KABUL HE - 19
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अनामिका हस के - अभी बोल देता हूँ मेरे राजा..
इधर एक कचे रास्ते पर वो सारे बदमाश ने चुकमि ओर ड्राइवर को लेकर चले गये..
जब उन बदमासो को लगा एहि जगह सबसे सेफ्टी प्लेस है तब सामने से बैठे एक बदमाश ने - इधर रूक..
टैक्सी ड्राइवर कार को बंद कर दिया .. अचानक टैक्सी ड्राइवर ने एक बदमाश के हाथ से पिस्तौल छीन कर ..बदमाश के सर पर पिस्तौल रख कर सब को टैक्सी से बाहर किया..
टैक्सी ड्राइवर के हिमत को देख कर चुमकी खुस हो गेई..
टैक्सी ड्राइवर हस के - भाई पेहेले में चिदूँगा..
इतना सुनते ही चुकमि कि हालात खराब हो गेई.. चुमकी को समझने में देर नहीं लगी कि सब मिले हुए है..
चुमकी फाटक से एक बदमाश को धका देकर झडिओ के अंदर भागने लगी..
इधर अर्जुन एक भोड़का बोतल खरीद कर कार चलाते चलते आपने मनी पर्स ओर एटीएम कार्ड को कार के सामने वाला डिकी के अंदर रख दिया..
जब गर्दी नहीं थमा तो अर्जुन - साला ये पब्लिक भी ना.. ठीक से सराब पीने नहीं देंगे..
इतना बोलकर अर्जुन उशी दिसा में कार को घुमा दिया.. जिश दिसा मे चुकमि को वो 5 बदमाश ने लेकर गए थे..
इधर चुमकी झडिओ के बीच छुप गेई थी.. अचानक एक बिल्ली को देख कर चुकमि ज़ोर से बचाओ बचाओ चिल्लाने लगी.
ये आवाज़ 5 बदमाश ने सुन चुके थे.. सारे बदमास ने चुकमि को दबोच लिए..
इधर अर्जुन भोड़का बोतल निकल कर सीधा मुँह में लगा कर आधा बोतल खाली कर दिया..
चुमकी आखिर कोसिस किया - बचाओ ..
अर्जुन फाटक से चारो बाज़ू दौड़ते हुए - कौन है ? कौन है ?
अर्जुन ढूंढते ढूंढते चुमकी के पास आ कर - साला कोई नहीं है.. लगता है मुझे चढ़ गेया.. धेत साला.. राज़ बेटा इधर इधर भी तू सन्ति से सराब पी नहीं सकता..
इतना बोलकर अर्जुन उधर से निकल कर सीधा पास वाले सुनसान पार्क के अंदर घुस गेया..
इधर एक बदमास ने - सुनो भाई लोग .. सब सारे लाइन क्लीयर है.. क्यों ना काम सुरु करते है..
फिर 5 बदमास मिलकर चुमकी को मदरजात नंगी कर दिए..
दुशरा बदमास - आरे भाई लोग.. इश अन्धेरे में कुछ दिखाई नहीं देता..
तीसरा बदमास - हाँ यार .., इश की सेक्सी फिगर की चुत को उजाले में चुदाई करने से ओर मज़ा मिलेगा..
टैक्सी ड्राइवर - नेक ओर पूछ पूछ.. चलो पास में एक पार्क है .. अगर ये चिल्लाएगी तो फिर भी कोई नहीं आएगा..
चौथा बदमास हस के - वो कैसे ?
टैक्सी ड्राइवर हस के - पार्क के अंदर भूत रहेती है. ये झूठा अखवा हम सब तो फैला चुके है..
फिर सब बदमास मिलकर चुमकी को ज़ोर ज़बरदस्त उशी पार्क के अंदर ले चलते हैं..
पार्क के अंदर बीचो बीच एक रोशनीदार जगह पर चुमकी को लेता कर ..
टैक्सी ड्राइवर हस के - क्या लगती है साली..
चुमकी ज़ोर से - कोई है ..बचाओ.. बचाओ मुझे..
