ये केसी अनुभुती
अपडेट - १३८
फीर में ओर सुनील दिवु रीटाको छोडके उनके बंगलेकी साइटपे चले गये वहाभी काफी काम होचुका था फीर हम दोनो हमारे सब प्रोजेक्टकी साइट देखने गये तब वहाभी कीतने सारे कारीगरसे बहुत सारा काम होचुका था तभी मुजे फोन आया तो देखा मंजरीदेवीका फोन था तो में उनसे बात करके सुनीलके साथ वापस दिवु रीटाके पास आया ओर सुनीलको छोडके दिवुसे बात करके में मंजरीदेवीसे मीलने उनके घर चला गया....अब आगे
जेसेही में धरके अंदर गया तो पीछेसे दरवाजा बंध होनेकी आवाज आइ तो पलटके पीछे देखातो मंजरीदेवी मेरी ओर देखके हस रहीथी ओर आके मुजसे लीपट गइ ओर मुजे हाथ पकडके सोफेपे बीठादीया ओर खुदभी मुजसे चीपकके बेठ गइ ओर मुजे बेठेही अपनी बाहोमें भरलीया फीर मेरी आंखोमें हसते हुअे देखने लगी ओर कहा
मंजरीदेवी : कहो केसेहो मेरे जमाइराजा? क्या आपको बुलायेगे तभीही आयेगे?
में : नही सासुमा में बस कुछ काममें फस गयाथा हमे बीजनेसभीतो देखना हे कहो केसे याद कीया वेसेभी रातको हम आपके पास आनेही वालेथे
मंजरीदेवी : हां तो आजाइअेगा तबतो मेरी बेटीभी साथ होगीनां? मेंतो आपको अकेलेमे मीलना चाहती थी आपने मेरी सादी तैय करदी ओर मुजसे मीलनेभी नही आये
में : (हसते) सासुमां इसीलीयेतो मीलने आने वालेथे कहो अचानक क्यु याद कीया हमे
मंजरीदेवी : बस में सादीतो करुगी पर मेरी अेक सर्त हे, अगर मंजुर हेतो में सादीके लीये तैयार हुं वरना यहा अेसेही खुस हुं
में : कहो अब कोनसी सर्त हे मुजसे हो सकेगातो जरुर पुरी करुगा
मंजरीदेवी : मुजे नही पता आपके काका केसे हे वो मुजे हर सुख देपायेगे या नही में सीर्फ आपके भरोसेही सादी कर रहीहुं मेरी सर्त बस इतनीसीही हे की सादीके बादभी हमारा ये रीस्ता कायम रहेगा मुजसे आप अेसेही प्यार करोगे जो अभी हम करने वालेहे अगर कभी में प्रेगनेन्टभी हुइतो बच्चा सीर्फ हमाराही होगा ये मंजुर हेतो मुजे कोइ अेतराज नही हे बोलो मंजुर हे
कहेके वो कातील स्माइल करते मेरी ओर देखते हसने लगी तब मेनेभी उसे जोरोसे बाहोमें भीच लीया ओर अपने होंठ उनके होंठोसे मीला दीया फीर हम काफी देर अेक दुसरेके होंठोका रसपान करते रहे फीर उनकी आंखोमें देखता रहा तो वो नजर जुकाके मंद मंद मुस्करा रही थी तब मेने कहा
में : मुजे पताथा आप यही कहोगी मुजे आपकी हर सर्त मंजुर हे आप सादीकी तैयारीया करो क्युकी आप मेरे काकाको जानती नही वो पुरी रात आपको प्यार कर सकतेहे ओर आपको थका देगे तब आपकी कोइ फरीयादही नही रहेगी
मंजरीदेवी : जानु जबतक मेरी सादी आपके काकाके साथ नही होती में जीभरके आपके साथ प्यार करना चाहती हु आप मुजे आज संतुस्ट करदे बस यही मेरी तम्मना हे
कहेके वो मुजे हाथ पकडक अपने बेडकी ओर लेगइ ओर हम नाजाने कबतक प्यारके सागरमें गोते लगाते रहे जब तक दो बार तुफानका भवंडर आके सांत नही हुआ तबतक हम दोनो लगे रहे आज मंजरीदेवीका पुरा तन तोडके रखदीया ओर जबतक उनकी चुतको दो बार अपने पानीसे भरके सीच नही दीया
तबतक मंजरीदेवीने मुजे अपने उपरसे उतरने नही दीया फीर दोनो साफ होके बहार आगये ओर उसने मुजे केशरवाला दुध पीलाया फीर कुछ बाते करते में वहासे चला आया तब दिवु रीटा सुनील मेराही वेइट कर रहेथे ओर हम सब वापस महेलमें आगये तब मेरी सब बीवीया अपनी ओफीसमें काम कर रहीथी बाकी सब उनके साथ गपे लगा रही थी ओर मे जाके सीधे फ्रेस होने चला गया तब रीटा दिवुभी साथ थी
दिव्या : जानु आप मंजरीदेवीके पास गयेथे क्या हुआ वो मान गइ?
में : हां बेबी बडी मुस्कीलसे मनाया अब वोभी हमारी काकी बन जायेगी
रीटा : (हसते) बाबु वो हमारी मनीषादीभी सीमादीकी सोतेली बहेन होजायेगी
दिव्या : अरे हां बाबु आजकल सीमादी कुछ ज्यादाही मायुस दीख रहीहे अबतो वो प्रेगनेन्टभी हो चुकीहे अब उसे क्या प्रोबलेम हे? आप कुछ करो वरना उनके बच्चेपे बुरा असर पड सकता हे, कही वो अपने पापाकी दुसरी सादीसे परेसानतो नही हे?
में : नही बेबी मुजे ओर सोनुको उनसे मीलके बात करनी पडेगी फीरही कुछ पता चलेगा
फीर हम तीनोही बाते करते बहार आगये तब सीमा हमे अपने रुमकी ओर आती दीखाइ दी जेसेही हमे देखा वो नजर नीचे करते हमे इग्नोर करते हमारे पाससे गुजर गइ तब में दिवु ओर रीटा उसे देखतेही रेह गये तब दिवुने मुजसे इसारेसे उनको मीलनेको कहा तो में उनके रुमकी ओर चला गया तब दिवु रीटा होलकी ओर जाने लगे
जेसेही में उनके रुममें दरवाजा धीरेसे खोलके गया तो वो पेटके बल उल्टी तकीयेमे मुह छुपाके लेटी थी में उनके पास जाके उनके बगलमें बेठ गया ओर अेक हाथ उनके सरपे रखके सहेलाने लगा तो उसने फोरन सर उचा करके मेरी ओर देखा तो मेरी गोदमें सर रखके फुटफुटके रो पडी ओर में उनका सर सहेलाता रहा ओर उसे सांत करता रहा
सीमा : (रोते हुअे) भाइ हर दफा मेरे साथही अेसा क्यु होरहा हे? में अजयसे दुसरी सादीके लीये राजीभी हुं फीरभी मुजमें क्या कमी रेह गइ जो में उनका विस्वास जीत नही पाइ मेने जीससेभी प्यार कीया वो सब मुजे इग्नोरही करते रहे क्या मुजे मेरी लाइफ जनेका कोइ हक नही अजयभाइभी मुजे समज नही पाये ओर आपभी...
