Update 9
अगली सुबह मम्मी की नींद खुली और मै अभी भी सो रहा था मम्मी मुझे देखी तो मेरे बाक्सर के अंदर मेरा लंड खडा था
मम्मी देखकर बोली श्रेय सच मै बडा हो गया है पहले यह नही होता था मगर शादी के बाद यह सुबह भी होने लगा और गलत भी नही है उम्र है और शादीशुदा हैं तो उसके मन मे भी कुछ इच्छाएं होगी और एक मा तो हू मै मगर एक पत्नी भी हू और मेरा पतिव्रता धर्म कहता है की मै अपना पत्नी होने का धर्म निभाऊ
फिर उन्होंने घडी देखी अरे आठ बज गए जब से इस कमरे मे आई हू तब से इस की आदत लग गई है लेट उठने की और आज व्रत भी है चलो जल्दी से तैयार हो जाती हू बहुत काम है आज फिर वो उठकर बाथरूम में नहाने चली गई और अपने कपड़े उतार कर नहाने लगी और अपने जिस्म को देखकर सोचने लगी की क्या मै ठीक हू क्या श्रेय मुझसे खुश रहेगा क्या उसे मेरा शरीर पसंद है और फिर वो सोची अब मै श्रेय को पत्नी का भी पूरा हक दूंगी ताकी कही बाहर न जाए या कोई और उसकी जिंदगी में न आए
पर साथ ही पहले मेरा बेटा ही रहेगा फिर वो नहाकर टावल मे बाहर आई और तैयार हो गई हमारी शादी को कुछ ही दिन हुए थे तो मम्मी अभी भी पूरी तैयार होती है नई दुल्हन की वो सोचती है की अगर कोई और उसकी बहु बनकर आती तो सास होने के नाते मै चाहती की वो अच्छे से तैयार होकर रहे और जबकि मै ही बहु और सास दोनों हू तो सब करना ही चाहिये फिर वो पूरी तरह तैयार हो हो गई फिर मुझे देखी और वोली श्रेय उठ जा सुबह हो गई है आज वैसे भी बहुत काम है चल जल्दी से तैयार हो जा मै ऊठा तो देखा मम्मी तैयार बिल्कुल खूबसूरत लग रही थी मै देखता ही रहा और फिर
मै - गुड मार्निग मम्मी आप उठकर तैयार भी हो गई और आज आप बहुत खूबसूरत लग रही हो
मम्मी- अच्छा सुबह सुबह शुरू हो गया और तारीफ भी करने लगा आजकल
मै - मै तो हमेशा आपकी तारीफ करता हू की मेरी मम्मी सबसे खूबसूरत और अच्छी है
मम्मी- हा मगर अब थोडी बात अलग है अब थोडी रोमांटिक तरीके से कहता है शायद शादी के कारण क्यू और मम्मी हल्का यसा मुस्कुरा दी
मै - क्या मम्मी आप भी और क्या यह गलत है
मम्मी- मैने कब कहा आखिर अब हम मा बेटे के साथ पति पत्नी भी है और पूरा हक है तेरा मुझपे चल अब जल्दी से नहाकर तैयार हो जा मै नाश्ता बना लेती हू
फिर मै नहाने चला गया और मम्मी मेरे कपडे रखकर किचिन मे चली गई पहले मै खुद अपने कपडे निकाल कर पहन लेता था मगर शादी के बाद मम्मी जैसे पहले पापा के कपडे निकाल कर रख देती थी अब मेरे करती है
मै बाथरूम में नहाने लगा और सोचा कि मम्मी आज मेरे लिए व्रत रखी है तो मै भी उनके लिए व्रत रखूगा
वही मम्मी किचिन मे गई तो मालती काकी उनसे
मालती- दीदी आप क्यू आई आपका तो व्रत है रहने दती आप आज काम मै कर लूंगी
मम्मी- अरे तुम जानती हो न इन लोगों को सुबह कि चाय तो मेरे हाथ का ही पसंद है
मालती- पर आज एप आराम कीजिये
मम्मी- हा पर आराम कहा बहुत काम रहते है आज चल जल्दी से नाश्ता टबल पर लगा दे
फिर तब तक पापा दीदी और मै भी आ गए
मैने सबसे पहले रोज की तरह पापा के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और मम्मी भी आ गई तो मैने मम्मी के पेर छूकर आशीर्वाद लिया
