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Incest Sagar (Completed)

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bhai logo itna bada issue mat banao................. jo baat sanju bhai ki hai wahi mere aur shubham bhai ke upar bhi lagoo hoti hai

ham teenon hi apni kahani ke updates se kai gune bade revies, comments other stories par dete hain
lekin apne update latka dete hain

iska ek hi reason hai...................... sirf ek hi sentence mein

dusre ki kahani ko analyse karne ke liye hamein imagin nahin karna sirf padhkar samajhna hota hai

lekin.......
apne update ko likhne se pahle pura imagine karna hota hai......... ek ek shabd ko kai bar badalna padta hai........ dobara likhna padta hai


kisliye???????????????
sirf isliye............. ki hum apko apni sarvottam kahani de sakein................. aur apko use padhne me anand mile

isliye dhairya rakhein aur prateeksha karein...................
gussa aur narajgi tab dikhana uchit hai..............
jab writer kahani ko band karke gayab ho jaye ya ...........aage kahani likhne se mana kare kitni bhi genuine wajah bata kar

ant mein..................


आप सभी को सपरिवार
दीपावली
की हार्दिक शुभकामनाएँ
आपने बिल्कुल सही कहा कामदेव भाई । स्टोरी लिखना और किसी स्टोरी पर कमेंट करना दोनों अलग अलग बातें होती है ।

वैसे रीडर्स का भी सोचना गलत नहीं है । जब वो हमारे कमेन्टस दुसरे लोगो की कहानियों पर देखते हैं तो उन्हें लगता है कि कमेन्टस के लिए टाइम है पर खुद की कहानी लिखने का टाइम नहीं है ।.....बस उनसे एक गलती हो जाती है कि वो ये नहीं सोचते कि उन्हीं की तरह हमारी भी इच्छा होती है दुसरी अच्छी अच्छी कहानियां पढ़ने की ।
 
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kamdev99008 bhai issue nahi bna rahe bas ek bat thi dil me maine wo kahi thi aur uske alawa dil me koi mail nahi tha.

Ab aapki bat par aate hain ki update likhne me time and sochna bahut padta hai isse main 200% agree karta hu qki agar aasan hota to main bhi likh leta sirf padhta nahi. Mujhe story achi lagi thi to padhta tha aur follow kar raha tha start se isliye maine comment kiya. Aur comment karne se pahle maine dekha tha ki ye mera pahla comment to nahi hai. Agar pahla hota to main kabhi comment nahi karta.

Aur ab to story complete hi ho gayi hai yo ye issue ko yahin khtam kar dete hain qki mujhe story se bahut sari umeed thi jaise ki Jaipur se aane se bad uski bahan aur bahan ki dost ke sath masti aur halki fulki uski maa ke masti. But jo writer chahe wo kar sakta hai to uski ko mante huye writer ko thanks ek achi story ke liye.
भाई ! आप कहीं ये मत समझ लेना कि आपके कमेन्ट के चलते मैंने स्टोरी क्लोज कर दी ।
आपके पिछले कमेन्ट का भी मैंने कोई बुरा नहीं माना था । शायद इगो वाले बात से आप हर्ट हो गए थे । मुझे ऐसा नहीं कहना चाहिए था ।
मैंने उमर के पचास साल पार कर लिए है तो मुझे किसी के भी बातों से कोई खास फर्क नहीं पड़ता । मुझे गुस्सा ज्यादा नहीं आता है । हां.. थोड़ी निराशा जरूर होती है ।

आप को स्टोरी पसंद करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद । हो सकता है कि एक बार फिर किसी कहानी पर मिलें ।
 
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Emotional update :cry2:
Waise end hona to nahi chahiye tha is baat ki disappointment rahegi lekin aapne jis tarike se har sawal ka jawab dete huye kahani ko end kiya hai wo satisfied tha :Dun:
Amar ki "Maa" dwara bheja gaya khatt bada emotional tha aur usme jal samadhi wali baat to :cry:
Khair aapne story itni jaldi end kari hai to kuch reason rahe honge aapke :bow:
Lekin ek aur nayi thriller story ki umeed hai humey :pray:
Thanks itni achi story likhne ke liye :bow:
आपका बहुत बहुत धन्यवाद ए.के. भाई 🙏

आपका कमेन्टस मुझे हमेशा उर्जावान महसूस कराता रहा । मुझे भी लगा कि मैं भी आप जैसे अच्छे राइटर्स की तरह लिख सकता हूं ।
 
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Aapki bat sahi h lekin bhai xf pe. kuch hi stories hai jo behtareen. hai jinme . ye story bhi h to pls aap hi sanju bhai ko samjhao kahani ko gussa karke. band na karen ise aage. badhayen jaise chal rahi thi ye update edit karden plsss
आपका बहुत बहुत धन्यवाद भाई । मुझे हैरानी के साथ साथ बहुत खुशी है कि आपने इसे अच्छी कहानियों के श्रेणी में रखा ।
कुछ दिनों तक इन्तजार कीजिए भाई । मैं जल्दी ही एक नई स्टोरी के साथ आऊंगा ।
 