में : बस सीमा अब कुछ मत बोलना मुजे मेरी गलतीका अहेसास होगया हे मेने अेक बार गलती करदी अब दुबारा अेसी गलती कभी नही दोहराउगा अब सांत होजा आजसे तु सीर्फ मेरीही जीम्वेवारी हे बस अब तुजे वो हर सुख मीलेगा जो तु चाहती हे
कहातो सीमा सांत होके बेडपे बेठ गइ ओर अेक नजरसे मेरी ओर देखती रही तब मेने आंखके इसारेसे हां कहातो वो मुजसे बेठेही बाहोमें लीपट गइ ओर मेरे सीनेमे सर रखदीया तब में उनके सरपे हाथ रखके सहेलाता रहा तब उसने कहा
सीमा : बस भाइ मुजे कुछ ओर नही चाहीये मुजे आपका यही साथ चाहीये तो मे आपके प्यारके सहारेही पुरी जींदगी बीता दुगी कास आप पहेलेही मान जाते तो मेरी कोइ तम्मनाही नही रेह जाती चलो जोभी हुआ अच्छाही हुआ कमसे कम आपतो मुजे समज पाये अब मुजे कोइ गम नही हे में आपके सहारेही जी लुगी
में : नही सीमा अब तु वो हर सुख पायेगी जो तु चाहती हे में तेरी भावनाओका पुरा खयाल रखुगा बस ये बात सीर्फ हमारे तकही रखना तुम्हारा दुसरा बच्चा हमारा होगा
सीमा : (खुस होते मुजे जोरोसे बाहोमें भीचते) बस भाइ में यही चाहतीथी आपकी सीर्फ अेक नीशानी मेरे पास हो अब मुजे कुछभी नही चाहीये आजसे ये सीमा आपको पुरी समर्पीत होती हे, भाइ आपको पता हे ओरभी कोइ आपसे उमीद लेके बेठी हे
में : (हसते) हां पता हे वो तेरी पकी सहेलीजो हे तु इन्हीकी बात कर रही हेना?
सीमा : (हसते) हां भाइ क्या आपकी उनसेभी बात हुइ हे?
में : हां सीमा अब दुसरी बार राजकोट जाउगा तब उनकाभी काम करना हे तुजे पता हे उनकीभी सोतन आ रही हे
सीमा : (हसते) भाइ आ रहीहे नही आ गइ हे कहो मुजे सब पहेलेसेही पताहे वो अपनी बहेनको सोतन बनानेकी कबसे प्लानींग कर रही थी क्या वो सबभी तैय होगया?
में : हां सीमा सब तैय होगया जब मेरी बहेन पढाइ करलेगी तब मेही उन दोनोकी सादी करदुगा तब तक दोनो बहेन सब सुख पाती रहेगी जो अेक सादी सुधा ओरत पाती हे जो में मेरी लाइफमें नही पा सका ओर नाही तुम पा सकी हें..हें..हें..
कहातो सीमा सरमा गइ ओर हसने लगी फीर उनको बाथरुममें भेजके उनका हुलीया ठीक करवाया ओर वो तैयार होगइ जब में बहार नीकलनेको जाने लगा तो वो दोडके आगइ ओर मुजे पीछेसेही बाहोमें भरके मुजे थेन्कयु कहेने लगी तब में पलट गया ओर सीमाको बाहोमें भर लीया तब सीमा ने अपने होंठ मेरे होंठपे रखके कीस करदी
में : बस सीमा अब हम चलते हे अभी सबका आनेका वक्त हो गया हे चल वरना हम दोनोही बहेक जायेगे
सीमा : भाइ अब मुजे कोइ गम नही हे अगर बहेकभी गयेतो भी कोइ गम नही हे आजसे ये सीमा सीर्फ आपकीही हे अब अजयसे महज अेक रीस्ताही नीभाना हे
में : नही सीमा में चाहता हुं तुम अजयकोभी वोही प्यार देती रहे जो आज तक देती आइ हे वरना में तुजे कभी नही अपनाउगा
सीमा : ठीक हे भाइ जो आप चाहतेहे वही होगा अब चलीये सबकुछ आजही बतायेगे
कहेके वो हसती हुइ मुजे बहार लेजाने लगी ओर हम होलमें आगये तब मेरी सब बीवीया फ्रेस होके बेठीथी हमे देखतेही सब खुसीसे हसने लगी ओर जब सबने सीमाको खुस होते देखातो सबकी खुसी ओर बढ गइ तब सोनुतो दोडके सीमाको गलेही लग गइ ओर उनसे धीरे धीरे बत करने लगी तब काका अजय ओर मोहनभी आगये
सुनील : रामुभाइ सब आपहीका वेइट कर रहेहे फटाफट फ्रेस होकर आजाइअे पेटमें चुहे दोड रहे हे हें..हें..हें..
कहतो सब हसने लगे तब काकाभी हसते जटसे फ्रेस होने चले गये तब तारा सारीका काकी ओर रसीभी आगइ ओर सब लेडीसके साथ बेठ गइ ओर हम सब डाइनींग होलकी ओर चले गये आज सीमाको बहुत खुस देखके उनकी मम्मीभी बहुत खुस होगइ तब माधवी ओर नीराली धारा मेरे पास आके बेठ गइ तब इधर नेनु माया जसु सोनु सब बेठीथी तब मीरा केशरकोभी लेके आगइ ओर हम सबने डीनर कीया
केशर : राज आप डीनरके बाद हमारे रुममें आइअेगा आपसे कुछ जरुरी बाते करनी हे
में : (मनमें हसते) जी दादीमां कुछ खास बात हे?
केशर : (जुठी आंख दीखाते) हां आपकी सगाइके बारेमेही कुछ बात करनी हे
सुनील : भाइ आपकी अपनी सासुमासे इस बारेमें बात हो गइ?
में : हां भाइ वोभी ५०-६० लोगही आयेगे वो सगाइमें ज्यादा ताम जाम करना नही चाहते वो सादी बडी धुमधामसे करना चाहते हे तब वो सबकुछ करेगे
केशर : चलो ठीक हे हमे इतने लोगोका ओर हमारे महेमानोकाही इन्तजाम करना हे
अेसीही बाते करते हम सब बहार गार्डनकी ओर चल पडे तब नेनु ओर सोनु धारा मेरे साथ चलने लगी तब मेने नेनुको वो सारी बात बतादी जो आजके दीन हुइ तब नेनु सोनु ओर धारा हसने लगी तब सोनु वापस सीमाके पास जाके उनसे बात करने लगी तभी माधवी ओर मनीषा मेरे पास आके हमे उनकी मम्मीके घर जानेकी बात करने लगी
धारा : नेनुदी आप चारो चले जाओ ओर बात करके जल्दीही वापस आजाना
फीर में नेनु माधवी ओर मनीषा चारो अभी आतेहे कहेके नीकल गये ओर हम सबनें मनीषाके घर बेठनेका फैसला कीया वही माधवीकी मम्मीको बुलालेगे तबतक मनीषाकी मम्मीसेभी बात करलेगे फीर मुजे पुजारी दादाकोभी मीलने जाना था तबतक नेनु दोनोसे बात करलेगी यही डीसाइड करके हम मंजरीदेवीके घर पहोंच गये
मुजे देखतेही मंजरीदेवी सरमाके हसने लगी ओर हम सबको आदरसे स्वागत कीया तब में दादाको फोन करने लगा तब मनीषा हमारे लीये पानी लेके आगइ तब मंजरीदेवी बार बार मेरी ओर देखते सरमा रहीथी ये बात नेनुने नोटीस की तब माधवीने फोन करके अपनी मम्मीको बुलालीया तो वोभी आके मुजे नमस्कार करते सरमाने लगी ओर हसने लगी तब नेनुने मुजसे कहा
नेनु : राज आप दादाको मीलके आइअे ओर उसे कहीयेगा आपकी मंदाकीनीका अेडमीशन हो गया हे ओर वो अच्छेसे सेट हो गइ हे
कहातो में समज गया ओर दादाको फोन करके में उनके घर चला गया जो पासमेंही अेक घर छोडके था मुजे देखतेही दादा खुस होगये ओर मुजे गले लगालीया ओर उसकी आंख गीली होगइ तब उनकी वाइफ देवयानीदेवीभी बहार आगइ ओर मुजे देखतेही सरमाके हसने लगी ओर उसने मुजे आवकार दीया फीर पानी लेने चली गइ
पुजारीजी : आओ बेटा अबतो बच्चोके बीना ये घर बहुतही सुना लगता हे पर क्या करे उनके भविष्यके बारेमेभी हमे सोचना पडता हे, कहो केसीहे हमारी राजमाता?
