपनी हसी कंट्रोल करते हुए नेहा को देखा तो उसने अपना सर झुकाया हुआ था और उसके गाल लाल हो रखे थे शर्म के मारे वही अब सब लोग राघव के जवाब की राह देख रहे थे राघव को देख रहे थे के वो क्या बोलेगा..
राघव- वो दादू एक्चुअली... वो चूहा!! हा चूहा! पता नहीं रात मे कहा से कमरे मे चूहा घुस गया था और नेहा उसे देख घबरा गई थी और इधर उधर भाग रही थी
राघव ने नर्वस स्माइल के साथ कहा लेकिन घरवालों को उसपर यकीन ही नहीं हो रहा था और अब वो नेहा को देखने लगे जिससे नेहा की धड़कने बढ़ गई
गायत्री- नेहा क्या ये सच है??
दादी ने नेहा से पूछा क्युकी राघव भले ही कुछ बोल ले नेहा झूठ नहीं बोलेगी
नेहा- जी... जी दादीजी
नेहा ने नीचे देखते हुए कहा
जानकी- पता नहीं ये चूहा कहा से घुस आया है घर मे आज तो तुम्हारे रूम मे चूहे मारने की दवा डलवानी पड़ेगी
जानकी जी ने कहा वही राघव अब वहा और नहीं रुकना चाहता था
राघव- मुझे.... मुझे चलना चाहिए लेट हो रहा है
राघव ने सबकी नजरों को अवॉइड करते हुए कहा और और नेहा को भी इशारा किया और वहा से उठ गया और जल्द ही वो लोग अपनी कन्फ्यूज़ फॅमिली को पीछे छोड़ ऑफिस के लिए निकल गए
घर से बाहर आकार और कार मे बैठते ही राघव ने राहत की सास ली वही शर्म के मारे नेहा उसे देख भी नहीं रही थी ना ही राघव उसे देख रहा था और जैसे ही वो लोग ऑफिस पहुचे राघव अचानक चीखा
राघव- शीट!!!!!
नेहा- क्या... क्या हुआ ??
राघव- मॉम हमारे रूम मे चूहे मारने की दवा डालने वाली है
नेहा- तो?
राघव- तो?? हमारा बेड टूटा हुआ है
और राघव की बात सुन नेहा की भी आंखे बड़ी हो गई
नेहा- अब क्या करे??
राघव- मुझे नहीं पता, हमे कैसे भी करके किसी को पता चले बगैर बेड रिप्लेस करना होगा
नेहा- लेकिन कैसे??
राघव- वो सोचते है पहले चलो पलंग खरीदना है
राघव ने नेहा का हाथ पकड़ते हुए कहा लेकिन नेहा ने उसे रोक दिया
नेहा- हमे क्यू जाना है आप ऑर्डर कर दीजिए ना??
राघव- और अगर वो सही नहीं आया तो? और जल्दी वापिस टूट गया तो??
नेहा- मैं.. मैं नहीं जा रही कही आप किसी एम्प्लोयी को भेज दीजिए चेक करने
राघव- क्यू??
नेहा- मुझे नहीं पसंद पलंग खरीदना
नेहा ने उसके जो दिमाग मे आया बोल दिया अब वो क्यू बोला ये वो भी नहीं जानती थी
राघव- ठीक है रुको यही मैं किसी और के साथ चला जाऊंगा
राघव ने कहा और जैसे ही उसने ये कहा उसने मन ही मन अपना माथा पीट लिया
नेहा- किसी और के साथ जाकर तो दिखाइए बेड पर सोने लायक नहीं छोड़ूँगी
नेहा ने एकदम गुस्से मे कहा वही राघव एक कदम पीछे हट गया उसके गुस्से से
राघव- ठीक है ठीक है किसी से कह देता हु, मैं नहीं जा रहा कही ही ही
नेहा ने फिर अपने को शांत करने के लिए एक लंबी सास ली वही राघव उससे थोड़ा पीछे सरका
राघव- तो मार्केटिंग के लेसन शुरू करे?? नहीं मतलब तुम कहो तो, कोई जल्दी नहीं है
राघव ने नेहा को देखते हुए कहा जिसपर नेहा ने हा मे गर्दन हिला दी और राघव उसे मार्केटिंग सीखाने लगा
राघव ने बेसिक से शुरुवात की और नेहा भी बड़े गौर से सब सुन रही थी और उसे पढ़ाते हुए राघव एकदम सीरीअस था नेहा को ऐसा लगा जैसे पढ़ाते टाइम पुराना राघव उसके सामने था, कुछ समय बाद नेहा को बोर होने लगा था और वो उबासिया लेते हुए जिस नॉवेल को वो पढ़ रही थी उसकी स्टोरी कर बारे मे सोच रही थी
राघव- इट सीम्स के तुम्हें इसमे कोई इंटरेस्ट नहीं है
राघव ने अपने हाथ बांधे नेहा से पूछा
नेहा- आप कबसे लगातार पढ़ाए जा रहे है एक ब्रेक तो ले लीजिए
राघव- तुम जानती हो ना मैं अपना काम छोड़ के तुम्हें पढ़ा रहा हु
नेहा- तो वो कीजिए ना हम इसे बाद मे कन्टिन्यू करेंगे तब तक मैं ऑफिस घूम आती हु
नेहा ने अपनी जगह पर से उठते हुए कहा तभी राघव के फोन पर एक मैसेज आया
राघव- पलंग ले लिया गया है दोपहर तक डिलिवर हो जाएगा
राघव ने नेहा से कहा
नेहा- अब क्या करना है?