टैक्सी ड्राइवर हस के - चीला. तेरे चिल्ला ने से हम सभी के लन्ड पर 2 गुना जान आ जायेगा..
अर्जुन सराब ऑलरेडी खतम कर चुका था..
अर्जुन आपने मन में - ये आवाज़ जानी पहचानी लाग रही है.. कौन हो ?
इतना बोलकर अर्जुन आपने जगह से उठ कर खड़ा हो गेया.. अचानक अर्जुन के कान में सुनाई दिया " साली क्या मस्त चुत पाई है "..
इतना सुनते ही अर्जुन उशी दिसा पर अहिस्ता अहिस्ता जाने लगा...
टैक्सी ड्राइवर अपना लन्ड निकल कर लन्ड के ऊपर थूक मसल कर - लौंडिया को रात भर..
अर्जुन फाटक से सामने आ कर - इधर क्या हो राहा है..
चुमकी की नज़र अर्जुन पर गेई.. पर अर्जुन हल्का नसे में सारे बदमास को देख रहा था..
एक बदमास गुशे में - कौन है रे तू साला। ?
अर्जुन - ज़बान संभाल कर बात कर मादरचोद.. वरना तेरे माँ और बेहेन को एक ही बिस्तर पर चोदूँगा..
दुशरा बदमास गुशे से - तेरा इतना हिम्मत ..मार साले को.
इसके फायदा उठा कर चुकमि भाग निकली.. ओर जा कर पार्क के अंधेरे में एक झडिओ के पीछे छुप गेई..
फिर सब अर्जुन के ऊपर टूट पड़े.. अर्जुन एक एक को धो राहा था..
अचानक एक बदमास अर्जुन के सर पर पिस्तौल रख कर..सब मिलकर अर्जुन को बुरे तरह से पीटने लगे..अर्जुन नसे में मार खाते खाते चुप चाप वही सीमेंट के कुर्सी बार बैठ गेया..
एक बदमाश अर्जुन के सर पर पिस्तौल फिर से तान कर- निकाल तेरा ये सोने का चेन ,
फिर अर्जुन अहिस्ता अहिस्ता सारे कीमती सामान निकाल देता है..
टैक्सी ड्राइवर गुशे में - साले को नँगा करके छोड़ दो..
फिर सब मिलकर अर्जुन के सारे कपड़े फाड़ कर अर्जुन को मादरजात नंगा कर दिए..
टैक्सी ड्राइवर गुशे से - आरे भाई लोग..वो साली किधर है ?
चुमकी को सब मिलकर ढूंढने लगे पर चुमकी किधर नहीं मिली..
सब गुशे से आ कर अर्जुन सारे कपड़े को फाफ फाड़ कर - साले..तेरे वाज़ा से हम सबके शिकार हाथ से निकल गेई.. अब तेरे गाँड़ से हम सबका लन्ड..
ठीक उशी वक़्त चमकी के नंगी सरीर पर एक चूहा छलांग मारदी..
चुमकी ना चाहते हुए भी..चुमकी की मुँह से एक जोरदार चीख निकल गेई...
सब बदमास मिकर फिर से चुमकी को खडीओ से बाहर निकल कर उजाले की चम चमती हुई रोशनी पर ले आये..
चुमकी बड़े बेचैनी से - राज़ ..
अर्जुन फाटक से आंख खोल दिया.. अर्जुन के सामने चुकमि दीदी मदरजात नंगी खड़ी थी.. 5 बदमास चुमकी को जकड़ कर खड़े थे..
टैक्सी ड्राइवर बड़े बेचैन से चुमकी दीदी की एक चूची को दबा राहा था..
अर्जुन फाटक से हवा में उड़ उड़ कर अपना कारीगरी दिखाने लगा..
कोई भी अर्जुन को देख नहीं पा रहे थे.. अर्जुन तूफान की तरह सबको आपने सिक्स पैक पावर से मार राहा था..
जब 5 बदमास ने ज़मीन पर गिर गए.. तब अर्जुन सबसे पेहेले टैक्सी ड्राइवर को हाथ को पकड़ कर गुशे में..
