• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest Pyaar - 100 Baar

Status
Not open for further replies.

odin chacha

Banned
1,415
3,452
143
देखो भाई प्यार १०० बार लिख कर अगर Enigma भाई ने व्यापार किया है तो इस आदान प्रदान में हम सब पाठकों को बहुत कुछ मिला है जहां किसी व्यक्ति को मनोरंजन खुराक मिला है तो किसको जीवन का गंभीर ज्ञान भी मिला है मगर नए डाक बाबू (राघव भाई) को दादी का खुराक का जानकारी ना मिल पाया अभी तक 😜 और थोड़े बहुत 90 दशकों के budhao को nostalgia भी दिया है (अपने era का) 😜 पर्सनली मुझे तो जीवन के कुछ ज्ञान भी प्राप्त हुए जैसे वो 'सत्य असत्य' वाला वाक्या और भी बहुत कुछ और हम सबने लेखक के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है नैतिक बढ़ावा(moral boost) भी हमने दिया तो शायद मेरे खयाल से व्यापार यहीं तक सीमित हो जाता है हम लेखक और पाठक के बीच में ( और हो जाना भी चाहिए) अगर इससे ज्यादा आप चाह रखते वो भी एक ऐसे virtual forum पे तो आप गलत जगह पहुंच गए हो भाई साहब smile 117 जहां तक बात है कहानी के अपडेट्स में कमी की तो ये सबके लिए एक समान नहीं होता वहां सवाल ये होता है आखिर पढ़ने वाले का आशा क्या है इस कहानी से और एक बात enigma bhai आप सबको खुश नहीं कर सकते😬 और मुझे कभी भी कहीं भी अपडेट से या फिर कहानी के किसी भी भाग में अधूरापन नही लगा(हालांकि बिंदु को आपने कम ही दिखाया है😬)... अपने छोटी से दिमाग से और अपने अनुभव से जो मुझे लगा मैने बोला दिया अगर कहीं भी किसीको बुरा लगे तो हम क्षमा प्रार्थी हैं 🙂...खैर अगले अपडेट के इंतजार में...
 
Last edited:

Ash Mishra

Active Member
556
1,480
138
Sir main bas itna kahunga kahani ke lekhak ap ho ise kaise likhana hai ap behter jante ho or rahi baat update ki to sabse best hote hain avi Sir ke baad ap ki Story sabse Best lagi Sir ek baat or 100 main ek apbad hota hai to use bhool jayo or story ke update 700 nahi balki 800 kr do
 

Billi420

Well-Known Member
2,513
13,150
158
Dosto main Kahani band thodi na ka raha hu. Maine toh apna pehlu saamne rakha hai ki halaat sabhi ke alag alag beshak ho par jimmewari bhi sabke kandho par hai. Kisi ke kam aur kisi ke jyada. 2 hafto se main khud maan raha hu ki maine 5 update diye honge kyonki samay ka abhaav hai par likhna band nahi kiya chahe kitna bhi main safar me rahu, pariwar ke sath ya apne karya par.
Ab vyapaari wali tippanni aap jaanboojh ke karoge toh bhai insaan main bhi hu. Najarandaaz har baar toh nahi kiya ja sakta jab saamne se vyaktigat pehlu par sawaal uthaaye jaaye. Kahani me kuch pasand nahi aaya toh batao. Kuch galat likha toh kaho.. aur agar sabkuch thik hai toh ungli bematlab ki toh bilkul na karo kyonki ye naam aur kaam mera hai. Phir dhang se ungli karunga kyonki main Aanand bhai jitna sehansheel nahi hu jo khamoshi se thread he chhod kar chale gaye the aise he kataaksh sunn kar.
Kahani kitni lambi chalegi, kaunse characters aayenge jaayenge, kiske sath galat hua sahi hua ye toh aap raaye de sakte ho likhega toh lekhak he. Aur iske baad aap ye kaho ki aapka dhyaan kahi aur hai, vyapari maansikta hai.. xyz .. toh itna nivedan hai ki agli baar shabd maryaadit nahi rahenge. Aur bolne ke baad main bura bhi nahi maanunga. Jaise sab likh kar keh diya ki galat laga ho toh maafi chahunga.
Enigma bhaiya mafi nh mango hm shadi shuda logo aksar aesi jali kati sunany ki aadat hoti hy kabhi patni sy kabhi sasu maa sy aj apny bhi suna di koi baat nhi 😉
 