नेहा ने अपने नाखून चबाते हुए राघव से पूछा और राघव ने उसका हाथ पकड़ के उसे रोका
राघव - पहले तो हर बार ये नाखून चबाना बंद करो
फिर राघव ने एक बंदे को कॉल लगाया और कैबिन मे आने कहा और जल्द ही शेखर एक स्माइल के साथ उसके कैबिन मे था
शेखर- हा भाई आपने बुलाया
राघव- हा मुझे तुम्हारी एक हेल्प चाहिए
शेखर- कुछ चाहीये क्या आपको मैं कुछ देर...
राघव- शट अप शेखर पहले सुन तो लो
राघव शेखर पर चिल्लाया और फिर नेहा से बोला
राघव- तुम्हें बाहर जाना था न ? जाओ मैं कुछ देर मे बुलाता हु तुम्हें
नेहा- लेकिन...
राघव- मैं कर लूँगा सारी बात तुम जाओ अभी बाद मे मैं जाने नहीं दूंगा
शेखर- अहम अहम!! भाई क्या चाहिए आपको?
लेकिन राघव ने अभी उसे इग्नोर लिया और नेहा की ओर देखा जो वहा से चली तो गई थी लेकिन कैबिन मे ही थी
राघव- नेहा मैं बता रहा हु अभी तुम नहीं गई तो बाद मे कोई ब्रेक नहीं मिलेगा
जिसके बाद उन्हे दरवान बंद होने का आवाज आज जिसके बाद राघव शेखर की ओर मुडा
शेखर- ओह हो नॉट बैड
राघव- शट अप शेखर!
राघव ने इतना कहा और शेखर के पेट मे एक मुक्का जड़ दिया
शेखर- आउच भाई क्या कर रहे हो!!
राघव- तो वो तू था जिसने मेरे रूम की अलमारी के ड्रॉर मे कंडोम रखा था??
राघव ने शेखर एक और मुक्का मारा याद है उस दिन कपड़े ढूंढते हुए राघव को ड्रॉर मे कुछ मिला था वो कंडोम का पैकेट था और कल रात ही राघव को पता चला था के वो शेखर ने रखा था जब शेखर ने उसे ड्रॉर चेक करने कहा था लेकिन तब राघव बोल नहीं पाया था
शेखर – आउच भाई!! मैंने तो बस अच्छे के लिए सोचा था
राघव- मेरा अच्छा बुरा मैं देख लूँगा तुमको कुछ नहीं करना है
राघव ने उसे टपली मारते हुए कहा
शेखर- खुद देख लेंगे मतलब आप खुद जाएंगे खरीदने
राघव- चुप रह यार और अब अपना मूह बंद करो और पहले मेरी बात सुनो
राघव ने शेखर को चुप कराया और शेखर ने भी मुह पर उंगली रख ली
राघव- मैं चाहता हु तुम घर के सब लोगों को दोपहर के पहले बाहर लेकर जाओ और शाम तक वापिस मत आना नया बेड बुलाया है और इससे पहले तुम पूछो क्यू तो कल रात हमारा पलंग टूट गया था इसिलीये
राघव की बात सुन शेखर ने चेहरे पर शरारती मुस्कान आ गई जिसे देख राघव बोला
राघव- ओ भाई मेरे अपने दिमाग के घोड़े मत दौडा वो नेहा भाग रही थी रूम मे और बेड पर गिर गई और टूट गया वो
शेखर- उम्म हम्ममम् हम्म
राघव- क्या? उंगली हटा कर क्लियर बोलो?
