reeya batliwala
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Nice update...Update 11
अगली सुबह मम्मी रोज की तरह जल्दी उठ गई और जैसे ही उठने को करी तो अचानक से एक आह्ह निकली
मम्मी- हाय लगता है कल के कारण हुआ है और अपनी चूत देखी तो वो सूज गई थी हाय ये तो बिलकुल लाल हो गई है और सूजन आ गई है
डेढ़ घंटे लगातार होने के बाद ये तो होना ही था आह्ह दर्द भी हो रहा है
फिर वो हल्के से उठकर बाथरूम में नहाने जाने लगी तो चलने मे भी तकलीफ हो रही थी और लंगडाते हुए बाथरूम में चली गई और नहाने लगी उनको दर्द हो रहा था
मम्मी- दर्द हो रहा है हाय अभी गोली खा लूंगी तो थोडी राहत मिलेगी वरना दर्द मे काम कैसे करूगी
मम्मी नहाकर बाहर आई और तैयार होने लगी तब तक मेरी भी नींद खुल गई मैने देखा मै कंबल के अंदर नंगा हू फिर मैंने यहा वहा हाथ मार कर चड्डी ढूंढने लगा और मेरे हाथ में चड्डी आई यो कंबल के अंदर हो पहन लिया और मम्मी को देखा तो वो तैयार हो गई थी
मै- गुड मार्निग मम्मी
मम्मी- हल्के से दर्द मे उठ गया तू आज जल्दी चलो नहा लो
मै - मम्मी क्या हुआ आप ठीक हो न ऐसा लग रहा है आपको कुछ दर्द हो रहा है
मम्मी- अरे कुछ नहीं वो कल रात की बजह से थोडी सूजन और दर्द है
मै- अरे सारी मम्मी मेरी वजह से आपको तकलीफ हो रही है
मम्मी- अरे कुछ नहीं वो होता है क्या है ध न इतनी देर तक किए इसलिए और मुझे आदत नही है बाद मे सब ठीक हो जाएगा तुम चिंता मत करो
मै- पक्का न मम्मी
मम्मी- हा चलो अब तुम नहाकर तैयार हो जाओ मालती ने नाश्ता बना दिया होगा
उतने मे दीदी की आवाज आई
दीदी मम्मी मै अंदर आऊ
मम्मी- तुझे पूछने की जरूरत है आ जा
फिर वो अंदर आ गई
मै अभी भी कंबल ओढकर पडा
दीदी- अभी तक उठे नही तुम
मम्मी- चल जाकर नहा ले
फिर मै कंबल हटाकर उठा तो मम्मी और दीदी हसने लगे
मै - क्या हुआ आप लोग हस क्यू रहे हो
मम्मी- नीचे देख
मैने देखा तो मैने मम्मी की चड्डी पहन रखी थी
दीदी अब समझ आ रहा है कौन सी छिपकली थी
मै जल्दी से बाथरूम में नहाने चला गया
मम्मी- तू भी न गलती से पहन लिया होगा उसे असहज महसूस करा दी
दीदी- पर मम्मी उसने आपकी पहनी कही आपने उसकी तो नही पहनी
मम्मी- चल बहुत मजाक कर रही है
दीदी- मजाक करना बनता है आखिर आपकी बेटी के साथ नन्द भी तो हू फिर मम्मी बाहर चलने लगी तो लंगडाकर चल रही थी
दीदी- मतलबकल की छिपकली ने चोट बी दी है
मम्मी- चुप कर बाहर मत,करना बरना सब क्या सोचेगे
दीदी- क्या सोचेगे आखिर आप दोनो पति पत्नी हो
फिर मम्मी किचिन मे चली गई
मालती काकी ने भी उनकी चाल देखकर समझ गई की कल मै जो सोच रही थी सही था मगर एक दो बच्चों की मा एक नए लडके के कारण लंगडाकर चल रही है
मालती काकी- क्या हुआ दीदी तबियत ठीक है न आपकी
मम्मी- हा ठीक है
मालती- तो आप लंगडाकर क्यू चल रही हो
मम्मी- वो थोडा बाथरूम में गिर गई थी
मालती काकी- कल रात को क्या
मम्मी समझ गई की वो क्या बात कर रही है
मम्मी- नही अभी सुबह एक काम करो श्रेय और श्रेय के पापा का टिफिन रेडी कर दो
मालती-हो गया है
उतने मे मै तैयार होकर बाहर आ गया और टेबल पर बैठकर पापा और दीदी और मम्मी के साथ नाश्ता करने लगा और धीरे से मम्मी को देखकर मुस्कुरा दिया और मम्मी ने भी मुस्कुरा दी ये सब पापा ने देख लिया मगर कुछ बोले नही मगर सब समझ गए
पापा- श्रेय पढाई कैसी चल रही है
मै- बहुत अच्छी पापा
पापा- देखो अब जिम्मेदारी बढ गई है तो उसे निभाना भी समझ रहे हो न
मै- जी पापा मै समझ रहा हू
पापा- शाम को आकर तुमसे बात करता हू सिर्फ हम दोनो
मै - ठीक है पापा
फिर मै स्कूल चला गया
और पापा ने दीदी से कहा तुम आफिस जाओ मुझे एक डील के लिये कही और जाना है
फिर दीदी भी चली गई
और मम्मी और पापा बस बैठे
पापा- अंजलि थोडा अंदर आओ
मम्मी उनके साथ अंदर गई
मम्मी- क्या हुआ
पापा- देखो अंजलि मै तुम दोनों के लिए बहुत खुश हू और मुझे पता है कि तुम दोनों के बीच की सारी दूरी खत्म हो गई है और दोनों अब खुश हो मै थोडा सा दुखी जरूर हू की तुम जैसी बीबी को खो दिया मगर खुश हू की तुम श्रेय के साथ खुश हो और ये जानता हू श्रेय भी बहुत खुश है और खुशकिस्मत भी जिसे तुम जैसी पत्नी मिली है अब से मै अब तुम्हारे लिए जो भी भावना थी सब खत्म कर दूंगा ताकि तुम दोनों की जिंदगी मे मेरी बजह से कोई खटास न आए इसलिए आज से तुम बस मेरे लिए श्रेय की पत्नी और मेरी बहु और,कोशिश करूँगा की यह रिश्ता मे अच्छे से निभाऊ और तुमसे भी कहूँगा की तुम भी मुझे ससुर की तरह ही देखो और जैसे श्रेय कहता है तुम भी वही कहो
मम्मी- आप सही कह रहे हो आखिर अब श्रेय और मै ही जीवन साथी है तो मुझे और आपको सब कुछ खत्म कर देना चाहिए ताकि कभी भी श्रेय को गलत न लगे और आपको पापा जी कहना अजीब तो लगेगा मगर शायद यही ठीक रहेगा इससे हमे दीवार का अहसास रहेगा मगर मै चाहती हू की आप भी किसी के साथ जिंदगी की नई शुरुआत करो और खुश रहो वैसे भी महल जाने के बाद आपके लिए फैसले तोलेना ही और राजा होने के नाते श्रेय ही फैसला लेगा उससे पहले हो सके तो आप किसी से शादी कर लीजिये
पापा- अब मुझसे कौन शादी करेगा इस उम्र में
मम्मी- क्यू नही करेगी आप अभी भी अच्छे हो और क्या कमी है आप मे
पापा- देखते है और एक बात पूछनी थी की श्रेय कैसा है और एक पत्नी की तरह कितना प्यार करता है तुमसे
मम्मी- बहुत अच्छा है आखिर आपका ही बेटा है एक पत्नी के रूप मुझसे बहुत प्यार करता है मगर उससे ज्यादा एक मा की तरह प्यार और सम्मान करता है
