दूसरे अध्याय का पंद्रहवाँ भाग
राणा का सामान विरानी ट्रांसपोर्ट से उसके ठिकाने तक पहुँच जाता है राणा एक बुजुर्ग आदमी को जलाकर मार डालता है। उधर अक्ष बहुत नर्वस था सीबीआई के आनन्द से मिलने को लेकर।
आनंद से मुलाकर के बाद अक्ष उसे ड्रग्स को रोकने के लिए अपनी खोज के बारे में बताता है। अभिनव और आनंद को अक्ष की खोज पसंद आती है और उनका समझौता भी हो जाती है 110 करोड़ में।
घर आकर अक्ष जब सबको सीबीआई के साथ 110 करोड़ के समझौते के बारे में बताता है तो सभी को अक्ष पर गर्व महसूस होता है। साक्षी अक्ष से सूरत में ही रहने की बात सुनकर भौचक्की रह जाती है और बाद में वो फैसला करती है कि वो किसी भी कीमत पर अक्ष को अपने प्यार का इज़हार करके रहेगी और उसे पाकर रहेगी।
बहुत बढ़िया सर जी। देखते हैं अक्ष और साक्षी अपने मकसद में कहाँ तक कामयाब होते हैं।
राणा का सामान विरानी ट्रांसपोर्ट से उसके ठिकाने तक पहुँच जाता है राणा एक बुजुर्ग आदमी को जलाकर मार डालता है। उधर अक्ष बहुत नर्वस था सीबीआई के आनन्द से मिलने को लेकर।
आनंद से मुलाकर के बाद अक्ष उसे ड्रग्स को रोकने के लिए अपनी खोज के बारे में बताता है। अभिनव और आनंद को अक्ष की खोज पसंद आती है और उनका समझौता भी हो जाती है 110 करोड़ में।
घर आकर अक्ष जब सबको सीबीआई के साथ 110 करोड़ के समझौते के बारे में बताता है तो सभी को अक्ष पर गर्व महसूस होता है। साक्षी अक्ष से सूरत में ही रहने की बात सुनकर भौचक्की रह जाती है और बाद में वो फैसला करती है कि वो किसी भी कीमत पर अक्ष को अपने प्यार का इज़हार करके रहेगी और उसे पाकर रहेगी।
बहुत बढ़िया सर जी। देखते हैं अक्ष और साक्षी अपने मकसद में कहाँ तक कामयाब होते हैं।