में : बस दादा सब मजेमे हे मेरी आखरी सगाइभी धरनतेरसको हे ओर दोनोकोही आना हे
देवयानीदेवी : (पानी लेके अंदर आते) हां बेटा हम दोनोही आयेगे अबतो हम इधर अकेलेही हे तो आजायेगे, वेसे सेट हो गइ मेरी मंदाकीनी?
में : हां माइ उनका अेडमीशनभी हो गया हे ओर अच्छी तराह सेट होगइ हे
देवयानीदेवी : (मुजे पानी देते) बेटा कलही उनका फोन आयाथा आपने उनके लीये इतना खर्चा क्यु कीया? वोतो बसमेंभी आती जाती रहेती
में : माइ वो अेकलोती बहेन हे मेरी तो इतनातो करताहीनां वो काफी समजदार हे
तभी कोइ दादाको बुलाने आया तो दादा उनसे बात करके मुजे अभी आया कहेके उनके साथ चले गये तब देवयानीदेवी मेरे पास बेठ गइ ओर मुजसे धीरेसे बात करने लगी
देवयानीदेवी : (सरमाके धीरेसे) बेटा आपकी तराह वोभी सब जानने लगी हे उनमेभी वो सब शक्तिीया आगइ हे क्या आपकी उनके साथ कुछ बात चीत हुइ?
में : हां माइ वो काफी कुछ जान चुकी हे ओर बाकीतो आपभी सब जानती हे की आप दोनो कोन हे ओर आगे क्या होने वाला हे
देवयानीदेवी : (सरमाके हसते) हां मुजेभी सब पता हें अबतो महज ये रीस्ता नीभाते जींदगीही पुरी करनी हे बस अब आप पुरी तराह प्रकृतीमय होजाइअे यही तम्मना हे
में : माइ आपको आगे क्या होने वाला हे वोभी पता हे तो आपको दु:ख नही हुआ?
देवयानीदेवी : नही बेटा क्युकी में ओर मंदाकीनी अपने आपको पुरी तराह प्रकृतीके साथ ढाल चुकेहे ओर वो सबतो होकेही रहेगा तो क्या दुख क्युकी उनकी कीस्मतमेही वो सब लीखाहे तो हम कोन होतेहे की उसे बदलदे ओर आपभी कोइ गील्टी फील मत करना क्युकी आगे आपको बहुत कुछ अेसा करना हे जो आप सोचभी नही सकते
में : मांइ में सब जानता हुं वो सब मेने समयके उरप छोड दीया हे
देवयानीदेवी : बेटा लगताहे आपके दादा आरहे हे हम इसके बारेमें बादमें बात करेगे मुजे आपसे बहुत कुछ कहेना हे ओर बहुत कुछ जानना हे
तभी दादा आगये फीर देवयानीदेवी हमारे लीये चाइ बनाके आगइ फीर हम तीनोने चाइ पी तब दादाके साथभी चाइपीते इस बारेमें काफी कुछ चर्चा हुइ ओर वोभी मुजे यही समजाते रहेकी जो बाबा कहे अेसेही करते जाओ फीर में दोनोके पैर छुके कुछ पैसे देके वापस मंजरीदेवीके घर आगया तब सब लेडीज हस हसके बाते कर रहीथी
माधवी : चलो बाबु सब अच्छेसे होगया अब मम्मीकोभी कोइ अेतराज नही हे
में : सासुमा आप बीलकुल फीकर मत करना आप चाहोतो में आप तीनोका वहाभी रहेनेका इन्तजाम करदुगा ओर आप चाहोतो इधरभी साथ रेह सकती हो
सुलक्षणादेवी : जमाइजी फीकर करना आप छोड दीजीये मेरी सब बाते मंजुके साथभी होगइ हे ओर नेनुदीसे भी सब बात होचुकी हे अब ना मुजे कोइ अेतराज हे ना मंजुको कोइ अेतराज हे आपतो हम सबकी भलाइके लीयेही कर रहेहे
में : (हसते) थेन्कयु सासुमां देखा माधु तेरी मम्मी कीतनी समजदार हे हें..हें..हें..
कहतो सब हसने लगी तब माधवीनेभी मुजे अपने दांत पीसके हसते हुअे मुका मारदीया तो सब वापस हसने लगे फीर हम सब जानेके खडे होगये तब नेनु मनु सब बहारकी ओर जाने लगी तब सुलक्षणादेवी मेरे साथ चलने लगी ओर धीरेसे मेरे कानमें कहा
सुलक्षणादेवी : जमाइजी ये सब आपहीके लीये कहा हे में आपको छोडने वाली नही हुं मेरी मंजुसे सब बात होगइ हे वोही आपको वहा बता देगी की में क्यु राजी हुइ हुं
में : (धीरेसे) आप फीकर मत करो मुजे सब मालुम हे आपभी बहुत पहोची हुइ चीज हे बस अेक बार मोका मीलनेदी फीर अेसी हालत करुगा दो दीन बीस्तरसे नही उठ पाओगी
कहातो मुजे हसते हुअे सबसे छुपके मुका मारदीया ओर दांत पीसते कातील नजरोसे मेरे सामने हसने लगी ओर हम सब बहार आगये ओर सबको बाय बोलके महेलकी ओर चलदीये तब रास्तेमें नेनुने मुजे सब जानकारी देदी की बहुत समजानेके बाद सुलक्षणादीवी मानी हे ओर वो इधरही रहेगी अब दिवानजीको देखना वो कीधर रहेते हे
माधवी : चलो अच्छा हुआ वरना घरपे हरदीन यही बातको लेकर बखेडा होता था
मनीषा : जानु मेने तो सोचाभी नही थाकी मेरी मम्मीकी जींदगी वापस हरीभरी होजायेगी ओर मुजे भी अेक अच्छा इन्सान जो हमारे काकाहे वो मुजे पापाके रुपमें मील जायेगे उनकी पुरी फेमीली कीतनी अच्छी हे
नेनु : मनु हमारे काका हेही अेसे जबसे हमारी लाइफमें दुबारा आये तबसे उन्होने हमे पापाकी कमी महेसुस नही होने दी वो ओर काकी बहुतही अच्छे स्वभावकी हे
मनीषा : (जोरसे हसते) अबतो में उन दोनोको मम्मी पापाही बुलाउगी देखतेहे दोनोकी क्या हालत होती हे हें..हें..हें..
माधवी : (जोरोसे हसते) यार में अब कजरीदेवीको क्या कहु? हें..हें..हें..
नेनु : (जोरोसे हसते) मम्मीही कहेना ओर क्या कहेगी? हें..हें..हें..
अेसीही मस्ती मजाक करते सब महेलमें पहोच गये तब ज्यादातर लोग बहार गार्डनमें धेरा बनाकेही बेठे थे तो हमभी वहा सबके साथ जाके बेठ गये तब नेनुने सबको बतादीयाकी सब सही होगया हे तब काकाके मंनमें लडु फुटने लगे ओर खुसी उनके चहेरेपे साफ दीखने लगी तो वो बहुतही सरमाने लगे ओर खडे होगये तब
सुनील : अरे रामुभाइ कहा जा रहेहो अबतो नइ भाभीभी आने जाली हे बेठोतो सही
कहातो सब हसने लगे तब काकाभी हसते हुअे अंदरकी ओर जाने लगे तब अेक बार फीर सब हसने लगे अजयभी दोडके अंदर जाने लगा तो सब वापस जोरोसे हसने लगे तब अजयभी हसता हुआ अंदर चला गया तब मेने रसीलाको सुबह तैयार रहेनेको कहा क्युकी उनकी अेडमीशनके लीये जाना था तो साथमें मनु ओर नेनु भी आ रहीथी
ये काम महेलका स्टाफभी करदेता लेकीन नेनुको भावीकाको मीलना था तो हमनेही जाना डीसाइड कीया क्युकी भावीकाने सबको सीधे उनके घरही बुलालीयाथा फीर वो वहीसे कुछ अेडमीशनका चकर चलाने वालीथी उनकी सब बात नेनुसे हो चुकीथी तो अेडमीशन महज अेक बहानाही रेह गयाथा दरसल भावीका मुजसे मीलना चाहती थी
फीर हम सब उठके अंदरकी ओर जाने लगे तब नेनुने मुजे हसते हुअे याद दीलायाकी दादी आपको याद कर रहीथी तो में हसके केशरके रुममें घुस गया तो मेरी सब बीवीया सरमाके हसते हमारे रुमकी ओर जाने लगी में जेसेही अंदर गया केशर अपने उरप चदर डालके लेटी हुइथी तो मेने दरवाजा बंध करदीया तो उसने आंख खोलदी
केशर : (धीरेसे) पतीदेव इधर आजाइअे कबसे आपका वेइट कर रही हुं
तब में केशरके पास चला गया तो उसने मुजे हाथ पकडके अपने साथ सुलादीया ओर चदरमें घुसालीया तो देखा केशर पुरी नंगी होके लेटीथी मुजे अपने साथ सुलाके मेरे पे आके जुक गइ ओर मेरे होंठ चुमने लगी फीर मेरी ओर देखते मुस्कराती रही तब मेने उनके बुब्स पकडके मसलने लगा ओर उनसे बात करने लगा
में : केशु अभी सब अनुभुती तो करेगी फीर मुजे इधर क्या कहेने बुलाया हे कुछ कामथा?
