Update 9
अगले िदन मैं तैयार होकर हॉल में बैठ गया। मेरी िहम्मत एकदम से ट ू ट चुकी थी। शरीर में कमजोरी si mehsus ho rhi थी। आिखर मॉम ऐसा कै से कर सकती है।
उनको पता था की टंकी मे पानी नही होने की वजह से नल में पानी नही आ रहा था िफर भी उन्होंने इतना बड़ा नाटक िकया। आिखर क्यों? और उसके बाद एक नौकर ने
उनके साथ जो कामक्रीड़ा की वो तो देखने लायक थी। मॉम की इस हरकत की वजह से एक नौकर की इतनी िहम्मत बढ़ गई थी की वो अब मॉम के बदन से खुले आम
छेड़छाड़ करने लगा। मॉम भी उसकी हर हरकत का सीधे तौर पर समथर्न कर रही थी। ये तो साफ हो गया था की फारूक ने लगाई हुई हवस के की आग मे मॉम जलने
लगी थी। उनकी वासना साफ तौर पर भड़क उठी थी।इसिलये उन्होंने इतना बड़ा नाटक िकया होगा और फारूक को उसके मन मुतािबक अपने बदन से खेलने de Rahi थी।
कल का बाथरूम वाला दृश्य याद करके मेरा लन्ड अकड़ने लगा। मॉम नहा रही थी। तभी बेल बजी मैंने दरवाजा खोला। सामने वही फारूक खड़ा था। मैने उसे गुस्से से देखा
लेिकन वो मेरी तरफ देख मुस्कु रा रहा था।
मुझे उसे देखे के िघन आ रही थी। वो अंदर आया और झाड़ ू मारने लगा।
तभी वो झाड़ ू लगाते हुए मेरे सामने आया और हल्के से मुस्कु राने लगा। मुझे उसपर बहुत गुस्सा आ रहा था।
क्या है क्यू दांत िदखा रहे हो गंदे किहके मैने कहा
फारूक - क्यू आज नही फे के गा क्या कागज।
चल िनकल काम करके मैने कहा।
फारूक हंसते हुए - क्यू भेंचौद बेवजह धौंस िदखा था है। आज िदखा ना तेरी अकड़।
वो जानभुजकर मुझसे झगड़ा कर रहा था। उसकी इतनी िहम्मत बढ़ गई थी।
गाली सुनके मेरा िदमाग झन्ना गया और मैने उठकर जोर से झापड़ लगा िदया उसे।
Faruk- तेरी मां की चूत madarchod मार ले िजतना मारना है एक िदन तेरी मां जरूर चोद ूंगा में। उसकी टांगो को अपने कं धे पर रखकर उसकी चूत का बैंड बजाऊं गा में
देख लेना।
उसकी गाली सुनकर मेरा िदमाग घूम गया मे उसे एक झापड़ मारने ही वाला था िक tanhi mom ke room ka दरवाजा खुलने की आवाज सुनाई दी इसिलए मैं रुक
गया।
तभी मॉम हॉल में आई un dono की नजरे एक हुई तो मॉम ने अपना िसर नीचे कर िलया।
िफर वो अपना काम करने लगा। पूरे काम करते वक्त उसने एक बार भी मॉम की तरफ nhi देखा। पर मॉम बार बार नजरे चुराके उसकी तरफ़ देख रही थी।
िफर सब काम करके वो चला गया।
ऐसे ही अगले 2 िदन तक फारूक रोज आता और अपना काम करके चला जाता । Wo bas काम करते वक्त mom के बदन को ताड़ता रहता। मॉम भी उसको अपनी
तरफ देखते हुए रहती।
आज सुबह 9 बजे ही वो आ गया। उसने आते ही झाड़ ू लगाना शुरू िकया। झाड़ ू मरते हुए वो मॉम के रूम के बाहर आ गया मॉम अभी तक कमरे में ही थी। उसने मॉम के
बेडरूम के बाहर खड़े होकर मेरी तरफ चुपके से देखा मेरी पीठ उसके पीछे थी। मैं नजरे ितरछी करके उसकी तरफ उसे पता चले िबना देख रहा था। जैसे ही उसको लगा की
