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Non-Erotic Rudra Mhanyoda

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Ch 47 - आठवां राजसी परिवार बनाना

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frands me Khani me likha राहु में सोचा नहीं था आप सबका प्यार मिलेगा. मी हप्ते 2/3 ch देना खा बोला था. लेकीन आप सबका प्यार देखे कोही हप्ते मी 4/5 ch deta rahuga. बस आप सबका ऐसा ही सपूत मील की प्यार.

Ch 48 - पुश्तैनी मार्शल आर्ट का खो...

Ch 49 - सौदे का खुलासा

Ch 50 - अधिपति युग अरोड़ा
 
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Shandaar bhai❤️
 

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Ch 42 - पांचवें सितारे वाला मार्शल आर्टिस्ट

इस वक्त सभी की नजर रूद्र पर टिकी हुई थी और हर कोई रूद्र को स्तब्ध होकर देख रहा था उस जगह पर मौजूद किसी ने भी कल्पना नहीं की थी की 18 साल के देखने वाले बच्चे ने जो कि दूसरे सितारे पर है उसने तीसरी सितारे वाले मार्शल आर्टिस्ट को मार दिया, और हैरान करने वाली बात ये थी उस बच्चे ने तीसरी सितारे वाले मार्शल आर्टिस्ट को अपने एक ही वार में मार दिया।

समय की गंभीरता को समझते हुए सभी हत्यारे सतर्क हो गए और उन्होंने अपनी तलवार को रुद्र के ऊपर तान दिया, वही रुद्र के कपड़े उनके मुखिया के खून से सन चुके थे और उसके चेहरे पर कातिलाना मुस्कुराहट थी जो उसे देखने में और भी ज्यादा डरावना बना रही थी।

अपने मुखिया को एक ही बार में मारता हुआ देखकर वह हत्यारा जो अपने मुखिया के सबसे पास खड़ा था वह झट से पीछे हो गया क्योंकि उसे भी पता था रुद्र के पास जो खंजर है वह उसे मक्खन की तरह काट देगा।

तभी एक हत्यारे ने अपने सभी साथियों से कहा "हमें इस बच्चे से डरने की जरूरत नहीं, बस हमें इस खंजर पर ध्यान देना है ये खंजर ही हमें नुकसान पहुंचा सकता है इस बच्चे के पास इतनी ताकत नहीं, जो ये हमें मार सके।"
वह हत्यारा और भी कुछ बोलना चाहता था तभी उसे अपने शरीर में कपकपी महसूस हुई और वह अचानक से नीचे गिर गया जब उसकी नजर ऊपर आसमान की तरफ गई उसे अपना आधा कटा हुआ शरीर दिखाई दिया जिसके आगे रूद्र खड़ा था

रुद्र की इतनी ज्यादा ताकत देखकर सभी हत्यारे बहुत ज्यादा डर गए, और इस वक्त उनके दिमाग में यहां से भाग जाने का ख्याल आ रहा था तभी रूद्र ने अपनी सर्द आवाज में कहा "इस वक्त तुम सभी मेरे इलाके में खड़े हो, यहां से बिना मेरी मर्जी के कोई भी नहीं जा सकता, तुम्हें क्या लगता है तुम यहां पर कभी भी आ सकते हो और अपनी मनमर्जी से कभी भी जा सकते हो।"

रुद्र के इन शब्दों ने उन हथियारों के मन मे और भी ज्यादा डर बैठा दिया भला कौन सोच सकता था एक 18 साल का बच्चा इतना ज्यादा निर्दय और करूर हो सकता है।

तभी उन सभी हथियारों में से एक हत्यारे ने चिल्लाते हुए सभी से कहा "अपने ऊपर डर को हावी मत होने दो, ये सिर्फ 18 साल का बच्चा है सभी लोग एक साथ इसके ऊपर हमला करो ये अपने खंजर से किस-किस पर हमला करेगा।"