केशर : (मेरे होंठपे चुमी लेते) क्यु? कामके अलावा में आपको नही बुला सकती? भुलतो नही गयेकी आप मेरेभी पती हो जबसे आयेहो मुजसे अकेले ठीकसे मीलेही नही
में : (उनके होंठ चुमते) हं..तो मुजे प्यार करने बुलाया हे
केशर : (मेरे सीनेपे सर रखके) हं..वेरी स्मार्ट बोय, जानु मुजे आपसे ओरभी बात करनी हे अब में आपके बगैर नही रेह सकती आपके लीये में सबकुछ करना चाहती हुं जो अेक सुहागन करती हे में आपके लीये सजधजके रहेना चाहती हुं मेरी बहुत सारी तम्मना जाग गइ हे जो यहा सब करना मुमकीन नही हे अब आपही कुछ कीजीये
में : केशु सीर्फ तुही नही मेभी चाहताहुं मेरी केशु वो सब कुछ पहेने जो मेरी सब बीवीया पहेनती हे तुजे पता हे नेनुने राजकोटसे तेरे लीये कुछ डड्ढेसीसभी लीयेहे ओर बहुत सारे स्पेसीयइ अंडरगारर्मेन्टभी लीये हे ओर हमने तुम्हारे बारेमे कुछ ओरही सोचा हे
केशर : (खुस होते उत्सुक्तासे) क्या लीया हे जानु प्लीज.. मुजे बताइअेना ओर आपने मेरे बारेमें क्या सोचाहे क्या में जान सकती हुं?
में : हां केशु में चाहताहुं हमारे होटेलके भुमीपुजनके बात तुम सोनु ओर नीराली तीनो बोम्बे चली जाओ ओर वहा तुम खुलके जींदगी जीओ हम सब वहा आते जाते रहेगे
केशर : (खुस होते) जानु आपनेतो मेरे मनकी बात छीनली मेंभी आपको वोही कहेने वाली थी मु..हां..(कहेके मुजे चुमलीया) फीर जानु आपकोभी वहा आना पडेगा केह देतीहुं वरना हम वापस इधर आजायेगे फीर भलेही मेरा पेट दीखाइदे
में : देखना बाबा कुछ गडबड मत करना में तेरे लीयेही इधर माहोल बना रहाहुं फीर सब सही होजायेगा तब इधरभी तुम बीन्दास रेह सकती हो हें..हें..हें..
केशर : (हसते) अेसा क्या कर रहेहो जो मेंभी इधर बीन्दास रेह सकतीहुं
में : सब कुछ आजही जानलेगी अब चलना नही हे वरना तेरी सब सोतन तुजे नोच डालेगी
केशर : हां बाबा चलो मेतो इधरही आपसे प्यार करना चाहती थी पर कल आपको मुजे आके पर्सनली प्यार करना पडगा केह देती हुं फीर आप मुजे कीधरभी ले चलो
में : केशु कल हम दोनो ओर नेनु हमारी होटेल चलेगे तुनेतो वो देखाही नही हेनां चल कल तुजे दीखाता हुं ओर वहा हम दोनो खुब प्यार करेगे आजा
कहेके हम दोनो उठ गये ओर केशर सब कपडे पहेनने लगी ओर में हमारे रुममें चला गया ओर नीरालीको भेजता हुं कहेके गया तब केशर हसने लगी ओर में हमारे रुममें आगया तब मेरी सब बीवीया ठहाका मारते अेक दुसरेकी मस्तीया कर रही थी तब मेने नीरालीको इसीरा करके केशरके पास भेजदीया तो वो हसके चली गइ तब मायाने कहा
माया : सखा आज आप धारादीके साथ हम सबको अनुभुती करायेगे
कहातो धारा खुस होगइ ओर सब बाथरुककें जाके फ्रेस होके नंगीही बहार आने लगी तब बहार कोइ नहीथा तब नीरालीभी केशरको लेके आगइ ओर हम सब अनुभुतीके लीये तैयार होके लेट गये तब धाराने मुजे खीचके अपने उरप सुला दीया ओर मुजे कीस करने लगी आज मायाने धाराको सीर्फ दो बजे तकही अनुभुतीकी प्रार्थना करनेको कहा था तो सबने सहमती जतादी ओर ओर धारा तैयार होगइ
ओर मेरा लंड पकडके अपनी चुतकी लकीर में फसाके प्रार्थना करने लगी ओर मेने अेकही जटकेमे पुरा लंड धाराकी चुतमें उतार दीया तब वो हल्का चीखके स्वप्नकी दुनीयामें चली गइ ओर हम सबकी कमर उछलने लगी तब सबकी सब पर्सनल संभोगकी अनुभुती करने लगी सब प्यारके महासागरमें गोते लगाने लगी
तब तारा सारीकाभी हमेसाकी तराह प्यारकी अनुभुती करने लगी तब हमसे दुर भावीकाभी मेरे साथ संभोगकी अनुभुती कर रहीथी तब तभी अेक जगाह अेसीथी जो आज अपने पतीसे छुपके पहेलीबार संभोगकी अनुभुती महज अेक प्रयोगके खातीर कर रहीथी
वो आज मुजसे बात करके बडीही कस्मकसमें थी की यही वो लडका हे जो हम परीलोकमें इनकी रानीया थी ओर आने वाले जन्ममेभी हम उनकी फीरसे रानीया होजायेगी तो वो हमारे पतीके रुपमें केसा लगेगा जो इस जन्ममें मुजे अपनी माइ मानता हे उसके मन ओर उनके दिलके बीच आज धमासान विचारोका युध्ध हुआ
ओर आखीरकार दिलके सामनें वो हार गइ ओर सीर्फ जानना चाहतीथी की अनुभुतीमें क्या होता हे वो कोइ ओर नही हमारे पुजारीदादाकी बीवी देवयानी देवी थी जो अपने रुममें आज अकेली सोइ थी ओर वो इसलीये अनुभुती करना चाहती थी क्युकी वो मुजे कइ बार प्रकृतीके पाठ पढा चुकी थी तो उसे कोइ क्षोभ नही हो रहा था
तब वोभी अपनी कमर उछाल उछालके आज मेरे साथ पर्सनल संभोगकी अनुभुती कर रहीथी ओर बहुतही कामुक तरीकेसे मुजे बाहोमें भीचके चुदवानेकी अनुभुती करती रही आज इतने सालोके बाद संभोगसे उनकी चुत कुछ ज्यादाही फडफडा रहीथी ओर लगातार थोडी थोडी देरके बाद पानी बहाके जडती रहेती थी
तब इधर महेलमें आज काकाभी काफी उतेजीत होके काकीकी बडेही जोसमें चुदाइ कर रहेथे क्युकी आज मंजरीदेवीकी सहमतीजो मील गइथी तब आज काकीभी ये सोचके काका का भरपुर साथ दे रहीथी की अेक दो दीनमें इसी बीस्तरपे रामु मेरी सोतकोभी इसी तराह पेलता होगा तब मुजे कुछ राहत मीलेगी
तब आज अजयके रुममें सीमा अजयका साथतो दे रहीथी तब आज अजयकी जगाह मुजे इमेजींग करते अजयसे बीना मनके चुदवा रहीथी तब अजयका भी मन मुनीकी ओर था ओर वोभी सीमाको मुनी मानकेही सीमाकी चुदाइ कर रहा था जब दोनो जड गये तब अजय बाथरुममें जाके साफ ओके आ गया
