chandan misra
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प्यारा भाग है लगता है गणेशोंत्सव मे कुछ होने वाला हैUpdate 54
अपने सामने किसी को खडा देख नेहा एकदम से चौकी और वो चीखी लेकिन तभी उस बंदे से अपने हाथ से नेहा का मुह दबा दिया ताकि उसकी चीख कोई सुन ना पाए और तभी नेहा ने अपने हाथ मे पकड़े बॅट से उस बंदे के सर पे दे मारा जिससे वो बंदा थोड़ा हिला उसके मुह से हल्की सी आह निकली लेकिन फिर वापिस उसने अपने हाथ से नेहा का मुह बंद कर दिया और उसके हाथ से बॅट छीन लिया नेहा छूटने के लिए छटपटाने लगी और इसी कशमकश मे वो लोग बेड पर जा गिरे पहले नेहा और उसके ऊपर वो बंदा
“ओये चिक्की चीखो मत मैं हु”
अब आधे लोगों ने अंदाजा पहले की लगा लिया होगा ये वो राघव ही था
नेहा- मम्मम्मम्
नेहा ने बोलने की कोशिश की
राघव- ओ हा सॉरी
राघव ने नेहा के मुह से अपना हाथ हटाया
नेहा- आप क्या...
राघव- धीरे! धीरे मेरी मा सबको जगाओगी क्या
राघव ने फुसफुसाकर कहा
नेहा- आप क्या पागल हो गए है क्या? ये क्या कोई तरीका है आने का? वो भी इस टाइम पर??
राघव- हा तो क्या तुम ऐसे मारोगी मुझे
राघव अपना सर सहलाने लगा जहा नेहा ने उसे बॅट से मारा था और नेहा को भी फिर ये ध्यान मे आया
नेहा- शीट!!! सॉरी सॉरी मुझे नहीं पता था ना आप है इसीलिए
बोलते बोलते नेहा की आँखों ने आँसू आ गए और यही राघव बाबू पिघल गए उसे खास लगी भी नहीं थी लेकिन अपन ने राघव को मारा है इस बात से नेहा को तकलीफ हो गई थी वही राघव से नेहा के आँसू नहीं देखे जा रहे थे
राघव- हे चिक्की क्या हुआ? कोई कुछ बोला क्या? ऐसे रो क्यू रही हो? मुझे बताओ अभी सीधा करता हु उसे
राघव ने एकदम अपनी जगह से उठते हुए कहा वही नेहा ने उसे खिच के वापिस बीठा लिया और राघव के गले लग गई
ऐसे अचानक नेहा के गले लगने से राघव पहले तो थोड़ा चौका लेकिन फिर जैसे ही उसने नेहा की रोने की सिसकी सुनी उसे अपने से चिपका लिया
राघव- क्या हुआ नेहा ऐसे रो क्यू रही हो मुझे टेंशन हो रही है यार बताओ ना?
नेहा- मैंने बहुत मिस किया आपको
राघव- बस इतनी सी बात! उसमे रोने जैसा क्या है यही हु मैं
राघव ने अपने हाथ से नेहा के आँसू पोंछे
नेहा- आप यहा क्यू आए वो भी इतना लेट ?
राघव- क्यू सप्राइज़ पसंद नहीं आया क्या? और मिस करने का ठेका क्या तुम्हारा है मैं भी मेरी चिक्की को मिस कर रहा था तो आ गया
नेहा- आइ हेट यू
राघव- क्यू?
नेहा- आप कितने दुष्ट है ना एक बार भी कॉल नहीं किया मुझे
राघव- हा तो चैलेंज भी तो तुमने दिया था वैसे मैडम कॉल आप भी कर सकती थी
नेहा- मैं कॉल करती तो चैलेंज फेल हो जाता ना
नेहा ने राघव को देख कहा और दोनों हसने लगे
राघव- फिर कौन हारा चैलेंज?
नेहा- आप और कौन!