पापा- हा वो तो होगा ही मै भी अपनी मा को बहुत प्यार करता हू चलो आज ये इस तरह से हमारी आखिरी बात है आज से तुम मःरी बहु और सिर्फ बहु और मै तुम्हारा ससुर और कोई रिश्ता नही
मम्मी- जी यह सही रहेगा
फिर वो बाहर आ गए और,पापा भी चले गए
मम्मी हमारे कमरे मे आकर आराम करने लगी वही मै स्कूल मे था
रवि- और भाई मैने सुना तूने भी कल करवा चौथ का व्रत रखा था आंटी के लिए सारी अब तो भाभी है और हस दिया
कुश- सही तो है भाई आखिर पति पत्नी है तो करना चाहिए ही और इतनी खूबसूरत बीबी कम लोगों को मिलती है
रवि- ये तो है आँटी है तो बहुत खूबसूरत
कुश- वैसे बात,कहा तक पहुची मतलब तुम दोनो ने पूरी तरह से स्वीकार कर लिया की नही
मै - भाई तुम लोगो से क्या छूपाना मैंने और मम्मी ने इस रिश्ते को पूरी तरह से स्वीकार कर लिया है मगर पहले हम मा बेटे ही रहेंगे मगर साथ ही पति पत्नी भी और मुझे भी अहसास हो गया की उनसे अच्छी मम्मी तो कोई नहीहै मगर साथ ही उनसे अच्छी बीबी भी मुझे नही मिल सकती थी और मै उनसे बहुत प्यार करता हूँ
कुश- सही है भाई अब मतलब हमे उन्हें भाभी कहना शुरू करना ही पडेगा और कुश और रवि हस दिए
मै- चलो वो सब छोडो अब पढाई पर ध्यान देना है
फिर ऐसे शाम हो गई और मै घर आ गया और अपने कमरे मे गरा तो मम्मी आराम कर रही थी
और मुझे देखकर उठ गई
मम्मी- आ गया तू
मै हा मम्मी आप कैसी ।ओ आपका दर्द कैसा है
मम्मी- अब आराम है और यह होता है तू फिक्र मत कर रात तक बिल्कुल ठीक हो जाएगा चल कपडे बदल ले और कुछ खा ले मै लेकर आती हू
फिर मम्मी बाहर चली गई और मै कपडे चेंज कर लिया
उतने मे मम्मी मेरे लिए नाश्ता लेकर आई
मै- मम्मी पापा बोले है रात मे कुछ बात करनी है मुझसे अकेले में क्या बात है आपको बताए
मम्मी- मुझे क्यू बताएगें तुम्हारे पापा है मेरे तो अब ससुर है हा मुझसे बात हुई थी मगर हमारे बारे मे थी
मै - मम्मी ऐसा क्यू बोल रही हो ससुर यह क्या है
मम्मी- देखो श्रेय अब मै तुम्हारी बीबी हू तो तुम्हारे पापा मेरे ससुर होगे और ये सीमा बनानी जरूरी ताकी कल को हमारे बीच कोई गलतफहमी या मेरे तुम्हारे रिश्ते मे खटास न आए
मै- ठीक है मम्मी तो क्या पापा यही बात करने बाले है
मम्मी- हो सकता है और कुछ और भी हो
फिर रात हो गई और पापा और दीदी भी आ गए और रात का खाना हमने साथ मे खाया फिर पापा ने मुझे छत पर बुलाया और हम वहा बैठ गए
पापा- कैसा रहा दिन
मै- अच्छा रहा पापा
पापा- और पढाई तो ठीक चल रही है न कही जो कुछ हुआ है उसकी वजह से तुम्हारा ध्यान पढाई से हट तो नही गया
मै - नही पापा पढाई अच्छी चल रही है और हर बार के जैसे इस बार भी मै सबसे ज्यादा नंबर लाऊगा
पापा- यही उम्मीद है तूमसे की तुम सब चीजों को अच्छे से मैनेज करो
मै - जी पापा
पापा- सुनो मुझे कुछ बात करनी पर थोडा अजीब लग रसा है पर जरूरी है आगे के लिए देखो बेटा अब सब कुछ बदल गया है अब तुम्हारी मम्मी तुम्हारी बीबी भी है और यह बहुत अहम रिश्ता है और अब वो मेरी नही तुम्हारी बीबी है इस नाते अब वो मेरी बहु होगी
मै- पापा ये सब क्यू बता रसे हो आप
पापा- क्योंकि बेटा अभी तो ठीक है मगर कल को तुम जब थोडी दुनिया को समझोगे तो तुम्हारे मन मे कही यह न आए की मेरे और अंजलि के बीच अभी भी कुछ है और उस बजह से तुम दोनों के बीच खटास आए
मै- ऐसा कुछ नही होगा पापा आखिर आप दोनों के कारण ही मै हू और मै मम्मी को भी जानता हू वो एक पतिव्रता संस्कारी औरत है
पापा- पर बेटा रिश्तो मै कुछ सीमा होनी चाहिए इसलिए मैने और अंजलि ने तय किया है की अब हम नए रिश्ते मानेगे मै तुम दोनो को तो नही कह सकता की तुम बस एक रिश्ता मानो क्योंकि मै जानता हूँ कि तुम अपनी मम्मी को और मम्मी अपने बेटे को बहुत प्यार करती है मगर बाकी तो न्ए रिश्ते मान सकते है इसलिए अब से मै सिर्फ अंजलि को बहु ही मानूँगा और,वैसे ही व्यवहार करूँगा और तुम्हारी मम्मी भी मुझे ससुर की तरह व्यवहार करेगी और रही बात दिया की तो या तो वो मेरे रिश्ते से अंजलि को भाभी कहे और वैसे व्यवहार करे या अंजलि को मम्मी मानकर तुझे पापा के रूप में देखे
मै- पर पापा यह दीदी के लिए गलत नसी होगा अगर वो आपको चुनती है तो उसके सर से मम्मी दूर हो जाएगी और मम्मी को तो भाई और पापा
पापा- ऐसा नही होगा अगर वो मुझे चुने तो भाई और भाभी मिलेगी और शायद बाद मे मा भी मिल जाए और अगर मम्मी को चुनी तो नए पापा और मै भी पापा ही रहूँगा हा बस भाई नही होगा मगर शायद बाद मे वो भी मिल जाए
मै - पर पापा यह जरूरी है
पापा- हा बेटा तुम दोनो के वैवाहिक जीवन के लिए बहुत जरूरी है और तुम एक बात,बताओ तुम इस रिश्ते से अब खुश हो मतलब की अंजलि को पत्नी के रूप में पाकर
मै- पापा
पापा- शर्माओ मत अपना दोस्त ही समझो एक पत्नी के रूप में अंजलि कैसी है और तुम खुश तो हो न
मै - पापा मै बहुत खुश हू और मम्मी जैसी बीबी तो कोई हो ही नही सकती मै अगर खुल के कहू तो थैंक्स पापा जो मम्मी मेरी लाइफ मे आई और मै आपका बहुत शुक्रगुज़ार हूँ यह मेरी जिंदगी का सबसे बडा गिफ्ट है
पापा- अच्छा है की तुम खुश हो और अंजलि सच मे एक अच्छी पत्नी है तपर तुम्हारी भी अब कुछ जिम्मेदारी है एक पति के तौर पर की तुम उसे हर खुशी और बहुत सारा प्यार दो
मै- पापा मै कोशिश करूगा मगर थोडा संकोच भी होता है है तो आखिर मम्मी ही और मुझे ये तो पता है की वो है कैसी मगर प्यार के लिए उन्हें क्या पसंद है मुझे नही पता