शेखर- नहीं मैं कह रहा था भाभी भाग क्यू रही थी और आपकी कन्डिशन भी कुछ सही नहीं थी
शेखर ने राघव को देखते हुए पूछा और अब राघव को उसे सब सच बताना ही था वरना वो चुप होने वाला नहीं था और सब सुनने के बाद शेखर का मुह खुला रह गया
शेखर- लेकिन भाई...
राघव- बस अब और कोई सवाल नहीं जितना बोला है उतना करो वरना तुम जानते हो मैं क्या कर सकता हु
शेखर- धमकी मत दो ऐसा क्या ही कर लोगे जाओ नही करता आपका काम
राघव- अच्छा बेटा तो श्वेता को बात दु के तुम कॉकरोच से कितना डरते हो तो?
और अब राघव की बात सुन शेखर उसे हैरानी और डर से देखने लगा और अब जो शरारती मुस्कान कुछ पल पहले शेखर के चेहरे पर थी वही राघव के चेहरे पर थी
शेखर- भाई नहीं आप ऐसा नहीं करोगे, श्वेता के सामने मैंने हमेशा अपने को ब्रैव दिखाया है वो प्यार से कभी कभी स्पाइडरमॅन बोलती है मुझे उसे पता चला उसका स्पाइडरमॅन कॉकरोच से डरता है तो बहूत चिढ़ाएगी वो
राघव- तो जितना बोला है उतना कर
शेखर- हा ठीक है जा रहा हु
इतना बोल के शेखर वहा से निकल गया.......
क्रमश:
I like this possessiveness of raghav fantastic updateUpdate 50
राघव के कहने पर शेखर घर आ गया था अपना टास्क पूरा करने लेकिन देशपांडे परिवार के लोगों को एकसाथ बाहर ले जाना आसान काम तो था नहीं लेकिन शेखर पूरी कोशिश मे लगा हुआ था।
शिवशंकर- हम सब को कहा ले जा रहे हो शेखर??
दादू ने कन्फ्यूजन मे पूछा क्युकी दोपहर का समय होने वाला था और ऐसे अचानक शेखर के आने पर वो कंफ्यूज थे क्युकी नॉर्मली शेखर ऑफिस से जल्दी नहीं आ पाता था
शेखर- दादू हम अनाथ आश्रम जा रहे है!!!
शिवशंकर- अचानक क्यू??
शेखर- वो इसीलिए क्युकी वहा गए बहुत समय हो गया है बच्चे याद कर रहे थे हमे और मॉम और बड़ी मा भी मेरी शादी के बाद से वहा नहीं जा पाई है और फिर हम गाँव चले गए थे इसीलिए सोचा आज वहा विज़िट दे दे
शेखर ने बात समझाई
जानकी- बात सही है तुम्हारी लेकिन घर पर भी कोई चाहिए ना और श्वेता भी अपने मायके गई है
मीनाक्षी- हम ऐसा करते है कल चलते है आज मुझे भी थोड़े काम है
शेखर- नहीं!!! मतलब.... मॉम काम तो बाद मे भी हो जाएगा ना और बच्चे राह देख रहे है मैंने उन्हे हम आ रहे है कह दिया है और सब तयारी भी कर ली है और वैसे भी भाभी आ जाएंगी कुछ देर मे
गायत्री- तयारी? कैसी तयारी??