ओर सीमासे चीपकके सोनेकी अेकटींग करने लगा क्युकी आज अजय ओर मुनीने मीलनेका प्रोग्राम बनालीया था तो उसे वापस मुनीके पास जाना था तो सीमाभी समज चुकीथी ओर वोभी चुत साफ करके सोनेकी अेकटींग करने लगी
तब थोडी देरके बाद अजय सीमाको सोते देखतेही धीरेसे उठके वोही रुमकी ओर चला गया जहा कइ दोनोने पहेली बार चुदाइ कीथी जब वहा पहोचातो मुनी पहेलेसेही वहा अजयका वेइट करते नंगीही चदर डाइके सोइ थी तब अजय दरवाजा बंध करके अपने सब कपडे नीकालके मुनीके साथ चदरमें घुसके लेट जाता हे
तब मुनी उसे जोरोसे बाहोमें भरके भीच लेती हे ओर अजयको चुमने लगती हे तब काफी देर बाद सीमा धीरेसे उठके उन दोनोकी रास लीला देखने अेक थोडीसी खुली खीडकीके पास खडी होजाती हे ओर अंदर का नजारा देखने लगती हे तब अंदर अजय मुनीके उपर हाथके बल उचा होके मुनीकी जबरदस्त चुदाइ कर रहा था तब मुनीभी कमर उछाल उछालके अजयका साथ देते मजेसे चुदवा रहीथी
तब थोडीही देरमें अजय मुनीके के अंदर खलास होजाता हे तब मुनीके उरप ढेर होजाता हे तब सीमा वापस आके अपनी जगाह सोजाती हे आज उसे कोइ दुख नही हुआ क्युकी वो आज मुजसे बात करके पुरी तराह मेरी ओर ढल चुकीथी ओर आने वाले वक्तमें मुजसे मीलनके बारेमें सोचते मनही मन खुस होते कब सोगइ उसे पताही नही चला
तब दुसरी ओर अजय मुनीके सीनेपे सर रखके उनके उपर लेटा था ओर दोनोही आगेकी प्लानींग डीस्कस कर रहेथे तबतक रातके २ बज चुकेथे तो हम सबभी प्यारकी अनुभुतीसे बहार आचुकेथे मेरी सब बीवीया बाथरुममें जाके नहाके बहार आके सोने
लगती हे तबभी में धाराकी चुतमें लंड डालके उनके उरप लेटा रहा तब धारा मेरा सर सहेला रहीथी ओर मुजे बीच बीचमें कीस करती रही
धारा : बाबु अब उठना नही हे क्या? आजतो आपने मेरी सारी कशर पुरी करदी
में : नही बेबी आज आपको ओरभी प्यार करना हे आपनें मुजे बहुत गालीया दी हे
धारा : (जोरोसे हसते) तो क्या आप इनका बदला ले रहेहो हें..हें..हें..
में : नही बेबी अब तक मेने मेरी बीवीसे प्यार कीया अब में अपनी दोस्तको प्यार करुगा
धारा : (मुजे जोरोसे बाहोमें भीचते) ओह..बाबु आप मुजे कीतना प्यार करते हो
कहेके वो अपनी कमर हीलाने लगती हे तब थोडीही देरमें धाराके साथ मेरी घमासान चुदाइ होने लगती हे तब जसुभी आके नंगीही हमारे पास लेट जाती हे तब मेने धारा ओर जसुको बारी बारी दो दो बार चोद लीया ओर दोनोही थकके चकनाचुर होचुकीथी फीर नहाते वक्तभी दोनोकी अेक अेक बार चुदाइ करली
ओर हम नहाके बहार आगये तब माया ओर नेनु मेरे साथ सोगइ ओर में हमेसाके माफीक नेनुकी चुतमें लंड उतारके उनसे चीपकके सोगया तब माया ओर सोनुभी आके हमसे चीपकके सो गइ ओर हम सब सुबह ७ बजे तक सोते रहे तब मीरा ओर केशर ६ बजे उठके नहाके तैयार होगइ ओर अपने रुममें चली गइ
आज सब महेमान आने वालेथे ओर मुजेभी भावीकाके घर रसीलाको लेके जाना था तो सब ७ बजे उठ गये ओर दो दो करके नहाने चले गये तब लास्टमें में नेनु ओर सोनु नहाने चले गये तब नेनुने ओर सोनुने अेक बार मुजसे खडे खडे चुदवा लीया फीर नहाके तीनो बहार आगये ओर हम तैयार होगये तब मेरी सब बीवीयाभी तैयार होचुकीथी
नेनु : चलो सब अपनी मांग भरवालो आज चाइ नास्ता करके हमे नीकलना हे ओर दोपहोरको वापसभी आना हे आज सब महेमान आने वाले हे
तब सब फटाफट मेरी ओर आने लगी तब मेने नेनुकी सोनुकी मांग भरके सबकी मांग भरदी तब सब मेरे पेर छुके मुजे हग करते लीपकीस करती बहारकी ओर जाने लगी ओर हम सब बहार होलमें आगये तब वहा सुनील तारा सारीका काका काकी मोहन रसीला सीमा अजय सब पहेलेसेही मोजुद थे
तब हम सबने चाइ नास्ता करने लगे तब आज मुनी सारी पहेनके आइथी ओर वो काका काकी ओर अजयका वीसेस खयाल रख रहीथी जीसे देखते नेनु ओर सीमा हस रही थी फीर हम सबनें चाइ नास्ता फीनीस कीया तो सब अपने अपने कामपे जाने लगे
तब सबके आस्चर्यके बीच आज केशर माया ओर सोनु भी कार लेके नीकल गये तो दिवानजी मेरे सामने देखके हसने लगे तब में ओर नेनु अेक दुसरेकी ओर देखतेही रेह गये तभी रसीलाभी अपने सब पेपर लेके आगइ तब मनुभी कंपलीट तैयार होके आगइ तब नेनु दिवानजीके पास जाके पुछने लगी
नेनु : दादा ये दादी सुबह सुबह मायादी ओर सोनुको लेके कीधर गइ?
दिवानजी : (हसते) बेटी वो हमारे धर ओर मंजरीदेवीको मीलने गइ हे क्युकी सामको हम सबको कही जाना हे हें..हें..हें..
नेनु : (हसते) अब सामको कीधर जाना हे? हमेतो पताही नही हे
दिवानजी : अब वोतो मुजेभी नही पता बस मुजसे यही कहाहे सामको आप सब गाडीया तैयार रखना तो मुजे सीर्फ इतनाही मालुम हे हें..हें..हें.. अबतो आपकी दादीभी महाराजकी तराह सरप्राइज देने लगी हे हें..हें..हें.
कहातो नेनुभी हसने लगी फीर मेरे पास आके हमे चलनेके लीये कहेती हे फीर में नेनु मनीषा ओर रसीला मेरी कार लेके सी.अेम.के घरकी ओर नीकइ जातेहे तब हमारे आगे पीछेभी अेक अेक कार आने लगी जो हमारी सीक्युरीटीके लीये दिवानजीने भेजी थी तब रास्तेमें नेनु मुजे सब बाते बता देती हे की दादीने क्या प्रोग्राम बनाया हे
मनीषा : जानु मुजे लगता हे मेरी मम्मीकी सादी आजही होजायेगी क्युकी दादी उनसे मीलने गइ हे वो हमे इनकी तराह सरप्राइज देना चाहती हे हें..हें..हें..