पापा- देखो अब वो तुम्हारी पत्नी भी हे और उसको जानो उसके साथ टाइम स्पेंड करो कही घुमाने लेकर जाओ दो महीने हो गए हैं शादी को कही घूमने नही गए
मै - पापा आपको तो पता है की मम्मी को क्या पसंद है आप ही मदद करो न
पापा- ठीक है अंजलि को फिल्म देखना पसंद है, घूमना पसंद है पूजा पाठ पसंद है जलेवी पसंद है और अपने बच्चों को बहुत प्यार करती है
मै- वो तो मै जानता हूँ मेरी जिंदगी बचाने के लिए इतना बडा त्याग किया है और मै उनको अब हमेशा खुश रखना चाहता हूँ
पापा - तूने हनीमून के बारे मे कुछ सोचा है
मै -क्या पापा आप
पापा- और क्या शादी के बाद हनीमून पर तो जाते ही है मै थोडा असहज था और बाकी लोग भी इसलिए उस वक्त नही बोला पर अब जब तुम दोनों ने भी स्वीकार कर लिया है तो कही घूम कर आओ इससे तुम दोनों के बीच प्यार बड जाएगा बताओ कहा जाना चाहोगे
मै- पर पापा ये जरूरी है और स्कूल भी और मम्मी मानेगी
पापा- वो मान जाएगी तुम बताओ कहा जाओगे
मै- जहाँ मम्मी चाहेगी आपको तो पता होगा न मम्मी को कौन सी जगह पसंद है
पापा - जब हमारी शादी हुई थी तब वो ज
गोवा जाना चाहती थी मगर मै उसे मारीशस ले गया था और वो हमेशा गोवा के लिए बोलती थी पर मौका ही नही मिला एक काम कर गोवा चले जाओ
मै- क्या मम्मी को गोवा जाना था
पापा- हा उसकी भी कुछ इच्छाएं थी की वो वहा फ्री होकर कुछ दिन विताए अपने पति के साथ और मन की हर इच्छा पूरी करे
मै- इच्छाएं कैसी इच्छाएं पापा
पापा- बेटा तुम्हारी मम्मी है तो बहुत संस्कारी मगर मन कुछ इच्छाएं होती है जो इसान किसी खास के साथ करना चाहता है
मै- जैसे
पापा- जैसे उसकी इच्छा है की वो मार्डन कपडे पहने पति के साथ रोमांटिक तरीके से रहे उसका पति उसे अच्छे कपडे लाकर दे गोवा में छोटे कपडे पहने
मै- क्या मम्मी की ये इच्छाएं है पर वो तो बहुत संस्कारी है
पापा- संस्कारी है मगर कुछ इच्छाएं भी है और सिर्फ़ अपने पति के साथ मे यह करना चाहती है
मै- आपने तो कर दी होगी न इच्छा पूरी
पापा- नही बेटा मै नही कर पाया पर तू पूरा करके उसकी हर इच्छाओं को पूरा करना
मै- पापा मै कोशिश करूगा पर मम्मी को बुरा नही लगेगा आखिर मै उनका बेटा भी हू
पापा- वो समझदार हैं और उसे भी अच्छा लगेगा और इससे तुम्हारे बीच प्यार बडेगा
मै - ठीक है पापा
पापा- मै कल ही टिकट बुक कर दूंगा पर अभी जाकर मत बताना हनीमून के बारे में
मै- ठीक है पापा
पापा- चल अब जाकर सो जाओ अंजलि तुम्हारा इंतज़ार कर रही होगी
मै- ओके पापा गुड नाइट
फिर मै अपने कमरे मे आ गया और दरवाजा बंद कर दिया ।
मम्मी- क्या बात हो रही बाप बेटे मे इतधी देर हो गई
मै- कुछ नहीं मम्मी वो ही हमारे बारे मे की बाकी लोग अब नए रिश्ते निभाएगे और की हमे अब एक दूसरे को टाइम स्पेंड करना चाहिए
मम्मी- कितना भोला है हर बात बता रहा है मेरा बच्चा और क्या कहा
मै- की अब वो आपके ससुर है और आपको बहु की तरह समझेगे और दीदी के बारे मे भी कह रहे थे कीअब दीदी या तो आपके वाला रिश्ता निभाये मतलब आपको मम्मी मानकर मुझे पापा माने या पापा का रिश्ता मानकर आपको भाभी माने
मम्मी- कह तो सही रहे है मगर मुझे अजीब लग रहा है पर यह ही सच्चाई है
मै - आप उदास मत हो वो सब छोडो अब आपका दर्द कैसा है और सूजन उतरी की नही
मम्मी- क्यू आज भी कुछ प्लान है क्या और हस दी
मै- आप भी न वो मुझे आपकी फिक्र हो रही थी
मम्मी- जानती हू मजाक कर रही हू और मैने कहा था न ये होता है रात तक ठीक हो जाएगा अब ठीक है चलो रात काफी हो गई है सोते है गुड नाइट
मै - गुड नाइट मम्मी
फिर हम सो गए
Very nice update wait for next
Bahut hi badhiya update diya hai Letsdoit bhai....Update 11
अगली सुबह मम्मी रोज की तरह जल्दी उठ गई और जैसे ही उठने को करी तो अचानक से एक आह्ह निकली
मम्मी- हाय लगता है कल के कारण हुआ है और अपनी चूत देखी तो वो सूज गई थी हाय ये तो बिलकुल लाल हो गई है और सूजन आ गई है
डेढ़ घंटे लगातार होने के बाद ये तो होना ही था आह्ह दर्द भी हो रहा है
फिर वो हल्के से उठकर बाथरूम में नहाने जाने लगी तो चलने मे भी तकलीफ हो रही थी और लंगडाते हुए बाथरूम में चली गई और नहाने लगी उनको दर्द हो रहा था
मम्मी- दर्द हो रहा है हाय अभी गोली खा लूंगी तो थोडी राहत मिलेगी वरना दर्द मे काम कैसे करूगी
मम्मी नहाकर बाहर आई और तैयार होने लगी तब तक मेरी भी नींद खुल गई मैने देखा मै कंबल के अंदर नंगा हू फिर मैंने यहा वहा हाथ मार कर चड्डी ढूंढने लगा और मेरे हाथ में चड्डी आई यो कंबल के अंदर हो पहन लिया और मम्मी को देखा तो वो तैयार हो गई थी
मै- गुड मार्निग मम्मी
मम्मी- हल्के से दर्द मे उठ गया तू आज जल्दी चलो नहा लो
मै - मम्मी क्या हुआ आप ठीक हो न ऐसा लग रहा है आपको कुछ दर्द हो रहा है
मम्मी- अरे कुछ नहीं वो कल रात की बजह से थोडी सूजन और दर्द है
मै- अरे सारी मम्मी मेरी वजह से आपको तकलीफ हो रही है
मम्मी- अरे कुछ नहीं वो होता है क्या है ध न इतनी देर तक किए इसलिए और मुझे आदत नही है बाद मे सब ठीक हो जाएगा तुम चिंता मत करो
मै- पक्का न मम्मी
मम्मी- हा चलो अब तुम नहाकर तैयार हो जाओ मालती ने नाश्ता बना दिया होगा
उतने मे दीदी की आवाज आई
दीदी मम्मी मै अंदर आऊ
मम्मी- तुझे पूछने की जरूरत है आ जा
फिर वो अंदर आ गई
मै अभी भी कंबल ओढकर पडा
दीदी- अभी तक उठे नही तुम
मम्मी- चल जाकर नहा ले