शेखर- आप लोग बहुत ज्यादा सवाल करते हो रेडी हो जाओ ना
‘क्यू मेरी लाइफ पे काक्रोच चलाना चाहते हो’
शेखर ने सबके सवालों से परेशान होते हुए कहा और बाद वाली लाइन अपने मन मे सोची, वो आज अच्छा फसा था एक तो उसे ऑफिस से कुछ घंटों की छुट्टी लेनी पड़ी ऊपर से उसका भाई उसके काम का बोझ जरा सा भी कम नहीं करने वाला था ये वो जानता था और अब यहा घरवाले भी मान नहीं रहे थे लेकिन जैसे तैसे शेखर ने उन्हे मना लिया था और वो सबको लेकर घर के बाहर चला गया
इधर ऑफिस मे राघव लैपटॉप पर अपना काम कर रहा था तभी उसे डिलीवरी कंपनी से कॉल आया के बेड डिलिवर हो रहा है फिर राघव ने अपने घर पर वर्कर्स को इन्स्ट्रक्शन देकर बेड सही से फिट कराने कहा और फिर उसने सीसीटीवी फुटेज चेक किया जो उसके ऑफिस मे था ताकि वो देख सके के उसके एम्प्लोयी सही काम कर रहे है या नहीं
राघव सीसीटीवी को नॉर्मली ही देख रहा था तभी उसकी नजर एक शक्स पर पड़ी
उसने देखा के नेहा एक लड़के के साथ हस हस कर बाते कर रही थी, राघव ने उस लड़के को गौर से देखा और अभी तक सब कुछ ठीक था लेकिन राघव की आंखे तब बड़ी हो गई जब उसने देखा के नेहा ने उस लड़के के हाथ पर हल्के से मारा और उसके साथ हसने लगे
‘इतना क्या टची होना है’ राघव का जबड़ा कस गया और वो अपनी जगह से उठा और केबिन के बाहर आया, नेहा और राघव के स्वभाव का सबसे बड़ा डिफरेंस यही था के राघव ज्यादा बोलता नहीं था उसे लोगों मे ज्यादा घुलना मिलना पसंद नहीं था इसीलिए विशाल के अलावा उसका कोई दोस्त भी नहीं था वही नेहा का नेचर एकदम फ़्रेंडली था उसे नए लोगों से मिलना बाते करना पसंद था
नेहा- आप बहुत फनी हो शुभम जी सच मे....
शुभम – थैंक यू मैडम और आप भी....
नेहा – मैडम मत कहो यार हम सेम एज के है आप मुझे नेहा बुला सकते है
शुभम– ओह.. ओके नेहा जी
नेहा- फिर कोई गर्लफ्रेंड वगैरा??
शुभम – ना ना हम सिंगल ही अच्छे है वैसे भी हमे कौनसी लड़की पूछेगी
नेहा- क्यू? तुम अच्छे दिखते हो, तुम्हारी बात चीत से पता चलता है नेचर अच्छा है तुम्हारा मुझे तो पक्का यकीन है के तुम्हें कई लड़कियों ने प्रपोज किया होगा
नेहा के बात पर शुभम ने गर्दन झुका की
शुभम- ऐसा कुछ नहीं है
नेहा – फिर कैसा है
राघव- वो उसे पता चलेगा तब वो आपको जरूर बताएगा मिसेस देशपांडे
नेहा और शुभम बात कर ही रहे थे के तभी राघव वहा आ पहुचा और वो सपाट चेहरे के साथ अपनी जेब मे हाथ डाले उन्हे देख रहा था राघव उनके पास आया और नेहा को कंधे से पकड़ा
शुभम- सर!!
राघव- यस मिस्टर शर्मा और मुझे लगता है आपको सैलरी यहा काम की मिलती है ना की मेरी वाइफ के मनोरंजन की राइट??
राघव ने सख्त लहजे मे कहा लेकिन नेहा ने उसके कंधे पे मारा और उसे चुप होने का इशारा किया
नेहा- ब्रेक टाइम है
राघव- तो हमे भी तो ब्रेक लेना चाहिए ना बेबी
राघव ने नेहा और और करीब खिचा, उसके चेहरे के साफ समझ आ रहा था के उसे नेहा और शुभम का ऐसे हस हस के बाते करना पसंद नहीं आया था शुभम क्या राघव को तो नेहा के आस पास कोई भी लड़का पसंद नहीं आता था खैर इसका कुछ नहीं कर सकते ओवर पज़ेसिव बंदा है वो
शुभम- मुझे अब चलना चाहिए हैव अ गुड डे सर, मैडम
इतना बोल के शुभम वहा से चला गया और उसके जाते ही राघव बोला
राघव- तो चले केबिन मे हमारा ब्रेक टाइम इन्जॉय करने??
जिसके बाद राघव और नेहा राघव के केबिन मे आए, राघव ने दरवाजा बंद किया और नेहा को कमर से पकड़ कर अपनी ओर खिचा, राघव की गर्म सांसे अपनी गर्दन पर महसूस होते ही नेहा ने अपनी आंखे बंद कर ली और राघव के गले मे अपनी बाहों का हार डाले उसे अपने और करीब खिचा
राघव के हाथ अब धीरे धीरे नेहा की नजर से नीचे सरक रहे थे और राघव ने आराम से उसे अपनी गोद मे उठा लिया और अपनी खुर्ची की ओर बढ़ा और उसे लेजाकर टेबल पर बिठाया और फिर उसे लैपटॉप की ओर घुमाया...