पापा- बेटा तुम बिलकुल नहीं बदले राजा बनने वाले हो पर संस्कार वही है
दीदी- हा पापा यह तो है और यह मम्मी के कारण जिन्होंने हमे ये संस्कार दिए
मम्मी- हम्म पर यह तुम दोनों के भी है जो हमारी हर बात को आज्ञा समझ कर पालन करते हो आजकल कौन करता है
पापा- अंजलि आज तुमने व्रत रखा है न करवा-चौथ का श्रेय के लिए
मम्मी- हम्म चलिए आप लोग खाना खा लो जल्दी से
फिर पापा और दीदी खाने लगे पर मै नहीं खा रहा था
दीदी- तू क्यू नही खा रहा चल खा
मै- मुझे भूख नहीं है बाद में खा लूगा
दीदी- तू तो कभी खाने को मना नही किया कही तू तू भी तो उपवास नही है न
मै कुछ नहीं बोला
दीदी- मतलब तू भी उपवास है देख रहे न पापा मै कहती थी न यह शादी के बाद अपनी पत्नी को बहुत प्यार करेगा आपने भी कभी मम्मी के लिए नही रखा व्रत इतने मे मम्मी और मालती काकी भी आ गई
मम्मी- श्रेय तूने कुछ खाया नहीं
दीदी- मम्मी श्रेय ने भी व्रत रखा है आपके लिए मै आप कहते थे न यह शादी के बाद अपनी पत्नी को बहुत प्यार करेगा देख लो
मम्मी- यह क्या श्रेय तुम्हे रहने की जरूरत शही यह पत्नी रखती पति के लिए औ,र बहुत कठिन है व्रत पानी भी नहीं पीते हैं नही रह पाएगा तू
मै- मम्मी मै रह लूंगा आप मेरे लिए रह रही हो तो मेरा भी फर्ज बनता है कि जो आप फील कर रही हो मै भी करू और आपका साथ दू आखिर कसम खाई है
यह सुनकर मम्मी के आख भर गई और बोली जीते रहो बेटा
मालती- दीदी श्रेय बेटा एक अच्छे बेटा तो थे ही एक अच्छे पति भी है देखना यह आपको बहुत खुश रखेगे
दीदी- आखिर मम्मी का बेटा है
पापा चुपचाप थे आखिर क्या बोलते फिर पापा आफिस चले गए पर दीदी नही गई
मै अपने कमरे मे आ गया और मम्मी भी कमरे मे आ गई
मम्मी- श्रेय एक बार और सोच ले बहुत कठीन है बेटा
मै- मम्मी आप मेरी लम्बी उम्र के लिए इतनी तकलीफ सह रही हो तो मेरा भी फर्ज बनता है कि मै भी आपकी लम्बी उम्र के लिए यह करू आखिर हमे एक साथ जीवन जीना है
मम्मी- तू जानता है तेरे पापा भी कभी नहीं रहे
मै- पर मै रहूगा हमेशा आपके लिए क्यू की मै आपसे बहुत प्यार करता हूँ
मम्मी- मै भी तुझे बहुत प्यार करती हू बेटा चल आज कही नही जाना आराम कर मै शाम की तैयारी करती हू
फिर मै कमरे मे गेम खेलने लगा और मम्मी बाहर दीदी और काकी के साथ शाम की तैयारी करने लगी
फिर कुश का फोन आया
कुश- कैसा है भाई
मै मै ठीक हू पर तू स्कूल नही गया
कुश- अरे मम्मी ने मुझे भी नहीं जाने दिया
मै- मेरा तो समझ आता है की मम्मी मेरे लिए उपवास है इसलिए नही गया स्कूल पर तेरा क्या है करवा चौथ पति पत्नी का है
कुश- ऐसे ही भाई मम्मी ने कहा और मै नही गया
और बता आज छुट्टी है तो मिले कुछ पार्टी करते है
मै, - नही भाई आज नही किसी अऔर दिन
कुश- क्यों तूने भी व्रत रखा है क्या
मै- हा भाई
कुश- क्या बात है भाई मतलब तू तो पूरा पति बन गया है सही है मतलब आंटी को अब भाभी कहना ही पडेगा
मै- तू भी न चल बाद मे बात करते हे
वही मम्मी के पास सुधा आंटी का फोन आया
सुधा आंटी- कैसी हो अंजलि आज तुमने व्रत रखा है न करवा-चौथ का श्रेय के लिए
मम्मी- हा तुम्हारा भी तो व्रत होगा न
आंटी- नही रे और अपनी बता कैसा लग रहा है शादी के बाद पहला करवा चौथ अपने बेटे के लिए
मम्मी- थोडा अजीब लगा था मगर जब सोचा कि मेरे बेटे की जिंदगी के लिए है तो सब सही लगा और तै श्रेय ने भी रखा है
आंटी- क्या श्रेय भी रखा है सच में तुम बहुत खुशकिस्मत हो बरना कौन पति रहता है इसका मतलब वो तुम्हे बहुत प्यार करता है अब तुम्हारा भी फर्ज है की तुम भी उसे हर खुशी दो समझ रही हो न और सारे हक दे दो ताकि उसके मन मे कोई संकोच या दुविधा न हो रिश्ते को लेकर
मम्मी - हा सहीकह रही हो आखिर अब पूरी जिंदगी साथ मे बितानी है तो उसे भी क्लियर रहना चाहिए और मुझे भी हा हम पहले मा बेटा ही रहेंगे मगर साथ ही इस रिश्ते को भी पूरी तरह से निभाना है ताकि उहे भी हर सुख मिले
आंटी- हा अब तुम समझी चलो बाद मे बात करते है तुम्हे तैयार भी होना होगा और आज रात मै ही सब क्लियर कर लो क्योंकि इस रिश्ते के लिए आज ही का दिन सबसे अच्छा है
फिर उन्होंने फोन रख दिया और थोडी देर मे रात हो गई और मम्मी तैयार होने लगी कमरे में मुझे प्यास लग रही थी लगी तो भूख भी बहुत तेज थी मगर प्यास ज्यादा लगी थी
मै- मम्मी पूजा कब होगी
मम्मी- चाद निकल आए तब तुझे भख प्यास लगी है न मैने कहा था न मत रह अब बस थोड़ी देर की बातहै जा बाहर देख सब तैयारी हो गई
फिर मम्मी तैयार होने लगी और मै बाहर आकर चाद देखने लगा की आया की नही
दीदी- श्रेय तुझे बहुत भूख लगी है न
मै- हा दीदी ये चाद कब आएगा
दीदी- बस आता ही होगा
पापा- बेटा मुझे भी भूख बर्दाश्त नहीं है इसलिए मैने कभी नही रहा
मैं- ठीक है पापा बस कुछ देर की बात है ये मम्मी अभी तक तैयार नहीं हुई कितनी देर हो गई
पापा- बेटा अंजलि को बहुत टाइम लगता है मैंने बहुत इंतजार किया है अब तुम्हारी बारी है जिंदगी भर
उतने मै मम्मी आ गई और चाद भी आ गया मगर मै मम्मी को देख रहा था वो वो ज्यादा ही खूबसूरय लग रही थी
दीदी- चाद आ गया
मै - हा दीदी
दीदी- नीचे नही ऊपर देख मम्मी को देखे जा रहा है फिर मम्मी ने रस्म शुरू की और फिर छलनी से चाद देखी
3 sided die
फिर मुझे देखी यह वो हर साल करती है पर इस बार पापा की जगह मै हू मुझे भी अजीब लग रहा था और पापा भी थोडे से उदास से थे फिर मम्मी ने कहा चलो अब मुझे पानी पिला कर उपवास तुडवाओ फिर मैंने उन्हे पानी पिलाया फिर उन्होंने ने भी मुझे पानी पिला कर उपवास तोड़ा फिर उन्होंने मेरे पैर छूने लगी तो मै पीछे हट गया
मै - आप यह क्या कर रही हो
मम्मी- देख सालभर चाहे तू मेरे पैर छेमू मगर आज मेरा फर्ज है एक पत्नी के नाते अपने पति का आशीर्वाद लेने का फिर उन्होंने मेरा पैर छुए
मै- तो मुझे भी तो आपका आशीर्वाद लेना चाहिए आखिर मेरा बी व्रत था तो मैने भी उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया फिर हम सबने मिलकर खाना खाया और फिर पापा अपने कमरे मे चले गए और दीदी भी मै भी कमरे में जाकर मोबाइल चलाने लगा औ र मम्मी किचिन समेटने लगी और सोचने लगी की आज मै श्रेय को पति के भी सारे हक दे दूगी ताकि हमारे बीच कोई संकोच न रहे