उस हत्यारे के शब्दों ने उन सभी हथियारों के ऊपर जादू की तरह काम किया, और वे सभी हत्यारे दोबारा से रुद्र के ऊपर हमला करने के लिए तैयार हो गए इस बार सभी हत्यारे रुद्र के ऊपर एक साथ जपट पड़े, चारों तरफ से रुद्र के ऊपर हथियारबंद हत्यारे हमला कर रहे थे और रुद्र उन सभी के बीच में खड़ा था।

उन सभी हथियारों को एक साथ हमला करते हुए देखकर रुद्र के मुंह से निकला "मैं जानता था तुम सभी मेरे ऊपर एक साथ हमला करोगे।"

इतना कहने के बाद रुद्र अपने दोनों पैरों को एनर्जी से पूरी तरह कवर कर लेता है जिस वजह से उसकी रफ्तार पहले से बढ़ जाती है रुद्र इस वक्त अपने पिछले जन्म की सबसे निचले अस्तर वाली मार्शल आर्ट का उपयोग कर रहा था जिस मार्शल आर्ट का उपयोग करते वक्त उसकी रफ्तार पहले से बहुत ज्यादा बढ़ जाती है इस वक्त रुद्र की रफ्तार उन सभी हथियारों से ज्यादा हो गई थी और उन हथियारों ने भी कभी नहीं सोचा होगा एक दूसरे सितारे वाले बच्चे की रफ्तार उनसे ज्यादा होगी।

रुद्र पलक झपकते ही उन हथियारों के पीछे आ गया और उसने अपने एक ही बार में तीन हथियारों को एक साथ मार दिया, जाहिर सी बात थी रूद्र उन सभी हथियारों को तीसरे स्तर के खंजर की मदद से मार पा रहा था वरना उसके लिए भी एक साथ उन सभी हथियारों को संभाल पाना नामुमकिन था।

दूर खड़ा राजीव भी रूद्र को ही देख रहा था और वह रुद्र की इतनी ज्यादा ताकत देखकर हैरान था तभी राजीव की नजर रुद्र की आंखों पर गई जिसको उसने पहले भी देखा था इस वक्त राजीव को ऐसा एहसास हो रहा था जो उसे सिर्फ अपने पिता से महसूस होता था या फिर अपने पिता से भी अधिक, राजीव को ऐसा लग रहा था जो कोई भी उसके रास्ते में आएगा वह उसे बेहिचक मार डालेगा।

रुद्र कुछ भी करके उन सभी हथियारों के आत्मविश्वास को तोड़ना चाहता था क्योंकि अगर रूद्र ने एक बार ऐसा कर दिया फिर रुद्र के लिए उन सभी को मार पाना आसान हो जाएगा रुद्र बहुत सोच समझकर हथियारों को मार रहा था वह उनके साथ सीधा सामना नहीं कर सकता था उन हथियारों का एक हमला ही रूद्र को मौत के घाट उतारने के लिए काफी था।

अब अपने तीन और साथी को मारता हुआ देखकर उन हथियारों की हिम्मत टूट गई, अभी कुछ पल पहले उन्हें जो आशा की किरण दिखाई दी थी वह भी पूरी तरह मिट चुकी थी वे सभी लुटेरे रूद्र को एकता के बल पर हराना चाहते थे पर रुद्र की रफ्तार ने उनकी इस योजना पर पानी फेर दिया।

रुद्र भी उन हथियारों के अंदर अपने डर को देख सकता था और वह यही चाहता था जब कोई इंसान बहुत ज्यादा डरा होता है उस वक्त उसके दिमाग में सिर्फ जीने के अलावा कुछ नहीं आता।

रुद्र एक नजर अपने खंजर की ओर देखता है जो इस वक्त खून से पूरी तरह सना हुआ था वह खंजर इसी तरह बनाया गया था जिससे उसे चलाने वाले की गति पहले से बढ़ जाए और रुद्र के हाथ में ऐसा हथियार होने का मतलब था उसके दुश्मनों की समात।

