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Adultery Meri fantasy ( Adultery/Romance)

Avkash

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Bhai ponam ko padane jana hai subh ut ke .
 
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रवि काफी देर तक सोये रहा।हालांकि कविता उसको उठाने आयी थी।।लेकिन उसने बोल दिया की उसकी तबियत ठीक नही है।


वही सुनीता को तो काम करना ही था।।तबियत उसकी भी ठीक नही थी,पूरे बदन मैं दर्द उठ रहा था।लेकिन काम मैं लगी रही।


दीपिका घर के काम में लगी रही कि उसके घर से उसकी माँ फ़ोन की।।


दी:: हेल्लो।।


माँ:: हेल्लो दीपा।।


दी:: हां मम्मी प्रणाम।


माँ:: खुस रह।क्या कर रही है।( थोड़ा टेंशन में)



दी:: कुछ नही।घर का ही काम।आज सुबह सुबह कैसे फ़ोन की??



माँ:: कुछ नही।वो नीमा का फोन आया तुझे??



दी:: नही तो क्यों? क्या हुआ??( सीरियस हो के)



माँ:: अरे वो लड़के की माँ नही रही।( टेंशन मैं)



दी: क्या???( हैरान हो के)

कैसे कब?( चेयर में बेठेते हुए)



माँ:: कल ही तो हुई है।।हार्ट अटैक आया कह रहे है। तेरे पापा गए हैं।तेरे चाचा के साथ।


दी:: ओह्ह।।अब??



माँ::क्या होता है अब।देखो शादी तो नही होगी अब।तेरे पापा आएंगे तक़ब् देखेंगे।। नीमा भी क्या करती है बेचारी रो रही थी कल।।( दुखी हो के)



दी:: ह्म्म्म।।। ये लोग भी तो ऐसे ही हैं।।अच्छा खासा वो लोग कह रहे थे। जनवरी में कर देते हैं।इन्ही लोगो को हुई।ठंडा होता है।अब करेंगे।( गुस्सा होते हुवे)


माँ:: अब तेरे पापा ये ही तो बोल रहे थे।।इतना लंबा टाइम मत रखो। 6 महीना या 1 साल तक तो नही करेंगे।शायद।पता नही क्या करते है।

वो जो गीता के लिए बोल रहे थे।बहुत बार फ़ोन कर दिये हैं।क्या करे??( थोड़ा डरते हुए)



दी:: अरे मना करो न।ओर क्या? इतनी क्या जल्दी हो रही ह तुम लोगो को मुजे समझ नही आता।

अरे उसकी जॉब तो लगने दो।क्या करेगी शादी करके।।नही करनी है।।( थोड़ा गुस्से से)



माँ:: तेरे पापा भी बीमार रहते हैं बेटा।।हो जाती अभी तो ठीक था।।मकान भी बनाना है।सोनू भी अब जो करता है।तब सोच रहे थे कि कर देते तो ठीक था।। पढ़ तो ससुराल में भी लेगी।।( डरते हुए धीरे से)



दी:: हां एक मैंने पढ़ लिया ।और एक वो भी पढ़ लेगी।जो करना है करो।मुझसे मत पूछो।।ठीक है मुझे काम है बहुत।



और ये कह के दीपिका ने फोन रख दिया।।

नीमा को फ़ोन करना चाहती थी।लेकिन सोचा बाद में करेगी।



ओर घर के काम में लग गयी।।दीपिका को बहुत बुरा लग रहा था।।कहा वो सोच रही थी कि शादी में जाएगी।।लेकिन अब सब बेकार हो गया था।


वही रवि दिन में उठा।।और नहा के आगे साइड चला गया।।

दीपिका तो आने ही टेंशन में थी।तो आज रवि के तरफ ड़याँ भी नही गया।।।


रवि भी नास्ता करके अपने रूम को चला गया।और अपनी बेड शीट बदल ली।।


बैठ के पढ़ाई करने लगा।। दिन मैंने आगे साइड गया खाना खाने। तब दीपिका ओर कविता बात कर रहे थे तो पता चला कि नीमा की शादी अभी नही हो रही है।


दीपिका ने नीमा से बात भी की।।वो दुखी थी।।।तो दीपिका ने उससे छुट्टी ले कर यहाँ आने को बोल दिया था।


लेकिन ये बात रवि को नही पता थी। उसने खाना खाया।और अपने रूम को चला गया।।



वही दिन में सुरेश का फोन आया कि वो शाम को घर आ रहा है।रवि को ये भी नही पता था।।


खेर दिन में रवि को ध्यान आया कि उसने शिल्पा के लिए रूम नही देखा।।तो टाइम देखा और ट्यूशन के लिए थोड़ा पहले चला गया विवेक के घर।


विवेक के घर पहुंचा तो देखा सब सो रहे हैं।।रवि चुप चाप विवेक के रूम में गया ओर उसको उठाया।।


विवेक तो गहरी नींद में था लेकिन रवि ने उसको उठा ही लिया।



रवि ने उससे रूम के लिए पूछा तो विवेक ने बोला कि वो पापा से बात कर ले शाम को।


रवि ने उसको बोला की वो बात करके बताये तो विवेक ने मन कर दिया।क्योंकि उसकी अपने पापा से बहुत फटती थी।