Rajuranjan

New Member
10
22
3
Dosto main Kahani band thodi na ka raha hu. Maine toh apna pehlu saamne rakha hai ki halaat sabhi ke alag alag beshak ho par jimmewari bhi sabke kandho par hai. Kisi ke kam aur kisi ke jyada. 2 hafto se main khud maan raha hu ki maine 5 update diye honge kyonki samay ka abhaav hai par likhna band nahi kiya chahe kitna bhi main safar me rahu, pariwar ke sath ya apne karya par.
Ab vyapaari wali tippanni aap jaanboojh ke karoge toh bhai insaan main bhi hu. Najarandaaz har baar toh nahi kiya ja sakta jab saamne se vyaktigat pehlu par sawaal uthaaye jaaye. Kahani me kuch pasand nahi aaya toh batao. Kuch galat likha toh kaho.. aur agar sabkuch thik hai toh ungli bematlab ki toh bilkul na karo kyonki ye naam aur kaam mera hai. Phir dhang se ungli karunga kyonki main Aanand bhai jitna sehansheel nahi hu jo khamoshi se thread he chhod kar chale gaye the aise he kataaksh sunn kar.
Kahani kitni lambi chalegi, kaunse characters aayenge jaayenge, kiske sath galat hua sahi hua ye toh aap raaye de sakte ho likhega toh lekhak he. Aur iske baad aap ye kaho ki aapka dhyaan kahi aur hai, vyapari maansikta hai.. xyz .. toh itna nivedan hai ki agli baar shabd maryaadit nahi rahenge. Aur bolne ke baad main bura bhi nahi maanunga. Jaise sab likh kar keh diya ki galat laga ho toh maafi chahunga.
Aapne jo kaha ekdam sahi kaha mai bhi aapke sath hu .Kitna mehnat karne ke baad update aata hai unko pta n hai?
 

Professsor

Banned
174
1,178
123
माननीय एनिग्मा भाई क्य्या आप पर अतिरिक्त दबाव है.......??? आछी खासी चल रही कहानी स्थगित/विलंब कर के अन्यत्र संलिप्त होना ......प्रश्न करने का मुख्य वजह यह है मुझे अपने अनुभवों से ऐसा प्रतीत होता है वर्तमान में आपके लेखनी को देखते हुवे अब आप एक लेखक न होकर एक व्यापारी के रूप में संलिप्त हो कर इसे लिख रहे हैं .....निसंदेह ये मेरे द्वारा कहे गये अब तक के बड़े वाक्य हैं परन्तु इसकी एक बड़ी मुख्य वजह यह है आपकी लेखनी का अध्यन करने के उपरांत पाठक का सम्मोहन अपनी रचना के प्रति बरकरार रख पाने में आप किसी न किसी तरह से विफल हो रहे हैं.......उदाहरण स्वरूप किसी भी भाग के अंत मे आप एक राज/असमंजस की स्थिति उत्पन्न करने की आपकी कोशिस जिस से आपके पाठक का सम्मोहन आपकी रचना के प्रति बरकरार आगे के लिये रह सके ......इस तरह के कृत्य बहूत ही बनावटी लगते है और जैसा कि पहले भी कहा गया है यह एक ऐसी रचना है जिस से हर किसी की मुलाकात प्रतिदिन नहीं हो सकती लगभग असंभव ही कहे और दूसरी बात व्यापारी वाली लेखनी से मतलब इतना था इतने भाग सुरु से पढ़ने के उपराँत आपको अनुभव होने लगता है अत्यंत लघु स्वरूप में ही सही ....लेखक इसे अब दिल लगा कर नहीं लिख पा रहा या तो उसका ध्यान केंद्रित नहीं है अन्य कार्यो में संलिप्त होने की वजह से अथवा यू कहे तो लेखक के सोचने की पद्धति कुछ बदल सी गयी है या वो इसे इसी तरह खींचना चाहता हो बजाय इसके की इसे बार -बार पढ़ कर याद रख सके कि लेखनी ऐसी भी हो सकती है .....कहने को तो हृदय के उदगार ढेर सारे हैं वस्तुतः अन्य ऐसे बिंदु हैं जिस पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है .........किसका प्रत्यक्ष रूप से बखान कर आपकी लेखनी का अनादर नहीं करना चाहूँगा....... लेखनी निसंदेह आपकी एक व्यक्तिगत सोच है जिसका में हमेशा से सम्मान करता आया हूँ और इसे आप एक पाठक के हृदय के द्वन्द्व के रूप में ही देखेंगे ऐसी उम्मीद रखते हैं ।