फिर मै कंबल हटाकर उठा तो मम्मी और दीदी हसने लगे
मै - क्या हुआ आप लोग हस क्यू रहे हो
मम्मी- नीचे देख
मैने देखा तो मैने मम्मी की चड्डी पहन रखी थी
दीदी अब समझ आ रहा है कौन सी छिपकली थी
मै जल्दी से बाथरूम में नहाने चला गया
मम्मी- तू भी न गलती से पहन लिया होगा उसे असहज महसूस करा दी
दीदी- पर मम्मी उसने आपकी पहनी कही आपने उसकी तो नही पहनी
मम्मी- चल बहुत मजाक कर रही है
दीदी- मजाक करना बनता है आखिर आपकी बेटी के साथ नन्द भी तो हू फिर मम्मी बाहर चलने लगी तो लंगडाकर चल रही थी
दीदी- मतलबकल की छिपकली ने चोट बी दी है
मम्मी- चुप कर बाहर मत,करना बरना सब क्या सोचेगे
दीदी- क्या सोचेगे आखिर आप दोनो पति पत्नी हो
फिर मम्मी किचिन मे चली गई
मालती काकी ने भी उनकी चाल देखकर समझ गई की कल मै जो सोच रही थी सही था मगर एक दो बच्चों की मा एक नए लडके के कारण लंगडाकर चल रही है
मालती काकी- क्या हुआ दीदी तबियत ठीक है न आपकी
मम्मी- हा ठीक है
मालती- तो आप लंगडाकर क्यू चल रही हो
मम्मी- वो थोडा बाथरूम में गिर गई थी
मालती काकी- कल रात को क्या
मम्मी समझ गई की वो क्या बात कर रही है
मम्मी- नही अभी सुबह एक काम करो श्रेय और श्रेय के पापा का टिफिन रेडी कर दो
मालती-हो गया है
उतने मे मै तैयार होकर बाहर आ गया और टेबल पर बैठकर पापा और दीदी और मम्मी के साथ नाश्ता करने लगा और धीरे से मम्मी को देखकर मुस्कुरा दिया और मम्मी ने भी मुस्कुरा दी ये सब पापा ने देख लिया मगर कुछ बोले नही मगर सब समझ गए
पापा- श्रेय पढाई कैसी चल रही है
मै- बहुत अच्छी पापा
पापा- देखो अब जिम्मेदारी बढ गई है तो उसे निभाना भी समझ रहे हो न
मै- जी पापा मै समझ रहा हू
पापा- शाम को आकर तुमसे बात करता हू सिर्फ हम दोनो
मै - ठीक है पापा
फिर मै स्कूल चला गया
और पापा ने दीदी से कहा तुम आफिस जाओ मुझे एक डील के लिये कही और जाना है
फिर दीदी भी चली गई
और मम्मी और पापा बस बैठे
पापा- अंजलि थोडा अंदर आओ
मम्मी उनके साथ अंदर गई
मम्मी- क्या हुआ
पापा- देखो अंजलि मै तुम दोनों के लिए बहुत खुश हू और मुझे पता है कि तुम दोनों के बीच की सारी दूरी खत्म हो गई है और दोनों अब खुश हो मै थोडा सा दुखी जरूर हू की तुम जैसी बीबी को खो दिया मगर खुश हू की तुम श्रेय के साथ खुश हो और ये जानता हू श्रेय भी बहुत खुश है और खुशकिस्मत भी जिसे तुम जैसी पत्नी मिली है अब से मै अब तुम्हारे लिए जो भी भावना थी सब खत्म कर दूंगा ताकि तुम दोनों की जिंदगी मे मेरी बजह से कोई खटास न आए इसलिए आज से तुम बस मेरे लिए श्रेय की पत्नी और मेरी बहु और,कोशिश करूँगा की यह रिश्ता मे अच्छे से निभाऊ और तुमसे भी कहूँगा की तुम भी मुझे ससुर की तरह ही देखो और जैसे श्रेय कहता है तुम भी वही कहो
मम्मी- आप सही कह रहे हो आखिर अब श्रेय और मै ही जीवन साथी है तो मुझे और आपको सब कुछ खत्म कर देना चाहिए ताकि कभी भी श्रेय को गलत न लगे और आपको पापा जी कहना अजीब तो लगेगा मगर शायद यही ठीक रहेगा इससे हमे दीवार का अहसास रहेगा मगर मै चाहती हू की आप भी किसी के साथ जिंदगी की नई शुरुआत करो और खुश रहो वैसे भी महल जाने के बाद आपके लिए फैसले तोलेना ही और राजा होने के नाते श्रेय ही फैसला लेगा उससे पहले हो सके तो आप किसी से शादी कर लीजिये
पापा- अब मुझसे कौन शादी करेगा इस उम्र में
मम्मी- क्यू नही करेगी आप अभी भी अच्छे हो और क्या कमी है आप मे
पापा- देखते है और एक बात पूछनी थी की श्रेय कैसा है और एक पत्नी की तरह कितना प्यार करता है तुमसे
मम्मी- बहुत अच्छा है आखिर आपका ही बेटा है एक पत्नी के रूप मुझसे बहुत प्यार करता है मगर उससे ज्यादा एक मा की तरह प्यार और सम्मान करता है
पापा- हा वो तो होगा ही मै भी अपनी मा को बहुत प्यार करता हू चलो आज ये इस तरह से हमारी आखिरी बात है आज से तुम मःरी बहु और सिर्फ बहु और मै तुम्हारा ससुर और कोई रिश्ता नही
मम्मी- जी यह सही रहेगा
फिर वो बाहर आ गए और,पापा भी चले गए
मम्मी हमारे कमरे मे आकर आराम करने लगी वही मै स्कूल मे था
रवि- और भाई मैने सुना तूने भी कल करवा चौथ का व्रत रखा था आंटी के लिए सारी अब तो भाभी है और हस दिया
कुश- सही तो है भाई आखिर पति पत्नी है तो करना चाहिए ही और इतनी खूबसूरत बीबी कम लोगों को मिलती है
रवि- ये तो है आँटी है तो बहुत खूबसूरत
कुश- वैसे बात,कहा तक पहुची मतलब तुम दोनो ने पूरी तरह से स्वीकार कर लिया की नही
मै - भाई तुम लोगो से क्या छूपाना मैंने और मम्मी ने इस रिश्ते को पूरी तरह से स्वीकार कर लिया है मगर पहले हम मा बेटे ही रहेंगे मगर साथ ही पति पत्नी भी और मुझे भी अहसास हो गया की उनसे अच्छी मम्मी तो कोई नहीहै मगर साथ ही उनसे अच्छी बीबी भी मुझे नही मिल सकती थी और मै उनसे बहुत प्यार करता हूँ
कुश- सही है भाई अब मतलब हमे उन्हें भाभी कहना शुरू करना ही पडेगा और कुश और रवि हस दिए
मै- चलो वो सब छोडो अब पढाई पर ध्यान देना है
फिर ऐसे शाम हो गई और मै घर आ गया और अपने कमरे मे गरा तो मम्मी आराम कर रही थी
और मुझे देखकर उठ गई
मम्मी- आ गया तू
मै हा मम्मी आप कैसी ।ओ आपका दर्द कैसा है
मम्मी- अब आराम है और यह होता है तू फिक्र मत कर रात तक बिल्कुल ठीक हो जाएगा चल कपडे बदल ले और कुछ खा ले मै लेकर आती हू
फिर मम्मी बाहर चली गई और मै कपडे चेंज कर लिया
उतने मे मम्मी मेरे लिए नाश्ता लेकर आई