राघव- कैसे? मैडम आपने मुझे पकड़ रखा नहीं मैंने आपको नहीं
नेहा- हा तो पहले आप आए हो यहा मैंने थोड़ी बुलाया था
फिर कुछ देर दोनों ऐसे ही बात करते रहे एकदूसरे को बताते रहे के उन्होंने एकदूसरे को कितना मिस किया और कुछ समय बाद
राघव- चलो सोते है अब बहुत रात हो गई है तुम्हारी आँखों मे भी नींद है
नेहा- लेकिन आप??
राघव- लेकिन क्या? मैं यही रुक रहा हु
नेहा- कोई देख लेगा आपको जाइए आप
राघव- कैसी बीवी हो यार एक तो मैं इतना रिस्क लेकर पाइप से चढ़ कर बालकनी से आया हु और तुम हो के मुझे भगाने मे लगी हो..... पत्थर दिल बीवी
राघव ने उदास चेहरा बनाए कहा
नेहा- अच्छा अच्छा बाबा रुक जाइए लेकिन सुबह सबके उठने से पहले चले जाइएगा
नेहा को राघव को देख कहा जो अभी किसी कॉलेज स्टूडेंट की तरह ड्रामे कर कहा था
नेहा- हम किसी कॉलेज जाने वाले कपल की तरह बिहेव कर रहे है ऐसा नहीं लगता आपको
दोनों बेड पर लेट गए नेहा ने अपना सिर राघव के सीने पर रखा और उसका एक हाथ अपने कंधे पर, खिड़की से वो लोग आसमान मे निकले चाँद को देख सकते थे
नेहा- अब आप मेरे साथ गणेशोत्सव मे पूरे 10 दिन आरती में शामिल होंगे
नेहा ने राघव को करीब करीब ऑर्डर देते हुए कहा
राघव- सब कितना बदल गया है ना?
राघव ने चाँद को देखते हुए कहा
नेहा- क्या??
राघव- हमारा रिश्ता! कितना बदल गया है ना? हम... मतलब मैं उस टाइम कितना गधा था जो इस शादी से भाग रहा था तुमसे दूर भाग रहा था और अब देखो तुम्हें देखने तुमसे मिलने यहा भागा भागा आया हु
नेहा- हम्म बदलाव तो आया है
नेहा ने स्माइल के साथ कहा
राघव- आइ प्रॉमिस मैं कभी तुमसे झगड़ा नहीं करूंगा भले कोई रीज़न हो हा छोटी मोटी नोक झोंक के बारे मे कुछ नहीं कह सकते लेकिन अब तुम्हें कभी वो राघव नजर नहीं आएगा जिससे तुम 6 महीने पहले मिली थी, तुम जैसे हो वैसी ही मुझे बहुत पसंद हो नेहा कभी भी अपने आप को मत बदलना... और अपना सेल्फ रिस्पेक्ट कभी मत छोड़ना तुम जैसी हो परफेक्ट हो
राघव की बात सुन नेहा ने उसकी तरफ देखा
नेहा- क्या हुआ आप अचानक ऐसे क्यू बात कर रहे है? मैं जानती हु आप कभी मेरा साथ नहीं छोड़ेंगे
राघव- पता नहीं बस लगा के कहना चाहिए तो कह दिया.. हा एक और बात कोई तुम्हें कुछ कहे किसी से कंपेयर करे किसी की बातों को दिल से लगाने की जरूरत नहीं है बस इतना ध्यान मे रखो के मुझे तुम जैसी हो वैसी ही बहुत बहुत बहुत अच्छी लगती हो
राघव ने नेहा को अपनी बाहों मे कस लिया
नेहा- पता है आप उतने बुरे भी नहीं है जितना लोग सोचते है
राघव- मतलब मैं क्या बुरा हु
नेहा- नहीं बात मेरा वो मतलब नहीं था
राघव- जो भी मतलब था मेरा ये साइड सिर्फ तुम्हारे लिए है चिक्की किसी और के लिए नहीं बाकी लोगों के लिए मुझे खडूस ही रहने दो और सो जाओ अब
‘मैं नहीं जानता के मैं तुम्हें डिजर्व भी करता हु या नहीं चिक्की लेकिन मैं इतना तो जानता हु के अब चाहे कुछ हो जाए हमे अलग नहीं कर सकता मैं तुम्हें कभी अपने से दूर नहीं जाने दूंगा’ राघव ने सोचा जिसके बाद वो दोनों नींद के आगोश मे समा गए
अगले दिन सुबह नेहा की आँख खुली तो राघव वहा से जा चुका था और नेहा के फोन पे उसने एक मैसेज छोड़ा हुआ था
"गुड मॉर्निंग मिसेस चिक्की! जैसा मैंने कहा था मैं सुबह जल्दी निकल गया हु और अब कोई चैलेंज नहीं है तो अब हर 3 घंटे मे मेरा कॉल बजेगा"
राघव का मैसेज देख नेहा के चेहरे पर स्माइल आ गई लेकिन उसके कोई रिप्लाइ नहीं दिया और मैसेज को सीन पर छोड़ दिया राघव ताकि राघव को छेड़ सके और बाथरूम मे चली गई
जब वो बाथरूम मे बाहर आई तो उसका फोन घनघना रहा था और कॉलर आइडी पर राघव का नाम फ्लैश हो रहा था
नेहा- हैलो!
