Update..1.
" भैया भैया , दीदी बुला रही है ।"
मैंने देखा सामने राहुल खड़ा था । राहुल मेरा कजन भाई । १८ साल का एक खुबसूरत और बहुत ही अच्छा लड़का ।
" क्या हुआ ? क्यों बुला रही है ? - मैंने पूछा ।
" पता नहीं भैया ।"
" तु चल , मैं थोड़ी देर में आ रहा हूं ।"
" क्या बात है सागर ? " - अमर ने पूछा ।
अमर मेरे स्कूल के समय से ही खास दोस्त था । हमने अपनी जिंदगी में काफी सारी खुशियां और गम साथ साथ ही बांटे थे । वो भी मेरी ही उम्र का २४ साल का बांका नौजवान था ।
एक टी स्टाल पर बैठे चाय सिगरेट का लुत्फ उठा रहे थे हम ।
" पता नहीं यार । मैं निकलता हूं , बाद में मिलते हैं ।"
मैं वहां से लम्बे लम्बे डग भरता हुआ घर निकल गया ।
मैं सागर । सागर चौहान । दिल्ली से विलोंग करता हूं । इंजीनियरिंग के फाइनल ईयर का स्टुडेंट हूं । हाईट पांच फुट दस इंच । सिक्स पैक एब्स तो नहीं लेकिन तीन , चार तो है ही । देखने में भी स्मार्ट हूं । ऐसा लोग कहते हैं । थोड़ा बहुत जीम और एक्सरसाइज का भी असर पड़ा है ।
मैं अपने घर से कुछ कदम दूर ही था कि डैड को रास्ते से आते हुए देखा ।
" सागर , कहां थे ? तुम्हारी माॅम कब से खोज रही है " - डैड ने कहा ।
" क्या हुआ ?"
" मुझे पता नहीं । शायद श्वेता को कुछ काम है ।"
" श्वेता दी अपने घर पर ही है क्या ?"
" हां । जाओ देखो , क्या बात है ।"
" ठीक है ।"
डैड से कहकर मैं घर चला गया ।
मेरे डैड राजेश चौहान । बैंक में असिस्टेंट मैनेजर । उम्र ५१ साल । मेरी माॅम वर्षा । उम्र ४३ साल । उन दोनों की अरेंज मैरेज थी । शादी के पच्चीस साल होने वाले थे । उनके संतानों में मेरे अलावा सिर्फ एक मेरी छोटी बहन थी जो अभी ग्रेजुएशन के लास्ट इयर में थी । उसकी उम्र कुछेक महिने बाद इक्कीस को शुरू होने वाली थी ।