नेनु : (हसते) हां मनु मुजेभी अेसाही लगता हे चलो देखते हे क्या होता हे
अेसीही बाते करते हम सी अेम के घर पहोंच गये तब नंदाभाभी रीमा सब बहार आके हमारा स्वागत करने लगे ओर हमे बडेही आदरसे अंदर ले गये तब घरपे सी अेम माथुर नही थे वो कही तैय कार्यक्रममें गये थे तब भावीकाभी उपरसे आगइ
ओर आतेही मेरे सामने देखके सरमाके हसने लगी तब नेनु मनीषाके साथ रसीलाभी उनको गले लगाके मीली फीर सबके लीये पानी ओर ठंडे भी आगया तबतक भावीकासे नेनुकी सब बाते हो गइ तो भावीकाने रसीलाके पेपर देखके सब वही बेठके अेरेन्ज करदीया फीर रीमा नेनु मनु ओर रसीला कार लेके चले गये तब नंदाभाभीने कहा
नंदा : (धीरेसे) कहो जमाइजी केसे हो आपनेतो मेरी हालत खराब करके रखदी अबभी नीचे दर्द हो रहा हे
में : (धीरेसे) तो पेइनकीलर ले लीनी चाहीयेनां क्यु नही ली?
नंदा : (हसते धीरेसे) वो आप क्या जाने, इस दर्दकी वजहसे अबभी वोही फीलींग्स आ रहीहे जो हम मीले थे, जाओ आपके होने वाली बीबी बार बार आकी ओर देख रही हे हें..हें..हें.. (भावीकाकी ओर देखते) बेटा जाओ हमारे महाराजको जरा अपना घरतो दीखादो जाओ राज आप भावुके साथ थोडी देर बेठो
कहातो भावीका सरमा गइ ओर मे खडा होके भावुकी ओर चला गया तो वो मुजे लेके उरप अपने रुमकी ओर जाने लगी जेसेही हम उनके रुममें चले गये तब भावीकाने दरवाजा बंध करदीया ओर पलटके मुजे अपनी बाहोमें भरलीया ओर मुजे पागलकी तराह चुमने लगी फीर हाथ पकडके बेडकी ओर लेजाके बेठ गइ ओर मुजेभी साथ बीठा दीया
भावीका : राज आपतो सामने देखतेही नही थे अपनी सासुमाके साथही बातोमें बीजी होगये थे येभी नहीकी आपकी होने वाली बीवी आपको बुला रही हे
में : बस भावु कुछ कामकी बाते कर रहेथे कहो केसीहे तु? ओर क्या हुआ रीजल्टका?
भावीका : बस आपकी यादमें जी रही हुं ओर रीजल्टभी अब जल्द आजायेगा तब आपकोही मेरे साथ रीजल्ट लेने दिल्ही आना हे में अभीसे केह देती हुं तब कोइ बहाना नही चलेगा
में : बस बेबी वो आजाये तब कहेना हम चलेगे वोभी सीर्फ हम दोनोही ओर कोइ नही
कहतो भावीका मेरे सीनेपे सर रख देती हे ओर मुजे हग करते बेठी रहेती हे फीर मेरी आंखोमें देखने लगती हे ओर धीरेसे मेरे होंठपे अपने होंठ रखके स्मुच करने लगती हे ओर हा दोनोही अेक दुसरेके होंठ का रसपान करने लगते हे तब मेरा हाथ भावीकाके बुब्सपे चला जाता हे तब भावीका सीहरके कांप जाती हे ओर मुजे बाहोमें भीच लेतीहे
भावीका : राज आपसे में हरदीन अनुभुती करती हुं में रीयलमें आपसे मीलना चाहती हुं
में : (उनके होंठपे कीस करते) भावु क्या ये सही होगा?
भावीका : जान मेरी बडी तम्मना हे में हमारी सादीससे पहेले वो सब कुछ करना चाहती हुं जो अेक पती पत्नीके बीचमें होता हे में खुलके जींदगी जीना चाहती हुं
में : भावु कल हमारी सगाइ हे तो तुजे तकलीफ होगी हम दोनो दिल्ही जायेगे तब में तेरी सारी तम्मना पुरी करदुगा चल अभी मुजे अपनी इस मासुकासे प्यार करने दे
कहेके हम दोनोही बहेकने लगे ओर अेक अेक करते हम दोनोके सरीरसे हमारे सब कपडे नीकलके अेक टेबलपे साथ पडे थे ओर भावीका पीठके बल लेटके मुजे अपने उरप खीच लेती हे ओर हम दोनोही अेक दुसरेके होंठोके रसपान करने लगते हे तब भावीकाने अपने दोनो हाथ मेरी गरदनमें डालके मुजे अपने सरीरसे चीपका लीया था
भावीका : जानु मेरी कबसे तम्मनाथी की में आपसे अेसे मीलु पर आपतो इतना बीजी रहेतेहोकी फोन तक नही करते कलतो हमारी सगाइभी होजायेगी फीरतो में खुलके आपसे मील सकती हुं ध्यार रखना में आपको होटेलमें मीलने आया करुगी
में : हां भावु आजाना में तेरा वेइट करुगा
भावसका : जानु में सीर्फ आपको मीलने नही आउगी तब आपको मुजे प्यारभी करना पडेगा में सादीसे पहेले जीभरके आपको प्यार करना चाहती हुं जो प्यार आप मुजे अनुभुतीमें कराते हे हें..हें..हें..
में : बस भावु अभी कुछ मत बोल में सब समज गया में तेरी सारी तम्मना पुरी करुगा चल अभी मुजे प्यार करने दे
कहेके में चुमते चुमते नीचे सरकने लगा तब भावीका मेरे बाल सहेलाने लगी ओर सरीर कांपने लगा तब मेने उनकी चुतपे हाथ रखदीया तो वो हील गइ ओर मुजे उपर खीचनेकी कोसीस करने लगी तब में सीक्स नाइन पोजीसनमें हो गया ओर उनकी चुतकी लकीरपे मुह लगादीया तो उनका सरीर जटके मारने लगा
भावीका : ओह.. राज आपने क्या करदीया कुछ करो वरना में सहेन नही करपाउगी
में : भावृु तु इतनी नादान नही हेकी कुछ समज ना पाओ
कहेके में उनको चुतको चुसने लगा तो भावीका बरदास्त नही कर पाइ ओर मेरा लंड फोरन अपने मुहमें लेलीगा ओर जोरोसे चुसने लगी ओर हम अेक दुसरेके पार्टको खरोदने लगे तब भावीकाकी चुतनें जवाब देदीया ओर वो मेरे मुहमें जडने लगी ओर में भी भावीकाके मुहमें पीचकारीया छोडने लगा तब भावीकाके हलकमें मेरा सारा पानी चला गया
ओर वो पी गइ ओर खांसने लगी फीर हम दोनोही उठके बाथरुममें चले गये ओर अपना अपना मुह साफ करलीया तब भावीका मुजसे चीपक गइ ओर मुजे चुमने लगी फीर धीरे धीरे चुमते नीचेकी ओर सरकने लगी ओर वो मेरे पैरके पास घुटनोके बल बेठ गइ ओर मेरा लंड वापस अपने मुहमें लेलीया ओर मुजे ब्लुजोब देने लगी
में : भावु क्या कर रहीहे सारी कशर आपही पुरी करना हे क्या?
