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INCEST शायरियां 🌺

Eternallover012

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व्यभिचार शायरी नं. 1
एक दोस्त की फरमाइश पर🌺

मेरे दोस्त की बीवी मुझे भैया बुलायी गयी थी,

अक्सर वो मेरे दोस्त के साथ मेरे फ्लैट पर आया करती थी!
एक दिन वो जींस एम आई,
जिसे देख मेने लार टपकाई !
उसकी टाइट जीन्स गांड एम मैं एसा खोग्या,
K naa jaane pal bhr m मेरा लंड खड़ा हो गया!
दोस्त की बीवी ने ये मेहसूस किया,
या फिर जाकर मेरे दोस्त के कान एम कुछ खुशफुस किया!
एम पहले तो थोड़ा सा घबराया,
पर जैसे ही मेरा दोस्त मुस्कुराता हुआ मेरे पास आया,,
मेरे दिल को अचानक ही एक चैन आया!
वो बोला क्यू बी ये क्या किया,
अपनी भाभी की हाय लेने को तरसे जिया!
फिर क्या था हमने रात भर एसा खेल रचाया,

के कभी भाभी को मोर तो कभी घोड़ी बनाया!
डब्ल्यूow
 

Eternallover012

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ADULTERY SHAYRI NO. 1
एक दोस्त की फरमाइश पर 🌺

Mere Dost ki Biwi Mujhe bhaiya bulaya krti thi,

Aksr vo mere dost k saath Mere Flat par aya karti thi!
Ek din vo jeans m aaai,
jise dekh mene Laar tapkai !
Uski tight jeans gaand m main esa khogya,
K naa jaane pal bhr m Mera lund khda ho gya!
Dost ki biwi ne ye Mehsus kia,
Or jaakr mere dost k kaan m kuch khusfus kia!
M pehle to thoda sa ghabraya,
Par jese hi mera dost muskurata hua mere paas aya,,
Mere dil ko achanak hi ek chain aaya!
Vo bola kyu bee yee kyaa kiaa,
Apni bhabhi ki hi lene ko tarse jiyaa!
Fir kyaa thaa hamne raat bhar esa khel rachaya,

K kabhi bhabhi ko mor to kabhi Ghodi banaya!
wow
 

synx7737

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वो मां का दोपहर में घुक सोना,
और मेरा उनकी मस्त गांड़ देख देख कर खुश होना।
दिल तो करता के उनकी सलवार नीचे सरकाऊं,
और गांड़ में मस्ती से जिभ चलाऊं।
मस्ती में जीभ चलाकर,
बेहोशी में उनका फायदा उठाकर।
उनकी टांगों को अपने कंधो पर बिठाऊं,
फिर लन्ड पर थोड़ी सी थूक लगाऊं।
बड़े प्यार से लन्ड उनकी चूत की फांकों पर घिसाऊं,
और पच्च की एक आवाज सा अंदर सरकाऊं।
sahi h vroo
 

Doctor Bean

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वो आधी रात में जगाना
उनसे चिपक के सहलाना

उनके स्तनों की नरमी
मेरी जवानी की गरमी

धीरे धीरे से ब्लाउज खोल दिया
पता नही कब निप्पल मुंह में भर दिए...

दूध आया नही...आई उनकी की कामुक सिसकारियां...
सुन में मधुर संगीत उनका...हो गया दिवाना में...

निकले मेने शस्त्र... कर दी चोली भी कमर से ऊपर
सामने आई वो जन्नत जहा से आया था कभी में...

देखा आखों में एक बार... हुआ मुझे भी मीठा सा दर्द...
निकल गई आखों से पानी की लहर... गले से मधुर संगीत उनका

बोली तड़पती मचलती हुए... ये क्या किया तूने...
कर दिया मुझे और मेरे रिश्ते को बदनाम...

थोड़ा रुका थोड़ा और गहराई में जाकर...
पीला दिया अमृत काम रस उनकी योनि को...

रोती हुए टांगे ऊपर कर लेटी हुई बोली...
कर लिया तू अपनी मनमानी अब दूंगी तुझे दंड...
बन के गर्भवती एक बार फिर...
 