रवि ने सोचा कि वो अब खुद ही पूछ लेगा।।ऐसे ही दोनों ट्यूशन को चले गए।


शाम को रवि विवेक के घर आया।।जाहिर सी बात थी विवेक के पापा तो नहीं थे।।।तो रवि ने उसकी मां से बात की तो उन्होंने भी विवेक के पापा से पूछ कर बताने को कहा।



रवि विवेक के घर के अंदर नही गया।।।बस बाहर से ही लौट गया।।


तभी उसने देखा अंजू अपने बच्चों के साथ बाहर घूम रही है।।रवि ने अंजू को देखा तो रुक गया।।।और अंजु के बच्चों से बात करने लगा।।जबकि अंजू रवि ओर अपने बच्चों की बात सुन के बस मुस्कुरा रही थी।।


b55780707ac6f96dfc97c021914248d6
रवि अंजू से भी बात करना चाह रहा था।।लेकिन अंजू चुप थीं,तो उसने हिम्मत करके उससे पूछा।।



र:: वो आपकी जॉब का कुछ हुआ??( साइकल में बैठे हुए)



अ::हाँ हो जाएगा अब देखो कब तक होता है।।चाचा जी लगे तो हैं।।।( बिना रवी से नज़र मिलाये अपने बेटे के सिर पे हाथ फेरते हुए)


र: तो फिर यही रहोगे या कही और??(धीरे से)



अंजू को समझ नही आया कि क्या बोले तो बस बोल दी।।



अ: वो अभी पता नही ।।कहा मिलती है पोस्टिंग तब देखूंगी। ( हडबडी में )



र: हम्म।।।ठीक है में चलता हूं।।रात को अकेले सोते हो??( चलते हुए ज़ल्दी से )



अंजू की धड़कन बढ़ गयी।।और बोली।।



अ: नही नही।।वो रूमा भी सोती है।।।ठीक है में जाती हु ,चलो बेटा।।( अपने बच्चों का हाथ ज़ोर से पकड के घर के तरफ़ जाती हुई)



रवि अंजू को पीछे से देखने लगा। जो कि बहुत तेज़ी से घर के तरफ जा रही थी।।


वो अपने मन मैं सोचने लगा।।



मैने कुछ गलत कह दिया क्या?? ये तो भाग गई। सच में इन लोगो को कोई नही समझ सकता।।।

( मुह बना के)



वही अंजू घर तो आ गयी।।।लेकिन मन में बहुत सवाल थे।


एक तरफ तो खुसी थी कि रवि उससे बात करने को बेचैन लग रहा है।

वही दुसरी तरफ वो दर रही थी कि वो अब एक विधवा है।उसके लिए ये करना ठीक नही है। अगर किसी को पता चल गया तो??


वही उसका मन दलीलें देने लगा कि पहले भी तो वो रवि के करीब चली गईं थी।।रवि अच्छा लड़का है

लेकिन उसको बार बार अपने विधवा होने की बात याद आती की अब इन सब की उसके जीवन में कोई जगह नही है।।



अंजू अपने आप से ही दुखी हो गयी।।।और फैसला की, कि वो रवि से दूर रहेगी।।।जितना हो सके।।



खेर रवि घर आया। तो देखा सुनीता का पति और ससुर भी आ गऐ थे।


रवि अपने रूम में पढ़ रहा था। सुनीता अंदर काम में लगी थी।।


रवि को आने में देर हो गयी थी तो पूनम जो आयी थी दूध लेने वो चले गई थी।


पूनम के माँ बाप आ गए थे।।तो अब तो रवि को भी नही बुला सकती थी।।



वही रात को जब विवेक के पापा आये तो उसकी माँ ने रूम के लिए पूछा।।


पहले तो विवेक के पिता जी ने मना कर दिया था।।।लेकिन जब उसकी माँ ने बोला कि एक लड़की है, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में नौकरी करती है।और रवि के जान पहचान की है,तो उन्होंने एक बार मिलने को बुलाने को बोला।।


खेर रवि रूम म पढ़ रहा था।।वही 9 बजे करीब सुरेश आ गया था।।


कविता और सुरेश दोनो बात कर रहे थे। जबकि दीपिका ओर सुरेश की ज्यादा बात नही हुई।


रवि उपर आया और सुरेश को घर आया देख थोड़ा हैरान हुआ ,ओर फिर रवि साथ में बैठ के बात करने लगा।।


ऐसे ही रात हो गयी। रवि अपने रूम मै था,तो तभी सुरेश आया।।और रवि को इशारे से बुलाया। और दोनों गौशाला की छत के ओर चले गए।



क्रमशः।।
 
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agmr66608

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रवि काफी देर तक सोये रहा।हालांकि कविता उसको उठाने आयी थी।।लेकिन उसने बोल दिया की उसकी तबियत ठीक नही है।


वही सुनीता को तो काम करना ही था।।तबियत उसकी भी ठीक नही थी,पूरे बदन मैं दर्द उठ रहा था।लेकिन काम मैं लगी रही।


दीपिका घर के काम में लगी रही कि उसके घर से उसकी माँ फ़ोन की।।


दी:: हेल्लो।।


माँ:: हेल्लो दीपा।।


दी:: हां मम्मी प्रणाम।


माँ:: खुस रह।क्या कर रही है।( थोड़ा टेंशन में)



दी:: कुछ नही।घर का ही काम।आज सुबह सुबह कैसे फ़ोन की??



माँ:: कुछ नही।वो नीमा का फोन आया तुझे??



दी:: नही तो क्यों? क्या हुआ??( सीरियस हो के)



माँ:: अरे वो लड़के की माँ नही रही।( टेंशन मैं)



दी: क्या???( हैरान हो के)

कैसे कब?( चेयर में बेठेते हुए)



माँ:: कल ही तो हुई है।।हार्ट अटैक आया कह रहे है। तेरे पापा गए हैं।तेरे चाचा के साथ।


दी:: ओह्ह।।अब??



माँ::क्या होता है अब।देखो शादी तो नही होगी अब।तेरे पापा आएंगे तक़ब् देखेंगे।। नीमा भी क्या करती है बेचारी रो रही थी कल।।( दुखी हो के)



दी:: ह्म्म्म।।। ये लोग भी तो ऐसे ही हैं।।अच्छा खासा वो लोग कह रहे थे। जनवरी में कर देते हैं।इन्ही लोगो को हुई।ठंडा होता है।अब करेंगे।( गुस्सा होते हुवे)


माँ:: अब तेरे पापा ये ही तो बोल रहे थे।।इतना लंबा टाइम मत रखो। 6 महीना या 1 साल तक तो नही करेंगे।शायद।पता नही क्या करते है।

वो जो गीता के लिए बोल रहे थे।बहुत बार फ़ोन कर दिये हैं।क्या करे??( थोड़ा डरते हुए)



दी:: अरे मना करो न।ओर क्या? इतनी क्या जल्दी हो रही ह तुम लोगो को मुजे समझ नही आता।

अरे उसकी जॉब तो लगने दो।क्या करेगी शादी करके।।नही करनी है।।( थोड़ा गुस्से से)



माँ:: तेरे पापा भी बीमार रहते हैं बेटा।।हो जाती अभी तो ठीक था।।मकान भी बनाना है।सोनू भी अब जो करता है।तब सोच रहे थे कि कर देते तो ठीक था।। पढ़ तो ससुराल में भी लेगी।।( डरते हुए धीरे से)



दी:: हां एक मैंने पढ़ लिया ।और एक वो भी पढ़ लेगी।जो करना है करो।मुझसे मत पूछो।।ठीक है मुझे काम है बहुत।



और ये कह के दीपिका ने फोन रख दिया।।

नीमा को फ़ोन करना चाहती थी।लेकिन सोचा बाद में करेगी।



ओर घर के काम में लग गयी।।दीपिका को बहुत बुरा लग रहा था।।कहा वो सोच रही थी कि शादी में जाएगी।।लेकिन अब सब बेकार हो गया था।


वही रवि दिन में उठा।।और नहा के आगे साइड चला गया।।

दीपिका तो आने ही टेंशन में थी।तो आज रवि के तरफ ड़याँ भी नही गया।।।


रवि भी नास्ता करके अपने रूम को चला गया।और अपनी बेड शीट बदल ली।।


बैठ के पढ़ाई करने लगा।। दिन मैंने आगे साइड गया खाना खाने। तब दीपिका ओर कविता बात कर रहे थे तो पता चला कि नीमा की शादी अभी नही हो रही है।


दीपिका ने नीमा से बात भी की।।वो दुखी थी।।।तो दीपिका ने उससे छुट्टी ले कर यहाँ आने को बोल दिया था।


लेकिन ये बात रवि को नही पता थी। उसने खाना खाया।और अपने रूम को चला गया।।



वही दिन में सुरेश का फोन आया कि वो शाम को घर आ रहा है।रवि को ये भी नही पता था।।


खेर दिन में रवि को ध्यान आया कि उसने शिल्पा के लिए रूम नही देखा।।तो टाइम देखा और ट्यूशन के लिए थोड़ा पहले चला गया विवेक के घर।


विवेक के घर पहुंचा तो देखा सब सो रहे हैं।।रवि चुप चाप विवेक के रूम में गया ओर उसको उठाया।।


विवेक तो गहरी नींद में था लेकिन रवि ने उसको उठा ही लिया।



रवि ने उससे रूम के लिए पूछा तो विवेक ने बोला कि वो पापा से बात कर ले शाम को।


रवि ने उसको बोला की वो बात करके बताये तो विवेक ने मन कर दिया।क्योंकि उसकी अपने पापा से बहुत फटती थी।


रवि ने सोचा कि वो अब खुद ही पूछ लेगा।।ऐसे ही दोनों ट्यूशन को चले गए।


शाम को रवि विवेक के घर आया।।जाहिर सी बात थी विवेक के पापा तो नहीं थे।।।तो रवि ने उसकी मां से बात की तो उन्होंने भी विवेक के पापा से पूछ कर बताने को कहा।



रवि विवेक के घर के अंदर नही गया।।।बस बाहर से ही लौट गया।।


तभी उसने देखा अंजू अपने बच्चों के साथ बाहर घूम रही है।।रवि ने अंजू को देखा तो रुक गया।।।और अंजु के बच्चों से बात करने लगा।।जबकि अंजू रवि ओर अपने बच्चों की बात सुन के बस मुस्कुरा रही थी।।


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रवि अंजू से भी बात करना चाह रहा था।।लेकिन अंजू चुप थीं,तो उसने हिम्मत करके उससे पूछा।।



र:: वो आपकी जॉब का कुछ हुआ??( साइकल में बैठे हुए)



अ::हाँ हो जाएगा अब देखो कब तक होता है।।चाचा जी लगे तो हैं।।।( बिना रवी से नज़र मिलाये अपने बेटे के सिर पे हाथ फेरते हुए)


र: तो फिर यही रहोगे या कही और??(धीरे से)



अंजू को समझ नही आया कि क्या बोले तो बस बोल दी।।



अ: वो अभी पता नही ।।कहा मिलती है पोस्टिंग तब देखूंगी। ( हडबडी में )



र: हम्म।।।ठीक है में चलता हूं।।रात को अकेले सोते हो??( चलते हुए ज़ल्दी से )



अंजू की धड़कन बढ़ गयी।।और बोली।।



अ: नही नही।।वो रूमा भी सोती है।।।ठीक है में जाती हु ,चलो बेटा।।( अपने बच्चों का हाथ ज़ोर से पकड के घर के तरफ़ जाती हुई)



रवि अंजू को पीछे से देखने लगा। जो कि बहुत तेज़ी से घर के तरफ जा रही थी।।


वो अपने मन मैं सोचने लगा।।



मैने कुछ गलत कह दिया क्या?? ये तो भाग गई। सच में इन लोगो को कोई नही समझ सकता।।।

( मुह बना के)



वही अंजू घर तो आ गयी।।।लेकिन मन में बहुत सवाल थे।


एक तरफ तो खुसी थी कि रवि उससे बात करने को बेचैन लग रहा है।

वही दुसरी तरफ वो दर रही थी कि वो अब एक विधवा है।उसके लिए ये करना ठीक नही है। अगर किसी को पता चल गया तो??


वही उसका मन दलीलें देने लगा कि पहले भी तो वो रवि के करीब चली गईं थी।।रवि अच्छा लड़का है

लेकिन उसको बार बार अपने विधवा होने की बात याद आती की अब इन सब की उसके जीवन में कोई जगह नही है।।



अंजू अपने आप से ही दुखी हो गयी।।।और फैसला की, कि वो रवि से दूर रहेगी।।।जितना हो सके।।



खेर रवि घर आया। तो देखा सुनीता का पति और ससुर भी आ गऐ थे।


रवि अपने रूम में पढ़ रहा था। सुनीता अंदर काम में लगी थी।।


रवि को आने में देर हो गयी थी तो पूनम जो आयी थी दूध लेने वो चले गई थी।


पूनम के माँ बाप आ गए थे।।तो अब तो रवि को भी नही बुला सकती थी।।



वही रात को जब विवेक के पापा आये तो उसकी माँ ने रूम के लिए पूछा।।


पहले तो विवेक के पिता जी ने मना कर दिया था।।।लेकिन जब उसकी माँ ने बोला कि एक लड़की है, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में नौकरी करती है।और रवि के जान पहचान की है,तो उन्होंने एक बार मिलने को बुलाने को बोला।।


खेर रवि रूम म पढ़ रहा था।।वही 9 बजे करीब सुरेश आ गया था।।


कविता और सुरेश दोनो बात कर रहे थे। जबकि दीपिका ओर सुरेश की ज्यादा बात नही हुई।


रवि उपर आया और सुरेश को घर आया देख थोड़ा हैरान हुआ ,ओर फिर रवि साथ में बैठ के बात करने लगा।।


ऐसे ही रात हो गयी। रवि अपने रूम मै था,तो तभी सुरेश आया।।और रवि को इशारे से बुलाया। और दोनों गौशाला की छत के ओर चले गए।



क्रमशः।।
बहुत बढ़िया। आज अचानक देवनागरी लिपि मे लिख कर चौंका दिये है मित्र। जानता हूँ इसमे लिखने मे थोड़ा कठिनाई होता है लेकिन पड़ने वाले का तो बल्ले बल्ले। आगे बढ़िए और हम लोग अनुच्छेद पड़ते रहेंगे। एक अनुरोध है की दीपिका और रवि के बीच ऐसा संपर्क थोड़ा अजीब लग रहा है। देखिये कुछ हो सकता है की नहीं क्योंकि मन मुटाव मे दीपिका अगर चली गयी ससुराल मे तो रिस्ता पूरा के पूरा खटाई मे पड़ने का संभावना होगी।आगे आपकी मर्जी। धन्यबाद।
 

Saim1005

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bro
रवि काफी देर तक सोये रहा।हालांकि कविता उसको उठाने आयी थी।।लेकिन उसने बोल दिया की उसकी तबियत ठीक नही है।


वही सुनीता को तो काम करना ही था।।तबियत उसकी भी ठीक नही थी,पूरे बदन मैं दर्द उठ रहा था।लेकिन काम मैं लगी रही।


दीपिका घर के काम में लगी रही कि उसके घर से उसकी माँ फ़ोन की।।


दी:: हेल्लो।।


माँ:: हेल्लो दीपा।।


दी:: हां मम्मी प्रणाम।


माँ:: खुस रह।क्या कर रही है।( थोड़ा टेंशन में)



दी:: कुछ नही।घर का ही काम।आज सुबह सुबह कैसे फ़ोन की??



माँ:: कुछ नही।वो नीमा का फोन आया तुझे??



दी:: नही तो क्यों? क्या हुआ??( सीरियस हो के)



माँ:: अरे वो लड़के की माँ नही रही।( टेंशन मैं)



दी: क्या???( हैरान हो के)

कैसे कब?( चेयर में बेठेते हुए)



माँ:: कल ही तो हुई है।।हार्ट अटैक आया कह रहे है। तेरे पापा गए हैं।तेरे चाचा के साथ।


दी:: ओह्ह।।अब??



माँ::क्या होता है अब।देखो शादी तो नही होगी अब।तेरे पापा आएंगे तक़ब् देखेंगे।। नीमा भी क्या करती है बेचारी रो रही थी कल।।( दुखी हो के)



दी:: ह्म्म्म।।। ये लोग भी तो ऐसे ही हैं।।अच्छा खासा वो लोग कह रहे थे। जनवरी में कर देते हैं।इन्ही लोगो को हुई।ठंडा होता है।अब करेंगे।( गुस्सा होते हुवे)


माँ:: अब तेरे पापा ये ही तो बोल रहे थे।।इतना लंबा टाइम मत रखो। 6 महीना या 1 साल तक तो नही करेंगे।शायद।पता नही क्या करते है।

वो जो गीता के लिए बोल रहे थे।बहुत बार फ़ोन कर दिये हैं।क्या करे??( थोड़ा डरते हुए)



दी:: अरे मना करो न।ओर क्या? इतनी क्या जल्दी हो रही ह तुम लोगो को मुजे समझ नही आता।

अरे उसकी जॉब तो लगने दो।क्या करेगी शादी करके।।नही करनी है।।( थोड़ा गुस्से से)



माँ:: तेरे पापा भी बीमार रहते हैं बेटा।।हो जाती अभी तो ठीक था।।मकान भी बनाना है।सोनू भी अब जो करता है।तब सोच रहे थे कि कर देते तो ठीक था।। पढ़ तो ससुराल में भी लेगी।।( डरते हुए धीरे से)



दी:: हां एक मैंने पढ़ लिया ।और एक वो भी पढ़ लेगी।जो करना है करो।मुझसे मत पूछो।।ठीक है मुझे काम है बहुत।



और ये कह के दीपिका ने फोन रख दिया।।

नीमा को फ़ोन करना चाहती थी।लेकिन सोचा बाद में करेगी।



ओर घर के काम में लग गयी।।दीपिका को बहुत बुरा लग रहा था।।कहा वो सोच रही थी कि शादी में जाएगी।।लेकिन अब सब बेकार हो गया था।


वही रवि दिन में उठा।।और नहा के आगे साइड चला गया।।

दीपिका तो आने ही टेंशन में थी।तो आज रवि के तरफ ड़याँ भी नही गया।।।


रवि भी नास्ता करके अपने रूम को चला गया।और अपनी बेड शीट बदल ली।।


बैठ के पढ़ाई करने लगा।। दिन मैंने आगे साइड गया खाना खाने। तब दीपिका ओर कविता बात कर रहे थे तो पता चला कि नीमा की शादी अभी नही हो रही है।


दीपिका ने नीमा से बात भी की।।वो दुखी थी।।।तो दीपिका ने उससे छुट्टी ले कर यहाँ आने को बोल दिया था।


लेकिन ये बात रवि को नही पता थी। उसने खाना खाया।और अपने रूम को चला गया।।



वही दिन में सुरेश का फोन आया कि वो शाम को घर आ रहा है।रवि को ये भी नही पता था।।


खेर दिन में रवि को ध्यान आया कि उसने शिल्पा के लिए रूम नही देखा।।तो टाइम देखा और ट्यूशन के लिए थोड़ा पहले चला गया विवेक के घर।


विवेक के घर पहुंचा तो देखा सब सो रहे हैं।।रवि चुप चाप विवेक के रूम में गया ओर उसको उठाया।।


विवेक तो गहरी नींद में था लेकिन रवि ने उसको उठा ही लिया।



रवि ने उससे रूम के लिए पूछा तो विवेक ने बोला कि वो पापा से बात कर ले शाम को।


रवि ने उसको बोला की वो बात करके बताये तो विवेक ने मन कर दिया।क्योंकि उसकी अपने पापा से बहुत फटती थी।


रवि ने सोचा कि वो अब खुद ही पूछ लेगा।।ऐसे ही दोनों ट्यूशन को चले गए।


शाम को रवि विवेक के घर आया।।जाहिर सी बात थी विवेक के पापा तो नहीं थे।।।तो रवि ने उसकी मां से बात की तो उन्होंने भी विवेक के पापा से पूछ कर बताने को कहा।



रवि विवेक के घर के अंदर नही गया।।।बस बाहर से ही लौट गया।।


तभी उसने देखा अंजू अपने बच्चों के साथ बाहर घूम रही है।।रवि ने अंजू को देखा तो रुक गया।।।और अंजु के बच्चों से बात करने लगा।।जबकि अंजू रवि ओर अपने बच्चों की बात सुन के बस मुस्कुरा रही थी।।


b55780707ac6f96dfc97c021914248d6
रवि अंजू से भी बात करना चाह रहा था।।लेकिन अंजू चुप थीं,तो उसने हिम्मत करके उससे पूछा।।



र:: वो आपकी जॉब का कुछ हुआ??( साइकल में बैठे हुए)



अ::हाँ हो जाएगा अब देखो कब तक होता है।।चाचा जी लगे तो हैं।।।( बिना रवी से नज़र मिलाये अपने बेटे के सिर पे हाथ फेरते हुए)


र: तो फिर यही रहोगे या कही और??(धीरे से)



अंजू को समझ नही आया कि क्या बोले तो बस बोल दी।।



अ: वो अभी पता नही ।।कहा मिलती है पोस्टिंग तब देखूंगी। ( हडबडी में )



र: हम्म।।।ठीक है में चलता हूं।।रात को अकेले सोते हो??( चलते हुए ज़ल्दी से )



अंजू की धड़कन बढ़ गयी।।और बोली।।



अ: नही नही।।वो रूमा भी सोती है।।।ठीक है में जाती हु ,चलो बेटा।।( अपने बच्चों का हाथ ज़ोर से पकड के घर के तरफ़ जाती हुई)



रवि अंजू को पीछे से देखने लगा। जो कि बहुत तेज़ी से घर के तरफ जा रही थी।।


वो अपने मन मैं सोचने लगा।।



मैने कुछ गलत कह दिया क्या?? ये तो भाग गई। सच में इन लोगो को कोई नही समझ सकता।।।

( मुह बना के)



वही अंजू घर तो आ गयी।।।लेकिन मन में बहुत सवाल थे।


एक तरफ तो खुसी थी कि रवि उससे बात करने को बेचैन लग रहा है।

वही दुसरी तरफ वो दर रही थी कि वो अब एक विधवा है।उसके लिए ये करना ठीक नही है। अगर किसी को पता चल गया तो??


वही उसका मन दलीलें देने लगा कि पहले भी तो वो रवि के करीब चली गईं थी।।रवि अच्छा लड़का है

लेकिन उसको बार बार अपने विधवा होने की बात याद आती की अब इन सब की उसके जीवन में कोई जगह नही है।।



अंजू अपने आप से ही दुखी हो गयी।।।और फैसला की, कि वो रवि से दूर रहेगी।।।जितना हो सके।।



खेर रवि घर आया। तो देखा सुनीता का पति और ससुर भी आ गऐ थे।


रवि अपने रूम में पढ़ रहा था। सुनीता अंदर काम में लगी थी।।


रवि को आने में देर हो गयी थी तो पूनम जो आयी थी दूध लेने वो चले गई थी।


पूनम के माँ बाप आ गए थे।।तो अब तो रवि को भी नही बुला सकती थी।।



वही रात को जब विवेक के पापा आये तो उसकी माँ ने रूम के लिए पूछा।।


पहले तो विवेक के पिता जी ने मना कर दिया था।।।लेकिन जब उसकी माँ ने बोला कि एक लड़की है, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में नौकरी करती है।और रवि के जान पहचान की है,तो उन्होंने एक बार मिलने को बुलाने को बोला।।


खेर रवि रूम म पढ़ रहा था।।वही 9 बजे करीब सुरेश आ गया था।।


कविता और सुरेश दोनो बात कर रहे थे। जबकि दीपिका ओर सुरेश की ज्यादा बात नही हुई।


रवि उपर आया और सुरेश को घर आया देख थोड़ा हैरान हुआ ,ओर फिर रवि साथ में बैठ के बात करने लगा।।


ऐसे ही रात हो गयी। रवि अपने रूम मै था,तो तभी सुरेश आया।।और रवि को इशारे से बुलाया। और दोनों गौशाला की छत के ओर चले गए।



क्रमशः।।


Bro...!!!!
unable to translate 🙄🙄🙄🙄🙄🙄
 

Danny Die

New Member
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Ravi sunita ke super leta hua hanfte Raha…


Wahi sunita ki kamar ,jangh ke bich bahut Dard home laga tha..


Uske urozzo pe nishan lag gaye the…Ravi ke love bite ke…


Or bhi kaha kha the ye to ab subh hi pata lagna tha..


Kul Mila ke sunita ki halat khrab thi..



Thodi der baad Ravi uske bagal m ludak gaya..


Sunita ko itni himmat nahi thi ki wo Apne room main cahli jaye..


Bas karwat Le kar wahi pe so gayi…

Ravi bhi Kafi thank gaya tha to wo bhi so gaya..


Subh sunita ki niid khuli Roz ke hi jaise…sunita ek dam se hadbada ke uthi…Sochi ki late ho gayi…


Usnw dekha…Ravi ka per uske upper h…sunita bina kapdo ke Ravi ke sath thi..or Ravi me bhi koi kapda nahi pehna tha..


Sunita ne dhere se Ravi ka per hataya..to Ravi ki niid khuli gayi .



Niid main uska ling tana hua tha…usnw sunita ko aadhi niid m Apne agosh main Le Kiya..



Sunita Thoda ghbra gayi…or Ravi ki kalai pakadte hue fusfusa ke boli…



S:. Der ho gayi h…Deepika Didi ane wali Hogi…chor dijiye…..( whisper karte hue Ravi ka hath pakdte hue)


Deepika ka naam sunte hi..Ravi ke body m alag so umang daud gayi…or wo sunita ke upper Chad gaya..

,

Or sunita ke honth pe ek zordar chumban sunita ke honth pe liya…


Sunita unnn unnn bolte reh gayi…lekin ravi ne chora nahi or apna ling pakad ke usko sahi jagh pe lagne laga..



Sunita samaj gayi…or chapata ke karwat lene lagi…taki ravi na daal paye..


Or apne honth chura ke tez saanso se boli..




S:: didi aa jayegi ….Chor do na…wo dekh legi…baad m kar lena….( Ravi lo samjhate hue)



Lekin ravi kaha manne wala tha…


Wo sunita ko sidha sulate hue bola..



R;:: zaldi ho jayega bhabhi….Ek baar…fir pata nahi kab miloge fir ajj bahiya bhi aa jayenge…ek baar bas..Dalne de do…bas ek baar…


Sunita bhi janti thi ki aaj mauka mila h fir pata nahi kab mile…


Man to tha uska bhi..Lekin dar bhi tha deepika or kavita ka..

Kynki time nahi pata tha…


Wo ravi ko dhere se boli..



S:: ek baar time dekho…( sochate hue)



Ravi sunita ke upper se utha…


Or light on ki…


Sunita ne ek dam se rajai odh li..



Or ravi ko pura nagan sharma gayi…



Or nazar fer li..Kyonki ravi ne bhi usko bina kapde ke dekh liya tha..


Or ravi ki nazar sidha sunita ke urooz pe padi jisme laal nishan ban gaye the..or niche uski janghon ke bich kale kambal pe…jo ki uske niche ke baal the…



Ravi ne sunita ke or ko dekha…jo ki buri tarah se sharma ke diwar ke or ko dekh rahi thi..


Baal khule hue…maathe se bindi gayab thi…maang ka sindoor fail chuka tha…



Koi bhi dekh ke samj sakta tha ki raat bhar sunita ke saath kya kya hua h…



Wahi sunita ravi ke ling ko ujale main dekh ke bahut ghabra or sharm se pani ho gayi thi…



Ye mota ling hi aaj raat 2 baar uske andruni angon tak pahucha tha…



Sunita behad sharm se mare ja rahi thi…light band hone ki alag baat h..Lekin ujale m ravi ko aise bilkul nagn dekhna …or khud apni yoni or urooj ravi ka dekh lena ye sach m uske liye…bahut hi sharm lagne wali baat thi..



Wahi ravi sunita ke face ko dekhte hue…ghadi ko dekha…jo ki sab baaton se bekhabar tick tick karke aage badh rahi thi…or jo ab bed m sambhog hone wala tha uski sakshi banne wali thi…



Ravi ne dekha 4.50 am ke karib ho raha tha..


Ravi ne sunita ko bola…lekin sunita ne uske or nahi dekha…bas man main anuman lagne lagi ki uske paas pure 45 min hai..


Kynki wo roz 5.30 baje uthati thi..


Wahi ravi sunita ko dekhte hue light band karke bed m aa gaya…



Sunita ko peshab bhi lagi thi…


Lekin in sab main wo bhul gayi thi…




Wahi ravi ke bed m aate hi…fir de halke halke room m chudiyon ki aawaz aane lagi…



Or sath main…aaaaahhh aisi hmmm….Matt daabaooo…..Dard ho raha h.. meree….. inme…


Ravi abhi sunita ke urooz ko masal ke uske nippal ko masal raha tha…



Or chud raha tha..jisse ravi ke room m chumne ki or chusne ki aawaz aane lagi thi…



Ummmmm…hmmm..puucchhh puchchh…



Wahi sunita ko dard bhi hone laga tha..Lekin halka sa aacha bhi lag rah tha…jab ravi honth or rakh ke bich nipple ko rakh ke ander ko chusta…



Sunita ravi ke baal khichne lagi…jab bhi uska daant uske ghatak hue nipple main lagta..




Subh ka time hone se Ravi ka ling tan ke khada hua tha…uske ling m abhi bhi su kya ki yoni ka pani sukh chuka tha..Or fir se wo uski gufa m ghusne ko tyar tha..



Ravi ne uske nipple ko khinch ke chora to aawaz hui…puuuuchhhh…


Or ravi ne sunita ko apni bahon main bhar liya…


Or sunita ne bhi uske gale m hath daal diye..


Ravi sunita ko kamukta vass betahasha chumne laga…


Or pure gale gaal kaan ke piche honth sab jagh chumte hue sunita ke upper aane laga..



Wahi sunita ki yoni ne bhi fir se taral bahana chalu kar diya..


Or yoni ki garmi ke karan uskw bhi per vipreet disha main khul gaye…



Ye dekh ravi or bhi kaam aatur ho gaya….or sidha apna supada sunita ke fanko ke bich laga ke jaise hi ragada…



To sunita ne…aaaaaaaaaahhhhh…uuummmmmmmmmmmmmmmmm keh ke…nazar diwar ke side fer li..



Ravi uske bahgnasa se lekar yoni ke ched tak ragdta raha ling ko yoni m daba daba ke…



Jiska parinam ye hua ki…sunita ki yoni se pani ki boond chalakne lagi…



Or chap chap cahp ki awaz aane lagi…

Or sunita ki jaan niklne lagi….



Wo masti me pagal ho gayi…or dhere dhere pwr marne lagi…upper niche…


Or karwat lene lagi kynki ab usse sehan karna mushkil hone laga…



Ravi bhi samj gaya…kyonki ab pani se uska hath bhi thoda gila hone laga…kyonki sunita ke baal bhege the…



Ravi ne sunita ko sidha kiya..or sunita ke per utha ke apne shoulder pe rakha…or jhuk gaya…sunita ke upper..



Or sunita ke gale ko chumta hua…per piche ko pasar ke sunita ki chut m apna supada ghusa diya…



Ravi ka ling pure tanav main tha…or sidha sunita ki yoni ko failate hue ander dakhil ho gya..



Sunita ne zor se aankh band kar di…or aaaaaaaaaaaaaaaaaaaannnnnnnnnnnnnnhhhhhh…karte hue dard or masti se bhari awwaazzz nikal ke ravi ke gale lag gayi..



Or ravi bhi uttejna se bhar ke sunita ki yoni ko mardan karne laga..



Ling piston ki tarah pump karne main laga tha…


Sunita ki yoni ke ander supada tezi se ander ke maans ko failata hua ander bhar hone laga…


Sunita ki halat kharab thi…ye nahi tha ki usko dard ho raha tha…kyonki yoni m paryat khichav or geela pan ke karan ling sarpat ander bhar ander bahr hone laga tha..


Sunita ke fank jo ki bhar ko nikle hue the…har dhakke se ander ko ho jate…or ling ke bhar nikalne se bahar ko khul jate…

Jaise koi kali phool ban rahi ho…



Sunita ki payal jo ki uski pindaliyo main fasi hui thi ,ek nischit antaral ke baad chamm cahmmm cahhmm chamm awaz karke ravi ke josh ko badha rahi thi…jaise ki uska utsaah badha rahi ho..



Bed m chu chu ki awaz bhi apna sath dene lagi…


Or thap thap thap thap thap …or paachhh pacchh chudiyon ki khan khan awqz se room gunj raha tha jo ki sunita ki chudai ki gawahi de raha tha…



Wahi sunita ki rone jaise awaaz jo saaf saaf bata rahi thi ki ravi ka ling sunita ki kya haalt kar raha h….


Sunita ki aankh chadi hui thi..


Per ab ravi ke kamar ke charon or fase hue the…


Or hath ravi ki kamar se pith tak reng rahe the…



Or ravi ki kamar aise upper niche ho rahi thi…jaise koi dolphin machali gote laga rahi ho…



S:. Aaaannnnhh ssiii auunnnnnnhhhh unnnhhh ssiiiii haii…sssiii aaannnnnnhh annnnnhhh aannnhhh annnhh haannhh aaanhhh aaaanhhhh aannnhhhhhh ssiiiii..



Or jab bich bich main garbh se ja takrata to..


Sunita ravi ki kamar pe per maar ke …sir ko ek taarf karke..



Bolti…or karha..jati…sath main…



Aaaannnnnnnnnhhh…maaa……sssiiii marr. Gayiiiii haiiiii…



Wahi ravi saans roke sunita ke gaal or gale ko chumta hua…tezi se thap thap thap karke dhakke marta gyaa…




Sunita ne per niche utar diye…taki ravi pura ander tak ja paye….



Ravi ne bhi sunita je gale m hath daal ke…sunita ke honth chusta hua bas ander hi ander usko thokte raha…jisse sunita or pure per faila ke takiya ko mutti m pakad ke aankh nashe se chadi hui beshudh ho ke badbadne lagi…oe kamar uchkane lagi…



S:: aaaiiyaaa…ssiii maa….haaiii ssiii..aannnhh annhhh annnhhh…marr gayiii…aannhhh ssiiii haaiiiii..



Wahi ravi sunita ke kaan ke pass chumtw hue dhakee marte hue bolte raha..




R::: haan bahbhi aise hi…..haan meri jaan sunitaaa….. Bhabhi…haan haannn..haannn….mast..chuttt h…apkiii…mazaa aa raha h na chudne main..haan haann …hannn…haan…( josh m bhar kw tezi se kamar hilate hue)



S:: aaannhhh…marr gayi…ssiii aaaaahhh..ssiii aaahhh..haannn..ssii aaa rahaha h…aannn..raaviii..nahi nahi nahi nahi…mar gayi….siii fatt gayyii ..siiiii aannhhh…ssi nahiiii nahi nhi ..nahi…( ravi ko jakad ke kamar utha ke pani chorte hue)



Ravi bhi pura jad tak daal ke ruk gaya..pure apne khulhe sikod ke …sunita ke honth chuste hue


Sunita ne ravi ki pith m mutti se marne lagi….or per patkane lagi..jisse chudiya or payal awaz karne lagi zor se…..


Ravi apna virya chorte raha sunita ke garbh main..sunita ko baache hone ki tension nahi thi…


Kyunki usne nasbandi karwa li thi.2 baachon ke baad…



Ravi ruk ruk ke virya girate raha…

Or bjar di su ita ki surang…


Itna sunita kabhi nahi chudi thi ek hi raat main…


Or wo puri tarh se trapt ho gayi thi…



Usne abhi bhi ravi ke gale m apne hath dale hue the.



Sunita ko zor ki peshab lagi thi…to dhere se boli…hath ravi ke gale se nikal ke..



S:: bahar jana h…pesahb aa rahi h……( dhere se)



Ravi ne usse majak m bola..




R:: orr karna h??? ( Hanstw hue)



Sunita sharma gayi…or dhere se boli..



S:: naaa…..ab nahi….( Bed m blouse ko dhundhte hue)



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Ravi ne light jala di…dekha sunita ki janghon or yoni main se safed safed gir raha h…baal ke bich dark brown colour ke fank bhar ko khule hue hai.or ander ka gulabi hissa nazar aa raha h…

Sunita ek dam se uth ke beth gayi...

Ye sab bas kuch seconds m hua or sunita ne apne petikot ko apne upper daal diya..



Ravi washroom gaya…


Or fir jab ravi aaya to. sunita saree pehan ke bahar ko cahle gayi…sir ko niche karke…



Ravi ne door band kar diya..


Rajai hata ke dekha…bed m geela geela hua tha…jaha pe sunita leti thi…



To bed sheet utha ke alag rakh di muskura ke..…or light band karke mast so gaya…



To be continue
Xforum ka sabse behetarin story hai ye
 
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