भावीका : (मेरी ओर देखते) जानु आज मुजे मत रोकना आप बडी मुस्कीलसेतो मेरे हाथ आयेहो आज नही छोडुगी आपको
कहेके वापस लंड मुहमें लेके जोरोसे अंदर बहार करने लगती हे काफी देरकें बाद में जडनेको आगा तो मेने उनका सर पकडलीया ओर कमर हीलाते उनके मुहमें चोदने लगा तो भावु गुं..गुं..करने लगी ओर मेने पीचकारीया छोडदी तो वो सारा पानी अपने मुहमें भरके अेक साथ गटक गइ ओर मेरी तरफ देखके हसने लगी
भावीका : (मेरे सामने देखके हसते) क्यु जानु मजा आया? मुजे ये ब्लुजोब देना बहुत अच्छा लगता हे ओर आपका पानीभी बहुत टेस्टी हे अब देखना में हमेसा आपको अेसेही ब्लुजोब देती रहुगी
में : (हसते) चल आजा ठीक हे अपना मुह साफ करले हमे अब नीचे जाना चाहीये वरना तेरी मम्मीको सक होगा की दोनो क्या कर रहे हे ओर वो सबकाभी आनेका टाइम हो गया हे
फीर भावीका खडी होगइ ओर अपना मुह साफ करके सही होगइ फीर दोनो बहार आगये तब भावीका अेक बार फीर मुजसे लीपट गइ ओर लंड पकडके मसलती कहेने लगी
भावीका : जानु मुजे ले चलो में आपके बगैर नही रेह सकती मुजे आपसे ओरभी प्यार करना हे आपने मना कीया वरना मेतो अभी सबकुछ करनेको तैयार थी
में : बस भावु थोडा कंटड्ढोल करनाभी सीखले अभी नही कर सकते बेबी हम दोनो दिल्ही जा रहे हेनां तब वही सारी कशर पुरी कर लेना में कहा मना कर रहा हुं पर अभी नही वरना आपकी हालत खराब हो सकती हे जानु समजा करो
भावीका : ठीक हें मे मेरे जानुके लीये इतनातो करुगी चलो कपडे पहेनके नीचे जातेहे वरना आपकी सासुमा मुजे डाटेंगी हें..हें..हें..जानु मुजे आपसे ओर भी काम हे पर आज नही हम कल फुरसतमें बात करेगे मुजे आपसे ढेर सारी बात करनी हे
में : क्या बात करनी हे कुछ खास बात हे तो बता हम इधरही बेठते हे
भावीका : नही राज अभी नही मुजे बहुत सारी बात करनी हे पता नही क्यु में आपसे सब बाते बताके हल्का होना चाहती हुं जो सीर्फ आपही समज सकते हो
में : हं..चल ठीक हे हम फुरसतमें बात करेगे बेबी आपको हमारे होटेलके भुमीपुजन मेही बहुत बडी खुसी मीलने वाली हे फीर हम दोनो जी भरके मील सकेगे
भावीका : (खुस होके हसते) अेसी क्या खुसखबरी मीलने वालीहे आपतो सब कुछ जानतेहो जानु बताओनां प्लीज..
में : नही भावु तब में तेरे चहेरेपे वो खुसी देखना चाहता हुं अभी बता दीयातो नही देख पाउगा ओर आपके लीये सब इन्तजाम रेडीही हे हें..हें..हें..
भावीका : (हसते) बाबु आपनेतो मुजे टेन्सनमें डालदीया बतादोना प्लीज..हें..हें..हें..
तभी बहार आहट हुइतो भावीका डर गइ ओर मेरा हाथ पकडके मुजे रुमके बहार लेजाने लगी फीर हम दोनो नीचे आगये तो नंदाभाभी हमारा वेइट करते सोफेपे बेठी थी में वहा उनके पास जाके बेठ गया तब भावीका कीचनमें चली गइ तो भाभी मेरे पास सरमके जनदीक बेठ गइ ओर मेरी तरफ कातील मुस्कान करने लगी फीर धीरेसे कहा
नंदा : (धीरेसे) क्यु राज आपने मेरी बेटीको ज्यादा तंग तो नही कीया हें..हें..हें..
में : नही भाभी मे क्यु तंग करुगा अगर तंग करना होता तो आपतो हेनां
नंदा : (सरमाके हसते धीरेसे) बहुत सरारती हो मेरी इतनी हात बीगाडकेभी आपका जी नही भरा जो अभीभी मुजे तंग करना चाहते हो हें..हें..हें..
में : (हसते) क्या करुभाभी आप इतनी मस्त मालहेना की आपको देखतेही कंटड्ढोल खोने लगता हुं जी चाहता हें अभी रुममें जाके पटक दु
नंदा : नही यार हालतो कुछ मेराभी यही हे लेकीन भावु घरपे हे तो हम कुछ नही कर सकते आप वही आपके महेलमें कुछ जुगाड करलेना हम वही मजे करेगे
तभी बहार हमारी तीनो कार आगइ तब नेनु रीमा रसीला ओर मनु अंदर आगये तब रसीला बहुत खुस दीख रहीथी तब रीमा मेरे समने स्माइल करते कीचनमें चली गइ ओर भावीकासे हस हसके बाते करने लगी तब भावीका उनको सब बाते बताने लगती हे तब नेनु मेरे पास आके मुजसे चीपकके बेठ जाती हे ओर मनुभी बेठ जाती हे
नेनु : जानु सब अच्छेसे होगया रसीकोतो बस उधर सीर्फ साइनही करना था सब रेडी था ओर सबने हमारा बहुत अच्छी तराह स्वागत कीया ओर वोतो सब हमे देखने अेकठा हो गयेथे की महारानी खुद आइहे मुजेतो बहुतही सरम आ रही थी
नंदा : लगता हे देवरजी नेनुदी या आपकी कोइ रानी बहार गइही नही हे पुरे हीमाचलमें आपके चर्चे हे आपहीको नही पता की आप क्या सेलीब्रीटी हो सीर्फ आपके नामसेही अेडमीशन मील जाता
में : नही भाभी आपहीकी चेनलसे ठीक हे हमारी अेकलोती भाभीकाजो अेडमीशन करवानाथा
कहतो रसीला बहुत सरमाके नेनुके सामने देखके हसने लगी फीर हम चारो सबको गले मीलके नीकलने लगे तब नंदाभाभीने खुब आग्रह कीयाकी सब लंच करके जाते पर अभी टाइमभी बहुत थातो हम आरामसे पहोंच सकते थे ओर हम सब नीकल गये तब नेनु ओर मनु मुजे सारी बाते बताती रही की वहा क्या हुआ ओर हम महेलमें पहोंच गये
देखातो काजल ओर सगुन ओर सीमा तीनोही बाते करते बेठीथी हमे देखतेही सगुन खडी होके हमारी ओर दोड पडी ओर हमे हग करते सबको गले मीलने लगी जेसेही मुजे मीली जोरोसे बाहोमें भीचके हसते हुअे धीरेसे मेरे कानमें कहाकी आपका सीकार आगया हे कहेके वो अलग होते हसने लगी फीरभी मेरी कुछ समजमें नही आया
तभी अंदरसे होलमें आते हुअे मुजे नीरज कृणाल विमला संजना मीले तो वोभी हमे देखके हमारी ओर दोड पडे ओर हम सबको गले मीले तब संजनाभाभी बहुतही सरमा रही थी तो वीमलाभाभीभी मुजे अेक अलगही नजरोसे देखते हस रही थी तभी अंदरसे दुसयंत लताभाभी ओर मंदाभाभी आते देखाइ दीये
तब दुसयंततो मुजे देखतेही पागलकी तराह दोडही पडा ओर मुजे आके उठालीया फीर अेक चकर लगाके मुजे नीचे उताराके मुजसे लीपटके हग करलीया तब सब हमे देखते हस रहेथे फीर लताभाभी गले मीली
ओर जेसेही मंदाभाभी मुजसे गले मीलीतो मेने उसे जोरोसे बाहोमें भीचलीया तो वो आउच..करके हसने लगी तब मेने गले लगतेही सगुनकी ओर देखातो वो हसके मुजे आंख मारदी तो में सब समज गयाकी वो कीस सीकारके बारेमे बात कर रहीथी फीर सब बारी बारी मीलते होलमें बेठ गये तब मुजे करण नजर नही आया तो मेने मंदाभाभीसे पुछलीया
में : भाभी आप अकेली? करणभैया साथमें नही आये क्या?
मंदाभाभी : (हसते) नही वो कीसी कामसे दिल्ही गये हे वो सायद कल सीधे इधरही आजायेगे, क्यु इनकी जगाह मेतो आगइ फीर उनका क्या काम हें..हें..हें..