धन्यवाद
माननीय स्माइल117 भाई क्या आप पर अतिरिक्त दबाव है.......??? अच्छी-खासी चल रही कहानी पर त्रुटि लगाकर एवं लेखक महोदय को व्यापारी बोल क्यूँ संतुलन बिगाड़ना....प्रश्न करने की मुख्य वजह यह है कि मुझे अपने अनुभवों से ऐसा प्रतीत होता है कि आपका कमियां बताना बेहतरी के लिए न होकर निंदनीय अधिक है। पाठक का सम्मोहन लेखक महोदय अपनी रचना के प्रति बरकरार रख पाने में विफल होते, तो क्या वेटिंग लिख कर पाठकगण 20-30 पृष्ट का भरण कर पाते?
भाग के अंत मे राज/असमंजस की स्थिति उत्पन्न करना आपको बनावटी प्रतीत हो रहा है लेकिन आप बताइए कि कौनसी कहानी, फिल्म या उपन्यास है जिसकी शैली रोमांच और कौतुहल भरी हो और उसका अंत राज/ असमंजस भरा न हो?.....उदाहरण स्वरूप बाहुबली के अंत में ऐसा सस्पेंस बना दिया गया था कि महीनों उस पर चर्चा हुई थी और ब्लॉक बस्टर रही वो... तो क्या सस्पेंस उत्पन्न करना व्यर्थ है ? अगर आप सच में " प्यार- 100 बार" के पाठक रहे हो तो आपको ज्ञात होगा कि इसमें कोई एक विशेष रूप से शैली नहीं है बल्कि इसमें आपको हर किस्म का रस मिल जाएगा, ऐसी स्तिथि में आप और क्या आशा करोगे?
रही बात "लेखक इसे अब दिल लगा कर नहीं लिख पा रहा या तो उसका ध्यान केंद्रित नहीं है अन्य कार्यो में संलिप्त होने की वजह से" की तो लेखक महोदय ने अपनी टिप्पणी में स्वयं अपनी दिनचर्या और जीवनशैली बताये हैं फिर भी सोचने की पद्दति बदल जाना या कहानी को खींचने वाली जो बात है इसपर मैं अपने दृष्टिकोण से बोलूँ तो मुझे अभी के अपडेट्स में ऐसी कोई कमी नहीं लग रही इसके विपरीत मैं शुरुआत के 50 अपडेट देखता हूँ तो उसमे कहीं न कहीं कमियां या अंतर्वस्तु अव्यवस्थित लगती है, जिसका सीधा मतलब यह है कि कहानी पहले से बेहतर ही हो रही है, दृश्य और तरतीब ज्यादा व्यवस्थित है। फिर भी सबका अपना दृष्टिकोण होता है तो हो सकता है आप इन सब से सहमत न हों तब भी अपनाया तो वही जाएगा ना जो बहुमत को पसंद आए?
इसके अलावा लेखक जी ने कई बार ये कहा है कि ये केवल एक कहानी नहीं है उनके लिए, तो जेसा की बहुत सी कहानियो में होता है कि लेखक पूछता है अब क्या करूँ आगे, यहां वैसा कभी नहीं हुआ क्योंकि ये लिखेंगे वही जो सोचा है।
कई बार हो जाता है ऐसा भी की आने वाली संभावना को बनाने के लिए कुछ भाग आपको बेमतलब कहानी को खींचना लगते होंगे, संतुष्टियों के बीच असंतुष्टि भी आती होगी लेकिन ज़रूरी तो वह भी है मेरे भाई, यही तो जीवन है।
Enigma भाई कुछ ग़लत कह दिया हो जाने-अनजाने तो क्षमा चाहूँगा 🙏

धन्यवाद
 

Life style

Banned
118
380
63
Aapne jo kaha ekdam sahi kaha mai bhi aapke sath hu .Kitna mehnat karne ke baad update aata hai unko pta n hai?
Main is pyar 100 bar ko jab 38 update aa chuke the tab se padhna start kiya tha aur Aaj Tak padta aa raha hun isase pahle main xfourmtmein jitni bhi kahaniyan padi the sab Ko padhna chhod kar ki is kahani Ko hi Keval read karte aa raha hun kabhi koi Kami mahsus nahin Hui jab bhaiya Ji ne brek liya tha tab bhi daily update bekta thaa ki aaya ki nahin kahani fir se start hui feerse sath banaa Raha jivan mein utaar chadhav aate rahte hain hain ham aur Enigmabhaiya ham sabhi personal kam aur majburiya rahti hai isliye bewajah tippani karke Enigma bhai samay aur dimag disturb na Kare bhaiya Ji ke pyar 100 Baar se Dil se Jud chuke hain Kai bar story padte padte aankhon se apne aap Ashu bi bahar aaye hi silent reader
 

LUV54321

New Member
7
18
3
BADE BHAIYA MAIN EK SILENT READER HOON LEKIN YE KHANI JIS DIN SE SHURU HUI US DIN SE HOON AUR AGAR KOI BADE BHAIYA KE KHILAAF KUCH BHI BOLTA WO BEKAR KYA ITNA NEECH HAI KI USKO KOI HAQ NHI YAHA FORUM MEIN REHNA KA. YE HAMARA SAUBHAGYA HAI KI HUM YE KHANI PADH RAHE HAI. YE KHANI HAMARE DIL K ITNE KAREEB HAI KI YE KHABHI KHATAM NA HO.
I LOVE U BHAIYA
 

Ash123

Member
323
878
108
Dosto main Kahani band thodi na ka raha hu. Maine toh apna pehlu saamne rakha hai ki halaat sabhi ke alag alag beshak ho par jimmewari bhi sabke kandho par hai. Kisi ke kam aur kisi ke jyada. 2 hafto se main khud maan raha hu ki maine 5 update diye honge kyonki samay ka abhaav hai par likhna band nahi kiya chahe kitna bhi main safar me rahu, pariwar ke sath ya apne karya par.
Ab vyapaari wali tippanni aap jaanboojh ke karoge toh bhai insaan main bhi hu. Najarandaaz har baar toh nahi kiya ja sakta jab saamne se vyaktigat pehlu par sawaal uthaaye jaaye. Kahani me kuch pasand nahi aaya toh batao. Kuch galat likha toh kaho.. aur agar sabkuch thik hai toh ungli bematlab ki toh bilkul na karo kyonki ye naam aur kaam mera hai. Phir dhang se ungli karunga kyonki main Aanand bhai jitna sehansheel nahi hu jo khamoshi se thread he chhod kar chale gaye the aise he kataaksh sunn kar.
Kahani kitni lambi chalegi, kaunse characters aayenge jaayenge, kiske sath galat hua sahi hua ye toh aap raaye de sakte ho likhega toh lekhak he. Aur iske baad aap ye kaho ki aapka dhyaan kahi aur hai, vyapari maansikta hai.. xyz .. toh itna nivedan hai ki agli baar shabd maryaadit nahi rahenge. Aur bolne ke baad main bura bhi nahi maanunga. Jaise sab likh kar keh diya ki galat laga ho toh maafi chahunga.
Bahi yeh apnay bilkul tehk jab ap na sab sa kaha kay agr kuch bura lagta ha to freely apko bataeyn to kisy ko koi haq nhi banta is story kay khilaf baat krnay ka ap jab nhi dety to bata dety ho jab dety ho to big and long update dety ho jis kisy ko problem ha wo seconds m 9 ,2 ,11 ho jayey kyu kay ap aesa use krtey nhi kay kisy ko bura lagy to mods ko unko ban kr dena chiyey..
 

swadu

Banned
356
1,536
123
Aapki baat se na toh inkaar karte hai bhai aur na he ikraar karte hai.