मै- मम्मी पापा बोले है रात मे कुछ बात करनी है मुझसे अकेले में क्या बात है आपको बताए
मम्मी- मुझे क्यू बताएगें तुम्हारे पापा है मेरे तो अब ससुर है हा मुझसे बात हुई थी मगर हमारे बारे मे थी
मै - मम्मी ऐसा क्यू बोल रही हो ससुर यह क्या है
मम्मी- देखो श्रेय अब मै तुम्हारी बीबी हू तो तुम्हारे पापा मेरे ससुर होगे और ये सीमा बनानी जरूरी ताकी कल को हमारे बीच कोई गलतफहमी या मेरे तुम्हारे रिश्ते मे खटास न आए
मै- ठीक है मम्मी तो क्या पापा यही बात करने बाले है
मम्मी- हो सकता है और कुछ और भी हो
फिर रात हो गई और पापा और दीदी भी आ गए और रात का खाना हमने साथ मे खाया फिर पापा ने मुझे छत पर बुलाया और हम वहा बैठ गए
पापा- कैसा रहा दिन
मै- अच्छा रहा पापा
पापा- और पढाई तो ठीक चल रही है न कही जो कुछ हुआ है उसकी वजह से तुम्हारा ध्यान पढाई से हट तो नही गया
मै - नही पापा पढाई अच्छी चल रही है और हर बार के जैसे इस बार भी मै सबसे ज्यादा नंबर लाऊगा
पापा- यही उम्मीद है तूमसे की तुम सब चीजों को अच्छे से मैनेज करो
मै - जी पापा
पापा- सुनो मुझे कुछ बात करनी पर थोडा अजीब लग रसा है पर जरूरी है आगे के लिए देखो बेटा अब सब कुछ बदल गया है अब तुम्हारी मम्मी तुम्हारी बीबी भी है और यह बहुत अहम रिश्ता है और अब वो मेरी नही तुम्हारी बीबी है इस नाते अब वो मेरी बहु होगी
मै- पापा ये सब क्यू बता रसे हो आप
पापा- क्योंकि बेटा अभी तो ठीक है मगर कल को तुम जब थोडी दुनिया को समझोगे तो तुम्हारे मन मे कही यह न आए की मेरे और अंजलि के बीच अभी भी कुछ है और उस बजह से तुम दोनों के बीच खटास आए
मै- ऐसा कुछ नही होगा पापा आखिर आप दोनों के कारण ही मै हू और मै मम्मी को भी जानता हू वो एक पतिव्रता संस्कारी औरत है
पापा- पर बेटा रिश्तो मै कुछ सीमा होनी चाहिए इसलिए मैने और अंजलि ने तय किया है की अब हम नए रिश्ते मानेगे मै तुम दोनो को तो नही कह सकता की तुम बस एक रिश्ता मानो क्योंकि मै जानता हूँ कि तुम अपनी मम्मी को और मम्मी अपने बेटे को बहुत प्यार करती है मगर बाकी तो न्ए रिश्ते मान सकते है इसलिए अब से मै सिर्फ अंजलि को बहु ही मानूँगा और,वैसे ही व्यवहार करूँगा और तुम्हारी मम्मी भी मुझे ससुर की तरह व्यवहार करेगी और रही बात दिया की तो या तो वो मेरे रिश्ते से अंजलि को भाभी कहे और वैसे व्यवहार करे या अंजलि को मम्मी मानकर तुझे पापा के रूप में देखे
मै- पर पापा यह दीदी के लिए गलत नसी होगा अगर वो आपको चुनती है तो उसके सर से मम्मी दूर हो जाएगी और मम्मी को तो भाई और पापा
पापा- ऐसा नही होगा अगर वो मुझे चुने तो भाई और भाभी मिलेगी और शायद बाद मे मा भी मिल जाए और अगर मम्मी को चुनी तो नए पापा और मै भी पापा ही रहूँगा हा बस भाई नही होगा मगर शायद बाद मे वो भी मिल जाए
मै - पर पापा यह जरूरी है
पापा- हा बेटा तुम दोनो के वैवाहिक जीवन के लिए बहुत जरूरी है और तुम एक बात,बताओ तुम इस रिश्ते से अब खुश हो मतलब की अंजलि को पत्नी के रूप में पाकर
मै- पापा
पापा- शर्माओ मत अपना दोस्त ही समझो एक पत्नी के रूप में अंजलि कैसी है और तुम खुश तो हो न
मै - पापा मै बहुत खुश हू और मम्मी जैसी बीबी तो कोई हो ही नही सकती मै अगर खुल के कहू तो थैंक्स पापा जो मम्मी मेरी लाइफ मे आई और मै आपका बहुत शुक्रगुज़ार हूँ यह मेरी जिंदगी का सबसे बडा गिफ्ट है
पापा- अच्छा है की तुम खुश हो और अंजलि सच मे एक अच्छी पत्नी है तपर तुम्हारी भी अब कुछ जिम्मेदारी है एक पति के तौर पर की तुम उसे हर खुशी और बहुत सारा प्यार दो
मै- पापा मै कोशिश करूगा मगर थोडा संकोच भी होता है है तो आखिर मम्मी ही और मुझे ये तो पता है की वो है कैसी मगर प्यार के लिए उन्हें क्या पसंद है मुझे नही पता
पापा- देखो अब वो तुम्हारी पत्नी भी हे और उसको जानो उसके साथ टाइम स्पेंड करो कही घुमाने लेकर जाओ दो महीने हो गए हैं शादी को कही घूमने नही गए
मै - पापा आपको तो पता है की मम्मी को क्या पसंद है आप ही मदद करो न
पापा- ठीक है अंजलि को फिल्म देखना पसंद है, घूमना पसंद है पूजा पाठ पसंद है जलेवी पसंद है और अपने बच्चों को बहुत प्यार करती है
मै- वो तो मै जानता हूँ मेरी जिंदगी बचाने के लिए इतना बडा त्याग किया है और मै उनको अब हमेशा खुश रखना चाहता हूँ
पापा - तूने हनीमून के बारे मे कुछ सोचा है
मै -क्या पापा आप
पापा- और क्या शादी के बाद हनीमून पर तो जाते ही है मै थोडा असहज था और बाकी लोग भी इसलिए उस वक्त नही बोला पर अब जब तुम दोनों ने भी स्वीकार कर लिया है तो कही घूम कर आओ इससे तुम दोनों के बीच प्यार बड जाएगा बताओ कहा जाना चाहोगे
मै- पर पापा ये जरूरी है और स्कूल भी और मम्मी मानेगी
पापा- वो मान जाएगी तुम बताओ कहा जाओगे
मै- जहाँ मम्मी चाहेगी आपको तो पता होगा न मम्मी को कौन सी जगह पसंद है
पापा - जब हमारी शादी हुई थी तब वो ज
गोवा जाना चाहती थी मगर मै उसे मारीशस ले गया था और वो हमेशा गोवा के लिए बोलती थी पर मौका ही नही मिला एक काम कर गोवा चले जाओ
मै- क्या मम्मी को गोवा जाना था
पापा- हा उसकी भी कुछ इच्छाएं थी की वो वहा फ्री होकर कुछ दिन विताए अपने पति के साथ और मन की हर इच्छा पूरी करे
मै- इच्छाएं कैसी इच्छाएं पापा
पापा- बेटा तुम्हारी मम्मी है तो बहुत संस्कारी मगर मन कुछ इच्छाएं होती है जो इसान किसी खास के साथ करना चाहता है
मै- जैसे
पापा- जैसे उसकी इच्छा है की वो मार्डन कपडे पहने पति के साथ रोमांटिक तरीके से रहे उसका पति उसे अच्छे कपडे लाकर दे गोवा में छोटे कपडे पहने