उस खंजर की खूबियां देखकर रुद्र मेहरा परिवार का धन्यवाद करना चाहता था उसे इतना अच्छा हथियार देने के लिए।

रुद्र अपने सामने खड़े 10 से भी ज्यादा हथियारों को देखता है और फिर अगले ही पल रुद्र अपने खंजर को घूमता हुआ उन सभी हथियारों के बीच में आ गया।

उन सभी हथियारों की चिखे सुनकर और उनके सर को हवा में उड़ते हुए देखकर राजीव सहम गया, वह उस जगह पर खड़ा होकर वह नृत्य देख रहा था जिसे रूद्र अपने खंजर के साथ कर रहा था वे सभी हत्यारे रो रहे थे और रुद्र से अपनी जान की भीख मांग रहे थे पर रूद्र किसी बहरेम शैतान की तरह उन सभी को मारता जा रहा था।

राजीव को अपनी आंखों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा था जहां कुछ समय पहले रूद्र उसका प्रतिद्वंथी था और वह उसे बहुत ज्यादा मासूम समझ रहा था वही वह इतना ज्यादा क्रूर और निर्दय निकलेगा।

अपने और रुद्र के युद्ध को याद करके राजीव को ऐसा लगा जैसे कि उस समय रूद्र उसके साथ खेल रहा हो, राजीव ने उस पल को याद करके अपने आप से कहा "मैंने दूसरे सितारे के सातवें स्तर पर होते हुए उसके साथ लड़ने का साहस करा और उसे कमजोर समझकर उसे भाषण भी दिया।"

ये सब सोच कर राजीव उदास हो गया "मैंने सातों राजसी परिवारो में बहुत सारे प्रतिभाशाली लड़कों को देखा है पर ये उन सभी से बिल्कुल अलग है मैंने आज से पहले ऐसा लड़का बिल्कुल भी नहीं देखा, जो दूसरे सितारे के पांचवें स्तर पर होकर तीसरे सितारे के पहले स्तर वाले मार्शल आर्टिस्ट को संभाल रहा है।"

इधर राजीव के बगल में खड़ी हुई जानवी भी बहुत ज्यादा हैरान थी आज से पहले उसने इतना भयावे दृश्य नहीं देखा था जब उसने सुना की रूद्र ने चौथे सितारे वाले दो मार्शल आर्टिस्ट को मारा है उसके लिए इस बात पर विश्वास कर पाना मुश्किल था पर जब मास्टर यशवंत ने उसे बताया उसे ना चाहते हुए भी इस बात पर विश्वास करना पड़ा।

पर जब आज वह रूद्र को लड़ते हुए देख रही थी उसे पूरी तरह यकीन हो गया की रूद्र ने ही उन दोनों श्रेष्ठ को मारा था रुद्र की करूरता और उसकी रोबदार आंखें देखकर ऐसा लग रहा था जैसे कि नर्क का देवता धरती पर आ गया हो।

रुद्र जब रुका उसके चारों तरफ लाश का ढेर लगा हुआ था और सूखी जमीन खून से पूरी तरह लाल हो गई थी एक हत्यारा जिसे अभी तक रूद्र में नहीं मारा था वह अपने सामने का मंजर देखकर बहुत ज्यादा डर गया था हालांकि ये बात अलग थी वह हत्यारा भी बहुत ज्यादा घायल था उसके पूरे शरीर पर खंजर के निशान थे पर वह रुद्र के खंजर से खून टपकता हुआ खून देखकर अपने उस दर्द को भूल गया, उसके दिमाग में सिर्फ एक ही बात गूंज रही थी रुद्र से अपनी जान की भीख मांगना।

रूद्र ने एक नजर उस हत्यारे को देखा और फिर उससे पूछा "तुझे यहां पर किसने भेजा है"

रुद्र की बात सुनकर वह हत्यारा अपने सभी साथियों को देखता है जिनके मर्त शरीर जमीन पर पड़े थे वो हत्यारा रुद्र की क्रूरता को चाह कर भी वर्णन नहीं कर सकता था रुद्र इंसानी शरीर में एक शैतान था उस हत्यारे को बिल्कुल भी रुद्र की आंखों में दिया नहीं दिखाई दे रही थी देखने से ऐसा लग रहा था जैसे कि वह ये सब पहली बार नहीं कर रहा हो।

हत्यारे ने कापती हुई आवाज में कहां "हमें इस काम को देने वाला."