अर्जुन खतरनाक आवाज़ के साथ - मादरचोद ... तूने इश हाथ से मेरी दीदी को छुआ.. मेरी जान को .
इतना बोलकर अर्जुन उस टैक्सी ड्राइवर के दोनों हाथ को 4 भाग में तोड़ दिया..
टैक्सी ड्राइवर की खतरनाक चीख से अर्जुन और ज़ोर ज़ोर से चिल्ला कर- तुम सब बेहेन चिद ने मेरे गुरुर को ललकारा है.. राज़ चोपड़ा को ललकारा है..
एक बदमास ने उठ कर भागने वाला था... पर अर्जुन फाटक से उड़ते हुए उस बदमास के एक पैर को उसी सीमेंट के कुर्सी पर खिंच कर आपने पावर से पर को 2 भाग से तोड़ दिया..
उस बदमास के बिचित्र चीत्कार से चुमकी की हवा निकल चुकी थी..
फिर अर्जुन दूसरे बदमास के पास जा कर - साले ..ये देख.. देख मेरे लन्ड को .. एक बार तेरी बेहेन के चुत के अंदर घुसेगा.. में 100% गयरेन्ट देता हूँ.. एक बार चुदाई से तेरी बेहेन प्रेग्नेंट हो जाएगी...
अर्जुन पास में पड़े एक लोहे के पाइप से बाकी सबकी हाथ पैर को तोड़ने के साथ साथ..
अर्जुन गुशे से - सुनो हराम के पिल्लों ..मेरा नाम है राज़ चोपड़ा.. में यसवंत चोपड़ा का बेटा हूँ.., रूपा चोपड़ा की स्वाभिमान हूँ.. मेरे परिवार केलिये में गुरुर हूँ..
तब पास में पड़े अर्जुन के मोबाइल बजने लगा.. अर्जुन फोन उठा कर गुशे सब से अंजान नंबर देख कर -केन है ?
बन्दना - हेलो में बन्दना माम् बोल रही हूं. में तुम्हारे घर पर तुम्हारा इंतज़ार कर रही हूं ..
अर्जुन गुशे से - थोड़ा सबर कर मेरी छमिया.. 2 घाटे रुक जा..
अर्जुन के मुँह से छमिया सुनकर बन्दना हस के - अब क्या कर रहे हो ?
अर्जुन - हाकी खेल रही हूं मेरी बुलबुल..
बन्दना खुसी से - ठीक है ..में आपकी राह देख रही हूँ..
फिर फोन डिस्कोनेट..
अर्जुन फिर से वो बदमास को पिटाई करते करते जब चुकमि दीदी की ओर नज़र घुमाया तब अर्जुन आपने होस वापश ले आया...
अर्जुन फाटक से इधर उधर भाग भाग कर ..आखिरकार अर्जुन को आपने फाटे शार्ट मिल गेया..
अर्जुन वही फटी शार्ट को चुमकी दीदी के तरफ फेंक कर ..दौड़ते हुए अपना कार को चुमकी दीदी के पास खड़ा करके ..कार के अंदर की लाइट ऑफ कर दिया..
चमकी की आंखों से लगातार आँसू निकल रही थी.. चुमकी फटाफट कार के पीछे साइड पर बैठ गई..
अर्जुन तूफान की तरह कार को आगे बढ़ने लगा..
सहर के बीचों बीच पब्लिक के भीड़ में अर्जुन कार को ला चुका था.. अर्जुन जान बूझ कर सामने वाले आईने को झुका लिया था.. ताकि अर्जुन आपनी सगी बड़ी बेहेन की नंगी बदन को देख ना सके..
अचानक पब्लिक के भीड़ बीचो बीच अर्जुन कार को फाटक से रोक दिया..
अर्जुन कार रोकते हो चुमकी आपनी नज़र उठा कर अर्जुन के देखने लगी..
चुमकी ये सोच रही थी कि - अब क्या किया जाए ? इतने सारे भीड़ के अंदर करन गाड़ी को क्यों रोका है ? जब कि करन के साथ साथ मे भी नंगी हूँ इस कार के अन्दर..