मै- क्या मम्मी की ये इच्छाएं है पर वो तो बहुत संस्कारी है
पापा- संस्कारी है मगर कुछ इच्छाएं भी है और सिर्फ़ अपने पति के साथ मे यह करना चाहती है
मै- आपने तो कर दी होगी न इच्छा पूरी
पापा- नही बेटा मै नही कर पाया पर तू पूरा करके उसकी हर इच्छाओं को पूरा करना
मै- पापा मै कोशिश करूगा पर मम्मी को बुरा नही लगेगा आखिर मै उनका बेटा भी हू
पापा- वो समझदार हैं और उसे भी अच्छा लगेगा और इससे तुम्हारे बीच प्यार बडेगा
मै - ठीक है पापा
पापा- मै कल ही टिकट बुक कर दूंगा पर अभी जाकर मत बताना हनीमून के बारे में
मै- ठीक है पापा
पापा- चल अब जाकर सो जाओ अंजलि तुम्हारा इंतज़ार कर रही होगी
मै- ओके पापा गुड नाइट
फिर मै अपने कमरे मे आ गया और दरवाजा बंद कर दिया ।
मम्मी- क्या बात हो रही बाप बेटे मे इतधी देर हो गई
मै- कुछ नहीं मम्मी वो ही हमारे बारे मे की बाकी लोग अब नए रिश्ते निभाएगे और की हमे अब एक दूसरे को टाइम स्पेंड करना चाहिए
मम्मी- कितना भोला है हर बात बता रहा है मेरा बच्चा और क्या कहा
मै- की अब वो आपके ससुर है और आपको बहु की तरह समझेगे और दीदी के बारे मे भी कह रहे थे कीअब दीदी या तो आपके वाला रिश्ता निभाये मतलब आपको मम्मी मानकर मुझे पापा माने या पापा का रिश्ता मानकर आपको भाभी माने
मम्मी- कह तो सही रहे है मगर मुझे अजीब लग रहा है पर यह ही सच्चाई है
मै - आप उदास मत हो वो सब छोडो अब आपका दर्द कैसा है और सूजन उतरी की नही
मम्मी- क्यू आज भी कुछ प्लान है क्या और हस दी
मै- आप भी न वो मुझे आपकी फिक्र हो रही थी
मम्मी- जानती हू मजाक कर रही हू और मैने कहा था न ये होता है रात तक ठीक हो जाएगा अब ठीक है चलो रात काफी हो गई है सोते है गुड नाइट
मै - गुड नाइट मम्मी
फिर हम सो गए
Nice and superb update....Update 11
अगली सुबह मम्मी रोज की तरह जल्दी उठ गई और जैसे ही उठने को करी तो अचानक से एक आह्ह निकली
मम्मी- हाय लगता है कल के कारण हुआ है और अपनी चूत देखी तो वो सूज गई थी हाय ये तो बिलकुल लाल हो गई है और सूजन आ गई है
डेढ़ घंटे लगातार होने के बाद ये तो होना ही था आह्ह दर्द भी हो रहा है
फिर वो हल्के से उठकर बाथरूम में नहाने जाने लगी तो चलने मे भी तकलीफ हो रही थी और लंगडाते हुए बाथरूम में चली गई और नहाने लगी उनको दर्द हो रहा था
मम्मी- दर्द हो रहा है हाय अभी गोली खा लूंगी तो थोडी राहत मिलेगी वरना दर्द मे काम कैसे करूगी
मम्मी नहाकर बाहर आई और तैयार होने लगी तब तक मेरी भी नींद खुल गई मैने देखा मै कंबल के अंदर नंगा हू फिर मैंने यहा वहा हाथ मार कर चड्डी ढूंढने लगा और मेरे हाथ में चड्डी आई यो कंबल के अंदर हो पहन लिया और मम्मी को देखा तो वो तैयार हो गई थी
मै- गुड मार्निग मम्मी
मम्मी- हल्के से दर्द मे उठ गया तू आज जल्दी चलो नहा लो
मै - मम्मी क्या हुआ आप ठीक हो न ऐसा लग रहा है आपको कुछ दर्द हो रहा है
मम्मी- अरे कुछ नहीं वो कल रात की बजह से थोडी सूजन और दर्द है
मै- अरे सारी मम्मी मेरी वजह से आपको तकलीफ हो रही है
मम्मी- अरे कुछ नहीं वो होता है क्या है ध न इतनी देर तक किए इसलिए और मुझे आदत नही है बाद मे सब ठीक हो जाएगा तुम चिंता मत करो
मै- पक्का न मम्मी
मम्मी- हा चलो अब तुम नहाकर तैयार हो जाओ मालती ने नाश्ता बना दिया होगा
उतने मे दीदी की आवाज आई
दीदी मम्मी मै अंदर आऊ
मम्मी- तुझे पूछने की जरूरत है आ जा
फिर वो अंदर आ गई
मै अभी भी कंबल ओढकर पडा
दीदी- अभी तक उठे नही तुम
मम्मी- चल जाकर नहा ले
फिर मै कंबल हटाकर उठा तो मम्मी और दीदी हसने लगे
मै - क्या हुआ आप लोग हस क्यू रहे हो
मम्मी- नीचे देख
मैने देखा तो मैने मम्मी की चड्डी पहन रखी थी
दीदी अब समझ आ रहा है कौन सी छिपकली थी
मै जल्दी से बाथरूम में नहाने चला गया
मम्मी- तू भी न गलती से पहन लिया होगा उसे असहज महसूस करा दी
दीदी- पर मम्मी उसने आपकी पहनी कही आपने उसकी तो नही पहनी
मम्मी- चल बहुत मजाक कर रही है
दीदी- मजाक करना बनता है आखिर आपकी बेटी के साथ नन्द भी तो हू फिर मम्मी बाहर चलने लगी तो लंगडाकर चल रही थी
दीदी- मतलबकल की छिपकली ने चोट बी दी है
मम्मी- चुप कर बाहर मत,करना बरना सब क्या सोचेगे
दीदी- क्या सोचेगे आखिर आप दोनो पति पत्नी हो
फिर मम्मी किचिन मे चली गई
मालती काकी ने भी उनकी चाल देखकर समझ गई की कल मै जो सोच रही थी सही था मगर एक दो बच्चों की मा एक नए लडके के कारण लंगडाकर चल रही है
मालती काकी- क्या हुआ दीदी तबियत ठीक है न आपकी
मम्मी- हा ठीक है
मालती- तो आप लंगडाकर क्यू चल रही हो
मम्मी- वो थोडा बाथरूम में गिर गई थी
मालती काकी- कल रात को क्या
मम्मी समझ गई की वो क्या बात कर रही है
मम्मी- नही अभी सुबह एक काम करो श्रेय और श्रेय के पापा का टिफिन रेडी कर दो
मालती-हो गया है
उतने मे मै तैयार होकर बाहर आ गया और टेबल पर बैठकर पापा और दीदी और मम्मी के साथ नाश्ता करने लगा और धीरे से मम्मी को देखकर मुस्कुरा दिया और मम्मी ने भी मुस्कुरा दी ये सब पापा ने देख लिया मगर कुछ बोले नही मगर सब समझ गए
पापा- श्रेय पढाई कैसी चल रही है
मै- बहुत अच्छी पापा
पापा- देखो अब जिम्मेदारी बढ गई है तो उसे निभाना भी समझ रहे हो न
मै- जी पापा मै समझ रहा हू
पापा- शाम को आकर तुमसे बात करता हू सिर्फ हम दोनो
मै - ठीक है पापा
फिर मै स्कूल चला गया
और पापा ने दीदी से कहा तुम आफिस जाओ मुझे एक डील के लिये कही और जाना है
फिर दीदी भी चली गई
और मम्मी और पापा बस बैठे
पापा- अंजलि थोडा अंदर आओ
मम्मी उनके साथ अंदर गई
मम्मी- क्या हुआ
पापा- देखो अंजलि मै तुम दोनों के लिए बहुत खुश हू और मुझे पता है कि तुम दोनों के बीच की सारी दूरी खत्म हो गई है और दोनों अब खुश हो मै थोडा सा दुखी जरूर हू की तुम जैसी बीबी को खो दिया मगर खुश हू की तुम श्रेय के साथ खुश हो और ये जानता हू श्रेय भी बहुत खुश है और खुशकिस्मत भी जिसे तुम जैसी पत्नी मिली है अब से मै अब तुम्हारे लिए जो भी भावना थी सब खत्म कर दूंगा ताकि तुम दोनों की जिंदगी मे मेरी बजह से कोई खटास न आए इसलिए आज से तुम बस मेरे लिए श्रेय की पत्नी और मेरी बहु और,कोशिश करूँगा की यह रिश्ता मे अच्छे से निभाऊ और तुमसे भी कहूँगा की तुम भी मुझे ससुर की तरह ही देखो और जैसे श्रेय कहता है तुम भी वही कहो
मम्मी- आप सही कह रहे हो आखिर अब श्रेय और मै ही जीवन साथी है तो मुझे और आपको सब कुछ खत्म कर देना चाहिए ताकि कभी भी श्रेय को गलत न लगे और आपको पापा जी कहना अजीब तो लगेगा मगर शायद यही ठीक रहेगा इससे हमे दीवार का अहसास रहेगा मगर मै चाहती हू की आप भी किसी के साथ जिंदगी की नई शुरुआत करो और खुश रहो वैसे भी महल जाने के बाद आपके लिए फैसले तोलेना ही और राजा होने के नाते श्रेय ही फैसला लेगा उससे पहले हो सके तो आप किसी से शादी कर लीजिये
पापा- अब मुझसे कौन शादी करेगा इस उम्र में
मम्मी- क्यू नही करेगी आप अभी भी अच्छे हो और क्या कमी है आप मे
पापा- देखते है और एक बात पूछनी थी की श्रेय कैसा है और एक पत्नी की तरह कितना प्यार करता है तुमसे
मम्मी- बहुत अच्छा है आखिर आपका ही बेटा है एक पत्नी के रूप मुझसे बहुत प्यार करता है मगर उससे ज्यादा एक मा की तरह प्यार और सम्मान करता है
पापा- हा वो तो होगा ही मै भी अपनी मा को बहुत प्यार करता हू चलो आज ये इस तरह से हमारी आखिरी बात है आज से तुम मःरी बहु और सिर्फ बहु और मै तुम्हारा ससुर और कोई रिश्ता नही
मम्मी- जी यह सही रहेगा
फिर वो बाहर आ गए और,पापा भी चले गए
मम्मी हमारे कमरे मे आकर आराम करने लगी वही मै स्कूल मे था
रवि- और भाई मैने सुना तूने भी कल करवा चौथ का व्रत रखा था आंटी के लिए सारी अब तो भाभी है और हस दिया
कुश- सही तो है भाई आखिर पति पत्नी है तो करना चाहिए ही और इतनी खूबसूरत बीबी कम लोगों को मिलती है
रवि- ये तो है आँटी है तो बहुत खूबसूरत
कुश- वैसे बात,कहा तक पहुची मतलब तुम दोनो ने पूरी तरह से स्वीकार कर लिया की नही
मै - भाई तुम लोगो से क्या छूपाना मैंने और मम्मी ने इस रिश्ते को पूरी तरह से स्वीकार कर लिया है मगर पहले हम मा बेटे ही रहेंगे मगर साथ ही पति पत्नी भी और मुझे भी अहसास हो गया की उनसे अच्छी मम्मी तो कोई नहीहै मगर साथ ही उनसे अच्छी बीबी भी मुझे नही मिल सकती थी और मै उनसे बहुत प्यार करता हूँ
कुश- सही है भाई अब मतलब हमे उन्हें भाभी कहना शुरू करना ही पडेगा और कुश और रवि हस दिए
मै- चलो वो सब छोडो अब पढाई पर ध्यान देना है
फिर ऐसे शाम हो गई और मै घर आ गया और अपने कमरे मे गरा तो मम्मी आराम कर रही थी
और मुझे देखकर उठ गई
मम्मी- आ गया तू
मै हा मम्मी आप कैसी ।ओ आपका दर्द कैसा है
मम्मी- अब आराम है और यह होता है तू फिक्र मत कर रात तक बिल्कुल ठीक हो जाएगा चल कपडे बदल ले और कुछ खा ले मै लेकर आती हू
फिर मम्मी बाहर चली गई और मै कपडे चेंज कर लिया
उतने मे मम्मी मेरे लिए नाश्ता लेकर आई
मै- मम्मी पापा बोले है रात मे कुछ बात करनी है मुझसे अकेले में क्या बात है आपको बताए
मम्मी- मुझे क्यू बताएगें तुम्हारे पापा है मेरे तो अब ससुर है हा मुझसे बात हुई थी मगर हमारे बारे मे थी
मै - मम्मी ऐसा क्यू बोल रही हो ससुर यह क्या है
मम्मी- देखो श्रेय अब मै तुम्हारी बीबी हू तो तुम्हारे पापा मेरे ससुर होगे और ये सीमा बनानी जरूरी ताकी कल को हमारे बीच कोई गलतफहमी या मेरे तुम्हारे रिश्ते मे खटास न आए
मै- ठीक है मम्मी तो क्या पापा यही बात करने बाले है
मम्मी- हो सकता है और कुछ और भी हो
फिर रात हो गई और पापा और दीदी भी आ गए और रात का खाना हमने साथ मे खाया फिर पापा ने मुझे छत पर बुलाया और हम वहा बैठ गए
पापा- कैसा रहा दिन
मै- अच्छा रहा पापा
पापा- और पढाई तो ठीक चल रही है न कही जो कुछ हुआ है उसकी वजह से तुम्हारा ध्यान पढाई से हट तो नही गया
मै - नही पापा पढाई अच्छी चल रही है और हर बार के जैसे इस बार भी मै सबसे ज्यादा नंबर लाऊगा
पापा- यही उम्मीद है तूमसे की तुम सब चीजों को अच्छे से मैनेज करो
मै - जी पापा
पापा- सुनो मुझे कुछ बात करनी पर थोडा अजीब लग रसा है पर जरूरी है आगे के लिए देखो बेटा अब सब कुछ बदल गया है अब तुम्हारी मम्मी तुम्हारी बीबी भी है और यह बहुत अहम रिश्ता है और अब वो मेरी नही तुम्हारी बीबी है इस नाते अब वो मेरी बहु होगी
मै- पापा ये सब क्यू बता रसे हो आप
पापा- क्योंकि बेटा अभी तो ठीक है मगर कल को तुम जब थोडी दुनिया को समझोगे तो तुम्हारे मन मे कही यह न आए की मेरे और अंजलि के बीच अभी भी कुछ है और उस बजह से तुम दोनों के बीच खटास आए
मै- ऐसा कुछ नही होगा पापा आखिर आप दोनों के कारण ही मै हू और मै मम्मी को भी जानता हू वो एक पतिव्रता संस्कारी औरत है
पापा- पर बेटा रिश्तो मै कुछ सीमा होनी चाहिए इसलिए मैने और अंजलि ने तय किया है की अब हम नए रिश्ते मानेगे मै तुम दोनो को तो नही कह सकता की तुम बस एक रिश्ता मानो क्योंकि मै जानता हूँ कि तुम अपनी मम्मी को और मम्मी अपने बेटे को बहुत प्यार करती है मगर बाकी तो न्ए रिश्ते मान सकते है इसलिए अब से मै सिर्फ अंजलि को बहु ही मानूँगा और,वैसे ही व्यवहार करूँगा और तुम्हारी मम्मी भी मुझे ससुर की तरह व्यवहार करेगी और रही बात दिया की तो या तो वो मेरे रिश्ते से अंजलि को भाभी कहे और वैसे व्यवहार करे या अंजलि को मम्मी मानकर तुझे पापा के रूप में देखे
मै- पर पापा यह दीदी के लिए गलत नसी होगा अगर वो आपको चुनती है तो उसके सर से मम्मी दूर हो जाएगी और मम्मी को तो भाई और पापा
पापा- ऐसा नही होगा अगर वो मुझे चुने तो भाई और भाभी मिलेगी और शायद बाद मे मा भी मिल जाए और अगर मम्मी को चुनी तो नए पापा और मै भी पापा ही रहूँगा हा बस भाई नही होगा मगर शायद बाद मे वो भी मिल जाए
मै - पर पापा यह जरूरी है
पापा- हा बेटा तुम दोनो के वैवाहिक जीवन के लिए बहुत जरूरी है और तुम एक बात,बताओ तुम इस रिश्ते से अब खुश हो मतलब की अंजलि को पत्नी के रूप में पाकर
मै- पापा
पापा- शर्माओ मत अपना दोस्त ही समझो एक पत्नी के रूप में अंजलि कैसी है और तुम खुश तो हो न
मै - पापा मै बहुत खुश हू और मम्मी जैसी बीबी तो कोई हो ही नही सकती मै अगर खुल के कहू तो थैंक्स पापा जो मम्मी मेरी लाइफ मे आई और मै आपका बहुत शुक्रगुज़ार हूँ यह मेरी जिंदगी का सबसे बडा गिफ्ट है
पापा- अच्छा है की तुम खुश हो और अंजलि सच मे एक अच्छी पत्नी है तपर तुम्हारी भी अब कुछ जिम्मेदारी है एक पति के तौर पर की तुम उसे हर खुशी और बहुत सारा प्यार दो
मै- पापा मै कोशिश करूगा मगर थोडा संकोच भी होता है है तो आखिर मम्मी ही और मुझे ये तो पता है की वो है कैसी मगर प्यार के लिए उन्हें क्या पसंद है मुझे नही पता
पापा- देखो अब वो तुम्हारी पत्नी भी हे और उसको जानो उसके साथ टाइम स्पेंड करो कही घुमाने लेकर जाओ दो महीने हो गए हैं शादी को कही घूमने नही गए
मै - पापा आपको तो पता है की मम्मी को क्या पसंद है आप ही मदद करो न
पापा- ठीक है अंजलि को फिल्म देखना पसंद है, घूमना पसंद है पूजा पाठ पसंद है जलेवी पसंद है और अपने बच्चों को बहुत प्यार करती है
मै- वो तो मै जानता हूँ मेरी जिंदगी बचाने के लिए इतना बडा त्याग किया है और मै उनको अब हमेशा खुश रखना चाहता हूँ
पापा - तूने हनीमून के बारे मे कुछ सोचा है
मै -क्या पापा आप
पापा- और क्या शादी के बाद हनीमून पर तो जाते ही है मै थोडा असहज था और बाकी लोग भी इसलिए उस वक्त नही बोला पर अब जब तुम दोनों ने भी स्वीकार कर लिया है तो कही घूम कर आओ इससे तुम दोनों के बीच प्यार बड जाएगा बताओ कहा जाना चाहोगे
मै- पर पापा ये जरूरी है और स्कूल भी और मम्मी मानेगी
पापा- वो मान जाएगी तुम बताओ कहा जाओगे
मै- जहाँ मम्मी चाहेगी आपको तो पता होगा न मम्मी को कौन सी जगह पसंद है
पापा - जब हमारी शादी हुई थी तब वो ज
गोवा जाना चाहती थी मगर मै उसे मारीशस ले गया था और वो हमेशा गोवा के लिए बोलती थी पर मौका ही नही मिला एक काम कर गोवा चले जाओ
मै- क्या मम्मी को गोवा जाना था
पापा- हा उसकी भी कुछ इच्छाएं थी की वो वहा फ्री होकर कुछ दिन विताए अपने पति के साथ और मन की हर इच्छा पूरी करे
मै- इच्छाएं कैसी इच्छाएं पापा
पापा- बेटा तुम्हारी मम्मी है तो बहुत संस्कारी मगर मन कुछ इच्छाएं होती है जो इसान किसी खास के साथ करना चाहता है
मै- जैसे
पापा- जैसे उसकी इच्छा है की वो मार्डन कपडे पहने पति के साथ रोमांटिक तरीके से रहे उसका पति उसे अच्छे कपडे लाकर दे गोवा में छोटे कपडे पहने
मै- क्या मम्मी की ये इच्छाएं है पर वो तो बहुत संस्कारी है
पापा- संस्कारी है मगर कुछ इच्छाएं भी है और सिर्फ़ अपने पति के साथ मे यह करना चाहती है
मै- आपने तो कर दी होगी न इच्छा पूरी
पापा- नही बेटा मै नही कर पाया पर तू पूरा करके उसकी हर इच्छाओं को पूरा करना
मै- पापा मै कोशिश करूगा पर मम्मी को बुरा नही लगेगा आखिर मै उनका बेटा भी हू
पापा- वो समझदार हैं और उसे भी अच्छा लगेगा और इससे तुम्हारे बीच प्यार बडेगा
मै - ठीक है पापा
पापा- मै कल ही टिकट बुक कर दूंगा पर अभी जाकर मत बताना हनीमून के बारे में
मै- ठीक है पापा
पापा- चल अब जाकर सो जाओ अंजलि तुम्हारा इंतज़ार कर रही होगी
मै- ओके पापा गुड नाइट
फिर मै अपने कमरे मे आ गया और दरवाजा बंद कर दिया ।
मम्मी- क्या बात हो रही बाप बेटे मे इतधी देर हो गई
मै- कुछ नहीं मम्मी वो ही हमारे बारे मे की बाकी लोग अब नए रिश्ते निभाएगे और की हमे अब एक दूसरे को टाइम स्पेंड करना चाहिए
मम्मी- कितना भोला है हर बात बता रहा है मेरा बच्चा और क्या कहा
मै- की अब वो आपके ससुर है और आपको बहु की तरह समझेगे और दीदी के बारे मे भी कह रहे थे कीअब दीदी या तो आपके वाला रिश्ता निभाये मतलब आपको मम्मी मानकर मुझे पापा माने या पापा का रिश्ता मानकर आपको भाभी माने
मम्मी- कह तो सही रहे है मगर मुझे अजीब लग रहा है पर यह ही सच्चाई है
मै - आप उदास मत हो वो सब छोडो अब आपका दर्द कैसा है और सूजन उतरी की नही
मम्मी- क्यू आज भी कुछ प्लान है क्या और हस दी
मै- आप भी न वो मुझे आपकी फिक्र हो रही थी
मम्मी- जानती हू मजाक कर रही हू और मैने कहा था न ये होता है रात तक ठीक हो जाएगा अब ठीक है चलो रात काफी हो गई है सोते है गुड नाइट
मै - गुड नाइट मम्मी
फिर हम सो गए