तभी उस जगह पर बांसुरी की मधुर आवाज गूंज गई और देखते ही देखते उस हत्यारे के मुंह से खून की उल्टी निकली और वह हत्यारा उसी वक्त मार गया।

उस मधुर आवाज को सुनकर रूद्र ने सबसे पहले गहरी सांस ली जिससे उसके ऊपर डर हावी ना हो, उस आवाज को सुनकर अब रुद्र की रोबदार आंखों में डर की लहर साफ़-साफ़ देखी जा सकती थी

वह मधुर आवाज उन तीनों को स्पष्ट रूप से सुनाई दे रही थी और उन तीनों को अपने दिल पर अलग दवाब महसूस हो रहा था

रूद्र ने अपने आप से कहा "पांचवें सितारे का मार्शल आर्टिस्ट. ये जरूर पांचवें सितारे का मार्शल आर्टिस्ट है ऐसा सिर्फ 5 सितारे का मार्शल आर्टिस्ट ही कर सकता हैं उसने अपनी उस आवाज को उस हत्यारे के कानों में उसे मारने के इरादे से पहुंचाया, जिस वजह से उस हत्यारे की आत्मा को अपना शरीर छोड़ना पड़ा"

फिलहाल रुद्र के पास इतनी ताकत नहीं थी वह पांचवे सितारे वाली मार्शल आर्टिस्ट का सामना कर सके, पांच सितारे वाले मार्शल आर्टिस्ट की ताकत इतनी ज्यादा होती है वह अपना बिना हाथ उठाए रूद्र को मार सकता हैं जहां रूद्र अगर अपने इव्रिल सोल और खंजर का भी इस्तेमाल करें वह फिर भी उस आदमी पर एक करोच भी नहीं पहुंचा पाएगा

पांचवे सितारे वाला मार्शल आर्टिस्ट तो बहुत दूर की बात है रुद्र चौते सितारे के दूसरे वाले मार्शल आर्टिस्ट को भी नहीं हरा सकता रुद्र मास्टर महेश को इसलिए हरा पाया था क्योंकि उन्हें अपने ऊपर कुछ ज्यादा ही घमंड था और मास्टर राजेश तो पहले से ही बहुत ज्यादा घायल थे अगर रुद्र के सामने समझदार चौथ सितारे वाला मार्शल आर्टिस्ट आ जाए वह उसका सामने बिल्कुल भी नहीं कर पाएगा।

जैसे ही रूद्र को इस बात की गंभीरता पता चली उसकी रीड की हड्डी में कपकपी दौड़ गई तभी अचानक से वह मधुर आवाज आना बंद हो गई और उस जगह पर दो आदमियों के कदमों की आवाज गूंज उठी।

उस आवाज को सुनकर रुद्र की धड़कनें थम सी गई और उसकी नजर सामने से आ रही आवाज की ओर टिक गई, जैसे ही वह आदमी सामने आया राजीव उस आदमी को देखकर स्तब्ध रह गया।

आखिरकार वह आदमी कौन था? क्या वह आदमी राजीव को मारने के लिए आया था अगर हाँ तो रुद्र कैसे उस आदमी से राजीव को बचा पाएगा या फिर रूद्र राजीव और जानवी को छोड़कर उस जगह से भाग जाएगा? जानने के लिए पढ़ते रहिए l
 

krish1152

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nice update
 

Manojsharma

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Nice update bhai super
 

Dhakad boy

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Bhut hi shandar updates
 
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