मेरा ध्यान उसकी तरफ नही है वैसे ही वो वो झाड़ ू मारते वो झाड़ ू मारते हुए मॉम के रूम मे घुसा पर हैरत की बात ये थी की उसने बेडरूम का दरवाजा बंद कर िदया बस
थोड़ा ही खुला रखा। Pura lock nahi kiya
ये देखक े ◌ े मेरा िदल तेजी से धड़क उठा। मैं जल्दी से उठके मॉम के बेडरूम की िखड़की के पास गया और मैने अपनी आं ख उस िखड़की की दरार पर लगा दी।
मुझे रूम का पूरा नजारा िदखने लगा। मॉम का रूम काफी सजा हुआ था इसिलए फारूक खड़ा होकर पूरे रूम को तसल्ली से िनहार रहा था।
मॉम के बाथरूम का दरवाजा खुलने की आहट सुनकर वो नीचे झुका और झाड़ ू लगाने लगा।
मॉम बाहर आई और उनकी नजर जैसे ही झाड़ ू लगाते हुए फारूक पर पड़ी वो एक जगह पर रुक कर उसे देखने लगी।
वो खड़ा हुआ और मॉम को ऊपर से नीचे घूरने लगा। मॉम भी उसको अपनी तरफ घूरते हुए देख रही थी।
मॉम ने नीले कलर की साड़ी और नीले रंग का स्लीवलेस ब्लाउज पहना हुआ था। मॉम के खुले गीले बाल, बड़े से बूब्स,Adhi se ज्यादा नंगी बेदाग kamar और उसपर
चमक रहे पानी की बूंदे मॉम बहुत कामुक बना रही थी।मॉम दरवाजे की तरफ देखकर - दरवाजा क्यू लगाया तुमने।
फारूक - मालिकन हवा से लग गया होगा शायद।
मॉम - अंिकत कहा है।
फारूक - वो हॉल में बैठा है मालिकन उसने मॉम के बूब्स को झांकते हुए कहा।
िफर वो झाड़ ू मारने लगा और मॉम ड्रेिस ं ग टेबल के शीशे के सामने झुककर तौिलए से बाल पोंछने लगी। िजससे उनकी बड़ी सी गांड अपनी पूरी औकात मैं बाहर आ गई।
वो झाड़ ू लगाते हुए मॉम की पूरी नंगी पीठ से लेकर गांड को घूर रहा था। मॉम भी आईने(शीशे) में से उसको पीछे से ताड़ते हुए देख रही थी।
उन दोनो की नजरे आईने में एक हो रही थी। तभी मॉम ने तौिलए से बाल पोंछना बंद िकया। और ब्लाउज के पीछे गदर्न के पास की डोरी को बांधने लगी पर मॉम से डोरी
बंध नही रही थी क्योंिक उनका ध्यान फारूक की तरफ था। इसिलए उनका मन िवचिलत हो गया था।
तभी फारूक मॉम की तरफ आया उसे अपने पास आता dekh mom ghabra गई। वो मॉम के एकदम करीब आया और मॉम कु छ कहती इससे पहले उसने मॉम के
ब्लाउज की डोरी को दोनो हाथो से पकड़ा और गांठ मार दी। और अगले ही पल उसने मॉम की नंगी पीठ पर एक चुम्मा जड़ िदया।
मॉम को उसके होंठो का अहसास जैसे ही अपनी िचकनी पीठ पर हुआ वैसे ही मॉम जल्दी से उसकी तरफ मुड़ी।
अब मॉम और वो एकदम एकदुसरे के पास खड़े थे। मॉम की सांसे भारी हो गई थी िजससे उनके बूब्स ऊपर नीचे होने लगे। मॉम उसको अपने बूब्स को घूरते हुए देख रही
थी।
फारूक- थप्पड़ मािरए ना मालिकन। मैने आपकी नंगी पीठ पर चुम्मा िलया है। मािरये ना। उस िदन आपने मुझे आपकी नाभी को चूमने पर थप्पड़ मारा था ना। ये सुनते ही