राघव- मैंने तुम्हें जो जो सिखाया है अब मुझे बताना जरा
राघव ने नेहा के कान मे कहा अपनी हस्की आवाज मे कहा और नेहा ने अपने ड्रेस को कस के पकड़ रखा था ताकि कही वो अपना कंट्रोल का खो दे, राघव उसके एकदम करीब था और अपनी नाक से नेहा के कान को छेड रहा था
नेहा- वो... आप.... आपने... बताया.... था
राघव- हम्म!!
राघव ने अपना चेहरा नेहा की गर्दन मे दबाया, inhaling her cologne, राघव ने अपनी आंखे बंद कर ली थी और कुछ नहीं सुन रहा था नेहा ने भी अपनी आंखे बंद कर ली और अपनी गर्दन एक ओर झुकाई giving him more access to her neck और राघव उसे गर्दन से चूमने लगा
जैसे ही राघव ने नेहा के गर्दन पर स्वीट स्पॉट पर काटा नेहा के मुह से एक हल्की की सिसकी निकल गई और उसकी सिसकी सुन राघव के चेहरे पर एक मुस्कान आ गई
राघव- किसी और के अभी ज्यादा करीब मत जाया करो, ok! Or you’ll suffer for it
राघव ने अपनी डीप आवाज मे कहा
.
.
.
जानकी- नेहा!! नेहा! क्या हुआ मैं कब से तुम्हें आवाज दे रही हु
जानकी जी ने नेहा को अपने खयालों से बाहर निकाला नेहा के दिमाग मे दोपहर का ऑफिस वाला सीन चल रहा था और राघव के पज़ेसिव नेस पर वो थोड़ा खुश भी हो रही थी के उसका किसी और से हस कर बात करना भी राघव को मंजूर नहीं था, उस वाकये के बाद ही नेहा ऑफिस से घर लौट आई थी
जानकी- नेहा!
जानकी जी ने नेहा को हिलाया
नेहा- हूह! जी मा!!
जानकी- क्या हुआ है बेटा सब ठीक है ना??
नेहा- हा.. सब.. सब ठीक है बस कुछ सोच रही थी
जानकी- अपने आप पर इतना स्ट्रेस मत डालो ठीक है!!
जानकी जी ने चिंता से कहा और नेहा ने हा मे गर्दन हिला दी
नेहा- मा आप लोग कब आए ?
जानकी- जब तुम दिन मे सपने देख रही थी, मैंने चाय भी बना दी , अब जाओ और ये चाय माजी(दादी) को दे आओ बाहर से आने के बाद उन्हे चाय चाहिए होती है
जिसके बाद नेहा चाय लेकर दादी के कमरे की ओर चली गई
नेहा- दादी आपकी चाय
नेहा ने दादी को चाय का कप देते हुए कहा
गायत्री- नेहा बैठो, मुझे कुछ बात करनी है तुमसे
दादी ने कहा जिसपर नेहा भी वहा बैठ गई
दादी- नेहा, गणेशोत्सव करीब है और ये तुम्हारा और श्वेता का इस घर में पहला त्योहार है तो मैं सोच रही थी के इस साल गणेशोत्सव बड़ी धूम धाम से मनाए, मुझे पता है तुम अपनी अकादेमी के काम से बिजी हो लेकीन थोड़ा ध्यान इसपर भी देना, राघव ने पिछले कुछ सालों से त्योहारों से दूर ही हो गया है वो पूजा मे रहता है फिर वापिस काम मे लग जाता है लेकिन इस बार उसमे बदलाव आया है मैं चाहती हु वो इस साल हमारे साथ पूरा समय रह कर गणेशोत्सव मनाए और उसे मनाने का काम तुम ही कर सकती ही.. करोगी ना
नेहा- मैं वादा करती हु दादी जी वो पूरे दस दिन हमारे साथ होंगे वो भी पूरे दिल से
नेहा की बात से दादी के चेहरे पर स्माइल आ गई उन्होंने नेहा के सर पर प्यार से हाथ फिराया
कुछ देर बाद नेहा अपने कमरे मे आई और वो जो नया बेड आया था उसे अच्छे से देखने लगी उसपर बैठ कर कूद कर हर तरह से नहा ने उसे चेक किया और फिर उसके ध्यान मे आया के वो क्या कर रही है
नेहा- इनके जैसा बिहैव मत करो नेहा ये भी आकार इस बेड को जरूर चेक करेंगे
नेहा ने खुद से ही कहा और तभी उसके रूम का दरवाजा खुला और राघव एक स्माइल के साथ अंदर आया राघव को देखते ही नेहा ने घड़ी की ओर देखा जिसमे शाम के 5 बज रहे थे
नेहा- आप इतनी जल्दी क्यू आ गए??