अर्जुन आपने कार के ग्लास को हल्का सा खुल कर ..रास्ते के सड़क पर बेच रहा ठेला वाले को पास बुला कर..
अर्जुन -एक बेडसीट , एक लुंगी ..
ठेला बाला - साहेब मेरे पास आपके लेबल का सामान नहीं है..
अर्जुन बड़े प्यार से - मेरे भाई इस वक़्त मुझे कुछ भी चलेगा.. ले आ मेरे भाई..
ठेला वाला फाटक से एक चदर ओर एक लूंगी लेकर अर्जुन को देने लगा.. उस से पेहेले अर्जुन कार के डिकी से अपना पर्स निकल कर 2 हज़ार रुपिया निकल कर ठेला वाले को दे दिया..
ठेला वाले - साहेब छूटा नहीं है ?
अर्जुन - कोई बात नहीं आपने बचे को ऊपरवाले के नाम से कपड़े पहना देना..
फिर अर्जुन कार को सीधा हबमोल के अंदर घुसा दिया..
अर्जुन कार के दूसरे ओर घुसाया...
अर्जुन - दी.. तू फटाफट चदर को लपेट कर बाहर आजा..
अर्जुन के मुँह से "दी" सुनकर चुकमि की आंख से आँसू निकलने लगी...
चुमकी कुछ समझ पाती ..उसे पेहेली अर्जुन फाटक से वही लुंगी को पेहेन कर.. आपने मोनी पर्स को उठा कर मल के गेट के सामने खड़ा राहा..
चुमकी वही सस्ती वालो चदर को आपने बदन पर लपेट कर बाहर निकली..
अर्जुन आपने सर को पटक कर चुमकी के पास आ कर - तुझे आज तक कपड़ा पहना नहीं आती..
इतना बोलकर अर्जुन ने चुमकी दीदी के चदर को उपर से पकड़ कर.. चदर के दोनों किनारे को ( left वाला किनारा right में.... right wala किनारा left में) बिपरीत दिशा में फसा कर.. सर के पीछे गर्दन के निचे गांठ कर दिया..
अर्जुन - अब चल मेरी माँ .. तेरे लिए ओर मेरे लिए कुछ कपड़े खरीद लेते है...
चुमकी अभी भी सदमे में थी...
अर्जुन के लुंगी वाला गेटउप को देख कर सब स्माइल दे रहे थे..
अर्जुन फटाफट ड्रेस के शॉप पर जा कर - आपने लिए कपड़े का ऑडर करते हुए.. चुमकी को लेकर सीधा लेडिस के गारमेंट एंड कपड़े के अंदर जा कर..
अर्जुन - मुझे yellow कलर की साढ़ी के साथ साथ .. मैचिंग वाले ब्लाउज चाहिये.. वक़्त बहोत कम है.. so pls no dicsus any other matter..
सेल्समन लेडी - sir , size ?
अर्जुन एक सांस से -36/26/36..
सेल्समैन लेडी जैसे ही सैम्पल दिखाई ..अर्जुन वेसे ही एक साढ़ी , ब्लाउज, ब्रा ओर चढ़ी को पकड़ कर .सबके सामने चुमकी को ट्रायल रूम के अंदर घुसा कर...
अर्जुन - "दी" ...में बाहर हूँ.. तू फटाफट आपने कपड़े पेहेन कर कार के पास आजा...
अर्जुन आपने ड्रेस को मर्द के ट्रायल रूम के अंदर पेहेन कर हीरो के माफी बाहर निकल कर .. काउंटर पर पेमेंट कर के सीधा कार के पास आने लगा..
इधर चुमकी आपनी बदन पर साढ़ी पेहेन कर फूल गेटउप से आकर कांउटर पर ..
चमकी - कितना बिल हुआ ?
काउंटर- माम् .. आपके हस्बैंड ऑलरेडी पेमेंट कर चुके ..
एक लेडी सेल्समैन - माम् .. आपके जोड़ी सुपर है.. आप जितनी हॉट हो ..आपसे ज्यादा आपके पति पति हॉट है..