मॉम ने अपना हाथ उसे मारने के िलए उठाया पर मॉम अचानक रुक गई
उसने मॉम के उठे हुए हाथ को पकड़ा और अपने गाल पर हल्के से थप्पड़ मारने लगा।
थप्पड़ मािरये मालिकन नही तो मैं आपकी गांड मारूं गा। बड़ी गद्देदार गांड़ है आपकी।
उसकी बाते सुनकर मॉम हक्की बक्की होकर उसे देखने लगी। वो सीधे मॉम को उनकी gand marne ki बाते उनसे कहने लगा। उनकी सांसे और गहरी हो गई।
ये सुनकर मेरा लन्ड खड़ा हो गया। मॉम ने उसके हाथ से अपने हाथ को छ ु ड़ाया और वैसी ही उसकी तरफ देखे हुए खड़ी रही।
उसने मॉम की नंगे पेट पर दायां हाथ रख िदया और मॉम के िचकनी गोरे पेट को मॉम की आं खों में देखकर सहलाने लगा।
फारूक - आप बहुत माल औरत हो मालिकन मैने आपकी जैसी खूबसूरत औरत आज तक नही देखी।
बात करते वक्त वो लगातार मॉम के िचकने पेट को सहलाए जा रहा था।
पहलीबार कोई मॉम के नंगे पेट को इस तरह सहला रहा था और मॉम चुप चाप खड़ी देख रही थी और वो भी हमारा नौकर था।
फारूक - आपके भड़काऊ बदन को देखकर मैं बार बार बेकाबू हो रहा हु मालिकन। उसने अपने हाथ को मॉम के पेट से हटाया और बीच की उं गली अपने मुंह मै डालकर
बाहर िनकाली। उसकी उं गली पूरी तरह उसके थूक से सन चुकी थी।
उसने मॉम की तरफ देखकर उनके ढके हुए पेट के पल्लू को बाजू करके थूक से सनी उं गली को मॉम की गहरी navel मैं डाल दी और उं गली को navel मैं घुमाने लगा।
जैसे ही उसने उं गली से मॉम की navel को छ ु आ वैसे ही मॉम की हल्की सी िससकी िनकली। मॉम की आं खे भारी होने लगी।
फारूक मॉम की navel को उं गली से छेड़ते हुए - बहुत कामुक गहरी नाभी है मालिकन आपकी। जबसे इसे चूमा है। मुझे रात को नींद नहीं आ रही है। आपकी इस नाभी
को चूमने के िलए मैं िकतने भी थप्पड़ खाने को तैयार हु।
उसके द्वारा navel सहलाने से मॉम की िससिकयां िनकलने लगी थी। मॉम बार बार अपनी आं खे बंद करने लगी।
मेरा बुरा हाल हो चुका था। मुझे मॉम का एक अलग ही रूप देखने को िमल रहा था। सच कहते है वासना में कोई भी अंधा हो जाता हैं। मॉम उसको भरी आं खों से िनहार रही
थी। उनके होंठ भी थरथरा रहे थे।
उसने मॉम के navel से उं गली िनकाली और उं गली को मॉम के सामने चूसने लगा। मॉम का िचकने गोरे पेट पर उसके हाथो का गंदा सा मैल लगा हुआ था। उसने िफर मॉम
की कमर पर हाथ रख िदया।
तभी मॉम तेजी से ड्रेिस ं ग टेबल की तरफ मुड़ी और अपनी सांसों को काबू करने लगी। मॉम की सांसे उखड़ चुकी थी। वो काफी तेजी से सांसे लेकर छोड़ने लगी।
मुड़ने की वजह से पूरी नंगी पीठ फारूक के सामने आ गई। िजसपर िसफर् ब्लाउज की एक पट्टी और एक डोरी थी।
गीले बालों की वजह से बालों से हल्की हल्की पानी की बूंदे पीठ से होकर नीचे बह रही थी। मॉम का िसर नीचे था