नेहा ने धीमे से कहा और अपनी स्माइल दबाने के लिए अपने होंठ दांतों से दबा लिए
राघव- मैंने कितनी बार कहा है अपने होंठ मत चबाया करो
राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई उसने इधर उधर देखा लेकिन राघव वहा नहीं दिखा
राघव- इधर उधर मत देखो चिक्की मैं वहा नहीं हु
नेहा- फिर आपको कैसे पता की मैंने...
राघव- जस्ट अ सेक्सी गेस
नेहा फोन पर ही राघव के चेहरे पर आई स्माइल फ़ील कर सकती थी
नेहा- आपने क्यू कॉल किया
राघव- अरे न कोई मॉर्निंग विश न किस!
नेहा- नहीं!
राघव- क्यू?
नेहा- मुझे विश नहीं करना है
राघव- तो किस के बारे मे क्या खयाल है
राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई और उसके चेहरे पर लाली उभर आई
नेहा- शट उप
राघव- अरे तुम यहा नहीं हो ऐसे मे मैं शर्ट कैसे ऊपर कर सकता हु
राघव ने मासूमियत से कहा और नेहा ने अपने माथे पे हाथ मार लिया
नेहा- आपको पता है ये फ्लर्ट की डिक्शनेरी मे सबसे पुराना लाइन है
राघव- मुझे कैसे पता होगा मेरी बीवी खुद तो रोमांटिक नोवेल्स पढ़ती है लेकिन मुझे कुछ नहीं सिखाती
नेहा- आपको ऑफिस नहीं जाना क्या जाइए तयार होइए मुझे नीचे जाना है बाय!
जिसके बाद बगैर राघव के रिप्लाइ के नेहा ने फोन काट दिया और नीचे चली गई, उसे रह रह कर राघव की बातों पर हसी आ रही थी
पूरा दिन किसी पानी के झरने जैसा बह गया राघव अपने वादे मुताबिक उसे हर 3-4 घंटे मे कॉल या विडिओ कॉल कर रहा था और जब कॉल पर राघव ने नेहा के चाचा चाची को उसे कुछ दिन और रोकने के बारे मे सुना तो उसे तो हार्ट अटैक ही आने वाला था वो तो उसी समय नेहा को लेने जाने वाला था लेकिन नेहा ने उसे सुबह आने का बोला
अगले दिन राघव नेहा को लेने उसके घर पहुचा तो वो बहुत खुश था जिसके बाद वो दोनों शॉपिंग करने के लिए गए
ये पहली बार था जब नेहा और राघव ऐसे शॉपिंग करने गए थे क्युकी गणेशोत्सव में बस दो ही दिन बचे थे और जब वो सब निपटा कर घर पहुचे तो देशपांडे वाड़े मे नेहा का जोरदार स्वागत हुआ सब उसे बताने लगे के सबने उसे कितना मिस किया और जब नेहा को घरवालों ने राघव की हालत बताई तो नेहा की हसी नहीं रुक रही थी वही गणेशोंत्सव की तयारिया शुरू हो चुकी थी अब पता नहीं ये गणेशोत्सव इनके जीवन मे क्या नया तूफान लाने वाला था.......
क्रमश: