ये केसी अनुभुती
अपडेट - १३०
कहातो मेरी सब बीवीया ठहाका मारके हसने लगी तब केशरनेतो हसते हुअे सोनुको मुकाभी मार दीया तब में अंजुके उपरसे उतर गयातो अंजुकी चुतसे हमारा कामरस बहेने लगा तब में अंजुको सोतीहुइ बाहोमें उठालीया ओर बाथरुमकी ओर दोड पडा तब अंजु दोनो हाथ मेरी गरदनमें डालके हसने लगी ओर दोनो अंदर चले गये....अब आगे
अंजु : राज आइ लव यु सो मच आाज आपने मेरी सारी तम्मना पुरी करदी आप हमे अेसेही प्यार करते रहेना आज में बहुत खुस हु
में : बस अंजु तुजे नही पता आज मे तेरे साथ संभोगकी अनुभुती करवाके कीतना खुस हुं में तुजे बहुत चाहता हुं पर मेरी इतनी सारी बीवीओकी वजहसे तुजे कम वक्त दे पाता हुं इसलीये मुजे माफ करदेना आइ रीयली लव यु सो मच
कहेके हम अेक दुसरोकी बाहोमें थोडी देर अेसेही खडे रहे फीर दोनोने अेकदुजेको नहेलाया फीर दोनोही बहार आगये तब सोनुने बेठेही अपने दोनो हाथ मेरी ओर आगे कीया तो में उनको उठाके बाथरुममें ले गया तो मेरी सब बीवीया हसने लगी फीर सोनुने मुजे नहेलानेको कहा तो में उसे नहेलाने लगा
तब सोनु अचानक मुजसे लीपट गइ ओर मुजसे बेइम्तहा चुमने लगी ओर दोनोही भावनाओमें बहेकने लगे तब मेने सोनुकी चुतमें खडे खडेही लंड उतार दीया ओर हमारे बीच धमासान चुदाइ सुरु होगइ जब दोनो साथमें जड गये तब सोनुने मेरे होंठ चुमलीये फीर दोनोही नहाके बहार आगये तब मेरी सब बीवीया हसने लगी ओर दो दो करके सब नहाने जाने लगी आज कोइ सोना नही चाहतीथी सब तैयार होके रेडी होगइ तब नेनुनेभी मुजे मेरे कपडे देदीये तब मेभी तैयार होके बेठ गया तब नेनु डीबी लेके आइ
ओर मेने उनकी मांग भरदी फीर मेने बारी बारी सबकी मांग भरदी तब सब अेक अेक करके मेरे पैर छुने लगी जब हम सब अनुभुती करते संभोग कर रहे थे तभी दुसरे कमरेमे काका काकीको ओर अजय सीमाको बहुतही बेहरहेमीसे चोद रहे थे
ओर दोनोकी हालत आज बहुतही पतली होगइ थी ओर सीमा अजयको ओर काकी काकाको बार बार छोड देनेकी मन्नते कर रही थी तब पीछेसे खीडकीसे मुनी अजय सीमाकी चुदाइ देखके अपनी चुतमें उंगली कर रही थी आज सामको मुनीने सबसे छुपके अजयसे खीडकी खुली रखनेको कहा था
तब अजयभी सीमाको चोदते हुअे बार बार खीडकीकी ओर देख रहाथा ओर अजय मुनीकी नजर मीलतेही मुनी अजयको दुसरे रुममें आनेका इसारा कर रही थी तब अजयको आज दो गुना जोस चडा हुआ था ओर वो सीमाको बहुतही बुरी तराह चोद रहा था
सीमा : अजय आज तुमको क्या होगया हे इतनी बेहरहेमीसे कोइ चोदता हे में तुम्हारी बीवी हुं कोइ रंडी नही धीरे करोनां बहुत दर्द होता हे
अजय : सीमा आज मुजे मत रोक मुजसे कंटड्ढोल नही होता आज में सुबह तक प्यार करुगा वरना मेरा लंड फट जायेगा तुनेभीतो वो जडीबुटी खाइ हे फीर भी?
सीमा : अजय तो क्या मुजे सारी रात अेसेही ठोकते रहोगे? आज मेरी तबीयतभी ठीक नही हे तुम कीसी ओर दीन अेसाही प्यार करलेना पर आज मुजे बक्सदों मुजे बहुतही थकावट महेसुस होती हे प्लीज..
अजय : ठीक हे डार्लींग तुम सोजाओ चल में तुजे बाथरुम लेके जाता हुं
सीमा : अजय तुम अेक बार अपना मालतो नीकाललो वरना तुम ठीकसे सोनही पाओगे
अजय : नही सीमा आज तुम थक गइहोतो कुछभी नही मुजे मेरी बहेनसे बहोत प्यार हे
कहातो सीमाने अजयको जोरोसे बाहोमें भीचलीया ओर उनके होंठ चुमलीये फीर अजय सीमाको बाथरुममें लेगया ओर दोनो साफ होके नहालीये फीर दोनोही बहार आके अेक दुसरेसे चीपकके सोगये तब अजयने सीमासे छुपके खीडकी कीओर मुनीसे कुछ इसारा करदीया तो मुनीने हां में सर हीला दीया ओर वो वहासे हट गइ
इधर काकीभी काकाको दुसरी ओरतसे सबंध बनानेके लीये कहेने लगी तो काकाने उसे चोदते हुअे दुसरी ओरत काकीकोही ढुंढनेको कहेने लगे तब काकीने मनही मन मुजसे बात करनेका सोचलीया जब काका जड गयेतो काकीने उसे जबरदस्तीसे अपने उपरसे उतारा ओर उनसे कहेने लगी
काकी : आपतो समजतेही नही अब में अकेली आपको नही जेल सकती आप दुसरी ओरतका इन्तजाम करलो इतनी बेदर्दीसे कोइ अपनी बीवीसे करता हे आपको क्या होजाता हे पहेलेतो अेसे नही थे
काका : रमा तुम राजसे या नेनु बेटीसे अेक बार बात करलेना अेसा क्यु होरहा हे वो सब जानतेहे
काकी : अेसा क्या हे जो मुजे इस बारेमें उनसे बात करनी पडेगी
फीर काका काकीको सब बाते बताने लगते हे की कीस गलतीकी वजहसे अजयके बदले उन्होने ये जडीबुटी पीलीथी फीर अजयको क्यु दुबारा देनी पडी सब बाते काका बता देतेहे ये सुनके काकी सोक्ट होजातीहे ओर उन्हे काकाके अंदर क्यु बदलाव आगया वो सब पता चल जाताहे ओर काकी कुछ सोचमें पड गइ ओर कुछ सोचके मनही मन खुस होके मुस्कराने लगी
काका : रमा क्या हुआ क्यु मुस्करा रही हे? चलना अेक बार ओर करते हे
काकी : नही आज इतना बस हे में राज नेनु वापस आजायेगे तब उनसे बात करलुगी
कहेके काकी अपनी चुत साफ करके बाथरुममें चली गइ ओर इधर सीमा बाथरुमसे नीकलतेही अजयसे चीपकके सो गइ जब वो गहेरी नींदमें चली गइ तब अजय धीरेसे सीमाकी बाहोसे नीकलकर चुपकेसे दरवाजा खोलके बहार आगया तब उनको मुनी अेक रुमके दरवाजेके पास खडी दीखाइ दी
तब अजयने धीरेसे दरवाजा बंध करके बहारसे लोक करदीया ओर मुनीके रुमके पास जाने लगा तब मुनी अंदर चली गइ अजय वहा पहोंचके धीरेसे मुनीके रुममें चला गया तब अजयके आतेही मुनीने धीरेसे दरवाजा बंध करके लोक करदीया जब वो पलटी तब अजयने मुनीको जोरोसे बाहोमें भीचलीया ओर दोनो अेक दुसरेको बेइम्तहा चुमने लगे
फीर अजयने मुनीका चहेरा अपने हााथोमें पकडलीया ओर उनकी आंखोमें प्यार भरी नजरोसे देखने लगा तब मुनीसे सरमके मारे अपनी नजरे जुकाली तब अजयने धीरेसे मुनीके होठोपे अपने होंठ रखदीये ओर धीरे धीरे स्मुच करने लगा तब मुनीभी उनको साथ देने लगी तब अचानक मुनीने अजयको अपनी बाहोमें भरलीया
ओर उसे आइ लव यु कहेने लगी तब अजयनेभी उनको आइ लव यु टु कहेके जोरोसे बाहोमें भीचलीया तब अजयने मुनीको अपनी गोदमें उठालीया ओर बेडकी ओर चल पडा तब मुनी बहुतही सरमा रही थी ओर मंद मंद मुस्करा रही थी तभी अजयने मुनीको बेडपे सुलादीया ओर खुद उनके साथ चीपकके लेट गया
ओर मुनीको बाहोमें भरके उनके चहेरेको चुमने लगा ओर अेक हाथ मुनीके बुब्सपे लेजाके धीरेसे मसलने लगा तब मुनीके सरीरमें कंपन आगइ ओर वो सीसकारीया करने लगी तभी अजय मुनीकी सारी नीकालने लगा तब मुनी नसीली आंखोसे अजयको देखते हुअे उनके सर्टका बटन खोलने लगी जब सारी नीकालदी तब अजय मुनीके ब्लाउसके बटन खोलने लगा दोनोही अेक दुसरेके कपडे नीकालनेमे मसगुल हो गये
अब दोनो केवल अंतरवस्त्रमेही थे तब अजयने मुनीकी ब्रा नीकालदी तो मुनीके संतरे जेसे बुब्स बहार आगये जीनको देखतेही अजय पागल जेसा होगया क्युकी मुनी अेकदम गोरी थी ओर उनके बुब्सतो ओरभी कामुक दीख रहेथे अजय उनको मुहमें लेके जोरोसे चुसने लगा तब मुनी अजयका सर सहेलाने लगी ओर कहेने लगी
मुनी : आह..सीइइइ अजय ये आपके लीयेही हे जबसे मेने आपको देखाहे मुजे आपसे प्यार होगया हे मुजे स्वीकार करलो में आपकी दुसरी बीवी बनके इधर रहुगी
अजय : (मुनीके होंठ चुमते) हां मुनी में तुजे ओर तेरा प्यार स्वीकार करता हुं में तुजे सबसे छुपके दुसरी बीवी बनाके रखुगा आजसे तु मेरी बीवी हे
कहेके दोनो अेक दुसरेकी बाहोमें कसके जकड लेते हे तब अजय धीरे धीरे मुनीको चुमते नीचेकी ओर सरकता हें जेसेही मुनीकी नाभीमें जीभ डालके चाटने लगता हे तब मुनी वासनाकी आगमें जलने लगती हे ओर उनका सरीर अकडने लगता हे मुनीका आज पहेला अनुभव था जो कोइ मर्द उनसे इस तराह प्यार कर रहा था
तभी अजय मुनीका नीकर उंगली फसाके नीकाल देता हे तब मुनी सीहर जातीहे ओर अपने दोनो हाथोसे अपनी चुत ढकनेका प्रयास करने लगती हे तब अजय उनके हाथ पकडके हटा देता हे ओर वो मुनीकी कसी हुइ अनछुइ चुतको देखके पागल हो जाता हे ओर अेक नजरसे बस देखतेही रहेता हे तब मुनी बहुत सरमाती हे
ओर अपनी नजर इधर उधर करने लगती हे तब अजय अपने अेक हाथसे उनकी चुतको सहेलाने लगता हे तो मुनी सीसकारीया करने लगती हे तभी अचानक अजय मुनीकी चुतपे अपना मुह लगा देता हे ओर अंदर जीभ डालके चुसने लगता हे तब मुनी अचानक हुअे हमलेसे सीहर उठती हे
ओर अपनी कमर उछालते अजयके सरको पकडकर अपनी चुतपे दबाव डालने लगती हे ओर जोरोसे सीसकारीया करने लगती हे तब अजयभी जोरोसे मुनीकी चुतके दानेको अपनी जीभसे खरोदने लगता हें ओर मुनीके बरदास्तसे बहार हो जाता हें वो अपनी कमर उची करके अकडने लगती हे ओर वो जडते हुअे अपना पानी अजयके मुहमें छोडने लगती हे फीर धडाम करके अपनी कमर वापस बेडपे पटक देती हे
ओर वो हांफते हुअे अपनी सास कंटड्ढोल करने लगती हे तब अजय मुनीको छोडके बाथरुमकी ओर अपना मुह साफ करने दोड पडता हे जब वो वापस आया तब मुनी उनकी ओर देखते बहुतही सरमाते हसने लगती हे तब अजय उनके साथ लेट जाताहे तब मुनी उसे जोरोसे बाहोमें भरलेती हे ओर अजयको चुमने लगती हे फीर उनकी ओर देखते कहेती हे
मुनी : अजय ये मेरा पहेला अनुभव हे में इसे कभी नही भुलुगी
अजय : मुनी क्या तुमभी अेसा करना चाहोगी मतलब अपने मुहमें...चुसना
मुनी : नही मुजे बहुत सरम आ रही हे ओर वो आपका बहुत बडाभी हे
अजय : कहा हे बडा अभीतो तुमने देखाभी नही हे कुछ नही होता
मुनी : (सरमाते) जी वो मेने कइ बार आपको ओर सीमादीदीको देखाहे वो सब करते हुअे तब देखलीया था कीतना बडा हे
अजय : (थोडा मजा लेते) मुजे ओर सीमाको क्या करते देखलीया बताओनां
मुनी : (बहुत सरमाते हसते) जी..वो..मुजे बहुत सरम आ रही हे में नही बता पाउगी
अजय : अरे बोलनां इसमें सरमानेकी क्या बात हे अबतो तु मेरी गर्लफ्रेन्डभी हो गइ हे
मुनी : (बहुत सरमाते धीरेसे) जी..वो..आप दोनोको चुदाइ करते कइ बार देखा हे
अजय : तो इसमे इतने सरमानेकी क्या बात हे आज नही तो कल हम भीतो वोही करने वाले हे क्यु तु नही चाहती हमभी वो सब करे
मुनी : (अेकदम सरमाके) जी..वो..मुजे नही मालुम, मेने सुना हे पहेली बारमें बहुत दर्द होता हे ओर खुनभी नीकलता हे
अजय : हां मुनी बहुत मामुली दर्द होता हे वोभी सीर्फ अेकही बार फीरतो मजेही मजे हे
मुनी : अजय आप बुरा मत मानना अगर अेसा हेतो हम आज वो सब नही करेगे अभी मेरी मम्मी उठ जायेगी ओर वो मुजे अपने पास नही देखेगीतो गडबड हो जायेगी हम कल मोका देखके करेगे आज नही प्लीज..
कहेके अजय मुनीके होठोको चुमने लगा तब मुनीभी सरमाके उनका धीरे धीरे साथ देने लगी तब अजयने उसे बेडपे बीठा दीया ओर अपना लंड बहार नीकाल दीया तो वो देखके मुनी सरमाके हसने लगी तब अजयने उनका हाथ पकडके अपने लंडपे रखदीया तो मुनीने उसे मुठीमें भरलीया ओर धीरे धीरे उपर नीचे करके हीलाने लगी
तभी अजयने उसे मुहमे लेनेके लीये बोला तो मुनीने सरमके मारे मुहमें लीया तब अजयने उसे धीरे धीरे मुहमें अंदर बहार करनेको कहा तब मुनी मुहसे अंदर बहार करने लगी तब अजयका लंड अेकदम तनके रोडके माफीक सख्त होगया ओर अजय मुनीका सर पकडके उनके मुहको जोरोसे चोदने लगा तब मुनीकी हालत पतली होगइ
तब मुनी गु..गु..उउ करने लगी ओर अजय बहुतही अेक्साइटेड होके जोरोसे मुनीके मुहमें लंड डालके चोदे जा रहा था ओर थोडीही देरमें वो मुनीके मुहमें जडने लगा ओर मुनीका मुह अपने वीर्यसे भरदीया तब कुछ पानी मुनीके हलकके नीचे उतर गया तब मुनी खासने लगी ओर अपने मुहपे हाथ रखके बाथरुमकी ओर दोड पडी
तभी बहारसे कुछ आहट हुइतो अजय अपने कपडे फटाफट पहेनने लगा ओर बहारकी ओर देखने लगा जब वहा कोइ नही था तब वो अपने रुममें दरवाजा खोलके चुपचाप सीमाके बगलमें लेट गया ओर आने वाले कलके बारेमें सोचते बहुत खुस होने लगा सोचते सोचते कब नींद आगइ उसे पताही नही चला
ओर मुनीभी मुह साफ करके कपडे पहेनके अपनी मम्मीके पास लेट गइ तब उनकी मम्मीने आंख खोलके मुनीकी ओर देखलीया ओर उनको मुनीकी चीन्ता होने लगी क्युकी जबवो थोठी देर पहेले उठीथी तब मुनीको अपने साथ ना पाकर वो उठके बहार देखने आइ थी तब उसने बाजुके कमरेमें अजय ओर मुनीको नंगा देखलीया था ओर वो वापस आके सोगइ थी
कजरी बडीही कस्मकसमें थी ओर सोतेहुअे सोच रहीथी की मुनीके बारेमें दिवानजीसे बात करे या ना करे क्युकी मुनीके बारेमे ओर कीसीकोभी नही पता था की ये दिवानजी ओर कजरीकी बेटी हे कजरी बडी दुवीधामें फसी थी तब उसनें सीधेही अजयसे बात करनेका फैसला करलीया था अगर अजय नाभी कहेदे तबभी वो करभी क्या सकती थी
इधर में ओर मेरी सब बीवीया अपने रुममें अेक साथ बेठे थे ओर सब अेक दुसरेकी मस्ती मजाक करते थे तब नेनु ओर माया हमारे कपडेको पेकींग कर रहीथी नीराली केशरको अपने रुममें छोडके आइ फीर हम सब होलमें आगये तब दिवानजी ओर कजरीभी आगये थोडीदेर बाद सुनील तारा ओर सारीकाके साथ काका काकीभी आगये
आज सीमा अजय बहुत देर तक सोते रहे तब मुनीभी तीन सेवीकाके साथ आगइ तभी मोहन रसीलाभी आते दीखाइ दीये मोहन आतेही मेरे पास बेठ गया तब मेने उनसे कुछ जरुरी बातेकी फीर रसीलाका अेडमीशनभी इधर करवानेको केह दीया तो वो सुनके बहुत खुस होगया ओर रसीलाके पास जाके उनसे बाते करने लगा
तब केशरभी आगइ तो हम सबने चाइ नास्ता करलीया फीर थोडी देर बाद सोनु ओर माधु मंदाकीनीको लेने कार लेके चली गइ जब हम बाते कर रहेथे तब थोडीही देरमें सोनु ओर माधु मंदाकीनीको लेके आगइ फीर हम काका ओर सुनील दिवु ओर रीटासे फीर अंजु धारासे कुछ जरुरी बात करके में नेनु माया ओर मंदाकीनी सबको गले मीलके अेयरपोर्टकी ओर नीकल गये तब नेनुने अहेमदाबादमें लताभाभीसे बात करली फीर हम सब फीर्मालीटी पुरी करके फ्लाइटमें बेठ गये ओर हमारी फ्लाइट टेकओफ कर गइ
मंदाकीनी : नेनुभाभी में ये दुसरी बार फ्लाइटमें बेठ रही हुं
नेनु : नंनदजी आप अेक बार अच्छी तरहसे पढाइ करलो फीर तुम फ्लाइटमेंही घुमती रहोगी अगर यकीन नही होतातो पुछलो अपने भैयासे हें..हें..हें..
में : हां मंदाकीनी तुजे वहा जातेही पढाइके साथ आगे कुछ जीमेदारीभी मीलने वाली हे तु वहा हमारी कंपनीमेही जोब करेगी ओर तेरे साथ अेक ओर लेडीझ होगी फीर तुम दोनोको बहुत घुमना होगा
मंदाकीनी : (खुस होते) वाव..भाइ क्या मेें सचमें आपके वहा जोब करुगी?
में : हां गुडीया तु हमारी कंपनीका पुरा मेनेजमेन्ट देखेगी ओर इसके लीये तुजे अच्छी खासी सेलेरी भी मीलेगी फीर दादाकी चीन्ता खतम ओर अपने पतीके साथ घुमती रहेना हें..हें..हें..
मंदाकीनी : (सरमाके हसते) क्या भैया आपभी..में कोइ सादी बादी नही करुगी
माया : नंनदजी ना भी बोलतीहो तबभी मनमेंतो बहुत लडु फुट रहे हे हें..हें..हें..
मंदाकीनी : क्या मायाभाभी आपभी इनकी तराह मेरी टांग खीचती हो में सचमें सादी नही करना चाहती, रीयली मेने कुछ डीसाइड कीया हे पहेले में पढके सेटल होजाउ फीर कुछ सोचेगे या फीर भाइ ओर नेनुभाभी कहेगे वहा सादी करलुगी अबतो मेरे भाइ सीर्फ यही हे बबलुतो अब जीजाजी होगया हे हें..हें..हें..
कहातो हम तीनो हसने लगे फीर पुरे सफरके दौरान नेनु ओर माया मंदाकीनीकी टांगे खीचती रही ओर हम अहेमदाबाद पहोंच गये जेसेही हम बहार आये तब लताभाभी हमे कार लेके लेने आइथी जेसेही हम बहार आये तो वो हमे दीखाइदी ओर हमारी ओर दोडके माया ओर नेनुको गले लग गइ
फीर मंदाकीनीको मीली ओर आखीर मुजे गले लगतेही मुजे कसके भीचलीया ओर मेरे गालपे चुमी देदी ये देखके नेनु ओर माया हसने लगी फीर हम चारो बहार नीकलके उनकी गाडीमें बेठ गये ओर हम सुनीलके घरकी ओर नीकल पडे तब बीच बीचमें लताभाभी बार बार मायाकी ओर देखते मुस्करातीथी ओर खुस होती थी फीर मेरी ओर देखके हस पडी तो मायाने पुछही लीया
माया : क्या बात हे लता आज हमे देखके काफी खुस लग रही हे क्या सोच रही हे?
लता : (हसते) कुछ नही देख रही हुं राजसे सादी करके आप काफी छोटी लग रही हें ओर चहेरेपे नीखारभी बहुत आगया हे आपको देखके अभी कोइ नही केह सकता आप सगुन ओर रीटाकी मम्मी हें बीलकुल उनकी बडी बहेन लगती हे हें..हें..हें..
माया : (सरमाके हसते) तुभीना..अेक मारुगी अेसा कुछभी नही हे हें..हें..हें..,वेसे तेरे चहेरेपेभी काफी नीखार आगया हे लगता हे दुसयंत तेरा बहुत खयाल रखता हे
लता : अरे पुछोही मत रोज मुजे वोकींग कराने लेजाता हें ओर मंदाभाभी भी मेरा बहुत खयाल रखती हें मुजे कुछ कामही नही करने देती मायादी वो आपको बहुत मीस करती हें प्लीज हो सकेतो उनको माफ करदो ओर वो आपकी सहेलीभीतो थी
माया : हं..तुम फीकर मत करो में इसलीयेही उनसे मीलने आइ हुं क्युकी उन्हीकी वजहसे मुजे राज पतीके रुपमें मीला हे में उनसे मीलके थेन्कयु कहेना चाहती हुं
ये सुनतेही लताभाभी बहुत खुस होगइ ओर हम सब उनके बंगलेपे पहोंच गये तब बहार मंदाके दोनो बच्चे खेल रहेथे बहुतही प्यारे बच्चे थे हमे देखतेही वो दोनो खडे रहेके हम सबको देखने लगे जेसेही लताभाभीको देखातो दोनोही दोडके उनसे लीपट गये ओर हमारे बारे में कोन हे कहेके उनसे पुछने लगे तब लताभाभीने कहा
लता : बच्चो ये दोनो आपकी बुआ हे ओर ये आपके फुफा हे ओर ये दीदी हे ओके चलो इतको नमस्ते करो फीर दोनो यहा खेलो मेरे अच्छे बच्चे चलो चलो
दोनो बच्चे : नमस्ते बुआ नमस्ते फुफाजी नमस्ते दीदी
कहेके दोनोही हसते हुअे वापस जाके खेलने लगे तब नेनु ओर माया दोनोको बडे भावसे देखती रही फीर हम सब अंदर आगये तब मंदाभाभी अपने हाथ पोछते बहार आगइ ओर जेसेही हमे देखा तो मायाको देखतेही उनकी आंखोसे आंसुओकी धारा बहेने लगी ओर दोडके हमारे पास आतेही मायाके पैरमें गीर पडी
ओर उनसे माफी मांगने लगी तब मायाने उनको दोनो हाथसे पकडके खडा कीया आरे उनका चहेरा अपने दोनो हाथोसे पकड लीया फीर उनके चहेरेकी ओर देखने लगी फीर उनको गले लगालीया ओर उनके कानोमें थेन्कयु थेन्कयु कहेने लगी तब मंदा थोडी सोक्ट हो गइ
मंदा : मायादी क्या आपने मुजे माफ करदीया? ओर आप मुजे थेन्कयु क्यु केह रही हे?
माया : हां मंदा क्युकी तुम्हारी ही वजहसे मुजे मेरा राज पतीके रुपमें मील गया हे में हमेसा तेरी अहेसानमंद रहुगी तु माफी मत मांग मेनेतो तुजे तबसे माफ कर करदीया हे जब मुजे मेरा राज मील गया ओर तुतो मेरी फ्रेन्ड हे तो सहेलीयोके बीच माफी नही होनी चाहीये अपनोके बीच कभी माफी अहेसान नही होता ये मेरे इस पतीने मुजे सीखाया हे हें..हें..हें..
कहातो तभी मंदाका ध्यान गयाकी में ओर नेनुभी आये हे तब वो नेनुके गले लग गइ फीर जेसेही हमारी नजर मीली तो यंत्रवत हाथ जोडके वही खडी रही ओर मुजेही देखती रही तब मेने मुस्कराके कहा
में : क्या भाभी सीर्फ अपनी ननंदकोही गले मीली हमभी इधर खडे हे
कहातो वो हसती हुइ दोडके आगइ ओर मेरे गले लग गइ फीर मुजसे अलग होके मेरे दोनो हाथ अपने हाथमें पकडके मेरी ओर हसते हुअे देखने लगी फीर मुजसे कहा
मंदा : राज आप नही जानते में कीतनी टेन्सनमें थी सब आपहीकी वजहसे मुमकीन हुआ हे में जींदगी भर आपकी अहेसानमंद रहुगी ओर आपसे मीलनेकी कबसे आस लेके बेठी थी
में : बस भाभी कुछ मत कहीये जो हुआ हे वो सब भुल जाइअे ओर नये सीरेसे अपनी लाइफ अेन्जोय कीजीये देखा आज मेने अपना वादा पुरा कर दिया हे
मंदा : हां सचमें..थेन्कयु वेरी मच
लता : मंदाभाभी अब इनको वापस थेन्कयु मत कहेना ये इनकी सजाभी देते हे हें..हें..हें..
मंदा : (जोरोसे हसते) ओह..सोरी..सोरी..सोरी..
नेनु : (हसते) भाभी सोरीकी मीलती हें हें..हें..हें..
कहातो मंदाभाभीने अपनेही सरपे टपली मार दीया ओर हम सब हसने लगे तब मंदाभाभी माया ओर नेनुका हाथ पकडके उनको अंदर फ्रेस होनेके लीये लेगइ तब उनके साथ मंदाकीनीभी चली गइ तब लताभाभी जटसे मेरे पास आइ ओर मुजे हाथ पकडके दुसरे रुममें फ्रेस करवाने लेगइ जेसेही हम दोनो रुममें आये लताभाभी मुजसे बाहोमें लेके चीपक गइ ओर मेरे चहेरेपे चुमने लगी फीर मेरा चहेरा पकडके मेरी ओर प्यारभरी नजरोसे देखने लगी फीर मेरे होंठपे अपने होंठ रखदीये ओर स्मुच करने लगी
लता : केसेहे हमारे पतीदेव क्या कभी इस बीवीकी याद नही आती ना कभी फोन ना कभी मीलने आते हो लगता हे हमे आप भुलही गये हे
में : नही में कभी मेरी कीसीभी बीवीको नही भुलता हां कुछ कामकी वजहसे कभी देर होजाती हे पर में आपको कभी नही भुल सकता
कहातो लताने मुजे जोरोसे बाहोमें भीचलीया ओर होठ चुमलीये तभी बहार कुछ आहट हुइ तोवो जटसे बहार नीकल गइ ओर में फ्रेस होके होलमें आगया तभी नेनु ओर माया मंदाकीनीभी आके मेरे पास बेठ गइ तब नेनु मेरे पास बेठतेही अपना सर मेरे कंधेपे रख दीया ओर मायाकी ओर देखके कहेने लगी
नेनु : देखा मायादी अेसा लगताहे मंदाभाभीका बरसोका बोज जो वो लेके घुमतीथी वो आज हल्का होगया केसे खुस दीख रही हे ओर आपकोभी जो अेक तनाव महेसुुस हो रहाथा वोभी खतम होगया
माया : वाकइ जेसे मेरे सखाने कहाथा अेसाही में फील कर रही हुं थेन्कयु सखा
नेनु : (जोरसे हसते) मायादी देखना कही आपको सजा ना मीलजाये हें..हें..हें..
माया : (हसते) अरे मेरे सखाकी अेसी हसीन सजा मीलजायेतो क्या केहना में तैयार हुं
में : तो ठीक हे आप दोनको सजा मीलेगी हें..हें..हें..
नेनु : (जोरसे हसते) अरे..मुजे क्यु? मायादी आपके चकरमें मेभी फस गइ हें..हें..हें..
मंदाकीनी : अरे आप सब लोग कोनसी बात कर रहेहो मेरीतो कुछ समजमेही नही आ रहा
नेनु : (जोरोसे हसते) तु रहेने बीटु राजकोट जाके मालीनीसे पुछ लेना वो सब जानती हे तुजे बता देगी हें..हें..हें..
तभी लताभाभी भी आजाती हे ओर हमारे साथ बेठ जाती हे तब मंदाभाभी सबके लीये कोल्डड्ढीन्क्स लेकर आती हे ओर ओर सबको देके हमारे साथ बेठ जाती हे ओर हम सबको करण नीरज ओर कृणाल तीनो राजस्थान गयेहे की सुचना देती हे फीर वो माया ओर नेनुके साथ हस हसके कुछ बाते करती रहेती हे तब में उठके बहार गार्डनकी ओर जाने लगता हुं तब मेरे साथ मंदाकीनीभी टहेलने आजाती हे
तब मोका देखतेही मंदाकीनी मुजसे अपने फ्युचरके बारेमे बाते करने लगती हे दरसल मालीनीसे मंदाकीनी अेकदम बीन्दास थी वो कीसीभी चर्चा खुलके करती हे तो मुजसे भी वो सब बाते बिन्दास कर रही थी जेसे में उनकी पुरानी सहेली हु उनको कीसीभी बात करनेमे कोइ संकोच नही हो रहा था
मंदाकीनी : भैया क्या में सचमें आपकी कंपनीपे जोब करुगी? अगर आपके यहा जोब करनीहेतो में रहुगी कहा आप मुजे कहा रखोगे हिमाचलमे की राजकोटमें?
में : तु बता तु कहा रहेना पसंद करेगी? मेतो तुजे राजकोटमें अपने पतीके साथही रखुगा तु उनके साथही रहेगी
मंदाकीनी : (सरमाके हसते) हं में दीदीके पास रहुगी राजकोट में, यहा बहुत अकेली पड गइ हुं ओर बबलुभैयाके बीनाभी अच्छा नही लगता वो बहुत मस्ती मजाक करते हे
में : (हसके) उनको भैया क्यु कहेती हे वोतो तेरे जीजाजी हे हें..हें..हें..
मंदाकीनी : (हसके) जी..हें..हें..हें..दरसल मुजे मालीनीदीदी नेही कहा हे अब वो तेरे जीजाजी हे ओर सच कहुतो मुजेभी भैया जीजाके रुपमें बहुत अच्छे लगते हे क्युकी वो सालीके साथ मस्तीभी बहुत करते हे जो अेक भाइ होके नही करते थे हें..हें..हें..
में : (हसते) केसी मस्ती करता हे मुजेभी बता क्युकी मेरीतो कोइ सालीही नही हे
मंदाकीनी : क्या भैया आपकीतो कीतनी साली हे क्यु काजलदीदी ओर सगुनादीदी आपकी साली नही हे? ओर आपने सोनुभाभी सेभी सादी करली वरना वोभीतो थी
में : छोटी तुजे पता हे मेने पहेले सोनुसेही सादी कीहे फीर नेनुसे करली बबलु बडा नसीब वाला हे उनकी साली तो हे हें..हें..हें..
मंदाकीनी : (सरमाके हसते) भैया पता नही वो मेरे साथ केसी केसी मजाक करता हें जेसे में सचमें उनकी साली हुं मुजेतो कभी कभी बहुत सरम आती हें कहेता हें मंदाकीनी सालीभी आधी घरवाली होती हे, कोइ अेसा मजाक करता हे? हें..हें..हें..
में : हां छोटी जीजा सालीमें अेसी मजाक होती रहेती हे, क्या वो सब तुजे अच्छा नही लगता? तो फीर बबलुको वापस भाइ बनाले हें..हें..हें..
मंदाकीनी : (सरमाके हसते) जी भैया अेसी बात नही हे आपसे सच कहु तो मुजे वो अेसी मजाक करते हेतो अच्छाभी लगता हें ओर कुछ अलगही फीलींग अती हें जो मुजे काफी रोमांचीत करती हे, भाइ बाबा केह रहेथे आपतो बहुत कुछ जानते हो तो मेरे भविष्यके बारेमेभी कुछ बताओनां
में : नही छोटी अगर मेने बतादीया तो तु अभी इधरसेही वापस हिमाचल चली जायेगी
मंदाकीनी : नही जाउगी क्युकी थोडा बहुत मेभी जानती हुं मेने बबलुभैयाको अेसेही जीजाके रुपमें अेक्सेप्ट नही कीया, ओर आपनेभीतो अपनी दोनो बहेनसे सादी की हे
में : (चोंकते) तो क्या तुजे सब पता हे? तो फीर मुजे क्यु सब पुछ रही हे?
मंदाकीनी : (गंभीर होके) भैया में सीर्फ मेरी बातको कंन्फर्म करनेकेलीये ही पुछ रही थी मुजे आने वाले वक्तके बारेमे बहुत कुछ मालुम हे क्युकी मुजे मेरी मम्मीसे काफी कुछ सीखनेको मीला हे ओर ये बात बाबा ओर मम्मीभी जानते हे तो आप टेन्सन मत लो
में : छोटी तुजे पता हे तेरी सादी कहा होगी, ओर आगे क्या होगा?
मंदाकीनी : जी भैया मुजे मालुम हे दरसल जीस तराह आपकी दोनो बहेने आपसे प्यार करती थी तो हम दोनो बहेनेभी उनमें बाकात नही हे मेभी बबलुभैयासे जीजानसे प्यार करती हुं पर पहेल में करना नही चाहती ओर अगर वो आगे बढना चाहता हेतो में मनाभी नही करुगी मुजे मेरा प्यार चाहीये क्युकी मेरा भवीष्य उज्वल हे
में : मालीनीके बारेमें क्या जानती हो?
मंदाकीनी : भैया रहेने दीजीये दरसल दीदीही चाहती हेंकी में बबलुभैयासे सादी करलु
में : हं..तो तुजे सब पता हे चलो तुमने मेरी सब टेन्शनही खतम करदी, तु ये सब तेरी मम्मीके पास केसे सीखके आगइ क्या वो तुजे सब सीखानेकेलीये राजी हो गइ?
मंदाकीनी : नही भैया मेने बहुत जीद की तब मम्मीने मुजे सब विद्या सीखाइ कहेती थी तु सब जानलेगी तो तुजे बहुत दुख होगा पर जब आपकी ओर नेनुभाभी सोनुभाभीकी पुरी स्टोरी सामने आइतो मेरा दुख दुर होगया ओर मेभी बबलुभैयाके बारेमें सोचने लगी ओर ये बदलाव जब हम सब वहा आपके घर आपकी सादीमें आये तबही हुआ ओर भैया सीर्फ हम दोनोका रीस्ताही पवीत्र होगा जो अेक भाइ बहेनका होगा बाकी सब प्रकुतीके हीसाबसे होगा इनमे मालीनीदीदी भी बाकात नही रहेगी तो आप टेन्सन मत लेना, ओर हा ये बात हो सकेतो हम दोनोके बीचही रखना
में : छोटी तुजे मालुम हे ये बात ओर तीन लोगोको मालुम हे जो उनमेभी तेरी तराह सब सक्तिया हे वोभी ये सब जानती हे, क्या वो तुजे मालुम हे?
मंदाकीनी : हां मुजे पता हें दोतो हमारे साथही हे ओर अेक जसुभाभी हे यही हेनां?
तब मेने मंदाकीनीको हग करलीया ओर उनका सर चुमलीया तब मंदाकीनीकी आंखसे आंसु छलक गये जब हम अलग हुअे तो मेने अपने हाथोसे उनके आंसु पोछ दीये तो वो हसने लगी ओर अेक बार फीर मुजसे गले लग गइ फीर हम दोनो टहेलते वापस बंगलेकी ओर जाने लगे तब मंदाकीनी कहेने लगी
मंदाकीनी : भैया कीतना अजीब हेना? हमनेतो कभी कल्पनाभी नही कीथी की हमारी सादी आपसके घरके रीस्तोमें होगी पहेले में इनको जायज नही मानती थी पर जब बाबाने मुजे प्रकृतीके बारेमें बताया तो सब जायज लगने लगा ओर आपनेही सबको प्रकृतीके हीसाबसे जीना सीखा दीया हे कीसीको अेसे रीस्तोसे कोइ सीकायतही नही हे
में : छोटी तु बहुत कुछ जान चुकी हे ओर ये सब तु इतनी छोटी उमरमें सीख गइ मेतो जानके बहुतही खुस हुं तुजे कभीभी हमारी मददकी जरुरत हो तब हम चारोमेसे कीसीकोभी पुछ सकती हे
मंदाकीनी : भैया जब तक मेरी पढाइ खत्म नही हो जाती तबतक में सादी नही करुगी
में : हां पता हें ओर ये बबलुके लीयेभी जरुरी हे फीर वो तुमसे सादीके लीये तडपेगा, पर तु संसारीक हर सुख पाती रहेगी मेरा मतलब..तु समज गइनां?
मंदाकीनी : (हसते) हां इतनी भोलीभी नही हु जो ये बात समज ना सकु, पर भैया मुजे कोइ अेतराज नही हे सादीसे पहेले ये सब में अब गलत नही समजती क्या पसु पंखी जब ये रीस्ते नीभातेहेतो क्या वो सादी करते हे हें..हें..हें..
में : (हसते) हं..काफी कुछ समज गइहो तुम, पर ध्यान रखना समय समय पे इनकी दवाइआ लेती रहेना वरना कुछ गडबड होगइ तो तेरे पापाको क्या जवाब दुगा
मंदाकीनी : जी भैया में पुरा खयाल रखुगी, वेसे भैया मेरा अेक प्रस्न हे आपकी इतनी सारी रानीया हें सबको आप केसे सम्हालते हे मतलब सबको संतुस्ट करना..क्युकी मेभी इन सब बाते पढ चुकी हुं अेक सेक्स से दुसरे सेक्सके बीच काफी टाइम चाहीये
में : तु अब बहुत सवाल पुछती हे तुजे अपने भाइसे अेसा पुछते संकोच नही होरहा हे
मंदाकीनी : नही क्युकी मे जानती हुं मेरा भाइ दुनीयाका बेस्ट भाइ हे वो मुजे अपनी बेटीकी तराह प्यार करता हें ओर अेक मांकी तराह टड्ढीट करता हें तो केसा संकोंच?
में : (हसते) तु बहुत नटखट ओर होशीयार होगइ हे, सुन मुजे बाबाने अेक जडीबुटी दी हे तो इनकी वजहसे सबको संतुस्ट करपाता हुं बस जानलीया?
मंदाकीनी : (हसते) मुजे कुछ आसंकायेतो थी फीरभी पुछलीया, भैया क्या वो जडीबुटी अब भी आपके पास हे? तो जब मेरी सादी होजायेतो मुजे थोडीसी देदेना
में : तु क्या करेगी जडीबुटीका बेटा वो तेरे खानेकी चीज नही हे
मंदाकीनी : (सरमाते) अरे नही नही भैया मुजे नही (सरमाके हसते) में बबलुभैयाको दे दुगी आप समज गयेना तब उनकीभी दो दो बीवीया होजायेगी तो मेरा मतलब..
में : हां समज गया तेरी नेनुभाभीके पास हे समय आनेपे ले लेना में उनसे बात करलुगा
मंदाकीनी : (मुजे हग करते) थेन्कयु भैया देखा इतनातो मेरी मांभी नही करती हें..हें..हें..
में : चल अब बहुत मखन लगालीया अंदर चल वरना तेरी दोनो भाभी मुजे डाटेगी
मंदाकीनी : (हसते) जुठे कहीके मेरी कीसीभी भाभीने आजतक आपको नही डाटा
अेसीही बाते करते हम वापस बंगलेके अंदर आगये तब दुसयंतभी फेक्टरीसे आगया आतेही दोडके हम सबको गले मीला फीर वो फ्रेस होने चला गया तब मंदाभाभीने सबको लंचके लीये कहातो हम सब लंच करने बेठ गये तब दुसयंतभी आके बेठ गया ओर हम सब लंच करने लगे
तब बीच बीचमें चोर नजरसे मंदाभाभी मेरी ओर देखके अपनी नजर चुरालेती थी तब मंदाकीनी मेरी ओर देखके हसने लगी तो मेने उसे आंख दीखाके हसनेसे मना कीया तो वो नीचे मुह करके चुपचाप खाने लगी फीर हम सबने लंच फीनीस कीया ओर वापस होलमें आके बेठ गये तब सब लेडीस आराम करने उपर रुममें चली गइ
तब दुसयंतने मुजे आराम करके ४ बजे फेक्टरीपे आनेको कहा फीर हमभी आराम करने चले गये जेसेही में कमरेमें आया तब नेनुने दरवाजा बंध करलीया तब माया ओर नेनु मुजे हाथ पकडके बेडपे लेगइ ओर मुजे धका मारके लीटादीया ओर दोनोही मेरे उपर टुट पडी ओर मुजे पागलोकी तराह चुमने लगी फीर मेरे कपडे नीकालने लगी
में : जानु अभी रुकोतो सही मेरा बलात्कार करना हे क्या?
माया : हां.. आप चुपचाप लेटे रहीये आपने हम दोनोको सुबहसेही गरम करके रखा हे
में : अरे मेने क्या कीया? आजतो कुछ बोलाही नही, सोचलो फीर हालत बीगड जायेगी फीर मुजे दोस मत देना केह देता हुं
नेनु : उनकी फीकर आप मत करो हम अपनी हालत बीगाडना चाहती हे आप सुरु करो
फीर हम तीनोके बीच आज बहुतही जबरदस्त चुदाइ हुइ मेने नेनु ओर माया दोनोको बारी बारी दो दो बार चोद लीया तब दोनोकी हालत वाकइ खराब हो चुकी थी ओर दोनोही नहाके आपसमें चीपकके सोगइ ओर में नहाके कंपलीट तैयार होगया ओर नीचे जाही रहाथा तब रुमके बहार दुसयंतभी नीकल रहा था फीर हम दोनो नीचे आगये
तब लताभाभीने दोनोको चाइ नास्ता दीया फीर हम दोनो फेक्टरीकी ओर नीकल गये तब दुसयंतमें मुजे सारी प्रोग्रेसकी रीपोट देदी ओर हम पहोंच गये तब गेटपे विरप्रताप ओर विजयसि दोनोही मील गये दोनोने मुजे घरपे आनेका बहुत आग्रह कीया फीर दोनोको मीलके में ओर दुसयंत सब जगाह घुमके ओफीसमें आके बेठ गये
काम बहुतही बडीया चल रहा था तभी में हमारे स्टाफ क्वाटरकी ओर चल पडा तब मालीनीदेवी मुजे देखके बहुत खुस होगइ ओर मेरा अच्छी तराहसे स्वागत कीया फीर मुजे पानी पीलाया फीर मालीनीदेवी चाइ लेके आगइ ओर मेरे पास बेठ गइ फीर हम दोनो चाइ पीते हुअे बाते करने लगे
मालीनीदेवी : (मेरी ओर कामुक नजरसे देखके हसते) हां तो जमाइजी केसा लग रहाहे इस अहेमदाबादवाली बीवीको मीलके हें..हें..हें..
में : क्या भाभीजी में अभी अपनी अहेमदाबाद वाली बीवीको कहासे अच्छी तराह मीला हुं
मालीनीदेवी : (सरमाके हसते) अच्छाजी..अगर अच्छी तराहसे मीलनाहोतो टाइम नीकालके आजाना चाहीयेना में कहा मना कर रही हुं फीरभी मीलना होतो चलो अंदर जल्दबाजीमेही सही अेक बार मीलतो लेगे, राज आपको नही पता जबसे मेने आपको देखाहे मेतो आपकी दीवानी होगइ हुं चलोना अंदर में दरवाजा बंध करके आती हुं
कहेके वो धीरेसे दरवाजा बंध करके अंदर आगइ ओर मेरा हाथ पकडके अपने बेडरुममें लेगइ ओर उनकाभी दरवाजा बंध करलीया फीर वो आके मुजसे लीपट गइ ओर थोठी देर अेसेही खडी रही फीर नजर उची करके मेरी ओर देखके सरमाने लगी ओर अपनी नजर नीची करली तब हमारे होंठ आपसमें मील गये तब उनकी आंख बंध होगइ ओर दोनोही अेक दुसरेके होंठोको चुमने लगे
तब मेरा अेक हाथ अनायसही उनके बुब्सपे चला गया ओर मेने हल्कासा दबा दीया तो उनकी सीत्कार नीकल गइ ओर ओर दोनोही अेक दुसरेको पागलकी तराह चुमने लगे ओर थोडीही देरमें दोनोके कपडे हमसे दुर अेक कोनेमें पडेथे तब मेने देरना करते उनको बेडपे पीठके बल लीटादीया ओर उनके उपर चडके लेट गया तब मालीनीदेवी मेरी पीठ सहेलाने लगी तब उसने कहा
मालीनीदेवी : राजजी आज ओर कुछ नही वो सब हम कभी फुरसतमें करेगे बस आजतो आप मुजे सीर्फ ठंडीही करदो आज मेरी प्यास बुजादो
में : भाभी फीर आपकी हालत बीगड जायेगी फीर मुजे दोस मत देना
मालीनीदेवी : हां पता हे आपका वो बहुतही बडा हे इसलीयेतो में आपकी दीवानी होगइ हुं मेने अेक बार देखा हे जब आप मंजुचाचीके यहा आयेथे
में : (चोंकते) आपने कब देखलीया?
मालीनीदेवी : वो सब छोडो बादमें बताउगी पहेले मुजे ठंडी करदो आपके लीये बहुत तडपी हुं मेरी बडी तम्मनाथी अेसे बडे लंडसे चुदनेकी चलीये देर मत कीजीये
कहातो में उनके पैरके बीच आगया देखातो उनकी कसी हुइ चुत फडफडा रहीथी ओर लगातार पानी छोड रही थी तब मेने उनकी चुतकी लकीरमें अपना लंड घीसके थोडा फसाया फीर उनके उपर लेटके उनके दोनो हाथ मजबुतीसे पकडलीया ओर लीपलोक करके अेक जोरका जटका मारदीया तब मेरा लंड उनकी कसी हुइ चुत चीरके अंदर घुस गया
तब मालीनीदेवीकी चीख नीकलके मेरे मुहमेही दब गइ ओर उनकी आंखसे आंसुकी धारा बहेने लगी ओर वो अपने दोनो पैर बेडपे पटकने लगी ओर मुजसे छुटनेकी कोसीस करने लगी तब मेने देर ना करते अेक जटका ओर मार दीया तब मेरा पुरा लंड उनकी चुतमें जड तक घुस गया तब वो मेरे मुहमें चीखके बेहोस होगइ
तब मेने उनके होंठ छोडदीये ओर हाथके बल उचा होके मालीनीदेवीको जोरोसे बेहोसीमेही चोदने लगा ओर लंबे लंबे सोट मारने लगा तब मालीनीदेवीके बुब्स उछलने लगे जीसे देखके में बहुतही कामुक होगया ओर उनको जोरोसे चोदने लगा तब मालीनीदेवीका मुह बीगडने लगा तब मुजे समजमें आगयाकी उनको होस आ रहा हें
तब में रुकके उनके उपर जुक गया ओर उनके होंठ चुमने लगा तब मालीवीदेवीने अपनी आंखे खोलदी ओर दर्दके मारे सीसकारीया करने लगी तब मे उनके बुब्स अपने मुहमें लेके चुमने लगा तब वो मेरे बालोमें हाथ घुमाने लगी ओर मुजे नसीली आंखोसे सरमाते हुअे देखने लगी ओर मुजसे कहेने लगी
मालीनीदेवी : कीतना बडा लंडहे आपका मुजेतो बेहोसही कर दीया पता नही मेरी ननंदकी क्या हालत हुइ होगी लगताहे मेरी हालत वाकइ आज बीगड जायेगी
में : अभीतो आपको बहुत जल्दीथी अब क्या हुआ? अबतो आपको छोडने वाला नही हुं
मालीनीदेवी : हां पता हें जबतक आप दो बार नही जडते तबतक मेरे उपरसे उतरने वाले नही हो मुजे सब पता हें मेरी माधुसे अच्छी पटती हें उन्होनेही मुजे कहा हे में तैयार हु
फीर हमारे बीच घमासान चुदाइ हुइ ओर मेने मालीनीदेवीको दो बार जडादीया जब मेने लंड टेडा घुमाया तब वो चीखने लगी ओर मेरी पीठमें नाखुन गाडने लगी ओर मेने जडतक घुसा दीया ओर मेरा गरम लावा फुट पडा तब वोभी अपने गर्भासयपे गरम महेसुस करते साथमें जडने लगी ओर मुजे कसके बाहोमें भीचलीया ओर हम दोनो सांत होगये तब में उनके उपर लेटा रहा तब वो अपनी नजर चुराने लगी ओर सरमाती रही
में : हां भाभी अब बताइअे आपने मेरा हथीयार कब देखा था?
मालीनीदेवी : राजजी जब आप मंजुचाचीको मीलने आयेथे तब में उनके घरपेही थी तब उन्होने मुजे आपके अंदर आनेसे पहेलेही भगादीया तब मुजे कुछ संका हुइ ओर मे बहार ना जाके उनके आंगनमेही छुप गइथी फीर वो आपको लेके अपने रुममें गइतो पीछे उनकी खीडकी खुली हुइथी ओर मेने आप दोनोकी चुदाइ देखली तबही मेने आपका बडा हथीयारभी देखलीया था
में : हं..तो ये बात हे तो फीर आपको बुरा नही लगा?
मालीनीदेवी : इनमें बुरा माननेकी क्या बात हे मंचुचाची बरसोसे अकेली हे ओर उनकीभी तम्मना होती हे में अेसे रीस्तोमें कोइ बुराइ नही मानती ओर आपको पता हे मेरी सास ओर मंजुचाचीभी आपसमें सब कुछ करती हे क्युकी मेरी सासकी हालतभी मंजुचाची जेसीही हे हमारे ससुरजीतो कभी घरपे आते नही थे
ओर अेसेही बात करते हम दोनो फीर गरम होगये ओर मालीनीदेवी अपनी कमर हीलाने लगी तब हमारे बीच वापस घमासान चुदाइ सुरु होगइ इस बार मालीनीदेवी खुलके कमर उछाल उछालके मुजसे चुदवा रही थी ओर उसने अपनी कमरके नीचे अेक तकीयाभी लगालीया था मे मालीनीदेवीको लगातार २५ मीनीट तक चोदता रहा
तबतक वो तीन बार जड चुकीथी ओर जीतनी बार जडतीथी मुजे कसके बाहोमें भीचलेती थी ओर आखीर मेने उनकी बच्चेदानी तक लंड घुसा दीया ओर मेरे वीर्यसे उनकी चुतको भरने लगा तब उसनेभी मुजे जोरोसे बाहोमें भीचलीया ओर साथमे जडने लगी ओर हम दोनो सांत होगये तब मेरे फोनकी रींग बजी देखातो दुसयंतका फोन था
तो हम दोनो फटाफट नहाने चले गये ओर नहाके बहार आगये ओर तैयार होगये तब मालीनीदेवीको चलनेमे काफी प्रोबलेम हो रही थी तब वो मेरी बाहोमें आगइ ओर मेरे होंट चुमके कहेने लगी
मालीनीदेवी : राजजी आप मेरी फीकर मत करना ओर हमेसा याद रखना आपकी बीवी यहाभी हे आज मुजे अगर बच्चा ठहेर गया तो में उनको पालुगी ये हमारे प्यारकी नीशानी रहेगी अबतो जीतनेभी बच्चे होगे सीर्फ हमारेही होगे
फीर में मालीनीदेवीको चुमके वापस दुबारा मीलनेका वादा करके वहासे वापस ओफीसमें आगया तब दुसयंत मेरा वेइट करके बेठाथा फीर हमने आगेके कामके लीये बहुत सारी चर्चाकी तब मुजे पता चलाकी दुसयंत इस बीजनेसके बारेमे कीतना सीरीयस हे में ये जानके बहुत खुस हुआ फीर हम दोनो वहासे नीकलके वापस घर आगये
तब रास्तेसे हमने आइस्क्रीम लेली जेसेही हम घरके अंदर गये तब हमे वहा संजनाभी दीख गइ जेसेही उनकी नजर मेरी ओर गइ वो दोडके मेरे गले लग गइ फीर हम सब फ्रेस होके होलमें बेठ गये फीर हम सब ओपचारीक बाते करने लगे तब संजना ओर मंदाभाभी बार बार मेरी ओर देख रहीथी ओर संजनातो कुछ इसाराभी कर रही थी
मंदाभाभी : राजजी आपको कभी अेसा नही लगाकी चलो में मेरे ससुराल होके आउ इस घरकी तीन तीन लडकीयासे सादी करली फीरभी तीन बार ना सही अेक बारतो आजाते
में : भाभी कभी आपने प्यारसे बुलायाही नही वरना में उसी वक्त दोडके आजाता हें..हें..हें..