Jaipara

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भाई ! आप कहीं ये मत समझ लेना कि आपके कमेन्ट के चलते मैंने स्टोरी क्लोज कर दी ।
आपके पिछले कमेन्ट का भी मैंने कोई बुरा नहीं माना था । शायद इगो वाले बात से आप हर्ट हो गए थे । मुझे ऐसा नहीं कहना चाहिए था ।
मैंने उमर के पचास साल पार कर लिए है तो मुझे किसी के भी बातों से कोई खास फर्क नहीं पड़ता । मुझे गुस्सा ज्यादा नहीं आता है । हां.. थोड़ी निराशा जरूर होती है ।

आप को स्टोरी पसंद करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद । हो सकता है कि एक बार फिर किसी कहानी पर मिलें ।

मैं ऐसा बिल्कुल नहीं समझ रहा की मेरे एक कमेंट की वजह से स्टोरी का स्टेटस अब कम्पलीट हो गया है। ऐसा आपके कुछ रीडर का मानना है।

पर पिछले कुछ समय से दिल ने ये मान लिया था कि स्टोरी यही पर समाप्त होने वाली है।

दूसरी स्टोरी पर जरूर मिलेंगे क्योंकि मैं xforum पर विजिट करना बंद नहीं करने वाला।

ईगो वाली बात थोड़ी सी फील हुयो थी परंतु 30 दिवाली देखने के बाद ये सब बात मायने नहीं रखती और गुस्सा मुझे तब आता जब बेकार में कोई गाली देता तो वरना तमीज की कमीज आपने भी पहनी थी और मैंने भी कमेंट करते वक़्त तो गुस्सा आने का कोई मतलब ही नहीं बनता था।

चलिये अब ये मुद्दा यहीं खत्म करते हैं आपकी स्टोरी की तरह।।
 
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कोई बात नहीं भाई.......... कहानी को संजु भाई ने जैसे अंजाम तक पहुंचाया अच्छा लगा......... कुछ जल्दबाज़ी हुई..... लेकिन इसे यहीं छोड़ो

अब बस में यही चाहूँगा की जब वो शांत मन में हो........ तब इस कहानी को अगर आगे बढ़ाना चाहें तो इसका दूसरा भाग लिखें या कोई नयी कहानी....जैसा उन्हें उचित लगे
अभी उनका मन शांत होने दो........... दवाब मत डालो
थैंक्यू कामदेव भाई 🙏
 
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Reactions: kamdev99008
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SANJU ( V. R. ) Bhai main jyada kuch nahi kahunga. aap gussa na ho. keval ek hi baat kahunga shayad ese kahte hue bhi mai keval apna prerogative use kar raha hun, Prerogative reader hone ka, Atah ese anyatha na le. Bhai jis din aapne kahani suru ki aap creator ki shoes pahanli. ab aap ye kah kar nahi bach sakte ki main aam tor par reader hun. main janta hun is corona kal mai lockdown ke baad jivan kitana kathin ho gaya hai. atah gussa naa ho aur jab samay mile to do char line likh liya kare. aap ne bhukh lagadi hai aur ab aap kahte ho tum bhukhe ho to mai kya karu.? preshan naa ho aur isi taha likhate rahe.

SADHUVAAD....................................
UPDATE KI PRATIKSHA MAIN.......................
अरे भाई ! गुस्सा वाली कोई बात ही नहीं है । आपने एक बात बिल्कुल सही कहा कि यदि कोई व्यक्ति स्टोरी लिखना शुरू कर दे... भले ही वो पहली बार लिख रहा हो तो उस पर राइटर्स का टैग तो लग ही जाता है । और अगर रीडर्स को स्टोरी पसंद आने लगे तो उनकी अपेक्षाएं राइटर से बहुत अधिक बढ़ जाती है । मैं भी बहुत सालों से इस फोरम पर राइटर्स की कहानियों को पढ़ते आ रहा हूं । जब कोई कहानी अच्छी लग रही हो और एकाएक अपडेट आना बंद हो जाय तो बहुत बुरा लगता है । सबसे बुरा तब लगता है जब राइटर्स अपने रीडर्स के बातों का जवाब नहीं देते । सिर्फ एक बार राइटर्स ये कह दें कि इस कारण से अपडेट नहीं आ रहा है या आएगा ही नहीं या इतने दिनों बाद आएगा तो रीडर्स संतुष्ट हो जाते हैं ।

खैर ! नेक्स्ट स्टोरी में एक बार फिर से मिलेंगे भाई ।
 
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