चुमकी थोड़ी हस के (अंदर गुशे से) - एक रात केलिये चाहिए क्या ?
इतना सुनकर सभी लेडीज सेल्समैन हसने लगे..
लेडी सेल्समैन हस के - कस ऐसा हो पाता .. कम से कम दूसरे टेस्ट के शिफ्ट तो मिल जाती ...
चुमकी - शिफ्ट के साथ साथ गिफ्ट भी मिल जाएगा..
ओर एक लेडी सेल्समैन हस के - माम.. आप काफी मज़ाक वाली लेडी हो.. उपर वाले के देन से आपको जल्दी गिफ्ट मिल जाये..
चुमकी फाटक से कार के पास आने लगी..
अर्जुन - बोल तेरी सहेली की एड्रेस..
चुमकी - मुझे घर जाना है ..
अर्जुन गुशे में - चुप चाप बता ..
चुमकी फाटक से अर्जुन के चौड़े सीने से चिपक कर रोने लगी..
अर्जुन बड़े प्यार से - दीदी तुझे मेरे कसम..तू रो मत. अगर तू फिर से रोयेगी तो में अभी के अभी जिसको देखूंगा सभी को धोऊंगा...
इतना सुनकर चुमकी हस के - पिछले जनम में धोबी था क्या ?
अर्जुन हस के - ये हुई ना राज़ चोपड़ा की बेहेन.. हाँ पिछले जनम में ..में धोबी था पर इस जनम में ..में तेरे रखवाला बनकर पीईदा हुआ हूँ.. मेरी दीदी की सारी तलकिफ़ को दूर करने केलिये राज़ पीईदा हुआ है..
चुमकी हस के आपनी सहेली की एड्रेस बता कर - कौन थी वो ?
अर्जुन - कौन ?
चुमकी - आरे वही .. जिशे तू छमिया बुला राहा था..
अर्जुन कार चलाते हुए - किस को ?
चुमकी - जब तू पार्क के अंदर उस 5 बदमास को धो रहा था.. उसी वक़्त तेरे मोबाइल पर.
अर्जुन को याद आने लगा..
अर्जुन - आरे दीदी..वो ? वी मेरा दोस्त शेखर था...
चुमकी गुशे से - तू मुझे नहीं बताएगा ना ? रुक में मामा(माँ) और पापा को बताती हूँ .
अर्जुन - देख तेरी एहि ब्लैकमेल मुझे पसंद नहीं है.. आरे बाबा में सच बोल राहा हूँ..मेरी कोई गर्ल फ्रेंड नहीं है..
चमकी - लगता है तू मुझे अभी तक बेहेन नहीं समझ राहा है ?
अर्जुन दर्द भरे आवाज़ में - आरे पगली..तेरे लिए जान दे सकती हूं..तू तो मेरी अछि दीदी ओर गर्ल फ्रेंड है..
चुमकी हस के - बदमास लड़का..तू मुझे मस्का मार कर बात को घुमाने की कोसिस कर राहा है.. तुझे मेरी कसम ?
अर्जुन - दीदी तू मुझे कभी कसम मत दिला.. में एक सादी सुदा औरत के साथ अफेयर रख चुका हूँ..
चुमकी गुशे से - रुक , अभी मामा ओर पापा को बताती हूँ..
अर्जुन - दी, तू मेरी अछि दी है ना प्लीज़..
चुमकी - चल नहीं बताती.. आछा उस लेडिस की अमर कितनी होगी ?
अर्जुन फाटक से - 27
चुमकी - o my god.. तू complit सादी सुदा औरत के साथ.. कबसे ?
अर्जुन - जस्ट 10 दिन से ..
चुमकी - तुझे सरम नहीं आया ? और वो औरत को भी सरम नहीं आती..,आपने पति और बचे को धोखा दे रही है ..
अर्जुन - पति का तो पता नहीं पर उसकी अभी तक कोई बचा नहीं है ..
चुमकी - ओ.. इश्का मतलब ..
बीच मे अर्जुन - दी.., तुझे तेरे राज़ का कसम...
चुमकी - सुंदर है क्या ?
अर्जुन कार को रोक कर आपने दोनो हाथ जोड़ के - हाँ मेरी माँ .. काफी सुंदर है ..इस टॉपिक को चेंज तो कर..
चुमकी हस के -एक शर्त पर आज के पार्टी पर तुझे मेरे बॉय फ्रेंड बन कर रहेना होगा.. मेरे कलेज के सारे सहेली पार्टी में होंगे.. तुझे मेरे बॉय फ्रेंड बनकर सब से मिलना होगा..
अर्जुन गुशे से - दीदी में तेरे सगे छोटे भाई हूँ..
चुमकी - so what ? तू भी तो मुझे काल बता राहा था कि तेरे कलेज के सारे दोस्त के सामने में तेरी गर्ल फ्रेंड बनू ?
अर्जुन - दीदी ..वो मेरे दोस्त सब मेरे उमर के है.. हम सब फाटक से आंख देखा सिचुएसन को कैच कर लेंगे..
चुमकी - मेरी भी सारी सहेली सब सादी सुदा है..
अर्जुन - प्लीज् दी..
चुमकी - बोल..अभी भी वक़्त है.. वरना फोन करती हूं.. मिस्टर यसवंत चोपड़ा को ?
अर्जुन एक गहेरा सांस छिड़ के - ठीक है ..
चुमकी - मुझे भिक नहीं चाहिए..पूरा अशाली टाइप के बॉय फ्रेंड लगना चाहिए.. वरना..
बीच मे अर्जुन - हाँ मेरी माँ ..तू मामा ओर पापा को वता देगी ..
चुमकी हस कर - thats like god boy .. ..
चुमकी - राज़. रोक रोक आगेई मेरी पार्टी के प्लेस.
चुमकी ओर अर्जुन कार पार्किंग करके आते आते..
चमकी-अच्छा राज तूने ये सराब पीना कबसे सुरु किया ?
अर्जुन - मुझे माफ़ करदे मेरी माँ .. तुझे पुलिस में होना चाइये..
इतना सुनकर चुमकी दिल खोल कर हसने लगी ... चुमकी इतनी ज़ोर से हस रही थी कि सब चुमकी को देख रहे थे .
अर्जुन को जो चाहिए था.. वो अर्जुन को मिल चुका था..
अर्जुन चाहता था चुमकी दीदी पिछले सारे दर्द को भूल कर फिर से मुस्कुराए..
भले ही चुमकी अर्जुन की सगी बेहेन नहीं थी.. पर अर्जुन के दिमाग पर रूपा मामी ओर यसवंत मामा ने जो प्यार का बिज़्ज फेंक कर अर्जुन को राज चोपड़ा बना चुके थे.. उशी झूटी सान को अर्जुन दिल और दिमाग पर खुद को राज़ चोपड़ा समझ चुका था..
अर्जुन के नज़र में आज पार्क के अंदर जो हादसा हुआ.. जिसमे चुमकी दीदी ओर राज़..दोनो भाई बेहेन मादरजात नंगे खड़े थे..
वही सिचुएसन को अर्जुन भूल नहीं पा राहा था..भले ही चुमकी ये सब को क्या सोचती है.. ये चुकमि को मालूम होगी..पर राज चोपड़ा के नज़र में ये बर्दास्त के बाहर था..
इतने सब होने के बादजूद चुमकी दीदी को खुले दिल से खिल खिला कर हस्ते हुए देख कर अर्जुन के आँखों से खुसी की आँसू निकल गेया..
चुमकी दीदी अभी भी अर्जुन के बात को लेकर ज़ोर ज़ोर से हस रही थी.. चुमकी के आजु बाज़ू चुमकी की सहेलियां आकर चुमकी को देख रहे थे..
अर्जुन खुसी से चुमकी दीदी को आपने सिक्स पैक छाती से भर लिया..
अर्जुन का भाईपन के स्वभाब से चुमकी खुसी खुसी अर्जुन के बाहों में कैद हो गेई...