नेहा के इस सवाल पर राघव की सारी स्माइल ही गायब हो गई वो कुछ और सोच रहा था और हुआ कुछ और
राघव- ये कैसा सवाल है? मैं जल्दी नहीं आ सकता क्या??
नेहा- नहीं मतलब आप इतनी जल्दी कभी आते नहीं हो ना ईसलिए पूछा बस
राघव- मेरा मन किया तो आगया
राघव बेड पर कूदते हुए बोला
राघव- वॉव यार चिक्की सही बेड है ये कम जम्प विद मि
राघव की बात सुन नेहा ने बस उसे देखा
राघव- ऐसे मत देखो चेक करना पड़ेगा ना अगली बार तुम भागोंगी तो टूटना नहीं चाहीये ना
राघव ने हसते हुए कहा वही नेहा उसे घूरते हुए रूम से चली गई.....
--x--
रिद्धि- भाभी हमने आपका डांस विडिओ देखा, इट वाज ऑसम!!
रिद्धि ने नेहा से चिपकते हुए कहा
ये सब लोग साथ बैठे बाते कर रहे थे
श्वेता- भाभी आप सिर्फ क्लासिकल डांस सिखायेंगी या और भी कोई जैसे वेस्टर्न वगैरा
श्वेता ने पूछा लेकिन नेहा इसका जवाब देती इसके पहले ही राघव बोल पड़ा
राघव- ना श्वेता उसे वेस्टर्न स्टाइल डांस नहीं आता और वेस्टर्न लुक मे वो अच्छी भी नहीं लगेगी
राघव ने जान के नेहा को चिढ़ाने के लिए कहा वही नेहा ने सपाट चेहरे से उसकी तरफ देखा
विवेक- तो क्या हुआ सबका अपना अपना स्टाइल होता है हमारी भाभी का अपना स्टाइल है
विवेक अब नेहा के सपोर्ट मे खड़ा हो गया
राघव- तो मैंने इस बात से कब मना किया है ओफकोर्स नेहा एक बढ़िया डान्सर है बट वेस्टर्न इस नॉट हर थिंग
राघव ने आगे कहा और विवेक और रिद्धि ने एकदूसरे को देखा
नेहा- इट्स ओके विवेक आप एक चीज मे अच्छे हो इसका ये मतलब नहीं के आपको सब कुछ आता है चलो मैं चलू मुझे खाने की तयारी करनी है तुम लोग बाते करो
नेहा ने राघव को देखते हुए वहा से जाते हुए कहा और उसके पीछे श्वेता भी चली है और उनके जाते ही रिद्धि राघव से बोली
रिद्धि- आपने ये जानबुझ कर कहा ना वरना भाभी वेस्टर्न ड्रेस मे सुपर दिखती है बस वो यहा वैसे कपड़े नहीं पहनती
रिद्धि की बात सुन राघव ने ऐसा बताया जैसे उसे ये पता था लेकिन नेहा के बारे में आज उसे ये नई बात पता चली थी....
रात के खाने के बाद राघव अपने स्टडी रूम मे अपने चाचा के साथ बिजनेस रेलेटेड बाते डिस्कस कर रहा था और जब सब काम खतम करके वो अपने रूम मे पहुचा तो उसने देखा के उसका कमरा अंधेरे मे डूबा हुआ था उसने नेहा को आवाज भी लगाई लेकिन कोई रिप्लाइ नहीं मिला, नेहा अभी तक कमरे मे नहीं आई है ये सोच के राघव थोड़ा हैरान हुआ क्युकी समय काफी हो गया था
राघव ने अंधेरे मे ही स्विच बोर्ड टटोला और रूम मे डीम लाइट शुरू की जिसने महोल हो थोड़ा रोमांटिक बना दिया और जैसे ही राघव पलटा उसके होश ही उड गए मुह खुला रह गया और आंखे बस बाहर ही आने वाली थी......
ऐसा क्या देख लिया था राघव ने.... जानेंगे अगले अपडेट मे तब तक साथ बने रहिए कमेन्ट कीजिए धन्यवाद।
क्रमश: