Lone survivor..!!!
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क्या मास्टर पीस कहानी लिखी है आपने..
रिव्यू देने का कोई खास मतलब नहीं बनता अब
क्यूंकि कहानी का अंत हो चुका है, या फिर अंत बाकी है आप चाहो तो...
अभी कई लोग बाकी थे, कई सवाल बाकी थे..!!!
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कुछ दिन पहले ये कहानी मुझे
Aakash. या फिर
Siraj Patel जी ने सजेस्ट की थी, मुझे ये याद नहीं रहा
इसलिए दोनों को क्रेडिट दे दिया...
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शुरुआत बहुत बढ़िया थी इस कहानी की, मैं इंजीनियर तो नहीं पर आपकी कहानी से कुछ कुछ इंजिनियर वाली लाइफ जीने को मिली.. हां बेशक ये सब काल्पनिक है पर कुछ चीजें तो रिलेट कर ही सकते हैं ना,
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दोस्तो की अंडर स्टैंडिंग काफी बढ़िया देखने को मिली,
वरना आजकल तो ज़रा सी बात में ना नुकर करने लग जाते हैं, और संयम नाम की चीज ही खत्म हो गई है, जरा सी बात पर रूठ जाना... Ego type...
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सस्पेंस बनाने की अच्छी कोशिश की आपने, और ज्यादातर आप सफल भी हुए,
पर सानवी कौन है ये बात मुझे काफी पहले ही पता लग गई थी
और हां इससे ये भी पता लग गया था रायचंद ही दक्ष की मां है..
क्यूंकि सानवी दक्ष के लिए कुछ भी कर सकती थी, इवन मा के खिलाफ भी जा सकती थी, मतलब ये रिश्ता प्यार वाला था और ये प्यार सिर्फ खून के रिश्ते में ही हो सकता है, और वो भी भाई बहन वाले में, ये इसलिए क्यूंकि दक्ष सानवी के सामने कभी गाली नहीं देता था..
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लिखने को तो बहुत कुछ है, पर बस अब
दूसरी कोई ऐसी ही कहानी लिखी जाए तो बताना या फिर मन बने तो इसकी एंडिंग बदल दो प्लज.. मुझे पसंद नहीं आई...
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बेस्ट ऑफ लक