$Chaudhary@

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हर घर में व्यभिचार पनपता है। औरत और मर्द दोनों का रिश्ता ही ऐसा है कि, दोनों एक दूसरे के प्रति आकर्षित होते जाते हैं। विज्ञान इसे अपनी भाषा में हार्मोन्स का रिसाव कहता है। टेस्टोस्टेरोन एवं एस्ट्रोजन का खेल। जब इनका रिसाव होता है तो दोनों मर्द और अविरत एक दूसरे के प्रति आकर्षित होते हैं,अब साधारण भाषा में इसे प्रेम कहते हैं। एक दूजे के प्रति इसी आकर्षण से दोनों करीब आकर शारीरिक संबंध बनाते अर्थात साधारण भाषा में चुदाई करते हैं या बूर में लण्ड घुसाकर मज़े करते हैं। ये संसार का स्वाभाविक नियम है, जिससे शायद ही कोई भी शिक्षित व्यक्ति आस्वीकार कर सके। परंतु जब यही चीज़ घर के अंदर होने लगे तो उसे यही लोग व्यभिचार कहने लगते हैं। समाज में इससे बहुत बदनामी होती है जिसके डर से लोग इन चीजों को बाहर आने आने नही देते। जो इसमें संलिप्त हो जाते हैं वो इसे गोपनीय रखने की चेष्टा करते हैं। ये बात हर कोई जानता है कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, किन्तु विज्ञान ने हमें जानवर की श्रेणी में ही रखा है। जानवरों में प्रजनन की प्रक्रिया के लिए संभोग/ समागम/ चुदाई की जाती है। ये शरीर की आवश्यकता है, और प्रकृति के लिए नए प्राणी का मार्ग भी है। केवल मनुष्य एक ऐसा प्राणी है, जो मज़े के लिए चुदाई करता है। अन्य बाकी जीव केवल एक खास मौसम में प्रकृति के नियमों का पालन करते हैं। आदमी की जरूरत होने पर वो भी स्त्री को संसर्ग/ चुदाई के लिए ढूंढता है। पहले घरों में बेटीयों बहनों की शादी जल्दी हो जाती थी, तो उन्हें समय से चुदाई सुख मिलता था। बूर में लंड घुसवाके वो भी मस्त हो जाती थी और उन्हें खूब बच्चे भी होते थे। आजकल बेटीयों, बहनों की शादी में काफी विलंब हो जाता है। इस कारण बेटों और भाइयों की शादी भी देर से हो रही है। ज़माने की भाग दौड़ में लोग इनकी शारीरिक जरूरतों को अनदेखा कर रहे हैं। जिस कारण फलस्वरूप ये एक दूसरे के प्रति आकर्षित हो कर चुदाई में लिप्त हो जाते हैं। बहनें अपने भाइयों के सामने बूर खोलके लेट जाती हैं और भाइयों का कड़ा लंड लेकर मस्ती से चुदवाती हैं। बाहर का बॉयफ्रेंड तो बस उन्होंने खर्चों के लिए बना रखा है। वो बस ऊपर से मज़े लेते हैं, असली मज़ा तो घर के भाई, देवर, ससुर, बेटा देता है। इससे घर की बात अंदर ही रहती है, और बदनामी का डर भी नहीं। ना जाने कितनी बहनें आजकल रात भाइयों के बिस्तर में बिताती है और कितनीं भाभियाँ खुद ही देवर को अपने कमरे में बुलाकर चुदाई का आनंद ले रही हैं। जिनके पति बाहर हैं, उन बेचारी स्त्रियों का क्या दोष, बूर में लंड की जरूरत तो बनी ही रहती हैं। ऐसे में उनकी मदद घर के देवर, जेठ, ससुर, भाई, बाप ही करते हैं। बेटियां भी अपने विधुर बाप के साथ संभोग की क्रीड़ा में सम्मिलित होती जा रही है। नौजवान बेटीयाँ अपनी रिसती हुई बूर में बाहर के लण्ड के बदले घर का अनुभवी लंड लेना ज़्यादा पसंद कर रही हैं। बाप भी जवान बेटी की गंदी हरकतों को घर में ही सहमति दे देते हैं। इन पापा की परियों के लिए तो बाप ही सर्वोपरि होता है। सुहागरात के दिन पवित्र होने का नाटक करती हैं, पर सच्चाई कुछ और ही होती हैं। असल में ये घर की औरतें भी नहाते और मूतने के समय खूब अंग प्रदर्शन करती हैं, और अपने अंदर के तूफान को शांत करने के लिए, लण्डों को रिझाती हैं।
 
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Huntsman

Fantasy Story Writer
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देख कर तुझे ये खयाल आया
देख के तुजे ये खयाल आया
अप्सरा सिर्फ स्वर्ग में नही होती

बड़े है आप के दिल उस पे अंगूर के दाने
छू लूं निकल जाएगी आप की आह
मरोड़ दु तो मुंह से आउच
मसल दूं तो पानी पानी
संभाल के कही फट न जाई ये कपड़ा

देख लूं एक बार चुने का तो हक किसी और का
रखने दो दो घड़ी डालने का हल तो किसी और का

गीली होकर क्यूं कहती हो हट जा
रात नहीं तो दिन ही सही
जाने तो दो एक बार
उस गली में जहा से आया कभी था में
एक बार ही सही लेकिन एक बार तो सही
करूंगा प्यार दिल से डाल के अपना बीज