लता : रहेने दीजीये भाभी इतकी ज्यादा टांगे मत खीचना वरना गइ कामसे ये बहुतही पहोंची हुइ चीज हे हें..हें..हें..
मंदाभाभी : हां पता हे तभीतो मेरी सहेली मायाको फसालीया हें..हें..हें..
माया : (हसते) मंदा ज्यादा मत बोल वरना तुभी फस जायेगी हें..हें..हें..
तब हमसे दुर मेरी सब बीवीया हमारी ओर देखते मजे ले रही थी तब मुजे अंजु बहुतही मायुस नजर आइ तब मेने उसेभी बुलालीया तो वो मेरे पास आके बेठ गइ तब मेने मंदाभाभीको अंजुसे फीरसे मीलवाया ओर मे जोभी हुं इनकी वजहसे हु कहातो अंजुकी आंख गीली होगइ ओर मुजे बेठेही हग करलीया तभी अंजुने कहा
अंजु : जानु आप जुठ मत बोलो हम सबकी पहेचान आपहीतो हे मेरा कहा कोइ अस्तीत्व था आज जोभी पहेचान हे सीर्फ आपहीकी वजहसे हे
मंदाभाभी : (हसते) लता वाकइ तु केह रहीथी अेसाही हे कोइ क्रेडीट लेना नही चाहता
अंजु : भाभी सचहीतो कहा हे पुछलो लताभाभीको क्या में जुठ बोल रही हु?
में : (हसते) चल ठीक हे तु सही हे बस, ये बता मुह क्यु लटका हुआ हे?
अंजु : (हसते) कुछ नही बाबु अभी महेश आ रहा हे दादाने कीसीको उसे लानेही भेजा हे वो अकेलाही आ रहा हे काजुतो इधर हे तो फीर बा वहा अकेली हो जायेगी
में : नही बेबी वहा अब मालीनी मंदाकीनी उनकी दोनो बहुअे तो हे वो उनका खुब खयाल रखती हे तु उनकी फीकर मत कर
अंजु : (हसते) क्या दोनो बहु? मतलब मंदाकीनीभी...
में : (हसते धीरेसे) हां.. तु सोच रहीहे वोही हे बस अभी कुछ मत बोलना हम बादमें डीसकस करेगे ओके
अंजु : (धीरेसे) जानु मुजे कुछ आसंकायेतो थी पर आज ये बात सच हो गइ वो दोनो हमारे यहा सादीमें आइथी तब कुछ बाते कर रहीथी ही हम दोनोभी अपने भाइसे सादी करेगे अेकने तो करली अब दुसरीभी लाइनमें आ गइ हें..हें..हें..
तभी अेक कार आके रुकी तो उनमेसे कहेश ओर बा उतरके अंदब आये तो अंजु उसे देखतेही उछल पडी ओर उनकी ओर दोड पडी जीसे देखते हम सब हसने लगे ओर वो अपने बाको गले लग गइ ओर आंसु बहाने लगी तब बाभी हसतेहुअे उनके सरको सहेलाने लगे फीर महेशको मीलके मेरी ओर देखके हसने लगी
फीर हम सब बाके पैर छुके महेशको गले मीले ओर बाको लेके सोफेपे बेठ गये तब अंजु उनसे चीपकके बेठ गइ तो काजलभी उनके पास बेठ गइ तब बा काजलके सरपे हाथ रखके घुमाने लगे ओर उनसे बात करने लगे फीर बीच बीचमें वो अंजुसेभी बात कर रहीथी ओर वो तीनोही बातो में तलीन हो गये तब नेनुने आके कहा
नेनु : देखा जानु आज हमारी अंजु कीतनी खुस हे मां होतीही अेसी हे
कहातो मेरी आंख गीली होगइ तो नेनु फोरन मेरे पास बेठ गइ ओर मेरे आंसु पोछ दीये ओर मुजे हाथ पकडके हमारे रुमकी ओर ले गइ तब कीसीको नही पता चलाकी हम क्यु अंदर गये सब यही सोचके देख रहेथेकी हम कीसी कामकी वजहसे अंदर गयेहे जेसेही हम रुममें गये तब नेनुने फोरन दरवाजा बंध करलीया ओर पलटके मुजे जोरोसे बाहोमें भीचलीया तब हम दोनोही फुट फुटकर रोने लगे तब नेनुने रोते हुअे कहा
नेनु : (रोते) भाइ आज मुजेभी मम्मीकी बहुत याद आ रही हे कास वो यहा होती
मे : नेनु वोतो मुजे नही पता पर मेरी मम्मीतो इधरही हे जो अभी मुजे सम्हाल रही हे
नेनु : (मुजे जोरोसे बाहोमें भीचते) भाइ अेसा मत कहो में आपको कभी मम्मीकी कमी महेसुस नही होने दुगी ओर आपतो मेरे सबकुछ हो चलो अंदर
कहेके मेरे आंसु पोछके मुजे हाथ पकडके बाथरुममें लेगइ फीर हम दोनोने अपना मुह साफ कीया फीर फ्रेस होके बहार आगये तब नेनु मेरी बाहोमें आगइ ओर मेरे कंधेपे सर रखके खडी रही तब हम दोनो काफी देर अेसेही खडे रहे फीर नेनु ओर में बहारकी ओर चल पडे तब नेनुने मेरा हाथ बाहेसे पकडे रखा ओर हम होलमें आ गये
सोनु : (हमारे पास आते) दी आप दोनो कहा गये थे? कुछ प्रोबलेमतो नही?
नेनु : (हसते) नही बेबी बस अेसेही हम फ्रैस होने गये थे
सोनु : (धीरेसे नेनुके दोनो गाल सहेलाते) दी आपकोतो जुठ बोलनाभी नही आता देखो दोनोकी आंख अबभी लाल हो चुकी हे सच बताना दोनो अंदर जाके रोके आयेहेनां? कुछ हुआ क्या?
में : नही सोनु बस आज मम्मीकी याद आगइथी तो दोनोही अंदर चले गयेथे वरना इधर सबको जवाब देते थक जाते
सोनु : भाइ आप दोनो फीकर मत करो में हुना
कहातो नेनु ओर मुजे हग करते सोनु लीपट गइ तब अेक बार फीर मेरी ओर नेनुकी आंख गीली होगइ तब सोनुने हमे अपनी कसम देदी तो हम दोनोने फोरन अपनी आंख पोछदी ओर हम सबके पास जाके बातोमें बीजी होगये आज हम तीनोही पुराने रीस्ते याद करते इमोस्नल होगये थे
तब काका अजय मोहनभी आगये तब काजल भी सबको फ्रेस होनेके लीये अंदर चली गइ तब सब सोग आगये बाभी फ्रेस होके केशरके रुममें जाके उनको मीली आज केशर बहुतही मर्यादामें बीहेव कर रहीथी जेसे वोही पुरानी महारानी हो ओर हम सब लंच करने बेठ गये हमारे ओल मोस्ट सभी महेमान आ चुकेथे ओर हमने लंच करलीया
फीर सब आराम करने अपने अपने रुममें चले गये आज दिवानजीका सब स्टाफ खडे पाव थे ओर सबका खयाल रख रहेथे जेसे वोही पुराना राजघराना हो आज महेलमें बहुतही हलचल बढ गइथी तो सब अपनी भावनाओपे बहुत काबु करके बेठे थे हमभी सब हमारे रुममें आके आराम कर रहेथे तो मेरी सब बीवीओने मुजे सुलादीया था
ओर खुदभी सब आराम कर रहीथी तो कुछ धीरेसे आपसमें बाते करते लेटी हुइ थी आज हमे मुनी कहीभी नजर नही आइथी तो मेरी कुछ बीवीया उनकी ओर अजयकी बातेही कर रहीथी तब मंदाभाभीके रुममें तारा ओर सारीका उनसे बाते करते लेटी हुइ थी तब मोहनभी रसीलाके साथ लेटते रसीलाकी सब बाते सुन रहाथा जो वो आज अेडमीशन लेके आइ थी तभी अचानक....
कन्टीन्यु....