Pehli baat jo sabse mukhya hai wo hai ki mera apna ek neeji jiwan aur pariwar hai. Lagbhag 10 se 12 ghante tak ek update ko likhne me lagte hai aur kabhi kabhi us se jyada bhi. Hafte ke 3-4 updates ka jodd kar ye 30 se 40 ghante ho gaye. Ab aap isko lekhak ke najariye se dekhiyega, reader wala toh aapne likh diya hai.

Dusri baat mere vyapaar ki toh bhai aap sabhi logo ki tarah mera ghar bhi kaam karne se he chalega aur kaam par har roj 10-12 ghante agar na du toh ghar ka kharch, gaadi-makaan ki kisht koyi aur toh bharega nahi. Bharega toh bhai aap us ganmaanya vyakti ka pata de do main din raat bas yaha ye kahaniya he likhta rahunga. Forum se meri kamaai minus 45000.00/ hai agar gor kare toh. Prati din 3000 ki kamaai ke hisaab se.

Ab baat karte hai kahaani me bematlab ka rehasya har update ke aakhir me chhodne ki toh jara 250 updates me se gin kar bata dijiye ki kab aisa hua ki maine update ko adhura chhoda ho ya bachkana? Main poori koshish karunga usko sudharne ki agar wajah sahi hui toh.

Chauthi baat ki main is kahani ko bematlab khinch raha hu? Matlab ye mera sawaal hai yaha maujood tamaam readers se. Jabki main bata chuka hu ki iske 650-700 update tak prastavit hai. Ek bhi sex scene ya ghatna bata dijiye jo maine dobara likhi ho ya usko copy kiya ho? Kya kisi vartalaap me kami aayi ya wo prasangik nahi laga? Choti choti baatein reader se jyada writer ko dhyaan me rakhni padti hai aur mujhe kahani ka har kirdaar neend me bhi yaad hai. Unhe likhne se pehle main chitra banata hu kyonki aapke liye beshak ye ek kahani maatra ho jisme ab aap ras ka abhaav laga par mere liye ye kahi jyada maayne rakhti hai kyonki main vyapaar ke barabar isko rakhe hu abhi bhi jab main avkaash pe rehna chahta tha.

Meri koyi bhi baat buri lagi ho toh main maafi chahunga kyonki vriksh lagaane wala he jaanta hai ki usne kitna samay aur mehnat jaya ki hai usko bada swaroop dene me. Phal ka mausam unke liye maayne rakhta hai jo vriksh se jyada tarjeeh un phalo ko dete hai jo bas mausmi hai. Vriksh toh wahi rahega dost aur usko barkaraar rakhna mujh jaise mamooli maali ka kaam hai.

Yaha ke samast nirantar padhne waalo se bhi main nivedan karta hu ki agar wo aapki baat se samarthan rakhte hai toh bataaye taaki main apna waqt yaha barbaad karne ki jagah sirf apne liye he likh saku.

Dhanyavaad
Aapka Enigma
Purn viraam

Kuch to log kahenge logon ka kaam hai kahna 😅

Jab koi aapko aapke baare me itna bataye jaise vo aapko aapse jyada jaanta ho or vo bhi enigma ko

Koshish aachi ki hai bande ne

Ek hi baat kahunga ' hathi apni mast chal me hi chalta hai 😅 baki ka sabko pta hai

Aapne jo baaten kahi hai vo bilkul durust hai enigma sir
Ye story keval story to humare liye bhi na rahi ab to this is life changing agar iske bahut se pahaluon pe gor kiya jaye to

Or har kahani me har padaav hoya hai

Ye uss baat se pareshan hain k Arjun ki life jo 2-3 mahino me itni speed se badli or itni premikayen jo uski life me aai or har pal koi naya mod ya hadsa dekhne ko mila vo ab thoda dheema hua hai kuch dino k liye but ab har ek update me to vo Rudra roop na dikhaya ja sakta or na hi ye naye naye sex partner ya premikaon ko pane ki daud hai jo

Ab na zindagi kabhi ek jaisi chalti hai na kahani chalegi , kabhi raftaar to kabhi har pal mahsoos karane wala samay aayega hi

Kisi k kahne se agar kuch badlav la bhi diya aapne to ye ' pyaar 100 baar ' na rah jayegi

Sawasht rahiye likhte rahiye 🙃
 
Last edited:
Status
Not open for further replies.
Top