याद रहेगा ये मिलन
रंग दूंगा तेरी सुकड़ी गली अपने प्यार एक सफेद रंग से
 

romeo35309

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post more
देख कर तुझे ये खयाल आया
देख के तुजे ये खयाल आया
अप्सरा सिर्फ स्वर्ग में नही होती

बड़े है आप के दिल उस पे अंगूर के दाने
छू लूं निकल जाएगी आप की आह
मरोड़ दु तो मुंह से आउच
मसल दूं तो पानी पानी
संभाल के कही फट न जाई ये कपड़ा

देख लूं एक बार चुने का तो हक किसी और का
रखने दो दो घड़ी डालने का हल तो किसी और का

गीली होकर क्यूं कहती हो हट जा
रात नहीं तो दिन ही सही
जाने तो दो एक बार
उस गली में जहा से आया कभी था में
एक बार ही सही लेकिन एक बार तो सही
करूंगा प्यार दिल से डाल के अपना बीज

याद रहेगा ये मिलन
रंग दूंगा तेरी सुकड़ी गली अपने प्यार एक सफेद रंग से
post more dear....
 

GrandMaster

Love is Blind
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नीला समंदर गिला बदन
पल्लू हटा के बाल बनाई
बैठी हुई समंदर की गोद में
लिए गहरी सांस
ये मखन से गोरा तेरा बदन प्रिये
बोझ उठाए हुए ये हुक तेरे जिस्म का
खुल गया तो हो जाएगी तमन्ना पूरी
क्यों तड़पा रही है तेर लाल को
मत तड़पा उसे इतना
हो गई हदे पार तो न देखता ये कोई रिश्ता
गीली है तू गिला ही समंदर
जाऊंगा इतना गहरा
मुस्किल हो जाएगा निकल पाना
गीली मिट्टी गीली तेरी योनि
क्यू है तू इतनी कामुक
देख रहे लोग तेरे हरे लाल कपड़े में छुपे गोरे बदन को
क्यू ना देखू में
हे तू मेरी भी
हक है मेरा भी
छू लूं चूम लूं
हरे भरे लहलहाते बदन को
हाथ में लेके तुझे बना लूं अपना



 

romeo35309

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नीला समंदर गिला बदन
पल्लू हटा के बाल बनाई
बैठी हुई समंदर की गोद में
लिए गहरी सांस
ये मखन से गोरा तेरा बदन प्रिये
बोझ उठाए हुए ये हुक तेरे जिस्म का
खुल गया तो हो जाएगी तमन्ना पूरी
क्यों तड़पा रही है तेर लाल को
मत तड़पा उसे इतना
हो गई हदे पार तो न देखता ये कोई रिश्ता
गीली है तू गिला ही समंदर
जाऊंगा इतना गहरा
मुस्किल हो जाएगा निकल पाना
गीली मिट्टी गीली तेरी योनि
क्यू है तू इतनी कामुक
देख रहे लोग तेरे हरे लाल कपड़े में छुपे गोरे बदन को
क्यू ना देखू में
हे तू मेरी भी
हक है मेरा भी
छू लूं चूम लूं
हरे भरे लहलहाते बदन को
हाथ में लेके तुझे बना लूं अपना
superb,,,, kya kashish hai...
 

Grandmaster X

Her Lover
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हुआ है आज पहेली बार
जो ऐसे मूठ मारा हूँ

तुम्हे देखा तो जाना ये
के कैसे दुनिया में आया हूँ

हुआ है आज पहेली बार
जो ऐसे मुठ मारा हूँ

तुम्हे देखा तो जाना ये
के कैसे दुनिया में आया हूँ

ये जान लेकर के जा मेरी
तुम्हे दिखाने मैं आया हूँ


मैं तुमसे इश्क़ करने की
इजाज़त में रब्ब से लाया हूँ

ज़मीं से आसमां तक हम
ढूंढ आये जहाँ सारा
बना पाया नहीं अब तक
ख़ुदा तुमसे कोई प्यारा

ज़मीं से आसमां तक हम
ढूंढ आये जहाँ सारा
बना पाया नहीं अब तक
ख़ुदा तुमसे कोई प्यारा

बातों में तेरी हैं बदमाशियाँ
सब बेवजह की हैं आनाकानी

तेरे जिस्म को देखने की
इजाज़त में रब्ब से लाया हूँ

तेरी रूह को कंपकंपा दूंगा
ये जान ले जाना

तेरे हर हिस्से को चूम के
उसे अपना बनाने की इजाजत में रब से लाया हु

तेरी योनि में लिंग डालने की
तमन्ना आज हुए ही पूरी


मैं तुमसे इश्क़ करने की
इजाज़त में रब्ब से लाया हूँ
 
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