फारूक के मुंह पर एक कु िटल मुस्कान तैर गई। जैसे उसने कोई जंग जीत ली हो। उसने मॉम की िचकनी पीठ से neche tak घूरते हुए अपने होंठो पर जुबान फे री।
फारूक ने अपने बाएं हाथ को मॉम की िचकनी कमर पर रखा और दाएं हाथ से अपने लन्ड को एडजस्ट करके एकदम सीधा िकया िजससे उसके पैंट का उभार बहुत बड़ा
िदखने लगा। उसने उसी तरह हाथ से उभार को पकड़े हुए मॉम से सटकर खड़ा हुआ और मॉम की चूतड की दरार में लन्ड के उभार को घुसा िदया। उसके साथ ही मॉम की
साड़ी भी मॉम के चूतड के बीच धस गई। उसने dusre हाथ को भी कमर पर रख िदया।
मॉम को अपने चूतड़ों पर उसके लन्ड की चुभन महसूस होते ही मॉम ने चेहरे को ऊपर िकया और आईने में उसकी तरफ देखा। उसने मॉम के बालो को एक तरफ िकया और
िचकनी पीठ पर हल्के से चूमने लगा।वो मॉम की कमर को दोनो बाजू से सहलाते हुआ बदन के हर एक कटाव को छ ू कर महसूस करने लगा।वो बार बार मॉम की पीठ को चूमते हुए मॉम की कमर को ऊपर से
नीचे तक सहलाकर दबाने लगा।
मॉम की हल्की सी िससकीया िनकालना जारी था। फारूक कोई जल्दबाजी नहीं कर रहा था।
उसने हल्के हल्के मॉम की गांड पर लन्ड के उभार को िघसना शुरू िकया।
अंदर का माहौल काफी गरम हो चुका था। मॉम बहक रही थी और अपने चूतड पर उसके लन्ड को महसूस कर रही थी। उनको ये तक ध्यान नहीं था की में घर में मौजूद हु
मॉम ने आईने से उसकी तरफ देखा उनकी नजरे एक हुई। उसने मॉम की तरफ देखकर पीठ को चूमना छोड़ लन्ड से धक्के लगाते हुए मॉम के गदर्न को सूंघने लगा।
फारूक - उफ्फ क्या सुगंध आती है मालिकन आपके बदन से। मैं तो दीवाना हो गया हू इस खुशबू का । लानत है मािलक पर जो इतनी गदराई बीवी को छोड़ कर पैसों के
पीछे भागते हैं। अगर मैं होता तो रोज आपकी चूत मारता
ऐसा कहकर उसने मॉम की गांड पर जोर से धक्का मारा।
वो मॉम की गोरी बेदाग कमर को मसलते हुए उनकी पीठ पर चूमे जा रहा था। मॉम के िसर पर वासना हावी हो गई। वो मॉम को सीधे चोदने की बाते करने लगा और मॉम
उसकी बातो से और गरम होने लगी।
मॉम - aisiii bateiin matt kroo ahhh chotuuu plss chodooo mujheee uff
Faruk - सच कह रहा हु मालिकन िकतना गोरा और िचकना बदन है मालिकन आपका। इस िचकनी कमर को देखकर िकतने दोनो से िहला रहा हु मै इसे छ ू कर धन्य हो
गया मैं। आप नाजुक फू ल की तरह है मालिकन और फू ल को मसलने पर उसकी खुशबू और बढ़ जाती है इसिलए मैं आपको मसलके आपकी खुशबू और बढ़ाऊं गा। हर फू ल
के िलए कोई न कोई भंवरा जरूर होता है। इसिलए मुझे आपका भंवरा बना लीिजए मालिकन
वो मॉम के बदन के मजे लेते हुए गरम बाते करके मॉम को बहका रहा था और मॉम बहक रही थी।
उसके द्वारा कमर मसलने से मॉम की गोरी कमर लाल hogai। मेरी पढ़ी िलखी मॉम को एक गंवार के हाथ का िखलौना बनता देख मुझे एक तरफ गुस्सा भी आ रहा था