कहातो मंदाभाभी सरमाके हसने लगी साथमें सब हसने लगे तब नेनुनेतो मुजे हसते हुअे मुकाभी मारदीया तब लताभाभी सबके लीये आइसक्रिम लेके आगइ ओर हम सब आइसक्रिम खाने लगे तब संजनाभाभी ओर लताभाभी मेरी ओर देखके आइसक्रिम चाट चाटके खा रहीथी ओर हस रही थी तब मंदाकीनी सब देख रही थी
मंदाकीनी : (धीरेसे मेरे कानमें हसते) क्या बात हे भैया यहातो सब आपपे लटु हे लगताहे आप इधर कफी कुछ महेनत करके गये हो हें..हें..हें..
में : (इनके सरपे हसते हुअे टपली मारते) चुप कर कोइ सुनेगातो क्या सोचेगा?
मंदाकीनी : (धीरेसे हसते) क्या भैया कीतने डरपोक हो कहोतो आपकी सेटींग करवादु? हें..हें..हें..ध्यान रखना नेनुभाभीकी नजर आपपेही हें हें..हें..हें..
में : (हसते) चुप कर बडी आइ सेटींग करवाने वाली ओर सुन मेरी सेटींग पहेलेसे ही हे ओर येबात तेरी नेनुभाभी भी जानती हें समजी इसलीये ज्यादा दीमाग मत लगा
कहातो मंदाकीनी मुजे आस्चर्यसे मुह फाडके देखती रही तब नेनु ओर माया उनके सामने देखके जोरोसे हसने लगी तब मंदाकीनी उनकोभी मुह फाडके देखती रही तब नेनुने हसते हुअे मंदाकीनीके सामने अपनी जीभ बहार नीकालके दीखादी तो मंदाकीनीने मुह बीगाडके मेरी जांगमें चपत लगादी कीसीके समजमें नही आया क्या हुआ
मंदाभाभी : क्यु क्या हुआ दोनो भाइ बहेन क्यु लड रहे हे हें..हें..हें..
नेनु : (हसते) कुछ नही मंदाभाभी वो हमारी रीटाकी तराह अेसीही नटखट हे सरारत करतीही रहेती हे कोइ सरारत कीहोगी तो इनके भाइने हवा नीकालदी होगी हें..हें..हें..
कहातो अेक बार फीर सब हसने लगे तो मंदाकीनी मुजे वापस जांघपे चपत लगाते उठ गइ ओर मायाके पास जाके बेठ गइ जब आइसक्रिम खालीया तब मंदाकीनी ओर लताभाभी सब कप लेके कीचनमें चली गइ तब में ओर दुसयंत बहार गार्डनकी ओर जाने लगे तब सब लेडीसभी हमारे पीछे आने लगी
तब दुसयंको फोन आगयातो हमसे दुर जाके बात करने लगा तब मोका देखके संजना मेरे साथ चलने लगी ओर हम धीरे धीरे बात करने लगे पीछे नेनु मंदाभाभी ओर मायाभी बाते करते दुसरी ओर टहेलने लगी तब संजनाने मुजसे कहा
संजना : देवरजी अब आपको नही लगता आप हमे इग्नोर कर रहे हो कभीतो फोन करलीया करो आपको पता हेना मेरी ओर वीमलाकी प्रोबलेम क्या हे फीरभी..
में : सोरी भाभी आपको नही पता में कीतना बीजी हुं ओर में ये सब केसे अेरेन्ज करु यही सोच रहा हुं
संजना : राज नीरज तीन चार दीनकी टुरपे गया हे आप चाहोतो सबकुछ हो सकता हें आजही चलो में गाडी लेके ही आइ हुं में सुबह आपको यहा छोड दुगी
में : हं..ठीक हें मे नेनुसे बात करलेता हुं डीनरके बाद देरसे हम दोनो आपके साथ चले आयेगे क्युकी माया ओर मंदाकीनीभी साथमें हे तो उनकोभी लेना पडेगा
संजना : सब साथमें होगेतो फीर कोइ मुस्कीलतो नही आयेगी? वेसेभी मुजे सब पता हें आप नेनुदीसे पुछकेही सब करते हे हें..हें..हें..
में : सीर्फ नेनुही नही मेरी मायाभी सब जानती हें वोभी होगी आप उनकी चीन्ता मत करीये
संजना : तो फीर ठीक हें में अभी नेनुदीसे बात करती हुं आजतो मेरा काम करही दो वेसेभी आपने बहुत तडपाया हे मेरी रातोकी नींद हराम करदी हे पहेलेतो बहुत फोन करते थे अब तो फोनपेभी बात नही होती अबतो कमसे कम आपके दो बच्चे पेदा करुगी
में : (हसते) अरे आप ओरतोको क्या होजाता हे जीसे देखो वो मेरा बच्चाही पेदा करना चाहती हे हें..हें..हें..
संजना : (हसते) हसीये मत वोसब आप नही जानते हम ओरतोको कीतनी बाते सुननी पडती हे आप ओरत होते तो पता चलता हमारे उपर बांजका लेबल लगा रहेता हे
हम अेसीहे बाते करते चल रहेथे तभी पीछे नेनु ओर माया हमारी पुरी स्टोरी मंदाभाभीको सुना रहीथी जीसे बडे गौरसे मंदाभाभी सुनके आस्चर्य चकीत हो रही थी फीर हम सब गार्डनमें आके बेठ गये तब मेने कृणालसेभी बात करके सब जानकारीया लेली तब उनके साथ नीरज ओर करणभाइसे भी बात करली तो पता चला नीरज नेभी बहुत सारी तैयारीया करली हे
फीर संजनाने धीरेसे सबसे छुपके नेनुसे बात करली तो नेनु मेरी ओर देखके हस पडी ओर उसने संजनाको हां कहेदीतो वो बहुतही खुस होगइ फीर नेनुने डीनर करके सजनाके घर जानेकी मंदाभाभीको जानकारी देदी तभी मंदाकीनी हम सबको डीनरके लीये बुलाने आगइ ओर हम सब फीनर करने चले गये आज मंदाकीनी लताभाभीके साथ अंदरथी तो दोनोने बहुत सारी बाते करली जीसे सुनके लताभाभी मंदाकीनीसे काफी इम्प्रेस होगइ
फीर हम सबने डीनर करलीया फीर थोडी देर बेठके संजना नेनु माया ओर में संजनाके घर नीकल गये मंदाकीनी नही आइ क्युकी वोआज लताभाभीके कहेनेपे घरपे रुक गइथी ओर हम सब संजनाभाभीके घर आगये तब घरमें सीर्फ हम चारोही थे हमे बीठाकर वो पानी लेके आगइ ओर हमारे साथ बेठ गइ
कन्टीन्यु......