और उत्तेजना भी महसूस हो रही थी। वो खुले आम मॉम के सामने चूत , गांड ,चोदना ये शब्द बोल रहा था।
फारूक मॉम के चूतड के अब अंदर तक अपने उभार को घुसने लगा। मॉम अधखली आं खो से देखते हुए िससिकयां ले रही थी।
फारूक - देिखए मालिकन मेरा खड़ा लन्ड आपकी सेवा kene ke liye taiyar hai। करने दीिजए आपके नोकर को अपनी सेवा। थूक लगाकर मैं आपकी चूत चोद ूंगा
और तेल लगाकर आपकी गांड मारूं गा ।
मॉम - ufff aiiiii ahhhhh plssss hmmmm jaoooo yahaaa see
Faruk - मािलक आप पर जरा भी ध्यान नहीं देते मालिकन। आपके इस भरे बदन को एक सख्त लन्ड की जरूरत है।मुझे एक मौका दीिजए मैं आपके सारे बदन की प्यास
िमटा द ूंगा। आपकी चूत चूसकर लाल करद ूंगा।
आपकी इस मटकती गांड को याद करके िकतनी बार मैने अपना पानी िनकाला है पूिछए मत। आपकी इस गांड को एक अच्छे मदर् की तलाश है। और मैं ही वो मदर् हूं।
आपको मेरे िलए अपनी टांगे खोलनी होगी मालिकन।
िफर देखना की मै आपका नोकर कै से आपकी सेवा करता है। मैं आपको चुदाई का भरपूर सुख द ूंगा मालिकन
वो मॉम को गंदी बाते करके बहका रहा था। आज तक मॉम ने ऐसे शब्द सुने भी नही होंगे इसिलए उनको भी ये सुनकर उत्तेजना हो रही थी शायद।
उसने अपने चेहरे को मॉम के िसर के पीछे छ ु पाया तािक मॉम को उसका चेहरा न िदख सके । िफर फारूक ने अपने लन्ड से सटे हुए मॉम की बड़ी गांड की तरफ देखा।
उसके मुंह पर एक शैतानी हसी दौड़ गई उसने अपनी आं खे बंद कर ली और कसके मॉम की मांसल कमर को दबाया । िफर उसने हल्के से मॉम की गांड पर अपने लन्ड को
रगड़ते हुए मॉम की नरम गांड को अच्छे से महसूस करने लगा। वो मॉम की गांड को रगड़ते हुए ऐसा मुंह बना रहा था जैसे उसको असीम आनंद िमल रहा था। वो बहुत आढ़ा
टेढ़ा मुंह बनाके मजे ले रहा था।
उसको आनंद िमलता भी कै से नही।उसकी औकात भी नही थी मॉम जैसी औरत के तरफ देखने की। पर आज वो उस औरत की गांड पर लग रगड़ रहा था उसी के घर मैं।
तभी हॉल का टेलीफोन की िर ं ग जोर से बजने लगी। फोन की घंटी सुनकर मॉम को होश आया और वो एकदम सीधी खड़ी हो गई और उसको अपने से द ू र धके ल िदया।
मैंने जल्दी से हॉल मैं आकर फोन को उठाया। गांव से दादी का फोन था। मैं दादी से बात करने लगा तभी मॉम अपने कमरे से बाहर आकर मेरे पास सोफे पर बैठ गई और
फारूक िकचन में चला गया। उसके बाद वो बचा हुआ काम करके िनकल गया।
उसके जाने के बाद मॉम ऐसे बरताव kr rahi thi जैसे िक वो िकतनी सती सािवत्री हो । पर थोड़ी देर पहले यही सती सािवत्री मेरी मॉम उस नौकर से अपनी गांड को रगड़वा रही थी। अपने बदन से उस भद्दे लड़के को खेलने दे रही थी। और तो और उसके मुंह से अश्लील बाते सुन कर गरम हो रही थी।
मैं सोच में पड़ गया था िक क्या मॉम सच में उससे चूद जायेगी। ये सोचकर िफर से मेरा खड़ा होने लगा।
वो िदन भी ऐसे ही िनकल गया।